बहुमुखी प्रतिभा की धनी जानी-मानी चित्रकार, लेखक और कला समीक्षक अलका रघुवंशी का निधन हो गया है।
बहुमुखी प्रतिभा की धनी जानी-मानी चित्रकार, लेखक और कला समीक्षक अलका रघुवंशी का निधन हो गया है। अलका रघुवंशी करीब एक महीने से निमोनिया से जूझ रही थीं। उन्होंने बुधवार को दिल्ली में हौज खास स्थित अपने आवास पर अंतिम सांस ली।
अलका रघुवंशी के निधन पर वरिष्ठ पत्रकार मनोज रघुवंशी ने उन्हें याद करते हुए श्रद्धांजलि दी है। अपने ट्वीट में मनोज रघुवंशी ने लिखा है, ‘बड़े दुख की बात है कि अलका रघुवंशी, मेरी पहली पत्नी, मेरी सबसे अच्छी दोस्त, आज हमें छोड़कर चली गई।’ इसके साथ ही उन्होंने अलका रघुवंशी के साथ अपनी एक फोटो भी पोस्ट की है।
Sadly, Alka Raghuvanshi, my first wife, my best friend, left us today.@GauriSh53942971 @Singh_kritisans @parasgaur4 @benaresi_lass @mayankjain100 @basantbhardwaj1 @kamleshnirmal21 @drgilada @DrSanjay47 @DrRPNishank @SudhanshuBJP @SudhanshuTrived @ShahnawazBJP @SherRawat10 pic.twitter.com/brHrwx8rtN
— Manoj Raghuvanshi (@manojraghuvansh) May 26, 2021
अलका रघुवंशी के निधन पर ‘हिंदुस्तान टाइम्स’ (Hindustan Times) की मैनेजिंग एडिटर सोनल कालरा और जानी-मानी क्लासिकल डांसर प्रतिभा प्रह्लाद समेत तमाम शख्सियतों ने दिवंगत आत्मा को सद्गति देने की ईश्वर से प्रार्थना की है।
I’m speechless and numb at this. #Alkaraghuvanshi was not just a very close friend for decades but was the the most knowledgeable art writer, beside being a superb artist herself. What an unimaginable loss. ?? https://t.co/zVG4Y40Hmh
— Sonal Kalra (@sonalkalra) May 26, 2021
समाचार4मीडिया की नवीनतम खबरें अब आपको हमारे नए वॉट्सऐप नंबर (9958894163) से मिलेंगी। हमारी इस सेवा को सुचारु रूप से जारी रखने के लिए इस नंबर को आप अपनी कॉन्टैक्ट लिस्ट में सेव करें।
जेल सुधार एक्टिविस्ट वर्तिका नंदा ने कार्यक्रम में अपनी बात की शुरुआत करते हुए कहा, ‘नमस्ते! मैं वर्तिका नंदा हूं, जो जेल की सलाखों के पीछे खुशियों के रंग बिखेरने का प्रयास कर रही हूं।’
जानी-मानी पत्रकार और जेल सुधार एक्टिविस्ट वर्तिका नंदा ने नार्वे की राजधानी ओस्लो में 15 जून को आयोजित पहले ‘अंतरराष्ट्रीय जेल रेडियो सम्मेलन‘ (International Prison Radio Conference) में भारत का प्रतिनिधित्व किया है।
‘तिनका तिनका’ फाउंडेशन की संस्थापिका वर्तिका नंदा ने कार्यक्रम में अपनी बात की शुरुआत करते हुए कहा, ‘नमस्ते! मैं वर्तिका नंदा हूं, जो जेल की सलाखों के पीछे खुशियों के रंग बिखेरने का प्रयास कर रही हूं।’
‘प्रिजन रेडियो एसोसिएशन’ (Prison Radio Association) ने ‘नॉर्वेजियन सुधार सेवाओं‘ (Norwegian Correctional Services) के निदेशालय के सहयोग से इस कार्यक्रम का आयोजन किया था, जिसमें 20 से अधिक देशों के प्रतिनिधि शामिल रहे। इस कार्यक्रम का उद्देश्य जेलों के मानवीकरण और कैदियों के पुनर्वास में जेल रेडियो के महत्व पर वैश्विक जानकारी और अनुभव साझा करना था।
अपने करीब 30 मिनट के संबोधन में वर्तिका नंदा ने भारत में जेल रेडियो और अपने गैर-लाभकारी संगठन ‘तिनका तिनका फाउंडेशन’ द्वारा आगरा और देहरादून की जिला जेलों के साथ-साथ हरियाणा की आठ जेलों में लागू जेल रेडियो पहल के बारे में विस्तार से बताया।
उन्होंने बताया कि ‘तिनका तिनका‘ फाउंडेशन के तत्वावधान में 100 से अधिक कैदियों को रेडियो जॉकी (आरजे) के रूप में प्रशिक्षित किया गया है। जेल रेडियो प्रशिक्षण और इसके कार्यान्वयन के दौरान लगभग एक दर्जन गाने जारी किए गए हैं।
इसके साथ ही वर्तिका नंदा ने 'जेल सुधारों के तिनका मॉडल' के बारे में भी बताया, जो मीडिया की शक्ति और रचनात्मकता के इस्तेमाल से जेल के कैदियों को समाज की मुख्यधारा में शामिल करने का प्रयास है। इस दौरान उन्होंने अपने प्रयासों में सरकारी अधिकारियों से मिले समर्थन का भी उल्लेख किया।
