1702 डिजिटल की मैनेजिंग डायरेक्टर व चेयरपर्सन आंचल अरोड़ा ने ऑक्सफोर्ड इंडिया फोरम में भारत का प्रतिनिधित्व किया।
1702 डिजिटल की मैनेजिंग डायरेक्टर व चेयरपर्सन आंचल अरोड़ा ने ऑक्सफोर्ड इंडिया फोरम में भारत का प्रतिनिधित्व किया। यह प्रतिष्ठित सम्मेलन 21 और 22 जून, 2025 को ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के सईद बिजनेस स्कूल में आयोजित हुआ था। इस मंच पर भारत के विकास की दिशा में अहम संवाद के लिए राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर के दिग्गज कारोबारी, नीति-निर्माता और उद्यमी एकत्र हुए।
फोरम में भागीदारी को लेकर आंचल अरोड़ा ने कहा, "ऑक्सफोर्ड के साथ साझेदारी कर भारतीय उपमहाद्वीप की शार्प मार्केटिंग कम्युनिकेशन और एनालिटिक्स की वैश्विक औद्योगिक प्रभाव पर चर्चा करना मेरे लिए एक सम्मान की बात रही।"
मुंबई स्थित 1702 डिजिटल एक नई पीढ़ी की डिजिटल मार्केटिंग एजेंसी है, जो परफॉर्मेंस मार्केटिंग, फुल-फनल एट्रिब्यूशन एनालिसिस और मापनीय परिणामों के लिए जनरेटिव एआई टूल्स का इस्तेमाल करती है। यह एजेंसी अब ऑर्गेनिक सर्च ऑप्टिमाइजेशन के नए युग की अगुआई कर रही है, खासकर ChatGPT, Gemini, Perplexity और Claude जैसे प्लेटफॉर्म्स के लिए।
Chord, जो हाल ही में 1702 डिजिटल के बैनर तले शुरू किया गया एक क्रिएटिव वर्टिकल है, तेजी से विज्ञापन की दुनिया में अपनी पहचान बना रहा है। इसकी सफलता का श्रेय तेज ग्रोथ रेट और उच्च गुणवत्ता वाली लीडरशिप को दिया जा रहा है। आज यह भारत की टॉप 100 पब्लिक लिस्टेड कंपनियों के बीच 30% मार्केट शेयर के साथ प्रमुख क्रिएटिव पार्टनर के रूप में खड़ा है।
Contra Consult, 1702 नेटवर्क का एक और अनोखा हिस्सा है, जो भारत की एकमात्र ऐसी राजनीतिक संचार कंसल्टेंसी है जो रचनात्मक राजनीतिक अभियानों के लिए एडवांस्ड एआई का इस्तेमाल करती है। यह एजेंसी विभिन्न क्षेत्रीय मतदाता समूहों के लिए डिजिटल-फर्स्ट रणनीति के तहत टारगेटेड कैंपेन चलाती है और राजनीतिक मार्केटिंग में एक अलग मुकाम हासिल कर चुकी है।
आंचल अरोड़ा का मानना है कि “यह भारत का सदी है और 1702 डिजिटल नेटवर्क इस नए युग में मीडिया, डिजिटल टेक्नोलॉजी और क्रिएटिविटी के नेतृत्व में सबसे आगे रहेगा।”
ऑक्सफोर्ड इंडिया फोरम में आंचल की भागीदारी यह दर्शाती है कि भारत की उभरती हुई डिजिटल प्रतिभाएं अब वैश्विक विमर्श में एक मजबूत, विचारशील और नवोन्मेषी आवाज के रूप में स्थापित हो रही हैं।
हवास इंडिया ने अनुपमा रामास्वामी को मैनेजिंग डायरेक्टर और चीफ क्रिएटिव ऑफिसर के पद पर प्रमोट किया है।
हवास इंडिया ने अनुपमा रामास्वामी को मैनेजिंग डायरेक्टर और चीफ क्रिएटिव ऑफिसर के पद पर प्रमोट किया है। अनुपमा रामास्वामी इससे पहले जॉइंट मैनेजिंग डायरेक्टर और चीफ क्रिएटिव ऑफिसर थीं।
वह अक्टूबर 2022 से हवास वर्ल्डवाइड इंडिया से जुड़ी हुई हैं।
एक लिंक्डइन पोस्ट में उन्होंने लिखा: “हवास और राणा ने मुझ पर जो विश्वास जताया है, उससे मैं ऊर्जा से भरी हुई और विनम्र महसूस कर रही हूं। हवास इंडिया को मैनेजिंग डायरेक्टर और CCO के रूप में लीड करना मेरे लिए एक विशेषाधिकार है, लेकिन उससे भी ज्यादा यह एक जिम्मेदारी है ऐसी संस्कृति बनाने की जहां विचार जीतें, लोग आगे बढ़ें और काम पर आना वाकई मजेदार हो। तेज, निडर और भविष्यवादी- यही आगे का सफर है। टीना और अरिंदम के समर्थन के साथ मुझे विश्वास है कि हम एक मजबूत पहचान बनाएंगे। इस शानदार टीम के साथ इस नए अध्याय की शुरुआत को लेकर मैं बेहद उत्साहित हूं।”
