जामिया कांड में अचानक आए उबाल में प्रतिक्रिया व्यक्त करने वाले अधिकांश लोग ‘इंडिया टुडे’ की एक्सक्लूसिव रिपोर्ट से बैकफुट पर आ गए हैं।
जामिया कांड में अचानक आए उबाल में प्रतिक्रिया व्यक्त करने वाले अधिकांश लोग ‘इंडिया टुडे’ की एक्सक्लूसिव रिपोर्ट से बैकफुट पर आ गए हैं। ‘इंडिया टुडे’ ने सोशल मीडिया पर पुलिस बर्बरता की वायरल हो रही क्लिपिंग का अनकट विडियो सामने रखा है, जिसमें दिखाया गया है कि नकाब पहने, हाथों में पत्थर लिए कुछ लोग लाइब्रेरी में जाकर छिपते हैं। इसके बाद पुलिस उनके पीछे आती है और लाठीचार्ज होता है। जबकि पहले विडियो में केवल पुलिस का लाठीचार्ज दिखाया गया था। इस नए विडियो से पहले की थ्योरी गड़बड़ा गई है। इसलिए जो लोग केंद्र और दिल्ली पुलिस पर हमलावर हो रहे थे, उन्होंने फिलहाल अपने जुबानी घोड़ों की लगाम खींच ली है।
इस फेहरिस्त में कई पत्रकार भी शामिल हैं। पहला विडियो जारी होने के बाद सोशल मीडिया पर पुलिस की जमकर आलोचना हुई। फ्रीलांस पत्रकार स्मिता शर्मा ने अपने ट्वीट में दिल्ली पुलिस को टैग करते हुए खूब खरी-खोटी सुनाई। उन्होंने लिखा, ‘दिल्ली पुलिस तुम्हें शर्म आनी चाहिए। आपके राजनीतिक मास्टर्स तो आते-जाते रहेंगे लेकिन इस घटना ने पुलिस पर एक कभी न मिटने वाला दाग लगा दिया है। इस कथित क्रूरता के लिए किसी भी प्रकार का स्पष्टीकरण नहीं दिया जा सकता’।
Shame on you @DelhiPolice , your political masters will come and go . But you have earned permanent blots for the force. These disgusting images will remain your legacy. Can there be any justification for this brutality on display in a quiet library? @AmitShahOffice #Jamia https://t.co/PRacAK9zjn
— Smita Sharma (@Smita_Sharma) February 16, 2020
वहीं, पत्रकार राणा अयूब ने लिखा, ‘मुझे याद नहीं कि अपने देश को लेकर मैं आखिरी बार कब इतनी निराश थी। पुलिस ने उन असहाय छात्रों को निशाना बनाया, जिन्होंने बचने के लिए एक पवित्र जगह में शरण ली थी’।
I do not remember the last time I was so disappointed and disgusted with my country. The visuals of the cops attacking helpless students at Jamia while they run for cover, in a space that was meant to be sacred. I do not recognise India anymore, we are beyond redemption. pic.twitter.com/5eWl9OHhn0
— Rana Ayyub (@RanaAyyub) February 16, 2020
इसी तरह रेडियो जॉकी सायमा ने भी अपने ही अंदाज में पुलिस पर कटाक्ष किया। उन्होंने विडियो शेयर करते हुए ट्वीट किया ‘वे आए और कहा- तुम्हारे साथ, तुम्हारे लिए, हमेशा। और चले गए। 15 दिसंबर की शाम उन्होंने जामिया के छात्रों पर गुलाब बरसाए (जैसा कि आप देख सकते हैं)। लाइब्रेरी का एक्सक्लूसिव विडियो फुटेज, जहां पुलिस अपना जादू दिखा रही है। अब हमें दिखाओ कि बस कौन जला रहा है’?
They came and said ‘With you, For you, Always’ and left. They showered roses on the students of @jamiamillia_ (as u can see) on the evening of 15th Dec 2019.
