हिंदी न्यूज चैनल 'जी न्यूज' का चर्चित प्राइम टाइम शो ‘डेली न्यूज एंड एनालिसिस’ (DNA) अब नए तेवर और ताजा अंदाज में दर्शकों के सामने पेश होने जा रहा है।
हिंदी न्यूज चैनल 'जी न्यूज' (Zee News) का चर्चित प्राइम टाइम शो ‘डेली न्यूज एंड एनालिसिस’ (DNA) अब नए तेवर और ताजा अंदाज में दर्शकों के सामने पेश होने जा रहा है। चैनल की ओर से एक प्रोमो जारी किया गया है, जिसमें साफ तौर पर ऐलान किया गया है कि वरिष्ठ पत्रकार और जी न्यूज के मैनेजिंग एडिटर राहुल सिन्हा इस शो की मेजबानी करेंगे।
प्रोमो में कहा गया है- यह शो सोमवार से शनिवार हर रात 9 बजे प्रसारित होगा। इसके साथ ही वादा किया गया है—“बुलंद आवाज, विश्वसनीय संवाद और सौ फीसदी राष्ट्रवाद, बहुत जल्द सिर्फ 'जी न्यूज' पर।”
बता दें कि अब तक इस शो को पत्रकार अनंत त्यागी होस्ट कर रहे थे, जिन्होंने हाल के समय में DNA को एक नए दर्शक वर्ग से जोड़ा था। मगर अब यह स्पष्ट हो गया है कि 'जी न्यूज' के मैनेजिंग एडिटर राहुल सिन्हा एक बार फिर इस शो की मेज़बानी करते नजर आएंगे।
गौरतलब है कि राहुल सिन्हा पहले भी DNA की मेजबानी कर चुके हैं और उनकी प्रस्तुति को दर्शकों से अच्छा खासा रिस्पॉन्स मिला था। ऐसे में माना जा रहा है कि उनकी वापसी के साथ इस शो को न केवल नया जीवन मिलेगा, बल्कि इसकी धार और प्रभावशीलता भी पहले जैसी और शायद पहले से भी ज्यादा—हो सकती है। अब दर्शक उत्सुक हैं कि DNA के इस नए संस्करण में क्या कुछ नया देखने को मिलेगा।
चैनल की ओर से जारी प्रोमो आप यहां देख सकते हैं।
आपका और हमारा DNA एक है...
— Zee News (@ZeeNews) April 13, 2025
DNA अब नए अंदाज में @RahulSinhaTV के साथ
सोमवार से शनिवार रोज रात 9 बजे सिर्फ @ZeeNews पर #DNA #ZeeNews pic.twitter.com/yW48JRlgqa
GTPL हैथवे लिमिटेड ने वित्त वर्ष 2024-25 (FY25) के दौरान एक लाख नए एक्टिव केबल सब्सक्राइबर जोड़े हैं
GTPL हैथवे लिमिटेड ने वित्त वर्ष 2024-25 (FY25) के दौरान एक लाख नए एक्टिव केबल सब्सक्राइबर जोड़े हैं, जिससे कंपनी का कुल सब्सक्राइबर बेस 31 मार्च 2025 तक 96 लाख हो गया है। मीडिया और ब्रॉडबैंड क्षेत्र में चुनौतियों के बावजूद कंपनी ने ब्रॉडबैंड MRPU (प्रति यूजर औसत राजस्व) में भी बढ़त दर्ज की है, जो साल-दर-साल ₹5 की बढ़त के साथ ₹465 प्रति माह तक पहुंच गया। साथ ही प्रति ग्राहक औसत मासिक डेटा खपत में 11% की वृद्धि हुई।
कंपनी ने 31 मार्च 2025 को समाप्त चौथी तिमाही और पूरे वित्त वर्ष के नतीजे घोषित किए। चौथी तिमाही में कंपनी का राजस्व 10% की सालाना वृद्धि के साथ ₹8,989 मिलियन रहा, जबकि पूरे वित्त वर्ष का कुल राजस्व ₹35,072 मिलियन रहा, जो पिछले साल की तुलना में 8% अधिक है। ब्रॉडबैंड राजस्व साल-दर-साल 4% की बढ़त के साथ ₹5,456 मिलियन रहा।
Q4 FY25 में कंपनी का ईबीआईटीडीए ₹1,144 मिलियन रहा और ईबीआईटीडीए मार्जिन 12.7% दर्ज किया गया, जबकि ऑपरेशनल ईबीआईटीडीए मार्जिन 22% रहा। पूरे साल का ईबीआईटीडीए ₹4,625 मिलियन रहा और मार्जिन 13.2% रहा। चौथी तिमाही में कंपनी का शुद्ध लाभ (PAT) ₹105 मिलियन और पूरे साल का PAT ₹479 मिलियन रहा।
