यूरोपीय टी20 प्रीमियर लीग (ETPL) ने ओकवेल कैपिटल (Oakvale Capital) को अपना एक्सक्लूसिव इन्वेस्टमेंट बैंकर बनाया है।
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समाचार4मीडिया ब्यूरो ।।
यूरोपीय टी20 प्रीमियर लीग (ETPL) ने ओकवेल कैपिटल (Oakvale Capital) को अपना एक्सक्लूसिव इन्वेस्टमेंट बैंकर बनाया है। इस लीग को क्रिकेट आयरलैंड, क्रिकेट स्कॉटलैंड और रॉयल डच क्रिकेट एसोसिएशन का समर्थन प्राप्त है और इसे आईसीसी की मंजूरी मिली है। इसमें को-ओनर के तौर पर अभिषेक बच्चन भी शामिल हैं।
क्रिकेट आयरलैंड के सीईओ वॉरेन ड्यूट्रोम ने कहा, “स्पोर्ट्स फाइनेंस में ओकवेल की गहरी विशेषज्ञता ETPL की दीर्घकालिक दृष्टि के लिए एक गेम-चेंजर साबित होगी। हम उनकी विशेषज्ञ टीम के साथ निकटता से काम करने की उम्मीद करते हैं ताकि हमारे आयोजन को साकार किया जा सके।”
ETPL के को-ओनर और डायरेक्टर सौरव बनर्जी ने कहा, “ओकवेल स्पोर्ट और गेमिंग इकोसिस्टम में लंदन स्थित अग्रणी इन्वेस्टमेंट बैंकों में से एक है। उनके क्षेत्र की गहराई, वैश्विक नेटवर्क और अधिकार धारकों, क्लबों तथा टेक्नोलॉजी प्लेटफॉर्म्स को सलाह देने का ट्रैक रिकॉर्ड उन्हें ETPL के लिए सही साझेदार बनाता है, जब हम विस्तार की ओर बढ़ रहे हैं।”
ओकवेल कैपिटल के पार्टनर सैंडफोर्ड लाउडन ने कहा, “हम ETPL के साहसी और नवोन्मेषी क्रिकेट दृष्टिकोण का समर्थन करने को लेकर उत्साहित हैं। यूरोप में इस खेल को एक प्रीमियम और अलग पहचान वाली पेशकश के साथ ऊंचाई तक ले जाने की दृष्टि, ग्लोबल स्पोर्ट्स प्रॉपर्टीज में ओकवेल के रणनीतिक फोकस के साथ पूरी तरह मेल खाती है।”
इसके अलावा, भारत में केपीएमजी को ETPL का रणनीतिक सलाहकार नियुक्त किया गया है।
‘टीसीएस’ में शामिल होने से पहले, कृतिका सक्सेना करीब 14 साल CNBC-TV18 में अपनी भूमिका निभा चुकी हैं।
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समाचार4मीडिया ब्यूरो ।।
‘टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज’ (TCS) ने कृतिका सक्सेना को भारत में मार्केटिंग हेड के पद पर प्रमोट किया है। इस नए पद में सक्सेना भारत में टीसीएस की मार्केटिंग स्ट्रैटेजी को आगे बढ़ाएंगी और कंपनी की ब्रैंड पहचान को मजबूत करने के साथ-साथ प्रमुख बिजनेस सेगमेंट्स में मार्केटिंग प्रयासों को एकजुट करेंगी।
इसके साथ ही वह भारत की लीडरशिप टीम के साथ मिलकर रणनीतिक पहलों पर भी काम करेंगी, जिसमें कंपनी का प्रमुख अभियान #AcceleratingIndia शामिल है।
कृतिका सक्सेना इससे पहले कंपनी में कॉरपोरेट कम्युनिकेशंस हेड के तौर पर अपनी भूमिका निभा रही थीं। इस दौरान उन्होंने कॉर्पोरेट कम्युनिकेशन फंक्शन को पुनर्गठित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और कंपनी की इन-हाउस कंटेंट और प्रोडक्शन यूनिट TCS Studios की शुरुआत की।
‘टीसीएस’ में शामिल होने से पहले, कृतिका सक्सेना ने करीब 14 साल CNBC-TV18 में काम किया। इस दौरान उन्होंने मुंबई और साउथ इंडिया के चीफ ऑफ ब्यूरो के रूप में काम किया और ‘After the Bell’ व ‘India Business Hour’ जैसे प्रमुख शो होस्ट किए।
इस साझेदारी के तहत TEMPLE ऑस्ट्रेलियाई हिस्से का नेतृत्व करेगा और PTC पंजाबी भारतीय क्रिएटिव व डिस्ट्रीब्यूशन पक्ष संभालेगा।
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समाचार4मीडिया ब्यूरो ।।
पंजाबी सिनेमा के लिए एक बड़ी उपलब्धि सामने आई है। PTC नेटवर्क के अंतर्गत आने वाले ‘PTC पंजाबी’ और ऑस्ट्रेलिया की प्रतिष्ठित प्रोडक्शन कंपनी TEMPLE ने मिलकर तीन पंजाबी फीचर फिल्मों के निर्माण और को-प्रेजेंटेशन की घोषणा की है। यह सहयोग हाल ही में हुई ऑस्ट्रेलिया–भारत ऑडियोविजुअल को-प्रोडक्शन संधि के तहत किया जा रहा है।
यह समझौता क्षेत्रीय भाषाओं के सिनेमा के लिए अब तक की सबसे बड़ी साझेदारियों में से एक माना जा रहा है, जिसमें ग्लोबल फिल्म इंसेंटिव, इंटरनेशनल डिस्ट्रीब्यूशन और वर्ल्ड-क्लास प्रोडक्शन सुविधाओं का पूरा लाभ मिलेगा। यह साझेदारी सिर्फ फिल्मों का निर्माण नहीं, बल्कि पंजाबी सिनेमा की वैश्विक पहचान को नए सिरे से परिभाषित करने का प्रयास है, जिसमें ऑस्ट्रेलिया एक सांस्कृतिक, व्यावसायिक और रचनात्मक साझेदार के रूप में उभरेगा।