नंदा ने समाज के समग्र प्रगतिशील विकास के लिए सलाखों के पीछे अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के महत्व पर भी जोर दिया। उन्होंने इस बात पर भी प्रकाश डाला कि ‘तिनका तिनका‘ जेल रेडियो की मदद से जेलों में कैदियों के जीवन के बारे में बाहरी दुनिया को संवेदनशील बनाने की कोशिश कर रहा है।
इस दो दिवसीय सम्मेलन में ओस्लो जेल के दौरे के साथ उसमें जेल रेडियो परियोजना के बारे में प्रतिनिधियों को जानने-समझने का मौका मिला। कार्यक्रम में शामिल प्रतिभागियों ने इस दौरान जेल रेडियो परियोजनाओं से संबंधित तमाम पहलुओं पर भी अपने विचार साझा किए। प्रतिभागियों के बीच एक आम सहमति थी कि जेल रेडियो दुनिया भर में लोकतांत्रिक मूल्यों और स्वतंत्रता को मजबूत कर सकता है।
बता दें कि वर्तिका नंदा दिल्ली विश्वविद्यालय के लेडी श्री राम कॉलेज में पत्रकारिता विभाग की अध्यक्ष हैं और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में अपराध बीट की प्रमुख पत्रकार रही हैं। उनके कामों को दो बार लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्डस में शामिल किया जा चुका है। भारत के तत्कालीन राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने उन्हें 2014 में स्त्री शक्ति पुरस्कार दिया था।
समाचार4मीडिया की नवीनतम खबरें अब आपको हमारे नए वॉट्सऐप नंबर (9958894163) से मिलेंगी। हमारी इस सेवा को सुचारु रूप से जारी रखने के लिए इस नंबर को आप अपनी कॉन्टैक्ट लिस्ट में सेव करें।घर लौटते समय पत्रकार के साथ हुई वारदात, रोडरेज में बदमाशों ने दिया घटना को अंजाम
रोडरेज में एक पत्रकार को चाकू मारकर घायल करने और उससे लूटपाट करने का मामला सामने आया है। घटना पटना के पाटलिपुत्र इलाके में बुधवार देर रात की है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इस वारदात को तीन बदमाशों ने अंजाम दिया और फरार होने में कामयाब रहे। पत्रकार को निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनकी हालत गंभीर है।
बताया जाता है कि पटना में एक हिंदी दैनिक के पत्रकार अनुराग प्रधान बुधवार की रात मैनपुरा स्थित घर की ओर लौट रहे थे। वन विभाग के दफ्तर के पास एक बाइक से उनकी टक्कर हो गई। इसके बाद उस बाइक पर सवार तीन बदमाशों ने अनुराग को रोक लिया और बहस के बाद मारपीट करने लगे। इसी बीच एक बदमाश ने चाकू निकालकर अनुराग के सीने पर वार कर दिया और उनसे लूटपाट कर फरार हो गए।
आसपास के लोगों ने घायल हालत में अनुराग को अस्पताल में भर्ती कराया। पुलिस के अनुसार, बदमाशों की तलाश में छापेमारी शुरू कर दी गई है। घटनास्थल के आसपास के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज भी खंगाली जा रही है और बदमाशों को जल्द ही दबोच लिया जाएगा।
समाचार4मीडिया की नवीनतम खबरें अब आपको हमारे नए वॉट्सऐप नंबर (9958894163) से मिलेंगी। हमारी इस सेवा को सुचारु रूप से जारी रखने के लिए इस नंबर को आप अपनी कॉन्टैक्ट लिस्ट में सेव करें।बताया जाता है कि बुधवार की रात करीब नौ बजे भोपाल में त्रिलंगा स्थित अपने घर में उन्हें दिल का दौर पड़ गया।
मध्यप्रदेश के जाने-माने पत्रकार सर्वदमन पाठक का निधन हो गया है। वह करीब 72 साल के थे। बताया जाता है कि बुधवार की रात करीब नौ बजे भोपाल में त्रिलंगा स्थित अपने घर में उन्हें दिल का दौर पड़ गया। आनन-फानन में परिजन सर्वदमन पाठक को अस्पताल ले गए, लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, सर्वदमन पाठक करीब बीस बरसों से दैनिक जागरण, भोपाल में न्यूज़ एडिटर थे। उन्हें मल्टी टास्किंग जर्नलिस्ट माना जाता था। सेंट्रल डेस्क के अलावा उनके पास संडे मैगजीन का काम भी था। समसामयिक मुद्दों पर वह काफी बेहतरीन आर्टिकल लिखते थे। ‘दैनिक जागरण’ के अलावा उन्होंने ‘दैनिक भास्कर’ और ‘नई दुनिया’ में भी काम किया था। सर्वदमन के परिवार में पत्नी, बेटा और बेटी हैं। उनके बेटा-बहू दूसरे शहर में सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं, जबकि बेटी-दामाद जयपुर में डॉक्टर हैं।
