सरकार ने ओटीटी प्लेटफॉर्म्स को एक एडवाइजरी जारी की है, जिसमें उन्हें सामग्री वर्गीकरण और अश्लील व भद्दे कंटेंट पर प्रतिबंध से संबंधित नियमों का पालन करने की याद दिलाई गई है।
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समाचार4मीडिया ब्यूरो ।।
सरकार ने ओटीटी प्लेटफॉर्म्स को एक एडवाइजरी जारी की है, जिसमें उन्हें सामग्री वर्गीकरण और अश्लील व भद्दे कंटेंट पर प्रतिबंध से संबंधित नियमों का पालन करने की याद दिलाई गई है।
यह एडवाइजरी संसद सदस्यों, वैधानिक संगठनों और जनता की शिकायतों के बाद आयी है, जिसमें ओटीटी प्लेटफॉर्म्स और सोशल मीडिया पर कथित रूप से अश्लील, पोर्नोग्राफिक और भद्दे कंटेंट के प्रसार को लेकर चिंता जताई गई थी।
सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने 2021 के "सूचना प्रौद्योगिकी (मध्यस्थ दिशानिर्देश और डिजिटल मीडिया आचार संहिता) नियम" का उल्लेख किया है, जिसमें ओटीटी प्लेटफॉर्म्स के लिए एक आचार संहिता भी शामिल है।
इन नियमों के अनुसार, ओटीटी प्लेटफॉर्म्स को किसी भी ऐसे कंटेंट के प्रसारण से बचना चाहिए, जो कानून द्वारा निषिद्ध है। उन्हें कंटेंट को उम्र-आधारित वर्गीकरण करना होगा और ‘ए’ रेटेड कंटेंट के लिए एक्सेस कंट्रोल मैकेनिज्म लागू करना होगा, जिससे बच्चों को इसे देखने से रोका जा सके।
एडवाइजरी में कहा गया है, "आचार संहिता के तहत ओटीटी प्लेटफॉर्म्स को कानून द्वारा निषिद्ध किसी भी कंटेंट का प्रसारण नहीं करना चाहिए, नियमों की अनुसूची में दिए गए सामान्य दिशानिर्देशों के आधार पर आयु-आधारित वर्गीकरण अपनाना चाहिए और ‘ए’ रेटेड कंटेंट तक बच्चों की पहुंच रोकने के लिए एक्सेस कंट्रोल मैकेनिज्म को लागू करना चाहिए। इसके अलावा, उन्हें उचित सतर्कता और विवेक का पालन करना चाहिए।"
सरकार ने स्व-नियामक निकायों (Self-Regulatory Bodies) की भूमिका को भी रेखांकित किया है, जो यह सुनिश्चित करने के लिए जिम्मेदार हैं कि ओटीटी प्लेटफॉर्म्स आचार संहिता का पालन करें। "इसके अतिरिक्त, नियम यह प्रावधान करते हैं कि ओटीटी प्लेटफॉर्म्स के स्व-नियामक निकायों को यह देखना होगा कि प्लेटफॉर्म्स आचार संहिता का पालन कर रहे हैं या नहीं।"
इस परामर्श में उन कानूनी प्रावधानों को भी उजागर किया गया है, जो अश्लील या पोर्नोग्राफिक कंटेंट के प्रसारण पर रोक लगाते हैं। इनमें "महिलाओं के अश्लील प्रतिनिधित्व (निषेध) अधिनियम, 1986," "भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस), 2023," "बाल यौन शोषण से संरक्षण (पॉक्सो) अधिनियम" और "सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) अधिनियम, 2000" शामिल हैं। सरकार ने ओटीटी प्लेटफॉर्म्स को चेतावनी दी है कि यदि वे इन कानूनों का उल्लंघन करते हैं तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
मंत्रालय ने सख्त अनुपालन सुनिश्चित करने की आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा, "इन सभी प्रावधानों को ध्यान में रखते हुए, यह एडवाइजरी दी जाती है कि ओटीटी प्लेटफॉर्म्स को लागू कानूनों और आईटी नियम, 2021 के तहत निर्धारित आचार संहिता का पालन करना चाहिए। विशेष रूप से, उन्हें आचार संहिता में निर्धारित आयु-आधारित वर्गीकरण को सख्ती से लागू करना चाहिए।"
