भारत के न्यूज टीवी इंडस्ट्री के लिए वित्तीय वर्ष 2024-25 की दूसरी तिमाही (जुलाई-सितंबर) का प्रदर्शन मिला-जुला रहा।
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समाचार4मीडिया ब्यूरो
चहनीत कौर, सीनियर कॉरेस्पोंडेंट, एक्सचेंज4मीडिया ग्रुप ।।
भारत के न्यूज टीवी इंडस्ट्री के लिए वित्तीय वर्ष 2024-25 की दूसरी तिमाही (जुलाई-सितंबर) का प्रदर्शन मिला-जुला रहा। जुलाई से सितंबर के बीच कुछ चैनलों के ऑपरेटिंग राजस्व में अप्रैल-जून की तुलना में औसतन 30-40% की गिरावट आई, जबकि कुछ चैनलों ने इस दौरान अच्छी बढ़त हासिल की।
इस गिरावट का कारण चुनावों के बाद का कूलिंग-ऑफ पीरियड (मतलब चुनावों के बाद का ठहराव) और न्यूज टीवी के राजस्व का चक्रीय स्वभाव (एक निश्चित चक्र में आने वाली उतार-चढ़ाव) है। जिन चैनलों ने अपनी कमाई में बढ़त दर्ज की, उनके लिए यह वृद्धि मुख्य रूप से डिजिटल विज्ञापनों में इजाफा, फेस्टिवल सीजन की शुरुआत, बेहतर कंटेंट स्ट्रैटेजी और नई डिजिटल पहलों के कारण हुई।
नाम न बताने की शर्त पर एक इंडस्ट्री एक्सपर्ट ने बताया कि चुनावों के बाद न्यूज चैनल्स की कमाई में गिरावट आम बात है, क्योंकि चुनावों के दौरान राजनीतिक दल और उनसे जुड़े समूह न्यूज चैनल्स पर ज्यादा खर्च करते हैं ताकि वे मतदाताओं से जुड़ सकें। लेकिन चुनाव समाप्त होते ही यह खर्च कम हो जाता है, जिससे चैनलों के विज्ञापन राजस्व पर असर पड़ता है।
चुनावों के बाद न्यूज चैनल्स के राजस्व पर पड़ा असर
क्वार्टर-ऑन-क्वार्टर (QoQ) प्रदर्शन:
एक्सपर्ट का मानना है कि जुलाई-सितंबर अवधि में विज्ञापनदाता अपनी प्राथमिकता त्योहारों और छुट्टियों से जुड़े कैंपेन पर अधिक केंद्रित कर लेते हैं, जिससे न्यूज चैनल्स को मिलने वाले विज्ञापनों का हिस्सा कम हो जाता है। चुनावों के बाद दर्शकों की राजनीतिक कवरेज में रुचि कम हो जाती है, जिससे दर्शकों की संलग्नता (एंगेजमेंट) और विज्ञापन राजस्व पर असर पड़ता है।
कंपनियों के राजस्व में उछाल
इसके विपरीत, NDTV ने 18.5% की वृद्धि दर्ज की। पहली तिमाही में इसका संयुक्त राजस्व ₹93.9 करोड़ था, जो दूसरी तिमाही में बढ़कर ₹111.32 करोड़ हो गया। कंपनी के अनुसार, यह बेहतरीन प्रदर्शन NDTV की बेहतर कंटेंट रणनीति, नए इन्टेलेक्चुअल प्रॉपर्टीज (IPs) के विस्तार और डिजिटल योजनाओं के कारण हुआ है।
साल-दर-साल के आधार पर न्यूज चैनल्स के राजस्व में मामूली गिरावट
साल-दर-साल के आधार पर भी अधिकांश न्यूज चैनल्स के राजस्व में हल्की गिरावट देखी गई। जी मीडिया का राजस्व Q2 2023 में ₹151.59 करोड़ से घटकर Q2 2024 में ₹130.70 करोड़ पर आ गया। NDTV का राजस्व Q2 2023 में ₹61.90 करोड़ से घटकर ₹59.8 करोड़ पर आ गया, यानी 3.4% की कमी। वहीं, TV Today Network का राजस्व भी 3.3% कम हो गया, जो 2023 की समान तिमाही में ₹213.86 करोड़ था और 2024 की दूसरी तिमाही में घटकर ₹206.77 करोड़ हो गया।
विपरीत परिस्थितियों के बावजूद, Network18 ने 6% की वृद्धि दर्ज की, जो पिछले वर्ष ₹420.31 करोड़ से बढ़कर ₹445.27 करोड़ हो गया। कंपनी के अनुसार, यह वृद्धि डिजिटल विज्ञापनों के बढ़ते राजस्व के कारण हुई।
इंडस्ट्री एक्सपर्ट्स का मानना है कि साल-दर-साल राजस्व में गिरावट का कारण आर्थिक चुनौतियां हो सकती हैं, जैसे कि महंगाई और वित्तीय अनिश्चितताएं। इसके अलावा, कई विज्ञापनदाता Q3 के त्योहारी सीजन (जैसे दिवाली, क्रिसमस, और नववर्ष) के लिए अपने बजट को बचाकर रखते हैं। इससे दूसरी तिमाही में विज्ञापन खर्च में कमी होती है।
मार्केटिंग और प्रचार खर्च में वृद्धि:
भले ही राजस्व में मामूली गिरावट आई हो, लेकिन न्यूज चैनल्स का मार्केटिंग और प्रचार खर्च में वृद्धि देखने को मिली है। Network18 का खर्च पिछले वर्ष ₹97.6 करोड़ से बढ़कर ₹106.5 करोड़ हो गया, जो लगभग 9% की वृद्धि है। NDTV ने भी अपने मार्केटिंग खर्च में बड़ी वृद्धि दर्ज की, जो जुलाई-सितंबर 2023 के ₹157.4 करोड़ से बढ़कर 2024 में ₹335.7 करोड़ हो गया, यानी 113% की वृद्धि।
यह वृद्धि इस ओर इशारा करती है कि न्यूज चैनल ब्रैंड की पहचान को मजबूत करने और दर्शकों को आकर्षित करने के लिए डिजिटल मीडिया से प्रतिस्पर्धा करते हुए अपने विज्ञापन और प्रचार पर ज्यादा ध्यान दे रहे हैं।
