ओडिशा विधानसभा में प्रेस गैलरी में पत्रकारों के मोबाइल फोन ले जाने पर रोक लगा दी गई है, जिससे राज्य में राजनीतिक माहौल गर्म हो गया है।
ओडिशा विधानसभा में प्रेस गैलरी में पत्रकारों के मोबाइल फोन ले जाने पर रोक लगा दी गई है, जिससे राज्य में राजनीतिक माहौल गर्म हो गया है। इस फैसले के विरोध में विपक्षी दलों ने बुधवार को विधानसभा की कार्यवाही का बहिष्कार किया। हालांकि, इस रोक को लेकर कोई आधिकारिक अधिसूचना जारी नहीं हुई है, लेकिन विधानसभा के प्रवेश द्वार पर सुरक्षाकर्मियों ने पत्रकारों को मोबाइल फोन अंदर ले जाने से रोक दिया।
पत्रकारों ने इस फैसले को प्रेस की स्वतंत्रता पर हमला करार देते हुए विरोध जताया और विधानसभा परिसर में महात्मा गांधी की प्रतिमा के पास धरना दिया। उनका कहना है कि बिना मोबाइल फोन के वे अपने पेशेवर कर्तव्यों का पालन नहीं कर सकते और यह प्रतिबंध अविलंब हटाया जाना चाहिए।
सूत्रों के मुताबिक, यह प्रतिबंध विधानसभा में विधायकों के बीच हुई हाथापाई की तस्वीरें और वीडियो मीडिया में प्रसारित होने के बाद लगाया गया। हालांकि, पत्रकारों का कहना है कि वे प्रश्नकाल के दौरान कार्यवाही की तस्वीरें और वीडियो लेने का पूरा अधिकार रखते हैं।
बीजद विधायक और पूर्व मंत्री अरुण कुमार साहू ने मीडिया पर प्रतिबंध की निंदा करते हुए विधानसभा अध्यक्ष से प्रेस की स्वतंत्रता में हस्तक्षेप न करने की अपील की। उन्होंने कहा कि पहले विपक्षी विधायक को निलंबित किया गया और अब पत्रकारों पर पाबंदी लगाई जा रही है, जो लोकतांत्रिक व्यवस्था के लिए उचित नहीं है।
कांग्रेस के निलंबित विधायक ताराप्रसाद बहिनीपति ने भी इस फैसले की आलोचना करते हुए कहा कि उनकी पार्टी पत्रकारों के विरोध का समर्थन करती है। पूर्व कांग्रेस विधायक सुरा राउत्रे ने भी इस प्रतिबंध को लोकतंत्र के लिए खतरनाक बताया।
मामले के बढ़ते तनाव को देखते हुए सरकार के मुख्य सचेतक सरोज प्रधान ने आंदोलन कर रहे पत्रकारों से मुलाकात की और उनकी मांगों पर चर्चा की। हालांकि, इस बातचीत से कोई ठोस समाधान नहीं निकल पाया।
फिलहाल, पत्रकारों पर मोबाइल फोन प्रतिबंध का मुद्दा तूल पकड़ता जा रहा है और देखना होगा कि सरकार और विधानसभा अध्यक्ष इस पर क्या रुख अपनाते हैं।
यूनियन ने यूट्यूब की इस ग़ैर-पारदर्शी और संवाद-विहीन कार्यवाही को लोकतांत्रिक मूल्यों के विरुद्ध बताते हुए कहा है कि यह घटना एक स्वतंत्र पत्रकार की आवाज को दबाने का प्रयास है।
‘दिल्ली यूनियन ऑफ़ जर्नलिस्ट्स’ (DUJ) ने यूट्यूब चैनल ‘Knocking News’ को बिना स्पष्ट कारण के ब्लॉक किए जाने की घटना की कड़ी निंदा की है। यूनियन ने कहा है कि यह घटना एक स्वतंत्र पत्रकार की आवाज को दबाने का प्रयास है। वरिष्ठ पत्रकार गिरिजेश वशिष्ठ के इस चैनल को पहले हैक किया गया, फिर उस पर क्रिप्टोकरेंसी से जुड़े वीडियो अपलोड किए गए और जब उन्होंने इसकी शिकायत की, तो यूट्यूब ने चैनल को ही निलंबित कर दिया गया। यूनियन ने यूट्यूब की इस ग़ैर-पारदर्शी और संवाद-विहीन कार्यवाही को लोकतांत्रिक मूल्यों के विरुद्ध बताया है और चैनल की तत्काल, बिना शर्त बहाली की मांग की है।
