जानिए, रूबिका लियाकत से क्यों बोले मनोज तिवारी ‘मेरी लड़ाई करवाओगी’?

दिल्ली की लड़ाई में भाजपा की करारी शिकस्त के बाद हर कोई यह जानना चाहता है कि आखिर पार्टी की नजर में हार की वजह क्या रही? क्या नेताओं के बड़बोलेपन ने उसे नुकसान पहुंचाया या

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Published - Friday, 14 February, 2020
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Friday, 14 February, 2020
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दिल्ली की लड़ाई में भाजपा की करारी शिकस्त के बाद हर कोई यह जानना चाहता है कि आखिर पार्टी की नजर में हार की वजह क्या रही? क्या नेताओं के बड़बोलेपन ने उसे नुकसान पहुंचाया या शाहीन बाग को पाकिस्तान करार देने की रणनीति गलत साबित हुई। ‘एबीपी न्यूज़’ ने मनोज तिवारी के एक्सक्लूसिव इंटरव्यू से लोगों की इस जिज्ञासा को शांत करने का प्रयास किया है। चुनाव परिणामों के बाद पहली बार तिवारी किसी चैनल पर सवालों का जवाब देते नजर आए हैं। उनसे सवाल पूछने की जिम्मेदारी रूबिका लियाकत को सौंपी गई थी, जिसे उन्होंने बखूबी निभाया।

रूबिका ने हर वह सवाल दागा, जिसका जवाब लोग जानना चाहते हैं। फिर चाहे वह तिवारी को बतौर सीएम प्रोजेक्ट न करना हो या प्रवेश वर्मा जैसे नेताओं पर आलाकमान की सोच। आमतौर पर जब हार के बाद कोई नेता कैमरे का सामना करता है तो वह बेहद गंभीर हो जाता है और सवाल पूछने वाला पत्रकार भी गंभीरता से मुद्दों को उठाता है। सीधे शब्दों में कहें तो शिकस्त का गम कुछ और देर तक लाइव टीवी पर नजर आता है। लेकिन ‘एबीपी’ का यह इंटरव्यू बिलकुल अलग रहा। रूबिका ने अपने अंदाज से माहौल को इतना हल्का कर दिया कि कुछ देर के लिए तिवारी भी शायद हार का दुःख भूल गए होंगे।

हालांकि, इसका ये मतलब नहीं कि उन्होंने तीखे सवालों की चुभन से भाजपा नेता को बेचैन नहीं किया। उन्होंने चुभने वाले सवाल भी पूछे। मसलन, पिछले छह बार भाजपा चेहरे के साथ मैदान में उतरी थी, मगर इस बार नहीं, क्यों? क्या पार्टी को आप पर कॉन्फिडेंस था? इसके जवाब में पहले तो तिवारी सामूहिक निर्णय का हवाला देकर ज्यादा कुछ कहने से बचते रहे, लेकिन अंत में उन्होंने मान ही लिया कि चेहरे के साथ उतरना चाहिए था।

रूबिका ने भाजपा के बयानवीरों पर भी सवाल किया, लेकिन प्रवेश वर्मा और कपिल मिश्रा की बात करते-करते हुए उन्होंने एक ऐसे शख्स का नाम भी ले डाला, जिससे तिवारी कुछ असहज हो गए। उन्होंने पहले पूछा, ‘क्या आपकी पार्टी के नेताओं के बड़बोलेपन ने आपको नुकसान पहुंचाया’? जिसका मनोज तिवारी ने चालाकी से जवाब दिया। उन्होंने प्रवेश कुमार या कपिल मिश्रा का जिक्र न करते हुए कहा कि आलाकमान की सोच ऐसी नहीं है। बस यहीं वो रूबिका को दमदार सवाल दागने का मौका दे बैठे और उन्होंने तपाक से पूछ लिया ‘आपके अमित शाह भी तो शाहीन बाग में करंट लगवा रहे थे, लेकिन करंट आपको और आपकी पार्टी को लग गया? इसका भी तिवारी कोई सीधा जवाब नहीं दे सके।

पूरे इंटरव्यू के दौरान रूबिका ने ऐसे-ऐसे सवाल भी पूछे जिनके जवाब में भाजपा नेता केवल हंसकर रह गए। हालांकि, जब उन्होंने भाजपा की आठ सीटों का हवाला दिया, तो मनोज तिवारी ‘एबीपी न्यूज’ के एग्जिट पोल का हवाला देकर गंभीर सवालों की चुभन से बचने का प्रयास करने लगे। उन्होंने कहा, आप लोग तो पहले ही दिखा चुके थे कि ‘आप’ को 63 और ‘भाजपा’ को 7 सीटें मिलेंगी। आगे से आप ही लोगों से पूछ लेंगे हम’।

चुनाव में आम आदमी पार्टी की जीत के बाद से ही सोशल मीडिया पर दिल्ली की जनता को मुफ्तखोर करार दिया जाने लगा है। यहां तक कि भाजपा सांसद प्रवेश वर्मा भी कुछ ऐसी ही सोच रखते हैं। लिहाजा भाजपा प्रदेश अध्यक्ष से इस पर सवाल तो बनता था और रूबिका ने यह मुद्दा उठाया भी। उन्होंने कहा, ‘फोन लगाइए न अपने भाई प्रवेश वर्मा को और पूछिए दिल्ली की जनता क्या मुफ्तखोर है?’

