आंध्र प्रदेश में गूगल करेगा ₹88,000 करोड़ का निवेश, डिजिटल और एआई क्षेत्र में बनेगा नया हब

आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने ऐलान किया कि वैश्विक टेक दिग्गज गूगल अगले तीन साल में राज्य में ₹88,000 करोड़ का निवेश करेगा।

Last Modified:
Monday, 13 October, 2025
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आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने ऐलान किया कि वैश्विक टेक दिग्गज गूगल अगले तीन साल में राज्य में ₹88,000 करोड़ का निवेश करेगा। यह निवेश खास तौर पर उन्नत डेटा सेंटर और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) प्रोजेक्ट्स पर केंद्रित होगा और इसे विशाखापत्तनम में विकसित किया जाएगा।

मुख्यमंत्री नायडू ने इस निवेश को “भारत की आर्थिक उदारीकरण के बाद का सबसे बड़ा निवेश” बताया और इसे सिर्फ आंध्र प्रदेश ही नहीं, पूरे देश के लिए गेमचेंजर करार दिया। उन्होंने कहा कि इस परियोजना से हजारों उच्च-कुशल नौकरियां पैदा होंगी, डिजिटल कनेक्टिविटी में सुधार आएगा और राज्य दक्षिण एशिया में डेटा और AI इनोवेशन का प्रमुख केंद्र बनेगा।

इस निवेश का उद्देश्य आंध्र प्रदेश को टेक्नोलॉजी-फर्स्ट अर्थव्यवस्था के रूप में स्थापित करना है, जिसमें क्लाउड कंप्यूटिंग, ग्रीन एनर्जी आधारित डेटा सेंटर और अगली पीढ़ी की AI एप्लीकेशंस में वैश्विक निवेश आकर्षित करना शामिल है।

गूगल का यह कदम भारत की डिजिटल ग्रोथ स्टोरी में अंतरराष्ट्रीय निवेशकों का भरोसा भी दिखाता है और विशाखापत्तनम की रणनीतिक स्थिति को एक महत्वपूर्ण कोस्टल टेक कॉरिडोर के रूप में उजागर करता है। परियोजना की समयसीमा, स्थान और साझेदारियों की और जानकारी आने वाले हफ्तों में साझा की जाएगी।

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'Gemini' और 'NotebookLM' को जल्द जोड़ने वाला है 'Google': जानें इसकी वजह

Google अपने एआई चैटबॉट Gemini और एआई-पावर्ड लर्निंग प्लेटफॉर्म NotebookLM को एकीकृत करने की तैयारी में है। नई सुविधा से उपयोगकर्ता दोनों प्लेटफॉर्म्स के बीच डेटा ट्रांसफर कर सकेंगे।

Last Modified:
Tuesday, 25 November, 2025
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टेक दिग्गज Google अब अपने दो प्रमुख एआई प्लेटफॉर्म Gemini और NotebookLM को आपस में जोड़ने की दिशा में काम कर रहा है। रिपोर्ट्स के अनुसार, कंपनी Gemini ऐप में एक NotebookLM बटन जोड़ने की योजना बना रही है, जिससे उपयोगकर्ता सीधे अपने नोटबुक्स को अटैचमेंट के रूप में इम्पोर्ट कर सकेंगे।

इस फीचर की मदद से उपयोगकर्ता Gemini की एडवांस एआई क्षमताओं का इस्तेमाल करके अपने नोट्स को और अधिक सटीक और पेशेवर बना सकेंगे। जानकारी के मुताबिक, यह फीचर वर्तमान में डेवलपमेंट स्टेज में है और अभी बीटा टेस्टर्स के लिए भी उपलब्ध नहीं है। इससे उपयोगकर्ता Gemini चैटबॉट की बातचीत को सीधे NotebookLM में ट्रांसफर कर पाएंगे, बिना कॉपी-पेस्ट की झंझट के।

इसके अलावा, NotebookLM से भी किसी नोटबुक को Gemini में इम्पोर्ट करने का विकल्प मिलेगा। इस इंटीग्रेशन से उपयोगकर्ता Canvas, Nano Banana Pro, Veo 3 और अन्य एआई टूल्स का उपयोग करके अपने प्रोजेक्ट्स को और उन्नत बना सकेंगे। हालांकि, गूगल ने इस फीचर की आधिकारिक घोषणा अभी नहीं की है।

