प्रेस इंफॉर्मेशन ब्यूरो (PIB) ने गोवा में होने वाले इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल ऑफ इंडिया (IFFI) के लिए मीडिया की बेहतर सुविधा के मकसद से कई नई पहलें शुरू करने का ऐलान किया है।
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समाचार4मीडिया ब्यूरो ।।
प्रेस इंफॉर्मेशन ब्यूरो (PIB) ने गोवा में होने वाले इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल ऑफ इंडिया (IFFI) के लिए मीडिया सुविधा बढ़ाने के उद्देश्य से कई नई पहलें शुरू करने की घोषणा की है।
PIB के प्रिंसिपल डायरेक्टर जनरल धीरेंद्र ओझा ने मीडिया से बातचीत में बताया कि पिछले साल के फिल्म फेस्टिवल में 700 से ज्यादा पत्रकारों को मान्यता दी गई थी, जो अब तक का सबसे बड़ा आंकड़ा है। उस दौरान 50 से अधिक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की गई थीं, जिनमें फिल्ममेकर, जूरी मेंबर और स्टार्स शामिल हुए थे।
उन्होंने कहा कि इस बार भी PIB की ओर से 18 भाषाओं में मल्टीलिंगुअल प्रेस रिलीज जारी की जाएंगी, जिनमें कोंकणी भाषा भी शामिल है। इसके अलावा, प्रेस कॉन्फ्रेंस की लाइव कवरेज यूट्यूब पर उपलब्ध होगी और पत्रकारों को एचडी फोटो कैप्शन भी मिलेंगे।
फेस्टिवल के दौरान “IFFIwood” नाम का खास स्टूडियो फिर से तैयार किया जाएगा, जहां पत्रकारों को फिल्म से जुड़े कलाकारों और मेकर्स के साथ एक-से-एक इंटरव्यू करने का मौका मिलेगा। वहीं, मान्यता प्राप्त पत्रकारों के लिए फिल्म अप्रीसिएशन कोर्स की शुरुआत 18 नवंबर से की जाएगी।
PIB का माइक्रोसाइट भी पत्रकारों के लिए एक सिंगल हब की तरह काम करेगा, जहां प्रेस रिलीज, फोटोज़ और लाइव इवेंट्स के लिंक एक ही जगह पर मिल सकेंगे।
अधिकारियों ने यह भी बताया कि उद्घाटन समारोह के प्रारूप को अंतिम रूप देने की प्रक्रिया जारी है और प्रसारण सामग्री से जुड़ी कॉपीराइट गाइडलाइन्स को पहले से स्पष्ट रूप से साझा किया जाएगा।
हिन्दुस्तान मीडिया वेंचर्स लिमिटेड (HMVL) ने सोमवार को अपनी बोर्ड मीटिंग में कई अहम फैसले लिए।
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समाचार4मीडिया ब्यूरो ।।
हिन्दुस्तान मीडिया वेंचर्स लिमिटेड (HMVL) ने सोमवार को अपनी बोर्ड मीटिंग में कई अहम फैसले लिए। कंपनी की यह बैठक दोपहर 12 बजे शुरू होकर 1:02 बजे समाप्त हुई।
बैठक में सबसे पहले कंपनी ने 30 सितंबर 2025 को खत्म हुई तिमाही और अर्धवार्षिक अवधि के लिए अपने अनऑडिटेड वित्तीय परिणामों (स्टैंडअलोन और कंसॉलिडेटेड) को मंजूरी दी।
इसके अलावा बोर्ड ने एक अहम निवेश प्रस्ताव को भी मंजूरी दी। कंपनी AI Growth Private Limited में 16.22 करोड़ रुपये तक का निवेश करेगी। यह निवेश कंपनी के इक्विटी शेयरों या कन्वर्टिबल इक्विटी लिंक्ड इंस्ट्रूमेंट्स (जैसे कम्पलसरी कन्वर्टिबल प्रेफरेंस शेयर) को सब्सक्राइब करके किया जाएगा। सीधे शब्दों में कहें तो हिन्दुस्तान मीडिया वेंचर्स लिमिटेड अब AI Growth Pvt. Ltd. में 16.22 करोड़ रुपये लगाएगी और इसके बदले उसे ऐसे शेयर मिलेंगे जो कुछ समय बाद कंपनी के सामान्य शेयरों में बदल जाएंगे।
