विपक्ष की आधारहीन आरोप लगाने की आदत : डॉ. सुधांशु त्रिवेदी

मतदाता सूची की जाँच किए बिना चुनाव करवाने की बात वही कह सकता है जिसे यह लगता हो कि फर्ज़ी मतदान ही उसकी चुनावी संभावनाओं का आधार बन सकता है।

Last Modified:
Tuesday, 28 October, 2025
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मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि 12 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में अब विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) का दूसरा चरण शुरू किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पहले चरण में बिहार में बड़ी सफलता मिली, जहां 7.5 करोड़ मतदाताओं ने भाग लिया। इस मामले पर बीजेपी के राज्यसभा सांसद और राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉक्टर सुधांशु त्रिवेदी ने एक टीवी डिबेट में अपनी राय दी।

उन्होंने कहा, स्वस्थ लोकतांत्रिक प्रक्रिया के द्वारा किसी भी राज्य में नई सरकार चुने जाने के लिए यह आवश्यक है कि मतदाता की वास्तविकता और पात्रता दोनों सही हों। इसी उद्देश्य से SIR या विशेष गहन पुनरीक्षण जिसे सामान्य भाषा में मतदाता सूची शुद्धीकरण कहा जाता है ,किया जा रहा है।

यह प्रक्रिया भारत के इतिहास में अब तक चार बार हो चुकी है। मतदाता सूची की जाँच किए बिना चुनाव करवाने की बात वही कह सकता है जिसे यह लगता हो कि फर्ज़ी मतदान ही उसकी चुनावी संभावनाओं का आधार बन सकता है। घुसपैठियों को डुप्लिकेट या मृत मतदाताओं के नाम की आड़ में वोटिंग कराने का सपना देखने वाला ही इस प्रक्रिया का विरोध कर सकता है।

इससे पूर्व भी चुनावी प्रक्रिया पर आक्षेप करने के लिए ये लोग EVM हैकिंग की बात करते थे, पर अब उन्होंने वह बात छोड़ दी है। अर्थात, उन्होंने स्वयं मान लिया है कि उनका EVM हैकिंग का आरोप झूठा था, इसलिए अब नया आरोप लगाना शुरू किया है।

देश की हर संस्था ,राफेल पर सरकार से लेकर सर्जिकल स्ट्राइक पर सेना, एयर स्ट्राइक पर वायुसेना, SBI, LIC, HAL, SEBI, COVID वैक्सीन से लेकर CAA, वक़्फ़ बोर्ड से लेकर ऑपरेशन सिंदूर तक और चुनावी प्रक्रिया में EVM से लेकर SIR तक ,मुद्दे तो बदलते रहे हैं, पर झूठे, अनर्गल और आधारहीन आरोप लगाने की आदत नहीं बदली।

जो लोग अपने दौर-ए-हुकूमत में‘बूथ कैप्चरिंग’ करके और‘बैलेट पेपर लूटकर’ सत्ता में आते रहे हैं, वही आज SIR विरोध की आड़ में घुसपैठियों द्वारा ‘वोटर लिस्ट कैप्चरिंग’ करके ‘जनादेश लूटने’ का षड्यंत्र रच रहे हैं।

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सोशल मीडिया इंफ्लुएंशर्स पर लगाम : अखिलेश शर्मा ने कही ये बड़ी बात

मंत्रालय ने इन ड्राफ्ट नियमों और उनके स्पष्टीकरण को अपनी वेबसाइट पर सार्वजनिक कर दिया है। साथ ही सरकार ने लोगों और विशेषज्ञों से 6 नवंबर तक सुझाव देने को कहा है।

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Tuesday, 28 October, 2025
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सरकार ने डीपफेक और AI से बनी फेक वीडियो-तस्वीर को नियंत्रित करने के लिए IT नियमों में संशोधन का ड्रॉफ्ट जारी किया है। नए नियमों के तहत नकली कंटेंट पर स्पष्ट लेबलिंग अनिवार्य होगी और बड़े सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स को कड़ी जांच करनी होगी। इस जानकारी के सामने आने के बाद वरिष्ठ पत्रकार अखिलेश शर्मा ने भी अपने सोशल मीडिया हैंडल एक्स से एक पोस्ट की और अपनी राय व्यक्त की।

उन्होंने लिखा, यह पहल भी भारत ने ही की है। सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने एआई कंपनियों से कहा है कि वे एआई के माध्यम से बनाए गए कंटेट पर स्पष्ट तौर पर लिखें कि यह एआई से बनाया गया है। हालांकि इसके अमल के तरीके और अधिकार क्षेत्र को लेकर बहस छिड़ गई है लेकिन डीप फेक से निपटने के लिए यह अत्यंत आवश्यक है।