इस गठजोड़ के बाद ऑस्ट्रेलिया को पंजाबी फिल्मों के लिए एक स्ट्रैटेजिक लॉन्चपैड के रूप में स्थापित किया जा रहा है, जहां विश्वस्तरीय तकनीक, लोकेशंस, क्रिएटिव टैलेंट और सरकारी ग्रांट्स का लाभ फिल्मों को मिलेगा। TEMPLE ऑस्ट्रेलियाई हिस्से का नेतृत्व करेगा और PTC पंजाबी भारतीय क्रिएटिव व डिस्ट्रीब्यूशन पक्ष संभालेगा।
कंपनी की ओर से जारी प्रेस रिलीज के अनुसार, हालिया आंकड़ों में सामने आया है कि भारत की फिल्में—चाहे पंजाबी, हिंदी या दक्षिण भारतीय—ऑस्ट्रेलिया में स्थानीय (ऑस्ट्रेलियाई) फिल्मों से ज़्यादा कमाई कर रही हैं। यह किसी भी बड़े अंग्रेजी भाषा वाले बाजार में ऐतिहासिक बदलाव माना जा रहा है। इसी बढ़ते प्रभाव ने भारतीय निर्माताओं को ऑस्ट्रेलिया को सिर्फ शूटिंग लोकेशन नहीं, बल्कि ग्लोबल रिलीज़ रूट के रूप में देखने के लिए प्रेरित किया है।
दोनों कंपनियां मिलकर अगले 18 महीनों में तीन पंजाबी फिल्मों का निर्माण करेंगी। PTC पंजाबी अपने चयनित तीन स्वतंत्र भारतीय प्रोड्यूसर्स को भी इस प्रोजेक्ट से जोड़ेगा, ताकि पंजाबी कहानियों की असलियत और अंतरराष्ट्रीय मानकों का बेहतरीन मेल हो सके। ANZ (ऑस्ट्रेलिया–न्यूजीलैंड) क्षेत्र में फिल्मों की रिलीज़ का काम प्रसिद्ध डिस्ट्रीब्यूटर Forum Films संभालेगा।
इस बारे में PTC एंटरटेनमेंट चैनल्स की CEO राजी एम. शिंदे ने कहा, ‘पंजाबी सिनेमा अब ग्लोबल छलांग के लिए तैयार है और ऑस्ट्रेलिया इसके लिए आदर्श रनवे है। यह साझेदारी सिर्फ फिल्में बनाने के लिए नहीं, बल्कि इतिहास रचने के लिए है।’ TEMPLE के फाउंडर अनुपम शर्मा ने कहा, ‘ऑस्ट्रेलिया–भारत को-प्रोडक्शन ट्रीटी पंजाबी सिनेमा के लिए गेम-चेंजर है। ऑस्ट्रेलिया अब वह इंजन बनेगा जो पंजाबी फिल्मों को विश्व मंच तक पहुंचाएगा।’
अनीता के करियर की शुरुआती पारी दैनिक भास्कर ग्रुप से हुई थी, जहां उन्होंने उत्तर भारत के नए बाजारों में ब्रैंड लॉन्च, सेल्स स्ट्रेटेजी, डेटा एनालिसिस और मार्केट एक्सपैंशन पर काम किया।
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समाचार4मीडिया ब्यूरो ।।
अनीता कोटवानी ने डेंट्सु साउथ एशिया में चीफ क्लाइंट ऑफिसर का पद छोड़ दिया है। इस खबर की पुष्टि कंपनी से जुड़े सूत्रों ने 'एक्सचेंज4मीडिया' से की है।
अनीता ने 2020 में Carat India की सीईओ के तौर पर डेंट्सु जॉइन किया था। उस समय एजेंसी को डिजिटल बदलाव, बदलती क्लाइंट जरूरतें और बढ़ती प्रतिस्पर्धा जैसी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा था। मार्च 2023 में उन्हें सीईओ, मीडिया साउथ एशिया बनाया गया, जहां उन्होंने Carat, iProspect, dentsu X, Posterscope और Amplifi का नेतृत्व किया और डेंट्सु की मीडिया पेशकश को डिजिटल-फर्स्ट और इंटीग्रेटेड बनाने पर काम किया।
इस साल की शुरुआत में जब वह चीफ क्लाइंट ऑफिसर बनीं, तो उनके काम का दायरा और बढ़ गया। अब उनका फोकस ग्रुप-लेवल क्लाइंट पार्टनरशिप, क्रिएटिव, मीडिया, CXM, ब्रैंड एक्सपीरियंस, रिटेल और स्पोर्ट्स-गेमिंग-एंटरटेनमेंट (SGE) पर था। इसके साथ ही उन्होंने इंटीग्रेटेड सॉल्यूशंस को मजबूत करना और प्रमुख बाजारों में ग्रोथ बढ़ाना भी संभाला।
अनीता ने डेंट्सु से पहले माइंडशेयर इंडिया में 15 साल से ज्यादा समय बिताया, जहां उन्होंने सीनियर लीडरशिप रोल्स निभाए और राष्ट्रीय स्तर पर नए बिजनेस को संभाला। उन्होंने बड़े-बड़े क्लाइंट्स को मैनेज करने में अहम भूमिका निभाई और FMCG, एंटरटेनमेंट, बैंकिंग-फाइनेंस (BFSI) और बड़े कारोबारी समूहों जैसी बड़ी कंपनियों के महत्वपूर्ण अकाउंट्स को संभाला।
इसके अलावा उन्होंने Initiative (Lintas Media Group) में भी बड़े क्लाइंट्स जैसे Unilever, Videocon और Bombay Dyeing के लिए काम किया और मीडिया ऑप्टिमाइजेशन टूल्स और रिसर्च मॉडल तैयार करने में योगदान दिया।
अनीता के करियर की शुरुआती पारी दैनिक भास्कर ग्रुप से हुई थी, जहां उन्होंने उत्तर भारत के नए बाजारों में ब्रैंड लॉन्च, सेल्स स्ट्रेटेजी, डेटा एनालिसिस और मार्केट एक्सपैंशन पर काम किया।
