पत्रकारिता और सियासत का रिश्ता बहुत पुराना है। वर्ष 2021 में भी कई पत्रकारों ने खबरों की दुनिया से निकलकर राजनीति का हाथ थाम लिया। हालांकि इनमें से कुछ ने पार्टी की सदस्यता हासिल की और कुछ पार्टी की मीडिया टीम का हिस्सा बनकर अपनी जिम्मेदारी संभाल रहे हैं।
रोहित सक्सेना :
इस फेहरिस्त की शुरुआत ‘पार्लियामेंट्री बिजनेस’ के ग्रुप सीईओ व मैनेजिंग एडिटर रहे रोहित सक्सेना से करते हैं, जो अब सक्रिय राजनीति की दुनिया में अपने कदम रख चुके हैं। दरअसल, इस साल जून में उन्होंने उत्तर प्रदेश में आम आदमी पार्टी (आप) की सदस्यता ग्रहण की थी। हालांकि अक्टूबर में उन्होंने आम आदमी पार्टी छोड़कर बीजेपी का दामन थाम लिया।
वैसे दो दशक से ज्यादा समय तक प्रिंट एवं इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में अपनी सेवाएं दे चुके रोहित सक्सेना की खेलों में भी रुचि रही है। वे ताइक्वांडो के राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी रह चुके हैं और कई बार अपने वेट के यूपी चैंपियन रहने के साथ कोरिया से 2nd DAN ब्लैक बेल्ट हैं। देश के कई खेल संगठनों (ताइक्वांडो, बॉक्सिंग और बॉड़ी बिल्डिंग) के चेयरमैन और अध्यक्ष होने के साथ 21 वर्षो में मीडिया के शुरुआती पद से ग्रुप सीईओ तक का मुकाम हासिल किया है। रोहित भारत सरकार की मीडिया एंड एंटरटेनमेंट स्किल काउंसिल के वारिष्ठ सलाहकार भी हैं।
खेलों और समाज के लिए किए जा रहे प्रयासों के लिए उन्हें कुछ महीने पहले एशिया पैसिफिक चैंबर ऑफ कॉमर्स व टोंगा की कॉमनवेल्थ यूनिवर्सिटी की ओर से ‘एशिया पैसिफिक एक्सिलेंस अवॉर्ड’ के लिए चुना जा चुका है। यह सम्मान उन्हें ‘मोस्ट प्रॉमिसिंग पर्सनॉलिटी ऑफ द ईयर’ कैटेगरी के तहत मिला।
आनंद दुबे :
जुलाई में प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने 15 प्रदेश प्रवक्ता की घोषणा की, जिसमें मऊ जनपद के निवासी व जी न्यूज के पूर्व पत्रकार आनंद दुबे का नाम भी शामिल था। आनंद दुबे ‘जी न्यूज’ में पांच वर्षों तक रहे। उन्होंने जुलाई, 2014 में जी न्यूज जॉइन किया था। वे यहां सीनियर प्रड्यूसर थे। इसके पहले वे पी7 न्यूज चैनल में दो साल तक रहे। इसके अतिरिक्त आनंद दुबे ने कई प्रतिष्ठित मीडिया संस्थानों के साथ काम किया है। वे ‘इंडिया टीवी’, ‘सहारा समय’, ‘नवभारत टाइम्स’ और ‘अमर उजाला’ में काम कर चुके हैं।
इसके अतिरिक्त उन्होंने ‘टाइम्स ऑफ इंडिया’ और ‘हिन्दुस्तान’ फ्रीलांसर के तौर पर योगादन दिया है।
जवाहर सरकार :
पूर्व नौकरशाह और ‘प्रसार भारती’ के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) रहे जवाहर सरकार को तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने इस साल जुलाई में राज्यसभा के लिए नॉमिनेट किया, जिसके बाद उन्हें राज्यसभा के लिए उपचुनाव में निर्विरोध चुन लिया गया। जवाहर सरकार तृणमूल कांग्रेस सदस्य दिनेश त्रिवेदी द्वारा सदन की सदस्यता से इस्तीफा देने के बाद खाली हुयी सीट के लिए चुने गए थे। त्रिवेदी बाद में भाजपा में शामिल हो गए थे।