कंपनी के निदेशक मंडल ने FY25 के लिए ₹2 प्रति शेयर (फेस वैल्यू का 20%) डिविडेंड की सिफारिश की है। GTPL के पेइंग सब्सक्राइबर भी सालाना आधार पर एक लाख की वृद्धि के साथ 89 लाख हो गए। केबल टीवी से सब्सक्रिप्शन राजस्व चौथी तिमाही में ₹2,982 मिलियन और पूरे साल के लिए ₹12,327 मिलियन रहा।
इसके साथ ही, कंपनी ने सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के साथ 10 साल के Grant of Permission Agreement (GOPA) पर हस्ताक्षर किए हैं, जिसके तहत GTPL अब Headend-in-the-Sky (HITS) सेवाएं प्रदान करेगा।
FY25 में कंपनी ने 25,000 ब्रॉडबैंड सब्सक्राइबर भी जोड़े, जिससे कुल ब्रॉडबैंड सब्सक्राइबर बेस 10.45 लाख तक पहुंच गया। Homepass की संख्या 59.5 लाख हो गई है, जिसमें से 75% हिस्से को FTTX में बदलने की तैयारी है। चौथी तिमाही में ब्रॉडबैंड से कंपनी का राजस्व ₹1,358 मिलियन रहा, जो बेहतर डेटा खपत और बढ़ते ARPU की वजह से संभव हो पाया।
GTPL Hathway लिमिटेड के मैनेजिंग डायरेक्टर अनिरुद्धसिंह जडेजा ने कहा, “यह बताते हुए खुशी हो रही है कि हमारी कंपनी ने दोनों बिजनेस डिवीजनों में सब्सक्राइबर बेस को बनाए रखा है, जो मुश्किल माहौल में भी हमारे ऑपरेशंस की मजबूती को दर्शाता है। हम अपने दीर्घकालिक दृष्टिकोण और उपभोक्ता ट्रेंड्स के अनुरूप योजनाओं को लेकर आशावादी हैं।”
उन्होंने आगे कहा, “आगामी वित्त वर्ष हमारे लिए अहम होगा, क्योंकि हम टीवी सेवाओं के वितरण को और बेहतर बनाने की दिशा में काम कर रहे हैं, जिससे मध्यम अवधि में ठोस लाभ की उम्मीद है। हम लगातार अपनी सेवाओं का दायरा बढ़ा रहे हैं, टेक्नोलॉजी को अपग्रेड कर रहे हैं और उपभोक्ता-केंद्रित सेवाओं पर ध्यान दे रहे हैं। हम भविष्य में भी अपने व्यवसाय के विस्तार के अवसर तलाशते रहेंगे।”
दर्शकों की ओर से इस शो को सकारात्मक प्रतिक्रिया प्राप्त हुई है। कल प्रसारित हुए शो में राहुल सिन्हा ने वक्फ कानून को लेकर बंगाल में हुई हिंसा का विश्लेषण किया।
हिंदी न्यूज चैनल 'जी न्यूज' (Zee News) का चर्चित प्राइम टाइम शो ‘डेली न्यूज एंड एनालिसिस’ (DNA) अब एक नए अंदाज में दर्शकों के सामने पेश हुआ है। अब इस शो को वरिष्ठ पत्रकार और जी न्यूज के मैनेजिंग एडिटर राहुल सिन्हा होस्ट कर रहे हैं।
दर्शकों की ओर से इस शो को सकारात्मक प्रतिक्रिया प्राप्त हुई है। कल प्रसारित हुए शो में राहुल सिन्हा ने वक्फ कानून को लेकर बंगाल में हुई हिंसा का विश्लेषण किया। उन्होंने दिखाया कि कैसे हिंदुओं को बंगाल से पलायन करना पड़ रहा है। उन्होंने एक टीचर की दास्तान भी सुनाई कि कैसे उसी के छात्रों ने उनका घर जला दिया।
गौरतलब है कि राहुल सिन्हा पहले भी DNA की मेजबानी कर चुके हैं और उनकी प्रस्तुति को दर्शकों से अच्छा खासा रिस्पॉन्स मिला था। DNA के इस नए संस्करण में बेहद धारदार विश्लेषण है और जनता के हित से जुड़े मुद्दों को प्रखरता से उठाया जा रहा हैं।
केबल टीवी डिस्ट्रीब्यूशन इंडस्ट्री को मजबूत बनाने के उद्देश्य से, अखिल भारतीय डिजिटल केबल फेडरेशन के प्रतिनिधियों ने पिछले सप्ताह सूचना-प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव से मुलाकात की।