इस खबर पर अनीता कोटवानी और हर्षा रजदान से उनका पक्ष जानने के लिए 'एक्सचेंज4मीडिया' ने उनसे कई बार कॉन्टैक्ट करने की कोशिश की, लेकिन इस खबर के पब्लिश होने तक फिलहाल कोई कॉन्टैक्ट नहीं सका है।
पेटीएम (Paytm) की मूल कंपनी वन97 कम्युनिकेशंस लिमिटेड (One 97 Communications Limited) ने अपनी दो कंपनियों में बची हुई हिस्सेदारी खरीद ली है।
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समाचार4मीडिया ब्यूरो ।।
पेटीएम (Paytm) की मूल कंपनी वन97 कम्युनिकेशंस लिमिटेड (One 97 Communications Limited) ने अपनी दो कंपनियों में बची हुई हिस्सेदारी खरीद ली है। कंपनी ने इसकी जानकारी SEBI के नियमों के तहत दी है।
कंपनी ने बताया कि उसने 51% हिस्सेदारी Paytm Intelligence Limited (जिसे पहले Paytm Emerging Tech Limited कहा जाता था) में खरीदी है। यह हिस्सेदारी VSS Holdings Private Limited से खरीदी गई है, जो पूरी तरह से Paytm के संस्थापक विजय शेखर शर्मा की स्वामित्व वाली कंपनी है।
इसके साथ ही, कंपनी ने Paytm Life Insurance Limited में भी 51% हिस्सेदारी विजय शेखर शर्मा से खरीद ली है।
इन दोनों सौदों के पूरा होने के बाद अब ये दोनों कंपनियां पूरी तरह Paytm की स्वामित्व वाली सहायक कंपनियां बन गई हैं। यह प्रक्रिया 30 अक्टूबर 2025 को पूरी हुई।
यह कंपनी के ग्रुप स्ट्रक्चर को सरल और एकीकृत करने की दिशा में एक अहम कदम माना जा रहा है।
ग्लोबल कॉन्टेक्चुअल ऐडवर्टाइजिंग कंपनी Channel Factory ने भारत में अपने विस्तार और बाजार पर फोकस को मजबूत करने के तहत तीन वरिष्ठ अधिकारियों की नियुक्ति की है।
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समाचार4मीडिया ब्यूरो ।।
ग्लोबल कॉन्टेक्चुअल ऐडवर्टाइजिंग कंपनी Channel Factory ने भारत में अपने विस्तार और बाजार पर फोकस को मजबूत करने के तहत तीन वरिष्ठ अधिकारियों की नियुक्ति की है। ये नियुक्तियां कंपनी की लगातार बढ़ती ग्रोथ और भारतीय बाजार में उसके रणनीतिक फोकस को दर्शाती हैं।
पिछले दो वर्षों में Channel Factory ने भारत में अपनी मौजूदगी को काफी मजबूत किया है। कंपनी अब उन ब्रैंड्स और एजेंसियों की पसंदीदा पार्टनर बन चुकी है, जो AI आधारित प्रीसिशन, कॉन्टेक्स्ट और ब्रैंड सुइटेबिलिटी के जरिए बेहतर ROI हासिल करना चाहते हैं। कंपनी का यह विस्तार मजबूत क्लाइंट साझेदारियों, तकनीकी इनोवेशन और स्थानीय दृष्टिकोण पर आधारित रहा है, जिसने लगातार बेहतर नतीजे दिए हैं।
Channel Factory के एशिया हेड और चीफ बिजनेस ऑफिसर कार्तिक मेहता ने कहा, “भारत Channel Factory के लिए एशिया का सबसे गतिशील और तेजी से बढ़ने वाला बाजार बना हुआ है। हमारे क्षेत्रीय नेतृत्व और स्थानीय उपस्थिति में निवेश यह दर्शाता है कि हम ब्रैंड्स को ऐसी टेक्नोलॉजी से सशक्त करना चाहते हैं जो परफॉर्मेंस को बेहतर बनाए। जैसे-जैसे हम 2026 की तैयारी कर रहे हैं, हम नए प्लेटफॉर्म्स पर विस्तार कर रहे हैं और अगली पीढ़ी के AI टूल्स ला रहे हैं जो ऐडवर्टाइजर्स के लिए सुइटेबिलिटी और कॉन्टेक्चुअल इंटेलिजेंस को नए स्तर पर परिभाषित करेंगे।”
भारत में Channel Factory के उभार को उद्योग जगत ने भी सराहा है। कंपनी को Auto Awards सहित कई मंचों पर सम्मान मिला है। इसके अलावा Tata Motors, William Grant & Sons, Kohler, MG Motor, Kia और LG जैसे ब्रैंड्स के लिए इसके कैपेंस ने AI आधारित कॉन्टेक्चुअल टार्गेटिंग और परफॉर्मेंस मापदंडों में नए मानक स्थापित किए हैं।
बाजार में अपनी स्थिति और क्लाइंट संबंधों को और मजबूत करने के लिए, कंपनी ने गिरजेश चौहान, इशिका शर्मा और विवेक सिंह को क्रमशः उत्तर, पश्चिम और दक्षिण भारत के लिए सेल्स डायरेक्टर नियुक्त किया है।
गुरुग्राम स्थित गिरजेश चौहान के पास AdTech, MarTech और कस्टम इन्वेंटरी सॉल्यूशंस में 12 से अधिक वर्षों का अनुभव है। उन्होंने ऑटो, FMCG, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स और ई-कॉमर्स सेक्टर्स में कई प्रमुख क्लाइंट्स के साथ काम किया है।