कंपनी ने बताया कि यह निवेश एक तेजी से बढ़ रही फिनटेक कंपनी में किया जा रहा है, जिससे भविष्य में बेहतर पूंजी रिटर्न की उम्मीद है। साथ ही, इस निवेश से हिन्दुस्तान मीडिया वेंचर्स अपने मीडिया संसाधनों का अधिकतम उपयोग कर सकेगा। यह अधिग्रहण किसी भी रिलेटेड पार्टी ट्रांजैक्शन के अंतर्गत नहीं आता है और कंपनी के प्रमोटर समूह का इस फिनटेक कंपनी में कोई हित नहीं है।
AI Growth Private Limited की स्थापना 22 अगस्त 2020 को हुई थी। यह कंपनी व्यक्तिगत और संस्थागत निवेशकों के लिए फिक्स्ड इनकम इन्वेस्टमेंट प्लेटफॉर्म चलाती है और कॉरपोरेट्स को डेट फाइनेंसिंग सॉल्यूशंस भी प्रदान करती है।
पिछले तीन वित्तीय वर्षों में कंपनी का टर्नओवर रहा:
FY 2024 – ₹21.24 करोड़
FY 2023 – ₹12.80 करोड़
FY 2022 – ₹0.62 करोड़
निवेश का सौदा कैश कंसिडरेशन के रूप में किया जाएगा और इसका मूल्य 16.22 करोड़ रुपये तक होगा। शेयरहोल्डिंग का सटीक प्रतिशत उन शेयरों के कन्वर्जन के समय तय किया जाएगा जो भविष्य में इक्विटी में बदले जाएंगे।
कंपनी ने बताया कि यह निवेश सितंबर 2030 तक पूरा हो जाएगा। इस सौदे के लिए किसी सरकारी या नियामक स्वीकृति की आवश्यकता नहीं है।
मनीष रंजन ने करीब तीन साल पहले भारतीय बहुभाषी सोशल मीडिया कंपनी ‘शेयरचैट’ (ShareChat) में अपनी करीब 13 महीने पुरानी पारी को विराम देकर यहां वापसी की थी।
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समाचार4मीडिया ब्यूरो ।।
‘टीवी9 नेटवर्क’ (TV9 Network) ने डिजिटल पत्रकार मनीष रंजन पर और अधिक भरोसा जताते हुए उन्हें असिस्टेंट एडिटर के पद पर प्रमोट किया है। मनीष रंजन ने करीब तीन साल पहले भारतीय बहुभाषी सोशल मीडिया कंपनी ‘शेयरचैट’ (ShareChat) में अपनी करीब 13 महीने पुरानी पारी को विराम देकर यहां वापसी की थी।
इस नेटवर्क के साथ अपनी दूसरी पारी में वह ‘टीवी9’ (डिजिटल) में बिजनेस, यूटिलिटी, एग्रीकल्चर, ऑटो और टेक जैसे अहम सेक्शंस की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। इसके साथ ही वह प्रोडक्ट और एसईओ कॉर्डिनेशन (एडिटोरियल) का काम भी देख रहे हैं। बता दें कि ’शेयरचैट’ से पहले मनीष रंजन ’टीवी9’ (डिजिटल) में बिजनेस सेक्शन के इंचार्ज थे।
मनीष रंजन को पत्रकारिता के क्षेत्र में काम करने का करीब 17 साल का अनुभव है। इन वर्षों में उन्होंने ’जी बिजनेस’, ’भास्कर’, ’आईटीवी नेटवर्क’ और ’पत्रिका’ जैसे प्रतिष्ठित मीडिया संस्थानों के साथ काम किया है। इस दौरान उन्होंने हिंदी और अंग्रेजी दोनों माध्यम में काम किया है। टीवी9 में इन सेक्शन को संभालने के अलावा मनीष रंजन टीवी9 भारतवर्ष के YouTube प्लेटफॉर्म पर भी एक शो करते हैं। इस शो का नाम है मनीष इकोनॉमी शो। इसके अलावा मनीष रंजन ने टीवी9 की बिजनेस बेवसाइट मनी9.कॉम को भी दोबारा शुरु करने ने अहम भूमिका अदा की है।
मनीष ने अपने करियर की शुरुआत वर्ष 2007-08 में ’एक्सचेंज4मीडिया’ से की थी। अवॉर्ड विनिंग जर्नलिस्ट मनीष ने ‘पत्रिका’ में रहते हुए पत्रिका डिजिटल के बिजनेस सेक्शन को टॉप पर पहुंचाया था, जिसके लिए उन्हें केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर से बेस्ट डिजिटल जर्नलिस्ट का अवार्ड भी मिल चुका है।
समाचार4मीडिया की ओर से मनीष रंजन को उनके प्रमोशन के लिए ढेरों बधाई और शुभकामनाएं।