सर्वदमन पाठक के निधन पर तमाम जाने-माने लोगों ने परमपिता परमात्मा से दिवंगत आत्मा को अपने श्री चरणों में स्थान देने व शोकाकुल परिजनों को यह गहन दुःख सहन करने की शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना की है।
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सर्वदमन पाठक को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए ईश्वर से दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करने की प्रार्थना की है। इस बारे में अपने ट्वीट में शिवराज सिंह चौहान ने लिखा है, ‘भोपाल के वरिष्ठ पत्रकार सर्वदमन पाठक जी के निधन की खबर दुखद है। यह अपूरणीय क्षति है। आपका जीवन जनहितैषी, विकासपरक एवं कमजोर के उत्थान के प्रति समर्पित पत्रकारिता का अध्याय रहा। श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए ईश्वर से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करें। ॐ शांति।।’
भोपाल के वरिष्ठ पत्रकार सर्वदमन पाठक जी के निधन की खबर दुखद है। यह अपूरणीय क्षति है। आपका जीवन जनहितैषी, विकासपरक एवं कमजोर के उत्थान के प्रति समर्पित पत्रकारिता का अध्याय रहा। श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए ईश्वर से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करें।
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) June 22, 2022
।।ॐ शांति।।
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष कमलनाथ ने भी ट्वीट कर सर्वदमन पाठक के निधन पर दुख व्यक्त किया है। अपने ट्वीट में कमलनाथ ने लिखा है, ‘मध्य प्रदेश के वरिष्ठ पत्रकार सर्वदमन पाठक जी के निधन का दुखद समाचार प्राप्त हुआ। मैं ईश्वर से उनकी आत्मा की शांति और परिवार को यह दुख सहन करने की शक्ति देने की प्रार्थना करता हूं। ओम शांति’।
मध्य प्रदेश के वरिष्ठ पत्रकार सर्वदमन पाठक जी के निधन का दुखद समाचार प्राप्त हुआ।
— Kamal Nath (@OfficeOfKNath) June 23, 2022
मैं ईश्वर से उनकी आत्मा की शांति और परिवार को यह दुख सहन करने की शक्ति देने की प्रार्थना करता हूं।
ओम शांति
वहीं, सर्वदमन पाठक के निधन पर ‘भारतीय जनसंचार संस्थान’ (IIMC), नई दिल्ली के महानिदेशक प्रो.संजय द्विवेदी ने गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने अपने शोक संदेश में प्रो. द्विवेदी ने कहा है, ‘सर्वदमन पाठक ऐसे पत्रकार थे, जिनकी पारंपरिक मूल्यों में गहरी आस्था थी और उन्होंने पत्रकारिता में शुचिता का प्रतिमान स्थापित किया। उन्होंने अपने निरंतर लेखन से समाज को राह दिखाई और अपनी गहरी जनपक्षधरता से लोगों के दिलों में जगह बनाई।’ प्रो.द्विवेदी ने कहा कि पाठक जी ने बिना शोर मचाए विचार की पत्रकारिता की और जनमत के निर्माण के पत्रकारीय लक्ष्य को हमेशा सामने रखा। उनके समूचे लेखन में मूल्यनिष्ठा और गहरे भारतप्रेम के दर्शन होते हैं।
समाचार4मीडिया की नवीनतम खबरें अब आपको हमारे नए वॉट्सऐप नंबर (9958894163) से मिलेंगी। हमारी इस सेवा को सुचारु रूप से जारी रखने के लिए इस नंबर को आप अपनी कॉन्टैक्ट लिस्ट में सेव करें।कांग्रेस प्रवक्ता अजय माकन ने ईडी पर आरोप लगाया कि वह पार्टी नेताओं की छवि खराब करने के लिए कुछ मीडिया घरानों को चुनिंदा सूचनाएं लीक कर रहा है।
नेशनल हेराल्ड मामले में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने 21 जून को भी पूछताछ के लिए बुलाया। राहुल गांधी से ED की पूछताछ का मंगलवार को पांचवां दिन है। नेशनल हेराल्ड केस में अब तक राहुल गांधी से 4 दिनों में 40 घंटे से ज्यादा की पूछताछ हो चुकी है।
राहुल गांधी से लगातार हो रही ईडी की पूछताछ को लेकर कांग्रेस के राजस्थान प्रभारी और पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अजय माकन ने बड़ा प्रवर्तन निदेशालय और केंद्र सरकार पर बड़ा आरोप लगाया है। अजय माकन ने कहा कि केंद्र सरकार जांच एजेंसियों के जरिए विपक्ष की आवाज को दबाने का काम कर रही है।