आपको बता दें, इन नए नियमों का मकसद यह है कि इंटरनेट पर जो कुछ भी लोग देखते, सुनते या शेयर करते हैं, उसमें पारदर्शिता और विश्वास बना रहे। मंत्रालय ने इन ड्राफ्ट नियमों और उनके स्पष्टीकरण को अपनी वेबसाइट पर सार्वजनिक कर दिया है। साथ ही सरकार ने लोगों और विशेषज्ञों से 6 नवंबर तक सुझाव देने को कहा है।

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क्या रिया चक्रवर्ती से माफ़ी मांगेगा मीडिया : राजदीप सरदेसाई

इसी साल मार्च में CBI ने अपनी क्लोजर रिपोर्ट में दावा किया कि रिया के खिलाफ कोई सबूत नहीं मिले। इस बात का कोई सबूत नहीं मिला कि सुशांत को रिया ने आत्महत्या के लिए उकसाया था।

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Saturday, 25 October, 2025
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सुशांत सिंह राजपूत के निधन को 5 साल हो चुके हैं। इसी साल मार्च में इस मामले में CBI की जांच पूरी हुई। CBI की क्लोजर रिपोर्ट से अभिनेत्री रिया चक्रवर्ती को राहत मिली है। क्लोजर रिपोर्ट के मुताबिक सुशांत ने खुदकुशी की है और इसमे रिया चक्रवर्ती और उसके परिवार को पूरी तरह से क्लीनचिट दी गई है। इस मामले पर वरिष्ठ पत्रकार राजदीप सरदेसाई ने अपने सोशल मीडिया हैंडल एक्स से एक पोस्ट की और अपनी राय दी।

उन्होंने लिखा, तो पांच साल बाद, सुशांत सिंह राजपूत मामले में मार्च में दायर की गई सीबीआई क्लोजर रिपोर्ट का विवरण आखिरकार सामने आ गया है। मैं जो प्रश्न पूछता हूं : रिया चक्रवर्ती और उसके परिवार को उनके खोए हुए पांच साल कौन लौटाएगा। दुख की बात है कि मीडिया के उस हिस्से में से कोई भी, जिसने उनके खिलाफ गलत तरीके से प्रचार किया था, माफी मांगेगा, नहीं?

आपको बता दें, 14 जून 2020 को सुशांत के निधन के बाद उनके परिवार ने रिया और उनके परिवार पर आरोप लगाया था कि उन्होंने सुशांत को आत्महत्या करने के लिए उकसाया था और उन्हें धमकी दी थी। 5 साल चले केस के बाद इसी साल मार्च में CBI ने अपनी क्लोजर रिपोर्ट में दावा किया कि रिया के खिलाफ कोई सबूत नहीं मिले। इस बात का कोई सबूत नहीं मिला कि सुशांत को रिया ने आत्महत्या के लिए उकसाया था।

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टीएलपी चीफ साद रिजवी को लगी गोलियां, गौरव सावंत ने कही ये बड़ी बात

फायरिंग में 250 TLP कार्यकर्ताओं की मौत का दावा किया गया है। इसके अलावा प्रदर्शनकारियों के हमलों में 48 पुलिसकर्मियों की भी मौत हुई है।

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Wednesday, 15 October, 2025
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पाकिस्तान में कट्टरपंथी पार्टी तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान (TLP) के द्वारा चलाए गए विरोध प्रदर्शन के दौरान जमकर हिंसा हुई है। इस दौरान TLP कार्यकर्ताओं पर भी फायरिंग हुई है और खुद टीएलपी चीफ साद रिजवी को गोली लगने की खबर है। सूत्रों का कहना है कि टीएलपी चीफ मौलाना साद रिजवी को 3 गोली मारी गई हैं।

इस मामले पर पत्रकार गौरव सावंत ने अपने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर अपनी राय दी। उन्होंने लिखा, अल्लाह के नाम पर गोलीबारी बंद करो इस्लाम के नाम पर गोलीबारी बंद करो। आपकी मां के दूध का सम्मान करते हुए गोलीबारी बंद करो। साद रिजवी ने पाकिस्तानी सुरक्षा बलों से लगातार अपील की जब उन्होंने हमले में मुरिदके, लाहौर में तहरीक-ए-लब्बैक के अनुयायियों पर अंधाधुंध फायरिंग कर हत्या की।

