अलीबाबा समूह की ऑनलाइन मीडिया कंपनी ‘यूसी न्यूज’ से पत्रकारों के जुड़ने का सिलसिला लगातार जारी है...
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समाचार4मीडिया ब्यूरो
समाचार4मीडिया ब्यूरो ।।
अलीबाबा समूह की ऑनलाइन मीडिया कंपनी ‘यूसी न्यूज’ से पत्रकारों के जुड़ने का सिलसिला लगातार
जारी है और इसी क्रम में समूह से एक और नाम जुड़ गया है उज्जवल त्रिवेदी का। फिल्म
और टीवी पत्रकारिता के चर्चित नाम उज्ज्वल त्रिवेदी को यहां एंटरटेनमेंट डेस्क का हेड
बनाया गया है।
उज्जवल इसके पहले मुंबई में ‘92.7 बिग
एफएम’ के असोसिएट क्रिएटिव
डायरेक्टर थे। वे इस पद पर मई, 2015 से जून, 2017 तक रहे। यहां वे टाइम्स समूह के
बॉलिवुड चैनल ‘जूम टीवी’ से आए थे। वे यहां सीनियर प्रड्यूसर के
तौर पर कार्यरत थे। उज्ज्वल ने करीब चार साल तक (मई, 2011-2015) जूम के साथ काम
किया।
पत्रकारिता में करीब 17 साल का अनुभव रखने वाले
उज्ज्वल ने अपने करियर की शुरुआत बॉलिवुड रिपोर्टर के तौर पर की थी। उन्होंने ‘जी न्यूज’, ‘स्टार न्यूज’ (अब एबीपी न्यूज), ‘एनडीटीवी’, ‘सीएनबीसी’, ‘ई24’ जैसे बड़े चैनलों के लिए बॉलिवुड और टीवी की दुनिया की कवरेज की है। ‘जूम’ में उन्होंने तीन शो भी लॉन्च किए थे, जिसमें एक डेली और एक वीकली शो ने खासी चर्चा
बटोरीं।
मूल रूप से यूपी के बरेली जिले के रहने वाले उज्जवल ने 1994 से लेकर 1999 तक फ्रीलॉन्स जर्नलिस्ट के तौर पर काम किया।
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इस तिमाही में NDTV का रेवेन्यू (Revenue from Operations) 22.27 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले साल की इसी तिमाही की तुलना में 9.8 प्रतिशत अधिक है। यह आंकड़ा पिछली तिमाही से भी 13.6 प्रतिशत ज्यादा रहा।
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Samachar4media Bureau
अदानी समूह की कंपनी ‘न्यू दिल्ली टेलीविजन लिमिटेड’ (NDTV) ने 30 सितंबर 2025 को समाप्त हुई दूसरी तिमाही (Q2 FY26) के वित्तीय नतीजे जारी किए हैं। इस तिमाही में कंपनी को 74.01 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा हुआ है, जबकि पिछले साल इसी अवधि में यह घाटा 53.46 करोड़ रुपये था और पिछली तिमाही में 70.31 करोड़ रुपये रहा था। यानी कंपनी का घाटा साल-दर-साल 38.4 प्रतिशत और पिछली तिमाही के मुकाबले 5.3 प्रतिशत बढ़ा है। कंपनी ने बताया कि यह नुकसान मुख्य रूप से ऑपरेशनल खर्चों में वृद्धि और ट्रांसफॉर्मेशन प्रोजेक्ट्स में निवेश की वजह से हुआ है।
वहीं, NDTV का रेवेन्यू (Revenue from Operations) इस तिमाही में 122.27 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले साल की इसी तिमाही (111.32 करोड़ रुपये) की तुलना में 9.8 प्रतिशत अधिक है। यह आंकड़ा पिछली तिमाही (107.65 करोड़ रुपये) से भी 13.6 प्रतिशत ज्यादा रहा। कुल आय (Total Income) बढ़कर 126.72 करोड़ रुपये हो गई, जबकि एक साल पहले यह 112.01 करोड़ रुपये थी। वहीं, कुल खर्च (Total Expenses) तेज़ी से बढ़कर 199.49 करोड़ रुपये पहुंच गया, जो पिछले साल इसी तिमाही में 114.77 करोड़ रुपये था।
