ये चार पत्रकार भी हुए वॉट्सऐप जासूसी कांड के ‘शिकार’

‘वॉट्सऐप’ द्वारा किए गए इस खुलासे के बाद यह मामला सुर्खियों में बना हुआ है

समाचार4मीडिया ब्यूरो by
Published - Friday, 01 November, 2019
Last Modified:
Friday, 01 November, 2019
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लोकसभा चुनावों के दौरान पत्रकारों की जासूसी को लेकर किए गए ‘वॉट्सऐप’ (Whatsapp) के खुलासे के बाद यह मामला सुर्खियों में बना हुआ है। दरअसल, वॉट्सऐप ने खुलासा किया है कि 2019 के आम चुनावों के दौरान भारत में कई शिक्षाविदों, वकीलों, पत्रकारों और दलित कार्यकर्ताओं की जासूसी के लिए ‘पेगासस’ (PEGASUS) नामक इजरायली स्पाईवेयर का इस्तेमाल किया गया था।

टोरंटों यूनिवर्सिटी की साइबर सिक्योरिटी लैब ‘सिटीजन लैब’ ने हैकिंग के इस मामले की जांच में वॉट्सऐप की मदद की थी। हालांकि, वॉट्सऐप ने उन लोगों के नाम और सटीक संख्या का खुलासा नहीं किया था, जिनके फोन की निगरानी की गई, लेकिन अब धीरे-धीरे यह नाम सामने आने लगे हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक जो लोग इस जासूसी का शिकार हुए, उनमें चौथी दुनिया के प्रधान संपादक संतोष भारतीय समेत चार पत्रकार भी शामिल थे।  

यह भी पढ़ें: वॉट्सऐप का बड़ा खुलासा, लोकसभा चुनाव में इस तरह हुई पत्रकारों की जासूसी

समाचार4मीडिया डॉट कॉम से लोकसभा के पूर्व सांसद और वरिष्ठ पत्रकार संतोष भारतीय का कहना है कि उन्हें 28 को पहले एक विदेशी लगने वाले नंबर से फोन आया, पर संदिग्ध नंबर लगने की वजह से उन्होंने उसे नहीं उठाया। फिर उसके बाद उन्हें उसी नंबर से वॉट्सऐप मेसेज मिला था, जिसमें संभावित हैक के बारे में बताया गया था। संतोष भारतीय के अनुसार, सिटीजन लैब के सदस्य द्वारा भेजे गए संदेश को उन्होंने नजरअंदाज कर दिया था। उस समय उन्हें लगा था कि हैकर ने ये संदेश भेजा है। उन्हें ये मेसेज मिले थे

My name is John Scott-Railton, I am the Senior Researcher at the Citizen Lab at the University of Toronto in Canada. The Citizen Lab works on tracking internet threats against civil society.

 I'm a little bit familiar with who you are, based on our research into an ongoing case, and this message concerns a specific cyber risk that we believe that you faced earlier this year

 I encourage you to use google figure out more about me and the Citizen Lab if you are suspicious. Our website is www.citizenlab.ca and my official e-mail if you would like to verify that I am real is jsr@citizenlab.ca

 We should set up a time to talk. Again I apologize for the strangeness of such a contact, and understand that it may make you suspicious of me. Unfortunately there is no better way to do this kind of thing. I am more than happy to help you verify my identity before we talk more, if you prefer.

संतोष भारतीय के अनुसार, ‘मैं कोई बड़ा पत्रकार नहीं हूं। फिर मुझे क्यों निशाना बनाया गया, यह मेरी समझ से परे है। मुझे लगता है कि शायद निष्पक्ष पत्रकारिता करने वालों को निशाना बनाया गया है।’

संतोष भारतीय की जासूसी की बात जब ट्विटर पर आई तो कई लोगों ने उन्हें एंटी नेशनल कह ट्रोल करना शुरू कर दिया, इस पर संतोष भारतीय कहते हैं कि अगर मैं एंटी नेशनल हूं तो फिर अजीत डोभाल, राजनाथ सिंह या फिर अमित शाह भी एंटी नेशनल है। मैंने भी इन्हीं सबकी तरह देश के लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए काम किया है। जेपी के साथ दूसरी आजादी की लड़ाई लड़ी है। क्या आधार कार्ड, कश्मीर और लोकसभा चुनावों में मेरा द्वारा पत्रकारिता करते हुए सरकार पर सवाल उठाना एंटी नेशनल एक्टिविटी है? उन्होंने कहा कि मुझसे सरकार को क्या डर है, मैं तो अदना पत्रकार हूं।