इतना ही नहीं, उन्होंने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) पर आरोप लगाया कि वह पार्टी नेताओं की छवि खराब करने के लिए कुछ मीडिया घरानों को चुनिंदा सूचनाएं लीक कर रहा है। कांग्रेस प्रवक्ता अजय माकन ने सोमवार को नई दिल्ली के पार्टी मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन में कहा कि राहुल गांधी के खिलाफ जांच को प्रभावित करने के लिए मोदी सरकार द्वारा कहानी गढ़ी जा रही है। नेशनल हेराल्ड मामले में राहुल गांधी के चौथी बार ईडी के सामने पेश होने के बाद माकन की यह टिप्पणी आयी है।
उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार हमारे नेताओं की छवि खराब करने के लिए झूठी और चुनिंदा खबरें-सूचनाएं लीक कर रही है। माकन ने कहा, ‘नेशनल हेराल्ड मामला ऐसा मुद्दा है, जिसमें किसी को एक पैसे का लाभ नहीं हुआ है, लेकिन फिर भी लगातार चौथे दिन हमारे नेता को बुलाया गया है, जो पार्टी की छवि खराब करने का प्रयास है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार केंद्रीय जांच ब्यूरो और ईडी का इस्तेमाल कर विपक्ष की आवाज को दबाने की कोशिश कर रही है।
अजय माकन ने कहा कि केंद्रीय एजेंसियों को निर्देश दिए जाते हैं कि या तो मोदी सरकार और भाजपा के खिलाफ बोलना बंद करें, वरना उन पर कार्रवाई होगी। उन्होंने कहा कि कई नेता ऐसे हैं जिन्हें पहले ईडी और सीबीआई के जरिए परेशान किया गया और बाद में जब वह भाजपा में शामिल हो गए तो उन पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।
उन्होंने कहा कि इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि प्रवर्तन निदेशालय में कुल 5422 केस चल रहे हैं, जिनमें से अकेले पर 5310 केस अकेले मोदी सरकार के 8 साल के कार्यकाल में दर्ज हुए, जिससे पता चलता है कि किस कदर विपक्ष के नेताओं को ईडी के जरिए डराया और धमकाया जा रहा है। उन्होंने प्रतिप्रश्न करते हुए कहा, इससे क्या यह ऐसा नहीं लगता कि ईडी अब चुनाव प्रबंधन विभाग बन गया है?
उन्होंने कहा कि हेमंत बिस्वा को शारदा घोटाले में ईडी ने बुलाया था, उनसे पूछताछ हुई लेकिन जब वो बीजेपी में शामिल हो गए तो उन पर कार्रवाई रोक दी गई। येदुरप्पा पर पर भी केस दर्ज हुआ था उन पर भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। नारायण राणे जब तक कांग्रेस में रहे जब तक उन्हें रोज ईडी और इनकम टैक्स के नोटिस भेजे जाते थे, लेकिन जैसे ही भाजपा में चले गए तो वह पाक साफ हो गए। मुकुल रॉय और सोमेन मित्रा जब तक तृणमूल कांग्रेस में रहे उन्हें एक भी ईडी और सीबीआई के जरिए परेशान किया जाता रहा। उन्होंने कहा कि यह सब चीजें इस बात को साबित करती है कि अन्य दलों के नेताओं को भाजपा में शामिल कराने के लिए भी जांच एजेंसियों का दुरुपयोग किया जाता है।
वहीं, कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद ने कहा कि 'शायद ईडी को कुछ काम नहीं है इसलिए राहुल जी को बुला लेते है, चार दिन की पूछताछ से कुछ निकलता है? लेकिन लगातार बुला रहे है।'
गौरतलब है कि 19 जून को राहुल गांधी का 52वां जन्मदिन था। पिछले सप्ताह सोमवार, मंगलवार और बुधवार को लगातार तीन दिन और सोमवार को फिर से ईडी के अधिकारियों ने पूछताछ की। 52 वर्षीय राहुल गांधी से अब तक 40 घंटे से अधिक समय तक पूछताछ की जा चुकी है। इल दौरान धन शोधन रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) के तहत उनके बयान दर्ज किये गए।
ईडी ने इसी मामले में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को 23 जून को तलब किया है। सोनिया गांधी कोविड-19 से जुड़ी स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के चलते दिल्ली के एक निजी अस्पताल में भर्ती हैं।
