वर्चुअल रूप से होने वाले इस कार्यक्रम को पांच अगस्त की शाम पांच बजे से इंपैक्ट और एक्सचेंज4मीडिया के फेसबुक पेज पर स्ट्रीम किया जाएगा।
एक्सचेंज4मीडिया (exchange4media) समूह की जानी-मानी वीकली मैगजीन ‘इम्पैक्ट’ (IMPACT) द्वारा मीडिया, एडवर्टाइजमेंट और मार्केटिंग में इस साल अपनी खास पहचान बनाने वाली 50 महिलाओं की लिस्ट (IMPACT’s 50 Most Influential Women, 2020) से पांच अगस्त को पर्दा उठ जाएगा। पांच अगस्त की शाम पांच बजे से वर्चुअल रूप से होने वाले इस कार्यक्रम में इस लिस्ट से पर्दा उठाया जाएगा। इस कार्यक्रम को IMPACT और exchange4media के फेसबुक पेज पर लाइव स्ट्रीम किया जाएगा।
इस कार्यक्रम में ‘Women in Power: Leading by example’ टॉपिक पर भी चर्चा की जाएगी, जिसमें उन प्रभावशाली महिलाओं से जुड़ी कहानियों पर चर्चा की जाएगी, जिनके सहयोग से इंडस्ट्री पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ा है और ऐसा माना जाता है कि आज इनकी वजह से पूरी तरह से इंडस्ट्री के मायने बदल गए हैं। इन महिलाओं के गुणों का अनुकरण करना अब अनगिनत लोगों के लिए प्रेरणास्रोत हैं। शाम साढ़े पांच बजे से छह बजे तक होने वाली इस परिचर्चा में ‘Publicis Groupe, India’ की सीईओ अनुप्रिया आचार्य, ‘Hindustan Unilever’ की एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर (Beauty and Personal Care) प्रिया नायर, ‘CNBC-TV18’ की मैनेजिंग एडिटर शीरीन भान और ‘FCB Ulka’ की चीफ क्रिएटिव ऑफिसर स्वाति भट्टाचार्य शामिल रहेंगी। इस परिचर्चा को ‘Delna Avari & Consultants’ की फाउंडर डेलना अवारी मॉडरेट करेंगी।
इस लिस्ट को तैयार करने वाली जूरी के अध्यक्ष मैडिसन वर्ल्ड (Madison World) के चेयरमैन सैम बलसारा हैं, जिनके नेतृत्व में इस साल फरवरी के अंत में यह सूची तैयार की गई। वहीं जूरी सदस्यों में विभिन्न इंडस्ट्री के बड़े-बड़े दिग्गजों को शामिल किया गया, जिनमें ‘जी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेज लिमिटेड’ (Zee Entertainment Enterprises Ltd) के चीफ पीपुल ऑफिसर अनिमेश कुमार, ‘विकटान ग्रुप’ (Vikatan Group) के मैनेजिंग डायरेक्टर बी. श्रीनिवासन, डेलना अवारी एंड कंसल्टेंट्स (Delna Avari & Consultants) की फाउंडर डेलना अवारी, ‘वायकॉम18’ (Viacom18) के अंग्रेजी मनोरंजन समूह (English Entertainment cluster) के प्रमुख फरजाद पालिया, ‘क्वोरा’ (Quora) के जनरल मैनेजर गुरमीत सिंह, ‘मैक्केन वर्ल्डग्रुप इंडिया’ (Mccann Worldgroup India) के एमडी व वाइस चेयरमैन पार्थ सिन्हा, अरुमुगम एंड कंसल्टेंट्स की फाउंडर पुनीता अरुमुगम, ‘हवास ग्रुप इंडिया’ (Havas Group India) के सीईओ राणा बरुआ, ‘वायकॉम18’ की रीजनल एंटरटेनमेंट क्लस्टर के हेड रवीश कुमार, ‘एसके एंड एसोसिएट्स’ (SK & Associates) की फाउंडर व सीईओ शालिनी कामत, ‘जी5 इंडिया’ (Zee5 India) के सीईओ तरुण कात्याल और ‘हेड्रिक एंड स्ट्रगल’ (Heidrick & Struggles) कंपनी के प्रमुख (ग्लोबल कंज्यूमर मार्केट्स) विक्रम छाछी शामिल रहे।