वित्त वर्ष 2025-26 की पहली छमाही (H1 FY26) में NDTV की परिचालन आय 229.92 करोड़ रुपये रही, जो पिछले साल की पहली छमाही (205.24 करोड़ रुपये) से 12 प्रतिशत अधिक है। इस दौरान कंपनी की कुल आय 237.55 करोड़ रुपये रही, जबकि कुल खर्च बढ़कर 268.46 करोड़ रुपये पहुंच गया। कंपनी ने बताया कि यह खर्च कंटेंट क्रिएशन और टैलेंट हायरिंग में लगातार निवेश के कारण बढ़ा है। इस अवधि में कंपनी का शुद्ध घाटा बढ़कर 14.43 करोड़ रुपये हो गया, जबकि पिछले साल इसी अवधि में यह 10.66 करोड़ रुपये था।
कंपनी के मुताबिक, इस तिमाही के दौरान कई रणनीतिक पहलें (Strategic Developments) की गईं। NDTV ने अपनी ऑन-एयर प्रोग्रामिंग को मजबूत करने के लिए नए प्राइमटाइम शो लॉन्च किए और पद्मजा जोशी, सैयद सुहैल और शुभांकर मिश्रा जैसे अनुभवी एंकरों को टीम में शामिल किया। इससे चैनल की संपादकीय गुणवत्ता और दर्शकों की भागीदारी दोनों में सुधार देखने को मिला।
व्यवसायिक स्तर पर कंपनी ने हाल ही में एक राइट इश्यू (Rights Issue) पूरा किया है, जिससे उसकी पूंजी स्थिति (Capital Base) मजबूत हुई है। साथ ही, NDTV ने अपनी चार इकाइयों को मिलाकर एक कंपनी बना दिया है, ताकि संचालन प्रक्रिया सरल हो और मीडिया बिजनेस पर ज्यादा फोकस किया जा सके।
कंपनी की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है, ‘इस तिमाही में हमारा रेवेन्यू प्रदर्शन मजबूत रहा, जो त्योहारी सीजन से पहले की बढ़त का नतीजा है। हालांकि, बॉटम लाइन (नेट प्रॉफिट) पर असर इसलिए पड़ा क्योंकि कंपनी ने ट्रांसफॉर्मेशन और ग्रोथ इनिशिएटिव्स में बड़े निवेश किए हैं। कंटेंट एक्सीलेंस, डिजिटल इंटीग्रेशन और बिजनेस सुदृढ़ीकरण पर फोकस के साथ NDTV आने वाले त्योहारी क्वार्टर और भविष्य के लिए बेहतर स्थिति में है।’
विक्रम सखूजा के जन्मदिन पर पूरा इंडस्ट्री जगत उन्हें एक ऐसे लीडर के तौर पर याद कर रहा है जिन्होंने सिर्फ कंपनियों को नहीं, बल्कि लोगों की सोच और काम करने के तरीके को भी बदल दिया।
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Samachar4media Bureau
भारतीय मीडिया और विज्ञापन जगत का नाम लेते ही विक्रम सखूजा का जिक्र अपने आप आ जाता है। आज, जब वे अपना जन्मदिन मना रहे हैं, पूरा इंडस्ट्री जगत उन्हें एक ऐसे लीडर के तौर पर याद कर रहा है जिन्होंने सिर्फ कंपनियों को नहीं, बल्कि लोगों की सोच और काम करने के तरीके को भी बदल दिया।
मैडिसन मीडिया को बनाया देश की सबसे मजबूत एजेंसी
2015 से मैडिसन मीडिया और OOH के ग्रुप सीईओ के रूप में विक्रम सखूजा ने कंपनी को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया है। उनके नेतृत्व में मैडिसन ने डिजिटल युग में अपने कदम मजबूती से जमाए और हर साल नए क्लाइंट्स और इनोवेशन के साथ आगे बढ़ती रही। आज भी जब कई एजेंसियां बड़े कॉरपोरेट समूहों का हिस्सा बन चुकी हैं, मैडिसन ने अपनी स्वतंत्र पहचान और भरोसेमंद छवि को कायम रखा है और ये सब विक्रम की सोच और नेतृत्व की वजह से संभव हुआ है।
वैश्विक स्तर पर नेतृत्व की पहचान
मैडिसन से पहले विक्रम सखूजा ने WPP और GroupM जैसी दिग्गज ग्लोबल कंपनियों में अहम भूमिकाएं निभाईं। Maxus के वर्ल्डवाइड सीईओ रहते हुए उन्होंने 50 से ज्यादा देशों में फैले नेटवर्क का नेतृत्व किया। इसके बाद GroupM, लंदन में ग्लोबल स्ट्रैटेजिक डेवलपमेंट ऑफिसर के रूप में उन्होंने दुनियाभर में मीडिया और मार्केटिंग रणनीतियों को दिशा दी।
