आदिवासी समुदाय के लिए उनकी अपनी भाषा का पहला सैटेलाइट टीवी न्यूज चैनल लॉन्च होगा, जिसका नाम है
by
समाचार4मीडिया ब्यूरो
आदिवासी समुदाय के लिए एक और अच्छी खबर है। दरअसल, इस समुदाय के लिए उनकी अपनी भाषा का पहला सैटेलाइट टीवी न्यूज चैनल लॉन्च होगा, जिसका नाम है 'ट्राइब टीवी'। 'दैनिक जागरण' के प्रदीप सिंह एक रिपोर्ट के मुताबिक, इस न्यूज टीवी चैनल का प्रसारण लाइसेंस जारी होने के बाद टेस्ट रन चल रहा है।
रिपोर्ट के मुताबिक, पंद्रह दिनों के अंदर यह चैनल विभिन्न सैटेलाइट प्लेटफार्म पर दर्शकों के लिए लॉन्च हो जाएगा, जिसका मुख्यालय बंगाल के उत्तरी दिनाजपुर के रायगंज में इस चैनल का मुख्यालय है। इसका संचालन इंफोटेंमेंट के क्षेत्र में काम करने वाली कल्याणी सोल्वेक्स नामक संस्था करेगी। फिलहाल संताली भाषा में इस चैनल को लॉन्च किया गया है। संताली के बाद ट्राइब टीवी की योजना अन्य लोकप्रिय जनजातीय भाषाओं मुंडारी, कुडूख में भी टीवी चैनल लॉन्च करने की है।
चैनल से जुड़े अधिकांश पेशेवर भी जनजातीय समुदाय के हैं। संताली भाषा आदिवासी समुदाय की सबसे प्रचलित और अधिक उपयोग की जाने वाली भाषा है। फिलहाल ट्राइब टीवी का फोकस बंगाल, झारखंड, ओडिशा, छत्तीसगढ़ और बिहार में होगा। इन प्रदेशों में संताली आदिवासियों की बड़ी तादाद है। असम में भी विस्तार करने का लक्ष्य है, जहां झारखंड से गए आदिवासी समुदाय के लोग बड़ी संख्या में हैं।
बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के छात्र रहे सुरेंद्र सोरेन इसकी संपादकीय टीम को लीड कर रहे हैं। सोरेन पाकुड़ के रहने वाले हैं और विभिन्न मीडिया संस्थानों में उन्हें कार्य करने का लंबा अनुभव है। उन्होंने विभिन्न टीवी चैनलों को सेवाएं दी हैं। संताली भाषा पर भी उनकी गहरी पकड़ है।
बिहार चुनाव की 14 नवंबर को हुई काउंटिंग ने सुबह के टीवी न्यूज व्युअरशिप पैटर्न को पूरी तरह बदल दिया, जिसमें सुबह 8 बजे से दोपहर 12 बजे के बीच के अहम स्लॉट में 'आजतक' सबसे आगे रहा।
by
Samachar4media Bureau
बिहार चुनाव की 14 नवंबर को हुई काउंटिंग ने सुबह के टीवी न्यूज व्युअरशिप पैटर्न को पूरी तरह बदल दिया, जिसमें सुबह 8 बजे से दोपहर 12 बजे के बीच के अहम स्लॉट में 'आजतक' सबसे आगे रहा। इसी दौरान शुरुआती रुझान, सीटों के उतार-चढ़ाव और वोट शेयर में बदलाव देशभर का ध्यान खींच रहे थे।
इस साल 45वें हफ्ते के ताजा आंकड़ों के मुताबिक, 14 नवंबर 2025, शुक्रवार को सुबह 8 बजे से दोपहर 12 बजे के बीच 'आजतक' ने सबसे ज्यादा AMA (एवरेज मिनट ऑडियंस, ‘000 में) 1,847 दर्ज किया, जो बाकी सभी हिंदी न्यूज चैनलों से बहुत आगे था। इसी स्लॉट में इसका रीच 12.6 मिलियन रहा, जो यह दिखाता है कि हाई-स्टेक्स राजनीतिक कवरेज के दौरान चैनल ने दर्शकों की गहराई और संख्या- दोनों पर मजबूत पकड़ बनाए रखी।
'न्यूज18 इंडिया' 1,005 AMA 000s और 10.5 मिलियन रीच के साथ दूसरे नंबर पर दूर पीछे रहा, जो मार्केट लीडर के मुकाबले कमजोर लेकिन स्थिर प्रदर्शन दर्शाता है। 'इंडिया टीवी' और 'जी न्यूज' इसी समयावधि में क्रमशः 860 और 825 AMA 000s के साथ और पीछे रहे, जिससे हिंदी न्यूज के मिड-टियर में कड़ी टक्कर का संकेत मिलता है।