बता दें कि यह इस कार्यक्रम का नौवां एडिशन है। इंपैक्ट द्वारा यह लिस्ट जारी करने की शुरुआत वर्ष 2012 में की गई थी, जिसमें देश की ऐसी महिलाओं को स्थान दिया जाता है, जिन्होंने अपनी प्रतिभा के दम पर अपने-अपने फील्ड में खास पहचान बनाई है और दूसरी महिलाओं के लिए प्रेरणास्रोत्र बनी हैं। इस लिस्ट की पूर्व में विजेता रहीं महिलाओं पर नजर डालें तो इनमें ‘गोदरेज इंडस्ट्रीज’ (Godrej Industries) की एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर और चीफ ब्रैंड ऑफिसर तान्या डबास (2019), नादिया चौहान (2018), मालिनी अग्रवाल (2017), एकता कपूर (2016), कीर्तिगा रेड्डी (2015), रामा बीजापुरकर (2014), शोभना भरतिया (2013) और विनीता बाली (2012) जैसे नाम शामिल हैं।
इस साल इस कार्यक्रम का प्रजेंटिंग पार्टनर &TV है। कार्यक्रम में रजिस्टर करने के लिए और इसे जूम पर देखने के लिए आप यहां क्लिक कर सकते हैं।
करीब 33 वर्षीय ज्योति मल्होत्रा को हरियाणा के हिसार स्थित न्यू अग्रसेन एक्सटेंशन इलाके में उनके घर से गिरफ्तार किया गया।
मशहूर ट्रैवल व्लॉगर ज्योति मल्होत्रा को हरियाणा पुलिस ने पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार किया है। उन पर संवेदनशील जानकारी पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी को साझा करने का आरोप है। ज्योति अपने यूट्यूब चैनल 'Travel with JO' के जरिए सोशल मीडिया पर काफी पॉपुलर हैं।
करीब 33 वर्षीय ज्योति मल्होत्रा के यूट्यूब पर 3.77 लाख से ज्यादा सब्सक्राइबर और इंस्टाग्राम पर 1.30 लाख फॉलोअर्स हैं। उन्हें हरियाणा के हिसार स्थित न्यू अग्रसेन एक्सटेंशन इलाके में उनके घर से गिरफ्तार किया गया। उनके खिलाफ ‘ऑफिशियल सीक्रेट्स एक्ट’ और भारतीय न्याय संहिता के तहत केस दर्ज किया गया है।
जांच में पता चला है कि ज्योति ने पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी के साथ संबंध बनाए थे। यह संपर्क उन्होंने एहसान-उर-रहीम उर्फ दानिश नाम के पाकिस्तानी हाई कमीशन अधिकारी के जरिए स्थापित किया था, जिसे भारत सरकार ने 13 मई को जासूसी गतिविधियों में शामिल होने पर देश से निष्कासित कर दिया था। बताया जा रहा है कि ज्योति की इस व्यक्ति से मुलाकात वर्ष 2023 में पाकिस्तान यात्रा के दौरान हुई थी और भारत लौटने के बाद भी उन दोनों का संपर्क बना रहा।
अधिकारियों का आरोप है कि ज्योति मल्होत्रा ने वॉट्सऐप, टेलीग्राम और स्नैपचैट जैसे मैसेजिंग प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करके गोपनीय जानकारी साझा की। इसके अलावा, उनके सोशल मीडिया कंटेंट की भी जांच की जा रही है, जिसमें वे अक्सर पाकिस्तान की सकारात्मक छवि दिखाती थीं।
इस गिरफ्तारी ने राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। फिलहाल इस मामले की गहन जांच जारी है और यह पता लगाने की कोशिश हो रही है कि इसमें और कौन-कौन लोग शामिल हो सकते हैं।
समाचार4मीडिया से बातचीत में सुयशा ने बताया कि वह इस चैनल की फाउंडिंग टीम में शामिल थीं।