भारतीय विज्ञापन को नई दिशा देने वाले लीडर
GroupM South Asia के सीईओ रहते हुए (2006–2012) उन्होंने भारत के विज्ञापन उद्योग को पूरी तरह बदल कर रख दिया। उस दौर में Mindshare, Maxus, MEC और Mediacom जैसी एजेंसियों ने उनके नेतृत्व में सफलता की नई कहानियां लिखीं।
उनकी शुरुआत Mindshare South Asia के एमडी और सीईओ के रूप में हुई थी, जहां उन्होंने Mindshare Fulcrum नामक यूनिट बनाई, जो Unilever जैसे बड़े ब्रैंड्स के मीडिया काम को संभालती थी। उनके कार्यकाल में माइंडशेयर कई बार “एजेंसी ऑफ द ईयर” चुनी गई, जो उनकी दूरदर्शी सोच का नतीजा था।
ब्रैंड्स से सीखा, मीडिया में चमके
विक्रम का करियर 1988 में प्रॉक्टर एंड गैम्बल (P&G) से शुरू हुआ। इसके बाद 1996 में वे कोका-कोला से जुड़े, जहां उन्होंने स्प्राइट, डाइट कोक, किनले, एरियल और व्हिस्पर जैसे मशहूर ब्रैंड्स की लॉन्चिंग में अहम भूमिका निभाई। यहीं से उन्हें उपभोक्ता समझ और ब्रैंड बिल्डिंग की गहरी समझ मिली, जिसने आगे उनके पूरे करियर को दिशा दी।
टीवी की दुनिया में भी छाप छोड़ी
साल 2000 में वे स्टार टीवी में मार्केटिंग के एग्जिक्यूटिव वाइस प्रेसिडेंट बने, जहां उन्होंने चैनल की मार्केटिंग टीम खड़ी की और स्टार विजय और रेडियो सिटी जैसे ब्रैंड्स को सफलतापूर्वक लॉन्च किया। इस दौरान उन्होंने यह साबित किया कि टीवी और ब्रॉडकास्टिंग में भी उनकी समझ और रणनीति बेमिसाल है।
इंडस्ट्री संस्थाओं में हमेशा सक्रिय
विक्रम सखूजा सिर्फ एक कॉरपोरेट लीडर नहीं हैं, बल्कि पूरे मीडिया उद्योग के सक्रिय सदस्य हैं। वे ASCI, ABC, RSCI, BARC, और FICCI जैसी संस्थाओं के कई बोर्ड्स और कमेटियों में जुड़े हैं। फिलहाल वे द एडवरटाइजिंग क्लब बॉम्बे के अध्यक्ष, EFFIES इंडिया के चेयरमैन, IRS टेक्निकल कमेटी के चेयरमैन, और BARC डिजिटल टेक कमेटी के सदस्य हैं।
नेतृत्व, ईमानदारी और जुनून की कहानी
विक्रम सखूजा का सफर सिर्फ एक प्रोफेशनल यात्रा नहीं, बल्कि जुनून, मेहनत और दूरदर्शी सोच की कहानी है। उन्होंने भारतीय मीडिया और विज्ञापन इंडस्ट्री को न सिर्फ नई दिशा दी बल्कि ऐसे मूल्यों की नींव रखी जो आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा बने रहेंगे।
विक्रम सखूजा का जन्मदिन सिर्फ एक तारीख नहीं, बल्कि उस लीडर की याद दिलाता है जिसने साबित किया कि सच्चा नेतृत्व पद से नहीं, सोच से आता है।
दिल्ली हाईकोर्ट ने न्यूज एजेंसी एएनआई (ANI) के रवैये पर कड़ी नाराजगी जताई है। अदालत ने कहा कि मामला कोर्ट में लंबित होने के बावजूद एएनआई का सीधे YouTube से संपर्क करना उचित नहीं था।
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दिल्ली हाईकोर्ट ने बुधवार को न्यूज एजेंसी एएनआई (Asian News International) को फटकार लगाई है, क्योंकि उसने कॉपीराइट विवाद के मामले के दौरान सीधे YouTube से संपर्क कर Dynamite News Network का चैनल ब्लॉक करा दिया था। अदालत ने कहा कि यह कदम अदालत की प्रक्रिया को दरकिनार करने वाला है।
न्यायमूर्ति सी. हरि शंकर और ओम प्रकाश शुक्ला की डिवीजन बेंच ने कहा कि जब मामला कोर्ट में लंबित था, तब एएनआई को खुद से कोई कदम नहीं उठाना चाहिए था। अदालत ने यह भी बताया कि Dynamite News का चैनल पहले ही 21 मार्च को अदालत के आदेश के बाद अनब्लॉक कर दिया गया था।