नई दिल्ली में केबल टीवी डिस्ट्रीब्यूशन इंडस्ट्री को मजबूत बनाने के उद्देश्य से, अखिल भारतीय डिजिटल केबल फेडरेशन (AIDCF) के प्रतिनिधियों ने पिछले सप्ताह केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव से मुलाकात की। इस बैठक में फेडरेशन के सदस्यों ने क्षेत्र के सामने आ रहे प्रमुख चुनौतियों पर चर्चा की।
बैठक में मुख्य तौर पर एक निष्पक्ष और संतुलित ढांचे की स्थापना पर जोर दिया गया, जिससे केबल टीवी के दीर्घकालिक स्थायित्व को सुनिश्चित किया जा सके। बातचीत में नियामक अंतराल को भरने और डिजिटल परिवर्तन की वर्तमान चुनौतियों के मद्देनजर इंडस्ट्री के लिए उचित नीतियां तैयार करने की आवश्यकता पर भी चर्चा हुई।
सूत्रों के मुताबिक, AIDCF ने सरकार से यह भी आग्रह किया है कि बड़े नेटवर्क द्वारा घोषित नए आरआईओ (RIOs) पर हस्तक्षेप करके उन्हें अपने खुद के बौके बनाने की स्वतंत्रता देने की बात पर विचार किया जाए।
AIDCF की प्रतिनिधिमंडली में प्रमुख हस्तियां शामिल थीं, जैसे AIDCF के प्रेजिडेंट व DEN नेटवर्क्स के सीईओ एस.एन. शर्मा, GTPL हैथवे के एमडी व सीईओ अनिरुद्ध सिंह जडेजा, फास्टवे ट्रांसमिशन के सीएफओ संजय गोयल, एशियानेट सैटेलाइट कम्युनिकेशन्स के वाइस चेयरमैन शंकरनारायण गोपालन, हैथवे केबल & डाटाकॉम के सीईओ टी. पनेसर और सिटी नेटवर्क्स से लालित शर्मा।
इस बैठक में सूचना-प्रसारण मंत्रालय के संयुक्त सचिव (ब्रॉडकास्टिंग) संजीव शंकर भी मौजूद थे, जो ब्रॉडकास्ट और केबल सेक्टर के लिए नीति निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
AIDCF ने पहले भी इंडस्ट्री में पाए जाने वाले असमान नियामक परिदृश्य पर चिंता व्यक्त की है। खासकर मल्टी-सिस्टम ऑपरेटर्स (MSOs) और स्थानीय केबल ऑपरेटर्स (LCOs) की तुलना में, डायरेक्ट-टू-होम (DTH) सेवाओं– चाहे वह भुगतान आधारित हों या मुफ्त तथा ओवर-द-टॉप (OTT) स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म्स की प्रतिस्पर्धा में नीतिगत अंतराल को लेकर सवाल खड़े किए गए हैं। साथ ही, TRAI की टैरिफ फ्रेमवर्क की भी आलोचना की गई है, जिसे कई बार ब्रॉडकास्टर्स के पक्ष में माना गया है।
बंडल्ड चैनल पैकेज का मुद्दा वर्षों से विवाद का केंद्र रहा है। ब्रॉडकास्टर्स और डिस्ट्रीब्यूशन प्लेटफॉर्म ऑपरेटर्स (DPOs) के बीच इस बात को लेकर मतभेद बने हुए हैं कि इन पैकेजों की रचना कैसे की जाए। दोनों पक्ष अपनी-अपनी राय में अड़े हुए हैं और अभी तक कोई स्पष्ट समाधान सामने नहीं आया है। हाल ही में केबल ऑपरेटर्स ने भी ट्राइ में हस्तक्षेप की मांग की है, यह कहते हुए कि उपभोक्ताओं को अक्सर ऐसे प्री-मेड पैकेज लेने पर मजबूर किया जाता है जिनमें उन्हें रुचि नहीं होती, सिर्फ छूट का जिक्र करते हुए।
इस बीच, मंत्रालय ने ब्रॉडकास्ट इंडस्ट्री में चल रहे पुराने और असंगत नियमों के पुनर्निर्माण की प्रक्रिया शुरू कर दी है, जिसमें केबल टीवी डिस्ट्रीब्यूशन से जुड़े नियमों में भी सुधार शामिल हैं। साथ ही, एक पार्लियामेंट्री समिति ने हाल ही में सरकार से आग्रह किया है कि प्रिंट, ब्रॉडकास्ट और डिजिटल मीडिया क्षेत्रों के लिए एकीकृत नियामक प्राधिकरण का गठन किया जाए, जिससे इन तेजी से बदलते क्षेत्रों में शासन व्यवस्था में सुधार हो सके।
