वह एक सितंबर को अपना पदभार ग्रहण करेंगे। बता दें कि हमारी सहयोगी वेबसाइट एक्सचेंज4मीडिया (e4m) ने यह खबर कल सबसे पहले दी थी।
‘म्यूजिक ब्रॉडकास्ट लिमिटेड’ (Radio City) ने मैनेजमेंट में बड़े बदलाव की घोषणा की है। इसके तहत अब्राहम थॉमस (Abraham Thomas) को एक सितंबर 2025 से चीफ एग्जिक्यूटिव ऑफिसर (CEO) और राजीव शाह को 20 अगस्त 2025 से चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर (CFO) नियुक्त किया गया है। बता दें कि हमारी सहयोगी वेबसाइट एक्सचेंज4मीडिया (e4m) ने यह खबर कल सबसे पहले दी थी। इसमें विश्वसनीय सूत्रों के हवाले से बताया गया था कि क्या अब्राहम थॉमस बतौर सीईओ ‘रेडियो सिटी’ से जुड़ने जा रहे हैं और आज इस खबर पर आधिकारिक रूप से मुहर लग गई है।
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अब्राहम थॉमस पहले भी ‘रेडियो सिटी’ के सीईओ रह चुके हैं और अब एक बार फिर वापसी कर रहे हैं। हाल ही में वे ‘बिग एफएम’ (Big FM) के सीईओ थे, जहां उन्होंने डिजिटल-फर्स्ट पहल और इनोवेटिव कंटेंट स्ट्रैटेजी पर जोर दिया। उनकी अगुवाई में वहां ऑडियंस एंगेजमेंट और बिजनेस ग्रोथ में उल्लेखनीय वृद्धि हुई।
थॉमस के पास भारत, चीन और साउथ एशिया में ब्रॉडकास्टिंग, प्रिंट और डिजिटल मीडिया का तीन दशकों से ज्यादा का नेतृत्व अनुभव है।
वे One Network Entertainment के को-फाउंडर भी रहे हैं और इससे पहले रेड एफएम (RED FM), एमटीवी एशिया (MTV Asia), सोनी एंटरटेनमेंट टेलीविजन (Sony Entertainment Television) और ‘द इंडियन एक्सप्रेस’ (The Indian Express) जैसी प्रतिष्ठित संस्थाओं में सीनियर भूमिकाएं निभा चुके हैं।
ग्रोथ और ट्रांसफॉर्मेशन को आगे बढ़ाने में उनके ट्रैक रिकॉर्ड को देखते हुए माना जा रहा है कि वे ‘रेडियो सिटी’ को उसके अगले इनोवेशन और एक्सपेंशन फेज में मजबूती से आगे ले जाएंगे।
वहीं, राजीव शाह एक क्वालिफाइड चार्टर्ड अकाउंटेंट हैं। वे 2022 से म्यूजिक ब्रॉडकास्ट लिमिटेड में इन्वेस्टर रिलेशन और कॉर्पोरेट स्ट्रैटेजी संभाल रहे थे। उनके पास 25 साल से अधिक का फाइनेंस का अनुभव है और उन्होंने मल्टीनेशनल कॉरपोरेशंस और बैंकिंग सेक्टर सहित कई उद्योगों में सीनियर लीडरशिप भूमिकाएं निभाई हैं।
इन बदलावों के बारे में ‘म्यूजिक ब्रॉडकास्ट लिमिटेड’ के डायरेक्टर शैलेश गुप्ता का कहना है, ‘हम अब्राहम का रेडियो सिटी में दोबारा स्वागत करते हुए बेहद उत्साहित हैं। उन्होंने मीडिया और एंटरटेनमेंट में कई सफल बिजनेस ट्रांसफॉर्मेशन किए हैं और इंडस्ट्री की गहरी समझ रखते हैं। हमें विश्वास है कि वे रेडियो सिटी ब्रैंड को फिर से शीर्ष पर पहुंचाने और इसे अभूतपूर्व सफलता की ओर ले जाने में अहम भूमिका निभाएंगे। राजीव हमारी ग्रोथ जर्नी के अहम स्तंभ रहे हैं और उन्होंने कंपनी को कई महत्वपूर्ण मुकाम तक पहुंचाया है। दोनों मिलकर कंपनी को ग्रोथ के अगले फेज तक ले जाएंगे।’
इसके साथ ही उन्होंने आगे कहा,‘बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स और मैनेजमेंट अशित कुकियन के अमूल्य योगदान के लिए उनका आभार व्यक्त करता है। डिजिटल क्षमताओं को बढ़ाने की उनकी सोच ने रेडियो सिटी के मजबूत भविष्य की नींव रखी है।’
वहीं, इस संस्थान में अपनी वापसी पर अब्राहम थॉमस ने ‘मैं रेडियो सिटी में उस समय लौट रहा हूं, जब कंपनी अपने सफर के बेहद अहम मोड़ पर है। अपनी लंबी विरासत और इनोवेशन की सोच के कारण रेडियो सिटी एक अनोखी स्थिति में है, जहां यह ऑडियंस को शानदार अनुभव और पार्टनर्स को बेमिसाल वैल्यू प्रदान कर सकती है। मैं टीम के साथ मिलकर कंपनी के अगले विस्तार की योजना बनाने के लिए बेहद उत्साहित हूं।’
उन्होंने यह जिम्मेदारी सितंबर 2018 से संभाली हुई थी। इस दौरान उन्होंने इनोवेशन पर जोर दिया, ऑडियंस रीच बढ़ाई और नेटवर्क की समग्र ब्रैंड की मौजूदगी को मजबूत किया।
