हरियाणा की मतदाता सूची में जो 25,41,144 फर्जी मतदाता है, उनमें से 5.21 लाख डुप्लीकेट मतदाता, 93 हजार मतदाता गलत पते वाले और 19.26 लाख वोट एक ही नाम से कई जगहों पर दर्ज बल्क वोटर है।
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समाचार4मीडिया ब्यूरो ।।
बिहार चुनाव के पहले चरण के मतदान के एक दिन पहले कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एक बार फिर से चुनाव आयोग पर तीखा हमला बोला। हरियाणा की मतदाता सूची का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि इनमें करीब 25 लाख फर्जी मतदाताओं के नाम जोड़े गए थे। यह सारी गड़बड़ियां भाजपा ने चुनाव आयोग की मिलीभगत से की थी। इस मामले पर वरिष्ठ पत्रकार राजदीप सरदेसाई ने भी राय व्यक्त की हैं।
उन्होंने एक्स पर लिखा, राहुल गांधी के ‘वोट चोरी’ वाले आरोप पर किसी की भी राय हो, लेकिन यह वाकई अजीब बात है कि आज के डिजिटल युग में भी मशीन से पढ़े जा सकने वाले मतदाता सूची (electoral rolls) सार्वजनिक रूप से उपलब्ध नहीं कराई जाती। क्या यही सबसे आसान तरीका नहीं है यह जानने का कि कहीं मतदाता सूची में फर्जी या दोहरे नाम तो नहीं हैं?
चुनाव आयोग को प्रक्रिया में लोगों का पूरा भरोसा कायम रखने के लिए अधिक पारदर्शी होना चाहिए, कम नहीं। सोचिए ,पारदर्शिता ही लोकतंत्र की सबसे बड़ी ताकत है। आपको बता दें, लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने बताया कि हरियाणा की मतदाता सूची में जो 25,41,144 फर्जी मतदाता है, उनमें से 5.21 लाख डुप्लीकेट मतदाता, 93 हजार मतदाता गलत पते वाले और 19.26 लाख वोट एक ही नाम से कई जगहों पर दर्ज बल्क वोटर है।
My take: Whatever your view on @RahulGandhi ‘vote chori’ allegation, isn’t it bizarre that in this digital age machine readable electoral rolls are not made available? Isn’t that the easiest way to find out if there are fake or duplicate voters? ECI should surely be more…
— Rajdeep Sardesai (@sardesairajdeep) November 5, 2025
राहुल गांधी के मुताबिक कांग्रेस की जीत को हार में बदला गया। हरियाणा में सभी कांग्रेस की जीत बता रहे थे। उन्होंने कहा कि देश के युवाओं का भविष्य चुराया जा रहा है।
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कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने वोट चोरी को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस की और हरियाणा को लेकर सवाल उठाया। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि हरियाणा और कर्नाटक में वोट चोरी पकड़ी गई। उन्होंने कहा कि हरियाणा के एग्जिट पोल में जीत मिल रही थी। उन्होंने कहा कि यह किसी क्षेत्र विशेष में नहीं हो रहा। राहुल ने कहा कि पोस्टल बैलेट में कांग्रेस आगे थी।
वहीं पत्रकार प्रणव सिरोही का कहना है कि कांग्रेस अभी भी लोकसभा चुनाव में मिली हार से उबर नहीं पा रही है। उन्होंने अपने सोशल मीडिया हैंडल एक्स से एक पोस्ट करते हुए लिखा, वर्ष 2004 में भाजपा और कांग्रेस की सीटों में मामूली सा अंतर था और किसी तरह कांग्रेस सरकार बना ले गई।
भाजपा इस हार को पचा नहीं पाई और उसी ग्रंथि से जूझती रही। नतीजतन 2009 का चुनाव एक बड़े मार्जिन से हार गई। मगर उसके बाद पांच साल में पार्टी ने कोर्स करेक्शन करते हुए हार को पचाकर जीत का एपेटाइट तैयार करने पर ध्यान दिया और नतीजा 2014 में सबके सामने आ गया।
कांग्रेस के साथ समस्या यही है कि वह 2014 के बाद से हार से उबर ही नहीं पाई है और न कोई सबक सीखा और न ही सीखने के दूर-दूर तक कोई आसार दिख रहे हैं। आपको बता दें, राहुल गांधी के मुताबिक कांग्रेस की जीत को हार में बदला गया। हरियाणा में सभी कांग्रेस की जीत बता रहे थे। उन्होंने कहा कि देश के युवाओं का भविष्य चुराया जा रहा है।