गौरतलब है कि नेशनल हेराल्ड का मामला 2012 में चर्चा में आया था। तब बीजेपी नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने ट्रायल कोर्ट में याचिका दायर कर आरोप लगाया था कि कुछ कांग्रेसी नेताओं ने गलत तरीके से यंग इंडियन लिमिटेड (वाईआईएल) के जरिए एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड का अधिग्रहण किया है। स्वामी ने आरोप लगाया था कि यह सब कुछ दिल्ली में बहादुर शाह जफर मार्ग पर स्थित हेराल्ड हाउस की 2000 करोड़ रुपए की बिल्डिंग पर कब्जा करने के लिए किया गया। साजिश के तहत यंग इंडियन लिमिटेड को टीजेएल की संपत्ति का अधिकार दिया गया है।
समाचार4मीडिया की नवीनतम खबरें अब आपको हमारे नए वॉट्सऐप नंबर (9958894163) से मिलेंगी। हमारी इस सेवा को सुचारु रूप से जारी रखने के लिए इस नंबर को आप अपनी कॉन्टैक्ट लिस्ट में सेव करें।तेलुगू फिल्म अभिनेता चिरंजीवी का उदार चेहरा एक बार फिर लोगों के सामने आया है, जब उन्होंने एक बीमार पत्रकार की मदद के लिए हाथ बढ़ाया।
तेलुगू फिल्म अभिनेता चिरंजीवी ने कई मौकों पर लोगों की मदद के लिए हाथ बढ़ाया है, फिर चाहे वह टीवी इंडस्ट्री में हो या फिर इसके बाहर। महामारी के दौरान भी, चिरंजीवी ने आवश्यक राशन सामग्री प्रदान कर फिल्म इंडस्ट्री से जुड़े श्रमिकों की मदद की थी। उनका उदार चेहरा एक बार फिर लोगों के सामने आया है, जब उन्होंने एक बीमार पत्रकार की मदद के लिए हाथ बढ़ाया।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस बार उन्होंने एक प्रमुख अखबार के वरिष्ठ फोटो पत्रकार की मदद की है। कथित तौर पर, ये फोटो पत्रकार अचानक से बीमार पड़ गए और उन्हें तत्काल मेडिकल इमरजेंसी की जरूरत आ पड़ी। आर्थिक तंगी होने की वजह से वे ठीक से अपना उपचार नहीं करा सकते थे, लिहाजा उन्हें मदद की जरूरत थी। लेकिन जब इसकी जानकारी फिल्म अभिनेता चिरंजीवी को लगी, तो उन्होंने मदद का हाथ बढ़ाया।
सकारात्मक प्रतिक्रिया देते हुए चिरंजीवी ने न केवल व्यक्तिगत रूप से डॉक्टर से बात की, बल्कि उनके इलाज की व्यवस्था भी की। बताया जा रहा है कि इलाज के बाद फोटो पत्रकार की तबीयत फिलहाल ठीक है और अब वह खतरे से बाहर है।
बता दें कि वरिष्ठ फोटो पत्रकार के माता और पिता दोनों का COVID की लहर के दौरान निधन हो गया था।
सुपर स्टार चिरंजीवी की इस दरियादिली की सोशल मीडिया पर कोई तारीफ कर रहा है और फैन्स उन्हें रियल का ‘सुपर हीरो’ बता रहे है।
One of our fellow photo journalists suddenly fell ill and needed medical emergency. It's @KChiruTweets garu, who immediately responded and spoke to the doctors to take care of the journo. Now he is stable and out of danger. Thank you Chiru sir. You are a real hero.#Chiranjeevi pic.twitter.com/yWkSGNsz1J
— suresh kavirayani (@sureshkavirayan) June 20, 2022
समाचार4मीडिया की नवीनतम खबरें अब आपको हमारे नए वॉट्सऐप नंबर (9958894163) से मिलेंगी। हमारी इस सेवा को सुचारु रूप से जारी रखने के लिए इस नंबर को आप अपनी कॉन्टैक्ट लिस्ट में सेव करें।
नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित रूसी पत्रकार दिमित्री मुरातोव ने अपना पदक सोमवार रात नीलाम कर दिया है।
नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित रूसी पत्रकार दिमित्री मुरातोव ने अपना पदक सोमवार रात नीलाम कर दिया है। मुरातोव ने पुरस्कार की नीलामी से मिली 5,00,000 डॉलर की नकद राशि सीधे संयुक्त राष्ट्र की संस्था यूनिसेफ को दान करने की घोषणा की है। यह प्रतिष्ठित संस्था धनराशि को यूक्रेनी बच्चों के कल्याण के लिए खर्च करेगी। उन्होंने कहा कि इस दान का उद्देश्य शरणार्थी बच्चों को भविष्य के लिए एक मौका देना है।
नीलाम होने वाला नोबेल पदक 23 कैरेट सोने से निर्मित और 175 ग्राम वजन का है। उस पर महान वैज्ञानिक अल्फ्रेड नोबेल की मुखाकृति बनी हुई है।
मुरातोव ने एक इंटरव्यू में कहा कि वह खासतौर पर उन बच्चों के लिए चिंतित हैं, जो यूक्रेन में संघर्ष के कारण अनाथ हो गए हैं। उन्होंने कहा, ‘हम उनका भविष्य लौटाना चाहते हैं।’