रामास्वामी इससे पहले डेंटसु क्रिएटिव, चील कम्युनिकेशंस, जे.डब्ल्यू.टी. और लो लिंटास से भी जुड़ी रही हैं।
रोहित ने कई नेतृत्व भूमिकाएं निभाईं, जिनमें हेड ऑफ ब्रैंड एंड कम्युनिकेशन और डिप्टी वाइस प्रेसिडेंट ऑफ मार्केटिंग शामिल हैं।
कैस्ट्रॉल इंडिया और साउथ एशिया के वाइस प्रेजिडेंट और मार्केटिंग हेड के पद से हाल ही में इस्तीफा देने वाले रोहित तलवार ने अब JSW पेंट्स में नए चीफ मार्केटिंग ऑफिसर के रूप में जॉइन किया है।
अपनी नई भूमिका में, रोहित तलवार रिपोर्ट आशीष राय को करेंगे, जो डेकोरेटिव पेंट्स के सीईओ हैं और जो आगे रिपोर्ट करते हैं पार्थ जिंदल को। इससे कंपनी के डेकोरेटिव पेंट्स बिजनेस की नेतृत्व संरचना और मजबूत होगी।
रोहित का यह कदम कैस्ट्रॉल में लगभग दो दशक पूरे करने के बाद आया है। इन वर्षों में, वे लगातार प्रमोट होते गए और सेल्स, ब्रैंड मैनेजमेंट और स्पॉन्सरशिप एक्टिवेशन जैसे विविध असाइनमेंट्स संभाले। उन्होंने कैस्ट्रॉल के लिए क्रिकेट स्पॉन्सरशिप पोर्टफोलियो को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और बाद में ग्लोबल ब्रैंड मैनेजर (कमर्शियल व्हीकल्स) के रूप में उन्होंने कैस्ट्रॉल VECTON लॉन्च करने में मदद की, जो आगे चलकर वैश्विक पहचान हासिल करने वाला उत्पाद बना।
रोहित ने कई नेतृत्व भूमिकाएं निभाईं, जिनमें हेड ऑफ ब्रैंड एंड कम्युनिकेशन और डिप्टी वाइस प्रेसिडेंट ऑफ मार्केटिंग शामिल हैं। 2019 में, वे विदेश गए और कैस्ट्रॉल वियतनाम के लिए मार्केटिंग ऑपरेशन्स का नेतृत्व किया, जहां उन्होंने बी2सी और बी2बी दोनों पहलों को आगे बढ़ाया, मजबूत व्यापार वृद्धि हासिल की और क्षेत्र में ब्रैंड की उपस्थिति का विस्तार किया। नवंबर 2023 में, वे भारत लौटे और कैस्ट्रॉल इंडिया और साउथ एशिया के लिए वाइस प्रेसिडेंट और हेड ऑफ मार्केटिंग का पद संभाला, इस भूमिका में उन्होंने जया जमरानी का स्थान लिया। उनका इस्तीफा 10 जून 2025 को कैस्ट्रॉल इंडिया की बोर्ड बैठक में औपचारिक रूप से स्वीकार किया गया था और उनका अंतिम कार्य दिवस 8 अगस्त 2025 रहा।
कैस्ट्रॉल इंडिया में अपने हालिया कार्यकाल के दौरान, रोहित को ब्रैंड बिल्डिंग और मार्केटिंग इनोवेशन में उनके नेतृत्व के लिए व्यापक रूप से सराहा गया। इसी साल, मार्च 2025 में, उन्हें मुंबई में पिच CMO समिट में CMO लीडरशिप अवॉर्ड से सम्मानित किया गया, जो प्रतिस्पर्धी बाजार में कैस्ट्रॉल की मौजूदगी को मजबूत बनाने में उनके योगदान की मान्यता थी। तलवार को BW बिजनेसवर्ल्ड द्वारा आयोजित फेस्टिवल ऑफ मार्केटिंग में भारत के टॉप 100 मार्केटर्स की सूची में भी शामिल किया गया।
अनुराधा ने अपने करियर की शुरुआत हिंदुस्तान यूनिलीवर में एरिया सेल्स मैनेजर के रूप में की थी और बाद में हेयर केयर कैटेगरी में मार्केटिंग मैनेजर की भूमिका निभाई।
एमेजॉन (Amazon) ने अनुराधा अग्रवाल को डायरेक्टर पद पर प्रमोट किया है। इस प्रमोशन से पहले वह एमेजॉन पे (Amazon Pay) में डायरेक्टर, यूजर ग्रोथ और चीफ मार्केटिंग ऑफिसर (CMO) के रूप में कार्यरत थीं। अपनी नई भूमिका में अनुराधा एमेजॉन इंडिया के लिए मार्केटिंग और ग्रोथ का नेतृत्व करेंगी।
लिंक्डइन पोस्ट के जरिए इस जानकारी को साझा करते हुए अनुराधा ने लिखा, “यह बताते हुए बेहद उत्साहित हूं कि मैंने एमेजॉन इंडिया के लिए मार्केटिंग और ग्रोथ का नेतृत्व करने की नई जिम्मेदारी संभाली है। एमेजॉन पे में बीते साल मेरे लिए सीखने और विकास की अविश्वसनीय यात्रा रही है। मैं अपने साथियों, मेंटर्स और पार्टनर्स की तहे दिल से आभारी हूं, जिन्होंने इस अनुभव को इतना सार्थक बनाया। महेंद्र नेरुरकर– आपका धन्यवाद। आने वाले समय में भी मैं आप पर भरोसा करती रहूंगी।”
