राजस्थान की कम्प्यूकॉम सॉफ्टवेयर लिमिटेड कंपनी के दो नये न्यूज चैनल जन टीवी और जन टीवी प्लस अपना विस्तार उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में करने जा रहे हैं। समाचार4मीडिया से बात करते चैनल के इंचार्ज मनोज अग्रवाल ने बताया कि हम जल्द ही इन दोनो प्रदेशों में डिस्टिब्यूशन और कंटेट के लिहाज से रिजनल आफिस खोलने का विचार कर रहे है। चैनल पर उत्तर प्रदेश और मध
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समाचार4मीडिया ब्यूरो
ओमनिकॉम ने भारत में अपनी बड़ी लीडरशिप टीम का ऐलान किया है। कंपनी ने कार्तिक शर्मा को भारत का नया CEO बनाया है।
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ओमनिकॉम ने भारत में अपनी बड़ी लीडरशिप टीम का ऐलान किया है। कंपनी ने कार्तिक शर्मा को भारत का नया CEO बनाया है। इसके साथ ही अमरदीप सिंह को COO की जिम्मेदारी दी गई है और शशि सिन्हा को भारत में स्ट्रैटेजिक एडवाइजर नियुक्त किया गया है। यह जानकारी इस मामले से जुड़े लोगों ने दी है।
कंपनी का यह कदम ओमनिकॉम और IPG के बीच हुए बड़े ग्लोबल मर्जर के बाद सामने आया है। इस मर्जर के बाद दोनों कंपनियों की मीडिया, डेटा, टेक और प्लानिंग टीमों को एक ही छत के नीचे लाया जा रहा है, जिसका नेतृत्व अब कार्तिक शर्मा करेंगे।
कार्तिक शर्मा 2020 से Omnicom Media Group इंडिया के हेड रहे हैं। इससे पहले वह Wavemaker/Maxus में CEO–South Asia के रूप में काम कर चुके हैं और Madison व Mindshare में भी अहम जिम्मेदारियां संभाल चुके हैं।
ओमनिकॉम का IPG के साथ यह मर्जर 30 अरब डॉलर (30 billion dollars) से ज्यादा का है और इसे दुनिया की सबसे बड़ी एडवरटाइजिंग और मार्केटिंग कंपनी माना जा रहा है। मर्जर पूरी तरह से पूरा होने के बाद भारत में दोनों कंपनियों के क्लाइंट, एजेंसियाँ और टीमों को मिलाकर एक नई मजबूत यूनिट बनाई जाएगी।
इंडस्ट्री के जानकारों का कहना है कि अब कार्तिक शर्मा के सामने सबसे बड़ी जिम्मेदारी दोनों नेटवर्क की टीमों को एक साथ लाने और बड़े क्लाइंट्स को बनाए रखने की होगी। माना जा रहा है कि यह मर्जर के बाद का सबसे महत्वपूर्ण चरण है, जिसमें टीमों और कामकाज को एक दिशा में लाना बेहद जरूरी है।
इसके साथ ही TV, OTT और डिजिटल विज्ञापन के लिए एक जैसा सिस्टम और टेक्नोलॉजी तैयार करना भी उनकी अहम जिम्मेदारियों में शामिल होगा। दोनों कंपनियों की ताकत को मिलाकर बेहतर डेटा, प्लानिंग और मापदंड तैयार करना इस प्रक्रिया का हिस्सा है।
जानकार कहते हैं कि ओमनिकॉम भारत में अपनी मार्केट पकड़ को और मजबूत करना चाहती है, और कार्तिक शर्मा की भूमिका इसमें निर्णायक होगी। उनका फोकस क्लाइंट सर्विस, एजेंसी इंटीग्रेशन और नए बिजनेस मॉडल पर रहेगा।
कंपनी के अंदर यह बदलाव आने वाले महीनों में आधिकारिक रूप से ओमनिकॉम की इंडिया वेबसाइट पर घोषित किए जाएंगे। फिलहाल ओमनिकॉम ने इस पर कोई टिप्पणी नहीं की है।
ओमनिकॉम इंडिया में बड़ा बदलाव देखने को मिला है। सूत्रों के मुताबिक, अमरदीप सिंह को कंपनी का नया चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर (COO) बनाया गया है।