आपको बता दें, गाजा के शांति प्लान के खिलाफ पाकिस्तान की कट्टरपंथी पार्टी तहरीक-ए-लब्बैक यानी TLP ने जोरदार प्रदर्शन शुरू किया। इसी दौरान प्रदर्शनकारियों और पाकिस्तानी रेंजर्स के बीच जमकर खूनखराबा हुआ। अब ये मामला पूरी दुनिया में चर्चा का विषय बना हुआ है।

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राजद गठबंधन को इस बार अधिक सीटें नहीं मिलेंगी: अवधेश कुमार

बिहार चुनाव का 2020 के आधार से आकलन नहीं होगा , क्योंकि तब चिराग की पार्टी 137 सीटों पर लड़ कर 33 सीटों पर जदयू को सीधे नुकसान पहुंचा दिया था।

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Wednesday, 15 October, 2025
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बिहार चुनाव की घोषणा हो गई है। कैंडिडेट अब अपना नामांकन भी भरने लगे हैं। एनडीए ने सीटों के बंटवारे की घोषणा कर दी है। इधर महागठबंधन में अब तक सीट शेयरिंग पर बात नहीं बन पाई है। सवाल तो अब यह भी उठ रहे हैं कि क्या राजद और कांग्रेस का साथ भी बरकरार रहेगा?

इस मसले पर वरिष्ठ पत्रकार अवधेश कुमार ने अपने सोशल मीडिया हैंडल एक्स से एक पोस्ट कर अपनी राय दी। उन्होंने कहा, बिहार चुनाव का 2020 के आधार से आकलन नहीं होगा , क्योंकि तब चिराग की पार्टी 137 सीटों पर लड़ कर 33 सीटों पर जदयू को सीधे नुकसान पहुंचा दिया था। उस कारण राजद गठबंधन को इतनी सीटें और वोट आ गये। इस बार ऐसी स्थिति नहीं है।

सूत्रों की माने तो राजद सर्वाधिक 135 सीटों पर चुनाव लड़ेगा, जबकि कांग्रेस 60 सीटों पर लड़ेगी। अन्य घटक दलों को उनकी ताकत और जनाधार के आधार पर सीटें आवंटित की जाएंगी। राजद-कांग्रेस के अलावा भाकपा माले 19, वीआईपी 15, सीपीआईएम 6 और सीपीआई चार सीटों पर चुनाव लड़ेगी।

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खिलाड़ियों का मूल्यांकन उनके प्रदर्शन से करें: राजदीप सरदेसाई

गंभीर ने कहा कि राणा सिर्फ 23 साल के हैं और ऐसे युवा खिलाड़ियों को व्यक्तिगत रूप से निशाना बनाना गलत है। वरिष्ठ पत्रकार राजदीप सरदेसाई ने भी गौतम गंभीर के बयान से सहमति दिखाई है।

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Wednesday, 15 October, 2025
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भारतीय क्रिकेट टीम के हेड कोच गौतम गंभीर ने युवा क्रिकेटर हर्षित राणा के ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए चयन पर सोशल मीडिया पर हो रही आलोचना की कड़ी निंदा की है। गंभीर ने कहा कि राणा सिर्फ 23 साल के हैं और ऐसे युवा खिलाड़ियों को व्यक्तिगत रूप से निशाना बनाना गलत है।

इस मामले पर वरिष्ठ पत्रकार राजदीप सरदेसाई ने भी गौतम गंभीर के बयान से सहमति दिखाई है। उन्होंने एक्स पर लिखा, यूट्यूब चैनल का इस्तेमाल करके किसी युवा खिलाड़ी को निशाना बनाना बहुत आसान है, सिर्फ वायरल होने के लिए। खिलाड़ियों का मूल्यांकन उनके प्रदर्शन से करें, न कि बकवास अटकलों से।

आपको बता दें, हर्षित राणा T20 एशिया कप 2025 के दौरान अपनी सर्वश्रेष्ठ फॉर्म में नहीं थे, लेकिन इसके बावजूद उन्हें ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए T20I और ODI दोनों टीमों में चुना गया है। जसप्रीत बुमराह को आराम दिए जाने की वजह से राणा को मोहम्मद सिराज, प्रसिद्ध कृष्णा और अर्शदीप सिंह के साथ वनडे टीम में जगह मिली है।

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लालू यादव की परेशानियों की जड़ कांग्रेस: डॉ. सुधांशु त्रिवेदी