बावजूद इसके, एएनआई ने नए URLs का हवाला देते हुए फिर से चैनल ब्लॉक कराने की कोशिश की। कोर्ट ने कहा कि इस तरह का व्यवहार “निंदनीय” है और एएनआई को पहले सिंगल जज के समक्ष जाना चाहिए था। Dynamite News ने अदालत को भरोसा दिलाया था कि वह उन वीडियो को हटा देगा जो गलती से अपलोड हो गए थे और भविष्य में एएनआई की सामग्री का उपयोग नहीं करेगा।
सिंगल जज ने YouTube को निर्देश दिया था कि Dynamite News का चैनल दो दिनों के भीतर फिर से चालू किया जाए। अदालत ने यह भी स्पष्ट किया कि अगर भविष्य में कोई तीसरा पक्ष एएनआई की सामग्री का दुरुपयोग करता है, तो वह एक अलग मामला होगा। एएनआई की अपील को अदालत ने “बिना किसी आधार” के बताते हुए खारिज कर दिया और कहा कि ऐसे मामलों में अदालत की प्रक्रिया का सम्मान करना जरूरी है।
‘टाइम्स इंटरनेट’ से पहले श्रीराम हेब्बार ‘Confidential’ छह साल से ज्यादा समय से ‘Confidential’ के साथ जुड़े हुए थे।
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‘टाइम्स इंटरनेट’ (Times Internet) ने श्रीराम हेब्बार को प्रमोशन का तोहफा देते हुए उन्हें ग्रुप बिजनेस हेड की जिम्मेदारी सौंपी है। हेब्बार ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘लिंक्डइन’ पर खुद यह जानकारी शेयर की है।
अपनी लिंक्डइन पोस्ट में हेब्बार ने लिखा है, ‘मुझे यह बताते हुए खुशी हो रही है कि मैंने टाइम्स इंटरनेट में ग्रुप बिजनेस हेड के रूप में नई भूमिका संभाली है। अब तक के अनुभवों, भरोसे और उन लोगों के प्रति आभारी हूं जो इस शानदार सफर का हिस्सा रहे हैं। आने वाले समय के लिए उत्साहित हूं।’
हेब्बार ने जुलाई 2024 में ‘टाइम्स इंटरनेट’ से बतौर बिजनेस हेड (न्यूजपॉइंट) जॉइन किया था। इसके बाद से वह संस्थान में विभिन्न लीडरशिप भूमिकाएं निभा चुके हैं। अपने करियर के शुरुआती दौर में उन्होंने 1996 में टाइम्स इंटरनेट लिमिटेड के बेंगलुरु ऑपरेशंस की स्थापना में अहम भूमिका निभाई थी।
अपने करियर में हेब्बार ने ‘Sesa Seat Information Systems Ltd.’, ‘द टाइम्स ऑफ इंडिया’ ग्रुप और ‘Indiainfo.com’ जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों में कार्य किया है। ‘टाइम्स इंटरनेट’ से जुड़ने से पहले उन्होंने करीब छह साल ‘Confidential’ और 13 साल से अधिक समय तक ‘Greynium Information Technologies Pvt. Ltd.’ में भी सेवाएं दी हैं।
सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी और उपराष्ट्रपति सी. पी. राधाकृष्णन के सचिव पद पर तैनात अमित खरे को ‘संसद टीवी’ (Sansad TV) के चीफ एग्जिक्यूटिव ऑफिसर (CEO) का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है।
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Samachar4media Bureau
सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी और उपराष्ट्रपति सी. पी. राधाकृष्णन के सचिव पद पर तैनात अमित खरे को ‘संसद टीवी’ (Sansad TV) के चीफ एग्जिक्यूटिव ऑफिसर (CEO) का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है।
अमित खरे को इसी साल सितंबर में नवनिर्वाचित उपराष्ट्रपति सी. पी. राधाकृष्णन के सचिव के रूप में नियुक्त किया गया था।
