सूचना-प्रसारण सचिव अपूर्व चंद्रा ने एक्सक्लूसिव बातचीत में कहा कि सरकार को उम्मीद है कि साल के अंत तक एफएम रेडियो पर समाचार प्रसारण को अंतिम रूप दे दिया जाएगा
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समाचार4मीडिया ब्यूरो
सूचना-प्रसारण सचिव अपूर्व चंद्रा ने हमारी सहयोगी वेबसाइट 'एक्सचेंज4मीडिया' से एक्सक्लूसिव बातचीत में कहा कि सरकार को उम्मीद है कि साल के अंत तक एफएम रेडियो पर समाचार प्रसारण को अंतिम रूप दे दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि हमें इसे कैबिनेट के सामने पेश करने से पहले ही हरी झंडी मिल गई है।
चंद्रा ने कहा, 'ट्राई ने अधिक महत्वपूर्ण जानकारी के प्रसार को सक्षम बनाने के लिए रेडियो पर समाचारों के प्रसारण की सिफारिश की है। हम मोबाइल सेट पर एफएम को वापस लाने का भी प्रयास कर रहे हैं, ताकि सीधे प्रसारण की सुविधा मिल सके। इससे एफएम की पहुंच भी बढ़ेगी।
उन्होंने कहा कि ऐसा करने से कोई भी रेडियो सुन सकता है और बहुत से लोग अब भी रेडियो सुनते हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि खबरों का प्रसारण मुख्य रूप से लाइव है। अन्य माध्यमों में पहले से अपलोड की गए कंटेंट हैं और हो सकता है कि लाइव स्ट्रीमिंग न हो।
ट्राई एफएम रेडियो इंडस्ट्री में स्टेकहोल्डर्स के साथ कई महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा कर रहा है, जैसे लाइसेंस शुल्क की गणना, वर्तमान लाइसेंस अवधि का विस्तार, मोबाइल फोन में अंतर्निहित एफएम रेडियो रिसीवर की आवश्यकता और बहुत कुछ।
सूचना-प्रसारण मंत्रालय ने हाल ही में निजी एफएम रेडियो चैनलों के लिए सीबीसी विज्ञापन दरों में वृद्धि की है। यह वृद्धि बेस रेट पर लगभग 43 प्रतिशत की वृद्धि के बराबर है। इसके अलावा, प्राधिकरण ने हाल ही में निजी एफएम रेडियो चैनलों को स्वतंत्र समाचार बुलेटिन प्रसारित करने की अनुमति देने की सिफारिश की है।
जब एक्सचेंज4मीडिया ने इंडस्ट्री प्लेयर्स से संपर्क किया तो वे एफएम रेडियो इंडस्ट्री के लिए इस तरह बदलावों की संभावनाओं को लेकर काफी उत्सुक और उम्मीद से भरे दिखे।
रिलायंस ब्रॉडकास्ट नेटवर्क के सीईओ ऐब थॉमस (Abe Thomas) ने कहा, 'हाल के दिनों में रेडियो इंडस्ट्री के लिए कुछ उल्लेखनीय विकास हुए हैं, चाहे वह सात साल बाद सरकारी विज्ञापन दरों में संशोधन हो या 808 एफएम लाइसेंस की ई-नीलामी की घोषणा हो या फिर ट्राई ने वार्षिक लाइसेंस शुल्क संरचना में संशोधन और रेडियो प्लेयर्स को समाचार और समसामयिक कार्यक्रम प्रसारित करने की अनुमति देने की सिफारिशें की हों। इन सुधारों से निश्चित रूप से राजस्व को बढ़ावा मिलेगा और रेडियो एफएम की पहुंच का विस्तार होगा।
एग्जिक्यूटिव रेडियो पर समाचार और समसामयिक मामलों के प्रसारण का उत्सुकता से इंतजार कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमारा मानना है कि यह श्रोताओं और विज्ञापनदाताओं का एक नया समूह लाएगा, जिससे रेडियो प्लेयर्स श्रोताओं के साथ व्यापक जुड़ाव का पता लगाने में सक्षम होंगे।
'माय एफएम' (My FM) के सीईओ राहुल नामजोशी भी लंबे समय से लंबित इन सकारात्मक सिफारिशों को देखकर खुश हैं और उनके अनुसार, अगर इसे लागू किया जाता है तो यह रेडियो कैटेगरी के लिए एक वरदान साबित होगा। हम इस विषय पर विस्तृत विचार-विमर्श करने, सभी हितधारकों को सुनने और फिर ऐसी मजबूत सिफारिशें देने के लिए ट्राई के आभारी हैं।
उनका मानना है कि सभी सिफारिशें इंडस्ट्री की वास्तविक दिक्कतों पर आधारित हैं और उन्हें उम्मीद है कि इन सिफारिशों का वास्तविक कार्यान्वयन होगा।
हालांकि वह आगे भी अपने लोकप्रिय ऑन-एयर शो ‘Bharat Positive’ और ‘Beyond the Boundary’ (जिसे वे क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग के साथ होस्ट करते हैं) के जरिये श्रोताओं से जुड़े रहेंगे।
