e4m DoGood Summit & Awards 2025 में 'एक्सचेंज4मीडिया' के प्रेजिडेंट व को-जूरी चेयर सुनील कुमार ने “सच में ‘डू गुड’ करना क्या होता है” पर गहरी और साफ सोच साझा की।
e4m DoGood Summit & Awards 2025 में 'एक्सचेंज4मीडिया' के प्रेजिडेंट व को-जूरी चेयर सुनील कुमार ने “सच में ‘डू गुड’ करना क्या होता है” पर गहरी और साफ सोच साझा की। उन्होंने टीम और खासकर डॉ. अनुराग बत्रा का धन्यवाद किया कि उन्हें इस सीखने वाले अनुभव का हिस्सा बनने का मौका मिला।
सुनील कुमार ने बताया कि देश में कई नई योजनाएं चल रही हैं, जिन्हें समझना आसान नहीं होता क्योंकि हर जानकारी सबके पास नहीं होती। लेकिन ऐसे कार्यक्रमों में जुड़ने से पता चलता है कि जमीन पर असल में क्या हो रहा है।
उन्होंने यह भी कहा कि किसी अभियान या प्रोजेक्ट की असली ताकत उसके पुरस्कार जीतने की मंशा में नहीं, बल्कि उस काम के खुद बोलने की ताकत में होती है। उन्होंने दो तरह से काम करने की बात कही- या तो आप अपने काम के बारे में बताते हैं, या आपका काम खुद आपके बारे में बोलता है। सबसे जरूरी बात यह है कि काम खुद अपनी कहानी कहे।
सुनील कुमार एक कम्युनिकेशन कंसल्टेंट हैं और IIMC से पढ़े हैं। उन्होंने अपनी पढ़ाई के दिनों की याद दिलाई, जब उन्हें पत्रकारिता की नैतिकता सिखाई जाती थी। उन्होंने बताया कि उस समय एक विषय था ‘पत्रकारिता में नैतिकता’। वहां सिखाया जाता था कि प्रभाव दिखाने के लिए खून या शरीर दिखाना या नाम लेना जरूरी नहीं है। वह मूल्य आधारित पत्रकारिता बहुत मायने रखती थी और कई लोग अब भी ऐसे ईमानदार पत्रकारिता के वापस आने का इंतजार कर रहे हैं।
सुनील कुमार ने यह भी बताया कि असली काम करने वाले समाज के लोग हैं। “सामाजिक काम में सबसे बड़ा हिस्सा, सबसे बड़ा योगदानकर्ता वे लोग होते हैं जिनकी जिंदगी में हम शामिल होते हैं। वे हमें मौका देते हैं कि हम उनके जीवन में कुछ नया करें, कभी-कभी असफल भी हो जाएं। अगर हम सही तरीके से काम नहीं करेंगे, तो नुकसान सबसे ज्यादा इन्हीं लोगों को होगा, हमें नहीं।”
जूरी के काम के बारे में उन्होंने बताया कि शुरुआत में वे सोच रहे थे कि वोटिंग की जरूरत नहीं पड़ेगी, सब सहमत हो जाएंगे। लेकिन बहस इतनी गहरी और जटिल हुई कि आधे से ज्यादा मामलों में वोटिंग करनी पड़ी।
अंत में, कुमार ने जिम्मेदारी, विनम्रता और सच्ची मंशा के साथ काम करने की सलाह दी। “काम सिर्फ पुरस्कार जीतने के लिए न करें। पुरस्कार तो बस सम्मान है। काम खुद अपनी कहानी बताए।”
कंपनी की मीडिया निवेश इकाई का कहना है कि आर्थिक अनिश्चितता के कारण कई विज्ञापनदाता अपने मार्केटिंग बजट पर दोबारा विचार कर रहे हैं और नई योजनाओं को फिलहाल टाल रहे हैं।
अमेरिकी व्यापार नीतियों में बदलाव को लेकर बढ़ती अनिश्चितता के बीच, WPP Media ने 2025 के लिए अपने वैश्विक विज्ञापन राजस्व वृद्धि के अनुमान को घटाकर 6% कर दिया है, जो पहले 7.7% था। कंपनी की मीडिया निवेश इकाई का कहना है कि आर्थिक अनिश्चितता के कारण कई विज्ञापनदाता अपने मार्केटिंग बजट पर दोबारा विचार कर रहे हैं और नई योजनाओं को फिलहाल टाल रहे हैं।
WPP द्वारा जारी ताजा रिपोर्ट में कहा गया है कि व्यापारिक नीतियों को लेकर चल रही अस्पष्टता के कारण ब्रांड्स विज्ञापन पर खर्च करने से पहले रुककर सोचने लगे हैं। इस माहौल में कई कंपनियां विज्ञापन निर्माण और लक्ष्य निर्धारण के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) टूल्स को तेजी से अपना रही हैं।
रिपोर्ट के अनुसार, 2025 में वैश्विक विज्ञापन राजस्व 1.08 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंचने की उम्मीद है, जबकि 2026 के लिए 6.1% की वृद्धि दर का अनुमान है। डिजिटल विज्ञापन इस वर्ष भी सबसे बड़ा माध्यम बना रहेगा और कुल वैश्विक विज्ञापन राजस्व का 73% से अधिक हिस्सा इसी से आएगा।
डिजिटल विज्ञापन का दबदबा बरकरार: 2025 में शुद्ध डिजिटल माध्यम (pure-play digital) से वैश्विक विज्ञापन राजस्व का 73.2% हिस्सा आएगा। यदि इसमें स्ट्रीमिंग टीवी, डिजिटल आउट-ऑफ-होम (DOOH), और डिजिटल प्रिंट जैसे डिजिटल एक्सटेंशन भी जोड़ दिए जाएं, तो यह आंकड़ा 81.6% तक पहुंच जाएगा।
रीटेल मीडिया की तेज रफ्तार: 2025 में रीटेल मीडिया का वैश्विक बाजार 169.6 बिलियन डॉलर तक पहुंचने का अनुमान है, जो 2030 तक बढ़कर 252.1 बिलियन डॉलर हो सकता है। दशक के अंत तक यह कुल विज्ञापन राजस्व का लगभग 18% होगा।
यूजर-जनित कंटेंट का बढ़ता वर्चस्व: 2025 में कंटेंट-आधारित विज्ञापन राजस्व का आधे से अधिक हिस्सा TikTok, YouTube, Instagram Reels और Kuaishou जैसे प्लेटफॉर्म्स से आएगा। क्रिएटर जनरेटेड विज्ञापन राजस्व इस वर्ष 184.9 बिलियन डॉलर तक पहुंचेगा, जो 2024 की तुलना में 20% अधिक है और 2030 तक यह दोगुना होकर 376.6 बिलियन डॉलर तक हो सकता है।