इस बारे में ‘संसद टीवी’ की गवर्निंग काउंसिल की ओर से जारी एक नोटिस में कहा गया है, ‘संसद टीवी की गवर्निंग काउंसिल ने निर्णय लिया है कि श्री अमित खरे, IAS (सेवानिवृत्त), जो वर्तमान में माननीय उपराष्ट्रपति के सचिव के पद पर कार्यरत हैं, वे तत्काल प्रभाव से और अगली आदेश तक संसद टीवी के CEO के रूप में कार्य करेंगे।’
अमित खरे, लोकसभा महासचिव उत्पल कुमार सिंह से यह जिम्मेदारी संभालेंगे, जिनका कार्यकाल अगले महीने समाप्त हो रहा है।
कोबरा पोस्ट के फाउंडर-एडिटर अनिरुद्ध बहल ने गुरुवार, 30 अक्टूबर को सुबह 11:30 बजे प्रेस क्लब ऑफ इंडिया, नई दिल्ली में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाने की घोषणा की है।
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कोबरा पोस्ट के फाउंडर-एडिटर अनिरुद्ध बहल ने गुरुवार, 30 अक्टूबर को सुबह 11:30 बजे प्रेस क्लब ऑफ इंडिया, नई दिल्ली में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाने की घोषणा की है। इस कार्यक्रम का शीर्षक है- “The Ledger of Lies” (झूठ का हिसाब-किताब), जो नाम से ही यह संकेत देता है कि यह किसी बड़े आर्थिक या वित्तीय खुलासे से जुड़ा इवेंट हो सकता है।
कोबरा पोस्ट का दावा है कि इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में करीब ₹41,000 करोड़ रुपये के एक बड़े घोटाले का पर्दाफाश किया जाएगा। संस्था के अनुसार, इसमें से लगभग ₹28,874 करोड़ की राशि कथित रूप से डायवर्ट की गई है और करीब $1.5 बिलियन डॉलर की रकम संदिग्ध लेन-देन के जरिए भारत में लाई गई बताई जा रही है।
इस दावे को और प्रभावशाली बनाने के लिए कार्यक्रम के बाद एक पैनल डिस्कशन भी रखा गया है, जिसमें देश के जाने-माने नाम जैसे प्रशांत भूषण, परंजय गुहा ठाकुरता, अभिनंदन सेखरी और उशिनोर मजूमदार शामिल होंगे। इन सभी का जुड़ाव पत्रकारिता, जनहित मुकदमों और मीडिया एक्टिविज्म से रहा है, जिससे यह इवेंट और भी चर्चित हो गया है।
कार्यक्रम का निमंत्रण पोस्टर और शीर्षक दोनों ही इसे एक हाई-प्रोफाइल मीडिया इवेंट का रूप दे रहे हैं। कोबरा पोस्ट की पिछली रिपोर्ट्स की तरह ही इस बार भी उम्मीद की जा रही है कि प्रेस कॉन्फ्रेंस में कुछ ऐसे आरोप या दस्तावेज पेश किए जा सकते हैं, जो सुर्खियां बटोरें। हालांकि, प्रेस कॉन्फ्रेंस से पहले तक यह साफ नहीं किया गया है कि इस खुलासे का निशाना कौन होगा, जिससे मीडिया और बाजार हलकों में उत्सुकता और अटकलें दोनों ही बढ़ गई हैं।
दिल्ली और मुंबई के मीडिया सर्किल्स में इसे लेकर लगातार चर्चा हो रही है कि क्या कोबरा पोस्ट इस बार वास्तव में कुछ नया सामने लाएगा या फिर यह पहले से चर्चा में रहे मामलों की नई पैकेजिंग में पुरानी कहानी होगी। फिर भी, “The Ledger of Lies” जैसे शीर्षक और इतने बड़े पैनल की मौजूदगी ने इस आयोजन को चर्चा का विषय जरूर बना दिया है।
जी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेज लिमिटेड ने अपने शेयरधारकों की मंजूरी के लिए एक पोस्टल बैलेट नोटिस जारी किया है।
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Vikas Saxena
जी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेज लिमिटेड ने अपने शेयरधारकों की मंजूरी के लिए एक पोस्टल बैलेट नोटिस जारी किया है। कंपनी ने सेबी के नियम 30 के तहत दी गई जानकारी में बताया कि आर. गोपालन., जो फिलहाल कंपनी के इंडिपेंडेंट डायरेक्टर हैं, उनका दूसरा कार्यकाल 24 नवंबर 2025 को पूरा हो जाएगा। इसके बाद बोर्ड ने उन्हें नॉन-एग्जिक्यूटिव, नॉन-इंडिपेंडेंट डायरेक्टर के रूप में नियुक्त करने का प्रस्ताव रखा है।
