इंडिया टुडे में सीनियर एंकर के तौर पर कार्यरत नबिला जमाल ने पांच वर्षों के बाद संगठन को अलविदा कह दिया है।
इंडिया टुडे में सीनियर एंकर के तौर पर कार्यरत नबिला जमाल ने पांच वर्षों के बाद संगठन को अलविदा कह दिया है। मिली जानकारी के मुताबिक, अब वह न्यूज9 (TV9 नेटवर्क का हिस्सा) में एग्जिक्यूटिव एडिटर और एंकर की नई भूमिका निभाती नजर आएंगी।
'न्यूज9' भारत का पहला पूरी तरह डिजिटल प्लेटफॉर्म पर केंद्रित अंग्रेजी न्यूज ब्रैंड है।
TV9 नेटवर्क के साथ नबिला जमाल का यह दूसरा कार्यकाल होगा।
न्यूज9, अपनी अत्याधुनिक डिजिटल पत्रकारिता के लिए जाना जाता है, कई प्लेटॉर्म्स के माध्यम से काम करता है, जिसमें प्रकाशन प्लेटफॉर्म www.news9live.com ओटीटी प्लेटफॉर्म News9 Plus और 24 घंटे की वीडियो स्ट्रीमिंग सर्विस शामिल है, जो कनेक्टेड टीवी और सोशल प्लेटफॉर्म्स पर उपलब्ध है। यह कदम नबिला जमाल के गतिशील करियर को रेखांकित करता है, क्योंकि वह भारत के बदलते डिजिटल न्यूज क्षेत्र में एक प्रमुख नेतृत्व भूमिका निभाने जा रही हैं।
नबिला जमाल को पत्रकारिता में एक दशक से अधिक का व्यापक अनुभव है, जिसमें उन्होंने अपराध, राजनीति और पर्यावरणीय मुद्दों पर गहरी और प्रभावशाली कवरेज के लिए राष्ट्रीय स्तर पर पहचान हासिल की है।
वह सेंट जोसेफ कॉलेज, बेंगलुरु की पूर्व छात्रा हैं और अर्थशास्त्र और राजनीतिक विज्ञान में स्नातक डिग्री तथा मास कम्युनिकेशन में मास्टर डिग्री रखती हैं।
डीडी फ्री डिश MPEG-2 स्लॉट ई-नीलामी के दूसरे दौर में प्रसारकों के लिए अप्रत्याशित लाभ हुआ, लेकिन प्रसार भारती के लिए यह भारी नुकसान साबित हुआ।
तसमयी लाहा रॉय, एडिटर, एक्सचेंज4मीडिया ।।
डीडी फ्री डिश MPEG-2 स्लॉट ई-नीलामी के दूसरे दौर में प्रसारकों के लिए अप्रत्याशित लाभ हुआ, लेकिन प्रसार भारती के लिए यह भारी नुकसान साबित हुआ। जिस नीलामी से उच्च दांव वाली प्रतिस्पर्धा की उम्मीद थी, वह एक सामान्य क्लियरेंस बिक्री में बदल गई, क्योंकि अधिकांश स्लॉट्स केवल 10-15 लाख रुपये की मामूली मूल्य वृद्धि के साथ आवंटित किए गए। उद्योग के अंदरूनी सूत्रों का अनुमान है कि प्रसार भारती ने संभावित राजस्व में कम से कम 150 करोड़ रुपये का नुकसान किया, क्योंकि प्रमुख प्रसारकों ने सभी राउंड 1 आवेदकों की विवादास्पद अयोग्यता के बाद रणनीतिक रूप से अपनी बोली रोक दी थी।
बकेट R1 का प्रभाव
हालांकि प्रसार भारती ने अयोग्य ठहराए गए आवेदकों के बारे में कोई औपचारिक घोषणा नहीं की, लेकिन जैसे ही यह मामला कानूनी विवाद में बढ़ा, प्रसारकों ने इसे आंतरिक रूप से चर्चा करना शुरू कर दिया और यह खबर जल्दी फैल गई। राउंड 2 की नीलामी शुरू होने तक अधिकांश खिलाड़ी स्थिति से अवगत थे, जिसने उनकी बोली रणनीतियों को प्रभावित किया।
“नीलामी रणनीति में यह बदलाव इंडस्ट्री में चिंता का विषय बन गया है, कई प्रसारकों ने इसे अनुचित और प्रक्रिया की पारदर्शिता पर सवाल उठाया है,” एक स्रोत ने घटनाक्रम के बारे में बताया।
कई टीवी चैनल, जिनमें पॉपुलर टीवी और मूवीप्लेक्स शामिल हैं, प्रसार भारती द्वारा हाल ही में हुए MPEG-2 स्लॉट ई-नीलामी में अयोग्य ठहराए गए थे। इस अचानक अयोग्यता ने कम से कम एक प्रभावित प्रसारक, विजन कॉर्पोरेशन लिमिटेड, जो हाउस फुल मूवीज, मल्टीप्लेक्स और मूवी प्लस जैसे चैनल संचालित करता है, से कानूनी कार्रवाई को जन्म दिया। विजन कॉर्पोरेशन का बकेट R स्लॉट के लिए आवेदन चैनल के प्रकार और भाषा वर्गीकरण से संबंधित गलत और भ्रामक जानकारी के आधार पर अस्वीकृत किया गया। प्रसारक यह भी नहीं बता पाया कि वह एक प्रमुख बंगाली चैनल है, क्योंकि गैर-बंगाली कंटेंट ने प्रोग्रामिंग में अधिक स्थान लिया था।