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ओमनिकॉम इंडिया में बड़ा बदलाव देखने को मिला है। सूत्रों के मुताबिक, अमरदीप सिंह को कंपनी का नया चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर (COO) बनाया गया है। अमरदीप इससे पहले IPG Mediabrands के CEO थे और इसी साल मई में इस पद पर प्रमोट हुए थे।
इसके अलावा, कंपनी ने कार्तिक शर्मा को ओमनिकॉम इंडिया का नया CEO नियुक्त किया है। साथ ही शशि सिन्हा को कंपनी में स्ट्रैटेजिक एडवाइजर की अहम जिम्मेदारी सौंपी गई है।
यह सभी नियुक्तियाँ उस समय आई हैं जब ओमनिकॉम, इंटरपब्लिक ग्रुप (IPG) के अधिग्रहण के बाद बड़े पैमाने पर री-स्ट्रक्चरिंग और री-ऑर्गनाइजेशन कर रहा है। नए नेताओं से उम्मीद की जा रही है कि वे भारत में कंपनी के संयुक्त कारोबार को सही दिशा देंगे, एजेंसियों के इंटीग्रेशन पर नजर रखेंगे और तेजी से बढ़ते भारतीय विज्ञापन बाजार में कंपनी की विकास रणनीति तय करेंगे।
इंडस्ट्री से जुड़े लोगों का कहना है कि ये बदलाव कंपनी की स्थिरता बढ़ाने और ट्रांजिशन के इस दौर में टॉप मैनेजमेंट को सीधे नियंत्रण में रखने के लिए किए गए हैं।
इन नियुक्तियों की औपचारिक घोषणा कंपनी की इंडिया वेबसाइट पर जल्द होने की संभावना है। फिलहाल ओमनिकॉम ने इस पर कोई टिप्पणी नहीं की है।
जी एंटरटेनमेंट (ZEEL) ने एक बार फिर छंटनी की है। कंपनी के अंदर चल रहे बड़े री-स्ट्रक्चरिंग कैंपेन के तहत यह नई छंटनी की गई है।
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जी एंटरटेनमेंट (ZEEL) में पिछले साल से चल रही छंटनी अभी तक जारी है। यह छंटनी कंपनी के बड़े री-स्ट्रक्चरिंग कैंपेन का हिस्सा है, जो पिछले साल शुरू हुआ था, जब सोनी के साथ जी का मर्जर टूट गया था। यह जानकारी उन लोगों ने दी है जो मामले से वाकिफ हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक इस दौरान 200 करीब लोग प्रभावित हुए हैं, जिनमें ज्यादातर कंसल्टेंट्स बताए जा रहे हैं, न कि स्थायी कर्मचारी।
ZEEL में हाल ही में हुई छंटनी को अप्रैल 2024 में शुरू हुए खर्च और वर्कफ्लो सुधार अभियान का विस्तार माना जा रहा है, जो कंपनी के सोनी पिक्चर्स नेटवर्क्स इंडिया के साथ प्रस्तावित मर्जर के फेल होने के बाद शुरू हुआ था।
सूत्रों के मुताबिक, कंपनी अपने अलग-अलग बिजनेस यूनिट्स को मिलाकर एक छोटी, तेज और ज्यादा एकीकृत टीम बनाना चाहती है। इसका मकसद काम में तालमेल बढ़ाना, फोकस साफ रखना और टीमों का प्रदर्शन बेहतर करना है।
सोनी-जी मर्जर के फेल होने के बाद ही जी ने लगभग 15% एम्प्लॉयीज की कटौती करने का ऐलान किया था। कंपनी पहले ही कह चुकी है कि वह करीब 700 एम्प्लॉयीज की संख्या कम करेगी। यह उसी प्रक्रिया का हिस्सा है।
वित्तीय वर्ष 2026 की दूसरी तिमाही में जी का कुल मुनाफा 63% गिरकर ₹77 करोड़ रह गया। ओपरेटिंग रेवेन्यू में भी गिरावट आई और यह 2% घटकर ₹1,969 करोड़ रह गया। विज्ञापन से होने वाली आमदनी यानी ऐड रेवेन्यू में 11% की गिरावट दर्ज की गई, इसका कारण FMCG कंपनियों का विज्ञापन पर कम खर्च करना बताया गया।औ
