देश के पहले सोशियो-कल्चरल फेस्ट के दूसरे दिन ‘किसकी गोदी में है मीडिया’ जैसे चर्चित विषय पर चर्चा हुई।
देश के पहले सोशियो-कल्चरल फेस्ट के दूसरे दिन ‘किसकी गोदी में है मीडिया’ जैसे चर्चित विषय पर चर्चा हुई। चर्चाकार हर्षवर्धन त्रिपाठी ने विषय की भूमिका रखी। बतौर वक्ता अमर उजाला डिजिटल के संपादक जयदीप कर्णिक और वरिष्ठ पत्रकार वर्तिका नंदा ने बेबाकी से अपनी बातें श्रोतागणों के सामने रखीं।
जयदीप कर्णिक ने कहा कि एक गढ़े हुए विमर्श को गोदी मीडिया के मुहावरे में गढ़ा गया है। डिजिटल मीडिया के आने के बाद मीडिया की दुनिया में क्रांतिकारी परिवर्तन हुआ। जनता तक पहुंचने वाले सूचना का सिस्टम टूट गया। पत्रकारिता की परीक्षाएं पास किए बगैर जब लोग पत्रकार बनने लगे, तो संपादन के नाम पर जो अखबार चैनल के दफ्तरों में रुक जाता था। वो सोशल मीडिया पर सार्वजनिक होने लगा। संपादकों की दादागिरी भी खत्म हुई। संपादकों और मीडिया हाउस के जो एजेंडे थे, वो खत्म होने लगे। इसका बुरा प्रभाव यह हुआ कि जिन लोगों के एजेंडों को समाज विरोधी, देश विरोधी मानकर छलनियों में छान दिया जाता था। उन्हें लगने लगा कि अब हमें पानी में जहर घोलने से कोई रोक नहीं सकता। उन्होंने अपनी सेनाएं बनाई और यह तय किया कि इस सिस्टम को ध्वस्त करने का इससे अच्छा मौका नहीं है। हम अपने कमरों में बैठकर ऐसे एजेंडा चलाएंगे, जिसे तथाकथित संपादक रोक दिया करते थे। इसका परिणाम यह हुआ कि सोशल मीडिया पर कई जानकारियां लोगों को भ्रमित करने लगे।
खुद का एजेंडा चलाने के लिए मीडिया को बदनाम करने की कोशिश
वक्ताओं ने कहा कि ज्यादातर फिजूल की बातें आने से सोशल मीडिया को वॉट्सऐप यूनिवर्सिटी करार दे दिया गया। लोगों का उसकी सूचनाओं से विश्वास उठने लगा। लोग फिर संपादकीय संस्थाओं की तरफ लौटने लगे। इसके बाद षड्यंत्रकारियों को लगा कि डिजिटल मीडिया पर भी दाल नहीं गल रही है तो यह फिर यह माहौल बनाने की कोशिश की गई कि सारा मीडिया बेकार है। बिका हुआ है। मीडिया गोदी में बैठा है। जब तक हम इस मीडिया को बदनाम नहीं कर देंगे। हमारे एजेंडा नहीं चल सकते। इसके बाद से ही मीडिया को गोदी में बैठाने की कोशिशें हो रही है। मीडिया सिर्फ पाठक, दर्शक की गोदी में बैठा हुआ है।
गोदी शब्द का अपमान
वरिष्ठ पत्रकार वर्तिका नंदा ने कहा कहा कि गोदी वात्सल्य से भरा शब्द है। गोदी मीडिया मां की गोद और मीडिया दोनों को अपमानित करने वाला शब्द है। मेरा मानना है कि गोदी मीडिया शब्द ठीक नहीं है। कोई संस्थान किसी की छाया में जाकर थोड़ी देर सुस्ताता है तो ऐसा हर युग में हुआ है। कभी ऑल इंडिया रेडियो को इंदिरा रेडियो कहा जाता था। पहले दूरदर्शन के एंकर के तटस्थ रहते है। अब तो चैनल पर जाते ही पता चल जाता है कि एंकर क्या करेगा। एंकर ऐसे झगड़ते है जैसे कि अब पति-पत्नी भी नहीं झगड़ते।