वर्ष 2004 में भाजपा और कांग्रेस की सीटों में मामूली सा अंतर था और किसी तरह कांग्रेस सरकार बना ले गई। भाजपा इस हार को पचा नहीं पाई और उसी ग्रंथि से जूझती रही। नतीजतन 2009 का चुनाव एक बड़े मार्जिन से हार गई। मगर उसके बाद पांच साल में पार्टी ने कोर्स करेक्शन करते हुए हार को पचाकर… https://t.co/7GQfIuPQQL
— Pranav Sirohi (@pranavsirohi) November 5, 2025
कुल 45,341 बूथ बनाए गए हैं, जहां 3 करोड़ 75 लाख से ज्यादा मतदाता वोट डालेंगे। इनमें 122 महिला उम्मीदवार समेत कुल 1,314 प्रत्याशियों का भविष्य आज ईवीएम में कैद होगा।
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बिहार में आज लोकतंत्र का सबसे बड़ा जश्न मनाया जा रहा है। सख्त सुरक्षा इंतजामों के बीच पहले चरण की वोटिंग सुबह 7 बजे से शुरू होकर और शाम 6 बजे तक चलेगी। 18 जिलों की 121 विधानसभा सीटों पर मतदाता अपने पसंदीदा उम्मीदवार को सलेक्ट करेंगे। इस बीच वरिष्ठ पत्रकार ऋचा अनिरुद्ध ने भी अपने सोशल मीडिया हैंडल एक्स से एक पोस्ट कर एक अपील की हैं।
उन्होंने लिखा, बिहार को शहाबुद्दीन जैसे कल और अनंत सिंह जैसे आज को जड़ से उखाड़ फेंकना होगा। हर बाहूबली हर अपराधी को हराना होगा। जाति की आड़ में गैंगस्टर बने शातिर बदमाशों को राजनीति से बाहर का रास्ता दिखाना होगा तभी सभी दलों को ये संदेश जाएगा कि साफ छवि वालों को टिकट दिए जाएं। क्या ये संभव है? आपको क्या लगता है?
आपको बता दें, तेजस्वी यादव, तेज प्रताप यादव, अनंत सिंह, मैथिली ठाकुर और उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, डिप्टी सीएम विजय सिन्हा सहित नीतीश सरकार के 16 मंत्रियों की किस्मत का फैसला पहले चरण में होगा। राज्यभर में कुल 45,341 बूथ बनाए गए हैं, जहां 3 करोड़ 75 लाख से ज्यादा मतदाता वोट डालेंगे। इनमें 122 महिला उम्मीदवार समेत कुल 1,314 प्रत्याशियों का भविष्य आज ईवीएम में कैद होगा।
बिहार को शहाबुद्दीन जैसे कल और अनंत सिंह जैसे आज को जड़ से उखाड़ फेंकना होगा..हर बाहूबली हर अपराधी को हराना होगा..जाति की आड़ में गैंगस्टर बने शातिर बदमाशों को राजनीति से बाहर का रास्ता दिखाना होगा..तभी सभी दलों को ये संदेश जाएगा कि साफ छवि वालों को टिकट दिए जाएं..क्या ये संभव…
— richa anirudh (@richaanirudh) November 5, 2025
पहले चरण की जिन 121 सीटों पर चुनाव हो रहा है, उसमें पिछली बार (2020) दोनों गठबंधनों के बीच कांटे की लड़ाई हुई थी। एक ओर जहां महागठबंधन को 61 सीटों पर जीत हासिल हुई थी।
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बिहार में विधानसभा चुनाव 2025 में 6 नवंबर को पहले चरण के लिए वोट पड़ेंगे। इस दौरान 121 विधानसभा सीटों पर मतदान होगा। इस बीच वरिष्ठ पत्रकार पंकज शर्मा ने बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के पहले चरण से ठीक पहले महागठबंधन के सीट बंटवारे पर तीखी टिप्पणी की है।
उन्होंने अपने एक्स (पूर्व ट्विटर) पोस्ट में लिखा कि अगर सीट बंटवारे का मक़सद वास्तव में महागठबंधन की जीत के अवसर बढ़ाना होता, तो यह सुनिश्चित किया जाता कि राजद और कांग्रेस को ऐसे निर्वाचन क्षेत्र मिलें जहां उनकी जीत की संभावनाएं सबसे अधिक हों ,कुछ पक्के वाले और कुछ ऐसे जहां मेहनत से जीत संभव हो।
शर्मा के मुताबिक, ऐसा निष्पक्ष मिश्रण दोनों दलों के लिए फ़ायदेमंद साबित होता, लेकिन हुआ उल्टा। कांग्रेस को परंपरागत रूप से हारने वाले क्षेत्रों की 'पोटली' थमा दी गई, जबकि राजद विजयी क्षेत्रों की 'गठरी' लेकर निकल पड़ा। उन्होंने व्यंग्य करते हुए लिखा, अगर महागठबंधन मेले में भटक गया होता, तो कोई उसे घर पहुंचा देता, लेकिन अब तो वह घर के भीतर ही भटक गया है। अब कैसे ठौर-ठिकाने आएगा?