लालू यादव जी को दुविधा तो तब होती होगी जब वो अपनी बेटी मीसा का चेहरा देखते होंगे। क्यों रखा था वो नाम? ताकि वो जीवनभर उस संकल्प को याद रखें कि कांग्रेस को उखाड़ फेंकना है।

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Tuesday, 14 October, 2025
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राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव, राबड़ी देवी और तेजस्वी यादव के खिलाफ दिल्ली के राऊज एवेन्यू कोर्ट ने इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉरपोरेशन (आईआरसीटीसी) घोटाले में आरोप तय करने की अनुमति दे दी है। यह फैसला लालू यादव के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है क्योंकि अभी बिहार में विधानसभा चुनाव होना है।

इस मामले पर बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता और राज्यसभा सांसद डॉक्टर सुधांशु त्रिवेदी ने एक टीवी डिबेट में अपने विचार व्यक्त किए। उन्होंने कहा, आज गरीब-गुरबा का जो नेता है, उसका परिवार बिहार के सबसे अमीर परिवारों में से एक है।

रही बात चुनाव की अधिसूचना जारी होने के बाद अदालती कार्रवाई की, तो मैं चुनौती देकर पूछना चाहता हूं कोई छह महीने बता दीजिए जब किसी न किसी राज्य का चुनाव न हो रहा हो। लालू जी जेल गए 1997 में, तब जनता दल की सरकार थी यानी उनकी खुद की पार्टी की सरकार थी।

उन्होंने इसका आरोप लगाया कांग्रेस पार्टी पर। उसके बाद भी लालू यादव जी चुनाव लड़ने के योग्य हो जाते, अगर यूपीए सरकार में राहुल गांधी ने वो पर्चा न फाड़ा होता। और लालू यादव जी को दुविधा तो तब होती होगी जब वो अपनी बेटी मीसा का चेहरा देखते होंगे। क्यों रखा था वो नाम?

ताकि वो जीवनभर उस संकल्प को याद रखें कि कांग्रेस को उखाड़ फेंकना है। मगर आज जब इमरजेंसी के 50 साल पूरे हुए, तो एक शब्द नहीं निकला। यानि लालू जी की समस्त समस्याओं की जड़ कांग्रेस और आरोप भाजपा एनडीए पर लगाते हैं।

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गाजा समझौता अमेरिकी राष्ट्रपति की एक बड़ी सफलता: अखिलेश शर्मा

इजरायल पहुंचे अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गाजा युद्ध के खत्म होने का एलान किया है और इजरायल से अनुरोध किया है कि वह अपनी सैन्य सफलता को क्षेत्र में शांति लाने में इस्तेमाल करे।

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Tuesday, 14 October, 2025
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गाजा में हमास ने सोमवार को तय कार्यक्रम के मुताबिक 20 इजरायली बंधकों को रिहा कर दिया। रिहा हुए ये लोग इजरायल पहुंच गए हैं। बदले में इजरायल ने भी फलस्तीनी कैदियों की रिहाई शुरू कर दी है। इजरायल को करीब दो हजार कैदी रिहा करने हैं।

इस बीच वरिष्ठ पत्रकार अखिलेश शर्मा ने अपने सोशल मीडिया हैंडल से एक पोस्ट कर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की तारीफ़ की। उन्होंने एक्स पर लिखा, डॉनल्ड ट्रंप के बारे में चाहे जो भी कहा जाए, लेकिन शांति के प्रति उनकी प्रतिबद्धता की सराहना करनी होगी। वे वैसे युद्धों को भी रुकवाने का प्रयास कर रहे हैं जिनमें उनकी सरकार की भूमिका नहीं। इसमें कोई संदेह नहीं कि ग़ज़ा समझौता और बंधकों की रिहाई ट्रंप की एक बड़ी सफलता है।

आपको बता दें, इजरायल पहुंचे अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गाजा युद्ध के खत्म होने का एलान किया है और इजरायल से अनुरोध किया है कि वह अपनी सैन्य सफलता को क्षेत्र में शांति लाने में इस्तेमाल करे। गाजा में बंधकों के रिहा होते ही तेल अवीव के होस्टेज स्क्वेयर पर जश्न शुरू हो गया।

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भारत में 'YouTube' ने बढ़ाया शॉपिंग अनुभव: 'Nykaa' और 'Purplle' बने नए पार्टनर

'YouTube इंडिया' की प्रबंध निदेशक गुंजन सोनी ने कहा कि भारत का क्रिएटर इकोनॉमी वीडियो कॉमर्स के अगले युग को परिभाषित कर रही है। शॉपिंग से जुड़ा वॉच टाइम 250% से अधिक बढ़ चुका है।