वर्तिका ने कहा कि हमें वही मीडिया मिल रहा है, जिसके हम लायक है। आप जो देखना चाहते है, वो दिखाया जा रहा है। लोगों के पास हमेशा वैकल्पिक मीडिया की चॉइस रही है। कोरोना में हम खालिस चीजों की तरफ लौटे, तुलसी के पत्ते खाए, काढ़ा पीने लगे। तो ऐसा मीडिया के साथ भी किया जा सकता है। जो मीडिया खालिस है, दर्शक उसकी तरफ लौटने लगे हैं।
त्याग और समर्पण की उम्मीद पत्रकारों से ही क्यों
चर्चा के दौरान सवाल-जवाब का दौर भी चला। एक विद्यार्थी ने पूछा कि पत्रकार आज महंगी गडि़यों में चलते हैं, मोटी तनख्वाएं लेते हैं। पहले के पत्रकार तो ऐसे नहीं थे। इस पर कर्णिक ने कहा कि महंगाई सबके लिए समान है। चाहे पत्रकार हो या कोई दूसरा। जिस अखबार की लागत 20 रुपए आती है, लोग चाहते हैं कि वह उन्हें दो-तीन रुपए में मिले। आखिर पत्रकारों से ही त्याग और समर्पण की उम्मीद क्यों की जाती है।
'रिपब्लिक मीडिया नेटवर्क' (Republic Media Network) ने हर्ष भंडारी को अपने ब्रॉडकास्ट बिजनेस के सीईओ के तौर पर प्रमोट किया है
'रिपब्लिक मीडिया नेटवर्क' (Republic Media Network) ने हर्ष भंडारी को ब्रॉडकास्ट बिजनेस के सीईओ के तौर पर प्रमोट किया है। नई भूमिका में, भंडारी नेटवर्क के सभी मौजूदा ब्रॉडकास्ट चैनल्स के संपूर्ण नेशनल ऑपरेशंस की जिम्मेदारी संभालेंगे। वह लैंग्वेज और रीजन्स में ब्रॉडकास्टिंग बिजनेस के साथ नए चैनल लॉन्च करने सहित नेटवर्क के सभी फ्यूचर ग्रोथ का नेतृत्व करेंगे और इसके लिए स्ट्रैटजी भी बनाएंगे।
अपने प्रमोशन को लेकर भंडारी ने कहा कि रिपब्लिक मीडिया नेटवर्क में हमें अपना काम करते रहना हैं और उस ग्रोथ के लिए तेजी से खुद को मजबूत करना है, जो हमें चाहिए। ग्रोथ को अगले चरण में ले जाने और उसे क्रियान्वित करने में मदद करने के लिए बोर्ड, मैनेजमेंट और मेरे सहयोगियों ने मुझ पर जो भरोसा जताया है, उसके लिए मैं खुद को गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं। हम एक होकर सोचते है और चलते भी हैं। रिपब्लिक मैनेजमेंट, मेरे सहयोगियों, विशेष टीम और बिजनेस पार्टनर्स के प्रति मैं बहुत आभारी हूं और उनका भी आभार व्यक्त करता हूं, जिन्होंने इस यात्रा के दौरान अपने निरंतर समर्थन से इसे संभव बनाया।
मोहित भाटिया डिजिटल और टीवी के ऐड सेल्स में माहिर हैं। उनकी अन्य पारियों में 'डेलीहंट', 'डिज्नी स्टार', 'एपिक टीवी' और 'टाइम्स इंटरनेट' शामिल हैं।
मीडिया में सेल्स प्रोफेशनल मोहित भाटिया 'वायकॉम18' (Viacom18) में जियो सिनेमा- स्पोर्ट्स (Jio Cinema - Sports) के ऐड सेल्स के डायरेक्टर नियुक्त हुए हैं। उन्होंने इसकी जानकारी लिंक्डइन के जरिए दी है।
भाटिया डिजिटल और टीवी के ऐड सेल्स में माहिर हैं। वह पहले स्नैपचैट (एचटीटीपूल इंडिया) में ऐड सेल्स के क्लाइंट पार्टनर लीड (Client Partner Lead) के तौर पर काम करते थे।
उनकी अन्य पारियों में 'डेलीहंट', 'डिज्नी स्टार', 'एपिक टीवी' और 'टाइम्स इंटरनेट' शामिल हैं।
