‘NDTV’ पहुंचे वरिष्ठ पत्रकार सुबोध सिंह, निभाएंगे यह बड़ी जिम्मेदारी

गौरतलब है कि समाचार4मीडिया ने विश्वसनीय सूत्रों के हवाले से कुछ दिन पहले ही खबर दी थी कि सुबोध सिंह जल्द ही ‘एनडीटीवी’ की टीम में शामिल हो सकते हैं।

Last Modified:
Tuesday, 12 August, 2025
Subodh Singh NDTV


वरिष्ठ पत्रकार सुबोध सिंह ‘एनडीटीवी’ (NDTV) की टीम में शामिल हो गए हैं। उन्हें ‘एनडीटीवी इंडिया’ (NDTV India) में सीनियर एग्जिक्यूटिव एडिटर के पद पर जिम्मेदारी सौंपी गई है।

गौरतलब है कि समाचार4मीडिया ने विश्वसनीय सूत्रों के हवाले से कुछ दिन पहले ही खबर दी थी कि सुबोध सिंह जल्द ही ‘एनडीटीवी’ की टीम में शामिल हो सकते हैं।

यह भी पढ़ें: सुबोध सिंह ने ‘Zee News’ को बोला बाय, जल्द जुड़ सकते हैं इस चैनल से

बता दें कि सुबोध सिंह ने कुछ समय पहले ही ‘जी मीडिया’ (Zee Media) में अपनी पारी को विराम दे दिया था। वह इस समूह के हिंदी न्यूज चैनल ‘जी न्यूज’ (Zee News) में आउटपुट हेड के पद पर अपनी जिम्मेदारी निभा रहे थे। उन्हें पिछले साल ही इस पद पर प्रमोट किया गया था। इससे पहले वह करीब दो साल से यहां सीनियर एग्जिक्यूटिव प्रड्यूसर के पद पर अपनी जिम्मेदारी निभा रहे थे। यह इस मीडिया समूह के साथ उनकी तीसरी पारी थी।

मूल रूप से देवरिया (उत्तर प्रदेश) के रहने वाले सुबोध सिंह को मीडिया में काम करने का करीब 26 साल का अनुभव है। वह कई न्यूज चैनल्स की लॉन्चिंग टीम का हिस्सा रहे हैं।

सुबोध सिंह ने मीडिया में अपने करियर की शुरुआत वर्ष 1999 में ‘जी न्यूज’ से ही की थी। इसके बाद वह यहां से अलविदा बोलकर ‘सहारा’ से जुड़ गए और उसकी लॉन्चिंग टीम में शामिल रहे। इसके बाद यहां से वह ‘आजतक’ चले गए और करीब 17 साल तक वहां अपनी जिम्मेदारी निभाई।

बाद में वर्ष 2019 में ‘आजतक’ से अलग होकर वह दोबारा ‘जी न्यूज’ आ गए और करीब दो साल तक यहां कार्यरत रहे। फिर वह टाइम्स समूह में चले गए और ‘टाइम्स नाउ नवभारत’ की लॉन्चिंग टीम का हिस्सा रहे और एक साल बाद फिर ‘जी न्यूज’ आ गए। ‘जी न्यूज’ के साथ उनकी यह तीसरी पारी थी, जहां से उन्होंने हाल ही में इस्तीफा दे दिया था और अब ‘एनडीटीवी’ के साथ अपना नया सफर शुरू किया है।

पढ़ाई-लिखाई की बात करें तो सुबोध सिंह ने इलाहाबाद विश्वविद्यालय से पोस्ट ग्रेजुएशन किया है। इसके अलावा उन्होंने दिल्ली स्थित ‘इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मास कम्युनिकेशन’ (IIMC) से पत्रकारिता की पढ़ाई की है।

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वरिष्ठ पत्रकार प्रियदर्शन की ‘Zee News’ में वापसी, हुआ जोरदार स्वागत

मीडिया इंडस्ट्री में पीडी के नाम से फेमस प्रियदर्शन ने यहां पर एडिटर (आउटपुट) के पद पर जॉइन किया है। वह यहां आउटपुट हेड की जिम्मेदारी संभालेंगे।

Last Modified:
Saturday, 16 August, 2025
PD

वरिष्ठ पत्रकार प्रियदर्शन की ‘जी न्यूज’ (Zee News) में वापसी हुई है। मीडिया इंडस्ट्री में पीडी के नाम से फेमस प्रियदर्शन ने यहां पर एडिटर (आउटपुट) के पद पर जॉइन किया है। वह यहां आउटपुट हेड की जिम्मेदारी संभालेंगे। ‘जी न्यूज’ में प्रियदर्शन की यह दूसरी पारी है। पूर्व में भी वह यहां अपनी भूमिका निभा चुके हैं। ‘जी न्यूज’ में वापसी पर न्यूज रूम में प्रियदर्शन का जोरदार स्वागत किया गया।

‘जी न्यूज’ में अपनी नई पारी से पहले प्रियदर्शन ‘टीवी9 भारतवर्ष’ में करीब पांच साल से कार्यरत थे और बतौर एडिटर (आउटपुट) अपनी जिम्मेदारी संभाल रहे थे।