संतोष भारतीय के अलावा जासूसी के शिकार हुए लोगों में बीबीसी के पूर्व पत्रकार शुभ्रांशु चौधरी का नाम भी सामने आ रहा है। शुभ्रांशु चौधरी इन दिनों छत्तीसगढ़ में बतौर एक्टिविस्ट काम कर रहे हैं। ‘चौथी दुनिया’ की खबर के मुताबिक, सिटिजन लैब ने उन्हें भी इस जासूसी के बारे में जानकारी दी थी। शुभ्रांशु ने बताया कि चूंकि वे बस्तर में शांति बहाली की दिशा में जुटे हुए हैं, इसलिए उन्हें निशाना बनाया गया। 

बताया जा रहा है कि ‘जी मीडिया’ के अंग्रेजी न्यूज चैनल विऑन (WION) में काम कर रहे पत्रकार सिद्धांत सिब्बल भी पेगासस ’नामक इस स्पाईवेयर का शिकार हुए हैं। वहीं, इस स्पाईवेयर का शिकार हुए लोगों में स्वतंत्र पत्रकार राजीव शर्मा का नाम भी सामने आ रहा है। राजीव शर्मा के अनुसार, इस बारे में सिटीजन लैब की ओर से उन्हें भी कुछ समय पूर्व फोन आया था। फोन करने वाले ने मार्च से मई के बीच उनका फोन सर्विलांस पर होने की जानकारी दी थी। राजीव शर्मा का यह भी कहना है कि सिटीजन लैब की ओर से उन्हें फोन बदलने का सुझाव भी दिया गया था, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया।

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आतंकवाद एक बुराई है और इसका कोई धर्म नहीं: रजत शर्मा

ऑस्ट्रेलिया के सिडनी स्थित बॉन्डी बीच पर हनुक्का उत्सव के दौरान हुई गोलीबारी ने दुनिया को झकझोर दिया। वरिष्ठ पत्रकार रजत शर्मा ने घटना की कड़ी निंदा करते हुए इसे आतंकवाद की अमानवीय मिसाल बताया।

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Published - Monday, 15 December, 2025
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Monday, 15 December, 2025
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ऑस्ट्रेलिया के सिडनी शहर में रविवार को उस समय अफरा-तफरी मच गई, जब हनुक्का पर्व के दौरान बॉन्डी बीच पर अज्ञात हमलावरों ने भीड़ पर अंधाधुंध गोलियां बरसा दीं। इस भयावह हमले में 12 लोगों की मौत हो गई, जबकि कम से कम 29 लोग घायल बताए जा रहे हैं। घायलों में दो पुलिसकर्मी भी शामिल हैं, जिनका इलाज अस्पताल में चल रहा है।

घटना उस वक्त हुई, जब हनुक्का पर्व की पहली मोमबत्ती जलाने का कार्यक्रम चल रहा था। इस धार्मिक आयोजन में हजारों लोग शामिल थे। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, अचानक राइफल से फायरिंग शुरू होते ही वहां भगदड़ मच गई और लोग जान बचाने के लिए इधर-उधर भागने लगे।

इसी दौरान मौजूद एक साहसी युवक ने हमलावर से राइफल छीनने की कोशिश की, जिससे कई लोगों को सुरक्षित निकलने का मौका मिल सका। इस हमले पर वरिष्ठ पत्रकार रजत शर्मा ने गहरी चिंता जताई है। उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए लिखा कि निर्दोष लोगों की हत्या बेहद चौंकाने वाली है और इसकी कड़ी निंदा होनी चाहिए।

उन्होंने कहा कि यह घटना कश्मीर के पहलगाम में पर्यटकों पर हुए नरसंहार की याद दिलाती है। रजत शर्मा ने साफ शब्दों में कहा कि आतंकवाद एक बुराई है और इसका कोई धर्म नहीं होता। उन्होंने मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना की। स्थानीय प्रशासन ने पूरे इलाके में सुरक्षा बढ़ा दी है और हमलावरों की तलाश जारी है।

