अब खबर मिल रही है कि ‘दि प्रिंट’ मीडिया हाउस के भी दो पत्रकार कोरोना की चपेट में आ गए हैं।
कोरोनावायरस (कोविड-19) के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए देशभर में किए गए लॉकडाउन के कारण कुछ समय के लिए अखबारों की प्रिंटिंग और डिस्ट्रीब्यूशन (वितरण) पर काफी विपरीत प्रभाव पड़ा।
मलयालम अखबार ‘मातृभूमि’ में तीन साल की पारी खेलने के बाद कमल कृष्णनन पीएस ने ग्रुप को अलविदा कह दिया है।
टेलिविजन प्रसारण कंपनियों के संगठन ‘न्यूज ब्रॉडकास्टर्स एसोसिएशन’ (एनबीए) ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को पत्र लिखकर अपनी गंभीर समस्याओं का निदान करने की मांग की है।
अखबारों की ओर से जारी बयान में कहा गया है, पाठकों के हाथों में सुरक्षित अखबार पहुंचाने की दिशा में तमाम कदम उठाए गए हैं।
कोरोना संकट के मद्देनजर वर्ल्डवाइड मीडिया ने अपनी मैगजींस की प्रिंटिंग फिलहाल के लिए बंद कर दी है
देश में कोरोनावायरस (कोविड-19) का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। इसकी चपेट में अब तक कई लोग आ चुके हैं। तमाम संस्थानों पर भी इसका असर दिखाई देने लगा है।
कोरोना के चलते विश्व की महाशक्तियों की अर्थव्यवस्था प्रभावित हो रही है। भारत में भी इसका असर इंडस्ट्री पर दिखाई देने लगा है। मीडिया इंडस्ट्री भी इससे अछूती नहीं है।
यह अखबार अब अपना प्रिंट एडिशन बंद कर रहा है। सोमवार यानी आज इस प्रमुख अखबार का आखिरी बार छापा जाएगा।
ऐसे समय में जब कोरोनावायरस जैसी महामारी ने पूरी दुनिया को अपनी चपेट में ले लिया है, फेक न्यूज की आशंका भी बढ़ गई है।