राजस्थान की कम्प्यूकॉम सॉफ्टवेयर लिमिटेड कंपनी के दो नये न्यूज चैनल जन टीवी और जन टीवी प्लस अपना विस्तार उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में करने जा रहे हैं। समाचार4मीडिया से बात करते चैनल के इंचार्ज मनोज अग्रवाल ने बताया कि हम जल्द ही इन दोनो प्रदेशों में डिस्टिब्यूशन और कंटेट के लिहाज से रिजनल आफिस खोलने का विचार कर रहे है। चैनल पर उत्तर प्रदेश और मध
दिल्ली हाई कोर्ट ने शुक्रवार, 26 सितंबर 2025 को पत्रकार रवीश कुमार और डिजिटल न्यूज प्लेटफॉर्म 'न्यूजलॉन्ड्री' द्वारा दायर याचिकाओं को बंद कर दिया है।
दिल्ली हाई कोर्ट ने प्रेस स्वतंत्रता और कॉरपोरेट जवाबदेही से जुड़े एक महत्वपूर्ण मामले में शुक्रवार, 26 सितंबर 2025 को पत्रकार रवीश कुमार और डिजिटल न्यूज प्लेटफॉर्म 'न्यूजलॉन्ड्री' द्वारा दायर याचिकाओं को बंद कर दिया है। ये याचिकाएं केंद्र सरकार के आदेशों को चुनौती दे रही थीं, जिसमें अडानी एंटरप्राइजेज लिमिटेड (AEL) से संबंधित रिपोर्ट और वीडियो हटाने को कहा गया था। वैसे बता दें कि कोर्ट ने यह कदम इसलिए उठाया क्योंकि मामले से संबंधित पक्षों के बीच समझौता हो गया है।
कोर्ट का अवलोकन
न्यायमूर्ति सचिन दत्ता की अध्यक्षता वाली बेंच ने कहा कि याचिकाकर्ताओं ने अडानी एंटरप्राइजेज के साथ एक “समझौता” कर लिया है। इस व्यवस्था के अनुसार:
26 सितंबर 2025 दोपहर 12:00 बजे तक याचिकाकर्ताओं की वेबसाइट या उनके माध्यम से होस्ट की गई कोई भी सामग्री नहीं हटाई जाएगी।
जो सामग्री पहले हटाई जा चुकी है, उसे फिर से अपलोड नहीं किया जाएगा।
यह व्यवस्था केवल तब तक वैध होगी जब तक AEL की सिविल मुकदमे में अंतरिम निषेधाज्ञा आवेदन का निर्णय नहीं हो जाता।
कोर्ट ने अडानी एंटरप्राइजेज को दोनों मामलों में शामिल होने की अनुमति भी दी और याचिकाकर्ताओं को पार्टियों के संशोधित मेमो दाखिल करने का निर्देश दिया।
सुनवाई के दौरान 'न्यूजलॉन्ड्री' की ओर से सीनियर एडवोकेट सौरभ कृपाल ने बताया कि अंतरिम निषेधाज्ञा के फैसले तक वर्तमान स्थिति बनी रहे। अडानी की ओर से सीनियर एडवोकेट अनुराग अहलुवालिया ने स्पष्ट किया कि याचिकाकर्ता अपील करने की बजाय सिविल जज के समक्ष ऑर्डर 39, रूल्स 1 और 2 के तहत आवेदन करेंगे।
न्यायमूर्ति दत्ता ने केंद्र सरकार को आदेश के अनुसार सुधार जारी करने के लिए भी निर्देश दिया, जबकि यह भी स्पष्ट किया कि यह निर्णय मामले की मेरिट पर कोर्ट की राय को प्रतिबिंबित नहीं करता।
विवाद का पृष्ठभूमि
यह कानूनी विवाद तब शुरू हुआ जब केंद्र सरकार ने रवीश कुमार और 'न्यूजलॉन्ड्री' को अडानी एंटरप्राइजेज के कथित मानहानि संबंधी कंटेंट को हटाने के लिए निर्देश जारी किए। रवीश कुमार ने अपने एडवोकेट शंतनु डेर्घावेण के माध्यम से कहा कि ये आदेश प्रेस स्वतंत्रता का उल्लंघन हैं, जो संविधान के अनुच्छेद 14, 19 और 21 के तहत सुरक्षित है। कुमार की सामग्री कॉर्पोरेट जवाबदेही, सार्वजनिक हित की पत्रकारिता और लोकतांत्रिक निगरानी पर केंद्रित है।