कंपनी ने बताया कि यह नोटिस 16 अक्टूबर 2025 की पहले की घोषणा के बाद जारी किया गया है और इसे इलेक्ट्रॉनिक माध्यम से उन शेयरधारकों को भेजा जा रहा है जिनके ईमेल पते कंपनी या डिपॉजिटरी के रिकॉर्ड में दर्ज हैं। यह नोटिस 24 अक्टूबर 2025 तक रिकॉर्ड में मौजूद सदस्यों को भेजा गया है।
शेयरधारक अपनी मंजूरी एनएसडीएल (NSDL) के जरिए ई-वोटिंग के माध्यम से दे सकते हैं। यह ई-वोटिंग प्रक्रिया 30 अक्टूबर 2025 सुबह 9 बजे से शुरू होकर 28 नवंबर 2025 शाम 5 बजे तक चलेगी। इसके बाद एनएसडीएल का ई-वोटिंग मॉड्यूल बंद कर दिया जाएगा। कंपनी ने बताया कि पोस्टल बैलेट का परिणाम 29 नवंबर 2025 तक घोषित कर दिया जाएगा।
यह नोटिस कंपनी की वेबसाइट www.zee.com और एनएसडीएल की वेबसाइट www.evoting.nsdl.com पर भी उपलब्ध है।
बोर्ड ने बताया कि आर. गोपालन को नॉन-एग्जिक्यूटिव, नॉन-इंडिपेंडेंट डायरेक्टर नियुक्त करने का प्रस्ताव साधारण प्रस्ताव (Ordinary Resolution) के रूप में रखा गया है। यह नियुक्ति मिनिस्ट्री ऑफ इन्फॉर्मेशन एंड ब्रॉडकास्टिंग की मंजूरी के बाद की जाएगी। उन्हें बोर्ड की सिफारिश पर नामांकन और पारिश्रमिक समिति (Nomination & Remuneration Committee) ने 25 नवंबर 2025 से प्रभावी रूप से अतिरिक्त निदेशक (Additional Director) के रूप में नियुक्त किया है।
कंपनी ने बताया कि इस प्रस्ताव के तहत बोर्ड को यह अधिकार भी दिया गया है कि वह इस निर्णय को लागू करने से जुड़ी सभी औपचारिकताएं और आवश्यक कदम उठा सके।
गौरतलब है कि आर. गोपालन भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) के वरिष्ठ अधिकारी रहे हैं और उनके पास 40 वर्षों से अधिक का अनुभव है। उन्होंने हार्वर्ड यूनिवर्सिटी से पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन और मैनेजमेंट में मास्टर डिग्री प्राप्त की है।
उन्होंने वित्त मंत्रालय और वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय में कई अहम पदों पर काम किया है, जिनमें आर्थिक मामलों के सचिव और वित्तीय सेवाओं के सचिव शामिल हैं। इसके अलावा उन्होंने SEBI, IRDA, और PFRDA जैसे प्रमुख वित्तीय नियामक संस्थानों के कामकाज की निगरानी भी की है।
आर. गोपालन भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) और एलआईसी (LIC) के बोर्ड में सदस्य रह चुके हैं और उन्होंने विश्व बैंक (World Bank) तथा एशियाई विकास बैंक (ADB) में भारत के अल्टरनेट डायरेक्टर के रूप में भी काम किया है।
उन्होंने भारत सरकार और तमिलनाडु सरकार दोनों के लिए नीतियां बनाने में अहम भूमिका निभाई है। वे विश्व व्यापार संगठन (WTO) में भारत की वार्ता टीम के प्रमुख भी रह चुके हैं। इसके अलावा, उन्होंने वेंचर कैपिटल फंड की स्थापना और संचालन, इंफ्रास्ट्रक्चर फाइनेंसिंग, और वित्तीय संस्थाओं के प्रबंधन में भी विशेषज्ञता हासिल की है।
विश्वसनीय सूत्रों की मानें तो 31 अक्टूबर इस संस्थान में उनका आखिरी कार्यदिवस है। अनुज खरे का अगला पड़ाव क्या होगा, फिलहाल इस बारे में पुख्ता जानकारी नहीं मिल सकी है।