‘म्यूजिक ब्रॉडकास्ट लिमिटेड’ (Radio City) में चीफ एग्जिक्यूटिव ऑफिसर अशित कुकियन ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने यह जिम्मेदारी सितंबर 2018 से संभाली हुई थी। हमारी सहयोगी वेबसाइट ‘एक्सचेंज4मीडिया’ (e4m) को विश्वसनीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, अपने करीब सात साल के कार्यकाल के दौरान कुकियन ने तेजी से बदलते और बेहद प्रतिस्पर्धी ऑडियो एंटरटेनमेंट मार्केट में रेडियो सिटी का नेतृत्व किया। इस दौरान उन्होंने इनोवेशन पर जोर दिया, ऑडियंस रीच बढ़ाई और नेटवर्क की समग्र ब्रैंड की मौजूदगी को मजबूत किया।
कुकियन मीडिया इंडस्ट्री के दिग्गज हैं और उनके पास तीन दशकों से अधिक का अनुभव है, जिसमें रेडियो, प्रिंट, टेलीविजन और आउटडोर मीडिया शामिल हैं। ‘रेडियो सिटी’ जॉइन करने से पहले वे मई 2017 से सितंबर 2018 तक ‘आईटीवी नेटवर्क’ (iTV Network) में COO-‘न्यूजX’ और CRO-‘नॉन न्यूज’ की जिम्मेदारी संभाल रहे थे। यहां वे ऑपरेशंस और रेवेन्यू स्ट्रैटेजी के लिए जिम्मेदार थे। नवंबर 2015 से मई 2017 तक वे ‘टाइम्स नेटवर्क’ (Times Network) में प्रेजिडेंट (रेवेन्यू) रहे, जहां उन्होंने मल्टीपल प्लेटफॉर्म्स पर रेवेन्यू ग्रोथ पर काम किया।
रेडियो सिटी में उनका पहले का अनुभव भी अहम रहा है। 2005 से 2015 तक पूरे एक दशक तक वे रेडियो सिटी के प्रेजिडेंट और चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर (COO) रहे। इस दौरान उन्होंने नेटवर्क की प्रोग्रामिंग और ऑपरेशनल स्ट्रैटेजी को आकार देने में बड़ी भूमिका निभाई। उससे पहले वर्ष 1992 से 2005 तक उन्होंने करीब 13 साल ‘बेनेट कोलमैन एंड कंपनी लिमिटेड’ (टाइम्स ग्रुप) में बतौर रीजनल हेड काम किया और रीजनल मीडिया ऑपरेशंस व सेल्स क्षमताओं को मजबूत किया।
उनका करियर कई अहम पहलों से भी जुड़ा रहा है, जैसे TadioCity.in, जो AA जगरण के साथ एक सहयोगी पहल थी। इसके जरिये रेडियो और डिजिटल कंटेंट को मिलाकर ऑडियंस को नए तरीकों से जोड़ा गया। अशित कुकियन अपने रिजल्ट-ड्रिवन अप्रोच के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने हमेशा मजबूत क्रॉस-फंक्शनल टीमों के निर्माण, उत्कृष्टता की संस्कृति को बढ़ावा देने और बिजनेस परफॉर्मेंस व क्रिएटिविटी के बीच संतुलन बनाए रखने पर फोकस किया है।
विश्वसनीय सूत्रों के अनुसार, अशित कुकियन के इस्तीफे के बाद वह यहां पर चीफ एग्जिक्यूटिव ऑफिसर का पदभार संभाल सकते हैं।
एब थॉमस (Abe Thomas) के बारे में खबर है कि वह ‘म्यूजिक ब्रॉडकास्ट लिमिटेड’ (Radio City) में वापसी करने जा रहे हैं। हमारी सहयोगी वेबसाइट ‘एक्सचेंज4मीडिया’ (e4m) को विश्वसनीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, अशित कुकियन के इस्तीफे के बाद वह यहां पर चीफ एग्जिक्यूटिव ऑफिसर का पदभार संभाल सकते हैं।
करीब तीन दशकों का अनुभव रखने वाले एब थॉमस को ब्रॉडकास्ट मीडिया और मल्टीपल प्लेटफॉर्म्स पर काम करने का लंबा अनुभव है। उनकी लीडरशिप का ट्रैक रिकॉर्ड मजबूत माना जाता है, जिसकी वजह से उम्मीद जताई जा रही है कि वह रेडियो सिटी को उसके अगले ग्रोथ फेज में आगे बढ़ाने में अहम भूमिका निभाएंगे।
अक्टूबर 2018 से थॉमस ‘रिलायंस ब्रॉडकास्ट नेटवर्क’ (Big FM) के सीईओ रहे हैं। यहां उन्होंने करीब सात साल तक स्ट्रैटेजिक एक्सपेंशन और ऑपरेशनल एक्सीलेंस पर फोकस किया। इससे पहले वह नवंबर 2015 से सितंबर 2018 तक रेडियो सिटी इंडिया के सीईओ रह चुके हैं और उस दौरान नेटवर्क को मार्केट ग्रोथ और ऑडियंस एंगेजमेंट में काफी आगे ले गए। उनका एक उद्यमी सफर भी रहा है—दिसंबर 2012 में उन्होंने One Network Entertainment Pvt Ltd की को-फाउंडिंग की थी और नवंबर 2015 तक इसके सीईओ रहे। इस दौरान उन्होंने ऑडियो-वीडियो फॉर्मेट्स में कंटेंट क्रिएशन और डिस्ट्रीब्यूशन पर काम किया।