भविष्य की संभावनाएं
कुल मिलाकर, चुनाव के बाद राजस्व में गिरावट के बावजूद, भारत का न्यूज टेलीविजन सेक्टर स्थिर बना हुआ है। कई प्रसारण कंपनियों के लिए अब चुनौती अपने कंटेंट को विविधता देना और डिजिटल ट्रेंड्स के साथ तालमेल बिठाना है ताकि वे दर्शकों की दिलचस्पी बनाए रख सकें और विज्ञापन से अधिक राजस्व कमा सकें।
इंडस्ट्री अब धीरे-धीरे डिजिटल प्लेटफॉर्म की ओर बढ़ रही है, जहां कई प्रसारण कंपनियां अपने ऑनलाइन उपस्थिति को मजबूत कर रही हैं ताकि युवा दर्शकों तक पहुंचा जा सके और अतिरिक्त राजस्व अर्जित किया जा सके। यह बदलाव भविष्य में भी जारी रहने की संभावना है, क्योंकि पारंपरिक टीवी कंपनियां तेजी से डिजिटल-प्रथम (डिजिटल-फर्स्ट) बन रही दुनिया में अपनी प्रासंगिकता बनाए रखने की कोशिश कर रही हैं।
Network18 ने अपने मीडिया रिलीज में कहा, "जैसे-जैसे उपभोक्ता और विज्ञापनदाता अपने जीवन के विभिन्न पहलुओं में ओमनी-चैनल अनुभवों की ओर बढ़ते जा रहे हैं, टीवी और डिजिटल मीडिया में गहरी और एकीकृत उपस्थिति होना Network18 और उसके अन्य साझेदारों को अपने उपभोक्ताओं और विज्ञापनदाताओं की सेवा करने में और अधिक सक्षम बनाएगा।"
इंडस्ट्री के एक स्रोत ने बताया कि डिजिटल प्लेटफॉर्म जैसे मोबाइल ऐप्स और सब्सक्रिप्शन सेवाओं का विकास नए राजस्व साधनों को खोल सकता है। विशेष कंटेंट, जैसे एक्सक्लूसिव रिपोर्ट्स और बिहाइंड-द-सीन फुटेज, लॉयल क्लाइंट्स को आकर्षित कर सकता है। इसके अलावा, इंडस्ट्री अवॉर्ड, एक्सपर्ट्स पैनल और लाइफस्टाइल इवेंट्स जैसे आयोजनों से स्पॉन्सरशिप और टिकट बिक्री से भी राजस्व कमाया जा सकता है।
शेयर की कीमतों में उतार-चढ़ाव :
- Network18 के शेयर की कीमत अप्रैल में लगभग ₹90.40 थी, जो अगस्त में ₹99.92 के उच्चतम स्तर पर पहुंची और सितंबर के अंत में ₹81.97 पर बंद हुई। इसकी सबसे कम कीमत जून में ₹75.60 रही, लेकिन दूसरी तिमाही के अंत तक रिकवरी के संकेत दिखे।
- ZMCL का नया वित्तीय वर्ष अप्रैल में ₹11.55 के साथ शुरू हुआ और मई में इसका न्यूनतम मूल्य ₹10.55 पर था। सितंबर के अंत में, यह बढ़कर ₹22.82 पर पहुंच गया, जो कि सितंबर के अंतिम सप्ताह में निवेशकों की बढ़ती रुचि का परिणाम है।
- TV Today का वित्तीय वर्ष 2024-25 की शुरुआत ₹219.55 के साथ हुई, जो जून में ₹207.25 तक गिर गया। अगस्त की शुरुआत में यह ₹287 तक पहुंचा और H1 के अंतिम दिन ₹234.05 पर बंद हुआ, जो बाजार में सकारात्मक रुचि को दर्शाता है।
- NDTV का नया वित्तीय वर्ष ₹222.65 के साथ शुरू हुआ और सितंबर के अंत में ₹187.34 तक गिर गया, जबकि जून की शुरुआत में इसका उच्चतम मूल्य ₹263.40 पर था। इस गिरावट से यह संकेत मिलता है कि व्यापक उद्योग परिवर्तनों के बीच बाज़ार पुनः मूल्यांकन कर रहा है।
इस प्रदर्शन से साफ है कि न्यूज टीवी इंडस्ट्री में चुनौतियां तो हैं, लेकिन डिजिटल मंचों और रणनीतिक योजना के माध्यम से यह इंडस्ट्री अपनी स्थिति बनाए रखने के लिए तैयार है।
केबल ऑपरेटर्स ने सरकार से टीवी रेटिंग में लैंडिंग-पेज व्युअरशिप को छोड़ने के प्रस्ताव पर दोबारा विचार करने का आग्रह किया है।
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Samachar4media Bureau
अदिति गुप्ता, असिसटेंट एडिटर, एक्सचेंज4मीडिया ।।
केबल ऑपरेटर्स ने सरकार से टीवी रेटिंग में लैंडिंग-पेज व्युअरशिप को छोड़ने के प्रस्ताव पर दोबारा विचार करने का आग्रह किया है। उनका कहना है कि ऐसा करना तकनीकी रूप से सही नहीं है और इससे ब्रॉडकास्टिंग सेक्टर के लिए नियमों में असमानता पैदा होगी। सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने हाल ही में अपनी नई ड्राफ्ट पॉलिसी में TRP सिस्टम में बड़े बदलाव का प्रस्ताव रखा है।
नई व्यवस्था में राष्ट्रीय रेटिंग पैनल को करीब 1,20,000 घरों तक बढ़ाने, BARC के मॉनोपोली खत्म करने, कई माप एजेंसियों को मान्यता देने, कन्फ्लिक्ट-ऑफ-इंटरेस्ट नियम सख्त करने और डेटा सुरक्षा को मजबूत बनाने जैसे बदलाव शामिल हैं।
