रूपर्ट मर्डोक और उनके बच्चों ने उस ट्रस्ट से जुड़े कानूनी विवाद को सुलझा लिया है, जो दो प्रभावशाली सार्वजनिक कंपनियों को नियंत्रित करता है।
रूपर्ट मर्डोक और उनके बच्चों ने उस ट्रस्ट पर चल रहे मुकदमे को सुलझा लिया है जो दो प्रभावशाली सार्वजनिक कंपनियों को नियंत्रित करता है। इस समझौते से यह सुनिश्चित हो गया है कि फॉक्स न्यूज अपनी रूढ़िवादी दिशा बनाए रखेगा और रूपर्ट मर्डोक के पसंदीदा बेटे लैकलन मर्डोक वैश्विक मीडिया साम्राज्य की बागडोर संभाले रहेंगे।
सोमवार को घोषित समझौते के तहत, मर्डोक के तीन बच्चों- प्रूडेंस, एलिजाबेथ और जेम्स अब फॉक्स कॉर्प और न्यूज कॉर्प को नियंत्रित करने वाले ट्रस्ट के लाभार्थी नहीं रहेंगे। इसके बजाय, उन्हें प्रत्येक को 1.1 बिलियन डॉलर मिलेंगे। यह समझौता 94 वर्षीय मर्डोक और उनके सबसे बड़े बेटे लैकलन के लिए बड़ी जीत मानी जा रही है, जिससे यह सुनिश्चित हो गया है कि वॉल स्ट्रीट जर्नल, हार्पर कॉलिन्स पब्लिशिंग और फॉक्स ब्रॉडकास्ट नेटवर्क जैसे मीडिया संस्थान दशकों तक लैकलन के नियंत्रण में बने रहेंगे।
यह कानूनी लड़ाई 2023 में शुरू हुई थी, जब रूपर्ट ने पारिवारिक ट्रस्ट में बदलाव कर 54 वर्षीय लैकलन को जिम्मेदारी सौंपने की कोशिश की। पहले की योजना के अनुसार, उनकी मृत्यु के बाद उनके चार बड़े बच्चों को ट्रस्ट का नियंत्रण मिलता और प्रत्येक को एक वोट का अधिकार होता। इससे यह स्थिति बन रही थी कि जो तीन बच्चे कंपनियों में सक्रिय नहीं थे, वे मिलकर लैकलन को बाहर कर सकते थे।
इस बदलाव से जेम्स, एलिजाबेथ और प्रूडेंस चौंक गए और उन्होंने नेवादा की प्रॉबेट कोर्ट में अपने पिता की कार्रवाई को चुनौती दी। शुरुआती फैसले में अदालत ने कहा कि अगर रूपर्ट अच्छे विश्वास में कार्य कर रहे हैं तो वे दस्तावेज़ में बदलाव कर सकते हैं। लेकिन बाद के फैसले में यह उलट गया और मामला अपील तक पहुंच गया।
वर्तमान में रूपर्ट दोनों कंपनियों में 40% मतदान हिस्सेदारी रखते हैं। नए समझौते के तहत, लैकलन के नियंत्रण वाली एक नई पारिवारिक कंपनी को फॉक्स में 36% और न्यूज कॉर्प में 33% मतदान हिस्सेदारी मिलेगी। प्रूडेंस, एलिजाबेथ और जेम्स अब इन कंपनियों में कोई रुचि नहीं रखेंगे। फॉक्स और न्यूज कॉर्प तीनों बच्चों की ओर से लगभग 1.4 बिलियन डॉलर मूल्य के शेयर बेचेंगे। लैकलन के नेतृत्व वाली नई पारिवारिक कंपनी इनसे अतिरिक्त शेयर खरीदेगी, आंशिक रूप से 1 बिलियन डॉलर के ऋण से। रूपर्ट के दो सबसे छोटे बच्चे इस नई कंपनी के सह-स्वामी होंगे।
न्यूयॉर्क टाइम्स के अनुसार, तीनों बड़े भाई-बहन 3.3 बिलियन अमेरिकी डॉलर मूल्य के स्टॉक के बदले में फॉक्स पर अपना दावा छोड़ रहे हैं। वे आने वाले महीनों में फॉक्स और न्यूज कॉर्प में अपनी हिस्सेदारी बेच देंगे। उन्हें एक नए ट्रस्ट का लाभार्थी भी बनाया जाएगा, जिसे शेयरों की बिक्री से नकद राशि मिलेगी।
दोनों कंपनियां हाल के वर्षों में सफल रही हैं। फॉक्स न्यूज, जो अमेरिका का सबसे ज्यादा देखा जाने वाला केबल चैनल है, को 2024 के राष्ट्रपति चुनाव के दौरान डोनाल्ड ट्रंप से जुड़े कवरेज से रेटिंग्स में बढ़त मिली। 21 अगस्त को फॉक्स ने Fox One नाम की नई स्ट्रीमिंग सेवा भी लॉन्च की। इस साल कंपनी के मतदान शेयर 24% बढ़कर सोमवार को 57.01 डॉलर के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गए।
इसी तरह, न्यूज कॉर्प की वॉल स्ट्रीट जर्नल ने डिजिटल दौर में खुद को ढाल लिया है। कंपनी की हालिया आय रिपोर्ट में बताया गया कि चौथी तिमाही में जर्नल के डिजिटल सब्सक्राइबर 9% बढ़कर 41 लाख हो गए। 2025 में न्यूज कॉर्प के शेयर 12% बढ़े हैं और वे अपने सर्वकालिक उच्च स्तर के करीब हैं।