इससे पहले, थॉमस ने 2009 से 2011 के बीच मुंबई स्थित Astro में कंटेंट और ब्रॉडकास्ट हेड के रूप में काम किया, जहां वे प्रोग्रामिंग और ब्रॉडकास्ट ऑपरेशंस देखते थे। वहीं 2005 से 2009 तक उन्होंने ‘रेड एफएम’ (Red FM) में चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर (COO) के तौर पर काम किया और नेटवर्क की स्ट्रैटेजी और ऑपरेशंस संभाले।
भारतीय रेडियो इंडस्ट्री की गहरी समझ रखने वाले एब थॉमस को मीडिया बिज़नेस को स्केल करने, टैलेंट डिवेलप करने और मार्केट की चुनौतियों को मैनेज करने की क्षमता के लिए जाना जाता है।
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) अब छात्रों, शिक्षकों और अन्य हितधारकों के लिए अपना कम्युनिटी रेडियो स्टेशन शुरू करने की तैयारी में है।
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) अब छात्रों, शिक्षकों और अन्य हितधारकों के लिए अपना कम्युनिटी रेडियो स्टेशन शुरू करने की तैयारी में है। अधिकारियों के मुताबिक, इस प्रस्ताव को हाल ही में बोर्ड की गवर्निंग बॉडी की बैठक में मंजूरी दी गई है और लाइसेंस के लिए आवेदन प्रक्रिया आगे बढ़ाई जाएगी।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि अगले छह महीनों में विशेषज्ञों और हितधारकों के साथ बैठकें कर विस्तृत आवेदन तैयार किया जाएगा। इसके साथ ही, रेडियो स्टेशन की वित्तीय रूपरेखा पर भी विचार किया जाएगा।
CBSE पहले से ही ‘शिक्षा वाणी’ नाम का पॉडकास्ट चला रहा है, जो कक्षा 9 से 12 तक के लिए एनसीईआरटी पाठ्यक्रम आधारित ऑडियो सामग्री उपलब्ध कराता है। गूगल प्ले स्टोर पर उपलब्ध इस ऐप में अब तक लगभग 400 ऑडियो फाइलें डाली जा चुकी हैं।
अधिकारियों ने बताया कि कम्युनिटी रेडियो की सामग्री का स्वरूप लाइसेंस मिलने के बाद तय होगा। यह रेडियो सार्वजनिक सेवा और वाणिज्यिक रेडियो से अलग होता है और स्थानीय समुदायों द्वारा संचालित किया जाता है। इसका उद्देश्य समाज के विभिन्न वर्गों, खासकर वंचित समुदाय की आवाज को शिक्षा, स्वास्थ्य, पोषण और कृषि जैसे मुद्दों पर मंच देना है।
सरकारी आंकड़ों के अनुसार, फिलहाल देश में 540 से अधिक कम्युनिटी रेडियो स्टेशन चल रहे हैं, जिन्हें शैक्षणिक संस्थान, गैर-सरकारी संगठन और अन्य गैर-लाभकारी संस्थाएं संचालित करती हैं। सरकार ग्रामीण और दूरदराज क्षेत्रों में ऐसे रेडियो स्टेशनों को बढ़ावा देने के लिए विशेष योजनाएं भी चला रही है।
RPSG ग्रुप की इकाई सारेगामा इंडिया लिमिटेड ने वित्त वर्ष 2024–2025 में अपना सबसे अधिक सालाना राजस्व ₹1,171.3 करोड़ दर्ज किया, जो पिछले वर्ष की तुलना में 46% की वृद्धि दर्शाता है।
RPSG ग्रुप की इकाई सारेगामा इंडिया लिमिटेड ने वित्त वर्ष 2024–2025 में अपना सबसे अधिक सालाना राजस्व (रेवेन्यू) ₹1,171.3 करोड़ दर्ज किया, जो पिछले वर्ष की तुलना में 46% की वृद्धि दर्शाता है। हालांकि म्यूजिक कंपनी की सबसे बड़ी आय का स्रोत बना रहा, लेकिन विज्ञापन, वीडियो, रिटेल और लाइव इवेंट्स में उल्लेखनीय विस्तार देखा गया, जिससे यह एक बहुआयामी एंटरटेनमेंट पावरहाउस के रूप में उभर रही है।
वित्त वर्ष 2025 में, विज्ञापन से राजस्व पिछले वर्ष की तुलना में 28% बढ़कर ₹190.5 करोड़ पर पहुंच गया, जो कुल राजस्व का लगभग 16% है। ब्रैंड पार्टनरशिप्स, डिजिटल कंटेंट का मुद्रीकरण, और फिल्टरकॉपी व डाइस मीडिया जैसी सहायक कंपनियों के माध्यम से विज्ञापन-समर्थित वीडियो फॉर्मैट्स का उभार इस विस्तार के प्रमुख कारण रहे। इसके अतिरिक्त, कंपनी ने विज्ञापन और प्रोमोशनल खर्चों में भारी वृद्धि का खुलासा किया, जो FY24 के ₹75.98 करोड़ से लगभग दोगुना होकर FY25 में समेकित आधार पर ₹90.41 करोड़ हो गया।
म्यूजिक प्रीमियरों के लिए बड़े पैमाने पर प्रमोशन, दिलजीत दोसांझ के लाइव परफॉर्मेंस जैसे हाई-प्रोफाइल कॉन्सर्ट्स, और वेब सीरीज व ब्रैंडेड कंटेंट के लिए केंद्रित डिजिटल मार्केटिंग के कारण स्टैंडअलोन प्रोमोशनल खर्च ₹74.16 करोड़ से बढ़कर ₹88.01 करोड़ हो गया। इन खर्चों में और इजाफा ओटीटी प्लेटफॉर्म्स और प्रोडक्शन कंपनियों के साथ रणनीतिक गठजोड़ से हुआ, विशेष रूप से तब जब सारेगामा ने क्षेत्रीय बाजारों, लाइव इवेंट्स और डिजिटल-फर्स्ट प्रोडक्ट्स में प्रवेश किया।