वरिष्ठ पत्रकार और राजनीतिक विश्लेषक अवधेश कुमार को हिंदी भाषा और रचनात्मक लेखन में उल्लेखनीय योगदान के लिए पंडित माधवराव सप्रे राष्ट्रीय रचनात्मकता सम्मान से सम्मानित किया गया।
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समाचार4मीडिया ब्यूरो ।।
वरिष्ठ पत्रकार, स्तंभकार और राजनीतिक विश्लेषक अवधेश कुमार को उनके उत्कृष्ट रचनात्मक लेखन और हिंदी भाषा के प्रति समर्पण के लिए पंडित माधवराव सप्रे राष्ट्रीय रचनात्मकता सम्मान से नवाजा गया है। छत्तीसगढ़ राज्योत्सव 2025 के अवसर पर उपराष्ट्रपति सी. पी. राधाकृष्णन ने उन्हें यह प्रतिष्ठित पुरस्कार प्रदान किया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह भी मौजूद रहे। अवधेश कुमार लंबे समय से भारतीय राजनीति, सामाजिक मुद्दों और राष्ट्रीय परिदृश्यों पर अपनी गहन और विश्लेषणात्मक लेखनी के लिए जाने जाते हैं। वे अमर उजाला के लोकप्रिय कार्यक्रम ‘खबरों के खिलाड़ी’ से भी जुड़े हुए हैं और सामाजिक-राजनीतिक गतिविधियों में सक्रिय भूमिका निभाते हैं।
यह सम्मान छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा पंडित माधवराव सप्रे की स्मृति में आरंभ किया गया है। पंडित सप्रे हिन्दी साहित्य के प्रमुख हस्ताक्षर और छत्तीसगढ़ में पत्रकारिता के जनक माने जाते हैं। यह पुरस्कार हर वर्ष ऐसे व्यक्ति को दिया जाता है, जो मीडिया, साहित्य और हिंदी भाषा के क्षेत्र में विशिष्ट रचनात्मक योगदान देकर राष्ट्र की प्रतिष्ठा बढ़ाए। अवधेश कुमार को यह सम्मान उनके लेखन, विचारों और हिंदी के प्रति समर्पण की मान्यता के रूप में देखा जा रहा है।
सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को केंद्र और राज्यों से कहा कि वे पुलिस द्वारा मीडिया को ब्रीफिंग देने के लिए बनाए जाने वाले प्रस्तावित मैनुअल पर अपनी प्रतिक्रिया दें।
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सुप्रीम कोर्ट ने पुलिस के लिए एक नया मैनुअल बनाने का निर्देश दिया है। यह मैनुअल संवेदनशील मामलों में मीडिया को ब्रीफिंग देते समय आरोपियों और पीड़ितों के अधिकारों की रक्षा करेगा। इसका मुख्य मकसद यह है कि मीडिया ट्रायल न हो और पुलिस द्वारा साझा की गई जानकारी सही और संतुलित हो।
इस मैनुअल में यह बताया जाएगा कि मीडिया ब्रीफिंग के दौरान क्या करें और क्या न करें। खासकर ऐसे शब्दों से बचना होगा जो किसी व्यक्ति को कलंकित करें, पीड़ित को दोष दें, या नैतिक टिप्पणियाँ करें। साथ ही, पीड़ितों के नाम, चेहरे, आवाज़ और परिवार की जानकारी को छुपाने पर जोर दिया गया है ताकि दोबारा चोट न पहुंचे।
सुप्रीम कोर्ट की बेंच ने कहा कि यह दस्तावेज़ बहुत विस्तार से तैयार किया गया है। जस्टिस एमएम सुंदरश और सतीश चंद्र शर्मा ने वरिष्ठ वकील गोपाल शंकर नारायणन की सराहना की, जिन्होंने अमिकस क्यूरी के रूप में इस मैनुअल को तैयार किया। अब केंद्र और राज्यों को इसे देखकर अपनी प्रतिक्रिया देनी होगी।
यह मामला पीपुल्स यूनियन फॉर सिविल लिबर्टीज़ (PUCL) की 1999 में दायर याचिका से जुड़ा है। उस याचिका में पुलिस एनकाउंटर और मीडिया ब्रीफिंग के लिए दिशानिर्देश बनाने की जरूरत बताई गई थी। कोर्ट ने कई अन्य याचिकाओं पर भी सुनवाई की।