इस घटनाक्रम के बाद देशभर से पत्रकारों, मीडिया संगठनों और दर्शकों ने Knocking News के प्रति अपना समर्थन व्यक्त किया है। वरिष्ठ पत्रकार रवीश कुमार, अजीत अंजुम, शीतल पी सिंह, राकेश कायस्थ और उर्मिलेश समेत कई स्वतंत्र आवाजों ने इस कार्रवाई को गलत बताया और गिरिजेश वशिष्ठ के पक्ष में खड़े हुए। ट्विटर, यूट्यूब और अन्य मंचों पर आम दर्शकों ने इसे अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर हमला बताया और ‘Knocking News को वापस लाओ’ जैसी मांगों को तेज़ी से उठाया। यूनियन के अनुसार, अब यह केवल एक चैनल की लड़ाई नहीं रही, यह पत्रकारिता की स्वतंत्रता के लिए खड़े होने की मिसाल बन गई है।
‘DUJ’ ने इस मौके पर मीडिया पर हो रहे अन्य हमलों की भी याद दिलाई — जैसे कि नेशनल हेराल्ड की संपत्तियों को जब्त करना, हेराल्ड हाउस को खाली कराने की कार्रवाई, और मनी लॉन्ड्रिंग के नाम पर संपत्तियों पर कब्ज़ा करने के आदेश। यूनियन ने इन कार्रवाइयों को एक संगठित प्रयास बताया, जिसका उद्देश्य है विपक्षी मीडिया को आर्थिक और नैतिक रूप से तोड़ना, और मीडिया संस्थानों में काम करने वाले पत्रकारों की रोज़ी-रोटी को खतरे में डालना। यूनियन ने चेतावनी दी कि यदि ऐसे हमलों को अब नहीं रोका गया, तो देश का लोकतांत्रिक ढांचा और भी कमजोर हो जाएगा।
नेशनल हेराल्ड अखबार और उसकी मूल कंपनी एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (AJL) से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की सख्त कार्रवाई के बाद कांग्रेस ने आज देशभर में विरोध प्रदर्शन किया।
नेशनल हेराल्ड अखबार और उसकी मूल कंपनी एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (AJL) से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) की सख्त कार्रवाई के बाद कांग्रेस ने आज देशभर में विरोध प्रदर्शन किया। पार्टी कार्यकर्ताओं ने ED दफ्तरों के बाहर प्रदर्शन किया, जिसमें दिल्ली में कांग्रेस मुख्यालय के सामने प्रदर्शन कर रहे कई कार्यकर्ताओं को पुलिस ने हिरासत में लिया।
इससे पहले, ED ने मंगलवार को इस हाई प्रोफाइल मामले में पहली चार्जशीट दाखिल की थी, जिसमें कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी, उनके पुत्र और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, कांग्रेस नेता सैम पित्रोदा और सुमन दुबे के नाम शामिल हैं। इसके अलावा, यंग इंडियन प्राइवेट लिमिटेड, डोटेक्स मर्चेंडाइज प्राइवेट लिमिटेड और डोटेक्स से जुड़े सुनील भंडारी को भी आरोपी बनाया गया है।
चार्जशीट के अनुसार, कांग्रेस नेताओं ने AJL की ₹2,000 करोड़ की संपत्तियों पर ‘यंग इंडियन’ नामक निजी कंपनी के माध्यम से केवल ₹50 लाख में नियंत्रण प्राप्त करने के लिए आपराधिक साजिश रची। यंग इंडियन में सोनिया और राहुल गांधी के पास 38-38% हिस्सेदारी है, जबकि शेष 24% दिवंगत कांग्रेस नेता मोतीलाल वोरा और ऑस्कर फर्नांडिस के पास थी। ED के मुताबिक, इन नेताओं ने एआईसीसी द्वारा AJL को दिए गए ₹90.21 करोड़ के कर्ज को ₹9.02 करोड़ की इक्विटी में बदला और फिर वह पूरी हिस्सेदारी यंग इंडियन को ₹50 लाख में हस्तांतरित कर दी गई।
एजेंसी का दावा है कि इस प्रक्रिया से ‘अपराध से अर्जित आय’ ₹988 करोड़ रही और संबंधित संपत्तियों का मौजूदा बाजार मूल्य ₹5,000 करोड़ है। 12 अप्रैल को ED ने दिल्ली, लखनऊ और मुंबई में स्थित ₹661 करोड़ की अचल संपत्तियों को जब्त करने की प्रक्रिया शुरू की थी।