मुंबई में स्थित इशिका शर्मा डिजिटल सेल्स की विशेषज्ञ हैं और उनके पास Blis, Viacom18, Sony Pictures Networks India और GroupM में 12 से अधिक वर्षों का अनुभव है। वह पश्चिम भारत में कंपनी की ग्रोथ और पार्टनरशिप को आगे बढ़ाएंगी।
वहीं बेंगलुरु में स्थित विवेक सिंह डिजिटल और प्रोग्रामेटिक ऐडवर्टाइजिंग में दस वर्षों से अधिक का अनुभव रखते हैं। Channel Factory से पहले वह Mediasmart (Affle group) के साथ जुड़े थे, जहां उन्होंने दक्षिण भारत में ब्रैंड्स और एजेंसियों के लिए Omnichannel, OTT और CTV आधारित प्रोग्रामेटिक सॉल्यूशंस का नेतृत्व किया।
विस्तार पर टिप्पणी करते हुए Channel Factory इंडिया के कंट्री डायरेक्टर अमित राठी ने कहा, “भारत में Channel Factory की सफलता मजबूत साझेदारियों, डेटा-आधारित स्टोरीटेलिंग और कॉन्टेक्चुअल इनोवेशन का नतीजा है। गिरजेश, इशिका और विवेक के हमारी लीडरशिप टीम में जुड़ने से हम प्रमुख बाजारों में अपनी भागीदारी को और गहरा कर रहे हैं और क्लाइंट सफलता पर अपना ध्यान और मजबूत कर रहे हैं। हमारा 2026 का लक्ष्य स्पष्ट है- ब्रैंड्स को AI और सुइटेबिलिटी की शक्ति से कॉन्टेक्स्ट, कल्चर और कमर्शियल परिणामों के लिए अनुकूल बनाना।”
भारत में अपने रणनीतिक विस्तार को जारी रखते हुए, Channel Factory अब अपने ViewIQ प्लेटफॉर्म को बड़े पैमाने पर स्केल करने, ग्लोबल टेक पार्टनर्स के साथ सहयोग को गहरा करने और ब्रैंड-सेफ, कॉन्टेक्चुअली प्रासंगिक वातावरण तैयार करने पर केंद्रित है, जिससे विज्ञापनदाता सतत विकास हासिल कर सकें।
आने वाले e4m-iDAC 2025 में इंडस्ट्री लीडर्स एक साथ जुटेंगे ताकि यह खोजा जा सके कि भारतीय एजेंसियां आज के डिजिटल युग में नए ग्रोथ अवसरों को खोलने के लिए AI की ताकत का कैसे इस्तेमाल कर रही हैं।
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समाचार4मीडिया ब्यूरो ।।
आने वाले e4m-iDAC 2025 में इंडस्ट्री लीडर्स एक साथ जुटेंगे ताकि यह खोजा जा सके कि भारतीय एजेंसियां आज के डिजिटल युग में नए ग्रोथ अवसरों को खोलने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की ताकत का कैसे इस्तेमाल कर रही हैं। इंडिपेंडेंट डिजिटल एजेंसी कनेक्ट (iDAC) कॉन्फ्रेंस का तीसरा एडिशन 15 अक्टूबर को आयोजित होगा।
एक ऐसे दौर में जब उपभोक्ताओं पर हर क्लिक पर कंटेंट की बौछार होती है, पैनल भारत के बदलते डिजिटल इकोसिस्टम में एक अंतर बनाने वाले फैक्टर के रूप में हाइपरपर्सनलाइजेशन के वादे को समझेगा। पैनलिस्ट इस विषय पर विचार साझा करेंगे: ‘वन इन ए मिलियन और वन टू ए मिलियन? क्रैकिंग हाइपरपर्सनलाइजेशन विद AI इन इंडिया’स डिजिटल जंगल’।
पैनलिस्ट्स में शामिल हैं – सुरभि गुप्ता, हेड-डिजिटल, बिड़ला ओपस पेंट्स; तेजस आप्टे, जनरल मैनेजर, मीडिया DMC, HUL; रिया जोसेफ, हेड ऑफ मीडिया, ब्रिटानिया; मेहुल गुप्ता, को-फाउंडर व सीईओ, SoCheers; और अमित राठी, मैनेजिंग डायरेक्टर, चैनल फैक्ट्री। यह पैनल इस बात पर चर्चा करेगा कि भारतीय एजेंसियां प्रेडिक्टिव एनालिटिक्स और कन्वर्सेशनल टूल्स से लेकर रियल-टाइम क्रिएटिव एडैप्टेशन तक, AI का इस्तेमाल करके कैसे ऐसे मैसेज तैयार कर रही हैं जो सीधे उपभोक्ताओं से जुड़ते हैं।
सम्मानित पैनलिस्ट आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की उस बदलती क्षमता पर भी मुख्य विचार साझा करेंगे, जो उपभोक्ताओं की एंगेजमेंट को नए रूप में ढाल रही है। पैनलिस्ट गहराई से यह समझेंगे कि डाटा का इस्तेमाल करके कैसे ऐसे अनुभव बनाए जाएं जो दर्शकों के लिए पर्सनल, संदर्भित और प्रासंगिक महसूस हों।
चर्चा इस बात पर रोशनी डालेगी कि एजेंसियां किस तरह क्रिएटिविटी और टेक्नोलॉजी को जोड़ रही हैं। बातचीत का फोकस एडैप्टिव कंटेंट सॉल्यूशंस पर भी होगा, जहां AI अलग-अलग प्लेटफॉर्म्स पर कैंपेन को डायनामिक रूप से टेलर करता है ताकि सटीकता, प्रभाव और बेहतर ROI सुनिश्चित हो सके।
पावर-पैक्ड एजेंडा के साथ कॉन्फ्रेंस में कीनोट सेशंस, दिलचस्प फायरसाइड चैट्स और जानकारियों से भरपूर पैनल डिस्कशंस शामिल होंगी। यह पैनल मार्केटर्स, ब्रांड कस्टोडियन्स और डिजिटल इनोवेटर्स को कीमती विचार देगा, यह दिखाते हुए कि AI-ड्रिवन हाइपरपर्सनलाइजेशन एजेंसियों को किस तरह बड़े पैमाने पर ब्रांड कहानियों को एक-से-एक उपभोक्ता जर्नी में बदलने में मदद कर सकता है।