कंपनी ने ₹276.1 करोड़ का PBT, ₹204.3 करोड़ का PAT और ₹356.6 करोड़ का समायोजित EBITDA दर्ज किया। FY25 में कंपनी ने ₹316 करोड़ का निवेश किया, जो उसके इतिहास का सबसे बड़ा सालाना खर्च है, और साथ ही FY 2024–25 से FY 2026–27 तक नए कंटेंट निवेश के लिए ₹1,000 करोड़ की प्रतिबद्धता जताई।
सारेगामा के मैनेजिंग डायरेक्टर विक्रम मेहरा ने कहा, “वित्त वर्ष 2024–25 सारेगामा की यात्रा में एक ऐतिहासिक साल रहा क्योंकि हमने अपनी विरासत की ताक़त को भविष्य के मनोरंजन को आकार देने की चुस्ती के साथ जोड़ा।”
सारेगामा भारत के तेजी से डिजिटल होते मीडिया और एंटरटेनमेंट (M&E) क्षेत्र में नवाचार, कंटेंट-आधारित वृद्धि और रणनीतिक विविधीकरण के जरिए अपनी नेतृत्वकारी स्थिति बनाए हुए है।
उन्होंने आगे कहा, “हम अपने पोर्टफोलियो को भविष्य-उन्मुख बनाने के लिए सटीक पूंजी आवंटन और अनुशासित निष्पादन पर गहन ध्यान केंद्रित किए हुए हैं।”
उभरते भाषा बाजारों में कंपनी की स्थिति को क्षेत्रीय म्यूजिक लेबल्स की रणनीतिक खरीद और प्रमुख प्रोडक्शन कंपनियों- जैसे धर्मा प्रोडक्शंस, संजय लीला भंसाली फिल्म्स और जियो स्टूडियोज के साथ साझेदारी ने और मजबूत किया है। इसके अलावा, युवाओं को आकर्षित करने के लिए सारेगामा ने हिप-हॉप सीन में प्रवेश किया है, जिसमें MTV Hustle 4 से 130 से अधिक गानों का अधिग्रहण शामिल है।
वीडियो डिविजन, जिसमें यूडली फिल्म्स, डाइस मीडिया और फिल्टरकॉपी शामिल हैं, ने FY25 के कुल राजस्व में 16% का योगदान दिया। डाइस और फिल्टरकॉपी की पेरेंट कंपनी पॉकेट एसेज का साल-दर-साल 18% का इजाफा हुआ है और यह ब्रेक-ईवन की दिशा में बढ़ रही है। कंपनी ने कहा, “हमारे शो विभिन्न प्लेटफॉर्म्स पर लगातार लोकप्रियता हासिल कर रहे हैं।”
ई-कॉमर्स और आधुनिक व्यापार चैनलों ने रिटेल की जगह ले ली, जिसका FY25 में कुल राजस्व में 8% योगदान रहा और इसमें कारवाँन ऑडियो प्लेयर मुख्य रहा। 44 प्रदर्शनों और 6.25 लाख से अधिक दर्शकों के साथ, इवेंट्स से 24% आय हुई। "ये शाम मस्तानी" जैसे IP-आधारित परफॉर्मेंस और बड़े फॉर्मेट वाले कॉन्सर्ट्स ने दर्शकों की भागीदारी और ब्रैंड जागरूकता को बढ़ाया।
रिकॉर्ड-ब्रेकिंग बिक्री, आक्रामक कंटेंट निवेश और विस्तृत एंटरटेनमेंट ऑफरिंग के साथ, सारेगामा भारत के विकसित होते मीडिया परिदृश्य में सबसे आगे अपनी स्थिति बना रहा है।
Sapphire Media Limited के स्वामित्व वाले रेडियो नेटवर्क BIG FM ने सुनील कुमारन को अपना नया चीफ एग्जिक्यूटिव ऑफिसर (CEO) नियुक्त किया है
Sapphire Media Limited के स्वामित्व वाले रेडियो नेटवर्क BIG FM ने सुनील कुमारन को अपना नया चीफ एग्जिक्यूटिव ऑफिसर (CEO) नियुक्त किया है।
मीडिया और कम्युनिकेशन इंडस्ट्री में 25 वर्षों से भी अधिक अनुभव रखने वाले सुनील पिछले 14 सालों से BIG FM ब्रैंड से जुड़े हैं। वह अब तक कंपनी में चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर (COO) की भूमिका निभा रहे थे। यह नई जिम्मेदारी उन्हें एब थॉमस (Abe Thomas) के इस्तीफे के बाद सौंपी गई है।
Sapphire Media Limited के चेयरमैन साहिल मंगल ने इस अवसर पर कहा, “हम एब थॉमस के दूरदर्शी नेतृत्व, समर्पण और नेटवर्क के प्रति उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए आभारी हैं। सुनील का ब्रैंड को लेकर गहरा समझ और लंबा जुड़ाव उन्हें BIG FM के अगले अध्याय का नेतृत्व करने के लिए आदर्श विकल्प बनाता है। हमें पूरा विश्वास है कि उनके नेतृत्व में हम निरंतर विकास करेंगे और नए मुकाम हासिल करेंगे।”
