सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने वरिष्ठ पत्रकार कोम्मिनेनी श्रीनिवास राव (Kommineni Srinivasa Rao) को अंतरिम जमानत देते हुए तुरंत रिहा करने का आदेश दिया है।
सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने वरिष्ठ पत्रकार कोम्मिनेनी श्रीनिवास राव (Kommineni Srinivasa Rao) को अंतरिम जमानत देते हुए तुरंत रिहा करने का आदेश दिया है। राव को 9 जून को उस लाइव डिबेट शो के सिलसिले में गिरफ्तार किया गया था, जिसमें एक पैनलिस्ट द्वारा अमरावती की महिलाओं को लेकर कथित आपत्तिजनक टिप्पणी की गई थी। यह कार्यक्रम 'साक्षी टीवी' (Sakshi TV) पर प्रसारित हुआ था, जिसकी मेजबानी राव कर रहे थे।
जस्टिस प्रशांत कुमार मिश्रा और मनमोहन की आंशिक अवकाशकालीन पीठ ने इस मामले की सुनवाई करते हुए कहा कि पत्रकार राव ने खुद ऐसा कोई बयान नहीं दिया था, बल्कि यह टिप्पणी कार्यक्रम में शामिल एक पैनलिस्ट ने की थी। कोर्ट ने साफ कहा कि इस मामले में राव के पत्रकारिता अधिकारों और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की रक्षा आवश्यक है।
कोर्ट ने अपने आदेश में कहा, "याचिकाकर्ता ने स्वयं उस टीवी शो में आपत्तिजनक टिप्पणी नहीं की थी, इसलिए उनके पत्रकारिता अधिकारों को सुरक्षित रखना आवश्यक है ताकि उनकी अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता भी बनी रहे। हम ट्रायल कोर्ट द्वारा निर्धारित शर्तों के अधीन याचिकाकर्ता की रिहाई का आदेश देते हैं।"
सुप्रीम कोर्ट ने यह भी निर्देश दिया कि श्रीनिवास राव आगे किसी भी शो में इस तरह की अपमानजनक टिप्पणियां न करें और न ही किसी को ऐसी बात कहने की अनुमति दें।
9 जून को आंध्र प्रदेश पुलिस ने हैदराबाद से राव को उस शो के लिए गिरफ्तार किया था जिसमें 6 जून को अमरावती को लेकर कथित अपमानजनक टिप्पणियां की गई थीं। पुलिस को इस मामले में कई शिकायतें मिली थीं जिनमें कहा गया कि अमरावती क्षेत्र की महिलाओं के बारे में शो में आपत्तिजनक बातें कही गईं।
मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने पहले एक बयान में कहा था कि राजनीतिक द्वेष या मीडिया विश्लेषण के नाम पर महिलाओं के खिलाफ अभद्र और अपमानजनक टिप्पणियां अक्षम्य अपराध हैं। उन्होंने चेतावनी दी थी कि राजधानी अमरावती के खिलाफ सुनियोजित साजिश के तहत महिलाओं की भावनाओं को आहत करने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
प्रसार भारती और हैंडबॉल एसोसिएशन ऑफ इंडिया (HAI) ने तीन साल की साझेदारी के तहत समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए हैं
प्रसार भारती और हैंडबॉल एसोसिएशन ऑफ इंडिया (HAI) ने तीन साल की साझेदारी के तहत समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए हैं। इस समझौते के तहत अब HAI द्वारा आयोजित सभी राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय हैंडबॉल प्रतियोगिताओं का प्रसारण दूरदर्शन स्पोर्ट्स (DD Sports), वेव्स ओटीटी (Waves OTT) और प्रसार भारती के अन्य डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर किया जाएगा।
इस MoU का औपचारिक आदान-प्रदान प्रसार भारती के CEO गौरव द्विवेदी और HAI के एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर आनंदेश्वर पांडेय के बीच हुआ। इस मौके पर प्रसार भारती के चेयरमैन नवीन कुमार सहगल समेत कई विशिष्ट हस्तियां उपस्थित रहीं।
