‘एनडीटीवी’ से पहले शुभम तिवारी ‘इंडिया टुडे समूह’, ‘एएनआई’ और ‘टाइम ऑफ इंडिया’ जैसे प्रतिष्ठित मीडिया संस्थानों में विभिन्न भूमिकाओं में अपनी जिम्मेदारी निभा चुके हैं।
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समाचार4मीडिया ब्यूरो ।।
युवा पत्रकार शुभम तिवारी ने ‘एनडीटीवी’ (NDTV) समूह के साथ मीडिया में अपनी नई पारी का आगाज किया है। उन्होंने यहां पर बतौर प्रिंसिपल करेसपॉन्डेंट (Open Source Intelligence and Data) जॉइन किया है।
अपनी इस भूमिका में वह रक्षा, साइबर सिक्योरिटी, फेक न्यूज, प्राकृतिक आपदाओं और अंतर्राष्ट्रीय विकास से संबंधित मुद्दों पर रिपोर्ट करेंगे। इसके साथ ही वह डाटा स्टोरीटैलिंग में भी अपना योगदान देंगे।
मूल रूप से गोंडा (यूपी) के रहने वाले शुभम लंबे समय से दिल्ली में रह रहे हैं। शुभम को डिजिटल और टीवी मीडिया में काम करने का आठ साल से ज्यादा का अनुभव है।
शुभम तिवारी ने मीडिया में अपने करियर की शुरुआत वर्ष 2017 में गूगल के Hotevents प्रोजेक्ट से की थी। ‘एनडीटीवी’ से पहले शुभम तिवारी ‘इंडिया टुडे समूह’, ‘एएनआई’ और ‘टाइम ऑफ इंडिया’ जैसे प्रतिष्ठित मीडिया संस्थानों में विभिन्न भूमिकाओं में अपनी जिम्मेदारी निभा चुके हैं।
‘इंडिया टुडे’ समूह में शुभम ओपन सोर्स इंटेलिजेंस (OSINT) टीम का हिस्सा थे और उन्होंने कुछ प्रभावशाली स्टोरीज कीं, जो राष्ट्रीय सुर्खियाँ बनीं। पढ़ाई-लिखाई की बात करें तो शुभम तिवारी ने भोपाल स्थित ‘माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता यूनिवर्सिटी’ से पोस्ट ग्रेजुएशन किया है। समाचार4मीडिया की ओर से शुभम तिवारी को उनकी नई पारी के लिए ढेरों बधाई और शुभकामनाएं।
न्यूज ब्रॉडकास्टर्स फेडरेशन (NBF) ने सूचना और प्रसारण मंत्रालय (MIB) के उस फैसले का स्वागत किया है जिसमें टीवी ऑडियंस माप में लैंडिंग-पेज व्यूज को शामिल न करने पर विचार किया जा रहा है।
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समाचार4मीडिया ब्यूरो ।।
न्यूज ब्रॉडकास्टर्स फेडरेशन (NBF) ने सूचना और प्रसारण मंत्रालय (MIB) के उस फैसले का स्वागत किया है जिसमें टीवी ऑडियंस माप में लैंडिंग-पेज व्यूज को शामिल न करने पर विचार किया जा रहा है। फेडरेशन का कहना है कि यह कदम उन गलत प्रथाओं को रोकने में अहम होगा, जिनमें चैनल लैंडिंग पेज का इस्तेमाल दर्शकों की संख्या बढ़ाने के लिए करते थे।
मंत्रालय ने साफ किया है कि अब लैंडिंग पेज से आने वाले व्यूज ऑडियंस माप में शामिल नहीं होंगे। लैंडिंग पेज को केवल मार्केटिंग टूल के रूप में इस्तेमाल किया जा सकेगा।
NBF ने बयान में कहा कि कुछ चैनलों ने लैंडिंग पेज का इस्तेमाल एक रणनीति के तौर पर किया ताकि विज्ञापनदाताओं को गुमराह किया जा सके और दुर्भाग्यवश BARC अब तक इसे रोकने में असफल रहा है। NBF के प्रेजिडेंट व रिपब्लिक मीडिया नेटवर्क के एडिटर-इन-चीफ अरनब गोस्वामी ने कहा, “MIB का यह कदम स्वागत योग्य है। यह लंबे समय से चली आ रही गलत प्रथा को खत्म करेगा। हमें उम्मीद है कि वे ब्रॉडकास्टर जो इस टूल का इस्तेमाल नकली तरीके से रेटिंग बढ़ाने के लिए करते हैं, अब ऐसा करना बंद करेंगे। NBF पूरे देश के स्वतंत्र न्यूज ब्रॉडकास्टर्स के साथ खड़ा है।”