“प्रसार भारती ने कंटेंट की जांच के लिए वीडियो रिकॉर्डिंग की मांग की थी, लेकिन विजन कॉर्पोरेशन ने समय सीमा से पहले उन्हें प्रस्तुत नहीं किया। अयोग्यता को भेदभावपूर्ण और प्रक्रियात्मक रूप से गलत बताते हुए विजन कॉर्पोरेशन ने इस फैसले को टेलीकॉम डिस्प्यूट्स सेटलमेंट एंड अपीलेट ट्रिब्यूनल (TDSAT) में चुनौती दी,” विकास के करीबी सूत्रों ने बताया।
इसके जवाब में, ट्रिब्यूनल ने एक अंतरिम आदेश जारी किया, जिसमें याचिकाकर्ता को आवश्यक वीडियो रिकॉर्डिंग जमा करने का निर्देश दिया, जबकि प्रसार भारती को उन्हें तुरंत समीक्षा करने के लिए कहा, इससे पहले कि वह अंतिम निर्णय लें।
राउंड 2 में रणनीतिक बोली ने कीमतों को कम रखा
राउंड 1 के बोलीदाता बाहर होने के कारण, राउंड 2 के प्रसारक कम कीमतों पर स्लॉट्स तक पहुंचने की उम्मीद कर रहे थे। पहले दौर की आक्रामक प्रतिस्पर्धा गायब हो गई, और प्रसारक रणनीतिक रूप से बेस प्राइस पर स्लॉट्स को सुरक्षित करने के लिए समन्वयित बोली में जुट गए।
राउंड 1 और राउंड 2 के बीच का अंतर स्पष्ट था। उदाहरण के लिए, पहले दिन जब बोली अपने चरम पर थी, A+ श्रेणी के स्लॉट्स ने 17 करोड़ से 18.6 करोड़ रुपये के बीच बोली प्राप्त की थी। ज़ी ने एक स्लॉट 18.60 करोड़ रुपये में और दूसरा 17.25 करोड़ रुपये में खरीदा, जबकि स्टार ने अपने स्लॉट को 18.25 करोड़ रुपये में हासिल किया। बकेट A की आरक्षित कीमत 12 करोड़ रुपये निर्धारित की गई थी, और ये आंकड़े स्वस्थ प्रतिस्पर्धा को दर्शाते थे।
लेकिन राउंड 2 तक, खेल बदल चुका था। पहले दौर के खिलाड़ियों की अनुपस्थिति ने बोली को निचले स्तर पर लाकर समाप्त कर दिया, जहां प्रसारक रणनीतिक रूप से बेस प्राइस पर स्लॉट्स हासिल करने के लिए इंतजार कर रहे थे।
“नीलामी की इस गतिशीलता में बदलाव ने 150 करोड़ रुपये से अधिक का राजस्व नुकसान किया है—न केवल प्रसार भारती के लिए, बल्कि राउंड 1 के बोलीदाताओं के लिए भी, जिन्होंने प्रीमियम राशि का भुगतान किया था, केवल यह देखने के लिए कि अन्य लोग सस्ती डील्स के साथ निकल गए,” इंडस्ट्री के एक अंदरूनी सूत्र ने बताया।
इंडस्ट्री की प्रतिक्रिया
राउंड 1 के आवेदन रद्द होने से कई प्रसारक निराश हो गए हैं। अयोग्य चैनलों को उनकी अस्वीकृति की आधिकारिक सूचना 12 फरवरी को रात 10 बजे तक मिली, जबकि बाकी इंडस्ट्री को तब तक पता चला जब राउंड 2 की बोली पहले से चल रही थी।
इंडस्ट्री में बढ़ती असंतोष और कानूनी चुनौतियों के बीच, हितधारक अब प्रसार भारती की नीलामी प्रक्रिया की पारदर्शिता और निष्पक्षता पर सवाल उठा रहे हैं।
पिछले एक दशक में प्रसार भारती की MPEG-2 स्लॉट नीलामियों ने महत्वपूर्ण विकास देखा है, जिसमें राजस्व पिछले कुछ वर्षों में चरम पर पहुंचा है। 2014-15 में 990.5 करोड़ रुपये के सकल राजस्व से लेकर, 2018-19 में 1,113.7 करोड़ रुपये तक, यह मजबूत वृद्धि का संकेत था। शुद्ध राजस्व भी लगातार बढ़ा, 2014-15 में 884.2 करोड़ रुपये से बढ़कर 2018-19 में 943.8 करोड़ रुपये हो गया। हालांकि, इसके बाद के वर्षों में इस वृद्धि में ठहराव देखा गया, और वार्षिक राजस्व वृद्धि 10% से कम हो गई।
हालिया राउंड 2 की फीकी बोली प्रसार भारती की लंबी अवधि की नीलामी रणनीति पर चिंता को उजागर करती है, जो और अधिक ठहराव का संकेत दे सकती है।
अब सवाल यह है कि क्या प्रसार भारती फिर से नियंत्रण पा सकेगा, या फ्री डिश नीलामी मॉडल अपनी चरम सीमा तक पहुँच चुका है?