मैनुअल का उद्देश्य जांच की सुरक्षा, नागरिकों को सही और समय पर जानकारी, अपराध पीड़ितों की गरिमा और प्राइवेसी, और आरोपी, गवाह और संदिग्ध को निष्पक्ष सुनवाई का अधिकार सुनिश्चित करना है।
इस दस्तावेज़ में मीडिया ब्रीफिंग सेल बनाने और एक प्रवक्ता नियुक्त करने का सुझाव दिया गया है। केवल वही प्रवक्ता प्रेस रिलीज़, मीडिया ब्रीफिंग और सोशल मीडिया अपडेट साझा करेगा। सभी जानकारी पुलिस के कानूनी अधिकारियों और अभियोजन विभाग द्वारा जांच के बाद ही दी जाएगी।
ड्राफ्ट में कहा गया है कि पुलिस केवल सही, जांची हुई और आवश्यक जानकारी ही साझा करे। मीडिया ब्रीफिंग को कानूनी, आवश्यक, अनुपातिक और जवाबदेह होना चाहिए। पुलिस को मामले की मेरिट, सबूत, कथित कबूलनामे, जांच तकनीक या निगरानी तरीकों पर टिप्पणी करने से बचना होगा। वहीं, मीडिया में फैल रही गलत जानकारी को सुधारना होगा।
दस्तावेज़ चार हिस्सों में बांटा गया है। इसमें बताया गया है कि मीडिया को कैसे ब्रीफ करें, कानूनी और नीति संबंधी नियम, प्रेस रिलीज़ और ब्रीफिंग प्रोटोकॉल, संकट के समय संचार, हिरासत में मौत, आत्महत्या, लापता व्यक्तियों के मामले और मीडिया को ब्रीफ करने वाले अधिकारियों की जिम्मेदारी क्या होगी।
2010 में गृह मंत्रालय ने अरुषि तलवार हत्याकांड के बाद संक्षिप्त दिशानिर्देश जारी किए थे। सुप्रीम कोर्ट ने पहले भी केंद्र को समान दिशानिर्देश लाने के लिए कहा था। कोर्ट ने यह भी स्पष्ट किया कि मीडिया की स्वतंत्रता संविधान के अनुच्छेद 19(1)(a) के तहत सुरक्षित है, लेकिन जांच के दौरान हर आरोपी को निष्पक्ष सुनवाई का हक है और मीडिया ट्रायल में किसी को पहले से दोषी नहीं ठहराया जाना चाहिए।
देश की अग्रणी एंटरटेनमेंट कंपनी बालाजी टेलीफिल्म्स लिमिटेड ने अपने पोर्टफोलियो का विस्तार करते हुए बालाजी स्टूडियो का शुभारंभ किया है।
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समाचार4मीडिया ब्यूरो ।।
देश की अग्रणी एंटरटेनमेंट कंपनी बालाजी टेलीफिल्म्स लिमिटेड ने अपने पोर्टफोलियो का विस्तार करते हुए बालाजी स्टूडियो का शुभारंभ किया है। यह सिर्फ एक प्रोडक्शन यूनिट नहीं, बल्कि एक क्रिएटिव इकोसिस्टम है, जो नए और स्वतंत्र टैलेंट को अवसर, संसाधन और समर्थन देकर उन्हें अपनी कहानियां बनाने की पूरी आजादी देगा। स्टूडियो का मकसद है OTT और टीवी दोनों प्लेटफॉर्म्स के लिए नई और गुणवत्तापूर्ण कहानी पेश करना।
बालाजी स्टूडियो एक ऐसा प्लेटफॉर्म है जहां साहसिक विचार, नई सोच और एक्सपेरिमेंटेशन को प्रोत्साहन मिलेगा। यह स्टूडियो टैलेंट को तकनीकी और क्रिएटिव समर्थन के साथ-साथ एक मजबूत इन्फ्रास्ट्रक्चर भी देगा, ताकि वे अपने विचारों को वास्तविकता में बदल सकें।
जैसे-जैसे एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री में डिजिटल कंटेंट और दर्शकों की पसंद बदल रही है, बालाजी स्टूडियो भविष्य के लिए तैयार हब के रूप में उभरता है। यह न सिर्फ कंटेंट बनाने में मदद करेगा, बल्कि टेक्नोलॉजी प्लेटफॉर्म्स, ब्रांड्स और इंडस्ट्री स्टेकहोल्डर्स के साथ साझेदारी कर नई कमाई के अवसर भी खोलेगा।