वहीं, सब्सक्रिप्शन रेवेन्यू में 5% की बढ़ोतरी हुई और यह ₹1,023 करोड़ तक पहुंचा, जो पारंपरिक टीवी और डिजिटल दोनों से हुए लाभ के कारण है। कंपनी का लक्ष्य FY26 तक 20% EBITDA हासिल करने का है।
जी के CEO पुनीत गोयनका पहले ही कह चुके हैं कि एम्प्लॉयीज की संख्या में ज्यादातर कमी हो चुकी है, लेकिन कंपनी आगे भी खर्च को अपने बिजनेस की जरूरतों के हिसाब से संतुलित करती रहेगी।
कंपनी की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक, उनके कार्यकाल में कंपनी ने डिजिटल एंटरटेनमेंट के क्षेत्र में महत्वपूर्ण उपलब्धियां दर्ज कीं।
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‘हंगामा डिजिटल मीडिया एंटरटेनमेंट प्राइवेट लिमिटेड’ में चीफ एग्जिक्यूटिव ऑफिसर (CEO) सिद्धार्थ रॉय ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है।
कंपनी की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक, उनके कार्यकाल में कंपनी ने डिजिटल एंटरटेनमेंट के क्षेत्र में महत्वपूर्ण उपलब्धियां दर्ज कीं। अपने कार्यकाल में उन्होंने म्यूजिक, वीडियो, गेम्स और नए डिजिटल अनुभवों को जोड़ते हुए कंपनी के एंटरटेनमेंट पोर्टफोलियो को मजबूत किया।
उनके नेतृत्व में कंपनी ने ग्लोबल स्तर पर अपनी मौजूदगी बढ़ाई, टेलीकॉम, मोबाइल कंपनियों और डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क्स के साथ बड़ी साझेदारियां कीं और कंटेंट क्रिएटर्स तथा स्टूडियो के साथ रिश्ते मजबूत किए। आज ‘हंगामा’ की सेवाएं 90 से अधिक देशों में करोड़ों यूजर्स तक पहुंचती हैं।
‘हंगामा’ से पहले सिद्धार्थ रॉय ने देश के शुरुआती और बड़े युवा नेटवर्क्स में से एक बिगअड्डा (BigAdda) की सह-स्थापना की थी। इसके अलावा उन्होंने ‘एमटीवी नेटवर्क्स’ (MTV Networks) और ‘स्टार टीवी’ (Star TV) में भी नेतृत्वकारी भूमिकाएं निभाईं। अपने करियर में उन्होंने डिजिटल प्रॉडक्टस को विकसित करने, बड़े पैमाने पर दर्शकों को जोड़ने और एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री में इनोवेशन को बढ़ावा देने पर लगातार काम किया।
अपना अनुभव साझा करते हुए सिद्धार्थ रॉय ने कहा, ‘हंगामा मेरे लिए सिर्फ एक भूमिका नहीं थी, बल्कि इनोवेशन, जुनून और निरंतर सीखने का एक प्लेटफॉर्म था। इस यात्रा में टीम के विश्वास और सहयोग के लिए मैं उनका आभारी हूं। आगे बढ़ते हुए मैं यहां सीखे अनुभव और रिश्तों को अपने साथ लेकर जा रहा हूं।’
रिलायंस इंडस्ट्रीज ने अपनी दो सब्सिडियरी कंपनी- स्टार टेलीविजन प्रॉडक्शन लिमिटेड और स्टार इंडिया परिवार लिमिटेड (जिसका नया नाम अब जियो इंडिया प्राइवेट लिमिटेड है) का मर्जर पूरा होने की घोषणा कर दी है।
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रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) ने अपनी दो अहम सब्सिडियरी कंपनी- स्टार टेलीविजन प्रॉडक्शन लिमिटेड (STPL) और स्टार इंडिया परिवार लिमिटेड (जिसका नया नाम अब जियो इंडिया प्राइवेट लिमिटेड है) का मर्जर पूरा होने की घोषणा कर दी है।