समझौते पर हस्ताक्षर के अवसर पर प्रसार भारती के चेयरमैन नवीन कुमार सहगल ने कहा, “यह भारत में हैंडबॉल के एक नए युग की शुरुआत भर है। हमें उम्मीद है कि मजबूत मीडिया और संस्थागत भागीदारी के सहयोग से भारतीय खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उत्कृष्ट प्रदर्शन करेंगे। माननीय प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण के अनुरूप, DD Sports ने लगातार उभरती प्रतिभाओं, जमीनी स्तर के टूर्नामेंट्स और समावेशी खेलों को मंच प्रदान किया है और देश के युवा खिलाड़ियों को वह पहचान दिलाई है जिसके वे हकदार हैं।”
प्रसार भारती के CEO गौरव द्विवेदी ने कहा, “यह साझेदारी भारत में उभरते खेलों को समर्थन देने और उन्हें संवारने की प्रसार भारती की प्रतिबद्धता को दर्शाती है। हमारे व्यापक नेटवर्क और राष्ट्रीय पहुंच के माध्यम से, हम हैंडबॉल को वह मंच और दृश्यता प्रदान करना चाहते हैं जिसकी उसे राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जरूरत है।”
हैंडबॉल एसोसिएशन ऑफ इंडिया की ओर से बोलते हुए एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर आनंदेश्वर पांडेय ने कहा, “यह MoU जमीनी स्तर से लेकर उच्च स्तरीय प्रतिस्पर्धा तक हैंडबॉल को लोकप्रिय बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। DD Sports पर निरंतर कवरेज से युवा खिलाड़ियों को प्रेरणा मिलेगी और देशभर में खेल का विकास तेज होगा।”
HAI के महासचिव तेजराज सिंह ने कहा, “प्रसार भारती के सहयोग से अब हैंडबॉल देश के करोड़ों दर्शकों तक पहुंचेगा। यह पहल न केवल प्रतिभा को खोजने में मदद करेगी, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की स्थिति को भी मजबूत बनाएगी।”
इस समझौते को लेकर खेल जगत में इसे एक सकारात्मक और दूरगामी असर वाली पहल के रूप में देखा जा रहा है, जिससे हैंडबॉल जैसे कम चर्चित खेल को भी देश में नई पहचान और ऊर्जा मिलने की उम्मीद है।
वरिष्ठ पत्रकार और ‘स्टार ऑफ मैसूर’ व ‘मैसुरु मित्र’ के संस्थापक-संपादक के. बी. गणपति का रविवार को मैसूरु के एक निजी अस्पताल में निधन हो गया। वह 85 वर्ष के थे।
वरिष्ठ पत्रकार और ‘स्टार ऑफ मैसूर’ व ‘मैसुरु मित्र’ के संस्थापक-संपादक के. बी. गणपति का रविवार को मैसूरु के एक निजी अस्पताल में निधन हो गया। वह 85 वर्ष के थे।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, उनका निधन दिल का दौरा पड़ने से हुआ। उनके पीछे पत्नी और दो संतानें हैं।
कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने के. बी. गणपति के निधन पर शोक जताया और उन्हें न सिर्फ पत्रकारिता का एक मजबूत स्तंभ, बल्कि व्यक्तिगत रूप से एक करीबी मित्र भी बताया। उन्होंने 'X' (पूर्ववर्ती ट्विटर) पर लिखा, "मेरे गृहनगर के वरिष्ठ पत्रकार और मेरे मित्र के. बी. गणपति के निधन से गहरा दुख पहुंचा है। उनके जाने से राज्य की पत्रकारिता जगत की एक बड़ी क्षति हुई है।"
मुख्यमंत्री ने गणपति के पांच दशकों के लंबे करियर को याद करते हुए कहा कि वे निष्पक्ष और व्यावसायिक लेखन के लिए जाने जाते थे। "स्टार ऑफ मैसूर के माध्यम से उन्होंने मैसूरु जैसे सांस्कृतिक शहर में एक व्यापक पाठक वर्ग तैयार किया। साथ ही, उन्होंने दैनिक ‘मैसुरु मित्र’ के संस्थापक संपादक के रूप में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनकी विरासत आने वाली पीढ़ी के पत्रकारों के लिए प्रेरणा होनी चाहिए।"
उपमुख्यमंत्री डी. के. शिवकुमार ने भी 'X' पर अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए लिखा, "स्टार ऑफ मैसूर अस्त हो गया।" उन्होंने गणपति को एक गहरे ज्ञान वाले व्यक्ति के रूप में याद किया और कहा, "उनके कलम से निकला हर शब्द समाज को प्रभावित करने की शक्ति रखता था। उन्होंने मैसुरु ही नहीं, बल्कि पूरे भारत और विदेशों में भी एक समर्पित पाठक वर्ग तैयार किया।"