एजेंसी ने अपने आरोपपत्र में पीएमएलए की धाराओं 44, 45, और 70 के तहत अपराध की बात कही है और पीएमएलए की धारा 4 के तहत सजा की मांग की है, जिसके तहत सात साल तक की कैद हो सकती है। विशेष न्यायाधीश विशाल गोगने की अदालत में यह मामला चल रहा है और इसकी अगली सुनवाई 25 अप्रैल को दिल्ली के राउज एवेन्यू कोर्ट में होगी। कोर्ट ने ED से मामले की केस डायरी भी तलब की है।
ED ने यह भी कहा है कि यंग इंडियन को कंपनी अधिनियम की धारा 25 के तहत ‘गैर-लाभकारी’ संस्था के रूप में स्थापित किया गया था, लेकिन जांच में यह सामने आया है कि कंपनी ने कभी कोई धर्मार्थ गतिविधि नहीं की और घोषित उद्देश्यों पर कोई खर्च नहीं किया गया। जांच में यह भी कहा गया है कि यंग इंडियन ने 414 करोड़ रुपये से अधिक की कर चोरी की है, जो 2017 के आयकर विभाग के मूल्यांकन आदेश पर आधारित है।
कांग्रेस ने इस कार्रवाई को राजनीतिक बदले की भावना से प्रेरित बताया है। पार्टी के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने कहा, “नेशनल हेराल्ड की संपत्ति जब्त करना कानून के शासन का मुखौटा पहनकर किया गया राज्य प्रायोजित अपराध है। यह प्रधानमंत्री और गृह मंत्री द्वारा बदले की राजनीति और धमकाने का प्रयास है, लेकिन कांग्रेस और उसका नेतृत्व चुप नहीं बैठेगा।”
वहीं भाजपा ने कांग्रेस पर भ्रष्टाचार के आरोप दोहराए हैं। पार्टी प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा, “ED का मतलब अब ‘डकैती तथा वंशवाद का अधिकार’ नहीं है। जिन्होंने जनता की संपत्ति को हड़पने का काम किया है, उन्हें अब उसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा।”
इसी बीच, मंगलवार को कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी के पति रॉबर्ट वाड्रा भी ED के ऑफिस पहुंचे, जहां उनसे गुरुग्राम के शिकोहपुर लैंड घोटाले को लेकर पूछताछ की गई।
14 अप्रैल को राहुल गांधी और सोनिया गांधी डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती पर संसद परिसर पहुंचे थे, जहां उन्होंने उन्हें श्रद्धांजलि दी थी। अब वहीं, दोनों नेता एक बार फिर जांच एजेंसियों के निशाने पर हैं और इस कानूनी लड़ाई की अगली कड़ी अदालत में तय होगी।
भारत समाचार के प्रधान संपादक ब्रजेश मिश्रा ने समाचार4मीडिया से बात करते हुए कहा कि Folk Bharat सिर्फ एक रियलिटी शो नहीं, बल्कि एक अभियान है।
भारत समाचार ने एक अनोखा और प्रभावशाली टीवी रियलिटी शो लॉन्च करने का ऐलान किया है जिसका नाम है ‘Folk Bharat’, जिसे भोजपुरी सुपरस्टार अक्षरा सिंह एंकर करेंगी। इस शो का उद्देश्य उत्तर प्रदेश और बिहार के युवाओं को उनके क्षेत्रीय भाषाओं में अपनी प्रतिभा दिखाने का मंच देना है।
भारत समाचार के प्रधान संपादक ब्रजेश मिश्रा ने समाचार4मीडिया से बात करते हुए कहा कि Folk Bharat सिर्फ एक रियलिटी शो नहीं, बल्कि एक अभियान है। स्थानीय भाषा, संस्कृति और आवाज़ को राष्ट्रीय पहचान देने का। भारत समाचार इस शो के माध्यम से यह संदेश दे रहा है कि हर आवाज़ मायने रखती है, और जब वो अपनी ज़ुबान में होती है, तो असर कई गुना बढ़ जाता है।