कंपनी द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक, Jiostar ने 30 नवंबर को शाम 6:09 बजे रिलायंस को बताया कि मर्जर की स्कीम उसी दिन से लागू हो गई है। अब STPL पूरी तरह Jiostar के साथ जुड़ चुका है।
पहले STPL के पास ‘Star’ ब्रैंड का मालिकाना हक था और वही इसे समूह की अन्य कंपनियों को लाइसेंस पर देता था। मर्जर के बाद यह पूरा काम अब सीधे Jiostar संभालेगा। यानी अब ‘Star’ ब्रैंड की जिम्मेदारी एक अलग रिलायंस कंपनी के पास न होकर Jiostar के भीतर ही रहेगी।
यह कदम रिलायंस के पिछले साल शुरू किए गए बड़े मीडिया री-स्ट्रक्चरिंग प्लान का हिस्सा है। 14 नवंबर 2024 को RIL ने यह प्रस्ताव रखा था कि STPL को Star India (अब Jiostar India) में मिला दिया जाए। Jiostar खुद उसी साल बना था, जिसे रिलायंस के मीडिया कारोबार और Disney India ने मिलकर जॉइंट वेंचर के रूप में तैयार किया था।
इस मर्जर को रिलायंस के मीडिया बिजनेस को एक छतरी के नीचे लाने की दिशा में बड़ा कदम माना जा रहा है।
ओमनिकॉम ने विनीत बाजपेयी को ओम्निकॉम प्रोडक्शन इंडिया का नया चीफ एग्जिक्यूटिव ऑफिसर (CEO) नियुक्त किया है।
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ओमनिकॉम ने विनीत बाजपेयी को ओमनिकॉम प्रोडक्शन इंडिया का नया चीफ एग्जिक्यूटिव ऑफिसर (CEO) नियुक्त किया है। कंपनी ने उन्हें यह जिम्मेदारी दी है कि वो भारत में प्रॉडक्शन, कंटेंट और डिलीवरी से जुड़ी पूरी व्यवस्था को और बड़ा व मजबूत बनाएं, खासकर उस समय जब हाल ही में हुई IPG वाली डील के बाद देश का ऐडवर्टाइजिंग मार्केट तेजी से बदल रहा है।
विनीत बाजपेयी भारतीय ऐड इंडस्ट्री के जाने-माने और सबसे उद्यमी चेहरों में से माने जाते हैं। 22 साल की उम्र में उन्होंने मैग्नॉन सॉल्यूशंस शुरू की थी और इसे देश की शुरुआती डिजिटल एजेंसियों में बदल दिया था। बाद में इसे ओमनिकॉम ने खरीदा। इसी वजह से उन्हें स्टार्टअप सोच और ग्लोबल नेटवर्क के अनुभव का बेहतरीन मेल माना जाता है।
इसके बाद वह TBWA इंडिया के CEO भी रहे, जहां उन्होंने क्रिएटिव कल्चर, डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन और क्लाइंट सर्विस, तीनों को साथ लेकर आगे बढ़ाने की अपनी क्षमता साबित की।
उनकी नई नियुक्ति इस बात का साफ संकेत है कि ओमनिकॉम भारत को अपने ग्लोबल सेटअप में प्रोडक्शन और कंटेंट का बड़ा हब बनाना चाहता है। अब जब ओमनिकॉम और IPG की कई प्रोडक्शन और स्टूडियो क्षमताएं एक साथ आ रही हैं, ऐसे में बाजाजपी की भूमिका बेहद अहम होगी। उनसे उम्मीद है कि वे पुराने नेटवर्क, टेक्नोलॉजी प्लेटफॉर्म और नई टैलेंट टीमों को जोड़कर एक ऐसा एकीकृत प्रोडक्शन मॉडल तैयार करेंगे जो भारत की तेजी से बढ़ती डिजिटल जरूरतों को पूरा कर सके।
परिवर्तन के दौरान स्थिरता बनाए रखने के लिए संगठन ने फैसला लिया है कि मौजूदा पदाधिकारी और प्रबंधन टीम बिना बदलाव के अपनी भूमिका निभाते रहेंगे।
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‘न्यूज ब्रॉडकास्टर्स फेडरेशन’ (NBF) ने दिल्ली-एनसीआर में आयोजित अपनी वार्षिक आम बैठक (AGM) में कई अहम फैसले लिए। इसके तहत ‘एनबीएफ’ ने अपने संगठन का विस्तार करने की घोषणा की है। अब यह संगठन ‘न्यूज ब्रॉडकास्टर्स एंड डिजिटल मीडिया फेडरेशन’ (NBDF) के रूप में काम करेगा।