बता दें कि समाचार4मीडिया ने विश्वसनीय सूत्रों के हवाले से हाल ही में खबर दी थी कि प्रियदर्शन जल्द ही ‘जी न्यूज’ में शामिल हो सकते हैं। अब इस खबर पर आधिकारिक रूप से मुहर लग गई है।

यह भी पढ़ें: वरिष्ठ पत्रकार प्रियदर्शन ने ‘टीवी9 भारतवर्ष’ को बोला बाय, जल्द जुड़ सकते हैं इस चैनल से

मूल रूप से बिहार के रहने वाले प्रियदर्शन को मीडिया में काम करने का करीब ढाई दशक का अनुभव है। प्रियदर्शन पूर्व में ‘इंडिया टीवी’ (India TV) और ‘आजतक’ (AajTak) जैसे प्रतिष्ठित मीडिया संस्थानों में भी अपनी जिम्मेदारी संभाल चुके हैं। पढ़ाई लिखाई की बात करें तो उन्होंने इलाहाबाद विश्वविद्यालय से पोस्ट ग्रेजुएशन किया है।

गौरतलब है कि इससे पहले ‘जी न्यूज’ (Zee News) में आउटपुट हेड की भूमिका निभा रहे वरिष्ठ पत्रकार सुबोध सिंह ने पिछले दिनों यहां से इस्तीफा देकर ‘एनडीटीवी’ (NDTV) जॉइन कर लिया है।

समाचार4मीडिया की ओर से प्रियदर्शन को उनकी नई पारी के लिए ढेरों बधाई और शुभकामनाएं।

न्यूज रूम में प्रियदर्शन के स्वागत की तस्वीरें आप यहां देख सकते हैं।

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स्थानीय भाषा को मिला मंच: दूरदर्शन भुवनेश्वर से प्रसारित हुआ पहला संबलपुरी न्यूज बुलेटिन

दूरदर्शन केंद्र (डीडीके) भुवनेश्वर की रीजनल न्यूज यूनिट (आरएनयू) ने शुक्रवार को अपनी पहली संबलपुरी भाषा में न्यूज बुलेटिन की शुरुआत की।

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Saturday, 16 August, 2025
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दूरदर्शन केंद्र (डीडीके) भुवनेश्वर की रीजनल न्यूज यूनिट (आरएनयू) ने शुक्रवार को अपनी पहली संबलपुरी भाषा में न्यूज बुलेटिन की शुरुआत की। पहली संबलपुरी न्यूज बुलेटिन का प्रसारण 79वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर पश्चिमी ओडिशा से आमंत्रित कई प्रमुख अतिथियों की उपस्थिति में शुरू हुआ।

डीडीके भुवनेश्वर के अधिकारियों के अनुसार, यह रीजनल न्यूज बुलेटिन पश्चिमी ओडिशा और संबलपुरी भाषा के विकास पर विशेष ध्यान केंद्रित करेगा।

गौरतलब है कि डीडीके और प्रसार भारती ने इससे पहले संबलपुरी, संथाली और देशिया भाषाओं में रीजनल न्यूज बुलेटिन शुरू करने की घोषणा की थी, ताकि इन बोलियों को प्रोत्साहन और व्यापक पहुंच मिल सके।

मीडिया रिपोर्टर्स के मुताबिक, पहला बुलेटिन सुबह 11 बजे डीडी ओड़िया पर प्रसारित किया गया और साथ ही डीडी न्यूज ओड़िया के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर लाइव-स्ट्रीम भी किया गया।

उद्घाटन बुलेटिन में भारत और ओडिशा भर में स्वतंत्रता दिवस समारोह को प्रमुखता से दिखाया गया, जिसमें पश्चिमी ओडिशा की विशेष कवरेज शामिल रही, जहां संबलपुरी भाषा व्यापक रूप से बोली जाती है।

इस महत्वपूर्ण शुरुआत को चिह्नित करने के लिए दूरदर्शन केंद्र भुवनेश्वर में एक औपचारिक कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता दूरदर्शन भुवनेश्वर के उप महानिदेशक (ई) नरसिंहा जेठी ने की। कार्यक्रम में दूरदर्शन भुवनेश्वर, आकाशवाणी कटक और प्रेस सूचना ब्यूरो (पीआईबी) भुवनेश्वर के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।

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साक्षी टीवी की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने आंध्र प्रदेश सरकार को जारी किया नोटिस

सुप्रीम कोर्ट ने 'साक्षी टीवी' की ओर से दायर याचिका पर नोटिस जारी किया, जिसमें आंध्र प्रदेश सरकार पर लोकसभा चुनावों के बाद उसके खिलाफ “निशाना बनाकर की गई कार्रवाई” करने का आरोप लगाया गया है।

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Saturday, 16 August, 2025
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सुप्रीम कोर्ट ने हाल ही में टेलीविजन न्यूज चैनल 'साक्षी टीवी' (Sakshi TV) की ओर से दायर याचिका पर नोटिस जारी किया, जिसमें आंध्र प्रदेश सरकार पर जून 2024 के लोकसभा चुनावों के बाद उसके खिलाफ “निशाना बनाकर की गई कार्रवाई” करने का आरोप लगाया गया है।