'एबीपी न्यूज' ने 878 AMA 000s और 9.7 मिलियन रीच हासिल की, जिसने उसे स्थिर बनाए रखा, लेकिन वह टॉप दो चैनलों के अंतर को कम नहीं कर सका। 'रिपब्लिक भारत' इस टाइम बैंड की टॉप पोजिशन्स में शामिल नहीं था।
हालांकि नॉन-न्यूज हिंदी GECs और मूवी चैनल्स अपनी बड़ी दर्शक संख्या के कारण ऑल-इंडिया लिस्ट में दिखे, लेकिन शुद्ध न्यूज चैनलों में 'आजतक', 'न्यूज18 इंडिया', 'एबीपी न्यूज', 'जी न्यूज' और 'इंडिया टीवी' ने काउंटिंग के दौरान सबसे ज्यादा चुनाव-केंद्रित व्युअरशिप हासिल की।
ये आंकड़े बिहार चुनाव सप्ताह के बड़े रुझानों से भी मेल खाते हैं। 'आजतक' की व्युअरशिप में उछाल 10 नवंबर से शुरू हुआ और 14 नवंबर को सबसे ऊपर पहुंच गया, जब चैनल ने फुल-डे डेटा में 18.8 प्रतिशत शेयर हासिल किया, जो पूरे चुनाव चक्र का सबसे बड़ा उछाल था। सुबह के स्लॉट में 'आजतक' का मार्केट शेयर 23.1% रहा, जो यह साबित करता है कि नतीजे बनने की शुरुआत वाले घंटों में उसकी पकड़ सबसे मजबूत थी।
'न्यूज18 इंडिया' ने भी पूरे चक्र में बेहतर प्रदर्शन किया और 13 नवंबर को 13.8 प्रतिशत तथा 14 नवंबर को 11.5 प्रतिशत शेयर हासिल किया। 'इंडिया टीवी' ने भी काउंटिंग डे पर अपने सप्ताह के सबसे अच्छे प्रदर्शनों में से एक दर्ज किया, फुल-डे में 10.9 प्रतिशत शेयर के साथ, जो इसके रिजल्ट-केंद्रित प्रोग्रामिंग में दर्शकों की दिलचस्पी को दिखाता है।
12 से 14 नवंबर के बीच बिहार चुनाव कवरेज ने इस साल 45वें हफ्ते में सबसे बड़ा व्युअरशिप बूस्टर का काम किया, जिससे सभी बड़े हिंदी न्यूज नेटवर्क पर दर्शकों की संख्या में तेज उछाल देखा गया। लेकिन काउंटिंग की सुबह ने एक पैटर्न को सबसे साफ साबित किया: जब चुनावी नैरेटिव अपने चरम पर था, 'आजतक' ने सबसे निर्णायक बढ़त बनाई और AMA तथा रीच- दोनों में सबसे ज्यादा दर्शक बटोरे।
प्रसार भारती ने अपने OTT प्लेटफॉर्म WAVES पर अधिक लाइव चैनल्स लाने और ब्रॉडकास्टर्स के साथ सहयोग बढ़ाने के लिए लाइसेंस प्राप्त सैटेलाइट टीवी चैनल्स से आवेदन आमंत्रित किए हैं।
by
Samachar4media Bureau
प्रसार भारती ने अपने OTT प्लेटफॉर्म WAVES पर अधिक लाइव चैनल्स लाने और ब्रॉडकास्टर्स के साथ सहयोग बढ़ाने के लिए लाइसेंस प्राप्त सैटेलाइट टीवी चैनल्स से आवेदन आमंत्रित किए हैं। योग्य चैनल्स को एक साल के लिए प्लेटफॉर्म पर शामिल किया जाएगा, और आवेदन 1 दिसंबर 2025 तक भेजने होंगे।
कमर्शियल स्ट्रक्चर:
चैनल्स को उनके WAVES फीड से मिलने वाली नेट एड रिवेन्यू का 65% मिलेगा, जबकि प्रसार भारती 35% रखेगा।
नेट रिवेन्यू में प्रसार भारती के ऑपरेशनल खर्चे, जैसे ट्रांसकोडिंग, CDN उपयोग और डायनामिक एड इंसर्शन में एजेंसियों को कमीशन, घटा दिया जाएगा।
टेक्निकल शर्त:
आवेदन करने वाले चैनल्स का SCTE-35/ad-marker सक्षम फीड होना जरूरी है। ये मार्कर्स विज्ञापन डालने की सुविधा देते हैं।
यदि ऐड स्लॉट पूरी तरह से मॉनेटाइज नहीं हो पाए तो बाकी का समय प्रसार भारती या WAVES पर शामिल अन्य चैनल्स के प्रमोशंस के लिए उपयोग होगा।
कौन आवेदन कर सकता है:
केवल वही लीनियर सैटेलाइट चैनल्स जिनके पास MIB से वैध परमिशन या लाइसेंस है।
ब्रॉडकास्टर्स केवल उन्हीं चैनल्स के लिए आवेदन कर सकते हैं जिनके मालिक वे हैं और जिनके पास लाइसेंस है।
चैनल का जॉनर और भाषा स्पष्ट रूप से डॉक्यूमेंटेशन में दिखाना जरूरी है। किसी भी तरह की असंगति आवेदन को अस्वीकार्य बना सकती है।
चयन प्रक्रिया:
योग्य चैनल्स को DAVP रेट कार्ड के आधार पर रैंक किया जाएगा। जिनका DAVP रेट अधिक होगा, उन्हें प्राथमिकता दी जाएगी।
चयनित चैनल्स को Letter of Allotment मिलेगा और 15 दिन के भीतर प्रसार भारती के साथ औपचारिक समझौता करना होगा। साथ ही WAVES के लिए तकनीकी स्पेसिफिकेशन जमा करना अनिवार्य है।
आवेदन कैसे करें:
आवेदन Annexure-1 के फॉर्मेट में और सभी जरूरी डॉक्यूमेंट्स Annexure-2 के साथ ddfreedish@prasarbharati.gov.in पर भेजें।
ब्रॉडकास्टर्स को सलाह दी गई है कि वे Prasar Bharati Content Sourcing Policy 2024, Chapter 11, Clause 112 को ध्यान से पढ़ें।
यह पहल प्रसार भारती का डिजिटल प्लेटफॉर्म WAVES मजबूत करने और अपने इन-हाउस OTT सर्विस पर ज्यादा लाइव टीवी कंटेंट लाने का नया प्रयास है।
मंत्रालय ने साफ कहा है कि इस तरह के प्रसारण से अनजाने में हिंसा को बढ़ावा मिल सकता है, कानून-व्यवस्था बिगड़ सकती है और राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरा पैदा हो सकता है।
by
Samachar4media Bureau
सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने मंगलवार को सभी प्राइवेट सैटेलाइट टीवी चैनलों को एक एडवाइजरी जारी करते हुए कहा है कि वे हाल की घटनाओं, खासकर लाल किला ब्लास्ट केस से जुड़े संवेदनशील या भड़काऊ कंटेंट का प्रसारण न करें।
मंत्रालय ने बताया कि उसके संज्ञान में कुछ ऐसे टीवी प्रसारण आए हैं, जिनमें लाल किला धमाकों में शामिल कथित लोगों को ऐसे दिखाया गया जैसे उनकी हिंसक हरकतें जायज हों। कुछ चैनलों ने ऐसे वीडियो और जानकारी भी दिखाए, जिन्हें देखकर यह लगता है कि विस्फोटक सामग्री कैसे बनाई जाती है।
मंत्रालय ने साफ कहा है कि इस तरह के प्रसारण से अनजाने में हिंसा को बढ़ावा मिल सकता है, कानून-व्यवस्था बिगड़ सकती है और राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरा पैदा हो सकता है।
एडवाइजरी में टीवी चैनलों को याद दिलाया गया है कि उन्हें केबल टेलीविजन नेटवर्क्स (रेगुलेशन) एक्ट, 1995 के तहत बनाए गए प्रोग्राम और एडवर्टाइजिंग कोड का सख्ती से पालन करना जरूरी है। मंत्रालय ने कहा कि ऐसा कंटेंट नियम 6(1)(d), 6(1)(e), और 6(1)(h) के खिलाफ है, जिनमें अश्लील, मानहानिकारक, हिंसा बढ़ाने वाले या देश की अखंडता को प्रभावित करने वाले प्रसारण पर रोक है।
चैनलों को यह भी हिदायत दी गई है कि वे ऐसे किसी भी वीडियो या तस्वीरों का प्रसारण न करें, जो गैरकानूनी गतिविधियों को बढ़ावा दे सकती हों।
शानदार एंकरिंग और दमदार ग्राउंड रिपोर्टिंग के दम पर मीडिया में अपनी अलग पहचान बनाने वालीं टीवी पत्रकार लवीना राज ने अब अपनी नई मंजिल तलाश ली है।
by
Samachar4media Bureau
