2020 में कुछ ऐसे वरिष्ठ पत्रकार, जिनका बढ़ा 'करियर ग्राफ'

2020 मे कुछ ऐसी यादें, जो मीडिया इंडस्ट्री से जुड़े लोगों की हैं, जिनके करियर ग्राफ ने एक नए मुकाम को छुआ है। आइए, यहां ऐसी ही कुछ शख्सियतों के बारे में जानते हैं।

समाचार4मीडिया ब्यूरो by
Published - Thursday, 31 December, 2020
Last Modified:
Thursday, 31 December, 2020
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नए साल को लेकर लोगों में काफी उल्लास है, लेकिन हर बार गुजरता हुआ साल कुछ ऐसी भी यादें दे जाता है, जो किसी के करियर के लिहाज से बहुत महत्वपूर्ण होती हैं। कुछ ऐसी ही यादें मीडिया इंडस्ट्री से जुड़े लोगों की भी हैं, जिनमें से कई के करियर ग्राफ ने एक नए मुकाम को छुआ है। आइए, यहां ऐसी ही कुछ शख्सियतों के बारे में जानते हैं।

साल 2020 की शुरुआत में ही देश के बड़े न्यूज चैनल्स में शामिल ‘एबीपी न्यूज’ (ABP News) से एक बड़ी खबर निकलकर सामने आई थी। खबर ये थी कि वरिष्ठ पत्रकार शीला रावल ने ‘एबीपी न्यूज’ के साथ अपनी करीब साढ़े 15 साल पुरानी पारी को विराम दे दिया है। वह यहां सीनियर एडिटर (इन्वेस्टिगेशन) के पद पर अपनी जिम्मेदारी निभा रही थीं। ‘एबीपी न्यूज’ को जॉइन करने से पहले वह करीब 11 साल तक ‘इंडिया टुडे’ से जुड़ी रही थीं। बताया जाता है कि नए साल पर कुछ नया और खास करने के लिए ही उन्होंने यह कदम उठाया था, लेकिन वे अभी तक मीडिया से दूर हैं।

पूरी खबर यहां पढ़ें: वरिष्ठ पत्रकार शीला रावल ने उठाया बड़ा कदम

जनवरी में ही एक दूसरी खबर सामने आई कि ‘एंटर10’ (Enterr10) मीडिया प्राइवेट लिमिटेड से जॉय चक्रबर्ती ने सीईओ पद से इस्तीफा दे दिया। जॉय चक्रबर्ती ने पिछले साल मार्च में ही इस मीडिया और एंटरटेनमेंट ग्रुप को जॉइन किया था। हालांकि वे भी अभी मीडिया से दूर हैं। 

पूरी खबर यहां पढ़ें: एंटर10 मीडिया कंपनी के CEO जॉय चक्रबर्ती ने लिया बड़ा फैसला

जनवरी में ही रिलायंस कैपिटल के चीफ कम्युनिकेशन ऑफिसर अरिजीत डे बेनेट कोलमैन एंड कंपनी (टाइम्स ग्रुप) से जुड़ गए थे। उन्हें यहां कॉरपोरेट डेवलपमेंट का हेड नियुक्त किया गया था। डे पर बीसीसीएल में नव-निर्मित कार्यप्रणाली की जिम्मेदारी सौंपी गई थी, जो ग्रुप के लिए पब्लिक अफेयर्स व कम्युनिटी इनिशिएटिव्स, कॉरपोरेट कम्युनिकेशंस, ब्रैंड कम्युनिकेशंस और एक्टिवेशन का काम करती है।

पूरी खबर यहां पढ़ें: इस मीडिया कंपनी से जुड़े रिलायंस कैपिटल के चीफ कम्युनिकेशन ऑफिसर अरिजीत डे

जनवरी में एक और खबर आई कि वरिष्ठ पत्रकार और हिंदी न्यूज चैनल ‘जनतंत्र टीवी’ (JANTANTRA TV) की मैनेजिंग एडिटर शीतल राजपूत ने संस्थान को बाय बोल दिया है। वरिष्ठ टीवी पत्रकार वाशिंद्र मिश्र के नेतृत्व में रिलॉन्च हुए ‘जनतंत्र टीवी’ के साथ शीतल राजपूत ने पिछले साल ही अपनी पारी शुरू की थी। वह चैनल के फ्लैगशिप शो ‘सवाल भारत का’ (SAWAL BHARAT KA) को होस्ट कर रही थीं। फिलहाल उनके बारे में भी जनवरी के बाद से कोई खबर सामने नहीं आई है।

पूरी खबर यहां पढ़ें: वरिष्ठ टीवी पत्रकार शीतल राजपूत ने लिया ये बड़ा फैसला

जनवरी में कई लोगों के पुराने संस्थान को छोड़ने और नए संस्थान से जुड़ने की खबरें सामने आई। ऐसी ही एक खबर वरिष्ठ पत्रकार आलोक कुमार को लेकर आई कि उन्होंने ‘नवभारत टाइम्स’ (डिजिटल) के साथ अपनी नई पारी की शुरुआत की है। 2020 की जनवरी में ही उन्होंने यहां एडिटर के तौर पर जॉइन किया था। इस नई जिम्मेदारी को संभालने से पहले आलोक कुमार ‘टीवी9’ समूह के साथ जुड़े हुए थे और एग्जिक्यूटिव एडिटर (डिजिटल) के पद पर अपनी भूमिका निभा रहे थे। बिहार में मुजफ्फरपुर के मूल निवासी आलोक कुमार को मीडिया के क्षेत्र में काम करने का काफी अनुभव है। पूर्व में वह कई प्रतिष्ठित मीडिया संस्थानों में अपनी प्रतिभा दिखा चुके हैं।

पूरी खबर यहां पढ़ें: अब इस मीडिया समूह से जुड़े वरिष्ठ पत्रकार आलोक कुमार, मिली बड़ी जिम्मेदारी

फिर खबर आई कि वरिष्ठ पत्रकार फे डिसूजा अब लोगों को नए अंदाज में खबरों से रूबरू कराएंगी क्योंकि उन्होंने सिलिकन वैली (Silicon Valley) के शॉर्ट विडियो नेटवर्क ‘फायरवर्क’ (Firework) के साथ अपनी नई पारी शुरू की है और वे देश भर की खास खबरों को 30 सेकेंड के विडियो में दिखाएंगी। बता दें कि इससे पहले सितंबर 2019 तक डिसूजा टाइम्स नेटवर्क के अंग्रेजी न्यूज चैनल ‘मिरर नाउ’ (Mirror Now) में एग्जिक्यूटिव एडिटर के तौर पर काम कर रही थीं। ‘मिरर नाउ’ के शो ‘द अर्बन डिबेट’ (The Urban Debate) की एंकरिंग के दौरान उन्हें काफी प्रसिद्धि मिली थी।

पूरी खबर यहां पढ़ें: अब नए अंदाज में खबरों से रूबरू कराएंगी वरिष्ठ पत्रकार फे डिसूजा

फरवरी में ‘सोनी पिक्चर्स नेटवर्क्स इंडिया’ (Sony Pictures Networks India) से एक बड़ी खबर सामने आई कि ‘सोनी पिक्चर्स नेटवर्क्स इंडिया’ ने सौगाता मुखर्जी (Saugata Mukherjee) को अपने यहां नियुक्त किया है। उन्हें डिजिटल बिजनेस का हेड (ऑरिजिनल कंटेंट) बनाया गया है। अपनी नई भूमिका में मुखर्जी ‘सोनी लिव’ के लिए हिंदी ऑरिजिनल कंटेंट की तमाम पहलों (initiatives) का नेतृत्व करेंगे और इस प्लेटफॉर्म की मौजूदगी को विस्तार देंगे। इससे पहले मुखर्जी ‘हॉटस्टार’ (Hotstar) से जुड़े हुए थे जहां वह हेड ऑफ डेवलपमेंट और क्रिएटिव के साथ-साथ ‘हॉटस्टार स्पेशल्स’ (Hotstar Specials) के एडिटर की जिम्मेदारी संभाल रहे थे। अपने 15 साल से ज्यादा के करियर में मुखर्जी विभिन्न संस्थानों में प्रमुख पदों पर काम कर चुके हैं।

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फरवरी में ही 'एचटी डिजिटल’ (HT Digital) की एडिटर (न्यूजरूम ऑपरेशंस) शुचि शुक्ला ने अपनी नई पारी की शुरुआत की थी। उन्होंने मीडिया फर्म ‘ओपोई’ (Opoyi) में बतौर मैनेजिंग एडिटर जॉइन किया था। इस मीडिया फर्म को 'एचटी डिजिटल स्ट्रीम्स’ की पूर्व चीफ कंटेंट ऑफिसर नीलांजना भादुड़ी झा और पूर्व सीईओ राजीव बंसल ने शुरू किया। बता दें कि शुचि शुक्ला पूर्व में एनडीटीवी, टाइम्स ऑफ इंडिया और हिन्दुस्तान टाइम्स जैसे मीडिया संस्थानों के साथ काम कर चुकी हैं। इसके अलावा वह ‘एमएसएन’ के ग्लोबल प्लेटफॉर्म्स के लिए भी काम कर चुकी हैं।

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इसके बाद स्टार ग्रुप (Star Group) से बड़ी खबर सामने आई कि ‘स्टार जलशा’ (Star Jalsha) और ‘जलशा मूवीज’ (Jalsha Movies) के वाइस प्रेजिडेंट व बिजनेस हेड सग्निक घोष ने कंपनी को अपना इस्तीफा सौंप दिया। वे पिछले चार साल पांच महीनों से स्टार में बंगाली चैनलों की कमान संभाले हुए थे। वे इन दोनों चैनलों में बिजनेस ऑपरेशंस, कंटेंट डेवलपमेंट व प्रोग्रामिंग स्ट्रैटजी पर काम कर रहे थे। इस भूमिका को निभाने से पहले वे ‘स्टार भारत’ (Star Bharat) के जनरल मैनेजर व बिजनेस हेड के तौर पर स्टार ग्रुप में अपना योगदान दे रहे थे। मई में ये खबर आई कि उन्होंने डिजिटल मार्केटिंग एजेंसी Liqvd Asia में बतौर मैनेजिंग पार्टनर अपनी नई पारी शुरू की है। उन्होंने ‘एक्सिस बैंक’ (Axis bank) के साथ चार साल, दस महीने काम किया।

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वहीं फरवरी में ‘जी’ (Zee) समूह से खबर आई कि न्यूज वेबसाइट ‘इंडिया डॉट कॉम’ (India.com) की न्यूज एडिटर रुचि दुआ ने यहां से इस्तीफा दे दिया है। वह अपनी नई पारी की शुरुआत ‘हिन्दुस्तान टाइम्स’ (डिजिटल) में बतौर एसोसिएट एडिटर करने जा रही हैं। अपनी नई भूमिका में वह चीफ कंटेंट ऑफिसर प्रसाद सान्याल को रिपोर्ट करेंगी। दिल्ली की रहने वाली रुचि दुआ को डिजिटल पत्रकारिता में काम करने का दस साल से ज्यादा का अनुभव है। उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय के कमला नेहरू कॉलेज से पढ़ाई करने के साथ ही गुरु गोबिंद सिंह इंद्रप्रस्थ यूनिवर्सिटी से पत्रकारिता की डिग्री ली है। 

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मार्च में ‘टाइम्स ग्रुप’ (Times Group) से एक बड़ी खबर निकलकर सामने आई कि पार्थ सिन्हा यहां पर प्रेजिडेंट (रिस्पॉन्स) की जिम्मेदारी संभालने जा रहे हैं। उनकी प्राथमिक जिम्मेदारी रेवेन्यू बढ़ाने के साथ ही ब्रैंड्स और कंटेंट के बीच तालमेल को और बेहतर बनाना होगी। इससे पहले पार्थ सिन्हा ‘मैक्केन वर्ल्डग्रुप’ (McCann Worldgroup) में वाइस चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर के पद पर अपनी भूमिका निभा रहे थे। बता दें कि सिन्हा ने आईआईटी खड़गपुर और आईआईएम अहमदाबाद से पढ़ाई की है। करीब 30 साल के अपने करियर में वह न्यूक्लियर डिजायन इंजीनियर, बैंकर, मीडिया और इंटरनेट कंपनियों में स्ट्रैटेजी और मार्केटिंग हेड रहने के साथ ही एडवर्टाइजिंग स्ट्रैटेजिस्ट भी रह चुके हैं। पूर्व में वह ‘सिटी बैंक’ (Citibank), ‘जी’ (Zee), ‘ऑगिल्वी’ (Ogilvy), ‘पब्लिशिस’ (Publicis) और ‘बीबीएच’ (BBH) के साथ भी काम कर चुके हैं।