मर्डोक परिवार के साम्राज्य पर नियंत्रण की यह जंग लंबे समय से चली आ रही है। लैकलन, जेम्स और एलिजाबेथ अलग-अलग समय पर अपने पिता की नजरों में ऊपर-नीचे होते रहे हैं। यही पारिवारिक खींचतान एचबीओ ड्रामा Succession की प्रेरणा बनी।
फरवरी में 'दि अटलांटिक' को दिए एक इंटरव्यू में जेम्स ने अपने पिता को महिलाओं से नफरत करने वाला कहा था और दावा किया था कि एक अच्छी कॉर्पोरेट संस्कृति वाली कंपनी अपनी ऑडियंस से झूठ बोलकर रेटिंग्स नहीं बढ़ाती। उन्होंने कहा कि अगर वे फॉक्स न्यूज में बदलाव लाते तो यह कॉर्पोरेट और एडिटोरियल गवर्नेंस पर केंद्रित होता, न कि राजनीतिक रुख पर। उनका कहना था कि चैनल रूढ़िवादी दृष्टिकोण से रिपोर्टिंग कर सकता है, लेकिन गलत सूचना नहीं फैलाना चाहिए।
लैकलन को उनके पिता की तरह ही रूढ़िवादी माना जाता है और उन्होंने कंपनियों का नेतृत्व करते हुए कई रणनीतिक फैसले लिए हैं, जिनमें 2020 में 440 मिलियन डॉलर में Tubi स्ट्रीमिंग सेवा की खरीद शामिल है। हालांकि उनके कार्यकाल में विवाद भी रहे हैं। फॉक्स को 2020 के चुनाव कवरेज को लेकर डोमिनियन वोटिंग सिस्टम्स से मानहानि मुकदमे में 787.5 मिलियन डॉलर का समझौता करना पड़ा था। कंपनी अभी भी Smartmatic USA Corp. से 2.7 बिलियन डॉलर के मुकदमे का सामना कर रही है।
लैकलन वर्तमान में न्यूज कॉर्प के चेयरमैन और फॉक्स के एग्जीक्यूटिव चेयरमैन एवं सीईओ हैं। न्यूज कॉर्प ने कहा कि उनका नेतृत्व, दृष्टिकोण और प्रबंधन कंपनी की रणनीति और सफलता के लिए महत्वपूर्ण बना रहेगा।
नेपाल सरकार ने सोमवार को युवाओं के हिंसक प्रदर्शनों के बाद लगाए गए सोशल मीडिया प्रतिबंध को हटा लिया।
नेपाल सरकार ने सोमवार को युवाओं के हिंसक प्रदर्शनों के बाद लगाए गए सोशल मीडिया प्रतिबंध को हटा लिया। पुलिस बल प्रयोग में कम से कम 19 लोगों की मौत हो गई और 300 से अधिक घायल हुए। हालात बिगड़ने के बाद गृहमंत्री रमेश लेखक ने इस्तीफा दे दिया।
विपक्षी राष्ट्रीय प्रजातंत्र पार्टी की केंद्रीय समिति सदस्य स्वाति थापा ने 'टाइम्स ऑफ इंडिया' को बताया कि सभी 26 सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म बहाल कर दिए गए हैं, लेकिन केवल प्रतिबंध हटाना पर्याप्त नहीं है। असली मायने जवाबदेही के हैं। राज्य ने निहत्थे और शांतिपूर्ण युवाओं की बर्बर हत्या की है। इनमें से कुछ स्कूल यूनिफॉर्म में थे। गृहमंत्री ने इस्तीफा दे दिया है, लेकिन इससे मामला खत्म नहीं होता। सरकार को कानून के कटघरे में खड़ा होना होगा और इस निर्दोषों के सामूहिक कत्लेआम के लिए जवाबदेह ठहराना होगा। हम चुप नहीं बैठेंगे। जनरेशन Z मंगलवार को फिर सड़कों पर लौटेगी और आरपीपी उनके साथ खड़ी होगी।”
हालात बिगड़ने पर सेना को राजधानी में तैनात किया गया है। सेना के जवानों ने संसद परिसर के आसपास की सड़कों का नियंत्रण अपने हाथ में ले लिया है। इससे पहले हजारों युवाओं, जिनमें स्कूल छात्र भी शामिल थे, ने जनरेशन Z के बैनर तले काठमांडू के बीचों-बीच संसद के सामने बड़ा प्रदर्शन किया और प्रतिबंध तुरंत हटाने की मांग करते हुए सरकार विरोधी नारे लगाए।
नेपाल के हालिया इतिहास में एक ही दिन में यह सबसे व्यापक प्रदर्शन था। सुरक्षा बलों की हिंसक प्रतिक्रिया ने प्रधानमंत्री के.पी. शर्मा ओली की सरकार पर दबाव और बढ़ा दिया, क्योंकि विपक्ष और सत्तारूढ़ गठबंधन के कुछ सदस्यों ने भी उनके इस्तीफे की मांग की। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि जब कुछ प्रदर्शनकारी संसद परिसर में घुस गए तो स्थिति हिंसक हो गई और पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए वॉटर कैनन, आंसू गैस और गोलियों का इस्तेमाल किया।