यह भी संभव है कि कंपनी परीक्षण के बाद इसमें बदलाव करे या इसे रद्द कर दे। हाल ही में, Google ने NotebookLM में कई नए अपडेट दिए हैं, जिनमें Veo 3 Fast Video Overviews, Audio Narration और Deep Research Tool शामिल हैं।

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ChatGPT में अब मिलेगा Group Chat फीचर: यूज़र्स के लिए हुआ लॉन्च

OpenAI ने अपने एआई चैटबॉट ChatGPT में नया ग्रुप चैट फीचर लॉन्च कर दिया है। अब दुनिया भर के यूज़र्स एक साथ बातचीत कर सकेंगे और एआई की मदद से रियल-टाइम सहयोग कर पाएंगे।

Last Modified:
Saturday, 22 November, 2025
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OpenAI ने गुरुवार को घोषणा की कि अब ChatGPT Group Chat फीचर को वैश्विक स्तर पर रोलआउट किया जा रहा है। यह फीचर पहले सिर्फ जापान, न्यूज़ीलैंड, दक्षिण कोरिया और ताइवान में उपलब्ध था, लेकिन अब इसे दुनिया भर के यूज़र्स के लिए जारी कर दिया गया है। नई सुविधा के ज़रिए यूज़र्स अब मल्टी-यूज़र चैट ग्रुप बना सकते हैं, जहाँ वे आपस में बात कर सकते हैं और जरूरत पड़ने पर ChatGPT की मदद भी ले सकते हैं।

कंपनी ने बताया कि इसका पायलट सफल रहा और अब यह फीचर ChatGPT Free, Go, Plus और Pro प्लान्स के सभी लॉग-इन यूज़र्स के लिए उपलब्ध है। यूज़र्स इंटरफ़ेस के ऊपर दाईं ओर बने ग्रुप आइकन पर क्लिक करके नया ग्रुप बना सकते हैं।

ग्रुप बनने के बाद ChatGPT अपने आप एक यूनिक URL जनरेट करता है, जिसे अन्य लोगों के साथ शेयर कर आमंत्रण भेजा जा सकता है। ग्रुप में शामिल होने के बाद प्रतिभागी एक-दूसरे से चैट कर सकते हैं या @ChatGPT टैग करके बॉट से जवाब मांग सकते हैं। एआई खुद संदर्भ समझकर बातचीत में हिस्सा भी लेता है।

इसके अलावा यूज़र्स मैसेज पर रिएक्ट, रिप्लाई या म्यूट नोटिफिकेशन जैसी सुविधाओं का भी लाभ उठा सकते हैं। यूज़र्स चाहें तो पुरानी चैट से भी ग्रुप बना सकते हैं, जिसमें ChatGPT उस बातचीत की कॉपी बनाकर उसे ग्रुप चैट में बदल देता है। साथ ही, ग्रुप क्रिएटर को सदस्यों को जोड़ने या हटाने का अधिकार मिलता है, जबकि अन्य यूज़र्स चैट का नाम बदल सकते हैं या अपनी सुविधा अनुसार नोटिफिकेशन सेट कर सकते हैं।

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डॉ. जितेंद्र सिंह ने लॉन्च की ‘Nationwide Innovation Challenge’ : पढ़े पूरी खबर

विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने IISF 2025 से पहले ‘Nationwide Innovation Challenge’ की शुरुआत की। यह प्रतियोगिता छात्रों, स्टार्टअप्स और नवाचारकों को आमंत्रित करती है।

Last Modified:
Thursday, 20 November, 2025
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भारत अंतर्राष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव (IISF 2025) से पहले, केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने ‘Nationwide Innovation Challenge’ की घोषणा की है। यह प्रतियोगिता पूरे देश के छात्रों, स्टार्टअप्स, शोधकर्ताओं, किसानों और आम नागरिकों के लिए खुली है, जिसमें भागीदारों को अपने नवाचार प्रस्तुत करने का मौका मिलेगा।