न्यायमूर्ति पी. एस. नरसिम्हा की अध्यक्षता वाली पीठ ने आंध्र प्रदेश सरकार से इस आरोप पर जवाब मांगा है। चैनल की ओर से अधिवक्ता महफूज ए. नाजकी ने कहा कि उसे “लगातार, अवैध और लक्षित कार्रवाई” का सामना करना पड़ा है, जिसका उद्देश्य उसकी स्वतंत्र संपादकीय आवाज को दबाना है।

याचिका में कहा गया है कि “सरकार बदलने के तुरंत बाद याचिकाकर्ता के चैनल का प्रसारण आंध्र प्रदेश स्टेट फाइबरनेट लिमिटेड (APSFL) (जो एक राज्य-स्वामित्व वाला डिस्ट्रीब्यूशन प्लेटफॉर्म है) द्वारा बिना किसी नोटिस या स्पष्टीकरण के अचानक बंद कर दिया गया। इसके बाद, राज्य और उसके अधिकारियों की ओर से दी गई धमकियों के चलते लगभग सभी प्रमुख मल्टी सिस्टम ऑपरेटर्स (MSOs) ने भी चैनल का प्रसारण रोक दिया। नतीजतन, याचिकाकर्ता का चैनल आंध्र प्रदेश भर में प्रभावी रूप से ब्लैकआउट हो गया।”

याचिका के अनुसार, राज्य में काम कर रहे सभी MSOs का कुल ग्राहक आधार लगभग 51.56 लाख है। इनमें से 40.55 लाख से अधिक ग्राहकों को सेवा देने वाले MSOs (जो लगभग 80% मार्केट का प्रतिनिधित्व करते हैं) को पहले ही राज्य और उसके अधिकारियों के दबाव में चैनल को ब्लॉक करने के लिए मजबूर किया गया। शेष MSOs, जिनका ग्राहक आधार अपेक्षाकृत छोटा है, वे भी “सक्रिय और बढ़ते खतरे” के अधीन हैं, जिससे यह स्पष्ट है कि उद्देश्य चैनल का पूर्ण ब्लैकआउट करना है।

याचिका में कहा गया है कि राज्य की कार्रवाइयां, जो धमकियों और बुनियादी सेवाओं से वंचित करने के जरिए लागू की गईं, मीडिया की स्वतंत्रता पर ठंडा प्रभाव डालती हैं।

टीवी चैनल ने अदालत से मांग की है कि उसके प्रसारण को आंध्र प्रदेश में सभी प्लेटफॉर्म्स पर बहाल किया जाए। 

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टीवी रेटिंग्स सुधार पर सूचना-प्रसारण मंत्रालय से जवाब तलब करेगी संसद

संसद 20 अगस्त को भारत के टेलीविजन रेटिंग फ्रेमवर्क की स्थिति पर सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय (MIB) से सवाल करने वाली है, जहां कई सांसदों ने सुधारों पर स्पष्टता की मांग की है।

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Saturday, 16 August, 2025
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संसद 20 अगस्त को भारत के टेलीविजन रेटिंग फ्रेमवर्क की स्थिति पर सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय (MIB) से सवाल करने वाली है, जहां कई सांसदों ने सुधारों पर स्पष्टता की मांग की है।

यह कदम ऐसे समय में उठाया जा रहा है जब MIB ने टेलीविजन रेटिंग मार्केट को कई एजेंसीज के लिए खोलने का निर्णय लिया है। कुछ सांसदों ने कथित तौर पर इस बात को रेखांकित किया है कि TRP-केंद्रित मॉडल अब भी "सनसनीखेज कंटेंट को बढ़ावा देगा"।

भारत में कई टेलीविजन रेटिंग एजेंसीज को अनुमति देने के सूचना-प्रसारण मंत्रालय के प्रस्ताव ने प्रसारण और विज्ञापन इंडस्ट्री में सतर्क प्रतिक्रियाएं पैदा की हैं।

जहां 2 जुलाई को जारी किए गए मसौदा नीति का उद्देश्य प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा देना और मापन मानकों का आधुनिकीकरण करना है, वहीं कई वरिष्ठ हितधारकों ने इसके वित्तपोषण को लेकर चिंता जताई है।

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क्या ‘NDTV’ छोड़ रही हैं सीनियर टीवी जर्नलिस्ट मारिया शकील?

मारिया शकील ने अगस्त 2023 में NDTV समूह के अंग्रेजी न्यूज चैनल NDTV 24x7 में बतौर एग्जिक्यूटिव एडिटर (नेशनल अफेयर्स) जॉइन किया था।

Last Modified:
Thursday, 14 August, 2025
Marya Shakil.

बेहतरीन प्रस्तुति, दमदार आवाज़ और अनोखी शैली से अपनी अलग पहचान गढ़ चुकीं सीनियर न्यूज एंकर मारिया शकील को लेकर इन दिनों मीडिया जगत में कयासों का दौर तेज है। चर्चा है कि वह जल्द ही NDTV को अलविदा कह सकती हैं। हालांकि इस पर अब तक कोई आधिकारिक मुहर नहीं लगी है

बता दें कि मारिया शकील ने अगस्त 2023 में NDTV समूह के अंग्रेजी न्यूज चैनल NDTV 24x7 में बतौर एग्जिक्यूटिव एडिटर (नेशनल अफेयर्स) जॉइन किया था। उस समय यह कदम उनके लंबे और सफल पत्रकारिता करियर का एक नया अध्याय माना गया था।

