पहले जो संपादक होते थे, वे एक अच्छे शिक्षक भी होते थे। वे अपने संवाददाताओं को और डेस्क के लोगों को सिखाते रहते थे
अब संपादक होने के लिए सबसे बड़ी योग्यता स्वयं अखबार या पत्रिका का मालिक होना हो गया है
उदयन शर्मा का मानना था कि एक पत्रकार के काम करने का समय शाम छह बजे से रात 12 बजे तक का होता है
इसी अखबार ने शब्दों की शुद्धता और उनके सही उपयोग का ज्ञान भी पहली बार पाठकों के सामने रखा
पटना में डाक बंगला चौराहे के एक होटल में प्रसिद्ध साहित्यकार और ‘दिनमान’ के संपादक रहे अज्ञेय जी और ‘रविवार’ के संपादक सुरेंद्र प्रताप सिंह के बीच लंबी संवादनुमा बहस हुई
राहुल के इस्तीफे के साथ ही वर्किंग कमेटी के पदाधिकारी भी देंगे अपने पदों से इस्तीफा
पाकिस्तान ने अपनी हिरासत में मौजूद भारतीय विंग कमांडर अभिनंदन को छोड़ने का...