उत्तराखंड और चंडीगढ़ में पाठकों और श्रोताओं की तरफ से संवाद को अच्छा प्रतिसाद मिला था।
इसी साल अपनी स्थापना का अमृतोत्सव मनाने के साथ अमर उजाला स्वर्णिम शताब्दी का संकल्प लेकर जगह-जगह 'संवाद' का आयोजन कर रहा है। उत्तराखंड और चंडीगढ़ के बाद अगला पड़ाव जम्मू कश्मीर है। उत्तराखंड और चंडीगढ़ में पाठकों और श्रोताओं की तरफ से संवाद को अच्छा प्रतिसाद मिला था। अब 30 नवंबर को जम्मू के कन्वेंशन सेंटर में फिल्म, अध्यात्म, बैंकिंग, शिक्षा, खेल क्षेत्र की नामी गिरामी हस्तियां भविष्य की संभावनाओं पर मंथन करेंगी। उपराज्यपाल मनोज सिन्हा आने वाले समय के लिए जम्मू-कश्मीर के विकास का खाका पेश करेंगे।
खेल मंत्री अनुराग ठाकुर भी अपने विचार रखेंगे। अभिनेता विक्की कौशल मनोरंजन जगत की नई दिशाओं पर रोशनी डालेंगे। मेघना गुलजार द्वारा निर्देशित सैम मानेकशॉ की जीवनी पर आधारित फिल्म सैम बहादुर (2023) में विक्की कौशल, सान्या मल्होत्रा और फातिमा सना शेख नजर आने वाली हैं। विक्की इस फिल्म और सैम मानेकशॉ पर भी बात करेंगे। खेल जगत की अंतरराष्ट्रीय पैरा आर्चर शीतल देवी, राकेश कुमार और सरिता के जिद और जुनून की कहानी बात होगी। खेल संस्कृति में आ रहे बदलावों और उससे जुड़ी चुनौतियों पर भी ये पैरा एथलीट चर्चा करेंगे।
किक्रेट जगत के सितारे इरफान पठान और सुरेश रैना भी युवाओं में जोश भरेंगे। शिक्षा जगत से एआईसीटीई के प्रो. टीजी सीताराम व बैंकिंग क्षेत्र की हस्ती रजनीश कुमार शिक्षा तथा अर्थव्यवस्था क्षेत्र की संभावनाओं के बारे में जानकारी देंगे। मोटिवेशनल स्पीकर गौर गोपाल दास सफल जीवन के उपायों पर प्रकाश डालेंगे।
मास्टर कार्ड इंडिया के चेयरमैन रजनीश कुमार उद्योग और बैंकिग जगत की संभावनाओं पर बात करेंगे। वेयर हाउस स्थित अमर उजाला कार्यालय से कार्यक्रम में शामिल होने के लिए सोमवार से पास दिए जा रहे हैं। पहले आओ पहले पाओ के आधार पर पास का वितरण हो रहा है। इसमें से चुनिंदा लोगों को लकी ड्रॉ के माध्यम से चुना जाएगा जिन्हें विक्की कौशल के साथ सेल्फी लेने का मौका भी मिलेगा।
चार दोषियों को आजीवन कारावास और एक दोषी को तीन साल की कैद की सजा सुनाने के साथ सभी पर जुर्माना भी लगाया गया है।
टीवी पत्रकार सौम्या विश्वनाथन की हत्या के मामले में दिल्ली की कोर्ट ने चार दोषियों को उम्रकैद और एक दोषी को तीन साल कैद की सजा सुनाई है। इसके साथ ही उन सभी पर जुर्माना भी लगाया गया है।
गौरतलब है कि कोर्ट ने करीब 15 साल पहले हुई टीवी पत्रकार सौम्या विश्वनाथन की हत्या के मामले में 18 अक्टूबर को पांचों आरोपितों रवि कपूर, अमित शुक्ला, बलजीत मलिक, अजय कुमार और अजय सेठी को दोषी करार दिया था। इनमें रवि कपूर, बलजीत मलिक, अजय कुमार और अमित शुक्ला को हत्या के लिए दोषी करार दिया गया, वहीं अजय सेठी को 411 मकोका के तहत दोषी पाया गया।