NDTV से पहले, वह करीब 18 साल तक CNN-News18 से जुड़ी रहीं और वहां सीनियर पॉलिटिकल एडिटर एवं स्पेशल ब्यूरो चीफ की जिम्मेदारी संभाली। 2005 में वहीं से करियर की शुरुआत करते हुए उन्होंने देश की बड़ी राजनीतिक घटनाओं की फ्रंटलाइन कवरेज की और तमाम दिग्गज नेताओं के एक्सक्लूसिव इंटरव्यू किए।

पत्रकारिता में उल्लेखनीय योगदान के लिए मारिया शकील को ‘रामनाथ गोयनका’ अवॉर्ड से सम्मानित किया जा चुका है। उनके शो ‘NewsEpicentre’ को प्रतिष्ठित ‘एक्सचेंज4मीडिया न्यूज ब्रॉडकास्टिंग अवॉर्ड्स’ (enba) समेत कई पुरस्कार मिल चुके हैं। वर्ष 2016 में वह शेवेनिंग साउथ एशिया जर्नलिज्म फेलोशिप भी जीत चुकी हैं।

मूल रूप से बिहार की रहने वाली मारिया शकील ने दिल्ली की जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी से मास कम्युनिकेशन में पोस्ट ग्रेजुएशन किया है।

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NDTV में प्रकरण तिवारी की एंट्री, बने चीफ एग्जिक्यूटिव प्रड्यूसर

NDTV ने अपने लीडरशिप टीम में एक अहम जोड़ करते हुए प्रकरण तिवारी, जिन्हें लोग प्यार से ‘प्रैक्स’ के नाम से जानते हैं, को NDTV प्रॉफिट और NDTV मराठी के लिए चीफ एग्जिक्यूटिव प्रड्यूसर नियुक्त किया है।

Last Modified:
Wednesday, 13 August, 2025
PrakaranTiwari4512

NDTV ने अपने लीडरशिप टीम में एक अहम जोड़ करते हुए प्रकरण तिवारी, जिन्हें लोग प्यार से ‘प्रैक्स’ के नाम से जानते हैं, को NDTV प्रॉफिट और NDTV मराठी के लिए चीफ एग्जिक्यूटिव प्रड्यूसर नियुक्त किया है। यह कदम नेटवर्क के मौजूदा ट्रांसफॉर्मेशन फेज में एक महत्वपूर्ण बदलाव माना जा रहा है।

दो दशक से अधिक का अनुभव रखने वाले तिवारी ने न्यूज ब्रॉडकास्टिंग, प्रॉडक्शन स्ट्रैटेजी और स्टूडियो इनोवेशन के क्षेत्र में भारत के मीडिया परिदृश्य को आकार देने में अहम भूमिका निभाई है। CNBC-TV18 में रहते हुए उन्होंने देश के पहले बिजनेस न्यूज चैनल के लॉन्च में मुख्य योगदान दिया, नौ अत्याधुनिक स्टूडियो तैयार किए और 50 से अधिक शो व 1,000 से ज्यादा वीडियो का निर्माण किया। उनका अनुभव एडिटोरियल, प्रोडक्शन और लीडरशिप के सभी पहलुओं को कवर करता है, जिसमें बड़े टीमों का प्रबंधन और न्यूजरूम ऑपरेशंस को स्केल करना शामिल है।

Moneycontrol.com में उन्होंने प्लेटफॉर्म की मल्टीमीडिया कंटेंट स्ट्रैटेजी को दिशा दी, डिजिटल-फर्स्ट फॉर्मेट्स को आगे बढ़ाया और विजुअल स्टोरीटेलिंग की पहुंच को विस्तार दिया। हाल ही में, वह IPL और क्रिकेट वर्ल्ड कप जैसे बड़े खेल आयोजनों की कवरेज का नेतृत्व कर चुके हैं, साथ ही CMT Association के लिए ग्लोबल वीडियो और सोशल मीडिया स्ट्रैटेजी भी संभाली है। वह COP28, दुबई के प्रॉडक्शन टीम का हिस्सा रहे और भारत की प्रमुख ब्रोकरेज व म्यूचुअल फंड कंपनियों के लिए कंटेंट स्टूडियो तैयार किए हैं।

उनकी नियुक्ति को NDTV की इस प्रतिबद्धता से जोड़ा जा रहा है कि नेटवर्क अब और भी तेज, धारदार और आकर्षक कंटेंट देगा- वो भी स्मार्ट सिस्टम्स और इनोवेटिव स्टोरीटेलिंग के साथ, ताकि सभी प्लेटफॉर्म पर दर्शकों तक प्रभावी ढंग से पहुंचा जा सके। 

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वरिष्ठ पत्रकार प्रियदर्शन ने ‘टीवी9 भारतवर्ष’ को बोला बाय, जल्द जुड़ सकते हैं इस चैनल से

मीडिया इंडस्ट्री में पीडी के नाम से फेमस प्रियदर्शन ‘टीवी9 भारतवर्ष’ में करीब पांच साल से कार्यरत थे और बतौर एडिटर (आउटपुट) अपनी जिम्मेदारी संभाल रहे थे।

Last Modified:
Wednesday, 13 August, 2025
Priyadarshan.

