OpenAI ने शीलादित्य मोहंती को किया नियुक्त, दी ये जिम्मेदारी

ChatGPT की पेरेंट कंपनी OpenAI ने शीलादित्य मोहंती को भारत के लिए मार्केटिंग लीड नियुक्त किया है।

Last Modified:
Saturday, 23 August, 2025
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ChatGPT की पेरेंट कंपनी OpenAI ने शीलादित्य मोहंती को भारत के लिए मार्केटिंग लीड नियुक्त किया है। यह जानकारी मोहंती ने अपने लिंक्डइन प्रोफाइल पर साझा की।

मोहंती ने इस ख़बर की घोषणा करते हुए एक पोस्ट में लिखा, “भारत के लिए मार्केटिंग लीड के रूप में OpenAI से जुड़ने और मानवता के हित में AGI बनाने के मिशन में योगदान देने को लेकर उत्साहित हूं।” 

मोहंती OpenAI में Meta से जुड़े हैं, जहां वे Meta AI और एशिया-प्रशांत क्षेत्र (APAC) के लिए Facebook के मार्केटिंग लीड थे।

मोहंती की नियुक्ति ऐसे समय में हुई है जब सिर्फ एक हफ्ता पहले OpenAI ने भारत में अपना पहला दफ्तर खोलने की योजना की घोषणा की थी और अपनी विकास रणनीति का केंद्र नई दिल्ली को बनाने का फैसला किया था। सरकार, कॉरपोरेट्स, डेवलपर्स और शैक्षणिक संस्थानों के साथ संबंधों को मजबूत करने के प्रयास में, ChatGPT के निर्माता ने देश में औपचारिक रूप से एक इकाई स्थापित की है और स्थानीय टीम को नियुक्त करना भी शुरू कर दिया है, कंपनी ने कहा था। 

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OpenAI से जुड़े आकाश अय्यर, मिली ये जिम्मेदारी

ChatGPT की पेरेंट कंपनी OpenAI ने आकाश अय्यर को भारत के लिए सोशल लीड नियुक्त किया है। यह जानकारी अय्यर ने अपने लिंक्डइन प्रोफाइल पर साझा की।

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Saturday, 23 August, 2025
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ChatGPT की पेरेंट कंपनी OpenAI ने आकाश अय्यर को भारत के लिए सोशल लीड नियुक्त किया है। यह जानकारी अय्यर ने अपने लिंक्डइन प्रोफाइल पर साझा की। अय्यर इससे पहले Netflix के साथ जुड़े थे, जहां वे फिल्म और सीरीज मार्केटिंग मैनेजर थे।

अय्यर ने एक पोस्ट में लिखा, “यह मेरे लिए एक महत्वपूर्ण क्षण है: मैं भारत टीम के लिए सोशल लीड के रूप में OpenAI से जुड़ रहा हूं। यह एक अविश्वसनीय अवसर है। लेकिन उससे भी बढ़कर, यह एक गहरी जिम्मेदारी है कि मैं मानवता के हित में AGI बनाने के मिशन में योगदान दे सकूं।”

अय्यर इससे पहले SportsKeeda, The Glitch, Buzzfeed और RR Donnelley के साथ भी काम कर चुके हैं।

अय्यर की नियुक्ति की यह खबर ऐसे समय में आई है जब सिर्फ एक हफ्ता पहले OpenAI ने भारत में अपना पहला दफ्तर खोलने की योजना की घोषणा की थी और अपनी विकास रणनीति का केंद्र नई दिल्ली को बनाने का फैसला किया था। कंपनी ने कहा था  कि सरकार, कॉरपोरेट्स, डेवलपर्स और शैक्षणिक संस्थानों के साथ संबंधों को मजबूत करने के प्रयास में, ChatGPT के निर्माता ने देश में औपचारिक रूप से एक इकाई स्थापित की है और स्थानीय टीम को नियुक्त करना भी शुरू कर दिया है। 

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Pokerbaazi का बड़ा फैसला, रियल मनी गैंबलिंग सेवाएं की बंद

संसद द्वारा ऑनलाइन गेमिंग बिल 2025 पारित किए जाने के बाद Pokerbaazi ने अपनी सभी रियल मनी गैंबलिंग सेवाएं बंद कर दी हैं।

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Saturday, 23 August, 2025
PokerBaazi87412

संसद द्वारा ऑनलाइन गेमिंग बिल 2025 पारित किए जाने के बाद Pokerbaazi ने अपनी सभी रियल मनी गैंबलिंग सेवाएं बंद कर दी हैं। इस प्लेटफॉर्म ने शुक्रवार को घोषणा की, और Dream11, My11Circle, मोबाइल प्रीमियर लीग (MPL), जूपी और प्रोबो जैसे प्रमुख प्रतिभागियों की सूची में शामिल हो गया है, जिन्होंने हाल ही में अपने संचालन बंद किए हैं।