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वरिष्ठ पत्रकार अनुज खरे ने ‘इंडिया टुडे’ (India Today) समूह में अपनी पारी को विराम दे दिया है। वह वर्तमान में आजतक (डिजिटल) में बतौर एडिटर अपनी जिम्मेदारी संभाल रहे थे। यहां ‘गुड न्यूज टुडे’ (GNT) की जिम्मेदारी के साथ-साथ वह ‘किसान तक’ (Kisan Tak) के मेंटर के रूप में भी अपनी भूमिका निभा रहे थे।
विश्वसनीय सूत्रों की मानें तो 31 अक्टूबर इस संस्थान में उनका आखिरी कार्यदिवस है। अनुज खरे का अगला पड़ाव क्या होगा, फिलहाल इस बारे में पुख्ता जानकारी नहीं मिल सकी है।
बता दें कि अनुज खरे करीब साढ़े चार साल से ‘इंडिया टुडे’ समूह में अपनी जिम्मेदारी निभा रहे थे। शुरुआत में वह ‘आजतक’ के ‘तक’ डिजिटल ऐप्स में क्लस्टर हेड (ऐप एंड साइट) का पदभार संभाल रहे थे। करीब पौने तीन साल पहले ‘आजतक’ (डिजिटल) में एग्जिक्यूटिव एडिटर पाणिनि आनंद द्वारा अपने पद से इस्तीफा देने के बाद उनकी जगह यह कमान बतौर एडिटर अनुज खरे को सौंपी गई थी।
‘इंडिया टुडे’ में अपनी पारी शुरू करने से पहले अनुज खरे ‘जी मीडिया’ में एडिटर (डिजिटल) के पद पर कार्यरत थे। वह अगस्त, 2020 में ‘दैनिक भास्कर’ (Dainik Bhaskar) ग्रुप से ‘जी मीडिया’ आए थे। उन्होंने ‘दैनिक भास्कर’ में एक लंबी पारी खेली और इस दौरान उन्हें ग्रुप के हिंदी न्यूज पोर्टल ‘दैनिक भास्कर’ (dainikbhaskar.com) को शीर्ष तक पहुंचाने का श्रेय दिया जाता है।
वह वर्ष 2012 से 2015 तक ग्रुप की गुजराती वेबसाइट ‘दिव्यभास्कर’ (divyabhaskar.com) के एडिटर रहे और इसके अलावा उन्होंने भास्कर ग्रुप की मराठी न्यूज वेबसाइट ‘दिव्यमराठी’ (divyamarathi.com) का भी लंबे समय तक नेतृत्व किया।
वह भास्कर समूह के प्रिंट विंग में एडिटर और ग्रुप हेड मैगजीन्स के तौर पर भी काम कर चुके हैं। जयपुर सिटी भास्कर सहित उन्हें राजस्थान में दैनिक भास्कर समूह के कई संस्करणों की लॉन्चिग का श्रेय भी दिया जाता है। अनुज खरे के नेतृत्व में ही इंडिया टुडे ग्रुप की साइट आजतक ने गोल्ड कैटेगरी में अवॉर्ड और ‘जी मीडिया’ के रीजनल न्यूज पोर्टल जी उत्तर प्रदेश/उत्तराखंड ने एक्सचेंज4मीडिया के बहुप्रतिष्ठित 'enba' अवॉर्ड में बेस्ट माइक्रो साइट का गोल्ड का खिताब अपने नाम किया था। Digital Media Asia, Singapore सहित दुनियाभर की कई डिजिटल कॉन्फ्रेंस में हिस्सेदारी कर चुके अनुज खरे डिजिटल वर्ल्ड में अपने क्रिएटिव आइडिएशन और इनोवेशन के लिए जाने जाते हैं।
अनुज खरे जाने-माने व्यंग्यकार भी हैं। कई अखबारों और मैगजीन्स में उनके नियमित कॉलम प्रकाशित होते रहे हैं। उन्होंने 21वीं सदी के 251 अंतरराष्ट्रीय श्रेष्ठ व्यंग्यकारों में जगह बनाई थी। इसके अतिरिक्त उन्होंने देशभर के कई लिटरेचर फेस्टिवल भी होस्ट किए हैं, जिसमें ‘जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल’ और विश्व पुस्तक मेला दिल्ली भी शामिल है।
अनुज खरे तीन किताबों के लेखक भी हैं, जिनमें ‘बातें बेमतलब’, ‘परम श्रद्धेय मैं खुद’ और ‘चिल्लर चिंतन’ शामिल है। वह लेखनशैली के दम पर अपना नाम लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में भी दर्ज करा चुके हैं। दरअसल यह सम्मान उन्हें ऐसे ट्वींस ब्रदर्स के लिए दिया गया, जिनके नाम 6 टाइटल बुक हैं, जिनमें से तीन बुक इनके और तीन इनके भाई के नाम हैं। उन्हें व्यंग्य क्षेत्र में राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिष्ठित `अट्टहास युवा सम्मान` से भी नवाजा जा चुका है। उनके अलग शैली के नाटक `नौटंकी राजा` के दिल्ली सहित कई शहरों में कई शो हो चुके हैं।
