'बहुत बड़ा है मैगजींस का भविष्य, पब्लिशर्स को करना होगा विश्वास'

IMC 2024 में इंडस्ट्री एक्सपर्ट्स ने इस बात पर विचार व्यक्त किए कि तेजी से विकसित हो रहे मीडिया परिदृश्य में मैगजींस कैसे प्रासंगिक बनी रह सकती हैं।

Last Modified:
Monday, 06 May, 2024
IMC-Pannel7854121


हाल ही में संपन्न 'इंडियन मैगजीन कांग्रेस 2024' (Indian Magazine Congress 2024) में इंडस्ट्री एक्सपर्ट्स ने 'मीडिया प्लानिंग से ऑडियंस सॉल्यूशंस में बदलाव' (The Shift From Media Planning To Audience Solutions) पर चर्चा की। चर्चा में इस महत्वपूर्ण प्रश्न पर चर्चा हुई कि तेजी से विकसित हो रहे मीडिया परिदृश्य में मैगजींस कैसे प्रासंगिक बनी रह सकती हैं। अतीत में, ऐडवर्टाइजर्स व्यापक पहुंच वाली मीडिया योजनाओं पर भरोसा करते थे। अब, फोकस लक्षित "ऑडियंस सॉल्यूशंस" पर है। यह बदलाव पत्रिकाओं को उनके वफादार पाठकों के साथ यह सोचने पर मजबूर कर देता है कि प्रासंगिक कैसे बने रहें। क्या वे इस नए मीडिया परिदृश्य को अपना सकते हैं और उसमें आगे बढ़ सकते हैं?

कार्यक्रम के दौरान 'द वीक' और 'मलयाला मनोरमा' के चीफ एसोसिएट एडिटर व डायरेक्टर रियाद मैथ्यू द्वारा संचालित पैनल चर्चा में ब्रैंड स्ट्रैटजिस्ट अंबी परमेश्वरन, आईपीजी मीडियाब्रैंड्स इंडिया के चीफ एग्जिक्यूटिव ऑफिसर शशि सिन्हा और इंडिया टुडे ग्रुप में पब्लिशिंग के चीफ एग्जिक्यूटिव ऑफिसर मनोज शर्मा शामिल रहे।

मैगजींस के स्थायी मूल्य प्रस्ताव पर प्रकाश डालते हुए इंडिया टुडे ग्रुप में पब्लिशिंग के चीफ एग्जिक्यूटिव ऑफिसर मनोज शर्मा ने मैगजींस की तुलना स्नैकेबल डिजिटल कंटेंट के विपरीत एक बढ़िया भोजन अनुभव से की। उन्होंने उल्लेख किया कि आप जिस मैगजीन का इस्तेमाल करते हैं, उसकी अवधारण क्षमता अधिक होती है, उसके कंटेंट लंबे समय तक आपके पास बने रहते हैं।

वैसे मौजूदा चुनौतियों को भी नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है। मीडिया प्लानिंग में प्रासंगिक बने रहने वाली मैगजींस के लिए चुनौतियों के बारे में बात करते हुए ब्रैंड स्ट्रैटजिस्ट अंबी परमेश्वरन ने बताया कि कैसे ब्रैंड मार्केटिंग और परफॉर्मेंस मार्केटिंग की दुनिया एक-दूसरे को नहीं समझती है।

उन्होंने आगे कहा, “नए युग के क्लाइंट्स दुनिया को क्लिक-थ्रू, कन्वर्जंस, कॉस्ट-प्रति-लीड इत्यादि के बहुत ही संकीर्ण दायरे से देखते हैं और वे बड़ी पिक्चर नहीं देखते हैं। मैं उन दोनों को मार्केटिंग के यिन और यांग के रूप में देखता हूं, जिसमें दोनों को मिलकर काम करना चाहिए और दोनों को मैनेज करना चाहिए। मार्केटर्स की एक पूरी पीढ़ी है, जो नहीं जानती कि ब्रैंड मार्केटिंग कैसे की जाती है।” 

आईपीजी मीडियाब्रैंड्स इंडिया के चीफ एग्जिक्यूटिव ऑफिसर शशि सिन्हा ने पाठक संख्या से परे मीजरमेंट के मुद्दे पर प्रकाश डालते हुए कहा, “इंडस्ट्री में हमारे शुरुआती दिनों में, जहां हम छोटे मीडिया को प्रासंगिक बनाना चाहते थे और जहां हमारे विज्ञापन के लिए अच्छी सहभागिता चाहते थे, ऐसी स्टडीज हुईं थीं, जो पब्लिकेशन की पहुंच पर नहीं बल्कि विज्ञापन में क्या लिया जा रहा है, इस पर केंद्रित थी। संपूर्ण कंटेंट बिजनेस का आधार 'टाइम-स्पेंड' है। अब जो है, वह यह है कि मैगजीन पब्लिशर्स ने 'टाइम-स्पेंड' की ताकत का लाभ नहीं उठाया है। वह मीडिया एजेंसियों के भीतर एक पीढ़ीगत बदलाव की ओर इशारा करने के लिए निकले थे, जहां यंगर प्रोफेशनल मीजरमेंट की कमी के चलते मैगजींस की वैल्यू की सराहना नहीं कर सकते हैं।