आपको बता दें, पहले चरण की जिन 121 सीटों पर चुनाव हो रहा है, उसमें पिछली बार (2020) दोनों गठबंधनों के बीच कांटे की लड़ाई हुई थी। एक ओर जहां महागठबंधन को 61 सीटों पर जीत हासिल हुई थी वहीं एनडीए 59 सीटों पर चुनाव जीत सका था।
अगर सीट बंटवारे का मक़सद महागठबंधन की जीत के अवसरों को बढ़ाना होता तो होना तो यह चाहिए था कि राजद और कांग्रेस को वे निर्वाचन क्षेत्र भी लड़ने के लिए मिलते, जहां उन की जीत की एकदम पक्की संभावनाएं हैं और वे सीटें भी दी जातीं, जहां मेहनत कर के वे जीत सकते थे। यह निष्पक्ष मिश्रण…
— Pankaj Sharma पंकज शर्मा (@Pankaj___Sharma) November 5, 2025
महागठबंधन की सरकार बनने पर हर परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाएगी। 'माय बहन योजना' के तहत हर परिवार की महिला के खाते में ₹30 हजार रुपए भेजे जाएंगे।
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पटना में तेजस्वी यादव ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर ऐलान किया कि अगर हमारी सरकार बनती है तो माई बहिन योजना के तहत एक साल की पूरी राशि 30 हजार रुपए एक साथ महिलाओं के खाते में भेजेंगे। माई बहिन योजना के तहत राजद ने महीने में ढाई हजार देने का वादा किया है। उनके इस बयान पर वरिष्ठ पत्रकार अजय कुमार ने अपने सोशल मीडिया हैंडल से एक पोस्ट की और अपनी राय दी।
उन्होंने एक्स पर लिखा, पत्रकारों ने जब यह सवाल उठाया कि तेजस्वी यादव की रैलियों में महिलाओं की भागीदारी बहुत कम है, तो उन्होंने पहले चरण का प्रचार खत्म होने से पहले ही कमाल का आइडिया लगा दिया। माई-बहन योजना के तहत पहले यह घोषणा की गई थी कि प्रदेश की हर महिला को ₹2,500 प्रति महीना दिया जाएगा, लेकिन इतनी रकम से बड़ा असर नहीं पड़ता।
इसलिए अब राष्ट्रीय जनता दल ने चतुराई दिखाते हुए घोषणा की है कि 14 जनवरी 2026 को हर महिला को एकमुश्त ₹30,000, यानी पूरे साल का पैसा, दिया जाएगा। अगर यही हिसाब पांच साल के लिए जोड़ दिया जाए तो यह राशि ₹1,50,000 बनती है।
राजनीति में आर्थिक गणित और चुनावी रणनीति का यह संगम वाकई दिलचस्प है। टोपी पहनाने का यह अंदाज़ वाकई लाजवाब है, श्रीमान जी। आपको बता दें, तेजस्वी यादव ने घोषणा की कि महागठबंधन की सरकार बनने के बाद 14 जनवरी 2026 को महिलाओं के बैंक खातों में यह राशि भेजी जाएगी।
पत्रकारों ने कहा कि @yadavtejashwi कि रैलियों में महिलाओं की भागीदारी बहुत कम है।
— Ajay Kumar (@AjayKumarJourno) November 4, 2025
तो भइया ने पहले चरण के प्रचार ख़त्म होने से पहले ही, ज़बरदस्त आईडिया लगाया।
गणित समझिए - माई बहन योजना के तहत घोषणा ये कि गई थी कि प्रदेश कि हर महिला को Rs. 2,500/- प्रति महीना दिया जायेगा।… https://t.co/5sYSFg9BM2
दिल्ली-एनसीआर का जानलेवा वायु प्रदूषण एक ऐसी सच्चाई है, जिससे हम अब तक पूरी तरह जागरूक नहीं हो पाए हैं। उन्होंने कहा कि आज लगभग हर दूसरा व्यक्ति खांस रहा है या बीमार है।