पहले इस मामले में दोषियों की सजा पर 26 अक्टूबर को बहस होनी थी। माना जा रहा था कि अदालत 26 अक्टूबर को ही इस मामले के सभी आरोपितों को सजा सुना सकती है। लेकिन 26 अक्टूबर को होने वाली सुनवाई को सात नवंबर के लिए टाल दिया गया था। सात नवंबर को इस मामले में सजा पर बहस होनी थी, लेकिन इसके बाद फिर कोर्ट ने सात नवंबर को सजा पर होने वाली बहस को टाल दिया था और मामले में अगली सुनवाई के लिए 25 नवंबर की तारीख मुकर्रर की थी, जहां अब दोषियों को सजा सुनाई गई है।
कोर्ट ने रवि कपूर, अमित शुक्ला, बलजीत मलिक और अजय कुमार को उम्रकैद की सजा सुनाई है और चारों में प्रत्येक पर एक लाख 25 हजार का जुर्माना भी लगाया है। वहीं, अजय सेठी को तीन साल की कैद के साथ ही आईपीसी की धारा 411 और मकोका के तहत 7.25 लाख रुपये का जुर्माना लगाया है।
गौरतलब है कि 30 सितंबर 2008 को उस वक्त गोली मारकर सौम्या की हत्या कर दी गई थी, जब वह कार्यालय से अपनी कार से घर लौट रही थी। इस मामले में दिल्ली के वसंत कुंज थाने में एफआईआर दर्ज की गई थी।
पुलिस ने इस मामले में पूछताछ के आधार पर रवि कपूर, अमित शुक्ला, बलजीत मलिक, अजय कुमार और अजय सेठी को सौम्या की हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया था। इसके साथ ही पुलिस ने आरोपितों के खिलाफ सख्त ‘महाराष्ट्र संगठित अपराध नियंत्रण अधिनियम’ (मकोका) भी लगाया था।
सौम्या केस में आरोपितों ने खुलासा किया था कि उन्होंने हत्या इसलिए की, क्योंकि सौम्या की सेंट्रो उनकी कार से आगे निकल गई थी। हत्यारों ने सौम्या के सिर में गोली मारी थी, जिसकी वजह से कार डिवाइडर पर चढ़ गई। शुरू में पुलिस ने इसे एक्सीडेंट का केस समझा, लेकिन जब सौम्या के सिर से गोली निकली तो मामला सुलझा।
नेटवर्क18 मैनेजमेंट को अपना इस्तीफा सौंपे जाने के बाद से वरिष्ठ पत्रकार दयाशंकर मिश्र इन दिनों चर्चाओं में है।
नेटवर्क18 मैनेजमेंट को अपना इस्तीफा सौंपे जाने के बाद से वरिष्ठ पत्रकार दयाशंकर मिश्र चर्चाओं में हैं। इसकी वजह है उनकी राहुल गांधी पर लिखी गई अपनी किताब, जिसका विमोचन दिसंबर में होना है।
दरअसल, वरिष्ठ पत्रकार दयाशंकर मिश्र ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ (X) पर एक पोस्ट लिखी और साफ किया कि उनके इस्तीफा देने के पीछे की वजह यही किताब है।
अपने इस्तीफे के लिए अप्रत्यक्ष रूप से इस किताब को बड़ी वजह बताते हुए इस पोस्ट में दयाशंकर मिश्र का कहना है कि किताब को लेकर कंपनी खुश नहीं थी। दयाशंकर मिश्र के अनुसार, मेरे पास विकल्प था कि मैं किताब वापस ले लूं। नौकरी करता रहूं। चुप रहूं। लेकिन, मैंने किताब को चुना। जो हमारा बुनियादी काम है, उसको चुना। सच कहने को चुना। इसलिए, पहले इस्तीफा, फिर किताब।
पहले इस्तीफ़ा, फिर किताब :
— Dayashankar Mishra (@DayashankarMi) November 22, 2023