वरिष्ठ पत्रकार और न्यूज एंकर सुयशा सावंत ने ‘रिपब्लिक टीवी’ (Republic TV) में करीब आठ साल पुरानी अपनी पारी को विराम दे दिया है। समाचार4मीडिया से बातचीत में सुयशा ने बताया कि वह इस चैनल की फाउंडिंग टीम में शामिल थीं। सुयशा ने अब अपनी नई पारी की शुरुआत ‘इंडिया टुडे’ (India Today) के साथ की है। उन्होंने यहां पर बतौर एंकर और डिप्टी एडिटर जॉइन किया है। वह जल्द ही यहां स्क्रीन पर नजर आएंगी।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ (X) पर शेयर एक पोस्ट में भी सुयशा ने इस नए अपडेट के बारे में जानकारी शेयर की है। सुयशा ने अपनी पोस्ट में लिखा, ‘रिपब्लिक टीवी में आठ साल तक इसकी संस्थापक टीम का हिस्सा रहने के बाद, मैं एक नए और रोमांचक अध्याय की शुरुआत कर रही हूं। इस दौरान मुझे बहुत कुछ सीखने को मिला। मैं अरनब गोस्वामी की आभारी हूं, जिन्होंने मुझ पर भरोसा जताया और मुझे मौके दिए।’
अपनी इस पोस्ट में सुयशा ने अपने पिछले अनुभवों के लिए आभार व्यक्त करते हुए भविष्य के लिए उत्साह भी जताया। उन्होंने लिखा, ’बीते हुए समय के लिए आभार और आगे की राह के लिए उत्साह के साथ—यह नई शुरुआत की ओर एक कदम है! ’
सुयशा को मीडिया में काम करने का करीब दो दशक का अनुभव है। पूर्व में वह ‘टोटल टीवी’, ‘सीएनबीसी आवाज’, ‘बालाजी टेलीफिल्म्स’ और ‘मिरर नाउ’ जैसे प्रतिष्ठित मीडिया संस्थानों में विभिन्न पदों पर अपनी भूमिका निभा चुकी हैं।
सुयशा मूल रूप से दिल्ली की रहने वाली हैं। दिल्ली यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएट सुयशा सावंत ने एमबीए (मार्केटिंग) की डिग्री भी ली है। समाचार4मीडिया की ओर से सुयशा सावंत को उनकी नई पारी के लिए ढेरों बधाई और शुभकामनाएं।
15 मई 2025 को DD न्यूज पर शुरू हुए सुधीर चौधरी के नए शो ‘डीकोड विद सुधीर चौधरी’ को दर्शकों का जबरदस्त रिस्पॉन्स मिला है।
15 मई 2025 को DD न्यूज पर शुरू हुए सुधीर चौधरी के नए शो ‘डीकोड विद सुधीर चौधरी’ को दर्शकों का जबरदस्त रिस्पॉन्स मिला है। शो का पहला एपिसोड यूट्यूब पर रिलीज होते ही सिर्फ 24 घंटे में लगभग 10 लाख बार देखा गया।
यह आंकड़ा DD न्यूज के सामान्य डिजिटल दर्शकों से कई गुना ज्यादा है, जहां ज़्यादातर कार्यक्रमों को औसतन 500 के करीब व्यूज ही मिलते हैं।
पहले एपिसोड का विषय था– “
DD न्यूज में सुधीर चौधरी की यह एंट्री तब हुई है जब वह हाल ही में 'आजतक' छोड़ चुके हैं, जहां वह जुलाई 2022 से अप्रैल 2025 तक ‘ब्लैक एंड व्हाइट’ नाम का शो करते थे। इससे पहले वे 'जी न्यूज' पर ‘डीएनए’ जैसे चर्चित शो से भी दर्शकों के बीच पहचाने जाते रहे हैं। DD न्यूज से उनका जुड़ना एक बड़े करार का हिस्सा है, जिसके जरिए सरकारी चैनल के प्राइम टाइम को फिर से मजबूत करने की कोशिश की जा रही है।
शो ‘डीकोड’ की इस सफलता से यह साफ होता है कि यदि कंटेंट दमदार हो और उसे पेश करने वाला भरोसेमंद हो, तो दर्शक किसी भी प्लेटफॉर्म पर आने को तैयार रहते हैं फिर चाहे वह सरकारी चैनल ही क्यों न हो।
यहां देखें वीडियो-
प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने गुजरात के प्रमुख समाचार पत्र 'गुजरात समाचार' से जुड़े कारोबारी बाहुबली शाह को शुक्रवार को मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार किया है।
प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने गुजरात के प्रमुख समाचार पत्र 'गुजरात समाचार' से जुड़े कारोबारी बाहुबली शाह को शुक्रवार को मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार किया है। बाहुबली शाह राज्य के प्रभावशाली मीडिया समूहों में से एक लोक प्रकाशन लिमिटेड के निदेशक हैं, जो न सिर्फ अखबार प्रकाशित करता है बल्कि GSTV नामक न्यूज चैनल भी संचालित करता है।