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मार्च में ये भी खबर आई कि ‘फॉक्स स्टार स्टूडियोज’ (Fox Star Studios) के सीईओ विजय सिंह ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। वे लगभग 10 वर्षों से इस कंपनी के साथ जुड़े हुए हैं और करीब दो-तीन महीनें तक इसके साथ काम करेंगे। मीडिया में आयी खबर के मुताबिक, ‘द वॉल्ड डिज्नी कंपनी’ (The Walt Disney Company) के स्टूडियो एंटरटेनमेंट के एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर व हेड बिक्रम दुग्गल विजय सिंह की जगह लेंगे। वैसे विजय सिंह को लेकर कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में ये दावा किया गया कि सिंह अपनी अगली पारी किसी ऐसी विदेशी मीडिया ब्रैंड के साथ शुरू करेंगे, जो इंडियन मार्केट में दस्तक देने वाली है।

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मार्च में वरिष्ठ पत्रकार मिलिंद खांडेकर ने ‘बीबीसी (इंडिया)’ के डिजिटल एडिटर के पद से इस्तीफा दे दिया और हमारी सहयोगी वेबसाइट एक्सचेंज4मीडिया को उच्च स्तरीय स्रोतों से ये मिली कि वे जल्द ही इंडिया टुडे ग्रुप में वरिष्ठ पद पर जॉइन कर सकते हैं। हुआ भी ऐसा ही। अप्रैल में ये खबर आई कि उन्होंने ‘तक चैनल्स’ (Tak Channels) के मैनेजिंग एडिटर के रूप में ‘इंडिया टुडे’ ग्रुप जॉइन कर लिया है और वे वाइस चेयरपर्सन और मैनेजिंग डायरेक्टर कली पुरी को रिपोर्ट करेंगे। 

पूरी खबर यहां पढ़ें: इस ग्रुप से जुड़े वरिष्ठ पत्रकार मिलिंद खांडेकर, मिली बड़ी जिम्मेदारी

मार्च में गूगल (Google) ने भारत में ‘गूगल क्लाउड’ (Google Cloud)  के लिए मैनेजिंग डायरेक्टर के पद पर करण बाजवा को नियुक्ति किया। अपनी नई भूमिका में, बाजवा ने ‘गूगल क्लाउड’ के मार्केट ऑपरेशंस के लिए रेवेन्यू जुटाने की जिम्मेदारी संभाली। बाजवा को तीन दशकों का लंबा अनुभव है। गूगल से पहले, बाजवा ‘आईबीएम’ (IBM) में भारत के लिए मैनेजिंग एडिटर के तौर पर अपनी सेंवाएं दे रहे थे, जबकि इसके पहले वे 8 वर्षों तक ‘माइक्रोसॉफ्ट’ (Microsoft) के साथ जुड़े हुए थे। उन्होंने भारत में ‘सिस्को सिस्टम’ (Cisco Systems) के साथ बतौर वाइस प्रेजिडेंट काम किया है।

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मार्च में ही ‘जी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेज लिमिटेड’ (ZEEL) ने ऐड गुरु पीयूष पांडेय को स्वतंत्र निदेशक (इंडिपेंडेंट डायरेक्टर) के रूप में नियुक्त किया है। ‘जी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेज लिमिटेड’ के बोर्ड की 20 मार्च 2020 को हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया। पीयूष पांडेय की यह नियुक्ति ‘नामांकन और पारिश्रमिक समिति’ (Nomination & Remuneration Committee) की सिफारिशों के आधार पर की गई है और यह 24 मार्च 2020 से प्रभावी हुई। ‘पद्मश्री’ अवॉर्ड से सम्मानित पीयूष पांडेय को एडवर्टाइजिंग के क्षेत्र में काम करने का 37 साल से ज्यादा का अनुभव है। उन्होंने दिल्ली के सेंट स्टीफन कॉलेज से मास्टर्स ऑफ आर्ट्स की पढ़ाई की है। वर्तमान में वह ऑगिल्वी एंड माथर के एग्जिक्‍यूटिव चेयरमैन हैं। जनवरी 2019 में उन्हें ऑगिल्वी का वर्ल्डवाइड चीफ क्रिएटिव ऑफिसर भी बनाया गया था।

पूरी खबर यहां पढ़ें: ‘Zee’ समूह से जुड़े ऐड गुरु पीयूष पांडेय, मिली बड़ी जिम्मेदारी

अप्रैल शुरू होते ही एक बड़ी खबर सामने आई कि वरिष्ठ पत्रकार और CNN News18 (सीएनएन न्यूज) 18 के एग्जिक्यूटिव एडिटर भूपेंद्र चौबे  ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। वह इस संस्थान से करीब 15 साल से जुड़े हुए थे। वर्ष 2005 में उन्हें एग्जिक्यूटिव एडिटर की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। जुलाई में भूपेंद्र चौबे ‘आंध्र प्रभा पब्लिकेशन’ (Andhra Prabha Publication) में बतौर ग्रुप एडिटर-इन-चीफ और सीईओ के पद पर जुड़ गए। साथ ही वे इसके को-प्रमोटर/ओनर के साथ-साथ इसकी कोर फाउंडिग टीम के सदस्य भी बने। अपनी इस भूमिका में वह अखबार के 12 एडिशन, अंग्रेजी न्यूज चैनल 'इंडिया अहेड' (India Ahead) और कंपनी के रीजनल कामों की जिम्मेदारी भी संभाल रहे हैं।

पूरी खबर यहां पढ़ें: वरिष्ठ पत्रकार भूपेंद्र चौबे ने अब इस मीडिया समूह के साथ शुरू की नई पारी

फिर देश की प्रमुख मीडिया और एंटरटेनमेंट कंपनी 'जी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेज लिमिटेड’ (ZEEL) से एक बड़ी खबर निकलकर सामने आई। खबर थी कि वरिष्ठ पत्रकार पूजा सेठी ने यहां बतौर ग्रुप एडिटर जॉइन किया है। पूजा सेठी इससे पहले स्वास्थ्य' क्षेत्र की प्रमुख वेबसाइट myupchar.com में बतौर वाइस प्रेजिडेंट (कंटेंट स्ट्रैटेजी और पार्टनरशिप्स) अपनी जिम्मेदारी निभा रही थीं। वह यहां करीब सवा साल से जुड़ी हुई थीं।

पूरी खबर यहां पढ़ें: अब ‘Zee’ समूह से जुड़ीं पूजा सेठी, मिली ग्रुप एडिटर की जिम्मेदारी

अप्रैल में 'एबीपी न्यूज नेटवर्क' (ABP News Network) ने जुल्फिया वारिस को ‘एबीपी न्यूज नेटवर्क कंटेंट स्टूडियो’ (ABP News Network Content Studio) का बिजनेस हेड बनाया। जुल्फिया को कंपनी की नई सहायक इकाई  ‘एएनएन कंटेंट स्टूडियो’ (ANN Content Studio) के साथ-साथ सभी प्लेटफार्म्स के लिए कंटेंट प्रड्यूस करने की जिम्मेदारी सौंपी गई।

जुल्फिया को मीडिया इंडस्ट्री में 20 सालों से भी ज्यादा का अनुभव है। इससे पहले वे डिस्कवरी इंडिया (Discovery India) में प्रीमियम हेड और डिजिटल नेटवर्क की वीपी-प्रॉडक्ट हेड थीं। अपनी इस भूमिका में जुल्फिया डिस्कवरी इंडिया चैनल्स के लिए फैक्चुअल और लाइफ स्टाइल कैटेगरी में अपना योगदान देती थीं। 

पूरी खबर यहां पढ़ें: ABP न्यूज नेटवर्क ने जुल्फिया वारिस को अपनी इस नई इकाई का बनाया बिजनेस हेड

अप्रैल में ही देश के प्रतिष्ठित मीडिया समूह में शामिल ‘नेटवर्क18’ (Network18) की सहायक कंपनी ‘वायकॉम18’ (Viacom 18) के ग्रुप सीईओ और एमडी सुधांशु वत्स ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। 15 अप्रैल इस कंपनी में उनका आखिरी दिन था। करीब आठ साल से इस कंपनी से जुड़े सुधांशु वत्स ने नेटवर्क को नई बिजनेस लाइन जैसे- डिजिटल, एक्सपेरिमेंटल एंटरटेनमेंट और कंज्यूमर प्रॉडक्ट पर ले जाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इस्तीफा देने के बाद सुधांशु वत्स अब ‘Essel Propack Limited’ से जुड़ गए। कंपनी ने उन्हें चीफ एग्जिक्यूटिव ऑफिसर और मैनेजिंग डायरेक्टर के पद पर नियुक्त किया। उनकी यह नियुक्ति 16 अप्रैल 2020 से प्रभावी मानी गई। इसके अलावा कंपनी के बोर्ड ने सुधांशु वत्स को एडिशनल डायरेक्टर की भी जिम्मेदारी सौंपी। कंपनी अधिनियम 2013 के अनुसार, उन्हें प्रमुख प्रबंधकीय व्यक्ति के रूप में भी नामित किया गया। बता दें कि वत्स को एफएमसीजी (FMCG) और मीडिया सेक्टर में काम करने का 28 साल से ज्यादा का अनुभव है।

पूरी खबर यहां पढ़ें: वायकॉम18 के बाद सुधांशु वत्स को अब इस कंपनी में मिली बड़ी जिम्मेदारी

मई में खबर आई कि वरिष्ठ पत्रकार मिहिर रंजन ने हिंदी न्यूज चैनल ‘रिपब्लिक भारत’ (Republic Bharat) का दामन छोड़ दिया और अपनी नई पारी की शुरुआत ‘एबीपी न्यूज’ (ABP News) के साथ की। यहां पर उन्हें एसोसिएट वाइस प्रेजिडेंट की जिम्मेदारी सौंपी गई। मिहिर रंजन को विभिन्न मीडिया संस्थानों के साथ काम करने का लंबा अनुभव है। वह ‘रिपब्लिक टीवी’ की लॉन्चिंग टीम का हिस्सा रहे हैं और ‘रिपब्लिक भारत’ में आउटपुट एडिटर की जिम्मेदारी संभाल रहे थे। इससे पहले वह ‘टीवी टुडे नेटवर्क’ (TV Today Network) में भी अपनी अहम भूमिका निभा चुके हैं। ‘टीवी टुडे नेटवर्क’ के साथ अपनी 13-14 साल की लंबी पारी के दौरान वह कई अहम प्रोग्राम भी कर चुके हैं। 

पूरी खबर यहां पढ़ें: अब इस मीडिया ग्रुप से जुड़े वरिष्ठ पत्रकार मिहिर रंजन, मिली बड़ी जिम्मेदारी

मई में अंग्रेजी अखबार ‘हिन्दुस्तान टाइम्स’ (Hindustan Times) की नेशनल एडिटर पद्मा राव ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर इसकी घोषणा की थी। सोशल मीडिया पर की गई अपनी पोस्ट में राव ने बताया है कि वह एक ग्लोबल ऑर्गनाइजेशन के साथ दिल्ली में एक इंटरनेशनल एडिटोरियल असाइनमेंट संभालने जा रही हैं।

पूरी खबर यहां पढ़ें: HT की नेशनल एडिटर पद्मा राव ने संस्थान को कहा अलविदा, बताई ये वजह

जून में ‘इंडिया टीवी’ (India TV) से एक बड़ी खबर निकलकर सामने आई थी। खबर थी कि जनरल मैनेजर और मार्केटिंग हेड प्रदीप खत्री ने चैनल में अपनी आठ साल की पारी को विराम दे दिया है और अपने नए वेंचर के रूप में उन्होंने ऑनलाइन लर्निंग प्लेटफॉर्म ‘डिजिविद्यापीठ लर्निंग’ (Digividyapeeth Learning) के साथ एजुटेक (edutech) के क्षेत्र में कदम रखा है। खत्री ने अप्रैल 2012 में ‘इंडिया टीवी’ में बतौर चीफ मैनेजर (मार्केटिंग) जॉइन किया था। बाद में उन्हें जनरल मैनेजर और मार्केटिंग हेड के पद पर प्रमोट कर दिया गया था। ‘इंडिया टीवी’ को जॉइन करने से पहले वह ‘आजतक’ में मार्केटिंग मैनेजर के पद पर भी अपनी जिम्मेदारी निभा चुके थे। 

पूरी खबर यहां पढ़ें: इंडिया टीवी में यह बड़ा पद हुआ खाली, प्रदीप खत्री ने दिया इस्तीफा