उन्होंने आगे कहा, "टाइम-स्पेंड को सही खबरों को प्रचारित करने का गुण है, क्योंकि आज युवा अपने सामने हार्डकोर डेटा देख रहे हैं।"

इसके बाद मनोज शर्मा ने प्रिंट की अद्वितीय शक्तियों की वकालत करते हुए कहा कि मैगजींस का अंतर्निहित गुण यह है कि यह स्पष्टता लाती है। आज, मीडिया परिदृश्य में अराजकता है। यदि आप देखें तो हर तरफ से खबरों की बौछार हो रही है, सोशल मीडिया आपको सबसे ज्यादा गलत सूचनाएं दे रहा है। टीवी डिबेट्स के अंत में कोई निष्कर्ष नहीं निकल रहा है, जबकि हमारी मैगजींस एक सर्वव्यापी कंटेंट पावरहाउस बन गई हैं।

मौजूदा चुनौतियों को स्वीकार करते हुए चर्चा ने पैनलिस्ट्स को बदलते परिदृश्य को नेविगेट करने के लिए मैगजींस के लिए एक रोडमैप पेश करने को लेकर प्रेरित किया। ब्रैंड स्ट्रैटजिस्ट अंबी परमेश्वरन ने मैगजींस 360 के तौर पर एक बहु-आयामी दृष्टिकोण की वकालत की और कहा, "आपको क्लाइंट्स और मीडिया प्लानर्स के साथ प्रचार करना होगा। मैगजींस प्रिंट, डिजिटल या एक मैग्जटर- जैसे ऐप फॉर्मेट में हो सकती हैं, लेकिन किसी को तो बड़ी पिक्चर देखनी होगी। मेरा मानना है कि मैगजींस का भविष्य बहुत बड़ा है लेकिन मैगजीन पब्लिशर्स को पहले इस पर विश्वास करना होगा।"

आईपीजी मीडियाब्रैंड्स इंडिया के चीफ एग्जिक्यूटिव ऑफिसर शशि सिन्हा ने इस भावना को आगे बढ़ाते हुए सुझाव दिया कि कम्युनिकेशन का भार कम्युनिकेटर पर है। किसी भी इंडस्ट्री के लिए इसे सुलझाने का दायित्व इंडस्ट्री पर है। पब्लिशर्स को एक साथ आना होगा और चीजों को बेहतर बनाने के तरीके बनाने होंगे, चाहे वह मीजरमेंट ही क्यों न हो। पब्लिशर्स प्रिंट और डिजिटल को अलग-अलग बेच रहे हैं, उन्हें इसे एकीकृत करना होगा और फिर यह बहुत बड़ा बन जाएगा। पैसा फिजिकल कॉपी से आएगा और डेमोस्ट्रेशन का प्रमाण डिजिटल पार्ट से आएगा। यह संयोजन बहुत ही ज्यादा बेहतर साबित होगा।”

अंत में, पैनलिस्ट एक साथ एक महत्वपूर्ण उपाय पर सहमत हुए, जिसमें मैगजीन पब्लिशर्स और मीडिया एजेंसीज को एक साथ काम करना चाहिए। इंडस्ट्री के लिए प्रभावी समाधान विकसित करने के लिए सहयोग महत्वपूर्ण है। मैगजींस को एक संयुक्त मोर्चा प्रस्तुत करने और ऐडवर्टाइजर्स को उनके द्वारा पेश किए जाने वाले अद्वितीय मूल्य प्रस्ताव की याद दिलाने की जरूरत है।

न्यूजलेटर पाने के लिए यहां सब्सक्राइब कीजिए

सिक्किम को भारत के नक्शे से हटाने पर CM प्रेम सिंह की कड़ी आपत्ति, अखबार ने मांगी माफी

सिक्किम के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग ने The Hindu अखबार की तीखी आलोचना की है, जिसने 13 मई 2025 के संस्करण में ऐसा भारत का नक्शा प्रकाशित किया जिसमें सिक्किम को दिखाया ही नहीं गया था।

Samachar4media Bureau by
Published - Friday, 16 May, 2025
Last Modified:
Friday, 16 May, 2025
PremSinghTamang4512

सिक्किम के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग ने The Hindu अखबार की तीखी आलोचना की है, जिसने 13 मई 2025 के संस्करण में ऐसा भारत का नक्शा प्रकाशित किया जिसमें सिक्किम को दिखाया ही नहीं गया था। मुख्यमंत्री ने इस चूक को “गंभीर और अस्वीकार्य” बताया और कहा कि इससे भारत की संप्रभुता और राज्य के लोगों की भावनाएं आहत हुई हैं।

मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा, “13 मई के संस्करण में The Hindu ने जो भारत का नक्शा छापा, उसमें सिक्किम को पूरी तरह से गायब कर दिया गया। यह कोई सामान्य भूल नहीं है, बल्कि एक गंभीर और निंदनीय गलती है, जो हमारे राष्ट्र की एकता और क्षेत्रीय अखंडता को नुकसान पहुंचाती है।”

यह मामला उस समय सामने आया है जब सिक्किम अपनी राज्य स्थापना की 50वीं वर्षगांठ (16 मई) मनाने की तैयारी कर रहा है। ऐसे मौके पर इस तरह की गलती ने राज्य के नागरिकों और नेताओं के बीच नाराजगी बढ़ा दी है।