इस सीरीज में महाकुंभ मेले की गहराई से पड़ताल की जाएगी, जो विश्व के सबसे बड़े धार्मिक आयोजनों में से एक है।
प्रसिद्ध लेखक अमीश त्रिपाठी ने एक नई भूमिका में कदम रखा है, जहां वह 'महाकुंभ: मानव इतिहास का सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन' नामक डॉक्यूमेंट्री सीरीज के होस्ट के रूप में नजर आएंगे। यह सीरीज 17 फरवरी यानी आज शाम 6:30 बजे एनडीटीवी 24x7 पर प्रसारित होगी।
इस सीरीज में महाकुंभ मेले की गहराई से पड़ताल की जाएगी, जो विश्व के सबसे बड़े धार्मिक आयोजनों में से एक है। इस डॉक्यूमेंट्री में मेले के ऐतिहासिक मूल, परंपराओं और प्रभावों पर रोशनी डाली जाएगी।
पौराणिक कथा साहित्य के लिए प्रसिद्ध त्रिपाठी इस डॉक्यूमेंट्री में अपनी कहानी कहने की विशेषज्ञता का उपयोग कर रहे हैं। वे दर्शकों को इस पर्व के महत्व और भारतीय संस्कृति व आध्यात्मिक परिदृश्य में इसकी भूमिका से अवगत कराएंगे। यह सीरीज प्रत्यक्ष अनुभवों, विशेषज्ञों की अंतर्दृष्टियों और महाकुंभ के भव्य दृश्यों को प्रस्तुत करेगी, जिससे इस आयोजन की विशालता और सार को महसूस किया जा सकेगा।
अमीश त्रिपाठी ने 2010 में 'द इम्मॉर्टल्स ऑफ मेलुहा' के साथ लेखक के रूप में शुरुआत की थी और अपनी शिव ट्रायलॉजी और राम चंद्र सीरीज के माध्यम से भारतीय पौराणिक कथाओं की पुनर्व्याख्या करने के लिए प्रसिद्ध हुए। उनकी पिछली डॉक्यूमेंट्री सीरीज 'लेजेंड्स ऑफ द रामायण' में भगवान राम की महागाथा के माध्यम से भारत की धार्मिक परंपराओं का अन्वेषण किया गया था। 'महाकुंभ' के साथ, वे भारत की जीवंत परंपराओं को व्यापक दर्शकों तक पहुंचाने की अपनी प्रतिबद्धता को जारी रख रहे हैं।
इतिहास, आस्था और सांस्कृतिक आख्यानों को जोड़ते हुए, यह डॉक्यूमेंट्री दर्शकों को एक ऐसे आयोजन की गहराई से जानकारी देगी, जो सदियों से चला आ रहा है और जो विश्वभर के लाखों श्रद्धालुओं को आकर्षित करता है।
अपनी पैनी विश्लेषण शैली और तथ्यों पर आधारित रिपोर्टिंग के कारण, यह शो व्युअरशिप के मामले में टीवी और डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर लगातार दर्शकों की पसंद बना हुआ है
जाने-माने टीवी पत्रकार और सीनियर न्यूज एंकर सुधीर चौधरी द्वारा हिंदी न्यूज चैनल ‘आजतक’ (AajTak) पर होस्ट किया जाने वाला शो 'ब्लैक&व्हाइट' देश में रात 9 बजे के स्लॉट में प्रमुख न्यूज प्रोग्राम बनकर उभरा है। अपनी पैनी विश्लेषण शैली और तथ्यों पर आधारित रिपोर्टिंग के कारण, यह शो व्युअरशिप के मामले में टीवी और डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर लगातार अपनी सफलता की कहानी लिख रहा है।
‘ब्रॉडकास्ट ऑडियंस रिसर्च काउंसिल’ (BARC) इंडिया के इस साल के पांचवे सप्ताह के डेटा के अनुसार, 'ब्लैक&व्हाइट' रात 9 बजे के हिंदी न्यूज शो में नंबर 1 पोजीशन पर है। हिंदी भाषी क्षेत्रों (HSM 15+आयु वर्ग) में इसकी मजबूत पकड़ दर्शाती है कि यह शो उन दर्शकों के बीच बेहद लोकप्रिय है, जो विश्वसनीय और गहन समाचार कवरेज को प्राथमिकता देते हैं।
ट्रेडिशनल टेलीविजन से आगे बढ़ते हुए इस शो ने लाइव यूट्यूब स्ट्रीमिंग, आउट-ऑफ-होम (ओओएच) टीवी स्क्रीन और आजतक के डिजिटल चैनल्स के माध्यम से एक मजबूत मल्टी-प्लेटफॉर्म मौजूदगी दर्ज की है। विभिन्न माध्यमों तक पहुंच के द्वारा यह सुनिश्चित किया गया है कि दर्शकों को कहीं भी और कभी भी विश्वसनीय समाचार मिल सकें।
‘ब्लैक&व्हाइट’ की सबसे बड़ी ताकत इसकी दर्शकों के साथ जुड़ने की क्षमता है। शो का ग्रॉस Average Minute Audience यानी AMA ('000) बहुत ज्यादा है, जो दर्शाता है कि इसे नियमित रूप से बड़ी संख्या में लोग देख रहे हैं। इसके अलावा, इसकी यूट्यूब लाइव स्ट्रीमिंग हिंदी न्यूज कैटेगरी में सबसे ज्यादा देखी जाने वाली ब्रॉडकास्ट्स में से एक है। औसत कनकरेंट यूजर्स (Average Concurrent Users) के मामले में यह शीर्ष पर बना हुआ है। डिजिटल माध्यमों पर इस विस्तार ने इसे और भी व्यापक दर्शक वर्ग तक पहुंचाया है, जिससे आधुनिक न्यूज ईकोसिस्टम में यह और अधिक प्रासंगिक बन गया है।