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पिछले कई दिनों से दिल्ली-एनसीआर का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) "गंभीर" श्रेणी में बना हुआ है। विशेषज्ञों के अनुसार, प्रदूषण के इस स्तर का असर न केवल सांस और फेफड़ों पर बल्कि हृदय रोग, त्वचा और आंखों से जुड़ी समस्याओं पर भी पड़ रहा है। वरिष्ठ पत्रकार आदित्य राज कौल ने दिल्ली-एनसीआर में लगातार बिगड़ती वायु गुणवत्ता पर चिंता जताई है।
उन्होंने अपने एक्स पोस्ट में लिखा कि 'दिल्ली-एनसीआर का जानलेवा वायु प्रदूषण एक ऐसी सच्चाई है, जिससे हम अब तक पूरी तरह जागरूक नहीं हो पाए हैं।' उन्होंने कहा कि आज लगभग हर दूसरा व्यक्ति खांस रहा है या बीमार है और यह केवल मौसमी फ्लू नहीं, बल्कि गंभीर प्रदूषण का असर है।
कौल ने सवाल उठाया कि आखिर राष्ट्रीय राजधानी की हवा को सुधारने की दिशा में ठोस और कट्टर कदम कौन उठाएगा। उन्होंने कहा कि अब हालात ऐसे हैं कि साधारण उपायों से समस्या का हल संभव नहीं है, बल्कि इसके लिए व्यापक और सख़्त नीतिगत निर्णय लेने होंगे।
आपको बता दें, इस समय राजधानी में प्रदूषण पर राजनीतिक और प्रशासनिक उदासीनता पर भी सवाल उठ रहे हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि लंबे समय तक ऐसी हवा में रहने से अस्थमा, एलर्जी, ब्रॉन्काइटिस, हृदय रोग और आंखों में जलन जैसी समस्याएं तेजी से बढ़ सकती हैं।
Deadly air pollution in Delhi NCR is a reality we haven’t yet woken up to even years later. Every other person I meet is coughing or unwell. It’s not just seasonal flu. Improving air quality in the National Capital will need radical measures. Question is who will take the call?
— Aditya Raj Kaul (@AdityaRajKaul) November 2, 2025
देश की बेटियों को ज़रा-सा सहारा और अवसर मिल जाए, तो वे कमाल कर सकती हैं, यह उन्होंने सिद्ध कर दिया है। लेकिन महिला क्रिकेट को अभी एक लंबा रास्ता तय करना है।
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आईसीसी वनडे विश्व कप 2025 के फाइनल में दक्षिण अफ्रीका को हराकर पहली बार वर्ल्ड चैंपियन बनने वाली भारतीय महिला क्रिकेट टीम के लिए भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने 51 करोड़ रुपये के नकद पुरस्कार की घोषणा कर दी है। इस बीच वरिष्ठ पत्रकार रजत शर्मा ने भी अपने शो में इस मुद्दे को लेकर बात की। उन्होंने कहा, महिला क्रिकेट में विश्व चैंपियनशिप एक रात में नहीं मिली।
एक समय था जब मिताली राज, अंजुम चोपड़ा और झूलन गोस्वामी जैसी खिलाड़ी ने क्रिकेट खेलना शुरू किया था। उस समय खिलाड़ियों के लिए कोई सुविधाएँ नहीं थीं। मैच खेलने के लिए रेल के बिना पुष्टि वाले डिब्बों में यात्रा करनी पड़ती थी। अपने बिस्तर साथ ले जाने पड़ते थे। फर्श पर सोना पड़ता था। महिला क्रिकेटरों के साथ भारतीय क्रिकेट नियंत्रण बोर्ड (बी.सी.सी.आई.) का कोई वार्षिक अनुबंध नहीं होता था।