सीएम तमांग ने इसे “बेहद दुखद” और “हमारे गणराज्य की एकता पर चोट” बताया। उन्होंने यह भी कहा कि सिक्किम की संवैधानिक स्थिति को अनुच्छेद 371F के तहत विशेष संरक्षण प्राप्त है।

बीजेपी की सिक्किम इकाई ने भी इस मुद्दे पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। पार्टी ने इस गलती को “गंभीर चूक” और “गणराज्य के सम्मान पर सीधा हमला” करार देते हुए संपादकीय बोर्ड से माफ़ी मांगने, नक्शे को सही करने और सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय से जांच की मांग की है। उन्होंने कहा, “सिक्किम के लोग अपने अस्तित्व या सम्मान के साथ किसी तरह की अनदेखी बर्दाश्त नहीं करेंगे।”

विवाद के बाद The Hindu ने आधिकारिक तौर पर माफ़ी मांगते हुए बयान जारी किया। अखबार ने संपादक ने कहा, “13 मई 2025 के संस्करण में ‘With a new Pope, an understanding of Catholicism in India’ शीर्षक लेख के साथ प्रकाशित भारत के नक्शे में, डेटा इनपुट की गलती के कारण सिक्किम राज्य का हिस्सा सही ढंग से नहीं दिखाया गया था। हम इस त्रुटि के लिए क्षमा चाहते हैं। संबंधित नक्शा और संदर्भ को ऑनलाइन लेख से हटा दिया गया है और हमारे ई-पेपर संस्करणों में इसे सही किया गया है।”

न्यूजलेटर पाने के लिए यहां सब्सक्राइब कीजिए

ED की छापेमारी के बीच 'गुजरात समाचार' के मालिक बाहुबली शाह गिरफ्तार

एन्फोर्समेंट डायरेक्टोरेट (ED) ने गुजरात के मशहूर गुजराती अखबार 'गुजरात समाचार' के को-ऑनर बाहुबली शाह को गिरफ्तार किया है।

Samachar4media Bureau by
Published - Friday, 16 May, 2025
Last Modified:
Friday, 16 May, 2025
BahubaliShah

एन्फोर्समेंट डायरेक्टोरेट (ED) ने गुजरात के मशहूर गुजराती अखबार 'गुजरात समाचार' के को-ऑनर बाहुबली शाह को गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई अखबार के दफ्तरों और उनसे जुड़े स्थानों पर छापेमारी के बाद हुई है। गिरफ्तारी वित्तीय अनियमितताओं की जांच के तहत हुई है।

गुरुवार को ED टीम ने अहमदाबाद के खानपुर में 'गुजरात समाचार' के मुख्यालय और बाहुबली शाह व उनके भाई श्रेयांश शाह के घरों पर छापा मारा। इसके साथ ही शाह परिवार से जुड़े टीवी चैनल GSTV के कार्यालयों पर भी जांच की गई। इससे पहले इनकम टैक्स विभाग ने अहमदाबाद और आसपास के इलाकों में करीब 30 जगहों पर अलग-अलग जांच की थी, जिनमें बिल्डर, निवेशक और शेयर बाजार के दलाल शामिल थे।

गिरफ्तारी के बाद बाहुबली शाह को पहले VS अस्पताल ले जाया गया, जहां उनका मेडिकल टेस्ट हुआ, लेकिन उनकी मांग पर उन्हें बाद में SG हाईवे पर स्थित जायडस अस्पताल में और जांच के लिए शिफ्ट कर दिया गया।

'गुजरात समाचार', जो 1932 में शुरू हुआ था, गुजरात का एक प्रमुख गुजराती अखबार है और इसका बड़ा पाठक वर्ग है। शाह परिवार के बाहुबली और श्रेयांश दशकों से इस अखबार के संचालन में शामिल हैं।

ED ने अभी तक छापों के बाद किसी आधिकारिक बयान में जांच के परिणाम या आरोपों का खुलासा नहीं किया है, लेकिन सूत्रों के मुताबिक यह मामला अखबार और उससे जुड़े व्यवसायों में कथित वित्तीय गड़बड़ी से जुड़ा है।

न्यूजलेटर पाने के लिए यहां सब्सक्राइब कीजिए

हुमा एस कुरैशी की नई किताब ‘Zeba’ जल्द होगी लॉन्च, डॉ. अनुराग बत्रा होंगे मुख्य अतिथि

जयपुर के फेयरमॉन्ट होटल में 25 मई को एक खास किताब ‘Zeba’ की लॉन्च ब्रंच पार्टी का आयोजन किया जाएगा।

Samachar4media Bureau by
Published - Thursday, 15 May, 2025
Last Modified:
Thursday, 15 May, 2025
Zeba7845

जयपुर के फेयरमॉन्ट होटल में 25 मई को एक खास किताब ‘Zeba’ की लॉन्च ब्रंच पार्टी का आयोजन किया जाएगा। यह कार्यक्रम विशाल माथुर कंसल्टेंट्स एलएलपी द्वारा आयोजित किया जाएगा।

इस मौके पर मशहूर पत्रकार और लेखक तबीना अंजुम कुरैशी मॉडरेटर के रूप में मंच का संचालन करेंगी। तो वहीं BW बिजनेसवर्ल्ड के एडिटर-इन-चीफ डॉ. अनुराग बत्रा मुख्य अतिथि के तौर पर मौजूद रहेंगे, जबकि सोशल एंटरप्रेन्योर विन्नी कक्कड़ गेस्ट ऑफ ऑनर होंगी।