एक बड़ा सुझाव है लैंडिंग-पेज इम्प्रेशन को आधिकारिक रेटिंग से हटाना, ताकि चैनल डिफ़ॉल्ट प्लेसमेंट के जरिए दर्शक बढ़ाने का फायदा न उठा सकें। ये प्रस्ताव जनता और इंडस्ट्री की राय के लिए खुले हैं और इन्हीं सुझावों के आधार पर फाइनल रेटिंग सिस्टम तय होगा।
सूत्रों के अनुसार, MSOs ने मंत्रालय को अपनी रिपोर्ट दी है। उन्होंने मंत्रालय के पारदर्शिता और विश्वसनीयता बढ़ाने के प्रयासों की सराहना की और कई बदलावों का समर्थन किया, जैसे कि कंपनियों के पुराने एक्ट 1956 की जगह कंपनियों का एक्ट 2013 लागू करना, रेटिंग एजेंसियों को स्वतंत्र बनाए रखना और न्यूनतम नेटवर्थ की जरूरत को 20 करोड़ से घटाकर 5 करोड़ करना।
लेकिन उन्होंने कनेक्टेड टीवी को मान्यता देने के प्रस्ताव पर चिंता जताई। उनका कहना है कि इससे भ्रम पैदा हो सकता है और कनेक्टेड टीवी ऑपरेटर्स इसका गलत फायदा उठा सकते हैं। कई कनेक्टेड टीवी प्लेटफॉर्म FAST यानी फ्री ऐड-सपोर्टेड स्ट्रीमिंग सर्विसेज के जरिए पेड चैनल मुफ्त दिखा रहे हैं, जो MIB और TRAI नियमों का उल्लंघन कर सकते हैं। इसलिए उन्होंने कहा कि क्लॉज 5.2.1 से कनेक्टेड टीवी हटाया जाए और सभी ब्रॉडकास्टिंग प्लेटफॉर्म को एक एकीकृत लाइसेंसिंग फ्रेमवर्क में लाया जाए।
मंत्रालय ने पैनल को 1.2 लाख घरों तक बढ़ाने का प्रस्ताव रखा है, लेकिन MSOs ने इसे कम बताया और 5 लाख घरों तक पैनल बढ़ाने की सिफारिश की। उनका कहना है कि बड़ा सैंपल असली रेटिंग दिखाने और गलत प्रभाव कम करने में मदद करेगा।
सबसे ज़्यादा विरोध लैंडिंग-पेज व्युअरशिप को रेटिंग से हटाने के प्रस्ताव पर था। केबल ऑपरेटर्स का कहना है कि लैंडिंग-पेज व्युअरशिप असल और मापने योग्य संपर्क है और भारत में केबल और सेट-टॉप-बॉक्स सिस्टम का अहम हिस्सा है।
वे कहते हैं कि लैंडिंग-पेज वह पहला चैनल है जो दर्शक टीवी ऑन करते ही देखते हैं। इसे न मानना दर्शकों के असली व्यवहार को नहीं दिखाता। उन्होंने तुलना करते हुए कहा कि जैसे अखबार में फ्रंट-पेज विज्ञापन या रिटेल में प्रोडक्ट का प्रीमियम स्थान गिने जाते हैं, वैसे ही टीवी में लैंडिंग-पेज की व्युअरशिप को भी गिना जाना चाहिए।
केबल इंडस्ट्री ने यह भी कहा कि लैंडिंग-पेज कुछ चैनलों को टॉप रेटिंग देने वाला नहीं है, बल्कि स्थायी लीडरशिप कंटेंट, ब्रांड और लगातार प्रोग्रामिंग पर निर्भर करती है। दर्शक ही तय करते हैं कि चैनल को देखना है या नहीं।
अंत में उनका कहना है कि लैंडिंग-पेज व्युअरशिप को शामिल करना सही और न्यायसंगत है, और इसे पूरी तरह छोड़ देना TRP सिस्टम पर अप्रत्याशित असर डाल सकता है।
केंद्र सरकार ने ब्रॉडकास्टिंग सर्विसेज (रेगुलेशन) बिल, 2023 पर सभी स्टेकहोल्डर्स से बातचीत की प्रक्रिया पूरी कर ली है।
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Samachar4media Bureau
केंद्र सरकार ने ब्रॉडकास्टिंग सर्विसेज (रेगुलेशन) बिल, 2023 पर सभी स्टेकहोल्डर्स से बातचीत की प्रक्रिया पूरी कर ली है। यह जानकारी सूचना एवं प्रसारण राज्य मंत्री डॉ. एल. मुरुगन ने शुक्रवार को राज्यसभा में दी।
यह ड्राफ्ट बिल पहली बार 10 नवंबर 2023 को जनता की राय के लिए जारी किया गया था। शुरुआत में सुझाव भेजने की आखिरी तारीख 9 दिसंबर 2023 रखी गई थी, जिसे बाद में बढ़ाकर 15 जनवरी 2024 किया गया। इसके बाद मीडिया और एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री की ओर से बड़ी संख्या में सलाहें आने पर इस प्रक्रिया की समयसीमा एक बार फिर बढ़ाकर 15 अक्टूबर 2024 कर दी गई।
डॉ. मुरुगन ने बताया कि अब तक मिले सभी सुझावों की जांच कर ली गई है। उन्होंने कहा कि सरकार “विस्तृत और व्यापक स्तर पर सलाह-मशविरा करने में विश्वास रखती है।” यह जानकारी उन्होंने सांसद साकेत गोखले द्वारा पूछे गए एक अनस्टार्ड प्रश्न के जवाब में दी।
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने दिल्ली में RT India की शुरुआत कर दी है। यह रूस की सरकारी फंडिंग से चलने वाले टीवी नेटवर्क RT का भारतीय संस्करण है।
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Samachar4media Bureau
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने दिल्ली में RT India की शुरुआत कर दी है। यह रूस की सरकारी फंडिंग से चलने वाले टीवी नेटवर्क RT का भारतीय संस्करण है। RT India हर दिन चार इंग्लिश न्यूज प्रोग्राम दिखाएगा, जिनमें भारत–रूस रिश्तों और दोनों देशों के बढ़ते वैश्विक प्रभाव पर खास फोकस रहेगा।