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Samachar4media Bureau
सीनियर रेडियो प्रोफेशनल शरत भट्टतिरिपाड ने ‘एचटी मीडिया लिमिटेड’ (HT Media Ltd) में अपनी 17 साल पुरानी पारी को विराम दे दिया है। वह ‘फीवर रेडियो नेटवर्क’ (Fever Radio Network) में हेड ऑफ कंटेंट के पद पर अपनी जिम्मेदारी निभा रहे थे। हालांकि वह आगे भी अपने लोकप्रिय ऑन-एयर शो ‘Bharat Positive’ और ‘Beyond the Boundary’ (जिसे वे क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग के साथ होस्ट करते हैं) के जरिये श्रोताओं से जुड़े रहेंगे।
शरत भट्टतिरिपाड पिछले 20 साल से भी ज्यादा समय से रेडियो इंडस्ट्री से जुड़े हुए हैं। एचटी मीडिया में काम करते हुए उन्होंने फीवर नेटवर्क की कंटेंट स्ट्रैटेजी को मजबूत करने, अलग-अलग मार्केट्स में ब्रैंड पहचान बनाने और कई बड़ी प्रॉपर्टीज को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
रेडियो कंटेंट की गहरी समझ, इनोवेटिव स्टोरीटेलिंग और आकर्षक ऑन-एयर अंदाज के लिए जाने जाने वाले शरत भट्टतिरिपाड ने देश के कुछ सबसे पहचान बनाने वाले रेडियो प्रोग्राम्स तैयार किए हैं।
‘एचटी मीडिया’ से पहले शरत ‘रेडियो मिर्ची’ (Radio Mirchi) और ‘रेड एफएम’ (Red FM) से जुड़े थे, जहां उन्होंने क्रिएटिव और प्रोग्रामिंग लीडर के रूप में अपनी खास पहचान बनाई।
बता दें कि शरत सरकार के MyGov प्लेटफॉर्म के लिए भी ‘GDP’ नाम का बेहद लोकप्रिय पॉडकास्ट होस्ट करते हैं, जिसने हाल ही में यूट्यूब पर 5 करोड़ (50 मिलियन) व्यूज का आंकड़ा पार कर लिया है।
एंटरटेनमेंट नेटवर्क इंडिया लिमिटेड (ENIL) ने अपने तीन FM रेडियो स्टेशन – Kanpur 91.9 FM, Lucknow 107.2 FM और Nagpur 91.9 FM को बेचने की घोषणा की है।
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Vikas Saxena
एंटरटेनमेंट नेटवर्क इंडिया लिमिटेड (ENIL) ने अपने तीन FM रेडियो स्टेशन – Kanpur 91.9 FM, Lucknow 107.2 FM और Nagpur 91.9 FM को बेचने की घोषणा की है। यह डील Abhijit Realtors & Infraventures Pvt Ltd के साथ ₹12.6 करोड़ की गई है।
यह डील केवल स्टेशनों की संपत्ति (assets) पर लागू होगी, इसमें कंपनी के ट्रेडमार्क या बौद्धिक संपदा (IP) शामिल नहीं हैं।
कंपनी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स ने 16 नवंबर को बैठक में इस प्रस्ताव को मंजूरी दी। इस डील के लिए सूचना-प्रसारण मंत्रालय (MIB) की अनुमति और कुछ शर्तों के पूरा होने की जरूरत होगी।
मुख्य बातें:
FY 2024-25 में इन तीन रेडियो स्टेशनों का टर्नओवर ₹2.85 करोड़ था, जो कंपनी के कुल टर्नओवर का सिर्फ 0.55% है।
डील की कुल कीमत ₹12.60 करोड़ है। इसमें से ₹3 करोड़ तुरंत Term Sheet पर हस्ताक्षर के समय दिए जाएंगे और बाकी किश्तों में भुगतान किया जाएगा।
Abhijit Realtors कंपनी के प्रमोटर या ग्रुप कंपनी से अलग है।
इस डील से ENIL के शेयरहोल्डिंग पैटर्न में कोई बदलाव नहीं होगा।
कंपनी ने बताया कि यह कदम रेडियो स्टेशन की फ्रीक्वेंसी से कमाई बढ़ाने (मॉनिटाइजेशन) के लिए उठाया जा रहा है। यदि सभी तरह की मंजूरी समय पर मिल जाती है और अन्य शर्तों को पूरा कर लिया जाता है, तो यह डील 30 सितंबर 2026 तक पूरा होने की उम्मीद है।
कंपनी के अनुसार, पिछले वित्तीय वर्ष में इन तीन स्टेशनों का कुल टर्नओवर केवल ₹2.85 करोड़ रहा, जो ENIL के कुल कारोबार का सिर्फ 0.55% है। इनकी नेट वर्थ का योगदान नगण्य है।
बता दें कि Abhijit Realtors की स्थापना 2007 में हुई थी, इसका पेड-अप कैपिटल ₹2.7 करोड़ है और यह रियल एस्टेट, रेडियो और एंटरटेनमेंट में काम करता है।
यतीश महर्षि ने कहा कि ENIL अब खुद को सिर्फ एक रेडियो कंपनी नहीं बल्कि एक 'मल्टीमीडिया एंटरटेनमेंट कंपनी' के रूप में स्थापित कर रही है, जिसकी अगुवाई डिजिटल कर रहा है।
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Vikas Saxena