Last Modified:
Monday, 13 October, 2025
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YouTube ने भारत में अपने शॉपिंग अनुभव को और सशक्त बनाने के लिए नए मर्चेंट पार्टनर्स, एडवांस्ड AI टैगिंग टूल्स और क्रिएटर-ब्रांड सहयोग कार्यक्रमों की घोषणा की है। कंपनी ने बताया कि उसने अपने YouTube Shopping Affiliate Program का विस्तार करते हुए भारत के दो प्रमुख ब्यूटी और लाइफस्टाइल रिटेलर Nykaa और Purplle को जोड़ा है।

यह कदम ऐसे समय आया है जब भारत में शॉपिंग से जुड़ा वॉच टाइम पिछले साल की तुलना में 250% से अधिक बढ़ चुका है और 200 मिलियन से ज्यादा यूजर्स शॉपिंग कंटेंट खोज रहे हैं। YouTube इंडिया की प्रबंध निदेशक गुंजन सोनी ने कहा कि भारत का क्रिएटर इकोनॉमी वीडियो कॉमर्स के अगले युग को परिभाषित कर रही है।

उन्होंने कहा, हम अपने सफल कंटेंट-ड्रिवन शॉपिंग मॉडल को अब एक संपूर्ण मोनेटाइजेशन इकोसिस्टम में बदल रहे हैं। अब क्रिएटर्स Flipkart और Myntra के अलावा Nykaa और Purplle के प्रोडक्ट भी टैग कर सकेंगे। YouTube के अनुसार, भारत में 89% ब्यूटी शॉपर्स कहते हैं कि प्लेटफॉर्म उन्हें बेहतर खरीद निर्णय लेने में मदद करता है।

कंपनी Nykaa के साथ मिलकर नए ब्यूटी और लाइफस्टाइल क्रिएटर्स की खोज और मेंटरिंग के लिए एक नया कार्यक्रम भी शुरू करेगी। Flipkart और Myntra दोनों ने YouTube के साथ साझेदारी को रचनात्मकता और कॉमर्स के संगम के रूप में सराहा है। कंपनियों का कहना है कि यह साझेदारी भारत में सोशल-लेड कॉमर्स के बढ़ते प्रभाव को और मजबूत बनाएगी।

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अन्य भाषा में बनीं Reels अब हिंदी में हो जाएंगी ट्रांसलेट, Meta ने जारी किया फीचर

फेसबुक व इंस्टाग्राम के स्वामित्व वाली कंपनी Meta ने घोषणा की कि अब Meta AI-पावर्ड Reels ट्रांसलेशन फीचर हिंदी और पुर्तगाली का समर्थन करता है।

Last Modified:
Saturday, 11 October, 2025
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इंस्टाग्राम रील्स अब मनोरंजन का एक प्रमुख माध्यम बन चुकी हैं। सोचिए यदि आप किसी भी क्रिएटर की रील्स अपनी भाषा में देख सकें। फेसबुक व इंस्टाग्राम के स्वामित्व वाली कंपनी मेटा (Meta) ने अपने AI-पावर्ड Reels ट्रांसलेशन फीचर को और बढ़ा दिया है। अब इसमें हिंदी और पुर्तगाली भाषा का भी समर्थन मिलेगा। इससे पहले इसमें केवल अंग्रेजी और स्पेनिश का सपोर्ट उपलब्ध था।

इस फीचर को इस साल अगस्त में पेश किया गया था और यह बिना किसी अतिरिक्त कदम के Reels को अलग-अलग भाषाओं में अनुवादित कर सकता है।

यह अपडेट उन क्रिएटर्स के लिए भी मददगार है जो अपनी पहुंच बढ़ाना चाहते हैं और व्यापक दर्शकों से जुड़ना चाहते हैं। Meta ने ब्लॉग पोस्ट में कहा कि यह फीचर “आपकी अपनी आवाज़ की ध्वनि और लहजे का उपयोग करता है ताकि यह पूरी तरह से आपका लगे”, और लिप-सिंकिंग मुंह की हिलती-डुलती हरकतों को अनुवादित ऑडियो से मेल करती है।