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गौतम गंभीर व्हाइट बॉल क्रिकेट में एक बेहतरीन कोच: राजदीप सरदेसाई

इस मुकाबले में बुमराह ने 3 ओवर गेंदबाजी की और 17 रन देकर 2 सफलताएं प्राप्‍त कीं। इसके साथ ही बुमराह के टी20 इंटरनेशनल में 100 विकेट पूरे हुए।

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Published - Wednesday, 10 December, 2025
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Wednesday, 10 December, 2025
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ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या की तूफानी फिफ्टी (59*) के बाद भारतीय गेंदबाजों के शानदार प्रदर्शन के चलते टीम इंडिया ने कटक में खेले गए पहले टी20 मुकाबले में साउथ अफ्रीका को 101 रन से हराया। इस शानदार जीत के बाद वरिष्ठ पत्रकार राजदीप सरदेसाई ने सोशल मीडिया से एक पोस्ट कर अपनी राय व्यक्त की।

उन्होंने एक्स पर लिखा, जो लोग रेड बॉल क्रिकेट में नाकामी को लेकर गौतम गंभीर की आलोचना कर रहे थे, क्या वे यह मानेंगे कि वह व्हाइट बॉल क्रिकेट में एक बेहतरीन और सफल कोच साबित हो रहे हैं? प्रतिभा से भरपूर टी20 टीम का बदलाव (ट्रांजिशन) बेहद सहज और शानदार तरीके से हुआ है। क्या आप भी ऐसा नहीं मानते?

आपको बता दें, मुकाबले में जसप्रीत बुमराह ने 3 ओवर गेंदबाजी की और 17 रन देकर 2 सफलताएं प्राप्‍त कीं। इसके साथ ही बुमराह के टी20 इंटरनेशनल में 100 विकेट पूरे हुए। वह तीनों फॉर्मेट में 100 विकेट चटकाने वाले पहले भारतीय बॉलर बन गए है। इतना ही नहीं वह इस उपलब्धि को हासिल करने वाले दुनिया के 5वें गेंदबाज बन गए हैं।

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देश छोड़कर भागे गोवा अग्निकांड के आरोपी: संकेत उपाध्याय ने उठाया ये सवाल

गोवा पुलिस ने कार्रवाई के लिए केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) से इंटरपोल ब्लू नोटिस जारी कराने की सिफारिश की थी। यह हादसा अरपोरा स्थित ‘बर्च बाय रोमियो लेन’ नाम के नाइटक्लब में शनिवार रात हुआ।

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Published - Wednesday, 10 December, 2025
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Wednesday, 10 December, 2025
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गोवा के एक नाइटक्लब में लगी भीषण आग के मामले में इंटरपोल ने क्लब के मालिक सौरभ और गौरव लूथरा के खिलाफ ब्लू नोटिस जारी किया है, ताकि उनका पता लगाया जा सके। इस हादसे में 25 लोगों की मौत हो गई थी। घटना के बाद से दोनों आरोपी देश छोड़कर फरार हो गए हैं।

इस जानकारी के सामने आने के बाद वरिष्ठ पत्रकार संकेत उपाध्याय ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट करते हुए सरकार की मंशा पर सवाल उठाये। उन्होंने एक्स पर लिखा, जब ये लोग भारत में थे, तब उन्हें गिरफ़्तार नहीं किया जा सका, और जब इंडिगो ने सबको परेशान कर दिया, तो वही कंपनी इन दोनों को देश के बाहर भेजने में कामयाब हो गई।

अब बस नोटिस पर नोटिस जारी होते रहें, नोटिस का खेल चलता रहे, कहने का मतलब यही है कि अब सिर्फ़ काग़ज़ी कार्रवाई हो रही है। आपको बता दें, गोवा पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई के लिए केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) से इंटरपोल ब्लू नोटिस जारी कराने की सिफारिश की थी।

यह हादसा अरपोरा स्थित ‘बर्च बाय रोमियो लेन’ नाम के नाइटक्लब में शनिवार रात हुआ था, जो पणजी से करीब 25 किलोमीटर दूर है। अधिकारियों के मुताबिक दोनों आरोपी थाईलैंड के फुकेत भाग गए हैं।

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इंडिगो को कठोर दंड का भागीदार बनाया जाए: राजीव सचान