इस पर तिवारी ने जवाब दिया, ‘नहीं, दिल्ली की जनता समझदार है और हम उसके जनादेश को स्वीकार करते हैं।’ प्रवेश कुमार को भाई कहने वाला वाकया इस सवाल से कुछ पहले हुआ। दरअसल, जब रूबिका लियाकत ने तिवारी से कहा कि आपने अपने क्षेत्र में तीन स्कूल बनवाये हैं तो उस पर ही चुनाव लड़ते न, वो (आप) स्कूल पर ही तो जीते हैं। तो भाजपा नेता ने कहा ‘हम उसी पर तो लड़े, तभी तो हमारे यहां जीते।’ इस जवाब पर एक और सवाल दागते हुए रूबिका ने कहा ‘मतलब प्रवेश वर्मा को आपसे सीख लेनी चाहिए’? इतना सुनकर मनोज तिवारी पहले हंसे फिर बोले ‘ऐसे झगड़ा मत लगवाओ, मेरा भाई है। इंटरव्यू में बुलाकर और मेरे चार ठो खोल दो।’     

मनोज तिवारी का पूरा इंटरव्यू आप यहां देख सकते हैं:

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Zee News पर पाकिस्तानी साइबर अटैक की कोशिश, एक्सपर्ट बोले- साइबर वॉर की शुरुआत

Zee News के तीन केंद्रों- मुंबई, भोपाल और पटना को निशाना बनाते हुए पाकिस्तानी साइबर हैकर्स ने हमला करने की कोशिश की।

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Published - Tuesday, 20 May, 2025
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Tuesday, 20 May, 2025
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पाकिस्तान की ओर से एक बार फिर भारत के खिलाफ नापाक चाल चली गई है। ताजा घटनाक्रम में 'जी न्यूज' (Zee News) की ओर से दावा किया गया है कि उसके तीन केंद्रों- मुंबई, भोपाल और पटना को निशाना बनाते हुए पाकिस्तानी साइबर हैकर्स ने हमला करने की कोशिश की। हालांकि, चैनल के साइबर विशेषज्ञों ने इस प्रयास को समय रहते विफल कर दिया।

Zee News के अनुसार, यह हमला केवल एक मीडिया संस्थान पर नहीं, बल्कि भारत की डिजिटल संप्रभुता पर हमला था। इस दावे के सामने आने के बाद साइबर सुरक्षा और रणनीतिक मामलों के जानकारों में चिंता की लहर दौड़ गई है।

पाकिस्तान की बौखलाहट खुलकर सामने आई

Zee News लगातार पाकिस्तान के आतंकी नेटवर्क और सेना की गतिविधियों को उजागर करता रहा है। यही वजह है कि चैनल पाकिस्तानी प्रशासन की निगाह में रहा है। इससे पहले, जब भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान में घुसकर आतंक के ठिकानों को तबाह किया था, तब पाकिस्तान ने अपने देश में Zee News के प्रसारण पर रोक लगा दी थी। अब इसी सिलसिले को आगे बढ़ाते हुए साइबर हमला करने की कोशिश की गई।

विशेषज्ञ बोले– यह साइबर टेरर है

साइबर मामलों के विशेषज्ञों ने इस हमले को “साइबर टेररिज्म” और “साइकोलॉजिकल वॉरफेयर” करार दिया है। उनका कहना है कि यह महज एक टेक्निकल हमला नहीं, बल्कि जन मानस में डर और भ्रम फैलाने की सोची-समझी कोशिश है।

साइबर कानून विशेषज्ञ पवन दुग्गल ने जी न्यूज से कहा, “यह हमला इस बात का संकेत है कि आने वाले समय में ऐसे प्रयास और तेज़ होंगे। यह एक नए प्रकार की लड़ाई है, जिसमें बंदूकें नहीं, कीबोर्ड चलाए जा रहे हैं। सवाल यह है कि क्या हम मानसिक, तकनीकी और रणनीतिक रूप से इसके लिए तैयार हैं?”

भारत की साइबर डिफेंस क्षमता मजबूत

हालांकि, अच्छी बात यह है कि भारत की साइबर सुरक्षा प्रणाली ने इस प्रयास को प्रारंभिक स्तर पर ही पहचानकर विफल कर दिया। जी न्यूज के मुताबिक, साइबर एक्सपर्ट्स का कहना है कि भारत के पास इस तरह की घटनाओं से निपटने के लिए मजबूत ढांचे और तत्पर टीमें मौजूद हैं, लेकिन बदलते माहौल में सतर्कता और तैयारियों को और मजबूत करना होगा। 

गौरतलब है कि यह घटनाक्रम ऑपरेशन सिंदूर के कुछ दिनों बाद सामने आया है। भारत ने पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में पाकिस्तान के कब्जे वाले इलाकों में घुसकर नौ आतंकवादी अड्डों को नष्ट कर दिया था। इस सैन्य कार्रवाई से बौखलाए पाकिस्तान ने Zee News पर प्रसारण रोकने के साथ-साथ अब डिजिटल मोर्चे पर हमला करने की कोशिश की है। 