मुरातोव ने हेरीटेज ऑक्शंस द्वारा जारी वीडियो में कहा कि यह अहम है कि रूस के खिलाफ लगाए गए अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों से दुर्लभ बीमारियों के इलाज में इस्तेमाल दवाएं और अस्थि मज्जा प्रतिरोपण जैसी मानवीय सहायता जरूरतमंदों तक पहुंचने से न रुके। नीलामी प्रक्रिया का संचालन करने वाली हेरीटेज ऑक्शंस इससे मिलने वाली धनराशि में कोई हिस्सा नहीं ले रही है।
दिमित्रि मुरातोव को अक्टूबर 2021 में फ्री स्पीच पर उनकी पत्रकारिता के लिए शांति के क्षेत्र में नोबेल पुरस्कार दिया गया था। वह रूसी अखबार 'नोवाया गजट' के एडिटर-इन-चीफ थे, लेकिन पुतिन सरकार की कार्रवाई की वजह से इसी साल मार्च में उनके अखबार पर ताला लग चुका है। यूक्रेन पर रूस के हमले के मद्देनजर सार्वजनिक असंतोष को दबाने और पत्रकारों पर रूसी कार्रवाई के चलते यह अखबार बंद कर दिया गया था। स्वर्ण पदक से सम्मानित मुरातोव ने स्वतंत्र रूसी अखबार ‘नोवाया गजट’ की स्थापना की थी।
मुरातोव 2014 में रूस द्वारा क्रीमिया पर कब्जा जमाने और यूक्रेन के खिलाफ युद्ध छेड़ने के बड़े आलोचक रहे हैं।
समाचार4मीडिया की नवीनतम खबरें अब आपको हमारे नए वॉट्सऐप नंबर (9958894163) से मिलेंगी। हमारी इस सेवा को सुचारु रूप से जारी रखने के लिए इस नंबर को आप अपनी कॉन्टैक्ट लिस्ट में सेव करें।नवनियुक्त राज्यसभा सदस्य व ‘आईटीवी नेटवर्क’ (iTV Network) के फाउंडर व मैनेजिंग डायरेक्टर कार्तिकेय शर्मा ने रविवार को अंबाला में एक रोड शो किया।
नवनियुक्त राज्यसभा सदस्य व ‘आईटीवी नेटवर्क’ (iTV Network) के फाउंडर व मैनेजिंग डायरेक्टर कार्तिकेय शर्मा ने रविवार को अंबाला में एक रोड शो किया। इस दौरान रोड शो में भारी जनसैलाब उमड़ा। इस शो का आगाज हरियाणा के अंबाला शहर के माडल टाउन से हुआ। इस कड़ी में पहले उन्होंने अपने पिता पूर्व केंद्रीय मंत्री विनोद शर्मा और अंबाला शहर की मेयर व माता शक्तिरानी शर्मा का आशीर्वाद लिया और उसके बाद कार्तिकेय शर्मा पर काफिला अग्रसेन चौक से होता हुआ पॉलिटेक्निक चौक तक पहुंचा। इस दौरान वे जिन रास्तों से होकर गुजरे, समर्थकों ने फूलों से उनका स्वागत किया।
इसके बाद काफिला मानव चौक से कचहरी रोड की तरफ बढ़ा। राज्यसभा सदस्य के काफिले के साथ हजारों की संख्या में लोग मौजूद रहे। उनके रोड शो में हजारों की संख्या में समर्थक मौजूद थे। मानव चौक और उसके बाद सेक्टर 8-9-10 गुरुद्वारा साहिब पर भी हरियाणा राज्यसभा सदस्य कार्तिकेय शर्मा का स्वागत किया गया। इस दौरान गुरुद्वारा कमेटी की तरफ से उन्हें सिरोपा और कृपाण भेंट की गई, साथ ही उन्हें श्री गुरु हरकृष्ण साहिब जी की तस्वीर उपहार स्वरूप दी गई।
बता दें कि कार्तिकेय शर्मा इन दिनों निरंतर सुर्खियों में बने हुए हैं। वे अपनी जीत में सहयोग के लिए सभी नेताओं का धन्यवाद कर रहे हैं। इसी कड़ी में 18 जून को उन्होंने हरियाणा कांग्रेस नेता कुलदीप बिश्नोई से शिष्टाचार मुलाकात की। वे शनिवार को कुलदीप बिश्नोई से उनके आवास पर मिले, जहां प्रदेश की राजनीति के अलावा कई ज्वलंतशील मुद्दों पर गहन चर्चा की। राज्यसभा चुनाव जीतने के बाद कार्तिकेय शर्मा निरंतर सक्रिय हैं। कुछ दिन पहले उन्होंने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से भी मुलाकात की थी। इस दौरान हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल भी उनके साथ मौजूद थे।
समाचार4मीडिया की नवीनतम खबरें अब आपको हमारे नए वॉट्सऐप नंबर (9958894163) से मिलेंगी। हमारी इस सेवा को सुचारु रूप से जारी रखने के लिए इस नंबर को आप अपनी कॉन्टैक्ट लिस्ट में सेव करें।
कामाख्या कलापीठ (सेंटर फॉर इंडियन क्लासिकल डांसर्स) के तत्वावधान में आजादी के अमृत महोत्सव पर रविवार को दिल्ली के कमानी ऑडिटोरियम में आयोजित हुआ कार्यक्रम।
कामाख्या कलापीठ (सेंटर फॉर इंडियन क्लासिकल डांसर्स) के तत्वावधान में आजादी के अमृत महोत्सव पर रविवार को दिल्ली के कमानी ऑडिटोरियम में आयोजित कार्यक्रम में दर्शकों को भारत की महान शास्त्रीय नृत्य की विभूतियों की कहानियां देखने-सुनने का अवसर मिला।