वैसे बता दें कि लंबे समय से विज्ञापनदाताओं की BARC से मांग थी कि कि लैंडिंग-पेज डेटा को वास्तविक व्यूअरशिप से अलग किया जाए, क्योंकि कई व्यूअरशिप स्पाइक नकली होते हैं।
विज्ञापनदाताओं ने लंबे समय से यह मांग की है कि BARC (ब्रॉडकास्ट ऑडियंस रिसर्च काउंसिल) को ‘लैंडिंग-पेज डेटा’ और रियल आंकड़ों (स्वेच्छा से टीवी देखने वाले दर्शकों) के आंकड़ों को अलग करना चाहिए, क्योंकि कई बार चैनल लैंडिंग पेज का इस्तेमाल करके दर्शकों की संख्या बढ़ा-चढ़ा कर दिखाते हैं, जिससे रेटिंग्स असली नहीं रहती।
विज्ञापनदाता चाहते हैं कि केवल वास्तविक लोग जो खुद टीवी देख रहे हैं, वही TRP में गिने जाएं, नकली व्यूज (artificial spikes) को नहीं।
BARC ने भी माना कि लैंडिंग पेज व्यूज वास्तविक आंकड़ों को बढ़ा-चढ़ा कर दिखाते हैं।
MIB के संशोधित मसौदे के अनुसार, सिर्फ भारत में कंपनियों के तहत पंजीकृत संस्थाएँ ही रजिस्ट्रेशन के लिए आवेदन कर सकेंगी। बोर्ड के सदस्य और प्रमोटर किसी भी ब्रॉडकास्टर से बिजनेस संबंध नहीं रख सकते, और क्रॉस-होल्डिंग्स 20% तक सीमित होंगी। हालांकि, स्व-नियामक संस्थाओं जैसे BARC पर ये नियम लागू नहीं होंगे।
MIB का कदम यह संकेत देता है कि अब रेटिंग्स की गणना में पारदर्शिता बढ़ाई जाएगी। लैंडिंग-पेज व्यूज हटने के बाद चैनलों को सिर्फ वास्तविक दर्शकों की भागीदारी पर भरोसा करना होगा, न कि किसी पोजिशनल लाभ पर। इससे TRP माप में अधिक ईमानदारी और भरोसेमंद डेटा सुनिश्चित होगा।
सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय (MIB) ने टीवी ऑडियंस मीजरमेंट सिस्टम में बदलाव करने के लिए नए मसौदे में पैनल साइज बढ़ाने और हित संघर्ष पर कड़े नियम पेश किए हैं।
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समाचार4मीडिया ब्यूरो ।।
सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय (MIB) ने टीवी ऑडियंस मीजरमेंट सिस्टम में बदलाव करने के लिए नए मसौदे में पैनल साइज बढ़ाने और हित संघर्ष (Conflict of Interest) पर कड़े नियम पेश किए हैं। मंत्रालय ने पहले जुलाई में टीवी रेटिंग एजेंसीज के लिए संशोधित दिशानिर्देश का मसौदा जारी किया था।
मंत्रालय ने कहा है कि रेटिंग एजेंसीज को पंजीकरण के 18 महीनों के भीतर कम से कम 80,000 पीपल मीटर्स पर काम करना होगा। इसके बाद हर साल 10,000 घरों की बढ़ोतरी करनी होगी, जब तक कि पैनल 1,20,000 घरों तक न पहुंच जाए।
वर्तमान में केवल 58,000 पीपल मीटर्स मौजूद हैं। नए नियम का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि देश के अलग-अलग क्षेत्रों और दर्शकों की विविधता सही तरीके से मापी जा सके। पीपल मीटर्स इलेक्ट्रॉनिक उपकरण हैं, जो दर्शकों की मीडिया देखने की आदतें रिकॉर्ड करते हैं।
नए मसौदे में यह भी कहा गया है कि लैंडिंग पेज व्यूज को TRP माप में शामिल नहीं किया जाएगा। लैंडिंग पेज का इस्तेमाल सिर्फ मार्केटिंग टूल के रूप में किया जा सकता है।
मसौदे में यह भी स्पष्ट किया गया है कि TRP एजेंसी में आवेदन करने वाली संस्था का किसी भी ब्रॉडकास्टर के साथ हित संघर्ष नहीं होना चाहिए। बोर्ड के किसी भी सदस्य को ब्रॉडकास्टिंग या विज्ञापन एजेंसी के कारोबार में शामिल नहीं होना चाहिए।
इसके अलावा क्रॉस-होल्डिंग नियम को भी फिर से पेश किया गया है। नए मसौदे के अनुसार, कोई भी कंपनी या कानूनी इकाई 20% या उससे अधिक हिस्सेदारी के साथ रेटिंग एजेंसी और ब्रॉडकास्टर दोनों में हिस्सेदारी नहीं रख सकती। हालांकि, यह नियम स्व-नियामक संस्थाओं जैसे BARC पर लागू नहीं होंगे।