वरिष्ठ पत्रकार प्रियदर्शन ने ‘टीवी9 भारतवर्ष’ (TV9 Bharatvarsh) में अपनी पारी को विराम दे दिया है। मीडिया इंडस्ट्री में पीडी के नाम से फेमस प्रियदर्शन इस संस्थान में करीब पांच साल से कार्यरत थे और बतौर एडिटर (आउटपुट) अपनी जिम्मेदारी संभाल रहे थे।

विश्वसनीय सूत्रों के अनुसार, प्रियदर्शन जल्द ही ‘जी मीडिया’ (Zee Media) में अपनी नई पारी की शुरुआत करने जा रहे हैं। खबर है कि वह यहां पर बतौर एडिटर (आउटपुट) अपनी भूमिका निभाएंगे। हालांकि, आधिकारिक रूप से अभी इस खबर पर मुहर लगनी बाकी है।

मूल रूप से बिहार के रहने वाले प्रियदर्शन को मीडिया में काम करने का करीब ढाई दशक का अनुभव है। प्रियदर्शन पूर्व में ‘न्यूज24’ (News 24), ‘इंडिया टीवी’ (India TV) और ‘आजतक’ (AajTak) जैसे प्रतिष्ठित मीडिया संस्थानों के अलावा ‘जी न्यूज’ (Zee News) में भी अपनी जिम्मेदारी संभाल चुके हैं। पढ़ाई लिखाई की बात करें तो उन्होंने इलाहाबाद विश्वविद्यालय से पोस्ट ग्रेजुएशन किया है।

बता दें कि इससे पहले ‘जी न्यूज’ (Zee News) में आउटपुट हेड की भूमिका निभा रहे वरिष्ठ पत्रकार सुबोध सिंह ने पिछले दिनों यहां से इस्तीफा देकर ‘एनडीटीवी’ (NDTV) जॉइन कर लिया है।

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सैयद सुहेल ने ‘रिपब्लिक भारत’ को बोला बाय, जल्द इस चैनल पर आ सकते हैं नजर

सैयद सुहेल ‘रिपब्लिक भारत’ के लोकप्रिय प्राइम टाइम शो ‘ये भारत की बात है’ (Yeh Bharat Ki Baat Hai) को होस्ट करते थे।

Last Modified:
Tuesday, 12 August, 2025
Syed Suhail

वरिष्ठ पत्रकार और सीनियर न्यूज एंकर सैयद सुहेल ने ‘रिपब्लिक मीडिया नेटवर्क’ (Republic Media Network) को बाय बोल दिया है। वह इस नेटवर्क के साथ बतौर सीनियर एडिटर और एंकर करीब साढ़े छह साल से जुड़े हुए थे और इस समूह के हिंदी न्यूज चैनल ‘रिपब्लिक भारत’ के लोकप्रिय प्राइम टाइम शो ‘ये भारत की बात है’ (Yeh Bharat Ki Baat Hai) को होस्ट करते थे।

समाचार4मीडिया से बातचीत में सैयद सुहेल ने अपने इस्तीफे की पुष्टि करते हुए कहा कि यह शो पिछले तीन साल से रात 9 बजे के स्लॉट में नंबर-1 था। हालांकि, अपने नए सफर के बारे में फिलहाल उन्होंने कुछ भी बताने से इनकार किया है।

विश्वसनीय सूत्रों के अनुसार, वह जल्द ही ‘एनडीटीवी’ (NDTV) की टीम में बतौर सीनियर एग्जिक्यूटिव एडिटर शामिल हो सकते हैं और उन्हें रात नौ बजे के शो की जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है। हालांकि, आधिकारिक तौर पर फिलहाल इस खबर की पुष्टि नहीं हो सकी है।

मूल रूप से कानपुर के रहने वाले सैयद सुहेल को मीडिया में काम करने का करीब 19 साल का अनुभव है। मीडिया के क्षेत्र में अपने करियर की शुरुआत उन्होंने ‘जैन टीवी’ से की थी। इसके बाद वह ‘न्यूज 24’ (News 24) और ‘न्यूज नेशन’ (News Nation) जैसे प्रतिष्ठित मीडिया संस्थानों में भी अपनी भूमिका निभा चुके हैं।  

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डिजिटल दौर की नई राह: जानिए, कैसे CTV बदल रहा है मीडिया का चेहरा

भारत में ब्रैंड रणनीतियों में कनेक्टेड टीवी (CTV) का महत्व पहले सिर्फ किनारे या सहायक भूमिका में था, लेकिन अब यह धीरे-धीरे मार्केटिंग चर्चाओं के मुख्य केंद्र में आ रहा है।

Last Modified:
Tuesday, 12 August, 2025
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भारत में ब्रैंड रणनीतियों में कनेक्टेड टीवी (CTV) का महत्व पहले सिर्फ किनारे या सहायक भूमिका में था, लेकिन अब यह धीरे-धीरे मार्केटिंग चर्चाओं के मुख्य केंद्र में आ रहा है। हाल ही में बेंगलुरु में हुए e4m और Teads कस्टम राउंडटेबल (CRT) में यह बदलाव साफ दिखाई दिया, जहां देश के बड़े मार्केटर्स और मीडिया प्रोफेशनल्स ने एक साथ बैठकर चर्चा की कि CTV कैसे दर्शकों से जुड़ने के तरीकों, ब्रैंड बनाने की प्रक्रिया और विज्ञापन कैंपेंस की सफलता को मापने के तरीकों को बदल रहा है और इसे पूरी क्षमता तक पहुंचाने के लिए क्या करना होगा।