डॉ. सिंह ने अपने वीडियो संदेश में कहा, 'भारत ने विज्ञान और तकनीक के क्षेत्र में ऐतिहासिक छलांग लगाई है। आज हमारे पास 6,000 से अधिक DeepTech स्टार्टअप्स हैं, बायोइकोनॉमी 14 गुना बढ़ी है, और क्वांटम मिशन जैसी पहलें नई तकनीकी क्रांति ला रही हैं।

अब अगला बड़ा नवाचार आपसे आ सकता है।' इस चुनौती के अंतर्गत प्रतिभागी AI, Quantum, Space, Biotechnology, Climate Tech, Healthcare, Agriculture, Education या किसी भी उभरते क्षेत्र में ऐसे नवाचार प्रस्तुत कर सकते हैं जो कम से कम 1,000 लोगों के जीवन में सुधार ला सके।

विचार, प्रोटोटाइप या पायलट प्रोजेक्ट भी स्वीकार किए जाएंगे, यदि उनमें स्पष्टता और स्केलेबिलिटी का दृष्टिकोण हो। सर्वश्रेष्ठ विचारों को IISF 2025 में सम्मानित किया जाएगा और उन्हें DST, DBT, CSIR और BIRAC जैसी प्रमुख संस्थाओं से सहयोग मिलेगा। मंत्री ने कहा कि वे स्वयं शीर्ष नवाचारों को मार्गदर्शन और प्रोत्साहन देंगे।

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'Elon Musk' की कंपनी xAI ने लॉन्च किया Grok 4.1 : जानें क्यों है ख़ास

एलन मस्क की एआई कंपनी xAI ने अपना नया एआई मॉडल Grok 4.1 लॉन्च किया है। यह मॉडल पहले से ज्यादा समझदार, भावनात्मक रूप से संवेदनशील और रचनात्मक जवाब देने में सक्षम है।

Last Modified:
Wednesday, 19 November, 2025
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एलन मस्क की कंपनी xAI ने अपने नवीनतम आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस मॉडल Grok 4.1 को जारी कर दिया है। यह मॉडल Grok 4 का उन्नत संस्करण है, जो जुलाई में लॉन्च हुआ था। कंपनी का दावा है कि नए वर्जन में बेहतर इमोशनल इंटेलिजेंस, उन्नत क्रिएटिव राइटिंग, और कम हल्यूसिनेशन (गलत जानकारी) की क्षमता है।

xAI के अनुसार, Grok 4.1 ने अपने आंतरिक टेस्ट में बेहतरीन प्रदर्शन किया है, और कुछ मानकों पर यह Google Gemini 2.5 Pro और Claude 4.5 Sonnet जैसे मॉडलों से आगे निकला है। दिलचस्प बात यह है कि Grok 4.1 को 1 से 14 नवंबर के बीच “साइलेंट” रूप से रिलीज़ किया गया था, जहाँ उपयोगकर्ताओं को बिना बताए नए मॉडल के जवाब दिखाए गए।

65% उपयोगकर्ताओं ने इसके उत्तरों को पुराने मॉडल से बेहतर पाया। नया मॉडल अब Grok.com, X (पूर्व में Twitter), और इसके Android और iOS ऐप्स पर सभी के लिए उपलब्ध है। कंपनी के मुताबिक, Grok 4.1 ने EQ-Bench टेस्ट में 1585 का स्कोर किया, जो इसे GPT-5 और अन्य प्रमुख एआई मॉडलों से आगे रखता है।

यह अब उपयोगकर्ता के सवालों के भावनात्मक पहलुओं को भी समझकर जवाब देता है। इसके अलावा, रचनात्मक लेखन में भी इसने 1708.6 का स्कोर किया है, जिससे यह सोशल मीडिया पोस्ट, कहानियों और क्रिएटिव कंटेंट लिखने में और बेहतर साबित हुआ है।

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एआई और चिप टेक्नोलॉजी में 'Samsung' करेगी 310 अरब डॉलर का निवेश

दक्षिण कोरिया की टेक दिग्गज कंपनी सैमसंग ने अगले पांच वर्षों में 310 अरब डॉलर निवेश की घोषणा की है। यह निवेश मुख्य रूप से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और सेमीकंडक्टर उद्योग को मजबूत बनाने पर केंद्रित होगा।