कार्यक्रम में लॉन्च हो रही किताब ‘Zeba’ लेखिका अभिनेत्री हुमा एस. कुरैशी की नई पेशकश है, जिसमें एक अनोखी और नायाब सुपरहीरो की कहानी बयां की गई है। यह कोई आम सुपरहीरो नहीं, बल्कि न्यूयॉर्क की एक बिगड़ी, रईस और निठल्ली लड़की है, जो अपनी छत पर बैठकर अपने पसंदीदा वीड के कश लेकर जिंदगी को बेजारी से देखती है। लेकिन Zeba की आरामदायक जिंदगी तब अचानक बदल जाती है जब वह 'ख़ुदिर' नाम की एक दूर की जगह जाती है और वहां उसे अपनी सुपरपावर का राज पता चलता है। अब, अपनी मर्जी के खिलाफ होते हुए भी, उसी पर ये जिम्मेदारी आ जाती है कि वह उस दुनिया को बचाए जिसे वह प्यार करती है और वह भी एक क्रूर शासक ‘The Great Khan’ से, जिसके इरादे बेहद शैतानी हैं।

अब उसके सामने है एक क्रूर तानाशाह The Great Khan, जिसके शैतानी इरादों से उसे न सिर्फ अपने परिवार को, बल्कि पूरी दुनिया को भी बचाना है। क्या Zeba अपने अंदर की उलझनों से लड़ पाएगी? क्या वह अपनी पूरी ताकत और हिम्मत समेटकर दुनिया को बचा पाएगी?

Zeba सिर्फ एक सुपरहीरो की कहानी नहीं, बल्कि आज की उस स्त्री की प्रतीक बनती है, जो आजादी, हौसले और आत्मबल के साथ अपनी राह खुद तय करती है। यह किताब जादू से भरपूर है, लेकिन इसकी जड़ें बहुत मानवीय और असल भावनाओं में हैं। यह एक ऐसी कहानी है, जो अंततः बताती है कि मुश्किलों के बीच भी इंसानी जज्बा कैसे जीत हासिल करता है। 

न्यूजलेटर पाने के लिए यहां सब्सक्राइब कीजिए

'मुंबई मिरर' की वापसी तय, जल्द शुरू होगा दैनिक संस्करण

टाइम्स ऑफ इंडिया ग्रुप एक बार फिर 'मुंबई मिरर' को दैनिक अखबार के रूप में लॉन्च करने की तैयारी में है।

Samachar4media Bureau by
Published - Thursday, 08 May, 2025
Last Modified:
Thursday, 08 May, 2025
MumbaiMirror784512

कंचन श्रीवास्तव।।

टाइम्स ऑफ इंडिया ग्रुप एक बार फिर 'मुंबई मिरर' को दैनिक अखबार के रूप में लॉन्च करने की तैयारी में है। यह कदम न केवल प्रिंट पोर्टफोलियो को नई ऊर्जा देने की रणनीति का हिस्सा है, बल्कि इस बात का संकेत भी है कि ग्रुप को अब भी अपने मजबूत पाठक आधार और शहरी ब्रैंड की गहराई पर पूरा भरोसा है।

कंपनी के अधिकारियों ने एक्सचेंज4मीडिया से इस खबर की पुष्टि करते हुए कहा कि ग्रुप 'मुंबई मिरर' को फिर से दैनिक अखबार के रूप में ला रहा है। यह पांच साल पहले एक बेहद पसंद किया जाने वाला प्रोडक्ट था और यह हमारी व्यापक रणनीति का हिस्सा है, जिसके तहत हम अपने पूरे पोर्टफोलियो में नई गति लाने की कोशिश कर रहे हैं।

उच्च पदस्थ सूत्रों ने बताया कि एक महीने के भीतर पूर्ण पैमाने पर इसके पुनः लॉन्च होने की उम्मीद है। हालांकि, अभी यह तय नहीं है कि नए संस्करण की एडिटोरियल जिम्मेदारी किसे सौंपी जाएगी। जब 'मुंबई मिरर' को 2020 में बंद किया गया था, उस समय मीनल बघेल इसकी एडिटर थीं। वर्तमान में वे मुंबई में टहिन्दुस्तान टाइम्सट की रेजिडेंट एडिटर के रूप में कार्यरत हैं।

2020 के बाद से इसका संडे एडिशन लगातार जारी रहा, लेकिन दैनिक संस्करण की वापसी सिर्फ पुरानी यादों तक सीमित नहीं है। यह टाइम्स ग्रुप की एक बड़ी और बहुआयामी विकास योजना का हिस्सा है, जिसमें डिजिटल, इवेंट्स और कंटेंट-बेस्ड वर्टिकल्स में नए सिरे से निवेश की योजना भी शामिल है। सूत्रों का मानना है कि ग्रुप कुछ पहले बंद की गई पहलों को भी फिर से शुरू कर सकता है।

e4m ने टाइम्स ग्रुप के प्रेसिडेंट एंड हेड ऑफ रिस्पॉन्स सुरिंदर चावला से भी संपर्क किया है। उनकी प्रतिक्रिया मिलने पर इस खबर को अपडेट किया जाएगा।