यह कदम केबल टीवी इंडस्ट्री में सुधार और स्थायित्व की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल माना जा रहा है, जिससे आने वाले दिनों में इंडस्ट्री में नई नीतियों के आधार पर व्यापक बदलाव की उम्मीद है।
दर्शक अब ‘भारत एक्सप्रेस’ को ‘फास्टवे’ के केबल टीवी नेटवर्क, आईपीटीवी, ओटीटी प्लेटफॉर्म्स और मोबाइल ऐप के माध्यम से देख सकते हैं।
देश के प्रमुख न्यूज चैनल्स में शुमार ‘भारत एक्सप्रेस’ (Bharat Express) ने राष्ट्रीय स्तर पर विस्तार की दिशा में अपने कदम और आगे बढ़ाए हैं। अब यह चैनल प्रमुख डिजिटल केबल और ब्रॉडबैंड सर्विस प्रोवाइडर ‘फास्टवे’ (Fastway) पर भी उपलब्ध हो गया है।
‘भारत एक्सप्रेस’ अब सभी प्रमुख डीटीएच और केबल नेटवर्क पर उपलब्ध है, जिसमें टाटा प्ले (चैनल 535), एयरटेल डिजिटल टीवी (चैनल 327), डिश टीवी (चैनल 671), डी2एच (चैनल 753), डेन (चैनल 314), डेनॉन (चैनल 312), जियो फाइबर (चैनल 495), सिटी (चैनल 310), हैथवे (दिल्ली चैनल 214, मुंबई चैनल 213), एनएक्सटी डिजिटल (दिल्ली चैनल 806, मुंबई चैनल 317) और जियो टीवी (चैनल 535) शामिल हैं। ‘फास्टवे’ के साथ जुड़ने से अब ‘भारत एक्सप्रेस’ की पहुंच 140 से अधिक शहरों और कस्बों तक हो गई है।
गौरतलब है कि ‘फास्टवे’ देश का अग्रणी डिजिटल केबल टीवी और ब्रॉडबैंड सर्विस प्रोवाइडर है। यह 450 से अधिक एसडी और एचडी चैनल्स के साथ हाई-स्पीड इंटरनेट सेवाएं भी प्रदान करता है। यह ट्रांसमिशन्स प्राइवेट लिमिटेड पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, जम्मू और कश्मीर, राजस्थान, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड सहित कई राज्यों में अपनी सेवाएं देता है। यह कंपनी 140 से अधिक शहरों में केबल टीवी और ब्रॉडबैंड सेवाएं उपलब्ध कराती है, जबकि 21 शहरों में हाई-स्पीड ब्रॉडबैंड की सुविधा देती है।
हाल ही में ‘फास्टवे’ ने अपना आईपीटीवी सेट-टॉप बॉक्स लॉन्च किया है, जिसमें 450 से ज्यादा चैनल्स के साथ ओटीटी कंटेंट भी उपलब्ध है। दर्शक ‘फास्टवे’ लाइव टीवी मोबाइल ऐप के जरिए भी लाइव टीवी देख सकते हैं। ऐसे में दर्शक अब ‘भारत एक्सप्रेस’ को ‘फास्टवे’ के केबल टीवी नेटवर्क, आईपीटीवी, ओटीटी प्लेटफॉर्म्स और मोबाइल ऐप के माध्यम से देख सकते हैं।
पत्रकारिता के क्षेत्र में करीब दो दशकों के अनुभव वाले सुमित झा इससे पहले आईटीवी नेटवर्क के हिंदी न्यूज चैनल 'इंडिया न्यूज' में सीनियर एंकर के रूप में जुड़े हुए थे।
वरिष्ठ टीवी पत्रकार सुमित कुमार झा ने ‘इंडिया न्यूज’ को अलविदा कहकर अब 'रिपब्लिक भारत' के साथ अपनी नई पारी की शुरुआत की है। वह चैनल में सीनियर एंकर की भूमिका में नजर आने लगे हैं।
पत्रकारिता के क्षेत्र में करीब दो दशकों के अनुभव वाले सुमित झा इससे पहले आईटीवी नेटवर्क के हिंदी न्यूज चैनल 'इंडिया न्यूज' में सीनियर एंकर के रूप में जुड़े हुए थे। वह पिछले साल सितंबर में इस चैनल से जुड़े थे, लेकिन अब उन्होंने नई दिशा में कदम बढ़ाया है।