इंडिगो ने कहा कि हमें इस घटना पर अफसोस है और अपने कस्टमर्स से माफी मांगते हैं। हम फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशन (FDTL) फेज II की चुनौतियों के बारे में DGCA से बात कर रहे थे।

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Published - Tuesday, 09 December, 2025
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Tuesday, 09 December, 2025
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राज्यसभा में सिविल एविएशन मंत्री राम मोहन नायडू ने कहा कि इंडिगो संकट उसके क्रू रोस्टरिंग और इंटरनल प्लानिंग सिस्टम में समस्याओं के कारण हुआ। इससे यात्रियों को काफी दिक्कतें हुईं। हम इसे हल्के में नहीं लेंगे। जांच जारी है। हम ऐसा एक्शन लेंगे जो दूसरों के लिए मिसाल बने। इस मुद्दे पर वरिष्ठ पत्रकार राजीव सचान ने भी अपनी राय व्यक्त की है।

उन्होंने एक्स हैंडल से एक पोस्ट कर लिखा, सरकार को इसका आभास होना चाहिए कि इंडिगो मामले से उसकी भी भद्द पिटी है। इंडिगो अपनी एकाधिकारी वाली स्थिति का लाभ उठाकर सरकार को ब्लैकमेल करने के साथ लोगों को परेशानी करने में सफल रही। उसे कठोर दंड का भागीदार बनाया जाना चाहिए।

आपको बता दें, इंडिगो फ्लाइट संकट की बीच एयरलाइन ने DGCA की नोटिस का जवाब दिया है। इंडिगो ने कहा कि हमें इस घटना पर अफसोस है और अपने कस्टमर्स से माफी मांगते हैं। उन्होंने आगे कहा कि हम फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशन (FDTL) फेज II की चुनौतियों के बारे में DGCA से बात कर रहे थे। एयरलाइन के मुताबिक दिक्कतें दिसंबर की शुरुआत में शुरू हुईं, जब कुछ कारणों की वजह से ऑन-टाइम नेटवर्क परफॉर्मेंस कम हो गया।

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बचपन में सीखा वंदे मातरम् जीवन भर साथ रहता है: चित्रा त्रिपाठी

पीएम ने कहा कि बजाय इसके कि नेहरू मुस्लिम लीग के आधारहीन बयानों को करारा जबाब देते, उसकी निंदा करते, लेकिन उल्टा हुआ। उन्होंने वंदे मातरम् की ही पड़ताल शुरू कर दी।

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Published - Tuesday, 09 December, 2025
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Tuesday, 09 December, 2025
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पीएम मोदी ने सोमवार को लोकसभा में वंदे मातरम् के 150 साल पूरे होने पर चर्चा की शुरुआत की। उन्होंने एक घंटे की स्पीच में कहा, वंदे मातरम् अंग्रेजों को करारा जवाब था, ये नारा आज भी प्रेरणा दे रहा। आजादी के समय महात्मा गांधी को भी यह पसंद था। उन्हें यह गीत नेशनल एंथम के रूप में दिखता था।

इस मामले पर वरिष्ठ पत्रकार और एंकर चित्रा त्रिपाठी ने भी 'वंदे मातरम' गीत को लेकर अपनी यादें सोशल मीडिया पर साझा की। उन्होंने एक्स पर लिखा, नर्सरी से कक्षा पांचवीं तक जिस स्कूल (गोरखपुर में) मैंने पढ़ाई की थी वहां स्कूल की छुट्टी होने के पहले एक घंटी बजती और सभी अपनी कक्षा में वन्दे मातरम् के लिये खड़े होकर राष्ट्रगीत गाते।

हर रोज ऐसा होता था तो तक़रीबन स्कूल में पढ़ने वाले हर बच्चे को कंठस्थ था। आज वन्दे मातरम् पर चर्चा के दौरान जब कुछ सांसदों ने कहा कि भले ही पूरा गीत याद ना हो मगर भाव पता है तो मन में ख्याल आया की हर स्कूल में ऐसा किया जा सकता है। बचपन में जो गीत सिखाया जायेगा वो जीवन में कभी नहीं भूलेगा।