राहुल गांधी पर सच लिखना कितनी मुश्किलें खड़ी करेगा, मुझे बिल्कुल अंदाज़ा नहीं था। ऐसे समय जब सत्ताधीशों पर गाथा-पुराण लिखने की होड़ लगी हो, मैंने सोचा था कि एक लोकनीतिक विचारक की सोच, दृष्टि और दृढ़ता को संकलित कर प्रस्तुत करना किसी को क्यों… pic.twitter.com/oEroAWRP1i
दयाशंकर मिश्र के इस पोस्ट के बाद अब ‘न्यूज18 इंडिया’ ने भी एक ट्वीट किया है। इस ट्वीट में उन्होंने दयाशंकर मिश्र की पोस्ट को भ्रामक और बेबुनियाद बताया है। अपने ट्वीट में न्यूज18 इंडिया का कहना है कि कंपनी के नियम के अनुसार, कोई भी किताब लिखने से पहले अथवा संस्थान से बाहर किसी भी तरह के योगदान को लेकर एंप्लॉयीज को अनुमति लेनी होती है। तमाम प्रतिष्ठित मीडिया संस्थानों में इसी तरह होता है। लेकिन हमारी हिंदी वेबसाइट के एडिटर के रूप में दयाशंकर मिश्र ने इस किताब को लिखने के लिए संस्थान से अनुमति नहीं ली।
न्यूज18 इंडिया के अनुसार, ‘जब नौ नवंबर 2023 को दयाशंकर मिश्र ने बताया कि वह किताब लिख रहे हैं, जो दिसंबर में पब्लिश होगी तो उन्हें स्पष्ट रूप से कंपनी की पॉलिसी के बारे में बताते हुए इसका पालन करने के लिए कहा गया। लेकिन उन्होंने किताब लिखना जारी रखा और 22 नवंबर को अपना इस्तीफा सौंप दिया। इसके साथ ही उन्होंने एक्स पर पोस्ट किया कि उन्हें इस किताब के लिए निशाना बनाया गया, जबकि वह इस किताब के लिए अपने पद का दुरुपयोग कर रहे थे।’
न्यूज18 इंडिया का कहना है कि दयाशंकर मिश्र ने कंपनी के नियमों की अवहेलना की है। कंपनी के पास अधिकार है कि वह उनके खिलाफ और इस तरह के झूठ फैलाने वालों के खिलाफ एक्शन ले सकती है।
News18 statement about the false and misleading claims by Mr Dayashankar Mishra: pic.twitter.com/Cuo5Jd5LRb
— News18 India (@News18India) November 23, 2023
बता दें कि दयाशंकर मिश्र साढ़े चार साल से भी ज्यादा समय से 'नेटवर्क18' के साथ थे। वह यहां एग्जिक्यूटिव एडिटर (डिजिटल) के पद पर कार्यरत थे, जहां से उन्होंने 22 नवंबर को इस्तीफा दे दिया है।
अभिषेक भल्ला पूर्व में ‘इंडिया टुडे’ और ‘आजतक’ के नेशनल ब्यूरो की कमान भी संभाल चुके हैं।
वरिष्ठ पत्रकार अभिषेक भल्ला ने ऑडिट एवं परामर्श देने वाली कंपनी केपीएमजी (KPMG) को जॉइन कर लिया है। बता दें कि अभिषेक भल्ला को न्यूज मीडिया के क्षेत्र में काम करने का करीब दो दशक का अनुभव है। इस दौरान वह तमाम ट्रेडिशनल मीडिया प्लेटफॉर्म्स से जुड़े रहे हैं।
अभिषेक भल्ला पूर्व में ‘इंडिया टुडे’ और ‘आजतक’ के नेशनल ब्यूरो की कमान भी संभाल चुके हैं। इससे पहले वह डिफेंस एडिटर के तौर पर अपनी जिम्मेदारी निभा रहे थे।
अभिषेक भल्ला को डिफेंस और सिक्योरिटी से जुड़े मामलों के साथ-साथ भू-राजनीति की कवरेज में महारत हासिल है। उन्होंने बड़े पैमाने पर कश्मीर, एलएसी और पूर्वोत्तर के उग्रवाद प्रभावित क्षेत्रों सहित तमाम संघर्ष क्षेत्रों के साथ यूक्रेन में युद्ध को भी कवर किया है।