ED ने शाह से जुड़ी 15 से अधिक कंपनियों की जांच की और अलग-अलग परिसरों पर छापेमारी के बाद उन्हें हिरासत में लिया। गिरफ्तारी के बाद तबीयत बिगड़ने पर उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। एजेंसी की ओर से अब तक इस कार्रवाई की आधिकारिक जानकारी सार्वजनिक नहीं की गई है।
इस घटनाक्रम ने राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी है। कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने केंद्र सरकार पर मीडिया को दबाने के इरादे से केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग का आरोप लगाया है।
कांग्रेस सांसद और विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने X (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा, “गुजरात समाचार को निशाना बनाना सिर्फ एक अख़बार नहीं, बल्कि लोकतंत्र की आवाज को दबाने की कोशिश है। जब सत्ता को आइना दिखाने वाले संस्थानों पर ताले लगाए जाते हैं, तो समझ लीजिए कि लोकतंत्र खतरे में है।”
गुजरात समाचार को खामोश करने की कोशिश सिर्फ एक अख़बार की नहीं, पूरे लोकतंत्र की आवाज़ दबाने की एक और साज़िश है।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) May 16, 2025
जब सत्ता को आईना दिखाने वाले अख़बारों पर ताले लगाए जाते हैं, तब समझ लीजिए लोकतंत्र खतरे में है।
बाहुबली शाह की गिरफ्तारी डर की उसी राजनीति का हिस्सा है, जो अब मोदी…
कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने भी सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए कहा, “गुजरात समाचार लगातार मोदी सरकार की आलोचना करता रहा है। बाहुबली शाह की गिरफ्तारी यह दर्शाती है कि सरकार स्वतंत्र मीडिया को अपने अनुसार चलाने के लिए दबाव बना रही है।”
The Gujarat Samachar is fearless in its critique of the Modi-led BJP regime. The ED arrest of owner Bahubali Shah is the BJP’s way of making independent media bend and toe the regime’s line.
— K C Venugopal (@kcvenugopalmp) May 16, 2025
This also reeks of the BJP’s familiar modus operandi of using investigative agencies to…
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी इस कार्रवाई की निंदा करते हुए इसे भाजपा की हताशा करार दिया। उन्होंने कहा, “पिछले 48 घंटों में गुजरात समाचार और GSTV पर आयकर और ED की छापेमारी और अब शाह की गिरफ्तारी, ये सब यूं ही नहीं हुआ। यह भाजपा की तानाशाही प्रवृत्ति का प्रमाण है।”
बीते 48 घंटों में गुजरात समाचार और GSTV पर IT और ED के छापे, और फिर उनके मालिक बाहुबलीभाई शाह की गिरफ्तारी — ये सब एक इत्तेफाक नहीं है। ये बीजेपी की उस बौखलाहट का संकेत है, जो हर उस आवाज़ को खामोश करना चाहती है जो सच बोलती है, सवाल पूछती है। देश और गुजरात की जनता बहुत जल्द इस…
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) May 16, 2025
कांग्रेस विधायक जिग्नेश मेवाणी ने कहा कि 'गुजरात समाचार' बीते ढाई दशक से भाजपा की नीतियों की आलोचना करता रहा है और यही वजह है कि अब उसे और उसके मालिकों को निशाना बनाया जा रहा है।