इस शो को इस नए मुकाम तक पहुंचाने में जुटे सुधीर चौधरी की बात करें तो उन्हें पत्रकारिता के क्षेत्र में दशकों का अनुभव है। सुधीर चौधरी ने 1990 के दशक में ‘जी न्यूज’ (Zee News) से अपने करियर की शुरुआत की थी और लाइव रिपोर्टिंग व 24x7 न्यूज फॉर्मेट को स्थापित करने में अहम भूमिका निभाई थी। अपने करियर के दौरान, उन्होंने जी न्यूज, WION, जी बिजनेस, और जी24 तास में एडिटर-इन-चीफ और सीईओ जैसी शीर्ष भूमिकाएं निभाईं। उनका प्रमुख शो 'डेली न्यूज एंड एनालिसिस' (DNA) अपनी गहरी विश्लेषणात्मक रिपोर्टिंग के लिए बेहद लोकप्रिय रहा।
2013 में ‘रामनाथ गोयनका अवार्ड फॉर एक्सीलेंस इन जर्नलिज्म’ (हिंदी ब्रॉडकास्ट) से सम्मानित किया गया था। जटिल मुद्दों को सरल और स्पष्ट तरीके से प्रस्तुत करने की उनकी क्षमता ने उन्हें देश के सबसे प्रभावशाली न्यूज एंकरों में स्थान दिलाया है। जुलाई 2022 में, सुधीर चौधरी ने ‘आजतक’ के साथ कंसल्टिंग एडिटर के रूप में जुड़कर ‘ब्लैक&व्हाइट’ की कमान संभाली।
वहीं, ‘ब्लैक&व्हाइट’ को प्रसारित कर रहे ‘आजतक’ की बात करें तो लंबे समय से यह देश के नंबर1 हिंदी न्यूज चैनल के रूप में अपनी पहचान बनाए हुए है। विश्वसनीय रिपोर्टिंग और पत्रकारिता की उच्च मानकों के प्रति अपनी प्रतिबद्धता के कारण यह चैनल लगातार हिंदी समाचार प्रसारण में अग्रणी बना हुआ है। सिर्फ टेलीविजन ही नहीं, बल्कि यूट्यूब, सोशल मीडिया और अपनी वेबसाइट के माध्यम से भी ‘आजतक’ की डिजिटल उपस्थिति बेहद मजबूत है, जिससे यह अलग-अलग आयु वर्ग और विभिन्न क्षेत्रों में रहने वाले दर्शकों के बीच न्यूज का एक भरोसेमंद स्रोत बना हुआ है।
उन्होंने पिछले साल फरवरी में यहां बतौर कंसल्टिंग एडिटर जॉइन किया था। 'टाइम्स नाउ' के साथ उनकी यह दूसरी पारी थी।
अपनी बेबाक पत्रकारिता के लिए मशहूर टीवी पत्रकार दीप्ति सचदेवा ने ‘टाइम्स नेटवर्क’ (Times Network) के अंग्रेजी न्यूज चैनल ‘टाइम्स नाउ’ (Times Now) से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने पिछले साल फरवरी में यहां बतौर कंसल्टिंग एडिटर जॉइन किया था। वह यहां शाम सात बजे ‘Nation Wants to Know’ शो होस्ट करती थीं। समाचार4मीडिया से बातचीत में दीप्ति सचदेवा ने अपने इस्तीफे की पुष्टि की है। इसके साथ ही उन्होंने कहा है कि वह जल्द ही अपनी नई पारी की शुरुआत करेंगी, तब इसके बारे में बताएंगी।
बता दें दि ‘टाइम्स नाउ’ से पहले दीप्ति सचदेवा लंबे समय से 'रिपब्लिक टीवी' (Republic TV) से जुड़ी हुई थीं और बतौर सीनियर एंकर/सीनियर न्यूज एडिटर अपनी जिम्मेदारी निभा रही थीं। 'रिपब्लिक टीवी' के साथ उनकी यह दूसरी पारी थी। दीप्ति सचदेवा पूर्व में भी लगभग तीन साल तक ‘रिपब्लिक टीवी’ से जुड़ी रही थीं। वह 'रिपब्लिक टीवी' की फाउंडिंग टीम मेंबर भी रही हैं।
दीप्ति सचदेवा को पत्रकारिता के क्षेत्र में काम करने का दो दशक से ज्यादा का अनुभव है। वहीं, 'टाइम्स नाउ' के साथ भी उनकी यह दूसरी पारी थी। 'रिपब्लिक टीवी' से पहले बतौर सीनियर एंकर वह करीब पांच साल तक 'टाइम्स नाउ' के साथ काम कर चुकी थीं।
इसके अलावा करीब साढ़े छह साल तक वह 'एनडीटीवी' (NDTV) में एंकर/स्पेशल करेसपॉन्डेंट और करीब सवा दो साल तक 'जी न्यूज' (Zee News) में एंकर/करेसपॉन्डेंट के पद पर भी अपनी जिम्मेदारी निभा चुकी हैं।
गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव 2024 के दौरान दीप्ति ने Times Now की ‘इलेक्शन यात्रा’ का नेतृत्व किया, जिसमें उन्होंने उत्तर प्रदेश, राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडु और केरल जैसे प्रमुख राज्यों में 4500 किलोमीटर की सड़क यात्रा कर चुनावी माहौल को नजदीक से कवर किया। इस यात्रा ने भारत के राजनीतिक परिदृश्य को दर्शकों तक प्रभावी और रोचक तरीके से पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
अपने करियर के दौरान उन्होंने ग्राउंड रिपोर्टिंग, राजनीतिक विश्लेषण और खोजी पत्रकारिता में अपनी खास पहचान बनाई है। दीप्ति सचदेवा ‘एक्सचेंज4मीडिया न्यूज ब्रॉडकास्टिंग अवॉर्ड्स’ (enba) के तहत यंग प्रोफेशनल ऑफ द ईयर का खिताब भी जीत चुकी हैं। इसके अलावा भी उन्हें तमाम पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चुका है।