— RJ Sayema (@MirchiSayema) February 15, 2020
Exclusive cctv footage of the library. @DelhiPolice doing their magic.
C’mon now show us who torched the bus! pic.twitter.com/DZXEC2qULu
दिल्ली पुलिस पर शब्दबाण चलाने वालों में वरिष्ठ पत्रकार अजित अंजुम भी पीछे नहीं रहे। उन्होंने कहा ‘ये वही दिल्ली पुलिस है जो तमंचा लेकर शाहीनबाग पहुंचे लड़कों के आगे-पीछे हाथ बांधे खड़ी थी। जामिया में घुसकर ऐसे लाठियां बरसा रही है जैसे किसी ने 'निर्देश' दिया हो तो कि जो मिले उसे कूट देना। लानत है इस पुलिस पर जो 'साम्प्रदयिक' हो चुकी है।’
ये वही दिल्ली पुलिस है जो तमंचा लेकर शाहीनबाग पहुंचे लड़कों के आगे-पीछे हाथ बांधे खड़ी थी. जामिया में घुसकर ऐसे लाठियां बरसा रही है जैसे किसी ने 'निर्देश' दिया हो तो कि जो मिले उसे कूट देना.
— Ajit Anjum (@ajitanjum) February 16, 2020
लानत है इस पुलिस पर जो 'साम्प्रदयिक' हो चुकी है #JamiaViolence #JAMIA #JamiaProtests https://t.co/C2FgsKvpcX
इसी तरह ‘टीवी9’ (TV9) के पूर्व समूह संपादक विनोद कापड़ी ने भी पुलिस पर हमला बोला। लेकिन अब जब ‘इंडिया टुडे’ ने वायरल क्लिपिंग का अनकट विडियो अपनी स्पेशल रिपोर्ट में दिखा दिया है, तो सभी संभलकर चल रहे हैं।
Thread https://t.co/qLFywjxPBF
— Vinod Kapri (@vinodkapri) February 16, 2020
वहीं, सोशल मीडिया पर दिल्ली पुलिस पर वार करने वालों पर पलटवार भी शुरू हो गया है। पूर्व पत्रकार मोनिका ने ताजा विडियो शेयर करते हुए लिखा है ‘इस नए विडियो ने प्रोपेगंडा फैलाने वालों के झूठ को उजागर कर दिया है, जो अभी भी छेड़छाड़ की गई क्लिपिंग को वायरल कर रहे हैं।’
Here watch the uncut video of Jamia library from the violence day. Rioters are entering the library to escape the riot-control police.
— Monica (@TrulyMonica) February 16, 2020
Nails the lies of propagandists who are still circulating a doctored clip.pic.twitter.com/fNHH2dKkT7
इसी तरह वरिष्ठ पत्रकार रोहित सरदाना ने ट्वीट किया है, ‘जामिया लाइब्रेरी में पुलिसिया पिटाई का आधा विडियो देख के उछल पड़ने वाले होशियार चंद अब सकते में हैं, पर हार नहीं मानेंगे। अभी शार्पशूटरों से कहा जाएगा ‘फैक्ट चेक’ कर दो कि पहले का विडियो और पिटाई का विडियो-अलग अलग साल के हैं।’
जामिया लाइब्रेरी में पुलिसिया पिटाई का आधा वीडियो देख के उछल पड़ने वाले होशियार चंद अब सकते में हैं. पर हार नहीं मानेंगे. अभी शार्पशूटरों से कहा जाएगा ‘फ़ैक्ट चेक’ कर दो कि पहले का वीडियो और पिटाई का वीडियो-अलग अलग साल के हैं.