एंटरटेनमेंट नेटवर्क इंडिया लिमिटेड (ENIL) के चीफ एग्जिक्यूटिव ऑफिसर यतीश महर्षि ने दूसरी तिमाही (Q2FY26) के नतीजे जारी करते हुए अर्निंग कॉल के दौरान कहा कि कंपनी ने इस तिमाही में 135.4 करोड़ रुपये की घरेलू आय दर्ज की है, जो पिछले साल की तुलना में 23.7% की मजबूत बढ़त है। कंपनी का डिजिटल और नॉन-FCT (यानी रेडियो के बाहर के विज्ञापन और इवेंट्स) बिजनेस इस ग्रोथ का मुख्य कारण रहा, जिसमें क्रमशः 149.5% और 42.2% की वृद्धि दर्ज हुई।
महर्षि ने बताया कि कंपनी का EBITDA (डिजिटल को छोड़कर) 20 करोड़ रुपये रहा और EBITDA मार्जिन 19.3% तक पहुंचा। वहीं, अंतरराष्ट्रीय कारोबार में भी 35% की वृद्धि के साथ 5.9 करोड़ रुपये की आय हुई। 30 सितंबर 2025 तक कंपनी के पास 344.7 करोड़ रुपये की मजबूत नकदी स्थिति बनी रही।
रेडियो विज्ञापन सेगमेंट में फिलहाल पूरी मीडिया इंडस्ट्री की तरह सुस्ती देखने को मिली। कई ब्रैंड्स ने GST से जुड़ी उम्मीदों और वैश्विक अनिश्चितता के चलते अपने विज्ञापन अभियान टाल दिए। इसके बावजूद ENIL ने रेडियो मार्केट में 25% की वॉल्यूम हिस्सेदारी बनाए रखी है। महर्षि ने कहा कि कंपनी का 'प्लेटफॉर्म-अज्ञेय' यानी किसी एक प्लेटफॉर्म पर निर्भर न रहने वाला बिजनेस मॉडल इसकी सबसे बड़ी ताकत है। आने वाले समय में रेडियो से सिंगल-डिजिट ग्रोथ की उम्मीद है।
नॉन-FCT यानी इवेंट्स और ब्रांड सॉल्यूशन वाले सेगमेंट से कंपनी को 34.5 करोड़ रुपये की आय हुई, जो साल-दर-साल 42.2% की वृद्धि है। खास बात यह रही कि इवेंट्स और आईपी (Intellectual Property) बिजनेस में 101% की बढ़ोतरी दर्ज हुई।
डिजिटल बिजनेस में ENIL ने शानदार प्रदर्शन किया। इस तिमाही में डिजिटल से 31.5 करोड़ रुपये की आमदनी हुई, जो पिछले साल के मुकाबले लगभग दोगुनी है। अब डिजिटल कारोबार कंपनी के पारंपरिक रेडियो बिजनेस का लगभग 33% हिस्सा बन गया है, जबकि पिछले साल यह केवल 15.9% था।
यतीश महर्षि ने बताया कि कंपनी की म्यूजिक स्ट्रीमिंग ऐप Gaana ने बेहतरीन प्रदर्शन किया है। प्लेटफॉर्म पर यूजर बेस और एंगेजमेंट दोनों बढ़े हैं। कंपनी ने इस बिजनेस में खर्च भी कम किया है- पिछले साल की तुलना में Q2 में निवेश 12.9 करोड़ से घटकर 9.8 करोड़ रुपये रह गया। यानी कंपनी अब डिजिटल में कम लागत और बेहतर मुनाफे पर ध्यान दे रही है।
यतीश महर्षि ने कहा कि ENIL अब खुद को सिर्फ एक रेडियो कंपनी नहीं बल्कि एक 'मल्टीमीडिया एंटरटेनमेंट कंपनी' के रूप में स्थापित कर रही है, जिसकी अगुवाई डिजिटल कर रहा है। आने वाले दो साल में कंपनी का लक्ष्य है कि रेडियो और नॉन-रेडियो कारोबार का अनुपात लगभग 50:50 रहे।
Gaana को लेकर यतीश महर्षि ने बताया कि फिलहाल यह केवल 'प्रीमियम पेड सर्विस' के रूप में उपलब्ध है और कंपनी इस सेगमेंट में देश की 'मजबूत नंबर-2' पोजीशन पर है। उन्होंने कहा कि म्यूजिक इंडस्ट्री अब सब्सक्रिप्शन आधारित मॉडल की ओर बढ़ रही है क्योंकि फ्री सर्विस वाले ऐड-बेस्ड मॉडल लंबे समय तक टिकाऊ नहीं रहेंगे।
उन्होंने कहा कि भारत जैसे बाजार में लोग धीरे-धीरे पेड सब्सक्रिप्शन की आदत अपना रहे हैं , यह मूल्य से ज्यादा 'व्यवहार में बदलाव' का मुद्दा है। जैसे-जैसे यूजर्स को बेहतर अनुभव और वैल्यू मिलेगी, वे म्यूजिक सर्विस के लिए भुगतान करने लगेंगे।
कंपनी के भविष्य की रणनीति पर बोलते हुए यतीश महर्षि ने कहा कि ENIL लगातार नए डिजिटल अवसरों की तलाश कर रही है। यदि कोई लाभदायक और रणनीतिक रूप से सही कंपनी मिलती है, तो ENIL उसमें निवेश पर विचार करेगी। उन्होंने कहा, 'हम अपने शेयरहोल्डर्स को बेहतर मूल्य देना जारी रखेंगे। मीडिया का दौर फिलहाल परिवर्तनशील है और हमें सही समय पर सही दिशा में आगे बढ़ना है।'
यतीश महर्षि ने बताया कि ENIL का लक्ष्य अगले साल जून-जुलाई तक Gaana को ब्रेक-ईवन यानी मुनाफे के स्तर पर लाना है। उन्होंने कहा कि कंपनी लगातार खर्च में अनुशासन बनाए हुए है और डिजिटल ग्रोथ की राह पर मजबूती से आगे बढ़ रही है।