अमृता चौधरी ने ‘वेवमेकर’ (Wavemaker) में अपनी करीब दस साल पुरानी पारी को विराम दे दिया था। फिलहाल वह यहां मैनेजिंग पार्टनर के तौर पर अपनी जिम्मेदारी निभा रही थीं।
अमृता चौधरी ने ‘डिज्नी स्टार’ (Disney Star) के साथ अपनी नई पारी की शुरुआत की है। उन्होंने यहां पर बतौर हेड (media and partnerships) जॉइन किया है।
अपनी नई भूमिका में वह ‘स्टार नेटवर्क’ और ‘हॉटस्टार’ के विकास, नवाचार और दक्षता को बढ़ाने के लिए जिम्मेदार होंगी।
बता दें कि अमृता चौधरी ने हाल ही में ‘वेवमेकर’ (Wavemaker) में मैनेजिंग पार्टनरशिप के पद से इस्तीफा दे दिया था। वह इस संस्थान के साथ करीब दस साल से जुड़ी हुई थीं।
अमृता चौधरी ने वर्ष 2014 में ‘वेवमेकर’ में बतौर जनरल मैनेजर जॉइन किया था। इससे पहले वह ‘मैक्सस’ (Maxus), ‘सोनी एंटरटेनमेंट’ (Sony Entertainment), ‘स्टार इंडिया’ (Star India) और ‘डीएनए’ (DNA) के साथ भी काम कर चुकी हैं।
ईडी ने 21 नवंबर को यंग इंडियन (YIL) और एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (AJL) की 751.9 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क की है
नेशनल हेराल्ड केस एक बार फिर सुर्खियों में है। इस केस में सोनिया गांधी और राहुल गांधी जैसे नेता आरोपी हैं। खबर है कि प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने 21 नवंबर को यंग इंडियन (YIL) और एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (AJL) की 751.9 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क की है। यह एक्शन मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ED द्वारा किया गया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कुर्क की गई अचल संपत्तियों में नेशनल हेराल्ड का दिल्ली में आईटीओ स्थित कार्यालय परिसर, लखनऊ के कैसरबाग के पास मॉल एवेन्यू स्थित नेहरू भवन और मुंबई में हेराल्ड हाउस शामिल हैं।
ED के मुताबिक, 661.69 करोड़ रुपये की प्रॉपर्टी AJL, जबकि करीब 90.21 करोड़ रुपये की प्रॉपर्टी यंग इंडिया से जुड़ी है। बता दें कि ईडी ने साल 2014 में दिल्ली के मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट के आदेश पर एजेएल और यंग इंडिया के खिलाफ जांच शुरू की थी।
एजेंसी इस मामले में पहले भी सोनिया और राहुल गांधी से पूछताछ कर चुकी है।
केंद्रीय जांच एजेंसी ED ने एक बयान में आरोप लगाया कि इस मामले में अंशधारक और कांग्रेस को चंदा देने वालों से AJL और पार्टी ने ठगी की। ED ने एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (AJL) और यंग इंडियन कंपनी के खिलाफ संपत्ति कुर्क करने का आदेश धनशोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत जारी किया था। नेशनल हेराल्ड की प्रकाशक एसोसिएटेड जर्नल लिमिटेड है और इसका स्वामित्व यंग इंडियन प्राइवेट लिमिटेड के पास है।
कांग्रेस नेता सोनिया गांधी और राहुल गांधी के पास यंग इंडियन कंपनी के ज्यादातर शेयर हैं। दोनों में से प्रत्येक के पास 38 प्रतिशत शेयर हैं।