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'ऑपरेशन सिंदूर' के दौरान टीवी न्यूज व्युअरशिप में रिकॉर्ड वृद्धि: BARC

भारत के सशस्त्र बलों द्वारा 'ऑपरेशन सिंदूर' (OPERATION SINDOOR) के दौरान टीवी न्यूज व्युअरशिप में एक नई ऊंचाई पर पहुंच गई है।

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Published - Tuesday, 20 May, 2025
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Tuesday, 20 May, 2025
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भारत के सशस्त्र बलों द्वारा 'ऑपरेशन सिंदूर' (OPERATION SINDOOR) के दौरान टीवी न्यूज व्युअरशिप में एक नई ऊंचाई पर पहुंच गई है। BARC इंडिया के आंकड़े बताते हैं कि जब कोई महत्वपूर्ण घटना होती है, जो लोगों के जीवन को प्रभावित करती है, तो लोग जानकारी प्राप्त करने के लिए टीवी का रुख करते हैं।

'ऑपरेशन सिंदूर' (3 मई से 9 मई 2025) के दौरान, देशभर में हो रही घटनाओं को लेकर लोगों की दिलचस्पी और चिंता ने टीवी न्यूज की व्युअरशिप को रिकॉर्ड स्तर तक बढ़ा दिया। इस दौरान, हिंदी न्यूज चैनलों ने अपने दर्शकों के बीच जबरदस्त वृद्धि दर्ज की, जो इस बात का स्पष्ट संकेत है कि लोग ऐसे महत्वपूर्ण घटनाक्रमों पर ध्यान केंद्रित करते हैं।

टीवी न्यूज व्युअरशिप में हुई बढ़ोतरी

BARC इंडिया के अनुसार, 'ऑपरेशन सिंदूर' के दौरान सप्ताह 18 में हिंदी न्यूज की व्युअरशिप में अभूतपूर्व वृद्धि देखने को मिली। सप्ताह 18 (2025) में हिंदी न्यूज चैनलों ने 254 ग्रॉस रेटिंग पॉइंट्स (GRPs) हासिल किए, जो इस साल का सबसे अच्छा आंकड़ा था। यह आंकड़ा लोकसभा चुनाव परिणाम (2024) के समय के आंकड़े 235 GRPs से भी ऊपर था।

इसके अलावा, हिंदी न्यूज के औसत टाइम स्पेंट (ATS) में भी 67% की वृद्धि दर्ज की गई, जो कि पहलगाम आतंकवादी हमले के पहले के हफ्तों से अधिक था।

दर्शकों में नई वृद्धि

'ऑपरेशन सिंदूर' के दौरान बुधवार से शुक्रवार (3 से 5 मई) के बीच हिंदी न्यूज चैनलों के शेयर भी 3% से बढ़कर 13% की उछाल दर्ज की, जबकि 15+ HSM (हाई स्पीड मेट्रिक्स) पर इस बढ़ोतरी ने 4% से 15% तक का आंकड़ा छुआ। यह वृद्धि 2016 के सर्जिकल स्ट्राइक के दौरान हासिल किए गए शेयर से भी बेहतर रही। 

वहीं, हिंदी न्यूज चैनलों की व्युअरशिप में महत्वपूर्ण वृद्धि देखने को मिली। इस दौरान दैनिक ट्यून-इन में 73 मिलियन से बढ़कर 142 मिलियन (HSM 2+) हो गए, जो एक रिकॉर्ड है।

MEA ब्रीफिंग्स के दौरान दर्शकों की संख्या में उछाल

विदेश मंत्रालय की प्रेस ब्रीफिंग्स के दौरान भी पहलगाम हमले से पहले के हफ्तों की तुलना में व्युअरशिप में उल्लेखनीय वृद्धि हुई:

  • पहली ब्रीफिंग (बुधवार, 10:36 से 11:00 बजे) में दर्शकों की संख्या में 509% की जबरदस्त बढ़ोतरी दर्ज की गई।

  • दूसरी ब्रीफिंग (गुरुवार, 17:45 से 18:25 बजे) में दर्शक संख्या में 125% की वृद्धि हुई।

  • तीसरी ब्रीफिंग (शुक्रवार, 17:33 से 17:55 बजे) में 242% का उछाल देखने को मिला।

'ऑपरेशन सिंदूर' के दौरान हिंदी न्यूज ने ऐसे 6.5 करोड़ नए दर्शक जोड़े, जो एक महीने (Wk12-15) से टीवी पर हिंदी न्यूज देख ही नहीं रहे थे।

BARC India (जो भारत में टीवी व्युअरशिप का डेटा ट्रैक करता है) ने 2022 के 10वें हफ्ते से फिर से डेटा जारी करना शुरू किया था (क्योंकि इससे पहले BARC ने कुछ समय के लिए डेटा पब्लिक करना बंद कर दिया था)। यानी, सारे तुलनात्मक आंकड़े उसी समय से लिए जा रहे हैं। यह सभी आंकड़े BARC India के 'अनरोल्ड डेटाबेस' पर आधारित हैं।