उन्होंने बताया कि शो के ऑडिशन 20 अप्रैल से पटना, फिर गोरखपुर, वाराणसी और लखनऊ में आयोजित होंगे। विजेताओं को ₹10 लाख तक के इनाम मिलेंगे और साथ ही भारत समाचार टीवी पर प्रदर्शन का मौका भी मिलेगा। भारत समाचार अपने डिजिटल प्लेटफॉर्म और टीवी नेटवर्क के ज़रिए इस शो को पूरे उत्तर भारत में प्रमोट कर रहा है।
तरक्की व विकास के रथ पर सवार यूपी किस तरह से आगे बढ़ेगा और लोगों के जीवनस्तर को नई दिशा कैसे दी जा सकती है, इस पर मंथन के लिए देशभर से विशेषज्ञ जुटेंगे।
17 अप्रैल से गोमतीनगर स्थित इंदिरा गांधी प्रतिष्ठा में अमर उजाला संवाद का मंच सज चुका है। इस दो दिवसीय कार्यक्रम में राजनीतिक मुद्दों से लेकर फिल्मों, खेलकूद, राष्ट्रीय सुरक्षा, समाजसेवा, कला-संस्कृति समेत कई विषयों पर परिचर्चाएं होंगी। प्रदेश के विकास सहित अन्य मुद्दों पर बातचीत की जाएगी।
तरक्की व विकास के रथ पर सवार यूपी किस तरह से आगे बढ़ेगा और लोगों के जीवनस्तर को नई दिशा कैसे दी जा सकती है, इस पर मंथन के लिए देशभर से विशेषज्ञ जुटेंगे। अमर उजाला के वैचारिक संगम 'संवाद' में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, केंद्रीय राज्यमंत्री जितिन प्रसाद शामिल होंगे और मंच पर अपने-अपने विचार रखेंगे।
इसके अलावा बॉलीवुड के मशहूर अभिनेता इमरान हाशमी, लोकप्रिय फिल्म निर्देशक विशाल फुरिया, मशहूर अभिनेत्री नुसरत भरुचा, अदाकारा जूही बब्बर सोनी भी कार्यक्रम में शिरकत करेंगी। 'संवाद' की शुरुआत गुरुवार को लखनऊ में गोमती नगर के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में होगी। जिसमें प्रदेश के विकास समेत अन्य मुद्दों पर चर्चा होगी। देश की जानी-मानी शख्सियतें, नीति-नियंता, विचारक-विशेषज्ञ श्रोताओं से रू-ब-रू होंगे।
आयोजन की अध्यक्षता संस्थान के प्राचार्य, प्रोफेसर शिव कुमार गुप्ता ने की तथा विशिष्ट अतिथि मौलाना आज़ाद राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, भोपाल (MANIT) के सह प्राध्यापक डॉ. मनोज आर्य रहे।
भारतीय जन संचार संस्थान (आईआईएमसी) के पूर्व महानिदेशक प्रो.संजय द्विवेदी का कहना है सामाजिक परिवर्तन के लिए बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर ने पत्रकारिता को साधन बनाया और लगभग 36 साल की लंबी पत्रकारीय साधना के माध्यम से वैचारिक क्रांति की। प्रो.द्विवेदी आज क्षेत्रीय शिक्षा संस्थान, भोपाल में भारत रत्न बाबासाहेब डॉ. भीमराव अम्बेडकर की 134 वी जयंती समारोह में मुख्य अतिथि की आसंदी से संबोधित कर रहे थे।
आयोजन की अध्यक्षता संस्थान के प्राचार्य, प्रोफेसर शिव कुमार गुप्ता ने की तथा विशिष्ट अतिथि मौलाना आज़ाद राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, भोपाल (MANIT) के सह प्राध्यापक डॉ. मनोज आर्य रहे। प्रो.द्विवेदी ने कहा बाबा साहब ने समाज सुधार और सामाजिक समरसता के विचार को जनांदोलन में बदल दिया। वे संकल्प से सिद्धि के अप्रतिम उदाहरण हैं। प्रो.द्विवेदी ने कहा कि वे 'मूक समाज' को स्वर देकर उसके 'नायक' बने।
उनकी पत्रकारिता 'मूक नायक' से प्रारंभ होकर 'प्रबुद्ध भारत' तक जाती है, जो उनकी वैचारिक यात्रा को भी रेखांकित करती है। उच्च शिक्षित होने के बाद बाबा साहब ने अपनी पत्रकारिता का माध्यम अंग्रेजी के बजाए भारतीय भाषाओं को बनाया, क्योंकि वे सामान्य जनों का प्रबोधन करना चाहते थे।संस्थान के प्राचार्य प्रो. शिव कुमार गुप्ता ने अपने उद्बोधन में कहा कि समता मूलक समाज के निर्माण में बाबा साहब का योगदान अतुलनीय है। संस्थान के विद्यार्थियों आदित्य नायर एवं शिवांश पांडे के द्वारा बाबासाहेब के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डाला गया।
कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि डॉ. मनोज आर्य ने बाबा साहब के संघर्ष एवं समाज के लिए किए गए उनके कार्यों को रेखांकित करते हुए कहा कि ऐसा कोई सेवा का क्षेत्र नहीं रहा जिसके बारे में बाबासाहेब ने मार्गदर्शन न किया हो। भारतीय विदेश नीति एवं सुरक्षा, श्रम सुधारों, सिंचाई व जल प्रबंधन एवं भाषा नीति आदि सभी विषयों पर उनके विचार एवं कार्य आज भी प्रासंगिक है। उन्होंने विदेशी शक्तियों से मिले अनेक प्रलोभनों को ठुकरा कर बार-बार कहा कि हम प्रथम एवं अंतिम रूप से भारतीय हैं इसीलिए राष्ट्रहित हमारे लिए सर्वोपरि है।
कार्यक्रम का समापन मुख्य सलाहकार विद्यार्थी परिषद डॉ. सौरभ कुमार के धन्यवाद ज्ञापन से हुआ। कार्यक्रम में प्रमुख रूप से संस्थान के अधिष्ठाता, प्रोफेसर जयदीप मंडल, प्रो. चित्रा सिंह, डॉ. सुरेश मकवाना, प्रो. रत्नमाला आर्या, डॉ. संजय पंडागले, डॉ. अश्वनी गर्ग, डॉ. राम प्रकाश प्रजापति, डॉ. मंजू, डॉ अलका सिंह, डॉ. कुलवीर सिंह, डॉ. प्रद्युम्न सिंह सहित संस्थान के प्रशासनिक अधिकारी श्री महेश आसुदानी एवं विद्यार्थी उपस्थित रहे।
‘भारत एक्सप्रेस’ के सीएमडी और एडिटर-इन-चीफ उपेन्द्र राय ने बतौर गेस्ट ऑफ ऑनर ‘भारत डायलॉग्स वूमेन लीडरशिप अवॉर्ड 2025’ को किया संबोधित
समाज में बदलाव की मिसाल पेश करने वाली और विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट योगदान देने वाली महिलाओं को सम्मानित करने व उन्हें एक मंच प्रदान करने के लिए दिल्ली स्थित ‘इंडिया इंटरनेशनल सेंटर’ (IIC) में 13 अप्रैल को ‘भारत डायलॉग्स वूमेन लीडरशिप अवॉर्ड 2025’ (Bharat Dialogues Women Leadership Award 2025) का आयोजन किया गया।
‘भारत डायलॉग’ की ओर से यह आयोजन उन प्रेरणादायक महिलाओं को सम्मानित करने के लिए था, जिन्होंने समाज के विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय योगदान देकर महिला सशक्तिकरण को नई दिशा दी है। कार्यक्रम में ‘भारत एक्सप्रेस’ के सीएमडी और एडिटर-इन-चीफ उपेन्द्र राय बतौर गेस्ट ऑफ ऑनर शामिल हुए। उन्होंने अपने संबोधन में नारी शक्ति के योगदान की सराहना करते हुए उन्हें देश की प्रगति की धुरी बताया गया।
उपेन्द्र राय का कहना था कि भारत में या फिर पश्चिम में, जितने विचारक हुए, उन्होंने कहीं न कहीं स्त्रियों के बारे में बड़ी कठोर बातें कीं। यहां तक कि महात्मा बुद्ध ने भी कह दिया कि अगर स्त्रियां संघ में शामिल होंगी, तो संघ की आयु पांच सौ साल से ज्यादा नहीं होगी, लेकिन जब उनकी मां और पत्नी ने आग्रह किया, जब बुद्ध की ख्याति दुनिया भर मे चारों ओर फैल रही थी, तब उनकी मां ने भी कहा कि पुत्र मुझे भी तो मुक्ति का मार्ग चाहिए, और तुमने ऐसा क्यों कर रखा है कि स्त्रियां संघ में नहीं आ सकती हैं। क्या तुम अपनी मां में भी दोष देखते हो, तो वह अपने मां के इस आग्रह को टाल नहीं सके और संघ में प्रवेश दिया।