मंत्रालय ने कहा है कि इन बदलावों का मकसद है समान प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा देना, अधिक सटीक डेटा जुटाना और दर्शकों की बदलती आदतों को सही रूप से TRP में शामिल करना।
मंत्रालय ने इस मसौदे पर 30 दिनों के भीतर मीडिया इंडस्ट्री और अन्य हितधारकों से सुझाव मांगे हैं।
राज टेलीविजन नेटवर्क लिमिटेड ने अपने बोर्ड में दो नए स्वतंत्र निदेशकों की नियुक्ति को मंजूरी दिलाने के लिए ई-वोटिंग की प्रक्रिया शुरू की है।
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समाचार4मीडिया ब्यूरो ।।
राज टेलीविजन नेटवर्क लिमिटेड ने अपने बोर्ड में दो नए स्वतंत्र निदेशकों की नियुक्ति को मंजूरी दिलाने के लिए ई-वोटिंग की प्रक्रिया शुरू की है। कंपनी ने इसके लिए पोस्टल बैलेट नोटिस जारी किया है।
ई-वोटिंग की तारीखें और प्रक्रिया
कंपनी की ओर से बताया गया है कि ई-वोटिंग की सुविधा 5 नवंबर 2025, बुधवार सुबह 9 बजे से शुरू होगी और 4 दिसंबर 2025, गुरुवार शाम 5 बजे तक जारी रहेगी। इस दौरान कंपनी के सदस्य ऑनलाइन वोटिंग के जरिए अपने मत दे सकेंगे। यह पूरी प्रक्रिया सेंट्रल डिपॉजिटरी सर्विसेज (इंडिया) लिमिटेड (CDSL) के माध्यम से कराई जा रही है।
इन प्रस्तावों पर होगा मतदान
पोस्टल बैलेट में दो प्रस्ताव रखे गए हैं-
पहला — पेचिमुथु उदयकुमार को कंपनी का नॉन-एग्जिक्यूटिव इंडिपेंडेंट डायरेक्टर नियुक्त किया जाना।
दूसरा — कृष्णा सिंह बालाजी सिंह को भी नॉन-एग्जिक्यूटिव इंडिपेंडेंट डायरेक्टर के रूप में नियुक्त किया जाना।
कंपनी ने दी जानकारी
कंपनी ने कहा है कि पोस्टल बैलेट नोटिस केवल इलेक्ट्रॉनिक माध्यम से उन सभी सदस्यों को भेजा गया है, जिनका ईमेल पता कंपनी, रजिस्ट्रार या डिपॉजिटरी एजेंसी के साथ पंजीकृत है। जो सदस्य ईमेल अपडेट नहीं कर पाए हैं, उन्हें जल्द ही अपनी जानकारी अपडेट करने की सलाह दी गई है ताकि वे भविष्य की प्रक्रियाओं में भाग ले सकें।
पेचिमुथु उदयकुमार
पेचिमुथु उदयकुमार NSIC लिमिटेड और NSIC वेंचर कैपिटल फंड लिमिटेड के पूर्व चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर रह चुके हैं। उनके पास MSME, पेट्रोलियम, फर्टिलाइजर और वित्तीय क्षेत्रों में 35 से अधिक वर्षों का अनुभव है। वह IIM बैंगलोर और कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग, गिंडी (अन्ना यूनिवर्सिटी) के पूर्व छात्र हैं। उन्हें 2022 में ‘एलुमनी अचीवर अवॉर्ड’ से सम्मानित किया गया था। उन्होंने MSME नीति निर्माण और वित्तीय रणनीति पर कई राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय मंचों पर काम किया है।
कृष्णा सिंह बालाजी सिंह
कृष्णा सिंह एक प्रसिद्ध सर्जन और अकादमिक लीडर हैं। वे श्री रामचंद्र मेडिकल कॉलेज एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट, चेन्नई के डीन और सर्जरी विभाग के प्रोफेसर हैं। उन्हें तीन दशकों से अधिक का अनुभव है और वे एडवांस लैप्रोस्कोपिक व कोलोरेक्टल सर्जरी में विशेषज्ञ माने जाते हैं। उन्होंने अब तक 1600 से ज्यादा मिनिमली इनवेसिव सर्जरी की हैं और कई मेडिकल शोधपत्र प्रकाशित किए हैं। उन्हें तमिलनाडु के राज्यपाल द्वारा मेडिकल एक्सिलेंस अवॉर्ड से सम्मानित किया जा चुका है।