“Navigating the Digital Tide: How CTV is Reshaping Media” शीर्षक वाले इस सत्र में इंटरएक्टिव एवेन्यूज की एग्जिक्यूटिव वाइस प्रेसिडेंट अपर्णा तडिकोंडा, Teads इंडिया की डायरेक्टर (एंटरप्राइज सॉल्यूशंस) ऋद्धि पिमपुटकर, थॉटवर्क्स की ग्लोबल लीड- पेड मीडिया और डिजिटल ऐडवर्टाइजिंग अनुश्री तापुरिया, अजीओ के ब्रैंड मार्केटिंग हेड अभिनव नारायण, आईटीसी के मीडिया बायर दीपक कुमार, टाइटन में मीडिया व पीआर के  ग्रुप मैनेजर सौरभ त्यागी, होमसेंटर-लाइफस्टाइल की एवीपी (HOM) शिखा मजूमदार, निसिन फूड्स के मार्केटिंग हेड वरुण ओबेरॉय और मुथूट फिनकॉर्प वन की एजीएम और लीड (ग्रोथ) आयुषी सिंह शामिल रहे।

रीच और प्रासंगिकता का संतुलन

चर्चा में शुरुआती मुद्दों में से एक पारंपरिक टीवी और CTV के बदलते रिश्ते पर केंद्रित था। मार्केटर्स का मानना था कि भले ही लीनियर टीवी अभी भी बड़े पैमाने पर रीच (दर्शकों तक पहुंच) देता है, लेकिन दर्शक तेजी से डिजिटल प्लेटफॉर्म्स की ओर बढ़ रहे हैं। असली चुनौती है कि सीमित बजट को कहां लगाया जाए- टीवी की व्यापक लेकिन घटती रीच में या CTV के छोटे, प्रीमियम और अधिक जुड़ाव वाले दर्शक वर्ग में।

प्रतिभागियों ने माना कि CTV पारंपरिक टीवी की तुलना में कई फायदे देता है- जैसे सटीक टार्गेटिंग, इमर्सिव स्टोरीटेलिंग फॉर्मेट और मीजरमेंट एंगेजमेंट। खासकर उन कैटेगरीज में, जो बहुत चुनिंदा (niche) या उच्च मूल्य वाले (high-value) ग्राहकों को टार्गेट करती हैं, वहां CTV के जरिए ब्रैंड को दर्शकों के मन में याद रखने की क्षमता और खरीद में बदलने की दर पहले ही पारंपरिक टीवी से बेहतर हो गई है।

फिर भी अपनाने में सावधानी बरती जा रही है। अधिकांश मार्केटर्स CTV को टीवी का पूरक मानते हैं, न कि विकल्प। निर्णय अक्सर ऑडियंस के आकार और कैंपेन उद्देश्यों पर निर्भर करता है। जो ब्रैंड लाखों टार्गेटेड उपभोक्ताओं तक पहुंचना चाहते हैं, उनके लिए CTV अधिक कुशल है, जबकि करोड़ों लोगों तक पहुंच के लिए टीवी अभी भी लागत-प्रभावी माध्यम है। मौसम, उत्पाद प्रकार और खरीदारी में उपभोक्ता की संलिप्तता भी मिश्रण तय करते हैं। एक प्रतिभागी के अनुसार, प्लेटफॉर्म का चुनाव हमेशा सीधा विकल्प नहीं होता- टीवी मास अवेयरनेस बना सकता है, जबकि CTV पर्सनलाइजेशन और गहरे जुड़ाव के साथ बेहतर परफॉर्मेंस मीट्रिक्स देता है।

स्क्रीन्स पर एकरूपता की जरूरत

राउंडटेबल में एक और अहम मुद्दा था क्रॉस-प्लेटफॉर्म एकरूपता। अब उपभोक्ता केवल एक डिवाइस तक सीमित नहीं हैं, वे CTV, मोबाइल, डेस्कटॉप और पारंपरिक मीडिया के बीच आसानी से स्विच करते हैं। यह जुड़ा हुआ व्यवहार मांग करता है कि मार्केटर्स सभी टचपॉइंट्स पर एक समान ब्रैंड संदेश बनाए रखें।

वक्ताओं ने एक सामान्य फुल-फनल अप्रोच का जिक्र किया, टॉप-ऑफ-फनल स्टोरीटेलिंग के लिए CTV, मोबाइल पर रीटार्गेटिंग, मिड-फनल एंगेजमेंट के लिए इन्फ्लुएंसर्स/क्रिएटर्स, और अंत में उपभोक्ताओं को मार्केटप्लेस या ब्रैंड वेबसाइट की ओर ले जाना। इस तरह, हर चैनल उपभोक्ता को जागरूकता से खरीद तक ले जाने में अपनी भूमिका निभाता है। CTV का प्रीमियम और लीन-बैक अनुभव ब्रैंड अफिनिटी बनाने में असरदार है, जबकि मोबाइल ऑफर और कॉल-टू-एक्शन के जरिए अंतिम रूप से कन्वर्जन सुनिश्चित कर सकता है।