विपक्ष के नेता आर. अशोक ने भी के. बी. गणपति के लगभग 50 वर्षों तक पत्रकारिता में दिए गए योगदान को याद करते हुए उनके रिपोर्टिंग और कॉलम लेखन की सराहना की। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि गणपति एक उपन्यासकार के रूप में भी उल्लेखनीय रचनात्मक कार्य कर चुके थे।
भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) बी. एल. संतोष ने अपनी श्रद्धांजलि में लिखा, "वरिष्ठ पत्रकार के. बी. गणपति के निधन से दुखी हूं। वे एक सज्जन और गुणवत्तापूर्ण पत्रकारिता के प्रतीक थे। उन्होंने दशकों पहले Mysuru Mithra और Star of Mysore की शुरुआत की थी। उनकी आत्मा को शांति मिले। ॐ शांति।"
के. बी. गणपति के निधन से न सिर्फ मैसूरु, बल्कि समूची भारतीय पत्रकारिता ने एक सजग, निर्भीक और सुसंस्कृत आवाज को खो दिया है।
एनयूजेआई अध्यक्ष रास बिहारी ने बताया कि तेजस्वी यादव ने एक्स पर लिखा है कि चुनाव आयोग स्वयं सामने आने की बजाय सूत्रों के हवाले से खबर प्लांट करवा रहा है कि ताकि इसकी आड़ में खेला जा सके।
नेशनल यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट्स (इंडिया) ने बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी यादव के सोशल मीडिया पोस्ट में मीडिया के सूत्रों को मूत्र बताने की कड़ी निंदा की है। एनयूजेआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष रास बिहारी और दिल्ली जर्नलिस्ट्स एसोसिएशन के अध्यक्ष राकेश थपलियाल ने मीडिया पर इस तरह की भद्दी टिप्पणी करने पर माफी मांगने की मांग की है।
माफी न मांगने पर राष्ट्रपति को ज्ञापन देकर कार्रवाई करने की मांग की जाएगी। एनयूजेआई अध्यक्ष रास बिहारी ने एक प्रेस बयान में बताया कि तेजस्वी यादव ने एक्स पर लिखा है कि चुनाव आयोग स्वयं सामने आने की बजाय सूत्रों के हवाले से खबर प्लांट करवा रहा है कि ताकि इसकी आड़ में खेला जा सके। ये वही सूत्र है जो ऑपरेशन सिंदूर के दौरान इस्लामाबाद, लाहौर और कराची पर कब्जा कर चुके थे।
तेजस्वी ने अपनी पोस्ट में लिखा है कि इसलिए हम ऐसे सूत्र को मूत्र समझते हैं। मूत्र यानि ऐसा अपशिष्ट पदार्थ जो दुर्गंध फैलाता है। तेजस्वी की इस पोस्ट पर इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ जर्नलिस्ट्स से संबंद्ध नेशनल यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट्स (इंडिया) और दिल्ली जर्नलिस्ट्स एसोसिएशन ने गहरी नाराजगी जताई है।एनयूजेआई अध्यक्ष रास बिहारी और डीजेए अध्यक्ष राकेश थपलियाल ने कहा है कि तेजस्वी यादव के एक्स पोस्ट में मीडिया पर की गई भद्दी टिप्पणी को वापस न लेने और माफी न मांगने पर राष्ट्रपति को ज्ञापन देकर शिकायत की जाएगी।
दोनों संगठनो का कहना है कि बिहार विधानसभा चुनाव से पहले ही हार की आशंका से डरकर तेजस्वी यादव बौखलाहट में इस तरह की भद्दी टिप्पणी कर रहे हैं।एनयूजेआई अध्यक्ष रास बिहारी और डीजेए अध्यक्ष राकेश थपलियाल ने कहा का लालू परिवार की मीडिया से पुरानी रंजिश हैं। मीडिया में खुलासों के कारण ही राजद अध्यक्ष को चारा घोटाले में सजा सुनाई गई थी। मीडिया में लगातार लालू परिवार के अन्य घोटाले के खुलासे के कारण ही लालू परिवार हमेशा मीडिया को निशाना बनाता रहा है। दोनों संगठनों ने तेजस्वी यादव के माफी मांगने पर आंदोलन भी छेड़ा जा सकता है।
आदरणीय वेंकैया नायडू जी का वही स्नेह। पुरानी आत्मीयता। अपनापन का भाव हमेशा अंतर्मन को अभिभूत करता है। ऊर्जा देता है।