— रोहित सरदाना (@sardanarohit) February 17, 2020
यहां देखें इंडिया टुडे का एक्सक्लूसिव विडियो:
लोकप्रिय माइक्रोब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म ‘X’ (पूर्व में ट्विटर) के दक्षिण एशिया और भारत के पॉलिसी हेड समीरन गुप्ता ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है।
लोकप्रिय माइक्रोब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म ‘X’ (पूर्व में ट्विटर) के दक्षिण एशिया और भारत के पॉलिसी हेड समीरन गुप्ता ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, समीरन गुप्ता ने अपने लिंक्डइन पेज पर यह जानकारी शेयर की है। गुप्ता की जगह इस पद पर किसकी नियुक्ति की जाएगी, फिलहाल यह जानकारी सामने नहीं आई है।
बता दें कि एलन मस्क के स्वामित्व वाली इस कंपनी में समीरन गुप्ता फरवरी 2022 में शामिल हुए थे। समीरन गुप्ता का इस्तीफा ऐसे समय में आया है, जब प्लेटफॉर्म से कंटेट हटाए जाने को लेकर कंपनी का सरकार से विवाद चल रहा है। ‘एक्स’ को जॉइन करने से पहले गुप्ता ‘Internet Corporation for Assigned Names and Numbers’ (ICANN) में अपनी जिम्मेदारी निभा रहे थे।
बीजद पार्टी अपनी 42 फीसदी महिलाओं को संसद भेजती है। दूसरी पार्टियां ऐसा क्यों नहीं कर पाती हैं?
महिलाओं को लोकसभा और राज्यों की विधानसभा में 33 फीसदी आरक्षण देने के लिए संसद का विशेष सत्र बुलाया गया। नारी शक्ति वंदन अधिनियम नाम का यह विधेयक दोनों सदनों में सर्वसम्मति से पारित हो गया। इसके साथ ही देश के नए संसद भवन में कार्यवाही की शुरुआत हुई। इस मामले पर वरिष्ठ पत्रकार गुंजा कपूर ने 'अमर उजाला डिजिटल' के साप्ताहिक शो 'खबरों के खिलाड़ी' में अपनी बात रखी।
उन्होंने कहा, मैं उस भारत में बड़ी हुई हूं, जहां मैंने महिलाओं को सशक्त होते देखा है। ये वो भारत है, जहां परिवारों ने अपने बेटियों को पढ़ाया भी है और बढ़ाया है। मुझे लगता है कि यह आरक्षण शायद थोड़ा देर से लाया गया है। आप देखिए इंदिरा गांधी, जिन्हें उनकी पार्टी ने गूंगी गुड़िया के तौर पर आगे किया, लेकिन वे ऐसी महिला प्रधानमंत्री हुईं, जिन्होंने वो कर दिखाया, जो कोई पुरुष प्रधानमंत्री नहीं कर पाया।
उन्होंने ही पाकिस्तान के दो टुकड़े किए।बीजद पार्टी अपनी 42 फीसदी महिलाओं को संसद भेजती है। दूसरी पार्टियां ऐसा क्यों नहीं कर पाती हैं? यूपी की एक मंत्री हैं गुलाब देवी, जो 1980 के दशक में भारत की राजनीति आईं। आज उनकी बेटियां न सिर्फ पढ़ीं लिखीं हैं, बल्कि अपने-अपने क्षेत्रों में बेहद सफल हैं।
उदाहरण ही अपने आप में सबकुछ कहते हैं। मेरा मानना है कि आरक्षण देने से मेरा भला नहीं होगा। मेरा भला तब होगा, जब विशाखा गाइडलाइन को अच्छी तरह से लागू किया जाए। मेरा भला तब होगा, जब महिलाओं पर अश्लील टिप्पणियां करने वालों पर रोक लग सके।