इसी तरह, 'न्यूजलॉन्ड्री' ने सूचना और प्रसारण मंत्रालय (MIB) द्वारा 16 सितंबर 2025 को जारी किए गए आदेश को चुनौती दी, जिसमें अडानी एंटरप्राइजेज द्वारा मानहानिकारक माने गए लेख और वीडियो हटाने को कहा गया। ये निर्देश रोहिणी डिस्ट्रिक्ट कोर्ट के 6 सितंबर 2025 के एक्स पार्टे गैग आदेश पर आधारित थे, जिसमें पत्रकार परांजॉय गुप्ता ठाकुरता और अन्य के खिलाफ AEL की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाने वाली सामग्री की प्रकाशन पर रोक लगाई गई थी।
दिल्ली जिला कोर्ट ने हाल ही में रोहिणी ट्रायल कोर्ट के व्यापक गैग आदेश को रद्द कर दिया। अपीलीय अदालत ने कहा कि व्यापक प्री-पब्लिकेशन प्रतिबंध कानूनी रूप से टिकाऊ नहीं हैं और कंटेंट हटाने के लिए माध्यमों पर निर्भरता से उत्पन्न जोखिमों को उजागर किया। इस आदेश ने अपीलकर्ताओं को आगे के निर्णय तक तत्काल अनुपालन से बचाया।
दिल्ली हाई कोर्ट ने पत्रकार राजदीप सरदेसाई को लेकर सोशल मीडिया पर की गई मानहानिकारक टिप्पणी के मामले में टीवी टुडे नेटवर्क को 5 लाख रुपये का मुआवजा देने का आदेश दिया है।
दिल्ली हाई कोर्ट ने पत्रकार राजदीप सरदेसाई को लेकर सोशल मीडिया पर की गई मानहानिकारक टिप्पणी के मामले में टीवी टुडे नेटवर्क को 5 लाख रुपये का मुआवजा देने का आदेश दिया है। यह टिप्पणियां उस समय की गई थीं जब सरदेसाई ने अभिनेत्री रिया चक्रवर्ती का इंटरव्यू लिया था, जो उस वक्त अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की लिव-इन पार्टनर थीं और उनकी मौत को लेकर विवादों के बीच सुर्खियों में थीं।
यह आदेश जस्टिस पुरुषेंद्र कुमार कौरव ने 3 सितंबर 2025 को पारित किया। मानहानि का यह केस टीवी टुडे नेटवर्क लिमिटेड ने साल 2020 में दाखिल किया था, जिसमें सोशल मीडिया यूजर अनुराग श्रीवास्तव द्वारा की गई कुछ टिप्पणियों को आधार बनाया गया था।
कोर्ट ने कहा कि प्रतिवादी द्वारा की गई टिप्पणियां बेहद मानहानिकारक थीं। अदालत के फैसले में कहा गया, “पूरे मामले और परिस्थितियों को देखते हुए अदालत का मानना है कि आपत्तिजनक ट्वीट्स अत्यंत मानहानिकारक थे और प्रतिवादी इन्हें सही साबित करने में असफल रहा, जबकि उसे इसके लिए पर्याप्त अवसर दिया गया था।”
कोर्ट ने कहा कि प्रतिवादी का ऐसा गैर-जिम्मेदाराना व्यवहार निंदनीय है।
राजदीप सरदेसाई को रिया चक्रवर्ती से बातचीत के बाद कड़ी आलोचना का सामना करना पड़ा था। इस इंटरव्यू में रिया ने कहा था कि सुशांत सिंह राजपूत मानसिक परेशानियों से जूझ रहे थे और इशारा किया था कि उनकी नाजुक मानसिक स्थिति उनकी असामयिक मौत की वजह बन सकती है।