'ऑपरेशन सिंदूर' ने न केवल देशवासियों को जानकारी के प्रति सजग किया, बल्कि इसने टीवी न्यूज चैनलों की व्युअरशिप में अभूतपूर्व वृद्धि भी दर्ज की। BARC इंडिया के आंकड़े इस बात का प्रमाण हैं कि जब देश में कोई बड़ा घटनाक्रम घटित होता है, तो लोग ताजातरीन अपडेट्स के लिए टीवी का रुख करते हैं, और इस बार 'ऑपरेशन सिंदूर' ने यह सच्चाई फिर से साबित कर दी।

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डिश टीवी ने Android TV के लिए लॉन्च किया Dish Smart+, इन मायनों में है खास

डिश टीवी ने अपने नए इनोवेटिव प्रोडक्ट Smart+ डिवाइस लॉन्च किया है, जिससे कि स्मार्ट टीवी अनुभव को एक नए स्तर पर पहुंचाया जा सके।

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Published - Monday, 19 May, 2025
Last Modified:
Monday, 19 May, 2025
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डिश टीवी ने अपने नए इनोवेटिव प्रोडक्ट Smart+ डिवाइस लॉन्च किया है, जिससे कि स्मार्ट टीवी अनुभव को एक नए स्तर पर पहुंचाया जा सके। यह डिवाइस खास तौर पर Android और Google TV के लिए तैयार किया गया है, जो लाइव टीवी चैनलों और लोकप्रिय OTT ऐप्स को एक ही स्क्रीन पर लाकर दर्शकों के मनोरंजन को और भी आसान और समृद्ध बनाता है।

डिश टीवी की ओर से जारी प्रेस रिलीज़ में बताया गया कि Smart+ डिवाइस की मदद से अब दर्शकों को अलग-अलग रिमोट्स की जरूरत नहीं होगी। टीवी रिमोट के जरिए ही वे टीवी चैनल्स और OTT ऐप्स के बीच आसानी से स्विच कर सकते हैं। बार-बार इनपुट सोर्स बदलने या अलग डिवाइस लगाने की झंझट अब खत्म हो जाएगी।

डिवाइस में कई उपयोगी फीचर्स दिए गए हैं—जैसे पसंदीदा चैनलों की सूची बनाना, शोज़ के लिए रिमाइंडर सेट करना और पेरेंटल कंट्रोल जैसी सुविधाएं, जो खासतौर पर परिवारों के लिए इसे सुरक्षित और अनुकूल बनाती हैं। इसका इंटरफेस इतना सहज है कि यूज़र को चैनल नंबर याद रखने की जरूरत नहीं पड़ती। इसके अलावा आने वाले कार्यक्रमों की झलक भी थंबनेल्स और बैनर्स के ज़रिए मिलती है।

Smart+ डिवाइस का कॉम्पैक्ट और पोर्टेबल डिज़ाइन इसे किसी भी होम एंटरटेनमेंट सेटअप में आसानी से फिट कर देता है। यह हल्का, स्टाइलिश और आधुनिक घरों की जरूरतों को ध्यान में रखकर डिजाइन किया गया है। कंपनी के मुताबिक यह डिवाइस एक ज्यादा स्मार्ट और पर्सनल एंटरटेनमेंट अनुभव प्रदान करता है।

डिश टीवी इंडिया लिमिटेड के CEO और एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर मनोज डोभाल ने कहा, "हम एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री में नवाचार को लगातार बढ़ावा देने की अपनी प्रतिबद्धता के तहत Smart+ डिवाइस पेश करने पर गर्व महसूस कर रहे हैं। यह डिवाइस पारंपरिक टेलीविज़न और OTT सेवाओं के बीच एक सहज एकीकरण का प्रतीक है, जो आज के डिजिटल उपभोक्ता की बदलती जरूरतों को पूरा करता है। हमें पूरा विश्वास है कि यह इंटीग्रेशन मनोरंजन का भविष्य है।"

डिश टीवी का Smart+ डिवाइस जल्द ही कंपनी की आधिकारिक वेबसाइट, फ्लिपकार्ट और सभी प्रमुख रिटेल आउटलेट्स पर उपलब्ध होगा।

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Zee Media ने अपनाई नई पहचान ‘Z’, अब खबरों के साथ दिखेगा नया अंदाज व मकसद

देश के सबसे बड़े और व्यापक न्यूज नेटवर्क में शुमार Zee Media Corporation Limited (ZMCL) अब एक नई ब्रैंड पहचान के साथ सामने आया है।

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Published - Monday, 19 May, 2025
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Monday, 19 May, 2025
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देश के सबसे बड़े और व्यापक न्यूज नेटवर्क में शुमार Zee Media Corporation Limited (ZMCL) अब एक नई ब्रैंड पहचान के साथ सामने आया है। कंपनी ने अपने सभी नेशनल व रीजनल चैनलों के लिए एक जैसी ब्रैंडिंग ‘Z’ लॉन्च की है। इस बदलाव का मकसद साफ है- दर्शकों को भरोसेमंद, असरदार और जनता से जुड़ी खबरें देना, एक नई सोच और तकनीकी ताकत के साथ।