नियुक्ति को लेकर प्रतिक्रिया देते हुए नए सीईओ सुनील कुमारन ने कहा, “BIG ब्रैंड को उसके अगले चरण की ओर ले जाने को लेकर मैं बेहद उत्साहित हूं, एक ऐसा दौर जहां रेडियो की नई परिकल्पना होगी और हम एक सच्चे मल्टीमीडिया प्लेटफॉर्म के रूप में विकसित होंगे। आज के डिजिटल युग में हमारी सबसे बड़ी ताकत होगी– दमदार कंटेंट, डेटा की सटीकता और तकनीक से संचालित स्टोरीटेलिंग की पहुंच। हमारा लक्ष्य है एक ऐसा ब्रैंड बनाना जो भविष्य के लिए तैयार हो, आज की दुनिया के लिए प्रासंगिक हो और साझेदारों को ठोस परिणाम देने वाला हो। ऐसा ब्रैंड जो श्रोताओं से गहराई से जुड़े, संस्कृति को प्रभावित करे और प्रभावशाली बदलाव लाए।”
BIG FM ने अपने आउट ऑफ होम (OOH) वर्टिकल को फिर से लॉन्च करने की घोषणा की है, जो अब 'BIG OOH' के नाम से जाना जाएगा (पहले यह ‘BIG Street’ था)।
BIG FM ने अपने आउट ऑफ होम (OOH) वर्टिकल को फिर से लॉन्च करने की घोषणा की है, जो अब 'BIG OOH' के नाम से जाना जाएगा (पहले यह ‘BIG Street’ था)। इस पहल के तहत BIG FM अब टेक-ड्रिवन, प्रोग्रामेटिक डिजिटल OOH और पारंपरिक OOH विज्ञापन को अपने पोर्टफोलियो में शामिल करेगा। इसका उद्देश्य ब्रैंड्स को प्लेटफॉर्म्स पर समग्र और हाइपरलोकल समाधान देना है।
‘BIG OOH’ को रणनीतिक रूप से इस तरह डिजाइन किया गया है कि वह हाई-विजिबिलिटी क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर प्लेसमेंट्स के जरिए ब्रैंड की दृश्यता को अधिकतम कर सके। डिजिटल आउट ऑफ होम (DOOH) फॉर्मैट्स के बढ़ते चलन का लाभ उठाते हुए, यह वर्टिकल क्षेत्रीय स्तर पर केंद्रित विज्ञापन की सुविधा देगा, जो BIG FM की मजबूत हाइपरलोकल उपस्थिति से पूरी तरह मेल खाता है।
इस नई पेशकश में एलईडी स्क्रीन, वीडियो वॉल, साइनेज और प्रोडक्ट जोन जैसे प्रीमियम फॉर्मैट शामिल हैं, जो ब्रैंड्स को विजुअली समृद्ध कैंपेन के लिए एक हाई-इम्पैक्ट कैनवस मुहैया कराते हैं। BIG FM की क्षेत्रीय पकड़ का विस्तार करते हुए, ‘BIG OOH’ रोजमर्रा के महत्वपूर्ण टचपॉइंट्स पर ऑडियंस एंगेजमेंट को और गहराई देगा।
BIG FM के COO सुनील कुमारण ने इस मौके पर कहा, “BIG LIVE प्लेटफॉर्म की लॉन्चिंग के बाद अब हम अपने पोर्टफोलियो को ‘BIG OOH’ के रूप में और विस्तार देने को लेकर बेहद उत्साहित हैं। एक मीडिया पॉवरहाउस के तौर पर हमारा हमेशा यही प्रयास रहा है कि हम ब्रैंड्स और उनके प्रोडक्ट्स के लिए नवोन्मेषी समाधान तैयार करें जो असल दुनिया में असर डालें। इस नए वर्टिकल के साथ हम केवल अपनी पेशकश नहीं बढ़ा रहे, बल्कि हम इम्पैक्टफुल, मीजरेबल और इमर्सिव ब्रैंड एक्सपीरियंस देने की अपनी क्षमता को भी नए स्तर पर ले जा रहे हैं। यह लॉन्च हमें बदलते मार्केटिंग ट्रेंड्स को समझने और 360-डिग्री इंटीग्रेटेड मीडिया सॉल्यूशन देने में सक्षम बनाएगा।”
BIG OOH के नेशनल लीड राहुल त्यागी ने कहा, “BIG OOH, BIG FM की उस विकास यात्रा का अगला चरण है जो 360-डिग्री मार्केटिंग उत्कृष्टता की दिशा में है। इस वर्टिकल के जरिए हमारा लक्ष्य ब्रैंड्स की मार्केटिंग जरूरतों को पूरा करना और ऐसे प्रभावशाली रणनीति देना है जो ब्रैंड की पहचान को आकार दे और यादगार बनाए।”
BIG OOH की लॉन्चिंग के साथ, BIG FM भविष्य की जरूरतों के अनुरूप एक समावेशी मीडिया ईकोसिस्टम की ओर और एक कदम बढ़ा रहा है। ब्रैंड अपने नए वर्टिकल्स के साथ विस्तार कर रहा है, लेकिन उसकी मजबूत विरासत जस की तस बनी हुई है- जो दर्शकों से वास्तविक जुड़ाव, इमर्सिव पेशकश और प्रभावशाली स्टोरीटेलिंग के माध्यम से लगातार बनी हुई है।
'रेडियो सिटी' (Radio City) का संचालन करने वाली Music Broadcast Ltd ने वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही (30 जून 2025 को समाप्त) में ₹2.17 करोड़ का शुद्ध घाटा दर्ज किया है
'रेडियो सिटी' (Radio City) का संचालन करने वाली कंपनी Music Broadcast Ltd ने वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही (30 जून 2025 को समाप्त) में ₹2.17 करोड़ का शुद्ध घाटा दर्ज किया है। यह पिछली तिमाही (मार्च 2025) के ₹2.58 करोड़ के शुद्ध लाभ के मुकाबले 184.11% की गिरावट है, जबकि पिछले वर्ष की समान तिमाही में दर्ज ₹38.03 करोड़ के नुकसान की तुलना में 94.30% की कमी है।