महिलाएं पिछले नौ साल में लाभार्थी बन गई हैं। वो वोट बैंक नहीं रह गईं। ये बड़ा बदलाव आया है।
दानिश अली ने कहा है कि वह बेहद आहत हैं और अपमान के चलते रात भर सो नहीं सके।
लोकसभा में गुरुवार 21 सितंबर को चंद्रयान पर चर्चा के दौरान दिल्ली से BJP के सांसद रमेश बिधूड़ी ने अमरोहा से BSP सांसद कुंवर दानिश अली को गालियां दीं और अभद्र व्यवहार किया। हालांकि, सदन की कार्यवाही से बिधूड़ी के अपशब्दों को हटा दिया गया है।
जब रमेश बिधूड़ी ये सब बोल रहे थे, तब अध्यक्ष की आसंदी पर कोडिकुन्नील सुरेश बैठे थे। उन्होंने बिधूड़ी से बैठने को कहा, लेकिन वे चुप नहीं हुए। इस पूरे मामले पर वरिष्ठ पत्रकार राजदीप सरदेसाई ने एक्स पर पोस्ट कर बड़ी बात कही है।
उन्होंने पोस्ट किया, शर्मनाक! भाजपा सांसद रमेश बिधूड़ी की देश की पवित्र संसद में ऐसी अमर्यादित भाषा का इस्तेमाल एक दूसरे चुने हुए सांसद के लिए ना सिर्फ उस क्षेत्र की जनता का अपमान है, जहां से दानिश अली आते हैं बल्कि इस क्षेत्र की जनता का भी अपमान है जहां से बिधूड़ी खुद आते हैं। ये संसद का अपमान है। देश का अपमान है।
ये कैसे संस्कार हैं? ऐसे सांसद देश के लिए कैसे आदर्श प्रस्तुत कर रहे हैं? ये सवाल आज हर भारतीय को अपने आप से भी पूछना चाहिए। सवाल सिर्फ विवादित बयान को हटाने का नहीं बल्कि ये भी है की हम किस दिशा में जा रहे हैं? लोकतंत्र सिर्फ नई इमारत में नहीं बनता।
उसके चुने हुए सांसदों के आचरण में उसका प्रतिबिंब दिखता है। इस बीच दानिश अली ने कहा है कि वह बेहद आहत हैं और अपमान के चलते रात भर सो नहीं सके। उन्होंने यहां तक कहा कि यदि बिधूड़ी के खिलाफ ऐक्शन नहीं लिया गया तो वह संसद छोड़ने पर भी विचार कर रहे हैं।
शर्मनाक!
— Rajdeep Sardesai (@sardesairajdeep) September 22, 2023
भाजपा सांसद रमेश बिधूरी की देश की पवित्र संसद में ऐसी अमर्यादित भाषा का इस्तेमाल एक दूसरे चुने हुए सांसद के लिए ना सिर्फ उस क्षेत्र की जनता का अपमान है जहां से दानिश अली आते हैं बल्कि इस क्षेत्र की जनता का भी अपमान है जहां से बिधूरी खुद आते हैं। ये संसद का अपमान है। देश… pic.twitter.com/1lGte3fRrc
इस विधेयक में कहा गया है कि महिलाओं के लिए आरक्षण नई जनगणना के बाद परिसीमन प्रक्रिया पूरी होने के बाद लागू होगा।
नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा पेश किए गए महिला आरक्षण विधेयक में लोकसभा, राज्य विधानसभाओं और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली में महिलाओं के लिए ‘जितना संभव हो सके’ एक तिहाई या 33% सीटें आरक्षित करने का प्रस्ताव किया गया है। दोनों सदनों में यह बिल ध्वनिमत से पारित हो गया है।