कंपनी ने एक आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा, “बहुत भारी मन से हम घोषणा करते हैं कि PokerBaazi ऑनलाइन गेमिंग (प्रमोशन और रेगुलेशन) बिल, 2025 का पालन करते हुए अपने संचालन को रोक देगा। तुरंत प्रभाव से, हमारे प्लेटफॉर्म पर कोई भी रियल मनी गेम उपलब्ध नहीं होगा।”

कंपनी ने कहा कि उसके प्लेटफॉर्म पर होस्ट किए गए सभी रियल मनी गेम्स इस निलंबन के दायरे में आते हैं, जो तुरंत प्रभाव से लागू हो गया है। Pokerbaazi ने आश्वासन दिया है कि ग्राहकों का पैसा सुरक्षित रहेगा और उन्हें अपने वॉलेट और निकासी तक पूरी पहुंच होगी, भले ही वे अब पेड प्रतियोगिताओं में भाग नहीं ले सकेंगे। इस परिवर्तन के दौरान, यूजर्स को कंपनी की प्लेयर रिलेशंस टीम से सहायता मिलती रहेगी।

नई विनियम व्यवस्था का क्रियान्वयन, जो भारत में रियल मनी गेमिंग को पूरी तरह से प्रतिबंधित करता है, अब Pokerbaazi के अस्तित्व के लिए अहम है। राष्ट्रपति की मंजूरी मिलने के बाद यह विधेयक कानून बन जाएगा, जो ऑनलाइन गैंबलिंग बाजार को पूरी तरह बदल सकता है।

इस बीच, निवेशक भी इस निलंबन को लेकर चिंतित हैं। अनुमानित ₹800 करोड़ मूल्यांकन वाली Moonshine Technologies, जो Pokerbaazi की पेरेंट कंपनी है, में Nazara Technologies Ltd. की 46.07% हिस्सेदारी है। 

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‘NDTV’ ने मुनीष देवगन को किया नियुक्त, सौंपी यह बड़ी जिम्मेदारी

इसके साथ ही समाचार4मीडिया की उस खबर पर भी मुहर लग गई है, जिसमें कुछ दिनों पहले ही बताया गया था कि मुनीष देवगन जल्द ही ‘एनडीटीवी’ (NDTV) की डिजिटल टीम में बड़ी भूमिका निभा सकते हैं।

Last Modified:
Thursday, 21 August, 2025
MunishDevgan781

वरिष्ठ पत्रकार मुनीष देवगन ‘एनडीटीवी’ (NDTV) की टीम में शामिल हो गए हैं। उन्हें एनडीटीवी हिंदी में डिजिटल वीडियो स्ट्रैटेजी का हेड नियुक्त किया गया है। इसके साथ ही समाचार4मीडिया की उस खबर पर भी मुहर लग गई है, जिसमें कुछ दिनों पहले ही विश्वसनीय सूत्रों के हवाले से बताया गया था कि मुनीष देवगन जल्द ही ‘एनडीटीवी’ (NDTV) की डिजिटल टीम में बड़ी भूमिका निभा सकते हैं।

यह भी पढ़ें: मुनीष देवगन ने ‘Times Network’ को बोला बाय, जल्द इस चैनल में निभा सकते हैं बड़ी जिम्मेदारी

बता दें कि मुनीष देवगन ने पिछले दिनों ही ‘टाइम्स नेटवर्क’ (Times Network) में अपनी पारी को विराम दे दिया था। मुनीष देवगन ‘टाइम्स नेटवर्क’ में करीब चार साल से कार्यरत थे। यहां डिजिटल हिंदी वीडियो क्लस्टर के हेड के तौर पर वह कई यूट्यूब चैनल्स की कमान संभाल रहे थे।

उनके नेतृत्व में Times Now Navbharat यूट्यूब पर महीनों तक नंबर 1 चैनल बना रहा। इस दौरान उन्होंने अलग-अलग डिजिटल शोज के लिए 20 से अधिक प्रतिष्ठित पुरस्कार भी जीते। मुनीष ने खुद कई ओरिजिनल और प्रभावशाली कंटेंट तैयार किए, जिन्हें करोड़ों लोगों ने देखा और सराहा।

इस साल महाकुंभ पर उनकी विशेष कवरेज बेहद सफल रही। इससे पहले भी वे कई ओरिजिनल स्पेशल शूट्स और स्टोरीज के लिए जाने जाते रहे हैं। उनका माफिया सीरीज, क से कहानी और डिजिटल टॉक जैसे शोज दर्शकों के बीच काफी लोकप्रिय रहे और करोड़ों व्यूज प्राप्त हुए।