अनुराधा ने अपने करियर की शुरुआत हिंदुस्तान यूनिलीवर में एरिया सेल्स मैनेजर के रूप में की थी और बाद में हेयर केयर कैटेगरी में मार्केटिंग मैनेजर की भूमिका निभाई। इसके बाद उन्होंने वोडाफोन में सीनियर वाइस प्रेजिडेंट – ब्रैंड कम्युनिकेशंस, इनसाइट्स और ऑनलाइन के तौर पर काम किया।
वह मोंडेलेज इंटरनेशनल में एपीएसी रीजन के लिए बिस्किट्स की मार्केटिंग डायरेक्टर भी रहीं। इसके अलावा उन्होंने मैरिको में चीफ मार्केटिंग ऑफिसर और स्टार टीवी नेटवर्क में भी नेतृत्वकारी भूमिकाएं निभाई हैं।
'Diageo India' में उनकी नियुक्ति से यह साफ है कि कंपनी प्रीमियम स्पिरिट्स कैटेगरी में ब्रैंड-बिल्डिंग को और तेजी से आगे बढ़ाने के लिए अपने लीडरशिप स्ट्रक्चर को मजबूत कर रही है।
पिज्जा हट इंडिया की पूर्व चीफ मार्केटिंग ऑफिसर (CMO) आनंदिता दत्ता अब 'Diageo India' से जुड़ गई हैं। उन्होंने कंपनी में वाइस प्रेजिडेंट–मार्केटिंग और कैटेगरी हेड का पदभार संभाला है। दत्ता को लगभग 20 साल का मार्केटिंग अनुभव है और उन्होंने भारत व अंतरराष्ट्रीय बाजारों में कई बड़े ब्रैंड्स जैसे 'Lipton', 'Kissan', 'Horlicks' और 'Sensodyne' के साथ काम किया है।
पिज्जा हट में रहते हुए उन्होंने ब्रैंड को 'Younger and Everyday' QSR (Quick Service Restaurant) के रूप में पेश करने में अहम भूमिका निभाई। उन्होंने वैल्यू प्राइसिंग, डिजिटल इनोवेशन और युवाओं पर केंद्रित कैंपेन चलाकर ब्रैंड की नई पहचान बनाई।
'Diageo India' में उनकी नियुक्ति से यह साफ़ है कि कंपनी प्रीमियम स्पिरिट्स कैटेगरी में ब्रैंड-बिल्डिंग को और तेजी से आगे बढ़ाने के लिए अपने लीडरशिप स्ट्रक्चर को मजबूत कर रही है।
नारायण का करियर 20 साल से भी ज़्यादा का रहा है। उन्होंने अपने सफर की शुरुआत कोटक सिक्योरिटीज़ से की, जहाँ वे मार्केटिंग और ब्रांडिंग के असिस्टेंट मैनेजर थे।
IDFC फर्स्ट बैंक के चीफ़ मार्केटिंग ऑफिसर (CMO) टी.वी. नारायण ने अपने पद से इस्तीफ़ा दे दिया है। उनका आख़िरी कार्य दिवस 22 अगस्त 2025 था। नारायण ने बताया कि अब वे एविएशन (हवाई सेवा) सेक्टर में नए अवसर तलाशेंगे। बैंक में रहते हुए नारायण ने मार्केटिंग की पूरी ज़िम्मेदारी संभाली।
उन्होंने ब्रांड स्ट्रैटेजी, स्पॉन्सरशिप, डिजिटल मार्केटिंग, शाखा-स्तरीय मार्केटिंग, और लोकल प्रोग्राम जैसे कई अहम अभियानों को आगे बढ़ाया। इसके अलावा उन्होंने लॉयल्टी और स्ट्रैटेजिक अलायंस (ग्राहक जुड़ाव और साझेदारी) के क्षेत्र में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया। नारायण का करियर 20 साल से भी ज़्यादा का रहा है।
उन्होंने अपने सफर की शुरुआत कोटक सिक्योरिटीज़ से की, जहाँ वे मार्केटिंग और ब्रांडिंग के असिस्टेंट मैनेजर थे। इसके बाद उन्होंने टाइम्सऑफ़मनी (TimesOfMoney) में एनआरआई सेवाओं के लिए प्रोडक्ट मैनेजर की भूमिका निभाई। आगे चलकर उन्होंने मोतीलाल ओसवाल सिक्योरिटीज़ और टाइम्सऑफ़मनी में प्रोडक्ट और डिजिटल मार्केटिंग की अहम ज़िम्मेदारियाँ संभालीं।
उनके करियर की बड़ी उपलब्धियों में पेपाल (PayPal) में काम करना भी शामिल है, जहाँ वे मर्चेंट मार्केटिंग, ऑपरेशन्स और अंतरराष्ट्रीय बाज़ारों के लिए मर्चेंट अक्विज़िशन (व्यापारियों को जोड़ने की प्रक्रिया) का नेतृत्व कर चुके हैं।