इस विधेयक में कहा गया है कि महिलाओं के लिए आरक्षण नई जनगणना के बाद परिसीमन प्रक्रिया पूरी होने के बाद लागू होगा यानी कि बदलाव 2024 के लोकसभा चुनावों के बाद लागू हो सकते हैं। इस ऐतिहासिक क्षण पर वरिष्ठ पत्रकार ब्रजेश मिश्रा ने एक्स पर पोस्ट कर अपने मन की बात कही।
उन्होंने लिखा, भारत के संसदीय लोकतंत्र के लिए ये महान बेला है। महिलाओं को आने वाले वक्त में लोकसभा और विधानसभाओं में 33% सीटें आरक्षित होंगी। हक और हुकूक मिलेगा। नेतृत्व मिलेगा। नीति बनाएंगी। नीयत। अपने समाज के साथ। सबकी उन्नति, सबका साथ। कानून बन गया है।
अधिकार, आज नही तो कल मिलेगा। कल नही तो परसों मिल जायेगा। कभी तो मिलेगा ही। क्योंकि कानून तो बन गया है। किसी भी देश की प्रगति समझने का एक ही फॉर्मूला है। उस देश की महिलाओं की स्थिति। जहां महिलाएं आगे हैं उन मुल्कों में असाधारण उपलब्धि हासिल की है।
फिनलैंड, नार्वे, स्वीडन जैसे मुल्क इसके उदाहरण है। नारी समाज का अभिनंदन। लेकिन अभी तो आपका संघर्ष शुरू ही हुआ है। गद्दी तक पहुंचने के लिए बड़े बड़े युद्ध लड़ने होंगे। बलिदान देना होगा। मिलकर लड़ेंगे। जीतेंगे। भारत का संविधान अमर रहे।
भारत के संसदीय लोकतंत्र के लिए ये महान बेला है। महिलाओं को आने वाले वक्त में लोकसभा और विधानसभाओं में 33% सीटें आरक्षित होंगी। हक और हुकूक मिलेगा। नेतृत्व मिलेगा। नीति बनाएंगी। नीयत। अपने समाज के साथ। सबकी उन्नति, सबका साथ। कानून बन गया है। अधिकार, आज नही तो कल मिलेगा। कल नही तो…
— Brajesh Misra (@brajeshlive) September 21, 2023
इस पूरे मामले पर वरिष्ठ पत्रकार पलकी शर्मा उपाध्याय ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर पोस्ट कर बड़ी बात कही है।
भारत और कनाडा के बीच तल्खियां और बढ़ती जा रही है। भारी राजनयिक विवाद के बीच कनाडा में भारतीय वीजा सेवाएं निलंबित कर दी गईं। दरअसल दोनों देशों के बीच तनाव उस वक्त बढ़ गया, जब कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो ने खालिस्तान समर्थक हरदीप सिंह निज्जर की हत्या का आरोप भारत पर लगाया, जिसे भारत की तरफ से पूरी तरह खारिज कर दिया गया।
इस पूरे मामले पर वरिष्ठ पत्रकार पलकी शर्मा उपाध्याय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर पोस्ट कर बड़ी बात कही है।
उन्होंने लिखा, भारत ने कनाडाई लोगों के लिए वीजा निलंबित कर दिया। ये कोई प्रतिक्रिया नहीं है। यह पहला कदम है, जो राष्ट्रीय हित द्वारा निर्देशित भारत की मुखर विदेश नीति का प्रतिबिंब है। यूक्रेन युद्ध में पक्ष लेने से इनकार करने से लेकर कनाडा द्वारा आतंकवादियों के तुष्टिकरण का आह्वान करने तक।
आपको बता दें कि एक दिन पहले ही खालिस्तान समर्थक संगठन सिख फॉर जस्टिस (एसएफजे) की धमकी के बाद भारतीय विदेश मंत्रालय ने कनाडा में रहने वाले भारतीयों और वहां पढ़ रहे भारतीय छात्रों के लिए ट्रैवल एडवाइजरी जारी की थी।!!