Last Modified:
Tuesday, 18 November, 2025
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दक्षिण कोरियाई बहुराष्ट्रीय समूह 'Samsung' घोषणा की है कि वह आने वाले पांच वर्षों में 310 अरब डॉलर का निवेश करेगी। यह कंपनी का अब तक का सबसे बड़ा निवेश है, जो मुख्य रूप से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और सेमीकंडक्टर टेक्नोलॉजी के विकास के लिए किया जा रहा है।

सैमसंग की प्रमुख इकाई 'Samsung Electronics' पहले से ही दुनिया की शीर्ष मेमोरी चिप निर्माता कंपनियों में से एक है, जो एआई उद्योग को आवश्यक हार्डवेयर और इंफ्रास्ट्रक्चर उपलब्ध कराती है। इस निवेश के तहत कंपनी 'Pyeongtaek Plant 5' नामक एक नई सेमीकंडक्टर फैक्ट्री बनाएगी, जो 2028 तक संचालन में आएगी।

यह प्लांट वैश्विक चिप सप्लाई चेन और दक्षिण कोरिया के घरेलू चिप इकोसिस्टम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। इसके अलावा, 'Samsung SDS', जो कंपनी का आईटी और लॉजिस्टिक्स डिवीजन है, दक्षिण कोरिया के 'South Jeolla' और 'Gumi' क्षेत्रों में दो नए एआई डेटा सेंटर्स स्थापित करेगा।

साथ ही, 'Samsung SDI' इलेक्ट्रिक व्हीकल्स के लिए नेक्स्ट-जनरेशन बैटरियों, जिनमें ऑल-सॉलिड-स्टेट बैटरी शामिल है, के उत्पादन पर काम करेगी। सैमसंग का यह कदम ऐसे समय पर आया है जब दक्षिण कोरियाई सरकार ने एआई पर अपने खर्च को तीन गुना करने की घोषणा की है। राष्ट्रपति ली जे म्यंग ने देश को अमेरिका और चीन के बाद दुनिया की शीर्ष तीन एआई शक्तियों में शामिल करने का लक्ष्य रखा है।

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Google करेगा 40 अरब डॉलर का निवेश: टेक्सास बनेगा AI का नया हब

गूगल और अल्फाबेट के सीईओ सुंदर पिचाई ने टेक्सास में 40 अरब डॉलर के निवेश की घोषणा की है। यह कंपनी का किसी एक अमेरिकी राज्य में अब तक का सबसे बड़ा निवेश है।

Last Modified:
Monday, 17 November, 2025
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गूगल ने अमेरिका के टेक्सास राज्य में अपने सबसे बड़े निवेश की घोषणा की है। कंपनी के सीईओ सुंदर पिचाई ने बताया कि गूगल 40 अरब डॉलर का निवेश करेगा, जिसके तहत तीन नए डेटा सेंटर कैंपस बनाए जाएंगे। इस परियोजना का उद्देश्य गूगल के क्लाउड और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) संचालन को और अधिक शक्तिशाली बनाना है।

टेक्सास के गवर्नर ग्रेग एबॉट ने इस पहल को 'भविष्य में निवेश' बताते हुए कहा, टेक्सास अब एआई विकास का केंद्र बन चुका है, जहाँ नवाचार और ऊर्जा एक साथ बढ़ रहे हैं। यह सुनिश्चित करना आवश्यक है कि अमेरिका एआई क्रांति में अग्रणी बना रहे और टेक्सास इसका केंद्र है।

सुंदर पिचाई ने कहा कि यह निवेश न केवल हज़ारों नौकरियाँ पैदा करेगा, बल्कि कॉलेज छात्रों और इलेक्ट्रिकल अप्रेंटिसेस के लिए स्किल ट्रेनिंग के अवसर भी प्रदान करेगा। इस योजना में 30 मिलियन डॉलर का एनर्जी इंपैक्ट फंड भी शामिल है, जो स्थानीय समुदायों और स्कूलों में ऊर्जा-संबंधी परियोजनाओं को समर्थन देगा।