हैदराबाद में (11 जुलाई) था। गुरु पूर्णिमा के एक दिन बाद। अवसर था, राजभाषा विभाग (गृह मंत्रालय, भारत सरकार) का स्वर्ण जयंती समारोह,'दक्षिण संवाद'। इस कार्यक्रम में सहभागी बनने की योजना बनी, तभी तय किया कि उस शाम रुककर आदरणीय वेंकैया नायडू जी M. Venkaiah Naidu से मिलूंगा। मिला। उनका वही स्नेह। पुरानी आत्मीयता। अपनापन का भाव हमेशा अंतर्मन को अभिभूत करता है। ऊर्जा देता है। संसदीय राजनीति में, सदन में आने के बाद, उच्च सदन की गरिमा, मर्यादा, अनुशासन, संसदीय परंपरा, मूल्य उनसे सीखा। उनके संवाद में 'वन लाइनर' मुहावरे या देशज लोकोक्तियां, कमेंट्स, हमेशा बड़े ज्ञानप्रद रहें। सदन में आने के बाद उनके प्रति गहरे आदर और सम्मान के साथ गुरु भाव भी रहा। इसलिए गुरुपूर्णिमा के अगले दिन मिलकर,अंतर्मन को प्रसन्नता हुई।
आदरणीय वेंकैया जी आजादी की लड़ाई के श्रेष्ठ मूल्यों के मुखर वक्ता हैं। देश के कोने- कोने में विस्मृत आजादी के नायकों का लगातार स्मरण, उन पर लिखना, उनके व्यक्तित्व का हिस्सा है। गांव, ग्रामीण विकास, छात्र, युवा,खेती,किसानी समेत ऐसे महत्वपूर्ण और जमीनी विषयों पर लगातार चिंतन करते हैं। फिर मौलिक और नए ढंग से लिखते हैं। उनका यह रचनात्मक सरोकार, सृजनात्मक सक्रियता, सार्वजनिक जीवन में हम सबको प्रेरित करता है। वेंकैया जी के व्यक्तित्व की अनेक खूबियां हम जैसे न जाने कितने असंख्य लोगों को प्रेरित करती हैं। हम सब इन पक्षों पर अक्सर चर्चा करते हैं।
सार्वजनिक जीवन में वेंकैया जी की सक्रियता लगातार बनी हुई है। यह जानकर प्रेरणा मिली। युवाओं, महिलाओं को कम्प्यूटर शिक्षा, तकनीक से जोड़ने का काम, उनका वर्षों से जारी अभियान है। यह उनकी दूरदर्शिता का ही प्रमाण है कि कंप्यूटर और सूचना तकनीक के नए युग की शुरुआत होते ही इन्होंने ग्रामीण नौजवानों को इससे जोड़ने व जुड़ने के लिए प्रेरित करने और मुफ्त कंप्यूटर शिक्षा देने का अभियान शुरू कर दिया था। समय के अनुरूप समाज, देश को गढ़ने का अभियान। मालूम हुआ कि महीने में एक बार अपने मूल गांव नेल्लूर जाते हैं। वहां स्थानीय लोगों से संवाद करते हैं।
हैदराबाद उनके घर पर आंध्रप्रदेश,तेलंगाना, दक्षिण भारत के अन्य हिस्से के सुदूर इलाके से लोग नियमित मिलने आते हैं। देश के अलग- अलग हिस्से से भी। वेंकैया जी सबको समय देते हैं। अपने अनुभव से समाज को सुंदर बनाने, देश को आगे बढ़ाने की प्रेरणा देते हैं।
वेंकैया जी का सार्वजनिक जीवन लंबा रहा है। इमरजेंसी के दिनों में जेल में बंद रहकर भी इनकी बड़ी सक्रियाता रही। जिस पार्टी से इनका जुड़ाव रहा,उसके विचारों के प्रति हमेशा प्रतिबद्ध रहे। पार्टी में अध्यक्ष पद तक पहुंचे। फिर संवैधानिक पदों पर आए।। प्रतिबद्धता और समर्पण के साथ,संवैधानिक दायित्व का निर्वहन किया। यह स्वअनुशासन, नैतिक मूल्य प्रेरक है।
वेंकैया जी की लिखने-पढ़ने में शुरू से ही गहरी रुचि रही है। भारतीय इतिहास, परंपरा,संस्कृति विषयों में उनकी दिलचस्पी और ज्ञान, दोनों अदभुत है। इसलिए उनसे मिलने गया तो उनकी रुचि के अनुरूप उन्हें एक महत्वपूर्ण किताब भेंट की। हाल में आई दुनिया के मशहूर इतिहासकार विलियम डेलरिंपल की बहुचर्चित किताब, The Golden Road : How Ancient India Transformed the World। यह पुस्तक वेंकैया जी के रुचि के अनुरूप लगी। इसमें भारत के हजारों वर्षों की सांस्कृतिक यात्रा का प्रामाणिक विवरण है। यह भी है कि हजारों वर्षों का भारत का इतिहास, दुनिया को कैसे प्रभावित करता रहा है। अनेक अनसुने प्रसंग हैं। भारत की मिट्टी की ताकत, समृद्ध परंपरा,सांस्कृतिक वैभव और विरासत का तथ्यात्मक रूप में, रोचक तरीके से वर्णन है, इस किताब में। वेंकैया जी ऐसे विषयों में गहरी रुचि रखते हैं। भारत की हर भाषा,संस्कृति,परंपरा से उनका आत्मीय अनुराग है।
उन्हें जो किताब भेंट की, उस पर अपनी ओर से लिखा, ‘With deep respect and gratitude to sri M.Venkaiah Naidu jee, who has been guiding light, source of inspiration and igniting the best within me.’
(राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश नारायण सिंह की फेसबुक वॉल से साभार)
यह इवेंट न केवल एनीमे फैंस के लिए एक उत्सव है, बल्कि भारत में जापानी पॉप-कल्चर के बढ़ते प्रभाव का प्रतीक भी है।
जापानी एनिमेटेड फिल्मों, शोज और किरदारों को समर्पित भारत का सबसे बड़ा एनीमे कन्वेंशन ‘Anime India’ इस साल 22 से 24 अगस्त के बीच मुंबई के NESCO बॉम्बे एग्जिबिशन सेंटर में आयोजित होने जा रहा है। यह इवेंट न केवल एनीमे फैंस के लिए एक उत्सव है, बल्कि भारत में जापानी पॉप-कल्चर के बढ़ते प्रभाव का प्रतीक भी है।
इस कन्वेंशन में एनीमे डायरेक्टर्स, वॉइसओवर आर्टिस्ट्स, फैन पैनल्स, फिल्म स्क्रीनिंग्स, कॉस्प्ले कॉम्पिटीशन्स, कॉन्सर्ट्स, क्विज, सिंगिंग कॉन्टेस्ट्स और कई इमर्सिव एक्सपीरियंस का आयोजन किया जाएगा। प्रशंसक यहां अपने पसंदीदा किरदारों की ऑफिशियल मर्चेंडाइज और कलेक्टिबल्स भी खरीद सकेंगे।
‘डेथ नोट’, ‘अटैक ऑन टाइटन’ और ‘स्पाय x फैमिली’ जैसे आइकॉनिक एनीमे शोज के डायरेक्टर और जापानी एनिमेटर तेत्सुरो अराकी इस इवेंट के स्पेशल गेस्ट होंगे। अराकी की क्लासिक एनीमे सीरीज में की गई क्रिएटिव कंट्रीब्यूशंस ने दुनियाभर के दर्शकों को मोहित किया है। इस कन्वेंशन में अराकी के साथ एक Q&A सेशन भी होगा, जिसमें फैंस को उनके रचनात्मक दृष्टिकोण, प्रेरणाओं और वर्कफ्लो के बारे में सीधे उनसे सुनने का दुर्लभ मौका मिलेगा।
Anime India कन्वेंशन की आधिकारिक आयोजक नेहा मेहता ने कहा, “हम तेत्सुरो अराकी की भारत में पहली यात्रा की मेजबानी करके बेहद सम्मानित महसूस कर रहे हैं। उनकी मौजूदगी Anime India को एक वैश्विक मंच पर ले जाती है और यह दर्शाती है कि भारत में एनीमे के लिए कितना गहरा जुनून है। यह उन अनगिनत प्रशंसकों के लिए एक सपना सच होने जैसा है, जो उनके काम से प्रेरित हुए हैं।”
कन्वेंशन के को-ऑर्गेनाइजर मिशाल वानवारी ने कहा, “हम भारत में पहला एनीमे कन्वेंशन लाकर बेहद उत्साहित हैं। एक एनीमे फैन के तौर पर मैं खुद लंबे समय से चाहता था कि ऐसा कुछ यहां हो।”
इतने बड़े स्तर का आयोजन इस बात का प्रमाण है कि एनीमे ने न सिर्फ भारत बल्कि दुनिया भर में किस हद तक प्रभाव डाला है और उसकी लोकप्रियता लगातार कैसे बढ़ रही है।
टिकट्स Zomato के District प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध हैं, जिनकी कीमत ₹199, ₹299, ₹799 और ₹1499 रखी गई है।
ललित फुलारा पिछले 12 सालों से मीडिया में सक्रिय हैं। वह प्रिंट, टीवी और डिजिटल तीनों माध्यमों में काम कर चुके हैं। साल 2022 में उनका पहला उपन्यास प्रकाशित हुआ था।
लेखक और पत्रकार ललित फुलारा ने अपने नए सफर की शुरुआत 'पांचजन्य डिजिटल' से की है। यहां उन्हें 'असिस्टेंट एडिटर डिजिटल' पद की जिम्मेदारी सौंपी गई है। ललित फुलारा पिछले 12 सालों से मीडिया में सक्रिय हैं। वह प्रिंट, टीवी और डिजिटल तीनों माध्यमों में काम कर चुके हैं। साल 2022 में उनका पहला उपन्यास 'घासी: लाल कैंपस का भगवाधारी' प्रकाशित हुआ था जिसे साहित्य आज तक ने युवा श्रेणी की शीर्ष 10 पुस्तकों में शामिल किया था।
ललित फुलारा ने अपने पत्रकारीय करियर की शुरुआत दैनिक भास्कर के साथ बतौर ट्रेनी सब एडिटर की थी। इसके बाद वह ‘ज़ी न्यूज’ डिजिटल का हिस्सा बन गए और सब एडिटर के तौर पर अपनी सेवाएं दीं। ‘ज़ी न्यूज’ के बाद ललित ने बतौर सीनियर सब एडिटर ‘राजस्थान पत्रिका’ का दामन थाम लिया और इसके नेशनल न्यूज रूम से जुड़ गए।
‘राजस्थान पत्रिका’ के बाद ललित फुलारा ‘नेटवर्क 18’ आ गए। वहां से उन्होंने फिर ‘जी ग्रुप’ में वापसी की। फिर ‘अमर उजाला’ के साथ अपनी नई शुरुआत की और यहां साल 2019 का चुनाव कवर करते हुए, एजुकेशन सेक्शन लीड किया। इसके बाद उन्होंने तीसरी बार 'ज़ी मीडिया' का दामन थामा और यहां तीन साल काम किया।
उत्तराखंड के मूल निवासी ललित फुलारा ने माखनलाल चतुर्वेदी विश्वविद्यालय, भोपाल के नोएडा कैंपस से पत्रकारिता में स्नातकोत्तर किया है। साल 2024 में उन्हें 'समाचार4मीडिया' ने '40 अंडर 40 पुरस्कार' से सम्मानित भी किया था। समाचार4मीडिया की ओर से ललित को अनेक बधाई।
'एक्स्प्रेसो' का यह सातवां संस्करण राजधानी दिल्ली के ताज महल होटल (लॉन्ग शैम्प, खान मार्केट के सामने) में शाम 6:30 बजे से शुरू होगा।