देबाश्री दासगुप्ता को 1 नवंबर से पर्नोड रिकार्ड इंडिया का नया चीफ मार्केटिंग ऑफिसर और हेड ऑफ ग्लोबल बिजनेस डेवलपमेंट बनाया जा रहा है।
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समाचार4मीडिया ब्यूरो ।।
देबाश्री दासगुप्ता को 1 नवंबर से पर्नोड रिकार्ड इंडिया का नया चीफ मार्केटिंग ऑफिसर और हेड ऑफ ग्लोबल बिजनेस डेवलपमेंट बनाया जा रहा है। वह यह जिम्मेदारी कार्तिक मोहिंद्रा से संभालेंगी। इस मामले से जुड़े सूत्रों ने एक्सचेंज4मीडिया से इसकी पुष्टि की है।
इससे पहले जुलाई में एक्सचेंज4मीडिया ने ही सबसे पहले खबर दी थी कि विलियम ग्रांट एंड सन्स (WG&S) ने कार्तिक मोहिंद्रा को 30 सितंबर से भारत का मैनेजिंग डायरेक्टर नियुक्त किया है। उनके जाने के बाद पर्नोड रिकार्ड अब अपने नेतृत्व बदलाव के अगले चरण में प्रवेश कर रहा है।
देबाश्री नवंबर में आधिकारिक तौर पर पदभार ग्रहण करेंगी, लेकिन वह 1 फरवरी 2026 को भारत शिफ्ट होकर जमीनी स्तर से अपनी जिम्मेदारियां संभालेंगी। इस चरणबद्ध प्रक्रिया का मकसद लगातार कामकाज जारी रखना और सुचारु रूप से जिम्मेदारियों का हस्तांतरण करना है।
कार्तिक मोहिंद्रा पर्नोड रिकार्ड इंडिया की ग्रोथ स्टोरी के अहम चेहरों में रहे हैं। उन्होंने कंपनी की ब्रैंड वैल्यू बढ़ाई और कड़े मुकाबले वाले मार्केट में इसकी मौजूदगी मजबूत की। उनके नेतृत्व में कंपनी ने उपभोक्ताओं के बदलते व्यवहार और बदलते नियामकीय माहौल के बीच भी सही दिशा में आगे बढ़ना जारी रखा।
दासगुप्ता यह पद एक शानदार ट्रैक रिकॉर्ड के साथ संभाल रही हैं। फिलहाल वह एब्सोल्यूट ब्रैंड की ग्लोबल वाइस प्रेजिडेंट हैं, जो उन्होंने 2023 में जॉइन किया था। इस दौरान उन्होंने ब्रैंड की अंतरराष्ट्रीय रणनीति को आगे बढ़ाया। इससे पहले वह पेप्सीको, रेकिट और यूनिलीवर में सीनियर मार्केटिंग भूमिकाओं में रह चुकी हैं और अलग-अलग कैटेगरी व भौगोलिक क्षेत्रों में काम कर चुकी हैं।
उनकी नियुक्ति पर्नोड रिकॉर्ड की उस रणनीति को दिखाती है जिसमें कंपनी वैश्विक अनुभव और स्थानीय अमल को जोड़कर आगे बढ़ना चाहती है। उपभोक्ता बाजारों की गहरी समझ और प्रीमियमाइजेशन व इनोवेशन को आगे बढ़ाने की उनकी सिद्ध क्षमता से दासगुप्ता के आने से भारत बिजनेस में नई सोच और ऊर्जा आने की उम्मीद है।
गैर-कर राजस्व (यानि टैक्स के अलावा मिलने वाली आय) बढ़ाने और नियमों में एकरूपता लाने के प्रयास से महाराष्ट्र सरकार ने राज्यभर में आउटडोर विज्ञापन होर्डिंग्स के लिए अपनी पहली व्यापक पॉलिसी जारी की है।
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समाचार4मीडिया ब्यूरो ।।
गैर-कर राजस्व (यानि टैक्स के अलावा मिलने वाली आय) बढ़ाने और नियमों में एकरूपता लाने के प्रयास से महाराष्ट्र सरकार ने राज्यभर में आउटडोर विज्ञापन होर्डिंग्स के लिए अपनी पहली व्यापक पॉलिसी जारी की है। पहले तक यह व्यवस्था सिर्फ मुंबई तक सीमित थी, लेकिन अब इसे पहली बार पूरे महाराष्ट्र में लागू किया गया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, राजस्व और वन विभाग द्वारा जारी एक सरकारी प्रस्ताव (GR) के माध्यम से लागू इस नई पॉलिसी का उद्देश्य प्रत्येक जिले में सरकारी भूमि पर होर्डिंग्स की नीलामी करना है, जिससे सैकड़ों करोड़ रुपये का अतिरिक्त राजस्व प्राप्त होने की संभावना है।
इस पहल को पारदर्शिता, भूमि उपयोग और रोजगार सृजन को बढ़ावा देने वाले सुधार के रूप में पेश किया गया है। इसके तहत चुनावी अवधि के दौरान पॉलिटिकल होर्डिंग्स पर भी रोक रहेगी।
मीडिया रिपोर्ट्स में उद्धृत अधिकारियों ने इस कदम को “लंबे समय से लंबित” बताया है और कहा है कि शहरी और ग्रामीण दोनों बाजारों में बढ़ती विज्ञापन मांग को देखते हुए यह आवश्यक था।
नई प्रणाली के तहत, जिला कलेक्टर उपयुक्त स्थलों की पहचान करेंगे, जिनमें शहरी क्षेत्र, ग्रामीण बाजार और राजमार्ग शामिल होंगे और उनकी नीलामी केवल डिजिटल ई-ऑक्शन के माध्यम से की जाएगी। प्रत्येक जिला एकल नीलामी इकाई के रूप में कार्य करेगा, जिसकी निगरानी कलेक्टरों और नोडल अधिकारियों की अध्यक्षता वाली समितियों द्वारा की जाएगी।