भारत एक्सप्रेस, न्यूज नेशन, महुआ न्यूज, जी मीडिया और नेटवर्क18 जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों में काम कर चुके सुमित झा को डिबेट शोज और स्पेशल कार्यक्रमों का लंबा अनुभव है। उन्होंने कई अहम राजनीतिक चेहरों- जैसे लालू यादव, तेजस्वी यादव, कन्हैया कुमार, हार्दिक पटेल और बिहार-झारखंड के कई मंत्रियों का इंटरव्यू भी किया है।
मूल रूप से बिहार के मधुबनी जिले से ताल्लुक रखने वाले सुमित झा ने अपने करियर की शुरुआत वरिष्ठ पत्रकार नलिनी सिंह के चर्चित शो ‘आंखों देखी’ से की थी। उन्होंने गुरु जंभेश्वर यूनिवर्सिटी, हिसार (हरियाणा) से मास कम्युनिकेशन में स्नातक किया है।
'समाचार4मीडिया' की ओर से सुमित कुमार झा को उनके नए सफर के लिए हार्दिक शुभकामनाएं।
हिंदी न्यूज जगत से एक बड़ी हलचल की खबर सामने आ रही है। 'जी न्यूज' का चर्चित प्राइम टाइम शो DNA (डेली न्यूज एंड एनालिसिस) अब नए तेवर और ताजा अंदाज में दर्शकों के सामने पेश होने जा रहा है।
हिंदी न्यूज जगत से एक बड़ी हलचल की खबर सामने आ रही है। 'जी न्यूज' का चर्चित प्राइम टाइम शो DNA (डेली न्यूज एंड एनालिसिस) अब नए तेवर और ताजा अंदाज में दर्शकों के सामने पेश होने जा रहा है। चैनल की ओर से एक प्रोमो जारी किया गया है, जिसमें वादा किया गया है कि “बुलंद आवाज, विश्वसनीय संवाद और सौ फीसदी राष्ट्रवाद, बहुत जल्द सिर्फ 'जी न्यूज' पर।”
इस वक्त DNA की कमान पत्रकार अनंत त्यागी के हाथों में है, जिन्होंने हाल के समय में इस शो को एक नए दर्शक वर्ग से जोड़ा है। मगर अब खबरें आ रही हैं कि 'जी न्यूज' के मैनेजिंग एडिटर राहुल सिन्हा एक बार फिर इस शो की मेजबानी करते नजर आ सकते हैं। सूत्रों की मानें तो चैनल अंदरखाने इस बदलाव की तैयारी कर रहा है, हालांकि आधिकारिक ऐलान का इंतजार अब भी जारी है।
गौरतलब है कि राहुल सिन्हा पहले भी DNA की मेजबानी कर चुके हैं और उनकी प्रस्तुति को दर्शकों से अच्छा खासा रिस्पॉन्स मिला था। ऐसे में यदि वह दोबारा इस मंच पर लौटते हैं, तो DNA को नया जीवन और पहले जैसा प्रभावशाली स्वरूप मिल सकता है।
फिलहाल दर्शक इस बात को लेकर उत्सुक हैं कि DNA के इस नए संस्करण में कौन-सी नई बातें होंगी और क्या राहुल सिन्हा की वापसी वाकई तय है। 'जी न्यूज' के इस संकेत के बाद इतना तो तय है कि प्राइम टाइम में बदलाव की बयार चल पड़ी है- अब देखना है, ये बयार किस ओर रुख करती है।
बुलंद आवाज़...विश्वसनीय संवाद...100% राष्ट्रवाद
— Zee News (@ZeeNews) April 11, 2025
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मनोज्ञा लोईवाल ने कुछ दिनों पहले ही ‘ABP Network’ में अपनी पारी को विराम दे दिया था। वह यहां करीब सवा चार साल से कार्यरत थीं और बतौर एडिटर व एंकर अपनी जिम्मेदारी निभा रही थीं।
वरिष्ठ पत्रकार मनोज्ञा लोईवाल के बारे में खबर है कि उन्होंने ‘एनडीटीवी’ (NDTV) के साथ अपनी नई पारी शुरू की है। विश्वसनीय सूत्रों के हवाले से मिली खबर के मुताबिक उन्होंने यहां पर सीनियर ए़डिटर और एंकर के पद पर जॉइन किया है और जल्द ही वह प्राइम टाइम शोज का हिस्सा होंगी।