कंपनी के अनुसार, यह कवायद ऑपरेशंस को बेहतर ढंग से संचालित करने, क्षेत्रीय स्ट्रैटेजी को मजबूत करने और देशभर में रेवेन्यू वृद्धि को तेज करने के उद्देश्य से की गई है।
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Samachar4media Bureau
‘रेडियो सिटी’ (Radio City) ने शीर्ष स्तर पर कुछ नियुक्तियां और फेरबदल किए हैं। कंपनी के अनुसार, यह कवायद ऑपरेशंस को बेहतर ढंग से संचालित करने, क्षेत्रीय स्ट्रैटेजी को मजबूत करने और देशभर में रेवेन्यू वृद्धि को तेज करने के उद्देश्य से की गई है।
कंपनी का लक्ष्य एफएम रेडियो में अपनी पकड़ और मजबूत करने के साथ-साथ डिजिटल, ब्रैंडेड कंटेंट और इंटीग्रेटेड मार्केटिंग प्लेटफॉर्म्स पर अपनी मौजूदगी को और गहराई तक ले जाना है।
इस कवायद के तहत लोचन कोठारी को वाइस प्रेजिडेंट और हेड ऑफ मार्केटिंग बनाया गया है। वे ब्रैंड स्ट्रैटेजी, मार्केटिंग और कंज्यूमर्स से जुड़ाव को मजबूत करने की जिम्मेदारी संभालेंगे।
आलोक सक्सेना को सेल्स हेड (North, East, Rajasthan, UP & Government) की जिम्मेदारी सौंपी गई है। अपनी इस भूमिका में आलोक सक्सेना अब दिल्ली, राजस्थान, उत्तर प्रदेश और पूर्वी मार्केट्स के साथ-साथ सरकारी विज्ञापन सेगमेंट की सेल्स टीम की अगुवाई करेंगे।
विनोदन पी, जो पहले दक्षिण भारत के बाजारों की कमान संभाल रहे थे, अब गुजरात और महाराष्ट्र के बाकी क्षेत्रों का भी नेतृत्व करेंगे। वहीं, महेंद्र मेनेजिस (Mahendra Menezes) अब मुंबई और मध्य प्रदेश (इंदौर) की सेल्स टीम का नेतृत्व करेंगे।
इन नियुक्तियों के बारे में रेडियो सिटी की मूल कंपनी म्यूजिक ब्रॉडकास्ट लिमिटेड (Music Broadcast Ltd) के चीफ एग्जिक्यूटिव ऑफिसर (CEO) अब्राहम थॉमस ने कहा, ‘रेडियो सिटी में मजबूत लीडरशिप और टीमवर्क ही हमारी सफलता की असली कुंजी हैं। इन नियुक्तियों के जरिये हम घरेलू टैलेंट को बढ़ावा देने के अपने संकल्प को दोहरा रहे हैं, साथ ही कंपनी में नई ऊर्जा और दृष्टिकोण भी ला रहे हैं। अविनाश, आलोक, विनोदन, महेंद्र और लोचन, ये सभी रेडियो सिटी की आत्मा (जुनून, प्रदर्शन और भविष्य की तैयारी) का प्रतिनिधित्व करते हैं। मुझे पूरा विश्वास है कि यह टीम हमारे ब्रैंड को सफलता और इनोवेशन के नए आयामों तक ले जाएगी।’
वहीं, ‘रेडियो सिटी’ के चीफ रेवेन्यू ऑफिसर (CRO) अविनाश नायर ने कहा, ‘रेडियो सिटी की असली ताकत हमारे लोगों में और क्लाइंट्स व ऑडियंस के साथ उनके गहरे रिश्तों में है। आलोक, विनोदन और महेंद्र ने अपने-अपने क्षेत्रों में शानदार नेतृत्व दिखाया है, वहीं लोचन हमारे मार्केटिंग प्रयासों में नई ऊर्जा और स्ट्रैटेजिक विजन लाते हैं। यह पूरी लीडरशिप टीम मिलकर रेडियो सिटी की ग्रोथ, इनोवेशन और देशभर के श्रोताओं से हमारे जुड़ाव को और मजबूत करेगी।’
ऑडियो स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म 'गाना' (Gaana) का संचालन करने वाली कंपनी एंटरटेनमेंट नेटवर्क (इंडिया) लिमिटेड (ENIL) ने सितंबर 2025 में खत्म हुई दूसरी तिमाही और पहली छमाही के वित्तीय नतीजे जारी किए हैं।
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एफएम रेडियो चैनल 'रेडियो मिर्ची' और ऑडियो स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म 'गाना' (Gaana) का संचालन करने वाली कंपनी एंटरटेनमेंट नेटवर्क (इंडिया) लिमिटेड (ENIL) ने सितंबर 2025 में खत्म हुई दूसरी तिमाही और पहली छमाही के वित्तीय नतीजे जारी किए हैं।
कंपनी ने दूसरी तिमाही (Q2FY26) में कुल 141 करोड़ रुपये का कंसोलिडेटेड रेवेन्यू दर्ज किया, जो पिछले साल की तुलना में 24.3% की बढ़त दर्शाता है। घरेलू कारोबार से कंपनी को 135.4 करोड़ रुपये की आय हुई, जो पिछले साल की समान अवधि से 23.7% अधिक है। यह वृद्धि मुख्य रूप से इवेंट्स, सॉल्यूशंस और डिजिटल कारोबार में शानदार प्रदर्शन की वजह से हुई।