सोनी स्पोर्ट्स नेटवर्क ने पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) की होम क्रिकेट सीरीज और 2025 पाकिस्तान सुपर लीग (PSL) के टेलीविजन प्रसारण अधिकार हासिल कर लिए हैं।
सोनी स्पोर्ट्स नेटवर्क ने पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) की होम क्रिकेट सीरीज और 2025 पाकिस्तान सुपर लीग (PSL) के टेलीविजन प्रसारण अधिकार हासिल कर लिए हैं। ये टेलीविजन अधिकार भारत, नेपाल, भूटान, मालदीव और म्यांमार के लिए एक्सक्लूसिव हैं, जबकि बांग्लादेश, अफगानिस्तान और श्रीलंका के लिए नॉन-एक्सक्लूसिव होंगे।
ये अधिकार सभी घरेलू द्विपक्षीय सीरीज, एक त्रिकोणीय टूर्नामेंट, 34 PSL मैच और आर्काइव कंटेंट के प्रसारण को शामिल करते हैं। सोनी स्पोर्ट्स नेटवर्क लगातार क्रिकेट प्रसारण का विस्तार कर रहा है और उसके पास पहले से ही न्यूजीलैंड क्रिकेट, इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड, श्रीलंका क्रिकेट और एशियन क्रिकेट काउंसिल (ACC) के प्रसारण अधिकार हैं। अब PCB के प्रसारण अधिकार जुड़ने से यह नेटवर्क और भी मजबूत हो गया है।
यह करार हाल ही में पाकिस्तान, न्यूजीलैंड और दक्षिण अफ्रीका के बीच हुए 4 मैचों की वनडे त्रिकोणीय सीरीज से शुरू हुआ। इसके अलावा, सोनी स्पोर्ट्स नेटवर्क पर निम्नलिखित टूर्नामेंट भी प्रसारित किए जाएंगे:
सोनी पिक्चर्स नेटवर्क इंडिया (SPN) में डिस्ट्रीब्यूशन व इंटरनेशनल बिजनेस के चीफ रेवेन्यू ऑफिसर और स्पोर्ट्स बिजनेस के हेड राजेश कौल ने कहा, "सोनी स्पोर्ट्स नेटवर्क का मुख्य उद्देश्य अपने दर्शकों को बेहतरीन क्रिकेटिंग एक्शन उपलब्ध कराना है। इसी दिशा में हम लगातार अपनी क्रिकेट पेशकश को मजबूत कर रहे हैं, और 2025 हमारे लिए ऐतिहासिक साल होने जा रहा है, जहां 1800 घंटे से अधिक लाइव क्रिकेट प्रसारित किया जाएगा। इस डील के माध्यम से हमें आर्काइव कंटेंट का भी एक्सेस मिला है, जिसमें भारत बनाम पाकिस्तान के क्लासिक मैच शामिल हैं, जिन्हें हम अपने नेटवर्क पर दिखाएंगे। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के अधिकारों के साथ-साथ न्यूजीलैंड क्रिकेट, इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड, श्रीलंका क्रिकेट और ACC के अधिकार भी हमारे पास हैं, जिससे हम भारत में क्रिकेट के लिए प्रमुख गंतव्य बन गए हैं।”
डीडी फ्री डिश के लिए MPEG-2 स्लॉट की नीलामी के तीसरे दिन विभिन्न कैटेगरीज में जबरदस्त प्रतिस्पर्धा देखने को मिली
प्रसार भारती की डीडी फ्री डिश के लिए MPEG-2 स्लॉट की नीलामी के तीसरे दिन विभिन्न कैटेगरीज में जबरदस्त प्रतिस्पर्धा देखने को मिली, जहां एंटरटेनमेंट, मूवीज, रीजनल और न्यूज चैनल्स के लिए कुल ₹328.60 करोड़ की राशि प्राप्त हुई।
बकेट A+ में कुल छह स्लॉट बेचे गए, जिसमें Zee ने दो स्लॉट हासिल किए, जियोस्टार ने दो लिए, जबकि सोनी और सन नियो ने एक-एक स्लॉट खरीदा।
फ्री डिश के इस प्रीमियम कैटेगरी में Zee ने सबसे ऊंची बोली लगाई और ₹18.60 करोड़ में Zee अनमोल को हासिल किया, जबकि बिग मैजिक को ₹17.25 करोड़ में खरीदा। अन्य शीर्ष बोली लगाने वालों में सोनी पल (₹18.55 करोड़), कलर्स रिश्ते (₹18.35 करोड़), सन नियो (₹18.50 करोड़) और स्टार उत्सव (₹18.25 करोड़) शामिल रहे। इस बकेट की कुल बोली राशि ₹109.50 करोड़ रही।
बकेट A (मूवी चैनल्स) में छह स्लॉट बिके, जिन्हें कलर्स सिनेप्लेक्स सुपरहिट्स, स्टार उत्सव मूवीज, सोनी वाह, जी अनमोल सिनेमा, कलर्स सिनेप्लेक्स बॉलीवुड और जी एक्शन ने हासिल किया। इस कैटेगरी में कुल ₹98.6 करोड़ की बोली लगी। स्टार उत्सव मूवीज के लिए सबसे ऊंची बोली ₹16.95 करोड़ की लगी, जबकि ज़ी एक्शन को सबसे कम ₹15.65 करोड़ में खरीदा गया।
बकेट B (रीजनल और म्यूजिक चैनल्स) में छह चैनल्स ने स्लॉट हासिल किए, जिनमें बी4यू भोजपुरी, मस्ती, बी4यू म्यूजिक, चुम्बक टीवी, एंटरटेनमेंट प्राइम और ज़ी बिस्कोप शामिल हैं। इस कैटेगरी में सबसे ऊंची बोली ₹13.40 करोड़ की बी4यू म्यूजिक के लिए लगी, जबकि बी4यू भोजपुरी ने ₹12.50 करोड़ की सबसे कम बोली पर स्लॉट प्राप्त किया। इस कैटेगरी की कुल बोली राशि ₹77.85 करोड़ रही।