शाम को पुतिन ने दिल्ली के एक फाइव-स्टार होटल में बनाए गए अस्थायी स्टूडियो से RT India का औपचारिक लॉन्च किया। दिल्ली में आधुनिक तकनीक वाला स्टूडियो और 100 से ज्यादा लोगों की टीम के साथ, यह RT का अब तक का सबसे बड़ा विदेशी प्रोजेक्ट माना जा रहा है। यह लॉन्च दोनों देशों के बीच अभूतपूर्व मीडिया सहयोग का संकेत देता है।
मॉस्को-आधारित इस ग्लोबल न्यूज नेटवर्क का कहना है कि इससे भारत और रूस के पारंपरिक रिश्ते और मजबूत होंगे और दोनों देश एक बहुध्रुवीय दुनिया में अपनी भूमिका को और आगे बढ़ा सकेंगे।
RT India का कामकाज फिलहाल नोएडा फिल्म सिटी के एक अस्थायी स्टूडियो से चलेगा। यहां सौ से ज्यादा कर्मचारियों की टीम और पूरी तरह तैयार न्यूज रूम बनाया गया है। इस पूरे प्रोजेक्ट को भारत सरकार से मंजूरी भी मिल चुकी है, जो प्रसार भारती के साथ पहले से मौजूद समझौते के तहत दी गई।
RT के 2005 में शुरू होने के बाद से यह उसका सबसे बड़ा विदेशी ऑपरेशन माना जा रहा है। भारत में इसका मकसद अंग्रेजी भाषा में ऐसे न्यूज प्रोग्राम लाना है जिनमें भारत–रूस रिश्तों को मजबूत दिखाया जाए और दोनों देशों के नजरिए को एक बहुध्रुवीय दुनिया के संदर्भ में रखा जाए।
RT India का यह लॉन्च भारत–रूस के बीच इस साल मॉस्को में हुई 26वीं इंटर-गवर्नमेंटल कमीशन मीटिंग में हुई चर्चाओं के आधार पर आगे बढ़ाया गया है।
जिस दिन रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने भारत में RT (Russia Today) के भारतीय वर्जन की शुरुआत की, उसी दिन भारत और रूस ने प्रसार भारती और रूस की कई मीडिया कंपनियों के बीच 5 बड़े मीडिया समझौते भी किए।
इन समझौतों में Gazprom-media Holding, National Media Group, BIG ASIA Media Group, ANO TV-Novosti और TV BRICS शामिल हैं। विदेश मंत्रालय ने बताया कि ये सभी MoU प्रसार भारती और रूसी मीडिया संगठनों के बीच हुए हैं, जिनमें ब्रॉडकास्टिंग, कंटेंट शेयरिंग और जानकारी के आदान-प्रदान को बढ़ाने पर सहमति बनी है।
प्रसार भारती का पहले से ही TV-Novosti (जो RT India चलाता है) के साथ एक समझौता था, लेकिन शुक्रवार को दोनों देशों के नेताओं की मौजूदगी में उसमें एक नया ऐडेंडम (अतिरिक्त हिस्सा) जोड़ा गया।
इसी मौके पर प्रेस ट्रस्ट ऑफ इंडिया (PTI) और रूस की न्यूज एजेंसी TASS के बीच एक बड़ा समझौता भी हुआ। इस करार के तहत दोनों देशों की खबरों और कंटेंट का नियमित आदान-प्रदान किया जाएगा, ताकि खबरों की पहुंच, विविधता और पारदर्शिता बढ़ सके।
‘इंडिया टुडे’ समूह के चेयरमैन और एडिटर-इन-चीफ अरुण पुरी व वाइस चेयरपर्सन कली पुरी ने रिपोर्ट्स संग की बैठक, निकाले इस बातचीत के निहितार्थ
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Vikas Saxena
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने लगभग दो दशकों में पहली बार किसी भारतीय टीवी चैनल को इंटरव्यू दिया। यह इंटरव्यू India Today और Aaj Tak के साथ हुआ और इसे मॉस्को के ऐतिहासिक एकातेरिना हॉल में रिकॉर्ड किया गया। इस हॉल में पुतिन अपने राष्ट्रीय परिषद की बैठकों का आयोजन करते हैं और लोगों को सम्मानित करते हैं।
India Today ग्रुप की पत्रकार अंजना ओम कश्यप और गीता मोहन ने पुतिन से बातचीत की। दोनों पत्रकारों के मुताबिक यह एक "वैश्विक स्तर का इंटरव्यू" था, जिसमें सिर्फ भारत-रूस संबंध ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया और वैश्विक मुद्दों पर पुतिन के विचार सामने आए।
इंटरव्यू के दौरान पुतिन ने अपने 25 साल के शासनकाल, रूस और दुनिया के बदलते परिदृश्य, यूक्रेन और अन्य अंतरराष्ट्रीय मामलों पर खुलकर बात की। पुतिन ने हर सवाल का जवाब स्पष्ट और सीधे तरीके से दिया। पत्रकारों ने बताया कि पुतिन को अक्सर पश्चिमी मीडिया में गंभीर या कठोर नेता के रूप में दिखाया जाता है, लेकिन इंटरव्यू में वह बहुत मैत्रीपूर्ण, विनम्र और ह्यूमर के साथ नजर आए।