जून में ही वरिष्ठ पत्रकार निधि राजदान को लेकर एक बड़ी खबर आई कि उन्होंने ‘एनडीटीवी’ (NDTV) के साथ अपनी पारी को विराम देने का फैसला कर लिया है। वह करीब 21 साल से इस संस्थान के साथ जुड़ी हुई थीं। इस बात की जानकारी निधि राजदान ने खुद ट्वीट करके दी थी और बताया था कि वह 2020 के अंत में प्रतिष्ठित ‘हार्वर्ड यूनिवर्सिटी’ के फैकल्टी ऑफ आर्ट्स एंड साइंसेज में बतौर एसोसिएट प्रोफेसर अपनी पारी शुरू करने जा रही हैं।

पूरी खबर यहां पढ़ें: वरिष्ठ पत्रकार निधि राजदान ने NDTV छोड़ने का लिया फैसला, बताई ये वजह

जून में ही हिंदी न्यूज चैनल ‘न्यूज नेशन’ (News Nation) से एक बड़ी खबर निकलकर सामने आई कि यहां मैनेजिंग एडिटर के तौर पर कार्यरत वरिष्ठ पत्रकार अजय कुमार ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। अजय कुमार वर्ष 2013 से इस चैनल के साथ जुड़े हुए थे और चैनल को लॉन्च करने वाली कोर टीम के सदस्य भी थे। हालांकि जुलाई की शुरुआत में खबर आई कि उन्होंने ‘इंडिया टीवी’ (India TV) में बतौर कंसल्टिंग एडिटर अपनी नई पारी शुरू की है। मूल रूप से बिहार के रहने वाले अजय कुमार को विभिन्न मीडिया संस्थानों में काम करने का करीब 27 साल का अनुभव है।   

पूरी खबर यहां पढ़ें: अब इस चैनल में बड़ी भूमिका निभाएंगे वरिष्ठ पत्रकार अजय कुमार

फिर खबर आई कि ‘ओवर द टॉप’ (OTT) प्लेटफॉर्म ‘डिज्नी+हॉटस्टार’ (Disney+ Hotstar) को भारत में नया हेड मिल गया है। दरअसल, सुनील रेयान (Sunil Rayan) को भारत में ‘Disney+ Hotstar’ का नया प्रेजिडेंट और हेड नियुक्त किया गया। रेयान ने ‘गूगल’ में विभिन्न पदों पर सात साल की पारी खेलने के बाद यहां जॉइन किया था। उन्हें बिजनेस बिल्डिंग, स्ट्रैटेजी, सेल्स, बिजनेस डेवलपमेंट, मार्केटिंग, कॉमर्शियल और प्रॉडक्ट ऑपरेशंस का करीब 20 साल का अनुभव है। ‘गूगल’ में वह कैलिफोर्निया में मैनेजिंग डायरेक्टर (Cloud for Games) के पद पर कार्यरत थे।

पूरी खबर यहां पढ़ें: इस बड़े पद पर Disney+ Hotstar से जुड़े सुनील रेयान

हिंदी न्यूज चैनल ‘इंडिया टीवी’ में कंसल्टिंग एडिटर अजय कुमार की नियुक्ति के बाद दो और चेहरों को शामिल करने की खबर आई, जिनमें आनंद पांडे को एडिटर (रिसर्च एंड प्लानिंग) और जयप्रकाश सिंह को मुंबई का ब्यूरो चीफ बनाया गया था। आनंद पांडे को मीडिया में 25 साल का अनुभव है। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत 1995 में बतौर रिपोर्टर ‘दैनिक भास्कर’ के इंदौर एडिशन से की थी।वहीं दो साल के अंतराल के बाद, एक बार फिर जयप्रकाश सिंह ने ‘इंडिया टीवी’ में वापसी की थी। इस बार भी उन्हें मुंबई का ब्यूरो चीफ नियुक्त किया गया, जबकि इससे पहले भी वे मुंबई के ब्यूरो चीफ ही थे और तब उन्होंने छह साल तक ‘इंडिया टीवी’ के साथ काम किया था। उन्हें प्रिंट और टेलिविजन पत्रकारिता में 26 साल का अनुभव है। ‘इंडिया टीवी’ जॉइन करने से पहले वे ‘सहारा समय’ और ‘आईबीएन7’ (अब न्यूज18 इंडिया) में अपना योगदान दे चुके थे।

पूरी खबर यहां पढ़ें:‘इंडिया टीवी’ में बड़े पद हुईं दो अन्य नियुक्तियां, इन्हें मिली जगह

फिर नेटवर्क18 को अलविदा कहने के वाले बसंत धवन को लेकर खबर आई कि देश की जानी-मानी स्पोर्ट्स मार्केटिंग और मैनेजमेंट कंपनी ‘ट्वेंटी फर्स्ट सेंचुरी मीडिया’ (TCM) ने बसंत धवन को चीफ एग्जिक्यूटिव ऑफिसर (CEO) के पद पर नियुक्त किया। उनकी इस भूमिका में बसंत धवन के कंधों पर कंपनी ने सभी मौजूदा बिजनेस वर्टिकल्स (स्पोर्ट्स कंसल्टेंसी, डोमेस्टिक लीग राइट्स, एथलीट रिप्रजेंटेशन, स्पॉन्सरशिप मैनेजमेंट और ईवेंट ऑपरेशंस आदि) की जिम्मेदारी सौंपी थीं। इसके अलावा घरेलू और अंतरराष्ट्रीय मार्केट्स में कंपनी के लिए स्पोर्ट्स कंटेंट स्ट्रैटेजी को विकसित करने और उसे लागू करने के साथ ही नए बिजनेस लाइन को चलाने की जिम्मेदारी भी उनके कंधों पर डाली गई थी। इस नियुक्ति से पहले धवन नेटवर्क18 में ‘सीएनएन न्यूज18’, ‘सीएनबीसी टीवी18’, ‘सीएनबीसी आवाज’ और ‘सीएनबीसी बाजार’ चैनल्स का नेतृत्व कर रहे थे। वे नेटवर्क18’ में  अंग्रेजी और बिजनेस न्यूज चैनल में सीईओ के पद पर कार्यरत थे।

पूरी खबर यहां पढ़ें: नेटवर्क18 को अलविदा कहने के बाद अब बसंत धवन इस कंपनी में बने CEO

हिंदी न्यूज चैनल ‘न्यूज नेशन’ (News Nation) को बाय बोलने के बाद टीवी पत्रकार कुमार प्रत्यूष ने ‘रिपब्लिक भारत’ (Republic Bharat) के साथ अपनी नई पारी की शुरुआत जुलाई में की। यहां उन्होंने बतौर आउटपुट एडिटर जॉइन किया। न्यूज नेशन में भी वह आउटपुट एडिटर की जिम्मेदारी संभाल रहे थे। मूल रूप से बिहार के रहने वाले कुमार प्रत्यूष को पत्रकारिता के क्षेत्र में काम करने का करीब 20 साल का अनुभव है। दिल्ली यूनिवर्सिटी से पढ़ाई करने के बाद उन्होंने प्रॉडक्शन हाउस ‘बीएजी’ (BAG) के साथ अपने पत्रकारिता करियर की शुरुआत की थी।

पूरी खबर यहां पढ़ें: News Nation को छोड़ अब इस चैनल में आउटपुट एडिटर की भूमिका निभाएंगे कुमार प्रत्यूष

जुलाई में ही ‘द न्यू इंडियन एक्सप्रेस’ (The New Indian Express) में अमिताभ बिश्नोई को एक नई जिम्मेदारी दी गई थी। उन्हें डिजिटल का वाइस प्रेजिडेंट बनाया गया था। बता दें कि इसके पहले वे दिसंबर 2019 से इस ऑर्गनाइजेशन में मार्केटिंग व डिजिटल ऑपरेशंस के वाइस प्रेजिडेंट थे। देश के प्रतिष्ठित मीडिया संस्थान IIMC के पूर्व छात्र रह चुके बिश्नोई ने साल 2008 से 2009 तक सहारा इंडिया मास कम्युनिकेशन (Sahara India Mass Communication) के लिए वेस्टर्न रीजन में मार्केटिंग हेड थे। 

पूरी खबर यहां पढ़ें: The New Indian Express में अमिताभ बिश्नोई को मिली बड़ी जिम्मेदारी

इसके बाद, हिंदी की प्रतिष्ठित पत्रिका ‘आउटलुक’ (outlook) से एक बड़ी खबर आई। खबर ये थी कि इस पत्रिका के संपादक हरवीर सिंह ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। इस बात की जानकारी हरवीर सिंह ने खुद समाचार4मीडिया को दी। उन्होंने अपने फेसबुक वॉल पर भी इसका जिक्र किया था। इस पोस्ट में हरवीर सिंह ने बताया था कि उन्होंने अब ‘हिंद किसान’ (Hind Kisan) में बतौर एडिटर-इन-चीफ नई पारी की शुरुआत कर दी है। मूल रूप से मुजफ्फरनगर के रहने वाले हरवीर सिंह को पत्रकारिता के क्षेत्र में काम करने का 30 साल से ज्यादा का अनुभव है।

पूरी खबर यहां पढ़ें: आउटलुक को बाय बोल वरिष्ठ संपादक हरवीर सिंह ने नई दिशा में बढ़ाए कदम

फिर 'हिन्दी खबर' न्यूज नेटवर्क से खबर थी कि वरिष्ठ पत्रकार धनंजय सिंह ने मैनेजिंग एडिटर के तौर पर चैनल को जॉइन कर लिया है। धनंजय सिंह को पिछले ढाई दशक से ज्यादा का अनुभव है। वे ‘आजतक’,  ‘इंडिया टीवी’, ‘IBN7’ (न्यूज18इंडिया), जी न्यूज, ‘रिपब्लिक भारत’ और सहारा जैसे बड़े मीडिया घरानों में सीनियर पोजिशन्स पर कार्य कर चुके हैं।

पूरी खबर यहां पढ़ें: वरिष्ठ पत्रकार धनंजय सिंह ने इस चैनल से की नई पारी की शुरुआत, बने मैनेजिंग एडिटर

जुलाई के अंत में खबर आई कि टेक-मीडिया स्टार्टअप NEWJ (न्यू इमर्जिंग वर्ल्ड ऑफ जर्नलिज्म लिमिटेड) ने वरिष्ठ पत्रकार सिद्धार्थ जराबी को अपना मैनेजिंग एडिटर नियुक्त किया है। सिद्धार्थ जराबी देश के सबसे प्रसिद्ध पत्रकारों में से एक है, जिन्हें दो दशकों से भी ज्यादा का अनुभव है। सिद्धार्थ ने देश की कई प्रिंट कंपनियों के न्यूज रूम का नेतृत्व किया है। इसके अतिरिक्त उन्होंने ग्लोबल पार्टनर्स के साथ दो बिजनेस न्यूज चैनल्स में हेड की भूमिका निभाई है। प्रतिस्पर्धा के इस दौर की न्यूज इंडस्ट्री में उन्हें तरह-तरह के कंटेंट और कुछ नया करने का श्रेय दिया जाता है। उन्हें मीडिया का व्यापक अनुभव और गहन नॉलेज है।

पूरी खबर यहां पढ़ें: सिद्धार्थ जराबी इस टेक-मीडिया स्टार्टअप के बने मैनेजिंग एडिटर

अगस्त में न्यूज एंकर सुशांत सिन्हा ने ‘इंडिया टीवी’ (India TV) में अपनी करीब डेढ़ साल पुरानी पारी को विराम दे दिया था। वह यहां एग्जिक्यूटिव एडिटर के तौर पर कार्यरत थे। हालांकि चर्चा थी कि वह जल्द ही किसी चैनल के साथ अपनी नई पारी शुरू करेंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। वे फिलहाल एक यू-ट्यूब चैनल चला रहे हैं।

सुशांत सिन्हा ने पिछले साल मार्च में ‘इंडिया टीवी’ के साथ अपना सफर शुरू किया था। मूल रूप से पटना के रहने वाले सुशांत सिन्हा पत्रकारिता में अपने 18 साल से ज्यादा के करियर के दौरान तमाम न्यूज चैनल्स में जिम्मेदारी निभा चुके हैं।

पूरी खबर यहां पढ़ें: न्यूज एंकर सुशांत सिन्हा ने India TV को कहा अलविदा   

अगस्त में ही खबर आई कि न्यूज18 तमिलनाडु से इस्तीफा देने के बाद वरिष्ठ पत्रकार एम. गुनासेकरन (M. Gunasekaran) अब अपनी नई पारी की शुरुआत करने जा रहे हैं। वे तब कलानिधि मारन के नेतृत्व वाले ‘सन नेटवर्क’ के चैनल ‘सन न्यूज’ (Sun News) को जॉइन करने जा रहे थे। उन्होंने यहां एडिटर-इन-चीफ की कमान सौंपी गई। बता दें कि न्यूज18 तमिलनाडु में न्यूज एडिटर के पद पर कार्यरत गुनासेकरन ने यूट्यूबर मरिधास (Maridhas) द्वारा लगाए गए राजनीतिक पूर्वाग्रहों के आरोपों के बाद 31 जुलाई को अपने पद से इस्तीफा दे दिया था।