दोनों नियुक्तियां पांच साल के कार्यकाल के लिए
कंपनी ने बताया कि दोनों निदेशकों की नियुक्ति 18 अक्टूबर 2025 से 17 अक्टूबर 2030 तक के लिए प्रस्तावित है। दोनों ही निदेशक बोर्ड के किसी अन्य सदस्य या कंपनी के मुख्य प्रबंधन कर्मियों से संबंधित नहीं हैं।
परिणामों की घोषणा
ई-वोटिंग पूरी होने के बाद मतगणना की रिपोर्ट कंपनी के चेयरमैन या उनके द्वारा अधिकृत व्यक्ति को सौंपी जाएगी। परिणाम दो कार्य दिवसों के भीतर घोषित किए जाएंगे और इन्हें BSE, NSE और कंपनी की वेबसाइट www.rajtvnet.in पर देखा जा सकेगा।
तेजश्री इंडस्ट्री में अपनी मजबूत ग्राउंड रिपोर्टिंग और बेबाक रिपोर्टिंग स्टाइल के लिए जानी जाती हैं। उन्होंने हमेशा राजनीति, इन्वेस्टिगेटिव जर्नलिज्म और गहराई से की गई फील्ड रिपोर्ट्स पर काम किया है।
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समाचार4मीडिया ब्यूरो ।।
टीवी पत्रकार तेजश्री पुरंदरे ने हाल ही में 'टाइम्स नाउ' को अलविदा कहने के बाद अब एनडीटीवी में बतौर सीनियर कॉरेस्पोंडेंट अपनी नई पारी की शुरुआत की है।
तेजश्री इंडस्ट्री में अपनी मजबूत ग्राउंड रिपोर्टिंग और बेबाक रिपोर्टिंग स्टाइल के लिए जानी जाती हैं। उन्होंने हमेशा राजनीति, इन्वेस्टिगेटिव जर्नलिज्म और गहराई से की गई फील्ड रिपोर्ट्स पर काम किया है। उनकी रिपोर्टिंग का अंदाज उन्हें युवा पत्रकारों में अलग पहचान दिलाता है।
इंदौर से ताल्लुक रखने वाली तेजश्री ने देश के अलग-अलग हिस्सों से कई अहम खबरें कवर की हैं। अपने करियर में उन्होंने टाइम्स नाउ, इंडिया टुडे, रिपब्लिक टीवी और प्रजातंत्र न्यूज जैसे प्रतिष्ठित मीडिया हाउसों में काम किया है।
तेजश्री ने अपनी पढ़ाई DAVV इंदौर के स्कूल ऑफ जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन (SJMC) से की है और स्कूली शिक्षा चमेली देवी पब्लिक स्कूल से प्राप्त की है।
दिनेश शर्मा ने करीब छह महीने पहले ही ‘बीपीएल मीडिया लिमिटेड’ (BPL Media LTD) के स्वामित्व वाले पंजाब के इस प्रमुख चैनल में बतौर सीईओ और मैनेजिंग एडिटर जॉइन किया था।
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समाचार4मीडिया ब्यूरो ।।
वरिष्ठ पत्रकार दिनेश शर्मा ने ‘लिविंग इंडिया न्यूज’ (Living India News) चैनल में अपनी पारी को विराम दे दिया है। दिनेश शर्मा ने करीब छह महीने पहले ही ‘बीपीएल मीडिया लिमिटेड’ (BPL Media LTD) के स्वामित्व वाले पंजाब के इस प्रमुख चैनल में बतौर सीईओ और मैनेजिंग एडिटर जॉइन किया था। अपनी इस भूमिका में दिनेश शर्मा चैनल की संपादकीय जिम्मेदारियों के साथ-साथ इसके बिजनेस पहलू को भी संभाल रहे थे।
समाचार4मीडिया से बातचीत में दिनेश शर्मा ने अपने इस्तीफे की पुष्टि की है। दिनेश शर्मा के अनुसार, चैनल के साथ उनका यह सफर काफी शानदार रहा और महज छह महीने में ही उन्होंने क्षेत्र में इस चैनल को अन्य चैनल्स के मुकाबले काफी ऊंचाइयों तक पहुंचा दिया। अपने अगले कदम के बारे में दिनेश शर्मा का कहना था कि वह जल्द ही इस बारे में अपडेट देंगे।
बता दें कि दिनेश शर्मा को न्यूज ब्रॉडकास्ट इंडस्ट्री में काम करने का 27 साल से ज्यादा का अनुभव है। दिनेश शर्मा इससे पहले हिंदी न्यूज चैनल ‘न्यूज24’ (News24) में कंसल्टिंग एडिटर के पद पर अपनी जिम्मेदारी निभा रहे थे।