विपक्षी राष्ट्रीय स्वतन्त्र पार्टी की संयुक्त प्रवक्ता प्रतिभा रावल ने कहा कि मंगलवार को जनरेशन Z का प्रदर्शन तय कार्यक्रम के अनुसार जारी रहेगा, भले ही प्रतिबंध आंशिक रूप से वापस ले लिया गया हो। उन्होंने कहा, “यह कानून-व्यवस्था बनाए रखने की कार्रवाई नहीं थी, यह नरसंहार था। ये युवा हथियार नहीं, तख्तियां पकड़े हुए थे। उनकी आवाज का जवाब गोलियों से दिया गया। इस्तीफा न्याय नहीं है। यह पीढ़ी चुप नहीं बैठेगी। हम फिर सड़कों पर लौटेंगे, न सिर्फ अपने अधिकार वापस पाने के लिए बल्कि राज्य हिंसा की जवाबदेही तय करने के लिए।”
नेपाल में हाई-प्रोफाइल भ्रष्टाचार मामलों में प्रभावी कार्रवाई की कमी और आर्थिक असमानता को लेकर पहले से आक्रोश है। प्रदर्शनकारियों को फेसबुक, व्हाट्सऐप, इंस्टाग्राम और वीचैट समेत दर्जनों सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर प्रतिबंध से भी नाराजगी थी। अधिकारियों ने गुरुवार को यह प्रतिबंध लगाया था, यह कहते हुए कि प्लेटफॉर्म सरकार के साथ नए पंजीकरण नियमों का पालन करने में विफल रहे हैं।
नेपाल पुलिस के प्रवक्ता बिनोद घिमिरे ने कहा कि काठमांडू के विभिन्न हिस्सों में हुई झड़पों में 17 लोग मारे गए, जबकि पूर्वी नेपाल के सुनसरी जिले में पुलिस गोलीबारी में दो प्रदर्शनकारियों की मौत हुई। प्रदर्शन पोखरा, बुटवल, भैरहवा, भरतपुर, इटहरी और दमक तक फैल गए। सत्तारूढ़ गठबंधन में शामिल नेपाली कांग्रेस का प्रतिनिधित्व करने वाले लेखक ने नैतिक आधार पर इस्तीफा दिया।
हिंसा के बाद प्रशासन ने राजधानी के कुछ हिस्सों में कर्फ्यू लगा दिया। काठमांडू के अलावा ललितपुर जिले, पोखरा, बुटवल और सुनसरी जिले के इटहरी में भी कर्फ्यू आदेश जारी किए गए।
प्रधानमंत्री ओली ने रविवार को कहा था कि उनकी सरकार “हमेशा अनियमितताओं का विरोध करेगी और किसी भी ऐसे कार्य को कभी स्वीकार नहीं करेगी जो राष्ट्र को कमजोर करे।” प्रधानमंत्री ने कहा कि पार्टी सोशल मीडिया के खिलाफ नहीं है, “लेकिन जो लोग नेपाल में कारोबार कर रहे हैं, पैसा कमा रहे हैं और फिर भी कानून का पालन नहीं कर रहे हैं, इसे स्वीकार नहीं किया जा सकता।”
कॉन्डे नास्ट ने आधिकारिक रूप से 39 वर्षीय पत्रकार और लंबे समय से मैगजीन से जुड़ी रहीं क्लो (Chloe Malle) को एडिटोरियल कंटेंट का हेड नियुक्त किया है।
लगभग 40 साल तक अन्ना विंटोर का नाम अमेरिकन मैगजीन 'वोग' (Vogue) के साथ जुड़ा रहा और फैशन से परे जाकर उन्होंने मीडिया की दुनिया में भी अपनी गहरी छाप छोड़ी। उन्हें मीडिया की सबसे प्रभावशाली महिलाओं में गिना जाता है। अब पहली बार बड़ा बदलाव हुआ है। दरअसल, अन्ना विंटोर ने मैगजीन की एडिटर की जिम्मेदारी छोड़ दी है और उनकी जगह क्लो को यह जिम्मेदारी दी गई है। दरअसल, जुलाई में अन्ना विंटोर ने 'वोग' (Vogue) की एडिटर-इन-चीफ के पद से इस्तीफे की घोषणा की थी, जिसके बाद अब कॉन्डे नास्ट ने आधिकारिक रूप से 39 वर्षीय पत्रकार और लंबे समय से मैगजीन से जुड़ी रहीं क्लो (Chloe Malle) को एडिटोरियल कंटेंट का हेड नियुक्त किया है।
अपनी पिछली भूमिका में वेबसाइट की संपादकीय दिशा का प्रबंधन करने के अलावा, क्लो ने 2022 में मैगजीन के पॉडकास्ट 'द रन-थ्रू विद वोग' की सह-होस्टिंग भी शुरू की थी। उन्होंने यह शो ब्रिटिश वोग की एडिटोरियल कंटेंट की हेड चियोमा न्नादी के साथ मिलकर किया।