टीवी (स्ट्रीमिंग सहित) में मामूली बढ़त: 2025 में टीवी विज्ञापन बाजार 1% की वृद्धि के साथ 162.5 बिलियन डॉलर तक पहुंचने की उम्मीद है। इसमें से स्ट्रीमिंग टीवी का योगदान 41.8 बिलियन डॉलर रहेगा, जो 2030 तक बढ़कर 71.9 बिलियन डॉलर हो सकता है।
आउट-ऑफ-होम (OOH) विज्ञापन स्थिर: 2025 में OOH बाजार का आकार 52 बिलियन डॉलर रहेगा, जिसमें से 41% हिस्सा डिजिटल OOH (DOOH) का होगा।
प्रिंट विज्ञापन में गिरावट जारी: 2025 में प्रिंट मीडिया में विज्ञापन खर्च 3.1% की गिरावट के साथ घटकर 45.5 बिलियन डॉलर तक आ सकता है।
ऑडियो विज्ञापन ठहरा हुआ: ऑडियो विज्ञापन खर्च 2025 में 26.5 बिलियन डॉलर पर स्थिर रहेगा। स्ट्रीमिंग में वृद्धि के बावजूद पारंपरिक रेडियो में 1.7% की गिरावट इस क्षेत्र को संतुलित कर रही है।
सर्च (इंटेलिजेंस) विज्ञापन में तेजी: 2025 में सर्च विज्ञापन क्षेत्र में 7.3% की वृद्धि के साथ कुल राजस्व 226.2 बिलियन डॉलर तक पहुंच सकता है।
18 साल के लंबे इंतजार, हार और उम्मीदों के बाद रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (RCB) ने आखिरकार IPL का खिताब जीतकर अपने खिताबी सूखे को खत्म कर दिया, लेकिन जश्न सिर्फ मैदान तक ही सीमित नहीं है।
18 साल के लंबे इंतजार, हार और उम्मीदों के बाद रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (RCB) ने आखिरकार IPL का खिताब जीतकर अपने खिताबी सूखे को खत्म कर दिया, लेकिन जश्न सिर्फ मैदान तक ही सीमित नहीं है। एक नई रिपोर्ट के मुताबिक, RCB की ब्रैंड वैल्यू 2025 में 140 मिलियन डॉलर के पार जा सकती है, जिससे यह फ्रेंचाइजी IPL की सबसे मूल्यवान टीम बनने की ओर अग्रसर है।
Qoruz नामक इन्फ्लुएंसर मार्केटिंग इंटेलिजेंस प्लेटफॉर्म की रिपोर्ट के अनुसार, 2024 में RCB की ब्रैंड वैल्यू $117 मिलियन थी, जिससे वह चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) [$122 मिलियन] और मुंबई इंडियंस (MI) [$119 मिलियन] के बाद तीसरे स्थान पर थी। लेकिन यह आंकड़ा उनकी पहली ट्रॉफी जीतने से पहले का है। अब 20% सालाना वृद्धि के अनुमान और लीग में सबसे मजबूत डिजिटल उपस्थिति के साथ RCB अन्य टीमों को पीछे छोड़ने की तैयारी में है।
रैंक | टीम | ब्रैंड वैल्यू | सालाना वृद्धि |
---|---|---|---|
1 | CSK | $122 मिलियन | +52% |
2 | MI | $119 मिलियन | +36% |
3 | RCB | $117 मिलियन | +67% (शीर्ष तीन में सबसे अधिक) |
4 | KKR | $109 मिलियन | +38% |
5 | SRH | $85 मिलियन | +76% (सबसे अधिक वृद्धि) |
6 | RR | $81 मिलियन | +30% |
7 | DC | $80 मिलियन | +24% |
8 | GT | $69 मिलियन | +5% |
9 | PBKS | $68 मिलियन | +49% |
10 | LSG | $60 मिलियन | +29% |
RCB की सोशल मीडिया रणनीति ने इस टीम को एक क्रिकेट फ्रेंचाइजी से कहीं बढ़कर एक संस्कृति आंदोलन (cultural movement) में बदल दिया है। Instagram पर उनके 21.5 मिलियन फॉलोअर्स हैं—जो किसी भी IPL टीम से अधिक हैं। औसतन हर रील पर 4.8 मिलियन व्यूज और हर पोस्ट पर 3.85 लाख लाइक्स मिलते हैं। उनका एंगेजमेंट रेट 5.8% है—जो यह दर्शाता है कि प्रशंसक केवल स्क्रॉल नहीं करते, बल्कि सक्रिय रूप से जुड़ते हैं।
YouTube पर भी RCB का असर कुछ कम नहीं है। उनके 5.3 मिलियन सब्सक्राइबर और 4000 से अधिक वीडियो हैं। लॉकर रूम की झलकियों से लेकर फैंस की कहानियों तक, उनके लंबे फॉर्मेट वाले कंटेंट ने एक ऐसा डिजिटल समुदाय खड़ा कर दिया है जो क्रिकेट सीजन खत्म होने के बाद भी जुड़ा रहता है। हर वीडियो पर औसतन 1.8 लाख व्यूज आते हैं, जिससे ब्रैंड से एक भावनात्मक रिश्ता बनता है।
3 जून को IPL फाइनल के अगले ही दिन, RCB को Instagram, X (Twitter), Facebook और YouTube पर 74,600 इन्फ्लुएंसर मेंशन्स मिले—जबकि MI को 22,300 और CSK को 19,200। सभी फ्रेंचाइजियों में RCB का एंगेजमेंट रेट 16.2% रहा—जो सबसे अधिक है।
इस उछाल के पीछे एक बड़ा कारण हैं विराट कोहली, जिन्हें अकेले 62,600 बार मेंशन किया गया—जो किसी भी अन्य खिलाड़ी से कई गुना ज्यादा है। श्रेयस अय्यर (18,500) और एमएस धोनी (13,400) उनसे काफी पीछे रहे। Qoruz की रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि प्लेऑफ के दौरान RCB से जुड़ा कंटेंट वायरल हुआ, खासकर फैन पेज, मीम क्रिएटर्स और बड़े-बड़े इन्फ्लुएंसर्स के जरिए।