बता दें कि मनोज्ञा लोईवाल ने कुछ दिनों पहले ही ‘ABP Network’ में अपनी पारी को विराम दे दिया था। वह यहां करीब सवा चार साल से कार्यरत थीं और बतौर एडिटर व एंकर अपनी जिम्मेदारी निभा रही थीं।
रामनाथ गोयनका अवॉर्ड से सम्मानित मनोज्ञा को मीडिया में काम करने का 20 साल से ज्यादा का अनुभव है। ‘एबीपी न्यूज’ से पहले मनोज्ञा करीब 11 साल से ‘इंडिया टुडे’ (India Today) में अपनी जिम्मेदारी निभा रही थीं। पूर्व में वह ‘न्यूजएक्स’, ‘नेटवर्क18’ और ‘दैनिक जागरण’ जैसे प्रतिष्ठित मीडिया संस्थानों में भी अपनी भूमिका निभा चुकी हैं।
मनोज्ञा लोईवाल पूर्वी भारत की महत्वपूर्ण घटनाओं को कवर करने के लिए जानी जाती हैं। नेपाल में आए भूकंप की विस्तृत रिपोर्टिंग के लिए उन्हें प्रतिष्ठित एक्सचेंज4मीडिया न्यूज ब्रॉडकास्टिंग अवॉर्ड्स (enba) भी मिल चुका है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, ममता बनर्जी, अमित शाह और अमिताभ बच्चन जैसी हस्तियों का इंटरव्यू किया है। वह इंडियन स्कूल ऑफ बिजनेस की फेलो हैं। छह से ज्यादा भाषाओं की जानकार मनोज्ञा चीन के वुहान के रिपोर्टिंग करने वाली एकमात्र भारतीय पत्रकार हैं। इसके साथ ही उन्होंने करीब 20 साल तक पूर्वोत्तर भारत को विस्तृत रूप से कवर किया है।
समाचार4मीडिया की ओर से मनोज्ञा लोईवाल को उनकी नई पारी के लिए ढेरों बधाई और शुभकामनाएं।
देश का भरोसेमंद अंग्रेजी न्यूज चैनल NDTV 24x7 अब अपने प्राइम टाइम स्लॉट को और धार दे रहा है। चैनल ने दर्शकों की पसंद और बदलते मीडिया ट्रेंड्स को देखते हुए एक दमदार प्राइम टाइम लाइनअप पेश किया है
देश का भरोसेमंद अंग्रेजी न्यूज चैनल NDTV 24x7 अब अपने प्राइम टाइम स्लॉट को और धार दे रहा है। चैनल ने दर्शकों की पसंद और बदलते मीडिया ट्रेंड्स को देखते हुए एक दमदार प्राइम टाइम लाइनअप पेश किया है, जिसमें अनुभवी पत्रकार शिव अरूर की एंट्री ने खास ध्यान खींचा है।
NDTV 24x7 की शाम 7 बजे की शुरुआत होती है The Southern View से, जहां वीरराघव दक्षिण भारत की राजनीति और अर्थव्यवस्था से जुड़ी अहम हलचलों को राष्ट्रीय संदर्भ में जोड़ते हैं। इसके बाद 7:30 बजे वसुधा वेणुगोपाल Newsbreak के जरिए दिन की बड़ी खबरों को संक्षेप, स्पष्टता और संदर्भ के साथ पेश करती हैं।
रात 8:30 बजे आता है The Last Word, जहां मारिया शकील दिन की सबसे गंभीर खबरों पर ग्राउंड रिपोर्ट और राजनीतिक विश्लेषण के जरिए गहराई से चर्चा करती हैं। ठीक 9 बजे विष्णु सोम Left, Right & Centre की मेजबानी करते हैं—एक ऐसा मंच जहां तथ्य आधारित संवाद के जरिए संतुलित और सम्मानजनक बहस होती है। प्राइम टाइम का समापन होता है News Night से, जो रात 10 बजे दीप्ति सचदेवा के साथ ठहराव, स्पष्टता और विश्वसनीय विश्लेषण के अंदाज में प्रस्तुत होता है।
इस सशक्त लाइनअप में अब शिव अरूर जैसे तेजतर्रार और अनुभवी पत्रकार की मौजूदगी से नई ऊर्जा जुड़ गई है। अपनी धारदार रिपोर्टिंग और संपादकीय समझ के लिए पहचाने जाने वाले शिव NDTV 24x7 के कंटेंट को और गहराई देंगे।