आज जब लोग मीडिया पर भरोसा करने से पहले सोचते हैं, Zee Media ने अपनी जिम्मेदारी को और गंभीरता से लिया है। नए ‘Z’ का मतलब है भरोसा, एकरूपता और बदलाव के साथ आगे बढ़ना। यह पहचान हर भारतीय से जुड़ने की कोशिश है, चाहे वो किसी भी भाषा, राज्य या इलाके का हो।

Zee Media का कहना है कि उनके लिए खबरें सिर्फ हेडलाइन नहीं होतीं, बल्कि लोगों के दिल और जिंदगी से जुड़ी होती हैं। नए रूप में, Zee Media सिर्फ जानकारी देने तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि लोगों की उम्मीदों की आवाज बनेगा, उनकी बात आगे बढ़ाएगा और लोकतंत्र को मजबूत करेगा।

इस नई पहचान के साथ Zee Media अपने सभी चैनलों को एक जैसे लुक और सोच से जोड़ रहा है। चाहे Zee News, Zee Business, Zee Bharat जैसे बड़े चैनल हों या Zee 24 Taas, Zee Bihar Jharkhand, Zee Uttar Pradesh Uttarakhand जैसे रीजनल चैनल—अब सब एक नई और मजबूत ‘Z’ पहचान के साथ दिखेंगे। यह सिर्फ लोगो बदलने की बात नहीं है, बल्कि सोच और काम करने के तरीके को भी नए सिरे से तय करने का वादा है।

नया ‘Z’ लोगो आधुनिक है, भावनाओं से जुड़ा है और डिजिटल दौर के लिए पूरी तरह तैयार है। यह डिजाइन भारत की विविधता से प्रेरित है और हर स्क्रीन पर अलग-अलग तरीके से नजर आएगा, बिलकुल उसी तरह जैसे भारत हर दिन आगे बढ़ रहा है।

Zee Media के CEO करण अभिषेक सिंह ने कहा, “हम पिछले 30 सालों से भारत की आवाज बने हुए हैं। अब ‘Z’ के साथ हम फिर एक नया वादा कर रहे हैं। हम बदलती दुनिया के साथ कदम से कदम मिलाकर चलेंगे, लेकिन अपनी सच्चाई और मकसद से कभी नहीं हटेंगे। अब हमारा फोकस सिर्फ खबर देने पर नहीं, बल्कि ऐसे मुद्दे उठाने पर होगा जो सच में लोगों की जिंदगी से जुड़े हों।”

यह बदलाव बहुत बड़े स्तर पर किया गया है। Zee Media का कहना है कि वो अब अपने कंटेंट, तकनीक और दर्शकों के साथ रिश्ते को एक नई दिशा में लेकर जा रहे हैं। नया ‘Z’ इस सोच का प्रतीक है कि मीडिया सिर्फ पहुंच का नहीं, बल्कि भरोसे और जुड़ाव का भी माध्यम है।

Zee Media का यह बदलाव दिखाता है कि वो आने वाले समय में सिर्फ खबरें नहीं, बल्कि उम्मीद और एकजुटता के पल भी लोगों तक पहुंचाना चाहता है। 

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'NDTV इंडिया' पर मनोज्ञा लोइवाल ने ‘X-Ray रिपोर्ट’ से किया डेब्यू

NDTV इंडिया ने हाल ही में अपने नए शो ‘X-Ray रिपोर्ट’ की शुरुआत की है। इस शो को जानी-मानी पत्रकार व रामनाथ गोयनका पुरस्कार विजेता मनोज्ञा लोइवाल होस्ट कर रही हैं।

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Published - Saturday, 17 May, 2025
Last Modified:
Saturday, 17 May, 2025
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NDTV इंडिया ने हाल ही में अपने नए शो ‘X-Ray रिपोर्ट’ की शुरुआत की है। इस शो को जानी-मानी पत्रकार व रामनाथ गोयनका पुरस्कार विजेता मनोज्ञा लोइवाल होस्ट कर रही हैं। यह शो हर सप्ताह रात 10 बजे प्रसारित हो रहा है और चैनल के प्राइम टाइम स्लॉट में एक मजबूत पत्रकारिता की मौजूदगी दर्ज करा रहा है।

‘X-Ray रिपोर्ट’ में मनोज्ञा अपनी पहचान के मुताबिक साफ सोच, भरोसेमंद रिपोर्टिंग और बिना समझौते वाली संपादकीय दृष्टि लेकर आई हैं। तीखे सवालों और बेबाक रिपोर्टिंग के लिए पहचानी जाने वाली मनोज्ञा इस शो के जरिए बिना लाग-लपेट के सच्चाई आम जन तक पहुंचती हैं।

जिस दौर में शोर और अधूरी जानकारियों से खबरें भरी पड़ी हैं, ‘X-Ray रिपोर्ट’ सतही हेडलाइंस से आगे जाकर दावों की पड़ताल करता है, खबरों की परतें खोलता है और सत्ता में बैठे लोगों से जवाब मांगता है। हर एपिसोड में ठोस फैक्ट-चेकिंग, गहरी जांच और तेज संपादकीय पकड़ साफ झलकती है, जिसे गंभीर खबरों में दिलचस्पी रखने वाले दर्शकों के लिए जरूरी बनाता है।