क्रिएटिविटी बनेगी अंतर का कारण

जैसे-जैसे अधिक ब्रैंड CTV अपना रहे हैं, दर्शकों का ध्यान खींचने की प्रतिस्पर्धा बढ़ रही है। प्रतिभागियों ने माना कि इस माहौल में रचनात्मक नवाचार अनिवार्य होगा। उदाहरण के तौर पर, CTV विज्ञापनों में स्टैटिक QR कोड डालकर ऑगमेंटेड रियलिटी (AR) अनुभव शुरू करने के प्रयोग साझा किए गए, जिससे निष्क्रिय दर्शक सक्रिय प्रतिभागी बन गए। शुरुआती नतीजों में ऐसे विज्ञापनों से 10–15% अधिक एंगेजमेंट दर्ज हुआ।

सुझाव दिया गया कि रचनात्मक कंटेंट को फनल के अलग-अलग चरणों के अनुसार ढाला जाए- टॉप-ऑफ-फनल पर भावनात्मक और प्रेरणादायक कहानियां, मिड-फनल में उत्पाद फीचर्स, और लोअर-फनल पर समय-सीमित ऑफर या प्रोत्साहन। इस तरह की क्रिएटिव सीक्वेंसिंग CTV में भी दर्शकों को प्रभावी तरीके से कन्वर्जन की ओर ले जा सकती है।

मीडिया मिक्स में CTV की जगह

निकट भविष्य में टीवी पूरी तरह खत्म होने की संभावना नहीं है, लेकिन इसकी भूमिका बदल रही है। कुछ कैटेगरीज में, जहां मास अवेयरनेस अभी भी अहम है, टीवी जरूरी रहेगा। लेकिन बदलते दर्शक व्यवहार के साथ, CTV टीवी की पहुंच को डिजिटल की सटीकता और इंटरैक्टिविटी के साथ जोड़ते हुए एक मजबूत विकल्प बनकर उभर रहा है। फिलहाल, कई ब्रैंड टीवी को व्यापक कवरेज के लिए और CTV को टार्गेटेड, डेटा-ड्रिवन एंगेजमेंट के लिए अपना रहे हैं।

राउंडटेबल में सर्वसम्मति थी कि जो ब्रैंड अभी CTV की क्षमताओं में महारत हासिल करेंगे, वे भविष्य में इसका सबसे अधिक लाभ उठा पाएंगे। डिजिटल लहर तेज हो रही है, और आने वाले वर्षों में CTV भारतीय मीडिया के भविष्य को आकार देने वाली प्रमुख ताकत बन सकता है।

डेटा, एट्रिब्यूशन और मापदंड की चुनौती

CTV की टार्गेटिंग क्षमता भले ही आकर्षक हो, लेकिन इसके मापन और एट्रिब्यूशन मॉडल अभी विकसित हो रहे हैं। पारंपरिक टीवी के पैनल-आधारित मेट्रिक्स के विपरीत, CTV में विज्ञापन एक्सपोजर और नतीजों के बीच सीधा संबंध स्थापित करने के लिए उन्नत ट्रैकिंग की जरूरत है।

कई मार्केटर्स ने बताया कि CTV पर डायरेक्ट क्लिक-थ्रू रेट कम होते हैं, और QR स्कैन अभी सीमित व्यवहार है। इसके बजाय, वे अप्रत्यक्ष संकेतों को ट्रैक कर रहे हैं- जैसे डायरेक्ट ट्रैफिक में वृद्धि, प्रीमियम यूजर अधिग्रहण या मोबाइल रीटार्गेटिंग कैंपेन का प्रदर्शन। UTM पैरामीटर और मोबाइल विज्ञापनों की उच्च CTR दरें इसमें मददगार साबित हो रही हैं।

प्रतिभागियों का मानना था कि क्लीन रूम टेक्नोलॉजी इसमें बड़ा बदलाव ला सकती है, जहां ब्रैंड का फर्स्ट-पार्टी डेटा और प्लेटफॉर्म डेटा सुरक्षित रूप से मिलकर खरीद व्यवहार पर CTV विज्ञापन का प्रभाव दिखा सकेगा। कुछ प्लेटफॉर्म हाउसहोल्ड टार्गेटिंग और रीमार्केटिंग के साथ प्रयोग कर रहे हैं। जब यह एट्रिब्यूशन मॉडल मजबूत और व्यापक रूप से स्वीकार्य हो जाएगा, तब CTV को बड़े बजट मिलने की संभावना है।

पर्सनलाइजेशन और इन्फ्लुएंसर इंटीग्रेशन

चर्चा में पर्सनलाइजेशन भी प्रमुख रहा। AI-आधारित क्रिएटिव ऑप्टिमाइजेशन के जरिए ब्रैंड CTV पर हाइपर-टार्गेटेड अनुभव दे रहे हैं, जिसमें मैसेजिंग, विजुअल्स और उत्पाद सिफारिशें लोकेशन, डेमोग्राफिक्स या व्यूइंग हिस्ट्री के आधार पर बदलती हैं।

मिड-फनल रणनीतियों में इन्फ्लुएंसर और यूजर-जनरेटेड कंटेंट को CTV कैंपेन में शामिल किया जा रहा है। पहले यह केवल सोशल प्लेटफॉर्म्स तक सीमित था, लेकिन अब यह बड़े पर्दे पर भी आ रहा है, जिससे इन्फ्लुएंसर की प्रामाणिकता और CTV की प्रोडक्शन क्वालिटी का मेल हो रहा है।