पूरी खबर यहां पढ़ें: अब इस चैनल के साथ नई पारी शुरू करेंगे वरिष्ठ पत्रकार एम गुनासेकरन

अगस्त में खबर आई कि ‘सहारा न्यूज नेटवर्क’ (Sahara News Network) में बतौर ग्रुप एडिटर अपनी जिम्मेदारी निभा रहे वरिष्ठ पत्रकार मनोज मनु ने अब यहां से बाय बोल दिया और अब उन्होंने अपना नया सफर ‘इंडिया न्यूज़ नेटवर्क’ (India News Network) के साथ शुरू किया। उन्होंने यहां पर बतौर एग्जिक्यूटिव एडिटर (नेटवर्क) जॉइन किया था। मनोज मनु ‘इंडिया न्यूज’ पर अब  एक घंटे के खास शो में एंकरिंग करते हैं, साथ ही ‘इंडिया न्यूज’ के मध्य प्रदेश/छत्तीसगढ़ चैनल्स को भी हेड हैं।

पूरी खबर यहां पढ़ें: वरिष्ठ पत्रकार मनोज मनु ने अब इस न्यूज नेटवर्क के साथ शुरू किया नया सफर

मशहूर टीवी एंकर व हिंदी न्यूज चैनल ‘न्यूज24’ (News24) की एसोसिएट एडिटर साक्षी जोशी ने भी अगस्त में अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। साक्षी जोशी इस संस्थान में करीब साढ़े चार साल से अपनी जिम्मेदारी संभाल रही थीं। समाचार4मीडिया के साथ बातचीत में साक्षी जोशी ने बताया था कि उन्होंने अपना इस्तीफा पिछले महीने ही संस्थान को सौंप दिया था और फिलहाल नोटिस पीरियड पर काम कर रही थीं। साक्षी जोशी का कहना था कि वह मीडिया के वर्तमान हालात से खुश नहीं हैं और फिलहाल किसी भी न्यूज चैनल में जॉइन नहीं करेंगी और अब वह अपने यू-ट्यूब चैनल पर ध्यान केंद्रित करेंगी और इसकी ग्रोथ की दिशा में काम करेंगी। 

पूरी खबर यहां पढ़ें: सीनियर न्यूज एंकर साक्षी जोशी ने न्यूज24 को कहा बाय, अब करेंगी ये काम

अगस्त, 2020 में ही वरिष्ठ पत्रकार राहुल सिन्हा ने ‘जी न्यूज’ (Zee News) में अपनी 18 साल लंबी पारी को विराम दे दिया था और बाद में हिंदी न्यूज चैनल ‘टीवी9 भारतवर्ष’ (TV9 Bharatvarsh) को बतौर एडिटर (असाइनमेंट) जॉइन कर लिया था। मूल रूप से उत्तर प्रदेश में मुरादाबाद के रहने वाले राहुल सिन्हा को पत्रकारिता के क्षेत्र में काम करने का 22 साल से ज्यादा का अनुभव है। उन्होंने पत्रकारिता जगत में अपने करियर की शुरुआत मुरादाबाद में ‘वीर अर्जुन’ अखबार से की थी।

पूरी खबर यहां पढ़ें: ZEE News को बाय बोल वरिष्ठ पत्रकार राहुल सिन्हा ने इस चैनल संग शुरू किया नया सफर

अगस्त में ‘राज्यसभा टीवी’ (RSTV) के एडिटर-इन-चीफ राहुल महाजन ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। वे इस पद पर करीब ढाई वर्ष से अपनी जिम्मेदारी संभाल रहे थे। इसके करीब एक माह बाद सितंबर में उन्हें दूरदर्शन में बतौर हेड (कंटेंट ऑपरेशंस) के पद पर नियुक्त किया गया। उन्हें मीडिया के क्षेत्र में काम करने का करीब 28 साल का अनुभव है। इनमें से 25 साल उन्होंने अलग-अलग मीडिया संस्थानों में काम किया है। वह प्रसार भारती में कंसल्टिंग एडिटर भी रह चुके हैं।  

पूरी खबर यहां पढ़ें: RSTV के पूर्व एडिटर-इन-चीफ राहुल महाजन को दूरदर्शन में मिली बड़ी जिम्मेदारी

सितंबर में ‘ईटी प्राइम’ (ET PRIME) के सीनियर एडिटर के पद से अलग होकर ऋषि जोशी ने वरिष्ठ संपादक भूपेंद्र चौबे और सुदीप मुखिया के नेतृत्व वाले न्यूज चैनल ‘इंडिया अहेड’ (India Ahead) के साथ अपनी नई पारी शुरू की। ऋषि जोशी को विभिन्न मीडिया प्लेटफॉर्म्स के साथ काम करने का करीब दो दशक का अनुभव है।

पूरी खबर यहां पढ़ें: India Ahead से जुड़े वरिष्ठ पत्रकार ऋषि जोशी, संभालेंगे बड़ी जिम्मेदारी

सितंबर में खबर आई कि वरिष्ठ पत्रकार जैकब मैथ्यू वरिष्ठ संपादक भूपेंद्र चौबे और सुदीप मुखिया के नेतृत्व वाले न्यूज चैनल ‘इंडिया अहेड’ (India Ahead) के साथ अपनी नई पारी शुरू की। उन्हें यहां डायरेक्टर (न्यूज) के पद पर जॉइन किया। मैथ्यू मीडिया इंडस्ट्री के साथ दो दशक से ज्यादा समय से जुड़े हुए हैं। पूर्व में वह ‘सीएनएन आईबीएन’ (CNN IBN), ‘इंडिया टीवी’ (INDIA TV), ‘एएनआई’ (ANI), ‘रॉयटर्स’ (Reuters) और न्यूज24 (NEWS 24) जैसे प्रतिष्ठित मीडिया संस्थानों में अपनी जिम्मेदारी निभा चुके हैं।

पूरी खबर यहां पढ़ें: इस चैनल में डायरेक्टर (न्यूज) की जिम्मेदारी निभाएंगे वरिष्ठ पत्रकार जैकब मैथ्यू

फिर खबर आई कि एशियानेट न्यूज मीडिया एंड एंटरटेनमेंट प्रा. लिमिटेड (Asianet News Media & Entertainment Pvt. Ltd.) ने राजेश कालरा को अपना एग्जिक्यूटिव चेयरमैन नियुक्त किया है। वे बोर्ड में भी शामिल होंगे। इससे पहले कालरा 'टाइम्स इंटरनेट' (Times Internet) के चीफ एडिटर के पद पर कार्यरत थे। वह पिछले 14 वर्षों से इस पद से जुड़े हुए थे। वे साल 2000 से 2006 के बीच एक एंत्रप्रेन्योर भी रह चुके हैं, जब उनकी कंपनी ने याहू इंडिया (Yahoo India), एमएसएन इंडिया (MSN India), मंत्रा ऑनलाइन (Mantra Online) जैसी वेबसाइट्स के डायनामिक पोर्शन को मैनेज किया और देश की पहली 24*7 न्यूज वेबसाइट ‘नारदऑनलाइन’ (NaradOnline) की शुरुआत की।  

पूरी खबर यहां पढ़ें: इस मीडिया कंपनी में एग्जिक्यूटिव चेयरमैन बने राजेश कालरा

सितंबर में मीडिया गलियारों में इस बात की काफी चर्चा हो रही थी कि आखिर टीवी मीडिया का कौन सा चेहरा बीते साल लॉन्च होने वाले न्यूज चैनल R9 की कमान संभालेगा, पर अब इस बात पर मुहर तब लग गई जब चैनल के नए डायरेक्टर (न्यूज) की कमान ‘समाचार प्लस’ न्यूज चैनल के सीईओ व एडिटर-इन-चीफ रह चुके वरिष्ठ पत्रकार उमेश कुमार ने संभाली। इसके अतिरिक्त उमेश कुमार को चैनल के सीईओ पद की जिम्मेदारी दी गई थी।

पूरी खबर यहां पढ़ें: ‘बांग्ला भारत’ के CEO उमेश कुमार ने अब इस चैनल की भी संभाली कमान

फिर खबर थी कि वरिष्ठ पत्रकार रोहित विश्वकर्मा ने ‘एबीपी नेटवर्क’ (ABP Network) के साथ अपनी नई पारी की शुरुआत की है। उन्होंने यहां पर बतौर एडिटोरियल कंसल्टेंट जॉइन किया था। इससे पहले रोहित विश्वकर्मा ‘इंडिया न्यूज’ (India News) के साथ डिप्टी मैनेजिंग एडिटर के तौर पर जुड़े हुए थे। उन्होंने पिछले साल ही यहां जॉइन किया था। हालांकि, इस चैनल के साथ उनका सफर ज्यादा लंबा नहीं चला और करीब आठ महीने बाद ही उन्होंने यहां से अलविदा कह दिया था।  

पूरी खबर यहां पढ़ें: ABP नेटवर्क से जुड़े वरिष्ठ पत्रकार रोहित विश्वकर्मा, मिली ये जिम्मेदारी

अक्टूबर 2020 में सीनियर न्यूज एंकर और ‘न्यूज 24’ (News 24) की न्यूज एडिटर कविता सिंह ने यहां से इस्तीफा दे दिया था और ‘रिपब्लिक भारत’ (Republic Bharat) में बतौर सीनियर न्यूज एडिटर जॉइन किया था। जॉइनिंग के पहले ही दिन वह चैनल की हाथरस कवरेज का हिस्सा बनीं थी। ‘रिपब्लिक भारत’ के साथ उनकी यह दूसरी पारी है, जिसे वह बखूबी निभा रही हैं। कविता सिंह को पत्रकारिता के क्षेत्र में काम करने का 15 साल का अनुभव है।

पूरी खबर यहां पढ़ें: सीनियर न्यूज एंकर कविता सिंह की 'रिपब्लिक भारत' में वापसी

अक्टूबर में हिंदी न्यूज चैनल ‘एबीपी न्यूज’ (ABP News) से एक बड़ी खबर निकलकर सामने आई कि चैनल के एग्जिक्यूटिव एडिटर निखिल दुबे ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने पिछले साल अगस्त में इस चैनल को जॉइन किया था। ‘एबीपी न्यूज’ में उनकी यह तीसरी पारी थी। उन्होंने अपनी नई पारी ‘जी न्यूज’ (zee news) के साथ शुरू की है। बता दें कि टीवी न्यूज इंडस्ट्री में पर्दे के पीछे काम करने वालों में निखिल कुमार दुबे ऐसा चेहरा हैं, जिन्हें काफी काबिल माना जाता है।

पूरी खबर यहां पढ़ें: वरिष्ठ टीवी पत्रकार निखिल दुबे ने ABP न्यूज को बोला बाय, इस चैनल संग शुरू करेंगे नई पारी

नवंबर 2020 में हिंदी न्यूज चैनल ‘रिपब्लिक भारत’ (Republi Bharat) से अलग हुए वरिष्ठ पत्रकार शमशेर सिंह ने ‘जी हिन्दुस्तान’ (Zee Hindustan) में बतौर मैनेजिंग एडिटर अपनी नई पारी शुरू की। इस पद पर रहते हुए वह क्लस्टर-2 की डिजिटल प्रॉपर्टीज की जिम्मेदारी भी संभाल रहे हैं। शमशेर सिंह नवंबर 2018 से ‘रिपब्लिक भारत’ के साथ जुड़े हुए थे और बतौर एडिटर अपनी जिम्मेदारी संभाल रहे थे। मूल रूप से पूर्णिया (बिहार) के रहने वाले शमशेर सिंह को पत्रकारिता के क्षेत्र में 22 वर्षों से भी ज्यादा का अनुभव है।

पूरी खबर यहां पढ़ें: वरिष्ठ टीवी पत्रकार शमशेर सिंह ने इस चैनल के साथ शुरू किया नया सफर

नवंबर 2020 में ही वरिष्ठ पत्रकार पारितोष चतुर्वेदी ने लगभग दो साल के अंतराल के बाद ‘जी न्यूज’ (Zee News) में वापसी की है। यहां पर उन्होंने बतौर एग्जिक्यूटिव एडिटर जॉइन किया और आउटपुट का काम देख रहे हैं। ‘जी न्यूज’ के साथ यह पारी शुरू करने से पहले पारितोष चतुर्वेदी ‘एबीपी न्यूज’ (ABP News) में एग्जिक्यूटिव एडिटर के तौर पर अपनी जिम्मेदारी निभा रहे थे। मूल रूप से बिहार के रहने वाले पारितोष को मीडिया के क्षेत्र में काम करने का करीब 20 साल का अनुभव है।