शुरुआत से पहचान तक: 'मुंबई मिरर' का सफर

29 मई 2005 को गेटवे ऑफ इंडिया पर भव्य अंदाज में लॉन्च हुआ था 'मुंबई मिरर'। आतिशबाजी, लेजर शो और तत्कालीन मुख्यमंत्री विलासराव देशमुख व अभिनेता अभिषेक बच्चन की उपस्थिति ने इसे खास बना दिया।

उस समय मुंबई के प्रिंट मीडिया क्षेत्र में बड़ा बदलाव हो रहा था। हिन्दुस्तान टाइम्स अपनी मुंबई एंट्री की तैयारी कर रहा था, जबकि दैनिक भास्कर और जी ग्रुप मिलकर DNA अखबार लाने की योजना में थे। ऐसे माहौल में टाइम्स ग्रुप ने TOI को प्रतिस्पर्धा से सुरक्षित रखने के लिए एक धारदार, शहरी टैब्लॉयड उतारने का फैसला किया।

लेकिन 'मुंबई मिरर' जल्द ही अपनी अलग पहचान और ताकतवर उपस्थिति के लिए जाना जाने लगा। सिर्फ छह साल में 200 करोड़ रुपये का ब्रैंड बन गया था, जैसा कि 2012 में उस समय के एक्जीक्यूटिव प्रेसिडेंट (रेस्पॉन्स) भास्कर दास ने कहा था।

तेजी से शिखर पर और फिर ठहराव

लॉन्च के दिन ही 'मुंबई मिरर' मुंबई में दूसरा सबसे ज्यादा छपने वाला अखबार बन गया था, जिसकी प्रिंट रन दो लाख कॉपियों की थी। इसकी तेज हेडलाइंस, नागरिक केंद्रित पत्रकारिता और आसान फॉर्मेट ने इसे मुंबई के पाठकों में बेहद लोकप्रिय बना दिया।

विनीत जैन ने उस समय कहा था, “यह प्रिंट मार्केट के कुल विस्तार की ओर ले जाएगा—और अगर आंतरिक प्रतिस्पर्धा होती भी है, तो वह स्वस्थ है।”

TOI के साथ फ्री में बंटना शुरू हुआ यह टैब्लॉयड बाद में पुणे, बेंगलुरु और अहमदाबाद जैसे शहरों तक पहुंचा। हालांकि, दिसंबर 2020 में महामारी के आर्थिक दबाव के बीच, ग्रुप ने दैनिक संस्करण को स्थगित करने का ऐलान किया। स्टाफ को सूचित किया गया कि अखबार दो हफ्तों में बंद कर दिया जाएगा।

यह वही समय था जब टाइम्स ग्रुप को वित्त वर्ष 2020 में ₹451 करोड़ का घाटा हुआ था, जबकि पिछले साल उसने ₹484 करोड़ का मुनाफा दर्ज किया था।

'मुंबई मिरर' की यह वापसी सिर्फ एक अखबार की नहीं, बल्कि एक ऐसे दौर की है जिसने मुंबई की पत्रकारिता को नजदीक से देखा, छुआ और बदला भी। अब देखना होगा कि यह नई शुरुआत पुराने तेवर और नई सोच के साथ कैसा असर छोड़ती है। 

न्यूजलेटर पाने के लिए यहां सब्सक्राइब कीजिए

‘The Hindu’ ने कश्मीर में भारतीय जेट क्रैश होने के दावे वाला आर्टिकल हटाया, जताया खेद

यह आर्टिकल ‘द हिंदू’ की वेबसाइट पर पब्लिश किया गया था जो भारतीय वायु सेना के जेट विमानों के कश्मीर क्षेत्र में क्रैश होने से संबंधित एक अप्रमाणित रिपोर्ट पर आधारित था।

Samachar4media Bureau by
Published - Wednesday, 07 May, 2025
Last Modified:
Wednesday, 07 May, 2025
Hindu

‘द हिंदू’ (The Hindu) ने अपने डिजिटल प्लेटफॉर्म से उस आर्टिकल को हटा दिया है, जिसमें दावा किया गया था कि कश्मीर में तीन भारतीय फाइटर जेट दुर्घटनाग्रस्त हो गए थे।

दरअसल, यह आर्टिकल ‘द हिंदू’ की वेबसाइट पर पब्लिश किया गया था जो भारतीय वायु सेना के जेट विमानों के कश्मीर क्षेत्र में क्रैश होने से संबंधित एक अप्रमाणित रिपोर्ट पर आधारित था। हालांकि, कुछ ही समय बाद यह आर्टिकल हटा लिया गया। अब उस लिंक को एक्सेस करने की कोशिश करने पर एक सामान्य एरर संदेश दिखाई देता है, जो बताता है कि वह पेज अब मौजूद नहीं है।

गौरतलब है कि जब यह आर्टिकल पब्लिश किया गया था, तब कई यूजर्स ने ऑनलाइन इसे देखा और कुछ ने उन दावों के स्रोत व सत्यापन पर सवाल उठाए थे। हालांकि, कुछ समय बाद ही इसे प्लेटफॉर्म से डिलीट कर दिया गया।