वहीं, उससे पहले वह पंजाब के ‘दैनिक सवेरा’ (Danik Savera) समूह में मैनेजिंग एडिटर (डिजिटल और सोशल मीडिया) के पद पर अपनी भूमिका निभा चुके हैं। सवेरा ग्रुप में एक संक्षिप्त कार्यकाल के बाद अब वह दोबारा पंजाब और क्षेत्रीय पत्रकारिता में लौटे हैं।
दिनेश शर्मा लंबे समय तक ‘जी मीडिया’ (Zee Media) में भी कार्यरत रहे हैं। उन्होंने अप्रैल 2022 में इस समूह के न्यूज चैनल जी (दिल्ली-एनसीआर-हरियाणा) को बतौर चैनल हेड और एडिटर लॉन्च कराया था। इसके अलावा उन्होंने वर्ष 2014 से 2019 तक जी (पंजाब, हरियाणा और हिमाचल) में एडिटर के तौर पर अपनी भूमिका निभाई औऱ इसे नई ऊचांइयों पर पहुंचाया।
मीडिया के क्षेत्र में दिनेश शर्मा ने अपने करियर की शुरुआत वर्ष 1998 में ‘जी न्यूज’ (Zee News) के साथ बतौर रिपोर्टर की थी। पूर्व में वह ‘वॉइस ऑफ अमेरिका’(Voice of America), ‘हिंदी रेडियो सर्विस’ (Hindi Radio Service), ‘अल जजीरा’ (Al aJazeera), ‘न्यूजएक्स’(NewsX), ‘वॉइस ऑफ इंडिया’ (Voice of India), ‘द स्टेट्समैन’ (The Statesman), ‘इंडियन एक्सप्रेस’ (Indian Express) और ‘प्रेस ट्रस्ट ऑफ इंडिया’ (Press Trust of India) जैसे प्रतिष्ठित मीडिया संस्थानों में वरिष्ठ संपादकीय पदों पर अपनी भूमिकाएं निभा चुके हैं।
वह अपने लोकप्रिय टॉक शो 'डायरेक्ट विद दिनेश' के लिए जाने जाते हैं और उन्होंने सोमवार से शुक्रवार शाम 7 बजे तक डेली न्यूज शो ‘ग्राउंड ज़ीरो’ की एंकरिंग भी की है। विभिन्न लोकसभा और विधानसभा चुनावों के साथ-साथ दिनेश शर्मा ने आतंकवाद, भ्रष्टाचार, आंतरिक सुरक्षा और अंडरवर्ल्ड जैसे प्रमुख मुद्दों पर अपनी खोजपरक रिपोर्टिंग की है। यही नहीं, उन्होंने तमाम प्रमुख घटनाओं की ग्राउंड रिपोर्टिंग भी की है।
पत्रकारिता के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए दिनेश शर्मा को तमाम प्रतिष्ठित पुरस्कारों से नवाजा जा चुका है। ‘भारतीय जनसंपर्क परिषद‘ के साथ ‘मीडिया फेडरेशन ऑफ इंडिया’ (Media Federation of India) की ओर से 18 मई 2022 को चंडीगढ़ के होटल माउंटव्यू में आयोजित ‘एंटरप्रिन्योर एंड अचीवर अवॉर्ड्स 2022’ में भी उन्हें सम्मानित किया गया था।
पढ़ाई-लिखाई की बात करें तो मूल रूप से हिमाचल प्रदेश के रहने वाले दिनेश शर्मा ने जर्नलिज्म, पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन और इकनॉमिक्स में ग्रेजुएशन किया है। इसके अलावा उन्होंने हिमाचल प्रदेश यूनिवर्सिटी (HPU) शिमला से जर्नलिज्म और मास कम्युनिकेशन में मास्टर्स भी किया है।
समाचार4मीडिया की ओर से दिनेश शर्मा को उनकी नई पारी के लिए अग्रिम रूप से ढेरों शुभकामनाएं।
मलयालम न्यूज चैनल 'मीडियावन' (MediaOne) ने टीवी रेटिंग एजेंसी BARC (Broadcast Audience Research Council) से अपना रिश्ता खत्म करने का ऐलान किया है।
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समाचार4मीडिया ब्यूरो ।।
मलयालम न्यूज चैनल 'मीडियावन' (MediaOne) ने टीवी रेटिंग एजेंसी BARC (Broadcast Audience Research Council) से अपना रिश्ता खत्म करने का ऐलान किया है। चैनल ने कहा है कि उसने यह फैसला BARC की विश्वसनीयता पर पूरी तरह से भरोसा खत्म होने के बाद लिया है। इस कदम के साथ MediaOne, NDTV के बाद BARC से अलग होने वाला दूसरा भारतीय न्यूज चैनल बन गया है।