बालाजी टेलीफिल्म्स की फाउंडर और जॉइंट मैनेजिंग डायरेक्टर एकता आर कपूर ने कहा, “बालाजी स्टूडियो सिर्फ एक नया बिजनेस वर्टिकल नहीं, बल्कि भारतीय एंटरटेनमेंट का भविष्य सभी क्रिएटिव्स के लिए खुला है। हम उन टैलेंट और ऑरिजिनल वॉइसेज के लिए एक घर बना रहे हैं जो नई कहानियों और नए दृष्टिकोण लेकर आएंगे।”
चीफ रेवेन्यू ऑफिसर नितिन बर्मन ने बताया, “बालाजी स्टूडियो वह जगह है जहाँ क्रिएटिविटी और कमर्शियल विजन मिलते हैं। यहाँ नए आइडियाज को सही दिशा, स्केलेबिलिटी और दर्शकों तक पहुँच का समर्थन मिलेगा। स्टूडियो की खासियत है इसका क्रिएटिव फ्रीडम और स्ट्रैटेजिक फोकस का संतुलन।”
स्टूडियो का लक्ष्य है कि सीनियर प्रोफेशनल्स और नए टैलेंट दोनों को अवसर मिलें, जिससे वे नए और इनोवेटिव कंटेंट के साथ दर्शकों से जुड़ सकें। बालाजी स्टूडियो कंटेंट क्रिएशन के नए तरीके खोजने और इंडस्ट्री में रचनात्मक साझेदारियों को बढ़ावा देने पर भी ध्यान देगा।
बालाजी टेलीफिल्म्स भारत की प्रमुख एंटरटेनमेंट कंपनी है, जो टीवी, फिल्मों और डिजिटल कंटेंट में काम करती है। शौभा कपूर और एकता कपूर के नेतृत्व में कंपनी ने पिछले दो दशकों में टीवी इंडस्ट्री में मजबूत पकड़ बनाई है। कंपनी ने क्यूंकि सास भी कभी बहु थी, कहानी घर घर की, कसौटी जिंदगी की जैसे हिट धारावाहिक और नागिन 1 से 6 तक की लोकप्रिय फैंटेसी सीरीज बनाई है।
फिल्मों में भी कंपनी ने द डर्टी पिक्चर, एलएसडी, एक विलेन, उड़ता पंजाब, वीरे दी वेडिंग, ड्रीम गर्ल जैसी सफल और अलग तरह की फिल्मों का निर्माण किया है। बालाजी टेलीफिल्म्स का उद्देश्य हमेशा कहानी कहने के नए तरीके और क्रिएटिव एक्सपेरिमेंट लाना रहा है।
‘आईटीवी नेटवर्क’ से पहले वह ‘News Corridors’, ‘News Nation’, ‘News24’, ‘Zee Hindustan’ और ‘News18’ जैसे प्रतिष्ठित मीडिया संस्थानों में विभिन्न पदों पर अपनी भूमिका निभा चुके हैं।
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समाचार4मीडिया ब्यूरो ।।
वरिष्ठ पत्रकार कुलभास्कर ओझा अब ‘आईटीवी नेटवर्क’ (iTV) की टीम में शामिल हो गए हैं। उन्होंने यहां आउटपुट डिपार्टमेंट में बतौर एग्जिक्यूटिव एडिटर जॉइन किया है।
वह नेटवर्क के हिंदी न्यूज चैनल ‘इंडिया न्यूज’ (India News) नेशलन में अपनी जिम्मेदारी निभाएंगे। वह दिल्ली से अपना कामकाज संभालेंगे।
कुलभास्कर ओझा को मीडिया के क्षेत्र में काम करने का दो दशक से ज्यादा का अनुभव है। ‘आईटीवी नेटवर्क’ से पहले वह ‘News Corridors’, ‘News Nation’, ‘News24’, ‘Zee Hindustan’ और ‘News18’ जैसे प्रतिष्ठित मीडिया संस्थानों में विभिन्न पदों पर अपनी भूमिका निभा चुके हैं।
समाचार4मीडिया की ओर से कुलभास्कर ओझा को नई पारी के लिए ढेरों बधाई और शुभकामनाएं।
वरिष्ठ पत्रकार अनुज खरे ने मीडिया में अपनी नई पारी का आगाज कर दिया है। उन्होंने कुछ दिनों पूर्व ही ‘इंडिया टुडे’ (India Today) समूह में अपनी पारी को विराम दिया था।
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समाचार4मीडिया ब्यूरो ।।