अंत में, सरकार ने स्व-नियामक निकायों से आग्रह किया कि वे कोड ऑफ एथिक्स के उल्लंघन के मामलों में सक्रिय कार्रवाई करें। "इसके अलावा, ओटीटी प्लेटफॉर्म्स के स्व-नियामक निकायों से अनुरोध किया जाता है कि वे प्लेटफॉर्म्स द्वारा आचार संहिता के उल्लंघन के मामलों में उचित और सक्रिय कदम उठाएं।"
इस स्कीम के तहत BCCL के EIBME बिजनेस यूनिट को अलग कर THPL में शामिल किया जाएगा।
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समाचार4मीडिया ब्यूरो ।।
मुंबई स्थित नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT) ने बेनेट, कोलमन एंड कंपनी लिमिटेड (BCCL) और उसकी 100% सहायक कंपनी टाइम्स होराइजन प्राइवेट लिमिटेड (THPL) के बीच चल रही बड़ी कॉरपोरेट री-स्ट्रक्चरिंग को आगे बढ़ाने की मंजूरी दे दी है। यह आदेश 19 नवंबर 2025 को जारी हुआ।
इस स्कीम के तहत BCCL के EIBME बिजनेस यूनिट को अलग कर THPL में शामिल किया जाएगा। यानी यह पूरा बिजनेस अब THPL में चला जाएगा और कंपनी को नए स्ट्रक्चर के साथ आगे बढ़ाया जाएगा। डिमर्जर की प्रभावी तारीख 1 अप्रैल 2026 या स्कीम लागू होने की तारीख होगी, जो भी पहले आए।
कंपनी की ओर से बताया गया कि BCCL का कामकाज कई क्षेत्रों में फैला हुआ है, जिनमें अखबार व डिजिटल पब्लिशिंग, टीवी, रेडियो, डिजिटल प्लेटफॉर्म, क्लासीफाइड, एंटरटेनमेंट, इवेंट्स, फिनटेक, एजुकेशन, गेमिंग, आउटडोर ऐडवर्टाइजिंग और इन्वेस्टमेंट आदि। इसे दो हिस्सों में बांटा गया है- पब्लिशिंग बिजनेस और EIBME बिजनेस।
कंपनी का तर्क है कि इतने बड़े और विविध कारोबार को बेहतर ढंग से चलाने के लिए अलग फोकस, जोखिम प्रबंधन और पूंजी निवेश की जरूरत है। इसी वजह से ग्रुप को दो अलग-अलग वर्टिकल्स में बांटने का फैसला लिया गया, ताकि काम और तेजी से आगे बढ़ सके और निवेशकों तक पहुंच आसान हो सके।
डिमर्जर के बाद THPL में कुछ शेयर नए तौर पर जारी कर संमती प्रॉपर्टीज लिमिटेड को दिए जाएंगे, ताकि निर्दिष्ट शेयरधारक समूह कुल 50.05% वोटिंग राइट्स संभाल सके।
स्कीम को लेकर सभी 11 BCCL शेयरधारकों और THPL के सभी 7 शेयरधारकों ने लिखित मंजूरी दे दी है। साथ ही BCCL के 3,833 अनसिक्योर्ड क्रेडिटर्स में से 90% से ज्यादा, जिनकी कुल देनदारी 549 करोड़ रुपये से ऊपर है, उन्होंने भी सहमति दी। इसलिए शेयरधारक और क्रेडिटर मीटिंग की जरूरत नहीं पड़ी।
NCLT ने अब कंपनियों को संबंधित सरकारी विभागों- रीजनल डायरेक्टर, ROC, इनकम टैक्स, GST, CCI और सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय को नोटिस भेजने का निर्देश दिया है। इन विभागों के पास आपत्ति दर्ज कराने के लिए 30 दिन का समय है।
इन औपचारिकताओं के साथ, NCLT ने स्कीम को अगले चरण में बढ़ने की अनुमति दे दी है और अब डिमर्जर की प्रक्रिया आगे बढ़ाई जाएगी।
इस नियुक्ति से पहले दुर्गा चक्रवर्ती ‘सोनी पिक्चर्स नेटवर्क्स’ में एसोसिएट वाइस प्रेजिडेंट के पद पर अपनी भूमिका निभा रही थीं।
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समाचार4मीडिया ब्यूरो ।।
‘दैनिक भास्कर’ (Dainik Bhaskar) समूह ने कंपनी की क्षेत्रीय विकास रणनीति को मजबूती प्रदान करने के लिए दुर्गा चक्रवर्ती को कॉरपोरेट सेल्स हेड (साउथ इंडिया) के पद पर नियुक्त किया है।