शानदार एंकरिंग और दमदार ग्राउंड रिपोर्टिंग के दम पर मीडिया में अपनी अलग पहचान बनाने वालीं टीवी पत्रकार लवीना राज ने अब अपनी नई मंजिल तलाश ली है। नोएडा फिल्म सिटी स्थित 'जी न्यूज' अब उनका नया पता है। यहां भी वह एंकरिंग और रिपोर्टिंग करती नजर आएंगी। वैसे बता दें कि जी मीडिया के साथ यह उनकी दूसरी पारी है।
लवीना राज ने हाल ही में ‘नेटवर्क18’ (Network18) समूह से विदाई ली थी। वह इस समूह के हिंदी न्यूज चैनल ‘न्यूज18 इंडिया’ (News18 India) में बतौर एंकर करीब तीन साल से अपनी जिम्मेदारी निभा रही थीं। ‘नेटवर्क18’ से लवीना राज की विदाई पर टीम ने उन्हें शानदार फेयरवेल पार्टी दी थी, जिसकी तस्वीरें उन्होंने सोशल मीडिया पर भी शेयर की थीं।
मूल रूप से जयपुर (राजस्थान) की रहने वाली लवीना को मीडिया में काम करने का करीब नौ साल का अनुभव है। मीडिया में अपने अब तक के सफर में लगभग हर बड़ी खबर पर उनकी ग्राउंड रिपोर्टिंग ने मीडिया गलियारों में सुर्खियां बटोरी हैं। हाल ही में बिहार चुनाव की शानदार कवरेज को लेकर उनकी काफी सराहना हुई है।
‘नेटवर्क18’ से पहले लवीना राज करीब तीन साल तक ‘जी समूह’ के साथ जुड़ी हुई थीं। यहां शुरू में इस समूह के रीजनल चैनल ‘जी’ (राजस्थान) में करीब डेढ़ साल बिताने के बाद करीब डेढ़ साल तक उन्होंने ‘जी हिन्दुस्तान’ (Zee Hindustan) में बतौर एंकर अपनी भूमिका निभाई थी। इस चैनल पर वह दो प्राइम टाइम शो शाम सात बजे ‘मेरा राज्य मेरा देश’ और रात दस बजे ‘अखंड भारत’ होस्ट करती थीं।
पढ़ाई-लिखाई की बात करें तो ‘जयपुर नेशनल यूनिवर्सिटी’ (JNU) से जर्नलिज्म और मास कम्युनिकेशन में ग्रेजुएट लवीना ने मीडिया में अपने करियर की शुरुआत ‘न्यूज इंडिया’ (News India), जयपुर से की थी। इसके बाद यहां से वह ‘A1 TV’ और ‘जी समूह’ होती हुईं वह ‘नेटवर्क18’ पहुंची थीं, जहां से उन्होंने अब अपनी पारी को विराम दे दिया है।
समाचार4मीडिया की ओर से लवीना राज को उनकी नई पारी के लिए शुभकामनाएं।
केबल टीवी सेक्टर कथित तौर पर सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय (MIB) के उन नए प्रस्तावों का विरोध कर रहा है, जिनमें लैंडिंग पेज को TRP से अलग करने की बात कही गई है।
by
Samachar4media Bureau
केबल टीवी सेक्टर कथित तौर पर सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय (MIB) के उन नए प्रस्तावों का विरोध कर रहा है, जिनमें लैंडिंग पेज को TRP से अलग करने की बात कही गई है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कई MSO (मल्टी-सिस्टम ऑपरेटर्स) कानूनी सलाह ले रहे हैं और संभव है कि वे जल्द ही कोर्ट का रुख करें। उनका कहना है कि यदि यह नियम लागू हुआ तो उन्हें हर साल करीब 2,000 करोड़ रुपये का नुकसान हो सकता है, जिससे उनकी सालाना आय में लगभग 15% गिरावट आ सकती है।
दावा किया जा रहा है कि केबल सेक्टर की कुल सालाना कमाई करीब 11,500–12,000 करोड़ रुपये है, जिसमें से लगभग 2,000 करोड़ रुपये ब्रॉडकास्टर्स द्वारा लैंडिंग पेज पर किए गए खर्च से आते हैं। ऐसे में नए नियम सीधे उनकी नॉन-सब्सक्रिप्शन कमाई को नुकसान पहुंचा सकते हैं।