केंद्रीय जांच एजेंसी ED की जांच में पाया गया कि इस मामले से जुड़े आरोपियों ने मेसर्स यंग इंडिया के जरिए AJL की सैकड़ों करोड़ रुपये की संपत्ति हासिल करने के लिए आपराधिक साजिश रची थी। आरोप है कि मेसर्स AJL को समाचार पत्र प्रकाशित करने के लिए सरकार द्वारा भारत के विभिन्न शहरों में रियायती दरों पर जमीन दी गई थी।
AJL ने 2008 में अपना प्रकाशन कार्य बंद कर दिया और संपत्तियों का व्यावसायिक उद्देश्यों के लिए उपयोग करना शुरू कर दिया था। जांच में पाया गया कि AJL को 90.21 करोड़ का कर्ज अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) को चुकाना था। हालांकि कांग्रेस पार्टी ने 90.21 करोड़ रुपये के इस कर्ज को माफ कर एजेएल को साजिशन एक नई कंपनी मेसर्स यंग इंडिया को महज 50 लाख रुपये में बेच दिया।
केंद्रीय सूचना-प्रसारण मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने कहा है कि भारत, देश में विदेशी फिल्म बनाने के लिए प्रोत्साहन देगा।
केंद्रीय सूचना-प्रसारण मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने कहा है कि भारत, देश में विदेशी फिल्म बनाने के लिए प्रोत्साहन देगा। इसके लिए फिल्म निर्माण में जो खर्च आएगा, उसमें प्रोत्साहन राशि 40 प्रतिशत तक बढ़ाई जाएगी।
बता दें कि इसकी अधिकतम सीमा 30 करोड़ रुपये (3.5 मिलियन अमेरिकी डॉलर से अधिक) होगी, जिसमें उल्लेखनीय भारतीय विषयवस्तु के लिए पांच प्रतिशत का अतिरिक्त बोनस शामिल होगा। उन्होंने सोमवार को गोवा के पणजी में भारत के 54वें अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में अपने उद्घाटन भाषण में यह बात कही।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भारत के आकार और विशाल क्षमता को देखते हुए देश में मध्यम व बड़े बजट की अंतरराष्ट्रीय परियोजनाओं को आकर्षित करने के लिए उच्च प्रोत्साहन की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि फिल्म निर्माण को प्रोत्साहित करने में यह आदर्श बदलाव कलात्मक अभिव्यक्ति के लिए भारत की प्रतिबद्धता और समर्थन के प्रमाण के रूप में कार्य करता है और सिनेमाई प्रयासों के लिए पसंदीदा गंतव्य-स्थल के रूप में हमारी स्थिति को मजबूत करता है।
इसके अलावा प्रसिद्ध फिल्म अभिनेत्री माधुरी दीक्षित को एक शानदार ट्रिब्यूट देते हुए 54वें आईएफएफआई महोत्सव ने उन्हें 'भारतीय सिनेमा में योगदान के लिए विशेष मान्यता' पुरस्कार से सम्मानित किया।
सूचना-प्रसारण मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने एक्स पर पोस्ट किया कि हर आयु वर्ग की आइकन माधुरी दीक्षित ने चार अद्भुत दशकों से अपने अप्रतिम टैलेंट के जरिए हमारी सिनेमा स्क्रीन की शोभा बढ़ाई है।
अनुराग ठाकुर ने उन युवा मेधाओं के लिए एक भर्ती अभियान की भी घोषणा की, जिन्हें '75 क्रिएटिव माइंड्स ऑफ टुमॉरो' के लिए चुना गया था। इसके जरिये युवा मेधाओं की उदीयमान प्रतिभा और करियर के लिए असीमित अवसरों के द्वार खुल गए हैं।