इसके अलावा, गूगल 1,700 से अधिक इलेक्ट्रिकल अप्रेंटिसेस को प्रशिक्षित करेगा ताकि टेक्सास का टैलेंट पूल एआई और डेटा इंडस्ट्री की बढ़ती मांगों को पूरा कर सके। माना जा रहा है कि यह निवेश टेक्सास की छवि को एक टेक्नोलॉजी-फ्रेंडली और ऊर्जा-समृद्ध राज्य के रूप में और मजबूत करेगा।

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MeitY ने अंतिम DPDP नियम जारी कर देश का पहला डेटा सुरक्षा कानून किया लागू

केंद्र सरकार के इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने डिजिटल पर्सनल डेटा प्रोटेक्शन ऐक्ट के लिए अंतिम नियम जारी कर दिए हैं।

Last Modified:
Saturday, 15 November, 2025
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केंद्र सरकार के इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने डिजिटल पर्सनल डेटा प्रोटेक्शन ऐक्ट के लिए अंतिम नियम जारी कर दिए हैं। इसके साथ ही भारत में डेटा सुरक्षा कानून पूरी तरह लागू होने की दिशा में आगे बढ़ गया है। जनवरी 2025 में जारी ड्राफ्ट पर जनता से मिले सुझावों के बाद अब सरकार ने वे आधिकारिक नियम जारी किए हैं, जिनके आधार पर कंपनियां लोगों का व्यक्तिगत डेटा इकट्ठा करेंगी, उसे प्रोसेस करेंगी और सुरक्षित रखेंगी।

लागू करने की प्रक्रिया एक साथ नहीं होगी। कुछ शुरुआती नियम, जैसे गवर्नेंस से जुड़े पॉइंट्स और बोर्ड की नियुक्तियों वाले प्रावधान, तुरंत लागू हो गए हैं। वहीं कंसेंट मैनेजर्स (Consent Managers) की रजिस्ट्री एक साल बाद शुरू होगी। बाकी बड़े ऑपरेशनल नियमों को लागू करने के लिए सरकार ने 18 महीने का ट्रांजिशन पीरियड रखा है, ताकि कंपनियों को अपनी नीतियों में बदलाव करने, सिस्टम अपडेट करने और ऑडिट की तैयारी करने का समय मिल सके।

नए नियमों के मुताबिक, जो भी संगठन लोगों का व्यक्तिगत डेटा इस्तेमाल करते हैं, उन्हें अब स्पष्ट और अलग नोटिस देना होगा जिसमें साफ लिखा हो कि कौन सी जानकारी ली जा रही है और किस उद्देश्य के लिए। इसके साथ ही यूजर को अपनी सहमति वापस लेने या शिकायत दर्ज करने के आसान विकल्प भी देने होंगे। डेटा रखने की अवधि पर भी सख्त नियम हैं- कुछ मामलों में लंबे समय तक निष्क्रिय रहने पर कंपनियों को डेटा हटाना होगा और पहले से यूजर को इसकी जानकारी देनी होगी।

सुरक्षा पर भी कड़े प्रावधान रखे गए हैं। अब प्लेटफॉर्म को एन्क्रिप्शन, कंट्रोल्ड एक्सेस और लॉग रिकॉर्ड रखने जैसे सुरक्षा उपाय अनिवार्य रूप से लागू करने होंगे। अगर किसी तरह की डेटा चोरी या उल्लंघन होता है, तो कंपनियों को तुरंत प्रभावित लोगों और डेटा प्रोटेक्शन बोर्ड दोनों को इसकी जानकारी देनी होगी, साथ ही तय समय सीमा में पूरा रिपोर्ट भी देना होगा। बच्चों के डेटा को प्रोसेस करने के लिए कंपनियों को पैरेंट्स की वेरिफाइड अनुमति जरूरी होगी।

जो संगठन सिग्निफिकेंट डेटा फिड्यूशियरी की श्रेणी में आएंगे, उन्हें और अधिक कड़े मानकों का पालन करना होगा। इनमें हर साल ऑडिट, इम्पैक्ट असेसमेंट और डेटा लोकलाइजेशन व एल्गोरिदमिक सेफगार्ड जैसी अतिरिक्त शर्तें शामिल होंगी।

इन नियमों के लागू होने के साथ, भारत अब डेटा गवर्नेंस के एक नए और व्यवस्थित दौर में कदम रख चुका है। इससे कंपनियों की जिम्मेदारियां साफ होंगी और आम लोगों के डेटा की सुरक्षा पहले से कहीं ज्यादा मजबूत होगी।