कंपनी की परिचालन से आय ₹49.32 करोड़ रही, जो मार्च 2025 की तिमाही के ₹59.60 करोड़ की तुलना में 17.25% कम है और पिछले वर्ष की समान तिमाही के ₹54.67 करोड़ की तुलना में 9.78% कम।
कंपनी की अन्य आय ₹7.02 करोड़ रही, जो पिछली तिमाही से 6.04% अधिक और पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 0.14% अधिक है। इस तिमाही में कुल आय ₹56.34 करोड़ रही, जो पिछली तिमाही के ₹66.22 करोड़ की तुलना में 14.94% घट गई और साल-दर-साल आधार पर ₹61.68 करोड़ से 8.66% कम रही।
वहीं कुल खर्च ₹58.52 करोड़ रहा, जो मार्च 2025 तिमाही के ₹61.72 करोड़ की तुलना में 5.18% कम और जून 2024 की तिमाही के ₹111.79 करोड़ से 47.67% कम रहा।
लाइसेंस फीस ₹4.91 करोड़ रही, जो पिछली तिमाही से 2.00% कम और पिछले साल की समान तिमाही से 0.41% कम है। वहीं, अन्य खर्च ₹25.10 करोड़ पर स्थिर रहा, जिसमें पिछली तिमाही के ₹25.09 करोड़ से 0.04% की मामूली बढ़ोतरी हुई, जबकि पिछले साल की तिमाही के ₹34.93 करोड़ से 28.13% की कमी आई।
वित्तीय लागत ₹3.06 करोड़ रही, जो पिछली तिमाही से 8.13% अधिक और साल-दर-साल आधार पर 0.99% अधिक रही।
कर पूर्व नुकसान (Loss Before Tax) ₹2.18 करोड़ रहा, जबकि Q4 FY25 में कंपनी ने ₹4.50 करोड़ का लाभ कमाया था। यानी इस मोर्चे पर 148.44% की तिमाही गिरावट दर्ज की गई।
Q1 FY26 में Radio City का मार्केट शेयर 18% रहा। इस दौरान रेडियो प्लेटफॉर्म पर विज्ञापन देने वाले कुल क्लाइंट्स में से 41% ने Radio City को चुना, जबकि नए जुड़ने वाले क्लाइंट्स में से 34% ने पहली पसंद के तौर पर Radio City को प्राथमिकता दी।
कंपनी की कुल विज्ञापन बिक्री में डिजिटल से 10% योगदान रहा। वहीं कुल राजस्व का 35% कंपनी द्वारा विकसित बिजनेस मॉडलों से आया, जिनमें प्रॉपर्टीज, स्पॉन्सरशिप्स, डिजिटल इवेंट्स और स्पेशल डे एक्टिवेशन्स शामिल हैं।
इस तिमाही में कंपनी ने खेल और सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर साझेदारी के जरिए ब्रैंड प्रमोशन पर जोर दिया। अल्टिमेट टेबल टेनिस के साथ कंपनी के कैंपेन से ₹0.28 करोड़ का राजस्व आया। साथ ही TNPL के दौरान Lyca Kovai Kings के साथ साझेदारी के माध्यम से कंपनी की ब्रैंड मौजूदगी बनी रही।
इंस्टाग्राम जैसे सोशल प्लेटफॉर्म्स पर अभिनेता आध्या आनंद और कंटेंट क्रिएटर Zoe के साथ डिजिटल साझेदारियों के जरिए पहुंच को और बढ़ाया गया।
रेडियो सिटी ने देशभर में रीजनल मार्केटिंग इवेंट्स भी आयोजित किए, जिनमें गुजरात रेडियंस अवॉर्ड्स, विदर्भा आइकॉन अवॉर्ड, गोरखपुर में सिटी सीक्रेट साउंड, और उदयपुर में सिटी का हैंगआउट जैसे आयोजन शामिल रहे। ये कार्यक्रम कंपनी के समुदाय-केंद्रित जुड़ाव को दर्शाते हैं।
कंपनी के मुताबिक, रेडियो इंडस्ट्री की कुल ऐड वॉल्यूम Q1 FY26 में 1,032 लाख सेकेंड रही, जो पिछले साल की इसी अवधि के 1,053 लाख सेकेंड के मुकाबले 2% सालाना गिरावट दर्शाती है।
हालांकि कंपनी को चालू तिमाही में घाटा हुआ है और राजस्व में भी कमी आई है, लेकिन डिजिटल विस्तार, ब्रैंड साझेदारियों और इनोवेटिव इवेंट्स के जरिए Radio City ने भविष्य की ग्रोथ के लिए मजबूत बुनियाद बनाए रखी है।
भारत में प्रसारण युग की शुरुआत 23 जुलाई 1927 को मानी जाती है, जब इंडियन ब्रॉडकास्टिंग कंपनी (IBC) ने बॉम्बे स्टेशन से पहला रेडियो प्रसारण किया।
हर साल 23 जुलाई को भारत में राष्ट्रीय प्रसारण दिवस के रूप में मनाया जाता है। यह दिन न सिर्फ देश में संगठित रेडियो प्रसारण की शुरुआत की याद दिलाता है, बल्कि यह भी रेखांकित करता है कि किस तरह प्रसारण माध्यमों ने भारत की सामाजिक, सांस्कृतिक और शैक्षिक प्रगति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