मूल रूप से अमृतसर के रहने वाले मुनीष देवगन को मीडिया में काम करने का करीब 20 साल का अनुभव है। धैर्य और मल्टीटास्किंग के लिए पहचाने जाने वाले मुनीष देवगन ‘टाइम्स नेटवर्क’ से पहले करीब 15 साल तक ‘आजतक’ में विभिन्न विभागों में अपनी जिम्मेदारी निभा चुके हैं। सबसे अलग और हटकर स्टोरी के लिए मुनीष देवगन जाने जाते हैं, जैसे तिहाड़ जेल में 24 घंटे, जीबी रोड में एक दिन जैसे कई सुपरहिट शो उन्होंने बनाए।

समाचार4मीडिया की ओर से मुनीष देवगन को उनके नए सफर के लिए ढेरों बधाई और शुभकामनाएं।

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क्या अब यूट्यूब पर लाइव होंगे ऑस्कर्स?

ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के अनुसार, यूट्यूब अब एकैडमी अवॉर्ड्स की मेजबानी करने की संभावना तलाश रहा है। यह एक साहसिक कदम हो सकता है जो एंटरटेनमेंट व ऐडवर्टाइजिंग इंडस्ट्री दोनों को हिला सकता है।

Last Modified:
Tuesday, 19 August, 2025
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ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के अनुसार, यूट्यूब अब एकैडमी अवॉर्ड्स की मेजबानी करने की संभावना तलाश रहा है। यह एक साहसिक कदम हो सकता है जो एंटरटेनमेंट व ऐडवर्टाइजिंग इंडस्ट्री दोनों को हिला सकता है। लगभग पांच दशकों से, यह समारोह डिज्नी के स्वामित्व वाले ABC पर प्रसारित होता रहा है, जिसकी साझेदारी कम से कम 2028 तक सुरक्षित है। जबकि ABC पहले से ही इस इवेंट को यूट्यूब पर स्ट्रीम करता है, लेकिन प्राथमिक अधिकार हासिल करना गूगल के वीडियो प्लेटफॉर्म को रचनात्मक और वाणिज्यिक नियंत्रण सौंप देगा।

क्यों ऑस्कर के लिए यूट्यूब है उपयुक्त

घटती हुई दर्शक संख्या से जूझ रहे इस इवेंट के लिए, यूट्यूब के 2.7 अरब मंथली यूजर ऐसी रीच प्रदान करते हैं जो पारंपरिक प्रसारक मेल नहीं खा सकते। ऑस्कर तुरंत ही एक युवा, अधिक वैश्विक दर्शक वर्ग तक पहुंच सकता है, जिनमें से कई ने पूरी तरह से केबल टीवी छोड़ दिया है। यह बदलाव सिर्फ रीच का नहीं, बल्कि प्रासंगिकता का भी होगा। 

यूट्यूब की इंटरैक्टिव विशेषताएं यह परिभाषित कर सकती हैं कि दुनिया ऑस्कर का अनुभव कैसे करती है। लाइव चैट, पोल, पर्दे के पीछे का कंटेंट और इन्फ्लुएंसर सहयोग इस आयोजन को टीवी देखने के निष्क्रिय अनुभव की तुलना में कहीं अधिक इमर्सिव बना सकते हैं। कल्पना कीजिए हॉलीवुड के ए-लिस्ट स्टार्स डिजिटल-फर्स्ट क्रिएटर्स के साथ स्क्रीन साझा कर रहे हों, या यहां तक कि उनके साथ टिप्पणी कर रहे हों, जिनके पास बेहतरीन फैन फॉलोइंग है। पुरानी ग्लैमर और इन्फ्लुएंसर संस्कृति के इस मेल से वह चर्चा पैदा हो सकती है जिसे एकैडमी बनाए रखने के लिए संघर्ष कर रही है।

ऑन-डिमांड व्यूइंग भी यूट्यूब के पक्ष में काम करता है। अगले दिन के रिप्ले या चुने हुए हाइलाइट्स का इंतजार करने की बजाय, दर्शक किसी भी समय वायरल भाषणों, रेड-कार्पेट लुक्स, या पूरे शो को दोबारा देख सकते हैं, जो कंटेंट यूज करने की बदलती आदतों के अनुरूप है।

अड़चनें

फिर भी, यह कदम जोखिमों से खाली नहीं है। पारंपरिक टीवी से दूरी बनाना बुजुर्ग दर्शकों को दूर कर सकता है, जो ABC प्रसारण के प्रति वफादार बने हुए हैं। कई लोगों के लिए, ऑस्कर उतना ही “अपॉइंटमेंट टेलीविजन” की परंपरा के बारे में है जितना कि अवॉर्ड्स के बारे में।