सन् 2005 में जब महिला क्रिकेट टीम उपविजेता रही, तो प्रत्येक खिलाड़ी को प्रति मैच 1000 रुपये मिले। आठ मैचों के कुल 8000 रुपये। और इस बार विश्व चैंपियनशिप जीतने पर बी.सी.सी.आई. ने महिला टीम को 51 करोड़ रुपये का इनाम दिया। अब बी.सी.सी.आई. से हरमनप्रीत कौर और स्मृति मंधाना जैसी ए-श्रेणी की खिलाड़ियों को 50 लाख रुपये की वार्षिक फीस मिलती है।
यह बदलाव केवल तीन वर्ष पहले आया, जब जय शाह ने पुरुष और महिला क्रिकेट टीम की मैच फीस के अंतर को समाप्त किया और वेतन समानता (पे पैरिटी) लागू की। अब महिला खिलाड़ियों को टेस्ट मैच के लिए 15 लाख रुपये, एक दिवसीय मैच के लिए 6 लाख रुपये और टी-20 मैच के लिए 3 लाख रुपये की फीस मिलती है।
कोचिंग, प्रशिक्षण और चिकित्सकीय सुविधाओं में पिछले पाँच वर्षों में महिला क्रिकेट में निवेश 16 गुना बढ़ा है। देश की बेटियों को ज़रा-सा सहारा और अवसर मिल जाए, तो वे कमाल कर सकती हैं, यह उन्होंने सिद्ध कर दिया है। लेकिन महिला क्रिकेट को अभी एक लंबा रास्ता तय करना है। विश्व चैंपियनशिप तो केवल एक झांकी है, असली तस्वीर अभी बाकी है।
Women Cricket में World Championship एक रात में नहीं मिली. एक ज़माना था जब मिताली राज, अंजुम चोपड़ा, झूलन गोस्वामी जैसी players ने cricket खेलना शुरू किया था. उस ज़माने में players के लिए कोई facilities नहीं थी. मैच खेलने के लिए railway के unconfirmed compartments में travel करना… pic.twitter.com/DcqOMQlBrF
— Rajat Sharma (@RajatSharmaLive) November 3, 2025
आज मॉर्डन जीपीएस टेक्नोलॉजी और लेटेस्ट सैटेलाइट्स के दौर में अगर पाकिस्तान चोरी-छिपे परमाणु हथियार टेस्ट करते हुए पाया गया तो उस पर बड़ी मुसीबत आ सकती है।
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समाचार4मीडिया ब्यूरो ।।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दावा किया है कि पाकिस्तान छिपकर परमाणु हथियारों का परीक्षण कर रहा है। ट्रंप के इस बयान से दुनियाभर की सुरक्षा एजेंसियों को परेशान कर दिया है। साल 1998 के बाद से पाकिस्तान ने किसी भी परमाणु परीक्षण की पुष्टि नहीं की है।
इस बीच वरिष्ठ पत्रकार राहुल शिवशंकर ने भी अपने सोशल मीडिया हैंडल से एक पोस्ट की और अपनी राय दी। उन्होंने लिखा, क्या ट्रम्प (Donald Trump) के पाकिस्तान को लेकर दिए गए परमाणु संकेत भारत को अपनी परमाणु नीति या रुख (nuclear posture) बदलने का अवसर दे सकते हैं?
भारत ने पोखरण-2 (1998) के बाद स्वेच्छा से परमाणु परीक्षण पर रोक (moratorium) लगा दी थी। उस समय भारत ने दावा किया था कि उसका परीक्षण 58 किलोटन (kt) का था,लेकिन कई विदेशी विशेषज्ञों का कहना था कि असल "yield" (विस्फोट की क्षमता) केवल 10–15 किलोटन के आसपास थी यानी आधिकारिक दावे से बहुत कम।
अब सवाल यह उठता है कि अगर अमेरिका फिर से परमाणु परीक्षण करता है, तो क्या भारत को भी अपना परीक्षण दोहराना चाहिए, ताकि इन संदेहों को दूर किया जा सके और अपनी परमाणु क्षमता को लेकर दुनिया को स्पष्ट संदेश दिया जा सके?