भारत का मैन्यूफैक्चरिंग एक्सपोर्ट अभी वैश्विक स्तर पर केवल 2% है। अगर भारत वास्तव में 'विकसित भारत 2047' का लक्ष्य हासिल करना चाहता है तो इस हिस्सेदारी को कम से कम 5% तक बढ़ाना होगा।
मुंबई में आयोजित इंडिया टुडे कॉन्क्लेव 2025 में 'Business Today' के ग्रुप एडिटर सिद्धार्थ जराबी से खास बातचीत में अर्थशास्त्री तन्वी गुप्ता जैन ने कहा कि अमेरिका ने एकतरफा 50% टैरिफ लगाया है, लेकिन अब भारत को इससे निपटना है। उन्होंने कहा कि यह घटना भारत के लिए केवल अल्पकालिक समस्या नहीं है, बल्कि इससे हमें अपनी दीर्घकालिक विकास रणनीति पर भी गंभीरता से विचार करना होगा।
तन्वी गुप्ता जैन ने बताया कि पिछले 30-40 सालों में विश्व अर्थव्यवस्था ने तेज विकास किया, क्योंकि हर देश ने वैश्विक बाजार को अपनाया और निर्यात पर भरोसा किया। लेकिन अब हालात बदल गए हैं। अब बड़े देश अपने उद्योगों की रक्षा के लिए ऊंचे टैरिफ और पेनॉल्टी का इस्तेमाल कर रहे हैं।
ऐसे में भारत को यह मान लेना चाहिए कि केवल निर्यात-आधारित रणनीति अब सुरक्षित नहीं है। तन्वी गुप्ता जैन ने यह भी चेताया कि आने वाले समय में भारत को दो बड़ी चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा। पहली, चाइना शॉक 2.0 – यानी चीन से निकला सस्ता सामान अन्य देशों में डंप होना और प्रतिस्पर्धा बढ़ाना। दूसरी- ऑटोमेशन और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) – जो पारंपरिक नौकरियों पर असर डालेगा।
मुंबई में हुए इंडिया टुडे कॉन्क्लेव में एकता कपूर ने कहा कि उनका पैशन प्रोजेक्ट है ज्योतिष शास्त्र यानी एस्ट्रोलॉजी। वो इसे शुरू करेंगी। इसे वो सालों से करना चाहती थीं।
टीवी और बॉलीवुड की जानी मानी प्रोड्यूसर और कंटेंट क्वीन एकता इंडिया टुडे कॉन्क्लेव 2025 में पहुंची। यहां एकता कपूर ने अपने ज्योतिष शास्त्र प्रेम पर बात की। उन्होंने कहा कि उन्हें सप्लीमेंट और एस्ट्रोलॉजी से प्यार है। उन्होंने कहा, 'अब मैं इसमें (एस्ट्रोलॉजी) और ज्यादा दिलचस्पी रखती हूं। सौभाग्य की बात ये है कि अब दुनिया बदल गई है और सभी को भी इसमें दिलचस्पी है।
लेकिन इसमें बहुत गलतियां भी है। इंटरनेट पर लोग बेसिक चार्ट को गलत तरह से पढ़ रहे हैं और लोगों को भारी स्ट्रेस में डाल रहे हैं। वो लोगों में डर और चिंता पैदा करके फायदा उठा रहे हैं और उनपर प्रेशर डाल रहे हैं कि अगर आप ये चीजें नहीं करेंगे तो आपकी जिंदगी खत्म है।
अगले 5 सालों में आपका मारक बिगड़ जाएगा और आप मर जाओगे। चीजें इतनी सिंपल नहीं हैं। चीजें इतनी डरावनी भी नहीं है। अंत में प्रोड्यूसर एकता कपूर ने कहा कि एस्ट्रोलॉजी उनका अगला बिजनेस प्रोजेक्ट होगा। वो इसे शुरू करेंगी। इसे वो सालों से करना चाहती थीं। ये उनका पैशन प्रोजेक्ट है।
'ऑर्गनाइजर' के एडिटर प्रफुल्ल केतकर ने हिंदू राष्ट्र को लेकर संघ का दर्शन बताया है। उन्होंने कहा है कि हिंदू राष्ट्र का विचार बहिष्कार का नहीं, साझा सभ्यता की विरासत का विचार है।