कंपनी का घरेलू EBITDA (ब्याज, कर, मूल्यह्रास और अमॉर्टाइजेशन से पहले का लाभ) 5% बढ़ा, जो यह दिखाता है कि कंपनी की अलग-अलग तरह की रणनीतिक का असर मजबूती से दिख रहा है। यदि डिजिटल कारोबार को छोड़ दिया जाए, तो EBITDA 20 करोड़ रुपये रहा और EBITDA मार्जिन 19.3% पर स्थिर रहा।
ENIL का डिजिटल कारोबार इस तिमाही में बेहद तेजी से बढ़ा। डिजिटल से कंपनी को 31.5 करोड़ रुपये की आय हुई, जो अब कंपनी के कोर रेडियो विज्ञापन राजस्व का 52.5% हिस्सा बन गया है, जबकि पिछले साल यही हिस्सा सिर्फ 21.4% था। यह उछाल मुख्य रूप से Gaana प्लेटफॉर्म पर बढ़ते यूजर बेस और मजबूत एंगेजमेंट की वजह से आया। खास बात यह रही कि यह वृद्धि कम निवेश के साथ हासिल हुई। डिजिटल बिजनेस में निवेश घटकर 12.9 करोड़ से 9.8 करोड़ रुपये रह गया।
हालांकि रेडियो विज्ञापन कारोबार पर अब भी कमजोर मांग और विज्ञापनदाताओं की सतर्कता का असर दिखा, लेकिन ENIL के डिजिटल, इवेंट्स और ब्रैंडेड सॉल्यूशंस से हुई तेज वृद्धि ने इस कमी को पूरा कर दिया। कंपनी की इंटरनेशनल यूनिट ने भी अच्छा प्रदर्शन किया और 5.9 करोड़ रुपये का राजस्व हासिल किया, जो पिछले साल की तुलना में 35% अधिक है।
कंपनी की वित्तीय स्थिति मजबूत बनी हुई है। 30 सितंबर 2025 तक ENIL के पास 344.7 करोड़ रुपये की नकद राशि (cash balance) थी, जो उसकी स्थिरता और मजबूत प्रबंधन को दर्शाता है।
कंपनी के सीईओ यतीश महर्षि ने कहा, “इस तिमाही के नतीजे हमारे ट्रांसफॉर्मेशन जर्नी की सफलता और विविध कारोबारी मॉडल की ताकत को दिखाते हैं। डिजिटल, इवेंट्स और सॉल्यूशंस से मिली मजबूत ग्रोथ बताती है कि हम एक फुल-स्पेक्ट्रम ऑडियो एंटरटेनमेंट कंपनी बनने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं।”
उन्होंने आगे कहा कि पारंपरिक मीडिया में विज्ञापन मांग धीमी रहने के बावजूद, हमारी विविधता और नए राजस्व स्रोतों ने हमें संतुलित बनाए रखा है। आने वाले समय में कंपनी अपने ट्रांसफॉर्मेशन को और तेज करेगी, ताकि उसका बिजनेस पोर्टफोलियो भविष्य के लिए तैयार और संतुलित बन सके।
बता दें कि ENIL की स्थापना जून 1999 में हुई थी और यह BSE व NSE में सूचीबद्ध कंपनी है। इसका मुख्यालय मुंबई में है और यह देश के 63 शहरों में एफएम रेडियो स्टेशन संचालित करती है। कंपनी की प्रमोटर है बेनेट, कोलमैन एंड कंपनी लिमिटेड (BCCL), जो टाइम्स ऑफ इंडिया ग्रुप की प्रमुख कंपनी है और भारत के सबसे पुराने और बड़े मीडिया समूहों में से एक है।
कंपनी के सीईओ अब्राहम थॉमस ने बताया कि इस तिमाही में कंपनी ने अपनी कार्यप्रणाली को और मजबूत व लाभदायक बनाने के लिए कई रणनीतिक कदम उठाए हैं।
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Vikas Saxena
रेडियो सिटी की मूल कंपनी म्यूजिक ब्रॉडकास्ट लिमिटेड ने सितंबर 2025 में समाप्त दूसरी तिमाही के वित्तीय नतीजों पर हाल ही में चर्चा की। इस दौरान कंपनी के सीईओ अब्राहम थॉमस ने बताया कि इस तिमाही में कंपनी ने अपनी कार्यप्रणाली को और मजबूत व लाभदायक बनाने के लिए कई रणनीतिक कदम उठाए हैं। उन्होंने बताया कि कंपनी ने कुल कर्मचारियों की संख्या में 10 से 15 फीसदी तक की कमी की गई है और अब 13 लाइव स्टेशनों व 26 वर्चुअल स्टेशनों के साथ “एसेट-लाइट” मॉडल की ओर बढ़ी है। इससे श्रोताओं या विज्ञापनदाताओं के अनुभव पर कोई असर नहीं पड़ा है।
कंपनी ने अपने कुछ डिजिटल प्रोजेक्ट्स में भी बदलाव किए हैं। ‘RC स्टूडियो’ को बंद कर दिया गया है, जबकि ‘RC Swapper’ (पॉडकास्ट प्लेटफॉर्म) को radiocityindia.in के साथ जोड़ दिया गया है। वहीं, ‘Muzartdisco’ प्लेटफॉर्म को जीरो कैश इनवेस्टमेंट मॉडल में बदल दिया गया है और ‘SMINCO’ को अब अन्य प्लेटफॉर्म्स के साथ साझेदारी के मॉडल में ले जाया गया है।