कथित तौर पर MSO का कहना है कि BARC पहले से ही ऐसे अल्गोरिदम इस्तेमाल करता है, जो लैंडिंग चैनलों के शुरुआती सेकंड को TRP में गिनने से हटा देता है, इसलिए TRP डेटा में गड़बड़ी की बात सही नहीं है।
रिपोर्ट्स में यह भी कहा गया है कि जब TRAI के पुराने लैंडिंग पेज वाले नियम अभी सुप्रीम कोर्ट में लंबित हैं, तो नए दिशानिर्देश लाने की जल्दबाजी समझ से बाहर है।
कुछ ऑपरेटर यह भी सोच रहे हैं कि यदि लैंडिंग पेज हटा दिए जाते हैं तो उन्हें ब्रॉडकास्टर्स के विज्ञापन राजस्व में हिस्सा मिलना चाहिए।
उम्मीद है कि केबल ऑपरेटर्स मंत्रालय को औपचारिक रूप से आग्रह भेजेंगे कि प्रस्तावित TRP बदलावों पर दोबारा विचार किया जाए।
NDTV ने स्ट्रैटजी व इनोवेशन का नेतृत्व करने के लिए कोरील लाहिरी को चुना है। उनके पास एशिया के कंटेंट और कैपिटल मार्केट में 25 साल से अधिक का अनुभव है।
by
Samachar4media Bureau
NDTV ने स्ट्रैटजी व इनोवेशन का नेतृत्व करने के लिए कोरील लाहिरी को चुना है। उनके पास एशिया के कंटेंट और कैपिटल मार्केट में 25 साल से अधिक का अनुभव है। उन्हें रणनीति बनाने और बदलते मीडिया परिदृश्य को समझने में महारत हासिल है।
कोरील लाहिरी ने अपने करियर में कई बड़े पद संभाले हैं। उन्होंने Bloomberg TV India और CNBC TV18 में फाइनेंशियल हेड के प्रमुख के रूप में काम किया। इसके अलावा, उन्होंने The Times Group में कॉर्पोरेट रणनीति (corporate strategy) संभाली और MDIF में एशिया क्षेत्र के इन्वेस्टमेंट डायरेक्टर के रूप में काम किया। उनका अनुभव मीडिया, क्रिएटर प्लेटफॉर्म्स, एडटेक, सिविक टेक और SaaS जैसे क्षेत्रों तक फैला हुआ है। खास बात यह है कि वे Gen Z और Alpha यानी नई पीढ़ी के यूजर्स को जोड़ने और उनके साथ जुड़ाव बनाने पर विशेष ध्यान देते हैं।
उन्होंने 250 मिलियन डॉलर से ज्यादा निवेश का प्रबंधन किया है। उन्होंने एशिया पर केंद्रित छोटे फंड (micro funds) भी जुटाए और कंटेंट और टेक्नोलॉजी कंपनियों के लिए उनके राजस्व और मूल्य (valuation) में महत्वपूर्ण बढ़ोतरी करने में मदद की।
सिर्फ निवेश ही नहीं, उन्होंने डिजिटल-फर्स्ट कंपनियों को सलाह दी और मार्गदर्शन किया है, जैसे InMobi (Glance) और YourStory।
इसके अलावा, वे वैश्विक मंचों (global forums) में सक्रिय रूप से हिस्सा लेते हैं, जैसे Google News Startups Lab और Columbia University, और वहां अपने अनुभव और ज्ञान को साझा करते हैं।
NDTV के CEO व एडिटर-इन-चीफ राहुल कंवल ने कहा, 'जैसे-जैसे NDTV डिजिटल प्लेटफॉर्म, क्रिएटर इकोसिस्टम और ग्लोबल बिजनेस अनुभव में विस्तार कर रहा है, हम ऐसे लीडर्स को शामिल करने पर ध्यान दे रहे हैं जो संपादकीय गहराई के साथ रणनीतिक दृष्टिकोण भी रखते हों। कोरील का अनुभव और कंटेंट इनोवेशन में उनकी विशेषज्ञता उन्हें NDTV के अगले विकास चरण के लिए अनूठा बनाती है।'
कोरील लाहिरी ने अपनी नियुक्ति पर कहा, 'आज मीडिया इन्वेस्टमेंट, इनोवेशन और इम्पैक्ट का मिलन स्थल पर है। NDTV की स्पष्ट दृष्टि और प्रभाव के प्रति प्रतिबद्धता इसे नई कहानियों और स्थायी मूल्य निर्माण के लिए आदर्श प्लेटफॉर्म बनाती है। मैं इस रोमांचक यात्रा में योगदान देने के लिए उत्साहित हूं।'
क्या मैं वह बना दूँ?