बकेट C (न्यूज चैनल्स) में तीन प्रमुख हिंदी न्यूज चैनल्स- एनडीटीवी इंडिया, रिपब्लिक भारत और न्यूज 18 इंडिया ने स्लॉट हासिल किए। इनकी बोली ₹14.10 करोड़ से ₹14.35 करोड़ के बीच रही, जिसमें एनडीटीवी इंडिया सबसे ऊंची बोली लगाने वाला चैनल रहा। इस कैटेगरी में कुल ₹42.65 करोड़ की बोली लगी।
बकेट A+ सबसे अधिक मूल्यवान कैटेगरी के रूप में उभरी, जिससे यह स्पष्ट होता है कि सामान्य एंटरटेनमेंट, मूवीज और न्यूज चैनल्स की भारतीय टेलीविजन पर मजबूत पकड़ बनी हुई है।
भारत में कनेक्टेड टीवी (CTV) पर विज्ञापन क्षेत्र तेजी से बढ़ रहा है, जो प्रीमियम दर्शकों तक पहुंचने के इच्छुक विज्ञापनदाताओं के लिए एक गेम-चेंजिंग माध्यम के रूप में उभर रहा है।
भारत में कनेक्टेड टीवी (CTV) का विज्ञापन क्षेत्र तेजी से बढ़ रहा है, जो प्रीमियम दर्शकों तक पहुंचने के इच्छुक विज्ञापनदाताओं के लिए एक गेम-चेंजिंग माध्यम के रूप में उभर रहा है। 'पिच मैडिसन ऐडवर्टाइजिंग रिपोर्ट 2025' के अनुसार, भारत में CTV पर विज्ञापन 2024 में 35% की उल्लेखनीय वृद्धि के साथ लगभग 1,500 करोड़ रुपये के अनुमानित मार्केट साइज तक पहुंच गया।
यह असाधारण वृद्धि कनेक्टेड टीवी प्लेटफॉर्म की बढ़ती स्वीकृति और विज्ञापनदाताओं के लिए इसकी प्रासंगिकता को दर्शाती है। रिपोर्ट का अनुमान है कि 2025 के अंत तक भारत में 50-60 मिलियन CTV वाले घर होंगे, और CTV विज्ञापन से होने वाली आय 2,300-2,500 करोड़ रुपये तक पहुंच सकती है।
CTV को अपनाने में आई इस तेजी के पीछे कई कारण हैं, जिनमें स्मार्ट टीवी की बढ़ती किफायती कीमतें और स्ट्रीमिंग सेवाओं की लोकप्रियता प्रमुख हैं। जैसे-जैसे पारंपरिक टीवी दर्शकों का रुझान YouTube, Netflix, Amazon Prime, Disney+ Hotstar और JioCinema जैसे प्लेटफॉर्म्स पर ऑन-डिमांड कंटेंट की ओर बढ़ रहा है, विज्ञापनदाता भी CTV को प्रीमियम दर्शकों तक प्रभावी रूप से पहुंचने के लिए एक महत्वपूर्ण माध्यम के रूप में देख रहे हैं।
रिपोर्ट में यह भी उल्लेख किया गया है कि ब्रैंड अपने बजट को डिजिटल और परफॉर्मेंस-बेस्ड विज्ञापन की ओर स्थानांतरित कर रहे हैं, जिसमें CTV एक पसंदीदा चैनल के रूप में उभर रहा है। यह बदलाव विज्ञापन जगत में एक महत्वपूर्ण परिवर्तन को दर्शाता है, जहां डिजिटल प्लेटफॉर्म अब सिर्फ टीवी का एक्सटेंशन नहीं, बल्कि स्वतंत्र चैनल के रूप में देखे जा रहे हैं।
हालांकि, भारत में CTV विज्ञापन इकोसिस्टम अभी भी विकसित हो रहा है। प्रोग्रामेटिक विज्ञापन धीरे-धीरे लोकप्रिय हो रहा है, लेकिन यह अभी शुरुआती चरण में है और मुख्य रूप से इनोवेशन द्वारा संचालित है। जैसे-जैसे बाजार परिपक्व होगा, अधिक उन्नत टार्गेटिंग और मापन क्षमताएं देखने को मिलेंगी, साथ ही अन्य डिजिटल विज्ञापन चैनलों के साथ इसका अधिक एकीकरण होगा।
CTV विज्ञापन का बढ़ता प्रभाव व्यापक टीवी विज्ञापन क्षेत्र को भी प्रभावित कर रहा है। पारंपरिक टीवी विज्ञापन में अभी भी वृद्धि हो रही है, लेकिन इसकी गति धीमी हो गई है। खासकर 2024 की अंतिम तीन तिमाहियों में TV Adex पर दबाव बढ़ा है। यह प्रवृत्ति आगे भी जारी रहने की संभावना है, क्योंकि अधिक से अधिक दर्शक CTV प्लेटफार्मों की ओर शिफ्ट हो रहे हैं।
भविष्य की बात करें तो भारत में CTV विज्ञापन बाजार मजबूत वृद्धि के लिए तैयार है। जैसे-जैसे अधिक घरों में स्मार्ट टीवी और स्ट्रीमिंग सेवाएं अपनाई जाएंगी और विज्ञापनदाता CTV की अनूठी क्षमताओं का बेहतर उपयोग करना सीखेंगे, इस क्षेत्र में निवेश में और वृद्धि देखने को मिलेगी।
विज्ञापनदाताओं के लिए, CTV का उदय अवसर और चुनौतियों दोनों को लेकर आया है। यह जहां नए तरीकों से दर्शकों तक पहुंचने और उन्हें जोड़ने का मौका देता है, वहीं इसमें रणनीति और क्षमताओं में बदलाव की भी आवश्यकता होगी। विज्ञापनदाताओं को CTV वातावरण के अनुकूल रचनात्मक दृष्टिकोण अपनाने और डेटा एवं एनालिटिक्स में निवेश करने की जरूरत होगी, ताकि इस माध्यम की टार्गेटिंग और मापन क्षमताओं का पूरा लाभ उठाया जा सके।