Qoruz के को-फाउंडर और CEO प्राणेश भुवनेश्वर के अनुसार, RCB ने मैदान के बाहर जिस तरह से खुद को ब्रैंड के रूप में स्थापित किया, वह इस ऐतिहासिक पल की नींव बना। “RCB ने बहुत पहले समझ लिया था कि वे सिर्फ एक क्रिकेट टीम नहीं हैं। वे एक लाइफस्टाइल ब्रैंड हैं,” उन्होंने कहा। “Puma के साथ जर्सी कोलैब, Hustle by RCB जैसी पहल और RCB Bar & Café जैसे कम्युनिटी स्पेस—उन्होंने साल भर अपनी मौजूदगी बनाए रखी है।”
भुवनेश्वर ने आगे कहा, “ट्रॉफी ने इस कहानी को पूरा किया है, लेकिन RCB पहले ही कम्युनिटी, कंसिसटेंसी और कंटेंट पर आधारित एक विजयी फॉर्मूला गढ़ चुका था। अब RCB सिर्फ रेस में नहीं है, वह रेस लीड कर रहा है।”
Qoruz के को-फाउंडर और ब्रैंड एलायंसेज हेड आदित्य गुर्वारा ने भी यही बात दोहराई। “RCB की खासियत सिर्फ फैन लॉयल्टी नहीं है, बल्कि उस लॉयल्टी को ऑनलाइन प्रभाव में बदलने की उनकी क्षमता है।” उन्होंने कहा, “हर रील, हर मीम, हर वीडियो एक इवेंट जैसा लगता है।”
उन्होंने RCB के फेमस कंटेंट क्रिएटर दानिश सैत का उदाहरण दिया, जिनके हास्यपूर्ण वीडियो ने विराट कोहली और एबी डिविलियर्स जैसे सितारों का मानवीय पक्ष उजागर किया। “RCB ने पलों को आंदोलनों में बदला। यही एक मॉडर्न ब्रैंड की पहचान है।”
भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग ने ओम्निकॉम ग्रुप इंक (Omnicom Group Inc.) द्वारा द इंटरपब्लिक ग्रुप ऑफ कंपनिज इंक. (Interpublic Group of Companies) के प्रस्तावित अधिग्रहण को मंजूरी दे दी है
भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (CCI) ने ओम्निकॉम ग्रुप इंक (Omnicom Group Inc.) द्वारा द इंटरपब्लिक ग्रुप ऑफ कंपनिज इंक. (Interpublic Group of Companies) के प्रस्तावित अधिग्रहण को मंजूरी दे दी है। यह सौदा ओम्निकॉम द्वारा IPG के पूर्ण नियंत्रण के अधिग्रहण से संबंधित है।
मर्जर एग्रीमेंट के तहत, ओम्निकॉम की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी EXT Subsidiary Inc. (जिसे Omnicom Merger Sub कहा गया है) का विलय IPG में किया जाएगा। इस विलय के बाद, ओम्निकॉम मर्जर सब अस्तित्व में नहीं रहेगा और IPG एक जीवित इकाई के रूप में ओम्निकॉम की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी बन जाएगी।
इस साल मार्च में, ओम्निकॉम ने CCI के समक्ष इस अधिग्रहण के लिए कॉम्बिनेशन नोटिस दाखिल किया था।
ओम्निकॉम एक न्यूयॉर्क स्थित कंपनी है, जो वैश्विक स्तर पर मार्केटिंग और सेल्स सॉल्यूशंस प्रदान करती है। इसके अंतर्गत ब्रांड विज्ञापन, कस्टमर रिलेशनशिप मैनेजमेंट, मीडिया प्लानिंग और बाइंग, पब्लिक रिलेशंस और विशेषीकृत कम्युनिकेशन सेवाएं शामिल हैं। ओम्निकॉम मर्जर सब, डेलावेयर के कानूनों के अंतर्गत स्थापित एक सहायक इकाई है, जिसे विशेष रूप से इस विलय प्रक्रिया के लिए बनाया गया है।
वहीं, इंटरपब्लिक ग्रुप (IPG) भी डेलावेयर स्थित एक प्रमुख कंपनी है, जो मीडिया प्लानिंग व बाइंग, डेटा और एंगेजमेंट सॉल्यूशंस, इंटीग्रेटेड ऐडवर्टाइजिंग, क्रिएटिव सेवाओं, पब्लिक रिलेशंस और एक्सपीरिएंशल मार्केटिंग जैसी सेवाएं देती है।
इससे पहले, ओम्निकॉम और इंटरपब्लिक दोनों कंपनियों ने अपनी-अपनी स्पेशल मीटिंग ऑफ स्टॉकहोल्डर्स के दौरान ऐलान किया था कि 90% से अधिक शेयरधारकों ने इस विलय प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है।
इस कॉम्बिनेशन को मार्केटिंग और मीडिया कम्युनिकेशन उद्योग में एक बड़े वैश्विक गठजोड़ के रूप में देखा जा रहा है, जो आने वाले समय में इस क्षेत्र के परिदृश्य को काफी हद तक प्रभावित कर सकता है।
'ऑरियनप्रो सॉल्यूशंस' (Aurionpro Solutions) ने सचिन सैलियन को अपना चीफ मार्केटिंग ऑफिसर (CMO) नियुक्त करने की घोषणा की है।
बैंकिंग, मोबिलिटी, पेमेंट्स और सरकारी क्षेत्रों में वैश्विक स्तर पर तकनीकी समाधान प्रदान करने वाली कंपनी 'ऑरियनप्रो सॉल्यूशंस' (Aurionpro Solutions) ने सचिन सैलियन को अपना चीफ मार्केटिंग ऑफिसर (CMO) नियुक्त करने की घोषणा की है।
सचिन सैलियन को स्ट्रैटजिक मार्केटिंग, डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन और ब्रैंड लीडरशिप के क्षेत्र में दो दशकों से अधिक का अनुभव है। अपने नए पद में वे ऑरियनप्रो के वैश्विक विपणन कार्यों का नेतृत्व करेंगे, जिसमें ब्रैंड स्ट्रैटजी, डिजिटल एंगेजमेंट, संचार और प्रमुख अंतरराष्ट्रीय बाजारों में गो-टू-मार्केट स्ट्रैटजीज का कार्यान्वयन शामिल है।
Aurionpro से जुड़ने से पहले सचिन कई अग्रणी तकनीकी कंपनियों में वरिष्ठ विपणन पदों पर कार्य कर चुके हैं। उन्हें टेक्नोलॉजी-आधारित बिज़नेस में B2B और B2C—दोनों परिवेशों में गहन अनुभव प्राप्त है।