आपको बता दें, पीएम मोदी ने कहा कि मोहम्मद अली जिन्ना ने लखनऊ से 15 अक्टूबर 1936 को वंदे मातरम् के खिलाफ नारा बुलंद किया। कांग्रेस के तत्कालीन अध्यक्ष जवाहरलाल नेहरू को अपना सिंहासन डोलता दिखा। पीएम ने कहा कि बजाय इसके कि नेहरू मुस्लिम लीग के आधारहीन बयानों को करारा जबाब देते, उसकी निंदा करते, लेकिन उल्टा हुआ। उन्होंने वंदे मातरम् की ही पड़ताल शुरू कर दी।

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पत्रकार पूर्णिमा मिश्रा लॉन्च करेंगी अपना नया पॉडकास्ट ‘Poornima Mishra Speaks'

पूर्णिमा का कहना है कि कई नजरिए और कहानियाँ दर्शकों तक पहुंचना जरूरी हैं। यह पॉडकास्ट हर शनिवार शाम 6 बजे प्रसारित होगा। दर्शकों में इसे लेकर उत्साह दिखाई दे रहा है।

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Published - Saturday, 06 December, 2025
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Saturday, 06 December, 2025
poorminamishraa

भारत 24 की प्राइम टाइम एंकर और जानी-मानी पत्रकार पूर्णिमा मिश्रा ने अपना नया पॉडकास्ट शुरू करने का ऐलान किया है, जिसका नाम होगा ‘Poornima Mishra Speaks’। एक्स पर साझा किए गए पोस्ट में उन्होंने लिखा कि कई मुद्दे, कहानियाँ और दृष्टिकोण ऐसे हैं, जिन्हें सीधे दर्शकों तक पहुंचना चाहिए।

इसी सोच के साथ वे यह नया पॉडकास्ट लेकर आ रही हैं। उन्होंने बताया कि इस पॉडकास्ट में राजनीति से लेकर सामाजिक मुद्दों तक हर वह विषय शामिल होगा, जो देश और समाज को प्रभावित करता है। पूर्णिमा ने कहा कि यह मंच उन सवालों को आवाज देगा, जो अक्सर अनसुने रह जाते हैं, और उन कहानियों को सामने लाएगा, जो लोगों को सोचने पर मजबूर करती हैं।

यह पॉडकास्ट हर शनिवार शाम 6 बजे उनके यूट्यूब चैनल पर आएगा और दर्शकों में इसे लेकर अभी से उत्साह देखने को मिल रहा है। पूर्णिमा मिश्रा को मीडिया के क्षेत्र में काम करने का करीब 17 साल का अनुभव है। पूर्व में वह ‘जी न्यूज‘ (Zee News) में भी लंबे समय तक कार्यरत रही हैं।

मूल रूप से आगरा की रहने वालीं पूर्णिमा मिश्रा की स्कूलिंग और ग्रेजुएशन वहीं से हुई है। उन्होंने आगरा के सेंट जॉन्स कॉलेज से ग्रेजुएशन किया है। इसके अलावा उन्होंने दिल्ली स्थित ‘एनआरएआई स्कूल ऑफ मास कम्युनिकेशन’ (NRAI School of Mass Communication) से जर्नलिज्म में पोस्ट ग्रेजुएशन किया है। समाचार4मीडिया की ओर से पूर्णिमा मिश्रा को उनके आगामी सफर के लिए अग्रिम बधाई और शुभकामनाएं।

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इंडिगो के लिए सरकारी नीति अलग क्यों: बरखा दत्त

एविएशन रेगुलेटर ने कहा कि यह क्लॉज सभी एयरलाइंस के लिए हटा दिया गया है। शुक्रवार को लगातार तीसरे दिन देशभर में इंडिगो की 700 से ज्यादा फ्लाइट्स कैंसिल हुईं।

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Published - Saturday, 06 December, 2025
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Saturday, 06 December, 2025
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एविएशन सेक्टर में कोहराम मचाने वाले फैसले को विमानन रेगुलेटर DGCA ने शुक्रवार को वापस ले लिया। DGCA ने सभी एयरलाइंस को 10 फरवरी तक राहत दी है। इसका सबसे बड़ा फायदा इंडिगो को मिलेगा। उम्मीद है कि हवाई यात्रा करने वाले यात्रियों को जल्द राहत मिल जाएगी।

सरकार के इस निर्णय पर वरिष्ठ पत्रकार बरखा दत्त ने सवाल उठाया है। उन्होंने अपने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर लिखा, बड़ा सवाल यह है कि इंडिगो ने सरकार को कैसे दबाव में डाल दिया कि वह उस नियम को वापस ले ले, जिसे लागू करने के लिए एयरलाइन के पास पूरे दो साल थे?