इस नियुक्ति से पहले दुर्गा चक्रवर्ती ‘सोनी पिक्चर्स नेटवर्क्स’ में एसोसिएट वाइस प्रेजिडेंट के पद पर कार्यरत थीं, उन्होंने SAB TV, FTA, किड्स और इंग्लिश क्लस्टर सहित कई प्रमुख वर्टिकल्स को संभाला। बिजनेस डेवलपमेंट, क्षेत्रीय बाजार विस्तार, क्लाइंट रिलेशनशिप और स्ट्रैटेजिक प्लानिंग में दुर्गा चक्रवर्ती को गहरी समझ और विशेषज्ञता है।
दुर्गा को ब्रॉडकास्ट, प्रिंट, रेडियो और डिजिटल मीडिया में 20 साल से ज्यादा अनुभव है। उन्होंने भारत और अमेरिका दोनों जगह काम किया है। अपने करियर के दौरान, उन्होंने लगातार ग्रोथ इनिशिएटिव्स का नेतृत्व किया, मजबूत टीमें तैयार कीं और प्रभावी कंटेंट एवं सेल्स स्ट्रैटेजी को नया आकार दिया है।
अब अपनी नई भूमिका में, वह रणनीतिक व्यावसायिक पहलों का नेतृत्व करेंगी, ग्राहक-केंद्रित प्रक्रियाओं को मजबूत बनाएंगी, उच्च प्रदर्शन वाली टीमों का निर्माण करेंगी और प्रभावी एवं मूल्य-आधारित समाधान प्रदान करने के डीबी कॉर्प के मिशन को आगे बढ़ाएंगी। उनकी नेतृत्व क्षमता से क्षेत्र में कंपनी के नवाचार और मार्केट में उपस्थिति को और मजबूती मिलने की उम्मीद है।
दुर्गा चक्रवर्ती कंपनी के सीओओ (कॉर्पोरेट सेल्स) मयार पेनकर को रिपोर्ट करेंगी। इस नियुक्ति के बारे में पेनकर ने कहा, ‘दुर्गा की नियुक्ति दक्षिण भारत में डीबी कॉर्प की योजनाओं के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। उनके गहन अनुभव, मजबूत टीम-बिल्डिंग कौशल और क्लाइंट-फर्स्ट अप्रोच से इस क्षेत्र में नई उपलब्धियों का मार्ग प्रशस्त होगा।’
इसके साथ ही वह चीफ ग्रोथ ऑफिसर (Media & Entertainment) के पद पर भी अपनी जिम्मेदारी निभाएंगे।
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समाचार4मीडिया ब्यूरो ।।
देश के प्रमुख मीडिया समूहों में शुमार ‘टाइम्स ग्रुप’ (Times Group) ने आशीष सहगल को चीफ एग्जिक्यूटिव ऑफिसर (टाइम्स टेलिविजन नेटवर्क) और चीफ ग्रोथ ऑफिसर (Media & Entertainment) के पद पर नियुक्त किया है। उनकी यह नियुक्ति एक दिसंबर 2025 से प्रभावी होगी। वह नोएडा से अपना कामकाज संभालेंगे। बता दें कि समाचार4मीडिया ने सबसे पहले यह खबर ब्रेक की थी।
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इस बारे में टाइम्स ग्रुप की ओर से जारी इंटरनल नोट में कहा गया है, ‘आशीष सहगल ‘द टाइम्स ग्रुप’ के ग्रुप सीईओ श्री एन. सुब्रमणियन के मार्गदर्शन में काम करेंगे। हम रोहित गोपाकुमार के प्रति अपनी हार्दिक सराहना व्यक्त करते हैं, जिन्होंने अंतरिम अवधि के दौरान दृढ़ नेतृत्व प्रदान किया, बिजनेस की निरंतरता सुनिश्चित की और टाइम्स टेलीविजन नेटवर्क के लिए एक महत्वपूर्ण समय में विकास की गति बनाए रखी। रोहित डिजिटल, WWM और इवेंट्स बिज़नेस के साथ-साथ अपने अधीन अन्य प्रमुख पहलों का नेतृत्व जारी रखेंगे। इसके अतिरिक्त, वे हेल्थकेयर और पिकलबॉल जैसे नए क्षेत्रों में हमारी रणनीतिक पहल को आगे बढ़ाने पर और अधिक ध्यान केंद्रित करेंगे।’