इस बारे में जारी प्रेस रिलीज़ के अनुसार, यह एक राष्ट्रीय संगठन होगा, जो टीवी न्यूज चैनलों, डिजिटल न्यूज़ पब्लिशर्स और टेक्नोलॉजी आधारित न्यूज़ संस्थानों को एक प्लेटफॉर्म पर लेकर आएगा। NBDF नीति निर्माण, डिजिटल रेगुलेशन, प्लेटफॉर्म गवर्नेंस और तकनीकी ढांचे पर संवाद की भूमिका निभाएगा। इस बदलाव को भारत में बदलते दर्शक व्यवहार और डिजिटल मीडिया के तेजी से बढ़ते प्रभाव से जोड़कर देखा जा रहा है।
वार्षिक आम बैठक के दौरान टीवी रेटिंग एजेंसी ‘ब्रॉडकास्ट ऑडियंस रिसर्च काउंसिल’ (BARC) को लेकर हाल ही में सामने आए भ्रष्टाचार और रेटिंग्स से छेड़छाड़ के आरोपों पर गंभीर चर्चा हुई। खास तौर पर केरल मामले का जिक्र किया गया, जिसमें BARC के मुख्यालय से जुड़े एक एंप्लीय की ओर से कथित कमीशन लेने का आरोप सामने आया है। सदस्यों ने कहा कि इस तरह की घटनाएं टीवी रेटिंग की विश्वसनीयता और ऑडियंस माप प्रणाली की पारदर्शिता पर गंभीर असर डालती हैं।
एक प्रस्ताव में संगठन ने कहा कि इस मुद्दे को औपचारिक रूप से BARC के सामने उठाया जाएगा। संगठन ने पारदर्शी सुधार, सख्त जवाबदेही और संरचनात्मक बदलावों की मांग की है, ताकि रेटिंग सिस्टम पूरी तरह सुरक्षित, पारदर्शी और छेड़छाड़ मुक्त हो सके। सभी सदस्यों ने माना कि सिस्टम पर भरोसा बहाल करना बेहद जरूरी है।
परिवर्तन के दौरान स्थिरता बनाए रखने के लिए संगठन ने फैसला लिया है कि मौजूदा पदाधिकारी और प्रबंधन टीम बिना बदलाव के अपनी भूमिका निभाते रहेंगे। इससे संगठन को नई व्यवस्था के साथ आगे बढ़ने में निरंतरता और नेतृत्व की मजबूती मिलेगी।
इन सभी निर्णयों के साथ, एनबीएफ ने कहा कि उसका उद्देश्य देश के न्यूज सेक्टर को मजबूत करना, रेटिंग सिस्टम में पारदर्शिता सुनिश्चित करना और टीवी तथा डिजिटल मीडिया के हितों को एक मंच पर लाकर भविष्य के लिए तैयार करना है।
RPG ग्रुप के वाइस चेयरमैन अनंत गोयनका को 2025-2026 के लिए FICCI (फेडरेशन ऑफ इंडियन चेम्बर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री) का नया प्रेजिडेंट चुना गया है।
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RPG ग्रुप के वाइस चेयरमैन अनंत गोयनका को 2025-2026 के लिए FICCI (फेडरेशन ऑफ इंडियन चेम्बर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री) का नया प्रेजिडेंट चुना गया है। उन्होंने यह पद इमामी लिमिटेड के वाइस चेयरमैन व मैनेजिंग डायरेक्टर हर्षवर्धन अग्रवाल से लिया है। यह बदलाव FICCI की 98वीं वार्षिक आम बैठक और वार्षिक सम्मेलन में हुआ।
अनंत गोयनका पहले FICCI के वाइस-प्रेजिडेंट रह चुके हैं और ऑटोमोटिव टायर मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन (ATMA) के पूर्व चेयरमैन भी हैं। उन्होंने CEAT के मैनेजिंग डायरेक्टर व सीईओ के रूप में 2012 से 2023 तक 10 साल के ट्रांसफॉर्मेशन के दौर में कंपनी का नेतृत्व किया।
साथ ही, The Sanmar Group के चेयरमैन विजय शंकर को FICCI का सीनियर वाइस प्रेजिडेंट बनाया गया है। वहीं, डालमिया भारत लिमिटेड के मैनेजिंग डायरेक्टर व सीईओ पुनीत डालमिया FICCI के वाइस प्रेजिडेंट के रूप में इसकी लीडरशिप टीम में शामिल हुए हैं।