जी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेज लिमिटेड (‘Z’) ने पर्यावरण, सामाजिक और गवर्नेंस यानी ESG में एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है।
by
Samachar4media Bureau
जी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेज लिमिटेड (Z) ने पर्यावरण, सामाजिक और गवर्नेंस यानी ESG में एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है। कंपनी को S&P ग्लोबल कॉरपोरेट सस्टेनेबिलिटी असेसमेंट (CSA) 2025 में 100 में से 51 अंक मिले हैं। इस स्कोर के साथ जी दुनिया भर में मीडिया, मूवी और एंटरटेनमेंट सेक्टर की टॉप 5% कंपनियों में शामिल हो गई है।
पिछले एक साल में कंपनी ने ESG के हर पहलू में अपने कामकाज को बेहतर करने पर जोर दिया है। जी ने खास तौर पर कॉर्पोरेट गवर्नेंस, सप्लाई चेन मैनेजमेंट, क्लाइमेट गवर्नेंस और ह्यूमन कैपिटल मैनेजमेंट पर मजबूत काम किया है। इसके साथ ही कंपनी ने स्टेकहोल्डर एंगेजमेंट, डबल मटेरियलिटी असेसमेंट, पॉलिसी इंफ्लुएंस, प्राइवेसी प्रोटेक्शन, साइबर सिक्योरिटी, कार्बन अकाउंटिंग, एनर्जी मैनेजमेंट और कर्मचारियों की सुरक्षा पर भी कई कदम उठाए हैं।
इन पहलों की वजह से कंपनी का ESG स्कोर 96वें पर्सेंटाइल तक पहुंच गया है। पारदर्शिता से जुड़ी रिपोर्टिंग में कंपनी ने 100 पर्सेंटाइल का परफेक्ट स्कोर हासिल किया। जोखिम प्रबंधन, सप्लाई चेन, टैक्स स्ट्रैटेजी, पानी, मानव अधिकार, मानव संसाधन प्रबंधन और कस्टमर रिलेशन जैसे कई क्षेत्रों में भी जी ने 95वें पर्सेंटाइल से ऊपर प्रदर्शन किया। वहीं, पूरी इंडस्ट्री का औसत स्कोर सिर्फ 22 रहा।
जी एंटरटेनमेंट के CEO पुनीत गोयनका ने कहा कि ESG में मिला यह स्कोर कंपनी की लगातार की जा रही कोशिशों की पहचान है। उन्होंने कहा कि जी ने पिछले वर्ष में अपने वैल्यू चेन के हर हिस्से में स्थिरता को और मजबूत किया है, फिर चाहे वह मजबूत गवर्नेंस हो, पारदर्शिता से जुड़ी रिपोर्टिंग हो या स्टेकहोल्डर्स के साथ बेहतर जुड़ाव। उन्होंने कहा कि दुनिया की टॉप 5% मीडिया कंपनियों में शामिल होना जी को और बेहतर काम करने की प्रेरणा देता है।
S&P ग्लोबल का यह स्कोर बताता है कि कंपनी अपने सेक्टर की दूसरी कंपनियों की तुलना में ESG जोखिमों, अवसरों और प्रभावों को कितनी अच्छी तरह संभालती है। यह मूल्यांकन कंपनी के खुलासों और उसके वर्तमान व पिछले प्रदर्शन के आधार पर किया जाता है।
इस साल जी ने डेटा प्राइवेसी और साइबर सिक्योरिटी पर बड़े कदम उठाए, जिसकी वजह से कोई भी डेटा ब्रीच नहीं हुआ। कंपनी ने कार्बन अकाउंटिंग, ऊर्जा की बचत, कचरा कम करने और रीसाइक्लिंग पर भी अच्छा काम किया है। आगे भी कंपनी अपने ESG प्रयासों को और मजबूत करने की दिशा में काम करती रहेगी ताकि व्यवसायिक विकास के साथ-साथ समाज पर सकारात्मक असर भी पड़े।