इस बारे में ‘द हिंदू’ की ओर से एक ट्वीट भी किया गया है। इस ट्वीट में कहा गया है, ‘हमने ऑपरेशन सिंदूर में शामिल भारतीय विमानों के बारे में एक पुरानी पोस्ट हटा दी है। भारत की ओर से ऐसी कोई आधिकारिक जानकारी रिकॉर्ड में नहीं है। इसलिए हमने अपने प्लेटफॉर्म से उस पोस्ट को हटाने का फैसला किया। हमें खेद है कि इसने हमारे पाठकों के बीच भ्रम पैदा किया।’

न्यूजलेटर पाने के लिए यहां सब्सक्राइब कीजिए

लाइफस्टाइल मैगजीन ‘Cosmopolitan India’ की नई संपादक बनीं स्निग्धा आहूजा

आहूजा को प्रिंट और डिजिटल मीडिया में करीब 15 वर्षों का गहन अनुभव है। फैशन, ब्यूटी और पॉप कल्चर को लेकर उनकी समझ बेहद समृद्ध मानी जाती है।

Samachar4media Bureau by
Published - Wednesday, 07 May, 2025
Last Modified:
Wednesday, 07 May, 2025
Snigdha Ahuja

‘इंडिया टुडे’ समूह की प्रतिष्ठित लाइफस्टाइल मैगजीन ‘Cosmopolitan India’ ने स्निग्धा आहूजा को अपना नया एडिटर नियुक्त किया है। आहूजा को प्रिंट और डिजिटल मीडिया में करीब 15 वर्षों का गहन अनुभव है। फैशन, ब्यूटी और पॉप कल्चर को लेकर उनकी समझ बेहद समृद्ध मानी जाती है।

अपनी नई भूमिका में वह ग्रुप के लग्जरी और लाइफस्टाइल बिजनेस की सीओओ साक्षी कोहली को रिपोर्ट करेंगी और ITG मीडियाप्लेक्स, नोएडा स्थित दफ्तर से कामकाज संभालेंगी।

इससे पहले वह रिलायंस ब्रैंड्स लिमिटेड की फैशन वेबसाइट ‘The Voice of Fashion’ में मैनेजिंग एडिटर थीं। साथ ही, उन्होंने AJIO के लग्जरी ई-कॉमर्स कंटेंट प्लेटफॉर्म ‘Ajio Luxe’ के लिए संपादकीय दिशा का नेतृत्व भी किया है।

स्निग्धा की नियुक्ति के बारे में इंडिया टुडे ग्रुप की वाइस चेयरपर्सन और एग्जिक्यूटिव एडिटर-इन-चीफ कली पुरी ने कहा, 'Cosmopolitan India की तरह ही स्निग्धा की आवाज बोल्ड, फ्रेश और ऊर्जा से भरपूर है। मुझे भरोसा है कि उनके नेतृत्व में यह ब्रैंड आज के दौर की जिज्ञासु और अभिव्यक्तिपूर्ण युवा ऑडियंस से और भी गहराई से जुड़ पाएगा।'

न्यूजलेटर पाने के लिए यहां सब्सक्राइब कीजिए

वरिष्ठ पत्रकार आशुतोष की नई किताब 'Reclaiming Bharat' की लॉन्चिंग 9 मई को दिल्ली में

इस कार्यक्रम में राज्यसभा सांसद प्रो. मनोज झा, वरिष्ठ पत्रकार राजदीप सरदेसाई और राजनीतिक विश्लेषक प्रो. जोया हसन जैसी जानी-मानी हस्तियां पैनलिस्ट के रूप में शामिल होंगी।

Samachar4media Bureau by
Published - Wednesday, 07 May, 2025
Last Modified:
Wednesday, 07 May, 2025
Ashutosh Book

वरिष्ठ पत्रकार और ‘सत्य हिंदी’ न्यूज पोर्टल के को-फाउंडर आशुतोष अपनी नई किताब Reclaiming Bharat: What Changed in 2024 And What Lies Ahead लेकर आए हैं। इस किताब की लॉन्चिंग 9 मई, शुक्रवार को शाम 6:30 बजे दिल्ली के जवाहर भवन में की जाएगी।

इस अवसर पर 'The Future of Constitutional Democracy' विषय पर एक पैनल डिस्कशन भी होगा। इसमें राज्यसभा सांसद प्रो. मनोज झा, वरिष्ठ पत्रकार राजदीप सरदेसाई और राजनीतिक विश्लेषक प्रो. जोया हसन जैसी जानी-मानी हस्तियां पैनलिस्ट के रूप में शामिल होंगी। इस चर्चा का संचालन प्रख्यात लेखक और आलोचक अपूर्वानंद करेंगे।

Reclaiming Bharat वर्ष 2024 के आम चुनावों की गहराई से पड़ताल करती है। यह किताब इस बात की विवेचना करती है कि कैसे राजनीतिक, सामाजिक और आर्थिक कारकों ने भारतीय जनता पार्टी को स्पष्ट बहुमत हासिल करने से रोका। आशुतोष ने चुनावी राजनीति के सूक्ष्म संकेतों को जोड़ते हुए यह समझाने की कोशिश की है कि भारत इस वक्त किस मोड़ पर खड़ा है और आगे क्या संभावनाएं बन सकती हैं।

बता दें कि आशुतोष इससे पहले Hindu Rashtra; The Crown Prince: The Gladiator and the Hope–Battle for Change; Anna: 13 Days That Awakened India और Mukhaute ka Rajdharma जैसी चर्चित किताबें लिख चुके हैं। 