तकनीकी विश्वसनीयता एक और चिंता है। स्ट्रीमिंग दिग्गजों को हाई-प्रोफाइल असफलताओं का सामना करना पड़ा है। उदाहरण के लिए, पिछले साल नेटफ्लिक्स का माइक टायसन बनाम जेक पॉल लाइवस्ट्रीम, जहां लाखों लोगों को बफरिंग और खराब क्वालिटी का अनुभव हुआ। ऑस्कर के वैश्विक दर्शक वर्ग को देखते हुए, यूट्यूब को यह साबित करना होगा कि वह बड़े पैमाने पर निर्बाध अनुभव प्रदान कर सकता है।

यदि यूट्यूब राइट्स हासिल करने में सफल होता है, तो यह सिर्फ गूगल की जीत नहीं होगी, बल्कि यह लाइव एंटरटेनमेंट और ऐडवर्टाइजमेंट के एक नए युग का संकेत हो सकता है। ब्रैंड्स के लिए, यूट्यूब पर ऑस्कर वास्तविक समय की सहभागिता, इंटरैक्टिव कैंपेंंस और वैश्विक दृश्यता के लिए अभूतपूर्व अवसर खोल सकता है। 

 

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‘iTV नेटवर्क’ में अक्षांश यादव का ‘कद’ बढ़ा, अब निभाएंगे यह भूमिका

अक्षांश की यह पदोन्नति डिजिटल क्षेत्र में संस्थान की पहुंच बढ़ाने और अपनी स्ट्रैटेजी को नए सिरे से केंद्रित करने की बड़ी योजना का हिस्सा है। इस पद पर उनकी नियुक्ति 13 अगस्त से प्रभावी होगी।

Last Modified:
Wednesday, 13 August, 2025
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‘आईटीवी नेटवर्क’ (iTV Network) ने अक्षांश यादव को ‘आईटीवी नेटवर्क (डिजिटल) का सीईओ नियुक्त करने की घोषणा की है। अक्षांश की यह पदोन्नति डिजिटल क्षेत्र में संस्थान की पहुंच बढ़ाने और अपनी स्ट्रैटेजी को नए सिरे से केंद्रित करने की बड़ी योजना का हिस्सा है। इस पद पर उनकी नियुक्ति 13 अगस्त से प्रभावी होगी।

इस प्रमोशन से पहले अक्षांश यादव ‘आईटीवी नेटवर्क’ (Itv Network) में चीफ प्रोडक्ट एंड टेक्नोलॉजी ऑफिसर के पद पर अपनी जिम्मेदारी निभा रहे थे। मीडिया इंडस्ट्री में एक दशक से अधिक का अनुभव रखने वाले अक्षांश ने पूर्व में ‘एबीपी न्यूज’, ‘जी न्यूज’ और ‘इंडिया टुडे’ ग्रुप जैसे प्रतिष्ठित मीडिया संस्थानों के साथ काम किया है।

इस पदोन्नति के बारे में ‘आईटीवी फाउंडेशन’ की चेयरपर्सन डॉ. ऐश्वर्या पंडित शर्मा ने कहा, ‘मुझे खुशी है कि हम अक्षांश यादव को ‘आईटीवी नेटवर्क-डिजिटल’ का सीईओ नियुक्त कर रहे हैं। उन्होंने नेटवर्क की डिजिटल यात्रा को आकार देने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है और अब वे इसे अगले चरण में ले जाने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। उनकी व्यापक जानकारी और विशेषज्ञता हमारे डिजिटल प्लेटफॉर्म्स को और मजबूत बनाएगी।’

वहीं, अक्षांश यादव का कहना था, ‘आईटीवी नेटवर्क के डिजिटल सीईओ का पद संभालना मेरे लिए सम्मान और सौभाग्य की बात है। यह जिम्मेदारी मुझे इंडस्ट्री की सबसे गतिशील डिजिटल प्रॉपर्टीज के भविष्य को आकार देने का अवसर देती है। न्यूजएक्स, इंडिया न्यूज़, द डेली गार्जियन और द संडे गार्जियन जैसे अग्रणी डिजिटल प्लेटफॉर्म्स को नई ऊंचाइयों तक ले जाने की अपार संभावनाएं हैं। हमारे प्रमोटर श्री कार्तिकेय शर्मा और डॉ. ऐश्वर्या पंडित के नेतृत्व में हम डिजिटल दुनिया में नए मानक स्थापित करेंगे।’