India suspends visas for Canadians. This is not a reaction. This is a first move, a reflection of India’s assertive foreign policy guided by national interest - from refusing to take a side in the Ukraine war to calling out Canada’s appeasement of terrorists. https://t.co/FQl6pZYkZh
— Palki Sharma (@palkisu) September 21, 2023
लोकसभा में बुधवार को बिल पर करीब आठ घंटे तक चर्चा हुई और फिर वोटिंग के दौरान पक्ष में 454 और विरोध में 2 वोट पड़े।
महिला आरक्षण बिल राज्यसभा में सर्वसम्मति से पास हो गया। बिल के समर्थन में 215 वोट और विरोध में कोई वोट नहीं पड़ा। इससे पहले, लोकसभा में बुधवार को बिल पर करीब आठ घंटे तक चर्चा हुई और फिर वोटिंग के दौरान पक्ष में 454 और विरोध में 2 वोट पड़े।
वोटिंग पर्चियों के जरिए की गई। नए संसद भवन में कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने मंगलवार को महिला आरक्षण से जुड़ा विधेयक पेश किया था। इस विधेयक में लोकसभा और विधानसभाओं में महिलाओं के लिए 33 प्रतिशत आरक्षण देने का प्रावधान किया गया है। इस मामले पर वरिष्ठ पत्रकार मीनाक्षी कंडवाल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट किया और भावुक कर देने वाली बात कही।
उन्होंने लिखा, दो तिहाई बहुमत के साथ 'महिला आरक्षण बिल' लोकसभा से पास हो गया है। ये कदम भारत के लोकतंत्र और महिलाओं के सशक्तिकरण की दिशा में एक नया अध्याय है। कानून के अमल और नतीजों पर कई बातें हो रही हैं और होनी भी चाहिए... लेकिन इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता कि चुनावी फायदा मुख्य मंशा हो भी, लेकिन अगर उससे 'बाए प्रोडक्ट' के रूप में देश की आधी आबादी के लिए सुनहरी संभावनाएं खुलती हैं तो ये एक क्रांति है।
बता दें कि उच्च सदन से पास होनेके बाद अब इस बिल को राष्ट्रपति के पास भेजा जाएगा। इस बिल पर राष्ट्रपति के हस्ताक्षर के बाद यह विधेयक कानून का रूप ले लेगा।
दो तिहाई बहुमत के साथ 'महिला आरक्षण बिल' लोकसभा से पास हो गया है। ये कदम भारत के लोकतंत्र और महिलाओं के सशक्तिकरण की दिशा में एक नया अध्याय है। कानून के अमल और नतीजों पर कई बातें हो रही हैं और होनी भी चाहिए... लेकिन इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता कि चुनावी फायदा मुख्य मंशा हो…
— Meenakshi Kandwal मीनाक्षी कंडवाल (@MinakshiKandwal) September 20, 2023
इस विधेयक में अनिवार्य हिजाब नहीं पहने महिलाओं को सेवाएं मुहैया कराने वाले प्रतिष्ठानों के मालिकों के लिए सजा का प्रावधान किया गया है।
ईरान की संसद ने सार्वजनिक स्थलों पर अनिवार्य इस्लामी ‘हेडस्कार्फ’ (हिजाब) पहनने से इनकार करने वाली महिलाओं और उनका समर्थन करने वालों के लिए सजा के प्रावधान वाले एक विधेयक को बुधवार को मंजूरी दे दी।
यह कदम 22 वर्षीय महसा अमिनी की बरसी के कुछ ही दिनों बाद आया, जिसे हिजाब का विरोध करने के लिए नैतिक पुलिस ने हिरासत में लिया था। महसा की हिरासत में मौत को लेकर देश में महीनों तक विरोध प्रदर्शन हुए थे। इस मामले पर वरिष्ठ पत्रकार समीर अब्बास ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर अपनी राय रखी हैं।
उन्होंने लिखा, फर्क देखिए जरा, एक तरफ भारत की संसद में ऐतिहासिक महिला आरक्षण बिल पास हो रहा है, तो दूसरी तरफ ईरान की संसद में महिलाओं के बिना हिजाब के पाए जाने पर 10 साल की जेल की सजा का प्रावधान वाला बिल पास कर दिया गया है, वो भी वहां के लगभग सभी सांसदों के वोट से, हक और जुल्म का फर्क !