उपेन्द्र राय ने कहा, ‘130 साल महिलाओं को लगेंगे पुरुषों के बराबर सैलरी पाने में। और ये जो पीड़ा है, शायद इसी एक पीड़ा ने औरतों को इतना अपमानित किया कि औरतें अपना औरत होने का अस्तित्व भूलकर पुरुष बनने की दौड़ में लग गईं। पुरुषों की सत्ता ने बहुत पहले समझ लिया था कि परमात्मा आधा पुरुष है और आधा स्त्री। हमारे यहां कहा गया है कि ज्ञान की देवी सरस्वती हैं और शक्ति की देवी दुर्गा और धन की देवी लक्ष्मी। ये तीन चीजें मिलकर हमें पूरा संसार देती हैं। आदमी अपने जीवन में चाहता क्या है? धन, सम्मान, प्रेम और सुरक्षा।
इसके साथ ही उपेन्द्र राय ने यह भी कहा, ‘मैं आज आपको एक बात बोलता हूं आप 50 साल घड़ी मिलाकर रख लीजिए। पुरुष ने दुनिया पर शासन इसलिए किया, क्योंकि वह ताकतवर था, लेकिन अब शारीरिक ताकत की ज्यादा जरूरत नहीं रह गई है। अब इस दुनिया में वही शासन करेगा, जो क्रिएटिव होगा, जिसके अंदर धैर्य होगा, जिसके अंदर जितना क्षमा होगा, जिसके अंदर जितना प्यार होगा, जिसके अंदर जितनी कीर्ति होगी, जो कृष्ण कहते हैं। मैं कृष्ण की इस बात से सहमत हूं कि ये पहला मौका आया है कि स्त्रियां सही अर्थों में अगले 50 सालों में इस पृथ्वी पर शासन करेंगी। पुरुषों का शासन नहीं होगा। आपको ये जानकर हैरानी होगी कि जितने भी AI के बेस्ट मॉड्यूल बनाए गए हैं, वह सब स्त्रियों ने बनाए हैं, उसमें पुरुषों का सिर्फ 10 फीसदी योगदान है।’
इस खास मौके पर स्वर्गीय राधिका राय लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड ऑफ द ईयर – रंजना कुमारी, वूमेन लीडर ऑफ द ईयर (पॉलिटिक्स) – चारू प्रज्ञा, वूमेन लीडर ऑफ द ईयर (मीडिया) – महक, वूमेन ऑफ द ईयर (गवर्नमेंट) – उमूल खैर, वूमेन लीडर ऑफ द ईयर (मार्केटिंग) – अनिका बोहरा, वूमेन लीडर ऑफ द ईयर (कॉरपोरेट कम्युनिकेशन) – ज्योत्सना दास नंदा, वूमेन लीडर इन हायर एजुकेशन – डॉ. पूजा चौहान, वूमेन लीडर इन एकेडमिक्स – डॉ. रचना और वूमेन लीडर ऑफ द ईयर (एंटरप्रेन्योरशिप) अवॉर्ड– समिता काबरा को दिया गया।
कार्यक्रम की खास झलकियां आप यहां देख सकते हैं।
दिल्ली में 12 अप्रैल को आयोजित समारोह में विभिन्न क्षेत्रों की प्रमुख हस्तियों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। सभी ने रजत शर्मा और रितु धवन को बधाई दी और उनके वैवाहिक जीवन के लिए शुभकामनाएं दीं।
‘इंडिया टीवी’ (India TV) के चेयरमैन व एडिटर-इन-चीफ और उनकी पत्नी व चैनल की मैनेजिंग डायरेक्टर रितु धवन ने 12 अप्रैल को अपनी शादी की 25वीं सालगिरह का भव्य आयोजन किया। यह समारोह दिल्ली में आयोजित हुआ, जिसमें विभिन्न क्षेत्रों की प्रमुख हस्तियों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। सभी ने रजत शर्मा और रितु धवन को बधाई दी और उनके वैवाहिक जीवन के लिए शुभकामनाएं दीं। वहीं, रजत शर्मा और रितु धवन ने अपने जीवन के 25 वर्षों की साझी यात्रा को याद करते हुए मेहमानों का आभार जताया।
इस कार्यक्रम में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, बॉलीवुड सुपरस्टार सलमान खान, कांग्रेस नेता और राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट, जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) नेता केसी त्यागी, प्रसिद्ध हिंदी कवि कुमार विश्वास, कल्कि धाम के आचार्य प्रमोद कृष्णम, मशहूर व्यापारी और लेखक सुहैल सेठ, भाजपा प्रवक्ता गौरव भाटिया और शहजाद पूनावाला जैसे कई जाने-माने मेहमानों ने शिरकत की।