'डेन नेटवर्क' (DEN Networks Limited) ने बताया है कि चीफ टेक्निकल ऑफिसर (CTO) संजय कुमार जैन 30 नवंबर 2025 से कंपनी के सीनियर मैनेजमेंट का हिस्सा नहीं रहे
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Vikas Saxena
केबल टीवी डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी 'डेन नेटवर्क' (DEN Networks Limited) ने बताया है कि चीफ टेक्निकल ऑफिसर (CTO) संजय कुमार जैन 30 नवंबर 2025 से कंपनी के सीनियर मैनेजमेंट का हिस्सा नहीं रहे, क्योंकि वे सुपरऐनुएशन आधार पर रिटायर हो गए हैं।
संजय इस इंडस्ट्री के एक अनुभवी विशेषज्ञ हैं और उन्हें केबल, सैटेलाइट कम्युनिकेशन, ब्रॉडबैंड और टेलीकॉम कंपनियों में 35 साल से भी ज्यादा का अनुभव है। संजय कुमार पिछले 10 साल से भी ज्यादा समय से DEN Networks में ग्रुप CTO के पद पर काम कर रहे थे। ग्रेटर दिल्ली क्षेत्र में उन्होंने कंपनी के तकनीकी नेटवर्क को मजबूत बनाने में अहम भूमिका निभाई।
इससे पहले वे भारती एयरटेल में करीब 6 साल तक काम कर चुके हैं, जहां वे अपर नॉर्थ के CTO थे। यहां उन्होंने चार टेलीकॉम सर्किलों में वायरलेस और वायरलाइन नेटवर्क के तकनीकी ऑपरेशन संभाले। एयरटेल में वे DTH बिजनेस के CTO भी रहे। उनके नेतृत्व में एयरटेल DTH ने तकनीकी इनोवेशन, बेहतर कस्टमर एक्सपीरियंस और मजबूत एक्सिक्यूशन पर फोकस करके बाजार में अपनी मजबूत स्थिति बनाई।
वे Smart Digivision Pvt. Ltd. में CTO और CIO रहे, जहां उन्होंने पूरे देश के 52 शहरों में “MyWay” के नाम से IPTV सर्विस लॉन्च करने की तकनीकी लीडरशिप दी।
संजय जैन ने अपने तीन दशक लंबे करियर में IBM, HFCL Infotel, Reliance Communications, Spectranet और Sahara TV जैसे बड़े संगठनों में भी काम किया है।
कंपनी ने कहा कि यह बदलाव सिर्फ जानकारी के लिए है और इसे रिकॉर्ड में दर्ज किया जाएगा।
कंपनी ने कहा है कि इस कार्रवाई का उसके वित्तीय या ऑपरेशनल कामकाज पर कोई बड़ा असर नहीं पड़ेगा, जुर्माने की राशि के अलावा कोई अन्य प्रभाव नहीं है।
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Vikas Saxena
बालाजी टेलीफिल्म्स लिमिटेड पर स्टॉक एक्सचेंज BSE और NSE ने रेग्युलेटरी नियमों के पालन में देरी को लेकर जुर्माना लगाया है। यह जानकारी कंपनी ने SEBI के लिस्टिंग नियमों के तहत साझा की है।
कंपनी के मुताबिक, दोनों एक्सचेंज से यह नोटिस 28 नवंबर 2025 को मिला। नोटिस में बताया गया है कि कंपनी ने SEBI के रेग्युलेशन 17(1) का पालन समय पर नहीं किया, जो इंडिपेंडेंट डायरेक्टर की नियुक्ति से जुड़ा है। रिटायर हुए इंडिपेंडेंट डायरेक्टर की जगह नए डायरेक्टर की नियुक्ति में देरी के कारण कंपनी पर कार्रवाई हुई है।
BSE और NSE ने इस देरी पर ₹1,55,000 का जुर्माना (दोनों की ओर से अलग-अलग) और उस पर GST लगाया है।
कंपनी ने कहा है कि इस कार्रवाई का उसके वित्तीय या ऑपरेशनल कामकाज पर कोई बड़ा असर नहीं पड़ेगा, जुर्माने की राशि के अलावा कोई अन्य प्रभाव नहीं है।