India Today की टीम को यह सम्मान मिला कि उन्हें रूसी प्रेस टीम ने चुना। पुतिन ने इंटरव्यू के बाद भी अनौपचारिक बातचीत में टीम के साथ खुलकर संवाद किया, जिनमें इंडिया टुडे ग्रुप के चेयरमैन और एडिटर-इन-चीफ अरुण पुरी के साथ इंडिया टुडे ग्रुप की एग्जिक्यूटिव एडिटर-इन-चीफ कली पुरी भी मौजूद रहीं। यह इंटरव्यू करीब 100 मिनट तक चला, जबकि तय समय सिर्फ 60 मिनट का था। पुतिन ने सभी कठिन सवालों का जवाब देते हुए बहुत सहयोगी रवैया दिखाया।
टीम ने बताया कि इंटरव्यू रिकॉर्ड करने में बहुत मेहनत लगी। हर फ्रेम, हर एंगल पर ध्यान दिया गया ताकि दर्शक भी वही अनुभव महसूस कर सकें जो टीम को हुआ। पुतिन को भी यह पेशेवर अंदाज बहुत पसंद आया और उन्होंने India Today की टीम की तारीफ की।
अंजना ओम कश्यप ने कहा कि पूरी दुनिया के कुछ ही नेता ऐसे होते हैं जो वैश्विक स्तर पर देशों की किस्मत बदलते हैं, और उनमें से एक पुतिन आज तक पर मौजूद थे। गीता मोहन ने इस पल को बेहद दुर्लभ बताते हुए कहा कि यह भारत के लिए सम्मान की बात है कि इंडिया टुडे ग्रुप यहां तक पहुंचा।
इंटरव्यू के बाद एक टीम वार्तालाप में कली पुरी ने बताया कि यह पहला मौका था जब दो महिला एंकर्स ने राष्ट्रपति पुतिन का इंटरव्यू किया। उन्होंने कहा कि बातचीत केवल भारत-रूस संबंधों तक सीमित नहीं रही, बल्कि वैश्विक मुद्दों को भी गहराई से छुआ गया। यह भारतीय मीडिया के लिए एक बड़ा कदम था, क्योंकि अब हम वैश्विक मंच पर अपनी उपस्थिति और मजबूत तरीके से दर्ज करा रहे हैं।
अरुण पुरी ने कहा- यह भारतीय मीडिया के लिए ऐतिहासिक मौका
अंजना ने जब अरुण पुरी से इंटरव्यू की अहमियत पर सवाल पूछा, तो उन्होंने कहा कि यह इंडियन मीडिया ग्रुप के लिए बहुत महत्वपूर्ण अवसर था। वह पूरी टीम पर गर्व महसूस करते हैं। उन्होंने कहा कि दुनिया में अक्सर पुतिन की छवि “विलेन” जैसी दिखाई जाती है, लेकिन इंटरव्यू में वे बेहद संतुलित, स्पष्ट और हर सवाल का जवाब देने को तैयार दिखे।
उन्होंने बताया कि कैमरे के बाहर जब उनसे पूछा गया कि 25 साल की नेतृत्व यात्रा में कोई पछतावा है, तो पुतिन ने साफ कहा, “मैं कभी पीछे मुड़कर नहीं देखता।”
संवाद के दौरान कली पुरी ने कहा कि पुतिन का यह दोस्ताना और नरम स्वभाव कई लोगों के लिए अप्रत्याशित था। वे पर्यावरण जैसे मुद्दों पर भी गंभीरता से बात करते दिखे और खुले मन से हर कठिन सवाल का जवाब दिया।
भारतीय चैनलों में से सिर्फ इंडिया टुडे का चयन
कली ने गर्व से बताया कि रूस की प्रेस टीम ने सभी भारतीय चैनलों में से केवल इंडिया टुडे को चुना, क्योंकि उन्हें पता है कि ये ग्रुप बड़े इंटरव्यू को किस स्तर पर पेश करता है। इंटरव्यू 60 मिनट का तय था, लेकिन पुतिन बातचीत का इतना आनंद ले रहे थे कि यह लगभग 100 मिनट तक चला। इसके बाद भी उन्होंने अनौपचारिक बातचीत जारी रखी।
टीम की मेहनत ने रूसी प्रेस को भी प्रभावित किया
राष्ट्रपति पुतिन की टीम ने कहा कि उन्होंने इतनी संगठित और बारीकी से काम करने वाली टीम कभी नहीं देखी। फ्रेमिंग से लेकर सेटअप तक- हर पहलू ने उन्हें प्रभावित किया। उन्होंने बताया कि यह पहली बार था जब इस हॉल में रखी मूर्ति के सामने किसी इंटरव्यू की अनुमति दी गई।
गाीता मोहन ने बताया कि आम तौर पर टीम को सिर्फ जगह दे दी जाती है, लेकिन इस बार भारत टुडे ग्रुप की तैयारी और प्रेजेंटेशन को विशेष प्रशंसा मिली। अंजना ने कहा कि पूरी टीम हर फ्रेम को इस तरह तैयार करती है कि दर्शक टीवी पर इंटरव्यू देखते वक्त वही अनुभव महसूस करें जो टीम को मिला।
“इंडिया टुडे का अंदाज ही अलग है”
कली पुरी ने कहा कि इंडिया टुडे को बस थोड़ा सा स्पेस दे दो, और टीम उसे भी परफेक्ट बनाने में पूरी मेहनत लगा देती है। सुरक्षा गार्ड भी मजाक में कह रहे थे कि “दो लेडीज… सॉरी!” क्योंकि पुतिन आप दोनों से काफी प्रभावित दिखे। वे लगातार मुस्कुरा रहे थे और बेहद सहज थे। उन्होंने हर कठिन सवाल का भी बेझिझक जवाब दिया।
मॉस्को की विंटर वंडरलैंड में ऐतिहासिक इंटरव्यू
कली पुरी ने कहा कि मॉस्को में होना अपने-आप में एक सपना जैसा लगा। साल के इस समय शहर सच में किसी विंटर वंडरलैंड की तरह दिखता है- चारों तरफ लाइटें, क्रिसमस ट्री, सजावट, त्योहारों का माहौल। और आप खुद से पूछते रह जाते हैं कि ये सब असल है या कोई जादुई दुनिया?