भारत में प्रसारण युग की शुरुआत 23 जुलाई 1927 को मानी जाती है, जब इंडियन ब्रॉडकास्टिंग कंपनी (IBC) ने बॉम्बे स्टेशन से पहला रेडियो प्रसारण किया। यह आयोजन भारतीय प्रसारण की नींव रखने वाला क्षण था, जहां से समाचार, संगीत और जनसंपर्क का नया युग शुरू हुआ। इसी ऐतिहासिक दिन की स्मृति में हर वर्ष यह दिवस मनाया जाता है।
इसके कुछ वर्षों बाद, 1930 में इंडियन स्टेट ब्रॉडकास्टिंग सर्विस (ISBS) की स्थापना हुई, जिसे 1936 में नया नाम मिला- ऑल इंडिया रेडियो (AIR)। AIR के जरिए प्रसारण को एक नई पहचान और राष्ट्रीय दायरा मिला।
रेडियो का महत्व सिर्फ मनोरंजन तक सीमित नहीं रहा। आज़ादी से पहले नेताजी सुभाष चंद्र बोस के 'आज़ाद हिंद रेडियो' और कांग्रेस द्वारा चलाए गए गुप्त रेडियो स्टेशनों ने अंग्रेज़ी हुकूमत के खिलाफ जनजागरण में अहम भूमिका निभाई। वहीं स्वतंत्रता के बाद रेडियो, खासकर ऑल इंडिया रेडियो, देश की आवाज़ बना और राष्ट्र निर्माण में एक सशक्त माध्यम के रूप में उभरा।
'विविध भारती', जो 1957 में शुरू हुआ, रेडियो के सबसे प्रसिद्ध कार्यक्रमों में से एक रहा है। इसने नाटक, संगीत, फिल्मी गीतों और जनप्रसारण को घर-घर पहुंचाया, जिससे रेडियो भारतीय जीवन का अभिन्न हिस्सा बन गया।
स्वतंत्र भारत में AIR ने कृषि, स्वास्थ्य, शिक्षा और जनकल्याण से जुड़े कार्यक्रमों के जरिए करोड़ों लोगों तक उपयोगी जानकारी पहुंचाई। रेडियो ने भाषायी विविधता को भी मंच दिया और देशभर में क्षेत्रीय भाषाओं में प्रसारण ने स्थानीय समुदायों को जोड़ने का काम किया।
21वीं सदी में डिजिटल क्रांति के साथ प्रसारण की परिभाषा ही बदल गई। डिजिटल इंडिया जैसे अभियानों के चलते आज देश के दूरदराज इलाकों में भी लोग स्मार्टफोन और इंटरनेट की मदद से रेडियो और टेलीविजन कंटेंट से जुड़ पा रहे हैं। ओटीटी, पॉडकास्ट और वेब रेडियो जैसे नए माध्यमों ने प्रसारण को और भी सहभागिता-प्रधान और सुलभ बना दिया है।
रेडियो और टेलीविजन ने न सिर्फ लोगों का मनोरंजन किया है, बल्कि आपदा की घड़ी में सूचना पहुंचाने, साक्षरता बढ़ाने और राष्ट्रीय एकता को मजबूत करने का काम भी बखूबी निभाया है। यही कारण है कि आज भी प्रसारण माध्यमों की भूमिका समय के साथ और भी प्रासंगिक होती जा रही है।
राष्ट्रीय प्रसारण दिवस उन तमाम आवाज़ों को सलाम करने का दिन है, जिन्होंने माइक के पीछे रहकर देश से संवाद किया, समाज को दिशा दी और पीढ़ियों को जोड़े रखा।
भारतीय सेना ने जम्मू-कश्मीर के गांदरबल जिले के वुसन क्षेत्र में सामुदायिक रेडियो स्टेशन ‘रेडियो कंगन 88.4 FM’ की शुरुआत की है।
भारतीय सेना ने जम्मू-कश्मीर के गांदरबल जिले के वुसन क्षेत्र में सामुदायिक रेडियो स्टेशन ‘रेडियो कंगन 88.4 FM’ की शुरुआत की है। इस नई पहल का मकसद स्थानीय युवाओं को एक ऐसा मंच देना है, जो उन्हें शिक्षा, संस्कृति, उद्यमिता और सामाजिक संवाद जैसे क्षेत्रों से जोड़ सके।
यह सामुदायिक रेडियो न केवल सूचनाओं के आदान-प्रदान का माध्यम बनेगा, बल्कि युवाओं के लिए प्रेरणा, रोजगार और पहचान का जरिया भी सिद्ध हो सकता है। स्टेशन स्थानीय भागीदारी और सामुदायिक संवाद को बढ़ावा देने के उद्देश्य से संचालित होगा, जिससे जमीनी स्तर पर लोगों की आवाज और उनकी जरूरतों को मंच मिल सके।
रेडियो जैसे माध्यम की खासियत है कि वह दूर-दराज के इलाकों तक अपनी पहुंच बना सकता है। इस रेडियो स्टेशन के जरिए न केवल सरकारी योजनाओं और जन कल्याण कार्यक्रमों की जानकारी लोगों तक पहुँचेगी, बल्कि स्थानीय मुद्दों, सांस्कृतिक विरासत और प्रतिभाओं को भी उजागर किया जाएगा। यह स्टेशन गांदरबल के अलावा मध्य कश्मीर के आसपास के इलाकों में भी अपनी सेवाएं देगा और उन समुदायों को आवाज देगा जिन्हें अक्सर मुख्यधारा में अनसुना कर दिया जाता है।
अमरनाथ यात्रा के दौरान यह रेडियो स्टेशन समन्वय, सार्वजनिक सुरक्षा और रीयल-टाइम जानकारी का एक प्रमुख साधन बनेगा, जिससे श्रद्धालुओं और स्थानीय लोगों दोनों को लाभ होगा। इसके साथ ही यह स्टेशन लोकगीत, काव्य, प्रेरक कथाएँ और स्थानीय संगीत के जरिए क्षेत्र की सांस्कृतिक पहचान को भी संजोएगा।