इस विशेष अवसर पर विभिन्न कलाकारों ने सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दीं। गौरतलब है कि रजत शर्मा और रितु धवन ने मिलकर ‘इंडिया टीवी’ को भारतीय मीडिया इंडस्ट्री में एक प्रमुख नाम बना दिया है। रजत शर्मा को जहां उनकी बेबाक पत्रकारिता और उनके लोकप्रिय शो ‘आप की अदालत’ के लिए जाना जाता है, वहीं रितु धवन न्यूज चैनल के संचालन और सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं।
इंडिया टीवी के चेयरमैन और एडिटर-इन-चीफ @RajatSharmaLive और मैनेजिंग डायरेक्टर रितु धवन की शादी की 25वीं सालगिरह में शामिल हुए बॉलीवुड अभिनेता सलमान खान। #RajatSharma #25thAnniversary #25YearsOfTogetherness #RituDhawan @BeingSalmanKhan pic.twitter.com/03HvgiFHKt
— India TV (@indiatvnews) April 12, 2025
बेंगलुरु के हेब्बल इलाके का रहने वाला 26 वर्षीय युवक रविवार शाम उस वक्त सनसनी का कारण बन गया, जब उसने राज भवन के पास खुद को आग लगाने की कोशिश की।
बेंगलुरु के हेब्बल इलाके का रहने वाला 26 वर्षीय युवक रविवार शाम उस वक्त सनसनी का कारण बन गया, जब उसने राज भवन के पास खुद को आग लगाने की कोशिश की। पुलिस के अनुसार, यह कदम उसने मीडिया का ध्यान खींचने के इरादे से उठाया।
यह घटना रविवार शाम करीब साढ़े चार बजे की है, जब एक स्थानीय नेता की प्रेस कॉन्फ्रेंस के लिए पत्रकार वहां जुटे हुए थे। उसी दौरान ज़ुहैल अहमद नामक युवक ने अपने ऊपर पेट्रोल डाल लिया। हालांकि आग लगाने से पहले ही मौजूद पत्रकारों ने तत्परता दिखाते हुए उसके हाथ से बोतल छीन ली और आग लगाने से रोक दिया। पुलिस ने बाद में पुष्टि की कि युवक के पास माचिस या लाइटर नहीं था। घटनास्थल पर मौजूद लोगों ने उस पर पानी डालकर उसे तुरंत काबू में लिया और पुलिस के हवाले कर दिया।
विधान सौध पुलिस ने उसे सार्वजनिक शांति भंग करने के आरोप में हिरासत में लिया है। पत्रकारों से बातचीत के दौरान अहमद ने बताया कि उसकी पत्नी ने उस पर हमला किया था, जिसके चलते उसे अस्पताल में भर्ती होना पड़ा। उसका कहना था कि वह अपनी निजी तकलीफों की ओर ध्यान दिलाना चाहता था, इसी वजह से यह कदम उठाया।
पुलिस जांच में यह बात सामने आई है कि उसकी पत्नी ने उसके खिलाफ पहले ही चिक्कबल्लापुर पुलिस स्टेशन में दहेज उत्पीड़न का मामला दर्ज कराया था। अहमद एक निजी कंपनी में इंजीनियर के तौर पर काम करता है, जबकि उसकी पत्नी चिक्कबल्लापुर में रहती है।
इससे कुछ दिन पहले कर्नाटक के ही दावणगेरे से एक और दुखद घटना सामने आई थी, जहां 32 वर्षीय एक व्यक्ति ने अपनी पत्नी की मौत से दुखी होकर अपने दो छोटे बच्चों की हत्या कर दी और फिर खुद आत्महत्या कर ली। पुलिस के मुताबिक, व्यक्ति ने सुसाइड नोट में लिखा कि वह अपनी पत्नी के बिना नहीं रह सकता और अब बच्चों के साथ उसे भी छोड़ रहा है।
ओडिशा के केंद्रपाड़ा जिले में एक 50 वर्षीय व्यक्ति को झूठे रेप केस में फंसाने के आरोप में पुलिस ने दो पत्रकारों को गिरफ्तार किया है।
ओडिशा के केंद्रपाड़ा जिले में एक 50 वर्षीय व्यक्ति को झूठे रेप केस में फंसाने के आरोप में पुलिस ने दो पत्रकारों को गिरफ्तार किया है। वहीं, इस मामले में शामिल 31 वर्षीय महिला फिलहाल फरार है।