ऑरियनप्रो सॉल्यूशंस के चीफ मार्केटिंग ऑफिसर सचिन सैलियन ने कहा, "Aurionpro इनोवेशन और ग्रोथ के संगम पर एक विशिष्ट स्थिति में है और मैं इसके अगले चरण की सफलता में योगदान देने को लेकर उत्साहित हूं। CMO के रूप में मेरा प्रयास होगा कि हम एक ऐसा ब्रैंड नैरेटिव गढ़ें जो हमारे साहसिक विजन को दर्शाए, वह भी एक ऐसी मार्केटिंग दृष्टिकोण के माध्यम से जो डेटा, कस्टमर इनसाइट और दीर्घकालिक मूल्य निर्माण पर आधारित हो। मैं नेतृत्व टीम के साथ मिलकर वैश्विक उपस्थिति को और मजबूत करने और सभी बाजारों में प्रभावशाली सहभागिता को आगे बढ़ाने के लिए तत्पर हूं।”
भारत और तुर्की के बीच बढ़ते कूटनीतिक तनाव के बीच ऑल इंडियन सिने वर्कर्स एसोसिएशन (AICWA) ने तुर्की में भारतीय फिल्मों, टीवी सीरियल्स और डिजिटल कंटेंट की शूटिंग पर पूरी तरह रोक लगाने का ऐलान किया है।
भारत और तुर्की के बीच बढ़ते कूटनीतिक तनाव के बीच ऑल इंडियन सिने वर्कर्स एसोसिएशन (AICWA) ने तुर्की में भारतीय फिल्मों, टीवी सीरियल्स और डिजिटल कंटेंट की शूटिंग पर पूरी तरह रोक लगाने का ऐलान किया है। यह फैसला तुर्की के पाकिस्तान के समर्थन को लेकर भारत में बढ़ते असंतोष के मद्देनज़र लिया गया है।
AICWA ने साफ कहा है कि तुर्की लगातार अंतरराष्ट्रीय मंचों पर पाकिस्तान का समर्थन करता रहा है, खासकर उन मुद्दों पर जो भारत की संप्रभुता से जुड़े हैं। ऐसे में भारतीय सिनेमा से जुड़े लोग इस रवैये को नजरअंदाज़ नहीं कर सकते। संगठन ने सभी फिल्मकारों, प्रोडक्शन हाउस और स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म्स से अपील की है कि वे तुर्की के साथ किसी भी तरह की शूटिंग या साझेदारी से फिलहाल दूरी बनाएं।
AICWA के प्रवक्ता ने कहा, “हमारी इंडस्ट्री देश की भावना और पहचान से गहराई से जुड़ी है। जब देश के स्वाभिमान का सवाल हो, तब हम चुप नहीं रह सकते।”
इस फैसले को लेकर फिल्म और टेलीविजन यूनियनों का भी समर्थन सामने आया है। इंडस्ट्री के जानकारों का मानना है कि इससे कई अंतरराष्ट्रीय प्रोजेक्ट और लोकेशन प्लान प्रभावित हो सकते हैं, क्योंकि बीते सालों में तुर्की भारतीय फिल्मों के लिए एक लोकप्रिय शूटिंग डेस्टिनेशन रहा है। 'रेस 2', 'बजरंगी भाईजान' और 'बेबी' जैसी फिल्मों की शूटिंग तुर्की में हो चुकी है, जिससे दोनों देशों के बीच पर्यटन और सांस्कृतिक आदान-प्रदान को भी बढ़ावा मिला था।
गौरतलब है कि AICWA इससे पहले भी भारत-पाक तनाव के दौरान पाकिस्तानी कलाकारों के साथ काम करने पर रोक लगाने जैसे फैसले ले चुका है। फिलहाल तुर्की सरकार या वहां की किसी सांस्कृतिक संस्था की ओर से इस पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन माना जा रहा है कि इस कदम से भारत और तुर्की के रिश्तों में सांस्कृतिक मोर्चे पर भी दूरी बढ़ सकती है।
इंडिया टुडे ग्रुप ने गौरव वर्मा को अंतरिम तौर पर आज तक के रेवेन्यू ऑपरेशंस की जिम्मेदारी सौंपी है।
इंडिया टुडे ग्रुप ने गौरव वर्मा को अंतरिम तौर पर 'आजतक' के रेवेन्यू ऑपरेशंस की जिम्मेदारी सौंपी है। इस नई भूमिका में वर्मा अब साउथ, वेस्ट और नॉर्थ रीजन के रेवेन्यू दायित्वों का नेतृत्व करेंगे और इन क्षेत्रों की टीमें सीधे उन्हीं को रिपोर्ट करेंगी।
यह फेरबदल ग्रुप की रणनीतिक प्राथमिकताओं को और स्पष्ट करने और व्यवसायिक वृद्धि को तेज करने की योजना के तहत किया गया है।
यह बदलाव ऐसे समय पर आया है जब राहुल शॉ अब स्टेज आज तक के विस्तार पर पूरी तरह फोकस करेंगे। उनके इस बदलाव के बाद वर्मा और शॉ की पूर्व रिपोर्टिंग टीमें अब सीधे सीनियर लीडरशिप को रिपोर्ट करेंगी।
ग्रुप का कहना है कि यह पुनर्गठन लंबी अवधि की सफलता को सुनिश्चित करने, आंतरिक ग्रोथ पाथ को मजबूत करने और कोर बिजनेस प्राथमिकताओं पर केंद्रित रहने की दिशा में एक अहम कदम है।
Value 360 Communications ने अपने ग्रोथ व स्ट्रैटजी के क्षेत्र में नई छलांग लगाते हुए नैना भल्ला को इसका वाइस प्रेजिडेंट नियुक्त किया है।
Value 360 Communications ने अपने ग्रोथ व स्ट्रैटजी के क्षेत्र में नई छलांग लगाते हुए नैना भल्ला को इसका वाइस प्रेजिडेंट नियुक्त किया है। नैना, जो मुंबई में कार्यरत होंगी, पश्चिमी भारत के संचालन का नेतृत्व करेंगी और कंपनी की आगामी विकास रणनीतियों में मुख्य भूमिका निभाएंगी।
कंपनी के अनुसार, नैना भल्ला ने 20 वर्षों से अधिक अनुभव के साथ GCI Health, Weber Shandwick, Madison PR और Burson जैसी वैश्विक कंपनियों में कार्य करते हुए Pfizer, GSK, Merck, Marriott, PUMA, Colgate, HUL और Swarovski जैसे नामी ब्रैंड्स के लिए जटिल कम्युनिकेशन कैंपेंस को सफल मैनेज किया है। उनके इस अनुभव ने उन्हें डिजिटल परिवर्तन, कंटेंट रणनीति और ब्रैंड इनोवेशन के क्षेत्र में एक उत्कृष्ट लीडर के रूप में स्थापित किया है।