इस नोट में यह भी कहा गया है, ‘सीईओ के रूप में अपनी भूमिका में आशीष हमारे टेलीविजन चैनलों (न्यूज और एंटरटेनमेंट) की वृद्धि और रणनीतिक दिशा का नेतृत्व करेंगे। प्लेटफॉर्म्स के बीच सामंजस्य को आगे बढ़ाएंगे और मीडिया परिदृश्य में नेटवर्क की नेतृत्वकारी स्थिति को और मजबूत करेंगे। चीफ ग्रोथ ऑफिसर (मीडिया एवं एंटरटेनमेंट) के रूप में वह विकास के अवसरों और नए राजस्व स्रोतों की पहचान करेंगे, रणनीतिक साझेदारियां स्थापित करेंगे, विविधीकरण और नवाचार एजेंडा को आकार देंगे तथा मौजूदा और उभरती परिसंपत्तियों से मूल्य सृजित करेंगे।’
बता दें कि आशीष सहगल को मीडिया और एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री में काम करने का तीन दशक से ज्यादा का अनुभव है। नवंबर 2025 तक आशीष सहगल ZEE में ब्रॉडकास्ट और डिजिटल के चीफ ग्रोथ ऑफिसर थे। वहां उन्होंने टीवी चैनलों, डिजिटल प्लेटफॉर्म Zee5 और स्पेशल IPs के जरिए कंपनी की टॉप लाइन ग्रोथ को मजबूती दी। मीडिया और एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री में 30 साल से ज्यादा का अनुभव रखने वाले सहगल ZEE के रेवेन्यू मॉडल को एकीकृत और प्लेटफॉर्म-एग्नॉस्टिक बनाकर बड़े बदलाव ला चुके हैं। वह ILT20 क्रिकेट लीग के बिजनेस हेड भी रहे और 2015 से 2020 के बीच Zee Unimedia के COO के तौर पर ZEEL और ZMCL के लिए तेज रेवेन्यू ग्रोथ दिलाई।
तुषार शाह का SPNI के साथ सफर लगभग दो दशक का रहा है। उन्होंने पहली बार 2002 से 2005 तक सोनी के साथ काम किया था और फिर दोबारा जुड़कर कुल मिलाकर 19 साल से ज्यादा समय कंपनी को दिए।
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समाचार4मीडिया ब्यूरो ।।
सोनी पिक्चर्स नेटवर्क्स इंडिया (SPNI) से बड़ी खबर आई है। कंपनी ने घोषणा की है कि तुषार शाह, जो अभी CMO और बिजनेस हेड (मूवीज, रीजनल, FTA और इंफोटेनमेंट चैनल्स) हैं, जल्द ही कंपनी से अलग हो जाएंगे। वह 31 मार्च 2026 तक अपनी जिम्मेदारियां निभाते रहेंगे और तब तक ट्रांजिशन प्रोसेस में भी मदद करेंगे।
तुषार शाह का SPNI के साथ सफर लगभग दो दशक का रहा है। उन्होंने पहली बार 2002 से 2005 तक सोनी के साथ काम किया था और फिर दोबारा जुड़कर कुल मिलाकर 19 साल से ज्यादा समय कंपनी को दिए।
तुषार शाह के पास 30 साल से ज्यादा का अनुभव है जिसमें प्रिंट, टेलीकॉम और मीडिया जैसे सेक्टर शामिल हैं। SPNI में उन्होंने सोनी मैक्स, मैक्स 2, सोनी पल्स, सोनी वाह, सोनी मराठी, सोनी आठ, सोनी पिक्स और सोनी BBC अर्थ जैसे बड़े और अलग-अलग तरह के चैनलों की ब्रैंड और बिजनेस रणनीति संभाली।
उनकी सबसे बड़ी उपलब्धियों में यह रही कि उन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान Sony AATH चैनल को बहुत अच्छी तरह संभाला और उसकी हालत सुधारी। उनकी लीडरशिप में यह चैनल इतना मजबूत हो गया कि पिछले 10 साल से लगातार मुनाफा कमा रहा है। इसके अलावा उन्होंने हिंदी और इंग्लिश मूवी चैनल्स, रीजनल नेटवर्क, FTA और इंफोटेनमेंट क्लस्टर को भी तेजी से बढ़ाया।
तुषार शाह की लीडरशिप में ही SPNI का पूरा नेटवर्क रीब्रैंड हुआ था, जो चैनलों की शुरुआत के बाद पहली बार एक बड़ा ब्रैंड रिफ्रेश था। उनकी लीडरशिप दर्शकों को समझने, ब्रैंड मजबूत बनाने और हर जॉनर में लगातार बेहतर काम करने का उदाहरण रही है।