बता दें कि मीडिया इंडस्ट्री के अलावा, अक्षांश को फिनटेक और डायरेक्ट-टू-कंज्यूमर (D2C) सेक्टर का भी खासा अनुभव है। उन्होंने केनरा एचएसबीसी इंश्योरेंस के साथ काम करते हुए भारत में उनके डिजिटल बिजनेस को सफलतापूर्वक लॉन्च करने में अहम भूमिका निभाई। इसके अलावा, वह ‘इंश्योरेंस देखो’ और ‘कार देखो’ से भी जुड़े रहे हैं।

पढ़ाई-लिखाई की बात करें तो अक्षांश ने राजस्थान टेक्निकल यूनिवर्सिटी से कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है और देश के शीर्ष बिजनेस स्कूलों में शुमार ‘एमआईसीए’ (MICA) से एमबीए किया है । इसके अलावा, उन्होंने हार्वर्ड यूनिवर्सिटी से मशीन लर्निंग में लाइसेंशिएट डिग्री भी हासिल की है।

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‘जी’ समूह में इस बड़े पद से सुशांत मोहन ने दिया इस्तीफा

छह अगस्त को इस संस्थान में उनका आखिरी कार्यदिवस था। उन्होंने इसी साल अप्रैल में इस पद पर जॉइन किया था।

Last Modified:
Thursday, 07 August, 2025
Sushant Mohan.

मीडिया प्रोफेशनल सुशांत मोहन ने ‘जी’ (Zee) समूह में अपनी पारी को विराम दे दिया है। वह इस समूह के डिजिटल बिजनेस IndiaDotcom Digital (पूर्व में Zee Digital) में बतौर चीफ एडिटर एवं बिजनेस लीड अपनी जिम्मेदारी निभा रहे थे। छह अगस्त को इस संस्थान में उनका आखिरी कार्यदिवस था। उन्होंने इसी साल अप्रैल में इस पद पर जॉइन किया था।

सुशांत मोहन ने इस्तीफा क्यों दिया और उनका अगला कदम क्या होगा. फिलहाल इस बारे में विस्तार से जानकारी नहीं मिल सकी है।

सुशांत मोहन इससे पहले डिलिजेंट मीडिया कॉरपोरेशन लिमिटेड के डिजिटल प्लेटफॉर्म DNA (डेली न्यूज एंड एनालिसिस) में चीफ एग्जिक्यूटिव ऑफिसर के पद पर अपनी जिम्मेदारी निभा रहे थे, जहां से कुछ महीने पहले उन्होंने इस्तीफा दे दिया था।

बता दें कि सुशांत मोहन पूर्व में ‘जी मीडिया’ (Zee Media) में एडिटर के तौर पर कार्य कर चुके हैं। उन्होंने ‘बीबीसी न्यूज’, ‘न्यूज18’ और ‘ओपेरा न्यूज’ जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों में भी अहम भूमिकाएं निभाई हैं। सुशांत मोहन ‘इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मास कम्युनिकेशन’ (IIMC) के विद्यार्थी रह चुके हैं और मास कम्युनेकशन में मास्टर डिग्री होल्डर हैं।

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हरियाणा के CM ने सोशल मीडिया पत्रकारों से की मुलाकात, जमीनी रिपोर्टिंग पर दिया जोर

हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने बुधवार को चंडीगढ़ स्थित अपने आवास पर प्रदेश के विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स- जैसे फेसबुक और यूट्यूब से जुड़े न्यूज चैनलों के प्रतिनिधियों से संवाद किया।

Last Modified:
Thursday, 07 August, 2025
HaryanaCM8745

हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने बुधवार को चंडीगढ़ स्थित अपने आवास पर प्रदेश के विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स- जैसे फेसबुक और यूट्यूब से जुड़े न्यूज चैनलों के प्रतिनिधियों से संवाद किया। इस दौरान डिजिटल मीडिया जर्नलिस्ट एसोसिएशन हरियाणा के सदस्यों ने मुख्यमंत्री का स्वागत पुष्पगुच्छ भेंट कर किया।

बैठक में एसोसिएशन की ओर से उठाए गए मुद्दों और मांगों पर मुख्यमंत्री ने सकारात्मक कार्रवाई का भरोसा दिलाया। संवाद के दौरान सीएम सैनी ने कहा कि आज के दौर में सोशल मीडिया जनसंचार का एक प्रभावशाली माध्यम बन चुका है, जिसकी हर सूचना आम जन और समाज पर तत्काल असर डालती है।