गौरतलब है कि की जी एक प्रमुख कंटेंट और टेक्नोलॉजी कंपनी है जिसकी पहुंच 190 से ज्यादा देशों में है और जिसे दुनिया भर के 1.3 बिलियन से अधिक लोग देखते हैं। टीवी, डिजिटल, फिल्म और म्यूजिक जैसे कई माध्यमों पर विभिन्न भाषाओं में कंटेंट पेश करते हुए कंपनी दुनिया भर के दर्शकों तक अपनी कहानियां पहुंचाती है। एक भारतीय ब्रांड के रूप में, जी दुनिया में उम्मीद और एकजुटता का संदेश फैलाने के लिए लगातार काम कर रही है।
मीडिया में अपने करियर की शुरुआत उन्होंने ‘जी मीडिया’ (Zee Media) से की थी। इस मीडिया संस्थान के साथ अपने करीब दो दशक के सफर में उन्होंने विभिन्न अहम जिम्मेदारियां निभाईं।
by
Samachar4media Bureau
हिंदी न्यूज चैनल ‘जनतंत्र टीवी’ (Jantantra TV) ने वरिष्ठ पत्रकार जितेंद्र शर्मा को एडिटर-इन-चीफ के पद पर नियुक्त किया है। जितेंद्र शर्मा इससे पहले ‘आईटीवी नेटवर्क’ (iTV) में सीनियर एग्जिक्यूटिव एडिटर के पद पर अपनी जिम्मेदारी निभा रहे थे।
मूल रूप से हिसार (हरियाणा) के रहने वाले जितेंद्र शर्मा को मीडिया में काम करने का दो दशक से ज्यादा का अनुभव है। मीडिया में अपने करियर की शुरुआत उन्होंने ‘जी मीडिया’ (Zee Media) से की थी।
इस मीडिया संस्थान के साथ अपने करीब दो दशक के सफर में उन्होंने विभिन्न अहम जिम्मेदारियां निभाईं। वर्ष 2024 में उन्होंने यहां से अपनी पारी को विराम देकर ‘आईटीवी नेटवर्क’ जॉइन कर लिया था। उस समय जितेंद्र शर्मा ‘जी न्यूज’ में एडिटर दिल्ली ब्यूरो और क्राइम एंड इन्वेस्टिगेशन के पद पर अपनी जिम्मेदारी निभा रहे थे।
पढ़ाई-लिखाई की बात करें तो डिफेंस स्टडीज में ग्रेजुएट जितेंद्र शर्मा ने हिसार स्थित ‘गुरु जंभेश्वर यूनिवर्सिटी’ से मास कम्युनिकेशन में पोस्ट ग्रेजुएशन किया है। समाचार4मीडिया की ओर से जितेंद्र शर्मा को उनके नए सफर के लिए ढेरों बधाई और शुभकामनाएं।
NDTV ने अपने ऑटो सेक्शन की कमान सिद्धार्थ शर्मा को सौंपी है।
by
Samachar4media Bureau
NDTV ने अपने ऑटो सेक्शन की कमान सिद्धार्थ शर्मा को सौंपी है। सिद्धार्थ के पास 14 साल से अधिक का अनुभव है, जिसमें पत्रकारिता, क्रिएटिविटी और टेक्नोलॉजी का मिश्रण शामिल है।
सिद्धार्थ शर्मा एक क्रिएटर, एंकर और स्ट्रैटेजिस्ट हैं। ET Now के Technoholik, TV Today के Gadgets & Gizmos और Good News Today में उन्होंने दर्शकों के लिए जानकारी और इनसाइट से भरी कहानियां तैयार की हैं।
नेटवर्क18 में उन्होंने भारत का पहला डिजिटल-फर्स्ट ऑटो और टेक शो CNN-News18 पर लॉन्च किया, जिससे दर्शक तकनीकी नवाचार और ऑटोमोबाइल के साथ बेहतर जुड़ सके। The Quint में उन्होंने VR रिव्यू, मोबाइल-फर्स्ट फॉर्मेट और सेल्फी इंटरव्यू जैसी नई तकनीक अपनाई।