एक समाचार रिपोर्ट के अनुसार, बोली की गणना पूरे लीज अवधि के लिए अग्रिम रूप से की जाएगी और सफल बोलीदाताओं को सुरक्षा के रूप में एक वर्ष का लाइसेंस शुल्क जमा करना होगा।
जीआर के अनुसार, केवल वही फर्में इसमें भाग ले सकेंगी जो सूचना और जनसंपर्क महानिदेशालय (डीजीआईपीआर) में पंजीकृत हों, जिनके पास कम से कम पाँच वर्षों का अनुभव हो और पिछले तीन वर्षों में उनका टर्नओवर आरक्षित मूल्य से दोगुना रहा हो। इसके अलावा आवेदकों का महाराष्ट्र में आधारित होना अनिवार्य है।
लीज पांच वर्षों की होगी, जिसमें एक बार पांच और वर्षों के लिए नवीनीकरण का विकल्प होगा, बशर्ते नियमों का पालन किया जाए। नवीनीकरण के समय 25% शुल्क वृद्धि लागू होगी। सफल बोलीदाताओं को हर तिमाही कम से कम सात दिनों के लिए सरकारी अभियानों हेतु निःशुल्क होर्डिंग स्पेस भी उपलब्ध कराना होगा। लीज समाप्त होने पर, आवंटियों को अपने खर्चे पर होर्डिंग्स हटानी होंगी, अन्यथा उन्हें दंड का सामना करना होगा, जिसमें जमा राशि जब्त करना और ब्लैकलिस्ट करना शामिल है।
पॉलिसी यह भी अनिवार्य करती है कि होर्डिंग्स ट्रैफिक सिग्नल को अवरुद्ध न करें, सार्वजनिक सुरक्षा को खतरे में न डालें और पर्यावरण को नुकसान न पहुंचाएं।
एक्सचेंज4मीडिया ने पहले ही यह रिपोर्ट दी थी कि बृहन्मुंबई महानगरपालिका (BMC) अपनी आउट-ऑफ-होम (OOH) विज्ञापन पॉलिसी में बदलाव कर रही है और नागरिकों से प्राप्त सुझावों पर विचार कर रही है, जिनमें इमारतों और हाउसिंग सोसायटियों की डेड वॉल्स पर होर्डिंग्स लगाने की अनुमति देना शामिल है।
पब्लिसिस ग्रुप इंडिया की इकाई पब्लिसिस मीडिया इंडिया (Publicis Media India) ने रवि भाया को चीफ क्लाइंट ऑफिसर नियुक्त किया है।
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समाचार4मीडिया ब्यूरो ।।
पब्लिसिस ग्रुप इंडिया की इकाई पब्लिसिस मीडिया इंडिया (Publicis Media India) ने रवि भाया को चीफ क्लाइंट ऑफिसर नियुक्त किया है। इस नियुक्ति के साथ कंपनी ने अपने क्लाइंट-केंद्रित लीडरशिप और इनोवेशन, डेटा और तकनीक के माध्यम से बिजनेस इम्पैक्ट देने की महत्वाकांक्षा को और मजबूत किया है। मुंबई स्थित रवि, पब्लिसिस मीडिया साउथ एशिया के सीईओ ललितेंदु दास को रिपोर्ट करेंगे।
अपनी नई भूमिका में रवि भारत में एजेंसी ब्रैंड्स- स्टारकॉम, जेनिथ और परफॉर्मिक्स के क्लाइंट ट्रांसफॉर्मेशन एजेंडा का नेतृत्व करेंगे। उनका दायित्व क्लाइंट साझेदारी को गहरा करना, डेटा-आधारित और एआई-संचालित समाधान को बढ़ाना व एकीकृत, भविष्य-उन्मुख ऑफरिंग तैयार करना होगा, जिससे पब्लिसिस ग्रुप को “कैटेगरी ऑफ वन” के रूप में स्थापित किया जा सके।
रवि एक अनुभवी ग्लोबल लीडर हैं, जिन्हें मीडिया और डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन में दो दशकों से अधिक का अनुभव है। उन्होंने भारत, जर्मनी, दक्षिण अफ्रीका, इंडोनेशिया, वियतनाम, सिंगापुर और उत्तरी अमेरिका जैसे विविध मार्केट्स में काम किया है। उनकी विशेषज्ञता क्लाइंट लीडरशिप, ग्रोथ स्ट्रैटेजी और मार्केट डेवलपमेंट तक फैली है, जो डेटा-आधारित और परफॉर्मेंस-केंद्रित मार्केटिंग की गहरी समझ पर आधारित है।
रवि, पब्लिसिस ग्रुप में वापसी कर रहे हैं। इससे पहले उन्होंने दक्षिण अफ्रीका, इंडोनेशिया और वियतनाम में वरिष्ठ नेतृत्व भूमिकाएं निभाईं, जहां उन्होंने एजेंसी क्षमताओं का विस्तार किया और P&G, सैमसंग, कोका-कोला, BMW और मोंडेलेज जैसे ब्रैंड्स के लिए रणनीतिक ट्रांसफॉर्मेशन को आगे बढ़ाया। हाल ही में उन्होंने आरस्क्वेयर्ड ग्लोबल वेंचर्स (R2GV) की सह-स्थापना की, जहां उन्होंने मारटेक, एडटेक, डेटा और कॉमर्स स्टार्टअप्स को स्केलिंग रणनीतियों पर परामर्श दिया और वेंचर कैपिटलिस्ट्स के साथ उभरती तकनीकों में हाई-ग्रोथ अवसर तलाशे। इससे पहले वे म्यूनिख-स्थित सर्विसप्लान ग्रुप में मैनेजिंग डायरेक्टर - ग्लोबल ग्रोथ रहे, जहां उन्होंने अंतरराष्ट्रीय व्यापार, एलायंसेज और पार्टनरशिप्स को आगे बढ़ाया।