पूरी खबर यहां पढ़ें: Zee न्यूज में पारितोष चतुर्वेदी की हुई वापसी, मिली यह बड़ी जिम्मेदारी

इसके बाद खबर आई कि वरिष्ठ पत्रकार प्रभु चावला की लंबे समय बाद इस ग्रुप में फिर वापसी हुई है। उन्हें ‘टीवी टुडे नेटवर्क’ (TVTN) में कंसल्टिंग एडिटर के पद पर नियुक्त किया गया है। फिलहाल, उन्होंने एक दिसंबर से अपनी जिम्मेदारी संभाल ली है। प्रभु चावला पूर्व में ‘इंडिया टुडे’ मैगजीन के संपादक व इंडिया टुडे समूह के संपादकीय निदेशक रह चुके हैं। इसके अलावा वह ‘आजतक’ पर एक साप्‍ताहिक टॉक शो ‘सीधी बात’ को भी होस्ट कर चुके हैं। इंडिया टुडे में शामिल होने से पहले प्रभु चावला दिल्‍ली विश्‍वविद्यालय में अर्थशास्‍त्र के व्याख्याता थे।

पूरी खबर यहां पढ़ें:वरिष्ठ पत्रकार प्रभु चावला की इंडिया टुडे समूह में वापसी, मिली बड़ी जिम्मेदारी

फिर खबर आई कि वरिष्ठ पत्रकार और न्यूज एंकर स्मिता शर्मा ने ‘इंडिया अहेड’ (India Ahead) चैनल के साथ अपनी नई पारी शुरू की है। उन्होंने यहां पर बतौर कान्ट्रीब्यूटिंग एडिटर (Contributing Editor) जॉइन किया है। पत्रकारिता में अपने 17 साल से ज्यादा के करियर में स्मिता शर्मा को प्रिंट, टीवी और डिजिटल में काम करने का अनुभव है। पूर्व में वह द ट्रिब्यून, आईबीएन7/सीएनएन-आईबीएन, इंडिया टुडे टीवी/आजतक, डीडी न्यूज और टीवी9 भारतवर्ष में अपनी जिम्मेदारी निभा चुकी हैं।

पूरी खबर यहां पढ़ें: वरिष्ठ पत्रकार स्मिता शर्मा ने इस चैनल से किया नए सफर का आगाज

दिसंबर में यह भी खबर आई कि 'जी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेज लिमिटेड’ (ZEEL) की ओटीटी सर्विस ‘ZEE5’ (Zee5) इंडिया के निवर्तमान चीफ एग्जिक्यूटिव ऑफिसर तरुण कात्याल अपनी खुद की कंटेंट कंपनी शुरू करने जा रहे हैं। हमारी सहयोगी वेबसाइट ‘एक्सचेंज4मीडिया’ (exchange4media) को विश्वस्त सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी में यह कहा गया कि ‘बालाजी टेलिफिल्म्स’ (Balaji Telefilms) उनकी कंपनी की पहली क्लाइंट होगी। हालांकि, अपने नए वेंचर को लेकर उड़ रही खबरों के बारे में तरुण कात्याल ने यह कहते हुए कुछ भी जानकारी देने से इनकार कर दिया था वे समय आने पर इसकी घोषणा करेंगे। तरुण कात्याल ने पिछले महीने Zee5 इंडिया के चीफ एग्जिक्यूटिव ऑफिसर के पद से इस्तीफा दे दिया था। वह इस महीने के अंत तक नोटिस पीरियड पर इस कंपनी में काम करते रहेंगे।

पूरी खबर यहां पढ़ें: ZEE5 India से अलग होकर तरुण कात्याल शुरू कर सकते हैं नया वेंचर

दिसंबर में ही खबर आई कि जी मीडिया ग्रुप के रीजनल चैनल ‘जी 24 घंटा’ (ZEE 24 Ghanta) से वरिष्ठ पत्रकार अंजन बंदोपाध्याय जुड़े हैं। वे यहां एडिटर की भूमिका में है। उन पर डिजिटल के अलावा चैनल के इनपुट और आउटपुट में सभी तरह के कंटेंट की जिम्मेदारी दी गई है।

33 वर्षीय पत्रकार अंजन ‘जी 24 घंटा’ में साल 2006 से 2015 तक एडिटर (इनपुट) की भूमिका निभा चुके हैं। हाल ही में, वे एबीपी डिजिटल से टीवी9 में बतौर एडिटर शामिल हुए थे और बंगाल में चैनल को लॉन्च कराने में अपना योगदान दिया था।

पूरी खबर यहां पढ़ें: Zee मीडिया में इस चैनल के एडिटर बने वरिष्ठ पत्रकार अंजन बंदोपाध्याय

और दिसंबर 2020 के अंत में खबर आई कि अंग्रेजी न्यूज चैनल ‘सीएनएन-न्‍यूज 18’ (CNN-News18) की न्यूज एंकर और स्पेशल करेसपॉन्डेंट स्नेहा मोर्दानी (Sneha Mordani) जल्द ही अपनी नई पारी शुरू करने जा रही हैं। खबर है कि वह ‘इंडिया टुडे’ (India Today) समूह में एक नई भूमिका में नजर आएंगी।

पूरी खबर यहां पढ़ें: India Today समूह के साथ नई पारी शुरू करेंगी पत्रकार स्नेहा मोर्दानी

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नेपाल हिंसा: भीड़ के हमले में ‘India TV’ के रिपोर्टर और कैमरामैन घायल

किसी तरह दोनों पत्रकार भीड़ के चंगुल से छूटकर अस्पताल पहुंचे, जहां उनका प्राथमिक उपचार किया गया। फिलहाल दोनों का आगे का स्वास्थ्य परीक्षण जारी है।

pankaj sharma by
Published - Wednesday, 10 September, 2025
Last Modified:
Wednesday, 10 September, 2025
Nepal Protest

नेपाल इस समय हिंसा और अराजकता की आग में जल रहा है। राजधानी काठमांडू समेत कई हिस्सों में भड़के विरोध-प्रदर्शन आगजनी और तोड़फोड़ में तब्दील हो चुके हैं। सरकारी इमारतों से लेकर निजी संपत्तियों तक पर प्रदर्शनकारियों का कहर बरप रहा है। इसी बीच कवरेज के लिए पहुंचे ‘इंडिया टीवी’ (India TV) के साउथ इंडिया एडिटर टी. राघवन और उनके कैमरामैन किरण कुमार पर भीड़ ने हमला कर दिया, जिसमें दोनों गंभीर रूप से घायल हो गए।

सूत्रों के मुताबिक, राघवन और किरण कुमार मंगलवार को काठमांडू पहुंचे थे। यहां से दोनों राष्ट्रपति भवन पहुंचे और लाइव रिपोर्टिंग शुरू कर दी। उस वक्त तक वहां कोई मीडिया नहीं पहुंच पाया था, अचानक एक शख्स के उकसावे में आकर भीड़ ने दोनों को घेर लिया और उनके साथ जमकर मारपीट की। यही नहीं, सारे इक्विपमेंट छीनकर उन्हें तोड़ दिया गया।

किसी तरह दोनों पत्रकार भीड़ के चंगुल से छूटकर अस्पताल पहुंचे, जहां उनका प्राथमिक उपचार किया गया। फिलहाल दोनों का आगे का स्वास्थ्य परीक्षण जारी है और भारतीय दूतावास के अधिकारी उन्हें हरसंभव मदद मुहैया करा रहे हैं।

नेपाला में पत्रकारों की सुरक्षा को लेकर हालात गंभीर होते जा रहे हैं। मंगलवार को ही प्रदर्शनकारियों ने काठमांडू स्थित होटल हिल्टन को आग के हवाले कर दिया था। इस घटना में ‘एबीपी न्यूज’ (ABP News) के एग्जिक्यूटिव एडिटर जगविंदर पटियाल का पूरा सामान और अहम कागजात जलकर राख हो गए। हालांकि उस वक्त पटियाल अपने कैमरामैन के साथ फील्ड रिपोर्टिंग पर थे, जिससे उनकी जान बच गई।

यह भी पढ़ें: नेपाल सुलगा: आगजनी की चपेट में जगविंदर पटियाल का होटल भी आया, सारा सामान राख

गौरतलब है कि नेपाल में भड़की इस हिंसा में अब तक कई लोगों की मौत हो चुकी है और बड़ी संख्या में लोग घायल हैं। प्रदर्शनकारियों का आक्रोश इतना बढ़ चुका है कि वे सरकारी प्रतिष्ठानों से लेकर बड़े होटलों और पत्रकारों तक को निशाना बनाने से नहीं चूक रहे। ऐसे हालात में वहां मौजूद भारतीय पत्रकारों की सुरक्षा को लेकर चिंता और गहरी हो गई है।

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WAVES के लिए 'प्रोजेक्ट मैनेजमेंट यूनिट' नियुक्त करेगी प्रसार भारती, रखा ये लक्ष्य

प्रसार भारती ने आधिकारिक तौर पर एक निविदा (Request for Proposal – RFP) जारी की है, जिसके जरिए वह एक छोटी लेकिन विशेषज्ञ टीम यानी प्रोजेक्ट मैनेजमेंट यूनिट (PMU) को नियुक्त करना चाहता है

Samachar4media Bureau by
Published - Wednesday, 10 September, 2025
Last Modified:
Wednesday, 10 September, 2025
Prasar Bharati988

प्रसार भारती ने आधिकारिक तौर पर एक निविदा (Request for Proposal – RFP) जारी की है, जिसके जरिए वह एक छोटी लेकिन विशेषज्ञ टीम यानी प्रोजेक्ट मैनेजमेंट यूनिट (PMU) को नियुक्त करना चाहता है, ताकि अपने WAVES OTT प्लेटफॉर्म की गति और विकास को तेज किया जा सके।

नवंबर 2024 में लॉन्च हुआ WAVES अब तक 38 लाख से अधिक डाउनलोड और 23 लाख से अधिक पंजीकरण पार कर चुका है। प्रस्तावित PMU से उम्मीद की जा रही है कि वह कंटेंट, मोनेटाइजेशन मॉडल, डिस्ट्रीब्यूशन पार्टनरशिप, मार्केटिंग रणनीतियां और एनालिटिक्स के जरिए प्लेटफॉर्म के लिए एक ग्रोथ प्लेबुक तैयार करेगा, ताकि रजिस्टर्ड यूजर्स का विस्तार किया जा सके।

सरकारी दस्तावेज में कहा गया, “WAVES को वैश्विक अग्रणी ओटीटी प्लेटफॉर्म्स में से एक बनाने और इसे राष्ट्र का सबसे पसंदीदा डिजिटल प्लेटफॉर्म स्थापित करने की महत्वाकांक्षा के साथ प्रसार भारती एक प्रोजेक्ट मैनेजमेंट यूनिट (PMU) ऑनबोर्ड करने का प्रस्ताव रखता है।”

RFP में WAVES OTT के लिए महत्वाकांक्षी लक्ष्य तय किए गए हैं, जिसमें PMU को स्केल और स्थिरता का रणनीतिक चालक बताया गया है। ऑनबोर्डिंग के पहले साल के भीतर प्लेटफॉर्म से उम्मीद की गई है कि वह कंटेंट प्लानिंग, मार्केटिंग आउटरीच और प्लेटफॉर्म पार्टनरशिप्स के जरिए 1 करोड़ पंजीकृत उपयोगकर्ताओं का आंकड़ा पार कर लेगा। साथ ही, दीर्घकालिक वृद्धि के लिए रिटेंशन पहल, व्यक्तिगत अनुशंसाएँ और रेफरल-आधारित नए ग्राहकों को जोड़ने पर जोर रहेगा।

पब्लिक ब्रॉडकास्टर ने मासिक सक्रिय उपयोगकर्ताओं (Monthly Active Users - MAUs) को 70% बनाए रखने का लक्ष्य तय किया है, जिसके लिए लगातार जुड़ाव और नए कंटेंट की आपूर्ति की जाएगी। मोनेटाइजेशन के मोर्चे पर, WAVES का लक्ष्य पहले ही साल में विज्ञापन राजस्व में 5 गुना वृद्धि करना है और इसके बाद हर तिमाही में बढ़ोतरी सुनिश्चित करना है। इसके अलावा, यह भी सुनिश्चित करना है कि नए आने वाले 80% कंटेंट वॉच टाइम, लाइक्स, शेयर और फीडबैक जैसे एंगेजमेंट मानकों पर खरे उतरें। परिचालन और वित्तीय स्थिरता दो साल के भीतर हासिल करने का लक्ष्य रखा गया है, जो संसाधनों के कुशल उपयोग, विविधीकृत राजस्व स्रोतों, AVOD, SVOD, सिंडिकेशन, साझेदारियों और सुव्यवस्थित कंटेंट पाइपलाइनों के जरिए संभव होगा।