यूरोपीय टी20 प्रीमियर लीग (ETPL) ने ओकवेल कैपिटल (Oakvale Capital) को अपना एक्सक्लूसिव इन्वेस्टमेंट बैंकर बनाया है।
यूरोपीय टी20 प्रीमियर लीग (ETPL) ने ओकवेल कैपिटल (Oakvale Capital) को अपना एक्सक्लूसिव इन्वेस्टमेंट बैंकर बनाया है। इस लीग को क्रिकेट आयरलैंड, क्रिकेट स्कॉटलैंड और रॉयल डच क्रिकेट एसोसिएशन का समर्थन प्राप्त है और इसे आईसीसी की मंजूरी मिली है। इसमें को-ओनर के तौर पर अभिषेक बच्चन भी शामिल हैं।
क्रिकेट आयरलैंड के सीईओ वॉरेन ड्यूट्रोम ने कहा, “स्पोर्ट्स फाइनेंस में ओकवेल की गहरी विशेषज्ञता ETPL की दीर्घकालिक दृष्टि के लिए एक गेम-चेंजर साबित होगी। हम उनकी विशेषज्ञ टीम के साथ निकटता से काम करने की उम्मीद करते हैं ताकि हमारे आयोजन को साकार किया जा सके।”
ETPL के को-ओनर और डायरेक्टर सौरव बनर्जी ने कहा, “ओकवेल स्पोर्ट और गेमिंग इकोसिस्टम में लंदन स्थित अग्रणी इन्वेस्टमेंट बैंकों में से एक है। उनके क्षेत्र की गहराई, वैश्विक नेटवर्क और अधिकार धारकों, क्लबों तथा टेक्नोलॉजी प्लेटफॉर्म्स को सलाह देने का ट्रैक रिकॉर्ड उन्हें ETPL के लिए सही साझेदार बनाता है, जब हम विस्तार की ओर बढ़ रहे हैं।”
ओकवेल कैपिटल के पार्टनर सैंडफोर्ड लाउडन ने कहा, “हम ETPL के साहसी और नवोन्मेषी क्रिकेट दृष्टिकोण का समर्थन करने को लेकर उत्साहित हैं। यूरोप में इस खेल को एक प्रीमियम और अलग पहचान वाली पेशकश के साथ ऊंचाई तक ले जाने की दृष्टि, ग्लोबल स्पोर्ट्स प्रॉपर्टीज में ओकवेल के रणनीतिक फोकस के साथ पूरी तरह मेल खाती है।”
इसके अलावा, भारत में केपीएमजी को ETPL का रणनीतिक सलाहकार नियुक्त किया गया है।
e4m D2C रिवॉल्यूशन समिट का चौथा संस्करण 3 सितंबर 2025 को गुरुग्राम में आयोजित होने जा रहा है।
e4m D2C रिवॉल्यूशन समिट का चौथा संस्करण 3 सितंबर 2025 को गुरुग्राम में आयोजित होने जा रहा है। यह समिट कीनोट सेशन्स, फायरसाइड चैट्स, पैनल चर्चाओं और नेटवर्किंग अवसरों के एक समृद्ध मिश्रण लेकर आ रहा है, जिसमें डायरेक्ट-टू-कंज्यूमर और रिटेल इकोसिस्टम की कुछ सबसे तेज सोच रखने वाली हस्तियां एक साथ आएंगी।
मुख्य आकर्षणों में से एक पैनल चर्चा क्विक कॉमर्स पर होगी, जो डिजिटल रिटेल स्पेस में उपभोक्ता सुविधा को फिर से परिभाषित करने वाली इंडस्ट्री है। ‘Quick Commerce: Speed, Scale & the Profitability’ शीर्षक वाली इस पैनल चर्चा में क्विक कॉमर्स से जुड़े कुछ अहम सवालों की पड़ताल की जाएगी और आगे मौजूद अवसरों व चुनौतियों को समझने की कोशिश की जाएगी। विशेषज्ञ अति-तेज डिलीवरी के वास्तविक खर्च पर चर्चा करेंगे, जिसमें ऑपरेशनल ओवरहेड्स और लॉजिस्टिक खर्च से लेकर गति को लेकर ग्राहकों की अपेक्षाएं शामिल होंगी।
पैनलिस्ट्स में शामिल होंगे- भरत सेठी, संस्थापक, Rage Coffee; अमन जे जैन, सीईओ, Doodhvale Farms; ऋपुंजय चाचन, सह-संस्थापक, Wellversed; अंकुर भाटिया, संस्थापक, Jimmy Cocktail और साहिल धारिया, संस्थापक व सीईओ, Soothe Healthcare। इस पैनल का संचालन करेंगे संदीप हजरा, डायरेक्टर, PwC इंडिया।
विशेषज्ञ यह भी खोज करेंगे कि यह इंडस्ट्री किस तरह छूट-आधारित रणनीतियों से उपभोक्ता वफ़ादारी बनाने की ओर विकसित हुआ है। जैसे-जैसे मूल्य युद्ध मार्जिन को कम कर रहे हैं, चर्चा में यह रेखांकित किया जाएगा कि क्विक कॉमर्स कंपनियां किस तरह भरोसे, सुविधा और सेवा गुणवत्ता के जरिये ग्राहकों के साथ गहरे रिश्ते बना सकती हैं।