गुजरात के सब से बड़े न्यूज़ पेपर "गुजरात समाचार" के मालिक तंत्री बाहुबली शाह की आज ED ने गिरफ्तारी की वह बेहद शर्मनाक है! हम गुजरात समाचार के साथ खडे है! पिछले 25 सालों से ईस अखबार ने मोदी शाह की नीतियों की जो धुलाई की है, उसका बदला लेने की भावना से ईस कृत्य को अंजाम दिया है! pic.twitter.com/b238VpK9Ko
— Jignesh Mevani (@jigneshmevani80) May 15, 2025
इस पूरे मामले को लेकर अब निगाहें ED की अगली कार्रवाई और सरकार की प्रतिक्रिया पर टिकी हैं। मीडिया जगत और विपक्ष इसे प्रेस की आजादी पर सीधा हमला मान रहे हैं।
वार्नर ब्रदर्स डिस्कवरी (WBD) ने ऐलान किया है कि इस गर्मी में उसका प्रमुख स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म Max अब फिर से HBO Max के नाम से जाना जाएगा।
वार्नर ब्रदर्स डिस्कवरी (WBD) ने ऐलान किया है कि इस गर्मी में उसका प्रमुख स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म Max अब फिर से HBO Max के नाम से जाना जाएगा। यह जानकारी कंपनी ने अपने वित्तीय साल 2025 की पहली तिमाही के नतीजों के साथ साझा की है।
WBD ने कहा कि उसकी स्ट्रीमिंग सर्विस ने जबरदस्त रफ्तार पकड़ी है। पिछले दो सालों में उसने करीब 3 अरब डॉलर के नुकसान को मुनाफे में बदला है और पिछले एक साल में 2.2 करोड़ नए ग्राहक जोड़े हैं। कंपनी का लक्ष्य है कि 2026 के अंत तक यह आंकड़ा 15 करोड़ से ज्यादा तक पहुंचाया जाए।
WBD का कहना है कि यह सफलता रणनीति में बदलाव की वजह से आई है, लिहाजा अब फोकस ऐसे कंटेंट पर किया जा रहा है जो दर्शकों को सबसे ज्यादा पसंद आ रहा है, जैसे HBO शोज, हाल की हिट फिल्में, डॉक्यूमेंट्री सीरीज, कुछ खास रियलिटी शोज, Max और लोकल ओरिजिनल्स। वहीं दूसरी तरफ उन शैलियों पर ध्यान कम किया गया है जो न तो दर्शकों को जोड़ती हैं, न नए सब्सक्राइबर लाती हैं।
कंपनी ने यह भी कहा कि आज के दर्शक ज्यादा कंटेंट नहीं, बल्कि बेहतर कंटेंट चाहते हैं। इसी सोच के साथ अब HBO ब्रांड को फिर से स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म के नाम में शामिल किया जा रहा है, जिससे दर्शकों को यह साफ़ संकेत मिले कि उन्हें यहां पर शानदार और खास क्वालिटी का कंटेंट मिलेगा।
WBD के CEO डेविड जासलव ने कहा, “हमारी स्ट्रीमिंग सर्विस की जबरदस्त ग्रोथ की नींव हमारी बेहतरीन प्रोग्रामिंग है। HBO एक ऐसा नाम है जो मीडिया में क्वालिटी का प्रतीक बन चुका है, और हम चाहते हैं कि आने वाले सालों में यह ग्रोथ और तेज हो।”
स्ट्रीमिंग बिजनेस के प्रेसिडेंट JB Perrette ने कहा कि कंपनी का मकसद हर किसी के लिए सब कुछ देने का नहीं, बल्कि परिवारों और वयस्क दर्शकों के लिए कुछ हटकर और शानदार देने का है।
HBO और Max कंटेंट के चेयरमैन केसी ब्लॉइज ने कहा, “आज हम जिस दिशा में बढ़ रहे हैं, उसमें HBO Max नाम हमारी सोच और दर्शकों के लिए किए वादे को बेहतर तरीके से दर्शाता है- ऐसा कंटेंट जो खास हो और जिसके लिए लोग वाकई में पैसा खर्च करना चाहें।”
‘हवास इंडिया’ (Havas India) की विशेष मीडिया डिवीजन ‘हवास मीडिया नेटवर्क इंडिया’ (Havas Media Network India) से जुड़ी एक बड़ी खबर सामने आई है।