न्यूजलेटर पाने के लिए यहां सब्सक्राइब कीजिए

बच्चों की लोकप्रिय मैगजीन 'चंपक' पहुंची कोर्ट, BCCI पर लगाया ट्रेडमार्क के उल्लंघन का आरोप

दिल्ली प्रेस पत्र प्रकाशन (Delhi Press Patra Prakashan) द्वारा प्रकाशित इस दशकों पुरानी मैगजीन ने BCCI के खिलाफ ट्रेडमार्क उल्लंघन का मामला दिल्ली हाई कोर्ट में दायर किया है।

Samachar4media Bureau by
Published - Thursday, 01 May, 2025
Last Modified:
Thursday, 01 May, 2025
Champak7845

बच्चों की लोकप्रिय मैगजीन ‘चंपक’ और इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के बीच एक अनोखा कानूनी विवाद सामने आया है। दिल्ली प्रेस पत्र प्रकाशन (Delhi Press Patra Prakashan) द्वारा प्रकाशित इस दशकों पुरानी मैगजीन ने BCCI के खिलाफ ट्रेडमार्क उल्लंघन का मामला दिल्ली हाई कोर्ट में दायर किया है। मामला IPL 2025 सीजन के दौरान लॉन्च किए गए रोबोटिक डॉग 'चंपक' से जुड़ा है, जिसका नाम मैगजीन के नाम से मेल खाता है।

इस रोबोट को 23 अप्रैल को एक सार्वजनिक वोटिंग के बाद पेश किया गया था। प्रकाशक का आरोप है कि BCCI ने बिना अनुमति ‘चंपक’ नाम का इस्तेमाल कर उनकी ब्रैंड पहचान और ट्रेडमार्क का उल्लंघन किया है, जो बच्चों के लिए बनाए गए जानवरों पर केंद्रित चरित्रों से जुड़ा रहा है।

प्रकाशक की ओर से पेश वकील अमित गुप्ता ने कोर्ट में तर्क दिया कि भले ही रोबोटिक डॉग एक अलग प्रॉडक्ट हो, लेकिन इसका नाम मैगजीन की विशिष्टता को कमजोर कर सकता है।

हाईकोर्ट के जस्टिस सौरभ बनर्जी ने इस पर सवाल उठाया, “सीधा नुकसान कहां है? इस रोबोटिक डॉग से आपके ब्रैंड के व्यवसाय या प्रतिष्ठा पर वास्तव में क्या असर पड़ा है?”

कोर्ट ने यह भी कहा कि नाम की समानता मात्र से किसी ब्रैंड के व्यावसायिक लाभ उठाने की बात साबित नहीं होती, जब तक कोई स्पष्ट व्यावसायिक लाभ सामने न आए।

कोर्ट ने 'चीकू' का उदाहरण भी दिया, जो 'चंपक' मैगजीन का एक चरित्र है और साथ ही क्रिकेटर विराट कोहली का उपनाम भी रहा है। कोर्ट ने पूछा कि उस स्थिति में कोई कानूनी कार्रवाई क्यों नहीं हुई?

इस पर गुप्ता ने जवाब दिया कि अनौपचारिक उपनाम और किसी प्रॉडक्ट को आधिकारिक रूप से ट्रेडमार्क नाम से लॉन्च करना दो अलग बातें हैं।

BCCI की ओर से पेश वरिष्ठ अधिवक्ता जे साई दीपक ने दलील दी कि ‘चंपक’ एक आम इस्तेमाल होने वाला शब्द है, जो एक फूल का नाम भी है। उन्होंने बताया कि रोबोटिक डॉग का विचार 'तारक मेहता का उल्टा चश्मा' यूनिवर्स से प्रेरित है और इसका उद्देश्य किसी ब्रैंड की प्रसिद्धि से लाभ उठाना नहीं था।

कोर्ट ने तत्काल रोक लगाने से इनकार करते हुए कहा कि अभी तक इसके पक्ष में पर्याप्त सबूत नहीं हैं, लेकिन नोटिस जारी कर अगली सुनवाई की तारीख 9 जुलाई तय की है।

यह मामला तय करेगा कि IPL में ‘चंपक’ नाम का उपयोग वास्तव में ट्रेडमार्क का उल्लंघन है या केवल एक संयोग।

न्यूजलेटर पाने के लिए यहां सब्सक्राइब कीजिए

कश्मीर को लेकर 'टाइम्स ऑफ इंडिया' से हुई ये बड़ी चूक, मांगी माफी

टाइम्स ऑफ इंडिया ने अपने बयान में कहा कि यह गलती उत्तर प्रदेश के कुछ शुरुआती संस्करणों में हुई थी और यह चूक एक विदेशी न्यूज एजेंसी द्वारा भेजे गए फोटो कैप्शन के कारण हुई।

Samachar4media Bureau by
Published - Friday, 25 April, 2025
Last Modified:
Friday, 25 April, 2025
TOI784

प्रमुख अंग्रेजी अखबार 'टाइम्स ऑफ इंडिया' से एक गंभीर चूक हो गई, जब उसके एक स्थानीय संस्करण में श्रीनगर स्थित डल झील की तस्वीर के नीचे कश्मीर को 'Indian controlled Kashmir' बताया गया। इस शब्दावली को लेकर जनता में तीखी प्रतिक्रिया देखने को मिली। सोशल मीडिया पर अखबार की आलोचना शुरू होने के बाद 'टाइम्स ऑफ इंडिया' ने तत्काल माफी मांगते हुए स्पष्टीकरण जारी किया।