पैनल का दायरा बढ़कर भारत में क्विक कॉमर्स के भविष्य की दिशा पर भी केंद्रित होगा, जिसमें एकीकरण (कंसॉलिडेशन), दीर्घकालिक स्थिरता और देश के रिटेल परिदृश्य में इस क्षेत्र की विकसित होती भूमिका जैसे मुद्दों पर विचार किया जाएगा।
गहन सत्रों से लेकर प्रमुख विषयों पर चर्चाओं तक, जिनमें शीर्ष ब्रैंड लीडर्स शामिल होंगे, e4m D2C समिट एक दमदार एजेंडा प्रस्तुत करने का वादा करता है।
इंडस्ट्री लीडर्स और मार्केटिंग एक्सपर्ट्स की शानदार लाइनअप के साथ यह कॉन्फ्रेंस भारत में डायरेक्ट-टू-कंज्यूमर क्षेत्र को आकार देने वाले सबसे अहम अवसरों और चुनौतियों पर गहराई से चर्चा करेगी।
प्रवर्तन निदेशालय (ED) भारत में सरोगेट मार्केटिंग को कथित रूप से समर्थन देने के आरोप में ऐडवर्टाइजिंग व मीडिया एजेंसीज की जांच कर रहा है।
प्रवर्तन निदेशालय (ED) भारत में सरोगेट मार्केटिंग को कथित रूप से समर्थन देने के आरोप में ऐडवर्टाइजिंग व मीडिया एजेंसीज की जांच कर रहा है। यह कार्रवाई साइप्रस-आधारित अवैध ऑनलाइन बेटिंग साइट पैरिमैच पर एजेंसी की सख्त कार्रवाई का हिस्सा है।
ED ने 12 अगस्त को कई शहरों में की गई तलाशी कार्रवाई के दौरान लगभग 110 करोड़ रुपये जब्त किए, जो कथित रूप से यूजर पेमेंट की मनी लॉन्ड्रिंग में लगे म्यूल बैंक अकाउंट्स में रखे गए थे। इसके अलावा, अधिकारियों ने योजना से जुड़े 1,200 से अधिक क्रेडिट कार्ड, रिकॉर्ड्स और इलेक्ट्रॉनिक उपकरण भी जब्त किए।
जांच के अनुसार, पैरिमैच ने म्यूल अकाउंट्स, हवाला नेटवर्क और क्रिप्टोकरेंसी वॉलेट्स का इस्तेमाल कर पैसे ट्रांसफर किए, जिनमें यूके में स्थित वॉलेट्स के माध्यम से USDT कन्वर्जन भी शामिल था।
आक्रामक मार्केटिंग, सेलेब्रिटी एंडोर्समेंट्स और "Parimatch Sports" तथा "Parimatch News" नाम से ब्रैंड एक्सपेंशन के जरिए, पैरिमैच ने भारत में तेजी से विस्तार किया, जबकि यह अवैध था। आरोप है कि इन विज्ञापनों को संभालने वाली भारतीय एजेंसियों को भुगतान करने के लिए अंतरराष्ट्रीय इनवर्ड ट्रांसफर का इस्तेमाल किया गया।
ऑल इंडिया गेमिंग फेडरेशन के सीईओ रोलैंड लैंडर्स ने कहा, “Parimatch Sports और Parimatch News जैसे सरोगेट ऑफशोर गैंबलिंग संस्थाओं से जुड़े फंड्स को फ्रीज करने की ED की कार्रवाई अवैध ऑफशोर गैंबलिंग ऑपरेशनों के बढ़ते खतरे को रोकने के लिए एक बेहद जरूरी कदम है। हमें उम्मीद है कि मीडिया प्लेटफॉर्म्स भी इन प्लेटफॉर्म्स पर चल रहे सरोगेट विज्ञापनों के खतरे को कम करने के लिए कदम उठाएंगे।”
स्किल ऑनलाइन गेम्स इंस्टीट्यूट के संस्थापक और अध्यक्ष अमृत किरण सिंह ने आगाह करते हुए कहा, “सेलेब्रिटीज और विज्ञापन एजेंसियों पर चल रही जांच इन प्लेटफॉर्म्स के प्रमोशन को धीमा करने में मदद करेगी, लेकिन कारोबार का आकार इस बात की ओर इशारा करता है कि अब नुकसान पहले ही हो चुका है।”
इस बीच, सुरेश रैना सहित कई अन्य सेलेब्रिटीज और इन्फ्लुएंसर्स की भी इन प्लेटफॉर्म्स को एंडोर्स करने के लिए जांच की जा रही है।
हवास मीडिया नेटवर्क इंडिया की मीडिया एजेंसी हवास मीडिया इंडिया ने दक्षिण भारतीय बाजारों में अपने परिचालन को मजबूती से आगे बढ़ाने के लिए सुजाता सिंह को साउथ का प्रेजिडेंट नियुक्त किया है।
हवास मीडिया नेटवर्क इंडिया की मीडिया एजेंसी हवास मीडिया इंडिया ने दक्षिण भारतीय बाजारों में अपने परिचालन को मजबूती से आगे बढ़ाने के लिए सुजाता सिंह को साउथ का प्रेजिडेंट नियुक्त किया है। सुजाता बेंगलुरु से कार्यभार संभालेंगी और हवास मीडिया व हवास प्ले इंडिया के सीओओ उदय मोहन को रिपोर्ट करेंगी। साथ ही वे एजेंसी की कोर लीडरशिप टीम के साथ मिलकर काम करेंगी।