यह मामला जिले के पाटकुरा थाना क्षेत्र के एक गांव का है, जहां गुरुवार को रेप के झूठे आरोप लगने के बाद पीड़ित व्यक्ति ने पेड़ से फांसी लगाकर जान दे दी। मौके से मिले सुसाइड नोट में उसने अपनी मौत के लिए दो पत्रकारों और एक महिला को जिम्मेदार ठहराया है।
पीड़ित की पत्नी की शिकायत पर पुलिस ने तुरंत मामला दर्ज किया। आरोप है कि महिला ने दोनों पत्रकारों के कहने पर रेप का झूठा केस दर्ज कराया था। महिला की शिकायत के आधार पर पुलिस ने दोनों पत्रकारों को गिरफ्तार कर स्थानीय अदालत में पेश किया, जहां उनकी जमानत याचिका खारिज कर उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
पुलिस अब तीसरी आरोपी महिला की तलाश में जुटी है। मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच तेज कर दी गई है।
अगले महीने मुंबई में वैश्विक मीडिया और एंटरटेनमेंट सेक्टर की बड़ी हस्तियां एक ऐतिहासिक आयोजन में जुटने जा रही हैं।
अगले महीने मुंबई में वैश्विक मीडिया और एंटरटेनमेंट सेक्टर की बड़ी हस्तियां एक ऐतिहासिक आयोजन में जुटने जा रही हैं। यह आयोजन है – World Audio Visual & Entertainment Summit (WAVES), जिसे भारत सरकार का समर्थन प्राप्त है और जिसकी पहल खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की है।
इस चार दिवसीय समिट का आयोजन 1 से 4 मई के बीच मुंबई में किया जाएगा। इससे पहले यह समिट फरवरी में दिल्ली में होना था, लेकिन अब इसे स्थगित कर मुंबई में आयोजित किया जा रहा है। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने हाल ही में आयोजित एक कार्यक्रम में बताया कि इस समिट में 100 देशों के 5,000 प्रतिनिधि हिस्सा लेंगे और इसे हर साल मुंबई में आयोजित किया जाएगा।
इस समिट में Netflix के को-सीईओ टेड सारानडॉस और Amazon Prime Video के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट माइक हॉपकिन्स जैसे दिग्गज स्पीकर के तौर पर शामिल होंगे। दोनों ही कंपनियों के लिए भारत एक अहम बाजार बन चुका है, जहां युवा आबादी, बढ़ती इंटरनेट पहुंच और डिजिटल कंटेंट की भारी खपत ने नए अवसर खोल दिए हैं।
WAVES समिट के सलाहकार मंडल में कई नामी हस्तियां शामिल हैं, जिनमें Google के सीईओ सुंदर पिचाई, Microsoft के सीईओ सत्य नडेला, रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी, RPSG ग्रुप के चेयरमैन संजीव गोयनका, Sony Pictures Entertainment के सीईओ रवि आहूजा और Serum Institute के सीईओ अदार पूनावाला प्रमुख हैं।
WAVES के दौरान प्रधानमंत्री मोदी एक खास राउंडटेबल चर्चा करेंगे, जिसमें वैश्विक स्तर के CEO शामिल होंगे। इसके साथ ही ‘Global Media Dialogue’ के तहत विभिन्न देशों के सूचना और प्रसारण मंत्रियों की बैठक भी होगी, जहां मीडिया और एंटरटेनमेंट से जुड़े अहम नीतिगत मसलों पर बातचीत की जाएगी।
‘Thought Leaders Track’ के जरिए इंडस्ट्री से जुड़े गंभीर विषयों पर ब्रेकआउट सेशन और कॉन्फ्रेंस भी आयोजित होंगी। खास बात यह है कि इस समिट में भाग लेने वाले 50 से अधिक देशों के सूचना मंत्री और वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहेंगे और एक साझा WAVES मीडिया डिक्लेरेशन को अपनाए जाने की संभावना है।
भारत को वैश्विक क्रिएटिव पावरहाउस के तौर पर स्थापित करने की दिशा में यह समिट एक निर्णायक कदम माना जा रहा है।