इंडिया टुडे कॉन्क्लेव मुंबई के मंच पर शुक्रवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सौ साल पूरे होने को लेकर आयोजित सेशन में संघ के मुखपत्र ऑर्गनाइजर के एडिटर और 'द आरएसएस सेंचुरीः आइडियोलॉजी, आइडेंटिटी एंड इंडियाज डेस्टिनी' पुस्तक के लेखक प्रफुल्ल केतकर और लेखक तुषार गांधी शामिल हुए।
प्रफुल्ल केतकर ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के दर्शन को इस विचार पर आधारित बताया कि 'हिंदू' भारत की यूनिक सिविलाइजेशनल ताकत को परिभाषित करता है। उन्होंने यह भी कहा कि सभ्यता के लिहाज से देखें तो आध्यात्मिक लोकतंत्र भारत की यूएसपी है।
प्रफुल्ल केतकर ने कहा कि आपको अपना ईश्वर चुनने का अधिकार है। आपके पास एक गांधी हैं, जो नास्तिक होने का दावा कर सकते हैं और हिंदू हो सकते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि आपके पास एक और गांधी हैं, जिन्होंने कहा कि पूरी तरह धार्मिक हूं और हिंदू हो सकता है।
प्रफुल्ल केतकर ने कहा कि एकेश्वरवादी हिंदू हो सकता है, बहुदेववादी हिंदू हो सकता है और एक सर्वेश्वरवादी हिंदू हो सकता है। ऐसी आजादी केवल इसी जमीन पर दी गई है और यही यहां की यूएसपी भी है। संघ के सफर का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि संघ उपेक्षा, नफरत के दौर से गुजरते हुए अब स्वीकृति तक पहुंचा है। केतकर ने कहा कि शुरुआती वर्षों में संघ का मजाक बना और आज 83 हजार से अधिक शाखाएं और 32 इंस्पायर्ड संगठन हैं।
वह करीब तीन साल से इस समूह के डिजिटल-फर्स्ट न्यूज प्लेटफॉर्म ‘तक चैनल्स’ (Tak Channels) से जुड़े हुए थे।
युवा पत्रकार अक्षय शर्मा ने ‘इंडिया टुडे’ (India Today) समूह को बाय बोल दिया है। वह करीब तीन साल से इस समूह के डिजिटल-फर्स्ट न्यूज प्लेटफॉर्म ‘तक चैनल्स’ (Tak Channels) से जुड़े हुए थे।
समाचार4मीडिया से बातचीत में अक्षय शर्मा ने बताया कि वह फिलहाल नोटिस पीरियड पर हैं और जल्द ही एक अन्य बड़े मीडिया संस्थान के साथ टीवी की दुनिया में अपनी नई पारी शुरू करने जा रहे हैं। इस संस्थान के नाम का खुलासा वह वहां जॉइन करने के बाद करेंगे।
अक्षय शर्मा को टीवी, डिजिटल मीडिया और जनसंपर्क ( PR) में काम करने का एक दशक से अधिक का अनुभव है। पूर्व में वह सहारा समय, जी मीडिया, स्वराज एक्सप्रेस, सूर्या समाचार जैसे प्रमुख मीडिया संस्थानों में भी विभिन्न पदों पर अपनी भूमिका निभा चुके हैं।
अक्षय महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की सोशल मीडिया टीम का हिस्सा रहने के साथ-साथ हरियाणा सीएम ऑफिस में बतौर प्रेस कंसल्टेंट भी कार्य कर चुके हैं।
उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर निवासी अक्षय सामाजिक क्षेत्र में भी काफी सक्रिय रहे हैं। अक्षय शर्मा के अनुसार, सामाजिक क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्यों की बदौलत उन्हें भारत स्काउट और गाइड संस्था से दो बार राज्यपाल पुरस्कार और एक बार राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित भी किया जा चुका है। वह अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी भारत का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं।
तक चैनल्स में करीब तीन साल के अपने कार्यकाल के दौरान अक्षय शर्मा ने ‘यूपी तक’ और ‘राजस्थान तक’ पर काम किया। इस दौरान वर्ष 2022 के यूपी विधानसभा चुनाव, निकाय चुनाव और 2024 के लोकसभा चुनाव की कवरेज में उन्होंने महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई।
इसके अलावा उन्होंने महाकुंभ और राजस्थान विधानसभा चुनाव जैसे बड़े आयोजनों की कवरेज भी संभाली। तक चैनल्स में रहते हुए उन्होंने कई विशेष कार्यक्रमों में राजनीतिक, सामाजिक और सांस्कृतिक हस्तियों को न्यूज रूम गेस्ट के रूप में आमंत्रित कर संस्थान की गतिविधियों को आगे बढ़ाया।
समाचार4मीडिया की ओर से अक्षय शर्मा को उनकी नई पारी के लिए अग्रिम रूप से बधाई और ढेरों शुभकामनाएं।
दक्षिण कमांड में 11 राज्य आते हैं। चार एयरबेस और तीन नौसेना बेस हैं। जनरल सेठ बोले कि सब मिलकर एक्सरसाइज करते हैं। कई ऑपरेशन चलाते हैं। अब स्ट्रैटेजिक गाइडेंस मिलता है।
इंडिया टुडे कॉनक्लेव में भारतीय सेनाओं के टॉप कमांडर इकट्ठे हुए। वहां ज्वाइंटनेस पर जोर दिया गया। यानी थल, वायु और नौसेना एक साथ कैसे मजबूत हों। भारतीय थल सेना के दक्षिणी कमांड के जनरल ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ लेफ्टिनेंट जनरल धीरज सेठ ने कहा कि हम सब मिलकर काम कर रहे हैं। अब बड़ा कदम लेने का समय है। इंटीग्रेटेड थियेटर कमांड जरूरी है।
हमारे दो पड़ोसी देशों को देखो, हमें भी ये चाहिए। उन्होंने पीएम के 'जय' फॉर्मूले की तारीफ की। ज्वाइंटनेस, आत्मनिर्भरता और इनोवेशन। भारतीय वायुसेना के पूर्वी कमांड के कमांडिंग इन चीफ एयर मार्शल सूरत सिंह ने वायुसेना की तारीफ की। उन्होंने कहा कि तीनों सेनाओं में वायुसेना सबसे युवा है।
बालाकोट और ऑपरेशन सिंदूर में हमने कमाल किया। ऑपरेशन सिंदूर के 90 घंटे पर बताते हुए बोले कि हमने 25 मिनट में पूरा हुलिया बदल दिया। पाकिस्तान की हालत खराब हो गई। स्पीड, टेक्नोलॉजी, हथियार और सटीकता हमारी ताकत थी। सबने मिलकर किया, सरकार ने लक्ष्य दिया। पहले 25 मिनट सबसे अहम थे। एयरोस्पेस पावर पर कहा कि सारे हथियार एडवांस हो रहे हैं। अगले दशक की चुनौतियों के लिए तीनों सेनाएं तैयार हैं।
उन्होंने कहा कि मुझे कोई संकोच नहीं है कि मैं हिंदू हूं। संविधान किसी धर्म के विरोध की बात नहीं करता। पूर्व सीजेआई चंद्रचूड़ ने कहा कि जज किसी भी धर्म का हो, वह जब कोर्ट जाता है तो जस्टिस ही करता है।