अरुण पुरी ने इंटरव्यू को दिए '10 में से 10 नंबर'
अरुण पुरी ने कहा कि यह इंटरव्यू इस समय की सबसे बड़ी खबर है। यूक्रेन पर महत्वपूर्ण बातचीत जारी है और ऐसे वक्त में यह इंटरव्यू भारतीय मीडिया की सबसे बड़ी उपलब्धि है।
उन्होंने कहा, “जब इंडिया टुडे नेटवर्क किसी खबर को फॉलो करने की ठान लेता है, तो उसे पूरी तरह अपना बना लेता है।”
यहां देखें पूरा वीडियो-
इंडिया टुडे (India Today) BnW Developers के साथ मिलकर मॉस्को में एक खास राउंडटेबल आयोजित करने जा रहा है, जो रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के भारत दौरे से पहले होगा।
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Samachar4media Bureau
इंडिया टुडे (India Today) BnW Developers के साथ मिलकर मॉस्को में एक खास राउंडटेबल आयोजित करने जा रहा है, जो रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के भारत दौरे से पहले होगा।
इस राउंडटेबल में भारत–रूस साझेदारी के कई पहलुओं पर चर्चा होगी। इसमें ऊर्जा (oil, gas, nuclear, renewables, mining और critical minerals) पर खास ध्यान दिया जाएगा। रूस के इन प्रमुख क्षेत्रों के लीडर्स के साथ लंबी अवधि के सहयोग को मजबूत करने पर विचार-विमर्श होगा। भारत का रूस में बढ़ता हुआ ऊर्जा क्षेत्र में जुड़ाव इस चर्चा को और अहम बनाता है।
इसके अलावा, रूस में रहने वाले भारतीयों की जिंदगी पर भी बातचीत होगी। इसमें समुदाय समूह, सांस्कृतिक संगठन और व्यापार चैम्बर्स शामिल होंगे, जो वहां की भारतीय डायस्पोरा की सक्रिय उपस्थिति बनाए रखते हैं।
रूस भारतीय छात्रों के लिए आकर्षक गंतव्य है या नहीं, इस पर भी एक सत्र होगा। इसमें Association of Indian Students in Russia और प्रमुख मेडिकल और तकनीकी विश्वविद्यालय के प्रतिनिधि शिक्षा की गुणवत्ता, सुरक्षा, अवसर और बदलती अपेक्षाओं पर चर्चा करेंगे।
भारत और रूस के बीच गहरी सैन्य साझेदारी को देखते हुए रक्षा सहयोग पर भी विशेष बातचीत होगी। इसमें रूसी रक्षा, एयरोनॉटिक्स और तकनीकी क्षेत्र के उद्योग नेता और भारत के फार्मा, FMCG, IT, इंजीनियरिंग, लॉजिस्टिक्स, टेक्सटाइल और चाय क्षेत्र के उद्यमी शामिल होंगे। इसका उद्देश्य आर्थिक और औद्योगिक सहयोग को आगे बढ़ाना है।
India Today अपने प्लेटफॉर्म पर इस राउंडटेबल की लाइव कवरेज, विशेषज्ञों की प्रतिक्रिया, एक्सक्लूसिव इंटरव्यू और राष्ट्रपति पुतिन के भारत दौरे की पूरी जानकारी साझा करेगा।
बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) व नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) ने राज टेलीविजन नेटवर्क (Raj Television Network Limited) पर जुर्माना लगाया है।
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Vikas Saxena
बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) व नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) ने राज टेलीविजन नेटवर्क (Raj Television Network Limited) पर जुर्माना लगाया है। बता दें कि 28 नवंबर 2025 को BSE और NSE ने कंपनी पर 2,77,300/- (GST सहित) प्रति एक्सचेंज का जुर्माना लगाया है। यह जुर्माना SEBI (LODR) Regulations, 2015 के Regulation 17(1) के उल्लंघन के लिए लगाया गया, जो कंपनी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स की संरचना से संबंधित है।
कंपनी ने अभी तक यह जुर्माना किसी भी स्टॉक एक्सचेंज को नहीं भरा है। कंपनी BSE और NSE दोनों से छूट (waiver) की अपील करेगी और दावा करेगी कि यह पालन करना असंभव था क्योंकि डायरेक्टर्स व की मैनेजरियल पर्सनल (Key Managerial Personnel) की नियुक्ति के लिए अभी सरकारी/नियामक मंजूरी लंबित है।
कंपनी ने यह भी स्पष्ट किया कि NSE और BSE द्वारा लगाया गया जुर्माना कंपनी की वित्तीय स्थिति, संचालन या अन्य गतिविधियों पर कोई असर नहीं डालता। साथ ही कंपनी ने पुष्टि की कि आज की तारीख तक Regulation 17(1) के सभी आवश्यक नियमों का पालन हो रहा है।
अडानी ग्रुप के पास मीडिया पर लगभग 500 करोड़ रुपये से ज्यादा का बजट है और यह बजट जल्द ही रिव्यू यानी समीक्षा के दौर से गुजर सकता है।
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Samachar4media Bureau