जागरण न्यू मीडिया में उन्होंने Apple, Hyundai, Porsche, BMW, Samsung और Ford के लिए कुछ सबसे बड़े ब्रांडेड स्टोरीटेलिंग प्रोजेक्ट्स लीड किए। कनाडा में उनके ग्लोबल अनुभव ने उन्हें डिजिटल स्ट्रैटेजी, क्लाइंट डेवलपमेंट और क्रॉस-कल्चरल इनसाइट का अनुभव भी दिया।
NDTV के CEO और एडिटर-इन-चीफ राहुल कंवल ने कहा, 'सिद्धार्थ सिर्फ कारों की समीक्षा नहीं करते, बल्कि नवाचार के पीछे की संस्कृति, डिजाइन और भावना को भी सामने लाते हैं। उनकी कहानियां ताजा नजरिया और उद्देश्य देती हैं।'
सिद्धार्थ शर्मा ने कहा, 'NDTV ऑटो में शामिल होना रोमांचक है, खासकर जब मोबिलिटी टेक्नोलॉजी, डिजाइन और सस्टेनेबिलिटी के जरिए फिर से परिभाषित हो रही है। मैं इस यात्रा का हिस्सा बनने के लिए उत्साहित हूं।'
NDTV में सिद्धार्थ का लक्ष्य NDTV ऑटो को एक ऐसा प्लेटफॉर्म बनाना है जो मशीनों की तरह ही स्मार्ट और इन्ट्यूटिव हो और मोबिलिटी, सस्टेनेबिलिटी, डिजाइन और खोज की कहानियों को ईमानदारी और कल्पना के साथ पेश करे।
उनकी नियुक्ति से NDTV ऑटो की दिशा सिर्फ परफॉर्मेंस और पॉवर तक सीमित नहीं रहेगी, बल्कि यह समझेगा कि नवाचार और डिजाइन नई भारत की सोच, चलने-फिरने और आकांक्षाओं को कैसे आकार देते हैं।
जी मीडिया कॉरपोरेशन लिमिटेड ने आधिकारिक रूप से घोषणा की है कि कंपनी के चीफ रेवेन्यू ऑफिसर (CRO) राजेश सरीन ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है।
by
Vikas Saxena
जी मीडिया कॉरपोरेशन लिमिटेड ने आधिकारिक रूप से घोषणा की है कि कंपनी के चीफ रेवेन्यू ऑफिसर (CRO) राजेश सरीन ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। उनका इस्तीफा 10 नवंबर 2025 के कारोबारी घंटे समाप्त होने के बाद से प्रभावी हो गया है।
कंपनी ने यह जानकारी स्टॉक एक्सचेंज को दी है। राजेश सरीन वरिष्ठ प्रबंधन टीम का हिस्सा थे और लंबे समय से कंपनी की राजस्व रणनीति और विकास से जुड़े प्रमुख जिम्मेदार पद पर कार्यरत थे।
अपने इस्तीफे में राजेश सरीन ने लिखा कि यह फैसला उनके लिए आसान नहीं था क्योंकि जी मीडिया के साथ उनका कार्यकाल बेहद सीख देने वाला और संतोषजनक रहा। उन्होंने कहा कि वे व्यक्तिगत कारणों से पद छोड़ रहे हैं और इसके अलावा कोई अन्य वजह नहीं है। उन्होंने कंपनी और सहयोगियों का आभार जताते हुए कहा कि उन्हें संगठन का हिस्सा बनने और इसके विकास में योगदान देने का अवसर मिला, यह उनके लिए गर्व की बात रही।
राजेश सरीन ने जी मीडिया के भविष्य के लिए शुभकामनाएं देते हुए कहा कि वे कंपनी की आगे की सफलता की कामना करते हैं।
बता दें कि समाचार4मीडिया ने 22 अक्टूबर को अपनी रिपोर्ट में पहले ही यह खुलासा कर दिया था कि राजेश सरीन ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है, जिस पर अब आधिकारिक मुहर लग गई है। अब कंपनी से राजेश सरीन की राहें जुदा हो गई हैं।
यहां पढ़ें: ‘जी मीडिया’ में इस बड़े पद से राजेश सरीन ने दिया इस्तीफा