लगभग 70 वर्ष के जवाहर सरकार कोलकाता के रहने वाले हैं। जवाहर सरकार ने राजनीति शास्त्र में ऑनर्स के साथ स्नातक, समाज शास्त्र में एक एम.ए और इतिहास में और एक एम.ए किया है। वह यूनाइटेड किंगडम के कैंब्रिज तथा ससेक्स विश्वविद्यालयों से प्रशिक्षित होने के अलावा न्यूयॉर्क विश्वविद्यालय में शिक्षा ग्रहण कर चुके हैं।
डॉ. पंकज श्रीवास्तव :
सितंबर में कांग्रेस पार्टी ने वरिष्ठ पत्रकार डॉ. पंकज श्रीवास्तव को मीडिया एवं कम्युनिकेशन विभाग का वाइस चेयरमैन नियुक्त किया। बता दें कि डॉ. श्रीवास्तव को इलेक्ट्रॉनिक व प्रिंट मीडिया में काम करने का दो दशकों से ज्यादा का अनुभव रहा है।
उन्होंने पत्रकारिता की शुरुआत ‘अमर उजाला’ अखबार से की थी। इसके बाद वे इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में आ गए और लखनऊ में ‘स्टार न्यूज’ (अब एबीपी न्यूज) से अपनी पारी को आगे बढ़ाया। लखनऊ के बाद उन्होंने नई दिल्ली में ‘आईबीएन7’ (अब न्यूज18 इंडिया), ‘सहारा समय’, ‘सूर्या समाचार’ व ‘स्वराज न्यूज’ चैनल में अपना योगदान दिया।
अवनीश त्यागी :
सितंबर में वरिष्ठ पत्रकार अवनीश त्यागी ने भारतीय जनता पार्टी को जॉइन कर लिया और उत्तर प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने उन्हें बीजेपी का प्रदेश प्रवक्ता नियुक्त किया। बता दें कि अवनीश त्यागी उत्तर प्रदेश के वरिष्ठ पत्रकार हैं। वह काफी समय तक राजधानी लखनऊ में हिंदी अखबार ‘दैनिक जागरण’ के राज्य ब्यूरो में कार्यरत रहे हैं और कुछ महीने पहले ही वहां से सेवानिवृत्त हुए हैं।
प्रदीप यादव :
लखनऊ के वरिष्ठ पत्रकार प्रदीप यादव ने इस साल अक्टूबर में पत्रकारिता को अलविदा कह दिया और इसके बाद उन्होंने लखनऊ में अपने कुछ साथियों के साथ ‘आम आदमी पार्टी’ (आप) की सदस्यता ग्रहण कर ली। मूल रूप से इटावा के रहने वाले प्रदीप यादव को पत्रकारिता के क्षेत्र में काम करने का करीब डेढ़ दशक का अनुभव है। इस दौरान वह तमाम बड़े मीडिया संस्थानों में अपनी जिम्मेदारी निभा चुके हैं। वह पिछले करीब पांच साल से टाइम्स समूह में कार्यरत थे।
प्रदीप यादव ने पत्रकारिता के क्षेत्र में अपने करियर की शुरुआत कानपुर से दैनिक जागरण समूह के साथ की थी। उसके बाद वह लखनऊ में हिंदी दैनिक ‘हिन्दुस्तान’ से जुड़ गए और यहां करीब पांच वर्ष तक कार्य किया। इसके बाद वह दिल्ली चले गए, जहां ‘जी बिजनेस’ में चार वर्षों तक काम किया। पिछले करीब 5 सालों से वह टाइम्स समूह में कार्यरत थे। इस दौरान वह 'इकनॉमिक टाइम्स' के ऑनलाइन संस्करण में रहे और अंत में 'नवभारत टाइम्स' के डिजिटल संस्करण के लिए काम कर रहे थे।
पढ़ाई-लिखाई की बात करें तो प्रदीप यादव ने राजनीति विज्ञान और पत्रकारिता विषय में एमए किया है। इसके अलावा उन्होंने जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी से पत्रकारिता एवं सृजनात्मक लेखन में डिप्लोमा किया है।