आपको बता दें, पकिस्तान के परमाणु परीक्षण का दावा दक्षिण एशिया में परमाणु हथियारों की रेस को बढ़ा सकता है। अगर आज मॉर्डन जीपीएस टेक्नोलॉजी और लेटेस्ट सैटेलाइट्स के दौर में अगर पाकिस्तान चोरी-छिपे परमाणु हथियार टेस्ट करते हुए पाया गया तो उस पर बड़ी मुसीबत आ सकती है।
DOES TRUMP's PAK N-HINT HAND INDIA OPPORTUNITY TO ALTER ITS N-POSTURE?
— Rahul Shivshankar (@RShivshankar) November 3, 2025
India put a voluntary moratorium on testing after Pokhran-2 (1998) amidst claims that "yield" of its test was 10-15 kt, below the 58 kt official claim. If U.S tests should India test and clear doubts? pic.twitter.com/9ycMPenb1a
दक्षिण अफ्रीका की टीम कप्तान लौरा वोल्वार्ड्ट के शतक के बावजूद 45.3 ओवर में सभी विकेट खोकर 246 रन ही बना सकी। भारत की ओर से दीप्ति शर्मा ने पांच विकेट हॉल लिया।
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समाचार4मीडिया ब्यूरो ।।
भारतीय महिला टीम ने दक्षिण अफ्रीका को हराकर महिला विश्व कप का खिताब अपने नाम किया। भारत ने पहली बार विश्व कप जीता है। इससे पहले भारत ने 2005 और 2017 में फाइनल तक सफर तय किया था लेकिन ट्रॉफी हाथ नहीं लगी थी। वहीं महिला क्रिकेट को 25 साल बाद नया चैंपियन मिला है। इस बीच पत्रकार और लेखक नीरज बधवार ने अपने सोशल मीडिया हैंडल एक्स से एक पोस्ट करते हुए अपनी राय व्यक्त की।
उन्होंने लिखा, सिख लड़की ने कप्तानी की, क्रिश्चियन (ईसाई) लड़की ने सेमीफाइनल जिताया, बंगाली लड़की की पावर हिटिंग (ताक़तवर बल्लेबाज़ी) से टीम 300 के करीब पहुँच पाई, जाटों की लड़की शेफाली फ़ाइनल में प्लेयर ऑफ द मैच बनी, और ब्राह्मणों की लड़की दीप्ति प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट चुनी गई और आख़िरकार भारत वर्ल्ड चैंपियन (विश्व विजेता) बन गया।
सवाल यह है कि जब इनकी अलग-अलग पहचानें हमें विश्व विजेता बनाने में आड़े नहीं आतीं, तो देश को आगे ले जाने के नाम पर हम इन्हीं पहचानों के नाम पर लड़ते क्यों हैं? ऐसा ही जज़्बा हमें देश की तरक़्क़ी के लिए भी चाहिए।
आपको बता दें, भारतीय टीम ने महिला वनडे विश्व कप 2025 के फाइनल में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पहले बल्लेबाजी करते हुए 50 ओवर में 7 विकेट खोकर 298 रन बनाए। इसके जवाब में दक्षिण अफ्रीका की टीम कप्तान लौरा वोल्वार्ड्ट के शतक के बावजूद 45.3 ओवर में सभी विकेट खोकर 246 रन ही बना सकी। भारत की ओर से दीप्ति शर्मा ने पांच विकेट हॉल लिया।
सिख लड़की ने कप्तानी की, क्रिश्चियन लड़की ने सेमीफाइनल जिताया, बंगाली लड़की की पावर हिटिंग से टीम 300 के करीब पहुंच पाई, जाटों की लड़की शेफाली फाइनल में Player of the Match बनी, और ब्राह्मणों की लड़की दीप्ति Player of the Tournament चुनी गई — और आखिरकार भारत वर्ल्ड चैंपियन बन… pic.twitter.com/SxvaLB8DwO
— Neeraj Badhwar (@nirajbadhwar) November 2, 2025
आज एक बात फिर साबित हो गई। चारों ओर विकेट गिरते रहे, लेकिन अभिषेक शर्मा ने दिखा दिया कि वह टीम इंडिया की टी20 धड़कन हैं, एक सच्चे सितारे हैं।
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समाचार4मीडिया ब्यूरो ।।