वोग की वेबसाइट पर मैले की बायो में लिखा है, ''वह 2011 से वोग के साथ काम कर रही हैं। शुरुआत में फीचर्स डिपार्टमेंट में एडिटर के रूप में और बाद में कंट्रीब्यूटिंग एडिटर के तौर पर। वोग के अलावा उन्होंने द न्यूयॉर्क टाइम्स, द वॉल स्ट्रीट जर्नल, आर्किटेक्चरल डाइजेस्ट और टाउन एंड कंट्री के लिए भी लिखा है। वोग में उन्होंने फ्लैश सेक्शन का संपादन किया, जिसमें शादियां, घर, पार्टियां और यात्रा शामिल थीं। उन्होंने मेट गाला के विशेष अंक और कई वोग किताबें भी एडिट कीं, जिनमें Vogue Weddings: Brides, Dresses, Designers और Vogue Living: Country, City, Coast शामिल हैं।''
क्लो मैले – मशहूर माता-पिता की बेटी
क्लो मैले का जन्म 8 नवंबर 1985 को न्यूयॉर्क सिटी में हुआ था। वह मशहूर अमेरिकी अभिनेत्री कैंडिस बर्गन और दिवंगत फ्रांसीसी फिल्म निर्देशक लुई मैले की बेटी हैं। इस समय मैले की नेटवर्थ को लेकर कोई आधिकारिक जानकारी उपलब्ध नहीं है। हालांकि, सेलिब्रिटी नेट वर्थ के अनुसार, बर्गन की कुल संपत्ति 50 मिलियन डॉलर है।
क्लो मैले का परिवार
क्लो मैले की शादी ग्राहम अल्बर्ट से हुई है, जो फाइनेंस इंडस्ट्री में काम करते हैं। दोनों ने 2015 में फ्रांस में शादी की थी। इस दंपति के दो बच्चे हैं।
नेपाल सरकार ने फेसबुक, इंस्टाग्राम, एक्स (ट्विटर) और यूट्यूब जैसे 26 बड़े सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर बैन लगाने का फैसला किया है।
नेपाल सरकार ने फेसबुक, इंस्टाग्राम, एक्स (ट्विटर) और यूट्यूब जैसे 26 बड़े सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर बैन लगा दिया है। इन प्लेटफॉर्म्स को सूचना और प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने 28 अगस्त से सात दिनों के भीतर पंजीकरण कराने का आदेश दिया था, लेकिन तय समयसीमा बुधवार रात खत्म होने तक इन कंपनियों ने यह प्रक्रिया पूरी नहीं की। इसके बाद सरकार ने पूरे देश में तत्काल प्रभाव से प्रतिबंध लागू कर दिया। मंत्रालय ने कंपनियों को आधिकारिक नोटिस भी भेजना शुरू कर दिया है।
मंत्रालय ने साफ किया है कि यह कदम सर्वोच्च न्यायालय के आदेश के बाद उठाया गया है। अदालत ने सरकार को निर्देश दिया था कि देश में संचालित होने वाले सभी ऑनलाइन और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स को अनिवार्य रूप से पंजीकृत किया जाए, ताकि अवांछित और हानिकारक सामग्री पर निगरानी रखी जा सके।
कुछ प्लेटफॉर्म्स ने कराया पंजीकरण, कई दिग्गज बाहर
जानकारी के अनुसार, टिकटॉक, वीटॉक, वाइबर और निबंज जैसे प्लेटफॉर्म पहले ही नेपाल में रजिस्टर्ड हो चुके हैं। वहीं, टेलीग्राम और ग्लोबल डायरी का पंजीकरण अभी प्रक्रिया में है। लेकिन मेटा (फेसबुक, इंस्टाग्राम, व्हाट्सएप की पैरेंट कंपनी), अल्फाबेट (यूट्यूब), एक्स, रेडिट और लिंक्डइन जैसे बड़े प्लेटफॉर्म ने अब तक आवेदन नहीं किया था।
अधिकारियों का कहना है कि जैसे ही कोई कंपनी पंजीकरण की औपचारिकता पूरी कर लेगी, उसकी सेवाएं उसी दिन बहाल कर दी जाएंगी। नेपाल दूरसंचार प्राधिकरण को आदेश दिया गया है कि समयसीमा में पंजीकरण न करने वाले सभी प्लेटफॉर्म्स को तुरंत बंद कर दिया जाए।
बीबीसी स्टूडियोज (BBC Studios) ने जोनाथन ओट्टो (Jonathan Otto) को नॉर्थ अमेरिका में ऐड सेल्स का सीनियर वाइस प्रेजिडेंट नियुक्त किया है।
बीबीसी स्टूडियोज (BBC Studios) ने जोनाथन ओट्टो (Jonathan Otto) को नॉर्थ अमेरिका में ऐड सेल्स का सीनियर वाइस प्रेजिडेंट नियुक्त किया है। इस नियुक्ति की जानकारी संगठन ने एक लिंक्डइन पोस्ट के माध्यम से साझा की है।