इंडिया टुडे ग्रुप के आयोजन इंडिया टुडे कॉन्क्लेव मुंबई के मंच पर गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट के पूर्व मुख्य न्यायाधीश जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ थे। उन्होंने इंडिया टुडे कॉन्क्लेव के मंच पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पूजा में बुलाने से लेकर फैसलों को लेकर सोशल मीडिया पर उठे सवालों तक, खुलकर अपनी बात रखी।
पीएम मोदी को अपने घर पूजा में बुलाने पर हुई आलोचना को लेकर सवाल पर पूर्व सीजेआई ने कहा कि सीजेआई विपक्ष का नेता नहीं, सिस्टम का ही अंग है। उन्होंने कहा कि मुझे कोई संकोच नहीं है कि मैं हिंदू हूं। संविधान किसी धर्म के विरोध की बात नहीं करता।
पूर्व सीजेआई चंद्रचूड़ ने कहा कि जज किसी भी धर्म का हो, वह जब कोर्ट जाता है तो जस्टिस ही करता है। उन्होंने आगे कहा कि जहां तक पीएम मोदी को आमंत्रित करने के लिए आलोचना की बात है, तो सीजेआई विपक्ष के नेता नहीं हैं। वह भी सिस्टम के अंग हैं और यह एक शिष्टाचार है।
पूर्व सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ ने कॉलेजियम और नेपोटिज्म के सवाल पर कहा कि लेबल पर जाने की बजाय काम की क्वालिटी पर जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि जहां तक मेरी बात है, 45 साल की उम्र में हाईकोर्ट का जज बना। 16 साल हाईकोर्ट में रहा और उसके बाद सुप्रीम कोर्ट में चार साल तक केस देखे। चंद्रचूड़ ने कहा कि उम्र का टैलेंट से कोई संबंध नहीं होता।
आदित्य ठाकरे ने ने कहा कि हमने कई खामियां पाई है और इससे जुड़े डाटा की स्टडी की जा रही है और इसमें हम जनता के सामने रखेंगे। महाराष्ट्र में अगले जनवरी तक बीएमसी के चुनाव होने वाले हैं।
शिवसेना यूबीटी के नेता आदित्य ठाकरे ने कहा है कि राहुल गांधी की तरह वह भी वोट चोरी का खुलासा करेंगे। आदित्य ठाकरे ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के दौरान हुए कथित 'वोट चोरी' का खुलासा करने का वादा किया है। आदित्य ठाकरे ने कहा कि हमने भी महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में वोट चोरी को लेकर चुनाव आयोग को लिखा है।
उन्होंने कहा कि हमने पिछले साल चुनावों से पहले ही चुनाव आयोग को मतदाताओं की अचानक बढ़ी संख्या, गायब मतदाताओं और मतदान केंद्रों के कुप्रबंधन के बारे में पत्र लिखा था। इन सभी गड़बड़ियों के बारे में हम प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जनता को बताएंगे।
बीजेपी के हिन्दुत्व की आलोचना करते हुए आदित्य ठाकरे ने कहा कि बीजेपी के साथ जाना हिन्दुत्व है और क्या कांग्रेस के साथ जाना हिन्दुत्व नहीं है? हम एक मात्र पार्टी हैं जहां उद्धव ठाकरे तीन बार अयोध्या गए। हमारी देशभक्ति और हिन्दुत्व पर प्रमाण पत्र देने वाली बीजेपी कौन होती है?