इंडियन एक्सप्रेस समूह द्वारा आयोजित बहुप्रतीक्षित ‘एक्स्प्रेसो’ (Expresso) कार्यक्रम, जिसे पहले 13 मई 2025 को आयोजित किया जाना था लेकिन स्थगित कर दिया गया था, अब 18 जुलाई 2025 को आयोजित किया जाएगा। यह आयोजन HSBC द्वारा प्रस्तुत किया गया है और ताज के सहयोग से आयोजित होगा।
'एक्स्प्रेसो' का यह सातवां संस्करण राजधानी दिल्ली के ताज महल होटल (लॉन्ग चैम्प, खान मार्केट के सामने) में शाम 6:30 बजे से शुरू होगा। इस बार के कार्यक्रम में दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना और भारत के पूर्व G20 शेरपा और नीति आयोग के पूर्व चेयरमैन अमिताभ कांत प्रमुख वक्ता होंगे।
बता दें कि ‘एक्स्प्रेसो’ सीरीज अपने विचारोत्तेजक संवाद, नीति-निर्माण पर प्रभाव और देश के वरिष्ठ नेताओं के साथ खुले विमर्श के लिए जानी जाती है। पहले यह कार्यक्रम अप्रत्याशित कारणों से स्थगित कर दिया गया था, लेकिन अब नई तारीख घोषित होने के साथ इसे लेकर एक बार फिर उत्साह देखा जा रहा है।
WPP अब दक्षिण एशिया में अपने नेटवर्क के भीतर GroupM से WPP Media South Asia में बदलाव को औपचारिक रूप दे रहा है। इस बदलाव के तहत दक्षिण एशिया के लिए विशेष रूप से एक नई लीडरशिप टीम की घोषणा की गई है
WPP अब दक्षिण एशिया में अपने नेटवर्क के भीतर GroupM से WPP Media South Asia में बदलाव को औपचारिक रूप दे रहा है। यह कदम इस क्षेत्र में कंपनी की रणनीतिक दिशा में बड़े बदलाव का संकेत है।
इस बदलाव के तहत दक्षिण एशिया के लिए विशेष रूप से एक नई लीडरशिप टीम की घोषणा की गई है, जिसका मकसद संचालन में दक्षता बढ़ाना, विभिन्न मार्केट्स में सहयोग को मजबूती देना और WPP की वैश्विक रणनीति के अनुरूप संगठन को ढालना है। इस बदलाव के तहत एग्जिक्यूटिव कमेटी (Executive Committee) में नए लीडर्स को जोड़ा गया है और एक नई WPP Media Leadership Council (WLC) का भी गठन किया गया है।
नई एग्जिक्यूटिव कमेटी में जिन सीनियर लीडर्स को शामिल किया गया है, उनमें उपाली नाग कुमार भी शामिल हैं। वे Wavemaker India और Motivator की चीफ स्ट्रैटेजी ऑफिसर (Chief Strategy Officer) हैं और कंज्यूमर इनसाइट्स (consumer insights) तथा मार्केट इंटेलीजेंस के आधार पर स्ट्रैटेजी तैयार करने का काम देखती हैं।
उपाली के पास मीडिया और कम्युनिकेशंस इंडस्ट्री में 25 वर्षों का अनुभव है। उन्होंने अपने करियर में कंसल्टिंग, स्ट्रैटेजी, डेटा, बिजनेस एनालिटिक्स और मीडिया जैसे क्षेत्रों में काम किया है। उन्होंने Titan Company, Starcom MediaVest, Times Television, UTV और Lowe Lintas जैसी प्रतिष्ठित कंपनियों में नेतृत्वकारी भूमिकाएं निभाई हैं। साथ ही, करियर का एक महत्वपूर्ण हिस्सा उन्होंने कंसल्टिंग के क्षेत्र में भी बिताया है।
उपाली का करियर प्रभावशाली रणनीतिक दिशा देने पर केंद्रित रहा है। वे सुनिश्चित करती हैं कि क्लाइंट का मार्केटिंग निवेश सिर्फ कुशल न हो, बल्कि दीर्घकालिक विकास भी सुनिश्चित करे और यह सब डेटा, कंज्यूमर इनसाइट्स और मापन योग्य परिणामों पर आधारित हो।
Wavemaker में उपाली एक विविध ब्रैंड पोर्टफोलियो के लिए रणनीतिक सोच का नेतृत्व करती हैं। वे नवोन्मेषी कम्युनिकेशन फ्रेमवर्क को गहराई से की गई कंज्यूमर रिसर्च के साथ जोड़ती हैं ताकि हर बिजनेस की असली जरूरत को समझा जा सके और उसका असर मार्केट में दिखे। उनका मुख्य फोकस यही रहता है कि क्लाइंट्स की मार्केटिंग रणनीति बिजनेस की असल जरूरतों के अनुरूप हो और स्पष्ट व प्रभावशाली परिणाम दे।
उपाली शिक्षा के क्षेत्र में भी सक्रिय भूमिका निभा रही हैं। वे MICA (Mudra Institute of Communications, Ahmedabad) के Academic Advisory Board की सदस्य हैं। यहां वे अपने इंडस्ट्री अनुभव से भावी मार्केटिंग लीडर्स को दिशा देने का कार्य करती हैं। उपाली खुद भी MICA की पूर्व छात्रा (alumna) हैं और अब संस्थान की रणनीति और मार्केटिंग शिक्षा को दिशा देने में योगदान दे रही हैं।
उनकी ये भी विशेषता है कि जितनी समृद्ध उनकी अंग्रेजी भाषा है, उतनी ही हिंदी जो उनके लेवल के एंटरप्रेन्योर्स में बिरले ही होती है।
साल 2006 की एक सुबह मेरी पहली बॉस जयंती रंगनाथन(फीचर एडिटर, अमर उजाला) ने मुझे अपने केबिन में बुलाया और एक विजिटिंग कार्ड दिया, जिस पर लिखा था Anurag Batra, Founder & Editor in Chief, exchange4media.