Instagram हेड Adam Mosseri ने एक वीडियो में कहा, “Instagram पर अधिकांश वीडियो ऐसी भाषा में हैं जिसे आप नहीं बोलते, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि आप उनमें रुचि नहीं रखते।” इसके बाद उन्होंने इस फीचर का डेमो देते हुए हिंदी, स्पेनिश और पुर्तगाली में बात की। यह फीचर सभी Instagram पब्लिक अकाउंट्स और 1,000 से अधिक फॉलोअर्स वाले Facebook क्रिएटर्स के लिए उपलब्ध है। क्रिएटर्स इसे ऑन या ऑफ कर सकते हैं और जब चाहें इन ट्रांसलेशन्स को रिव्यू या हटाने का विकल्प भी रखते हैं।

YouTube के ऑटो डबिंग फीचर के विपरीत, जिसे केवल क्रिएटर बंद कर सकता है, Meta में क्रिएटर्स और दर्शक दोनों तय कर सकते हैं कि वे Reel को अपनी मूल भाषा में देखना चाहते हैं या अनुवाद करना चाहते हैं। यह विकल्प देखने के लिए Reel के तीन-डॉट मेन्यू में जाएँ, ऑडियो और भाषा सेटिंग्स चुनें और “Don’t translate” विकल्प पर टैप करें।

क्रिएटर्स के लिए, Meta ने कहा कि Facebook और Instagram क्रिएटर्स Reels अपलोड करते समय नया “Translate your voice with Meta AI” विकल्प देखेंगे। इसका उपयोग यह तय करने के लिए भी किया जा सकता है कि वे लिप-सिंकिंग सक्षम करना चाहते हैं या नहीं।

जब क्रिएटर्स ट्रांसलेटेड Reel प्रकाशित करेंगे, तो उन्हें भाषा के अनुसार उनके व्यूज़ का विवरण मिलेगा, जिससे उन्हें समझने में मदद मिलेगी कि अनुवाद कैसे प्रदर्शन कर रहे हैं। Meta के अनुसार यह फीचर सबसे अच्छी तरह से फेस-टू-कैमरा वीडियो में काम करता है, जहां मुंह ढका नहीं है और यह दो स्पीकर्स तक के लिए अनुवाद कर सकता है।

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तालिबान प्रेस कॉन्फ्रेंस में महिला पत्रकारों की अनुपस्थिति, बरखा दत्त का बड़ा सवाल

कूटनीति शायद किताबों तक सीमित है और वास्तविक राजनीति में इसका कोई स्थान नहीं है, फिर भी वहां मौजूद पुरुष पत्रकारों और सहकर्मियों को इस मुद्दे पर तालिबान से सवाल करना चाहिए था।

Last Modified:
Saturday, 11 October, 2025
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भारत यात्रा पर आए तालिबान के कार्यवाहक विदेश मंत्री आमिर खान मुत्ताकी की प्रेस कॉन्फ्रेंस में महिला पत्रकारों को नहीं बुलाया गया। इस पर विदेश मंत्रालय कवर करने वाली महिला पत्रकारों ने सोशल मीडिया और विदेश मंत्रालय के मंच पर नाराजगी जाहिर की है। देश की वरिष्ठ महिला पत्रकार बरखा दत्त ने भी अपने सोशल मीडिया हैंडल एक्स से एक पोस्ट कर इसे गलत करार दिया।

उन्होंने लिखा, आज तालिबान की प्रेस कॉन्फ्रेंस में स्पष्ट रूप से महिला पत्रकारों को नहीं बुलाया गया। हालांकि साझा मूल्यों की कूटनीति शायद किताबों तक सीमित है और वास्तविक राजनीति में इसका कोई स्थान नहीं है, फिर भी वहां मौजूद पुरुष पत्रकारों और सहकर्मियों को इस मुद्दे पर तालिबान से सवाल करना चाहिए था।

व्यक्तिगत रूप से मेरा मानना है कि सरकार को उन्हें प्रेस कॉन्फ्रेंस दूतावास के बाहर आयोजित करने के लिए प्रेरित करना चाहिए था, ताकि कम से कम भारत में पेशेवर समान अवसर सुनिश्चित हो सके। आपको बता दें, इससे पहले सुबह मुत्ताकी की विदेश मंत्री एस जयशंकर के साथ बैठक हुई थी तथा उसके बाद दोपहर में यह प्रेस वार्ता हुई।

हालांकि, अफगानिस्तान से रिश्ते सुधार रहे विदेश मंत्रालय ने इस प्रकरण पर छुप्पी साध ली है। विदेश मंत्रालय के सूत्रों ने इस पर कोई आश्चर्य प्रकट नहीं किया। वे इसे तालिबान की फितरत मान रहे हैं।

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