MediaOne का कहना है कि उसने रेटिंग डेटा को लेकर BARC से कई बार सवाल किए, लेकिन उन्हें संतोषजनक जवाब नहीं मिला। चैनल के मुताबिक, BARC अधिकारी यह भी ठीक से नहीं बता पाए कि दर्शकों के बीच MediaOne की मजबूत पकड़ रेटिंग्स में क्यों नहीं दिखती।
चैनल ने BARC की रेटिंग प्रणाली पर भी सवाल उठाए, खासकर उसके छोटे सैंपल साइज और ‘मीटर’ लगाने के तरीकों पर। MediaOne ने बताया कि केरल में कुल 86 लाख टीवी हैं, लेकिन BARC ने केवल 1,500 से भी कम जगहों पर मीटर लगाए हैं। इतना ही नहीं, इन मीटरों का वितरण भी सभी इलाकों या वर्गों का सही प्रतिनिधित्व नहीं करता। चैनल ने यह भी आरोप लगाया कि इन मीटरों को बाहरी तरीके से नियंत्रित या प्रभावित किया जा सकता है।
MediaOne ने कहा कि BARC की विश्वसनीयता पर पहले भी सवाल उठ चुके हैं- जैसे अर्नब गोस्वामी से जुड़ा मामला। चैनल ने यह भी बताया कि अब कई चैनल लैंडिंग पेज पर करोड़ों रुपये खर्च कर अपनी रेटिंग बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं। वहीं, डिजिटल प्लेटफॉर्म पर MediaOne के आंकड़े BARC के डेटा से बिल्कुल अलग तस्वीर दिखाते हैं। पिछले हफ्ते चैनल ने यूट्यूब पर 36.2 करोड़ व्यूज हासिल किए, जिससे वह टॉप मलयालम चैनलों में शामिल रहा, लेकिन BARC की रेटिंग में उसे इसका कोई फायदा नहीं मिला।
MediaOne के एडिटर प्रमोद रमन ने कहा कि यह फैसला BARC की घटती साख के कारण लिया गया है। उन्होंने कहा, “डिजिटल प्लेटफॉर्म पर हम नंबर वन हैं, लेकिन BARC हमें नंबर 10 पर दिखाता है। यह धोखाधड़ी और भ्रष्टाचार का मामला है। BARC पर्दे के पीछे काम करता है और दर्शकों की असली पसंद को दबा देता है। केरल में 4,000–5,000 करोड़ रुपये का बिजनेस इन रेटिंग्स पर निर्भर करता है, तो आखिर ठगा किसे जा रहा है?”
उन्होंने कहा कि MediaOne ने पिछले 11 वर्षों में ईमानदार और नैतिक पत्रकारिता के दम पर दर्शकों का भरोसा जीता है। किसी एजेंसी की रेटिंग चार्ट से ज्यादा कीमती हमारे दर्शकों का विश्वास है। प्रमोद रमन ने यह भी बताया कि चैनल ने BARC की गड़बड़ गणनाओं पर कई बार शिकायतें कीं, लेकिन एजेंसी ने अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया जो सुधार की दिशा में हो।
यहां देखें वीडियो:
प्रसार भारती और संस्कृति मंत्रालय मिलकर इस साल आकाशवाणी संगीत सम्मेलन का 67वां संस्करण आयोजित करने जा रहे हैं।
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समाचार4मीडिया ब्यूरो ।।
प्रसार भारती और संस्कृति मंत्रालय मिलकर इस साल आकाशवाणी संगीत सम्मेलन का 67वां संस्करण आयोजित करने जा रहे हैं। यह कार्यक्रम 2 नवंबर से 29 नवंबर तक देश के 24 अलग-अलग केंद्रों पर होगा।
सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने बताया कि आकाशवाणी संगीत सम्मेलन की शुरुआत साल 1954 में हुई थी और तब से यह भारत की सबसे पुरानी और सम्मानित सांस्कृतिक परंपराओं में से एक बन चुका है। इसका उद्देश्य देशभर के श्रोताओं तक हिंदुस्तानी, कर्नाटक, सुगम और लोक संगीत की श्रेष्ठ धारा पहुंचाना रहा है। इस सम्मेलन ने भारतीय संगीत की समृद्ध परंपरा को सहेजने, बढ़ावा देने और लोकप्रिय बनाने में अहम भूमिका निभाई है।