शो की शुरुआत के कुछ ही दिनों में मनोज्ञा की रिपोर्टिंग ने ध्यान खींचा, खासतौर पर उस समय जब देश में कई अहम घटनाएं घट रही थीं। उनकी कवरेज ने दर्शकों को जरूरी संदर्भ और स्पष्टता दी, जब उसकी सबसे ज्यादा जरूरत थी। 

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'डीडी न्यूज' पर सुधीर चौधरी की धमाकेदार शुरुआत, दर्शकों का दिल जीतने में हुए कामयाब

सोशल मीडिया पर भी उनके इस शो की बेहद चर्चा हो रही है। एक नए अंदाज़ में प्राइम टाइम एंकर सुधीर चौधरी अपने दर्शकों का दिल जीतने में कामयाब रहे हैं।

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Published - Friday, 16 May, 2025
Last Modified:
Friday, 16 May, 2025
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जाने-माने पत्रकार सुधीर चौधरी किसी परिचय के मोहताज नहीं है। उन्होंने प्राइम टाइम शो की दिशा और दशा बदलने का कार्य किया है। जनता से जुड़े मुद्दों को उठाने की बात हो या खबरों का विश्लेषण करना हो इस विधा में सुधीर चौधरी का कोई सानी नहीं है। कल यानी 15 मई को उन्होंने 'डीडी न्यूज़' के साथ अपनी नई पारी का आगाज़ किया है।

‘DECODE’ में कल सुधीर चौधरी ने कई महत्वपूर्ण खबरों का विश्लेषण किया। पाकिस्तान के परमाणु हथियार को लेकर चल रही चर्चाओं के बीच सुधीर चौधरी ने अपने दर्शकों को समझाया कि आखिर क्यों पाकिस्तान के परमाणु हथियार खतरे में है।

इसके अलावा उन्होंने 'मेक इन इंडिया हथियार' और '1971 के युद्ध' का भी विश्लेषण किया। सोशल मीडिया पर भी उनके इस शो की बेहद चर्चा हो रही है। एक नए अंदाज़ में प्राइम टाइम एंकर सुधीर चौधरी अपने दर्शकों का दिल जीतने में कामयाब रहे हैं।

यू ट्यूब पर भी हजारों की संख्या में आये हुए कमेंट यह बता रहे है कि सुधीर चौधरी को क्यों मीडिया का 'शाहरुख़ खान' कहा जाता है। आपको बता दें, यह शो सोमवार से शुक्रवार तक हर रात 9 बजे 'डीडी न्यूज' पर प्रसारित होगा।

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आज से 'डीडी न्यूज' पर शुरू हो रहा सुधीर चौधरी का नया शो ‘DECODE’

जाने-माने पत्रकार सुधीर चौधरी आज से 'डीडी न्यूज' पर अपना नया शो ‘DECODE’ शुरू करने जा रहे हैं।

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Published - Thursday, 15 May, 2025
Last Modified:
Thursday, 15 May, 2025
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जाने-माने पत्रकार सुधीर चौधरी आज से 'डीडी न्यूज' पर अपना नया शो ‘DECODE’ शुरू करने जा रहे हैं। उन्होंने इस बात की जानकारी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर दी है।

'एक्स' पर उन्होंने शो का पोस्टर साझा करते हुए लिखा- “खबरों की विश्वसनीयता और विश्लेषण चाहिए, तो जल्द DD News देखिए सुधीर चौधरी के साथ DECODE”

‘DECODE’ एक प्राइम टाइम न्यूज शो होगा, जिसमें सुधीर चौधरी हर दिन की बड़ी खबरों को डिकोड करेंगे यानी उनके पीछे की परतों और सच्चाइयों को सामने लाने का प्रयास करेंगे। शो में खबरों का विश्लेषण तथ्यों और गहराई के साथ किया जाएगा, जिसमें दर्शकों को बिना किसी भ्रामक शोर-शराबे के साफ-सुथरी पत्रकारिता देखने को मिलेगी।

यह शो सोमवार से शुक्रवार तक हर रात 9 बजे 'डीडी न्यूज' पर प्रसारित होगा।

गौरतलब है कि हाल ही में सुधीर चौधरी ने 'डीडी न्यूज' में कंसल्टिंग एडिटर के तौर पर नई पारी की शुरुआत की है। अब वह अपने इस नए शो के जरिए पब्लिक ब्रॉडकास्टिंग प्लेटफॉर्म पर पत्रकारिता की एक नई शैली पेश करने जा रहे हैं।

हालांकि उन्होंने इस शो का एक प्रोमो भी जारी किया है, जिसे आप नीचे देख सकते हैं-

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नकारात्मकता के शोर में 'अच्छी खबरें' आज की सबसे बड़ी जरूरत: नवज्योत रंधावा

नकारात्मक खबरों और चिंता बढ़ाने वाले न्यूज साइकिल के इस दौर में, Good News Today (GNT) की एडिटर नवज्योत रंधावा एक अलग रास्ता अपना रही हैं।

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Published - Thursday, 15 May, 2025
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Thursday, 15 May, 2025
NavjyotRandhawa

नकारात्मक खबरों और चिंता बढ़ाने वाले न्यूज साइकिल के इस दौर में, Good News Today (GNT) की एडिटर नवज्योत रंधावा एक अलग रास्ता अपना रही हैं। एक ऐसा रास्ता जो पॉजिटिविटी, मकसद और इंसानी जज्बे से जुड़ी कहानियों से होकर गुजरता है।

e4m DoGood Summit and Awards में बोलते हुए नवज्योत ने बताया कि GNT की पत्रकारिता बाकी चैनलों से क्यों अलग है और कैसे वो इस सोच को बदल रहे हैं कि "क्या वाकई कोई खबर बनने लायक है?"