अपने आधिकारिक बयान में अखबार ने कहा कि यह गलती उत्तर प्रदेश के शुरुआती संस्करणों के सीमित हिस्से में हुई थी और इसका कारण एक विदेशी न्यूज एजेंसी द्वारा भेजे गए फोटो कैप्शन का प्रयोग करना था। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि यह त्रुटि अखबार के मुख्य राष्ट्रीय संस्करणों, ऑनलाइन वेबसाइट या ई-पेपर में नहीं हुई थी और जैसे ही इस गलती का पता चला, इसे तुरंत ठीक कर दिया गया।

'टाइम्स ऑफ इंडिया' ने अपने बयान में दो टूक कहा, "हम पूरे देश की तरह स्पष्ट रूप से और मजबूती से यह दोहराते हैं कि जम्मू-कश्मीर भारत का अभिन्न और अविभाज्य हिस्सा है। यह हमारी निरंतर संपादकीय नीति रही है, जो पूरी तरह भारत के संविधान और भारतीय जनभावना के अनुरूप है।"

अखबार ने कहा कि वह इस चूक को बहुत गंभीरता से लेता है और देशवासियों की भावनाओं का सम्मान करता है। टाइम्स ऑफ इंडिया ने भरोसा दिलाया कि वह उच्चतम पत्रकारिता मूल्यों और भारत की एकता एवं अखंडता के प्रति पूरी तरह समर्पित है। उन्होंने कहा, "हम इस चूक के लिए गहरा खेद प्रकट करते हैं और भविष्य में इस तरह की त्रुटियों से पूरी सावधानी बरतने के लिए प्रतिबद्ध हैं।" 

न्यूजलेटर पाने के लिए यहां सब्सक्राइब कीजिए

इंडिया टुडे ग्रुप ने लॉन्च किया HELLO! इंडिया, रुचिका मेहता होंगी एडिटर

इंडिया टुडे ग्रुप ने अपने लाइफस्टाइल पोर्टफोलियो में एक और नया नाम जोड़ते हुए HELLO! इंडिया के लॉन्च की घोषणा की है।

Samachar4media Bureau by
Published - Thursday, 24 April, 2025
Last Modified:
Thursday, 24 April, 2025
HelloIndia7845

इंडिया टुडे ग्रुप ने अपने लाइफस्टाइल पोर्टफोलियो में एक और नया नाम जोड़ते हुए HELLO! इंडिया के लॉन्च की घोषणा की है। यह मैगजीन प्रिंट संस्करण के साथ ही डिजिटल प्लेटफॉर्म- वेबसाइट व सोशल मीडिया पर भी अपनी मजबूत मौजूदगी दर्ज कराएगी। इसके अलावा इसके प्रमुख कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे।

मैगजीन की संपादकीय टीम का नेतृत्व रुचिका मेहता करेंगी, जो बतौर एडिटर जिम्मेदारी संभालेंगी। लाइफस्टाइल मीडिया में 25 वर्षों से अधिक का अनुभव रखने वाली रुचिका इससे पहले HELLO! इंडिया की लॉन्चिंग एडिटर रह चुकी हैं और करीब 17 वर्षों तक इसका संचालन कर चुकी हैं।

वहीं, बिजनेस टीम का नेतृत्व इंडिया टुडे ग्रुप की लाइफस्टाइल व लग्जरी बिजनेस COO साक्षी कोहली करेंगी। साक्षी पिछले 17 वर्षों से ग्रुप से जुड़ी हुईं हैं और Harper’s Bazaar, Cosmopolitan और Brides Today जैसी मैगजींस के बिजनेस को लीड करती हैं। उनके पास मीडिया और एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री में ब्रैंड बिल्डिंग, इवेंट्स और कम्युनिकेशन का दो दशक से ज्यादा का अनुभव है।

इंडिया टुडे ग्रुप की वाइस चेयरपर्सन और एग्जिक्यूटिव एडिटर-इन-चीफ कली पुरी ने मैगजीन की लॉन्चिंग पर कहा, “HELLO! को अपने लाइफस्टाइल ब्रैंड्स में शामिल करना हमारे लिए बेहद उत्साहजनक है। भारत में सेलिब्रिटी और लग्जरी कल्चर तेजी से बढ़ रहा है और यह लॉन्चिंग का सबसे उपयुक्त समय है। मुझे पूरा यकीन है कि हम HELLO! को भारत में एक अग्रणी ब्रैंड बनाएंगे।”

HELLO! और HOLA S.L. ग्रुप के चेयरमैन एडुआर्डो सांचेज पेरेज ने कहा, “जैसे HOLA! अपनी 80वीं सालगिरह मना रहा है, वैसे ही HELLO! इंडिया का इस कहानी का हिस्सा बने रहना हमारे लिए गर्व और खुशी की बात है। हमें विश्वास है कि इसके पाठकों को इसमें हर बार कुछ नया और जश्न मनाने लायक मिलेगा।”

न्यूजलेटर पाने के लिए यहां सब्सक्राइब कीजिए