प्रसार भारती के सीईओ गौरव द्विवेदी ने जानकारी दी कि कोविड महामारी के कारण कुछ समय के लिए यह आयोजन रुका था, लेकिन अब यह फिर से पूरे जोश और नए उत्साह के साथ लौट रहा है। इस साल के संस्करण में हर केंद्र पर दो संगीत कार्यक्रम होंगे- एक भारतीय शास्त्रीय संगीत पर आधारित और दूसरा सुगम या लोक संगीत पर।
उन्होंने बताया कि पणजी और शिलॉन्ग में विशेष रूप से पश्चिमी शास्त्रीय संगीत की प्रस्तुतियां होंगी, जिससे देश के अलग-अलग हिस्सों की संगीत विविधता झलकेगी।
देश के प्रमुख समाचार नेटवर्क NDTV ने वित्त वर्ष 2025-26 की दूसरी तिमाही (Q2 FY26) के नतीजे जारी किए हैं।
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समाचार4मीडिया ब्यूरो ।।
देश के प्रमुख समाचार नेटवर्क NDTV ने वित्त वर्ष 2025-26 की दूसरी तिमाही (Q2 FY26) के नतीजे जारी किए हैं। कंपनी का राजस्व पिछली तिमाही (Q1 FY26) के मुकाबले 14% बढ़ा, जबकि पिछले साल की समान अवधि (Q2 FY25) की तुलना में 10% की वृद्धि दर्ज की गई। यह मजबूत प्रदर्शन NDTV की कंटेंट इनोवेशन और बिजनेस सुधार रणनीति का नतीजा बताया जा रहा है।
इस तिमाही में NDTV ने अपने ऑन-एयर प्रोग्रामिंग को और मजबूत किया। चैनल ने नए प्राइमटाइम शोज लॉन्च किए और पद्मजा जोशी, सैयद सुहैल और शुभांकर मिश्रा जैसे प्रसिद्ध एंकरों को जोड़ा। इससे NDTV की संपादकीय टीम और भी मजबूत हुई और दर्शकों से जुड़ाव में इजाफा हुआ।
NDTV ने बिजनेस को और मजबूत बनाने के लिए कई अहम कदम उठाए। कंपनी ने Rights Issue पूरा किया ताकि भविष्य की वृद्धि को बढ़ावा दिया जा सके। साथ ही, NDTV ने चार अलग-अलग इकाइयों का विलय (Merger) कर अपने संचालन को सरल और एकीकृत किया, जिससे कंपनी अब अपने मुख्य कामों पर ज्यादा ध्यान दे सकेगी।
17 और 18 अक्टूबर को नई दिल्ली में आयोजित NDTV World Summit कंपनी के लिए एक बड़ा पड़ाव साबित हुआ। इस सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, श्रीलंका की प्रधानमंत्री हरीणी अमरासूरिया, ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री ऋषि सुनक और ऑस्ट्रेलिया के पूर्व प्रधानमंत्री टोनी एबॉट जैसे वैश्विक नेता शामिल हुए। NDTV ने इस आयोजन से खुद को वैश्विक संवाद का प्रमुख मंच साबित किया।
NDTV ने अपने एंटरटेनमेंट ब्रांड Good Times के तहत श्रीनगर में सोनू निगम का मेगा कॉन्सर्ट आयोजित किया। यह कश्मीर घाटी में पहलगाम हादसे के बाद पहला बड़ा संगीत आयोजन था। इस कार्यक्रम ने वहां के लोगों के बीच उम्मीद और एकता का संदेश दिया और NDTV की देशभर में सांस्कृतिक पहल को एक नया आयाम दिया।
हालांकि कंपनी का राजस्व प्रदर्शन मजबूत रहा, लेकिन मुनाफे पर असर पड़ा क्योंकि NDTV ने इस तिमाही में अपने डिजिटल इंटीग्रेशन और बिजनेस ट्रांसफॉर्मेशन को मजबूत करने के लिए बड़े निवेश किए। कंपनी का कहना है कि आने वाले त्योहारों के सीजन और भविष्य की तिमाहियों में यह निवेश लंबी अवधि की वृद्धि और मजबूती लाएगा।
कुल मिलाकर, NDTV ने इस तिमाही में यह दिखाया है कि वह कंटेंट क्वालिटी, टेक्नोलॉजी और बिजनेस स्थिरता के जरिए भारतीय मीडिया जगत में अपनी पकड़ और भी मजबूत कर रहा है।
यहां उन्हें ‘एनडीटीवी इंडिया’ (NDTV India) में सीनियर एग्जिक्यूटिव एडिटर और प्राइम टाइम एंकर के पद पर नियुक्त किया गया है।
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समाचार4मीडिया ब्यूरो ।।