SPNI के MD और CEO गौरव बनर्जी ने कहा, “तुषार SPNI के लिए कई सालों तक एक मजबूत स्तंभ रहे हैं। उन्होंने हमारे कई बड़े ब्रैंड और बिजनेस माइलस्टोन में अहम भूमिका निभाई है। उनकी सोच, नेतृत्व और कंज्यूमर-फर्स्ट एप्रोच ने कई पोर्टफोलियो को नई दिशा दी है। हम उनके योगदान के लिए आभारी हैं और उनके भविष्य के लिए शुभकामनाएं देते हैं।”
तुषार शाह ने भी कंपनी के साथ अपने लंबे सफर पर खुशी जताते हुए कहा, “SPNI मेरे प्रोफेशनल जीवन का एक अहम हिस्सा रहा है। यहां मुझे जो भरोसा, मौके और रिश्ते मिले, वे हमेशा मेरे साथ रहेंगे। अद्भुत टीमों के साथ काम कर पाना मेरे लिए सौभाग्य की बात है। अब मैं नए अवसरों को तलाशने की तरफ बढ़ रहा हूं, लेकिन यहां की सीख और यादें हमेशा याद रहेंगी।”
कंपनी जल्द ही बताएगी कि उनकी जगह कौन लेगा।
सारेगमा इंडिया लिमिटेड ने अपनी सब्सिडियरी Pocket Aces Pictures Pvt. Ltd. (PAPPL) के जरिए Finnet Media Private Limited को खरीदने की प्रक्रिया पूरी कर ली है।
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समाचार4मीडिया ब्यूरो ।।
सारेगमा इंडिया लिमिटेड (Saregama India Limited) ने अपनी सब्सिडियरी Pocket Aces Pictures Pvt. Ltd. (PAPPL) के जरिए Finnet Media Private Limited को खरीदने की प्रक्रिया पूरी कर ली है। कंपनी ने बताया कि 19 नवंबर 2025 को Finnet के सभी 3 लाख शेयर उसके पुराने प्रमोटर्स से खरीद लिए गए हैं, जिसके बाद Finnet अब पूरी तरह Pocket Aces के स्वामित्व वाली सब्सिडियरी बन गई है।
यह अधिग्रहण पहले 25 सितंबर 2025 को घोषित किया गया था, जब सारेगमा के बोर्ड ने इस डील को मंजूरी दी थी। इस डील की कुल कीमत करीब ₹8.70 करोड़ तय की गई थी। इसके तहत अगले दो साल पूरे होने पर Pocket Aces, Finnet Media के 2,88,235 ऑप्शनली कन्वर्टिबल प्रेफरेंस शेयर (OCPS) भी खरीदेगी।
Finnet Media का बिजनेस और फायदा
Finnet Media एक तेजी से बढ़ती डिजिटल मार्केटिंग कंपनी है, जो इंफ्लुएंसर मार्केटिंग, सोशल मीडिया कैंपेन्स और क्रिएटर-टैलेंट मैनेजमेंट का काम करती है। 2022 में बनी इस कंपनी ने FY24 में ₹23.04 करोड़ का रेवेन्यू हासिल किया था। इसका मजबूत नेटवर्क खास तौर पर फाइनेंस, हेल्थ और इंफोटेनमेंट सेक्टर में है।
Pocket Aces की डिजिटल पहुंच और रणनीति
Pocket Aces पहले से ही युवाओं के लिए वेब सीरीज, शॉर्ट वीडियो और डिजिटल कंटेंट बनाने में बड़ी पहचान रखती है। Finnet को खरीदने से Pocket Aces अपने इंफ्लुएंसर और टैलेंट मैनेजमेंट वर्टिकल को और मजबूत कर सकेगी। दोनों कंपनियां एक ही सेक्टर में काम करती हैं, इसलिए इनके बीच अच्छे ऑपरेशनल फायदे और मार्केट पहुंच बढ़ने की उम्मीद है।
सारेगमा ने कहा कि सभी दस्तावेज और शर्तें पूरी होने के बाद यह अधिग्रहण 19 नवंबर से प्रभावी हो गया है।
टाइम्स टीवी नेटवर्क जल्द ही अपनी लीडरशिप में बड़ा बदलाव देखने वाला है।
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समाचार4मीडिया ब्यूरो ।।
टाइम्स टीवी नेटवर्क जल्द ही अपनी लीडरशिप में बड़ा बदलाव देखने वाला है। आशीष सहगल दिसंबर 2025 में नेटवर्क के नए CEO के तौर पर जुड़ने सकते हैं। उनकी एंट्री ऐसे वक्त पर हो रही है जब पिछले 12–18 महीनों से नेटवर्क निवेश और कामकाज को लेकर थोड़ी अनिश्चितता से गुजर रहा है। विश्वसनीय सूत्रों की मानें तो CEO के साथ-साथ वह मीडिया और एंटरटेनमेंट बिजनेस के चीफ ग्रोथ ऑफिसर की जिम्मेदारी भी संभालेंगे और सीधे विनीत जैन के साथ काम करेंगे।