पिच मैडिसन ऐडवर्टाइजिंग रिपोर्ट 2025 डाउनलोड करने के लिए, यहां क्लिक करें:
https://e4mevents.com/pitch-madison-advertising-report-2025/download-report#downloadReport
बता दें कि आशुतोष चतुर्वेदी ने हाल ही में टीवी टुडे नेटवर्क से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने जून 2021 में ‘आजतक’ में बतौर एसोसिएट एडिटर/एंकर जॉइन किया था।
जाने-माने टीवी पत्रकार और एंकर आशुतोष चतुर्वेदी के बारे में खबर है कि वह जल्द ही ‘एनडीटीवी’ (NDTV) समूह के साथ अपनी नई पारी शुरू करने जा रहे हैं। विश्वसनीय सूत्रों की मानें तो यहां वह प्राइम टाइम एंकर के साथ ही एडिटर के पद पर अपनी भूमिका संभालेंगे। हालांकि, अभी इस खबर पर आधिकारिक रूप से मुहर लगना बाकी है।
इस खबर की आधिकारिक रूप से पुष्टि के लिए समाचार4मीडिया की टीम ने ‘एनडीटीवी’ के प्रबंधन से संपर्क करने का प्रयास किया, लेकिन खबर लिखे जाने तक वहां से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिल सकी थी।
बता दें कि आशुतोष चतुर्वेदी ने हाल ही में टीवी टुडे नेटवर्क से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने हिंदी न्यूज चैनल ‘रिपब्लिक भारत’ (Republic Bharta) को अलविदा कहकर जून 2021 में ‘आजतक’ में बतौर एसोसिएट एडिटर/एंकर जॉइन किया था।
स्टार, वायकॉम, सोनी और Zee जैसे प्रमुख ब्रॉडकास्टर्स ने A कैटेगरी की नीलामी में भाग लिया, जिससे मार्केट की चिंताओं के बावजूद कड़ी प्रतिस्पर्धा देखने को मिली।
प्रसार भारती की MPEG-2 स्लॉट ई-नीलामी दूसरे दिन में प्रवेश कर गई, जहां A+ कैटेगरी के स्लॉट्स के लिए सबसे ऊंची बोली ₹17 करोड़ से ₹18.6 करोड़ के बीच रही।
फ्री डिश नीलामी में भाग लेने वाले प्रमुख ब्रॉडकास्टर्स में Zee ने एक स्लॉट ₹18.60 करोड़ में और दूसरा ₹17.25 करोड़ में हासिल किया, जबकि स्टार ने अपना स्लॉट ₹18.25 करोड़ में लिया।
A कैटेगरी में कुल छह स्लॉट नीलाम किए गए। पहले स्लॉट की बोली ₹16.5 करोड़, दूसरे की ₹16.9 करोड़, तीसरे की ₹16.6 करोड़, चौथे की ₹16.5 करोड़, पांचवें की ₹18.3 करोड़ और छठे की ₹15.6 करोड़ रही।
सूत्रों के अनुसार, इनमें से कुछ स्लॉट स्टार उत्सव मूवीज, सोनी वाह और जी अनमोल सिनेमा द्वारा खरीदे गए हैं।
कड़ी प्रतिस्पर्धा के बावजूद, इंडस्ट्री के अंदरूनी सूत्रों ने नीलामी के कुल प्रदर्शन को लेकर चिंता जताई है।
सूत्रों का कहना है कि यह एक 'कमजोर प्रदर्शन' था, जो यह दर्शाता है कि पिछले वर्षों की तुलना में अब मार्केट अधिक संतुलित हो गया है।
जानकारों के मुताबिक, कुल मिलाकर ब्रॉडकास्टर्स के टीवी से होने वाले राजस्व में गिरावट आई है, जिससे वे खर्च को लेकर अधिक सतर्क हो गए हैं। उन्होंने कहा कि डीडी फ्री डिश से निवेश पर मिलने वाला रिटर्न (ROI) अब उतना आकर्षक नहीं रह गया है, क्योंकि इंटरनेट और मुफ्त ओटीटी कंटेंट की बढ़ती लोकप्रियता ने मार्केट को बदल दिया है।
इसके अलावा, अब यह धारणा भी बन रही है कि ये स्लॉट पहले की तुलना में अधिक आसानी से उपलब्ध हो रहे हैं, जिससे इनकी प्रतिस्पर्धा में कमी आई है।
A और A+ कैटेगरी की नीलामी पूरी होने के बाद अब ध्यान कैटेगरी B के स्लॉट्स पर केंद्रित है, जिनकी नीलामी बुधवार को शुरू होगी।
स्टार, वायकॉम, सोनी और Zee जैसे प्रमुख ब्रॉडकास्टर्स ने A कैटेगरी की नीलामी में भाग लिया, जिससे मार्केट की चिंताओं के बावजूद कड़ी प्रतिस्पर्धा देखने को मिली।
विश्वसनीय सूत्रों के हवाले से मिली खबर के मुताबिक, वह जल्द ही ‘एनडीटीवी इंडिया’ के साथ अपनी नई पारी शुरू कर सकते हैं।
देश के बड़े मीडिया नेटवर्क्स में शुमार ‘टीवी टुडे नेटवर्क’ (TV Today Network) से जुड़ी एक बड़ी खबर निकलकर सामने आई है। विश्वसनीय सूत्रों के हवाले से मिली इस खबर के अनुसार, यहां कार्यरत जाने-माने टीवी पत्रकार आशुतोष चतुर्वेदी ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। हालांकि, अभी उनका इस्तीफा कंपनी ने मंजूर नहीं किया है। लेकिन, सूत्रों की मानें तो उन्होंने यहां से जाने का मन बना लिया है और वह इस महीने के अंत तक यहां अपनी सेवाएं देंगे।