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WhatsApp ला रहा नया Chat Clearing फीचर: स्टोरेज मैनेजमेंट होगा आसान

WhatsApp अपने नए बीटा वर्जन में एक उन्नत चैट क्लियरिंग फीचर टेस्ट कर रहा है, जिसके बाद यूजर्स फोटो, वीडियो, डॉक्यूमेंट और मैसेज को अलग-अलग चुनकर डिलीट कर सकेंगे।

Last Modified:
Friday, 14 November, 2025
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WhatsApp ने यूजर्स के चैट और स्टोरेज मैनेजमेंट को आसान बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया है। WabetaInfo की ताज़ा रिपोर्ट के अनुसार, कंपनी एंड्रॉइड 2.25.34.5 बीटा वर्जन में एक नया Chat Clearing फीचर टेस्ट कर रही है।

यह फीचर यूजर्स को किसी विशेष चैट में मौजूद फोटो, वीडियो, टेक्स्ट मैसेज और डॉक्यूमेंट को अलग-अलग कैटेगरी में चुनकर हटाने की सुविधा देगा, जिससे चैट क्लीनअप पहले से कहीं आसान हो जाएगा। नए फीचर में एक बॉटम-शीट इंटरफेस शामिल किया गया है।

इसमें मैसेज हटाने से पहले यूजर देख पाएगा कि वह वास्तव में क्या डिलीट करने जा रहा है। इससे पूरी चैट मिटाने के बजाय सिर्फ ज़रूरी फाइलें या मैसेज हटाना संभव होगा। खास बात यह है कि इसमें रियल-टाइम स्टोरेज डिस्प्ले भी दिखाई देगा, जो बताएगा कि डिलीट करने के बाद कितनी मेमोरी खाली होगी।

यह सुविधा ग्रुप चैट्स के लिए बेहद उपयोगी होगी, जहां बड़े वीडियो और ऑडियो फाइलें जल्दी स्पेस घेर लेती हैं। नए अपडेट में स्टार वाले मैसेज को मैनेज करना भी सरल हो गया है। यदि कोई यूजर पूरी चैट क्लियर करना चाहता है लेकिन स्टार किए गए खास मैसेज या फाइलों को बचाना चाहता है, तो व्हाट्सऐप एक अतिरिक्त प्रॉम्प्ट दिखाएगा जिससे यूजर चुन सकेगा कि स्टार्ड आइटम्स को रखना है या हटाना।

इसके अलावा 'Clear Chat' विकल्प को भी आसान लोकेशन देकर चैट इंफो स्क्रीन के नीचे शिफ्ट किया गया है, जैसा कि iOS पर लंबे समय से मौजूद है।

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'Meta' ने पेश किया 'Omnilingual ASR', दुनिया का पहला AI स्पीच मॉडल

मेटा ने नया Omnilingual ASR मॉडल लॉन्च किया है, जो 1600 से अधिक भाषाओं और बोलियों को पहचानने में सक्षम है। यह AI स्पीच तकनीक को उन लोगों तक भी पहुंचाएगा, जो सिर्फ अपनी स्थानीय भाषाएं बोलते हैं।

Last Modified:
Thursday, 13 November, 2025
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मार्क जुकरबर्ग की कंपनी Meta ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के क्षेत्र में बड़ा कदम उठाते हुए Omnilingual ASR (ऑम्नीलिंगुअल ऑटोमैटिक स्पीच रिकग्निशन) मॉडल लॉन्च किया है। यह मॉडल भाषा और एआई के संयोजन में क्रांतिकारी बदलाव लाने वाला माना जा रहा है क्योंकि यह उन उपयोगकर्ताओं को भी आवाज़ आधारित AI सुविधाओं से जोड़ देगा, जो अंग्रेजी जैसी प्रमुख भाषाएं नहीं बोलते।

मेटा का दावा है कि यह दुनिया का पहला AI स्पीच मॉडल है जो 1600 से अधिक भाषाओं और बोलियों को समझने और पहचानने में सक्षम है। विशेष बात यह है कि इनमें 500 से अधिक दुर्लभ और कम संसाधन वाली भाषाएं शामिल हैं। ऐसी भाषाएं जिनके डिजिटल रिकॉर्ड भी बहुत कम उपलब्ध हैं।