मुख्यमंत्री ने डिजिटल पत्रकारों से आग्रह किया कि वे तथ्यपरक और जमीनी सच्चाई पर आधारित रिपोर्टिंग को प्राथमिकता दें, जिससे जनता का भरोसा इस माध्यम पर कायम रह सके। उन्होंने यह भी साझा किया कि वे स्वयं समय निकालकर सोशल मीडिया पर नजर डालते हैं और कई बार वहीं से मिली जानकारियों के आधार पर त्वरित निर्णय लेने के निर्देश देते हैं।

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OpenAI ने PHD को बनाया ग्लोबल मीडिया एजेंसी पार्टनर, विस्तार की योजना को मिलेगा बल

OpenAI ने PHD को बनाया ग्लोबल मीडिया एजेंसी पार्टनर, अंतरराष्ट्रीय विस्तार की योजना को मिलेगा बल

Last Modified:
Thursday, 07 August, 2025
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ओपनएआई (OpenAI) ने वैश्विक मीडिया एजेंसी के तौर पर PHD को चुना है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, अब PHD ओपनएआई के लिए ग्लोबल मीडिया प्लानिंग और बाइंग की जिम्मेदारी संभालेगी और कंपनी की अंतरराष्ट्रीय बाजारों में मौजूदगी को व्यापक रूप देने में मदद करेगी।

एक मीडिया रिपोर्ट में PHD के प्रवक्ता ने इस साझेदारी की पुष्टि की है। उन्होंने बयान में कहा, “हम निकट भविष्य में इस साझेदारी से जुड़े और भी कामों को साझा करने के लिए उत्सुक हैं।”

यह नियुक्ति ऐसे समय पर हुई है जब हाल ही में OpenAI ने पूर्व कॉइनबेस (Coinbase) कार्यकारी केट राउच (Kate Rouch) को अपना पहला चीफ मार्केटिंग ऑफिसर (CMO) नियुक्त किया है।

रिपोर्ट्स के मुताबिक, OpenAI ने हाल के दिनों में अपने मार्केटिंग खर्चों में भी वृद्धि की है। कुछ प्रकाशनों का अनुमान है कि कंपनी अमेरिका में मीडिया के लिए लगभग 10 लाख डॉलर (1 मिलियन USD) खर्च कर रही है।

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Way2News ने तेलुगु मार्केट में विस्तार के लिए तीन प्रमुख सेल्स हेड किए नियुक्त

हाइपरलोकल डिजिटल न्यूज प्लेटफॉर्म Way2News ने आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में व्यापार संचालन को सुदृढ़ करने के लिए तीन अनुभवी मीडिया प्रोफेशनल्स की नियुक्ति की है।

Last Modified:
Wednesday, 06 August, 2025
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हाइपरलोकल डिजिटल न्यूज प्लेटफॉर्म Way2News ने आंध्र प्रदेश और तेलंगाना (अपने सबसे बड़े बाजारों) में व्यापार संचालन को सुदृढ़ करने के लिए तीन अनुभवी मीडिया प्रोफेशनल्स की नियुक्ति की है। नई नेतृत्व टीम विज्ञापन राजस्व बढ़ाने, क्लाइंट संबंधों को और मजबूत करने और तेलुगू भाषी क्षेत्रों में कंपनी की पहले से सशक्त मौजूदगी को और गहराई देने में अहम भूमिका निभाएगी।

इन नई नियुक्तियों में शामिल हैं, आदपा वेंकटेश्वर राव, जिन्हें आंध्र प्रदेश के एसएमबी (स्मॉल एंड मीडियम बिजनेस) मार्केट के लिए सेल्स हेड बनाया गया है, अज्जारापु भानु वेंकटेश, जिन्हें हैदराबाद के अर्बन एसएमबी मार्केट के लिए सेल्स हेड की जिम्मेदारी दी गई है और भटलापेनुमर्थी रंगनाथ, जिन्हें आंध्र प्रदेश के की और एंटरप्राइज अकाउंट्स के लिए सेल्स हेड नियुक्त किया गया है।

ये तीनों मिलकर मीडिया सेल्स, मार्केटिंग और मार्केट डेवलपमेंट में 90 वर्षों से अधिक का सामूहिक अनुभव लेकर आते हैं। इन्होंने अपने करियर में ईनाडु, साक्षी मीडिया, आंध्र ज्योति और वार्ता जैसे प्रतिष्ठित तेलुगू मीडिया समूहों में काम किया है। जैसे-जैसे विज्ञापनदाता हाई-इम्पैक्ट और डिजिटल-फर्स्ट रणनीतियों की ओर रुख कर रहे हैं, Way2News की यह नियुक्ति इस बात का संकेत है कि ब्रैंड अब बड़े स्तर पर हाइपरलोकल ऑडियंस तक पहुंचने के लिए इस प्लेटफॉर्म को कितनी अहमियत दे रहे हैं।