मैंने उनसे पूछा कि क्या करना है तो बोलीं अतुल जी (अतुल माहेश्वरी, मालिक अमर उजाला) ने दिया है, उनके दोस्त हैं, इनको तुम अपने कॉलम करियर यात्रा में कवर कर लेना।
मैने कॉल कर अनुराग जी से मिलने टाइम लिया और फिर एक दोपहर जब मैं दिल्ली के Connaught Place स्थित एक्सचेंज4मीडिया के ऑफिस पहुंचा तो देखा अनुराग जी कई मैगजीन के साथ अपनी सीट पर बैठे थे। मुझे पसीने से तरबतर देख पहले peon से बोले कि इनको ठंडा पानी पिलाओ। फिर जब मैं उनसे बातचीत करने लगा तो बीच में बोले कि लंच तो किया नहीं होगा अभी, मैंने सिर हिला दिया, तुरंत उन्होंने अपने साथ लंच कराया।
अब यही से शुरू होगी उनकी शख्सियत की बात। मैं एक ट्रेनी पत्रकार था उस वक्त और वो मेरे अखबार के मालिक के खास दोस्त, पर उन्होंने कहीं से भी झलकने नहीं दिया कि वो अतुल जी को जानते हैं, पहले मेरा आतिथ्य किया, फिर हम लोग की करीब दो घंटे लंबी बातचीत। ये मैं दो दशक पुरानी बात कर रहा हूं तब अनुराग जी 40 प्लस थे, वो बातचीत दस दिन बाद उस वक्त के नंबर 1 अखबार अमर उजाला में छपी तो अनुराग जी के पास फोन कॉल्स का अंबार लग गया, एक आम आदमी की तरह वो उस दौरान बहुत खुश हुए और उन्होंने बाकायदा मुझे फोन कर Thank You कहा। इसका उल्लेख इसलिए किया ताकि ये समझा जा सके कि बड़ी हस्ती होने के बावजूद उनमें Gratitude अदा करना हमेशा से रहा है। कई बार IIC में लंच- डिनर के बाद जिस तरह वो वेटर्स का शुक्रिया करते हैं, उससे मैंने भी सीखा कि जीवन में लोगों को Thanks कहना कितनी अच्छी बात है।
उनके एक बड़प्पन का जिक्र और करूंगा, वो हार्ड वर्क और डेडीकेशन का बड़ा सम्मान करते हैं। मुझे याद है कि जब मैंने समाचार4मीडिया में अपना पहला साल पूरा किया और उनसे इंक्रीमेंट की बात की तो उन्होंने मुझे अपने GK वाले घर पर बुलाया और देर रात जब HR को मेरे अप्रेजल की मेल लिख रहे थे तो मुझसे बोले कि मेल मैंने लिख दी है, तुम इंक्रीमेंट अमाउंट खुद फिल कर दो, ऐसा दिल बहुत कम मालिकों पास होता है। मैने उनके साथ दो पारीयों में कुल 6 साल काम किया है पर उनसे दो दशक पुराने मेरे रिश्ते अब परिवारिक है।
कई बार मैं उनसे इस बात से भी नाराज हुआ कि कुछ लोग उन्हें इमोशनल कर पैसा ऐंठ लेते हैं, इस पर वो मुस्कुराते हुए जवाब देते हैं कि मैं तो सिर्फ माध्यम हूं, दिलाने वाला तो ऊपर बैठा है।
उनकी ये भी विशेषता है कि जितनी समृद्ध उनकी अंग्रेजी भाषा है, उतनी ही हिंदी जो उनके लेवल के एंटरप्रेन्योर्स में बिरले ही होती है। हंसमुख और मजाक करने की आदत से युक्त अनुराग जी का सेंस ऑफ ह्यूमर जबरदस्त हे, कई बार स्ट्रेस भरे माहौल को वो अपने सेंस ऑफ ह्यूमर से सुकून भरा बना देते हैं।
नीति जी, प्रार्थना और प्रसन्ना के प्रति उनका असीमित स्नेह कई बार देखा है, आज भी याद है कि प्रार्थना की बुक लॉन्च इवेंट में जब मेरी रिक्वेस्ट पर सुधीर चौधरी जी आए और उस इवेंट को चार चांद लग गए तो इवेंट के बाद उन्होंने मेरे बॉस होने के बावजूद प्रार्थना के पिता के तौर पर मुझे ढेरों शुक्रिया का व्हाट्सएप मैसेज देर रात भेजा था।
उनकी एक विशेषता और है कि उन्हें दस हजार से भी अधिक लोगों की बर्थडे डेट याद है, वो जिससे भी मिलते है, उससे उसकी जन्मतिथि पूछते हैं और फिर वो उनके दिमाग की हार्ड डिस्क में हमेशा के लिए सेव हो जाती है।