NDTV के डायरेक्टर और एडिटर-इन-चीफ संजय पुगलिया ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “हमारा प्राइम टाइम लाइनअप हमारे नेटवर्क की मजबूती और विविधता को दर्शाता है। इन घंटों में लगातार बढ़ती व्युअरशिप इस बात का संकेत है कि हम सही दिशा में बढ़ रहे हैं और दर्शकों का विश्वास लगातार कायम है।”
NDTV 24x7 एक बार फिर यह साबित कर रहा है कि विश्वसनीयता, गहराई और निष्पक्ष पत्रकारिता ही वह आधार है जिस पर दर्शकों का भरोसा टिका रहता है।
भले ही डिजिटल प्लेटफॉर्म्स तेजी से आगे बढ़ रहे हों, लेकिन TATA IPL 2025 के शुरुआती आंकड़े साफ बताते हैं कि लाइव खेलों के मामले में टेलीविजन की पकड़ आज भी मजबूत बनी हुई है।
भले ही डिजिटल प्लेटफॉर्म्स तेजी से आगे बढ़ रहे हों, लेकिन TATA IPL 2025 के शुरुआती आंकड़े साफ बताते हैं कि लाइव खेलों के मामले में टेलीविजन की पकड़ आज भी मजबूत बनी हुई है। टूर्नामेंट के पहले सप्ताहांत में टीवी पर मिली जबरदस्त दर्शक संख्या ने यह साबित कर दिया है कि पारंपरिक टेलीविज़न अब भी दर्शकों और विज्ञापनदाताओं दोनों के लिए अहम बना हुआ है।
उद्योग से जुड़े सूत्रों के अनुसार, पिछले तीन महीनों में पे-टीवी यानी डीटीएच सेवाओं से जुड़ने वाले ग्राहकों की संख्या 10 लाख से अधिक बढ़ी है। इसका मुख्य कारण हाल ही में हुए ICC चैंपियंस ट्रॉफी और अब IPL को बताया जा रहा है। यह उन डीटीएच कंपनियों के लिए राहत की खबर है, जो DD फ्री डिश और ओटीटी प्लेटफॉर्म्स से मिल रही चुनौती के कारण ग्राहकों को बनाए रखने के लिए जूझ रही थीं।
विशेषज्ञों का मानना है कि इस बार IPL को JioHotstar द्वारा पेवॉल के पीछे रखे जाने से टीवी प्लेटफॉर्म्स पर दबाव कम हुआ है। दर्शकों ने बड़ी संख्या में टीवी की ओर रुख किया है।
BARC के आंकड़ों के अनुसार, IPL 2025 के शुरुआती सप्ताहांत को टीवी पर 25.3 करोड़ से ज़्यादा लोगों ने देखा और कुल 2,770 करोड़ मिनट तक मैचों का लुत्फ उठाया। यह पिछले साल की तुलना में 22% की बढ़ोतरी है। इतना ही नहीं, इस सीज़न के पहले तीन मैचों की औसत टीवी रेटिंग 39% तक बढ़ी है, जो दर्शकों की गहरी भागीदारी को दर्शाता है।
TAM की एक रिपोर्ट बताती है कि IPL 18 के पहले 13 मुकाबलों में टीवी पर ऐड वॉल्यूम [किसी मीडिया प्लेटफॉर्म (जैसे टीवी या रेडियो) पर विज्ञापनों का कुल समय या स्थान, जो किसी तय अवधि (जैसे IPL के पहले 13 मैच) में प्रसारित किया गया है।] पिछले सीजन की तुलना में 12% ज्यादा रही। विज्ञापन श्रेणियों में 'माउथ फ्रेशनर' सबसे आगे रहा, जबकि ईकॉम गेमिंग और स्मार्टफोन कैटेगरी ने भी अच्छी पकड़ बनाए रखी। दिलचस्प बात ये रही कि टॉप पांच विज्ञापन श्रेणियों में से दो फूड और बेवरेज सेक्टर से थीं — जो IPL की जन-जन तक पहुंच को दिखाता है।
Parle Biscuits Pvt Ltd इस सीजन की अब तक की सबसे बड़ी विज्ञापनदाता कंपनी बनकर उभरी है, जिसने शुरुआती 13 में से 12 मैचों में अपनी मौजूदगी दर्ज कराई। Sporta Technologies और Vishnu Packaging जैसी कंपनियों ने भी विज्ञापन में अपना पुराना दबदबा बरकरार रखा।