टियर-3 मार्केट में बढ़ता CTV

कई प्रतिभागियों के लिए सबसे चौंकाने वाली प्रवृत्ति थी टियर-3 मार्केट्स में CTV की बढ़ती पहुंच। जहां मेट्रो और टियर-1 शहरों में यह पहले से मजबूत है, वहीं अब छोटे शहरों में भी उपभोक्ता मार्केटिंग, एम्प्लॉयर ब्रैंडिंग और कैटेगरी एजुकेशन में अच्छे नतीजे मिल रहे हैं। इंटरनेट पैठ और स्मार्ट टीवी की सुलभता बढ़ने के साथ, ब्रैंड क्षेत्रीय और ग्रामीण टार्गेटिंग में निवेश बढ़ा रहे हैं।

भविष्य: नवाचार की नई लहर

राउंडटेबल का समापन भविष्य पर केंद्रित चर्चा के साथ हुआ। प्रतिभागियों ने भविष्यवाणी की कि भारत में CTV फॉर्मेट्स, टार्गेटिंग और कॉमर्स में बड़ा नवाचार देखने को मिलेगा। इंटरैक्टिव विज्ञापन, शॉपेबल वीडियो, गेमिफाइड कैंपेन, AI-आधारित हाइपर-पर्सनलाइजेशन और क्रॉस-डिवाइस स्टोरीटेलिंग मुख्यधारा बन सकते हैं।

वर्चुअल ट्राय-ऑन और AR इंटीग्रेशन जैसी तकनीकें भी एंगेजमेंट को बदल सकती हैं- जैसे CTV विज्ञापन के दौरान QR कोड स्कैन कर मोबाइल पर उत्पाद का इमर्सिव ट्रायल अनुभव लेना। टीवी इंटरफेस से सीधे खरीदारी करने की सुविधा भी बड़े अवसर के रूप में उभर रही है।

अगले साल तक स्मार्ट टीवी का प्रसार 8.5–9 करोड़ घरों तक पहुंचने का अनुमान है, जिससे CTV का दर्शक वर्ग तेजी से बढ़ेगा। मापदंड, क्रिएटिव फॉर्मेट और टार्गेटिंग में प्रगति के साथ, यह वृद्धि CTV को प्रयोगात्मक चैनल से भारतीय मीडिया मिक्स का मुख्य स्तंभ बना सकती है।

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रिपब्लिक भारत पर अब सीनियर एंकर मृदुल शर्मा होस्ट करेंगे ‘Yeh Bharat Ki Baat Hai’

मृदुल शर्मा पहले भी इस शो को होस्ट कर चुके हैं। इसके अलावा, उन्होंने ‘रिपब्लिक भारत’ के शो ‘न्यूज का एक्स-रे’ (News Ka X Ray) के जरिये भी दर्शकों का दिल जीता है।

Last Modified:
Monday, 11 August, 2025
Mridul Sharma

हिंदी न्यूज चैनल रिपब्लिक भारत के लोकप्रिय प्राइम टाइम शो ये भारत की बात है(Yeh Bharat Ki Baat Hai) को अब सीनियर न्यूज एंकर मृदुल शर्मा होस्ट करेंगे।

अपने राष्ट्रवादी रुख और पैनी पत्रकारिता के लिए पहचाने जाने वाले मृदुल शर्मा पहले भी इस शो को होस्ट कर चुके हैं। इसके अलावा, उन्होंने ‘रिपब्लिक भारत’ के शो ‘न्यूज का एक्स-रे’ (News Ka X Ray) के जरिये भी दर्शकों का दिल जीता है।

‘रिपब्लिक मीडिया नेटवर्क’ (Republic Media Network) के अनुसार, रिपब्लिक भारत की कोर एडिटोरियल टीम द्वारा तैयार और संचालित यह शो अपने 100 प्रतिशत न्यूज फ़ॉर्मेट और लगातार नंबर-1 रेटिंग के कारण बेहद लोकप्रिय है। चाहे बड़ी खबरों का खुलासा करना हो या छोटे कस्बों से निकलकर राष्ट्रीय पटल पर आने वाली स्टोरीज को आवाज देना—यह शो असली भारत की झलक दिखाता है।

अपनी नई भूमिका के बारे में मृदुल शर्मा, का कहना है, ‘ यह मेरे लिए बेहद रोमांचक मौका है और मैं आभारी हूं कि मुझे यह शो होस्ट करने का अवसर मिला, जिसे रिपब्लिक भारत की कोर टीम ने शुरुआत से बनाया और संभाला है। मेरा वादा साफ है-भारत की कहानी, जैसी है वैसी, हर रात सीधे हमारे दर्शकों तक पहुंचाना।’

वहीं, ‘रिपब्लिक मीडिया नेटवर्क’ के फाउंडर और एडिटर-इन-चीफ अरनब गोस्वामी का कहना है, ‘यह शो रिपब्लिक भारत की आत्मा है। यह निर्भीक, गहरा और जनता से सीधा जुड़ा हुआ है। मृदुल इस शो को वहां तक ले जाने की ऊर्जा और विश्वसनीयता रखते हैं, जहां इसे होना चाहिए।’

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