मीडिया में दो दशक से ज्यादा समय से सक्रिय अनुज खरे को पत्रकारिता के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए मध्य प्रदेश प्रेस एसोसिएशन की ओर से एमपी रत्न सम्मान से भी नवाजा जा चुका है। पढ़ाई-लिखाई की बात करें तो इतिहास और पुरातत्व में स्नातक अनुज खरे ने भोपाल स्थित माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय से मास कम्युनिकेशन में पोस्ट ग्रेजुएशन किया है। उन्हें यूजीसी की प्रतिष्ठित जेआरएफ (जूनियर रिसर्च फेलोशिप) भी प्राप्त है।
IIM अहमदाबाद से लीडरशिप कोर्स करने के साथ-साथ अनुज खरे FTII पुणे से फिल्म एप्रिशिएशन का कोर्स भी कर चुके हैंं। समाचार4मीडिया की ओर से अनुज खरे को उनकी नई पारी के लिए अग्रिम रूप से शुभकामनाएं।
‘द इंडियन एक्सप्रेस’ (The Indian Express) समूह की ओर से 17 नवंबर को छठे रामनाथ गोयनका मेमोरियल लेक्चर का आयोजन किया जाएगा।
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Samachar4media Bureau
‘द इंडियन एक्सप्रेस’ (The Indian Express) समूह की ओर से 17 नवंबर को छठे रामनाथ गोयनका मेमोरियल लेक्चर का आयोजन किया जाएगा।
कार्यक्रम का आयोजन दिल्ली स्थित ताज पैलेस होटल में शाम साढ़े छह बजे किया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस कार्यक्रम को संबोधित करेंगे। इस दौरान वह देश के विकास पर चर्चा करेंगे और वर्तमान व भविष्य पर अपना विजन शेयर करेंगे।
गौरतलब है कि ‘द इंडियन एक्सप्रेस’ के संस्थापक रामनाथ गोयनका की स्मृति में इस कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है।
सीनियर मीडिया प्रोफेशनल और ‘टीवी9’ नेटवर्क में रेवेन्यू हेड (डिजिटल) के पद से हाल ही में इस्तीफा देने के बाद मनीष सेठ ने अब ‘जी मीडिया’ (Zee Media) में अपनी नई पारी शुरू की है।
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Samachar4media Bureau
सीनियर मीडिया प्रोफेशनल मनीष सेठ अब ‘जी मीडिया’ (Zee Media) की टीम में शामिल हो गए हैं। उन्होंने यहां पर चीफ रेवेन्यू ऑफिसर (CRO) के पद पर जॉइन कर लिया है। 'जी मीडिया' के साथ उनकी यह दूसरी पारी है।
बता दें कि समाचार4मीडिया ने विश्वसनीय सूत्रों के हवाले से कुछ दिनों पहले ही खबर दी थी कि मनीष सेठ 'जी मीडिया' में चीफ रेवेन्यू ऑफिसर के पद पर जॉइन कर सकते हैं।
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मनीष सेठ इससे पहले ‘टीवी9’ नेटवर्क में रेवेन्यू हेड (डिजिटल) के पद पर कार्यरत थे, जहां से कुछ दिनों पूर्व उन्होंने इस्तीफा दे दिया था।
मनीष सेठ ‘टीवी9’ नेटवर्क में पांच साल से ज्यादा समय से अपनी जिम्मेदारी निभा रहे थे। इससे पहले वह करीब साढ़े नौ साल तक ‘जी मीडिया’ में भी कार्यरत रहे हैं।
मनीष सेठ ने दिल्ली यूनिवर्सिटी से मार्केटिंग मैनेजमेंट की पढ़ाई की है। पूर्व में वह करीब पांच साल तक ‘बेनेट कोलमैन एंड कंपनी लिमिटेड’ (BCCL) में मैनेजर के पद पर अपनी भूमिका निभा चुके हैं।
समाचार4मीडिया की ओर से मनीष सेठ को नई पारी के लिए ढेरों बधाई और शुभकामनाएं।