'75 क्रिएटिव माइंड्स ऑफ टुमारो', जो अब अपने तीसरे संस्करण में है, उसकी शुरुआत 2021 में प्रधानमंत्री की परिकल्पना से हुई थी, ताकि युवाओं को सिनेमा के माध्यम से अपनी रचनात्मक अभिव्यक्ति प्रदर्शित करने के लिए एक मंच प्रदान किया जा सके।
अनुराग ठाकुर ने कहा कि इस साल, 10 श्रेणियों में लगभग 600 प्रविष्टियों में से, 19 राज्यों से 75 युवा फिल्म निर्माताओं को चुना गया है, जिनमें बिष्णुपुर, जगतसिंहपुर और सदरपुर जैसे दूरदराज के इलाके भी शामिल हैं।
केंद्रीय मंत्री ने आईएफएफआई के इस संस्करण में पुरस्कारों की एक नई श्रेणी- सर्वश्रेष्ठ वेब सीरीज (ओटीटी) श्रेणी- शुरू करने की भी घोषणा की। महोत्सव में नए घटकों पर प्रकाश डालते हुए अनुराग ठाकुर ने कहा कि आईएफएफआई भारत में मूल कॉन्टेंट रचनाकारों की परिवर्तनकारी भूमिका को मान देगा और उनका सम्मान करेगा तथा रोजगार एवं नवाचार में उनके योगदान को प्रकट करेगा।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि पहली बार, आईएफएफआई ने सिनेमा जगत के नवीनतम नवाचारों को प्रदर्शित करने के लिए एक अच्छी तरह से क्यूरेटेड 'वीएफएक्स और टेक पवेलियन' तथा गैर-कथात्मक किस्सागोई को समर्थन देने के हवाले से उसके सह-उत्पादन के लिए एक वृत्तचित्र अनुभाग की शुरुआत करके फिल्म बाजार के दायरे को बढ़ाया है।
‘IN10 मीडिया नेटवर्क’ के एमडी आदित्य पिट्टी का कहना है, ‘हमारे नेटवर्क की विकास यात्रा को आगे बढ़ाने में कविता की भूमिका महत्वपूर्ण रही है और बिजनेस में उनके अमूल्य योगदान की हम सराहना करते हैं।
मीडिया और एंटरटेनमेंट कंपनी ‘IN10 मीडिया नेटवर्क’ (IN10 Media Network) की रेवेन्यू हेड कविता सागर ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है।
कंपनी में अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने राजस्व वृद्धि और रणनीतिक साझेदारी को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। कविता सागर ने वर्ष 2019 में ‘IN10 मीडिया नेटवर्क’ जॉइन किया था और कंपनी की सफलता की कहानी का एक अभिन्न हिस्सा रहीं।
कविता सागर के इस्तीफे के बारे में ‘IN10 मीडिया नेटवर्क’ के मैनेजिंग डायरेक्टर आदित्य पिट्टी का कहना है, ‘हमारे नेटवर्क की विकास यात्रा को आगे बढ़ाने में कविता की भूमिका महत्वपूर्ण रही है और बिजनेस में उनके अमूल्य योगदान की हम सराहना करते हैं। मैं उनके समर्पण के लिए आभार व्यक्त करता हूं और उनके भविष्य के प्रयासों के लिए शुभकामनाएं देता हूं।’
वहीं, कविता सागर का कहना है, ‘IN10 मीडिया नेटवर्क में मेरा सफर काफी उल्लेखनीय रहा है। मैं अपने कार्यकाल के दौरान मिले अनुभवों और सपोर्ट के लिए आभारी हूं। मैं कंपनी की निरंतर सफलता में दृढ़ विश्वास रखती हूं और समृद्ध भविष्य के लिए पूरी टीम को अपनी हार्दिक शुभकामनाएं देती हूं।’