कामाख्या कलापीठ संचालिका पद्मविभूषण सांसद डॉ. सोनल मानसिंह द्वारा परिकल्पित, निर्देशित व संचालित कार्यक्रम में प्रस्तुत ‘कहानी नृत्य-वीरांगनाओं की’ ने दर्शकों को आनंद से सराबोर कर दिया। कार्यक्रम की शुरुआत तंजौर की मुत्थूपर्णी की कहानी से हुई, जिसमें कुचीपुड़ी शास्त्रीय संगीतमय नृत्य से दर्शाया गया कि कैसे श्रीकृष्ण उनके नृत्य के प्रेरणा और सहभागी बने।
दूसरी कहानी केरला की तात्री की थी, जिसमें दिखाया गया कि पितृसत्तात्मक समाज के बंधनों को तोड़कर किस तरह संघर्ष करके उन्होंने नृत्य साधना शुरू की और बाद में सभी धारणाओं को तोड़ते हुए अपना स्थान बनाया। मोहिनी अट्टम की प्रस्तुति को दर्शकों ने बहुत सराहा।
तीसरी कहानी थी मैडम मेनका की। मैडम मेनका वास्तव में उपाधि थी उनका वास्तविक नाम लीलावती राय था, रशियन कलाकार अन्ना पाउलोआ के कहने पर उन्होंने भारतीय नृत्य की शुरुआत की और फिर उन्होंने देश-विदेश में अपने नृत्य से सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया।
अंतिम प्रस्तुति रुक्मिणी देवी के नाम रही। तमिलनाडु की रुक्मिणी देवी ने बैले सीखा, अन्ना पाउलोआ ने उन्हें प्रेरणा दी कि भारतीय शास्त्रीय नृत्य साधना में अद्वितीय संभावनाएं हैं, उनकी खोज करो। रुक्मिणी देवी ने तत्कालीन मंदिरों की देवदासियों को अपने नृत्य का विषय बनाया। रुक्मिणी देवी की कहानी व देवदासी विषय को भरतनाट्यम के माध्यम से प्रस्तुत किया गया।
कार्यक्रम की प्रस्तुतियों के बीच-बीच में डॉ. सोनल मानसिंह के निर्देशन व सूत्रधार की भूमिका ने सबको बांध रखा। इस कार्यक्रम के लिए कोरियोग्राफर रुप में वनश्री राव, नीना प्रसाद, वावस्ती मिश्रा व पीटी नरेंद्रन द्वारा उनका सहयोग किया गया। पूरे कार्यक्रम में युवा कलाकारों की भाव भंगिमा, नृत्य मुद्राओं, पार्श्व संगीत,वेशभूषा और रंग-बिरंगी प्रकाश सज्जा ने कार्यक्रम के साक्षी बने कलाप्रेमियों को भाव विभोर होने पर बाध्य कर दिया।
कार्यक्रम में राज्य सभा के उपसभापति डॉ. हरिवंश नारायण सिंह, केंद्रीय राज्यमंत्री एसपी सिंह बघेल, भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद (ICCR) के प्रेजिडेंट सांसद डॉ. विनय सहस्त्रबुद्धे व श्रीमती सहस्रबुद्धे, बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा की धर्मपत्नी मल्लिका नड्डा, दिल्ली के पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना व उनकी पत्नी तथा पद्मभूषण सरोज वैद्यनाथन समेत तमाम हस्तियां मौजूद रहीं। वहीं विदेश मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी और विभिन्न देशों के राजदूत भी उपस्थित रहे। इस दौरान श्रीमती नड्डा ने कहा, ‘यह कार्यक्रम बड़ा ही जानकारी भरा था, हमारी संस्कृति का परफेक्ट मिश्रण था। देश में विभिन्न क्षेत्रों के परिवर्तन की गाथा हमने देखी, डॉ. सोनल मानसिंह एक और वीरांगना हैं, जिन्हें पांचवीं वीरांगना कहना चाहिए।‘
डॉ. हरिवंश ने कहा, ‘डॉ. सोनल मानसिंह ने जिस तरह महान नृत्यांगनाओं की गाथा, उनकी इच्छाशक्ति दिखाई, उसे शब्दों में व्यक्त नहीं किया जा सकता। जब हम डॉ. सोनल मानसिंह की प्रस्तुति देखते हैं तो बाहर की दुनिया भूल जाते हैं। मस्तिष्क की दुनिया भूलकर भाव की दुनिया में खो जाते हैं।‘
केंद्रीय राज्यमंत्री एसपीएस बघेल ने कहा, ‘फिराक कहते थे कि आने वाली नस्लें फख्र करेंगी कि तुमने फिराक को देखा है। हम कहते हैं कि आने वाली नस्लें फख्र करेंगी कि हमने सोनल जी को देखा है।‘ उन्होंने कहा, प्रस्तुति देखते समय यह इंद्रप्रस्थ है या इंद्रलोक है, मुझे पता ही नहीं चला, इंद्रलोक जैसा आनंद था, हमें अपनी विधा का सम्मान करना चाहिए।‘ 12वीं सदी के बाद के मुगल काल को याद करते हुए कहा उन्होंने कहा कि उस समय कला थोड़ी कमजोर पड़ी। उस समय के सभी गुरुओं को धन्यवाद देते हुए उन्होंने भारत की कला को अक्षुण्ण बनाने के लिए अपनी कृतज्ञता प्रकट की। साथ ही कहा कि यह लोक कला लोकभाषा लोक-संस्कृति के पुर्नजागरण का काल है।