वरिष्ठ पत्रकार अनुज खरे ने 'जी मीडिया' (Zee Media) के साथ अपनी नई पारी का आगाज कर दिया है। उन्होंने इस समूह के डिजिटल वर्टिकल Indiadotcom Digital Private Limited (IDPL) में बतौर ग्रुप एडिटर जॉइन किया है। अपनी इस भूमिका में वह ‘IDPL’ की सभी वेबसाइट्स और सोशल प्लेटफॉर्म्स की संपादकीय रणनीति का नेतृत्व करेंगे।
गौरतलब है कि अनुज खरे ने कुछ दिनों पूर्व ही ‘इंडिया टुडे’ (India Today) समूह में अपनी पारी को विराम दिया था। वह ‘आजतक’ (डिजिटल) में बतौर एडिटर अपनी जिम्मेदारी संभाल रहे थे। इसके अलावा यहां ‘गुड न्यूज टुडे’ (GNT) की जिम्मेदारी के साथ-साथ वह ‘किसान तक’ (Kisan Tak) के मेंटर के रूप में भी अपनी भूमिका निभा रहे थे।
अनुज खरे करीब साढ़े चार साल से ‘इंडिया टुडे’ समूह में अपनी जिम्मेदारी निभा रहे थे। शुरुआत में वह ‘आजतक’ के ‘तक’ डिजिटल ऐप्स में क्लस्टर हेड (ऐप एंड साइट) का पदभार संभाल रहे थे। करीब पौने तीन साल पहले ‘आजतक’ (डिजिटल) में एग्जिक्यूटिव एडिटर पाणिनि आनंद द्वारा अपने पद से इस्तीफा देने के बाद उनकी जगह यह कमान बतौर एडिटर अनुज खरे को सौंपी गई थी।
बता दें कि ‘जी मीडिया’ के साथ अनुज खरे की यह दूसरी पारी है। ‘इंडिया टुडे’ में अपनी पारी शुरू करने से पहले अनुज खरे ‘जी मीडिया’ में एडिटर (डिजिटल) के पद पर कार्यरत थे। वह अगस्त, 2020 में ‘दैनिक भास्कर’ (Dainik Bhaskar) ग्रुप से ‘जी मीडिया’ आए थे। उन्होंने ‘दैनिक भास्कर’ में एक लंबी पारी खेली और इस दौरान उन्हें ग्रुप के हिंदी न्यूज पोर्टल ‘दैनिक भास्कर’ (dainikbhaskar.com) को शीर्ष तक पहुंचाने का श्रेय दिया जाता है।
वह वर्ष 2012 से 2015 तक ग्रुप की गुजराती वेबसाइट ‘दिव्यभास्कर’ (divyabhaskar.com) के एडिटर रहे और इसके अलावा उन्होंने भास्कर ग्रुप की मराठी न्यूज वेबसाइट ‘दिव्यमराठी’ (divyamarathi.com) का भी लंबे समय तक नेतृत्व किया।
वह भास्कर समूह के प्रिंट विंग में एडिटर और ग्रुप हेड मैगजीन्स के तौर पर भी काम कर चुके हैं। जयपुर सिटी भास्कर सहित उन्हें राजस्थान में दैनिक भास्कर समूह के कई संस्करणों की लॉन्चिग का श्रेय भी दिया जाता है। अनुज खरे के नेतृत्व में ही इंडिया टुडे ग्रुप की साइट आजतक ने गोल्ड कैटेगरी में अवॉर्ड और ‘जी मीडिया’ के रीजनल न्यूज पोर्टल जी उत्तर प्रदेश/उत्तराखंड ने एक्सचेंज4मीडिया के बहुप्रतिष्ठित 'enba' अवॉर्ड में बेस्ट माइक्रो साइट का गोल्ड का खिताब अपने नाम किया था। Digital Media Asia, Singapore सहित दुनियाभर की कई डिजिटल कॉन्फ्रेंस में हिस्सेदारी कर चुके अनुज खरे डिजिटल वर्ल्ड में अपने क्रिएटिव आइडिएशन और इनोवेशन के लिए जाने जाते हैं।
अनुज खरे जाने-माने व्यंग्यकार भी हैं। कई अखबारों और मैगजीन्स में उनके नियमित कॉलम प्रकाशित होते रहे हैं। उन्होंने 21वीं सदी के 251 अंतरराष्ट्रीय श्रेष्ठ व्यंग्यकारों में जगह बनाई थी। इसके अतिरिक्त उन्होंने देशभर के कई लिटरेचर फेस्टिवल भी होस्ट किए हैं, जिसमें ‘जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल’ और विश्व पुस्तक मेला दिल्ली भी शामिल है।