सुजाता के पास ब्रैंड और एजेंसी इकोसिस्टम में दो दशक से अधिक का समृद्ध अनुभव है। अपने हालिया पद में वे आईपीजी मीडिया ब्रैंड्स में स्ट्रैटेजी कंसल्टेंट रहीं, जहां उन्होंने आईटीसी बिजनेस और एथर एनर्जी जैसे फ्लैगशिप व्यवसायों के लिए रणनीति का नेतृत्व किया और नए व्यवसायों की प्राप्ति में भी योगदान दिया। इससे पहले, उन्होंने एमेजॉन इंडिया में लीडरशिप भूमिका निभाते हुए मीडिया फ़ंक्शन को बनाया और उसका नेतृत्व किया। इसके अलावा, उन्होंने ग्रुपएम और ओमनिकॉम जैसी एजेंसियों में भी अहम पदों पर कार्य किया।
हवास मीडिया नेटवर्क इंडिया के सीईओ मोहित जोशी ने इस नियुक्ति पर कहा, “हवास मीडिया नेटवर्क इंडिया में हमारी टीम क्षमताओं, टैलेंट और देशभर में क्लाइंट साझेदारियों के विस्तार को दर्शाते हुए तेजी से बढ़ी है। बेंगलुरु हमारे लिए एक महत्वपूर्ण केंद्र है, जहां हवास मीडिया, हवास प्ले और पिवट रूट्स के कई अहम प्रोजेक्ट्स संचालित हो रहे हैं। सुजाता की नियुक्ति इस बात का प्रमाण है कि हम ऐसे भविष्य-तैयार नेतृत्व में निवेश कर रहे हैं, जो रणनीति और क्रियान्वयन दोनों में गहरी समझ रखता है। उनकी विशेषज्ञता हमारे क्षेत्रीय विकास को तेज करेगी और दक्षिण भारत में क्लाइंट अनुभव को और बेहतर बनाएगी।”
सुजाता का स्वागत करते हुए हवास मीडिया एवं हवास प्ले इंडिया के सीओओ उदय मोहन ने कहा, “सुजाता रणनीतिक गहराई, क्लाइंट-केंद्रित सोच और परिचालन नेतृत्व का मजबूत संयोजन लेकर आ रही हैं, जो हमारे दक्षिण बाजार के लक्ष्यों के लिए बेहद अहम है। अग्रणी ब्रैंड्स और कैटेगरीज में उनका अनुभव हमारे समाधान को और पैना बनाएगा और ऐसे बाजार में हमारी स्थिति को मजबूत करेगा, जो लगातार जटिल और अवसरों से भरपूर होता जा रहा है। मैं इस विकास यात्रा के अगले अध्याय में उनके साथ काम करने को उत्सुक हूं।”
अपने नए पद को लेकर सुजाता सिंह ने कहा, “हवास मीडिया से जुड़कर मैं उत्साहित हूं, खासतौर पर ऐसे समय में जब नेटवर्क उद्योग में नए मानक स्थापित कर रहा है। मैं हवास विलेज के इंटीग्रेटेड अप्रोच में विश्वास रखती हूं, जो पारंपरिक सोच से आगे बढ़कर हमारे ‘मीनिंगफुल ब्रैंड्स’ के वादे को पूरा करता है। दक्षिण भारत एक बेहद गतिशील बाजार है, और मैं हमारी टीम और क्लाइंट्स के साथ मिलकर ऐसे इनोवेटिव, इनसाइट-आधारित मीडिया समाधान तैयार करने की उम्मीद करती हूं, जो मापने योग्य व्यावसायिक प्रभाव डालें।”
क्या पारंपरिक ऐड सेल्स (ad sales) आज के बदलते प्लेटफॉर्म और बदलती ब्रैंड अपेक्षाओं के दौर में अब भी प्रासंगिक है? यही सवाल e4m रेवेन्यू लीडर्स कॉन्फ्रेंस में इंडस्ट्री के दिग्गजों ने उठाया।
क्या पारंपरिक ऐड सेल्स (ad sales) आज के बदलते प्लेटफॉर्म और बदलती ब्रैंड अपेक्षाओं के दौर में अब भी प्रासंगिक है? यही सवाल e4m रेवेन्यू लीडर्स कॉन्फ्रेंस में इंडस्ट्री के दिग्गजों ने उठाया। चर्चा का मुख्य बिंदु यह था कि किस तरह से आज के बिखरे हुए कंटेंट इकोसिस्टम और सलाहकार भूमिका की अपेक्षा करने वाले ब्रैंड्स के बीच ऐड सेल्स को खुद को कैसे बदलना होगा।
इस पैनल में HT मीडिया ग्रुप के एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर सत्यजीत सेनगुप्ता, ब्रैंडपल्स ग्लोबल की चीफ ग्रोथ ऑफिसर मोना जैन, Yaap के सीनियर पार्टनर मेनन कपूर और मोटोरोला मोबिलिटी (लेनोवो कंपनी) में इंडिया मार्केटिंग लीड (प्रीमियम और फ्लैगशिप फोन्स) लक्ष्य कात्याल शामिल थे। सेशन का संचालन स्नैप इंडिया की हेड ऑफ ऐडवरटाइजिंग सॉल्यूशंस नेहा जॉली सहनी ने किया।