RFP में ब्रैंड पहचान मजबूत करने, ऑर्गेनिक ट्रैफिक और ऐप रेटिंग बढ़ाने, उन्नत एनालिटिक्स के साथ डेटा-आधारित प्रक्रियाओं को स्थापित करने और उच्च-प्रभाव वाले गठबंधनों को बनाने पर भी जोर दिया गया है। इनमें टेलीकॉम बंडलिंग, अंतरराष्ट्रीय सहयोग और सरकारी पहुंच तक शामिल हैं। समावेशिता पर भी विशेष ध्यान दिया गया है, जिसके तहत बहुभाषी और सांस्कृतिक रूप से विविध कार्यक्रमों को शामिल कर प्रसार भारती की डिजिटल पहुंच पूरे देश में बढ़ाई जाएगी।

RFP में यह भी स्पष्ट किया गया है कि PMU हाइब्रिड मोड में काम करेगा, जिसमें जरूरत पड़ने पर प्रसार भारती में ऑन-साइट उपस्थिति शामिल होगी। प्रारंभिक अनुबंध अवधि दो साल की होगी, जिसे प्रदर्शन समीक्षा और प्रसार भारती की बदलती संगठनात्मक आवश्यकताओं के आधार पर एक साल के लिए बढ़ाया जा सकेगा। 

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नेपाल सुलगा: आगजनी की चपेट में जगविंदर पटियाल का होटल भी आया, सारा सामान राख

‘एबीपी न्यूज’ के एग्जिक्यूटिव एडिटर जगविंदर पटियाल इस होटल में ठहरे हुए थे। गनीमत रही कि जब आगजनी हुई, पटियाल फील्ड रिपोर्टिंग के लिए निकले हुए थे।

Samachar4media Bureau by
Published - Tuesday, 09 September, 2025
Last Modified:
Tuesday, 09 September, 2025
Nepal Fire

नेपाल इस वक्त आग और आक्रोश से घिरा हुआ है। राजधानी काठमांडू समेत कई हिस्सों में भड़के विरोध प्रदर्शनों ने हिंसक रूप ले लिया है। जगह-जगह झड़पें, आगजनी और तोड़फोड़ की घटनाओं से हालात बेकाबू हैं। अब तक कई लोगों की मौत हो चुकी है और बड़ी संख्या में लोग घायल हुए हैं। प्रदर्शनकारी गुस्से में सरकारी इमारतों से लेकर निजी संपत्तियों तक को निशाना बना रहे हैं।

इसी बीच प्रदर्शनकारियों ने मंगलवार की सुबह काठमांडू स्थित उस होटल को भी आग के हवाले कर दिया, जिसमें कवरेज के लिए गए ‘एबीपी न्यूज’ (ABP News) के एग्जिक्यूटिव एडिटर और सीनियर एंकर जगविंदर पटियाल ठहरे हुए थे। गनीमत रही कि जिस दौरान यह घटना हुई, उस समय पटियाल अपने होटल में नहीं थे, वह कवरेज के लिए निकले हुए थे। हालांकि, इस आगजनी में उनका सारा सामान और पासपोर्ट समेत तमाम अहम कागजात जलकर राख हो गए। फिलहाल, पटियाल और उनके साथ कवरेज के लिए गए कैमरामैन ने दूसरे होटल में शिफ्ट कर लिया है।  

विश्वसनीय सूत्रों के अनुसार, जगविंदर पटियाल कवरेज के लिए सोमवार की रात अपने कैमरामैन के साथ नेपाल पहुंचे थे। वह यहां देर रात रिपोर्टिंग के बाद हिल्टन होटल में ठहरे हुए थे।

मंगलवार की सुबह पटियाल अपने कैमरामैन के साथ फिर कवरेज के लिए निकल गए। इस बीच राजधानी में हिंसा और तेज हो गई और प्रदर्शनकारियों ने तमाम प्रमुख इमारतों के साथ-साथ हिल्टन होटल को भी आग के हवाले कर दिया।

करीब 17-18 मंजिला यह होटल नेपाल के पूर्व प्रधानमंत्री और नेपाली कांग्रेस प्रमुख शेर बहादुर देउबा और उनके बेटे का बताया जाता है। ऐसे में गुस्साए प्रदर्शनकारियों ने इसे सीधे तौर पर निशाना बनाया।

बता दें कि जगविंदर पटियाल पत्रकारिता जगत का बड़ा नाम हैं। करीब 27 वर्षों के अनुभव के दौरान उन्होंने युद्धग्रस्त इलाकों, राजनीतिक संकट और प्राकृतिक आपदाओं से बेखौफ रिपोर्टिंग की है। उन्हें रामनाथ गोयनका पत्रकारिता पुरस्कार और बलराज साहनी राष्ट्रीय सम्मान जैसे प्रतिष्ठित सम्मान मिल चुके हैं।

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सुप्रीम कोर्ट ने पत्रकार महेश लांगा की याचिका पर ED को जारी किया नोटिस

सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को गुजरात के पत्रकार महेश लांगा द्वारा दायर अपील पर सुनवाई करते हुए प्रवर्तन निदेशालय (ED) और अन्य पक्षों को नोटिस जारी किया।

Samachar4media Bureau by
Published - Tuesday, 09 September, 2025
Last Modified:
Tuesday, 09 September, 2025
MaheshLanga784

सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को गुजरात के पत्रकार महेश लांगा द्वारा दायर अपील पर सुनवाई करते हुए प्रवर्तन निदेशालय (ED) और अन्य पक्षों को नोटिस जारी किया। महेश लांगा पर दो एफआईआर से जुड़े एक मनी लॉन्ड्रिंग मामले में आरोप है, जिनमें धोखाधड़ी का अपराध शामिल था।

लांगा, जो एक राष्ट्रीय अखबार में वरिष्ठ पत्रकार हैं, ने गुजरात हाई कोर्ट द्वारा 1 अगस्त को मनी लॉन्ड्रिंग मामले में उनकी नियमित जमानत याचिका खारिज किए जाने के बाद सर्वोच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया।

सोमवार को हुई सुनवाई के दौरान, आरोपी लांगा की ओर से पेश वरिष्ठ अधिवक्ता कपिल सिब्बल ने दलील दी कि लांगा को पहली और दूसरी एफआईआर में अग्रिम जमानत मिल चुकी थी, लेकिन तीसरी एफआईआर में उन पर आयकर चोरी का आरोप लगाया गया।

इस पर न्यायमूर्ति सूर्यकांत ने टिप्पणी की, “बहुत से सच्चे पत्रकार होते हैं। लेकिन कुछ लोग स्कूटर पर घूमते हैं और कहते हैं कि हम पत्रकार हैं (पत्रकार) और वे क्या करते हैं, यह सबको पता है।”

हालांकि सिब्बल ने जवाब दिया कि ये सभी केवल आरोप हैं। गुजरात हाई कोर्ट से नियमित जमानत न मिलने के बाद ही लांगा सर्वोच्च न्यायालय पहुंचे।

अभियोजन पक्ष के अनुसार, लांगा के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का मामला अहमदाबाद पुलिस द्वारा दर्ज दो एफआईआर पर आधारित है, जिनमें धोखाधड़ी, आपराधिक गबन, आपराधिक विश्वासघात, चीटिंग और कुछ लोगों को लाखों रुपये का गलत नुकसान पहुंचाने जैसे आरोप लगाए गए हैं।

गुजरात हाई कोर्ट ने उनकी नियमित जमानत याचिका यह कहते हुए खारिज कर दी थी कि उनके खिलाफ कई पुराने मामले हैं और हिरासत में रहते हुए उन्होंने गवाहों को प्रभावित किया था। 

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‘SPNI’ में इस बड़े पद से हम्सा धीर ने अलग होने का लिया फैसला

वह करीब दस साल से इस कंपनी में अपनी जिम्मेदारी निभा रही थीं।

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Published - Monday, 08 September, 2025
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Monday, 08 September, 2025
Humsa Dhir

सोनी पिक्चर्स नेटवर्क्स इंडिया (SPNI) में सीनियर वाइस प्रेजिडेंट और हेड ऑफ कॉर्पोरेट कम्युनिकेशंस के पद पर कार्यरत हम्सा धीर (Humsa Dhir) ने यहां अपनी पारी को विराम देने का फैसला कर लिया है। वह करीब दस साल से इस कंपनी में अपनी जिम्मेदारी निभा रही थीं।

इस बारे में ‘सोनी पिक्चर्स नेटवर्क्स इंडिया की चीफ ह्यूमन रिसोर्सेस ऑफिसर (CHRO) मनु वाधवा ने कहा, ‘हम्सा SPNI की प्रतिष्ठा और मूल्यों की एक बेहतरीन संरक्षक रही हैं। उन्होंने संस्थान की पहचान और स्टोरीज को शानदार तरीके से गढ़ा, हितधारकों से गहरा जुड़ाव बनाया और हमेशा ईमानदारी से नेतृत्व किया। उनकी समझ, उनका सहयोग और उनका आत्मविश्वास हमें हमेशा याद आएगा। पूरी SPNI टीम की ओर से हम उन्हें आगे की नई यात्रा के लिए ढेरों शुभकामनाएँ देते हैं।

वहीं, हम्सा धीर का कहना था, ‘पिछले एक दशक में मुझे एक ऐसी कम्युनिकेशंस टीम को बनाने और नेतृत्व करने का सौभाग्य मिला, जिसने कंपनी की छवि और भरोसे को मजबूत किया। इस भूमिका में रणनीति और संवेदनशीलता दोनों का संतुलन जरूरी था, जिससे मुझे पेशेवर और व्यक्तिगत स्तर पर आगे बढ़ने के तमाम अवसर मिले। अब जब मैं इस अध्याय को समाप्त कर रही हूं तो मैं आप सभी का आभार व्यक्त करती हूं। आने वाले समय में मैं व्यापक जिम्मेदारियां निभाने और सार्थक स्टोरीज व सकारात्मक लीडरशिप के लिए उत्साहित हूं।’

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संजय गुप्ता: भारतीय मीडिया और टेक्नोलॉजी को नई दिशा देने वाले लीडर

भारतीय बिजनेस लीडरशिप की कहानी में कुछ लोग उस राह पर चलते हैं जो पहले से रोशन होती है, और कुछ लोग अंधेरे में मशाल लेकर आगे बढ़ते हैं, ताकि बाकी लोग उनके बनाए रास्ते पर चल सकें।

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Published - Monday, 08 September, 2025
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Monday, 08 September, 2025
SanjayGupta784

भारतीय बिजनेस लीडरशिप की कहानी में कुछ लोग उस राह पर चलते हैं जो पहले से रोशन होती है, और कुछ लोग अंधेरे में मशाल लेकर आगे बढ़ते हैं, ताकि बाकी लोग उनके बनाए रास्ते पर चल सकें। संजय गुप्ता निस्संदेह दूसरी श्रेणी में आते हैं।

आज उनके जन्मदिन पर यह उपयुक्त है कि हम रुककर उनके उस करियर की यात्रा को देखें जो न केवल जगमगाती है बल्कि अनेक परतों से भरी हुई है- एक ऐसी यात्रा जिसने न केवल कॉरपोरेट्स को आकार दिया, बल्कि भारत की मीडिया और टेक्नोलॉजी की कल्पना को भी नया आयाम दिया।

संजय गुप्ता की कहानी अचानक छलांग लगाने की नहीं है, बल्कि एक कलाकार की तरह महत्वाकांक्षा, अनुशासन और दृष्टि को गढ़ने की है। उनके करियर का हर अध्याय किसी सिम्फनी की धुन की तरह है- संतुलित, मधुर और फिर भी साहसिक विस्तार लिए हुए।

उन्होंने अपने करियर की शुरुआत उपभोक्ता वस्तुओं की दुनिया से की, जो भारतीय प्रबंधकों की सीखने की प्रयोगशाला रही है। हिंदुस्तान यूनिलीवर में शुरुआती वर्षों ने उन्हें पैमाने की व्यावहारिकता और बारीकियों की सुंदरता सिखाई- कैसे साबुन की एक टिकिया सिर्फ खुशबू नहीं बल्कि आकांक्षा लेकर चल सकती है, कैसे वितरण केवल लॉजिस्टिक्स नहीं बल्कि सामाजिक ढांचे का हिस्सा है। भारत के ग्रामीण और शहरी, अभिजात और आम बाजारों को समझने की यह नींव आगे उनके नेतृत्व की शैली की बुनियाद बनी।