एक बात का उल्लेख जरूरी है, कई बात उन्होंने हार्ड टाइम देखा, कभी आर्थिक तौर पर तो कभी व्यक्तिगत संबंधों के चलते, पर उनकी ऑप्टिमिस्टिक एप्रोच कभी कम नहीं हुई, भगवान पर उन्हें अटूट भरोसा रहता है
आज मीडिया में उनके 25 साल होने पर मैं इतना आश्वस्त होकर कह सकता हूं कि इस दौरान उनकी मेहनत, Ideation और डेडीकेशन ने सब रिकॉर्ड तोड़े हैं, इस मामले में उनका कोई सानी नहीं है। उनके आलोचक जो थोड़े हैं, वो भी आश्वस्त रहे कि वो उन सबको एक दिन खुश कर देंगे और उनके दिमाग में रह भी रहता है कि कैसे वो किसी का कोई भी किसी भी तरह उधार रखेंगे नहीं, समय समय पर वो अपनी भरपूर कोशिश करते हैं कि जिसका जो वाजिब हक है वो उसको मिल जाए।
अंत में मैं यहीं कहूंगा कि सर आप अपनी हेल्थ का ध्यान जरूर रहिए, अब आपको डांटने वाली ऊषा आंटी नहीं है और आप उनको हर दिन मिस भी करते हैं। यारों के यार और मीडिया सर्किल के सबसे दयालु बॉस के तौर पर आपकी ये छवि सदैव बनी रहे। ॐ साईं राम।
(लेखक अभिषेक मेहरोत्रा वरिष्ठ पत्रकार हैं)
यह मंच मध्य प्रदेश की राजनीतिक और सांस्कृतिक पृष्ठभूमि से जुड़ी प्रमुख हस्तियों को एक साथ लाकर शासन, विकास और क्षेत्रीय मुद्दों पर स्पष्ट और सार्थक संवाद स्थापित करने का अवसर प्रदान करता है।
‘इंडिया टुडे’ (India Today) समूह का डिजिटल-फर्स्ट न्यूज प्लेटफॉर्म ‘MP Tak’ भोपाल में आठ जुलाई को अपने प्रमुख कार्यक्रम ‘MP Tak बैठक’ का आयोजन कर रहा है। ‘MP Tak’ के अनुसार, यह बैठक ऐसा मंच है जो मध्य प्रदेश की राजनीतिक और सांस्कृतिक पृष्ठभूमि से जुड़ी प्रमुख हस्तियों को एक साथ लाकर शासन, विकास और क्षेत्रीय मुद्दों पर स्पष्ट और सार्थक संवाद स्थापित करने का अवसर प्रदान करता है।
इस कार्यक्रम में जिन प्रमुख वक्ताओं को आमंत्रित किया गया है, उनमें मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल, नगरीय विकास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंगार, उपमुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल, खेल और सहकारिता मंत्री विश्वास सारंग शामिल हैं।
इनके अलावा ओबीसी एवं अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री कृष्णा गौर, वरिष्ठ कांग्रेस नेता लक्ष्मण सिंह, कांग्रेस विधायक विक्रांत भूरिया, और ओलंपिक हॉकी कांस्य पदक विजेता विवेक सागर भी इस संवाद में भाग लेंगे। बैठक को सांस्कृतिक रंग देने के लिए प्रसिद्ध कवि जानी बैरागी और महेंद्र मधुर भी मंच की शोभा बढ़ाएंगे।
‘Tak चैनल्स’ के मैनेजिंग एडिटर मिलिंद खांडेकर ने इस पहल पर कहा, ‘MP Tak बैठक हमारे उस संकल्प का प्रतीक है, जिसमें हम मध्य प्रदेश के हृदय से उठती आवाज़ों को सामने लाने की कोशिश करते हैं। यह मंच राज्य की राजनीतिक और सांस्कृतिक ज़मीन से जुड़ा है। हमारा उद्देश्य है कि हम सीधे तौर पर प्रमुख नीति निर्माताओं से वे संवाद करें जो आम जनता के लिए मायने रखते हैं। दर्शकों से मिले भरपूर समर्थन से हमें और भी ऐसे मंच बनाने की प्रेरणा मिलती है जो नीति और जनता के बीच सेतु बनें और विश्वसनीय डिजिटल पत्रकारिता के माध्यम से स्थानीय मुद्दों को उजागर करें।’