मैं बीजेपी के उस हिन्दुत्व से सहमत नहीं हूं जहां किसी व्यक्ति को उसके खाने के पसंद के आधार पर जला दिया जाता है। मैं हिन्दू हूं और गौरवशाली हिन्दू हूं और बीजेपी मुझे प्रमाण पत्र नहीं दे सकती है।
‘अमृतकाल में भारत’ पर पुस्तक के लेखक प्रो. संजय द्विवेदी से विशेष परिचर्चा हुई। सेवा पर्व -2025 के अवसर पर अधिष्ठाता प्रो. नवीन कुमार मेहता ने लेखक से संवाद किया।
साँची बौद्ध-भारतीय ज्ञान अध्ययन विश्वविद्यालय, सांची में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी पर केंद्रित दो किताबों ‘मोदी युग-संसदीय लोकतंत्र का नया अध्याय’ और ‘अमृतकाल में भारत’ पर पुस्तक के लेखक प्रो. संजय द्विवेदी से विशेष परिचर्चा हुई। सेवा पर्व -2025 के अवसर पर अधिष्ठाता प्रो. नवीन कुमार मेहता ने लेखक से संवाद किया।
भारतीय जन संचार संस्थान के महानिदेशक रहे प्रो. संजय द्विवेदी ने सवालों के जवाब में बताया कि उन्होंने 2014 के पहले ही एक लेख में कह दिया था कि देश के अगले प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी होंगे। उन्होंने कहा कि अन्ना हज़ारे के आंदोलन के बाद प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी, लोगों के अंदर उम्मीदों को जगाने वाले नेता बन गए, जिन्होंने सोशल इंजीनियरिंग को देश में धरातल पर उतारा है।
श्री नरेंद्र मोदी ने भारत की छवि का निर्माण किया है और वो भारत के लोगों को स्थायी विकास की ओर लेकर गए हैं। प्रो. द्विवेदी से जब राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के विषय में सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि संघ को समझने के लिए दिमाग़ से ज़्यादा दिल की ज़रूरत है।
उन्होंने कहा कि संघ का कोई विचार नहीं है, भारतीयता और हिंदुत्व का विचार ही संघ का विचार है। संघ विशुद्ध रूप से आचरण पर चलता है। प्रो. द्विवेदी ने कहा कि उपभोक्तावाद और आकांक्षावाद के कारण समाज दुखी हो रहा है। उन्होंने कहा कि गांधी जी का दर्शन था कि कम वस्तुएं उपयोग करो तो सुखी रहोगे। छात्रों से उन्होंने कहा कि वो सुधीर चंद्रा की लिखी किताब ‘गांधी एक असंभव संभावना’ ज़रूर पढ़ें जो कि गांधी जी की प्रार्थना सभाओं में उनके विचारों का विश्लेषण है।
प्रो. संजय द्विवेदी ने कहा कि हर पत्रकार की एक ‘पोलिटिकल लाइन’ होनी चाहिए लेकिन ‘पार्टी लाइन’ नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि विचारधारा हर एक व्यक्ति की होनी चाहिए और इसमें कोई समस्या नहीं है। आज विचारधारा का नहीं होना संकट है।
जब उनसे पूछा गया कि लोग आजकल कम पढ़-लिख रहे हैं तो उन्होंने कहा कि आज का दौर आवाज़, वीडियो और स्थानीय भाषाओं का है क्योंकि मोबाइल पर लोग कम समय में जानकारी जानना पसंद करते हैं। लेकिन किताबें भी भारत में बहुत पढ़ी और बेची जा रही हैं।भले ही मोबाइल कितना भी भटकाव क्यों न पैदा करे।
उन्होंने कहा कि लोगों को मीडिया साक्षरता देना आवश्यक हो गया है। अपने अध्यक्षीय संबोधन में विश्वविद्यालय के कुलगुरु प्रो. वैद्यनाथ लाभ ने लेखक को उनकी किताबों के सृजन के लिए साधुवाद दिया। उन्होंने संस्कृत, पालि के ग्रंथों में भगवान बुद्ध के वर्णन पर भी प्रकाश डाला।
इंटरव्यू के माध्यम से ही डीन प्रो. मेहता ने प्रो. संजय द्विवेदी का परिचय भी कराया। छात्रों-अधिकारियों ने भी उनसे सवाल पूछे। धन्यवाद ज्ञापन कुलसचिव श्री विवेक पाण्डेय ने किया। उन्होंने सेवा पर्व के आयोजन के लिए मध्य प्रदेश शासन के संस्कृति मंत्री श्री धर्मेंद्र लोधी व अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री शिवशेखर शुक्ला को भी धन्यवाद ज्ञापित किया।
सेवा पर्व के उपलक्ष्य में ही विश्वविद्यालय द्वारा 29 सितंबर को दोपहर 11 बजे से 2 बजे तक एक राष्ट्रीय चित्रकारी प्रतियोगिता आयोजित कर रहा है जिसमें सभी आयु वर्ग के लोग हिस्सा ले सकते हैं। अलग-अलग आयु वर्ग में प्रथम पुरस्कार 7000, 5000 और 3000 रखे गए हैं।