अब उपयोगकर्ता अब अपनी स्थानीय भाषा या बोली में AI से बात कर सकेंगे। ग्रामीण और क्षेत्रीय भाषा बोलने वाले भी तकनीक का समान रूप से लाभ उठा पाएंगे। AI उनके सवालों के जवाब उनकी ही भाषा में देगा। यह मॉडल छत्तीसगढ़ी, अवधी, तमिल, बंगला और कई प्राचीन बोलियों को भी पहचानता है।

AI स्पीच तकनीक की पहुंच कई गुना बढ़ जाएगी। Meta का यह नया मॉडल एक मल्टीलिंगुअल ढांचे पर आधारित है। पारंपरिक AI मॉडल किसी एक भाषा के बड़े डेटासेट पर प्रशिक्षित किए जाते हैं, जबकि दुर्लभ भाषाओं के लिए डेटा उपलब्ध नहीं होता। लेकिन Meta ने ऐसे एल्गोरिदम का उपयोग किया है जो भाषाओं के बीच समान पैटर्न ढूंढकर बेहद कम डेटा में भी सीख सके।

यह सिस्टम एक ही मॉडल में सभी भाषाओं को प्रोसेस करता है और विभिन्न भाषाई इनपुट पर तुरंत प्रतिक्रिया देता है। इससे यह उन उपयोगकर्ताओं के लिए भी उपयोगी बनता है जो अपनी मातृभाषा में ही AI का उपयोग करना पसंद करते हैं।

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YouTube ने लॉन्च किया नया ‘Ask’ बटन : AI से पूछ सकेंगे वीडियो से जुड़े सवाल

YouTube ने दर्शकों के लिए एक नया ‘Ask’ बटन फीचर शुरू किया है, जो Google Gemini AI द्वारा संचालित है। इस फीचर से यूजर्स वीडियो से संबंधित सवाल पूछ सकते हैं, उसका सारांश ले सकते हैं।

Last Modified:
Wednesday, 12 November, 2025
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वीडियो प्लेटफॉर्म YouTube लगातार अपने यूजर्स के अनुभव को और बेहतर बनाने में जुटा हुआ है। अब कंपनी ने एक नया AI-आधारित फीचर ‘Ask’ बटन लॉन्च किया है, जो Google Gemini AI की मदद से काम करेगा। यह फीचर दर्शकों को किसी भी वीडियो के कंटेंट के साथ सीधे इंटरैक्ट करने का मौका देता है।

‘Ask’ बटन की मदद से यूजर्स वीडियो के बारे में सवाल पूछ सकते हैं, उसका सारांश (Summary) जान सकते हैं, मुख्य बिंदुओं पर चर्चा कर सकते हैं, और यहां तक कि वीडियो पर आधारित क्विज़ में भी हिस्सा ले सकते हैं। यह बटन फिलहाल वीडियो प्लेयर के नीचे, “Share” और “Download” ऑप्शन के बीच देखा जा सकता है।

फीचर फिलहाल iPhone, Android और Windows पर उपलब्ध है। जैसे ही यूजर ‘Ask’ बटन पर क्लिक करते हैं, एक पॉप-अप चैट विंडो खुलती है। इसमें यूजर अपने सवाल टाइप कर सकते हैं या फिर सुझाए गए प्रॉम्प्ट जैसे “Summarise this video” या “Show related topics” को चुन सकते हैं।

AI इसके जवाब Large Language Models (LLMs) की मदद से देता है, जो बिल्कुल इंसान जैसी प्राकृतिक भाषा में उत्तर तैयार करता है। YouTube ने पुष्टि की है कि यह फीचर 18 वर्ष से अधिक उम्र के यूजर्स के लिए अंग्रेज़ी भाषा में उपलब्ध है। वर्तमान में यह फीचर अमेरिका, कनाडा, न्यूजीलैंड और भारत के दर्शकों के लिए रोलआउट किया जा चुका है और इसे प्रीमियम व नॉन-प्रीमियम दोनों यूजर्स एक्सेस कर सकते हैं।

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