सेशन की शुरुआत करते हुए मोना जैन ने यह स्पष्ट किया कि ऐड सेल्स का दौर खत्म होने की बात अतिशयोक्तिपूर्ण है। उन्होंने कहा, "मुझे नहीं लगता कि ऐड सेल्स खत्म हो गया है। सेल्स प्रोफेशनल वे लोग हैं जो ब्रॉडकास्टर या पब्लिशर का प्रस्ताव क्लाइंट तक पहुंचाते हैं।"
उन्होंने स्वीकार किया कि ब्रैंडेड कंटेंट की भूमिका काफी बढ़ गई है और अब सेल्स केवल एफसीटी बेचने या रेट नेगोशिएट करने तक सीमित नहीं है। उन्होंने कहा, "आज के मार्केटर अपेक्षा करते हैं कि आप केवल पहुंच और इंप्रेशंस से आगे बढ़कर उनके साथ भावनात्मक और सांस्कृतिक स्तर पर जुड़ने वाले समाधान दें। सेल्स प्रोफेशनल को अपने आप को अपडेट करना होगा।"
मोना ने यह भी बताया कि किस तरह कंटेंट का इस्तेमाल कई प्लेटफॉर्म पर फैल चुका है, जिसमें टीवी, ओटीटी, यूट्यूब आदि शामिल हैं। उन्होंने कहा, "आज का उपभोक्ता बेचैन है, उसे कुछ भी आसानी से नहीं बेचा जा सकता। प्रतियोगिता बहुत बढ़ गई है। ऐसे में ब्रैंड्स को इमोशनल कनेक्शन बनाना होगा।"
उन्होंने कहा कि इसके लिए सेल्स प्रोफेशनल्स को क्लाइंट के ब्रैंड, सेगमेंट, जियोग्राफी और ऑडियंस की गहरी समझ होनी चाहिए। उन्होंने आगे कहा, "आज क्लाइंट चाहता है कि सेल्सपर्सन उसके साथ इंटेलेक्चुअल बातचीत कर सके, नहीं तो वह किसी और को मौका देगा।"
सत्यजीत सेनगुप्ता ने भी इस बात से सहमति जताई कि ऐड सेल्स खत्म होने की बात जल्दबाजी है। उन्होंने कहा, "मैंने 90 के दशक से ऐड सेल्स में काम किया है और हमारी 90-95% कमाई अब भी सीधे विज्ञापन से ही होती है।"
उन्होंने माना कि प्रोफेशन में बदलाव आया है। उन्होंने कहा, "20 साल पहले हम खुद को 'ब्रैंड सॉल्यूशन पार्टनर' कहने लगे थे, लेकिन असली फर्क टाइटल से नहीं, समझ से पड़ता है कि ब्रैंड सॉल्यूशन का असली मतलब क्या है।"
उन्होंने एक वाकया साझा किया, "हाल ही में मुंबई में एक नॉन-एडवरटाइजर से मिलने पर उसने सबसे पहले कहा, 'आपकी लैंग्वेज बदल गई है।' यही असल फर्क है। जब तक आप CMO से उसी भाषा में बात नहीं करेंगे, उसे मूल्य नहीं दिखेगा।"
उन्होंने निष्कर्ष में कहा, "तीन बातों का संतुलन बनाना जरूरी है- मार्केटर की समस्या, हमारे प्रोडक्ट्स और मार्केट इनसाइट्स। यदि आप इन्हें जोड़ देंगे, तो सही समाधान मिलेगा।"
बातचीत आगे बढ़ी तो चर्चा क्रिएटर-आधारित कैंपेन और विज्ञापनदाताओं व प्लेटफॉर्म के बीच बढ़ती दूरी की तरफ मुड़ी।
याॅप के मेनन कपूर ने कहा, "कंटेंट कंजम्प्शन का फॉर्मेट बदल गया है। पहले एक ad तीन से छह महीने तक चल जाती थी। आज 'तीन सेकंड रूल' लागू हो गया है। लोग सेकंडों में कंटेंट खा जाते हैं।"
उन्होंने आगे कहा, "10% लोग शायद इस वक्त भी reels देख रहे होंगे। भारत में हर तरह का कंटेंट देखा जाता है, यहां तक कि क्रिंज कंटेंट भी।"
उन्होंने यह भी कहा कि वाइरालिटी का पीछा करना गलत है। "अच्छा कंटेंट वही है जो आपके ब्रैंड के साथ लंबे समय तक जुड़ता है। केवल जो लोग देखना चाहें, वही कंटेंट मायने रखता है।"
मोना जैन ने छोटे बाजारों में राष्ट्रीय ब्रैंड्स की चुनौतियों की बात की। उन्होंने कहा, "कई ब्रैंड सोचते हैं कि स्थानीय भाषा या रीजनल इन्फ्लुएंसर से वे जुड़ जाएंगे, लेकिन हमारी स्टडी बताती है कि स्थानीय ब्रैंड्स का दशकों पुराना भावनात्मक जुड़ाव उन्हें आगे रखता है।"
उन्होंने कहा, "कई बार बड़े बजट होने के बावजूद राष्ट्रीय ब्रैंड स्थानीय ब्रैंड्स की बराबरी नहीं कर पाते, जब तक कि वे स्थानीय हीरो के साथ क्रिएटिव और नेचुरल स्टोरीटेलिंग नहीं करते।"