ललितेंदु दास, सीईओ, पब्लिसिस मीडिया साउथ एशिया ने कहा, “रवि की नियुक्ति हमारे क्लाइंट्स के साथ भरोसेमंद और रणनीतिक साझेदारी बनाने की हमारी प्रतिबद्धता का मजबूत संकेत है। उनका वैश्विक अनुभव, उद्यमशील सोच और विभिन्न मार्केट्स में प्रभाव डालने की सिद्ध क्षमता उन्हें भारत में हमारे क्लाइंट ट्रांसफॉर्मेशन एजेंडा का नेतृत्व करने के लिए आदर्श बनाती है।”
अपनी नियुक्ति पर टिप्पणी करते हुए रवि भाया ने कहा, “पब्लिसिस में वापसी परिचित भी है और नई भी- भरोसे पर आधारित, नयी महत्वाकांक्षाओं से प्रेरित और भविष्य पर केंद्रित। जैसे-जैसे डेटा, क्रिएटिविटी और एआई मिलकर इंडस्ट्री को नया आकार दे रहे हैं, मैं हमारी टीमों और क्लाइंट्स के साथ मिलकर ऐसे समाधान तैयार करने के लिए उत्साहित हूं, जो सार्थक और मापने योग्य परिणाम दें।”
पब्लिशर्स इंटरनेशनल की सहायक कंपनी Pi Digital Media Network Pvt. Ltd. को भारत में 'द न्यूयॉर्क टाइम्स' (NYT) का विशेष प्रतिनिधि नियुक्त किया गया है।
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समाचार4मीडिया ब्यूरो ।।
चहनीत कौर, स्पेशल कॉरेस्पोंडेंट, एक्सचेंज4मीडिया ।।
पब्लिशर्स इंटरनेशनल की सहायक कंपनी Pi Digital Media Network Pvt. Ltd. को भारत में 'द न्यूयॉर्क टाइम्स' (NYT) का विशेष प्रतिनिधि नियुक्त किया गया है। इस सहयोग के तहत Pi Digital भारत में न्यूयॉर्क टाइम्स से जुड़े विज्ञापन, ब्रैंड पार्टनरशिप और इवेंट्स का काम संभालेगी, चाहे वह प्रिंट हो, डिजिटल हो या ऑफलाइन।
पब्लिशर्स इंटरनेशनल के ग्लोबल सीईओ चार्लटन डी’सिल्वा के अनुसार, Pi Digital का मुख्य उद्देश्य ब्रैंड्स को उच्च-गुणवत्ता वाले, प्रभावी मीडिया प्लेटफॉर्म्स तक पहुंच प्रदान करना है, जो उनके लक्षित दर्शकों के अनुरूप हों।
डी’सिल्वा ने कहा, “हम हमेशा ऐसे मीडिया प्लेटफॉर्म्स की तलाश में रहते हैं जिनकी उत्कृष्टता की विरासत हो, वैश्विक अपील हो और जिनकी ऑडियंस विश्वसनीय हो।”
उन्होंने आगे कहा कि न्यूयॉर्क टाइम्स इस प्रोफाइल में पूरी तरह फिट बैठता है। मीडिया क्षेत्र में इसकी बेमिसाल पहुंच और विश्वसनीयता इसे उन विज्ञापनदाताओं (ऐडवर्टाइजर्स) के लिए एक सशक्त साधन बनाती है, जो उच्च स्तरीय दर्शकों तक पहुंच बनाना चाहते हैं।
Pi Digital लंबे समय से अंतरराष्ट्रीय ब्रैंड्स के साथ काम करता रहा है और लग्जरी, वित्त, पर्यटन और प्रीमियम उपभोक्ता उत्पादों सहित विभिन्न क्षेत्रों में विशेष विज्ञापन समाधान प्रदान करता रहा है।
भारतीय विज्ञापनदाताओं को मिलेगा NYT के प्रीमियम दर्शकों तक सीधा अवसर
भारत का विज्ञापन बाजार विविध है, जहां क्षेत्रीय आउटलेट्स से लेकर वैश्विक दिग्गजों तक 720 से अधिक मीडिया प्लेटफॉर्म्स मौजूद हैं। विज्ञापनदाताओं के लिए चुनौती यह है कि वे ऐसे प्लेटफॉर्म चुनें जो उनके लक्षित दर्शकों से प्रभावी रूप से जुड़ सकें। डी’सिल्वा ने जोर देकर कहा कि न्यूयॉर्क टाइम्स का प्रीमियम ऑडियंस भारतीय विज्ञापनदाताओं को समृद्ध और अत्यधिक संलग्न जनसंख्या से जुड़ने का अनमोल अवसर प्रदान करता है।
डी’सिल्वा ने कहा, “NYT दुनिया के शीर्ष 1% उपभोक्ताओं को सेवा देता है, ऐसे लोग जो सम्पन्न, यात्रा-प्रेमी और परिष्कृत हैं। यही वह जनसमूह है, जिसे लग्जरी ब्रैंड्स, उच्च स्तरीय होटल्स और शीर्ष निवेश फर्म्स लक्षित करना चाहती हैं। अब भारतीय विज्ञापनदाताओं को इस ऑडियंस तक सीधी पहुंच मिलेगी।”
भारतीय बाजार में भी तेजी से बढ़ता हुआ एक वर्ग है- अच्छी शिक्षा प्राप्त, उच्च आय वाले उपभोक्ता, जिन्हें वैश्विक समाचार, संस्कृति और लग्जरी जीवनशैली में रुचि है। यही वे पाठक हैं जो न्यूयॉर्क टाइम्स की सामग्री से गहराई से जुड़ते हैं।
प्रिंट, डिजिटल और इवेंट्स का बहु-प्लेटफॉर्म उपयोग
Pi Digital की रणनीति न्यूयॉर्क टाइम्स के सभी प्लेटफॉर्म्स- प्रिंट, डिजिटल और ऑफलाइन इवेंट्स का उपयोग कर विज्ञापन विकल्पों का पूरा सेट प्रदान करने की होगी। प्रिंट विज्ञापनों के लिए कंपनी उन भौगोलिक क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करेगी, जहां NYT के पाठकों की अधिकतम उपस्थिति है। वहीं, डिजिटल विज्ञापन NYT के स्थापित कंटेंट-ड्रिवेन इकोसिस्टम का लाभ उठाएंगे, जहां विज्ञापनदाताओं को एक प्रीमियम माहौल मिलेगा जो गहरे पाठक जुड़ाव को आकर्षित करता है।