अगर बाकी एयरलाइंस ने नियम का पालन किया, तो फिर सरकारी नीति इंडिगो के लिए अलग छूट क्यों दे? यह बात समझ में नहीं आती और सही नहीं लगती। आपको बता दें, DGCA ने जो नियम वापस ले लिया है, जिसके तहत सरकार ने एयरलाइंस को क्रू के लिए वीकली रेस्ट 36 घंटे से बढ़ाकर 48 घंटे कर दिया गया था।

DGCA ने अब तुरंत प्रभाव से इस नियम को वापस ले लिया है। एविएशन रेगुलेटर ने कहा कि यह क्लॉज सभी एयरलाइंस के लिए हटा दिया गया है। शुक्रवार को लगातार तीसरे दिन देशभर में इंडिगो की 700 से ज्यादा फ्लाइट्स कैंसिल हुईं जिसके कारण एयरपोर्ट्स पर अफरा-तफरी मच गई थी।

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इंडिगो की लापरवाही पर फूटा राणा यशवंत का गुस्सा, पढ़िए क्या कहा

डीजीसीए द्वारा जारी किए गए फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशन्‍स (FDTL) पॉलिसी को फिलहाल तत्‍काल प्रभाव से अस्थायी तौर पर होल्ड कर दिया गया है, ताकि ऑपरेशंस को स्टेबल किया जा सके।

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Published - Saturday, 06 December, 2025
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Saturday, 06 December, 2025
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देश की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो की उड़ानों में डिले और कैंसलेशन्‍स की वजह से पैसेंजर्स की परेशानी अपने चरम पर पहुंच चुकी है। करीब 300 फ्लाइट्स के कैंसलेशन के बाद इंडिगो ने दिल्‍ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशल एयरपोर्ट से सभी फ्लाइ्स को कैंसल कर दिया। पिछले दो दिनों में इंडिगो की 1500 से ज्यादा फ्लाइट्स कैंसल हो चुकी हैं।

इस पुरे मामले पर वरिष्ठ पत्रकार राणा यशवंत ने इंडिगो की लापरवाही पर कड़ी नाराजगी व्यक्त की हैं। उन्होंने एक्स पर लिखा, इंडिगो की लापरवाही और गैर-ज़िम्मेदारी की वजह से 'DGCA' को 'FDTL' यानी फ़्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशन का फैसला वापस लेना पड़ा, और सबसे ज़्यादा परेशान आम लोग हुए क्योंकि सैकड़ों फ्लाइटें रद्द हो गईं और यात्रियों को भारी दिक्कत झेलनी पड़ी।

क्रू मेंबर को आराम देने का नियम दो साल पहले आया था और इसे चरणबद्ध तरीके से लागू करना था, लेकिन इंडिगो ढीला बैठा रहा क्योंकि घरेलू विमानन बाजार में उसकी लगभग 60% हिस्सेदारी है और उसे पता था कि हंगामा मचने पर सरकार पीछे हट जाएगी और अंत में वही हुआ।

आपको बता दें, इंडिगो फ्लाइट्स में लगातार हो रही देरी और कैंसिलेशन के बीच सरकार ने बड़ा एक्शन लिया है। डीजीसीए द्वारा जारी किए गए फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशन्‍स (FDTL) पॉलिसी को फिलहाल तत्‍काल प्रभाव से अस्थायी तौर पर होल्ड कर दिया गया है, ताकि ऑपरेशंस को स्टेबल किया जा सके।

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प्रतिष्ठा केवल आग्रह करके नहीं पायी जाती: डॉ. सुधांशु त्रिवेदी

मनमोहन सरकार के समय जब राहुल गांधी जी बराक ओबामा से मिले थे, तो ओबामा ने अपनी किताब 'A Promised Land' में क्या लिखा था? कि राहुल गांधी एक नर्वस स्टूडेंट की तरह लगते हैं।