अनुज खरे तीन किताबों के लेखक भी हैं, जिनमें ‘बातें बेमतलब’, ‘परम श्रद्धेय मैं खुद’ और ‘चिल्लर चिंतन’ शामिल है। वह लेखनशैली के दम पर अपना नाम लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में भी दर्ज करा चुके हैं। दरअसल यह सम्मान उन्हें ऐसे ट्वींस ब्रदर्स के लिए दिया गया, जिनके नाम 6 टाइटल बुक हैं, जिनमें से तीन बुक इनके और तीन इनके भाई के नाम हैं। उन्हें व्यंग्य क्षेत्र में राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिष्ठित `अट्टहास युवा सम्मान` से भी नवाजा जा चुका है। उनके अलग शैली के नाटक `नौटंकी राजा` के दिल्ली सहित कई शहरों में कई शो हो चुके हैं।
मीडिया में दो दशक से ज्यादा समय से सक्रिय अनुज खरे को पत्रकारिता के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए मध्य प्रदेश प्रेस एसोसिएशन की ओर से एमपी रत्न सम्मान से भी नवाजा जा चुका है। पढ़ाई-लिखाई की बात करें तो इतिहास और पुरातत्व में स्नातक अनुज खरे ने भोपाल स्थित माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय से मास कम्युनिकेशन में पोस्ट ग्रेजुएशन किया है। उन्हें यूजीसी की प्रतिष्ठित जेआरएफ (जूनियर रिसर्च फेलोशिप) भी प्राप्त है।
IIM अहमदाबाद से लीडरशिप कोर्स करने के साथ-साथ अनुज खरे FTII पुणे से फिल्म एप्रिशिएशन का कोर्स भी कर चुके हैं। समाचार4मीडिया की ओर से अनुज खरे को उनकी नई पारी के लिए ढेरों बधाई और शुभकामनाएं।
समाचार4मीडिया से बातचीत में आशीष कुमार सिन्हा ने अपने इस्तीफे की पुष्टि की है। आशीष कुमार सिन्हा ने बताया कि वह अब अपने एक प्रोजेक्ट पर फोकस कर रहे हैं और जल्द ही इसके बारे में बताएंगे।
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समाचार4मीडिया ब्यूरो ।।
हिंदी न्यूज चैनल 'India Daily 24*7' में लीगल एडिटर और सीनियर एंकर की भूमिका निभा रहे जाने माने पत्रकार आशीष कुमार सिन्हा ने यहां अपनी पारी को विराम दे दिया है।
समाचार4मीडिया से बातचीत में आशीष कुमार सिन्हा ने अपने इस्तीफे की पुष्टि की है। आशीष कुमार सिन्हा ने बताया कि वह अब अपने एक प्रोजेक्ट पर फोकस कर रहे हैं और जल्द ही इसके बारे में बताएंगे।
बता दें कि 'India Daily 24*7' से पहले आशीष कुमार 'इंडिया न्यूज' में सीनियर एडिटर के पद पर कार्यरत थे। वह यहां साल 2014 से जुलाई, 2024 तक जुड़े हुए थे और सीनियर एंकर की जिम्मेदारी भी निभा रहे थे।
'इंडिया न्यूज' के कर्तव्यों के साथ-साथ आशीष पर डिजिटल वर्टिकल 'लीगली स्पीकिंग' की भी अतिरिक्त जिम्मेदारी थी। आशीष की पकड़ हिंदी, भोजपुरी के साथ-साथ अंग्रेजी भाषा पर भी है। एक रिपोर्टर के तौर पर उन्हें न केवल उत्तर भारत बल्कि दक्षिण, उत्तर पूर्व, उत्तर पश्चिम में भी न्यूज कवरेज का अनुभव है।
कानूनी मामलों से जुड़ी खबरों पर आशीष की अच्छी पकड़ है। लिहाजा वह आईटीवी नेटवर्क के अन्य वेंचर्स 'द दिल्ली गार्जियन', 'बिजनेस गार्जियन', 'संडे गार्जियन' (अंग्रेजी वर्टिकल) और 'आज समाज' (हिंदी वर्टिकल) को भी लीगल कंटेंट प्रदान करते थे। इसके अतिरिक्त वह अंग्रेजी न्यूज चैनल 'NewsX' को भी कंटेंट देते थे।
पत्रकारिता में मास्टर करने के बाद उन्होंने 2008 में 'A2Z' न्यूज चैनल से अपना प्रोफेशनल सफर शुरू किया। इसके बाद 'CNEB' न्यूज चैनल में स्पेशल कॉरेस्पोंडेंट के तौर पर काम किया, फिर 2014 में ITV नेटवर्क से जुड़े थे और 'इंडिया न्यूज' के सीनियर एडिटर के तौर पर काम कर रहे थे। इसके बाद यहां से बाय बोलकर उन्होंने 'India Daily 24*7' जॉइन कर लिया था।