अब्राहम थॉमस ने बताया कि कंपनी ने अपने रेडियो प्रोग्रामिंग को भी ऑप्टिमाइज किया है। टॉप नौ मार्केट्स को छोड़कर बाकी सभी शहरों में अब चार की बजाय तीन शो होंगे। “हब एंड स्पोक” मॉडल अपनाया गया है, जिसके तहत मुख्य स्टेशन आसपास के शहरों के लिए कंटेंट तैयार करेगा। प्रसारण का समय अब रोजाना 16 से 18 घंटे तक सीमित किया गया है और नया कंटेंट प्लान भी शुरू किया गया है। इन सभी कदमों से कंपनी को हर तिमाही लगभग 6 से 7 करोड़ रुपये की बचत होगी।
दूसरी तिमाही में कंपनी की कुल आय 37.8 करोड़ रुपये रही, जबकि ऑपरेटिंग ईबीआईटीडीए 1.4 करोड़ रुपये रहा। हालांकि मांग कमजोर रहने के कारण प्रदर्शन थोड़ा सीमित रहा, क्योंकि जीएसटी लाभों की घोषणा से पहले कई विज्ञापनदाताओं ने अपने कैंपेन स्थगित कर दिए थे। सितंबर में जीएसटी ट्रांजिशन डेट के बाद विज्ञापन गतिविधियों में धीरे-धीरे सुधार देखने को मिला।
थॉमस ने आगे बताया कि इस तिमाही में कंपनी का मार्केट शेयर 18 फीसदी रहा। रेडियो सिटी विज्ञापनदाताओं की पहली पसंद बनी रही और रेडियो सेक्टर में 42 फीसदी क्लाइंट बेस के साथ अपनी लीडरशिप बरकरार रखी। रेडियो में आने वाले नए विज्ञापनदाताओं में से 34 फीसदी ने रेडियो सिटी को चुना, जो इसकी मजबूत ब्रैंड पोजिशन और डेटा-ड्रिवन मार्केटिंग की सफलता को दर्शाता है।
कंपनी ने इस तिमाही में अपने राजस्व स्रोतों को विविध बनाने पर भी जोर दिया। कुल आय का लगभग 34 फीसदी हिस्सा ब्रैंडेड प्रॉपर्टीज, डिजिटल वेंचर्स, स्पॉन्सरशिप्स और खास इवेंट्स जैसे वैकल्पिक राजस्व स्रोतों से आया। इससे कंपनी का बिजनेस पोर्टफोलियो और अधिक संतुलित व स्थिर हुआ है।
कंपनी के सीईओ ने बताया कि दूसरी तिमाही की आय 37.8 करोड़ रुपये और पहली छमाही की कुल आय 87.2 करोड़ रुपये रही। तिमाही का EBITDA 1.4 करोड़ रुपये और आधे साल का EBITDA 9.3 करोड़ रुपये रहा। ब्याज घटाने के बाद तिमाही में कंपनी को 4.6 करोड़ रुपये का घाटा हुआ। 30 सितंबर 2025 तक कंपनी के पास 362 करोड़ रुपये की नकद राशि उपलब्ध रही।
अब्राहम थॉमस ने कहा कि कंपनी द्वारा किए गए इन रणनीतिक बदलावों से हर तिमाही में 6 से 7 करोड़ रुपये की लागत घटेगी और इससे दीर्घकालिक स्थिरता और लाभप्रदता दोनों में सुधार होगा। उन्होंने कहा कि विज्ञापन बाजार में सुधार और सकारात्मक माहौल को देखते हुए आने वाले महीनों में कंपनी को और मजबूत वृद्धि की उम्मीद है।
'रेडियो सिटी' (Radio City) का संचालन करने वाली कंपनी म्यूजिक ब्रॉडकास्ट लिमिटेड ने अपने सीनियर मैनेजमेंट में बड़ा बदलाव किया है।
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Vikas Saxena
'रेडियो सिटी' (Radio City) का संचालन करने वाली कंपनी म्यूजिक ब्रॉडकास्ट लिमिटेड ने अपने सीनियर मैनेजमेंट में बड़ा बदलाव किया है। कंपनी ने नेहा कदम को ह्यूमन रिसोर्सेस (HR) का हेड और सीनियर मैनेजमेंट पर्सनल के तौर पर नियुक्त किया है। यह नियुक्ति 24 नवंबर 2025 से प्रभावी होगी।
कंपनी ने बताया कि यह फैसला 29 अक्टूबर 2025 को हुई बोर्ड मीटिंग में लिया गया, जिसमें नॉमिनेशन और रेम्यूनरेशन कमेटी की सिफारिश पर नेहा कदम की नियुक्ति को मंजूरी दी गई।
बता दें कि नेहा कदम के पास 14 साल से भी ज्यादा का अनुभव है और उन्होंने कई क्रिएटिव, डिजिटल और बिजनेस सेक्टर में काम किया है। उनका अनुभव लर्निंग एंड डेवलपमेंट, इंटरनल कम्युनिकेशन, HR बिजनेस पार्टनरिंग, और कल्चर इनिशिएटिव्स से जुड़ा रहा है।
नेहा कदम ने ह्यूमन रिसोर्सेस में MBA किया है। वह मैनेजमेंट स्टडीज में ग्रेजुएट हैं। इसके अलावा उन्होंने पब्लिक रिलेशंस व ऐडवर्टाइजिंग में डिप्लोमा किया है।
पॉलिसी का उद्देश्य दूरदर्शन और आकाशवाणी के विशाल टीवी और रेडियो आर्काइव से कंटेंट को मोनेटाइज करना और इसे ज्यादा लोगों तक पहुंचाना है