वरिष्ठ टीवी पत्रकार और जानी-मानी न्यूज एंकर सुचरिता कुकरेती ‘एनडीटीवी’ (NDTV) की टीम में शामिल हो गई हैं। यहां उन्हें ‘एनडीटीवी इंडिया’ (NDTV India) में सीनियर एग्जिक्यूटिव एडिटर और प्राइम टाइम एंकर के पद पर नियुक्त किया गया है।
सुचेता कुकरेती की हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं पर काफी अच्छी पकड़ है। उन्हें टेलीविजन पत्रकारिता में दो दशक से ज्यादा का अनुभव है। इस दौरान उन्होंने कई लोकप्रिय हिंदी डिबेट और अंग्रेजी प्राइम टाइम शो होस्ट किए हैं। अपनी स्पष्टता, प्रभावशाली प्रस्तुति और गंभीर मुद्दों को संतुलित ढंग से उठाने की क्षमता के कारण उन्हें व्यापक पहचान मिली है।
सुचरिता ने मीडिया में अपने करियर की शुरुआत ‘इंडिया टीवी’ से की थी। यहां उन्होंने अपनी सटीक और विश्वसनीय रिपोर्टिंग से पहचान बनाई। इसके बाद उन्होंने ‘रिपब्लिक भारत’ चैनल जॉइन किया और इसके प्रमुख डिबेट शो ‘महाभारत’ की एंकरिंग की।
पढ़ाई-लिखाई की बात करें तो सुचरिता ने दिल्ली विश्वविद्यालय के श्री वेंकटेश्वर कॉलेज से अंग्रेजी साहित्य में स्नातक की डिग्री ली है। पत्रकारिता में उत्कृष्ट योगदान के लिए उन्हें उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल द्वारा सम्मानित किया जा चुका है
सुचरिता कुकरेती की नियुक्ति पर ‘एनडीटीवी’ के सीईओ और एडिटर-इन-चीफ राहुल कंवल ने कहा, ‘सुचेता NDTV की उस प्रतिबद्धता का प्रतिनिधित्व करती हैं जो सटीकता और बहुमुखी प्रतिभा पर आधारित है। उनकी विश्वसनीयता, तीक्ष्ण पत्रकारिता दृष्टि और हिंदी व अंग्रेज़ी पर मजबूत पकड़ हमारे प्राइम टाइम को और सशक्त बनाएगी।’
अपनी नियुक्ति के बारे में सुचरिता कुकरेती ने कहा, ‘एनडीटीवी इंडिया से जुड़ना मेरे लिए सार्थक पत्रकारिता की ओर लौटने जैसा है। मैं ऐसे संस्थान का हिस्सा बनने को लेकर उत्साहित हूं जो ईमानदारी, गहराई और विचारशील बहसों को महत्व देता है।’
TRAI अब टीवी चैनलों की कीमतों को लेकर नया टैरिफ ऑर्डर लाने जा रही है।
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समाचार4मीडिया ब्यूरो ।।
भारतीय टेलीविजन क्षेत्र के लिए एक बार फिर बड़ा बदलाव आने वाला है। 'स्टोरीबोर्ड18' के मुताबिक, देश की दूरसंचार नियामक संस्था TRAI (टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया) अब टीवी चैनलों की कीमतों को लेकर नया टैरिफ ऑर्डर लाने जा रही है। साल के आखिर तक इस पर परामर्श पत्र (consultation paper) जारी किया जा सकता है। इसका असर देशभर के करोड़ों टीवी दर्शकों पर पड़ेगा।
रिपोर्ट के मुताबिक TRAI ने टीवी इंडस्ट्री के मौजूदा हालात और नई नीति के असर पर विस्तृत अध्ययन पूरा कर लिया है। सूचना-प्रसारण मंत्रालय से भी इस अध्ययन और नए फ्रेमवर्क पर परामर्श की अनुमति मिल चुकी है। अब TRAI जल्द ही "NTO 4.0" पर अपना परामर्श पत्र जारी करेगा, जो उपभोक्ता हितों और प्रसारकों की व्यावसायिक स्थिति के बीच संतुलन बनाने की कोशिश होगी।
जानकारी के अनुसार TRAI ने मौजूदा "NTO 3.0" के असर का भी मूल्यांकन शुरू किया है। इस आकलन का मकसद यह समझना है कि मौजूदा नियमों से उपभोक्ताओं और टीवी उद्योग पर क्या प्रभाव पड़ा है। इस दौरान चैनलों की कीमतों में कठोरता, चैनल पैकेजिंग, और ओटीटी प्लेटफॉर्म के बढ़ते असर जैसी समस्याओं पर भी ध्यान दिया जा रहा है।