अपनी नई भूमिका में, जोनाथन ओट्टो न्यूयॉर्क सिटी (NYC) में स्थित होंगे। वह अमेरिका और कनाडा (जिसमें BBC.com भी शामिल है) में ऐड सेल्स स्ट्रैटेजी का नेतृत्व करेंगे और मीडिया सेल्स, स्पॉन्सरशिप्स तथा ब्रैंडेड कंटेंट को आगे बढ़ाएंगे।
लिंक्डइन पोस्ट में लिखा गया, “हम जोनाथन ओट्टो का बीबीसी स्टूडियोज में नॉर्थ अमेरिका के लिए ऐड सेल्स के सीनियर वाइस प्रेजिडेंट के रूप में स्वागत करते हुए उत्साहित हैं।”
15 से अधिक वर्षों के मीडिया और ब्रैंड स्टोरीटेलिंग अनुभव के साथ, जॉन बीबीसी स्टूडियोज से जुड़ रहे हैं। उन्होंने मूल्यवान साझेदारियां बनाने और साझेदारियों के लिए नवोन्मेषी समाधान देने का सिद्ध ट्रैक रिकॉर्ड स्थापित किया है।
वार्नर ब्रदर्स डिस्कवरी (Warner Bros. Discovery) अब दो स्वतंत्र कंपनियों में बंटने जा रही है। कंपनी ने घोषणा की है कि साल 2026 के मध्य तक यह विभाजन पूरा हो जाएगा
वार्नर ब्रदर्स डिस्कवरी (Warner Bros. Discovery) अब दो स्वतंत्र कंपनियों में बंटने जा रही है। कंपनी ने घोषणा की है कि साल 2026 के मध्य तक यह विभाजन पूरा हो जाएगा, जिसके बाद दो अलग-अलग सार्वजनिक रूप से सूचीबद्ध संस्थाएं अस्तित्व में आएंगी- एक, Warner Bros. नाम से स्टूडियो और स्ट्रीमिंग व्यवसाय को संभालेगी, जबकि दूसरी Discovery Global, जोकि पारंपरिक केबल नेटवर्क, खेल और समाचार संपत्तियों जैसे CNN, TNT Sports और Discovery+ को अपने तहत रखेगी।
यह फैसला दरअसल 2022 के उस बड़े विलय को आंशिक रूप से पलटता है, जिसमें WarnerMedia और Discovery का एकीकरण हुआ था और एक विशाल कंटेंट कंपनी अस्तित्व में आई थी। लेकिन जैसे-जैसे दर्शक पारंपरिक टीवी और केबल पैकेज से हटकर डिजिटल स्ट्रीमिंग की ओर तेजी से बढ़े हैं, वैसे-वैसे इस ढांचे की व्यवहारिकता पर सवाल उठने लगे हैं। अब कंपनी की रणनीति यह है कि तेजी से बढ़ते और फुर्तीले स्टूडियो बिजनेस को स्वतंत्र पहचान दी जाए, जबकि धीमी वृद्धि वाले और भारी कर्ज से लदे पुराने नेटवर्क बिजनेस को अलग रखा जाए।
भारतीय ब्रैंड्स और मीडिया इंडस्ट्री के रणनीतिकारों के लिए यह सिर्फ एक कॉर्पोरेट पुनर्गठन नहीं, बल्कि स्ट्रीमिंग-प्राथमिक युग में नया अवसर है। स्ट्रीमिंग केंद्रित Warner Bros. के पास HBO, Max, DC Studios और उसकी विशाल फिल्म व टीवी लाइब्रेरी मौजूद रहेगी, जो न केवल समृद्ध कहानी कहने का माध्यम हैं, बल्कि ब्रैंडेड एंटरटेनमेंट और मार्केटिंग इनोवेशन के लिए भी अनगिनत संभावनाएं खोलते हैं।
ब्रैंडेड IP साझेदारियां, नेटिव कंटेंट इंटिग्रेशन और Max के अंतरराष्ट्रीय विस्तार जैसे कदम, भारत जैसे ओटीटी-प्रमुख बाजार में मार्केटर्स को नई सहयोग संभावनाएं दे सकते हैं।
दूसरी ओर, Discovery Global उन पारंपरिक मीडिया संपत्तियों को संभालेगा जो व्युअरशिप और विज्ञापन राजस्व बनाए रखने में जूझ रही हैं। यही नहीं, कंपनी का अधिकांश कर्ज भी Discovery Global के हिस्से आएगा, जिससे Warner Bros. को अपने डिजिटल विकास पर ध्यान केंद्रित करने के लिए ज्यादा वित्तीय आजादी मिल सकेगी।
David Zaslav Warner Bros. के प्रमुख बने रहेंगे, जबकि मौजूदा CFO Gunnar Wiedenfels के Discovery Global की कमान संभालने की संभावना है। यह फैसला मीडिया कंपनियों के बीच उभरते उस चलन से मेल खाता है, जिसमें स्ट्रीमिंग और पारंपरिक संपत्तियों को अलग कर के उनके मूल्य को बेहतर ढंग से खोला जा रहा है, जैसा कि Comcast और Lionsgate के हालिया कदमों में भी देखा गया।