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Published - Friday, 05 December, 2025
Last Modified:
Friday, 05 December, 2025
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लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने दावा किया कि मोदी सरकार विदेशी मेहमानों को विपक्षी नेता से मिलने से रोक रही है, क्योंकि वह खुद को असुरक्षित महसूस करती है। कांग्रेस नेता का यह बयान रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के भारत दौरे से कुछ घंटे पहले ही आया। इस मुद्दे पर बीजेपी के राज्यसभा सांसद और राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉक्टर सुधांशु त्रिवेदी ने एक टीवी डिबेट में अपनी राय दी हैं।

उन्होंने कहा, जब भी कोई विदेशी मेहमान आता है तो यह उस पर भी निर्भर करता है कि वह किससे मिलना चाहता है और किससे नहीं मिलना चाहता। राहुल गांधी ने भारत दौरे पर आने वाले मलेशिया, मॉरीशस, बांग्लादेश और वियतनाम के कई गणमान्य व्यक्तियों और राष्ट्राध्यक्षों से मुलाकात की है।

जहां तक इस मौजूदा मीटिंग की बात है, तो राष्ट्रपति पुतिन बहुत ही कम समय के लिए और संक्षिप्त दौरे पर भारत आए हैं। तो यह सिर्फ भारतीय सरकार का ही अधिकार नहीं है, बल्कि राहुल गांधी से मिलना है या नहीं, यह रूस की सरकार का भी अधिकार है।

मनमोहन सरकार के समय जब राहुल गांधी जी बराक ओबामा से मिले थे, तो ओबामा ने अपनी किताब 'A Promised Land' में क्या लिखा था? कि राहुल गांधी एक नर्वस स्टूडेंट की तरह लगते हैं, जो यह दिखाना चाहता है कि उसे बहुत कुछ पता है।

वह यह दिखाना चाहता है कि हर चीज में महारत हासिल कर ली है, जिसे वह समझ भी नहीं पाता हो। अगर आप चाहते हैं कि राहुल गांधी की राष्ट्रपति पुतिन से मुलाकात होनी चाहिए, तो फिर खड़गे जी क्यों नहीं?

वह भी तो नेता प्रतिपक्ष हैं और कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष भी हैं, और राहुल गांधी से कहीं अधिक वरिष्ठ भी हैं। इसलिए मैं कहता हूं कि प्रतिष्ठा केवल आग्रह करके नहीं पायी जाती है, प्रतिष्ठा अर्जित करनी पड़ती है और यह आपके आचरण व कार्यों से हासिल होती है।

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व्लादिमीर पुतिन का भारत दौरा: गौरव सावंत ने कही ये बड़ी बात

रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की भारत यात्रा पर, कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा है कि यह बेहद महत्वपूर्ण है। यह एक महत्वपूर्ण रिश्ता है, और लंबे समय से रहा है।

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Published - Friday, 05 December, 2025
Last Modified:
Friday, 05 December, 2025
gauravsavant

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन अपने बहुप्रतीक्षित भारत दौरे पर पहुंच चुके हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निमंत्रण पर हो रही यह यात्रा चार साल बाद पुतिन की पहली भारत यात्रा है। इस दौरान दोनों देशों के बीच रक्षा सहयोग, व्यापार को बाहरी दबावों से बचाने और छोटे मॉड्यूलर रिएक्टरों में साझेदारी पर खास ध्यान दिया जाएगा।

इस बीच वरिष्ठ पत्रकार गौरव सावंत ने भी अपने सोशल मीडिया हैंडल एक्स से एक पोस्ट की और अपनी राय व्यक्त की। उन्होंने लिखा, यूरोपीय देशों की भूमिका कमज़ोर दिख रही है, रूस की नहीं। अमेरिका भी किसी समाधान के लिए रूस से बातचीत कर रहा है। इन तस्वीरों में भारत के प्रधानमंत्री और रूस के राष्ट्रपति के बीच की करीबी रिश्तेदारी साफ़ दिखाई देती है।

दोनों नेता और दोनों देश के लोग इस संबंध को बहुत महत्व देते हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संदेश भी साफ़ है कि पश्चिमी देश हमें अपनी शर्तें नहीं थोप सकते। आपको बता दें, पुतिन की यह यात्रा भारत-रूस रणनीतिक साझेदारी के 25 वर्ष पूरे होने के मौके पर हो रही है। यह साझेदारी अक्टूबर 2000 में शुरू हुई थी। दिसंबर 2010 में इसे बढ़ाते हुए ‘स्पेशल एंड प्रिविलेज्ड स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप’ का दर्जा दिया गया था।

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