V360 Group के ग्रुप सीईओ व को-फाउंडर कुशल किशोर ने कहा कि हम V360 Group में उन कंपनियों को जोड़ रहे हैं जो ब्रांड्स के संचार, निर्माण और जुड़ाव के तरीके को बदल रही हैं। Value 360 Communications इस बदलाव की अगुवाई कर रहा है और इसका असर हर दिन बढ़ रहा है। नैना भल्ला जैसी प्रतिभा का स्वागत करना हमारे विस्तार में एक महत्वपूर्ण और रणनीतिक कदम है, जिससे कई अभियानों की दिशा ही बदल गई है।
नई नियुक्ति के तहत नैना भल्ला देश भर में विकास योजनाओं का नेतृत्व करेंगी और आंकड़ों के आधार पर अलग-अलग हितधारकों के लिए खास समाधान देंगी, जिससे कंपनी की प्रगति राष्ट्रीय स्तर पर तेज हो। वे मुंबई से पश्चिमी भारत के संचालन में मुख्य भूमिका निभाकर ग्राहक संबंध मजबूत करेंगी और विभिन्न क्षेत्रों में अपनी क्षमताएं बढ़ाएंगी।
नैना भल्ला ने कहा, "Value 360 Communications के इस महत्वपूर्ण मोड़ पर शामिल होना मेरे लिए दृष्टिकोण और अवसर का संगम है। मेरा नेतृत्व सिद्धांत – जो हमारे ग्राहक पोर्टफोलियो के विभिन्न व्यवसायिक उद्देश्यों का समर्थन करने वाले मापक संचार ढांचे के निर्माण पर आधारित है – पूरी तरह से कंपनी की सिद्ध रणनीति के अनुरूप है। मैं हमारे उत्कृष्ट टीम के साथ मिलकर नवाचार को बढ़ावा देने, व्यवसायिक वृद्धि को गति देने और संचार उत्कृष्टता सुनिश्चित करने के लिए उत्साहित हूं।"
यह घोषणा उसी समय जारी हुई है जब Value 360 नए उच्च-प्रभाव वाले ग्राहकों को अपने साथ शामिल कर रहा है, जिनमें Kia Motors, Digi Yatra, Skoda, Aston Martin, ResMed, Tata Motors और Pernod Ricard शामिल हैं। कंपनी अपने समूह उपक्रमों – Popkorn (क्रिएटिव एवं मीडिया) और ClanConnect (इन्फ्लुएंसर-टेक प्लेटफॉर्म) – के जरिए अपने क्रिएटिव और तकनीकी इकोसिस्टम का भी विस्तार कर रही है।
मजबूत नेतृत्व और स्पष्ट विकास दृष्टिकोण के साथ, Value 360 को उम्मीद है कि आने वाले समय में यह भारत की सबसे भविष्य-उन्मुख संचार फर्म में से एक बनकर उभरेगा, खासकर जब यह अपनी आईपीओ की दिशा में आगे बढ़ रहा है।
जैसे-जैसे तकनीक मार्केटिंग की दुनिया को बदल रही है, वैसे-वैसे कुछ विचारशील और अग्रणी लोग उभरकर सामने आ रहे हैं...
बृज पहवा, एडिटोरियल लीड, मारटेक, एक्सचेंज4मीडिया ।।
जैसे-जैसे तकनीक मार्केटिंग की दुनिया को बदल रही है, वैसे-वैसे कुछ विचारशील और अग्रणी लोग (थॉट लीडर्स) उभरकर सामने आ रहे हैं, जो कंपनियों और ब्रैंड्स को इस लगातार बदलती हुई मारटेक (मार्केटिंग टेक्नोलॉजी) की दुनिया में आगे बढ़ने की दिशा दिखा रहे हैं।
ऑटोमेशन, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, क्लाइंट्स एक्सपीरियंस और डेटा एनालिटिक्स जैसे क्षेत्रों में इनकी विशेषज्ञता के चलते, ये लोग नई सोच के साथ नवाचार को आगे बढ़ा रहे हैं और डिजिटल मार्केटिंग का भविष्य तय कर रहे हैं।
नीचे 2025 के टॉप 10 ग्लोबल MarTech प्रभावशाली लोगों की सूची दी गई है, जिनमें से हर एक ने अपने काम और विचारों से इस इंडस्ट्री पर गहरा प्रभाव डाला है।
पद: वाइस प्रेसिडेंट, प्लेटफॉर्म इकोसिस्टम, हबस्पॉट । एडिटर: ChiefMartec.com
ट्विटर: @chiefmartec
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स्कॉट ब्रिंकर को MarTech इकोसिस्टम के सबसे प्रभावशाली व्यक्तियों में गिना जाता है। वे उस प्रसिद्ध MarTech लैंडस्केप सुपरग्राफिक के लिए जाने जाते हैं, जिसने मार्केटिंग इंडस्ट्री को ये समझने में मदद की कि आज मार्केटिंग में कितने हजारों तकनीकी टूल्स उपलब्ध हैं और उनका स्थान क्या है।
हबस्पॉट में उनके काम और ChiefMartec.com नामक वेबसाइट के जरिए वे मार्केटिंग और तकनीक के मिलन बिंदु पर केंद्रित जानकारी और विश्लेषण देते हैं। वे लगातार बदलते और तेजी से बढ़ते MarTech स्पेस के बारे में गहराई से समझ प्रदान करते हैं।
ब्रिंकर खास तौर पर MarTech इकोसिस्टम को मैप करने (यानि उसका नक्शा तैयार करने) में माहिर हैं, और कंपनियों को इस जटिल टूल्स की दुनिया में रास्ता ढूंढ़ने में मदद करते हैं। वह अक्सर इंडस्ट्री इवेंट्स में बोलते हैं और यह बताते हैं कि आने वाले समय में मार्केटिंग तकनीक कैसी होगी और कंपनियां इसका लाभ कैसे उठा सकती हैं।
पद: चीफ मार्केटिंग ऑफिसर, ऑटोडेस्क
ट्विटर: @daratreseder
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डारा ट्रेसीडर मार्केटिंग तकनीक की दुनिया में एक अग्रणी नाम हैं, जो इस बात पर जोर देती हैं कि तकनीक का अनुभव इंसानी और भावनात्मक बनाया जाए। Autodesk की CMO (चीफ मार्केटिंग ऑफिसर) के रूप में उन्होंने डेटा-आधारित मार्केटिंग रणनीतियों के जरिए ब्रांड की मौजूदगी को और मजबूत किया है, साथ ही समावेशिता को भी बढ़ावा दिया है।