भारतीय ब्रैंड रणनीतिकारों और विज्ञापन एजेंसियों के लिए संकेत स्पष्ट है, कंटेंट और IP अब अधिक स्पष्ट, डिजिटल और सुलभ हो रहे हैं। जैसे-जैसे 2026 तक यह विभाजन पूरा होने की ओर बढ़ेगा, Warner के पूरे पोर्टफोलियो में पार्टनरशिप मॉडल, कंटेंट लाइसेंसिंग और ऐड खरीद से जुड़ी प्रक्रियाएं और भी पारदर्शी व सुव्यवस्थित होती जाएंगी।
यह लगातार दूसरा साल है, जब दिल्ली में एमी अवॉर्ड्स का यह जूरी राउंड आयोजित किया गया है।
प्रतिष्ठित ‘इंटरनेशनल एमी अवॉर्ड्स’ (International Emmy Awards) 2025 के निर्णायक दौर के सेमीफाइनल जूरी राउंड का आयोजन दिल्ली में किया गया। ‘बिजनेसवर्ल्ड ग्रुप’ के चेयरमैन और एडिटर-इन-चीफ व ‘एक्सचेंज4मीडिया’ के फाउंडर डॉ. अनुराग बत्रा ने इस जजिंग राउंड की मेजबानी की। यह लगातार दूसरा साल है, जब दिल्ली में एमी अवॉर्ड्स का यह जूरी राउंड आयोजित किया गया है।
इस जूरी राउंड में कई प्रतिष्ठित जूरी सदस्यों ने हिस्सा लिया, जिनमें वरुण माथुर (फाउंडर, कनेक्ट मीडिया), अयाज मेमन (सीनियर एडिटर, कॉलमनिस्ट और स्पोर्ट्स ब्रॉडकास्टर), चंद्रमौली बसु (मालिक, इंडिगो क्रिएटिव), पंकज सक्सेना (आर्टिस्टिक डायरेक्टर, प्रोग्रामिंग), सुधीर टंडन (एमेरिटस ब्रॉडकास्ट प्रोफेशनल), सविता राज हिरेमठ (सीईओ और फाउंडर, तांडवफिल्म्स एंटरटेनमेंट), अभय ओझा (ग्रुप सीईओ, आईटीवी नेटवर्क) और डेरेक न्युजेन (डायरेक्टर, एमी जजिंग) शामिल थे।
डॉ. अनुराग बत्रा और अन्य सम्मानित जूरी सदस्यों ने ग्लोबल स्तर पर भेजी गई प्रविष्टियों में से श्रेष्ठतम का चुनाव करने में अहम भूमिका निभाई। इससे न सिर्फ भारत की भागीदारी बढ़ी है, बल्कि इंटरनेशनल टेलीविजन में देश की अहमियत भी और मजबूत हुई है।
बच्चों की प्रोग्रामिंग श्रेणी (Children's Programming Category) की जजिंग रविवार को मुंबई में की जाएगी। यह कैटेगरी भी इंटरनेशनल एमी अवॉर्ड्स का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है और इसमें दुनियाभर से उत्कृष्ट कंटेंट को परखा जाएगा।
गौरतलब है कि इंटरनेशनल एमी अवॉर्ड्स, इंटरनेशनल एकेडमी ऑफ टेलीविजन आर्ट्स एंड साइंसेज़ द्वारा आयोजित किए जाते हैं, जो अमेरिका के बाहर निर्मित उत्कृष्ट टेलीविजन कार्यक्रमों को सम्मानित करते हैं। इंटरनेशनल एमी अवॉर्ड्स को दुनियाभर के टेलीविजन जगत में उत्कृष्टता के प्रतीक के रूप में जाना और सराहा जाता है।
दिल्ली में आयोजित हुए सेमीफाइनल राउंड की कुछ झलकियां आप यहां देख सकते हैं।
प्रोफेशनल रेसलिंग और पॉप कल्चर की दुनिया के दिग्गज चेहरा रहे हल्क होगन का 71 वर्ष की उम्र में निधन हो गया है।
प्रोफेशनल रेसलिंग और पॉप कल्चर की दुनिया के दिग्गज चेहरा रहे हल्क होगन का 71 वर्ष की उम्र में निधन हो गया है। यह खबर उस वक्त सामने आई जब गुरुवार सुबह तड़के इमरजेंसी टीमों को फ्लोरिडा के क्लीयरवॉटर स्थित उनके निवास पर बुलाया गया। जानकारी के मुताबिक, वहां कार्डियक अरेस्ट की सूचना मिली थी। तमाम कोशिशों के बावजूद हल्क होगन को बचाया नहीं जा सका और अस्पताल ले जाने के तुरंत बाद उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।
हल्क होगन की सेहत को लेकर बीते कुछ हफ्तों से अटकलें चल रही थीं, खासकर मई में हुई उनकी गर्दन की सर्जरी के बाद। हालांकि, इन अफवाहों को उनकी पत्नी स्काय डेली ने सिरे से खारिज कर दिया था। उन्होंने सार्वजनिक तौर पर कहा था कि होगन न तो गंभीर रूप से बीमार हैं और न ही कोमा में। हाल ही में स्काय डेली ने भरोसा दिलाते हुए कहा था कि होगन का दिल "मजबूत" है और वह अपनी सर्जरी के बाद अच्छी तरह से ठीक हो रहे हैं।