Way2News के फाउंडर और सीईओ, राजू वनपाला ने इन नियुक्तियों पर टिप्पणी करते हुए कहा, “ये भूमिकाएं हमारे लिए बेहद महत्वपूर्ण हैं, क्योंकि इनके जरिए हम अपने मुख्य बाजार (आंध्र प्रदेश और तेलंगाना) में क्लाइंट एंगेजमेंट को और गहरा कर पाएंगे और राजस्व में तेज वृद्धि ला सकेंगे। इन वरिष्ठ नेताओं के पास विज्ञापन रणनीति और क्षेत्रीय मीडिया के बदलते परिदृश्य की दशकों की समझ है, जो हमें हाइपरलोकल विज्ञापन को अगले स्तर पर ले जाने में मदद करेगी।”

भटलापेनुमर्थी रंगनाथ 37 वर्षों का अनुभव लेकर आए हैं, जिनमें से 17 साल उन्होंने साक्षी मीडिया में बिताए, जहां वे डिप्टी जनरल मैनेजर तक पहुंचे। एंटरप्राइज अकाउंट्स और संचालन संभालने में उनकी गहरी विशेषज्ञता उन्हें बड़े पैमाने की विज्ञापन साझेदारियों के लिए महत्वपूर्ण बनाती है।

अज्जारापु भानु वेंकटेश ईनाडु से 30 वर्षों का अनुभव लेकर आए हैं, जहां उन्होंने शहरी और जिला बाजारों में मार्केटिंग और एडमिनिस्ट्रेशन की बड़ी टीमों का नेतृत्व किया। हैदराबाद के अर्बन एसएमबी विज्ञापनदाताओं के साथ संबंध बनाने में उनका अनुभव बेहद उपयोगी साबित होगा।

आदपा वेंकटेश्वर राव ने भी ईनाडु में 32 वर्षों तक काम किया, जहां उन्होंने प्रमोशनल भूमिकाओं से सीनियर लीडरशिप तक का सफर तय किया। आंध्र प्रदेश सरकार और कमर्शियल विज्ञापन रणनीतियों को लेकर उनकी विशेषज्ञता खास उल्लेखनीय है।

भटलापेनुमर्थी रंगनाथ ने अपने नए रोल को लेकर कहा, “की और एंटरप्राइज अकाउंट्स संभालते हुए मैंने स्पष्ट देखा है कि विज्ञापन की दुनिया अब डिजिटल-फर्स्ट हो गई है। Way2News संपादकीय निष्पक्षता और तकनीकी नवाचार को जोड़कर ऐसे अभियानों के लिए उपयुक्त मंच बनाता है, जो आंध्र प्रदेश में बड़ा असर छोड़ सकें।”

अज्जारापु भानु वेंकटेश ने कहा, “शहरी बाजारों में काम करते हुए मैंने देखा है कि हाइपरलोकल और स्थानीय भाषा की सामग्री अब ऑडियंस एंगेजमेंट के लिए अनिवार्य हो गई है। Way2News की मोबाइल-फर्स्ट पहुंच और स्केल हमें विज्ञापनदाताओं को बेहतर सेवा देने और बाजार के बदलते ट्रेंड्स से आगे रहने का मौका देती है।”

आदपा वेंकटेश्वर राव ने कहा, “आंध्र प्रदेश में दशकों तक विविध क्लाइंट्स के साथ काम करते हुए मैंने न्यूज कंजम्प्शन में आए तेज बदलावों को बहुत करीब से देखा है। Way2News डिजिटल पहुंच और स्थानीय प्रासंगिकता का ऐसा संतुलन रखता है, जिससे विज्ञापनदाता एसएमबी बाजार से प्रभावी रूप से जुड़ सकते हैं। इस बदलते न्यूज ईकोसिस्टम में सेल्स की कमान संभालना वाकई रोमांचक है।”

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OpenAI पर न्यूज मीडिया को 'मिटाने' का आरोप, DNPA ने दिल्ली HC में उठाया कॉपीराइट विवाद

डिजिटल न्यूज पब्लिशर्स एसोसिएशन (DNPA) ने 5 अगस्त को दिल्ली हाई कोर्ट में एक दलील दी कि OpenAI भारतीय मीडिया संगठनों की कॉपीराइट कंटेंट का बिना अनुमति उपयोग कर रहा है