उन्होंने कहा, “Good News Today की शुरुआत इसी सोच से हुई थी कि हर किसी को थोड़ी पॉजिटिविटी की जरूरत होती है। चारों ओर इतनी निराशा और अंधेरा है, लेकिन हम चाहते हैं कि लोग उन कहानियों को भी देखें जो उम्मीद देती हैं, बदलाव लाती हैं और इंसानियत के अच्छे चेहरे को सामने लाती हैं।”

जहां ज्यादातर न्यूज चैनल अपराध, टकराव और विवाद से शुरू होते हैं, वहीं GNT उन कहानियों को चुनता है जो हौसला बढ़ाएं, चाहे वो सामाजिक बदलाव की बातें हों, जमीन से जुड़ी इनोवेशन हों या फिर किसी की रोजमर्रा की भलाई से जुड़ी कोई पहल।

GNT की सोच बिल्कुल साफ है। नवज्योत ने जोर देकर कहा, “अच्छी खबर का मतलब ये नहीं कि वो हल्की खबर है,” । “हम मानते हैं कि अच्छी खबर भी असरदार हो सकती है, ऐसी कहानियां जो वाकई किसी के जीवन को छूती हों और समाज में फर्क लाती हों।”

इसका मतलब आसान और स्वाभाविक भाषा में कुछ इस तरह होगा, बिना भाव बदले और बिना अनुवाद जैसे लगे:

Good News Today की जो ‘people-first’ यानी इंसान और समाज को सबसे पहले रखने वाली सोच है, वो उनकी खबरों में साफ दिखाई देती है। छोटे शहरों के जलवायु योद्धाओं की कहानियों से लेकर समावेशी नीतियों और अनसुने नायकों की सराहना तक, GNT की कोशिश होती है कि भारत के हर कोने, खासकर टियर-2 और टियर-3 शहरों में जो अच्छाई है, उसे सामने लाया जाए।

नवज्योत रंधावा मानती हैं कि सिर्फ अच्छी खबरें दिखाने वाले चैनल को चलाना आसान नहीं होता। उन्होंने ईमानदारी से कहा, “TRP की दौड़ में फंस जाना बहुत आसान है, लेकिन हमने तय किया है कि सनसनी नहीं फैलाएंगे। हमारी जिम्मेदारी अपने दर्शकों और हमारी कहानियों के समाज पर पड़ने वाले असर के प्रति है।”

उन्होंने ये भी बताया कि GNT यह तय करने के लिए डेटा और दर्शकों की प्रतिक्रिया का सहारा लेता है कि कौन सी खबर दिखानी है। “हम हर बार खुद से पूछते हैं- क्या ये कहानी किसी के काम आ रही है? क्या इससे किसी को थोड़ा भी फायदा हो रहा है?”

आज जब ज्यादातर ब्रांड किसी सामाजिक मकसद से जुड़ना चाहते हैं और सिर्फ उत्पाद बेचने के बजाय कोई मतलब वाली बात करना चाहते हैं, रंधावा मानती हैं कि GNT उनके लिए बिल्कुल सही मंच है। उन्होंने कहा, “आज के ब्रांड्स कुछ सार्थक करना चाहते हैं, और GNT उन्हें वो मौका देता है। हमने देखा है कि ऐसे ब्रांड्स के साथ हमारा बहुत अच्छा तालमेल बना है, जो शिक्षा, स्वास्थ्य या पर्यावरण जैसे क्षेत्रों में अच्छा काम कर रहे हैं।”

डिजिटल दौर में पत्रकारिता जैसे-जैसे बदल रही है, रंधावा को उम्मीद है कि अच्छी पत्रकारिता की जरूरत हमेशा बनी रहेगी। “सख्त और तीखी पत्रकारिता की जगह हमेशा रहेगी, लेकिन उतनी ही जरूरत उस पत्रकारिता की भी है जो उम्मीद जगाए,”

उन्होंने कहा। “GNT में हम यही संतुलन बनाने की कोशिश कर रहे हैं कि खबरें दें, हौसला बढ़ाएं और लोगों को जोड़ें।”

जब मीडिया पर अक्सर डर फैलाने या गुस्सा भड़काने का आरोप लगता है, तब नवज्योत और उनकी टीम एक ऐसा रास्ता दिखा रही हैं जो भरोसे पर टिका है, इंसानियत को आगे रखता है और ‘अच्छा करने’ की हिम्मत दिखाता है।

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'आजतक' के नए चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर बने गौरव वर्मा

टीवी टुडे नेटवर्क से खबर है कि यहां गौरव वर्मा को प्रतिष्ठित हिंदी न्यूज चैनल 'आजतक' का चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर (COO) नियुक्त किया गया है।