हल्क होगन का निधन रेसलिंग और एंटरटेनमेंट दोनों ही दुनियाओं में एक युग के अंत की तरह है। वह न सिर्फ हर घर में पहचाना जाने वाला नाम बने, बल्कि उन्होंने वैश्विक स्तर पर भी खुद को एक प्रतीक के रूप में स्थापित किया।
डिजिटल अधिकारों के लिए काम करने वाले संगठनों का कहना है कि यदि यह प्रतिबंध लागू होता है, तो पाकिस्तान में पहले से ही सीमित अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और कमजोर हो जाएगी।
अल्फाबेट के स्वामित्व वाले यूट्यूब ने पाकिस्तान सरकार की आलोचना करने वाले दो दर्जन से अधिक कंटेंट क्रिएटर्स को सूचित किया है कि वह उनके चैनलों को ब्लॉक करने संबंधी अदालत के आदेश की समीक्षा कर रहा है। इन चैनलों पर "राष्ट्र-विरोधी" कंटेंट प्रसारित करने का आरोप है।
24 जून को जारी और इस सप्ताह सार्वजनिक हुए इस अदालती आदेश में कहा गया है कि जिन चैनलों को ब्लॉक किया जा सकता है, उनमें मुख्य विपक्षी पार्टी, उसके नेता और जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के साथ-साथ कई स्वतंत्र पत्रकारों के यूट्यूब चैनल शामिल हैं, जो सरकार की आलोचना करते रहे हैं।
इस्लामाबाद की एक न्यायिक मजिस्ट्रेट अदालत ने यह आदेश उस रिपोर्ट के बाद दिया, जिसमें पाकिस्तान की नेशनल साइबर क्राइम इंवेस्टिगेशन एजेंसी ने 2 जून को इन चैनलों को राज्य संस्थानों और अधिकारियों के खिलाफ “अत्यंत उकसाऊ, भड़काऊ और अपमानजनक सामग्री” प्रसारित करने का दोषी ठहराया था।
डिजिटल अधिकारों के लिए काम करने वाले संगठनों का कहना है कि यदि यह प्रतिबंध लागू होता है, तो पाकिस्तान में पहले से ही सीमित अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और कमजोर हो जाएगी। देश में जहां मुख्यधारा की प्रेस और टीवी चैनलों पर पाबंदियों के आरोप हैं, वहीं सोशल मीडिया को अब तक असहमति जाहिर करने का एकमात्र माध्यम माना जाता रहा है।
यूट्यूब ने 27 कंटेंट क्रिएटर्स को ईमेल भेजकर चेतावनी दी है कि यदि वे अदालत के आदेशों का पालन नहीं करते हैं, तो उनके चैनल बंद किए जा सकते हैं। ईमेल में कहा गया, “यदि आप ऐसा नहीं करते हैं, तो हमारी स्थानीय कानूनों के तहत की जाने वाली जिम्मेदारियों के अनुसार हम बिना किसी अतिरिक्त सूचना के अनुरोध को मान सकते हैं।”
याकारिनो का कार्यकाल ऐसे समय में समाप्त हुआ है जब X (ट्विटर) नई दिशा में अग्रसर हो रहा है और XAI जैसे नए इनिशिएटिव्स पर कंपनी का फोकस बढ़ रहा है।
एक्स (पहले ट्विटर) की CEO लिंडा याकारिनो ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। कंपनी में दो वर्षों तक नेतृत्व संभालने के बाद उन्होंने अपने विदाई संदेश में इसे ‘जिंदगी का सबसे बड़ा अवसर’ बताया।
लिंडा याकारिनो ने एक्स पर एक पोस्ट के जरिए अपने इस्तीफे की घोषणा करते हुए लिखा, “हमने उस शुरुआती अहम काम से शुरुआत की, जो यूजर्स- खासतौर पर बच्चों की सुरक्षा को प्राथमिकता देने के लिए जरूरी था और साथ ही विज्ञापनदाताओं का भरोसा फिर से बहाल करने की दिशा में कदम उठाए।”
उन्होंने आगे कहा, “इस टीम ने लगातार मेहनत की, फिर चाहे वो ग्राउंडब्रेकिंग इनोवेशन Community Notes हो या जल्द आने वाला X Money... हम सबसे प्रभावशाली आवाजों और कंटेंट को इस प्लेटफॉर्म पर लेकर आए। अब, जब @xai के साथ X एक नए अध्याय में प्रवेश कर रहा है, तो सबसे अच्छा अभी आना बाकी है।”
After two incredible years, I’ve decided to step down as CEO of ?.