मूल रूप से यूपी के वाराणसी के रहने वाले आशीष को 2017 में बेस्ट टीवी न्यूज रिपोर्टिंग और स्क्रिप्टिंग के लिए 'रामनाथ गोयनका' अवॉर्ड और 2023 में 'समाचार4मीडिया पत्रकारिता 40 अंडर 40' अवॉर्ड से सम्मानित किया जा चुका है।
समाचार4मीडिया की ओर से आशीष कुमार सिन्हा को उनके प्रोजेक्ट के लिए अग्रिम शुभकामनाएं।
पर्पल एंटरटेनमेंट लिमिटेड की बोर्ड मीटिंग मंगलवार, 4 नवंबर को शाम 4 बजे कंपनी के रजिस्टर्ड ऑफिस में हुई। मीटिंग में बोर्ड ने कुछ अहम फैसले किए।
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समाचार4मीडिया ब्यूरो ।।
पर्पल एंटरटेनमेंट लिमिटेड की बोर्ड मीटिंग मंगलवार, 4 नवंबर को शाम 4 बजे कंपनी के रजिस्टर्ड ऑफिस में हुई। मीटिंग में बोर्ड ने कुछ अहम फैसले किए।
सबसे पहले, नॉमिनेशन और रिम्यूनरेशन कमिटी की सिफारिश पर, मंथन गुमानसिंह ठाकुर को कंपनी का अतिरिक्त स्वतंत्र डायरेक्टर नियुक्त किया गया।
इसके अलावा, प्रदीप सुधाकरभाई बिरवार को अतिरिक्त नॉन-एग्जिक्यूटिव और नॉन-इंडिपेंडेंट डायरेक्टर के रूप में नियुक्त किया गया। उनका कार्यकाल रोटेशन के आधार पर तय होगा। ये दोनों ही नियुक्तियां पांच साल के लिए होंगी और यह कंपनी के सदस्यों की मंजूरी पर निर्भर है।
मीटिंग में कंपनी के रजिस्टर्ड ऑफिस को भी शिफ्ट करने का फैसला किया गया। अब ऑफिस 30-B, अजंता कॉम्प्लेक्स, आश्रम रोड से B301, टाइटेनियम सिटी सेंटर, सैटेलाइट, अहमदाबाद स्थानांतरित होगा। यह शिफ्ट शहर के भीतर ही किया गया है।
बता दें कि पर्पल एंटरटेनमेंट लिमिटेड एक भारतीय सार्वजनिक कंपनी है, जो यह शॉर्ट फिल्म्स, ऐड फिल्म्स और लाइव शो के निर्माण में संलग्न है। कंपनी का गठन 1974 में हुआ था और इसका पंजीकृत कार्यालय अहमदाबाद में है।
भारत एक्सप्रेस और भारत डायलॉग्स के संयुक्त प्रयास से 7 से 9 नवंबर 2025 तक ‘गाजीपुर लिटरेचर फेस्टिवल’ का आयोजन होगा। यह पूर्वांचल का सबसे बड़ा साहित्यिक और सांस्कृतिक उत्सव माना जा रहा है।
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समाचार4मीडिया ब्यूरो ।।
पूर्वांचल की धरती पर पहली बार इतना बड़ा साहित्यिक आयोजन होने जा रहा है। ‘गाजीपुर लिटरेचर फेस्टिवल 2025’ का आयोजन 7 से 9 नवंबर तक भारत एक्सप्रेस और भारत डायलॉग्स के सहयोग से किया जाएगा। फेस्टिवल निदेशक विवेक सत्यमित्रम् ने बताया कि यह कार्यक्रम वाराणसी और गाजीपुर के विभिन्न स्थलों पर आयोजित होगा।
पहले दिन यानी 7 नवंबर को इसका उद्घाटन वाराणसी के होटल दी क्लार्क्स में होगा, जबकि 8 और 9 नवंबर को होटल नंद रेजिडेंसी और लंका के प्राचीन रामलीला मैदान में मुख्य कार्यक्रम होंगे। “जड़ों की ओर” विषय पर आधारित इस फेस्टिवल में देश-विदेश से 200 से अधिक लेखक, कवि, इतिहासकार, कलाकार और राजनयिक शामिल होंगे।
इस आयोजन में गिरमिटिया समाज के इतिहास, साहित्य और भारत से उनके संबंधों पर विशेष सत्र होंगे। स्वामी सहजानंद सरस्वती, राही मासूम रज़ा, कुबेर नाथ राय और डॉ. विवेकी राय जैसी विभूतियों को भी श्रद्धांजलि दी जाएगी। आयोजक इसे गाजीपुर की सांस्कृतिक विरासत को वैश्विक पहचान दिलाने का प्रयास मान रहे हैं।