अडानी ग्रुप के पास मीडिया पर लगभग 500 करोड़ रुपये से ज्यादा का बजट है और इंडस्ट्री के सूत्रों ने एक्सचेंज4मीडिया को बताया कि यह बजट जल्द ही रिव्यू यानी समीक्षा के दौर से गुजर सकता है। इस नए मीडिया पिच में शीर्ष मीडिया एजेंसी नेटवर्क्स की काफी दिलचस्पी होने की संभावना है। ऐसा इसलिए है क्योंकि अडानी ग्रुप का बिजनेस बड़ा है और उसके कई उपभोक्ता-फेसिंग बिजनेस तेजी से बढ़ रहे हैं।
हालांकि अडानी ग्रुप ने अभी तक कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की है, लेकिन कई स्रोतों के मुताबिक कंपनी अपने मीडिया प्लान को नए सिरे से तैयार कर रही है ताकि अगले विकास चरण में यह बेहतर काम करे।
यह बदलाव ग्रुप के पुराने मीडिया सेटअप से काफी अलग है। वैसे अभी तक MudraMax ही अडानी सीमेंट और अडानी कॉर्पोरेट के मीडिया अकाउंट्स संभाल रही है।
जैसे ही यह औपचारिक रूप से घोषित होगा, यह साल की सबसे बड़ी मीडिया पिचों में से एक होगी, क्योंकि अडानी ग्रुप का व्यवसाय FMCG, पैकेज्ड फूड और अन्य उपभोक्ता सेवाओं में तेजी से बढ़ रहा है।
जैसे ही एक्सचेंज4मीडिया को इस मामले की कोई और जानकारी मिलेगी, अपडेट खबर के जरिए सबसे पहले आप तक पहुंचाई जाएगी।
जी एंटरटेनमेंट ने शुक्रवार, 28 नवंबर को बताया कि कंपनी के शेयरधारकों ने आर. गोपालन को कंपनी का नॉन-एग्जिक्यूटिव, नॉन-इंडिपेंडेंट डायरेक्टर बनाने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है।
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Vikas Saxena
जी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेज लिमिटेड ने शुक्रवार, 28 नवंबर 2025 को बताया कि कंपनी के शेयरधारकों ने आर. गोपालन को कंपनी का नॉन-एग्जिक्यूटिव, नॉन-इंडिपेंडेंट डायरेक्टर बनाने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। यह मंजूरी पोस्टल बैलट और रिमोट ई-वोटिंग प्रक्रिया के माध्यम से दी गई।
कंपनी ने बताया कि Ms. Vinita Nair, Joint Managing Partner, M/s. Vinod Kothari & Company, Practising Company Secretaries को इस पोस्टल बैलट की जांच (Scrutinizer) के लिए नियुक्त किया गया था। उनकी रिपोर्ट के अनुसार कुल 23,66,57,454 वोट यानी 53.1667% शेयरधारकों ने प्रस्ताव के पक्ष में मतदान किया, जबकि 20,84,66,187 वोट यानी 46.8333% वोटों ने प्रस्ताव के खिलाफ मतदान किया। कोई भी वोट अवैध नहीं पाया गया।
इस तरह, जरूरी बहुमत मिलने के कारण आर. गोपालन की नियुक्ति औपचारिक रूप से पास हो गई है। लिहाजा इस नियुक्ति के साथ जी एंटरटेनमेंट के बोर्ड में अब आर. गोपालन का योगदान नॉन-एग्जिक्यूटिव, नॉन-इंडिपेंडेंट डायरेक्टर के रूप में जुड़ जाएगा।
आर. गोपालन., जो अभी तक फिलहाल कंपनी के इंडिपेंडेंट डायरेक्टर के पद पर कार्यरत थे, उनका दूसरा कार्यकाल 24 नवंबर 2025 को पूरा हो गया था, जिसके चलते ही बोर्ड ने उन्हें नॉन-एग्जिक्यूटिव, नॉन-इंडिपेंडेंट डायरेक्टर के रूप में नियुक्त करने का प्रस्ताव रखा था।
शेयरधारकों ने अपनी मंजूरी एनएसडीएल (NSDL) के जरिए ई-वोटिंग के माध्यम से दी। यह ई-वोटिंग प्रक्रिया 30 अक्टूबर 2025 सुबह 9 बजे से शुरू होकर 28 नवंबर 2025 शाम 5 बजे तक चली।
यह नियुक्ति मिनिस्ट्री ऑफ इन्फॉर्मेशन एंड ब्रॉडकास्टिंग की मंजूरी के बाद की जाएगी। फिलहाल उन्हें बोर्ड की सिफारिश पर नामांकन और पारिश्रमिक समिति (Nomination & Remuneration Committee) ने 25 नवंबर 2025 से प्रभावी रूप से अतिरिक्त निदेशक (Additional Director) के रूप में नियुक्त किया हुआ है।
केरल TRP मामले में BARC इंडिया ने एक स्वतंत्र एजेंसी को इस मामले की जांच और फॉरेंसिक ऑडिट करने के लिए नियुक्त किया है।
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केरल TRP मामले में BARC इंडिया ने एक स्वतंत्र एजेंसी को इस मामले की जांच और फॉरेंसिक ऑडिट करने के लिए नियुक्त किया है। मामला मलयालम न्यूज चैनल Twenty-Four और BARC के एक कर्मचारी के कथित संबंध से जुड़ा है। BARC ने बयान में कहा कि वे इस मामले को जल्द, पारदर्शी और पूरी सावधानी के साथ सुलझाने के लिए तुरंत कार्रवाई कर रहे हैं।
BARC ने कहा कि जांच के दौरान सभी पक्षों और मीडिया से अपील है कि वे बिना पुष्टि किए किसी भी तरह के दावे या अटकलें न फैलाएं। BARC अपने हितधारकों के प्रति ईमानदारी और जवाबदेही बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है।