सूत्रों की मानें तो आशुतोष चतुर्वेदी अपने नए सफर की शुरुआत ‘एनडीटीवी इंडिया’ (NDTV India) से कर सकते हैं। यहां उन्हें प्राइम टाइम के साथ एडिटर पद की जिम्मेदारी दी जा सकती है। हालांकि, अभी इस खबर पर मुहर लगना बाकी है।
बता दें कि आशुतोष चतुर्वेदी ने हिंदी न्यूज चैनल ‘रिपब्लिक भारत’ (Republic Bharta) को अलविदा कहकर जून 2021 में ‘आजतक’ (टीवी टुडे नेटवर्क) में बतौर एसोसिएट एडिटर/एंकर जॉइन किया था।
आशुतोष चतुर्वेदी अपनी निर्भीक और साहसिक पत्रकारिता के लिए जाने जाते हैं। करीब 15 साल की अपनी पत्रकारिता में राजनीति से लेकर रक्षा और खेल के क्षेत्र में उन्होंने एक अलग पहचान बनाई है। विधानसभा और लोकसभा चुनाव में कई राज्यों में रिपोर्टिंग के ज़रिए दर्शकों से जुड़े रहे। फ़ील्ड से लाइव ऐंकरिंग और रिपोर्टिंग आशुतोष की विशेषता है।
स्टूडियो डिबेट हो या बड़ी घटना, घटनास्थल पर पहुंचकर वहां से लाइव विश्लेषण इनका मज़बूत पक्ष है। कई मौक़ों पर पाकिस्तान बॉर्डर से रिपोर्टिंग, कश्मीर में सीआरपीएफ पर स्पेशल कवरेज के लिए सीआरपीएफ की ओर से आशुतोष को सम्मानित किया जा चुका है। प्रिंट मीडिया से अपनी पत्रकारिता शुरू करने वाले आशुतोष एक मेहनती युवा TV पत्रकार हैं जो सोशल मीडिया पर भी काफ़ी ऐक्टिव रहते हैं।
आशुतोष चतुर्वेदी मूल रूप से उत्तर प्रदेश में बलिया के रहने वाले हैं। उनके मां और पिताजी शिक्षा विभाग में रहे हैं। पिता की पोस्टिंग बिहार और फिर राज्य अलग होने के बाद झारखंड में रही है। ऐसे में आशुतोष ने आठवीं कक्षा तक झारखंड से पढ़ाई की। इसके बाद 10वीं और 12वीं प्रयागराज से की। प्रयागराज स्थित Ewing Christian college से ग्रेजुएशन करने के बाद आशुतोष ने माखनलाल यूनिवर्सिटी के नोएडा कैंपस से मास्टर ऑफ जर्नलिज्म की पढ़ाई की है।
आशुतोष चतुर्वेदी को सिंगिंग का काफी शौक रहा है और उन्होंने सिंगिंग में तमाम अवार्ड्स भी जीते हैं। कॉलेज के बेस्ट सिंगर ECC Idol का खिताब जीतने के अलावा वह टीवी शो ‘इंडियन आइडियल’ के लखनऊ ऑडिशन के टॉप 60 प्रतिभागियों में शामिल रहे हैं।
आशुतोष चतुर्वेदी ने पत्रकारिता के क्षेत्र में अपने करियर की शुरुआत प्रिंट मीडिया से की थी। शुरुआत में वह हिंदी अखबार ‘अमर उजाला’ से जुड़े। उस समय अखबार के तत्कालीन रेजिडेंट एडिटर उदय सिन्हा ने प्रेजेंटेशन और गुड लुक्स को ध्यान में रखकर आशुतोष को टीवी जर्नलिज्म के लिए प्रेरित किया। इस पर वर्ष 2008 में आशुतोष ‘जी स्पोर्ट्स’(Zee sports) चैनल के साथ जुड़ गए। हालांकि यहां वह कम समय तक ही रहे और उसके बाद 2009 में ‘आजाद न्यूज’ चैनल के साथ नई पारी शुरू कर दी। इस चैनल में करीब चार साल अपनी जिम्मेदारी निभाने के बाद उन्होंने यहां से अलविदा बोल दिया और ‘खबर भारती‘ चैनल में बतौर एंकर हेड अपनी नई पारी शुरू की। यहां एक महीने से भी कम समय में उन्होंने अपनी पारी को विराम दे दिया और ‘जी मीडिया’ से जुड़ गए और ‘जी संगम’ में रहे। उसके बाद ‘इंडिया 24*7’ और ‘जी हिंदुस्तान’ की लॉन्चिंग टीम में रहे।
आशुतोष ने ‘जी हिंदुस्तान’ चैनल में रहते हुए कई बड़े शो किए, जिन्हें काफी पसंद किया गया। उन्होंने बॉर्डर पर जम्मू-कश्मीर में आर्मी, बीएसएफ व सीआरपीएफ जवानों के साथ बहुत शोज किए। रात के दो बजे लाल चौक पर रिपोर्टिंग की, LOC पर रिपोर्टिंग की, कश्मीर में काफी चुनौतियों के बीच आतंकी अफजल गुरु के गांव जाकर उसके पूरे परिवार का इंटरव्यू किया। 'जी हिंदुस्तान' में वह रात नौ बजे प्राइम टाइम बुलेटिन 'खबर तो समझिए' करते थे।
इस चैनल में रहते हुए सीआरपीएफ (CRPF ) पर की गई रिपोर्टिंग के लिए उन्हें सीआरपीएफ की तरफ से सम्मानित भी किया जा चुका है।‘जी मीडिया’ में पांच साल से ज्यादा समय तक अपनी जिम्मेदारी निभाने के बाद आशुतोष ने यहां से बाय बोलकर अरनब गोस्वामी के चैनल ‘रिपब्लिक भारत’ को जॉइन कर लिया था। वह इस चैनल की लॉन्चिंग टीम का हिस्सा रहे। इसके बाद यहां से अलविदा कहकर उन्होंने ‘टीवी टुडे नेटवर्क’ के साथ नई पारी शुरू की थी, जहां से अब उन्होंने अपना इस्तीफा सौंप दिया है।