अगला अध्याय स्टार इंडिया में सामने आया, जहां संजय गुप्ता के स्पर्श ने टेलीविजन को केवल मनोरंजन नहीं, बल्कि संस्कृति में बदल दिया। वे उन वास्तुकारों में थे जिन्होंने समझा कि स्क्रीन पर दिखने वाली कहानियां बदलते समाज का दर्पण और प्रेरणा दोनों बन सकती हैं। उनके नेतृत्व में स्टार इंडिया घर-घर का नाम बन गया- क्रिकेट को प्राइम-टाइम जुनून में बदलते हुए, भारत की क्षेत्रीय आवाजों को राष्ट्रीय स्तर पर गूंजते हुए और नेटवर्क को व्यवसायिक दिग्गज के साथ-साथ सांस्कृतिक संस्था के रूप में स्थापित करते हुए। यहां उन्होंने एक दुर्लभ संतुलन दिखाया- रणनीतिकार और कहानीकार दोनों का। एक ऐसे लीडर का, जो बैलेंस शीट भी पढ़ सकता था और छोटे शहर के एक परिवार की धड़कन भी समझ सकता था जो टीवी स्क्रीन के सामने बैठा था।

लेकिन उनका सबसे उल्लेखनीय कदम अभी बाकी था। जब वे गूगल इंडिया के प्रमुख बने, तो कहानी लिविंग रूम की स्क्रीन से निकलकर जेबों में आ गई। भारत केवल टेक्नोलॉजी का उपभोक्ता नहीं रहा, बल्कि उसके जरिए अपना भविष्य गढ़ने लगा। गुप्ता के नेतृत्व में गूगल सिर्फ सर्च इंजन नहीं रहा, बल्कि करोड़ों लोगों के लिए कक्षा, उद्यमियों के लिए बाजार और भारत की डिजिटल खाई को पाटने वाला पुल बन गया।

बहुत कम लीडर ऐसे होते हैं जो एफएमसीजी से प्रसारण और फिर वैश्विक टेक्नोलॉजी तक इतनी सहजता से सफर कर पाते हैं। और उनसे भी कम लोग ऐसा भारत की जटिलताओं को समझते हुए कर पाते हैं। उनका नेतृत्व ढांचे थोपने का नहीं, बल्कि ऐसे फ्रेमवर्क बनाने का रहा जो अरबों विविधताओं को समेट सके। यही कारण है कि गूगल एशिया पैसिफिक के अध्यक्ष के पद तक उनका पहुँचना सिर्फ व्यक्तिगत उपलब्धि नहीं, बल्कि वैश्विक डिजिटल संवाद में भारत की बढ़ती भूमिका का प्रतीक भी था।

संजय गुप्ता के प्रभाव को समझने के लिए उनके पदनामों से आगे देखना होगा। उनकी असली विरासत यह है कि उन्होंने प्रभाव को नए ढंग से परिभाषित किया। उनके लिए नवाचार केवल टेक्नोलॉजी नहीं, बल्कि उन जगहों पर संभावना देखना है जहां और कोई नहीं देखता। प्रभाव का अर्थ दूसरों पर शक्ति नहीं, बल्कि ऐसा पारिस्थितिकी तंत्र बनाना है जिसमें बाकी लोग भी आगे बढ़ सकें।

उनकी कहानी को खास बनाता है इसका बौद्धिक और मानवीय पक्ष का सहज मेल। वे ब्रैंड्स, नेटवर्क्स और प्लेटफॉर्म्स की बागडोर संभाल चुके हैं, लेकिन उनका नेतृत्व दिखावे से ज्यादा एक ऑर्केस्ट्रेशन जैसा रहा है। जैसे एक संचालक यह सुनिश्चित करता है कि हर वाद्य- सबसे छोटी वायलिन से लेकर सबसे जोरदार ढोल तक, अपने समय पर पूरी धुन में गूंजे।

उनके जन्मदिन पर हम केवल संजय गुप्ता नाम के एक एग्जिक्यूटिव का नहीं, बल्कि उस दूरदर्शी का उत्सव मनाते हैं जो संभावनाओं का नक्शा बनाता है, परंपरा और नवाचार के बीच पुल खड़ा करता है और भारत को केवल एक बाजार नहीं, बल्कि भविष्य की चित्रपटी मानता है।

आज जब नेतृत्व अक्सर तिमाही रिपोर्टों और बाजार मूल्यांकन तक सीमित हो जाता है, गुप्ता हमें याद दिलाते हैं कि किसी लीडर का असली पैमाना उनके पद की ऊंचाई नहीं, बल्कि उन दुनियाओं की चौड़ाई है जिन्हें वे दूसरों के लिए खोलते हैं। उनकी यात्रा याद दिलाती है कि जब प्रभाव कल्पना से जुड़ता है, तो वह वाकई रूपांतरकारी बन जाता है। 

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आलोक मेहता: पत्रकारिता की रोशनी और समाज की आवाज

7 सितंबर 1952 को मध्य प्रदेश के उज्जैन जिले के धाराखेड़ी गांव में जन्मे आलोक मेहता भारतीय पत्रकारिता की उस विरासत का हिस्सा हैं, जिसने सच्चाई और निर्भीकता को अपना धर्म माना।

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Published - Monday, 08 September, 2025
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Monday, 08 September, 2025
AlokMehta7845

7 सितंबर 1952 को मध्य प्रदेश के उज्जैन जिले के धाराखेड़ी गांव में जन्मे आलोक मेहता भारतीय पत्रकारिता की उस विरासत का हिस्सा हैं, जिसने सच्चाई और निर्भीकता को अपना धर्म माना। साधारण गांव से निकलकर वे देश की राजधानी दिल्ली तक पहुंचे और पांच दशकों से अधिक का सफर तय करते हुए न सिर्फ संपादक, लेखक और प्रसारक बने, बल्कि समाज की आवाज और लोकतंत्र की मजबूत कड़ी भी।

उनकी कलम और आवाज हमेशा सत्ता से सवाल करती रही है। चाहे 1990 का चारा घोटाला हो, चंद्रास्वामी के छल का पर्दाफाश हो या राष्ट्रपति भवन से जुड़ी सनसनीखेज खबर- आलोक मेहता ने जोखिम उठाकर सच सामने रखा। धमकियाँ मिलीं, दबाव पड़ा, लेकिन उन्होंने कलम की नोक को कभी झुकने नहीं दिया। हिंदुस्तान, नवभारत टाइम्स, आउटलुक हिंदी, दैनिक भास्कर, नई दुनिया जैसे प्रतिष्ठित प्रकाशनों में उनकी संपादकीय यात्रा और टीवी कार्यक्रमों में उनकी बेबाक टिप्पणी ने उन्हें हर घर तक पहुंचाया।

एडिटर्स गिल्ड ऑफ इंडिया के अध्यक्ष बनने वाले पहले हिंदी संपादक के रूप में उनका चयन पत्रकारिता में हिंदी की बढ़ती प्रतिष्ठा और उनकी विश्वसनीयता का प्रमाण था। 52 वर्षों के अनुभव में उन्होंने प्रिंट, टीवी और रेडियो तीनों माध्यमों में काम किया और वॉयस ऑफ जर्मनी तथा वॉयस ऑफ अमेरिका जैसी अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं में भी अपनी पहचान छोड़ी।

पत्रकारिता ही नहीं, साहित्य में भी उनका योगदान अद्वितीय रहा। 27 से अधिक पुस्तकों में राजनीति, समाज, अंतरराष्ट्रीय संबंध, यात्रा वृत्तांत और जीवन के अनुभव समाए हैं। उनकी रचनाओं को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर देश की अनेक विभूतियों ने सराहा। "पद्मश्री", "डी.लिट.", "गणेश शंकर विद्यार्थी पुरस्कार", "भूषण सम्मान" जैसे अनगिनत पुरस्कार उनकी तपस्या की पहचान हैं।

उनकी यात्रा सिर्फ भारत तक सीमित नहीं रही। अमेरिका, यूरोप, एशिया और अफ्रीका के अनेक देशों में जाकर उन्होंने भारत की पत्रकारिता का प्रतिनिधित्व किया और विश्व नेताओं से संवाद किया। इंदिरा गांधी, अटल बिहारी वाजपेयी, डॉ. मनमोहन सिंह से लेकर बराक ओबामा तक, उन्होंने अनेक शख्सियतों से साक्षात्कार किए।

आलोक मेहता की सबसे बड़ी पहचान यही रही कि उन्होंने हमेशा हाशिए पर खड़े समाज की बात की- आदिवासियों, अल्पसंख्यकों, कमजोर तबके की शिक्षा, स्वास्थ्य और अधिकारों को मंच दिया। उनका मानना था कि पत्रकारिता सत्ता का गीत गाने के लिए नहीं, समाज की पीड़ा और उम्मीदों को आवाज देने के लिए है।

7 सितबंर उनका जन्मदिन था। यह दिन हमें याद दिलाता है कि पत्रकारिता सिर्फ एक पेशा नहीं, बल्कि एक संघर्ष और प्रतिबद्धता है। आलोक मेहता उस परंपरा के प्रतिनिधि हैं, जो सच की ताक़त पर भरोसा करती है और आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा बनकर खड़ी रहती है। 

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हैप्पी बर्थडे नवल आहूजा: आप हैं सफलता, संतुलन और सादगी की प्रेरक मिसाल

एक्सचेंज4मीडिया के सह-संस्थापक नवल आहूजा के लिए यह अवसर सिर्फ उम्र की गिनती नहीं है, बल्कि उन अनगिनत यात्राओं का प्रमाण है जो उन्होंने तय कीं

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Published - Saturday, 06 September, 2025
Last Modified:
Saturday, 06 September, 2025
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जीवन में कुछ पड़ाव ऐसे आते हैं जो भीतर तक छू जाते हैं- जहां समय का बहाव सिर्फ गुजरे सालों का हिसाब नहीं होता, बल्कि जीए गए हर पल का एहसास बन जाता है। 50 वर्ष का पड़ाव भी ऐसा ही है- एक दहलीज, जो आत्ममंथन और जश्न दोनों को एक साथ बुलाती है। एक्सचेंज4मीडिया के सह-संस्थापक नवल आहूजा के लिए यह अवसर सिर्फ उम्र की गिनती नहीं है, बल्कि उन अनगिनत यात्राओं का प्रमाण है जो उन्होंने तय कीं, उन जीवनों का एहसास है जिन्हें उन्होंने छुआ और उस संतुलन का उत्सव है जिसे उन्होंने कठोर मेहनत और सहज जीवन के बीच रचा।

व्यापार और मीडिया की दुनिया में नवल आहूजा वह नाम हैं जिन्होंने अपनी तीक्ष्ण सोच, स्पष्ट दृष्टि और बिना लाग-लपेट की शैली से अलग पहचान बनाई है। उनके साथियों का कहना है कि उनकी बारीकियों पर नजर किसी विरासत से कम नहीं- कई प्रोजेक्ट्स उनकी इसी प्रवृत्ति से बच गए और अच्छे काम बेहतरीन बनते चले गए। वे केवल आदेश से नहीं, बल्कि सटीकता और ईमानदारी से नेतृत्व करते हैं। ऐसी इंडस्ट्री में जहां ध्यान भटकाने वाली चीजें हर ओर हों, वहां उनकी स्पष्टता किसी दुर्लभ तोहफे जैसी लगती है।

उनका प्रोफेशनल सफर हमें यह सिखाता है कि हर चमकती चीज सोना नहीं होती। जब बाकी लोग फैशन और रुझानों की दौड़ में भागे, नवल ठहरकर पूछते रहे- क्या इसमें सचमुच कोई अर्थ है? क्या यह टिकेगा? यही सोच उनकी टीमों को दिशा देती रही और प्रोफेशनल आचरण का एक नया पैमाना गढ़ती रही। उनके साथ काम करने का मतलब है अनुशासन में लचीलापन, महत्वाकांक्षा में संयम और एकाग्रता में मानवीयता का मेल।

लेकिन अगर हम उन्हें सिर्फ एक सफल प्रोफेशनल मानें तो कहानी अधूरी रह जाएगी। दफ्तर की भागदौड़ से परे उनका दिल पक्षियों की उड़ान में बसता है। पहली नजर में यह शौक भर लगे, लेकिन उनके लिए यह धैर्य, शांति और खोज की साधना है। पंखों की फड़फड़ाहट में उन्हें जीवन की नाजुक सुंदरता दिखती है। उनकी यात्राएं किसी तीर्थयात्रा जैसी होती हैं- जहां आकाश चहचहाहट और परिंदों की उड़ानों से जीवंत हो उठता है और जहां समय का मापदंड डेडलाइन नहीं बल्कि पंखों की धड़कन होती है।