जानकारी के मुताबिक, कथित घोटाला केरल के एक चैनल मालिक और मुंबई में स्थित BARC कर्मचारी से जुड़ा है। राज्य पुलिस इसे गंभीर मामला मानकर जांच कर रही है। आरोप है कि चैनल की रेटिंग बढ़ाने और विज्ञापन राजस्व बढ़ाने के लिए बड़े पैमाने पर भुगतान किए गए, जिन्हें कथित तौर पर क्रिप्टो वॉलेट्स के माध्यम से भेजा गया।
जांच में वॉट्सऐप चैट्स और कॉल रिकॉर्ड्स भी सामने आए हैं, जिनमें साप्ताहिक व्युअरशिप डेटा साझा करने, भुगतान की पुष्टि और यहां तक कि इमोजी के माध्यम से लेनदेन की पुष्टि दिखती है।
टाइम्स ग्रुप का प्रीमियम ब्रॉडकास्ट नेटवर्क Times Network अब अपने स्पोर्ट्स चैनल 'Pickleball Now' को दुनिया भर में विस्तार दे रहा है।
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Samachar4media Bureau
टाइम्स ग्रुप का प्रीमियम ब्रॉडकास्ट नेटवर्क Times Network अब अपने स्पोर्ट्स चैनल 'Pickleball Now' को दुनिया भर में विस्तार दे रहा है। यह दुनिया का पहला ऐसा टीवी चैनल है जो सिर्फ पिकलबॉल खेल के लिए बनाया गया है और CTV व डिजिटल प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध है। चैनल का मकसद इस तेजी से लोकप्रिय हो रहे खेल को ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाना है। इस पर लाइव इंटरनेशनल टूर्नामेंट, हाइलाइट्स, इंटरव्यू, टैक्टिकल ब्रेकडाउन, बिहाइंड-द-सीन्स स्टोरीज, छोटे वीडियो और ग्लोबल पिकलबॉल खबरें दिखाई जाएंगी।
यह चैनल पहले ही भारत, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और कई देशों के बड़े टूर्नामेंट दुनिया भर के दर्शकों तक पहुंचा चुका है। इसमें NPL Australia - Sydney, NPL Australia - Brisbane, PWR DUPR India Masters और Pickleball World Cup जैसे इवेंट शामिल हैं। लगातार हाई-क्वॉलिटी कंटेंट की वजह से चैनल ने दुनियाभर में एक मजबूत और एक्टिव ऑडियंस बना ली है।
पिकलबॉल को बढ़ावा देने की दिशा में चैनल एक और बड़ा कदम उठाने जा रहा है। Pickleball Now अब भारत की पहली आधिकारिक राष्ट्रीय पिकलबॉल लीग Indian Pickleball League (IPBL) का प्रसारण करेगा। इस लीग को इंडियन पिकलबॉल एसोसिएशन ने मंजूरी दी है और इसे युवा मामले एवं खेल मंत्रालय (MYAS) की मान्यता प्राप्त है। लीग का लाइव प्रसारण 1 दिसंबर 2025 से शुरू होगा।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चैनल अपने प्रोग्रामिंग लाइनअप को और बड़ा करने की तैयारी में है। इसमें Global LIVE Tournament Coverage, PWR World Tour 2026 (जापान, यूके, इटली, अमेरिका, ब्राजील सहित कई देशों में) और शुरुआती से लेकर एडवांस खिलाड़ियों के लिए ट्रेनिंग व स्किल-बिल्डिंग सेगमेंट शामिल होंगे। साथ ही रूल्स, रणनीति, उपकरण समीक्षा, कम्युनिटी स्टोरीज, और युवा खिलाड़ियों के लिए खास कंटेंट भी दिखाए जाएंगे।
भारत में दर्शक Times Play ऐप पर लाइव टूर्नामेंट देख सकेंगे। इसके अलावा JioTV, JioTV+, Airtel Xstream, DailyHunt और OTT Play पर भी चैनल उपलब्ध होगा। अंतरराष्ट्रीय बाजारों में इसकी शुरुआत BOTIM, Distro, YuppTV और Rumble पर होगी। बाद में इसे अमेरिका, MENA, ऑस्ट्रेलिया-न्यूजीलैंड, ब्रिटेन और बाकी देशों में भी बढ़ाया जाएगा।
टाइम्स नेटवर्क ने कहा कि पिकलबॉल दुनिया भर में तेजी से बढ़ रहा खेल है और Pickleball Now इसे वैश्विक दर्शकों तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाएगा। दुनिया का पहला पिकलबॉल-फोकस्ड स्पोर्ट्स चैनल होने के कारण कंपनी इसे इंटरनेशनल लेवल पर मजबूत करने और अलग-अलग देशों की लीग्स के साथ साझेदारी का विस्तार करने की योजना बना रही है।
Pickleball Now की आधिकारिक वेबसाइट pickleballnow.in भी जल्द ही एक डिजिटल हब के रूप में विकसित की जाएगी। इसमें मैच शेड्यूल, ग्लोबल कवरेज, टूर्नामेंट सर्च, प्लेयर डाटा, एडिटोरियल कंटेंट, ट्रेनिंग टूल्स, कम्युनिटी स्टोरीज और पिकलबॉल के उपकरण व मर्चेंडाइज की शॉपिंग सुविधा भी उपलब्ध होगी।
पिकलबॉल की लगातार बढ़ती लोकप्रियता को देखते हुए Pickleball Now खुद को इस खेल का सबसे बड़ा ग्लोबल डेस्टिनेशन बनाने की दिशा में आगे बढ़ रहा है। चैनल का लक्ष्य फैंस को खेल के और करीब लाना, नए खिलाड़ियों को मंच देना और दुनिया भर की पिकलबॉल कम्युनिटी को एक प्लेटफॉर्म पर जोड़ना है।