न्यूज एजेंसी ANI से बातचीत में कंगन कम्युनिटी रेडियो स्टेशन के आरजे मुदस्सिर ने कहा कि यह एक रोजगारोन्मुख पहल है और स्थानीय प्रतिभाओं को पहचान दिलाने का माध्यम भी। उन्होंने कहा, "यह सामुदायिक रेडियो सरकार और आम लोगों के बीच एक सेतु का काम करता है। यहां ऐसे मुद्दे भी उठते हैं जो राष्ट्रीय या व्यावसायिक रेडियो प्लेटफॉर्म पर जगह नहीं पाते। साथ ही, यह युवाओं के लिए नए अवसर भी पैदा करता है।”
एक अन्य रेडियो जॉकी तरन्नुम ने ANI से बात करते हुए बताया कि इस रेडियो स्टेशन ने उन्हें तकनीकी दक्षता और आत्मविश्वास दिया है। उन्होंने कहा कि यह एक ऐसा मंच है, जिसने मेरी प्रतिभा को पहचाना। यहां हम रेडियो के पीछे की तकनीक से लेकर कार्यक्रम निर्माण तक सब कुछ सीखते हैं। इस पहल से न केवल मेरी पहचान बनी, बल्कि सीखने की एक नई दुनिया भी खुली।
उन्होंने भारतीय सेना का धन्यवाद करते हुए कहा कि कई युवा नशे की ओर बढ़ रहे हैं, लेकिन इस तरह के रचनात्मक मंच उन्हें बेहतर दिशा देने में मदद कर सकते हैं।
रेडियो कंगन से जुड़े वीडियो कंटेंट एडिटर आदिल रसूल ने इसे युवाओं के लिए सकारात्मक डिजिटल विकल्प बताया। उन्होंने कहा कि यह सेना और सरकार की एक बेहतरीन पहल है, जिससे मेरे जैसे युवा पर्यटन, शिक्षा और समुदाय जैसे विषयों पर काम कर पा रहे हैं। आज के समय में जब डिजिटल दुनिया की लत बढ़ती जा रही है, यह रेडियो एक नई दिशा दिखा सकता है।
स्थानीय निवासी मंजूर अहमद ने भी ANI से बातचीत में रेडियो की उपयोगिता को रेखांकित किया। उन्होंने बताया कि अब अधिकतर जानकारी हमें हमारे ही क्षेत्र के रेडियो स्टेशन से मिल जाएगी। हमारी समस्याएं और सुझाव सीधे इस माध्यम से सामने आ सकेंगे।
रेडियो कंगन 88.4 FM न सिर्फ एक प्रसारण केंद्र है, बल्कि यह युवा शक्ति को जोड़ने, सशक्त बनाने और उनकी आवाज को मुख्यधारा में लाने का प्रयास है। भारतीय सेना की इस पहल को स्थानीय स्तर पर सराहना मिल रही है और उम्मीद है कि यह आगे चलकर एक सशक्त सामुदायिक बदलाव का माध्यम बनेगा।
(साभार: ANI)
कुकू टीवी ने भारत सी.एस. को ‘माइक्रो ड्रामा’ के कंटेंट डायरेक्टर के रूप में नियुक्त किया है।
कुकू टीवी (Kuku TV) ने भारत सी.एस. को ‘माइक्रो ड्रामा’ के कंटेंट डायरेक्टर के रूप में नियुक्त किया है। यह नियुक्ति ऐसे समय में हुई है जब कंपनी डिजिटल कंटेंट और शॉर्ट फॉर्मेट की कहानियों पर अपना फोकस तेज कर रही है। भारत सी.एस. कंटेंट क्रिएशन, डिजिटल प्रोडक्शन और रणनीतिक संचालन में दो दशक से अधिक का अनुभव रखते हैं और मीडिया इंडस्ट्री के अनुभवी पेशेवर माने जाते हैं।
भारत का करियर एमेजॉन, कल्चर मशीन और प्रमुख टेलीविजन नेटवर्क्स जैसे उदय टीवी, जी टीवी, ईटीवी और यूटीवी में निभाई गई अहम भूमिकाओं से सुसज्जित है। उन्होंने कंटेंट और ऑपरेशंस दोनों क्षेत्रों में इनोवेशन और कार्यकुशलता के लिए कई उल्लेखनीय पहल की हैं।
एमेजॉन में भारत ने MPAM ऑटोमेशन टूल के विकास का नेतृत्व किया, जिससे विभिन्न प्लेटफॉर्म्स पर कंटेंट डिलीवरी की गति और सटीकता में बड़ा सुधार आया। अपने करियर में भारत अब तक 500 से अधिक टेलीविजन शो (फिक्शन और नॉन-फिक्शन दोनों), 1,000 से अधिक टीवी विज्ञापन और एक लाख से ज्यादा डिजिटल एसेट्स का निर्माण कर चुके हैं।
कल्चर मशीन में अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने खासतौर पर तमिल और तेलुगु भाषाओं में रीजनल डिजिटल चैनलों को सफलतापूर्वक लॉन्च और विकसित किया। इन प्रयासों ने दक्षिण भारतीय दर्शकों की सांस्कृतिक रुचियों को ध्यान में रखते हुए बेहतरीन एंगेजमेंट हासिल किया।
भारत सी.एस. की इस नियुक्ति को कुकू टीवी के माइक्रो ड्रामा कंटेंट विस्तार के लिए एक रणनीतिक कदम माना जा रहा है, जो दर्शकों को विविध, क्षेत्रीय और तीव्र-पक्षीय कहानियों के जरिए जोड़ने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है।