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Samachar4media Bureau
प्रसार भारती अपनी नई कंटेंट सिंडिकेशन पॉलिसी 2025 को मध्य नवंबर तक फाइनल करने वाला है। यह कदम प्रमुख इंडस्ट्री स्टेकहोल्डर्स के साथ हुई सलाह-मशविरों के बाद उठाया जा रहा है।
'इंडियन एक्सप्रेस' की एक रिपोर्ट के मुताबिक, प्रसार भारती के सीईओ गौरव द्विवेदी ने बताया कि अगले 10–12 दिनों में हम इंडस्ट्री कंसल्टेशन आयोजित करेंगे। मुझे लगता है कि मध्य नवंबर तक यह प्रक्रिया पूरी हो जाएगी।
पॉलिसी का उद्देश्य दूरदर्शन और आकाशवाणी के विशाल टीवी और रेडियो आर्काइव से कंटेंट को मोनेटाइज करना और इसे ज्यादा लोगों तक पहुंचाना है। साथ ही, यह देश और विदेश के प्लेटफॉर्म्स के साथ स्ट्रैटेजिक कोलैबोरेशन की राह भी खोलेगी।
पॉलिसी के ड्राफ्ट और कंसल्टेशन नोट पिछले महीने OTT प्लेटफॉर्म्स, टीवी चैनल्स, रेडियो नेटवर्क्स, टेलीकॉम ऑपरेटर्स और कंटेंट एग्रीगेटर्स को भेजे गए थे। इसमें मोनेटाइजेशन मॉडल और रेगुलेटरी फ्रेमवर्क पर फीडबैक मांगा गया।
पॉलिसी के अनुसार कंटेंट सिंडिकेशन को तीन श्रेणियों में बांटा जाएगा- फ्री या पब्लिक, कमर्शियल और इंटरनेशनल।
फ्री या पब्लिक कैटेगरी: इसमें सरकारी विभाग, शैक्षणिक संस्थान और कम्युनिटी मीडिया गैर-व्यावसायिक, शैक्षणिक और जागरूकता उद्देश्यों के लिए कंटेंट इस्तेमाल कर सकते हैं। साथ ही, कंटेंट में कोई बदलाव करने के लिए पूर्व अनुमति लेना अनिवार्य होगा।
कमर्शियल कैटेगरी: OTT प्लेटफॉर्म्स, टीवी चैनल्स, एग्रीगेटर्स, टेलीकॉम कंपनियां और इन-फ्लाइट एंटरटेनमेंट प्रोवाइडर्स कंटेंट का इस्तेमाल पेड लाइसेंसिंग, रिवेन्यू-शेयर एग्रीमेंट्स या बंडल्ड ऑफर के जरिए कर सकेंगे। एक्सक्लूसिव राइट्स मामले के हिसाब से दी जा सकती हैं।
इंटरनेशनल कैटेगरी: इसमें विदेशी ब्रॉडकास्टर्स, डायस्पोरा प्लेटफॉर्म्स और कल्चरल ऑर्गनाइजेशन शामिल होंगे। ये राइट्स ग्लोबल या टेरिटरी-स्पेसिफिक, एक्सक्लूसिव या नॉन-एक्सक्लूसिव आधार पर जारी की जा सकती हैं।
प्रसार भारती फ्लैट-फी लाइसेंसिंग, हाइब्रिड मिनिमम गारंटी + रिवेन्यू-शेयर और बार्टर-बेस्ड कंटेंट एक्सचेंज जैसे लचीले मोनेटाइजेशन मॉडल भी अपनाने पर विचार कर रहा है।
पॉलिसी में AI-संचालित ऐडवर्टाइजिंग, ब्लॉकचेन-एनबल्ड रॉयल्टी ट्रैकिंग और एड्रेसेबल टीवी जैसे नए टूल्स के इस्तेमाल को बढ़ावा देने की बात भी कही गई है।
ड्राफ्ट के अनुसार, एक सिंडिकेशन रिव्यू कमिटी (SRC) बनाई जाएगी, जो सभी सिंडिकेशन अप्लिकेशन की समीक्षा करेगी ताकि संपादकीय, कानूनी और वित्तीय मानकों का पालन हो।
इसके अलावा, पॉलिसी में रेट कार्ड, ब्रांडिंग गाइडलाइन्स, मेटाडेटा टेम्प्लेट्स और प्रतिबंधित उपयोग के मामलों (जैसे राजनीतिक विज्ञापन और AI ट्रेनिंग के लिए बिना अनुमति कंटेंट इस्तेमाल) की भी जानकारी शामिल है।
प्रसार भारती ने अपने डिजिटल प्लेटफॉर्म्स, खासकर रेडियो और संबंधित सेवाओं पर स्ट्रीमिंग क्षमता बढ़ाने के लिए कंटेंट डिलीवरी नेटवर्क सेवाओं पर फीडबैक आमंत्रित किया है।
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Samachar4media Bureau
देश के सार्वजनिक प्रसारक प्रसार भारती ने अपने डिजिटल प्लेटफॉर्म्स, खासकर रेडियो और संबंधित सेवाओं पर स्ट्रीमिंग क्षमता बढ़ाने के लिए कंटेंट डिलीवरी नेटवर्क (CDN) सेवाओं पर फीडबैक आमंत्रित किया है। यह कदम प्रसार भारती की डिजिटल विस्तार रणनीति का हिस्सा है।
15 अक्टूबर 2025 को जारी एक ऑफिस मेमो में प्रसार भारती ने बताया कि वह GeM (Government e-Marketplace) पोर्टल पर CDN सेवाओं और डेटा डिलीवरी सॉल्यूशंस के लिए नई टेंडर प्रक्रिया शुरू करने वाला है। इन सेवाओं का उद्देश्य रेडियो चैनलों और अन्य डिजिटल ब्रॉडकास्ट की लाइव स्ट्रीमिंग को सुचारू बनाना है।