पक्षियों का यह प्रेम उनके प्रोफेशनल जीवन से जुड़ा हुआ है- प्रकृति से सीखा धैर्य उनके काम में सटीकता लाता है, छोटी-छोटी बातों को देखने की आदत उनकी कारोबारी समझ को और पैना करती है और प्राकृतिक दुनिया से मिलने वाली विनम्रता उनके व्यक्तित्व में गहराई भर देती है।

उनके जीवन का दूसरा सबसे बड़ा आधार है परिवार। जब आजकल काम और निजी जीवन का संतुलन अक्सर महत्वाकांक्षा की बलि चढ़ जाता है, नवल ने इसे सच्चाई बनाकर जिया है। उनके लिए घर की खुशियां हमेशा कामयाबी से बड़ी रहीं। उनका मानना है कि सफलता का स्वाद तभी मीठा होता है जब वह अपनों के साथ बाँटी जाए। यही सोच उनकी नेतृत्व शैली में भी झलकती है- जहां रणनीति जितनी पैनी है, वहां सहानुभूति और निष्पक्षता भी उतनी ही गहरी है।

नवल आहूजा की यात्रा हमें याद दिलाती है कि सफलता कोई तेज दौड़ नहीं, बल्कि एक सहज लय है- यह सिर्फ नजर की तीक्ष्णता नहीं, बल्कि दिल की कोमलता भी है। यह केवल उपलब्धियों की गिनती नहीं, बल्कि उड़ते परिंदों को देखकर मिलने वाली मुस्कान भी है।

आज उनके 50वें जन्मदिन पर हम उनका सम्मान करते हैं- उस प्रोफेशनल का जिसने स्पष्टता से इंडस्ट्री को दिशा दी, उस संवेदनशील इंसान का जो परिंदों की उड़ान में अपना सुकून ढूंढ़ता है और उस परिवार-प्रेमी का जिसका जीवन संतुलन हमें सीख देता है।

जन्मदिन मुबारक हो नवल आहूजा। आपकी आने वाली हर उड़ान सफलता, खोज और खुशियों से भरी हो।

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मीडिया में महिलाओं का कम प्रतिनिधित्व चिंता का विषय: रिपोर्ट

संयुक्त राष्ट्र की जेंडर इक्वालिटी एजेंसी यूएन वीमेन की असिस्टेंट सेक्रेटरी-जनरल और डिप्टी एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर किर्सी माडी ने कहा, “जब महिलाएं अनुपस्थित होती हैं, तो लोकतंत्र अधूरा रह जाता है”

Vikas Saxena by
Published - Saturday, 06 September, 2025
Last Modified:
Saturday, 06 September, 2025
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लोकतांत्रिक मूल्यों की मजबूती महिलाओं की बराबरी पर निर्भर करती है। लेकिन ताजा आकलन बताते हैं कि न तो मीडिया में उन्हें पर्याप्त जगह मिल रही है और न ही उनकी असली भूमिका सामने आ पा रही है। यही संदेश यूएन वीमेन की नई रिपोर्ट दे रही है। संयुक्त राष्ट्र की जेंडर इक्वालिटी एजेंसी यूएन वीमेन की असिस्टेंट सेक्रेटरी-जनरल और डिप्टी एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर किर्सी माडी (Kirsi Madi) ने ताजा विश्लेषण पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “जब महिलाएं अनुपस्थित होती हैं, तो लोकतंत्र अधूरा रह जाता है।”

माडी ने कहा कि मीडिया में महिलाओं की कम मौजूदगी और गलत ढंग से पेश किया जाना एक गंभीर समस्या है। यदि इसे समय रहते नहीं समझा गया तो आने वाली पीढ़ियों के लिए लोकतांत्रिक मूल्यों को बचाना मुश्किल हो जाएगा।

महिलाओं की असली भूमिका

संयुक्त राष्ट्र के आकलनों के मुताबिक, कई देशों में अधिकार सीमित होने के बावजूद महिलाएं समुदाय की पहलों का नेतृत्व कर रही हैं, शिक्षा में योगदान दे रही हैं और मुश्किल हालात में भी समाज और अर्थव्यवस्था को मजबूती दे रही हैं।

अफगानिस्तान के कुंदुज प्रांत की मेहरगन एक महिला संगठन चलाती हैं। इस संगठन ने पहले सैकड़ों महिलाओं को प्रशिक्षण दिया और स्थानीय एनजीओ का समर्थन किया था। लेकिन 2022 में फंड और स्टाफ की भारी कमी आ गई। बाद में यूएन वीमेन के सहयोग से यह संगठन फिर से मजबूत हुआ और अब दूसरे महिला समूहों को भी खड़ा होने में मदद कर रहा है।

रिपोर्ट के मुताबिक, जब मीडिया सिर्फ महिलाओं की पीड़िता वाली छवि दिखाता है, तो उनके नेतृत्व और असली योगदान पर पर्दा पड़ जाता है। मेहरगन जैसी कहानियां बताना जरूरी है ताकि जनता और नीति-निर्माता सिर्फ समस्याएं ही नहीं, बल्कि उन समाधानों को भी देखें जिन्हें महिलाएं खुद बना रही हैं।

समानता की राह में रुकावटें

लैंगिक हिंसा (GBV) से जुड़ी खबरों की कमी भी एक बड़ी चिंता है। रिपोर्ट कहती है कि मीडिया अक्सर रूढ़िवादी सोच को बढ़ावा देता है- जैसे पीड़िता को दोष देना, हिंसा को अलग-थलग घटनाओं की तरह दिखाना, पीड़ितों की आवाज दबाना और रिपोर्टिंग में पक्षपातपूर्ण भाषा का इस्तेमाल करना।

यूएन वीमेन ने बताया कि “100 में से 2 से भी कम खबरें ऐसी होती हैं जो उस हिंसा को कवर करती हैं जिसका सामना बड़ी संख्या में महिलाएं करती हैं।”

इस तरह की कम रिपोर्टिंग हकीकत को तोड़-मरोड़कर पेश करती है और लोगों की सोच पर भी असर डालती है। लगभग 80% खबरें राजनीति, अर्थव्यवस्था या अपराध पर होती हैं, जबकि लैंगिक हिंसा जैसे मुद्दों को नजरअंदाज किया जाता है।

अल्पसंख्यक महिलाओं की स्थिति और भी खराब है। रिपोर्ट बताती है कि समाचारों में अल्पसंख्यक समूहों के लोग केवल 6% ही दिखाए जाते हैं और उनमें से सिर्फ 38% महिलाएं होती हैं। किसी महिला का अल्पसंख्यक समुदाय से होना तो 10 में से 1 से भी कम संभावना रखता है।

आगे की राह

हालात बदलना आसान नहीं है, लेकिन डिजिटल मीडिया से उम्मीद है। महामारी के दौरान ऑनलाइन महिला रिपोर्टरों का प्रतिशत 2015 में 25% से बढ़कर 2020 में 42% तक पहुंच गया।

संयुक्त राष्ट्र की Unstereotype Alliance (अनस्टिरियोटाइप अलायंस), जो मीडिया और विज्ञापन में गलत धारणाओं को मिटाने के लिए काम कर रही है, और HeForShe अभियान जैसी पहलें, महिलाओं को मीडिया में जगह दिलाने और रूढ़ियों को चुनौती देने में अहम भूमिका निभा रही हैं।

यूएन वीमेन ने कहा कि जैसे-जैसे संयुक्त राष्ट्र की 80वीं जनरल असेंबली करीब आ रही है, जेंडर समानता और महिलाओं के प्रतिनिधित्व को मजबूत करना और जरूरी हो गया है। खासकर इसलिए क्योंकि पिछले 30 सालों में इस क्षेत्र में बहुत कम प्रगति हुई है।

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Times Network: आयशा फरीदी का प्रमोशन, इस बड़े पद पर सजीत मंगट की हुई नियुक्ति

दोनों मुंबई में रहकर काम करेंगे और टाइम्स ग्रुप में सीईओ (एंटरटेनमेंट व डिजिटल बिजनेस) और टीवी न्यूज के अंतरिम प्रभारी रोहित गोपाकुमार को रिपोर्ट करेंगे

Samachar4media Bureau by
Published - Saturday, 06 September, 2025
Last Modified:
Saturday, 06 September, 2025
Times Network

देश के प्रमुख मीडिया नेटवर्क्स में शुमार ‘टाइम्स नेटवर्क’ (Times Network) ने हाल ही में संस्थान में कुछ प्रमोशंस और नई नियुक्तियां की हैं। इसके तहत आयशा फरीदी को जहां एग्जिक्यूटिव एडिटर (ईटी नाउ और ईटी नाऊ स्वदेश) के पद पर प्रमोट किया गया है। वहीं, सजीत मंगट (Sajeet Manghat) को सीनियर एग्जिक्यूटिव एडिटर (ईटी नाउ और ईटी नाऊ स्वदेश) के रूप में टीम में शामिल किया गया है। दोनों मुंबई में रहकर काम करेंगे और टाइम्स ग्रुप में सीईओ (एंटरटेनमेंट व डिजिटल बिजनेस) और टीवी न्यूज के अंतरिम प्रभारी रोहित गोपाकुमार को रिपोर्ट करेंगे। ये सभी नियुक्तियां और प्रमोशन ईटी नाउ और ईटी नाउ स्वदेश की एडिटोरियल और प्रोडक्शन लीडरशिप को और मजबूत बनाने की दिशा में अहम कदम है।

बता दें कि सजीत मंगट एक बेहद अनुभवी पत्रकार हैं और उन्होंने दो दशक से भी ज्यादा समय देश के बड़े बिजनेस न्यूज़ प्लेटफॉर्म्स जैसे NDTV प्रॉफिट, ब्लूमबर्गक्विंट और CNBC-TV18 में काम किया है। उन्हें वित्तीय बाजार, रिसर्च, कॉरपोरेट रिपोर्टिंग, न्यूज़रूम नेतृत्व और एडिटोरियल स्ट्रैटेजी की गहरी समझ है। वे ईटी नाऊ और ईटी नाऊ स्वदेश दोनों चैनलों के लिए रिसर्च, रिपोर्टिंग, असाइनमेंट डेस्क और गेस्ट को-ऑर्डिनेशन का नेतृत्व करेंगे। इसके अलावा वे ईटी नाऊ स्वदेश के लिए डेस्क, टिकर और सोशल मीडिया (X और LinkedIn) की भी जिम्मेदारी संभालेंगे।

ईटी नाऊ स्वदेश में उनके काम में मदद करेंगे अमरेंद्र सिंह, जिन्हें सीनियर एडिटर के रूप में टाइम्स नेटवर्क ने टीम में शामिल किया है। वे भी डेस्क और असाइनमेंट जैसी अहम जिम्मेदारियां संभालेंगे और सीधे सजीत को रिपोर्ट करेंगे।

वहीं, आयशा फरीदी के प्रमोशन को उनकी मजबूत संपादकीय समझ, ऑन-एयर परफॉर्मेंस, नेतृत्व क्षमता और ईटी नाउ व ईटी नाउ स्वदेश की मार्केट लीडरशिप को मजबूत बनाने की प्रतिबद्धता का सम्मान माना जा रहा है। अब वे दोनों चैनलों के लिए प्रोडक्शन, प्लानिंग, स्पेशल शोज़ और क्वालिटी कंट्रोल की जिम्मेदारी संभालेंगी। इसके अलावा, वे ईटी नाउ के लिए डेस्क, टिकर और सोशल मीडिया (X और LinkedIn) भी देखेंगी। वे अपनी एंकरिंग की जिम्मेदारी भी निभाती रहेंगी।

ईटी नाउ में उनके काम में सहयोग करेंगी डिंपल शर्मा, जिन्हें लीड की भूमिका में प्रमोट किया गया है। वे टिकर, असाइनमेंट, प्लानिंग, क्वालिटी कंट्रोल और सोशल मीडिया की जिम्मेदारी संभालेंगी। वहीं पेट्रिशिया हाउ अब डेस्क की जिम्मेदारी देखेंगी।

बता दें कि टाइम्स नेटवर्क ने हाल ही में विशाल अग्रवाल को भी टीम में शामिल किया है। वह सीनियर एग्जिक्यूटिव प्रड्यूसर और हेड ऑफ प्रोडक्शन के तौर पर ईटी नाउ और ईटी नाउ स्वदेश दोनों चैनलों के प्रोडक्शन का नेतृत्व करेंगे। उनके मार्गदर्शन में दोनों चैनलों की प्रोडक्शन टीमें अपने-अपने कामकाज को बेहतर तरीके से अंजाम देंगी। वे न्यूज़रूम की प्रक्रियाओं को अपग्रेड करेंगे और क्रॉस-फंक्शनल कामकाज को भी बेहतर बनाएंगे। इस अहम भूमिका में वे आयशा और सजीत दोनों के साथ तालमेल रखते हुए सीधे आयशा को रिपोर्ट करेंगे।

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