मोना जैन ने बताया कि अब ब्रैंड मुख्य रूप से प्रभाव को मापने की मांग कर रहे हैं। उन्होंने कहा, "अधिकतर ब्रीफ अब ब्रैंड लिफ्ट स्टडी, ब्रैंड पर्सेप्शन और कंटेंट एसोसिएशन पर आधारित होते हैं।"
उन्होंने बताया, "यह डेटा अब sales टीम के लिए हथियार बन गया है। अब केवल impressions बेचने का जमाना नहीं रहा, बल्कि ब्रैंड सेंटिमेंट और इमोशनल कनेक्शन बनाना पड़ता है।"
मोना जैन ने कहा, "आज सेल्सपर्सन को डेटा को समझने और इंटरप्रेट करने में माहिर होना पड़ेगा और मार्केटर की भाषा बोलनी होगी। तभी असली एंगेजमेंट बनेगा।"
बातचीत आगे बढ़ी कि किस तरह ब्रैंड्स को युवा और बिखरी हुई ऑडियंस तक पहुंचने के लिए अपने प्लेटफॉर्म, फॉर्मेट और मैसेजिंग में बदलाव करने होंगे।
सत्यजीत सेनगुप्ता ने बताया, "एचटी मीडिया के पास चार मजबूत प्लेटफॉर्म हैं- प्रिंट, डिजिटल, ऑडियो और ऑन-ग्राउंड एक्टिवेशन। हमारा रेडियो चैनल फीवर आज भारत का सबसे बड़ा पॉडकास्ट नेटवर्क है।"
उन्होंने ऑडियंस बिहेवियर का विश्लेषण करते हुए कहा, "लोगों की लाइफ स्टेज के अनुसार कंटेंट प्राथमिकता बदलती है। जैसे ही वे करियर में आते हैं, न्यूज और बिजनेस पढ़ना शुरू कर देते हैं।"
उन्होंने Mint जैसे ब्रैंड्स का उदाहरण दिया जो कॉलेजों में रेकमेंड किए जा रहे हैं।
उन्होंने युवा ऑडियंस को जोड़ने के लिए PACE और Hindustan Olympiad जैसी पहलों का जिक्र किया, जो हर साल 6 लाख से ज्यादा छात्रों तक पहुंचती है।
उन्होंने बताया, "हम '5C फ्रेमवर्क' का पालन करते हैं- Context, Connect, Create, Communicate और Calibrate। हर बार किसी भी ऑडियंस, खासकर युवा ऑडियंस तक जाने से पहले इन पांच स्टेप्स को फॉलो करते हैं।"
मेनन कपूर ने डिजिटल कैंपेन में क्रिएटिविटी और परफॉर्मेंस को संतुलित करने की जरूरत पर जोर दिया। उन्होंने कहा, "यदि आप क्रिएटिविटी और परफॉर्मेंस को अलग मानेंगे तो नतीजे नहीं मिलेंगे, लेकिन पार्टनर बनाकर काम करेंगे तो शानदार रिजल्ट मिलेंगे।"
उन्होंने कहा, "कंटेंट क्वालिटी सीधे ad revenue को प्रभावित करती है। यदि कंटेंट अच्छा नहीं है तो चाहे कितना भी बजट लगा लो, काम नहीं करेगा।"
उन्होंने क्रिएटिव इन्वेस्टमेंट को भी महत्वपूर्ण बताया। "कई बार क्लाइंट केवल मीडिया पर ध्यान देते हैं, लेकिन रिपोर्ट खराब आने पर वे प्लेटफॉर्म को दोषी ठहराते हैं, न कि क्रिएटिव को।"
लक्ष्य कात्याल ने प्रीमियम प्रोडक्ट्स के लिए मार्केटिंग में ऑडियंस सेगमेंटेशन और स्टोरीटेलिंग की बात की। उन्होंने कहा, "जैसे Hyundai Creta और Creta N Line का एक जैसा ट्रीटमेंट नहीं हो सकता, वैसे ही Motorola H60 और H60 Ultra का भी नहीं हो सकता।"
लक्ष्य ने कहा, "प्रीमियम कंज्यूमर केवल फीचर्स नहीं, बल्कि स्टाइल और इमोशन खरीदता है।" उन्होंने कहा, "कंटेंट को शुरू से एंड-टू-एंड सोचना होगा। हाई-डेफिनिशन वर्टिकल फॉर्मेट, CTV, एयरपोर्ट टचप्वाइंट आदि का भी ध्यान रखना होगा।"
इन्फ्लुएंसर मार्केटिंग पर लक्ष्य ने कहा, "अब केवल स्क्रिप्ट देने का जमाना नहीं रहा, बल्कि ब्रैंड और इन्फ्लुएंसर मिलकर कंटेंट क्रिएट करें तो वह ज्यादा असरदार होता है।"
अंत में उन्होंने कहा, "प्रीमियम पोजिशनिंग के लिए कंटेंट एंगेजमेंट में भी बदलाव करना होगा। केवल टेक्नोलॉजी की बातें करते रहने से ऑडियंस बोर हो जाएगी। AI आधारित टूल्स, QR इंटीग्रेशन और CTV जैसे इंटरैक्टिव टूल्स से जुड़ाव और वैल्यू दोनों मिलती है।"