वर्नाकुलर और हाइपर-लोकल पत्रकारिता में भी रिकॉर्ड ग्रोथ देखने को मिली। यह संकेत है कि दर्शक अब बड़ी सुर्खियों से ज़्यादा अपने आसपास की सच्चाइयों में दिलचस्पी ले रहा है।
अपने लेखन और प्रस्तुति से कहीं भी मीडिया को आतंकवाद के प्रति नरम रवैया नहीं अपनाना चाहिए ताकि जनता में आतंकी गतिविधियों के प्रति समर्थन का भाव न आने पाए।
टाइम्स नेटवर्क (Times Network) अब अपने अंग्रेजी न्यूज चैनल 'टाइम्स नाउ' (Times Now) की रिपोर्टिंग टीम का विस्तार कर रहा है।
दिल्ली की एक अदालत ने गुरुवार (25 सितंबर 2025) को पत्रकार परंजॉय गुहा ठाकुरता पर लगाए गए ‘गैग ऑर्डर’ को हटा दिया।
सोशल मीडिया पर शेयर विज्ञापन के अनुसार, यहां सीनियर रिपोर्टर (महिला) के पद पर वैकेंसी है। यह नियुक्ति नोएडा के लिए होनी है।
भारत के पूर्व मुख्य न्यायाधीश जस्टिस संजीव खन्ना ने सोमवार को कहा कि जहां एक ओर न्यायालय के फैसलों का समाज पर प्रभाव पड़ता है
जैसे-जैसे भारतीय टेलीविज़न न्यूज़ ज़्यादा नाटकीय और अति-राष्ट्रवादी होती जा रही है, वैसे-वैसे पत्रकारिता की विश्वसनीयता व ईमानदारी को बचाने के लिए सिर्फ सुधार की बात करना काफी नहीं है
जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा (LoC) के पास पाकिस्तानी गोलीबारी के दौरान चैनल के टाइम्स नाउ के रिपोर्टर साहिल सुहैल की कार को नुकसान पहुंचा है।
रक्षा मंत्रालय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ (X) पर अपनी एक पोस्ट में गंभीर राष्ट्रीय सुरक्षा चिंताओं और ऐसी रिपोर्टिंग से जीवन को होने वाले खतरे को रेखांकित किया है।
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले को लेकर The Irish Times के संपादकीय पर भारत ने कड़ी आपत्ति जताई है।