Last Modified:
Wednesday, 06 August, 2025
DNPA7845

भारत के डिजिटल न्यूज पब्लिशर्स एसोसिएशन (DNPA) ने 5 अगस्त को दिल्ली हाई कोर्ट में एक दलील दी कि OpenAI भारतीय मीडिया संगठनों की कॉपीराइट कंटेंट का बिना अनुमति उपयोग कर रहा है, जो सीधे तौर पर अधिकारों का उल्लंघन है। यह मामला वैश्विक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस प्लेटफॉर्म्स और स्थानीय पत्रकारिता व्यवसायों के बीच बढ़ते तनाव को दर्शाता है।

सुनवाई के दौरान DNPA के वकीलों ने कोर्ट में कहा कि यदि ChatGPT द्वारा मीडिया कंटेंट का बिना अनुमति इस्तेमाल इसी तरह चलता रहा तो न्यूज पब्लिशर्स का अस्तित्व ही खतरे में पड़ जाएगा। उन्होंने आरोप लगाया कि OpenAI न्यूज आर्टिकल्स को स्क्रैप कर अपने AI मॉडलों में संग्रहित कर रहा है, और यूजर्स को बिना किसी श्रेय या लाइसेंस शुल्क दिए वही खबरें दोबारा उपयोग करने की छूट दे रहा है। DNPA की ओर से चेतावनी दी गई कि प्रिंट और डिजिटल मीडिया समाप्त हो जाएगा, सिर्फ ChatGPT बचेगा। 

यह कानूनी कार्रवाई उस मुकदमे के बाद सामने आई है जो न्यूज एजेंसी ANI ने नवंबर 2024 में OpenAI के खिलाफ दायर किया था। ANI ने भी आरोप लगाया था कि ChatGPT ने उसकी कॉपीराइटेड रिपोर्ट्स का बिना अनुमति या लाइसेंस के इस्तेमाल किया। DNPA देश के प्रमुख मीडिया घरानों- जैसे हिन्दुस्तान टाइम्स, इंडियन एक्सप्रेस, नेटवर्क18, NDTV और दैनिक भास्कर की डिजिटल इकाईयों का प्रतिनिधित्व करता है।

OpenAI ने फरवरी 2025 में दायर अपनी प्रतिक्रिया में इन आरोपों से इनकार किया। कंपनी ने कहा कि उसके AI मॉडल DNPA या ANI के किसी भी कंटेंट से प्रशिक्षित नहीं किए गए हैं। OpenAI का दावा है कि वह केवल सार्वजनिक रूप से उपलब्ध डेटा का उपयोग करता है, जो 'फेयर यूज' सिद्धांतों के अंतर्गत आता है। साथ ही, कंपनी ने यह भी तर्क दिया कि दिल्ली हाई कोर्ट को उसके विदेशी सर्वर और संचालन पर क्षेत्राधिकार नहीं है।

विवाद की जड़ में यह सवाल है कि क्या भारत के कॉपीराइट कानून जनरेटिव AI के प्रशिक्षण तक लागू होते हैं और क्या बिना लाइसेंस कंटेंट को स्क्रैप करना उल्लंघन माना जा सकता है। DNPA का तर्क है कि न्यूज कंटेंट का इस तरह से दुरुपयोग पत्रकारिता की दीर्घकालिक टिकाऊ संरचना को कमजोर कर रहा है, जिससे मीडिया संस्थानों की आमदनी प्रभावित हो रही है और स्थानीय पत्रकारिता का आधार डगमगा रहा है।

भारतीय मार्केटर्स और मीडिया रणनीतिकारों के लिए यह मुकदमा कई अहम सवाल खड़े करता है- जैसे कि कंटेंट का श्रेय किसे मिलेगा, लाइसेंसिंग अधिकारों की संरचना कैसी होगी और AI से संचालित मीडिया वर्कफ्लोज का भविष्य क्या होगा। यदि कोर्ट का निर्णय DNPA के पक्ष में जाता है, तो OpenAI को भारत में मीडिया संगठनों के साथ लाइसेंसिंग समझौते करने पड़ सकते हैं, जैसे उसने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर Financial Times और Time Magazine जैसे प्रकाशनों के साथ किए हैं।

यदि अदालत यह तय करती है कि जनरेटिव AI को मौजूदा कॉपीराइट ढांचे के अंतर्गत लाइसेंसिंग की आवश्यकता है, तो इसका प्रभाव Google Bard, Meta के LLaMA आधारित मॉडल और अन्य AI प्लेटफॉर्म्स तक भी फैल सकता है, जो समान डेटा-ट्रेनिंग तरीकों का उपयोग करते हैं। साथ ही यह निर्णय डिजिटल पत्रकारिता की आर्थिक अहमियत को AI के दौर में स्पष्ट रूप से परिभाषित कर सकता है।

ANI और OpenAI के बीच चल रहे मुकदमे की अगली सुनवाई जनवरी 2026 में होने की संभावना है। 

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