ब्रॉडकास्टिंग के अनुभवी जानकार राजीव खट्टर कहते हैं, "खेल हमेशा से लोगों को जोड़ने वाला माध्यम रहा है। दोस्तों या परिवार के साथ बड़े स्क्रीन पर मैच देखने का जो रोमांच होता है, वह मोबाइल पर नहीं मिल सकता। टीवी सिर्फ कंटेंट देखने का जरिया नहीं, बल्कि साथ जुड़ने और जश्न मनाने का माध्यम है।"
एक और मीडिया विश्लेषक ने बताया कि खेलों ने हमेशा सब्सक्रिप्शन और विज्ञापन दोनों में इजाफा किया है और यह आज भी उतना ही सच है।
भले ही आज कंटेंट देखने के विकल्प अनगिनत हो गए हों, लेकिन IPL 2025 के शुरुआती आंकड़े यही बताते हैं कि जब बात लाइव स्पोर्ट्स की हो, तो आज भी टेलीविजन सबसे ऊपर है। यह वो माध्यम है जो पूरे देश को एक साथ जोड़ता है, और बाकी प्लेटफॉर्म्स के लिए यह सपना ही है।
टीवी पत्रकार व प्राइम टाइम एंकर अखिलेश आनंद ने एबीपी न्यूज से अपने लंबे जुड़ाव को अलविदा कह दिया है।
टीवी पत्रकार व प्राइम टाइम एंकर अखिलेश आनंद ने एबीपी न्यूज से अपने लंबे जुड़ाव को अलविदा कह दिया है। उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर एक इमोशनल पोस्ट के जरिए इस फैसले की जानकारी दी और बताया कि वे जल्द ही एक अन्य राष्ट्रीय चैनल पर नजर आएंगे।
अखिलेश आनंद ने लिखा, “फिलहाल वक्त हो चला है एक छोटे से ब्रेक का… पिछले लगभग 10 सालों से आपसे यही कहता रहा… अब खुद के लिए कह रहा हूं।”
फिलहाल वक्त हो चला है एक छोटे से ब्रेक का, लौटेंगे फौरन बड़ी खबरों के साथ..देखते रहिए #ABP_News ..पिछले लगभग 10 सालों से आपसे मैं ये कहता रहा. अब खुद मेरे लिए वक्त हो चला है एक छोटे से ब्रेक का. मैने एबीपी न्यूज से ब्रेक ले लिया है और जल्द ही एक दूसरे राष्ट्रीय चैनल पर आपलोगों से…
— Akhilesh Anand अखिलेश आनंद (@akhileshanandd) April 8, 2025
अखिलेश आनंद ने जनवरी 2016 में एबीपी न्यूज जॉइन किया था और बीते लगभग एक दशक में वे चैनल के प्रमुख चेहरों में शामिल रहे। इस दौरान उन्होंने "घंटी बजाओ", "कौन बनेगा मुख्यमंत्री", "कौन बनेगा प्रधानमंत्री" और "The Inside Story" जैसे चर्चित प्रोग्राम्स को होस्ट किया और दर्शकों के बीच खास पहचान बनाई।
करीब 21 वर्षों के मीडिया करियर में अखिलेश आनंद ने कई राष्ट्रीय चैनलों में काम किया और ग्राउंड रिपोर्टिंग से लेकर स्टूडियो तक हर भूमिका को शिद्दत से निभाया। वे उन चुनिंदा पत्रकारों में से हैं जिन्होंने अयोध्या से कन्याकुमारी तक सड़क मार्ग से चुनावी कवरेज की, वो भी अकेले दम पर। 30,000 किलोमीटर की चुनाव यात्रा और नक्सल प्रभावित क्षेत्रों से लाइव रिपोर्टिंग उनके प्रोफेशनल कमिटमेंट का उदाहरण हैं।
अपने पोस्ट में उन्होंने यह भी बताया कि इस छोटे से ब्रेक के दौरान वे कुछ पॉडकास्ट प्रोजेक्ट्स पर काम कर रहे हैं और जल्द ही एक नए राष्ट्रीय चैनल में वापसी करेंगे।
अखिलेश आनंद ने पत्रकारिता की शुरुआत 'न्यूज24' से की थी, जहां वे करीब चार वर्षों तक जुड़े रहे। फिर जी न्यूज में एक वर्ष की पारी खेलने के बाद उन्होंने 2012 में दोबारा न्यूज24 जॉइन किया और 2016 में एबीपी न्यूज का हिस्सा बने। दिल्ली यूनिवर्सिटी के हिन्दू कॉलेज से मास्टर डिग्री धारक अखिलेश ने एक मामूली पृष्ठभूमि से उठकर नेशनल मीडिया में अपना नाम और मुकाम बनाया।