— Linda Yaccarino (@lindayaX) July 9, 2025
When @elonmusk and I first spoke of his vision for X, I knew it would be the opportunity of a lifetime to carry out the extraordinary mission of this company. I’m immensely grateful to him for entrusting me…
याकारिनो का कार्यकाल ऐसे समय में समाप्त हुआ है जब X (ट्विटर) नई दिशा में अग्रसर हो रहा है और XAI जैसे नए इनिशिएटिव्स पर कंपनी का फोकस बढ़ रहा है। उनकी विदाई को एक युग के समापन के तौर पर देखा जा रहा है, जिसमें X ने कंटेंट, विज्ञापन और सुरक्षा को लेकर कई बड़े बदलावों की शुरुआत की थी।
तुर्की की प्रसिद्ध व्यंग्य पत्रिका LeMan के एक कार्टून को लेकर मचे विवाद के बीच चार पत्रकारों को सोमवार को पुलिस ने हिरासत में ले लिया।
तुर्की की प्रसिद्ध व्यंग्य पत्रिका LeMan के एक कार्टून को लेकर मचे विवाद के बीच चार पत्रकारों को सोमवार को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। इस कार्टून पर आरोप है कि इसमें पैगंबर मुहम्मद और पैगंबर मूसा को आपत्तिजनक ढंग से चित्रित किया गया है, जिससे धार्मिक समुदाय में गहरा आक्रोश फैल गया।
गिरफ्तार किए गए पत्रकारों में प्रमुख कार्टूनिस्ट डोआन पहलवान, एक ग्राफिक डिजाइनर, LeMan के मुख्य संपादक और संस्थागत निदेशक शामिल हैं। तुर्की के गृह मंत्री अली यरलीकाया ने X (पूर्व में ट्विटर) पर इन गिरफ्तारियों की पुष्टि करते हुए लिखा, “मैं एक बार फिर उन लोगों को धिक्कारता हूं जो हमारे प्यारे पैगंबर मुहम्मद की कार्टून बनाकर समाज में फूट डालना चाहते हैं। यह घृणित चित्र बनाने वाले DP को पकड़ लिया गया है और उसे हिरासत में लिया गया है… ये बेशर्म लोग कानून के सामने जवाबदेह होंगे।”
मंत्री द्वारा साझा किए गए तीन वीडियो में देखा गया कि पुलिसकर्मी अन्य तीन आरोपियों को बलपूर्वक उनके घरों से निकालकर पुलिस वैन में ले जा रहे हैं, जिनमें से एक व्यक्ति नंगे पांव था। रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, इस कार्टून के सिलसिले में कुल छह लोगों पर हिरासत के आदेश जारी किए गए हैं।
इससे पहले तुर्की के न्याय मंत्री यिलमाज तुंच ने पत्रिका LeMan के खिलाफ “सार्वजनिक रूप से धार्मिक मूल्यों का अपमान” करने के आरोप में औपचारिक जांच की घोषणा की थी।
विवादित कार्टून में पैगंबर मुहम्मद और पैगंबर मूसा को आकाश में हवा में मिलते हुए दिखाया गया है, जबकि नीचे मिसाइलें गिर रही हैं। इस छवि को लेकर कई धार्मिक संगठनों और रूढ़िवादी तबकों ने इसे मजहबी भावनाओं का घोर अपमान बताया। कार्टून प्रकाशित होने के बाद एक इस्लामिक गुट से जुड़े युवाओं के एक समूह ने LeMan के इस्तांबुल मुख्यालय पर पथराव भी किया।
न्याय मंत्री तुंच ने कहा, “ऐसे चित्र न सिर्फ धार्मिक भावनाओं को चोट पहुंचाते हैं, बल्कि सामाजिक सद्भाव को भी नुकसान पहुंचाते हैं। कोई भी अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता इस बात की इजाजत नहीं देती कि किसी धर्म के पवित्र मूल्यों का भद्दे तरीके से मजाक उड़ाया जाए।”
Peygamber Efendimizin (S.A.V) karikatürünü yaparak nifak tohumları ekmeye çalışanları bir kez daha lanetliyorum.
— Ali Yerlikaya (@AliYerlikaya) June 30, 2025
Bu alçak çizimi yapan D.P. adlı şahıs yakalanarak gözaltına alınmıştır.
Bir kez daha yineliyorum:
Bu hayasızlar hukuk önünde hesap verecektir. pic.twitter.com/7xYe94B65d
यह घटना 2015 में पेरिस स्थित फ्रांसीसी व्यंग्य पत्रिका Charlie Hebdo पर हुए आतंकवादी हमले की याद दिलाती है, जब पैगंबर मुहम्मद के कार्टून छापने के विरोध में दो बंदूकधारियों ने दफ्तर में घुसकर 12 लोगों की हत्या कर दी थी, जिनमें कई जाने-माने कार्टूनिस्ट भी शामिल थे।
LeMan मामले में तुर्की सरकार और धार्मिक समुदाय के व्यापक विरोध के बाद यह मामला अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी ध्यान का केंद्र बनता जा रहा है। प्रेस स्वतंत्रता और धार्मिक संवेदनशीलता के टकराव के इस नए उदाहरण ने तुर्की में एक बार फिर यह बहस छेड़ दी है कि व्यंग्य की सीमाएं क्या होनी चाहिए और क्या धार्मिक आस्था पर सवाल उठाने की कोई नैतिक या कानूनी इजाजत होनी चाहिए।