उनके काम में कहानी कहने की कला (storytelling) और तकनीक का मिश्रण दिखता है, जिससे ब्रांड और उसके ग्राहकों के बीच एक गहरा और अर्थपूर्ण संबंध बनता है। डारा को रचनात्मकता और तकनीक को जोड़ने की कला के लिए जाना जाता है।
उन्होंने डिजिटल परिवर्तन का उपयोग कर व्यवसायों को आगे बढ़ाने का मार्ग प्रशस्त किया है। Autodesk में उनके नेतृत्व ने यह दिखाया है कि आज के वैश्विक ब्रांड कैसे तकनीक की मदद से न सिर्फ ग्राहकों बल्कि अपने कर्मचारियों से भी गहराई से जुड़ सकते हैं।
पद: सह-संस्थापक, नील पटेल डिजिटल
ट्विटर: @neilpatel
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नील पटेल आज डिजिटल मार्केटिंग और SEO (सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन) की दुनिया का एक जाना-पहचाना नाम बन चुके हैं।
नील पटेल डिजिटल के सह-संस्थापक के रूप में, उन्होंने कई बड़ी कंपनियों के साथ मिलकर उन्हें स्मार्ट SEO तकनीकों, डेटा विश्लेषण और कंटेंट रणनीतियों के जरिए ऑनलाइन मौजूदगी बढ़ाने में मदद की है।
उनका मुख्य फोकस यह है कि डेटा और ऑप्टिमाइजेशन तकनीकों का इस्तेमाल करके कंपनियां अपनी वेबसाइट पर ट्रैफिक बढ़ाएं और ज्यादा क्लाइंट्स बदलें (यानि ज्यादा सेल्स करें)।
नील पटेल अपने ब्लॉग, पॉडकास्ट और वेबिनार्स के लिए भी जाने जाते हैं, जिनमें वे SEO, एनालिटिक्स और डिजिटल मार्केटिंग के ट्रेंड्स पर काम में आने वाली जानकारी साझा करते हैं। सोशल मीडिया पर उनके लाखों फॉलोअर्स यह दिखाते हैं कि वे दुनियाभर के मार्केटिंग पेशेवरों को कितना प्रभावित कर रहे हैं और लगातार उन्हें सिखा व प्रेरित कर रहे हैं।
पद: चीफ कंटेंट ऑफिसर, मार्केटिंगप्रॉफ्स
ट्विटर: @MarketingProfs
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एन हैंडली कंटेंट मार्केटिंग की दुनिया की अग्रणी हस्तियों में से एक हैं।
उनका काम यह तय करने में मदद करता है कि ब्रैंड्स किस तरह से डिजिटल कंटेंट बनाते हैं और उसे लोगों तक पहुँचाते हैं।
MarketingProfs में चीफ कंटेंट ऑफिसर के रूप में, एन हैंडली इस बात की जिम्मेदार हैं कि कंपनियों के लिए ऐसी कंटेंट रणनीतियां बनाई जाएँ जो उनके लक्षित ग्राहकों को आकर्षक, उपयोगी और प्रासंगिक लगे।
वे ‘Everybody Writes’ नामक बेस्ट-सेलिंग किताब की लेखिका हैं, और कंटेंट मार्केटिंग को लेकर उनके विचारों को हर मार्केटिंग प्रोफेशनल के लिए जरूरी माना जाता है।
उनका फोकस ऐसा कंटेंट तैयार करना है जो केवल लोगों को पसंद ही न आए बल्कि व्यवसाय में भी ठोस परिणाम लाए।
पद: सह-संस्थापक, टॉप रैंक मार्केटिंग
ट्विटर: @leeodden
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ली ऑडन B2B (बिजनेस-टू-बिजनेस) मार्केटिंग और इन्फ्लुएंसर मार्केटिंग के क्षेत्र में एक सम्मानित विचारक हैं। TopRank Marketing के सह-संस्थापक के रूप में, उन्होंने कंपनियों को प्रभावशाली कंटेंट रणनीतियां तैयार करने में मदद की है और इन्फ्लुएंसरों का प्रभावी उपयोग करके मार्केटिंग को और असरदार बनाया है।
उनका मानना है कि कंटेंट, SEO और सोशल मीडिया को मिलाकर कंपनियां ग्राहकों के साथ प्रामाणिक और मूल्यवान संबंध बना सकती हैं।
ली की विशेषज्ञता यह है कि वे B2B ब्रैंड्स को उनके लक्षित दर्शकों तक पहुँचने के लिए अच्छी तरह तैयार किए गए कंटेंट और इन्फ्लुएंसर सहयोग के जरिए मार्गदर्शन देते हैं। इसी वजह से वे MarTech इंडस्ट्री में बहुत अधिक मांग में रहने वाले वक्ता और सलाहकार हैं।
पद: सह-संस्थापक, SparkToro
ट्विटर: @randfish
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रैंड फिशकिन डिजिटल मार्केटिंग और SEO के क्षेत्र में एक प्रमुख आवाज माने जाते हैं। Moz की सह-स्थापना करने के बाद उन्होंने SparkToro नामक प्लेटफॉर्म की शुरुआत की, जो ऑडियंस इंटेलिजेंस पर केंद्रित है। SparkToro कंपनियों को यह समझने में मदद करता है कि उनके दर्शकों की रुचियां और प्राथमिकताएं क्या हैं, ताकि वे डेटा पर आधारित सही निर्णय ले सकें।
फिशकिन की पहचान उनके खुलेपन और पारदर्शिता के लिए भी है, खासकर जब वे मार्केटिंग इंडस्ट्री की चुनौतियों की बात करते हैं। वे अक्सर यह जोर देते हैं कि मार्केटर्स को पारंपरिक SEO तरीकों से आगे सोचने की जरूरत है और उन्हें अपने दर्शकों के साथ वास्तविक संबंध बनाने पर ध्यान देना चाहिए।
पद: सीईओ, Mighty Networks
ट्विटर: @ginab