अगस्त 2025 में चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर वरुण कोहली के जाने के बाद से रोहित गोपाकुमार अंतरिम CEO के तौर पर काम संभाल रहे थे। सहगल के आने के बाद अब रोहित अपने पुराने रोल में लौट सकते हैं। इंडस्ट्री में माना जा रहा है कि सहगल का आना नेटवर्क के लिए स्थिरता और साफ दिशा लेकर आएगा।
इंडस्ट्री एक्सपर्ट्स के मुताबिक, उनकी नियुक्ति टाइम्स टीवी नेटवर्क की नई महत्वाकांक्षा का साफ संकेत है। स्ट्रैटेजिक विजन, बड़े स्तर पर काम करने की क्षमता और मजबूत लीडरशिप स्टाइल के लिए जाने जाने वाले सहगल को कंपनी के लिए बड़ा टैलेंट माना जा रहा है। वह विनीत जैन और एन. सुब्रमणियन के साथ मिलकर नेटवर्क के अगले बड़े बदलावों की दिशा तय करेंगे। उनकी एंट्री से नेटवर्क में स्थिरता, तेज ग्रोथ प्लानिंग और अच्छे टैलेंट की वापसी की उम्मीद की जा रही है।
नवंबर 2025 तक आशीष सहगल ZEE में ब्रॉडकास्ट और डिजिटल के चीफ ग्रोथ ऑफिसर थे। वहां उन्होंने टीवी चैनलों, डिजिटल प्लेटफॉर्म Zee5 और स्पेशल IPs के जरिए कंपनी की टॉप लाइन ग्रोथ को मजबूती दी। मीडिया और एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री में 30 साल से ज्यादा का अनुभव रखने वाले सहगल ZEE के रेवेन्यू मॉडल को एकीकृत और प्लेटफॉर्म-एग्नॉस्टिक बनाकर बड़े बदलाव ला चुके हैं। वह ILT20 क्रिकेट लीग के बिजनेस हेड भी रहे और 2015 से 2020 के बीच Zee Unimedia के COO के तौर पर ZEEL और ZMCL के लिए तेज रेवेन्यू ग्रोथ दिलाई।
टाइम्स नेटवर्क में उनके आने की खबर को कंपनी के अंदर और पूरी इंडस्ट्री में काफी पॉजिटिव तरीके से देखा जा रहा है। इस खबर को लेकर 'समाचार4मीडिया' ने आशीष सहगल से कॉन्टैक्ट करने की कोशिश की, लेकिन खबर लिखने तक फिलहाल वहां से किसी तरह की प्रतिक्रिया नहीं मिल सकी थी।
एडिटर्स गिल्ड ऑफ इंडिया ने डिजिटल पर्सनल डेटा प्रोटेक्शन एक्ट, 2023 के तहत जारी किए गए नए नियमों पर गंभीर चिंता जाहिर की है।
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समाचार4मीडिया ब्यूरो ।।
एडिटर्स गिल्ड ऑफ इंडिया ने डिजिटल पर्सनल डेटा प्रोटेक्शन एक्ट, 2023 के तहत जारी किए गए नए नियमों पर गंभीर चिंता जाहिर की है। गिल्ड का कहना है कि नए नियमों में कई ऐसी कमियां हैं, जो पत्रकारों और मीडिया संस्थानों के लिए मुश्किलें बढ़ा सकती हैं।
गिल्ड का कहना है कि उन्होंने पहले भी सरकार को बताया था कि इस कानून में सूचना के अधिकार (RTI) को कमजोर किया गया है और पत्रकारों के लिए किसी स्पष्ट छूट (journalistic exception) का प्रावधान नहीं है। नए नियम आने के बाद भी स्थिति साफ नहीं हो पाई है, जिससे कई अहम सवाल अनुत्तरित रह गए हैं।
जुलाई 2025 में हुई थी महत्वपूर्ण बैठक
जुलाई 2025 में इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्रालय (MeitY) ने मीडिया संगठनों के साथ बैठक की थी। उस दौरान मंत्रालय ने भरोसा दिया था कि पत्रकारिता से जुड़े काम इस कानून के दायरे में नहीं आएंगे। लेकिन एडिटर्स गिल्ड का कहना है कि आज तक इस बारे में कोई आधिकारिक लिखित स्पष्टीकरण जारी नहीं किया गया।