ड्राफ्ट तकनीकी विशिष्टताओं को संभावित बोलीदाताओं, ओरिजिनल इक्विपमेंट मैन्युफैक्चरर्स (OEMs) और उनके अधिकृत डीलर्स या विक्रेताओं से इनपुट लेने के लिए प्रकाशित किया गया है। प्रसार भारती ने जोर दिया है कि सभी फीडबैक के साथ बजट का अनुमान भी भेजा जाए, ताकि टेंडर फाइनल करने से पहले संभावित लागत का वास्तविक आकलन किया जा सके।
उद्योग के विशेषज्ञों को 3 नवंबर 2025 तक अपने सुझाव और बजट को ade-it@prasarbharati.gov.in पर ईमेल करने के लिए कहा गया है।
यह पहल प्रसार भारती की IT और कंटेंट डिलीवरी इंफ्रास्ट्रक्चर को आधुनिक बनाने की दिशा में एक और कदम है। इसका उद्देश्य अकाशवाणी की लाइव स्ट्रीमिंग सेवाओं और प्रसार भारती न्यूज सर्विसेज (PBNS) जैसे डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर एक्सेसिबिलिटी और यूजर अनुभव को बेहतर बनाना है।
फीडबैक आमंत्रण प्रसार भारती के असिस्टेंट डायरेक्टर (IT) सिम्मी मित्तल द्वारा जारी किया गया है, और इस ड्राफ्ट नोटिस को PBNS निदेशालय द्वारा प्रसार भारती की कॉर्पोरेट वेबसाइट पर प्रकाशित किया जाएगा।
चुनाव आयोग ने बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के लिए राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त सभी राजनीतिक दलों को दूरदर्शन और आकाशवाणी पर मुफ्त प्रसारण और टेलीकास्ट समय देने की घोषणा की है।
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Samachar4media Bureau
चुनाव आयोग ने बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के लिए राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त सभी राजनीतिक दलों को दूरदर्शन और आकाशवाणी पर मुफ्त प्रसारण व टेलीकास्ट के लिए समय देने की घोषणा की है। इसके तहत अब पार्टियों को डिजिटल टाइम वाउचर आवंटित किए जाएंगे।
यह पहल जन प्रतिनिधित्व अधिनियम, 1951 की धारा 39ए के तहत शुरू की गई है, जिसका उद्देश्य चुनाव अवधि के दौरान सभी मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों को सरकारी मीडिया पर समान अवसर प्रदान करना है। चुनाव आयोग ने बताया कि इस बार यह व्यवस्था पूरी तरह आईटी आधारित डिजिटल सिस्टम पर होगी, जिससे पहले की मैनुअल वाउचर प्रक्रिया को खत्म किया जा रहा है।
प्रसारण और टेलीकास्ट का समय उम्मीदवारों की सूची जारी होने से लेकर मतदान की तारीख से दो दिन पहले तक उपलब्ध रहेगा। इस दौरान विभिन्न चरणों के लिए समय-सारणी लॉटरी के माध्यम से तय की जाएगी, जिसमें राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि और राज्य मुख्य निर्वाचन अधिकारी के दफ्तर के अधिकारी मौजूद रहेंगे।
प्रत्येक योग्य राजनीतिक दल को दूरदर्शन और आकाशवाणी दोनों पर 45 मिनट का मुफ्त प्रसारण समय दिया जाएगा। इसके अलावा, पिछले बिहार विधानसभा चुनावों में दलों के प्रदर्शन के आधार पर अतिरिक्त समय भी दिया जा सकता है। ये प्रसारण राज्य के क्षेत्रीय नेटवर्क्स पर प्रसारित किए जाएंगे, ताकि सभी इलाकों में बराबर पहुंच बनाई जा सके।
राजनीतिक दलों को अपने भाषणों की स्क्रिप्ट और रिकॉर्डिंग पहले से जमा करनी होगी और यह पूरी तरह चुनाव आयोग और प्रसार भारती के दिशा-निर्देशों के अनुरूप होनी चाहिए। रिकॉर्डिंग का काम दूरदर्शन/आकाशवाणी केंद्रों पर या ऐसे स्टूडियो में किया जा सकेगा जो प्रसार भारती के तकनीकी मानकों को पूरा करते हों।
इसके अलावा, प्रसार भारती दोनों प्लेटफॉर्म्स पर अधिकतम दो पैनल चर्चाओं या डिबेट्स का आयोजन भी करेगी, जिनमें प्रत्येक योग्य दल का एक प्रतिनिधि भाग ले सकेगा। इन चर्चाओं का संचालन एक मान्यताप्राप्त समन्वयक (मॉडरेटर) द्वारा किया जाएगा ताकि दर्शकों को संतुलित और जानकारीपूर्ण चर्चा देखने को मिले।
चुनाव आयोग ने कहा कि यह पहल चुनावी संवाद प्रक्रिया में पारदर्शिता, समान अवसर और डिजिटल कुशलता लाने के लिए की गई है, ताकि सभी प्रमुख राजनीतिक दलों की आवाज विश्वसनीय राष्ट्रीय मीडिया प्लेटफॉर्म्स के माध्यम से जनता तक पहुंच सके।