टीम इंडिया ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टी-20 सीरीज का दूसरा मुकाबला 4 विकेट से हार गई है। ऑस्ट्रेलियाई टीम ने 126 रन का टारगेट 13.2 ओवर में 6 विकेट पर चेज कर लिया। युवा सलामी बल्लेबाज अभिषेक शर्मा ने 68 रन की जुझारू पारी खेली। इस बीच वरिष्ठ खेल पत्रकार विक्रांत गुप्ता ने भी अभिषेक शर्मा की इस पारी की तारीफ़ की।
उन्होंने अपने सोशल मीडिया हैंडल एक्स से एक पोस्ट करते हुए लिखा, आज एक बात फिर साबित हो गई। चारों ओर विकेट गिरते रहे, लेकिन अभिषेक शर्मा ने दिखा दिया कि वह टीम इंडिया की टी20 धड़कन हैं, एक सच्चे सितारे हैं। हालांकि, थोड़ा अचरज जरूर हुआ कि जब भारत की पारी में केवल 9 गेंदें बची थीं, तब भी उन्हें सिर्फ 37 गेंदें ही खेलने का मौका मिला।
आपको बता दें, अभिषेक ने मैच के बाद प्रेस कांफ्रेंस में कहा, चुनौती यह है कि मेरी तरह कई खिलाड़ियों का यहां यह पहला दौरा है। हमें अतिरिक्त उछाल और गति के बारे में पता था, लेकिन फिर भी उन्होंने जिस तरह से गेंदबाजी की, उसने हमें हैरान कर दिया।
One thing that got reinforced today, with all those wickets falling around him, Abhishek Sharma is a star, the T20 pulse of Team India.
— Vikrant Gupta (@vikrantgupta73) October 31, 2025
Little surprised though that he got to play just 37 deliveries even though just nine of the allotted 120 balls were left in India’s innings…
भारत और साउथ अफ्रीका ने कभी वनडे विश्व कप नहीं जीता है। भारतीय टीम ने तीसरी बार विश्व कप फाइनल में प्रवेश किया है। पहले दो मौकों पर भारतीय टीम को हार मिली थी।
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समाचार4मीडिया ब्यूरो ।।
भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने इतिहास रच दिया है। वुमेंस वर्ल्ड कप के इतिहास की सबसे बड़ी रन चेज को उन्होंने हासिल किया है। हैरानी की बात ये है कि उन्होंने ऑस्ट्रेलिया को सेमीफाइनल मैच में मात दी है, जो सात बार की चैंपियन है। इस ख़ास मौके पर वरिष्ठ पत्रकार अशोक श्रीवास्तव ने भी अपने सोशल मीडिया हैंडल एक्स से एक पोस्ट कर अपनी ख़ुशी को व्यक्त किया।
उन्होंने लिखा, भारत की बेटियों ने महिला विश्व कप क्रिकेट के फ़ाइनल में प्रवेश कर लिया है। यह जीत इसलिए बहुत बड़ी और खास है क्यूंकी भारत ने 7 बार की विश्व विजेता औस्ट्रेलिया को हराया है और विश्व कप के इतिहास में पहली बार कोई टीम इतने बड़े स्कोर का पीछा करके जीती है।
उन्होंने आगे लिखा, क्या साल 2025 महिला क्रिकेट के लिए 1983 बनेगा? आपको बता दें, कपिल देव की कप्तानी में इंडिया ने साल 1983 में अपना पहला विश्व कप जीता था। अब महिला क्रिकेट टीम से भी वही उम्मीद की जा रही हैं।
इस बार एक नया विश्व चैंपियन महिला क्रिकेट को मिलने वाला है, क्योंकि भारत और साउथ अफ्रीका ने कभी वनडे विश्व कप नहीं जीता है। भारतीय टीम ने तीसरी बार विश्व कप फाइनल में प्रवेश किया है। पहले दो मौकों पर भारतीय टीम को हार मिली थी।
ये रहा विन्निंग शॉट... भारत की बेटियों ने महिला विश्व कप क्रिकेट के फ़ाइनल में प्रवेश कर लिया है।
— Ashok Shrivastav (@AshokShrivasta6) October 30, 2025
यह जीत इसलिए बहुत बड़ी और खास है क्यूंकी भारत ने 7 बार की विश्व विजेता औस्ट्रेलिया को हराया है। और विश्व कप के इतिहास में पहली बार कोई टीम इतने बड़े स्कोर का पीछा करके जीती है।… https://t.co/QThXWkLdXZ pic.twitter.com/fdKtmJhPy6