मीडिया संगठनों ने मंत्रालय को 35 सवालों और कई उदाहरणों के साथ एक दस्तावेज भी दिया था, ताकि नियमों में और स्पष्टता लाई जा सके, जैसे सहमति, डेटा एक्सेस, रिसर्च और रिपोर्टिंग से जुड़े मुद्दे।
एडिटर्स गिल्ड की मुख्य चिंता
एडिटर्स गिल्ड का कहना है कि नए नियमों में कई बातें साफ नहीं हैं। सबसे ज्यादा चिंता इस बात की है कि कहीं पत्रकारों के काम को "डेटा प्रोसेसिंग" की श्रेणी में न डाल दिया जाए, जिसमें रिपोर्टिंग करते समय भी सहमति (consent) लेनी पड़े। इससे खोजी पत्रकारिता और जिम्मेदार रिपोर्टिंग पर असर पड़ सकता है।
एडिटर्स गिल्ड का कहना है कि यदि नियमों में स्पष्ट छूट नहीं दी गई, तो मीडिया पर अनुपालन का बोझ बढ़ेगा, जिससे प्रेस की आजादी कमजोर होगी और लोकतंत्र को नुकसान पहुंच सकता है।
तुरंत स्पष्टिकरण की मांग
एडिटर्स गिल्ड ने सरकार से तुरंत यह स्पष्ट करने की मांग की है कि असली (bona fide) पत्रकारिता गतिविधियों को इन नियमों से अलग रखा जाए। गिल्ड का तर्क है कि डेटा सुरक्षा और गोपनीयता जितनी जरूरी हैं, उतनी ही जरूरी है प्रेस की स्वतंत्रता और जनता का जानने का अधिकार।
श्री अधिकारी ब्रदर्स (Sri Adhikari Brothers Television Ltd) में मंगलवार को बड़े पैमाने पर इस्तीफों की घोषणा हुई।
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समाचार4मीडिया ब्यूरो ।।
श्री अधिकारी ब्रदर्स (Sri Adhikari Brothers Television Ltd) में मंगलवार को बड़े पैमाने पर इस्तीफों की घोषणा हुई। कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर कैलाशनाथ मार्कंड अधिकारी ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। यह इस्तीफे 18 नवंबर 2025 से लागू माने जाएंगे।
कंपनी के मुताबिक यह सभी इस्तीफे मैनेजमेंट में बदलाव और कंपनी के नियंत्रण में आए बदलाव की वजह से हुए हैं। यह बदलाव SEBI के शेयर खरीद और टेकओवर वाले नियमों के तहत हुई ओपन ऑफर प्रक्रिया से जुड़े हैं।
कैलाशनाथ अधिकारी के अलावा रवि गौतम अधिकारी ने भी चेयरमैन व नॉन-एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर के पद से इस्तीफा दिया है।
जिन अधिकारियों ने दिया इस्तीफा-
प्रितेश राजगोर — इंडिपेंडेंट डायरेक्टर
डॉ. गणेश प्रसाद राऊत — इंडिपेंडेंट डायरेक्टर
उमाकांत भैरवजोश्यूलू — इंडिपेंडेंट डायरेक्टर
लताशा लक्ष्मण जाधव — नॉन-एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर
कैलाशनाथ मार्कंड अधिकारी — मैनेजिंग डायरेक्टर
रवि गौतम अधिकारी — चेयरमैन और नॉन-एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर
कंपनी ने बताया कि इस्तीफों की वजह वही है जो संबंधित अधिकारियों के इस्तीफा पत्र में लिखी गई है, इसके अलावा कोई अलग कारण नहीं है।
हालांकि इस बारे में सोनी पिक्चर्स नेटवर्क्स इंडिया की प्रवक्ता ने इनकार किया है, लेकिन हमारे विश्वसनीय सूत्रों ने इस खबर की पुष्टि की है।
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समाचार4मीडिया ब्यूरो ।।
एंटरटेनमेंट और डिजिटल कंटेंट की दुनिया में जाने-माने नाम दानिश खान से जुड़ी एक खबर सामने आई है। सूत्रों के हवाले से मिली इस खबर के मुताबिक, दानिश खान ने ‘सोनी पिक्चर्स नेटवर्क इंडिया’ (SPNI) में अपने पद से हटने का फैसला किया है।