डी’सिल्वा ने कहा, “NYT की डिजिटल मौजूदगी अद्वितीय है। इसमें ब्रैंड-बिल्डिंग की शुरुआती क्षमता है और साथ ही उन विज्ञापनदाताओं के लिए भी उपयुक्त है जो कन्वर्ज़न वाले निचले स्तर के दर्शकों तक पहुंचना चाहते हैं। ऑडियंस व्यवहार का यह विभाजन विज्ञापनदाताओं को अपने कैंपेन को अनुकूलित करने का बेजोड़ अवसर देता है।”
ऑफलाइन इवेंट्स भी Pi Digital के दृष्टिकोण का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होंगे। न्यूयॉर्क टाइम्स प्रतिष्ठित वैश्विक इवेंट्स आयोजित करता है, जिनमें वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम जैसे मंच शामिल हैं। ये इवेंट्स लग्जरी ब्रैंड्स को चुनिंदा दर्शकों से जुड़ने और अपने प्रीमियम उत्पाद व सेवाओं को प्रदर्शित करने का विशेष अवसर प्रदान करते हैं।
भारत जैसे मूल्य-संवेदनशील बाजार में लग्जरी विज्ञापन की चुनौती
भारत को मीडिया के क्षेत्र में मूल्य-संवेदनशील बाजार माना जाता है। हालांकि, डी’सिल्वा देश को एक उभरते हुए लग्जरी बाजार के रूप में देखते हैं, जहां उपभोक्ता तेजी से विशेष और उच्च-गुणवत्ता के अनुभवों में निवेश करने के इच्छुक हैं। उनका मानना है कि न्यूयॉर्क टाइम्स जैसे वैश्विक ब्रैंड के साथ विज्ञापन करने से लग्जरी विज्ञापनदाताओं को महत्वपूर्ण मूल्य मिलेगा।
उन्होंने कहा, “लग्जरी सेगमेंट के लिए कीमत उतनी बड़ी चिंता नहीं है। सम्पन्न उपभोक्ता, विशेषकर A और A1 सामाजिक-आर्थिक वर्गों में, विशेष और उच्च गुणवत्ता वाले कंटेंट तक पहुंच के लिए प्रीमियम भुगतान करने को तैयार रहते हैं। NYT वही प्रीमियम अनुभव देता है और यही विशिष्टता लग्जरी सेगमेंट के विज्ञापनदाताओं को आकर्षित करती है।”
डी’सिल्वा ने यह भी स्पष्ट किया कि न्यूयॉर्क टाइम्स के ब्रैंड और ऑडियंस की पवित्रता बनाए रखना बेहद जरूरी है। विज्ञापनों को सावधानीपूर्वक चुना जाएगा ताकि वे प्रकाशन की प्रीमियम और संपादकीय रूप से प्रेरित प्रकृति के अनुरूप हों, जिससे वातावरण प्रामाणिक और सहज महसूस हो।
क्षेत्रीय बनाम वैश्विक: बदलती विज्ञापन प्रवृत्ति
भारत जैसे विशाल देश में पारंपरिक रूप से क्षेत्रीय मीडिया का वर्चस्व रहा है, खासकर टियर-2 और टियर-3 शहरों में। लेकिन डी’सिल्वा का मानना है कि विज्ञापनदाता अब नए तरीके अपना रहे हैं। लग्जरी ब्रैंड्स अब केवल भौगोलिक पहुंच नहीं बल्कि वैश्विक दृष्टिकोण पर ध्यान दे रहे हैं, जो एक यात्रा-प्रेमी, महानगरीय उपभोक्ता के मानसिक ढांचे को आकर्षित करता है।
उन्होंने कहा, “लग्जरी केवल स्थानीय क्षेत्रों तक पहुंच की बात नहीं है; यह उपभोक्ता के मानसिक ढांचे को आकर्षित करने वाले अनुभव की बात है। टेस्ला, जगुआर और लैंड रोवर जैसे ब्रैंड केवल उत्पाद नहीं बेचते, वे एक आकांक्षात्मक जीवनशैली बेचते हैं। न्यूयॉर्क टाइम्स उसी जीवनशैली का प्रतिनिधित्व करता है, अपने वैश्विक कंटेंट और प्रीमियम पोजिशनिंग के साथ।”
दीर्घकालिक दृष्टि: तात्कालिक लाभ से अधिक प्रभाव पर जोर
भारत में न्यूयॉर्क टाइम्स का प्रतिनिधित्व करने के पहले साल में सफलता को केवल राजस्व से नहीं आंका जाएगा। डी’सिल्वा के अनुसार, इसका मापदंड प्रमुख विज्ञापनदाताओं के साथ दीर्घकालिक संबंध बनाना, NYT द्वारा प्रदान किए जाने वाले अवसरों के प्रति जागरूकता फैलाना और Pi Digital को मीडिया इकोसिस्टम में एक भरोसेमंद पार्टनर के रूप में स्थापित करना होगा।
उन्होंने कहा, “हमारे लिए सफलता का मतलब टचप्वाइंट्स बनाना है। भारत बड़ा बाजार है, लेकिन केवल करीब 260 सक्रिय विज्ञापनदाता ही ऐसे हैं जो NYT की ऑडियंस के अनुरूप हैं। हमारा लक्ष्य उन सभी तक प्रासंगिक और सटीक तरीके से पहुंच बनाना है।”
यह दीर्घकालिक मूल्य और प्रभाव पर केंद्रित रणनीति Pi Digital की समग्र व्यवसायिक सोच से मेल खाती है—ऐसे साझेदारों के साथ काम करना जो विज्ञापनदाताओं के लिए वास्तविक, सार्थक अवसर प्रदान करते हैं, न कि केवल तात्कालिक लाभ की तलाश। डी’सिल्वा के अनुसार, भारत में न्यूयॉर्क टाइम्स की पेशकशों के प्रति जागरूकता पैदा करना और विज्ञापन क्षेत्र में ब्रैंड की एक मजबूत, स्थायी उपस्थिति स्थापित करना ही असली सफलता होगी।