कार्यक्रम के अंत में डॉ हरिवंश, एसपीएस बघेल व दिल्ली पुलिस कमिश्नर द्वारा कलाकारों वह कोरियोग्राफर्स का सम्मान किया गया। सभी ने डॉ सोनल मानसिंह का अभिनंदन भी किया।
समाचार4मीडिया की नवीनतम खबरें अब आपको हमारे नए वॉट्सऐप नंबर (9958894163) से मिलेंगी। हमारी इस सेवा को सुचारु रूप से जारी रखने के लिए इस नंबर को आप अपनी कॉन्टैक्ट लिस्ट में सेव करें।जाने-माने फोटो पत्रकार कमल शर्मा को फ्रांस के एक विश्वविद्यालय ने सम्मानित किया है।
जाने-माने फोटो पत्रकार कमल शर्मा को फ्रांस के एक विश्वविद्यालय ने सम्मानित किया है। फ्रांस स्थित इकोले सुपीरियर रॉबर्ट डी सोरबोन विश्वविद्यालय ने उनकी अपने क्षेत्र में प्राप्त उपलब्धि को मान्यता देते हुए उन्हें मानद डॉक्टरेट की उपाधि से नवाजा है।
हालांकि, शर्मा की ख्याति खेल फोटो पत्रकारिता में है लेकिन उनके द्वारा न्यूयॉर्क के वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर 9/11 के हुए आतंकी हमले की ली गई तस्वीरें पिछलें कई सालों से विभिन्न प्रदर्शनियों का हिस्सा बन चुकी हैं। शर्मा आतंकवादी हमले के दिन न्यूयॉर्क में ही थे और यूएस ओपन को कवर करने गए थे।
सुपीरियर रॉबर्ट डी सोरबोन विश्वविद्यालय के अध्यक्ष जॉन थामस प्रेडे और उपाध्यक्ष विवेक चौधरी ने 15 जून को पुनारंवा वेलनेस रिजार्ट में आयोजित 11वें अंतरराष्ट्रीय सोरबोन दीक्षांत समारोह में शर्मा को डॉक्टरेट की मानद उपाधि प्रदान की।
इस मौके पर शर्मा ने कहा, ‘मैं फ्रांसीसी विश्वविद्यालय से मिले सम्मान से प्रसन्न हूं। लेकिन अब मैं 60 साल का हूं और जो मुझे अधिक संतोष देता है, वह है किसी सम्मान के मिलने पर मेरे परिवार और दोस्तों को होने वाली खुशी क्योंकि उनके समर्थन के बिना मैं कोई उपलब्धि नहीं हासिल कर सकता।’
समाचार4मीडिया की नवीनतम खबरें अब आपको हमारे नए वॉट्सऐप नंबर (9958894163) से मिलेंगी। हमारी इस सेवा को सुचारु रूप से जारी रखने के लिए इस नंबर को आप अपनी कॉन्टैक्ट लिस्ट में सेव करें।‘उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद’ (यूपी बोर्ड) की दसवीं और 12वीं कक्षाओं के लाखों विद्यार्थियों का इंतजार खत्म हो गया है।
‘उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद’ (यूपी बोर्ड) की दसवीं और 12वीं कक्षाओं के लाखों विद्यार्थियों का इंतजार खत्म हो गया है। दोनों कक्षाओं का परीक्षा परिणाम शनिवार को जारी हो गया है। इस परीक्षा परिणाम के जारी होने के बाद प्रतिभाशाली विद्यार्थियों को प्रोत्साहन देने के लिए वरिष्ठ पत्रकार और हिंदी न्यूज चैनल ‘भारत समाचार’ के एडिटर-इन-चीफ ब्रजेश मिश्रा ने एक सराहनीय कदम उठाया है।
दरअसल, ‘भारत समाचार’ ने यूपी बोर्ड में हाईस्कूल और इंटरमीडिएट के स्टेट टॉपर्स को अपनी तरफ से उपहार स्वरूप टैब प्रदान करने का फैसला लिया है। प्रथम, द्वितीय और तृतीय वरीयता वाले टॉपर्स को ये टैब देने का निर्णय लिया गया है।
इस बात की घोषणा ब्रजेश मिश्रा ने अपने ट्विटर हैंडल पर की है। अपने ट्वीट में ब्रजेश मिश्रा का यह भी कहना है कि अपनी लगन, कठोर परिश्रम और साधना के साथ इन विद्यार्थियों ने छोटी उम्र में महान उपलब्धि हासिल की है।
ब्रजेश मिश्रा द्वारा इस बारे में किए गए ट्वीट को आप यहां देख सकते हैं।
समाचार4मीडिया की नवीनतम खबरें अब आपको हमारे नए वॉट्सऐप नंबर (9958894163) से मिलेंगी। हमारी इस सेवा को सुचारु रूप से जारी रखने के लिए इस नंबर को आप अपनी कॉन्टैक्ट लिस्ट में सेव करें।यूपी बोर्ड मे हाईस्कूल और इंटरमीडिएट के स्टेट टॉपर्स को भारत समाचार अपनी तरफ से टैब, उपहार स्वरूप प्रदान करेगा। प्रथम, द्वितीय और तृतीय वरीयता वाले टॉपर्स को ये टैब देने का निर्णय लिया गया है। अपनी लगन, कठोर परिश्रम और साधना के साथ इन्होंने छोटी उम्र में महान उपलब्धि हासिल की है।
— Brajesh Misra (@brajeshlive) June 18, 2022