आपको बता दें कि ईरान की संसद में पारित इस विधेयक में अनिवार्य हिजाब नहीं पहने महिलाओं को सेवाएं मुहैया कराने वाले प्रतिष्ठानों के मालिकों के लिए सजा का प्रावधान किया गया है। यदि अपराध संगठित तरीके से होता है तो उल्लंघनकर्ताओं को 10 साल तक की सजा हो सकती है। विधेयक को ईरान की 290 सीटों वाली संसद में 152 सांसदों द्वारा पारित किया गया है।
फ़र्क देखिए ज़रा, एक तरफ़ भारत की संसद में ऐतिहासिक महिला आरक्षण बिल पास हो रहा है तो दूसरी तरफ़ ईरान की संसद में महिलाओं के बिना हिजाब के पाए जाने पर 10 साल की जेल की सज़ा का प्रावधान वाला बिल पास कर दिया गया है वो भी वहां के लगभग सभी सांसदों के वोट से, हक़ और ज़ुल्म का फ़र्क ! pic.twitter.com/prYvimQNTC
— Samir Abbas ?? (@TheSamirAbbas) September 21, 2023
अगली सूचना तक सेवाएं निलंबित की गई हैं। इससे कनाडा के नागरिक फिलहाल भारत नहीं आ सकेंगे।
भारत और कनाडा के बीच चल रहे तनाव के बीच मोदी सरकार ने कड़ा फैसला लिया है। भारत ने कनाडा के लोगों के लिए वीजा सेवाएं सस्पेंड कर दी हैं। अगली सूचना तक सेवाएं निलंबित की गई हैं।
इससे कनाडा के नागरिक फिलहाल भारत नहीं आ सकेंगे। इस मसले पर वरिष्ठ पत्रकार राणा यशवंत ने बड़ी बात कही है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा, जब आप नहले पर दहला मारने का हौसला और हैसियत पा लेते हैं तो दुनिया संभलकर रहती है। कनाडा वालों के लिए वीजा रोककर सरकार ने भारत की शक्ति जताई। ट्रूडो सरकार का रवैया अगर भारत के हितों के खिलाफ है तो फिर उनके हितों की परवाह भारत को भी नहीं, यह बात मोदी सरकार ने बता दी।
आपको बता दें कि कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने खालिस्तानी आंतकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारत के शामिल होने का आरोप लगाया था। इससे बाद से ही दोनों देशों के बीच राजनयिक तनाव चल रहा है। दोनों देशों ने एकदूसरे के राजनयिकों को निकाला है।
जब आप नहले पर दहला मारने का हौसला और हैसियत पा लेते हैं तो दुनिया संभलकर रहती है.कनाडा वालों के लिए वीजा रोककर सरकार ने भारत की शक्ति जताई है.ट्रूडो सरकार का रवैया अगर भारत के हितों के खिलाफ है तो फिर उनके हितों की परवाह भारत को भी नहीं, यह बात मोदी सरकार ने बता दी #IndiaCanada
— Rana Yashwant (@RanaYashwant1) September 21, 2023
इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू के साथ बैठक के दौरान एलन मस्क ने यह खुलासा किया। हालांकि, उन्होंने यह नहीं बताया कि कितना भुगतान करना होगा अथवा यूजर्स किन विशेष सुविधाओं का लाभ उठा सकते हैं।
‘X’ (पूर्व में ट्विटर) के मालिक और खरबपति बिजनेसमैन एलन मस्क (Elon Musk) जल्द ही इस माइक्रोब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म के यूजर्स से सबस्क्रिप्शन फीस ले सकते हैं। यानी ‘एक्स’ का इस्तेमाल करने वाले सभी यूजर्स को जल्द ही अपनी जेब ढीली करनी पड़ सकती है।