सूत्रों के मुताबिक़, वह कंपनी छोड़ेंगे लेकिन मार्च 2026 तक सोनी ग्रुप के साथ बने रहेंगे, ताकि नेटवर्क के डिजिटल और प्रोडक्शन विभागों में उनकी ज़िम्मेदारियों का सुचारू रूप से हस्तांतरण किया जा सके। हालांकि हालांकि इस बारे में सोनी पिक्चर्स नेटवर्क्स इंडिया की प्रवक्ता ने इनकार किया है, लेकिन हमारे सूत्रों ने इस खबर की पुष्टि की है।
दानिश खान वर्तमान में सोनी पिक्चर्स नेटवर्क इंडिया के डिजिटल बिजनेस ‘सोनी लिव’ (SonyLIV) और इस नेटवर्क की प्रॉडक्शन शाखा ‘स्टूडियोनेक्स्ट’ (StudioNEXT) के साथ चैनल्स लाइसेंसिंग डिवीजन की कमान संभाल रहे हैं। पिछले करीब दस वर्षों में उन्होंने SPNI की कंटेंट स्ट्रैटेजी में अहम भूमिका निभाई है।
अपने करीब दो दशक के सफर में दानिश खान ने मार्केटिंग, प्रोग्रामिंग और डिजिटल एंटरटेनमेंट में अपनी पकड़ बनाई है और उन्हें भारत के कुछ बड़े टीवी और OTT शोज के निर्माण में अहम योगदान देने के लिए जाना जाता है।
उनकी लीडरशिप में, SonyLIV को मई 2020 में रीडिजाइन और री-लॉन्च किया गया। इसके बाद इस प्लेटफॉर्म पर ‘Scam 1992: द हर्षद मेहता स्टोरी’, ‘Undekhi’, ‘Your Honor’ और ‘Avrodh’ जैसी लोकप्रिय ओरिज़िनल सीरीज आईं। इन कंटेंट के कारण SonyLIV की सब्सक्राइबर संख्या बहुत तेजी से बढ़ी।
टेलीविजन के क्षेत्र में भी दानिश खान का योगदान काफी रहा है। इससे पहले उन्होंने STAR Plus में भी काम किया था, वहां वे प्रोग्रामिंग हेड रह चुके हैं और उन्होंने ‘महाभारत’ और ‘ये है मोहब्बतें’ जैसे शो को हिट बनाया। StudioNEXT में, उन्होंने ‘कौन बनेगा करोड़पति’, ‘इंडियन आइडल’ और ‘द कपिल शर्मा शो’ जैसे शोज को फिर से लोकप्रिय बनाने में भूमिका निभाई।
उन्होंने टैलेंट-आधारित रियलिटी फॉर्मैट्स जैसे ‘सुपर डांसर’ और ‘सुपरस्टार सिंगर’ भी लीड किए, जिन्हें दर्शकों और विज्ञापनदाताओं दोनों से अच्छी प्रतिक्रिया मिली। पढ़ाई-लिखाई की बात करें तो, दानिश खान समाजशास्त्र (sociology) में स्नातक और मैनेजमेंट में पोस्ट-ग्रेजुएट हैं।
‘जियोस्टार’ से पहले सीमा कामथ करीब चार साल से ‘Disney+Hotstar’ में बतौर मार्केटिंग कम्युनिकेशंस मैनेजर अपनी जिम्मेदारी निभा रही थीं।
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समाचार4मीडिया ब्यूरो ।।
‘जियोस्टार’ (JioStar) ने सीमा कामथ को एसोसिएट डायरेक्टर (मार्केटिंग कम्युनिकेशंस) के पद पर नियुक्त किया है। सीमा कामथ ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘लिंक्डइन’ (LinkedIn) पर खुद यह जानकारी शेयर की है।
‘जियोस्टार’ से पहले सीमा कामथ करीब चार साल से ‘Disney+Hotstar’ में बतौर मार्केटिंग कम्युनिकेशंस मैनेजर अपनी जिम्मेदारी निभा रही थीं।
इस दौरान उन्होंने ऐसे मार्केटिंग कैंपेन तैयार किए और उनका नेतृत्व किया, जिन्होंने दर्शकों के साथ जुड़ाव बढ़ाने में अहम भूमिका निभाई।
अब ‘जियोस्टार’ में सीमा कामथ का मार्केटिंग और ब्रैंड मैनेजमेंट का व्यापक अनुभव कंपनी की वृद्धि में महत्वपूर्ण योगदान देगा। इस नई भूमिका के साथ, सीमा का लक्ष्य जियोस्टार के मार्केटिंग प्रयासों में नए विचार और प्रभावशाली कम्युनिकेशन स्ट्रैटेजी लाना है।