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जीना बियानकीनी समुदाय-आधारित विकास (community-driven growth) की एक बड़ी समर्थक हैं और ऐसे प्लेटफॉर्म विकसित करने की अग्रणी हैं जो ब्रैंड्स को अपने दर्शकों के साथ मजबूत संबंध बनाने में मदद करते हैं।
Mighty Networks की सीईओ के रूप में, वे क्रिएटर्स और व्यवसायों को ऐसे ब्रांडेड ऑनलाइन समुदाय बनाने में मदद करती हैं जहाँ ग्राहक और सदस्य आपस में बातचीत कर सकें, जानकारी साझा कर सकें और ब्रांड से सीधे जुड़ सकें।
उनका मुख्य उद्देश्य ऐसे वातावरण बनाना है जो ग्राहक की वफादारी और गहरी भागीदारी को बढ़ावा दे। आज जब यूजर-जनरेटेड कंटेंट और सीधे संवाद के माध्यम तेजी से बढ़ रहे हैं, ऐसे समय में बियानकीनी का काम और भी ज्यादा महत्वपूर्ण हो गया है।
पद: संस्थापक, Convince & Convert
ट्विटर: @jaybaer
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जे बेयर ग्राहक अनुभव (Customer Experience) और ग्राहक समर्थन (Customer Advocacy) के क्षेत्र में एक अग्रणी विशेषज्ञ हैं। Convince & Convert के संस्थापक के रूप में वे कंपनियों को बेहतर ग्राहक सेवा देने, ग्राहकों के लिए शानदार अनुभव बनाने और ऐसे कार्यक्रम चलाने में मदद करते हैं जो ब्रांड और ग्राहक के रिश्ते को मजबूत करें।
जे बेयर के विचारों को आधुनिक मार्केटिंग में ग्राहक अनुभव की भूमिका को लेकर बहुत अहम माना जाता है, और उन्होंने इस विषय पर कई किताबें भी लिखी हैं। उनका काम यह दिखाता है कि आज की मार्केटिंग में सफलता का असली रास्ता ग्राहक को केंद्र में रखकर काम करना है।
पद: सह-संस्थापक और प्रमुख डेटा वैज्ञानिक, Trust Insights
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क्रिस्टोफर पेन डिजिटल मार्केटिंग में डेटा साइंस के इस्तेमाल के अग्रणी विशेषज्ञों में से एक हैं। Trust Insights के सह-संस्थापक और प्रमुख डेटा वैज्ञानिक के रूप में, वे कंपनियों को डेटा का उपयोग कर उनकी मार्केटिंग रणनीतियों को बेहतर बनाने, नए अवसर खोजने और उनके प्रयासों का असर मापने में मदद करते हैं।
उनका मुख्य फोकस यह है कि मार्केटिंग को अधिक डेटा-आधारित बनाया जाए और ऐसे इनसाइट्स दिए जाएँ जो कंपनियों को स्मार्ट निर्णय लेने में मदद करें।
वे एनालिटिक्स, मशीन लर्निंग और डेटा-आधारित मार्केटिंग के क्षेत्र में अपने विचार नेतृत्व (thought leadership) के लिए जाने जाते हैं, और अक्सर विभिन्न सम्मेलनों व कार्यक्रमों में इस विषय पर बोलते हैं कि डेटा भविष्य की मार्केटिंग को कैसे आकार दे रहा है।
पद: सीईओ, Marketing Insider Group
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माइकल ब्रेनर कंटेंट मार्केटिंग के क्षेत्र में एक प्रसिद्ध और प्रभावशाली नाम हैं। Marketing Insider Group के सीईओ के रूप में वे कंपनियों को ऐसी कंटेंट रणनीतियां बनाने में मदद करते हैं जो बिजनेस ग्रोथ और ग्राहकों की भागीदारी को बढ़ावा देती हैं।
उनका मानना है कि कंटेंट मार्केटिंग का सबसे बड़ा उद्देश्य ऐसा कंटेंट देना होना चाहिए जो मूल्यवान, प्रासंगिक हो और लक्षित दर्शकों के साथ जुड़ाव पैदा करे।
ब्रेनर के काम ने आज के कई बेहतरीन कंटेंट मार्केटिंग तरीकों को प्रभावित किया है। उनका फोकस यह सुनिश्चित करना है कि कंटेंट, ग्राहकों की जरूरतों के अनुरूप हो, ताकि कंपनियां लंबे समय तक चलने वाले क्लाइंट रिलेशनशिप बना सकें।
ये सभी प्रभावशाली हस्तियां सिर्फ मार्केटिंग टेक्नोलॉजी के टूल और प्लेटफॉर्म को नहीं गढ़ रही हैं, बल्कि वे पूरी मार्केटिंग की दुनिया को ही बदल रही हैं। चाहे बात डेटा और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के उपयोग की हो या शानदार ग्राहक अनुभव बनाने की– इनके विचार और अनुभव कंपनियों को डिजिटल युग की बदलती जरूरतों के अनुसार खुद को ढालने में मदद कर रहे हैं।
जैसे-जैसे मार्केटिंग विकसित होती जा रही है, ये थॉट लीडर्स निश्चित ही इसके अगले चरण के नवाचार में मार्गदर्शक की भूमिका निभाएंगे।
ग्लोबल ऐडवर्टाइजिंंग व कम्युनिकेशन कंपनी WPP ने घोषणा की कि उसने डेटा कोलेब्रेशन प्लेटफॉर्म InfoSum का अधिग्रहण कर लिया है।
ग्लोबल ऐडवर्टाइजिंंग व कम्युनिकेशन कंपनी WPP ने घोषणा की कि उसने डेटा कोलेब्रेशन प्लेटफॉर्म InfoSum का अधिग्रहण कर लिया है। यह अधिग्रहण WPP की मीडिया इनवेस्टमेंट इकाई GroupM के जरिए किया गया है, जिसका मकसद AI आधारित नई पीढ़ी के मार्केटिंग समाधानों को विकसित करना है — वो भी दुनिया के सबसे सुरक्षित और ताकतवर डेटा इन्फ्रास्ट्रक्चर के जरिए।
इस रणनीतिक कदम से WPP और उसके क्लाइंट्स को तुरंत एक ऐसा प्लेटफॉर्म मिलेगा जो प्राइवेसी सुरक्षित, क्रॉस-प्लेटफॉर्म डेटा स्रोतों के जरिए मार्केटिंग इंटेलिजेंस, ऑडियंस टार्गेटिंग और AI मॉडल ट्रेनिंग के लिए उपयोगी डेटा उपलब्ध कराएगा।