Samachar4media Bureau by
Published - Wednesday, 14 May, 2025
Last Modified:
Wednesday, 14 May, 2025
GauravVerma451

टीवी टुडे नेटवर्क से खबर है कि यहां गौरव वर्मा को प्रतिष्ठित हिंदी न्यूज चैनल 'आजतक' का चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर (COO) नियुक्त किया गया है। कंपनी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स ने उनके प्रमोशन को मंजूरी दी है। यह नियुक्ति 16 मई 2025 से प्रभावी होगी। इस नई भूमिका के साथ गौरव वर्मा अब कंपनी के सीनियर मैनेजमेंट पर्सनेल में भी शामिल हो गए हैं।

गौरव वर्मा को मीडिया इंडस्ट्री में दो दशक से अधिक का नेतृत्व अनुभव है। फिलहाल वे टीवी टुडे नेटवर्क के ही एक अन्य लोकप्रिय डिजिटल ब्रैंड ‘लल्लनटॉप’ में सीओओ की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं।

इससे पहले वे टाइम्स नेटवर्क और जी मीडिया में चीफ रेवेन्यू ऑफिसर के तौर पर काम कर चुके हैं, जहां उन्होंने बाजार में नेटवर्क की पकड़ को मजबूत किया और प्रभावी सेल्स टीमें तैयार कीं। टीवी टुडे नेटवर्क के साथ उनका पहले भी जुड़ाव रहा है, जब उन्होंने सेल्स के वाइस प्रेजिडेंट रूप में 'आजतक' और तेज जैसे अहम ब्रैंड्स की रेवेन्यू रणनीति का नेतृत्व किया था।

गौरव ने अपने करियर में CNBC-TV18, इंडिया टुडे और बिजनेस स्टैंडर्ड जैसे प्रतिष्ठित मीडिया संस्थानों में भी वरिष्ठ भूमिकाएं निभाई हैं। उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय से कॉमर्स में स्नातक की डिग्री हासिल की है, साथ ही एनआईएस से सेल्स एंड मार्केटिंग में डिप्लोमा और आईएसबी से एग्जिक्यूटिव एक्सीलेंस प्रोग्राम भी पूरा किया है।

गौरव वर्मा की यह नियुक्ति 'आजतक' के संचालन और व्यवसायिक दिशा को और मजबूती देगी, खासकर ऐसे वक्त में जब डिजिटल और टेलीविजन न्यूज, दोनों में प्रतिस्पर्धा बेहद तेज है।

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डीडी फ्री डिश पर MPEG-2 स्लॉट्स की ई-नीलामी के लिए बढ़ी आवेदन की आखिरी तारीख

डीडी फ्री डिश के खाली पड़े MPEG-2 स्लॉट्स की 87वीं ई-नीलामी के लिए प्रसार भारती ने आवेदन जमा करने की समय सीमा बढ़ा दी है।

Samachar4media Bureau by
Published - Tuesday, 13 May, 2025
Last Modified:
Tuesday, 13 May, 2025
DDFreeDishTV

डीडी फ्री डिश के खाली पड़े MPEG-2 स्लॉट्स की 87वीं ई-नीलामी के लिए प्रसार भारती ने आवेदन जमा करने की समय सीमा बढ़ा दी है। अब ब्रॉडकास्टर्स 15 मई 2025 को दोपहर 3 बजे तक आवेदन कर सकते हैं। ये स्लॉट्स 28 मई 2025 से 31 मार्च 2026 तक वैध रहेंगे। नीलामी की प्रक्रिया फिलहाल 19 मई 2025, सोमवार को ऑनलाइन माध्यम से आयोजित होने की संभावना है।

नीलामी छह चरणों में होगी और प्रत्येक चरण में रिजर्व प्राइस और पात्रता मानदंड चैनल बकेट्स के आधार पर तय किए गए हैं।

पहले राउंड में सभी बकेट्स- A+, A, B, C, D और R के चैनल भाग ले सकते हैं और इसकी शुरुआती कीमत ₹13.75 करोड़ रखी गई है।

दूसरे चरण की बोली ₹10.96 करोड़ से शुरू होगी जिसमें A+ को छोड़ बाकी सभी बकेट्स के चैनल शामिल हो सकेंगे।

तीसरे राउंड में ₹9.32 करोड़ की रिजर्व प्राइस रखी गई है और इसमें B, C, D और R बकेट्स को शामिल किया गया है।

चौथे चरण की बोली ₹6.83 करोड़ से शुरू होगी और इसमें केवल C, D और R बकेट्स के चैनल पात्र होंगे।

पांचवें चरण में ₹5.94 करोड़ की शुरुआती राशि रखी गई है, जिसमें D और R बकेट्स के चैनल भाग ले सकेंगे।

इसके बाद अंतिम यानी छठे राउंड की नीलामी केवल R बकेट के चैनलों के लिए होगी, जिसकी आरंभिक कीमत ₹2.53 करोड़ तय की गई है।

प्रसार भारती ने यह भी स्पष्ट किया है कि 29 अप्रैल 2025 को जारी पूर्व सूचना में उल्लिखित अन्य सभी शर्तें पहले की तरह ही लागू रहेंगी।

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