दरअसल, मस्क ने संकेत दिए हैं कि बॉट खातों (bot accounts) से छुटकारे के लिए वह जल्द ही ‘X’ के इस्तेमाल को पेवॉल (paywall) के दायरे में ला सकते हैं।
कैलिफोर्निया में ‘टेस्ला मोटर्स’ का दौरा करने आए इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के साथ बैठक के दौरान एलन मस्क का कहना था, ‘हम इस प्लेटफॉर्म के इस्तेमाल के लिए एक छोटा मासिक भुगतान करने की दिशा में बढ़ रहे हैं।’ हालांकि, मस्क ने यह नहीं बताया है कि कितना भुगतान करना होगा अथवा यूजर्स किन विशेष सुविधाओं का लाभ उठा सकते हैं।
मस्क का मानना है कि सबस्क्रिप्शन शुल्क लागू करने से बॉट अकाउंट यूजर्स नए खाते बनाने से हतोत्साहित हो सकते हैं। बता दें कि वर्तमान में यह प्लेटफॉर्म वेरीफाइ़़ड अकाउंट्स यूजर्स से ‘X’ की प्रीमियम सुविधाओं के लिए शुल्क लेता है।
कनाडा की संसद में जस्टिन ट्रूडो के दावे के बाद देश की विदेश मंत्री मेलानी जोली ने भारत के एक शीर्ष डिप्लोमैट को निष्कासित करने की घोषणा की।
कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारत का हाथ बताया है। कनाडा की संसद में जस्टिन ट्रूडो के दावे के बाद देश की विदेश मंत्री मेलानी जोली ने भारत के एक शीर्ष डिप्लोमैट को निष्कासित करने की घोषणा की।
साथ ही जोली ने कहा कि 'अगर यह सब सच साबित होता है तो यह हमारी संप्रभुता और एक-दूसरे के साथ पेश आने के बुनियादी नियम का बड़ा उल्लंघन होगा। इसलिए हमने एक टॉप इंडियन डिप्लोमैट को निष्कासित कर दिया है।'
इस पूरे मसले पर वरिष्ठ पत्रकार आनंद नरसिम्हन ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर अपनी बात कही है। उन्होंने लिखा, दूसरे देश की संप्रभुता पर हमला करते हुए निर्लज्ज स्थानीय राजनीतिक नौटंकी? क्या उन्होंने पिछली बार चीन के खिलाफ भी यही कोशिश नहीं की थी? क्या ट्रूडो खुले तौर पर स्वीकार कर रहे हैं कि वहां खालिस्तान गैंग की उपस्थिति है। क्या कनाडा के प्रधान मंत्री खुलेआम अपने देश को खालिस्तान के रंग में रंग रहे हैं। क्या ट्रूडो के अधीन कनाडा एक ऐसा राष्ट्र है जो अलगाववादियों के लिए सुरक्षित आश्रय स्थल है?
क्या वह बिना सबूत के भरत पर आरोप लगा सकते हैं? भारत को मापना चाहिए लेकिन कमजोर नहीं दिखना चाहिए। इस बीच कनाडा में एक बलूच कार्यकर्ता मृत पाया गया है। क्या ट्रूडो उस पर बोलेंगे और कार्रवाई करेंगे? या यह राजनीतिक रूप से असुविधाजनक है? कनाडा के लोगों को मतपत्र द्वारा उत्तर देना होगा।
आपको बता दें कि हरदीप सिंह निज्जर की 18 जून को ब्रिटिश कोलंबिया के सरे शहर में गुरु नानक सिख गुरुद्वारे की पार्किंग में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। वह एक कनाडाई नागरिक थे।
Trudeau’s treachery against Bharat exposed? Brazen local political gimmick while assaulting another nation’s sovereignty? Didn’t he try the same against China last time around? Is Trudeau openly admitting that K Gang presence is far greater than ‘stray instances’. Is the Prime…
— Anand Narasimhan?? (@AnchorAnandN) September 19, 2023