InfoSum की CEO लॉरेन वेटजल अधिग्रहण के बाद भी अपनी भूमिका में बनी रहेंगी। साथ ही, वह GroupM की चीफ सॉल्यूशन्स ऑफिसर की अतिरिक्त जिम्मेदारी भी संभालेंगी। उनका फोकस होगा WPP और GroupM के क्लाइंट्स के लिए डेटा-संचालित प्रोडक्ट्स और समाधान विकसित करना।
InfoSum की पेटेंटेड क्रॉस-क्लाउड टेक्नोलॉजी कंपनियों को बिना डेटा शेयर किए या ट्रांसफर किए, विभिन्न डेटा स्रोतों को जोड़ने की सुविधा देती है। WPP के इंटेलिजेंट मार्केटिंग सिस्टम WPP Open में InfoSum को जोड़ने से अब क्लाइंट्स अपने कस्टमर डेटा की पूरी ताकत को सुरक्षित रूप से एक्सेस कर पाएंगे, और AI की मदद से उसे और समृद्ध बना सकेंगे।
अब Federated Learning तकनीकों के जरिए क्लाइंट्स अपने फर्स्ट पार्टी डेटा और InfoSum नेटवर्क, WPP के डेटा एसेट्स और GroupM की मीडिया इंटेलिजेंस का उपयोग करके कस्टम AI मॉडल्स को जल्दी बना, ट्रेन और तैनात कर पाएंगे। हफ्तों के बजाय, इसके जरिए मार्केटिंग कैंपेन के प्रदर्शन को घंटों में मापा और बेहतर किया जा सकेगा।
InfoSum का वैश्विक डेटा नेटवर्क दुनिया भर के मीडिया प्लेटफॉर्म्स — जैसे Channel 4, DIRECTV, ITV, Netflix, News Corp और Samsung Ads, से जुड़ा है। साथ ही, बड़े रिटेलर्स और पहचान व डेटा पार्टनर्स जैसे Experian, TransUnion, Circana, Dynata और NCSolutions से मिले 5 बिलियन से ज्यादा आइडेंटिफायर्स भी इस नेटवर्क का हिस्सा हैं।
WPP का यह अधिग्रहण उस विजन को तेजी से आगे बढ़ाता है जिसे वह “Intelligence Beyond Identity” कहता है — यानी पारंपरिक पहचान आधारित समाधान की सीमाओं से आगे बढ़ते हुए 100% बिजनेस इंटेलिजेंस का उपयोग। यह जरूरी इसलिए भी हो गया है क्योंकि कुकीज का हटना, प्लेटफॉर्म विखंडन और घटती ऑडियंस मैचिंग दरें पारंपरिक प्रणालियों को कमजोर कर रही हैं।
WPP के CEO मार्क रीड ने कहा, "हम WPP में वह तकनीकी और डेटा इन्फ्रास्ट्रक्चर बना रहे हैं जो AI युग में हमारे क्लाइंट्स को प्रतिस्पर्धात्मक बढ़त देगा। InfoSum को अपने साथ जोड़ना हमारे डेटा सामर्थ्य को कई गुना बढ़ाता है। यह क्लाइंट्स को उनके फर्स्ट पार्टी डेटा पर पूरा नियंत्रण देता है और उन्हें सुरक्षित, प्राइवेसी-कम्प्लायंट, उच्च गुणवत्ता वाले डेटा तक पहुंच देता है जो आज बाजार में और कहीं नहीं है।"
GroupM के CEO ब्रायन लेसर ने कहा, "InfoSum की टेक्नोलॉजी और डेटा नेटवर्क को सीधे इंटीग्रेट करने से हमारे क्लाइंट्स अपने डेटा से कहीं अधिक मूल्य बना पाएंगे। हम क्लाइंट्स के AI मॉडल्स को एक अभूतपूर्व स्केल और स्पीड पर ट्रेन कर सकते हैं, जिससे हर कैंपेन और ऑडियंस को नेटवर्क प्रभाव का लाभ मिलेगा।"
InfoSum की CEO लॉरेन वेटजल ने कहा, "हमारा मिशन हमेशा रहा है कि डेटा को सुरक्षित, प्राइवेसी-प्रथम और असरदार तरीके से मार्केटिंग के लिए दोबारा परिभाषित करें। WPP और GroupM हमारे लिए आदर्श साझेदार हैं जो हमें वैश्विक स्तर पर असर बढ़ाने का अवसर देंगे।"
InfoSum की टेक्नोलॉजी अब WPP के क्लाइंट्स को तेजी से सुरक्षित डेटा वातावरण तैयार करने में सक्षम बनाएगी, जो Federated Learning के लिए अनुकूल होंगे। इससे क्लाइंट्स अपने कस्टम AI मॉडल्स को स्केल कर सकेंगे और अपना डेटा बेहद सरलता से ऑनबोर्ड कर पाएंगे। InfoSum की तकनीक पहले से मौजूद प्लेटफॉर्म्स और पार्टनर्स के साथ भी पूरी तरह इंटरऑपरेबल बनी रहेगी।
इस अधिग्रहण के साथ WPP अब AI के जरिए मार्केटिंग की दुनिया को पहले से कहीं अधिक सुरक्षित, तेज और प्रभावशाली बना रहा है और अपने क्लाइंट्स को भविष्य के लिए तैयार कर रहा है।
नूपुर बापना को यूनिलीवर में आइसक्रीम्स इंडिया की मीडिया व डिजिटल मार्केटिंग लीड के पद पर नियुक्त किया गया है।
नूपुर बापना को यूनिलीवर में आइसक्रीम्स इंडिया की मीडिया व डिजिटल मार्केटिंग लीड के पद पर नियुक्त किया गया है। उन्होंने अपनी इस नई जिम्मेदारी की जानकारी लिंक्डइन पोस्ट के जरिए साझा की।
नूपुर ने पोस्ट में लिखा, "मुझे यह बताते हुए खुशी हो रही है कि मैं यूनिलीवर में आइसक्रीम्स इंडिया की मीडिया व डिजिटल मार्केटिंग लीड की भूमिका में जुड़ रही हूं।"
अपने नए पद पर नूपुर यूनिलीवर के आइसक्रीम पोर्टफोलियो के लिए मीडिया और डिजिटल रणनीति को आगे बढ़ाने की जिम्मेदारी संभालेंगी।
इससे पहले, नूपुर बापना मैरिको लिमिटेड में ग्रुप मीडिया मैनेजर के रूप में कार्यरत थीं।
अपने करियर के दौरान उन्होंने ग्रुपएम, द सोशल स्ट्रीट और बेनेट कोलमैन एंड कंपनी लिमिटेड (टाइम्स ग्रुप) जैसी प्रतिष्ठित कंपनियों में भी काम किया है।