‘हवास इंडिया’ (Havas India) की विशेष मीडिया डिवीजन ‘हवास मीडिया नेटवर्क इंडिया’ (Havas Media Network India) से जुड़ी एक बड़ी खबर सामने आई है। विश्वसनीय सूत्रों के हवाले से मिली इस खबर के मुताबिक, ‘हवास प्ले’ (Havas Play) के चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर आर. वेंकटसुब्रमण्यम ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। आर. वेंकटसुब्रमण्यन ने इस्तीफा क्यों दिया और उनका अगला कदम क्या होगा, फिलहाल इस बारे में पता नहीं चल सका है।
बता दें कि आर. वेंकटसुब्रमण्यन अपने दो कार्यकालों को मिलाकर हवास मीडिया इंडिया से एक दशक से ज्यादा समय से जुड़े हुए थे। यहां पहले वह हवास मीडिया इंडिया में प्रेजिडेंट (इन्वेस्टमेंट) के पद पर कार्यरत थे, जहां से करीब दो साल पहले उन्हें इस भूमिका के साथ-साथ ‘हवास प्ले’ (Havas Play) में मैनेजिंग डायरेक्टर की अतिरिक्ति जिम्मेदारी भी सौंपी गई थी।
इसके बाद पिछले साल मई में प्रमोशन का तोहफा देते हुए उन्हें ‘हवास प्ले’ में चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर के पद पर नई जिम्मेदारी दी गई थी। उनके मार्गदर्शन में हवास प्ले ने स्पोर्ट्स, कंटेंट और एंटरटेनमेंट डिवीजन में कई सफल आईपी (IPs) और पहलों (initiatives) दमदार प्रदर्शन किया है, जिससे अत्यधिक प्रतिस्पर्धी परिदृश्य में अग्रणी खिलाड़ी के रूप में इसकी स्थिति मजबूत हुई है।
हवास मीडिया से पहले वह करीब साढ़े छह साल तक ‘Initiative Media (India) Private Limited’ में सीनियर वाइस प्रेजिडेंट के पद पर भी अपनी भूमिका निभा चुके हैं। इसके अलावा करीब एक साल तक ‘MPG’ में वाइस प्रेजिडेंट के तौर पर अपनी भूमिका निभाने के अलावा उससे पूर्व उन्होंने करीब दस साल तक ‘Lintas Media Group’ में एसोसिएट वाइस प्रेजिडेंट के तौर पर भी काम किया है।
प्रणय उपाध्याय इससे पहले ‘अमर उजाला’ (Amar Ujala) डिजिटल में बतौर सीनियर असिस्टेंट एडिटर अपनी जिम्मेदारी संभाल रहे थे।
पत्रकार प्रणय उपाध्याय ने अब ‘टीवी टुडे नेटवर्क’ (TV Today Network) के साथ मीडिया में अपनी नई पारी का आगाज किया है। प्रणय उपाध्याय ने सोशल मीडिया पर खुद अपनी नई पारी के बारे में जानकारी शेयर की है। समाचार4मीडिया से बातचीत में प्रणय उपाध्याय ने बताया कि वह ‘इंडिया टुडे ग्लोबल’ और ‘आजतक’ में अहम भूमिका निभाएंगे।
बता दें कि प्रणय उपाध्याय इससे पहले ‘अमर उजाला’ (Amar Ujala) डिजिटल में बतौर सीनियर असिस्टेंट एडिटर अपनी जिम्मेदारी संभाल रहे थे। इसके अलावा पूर्व में वह ‘जी मीडिया’ (Zee Media) और ‘एबीपी नेटवर्क’ में भी अपनी भूमिका निभा चुके हैं।
प्रणय उपाध्याय को मीडिया में काम करने का 20 साल से ज्यादा का अनुभव है। ‘एबीपी न्यूज’ (ABP News) के अलावा पूर्व में वह ‘नेटवर्क18’ (Network18), ‘न्यूज24’ (News24), ‘दैनिक जागरण’ (Dainik Jagran) और ‘नई दुनिया’ (NaiDunia) जैसे प्रतिष्ठित मीडिया संस्थानों में भी अपनी जिम्मेदारी निभा चुके हैं।
समाचार4मीडिया की ओर से प्रणय उपाध्याय को नई पारी की ढेरों बधाई और शुभकामनाएं।
संध्या देवनाथन फिलहाल ‘मेटा इंडिया’ (Meta India) में वाइस प्रेजिडेंट और हेड के पद पर अपनी भूमिका निभा रही हैं।
‘फेसबुक’ (Facebook) की पैरेंट कंपनी ‘मेटा’ (Meta) में संध्या देवनाथन को दक्षिण-पूर्व एशिया बिजनेस की अतिरिक्त जिम्मेदारी दी गई है। यह बदलाव ऐसे समय में हुआ है, जब मेटा के एशिया-प्रशांत क्षेत्र के प्रमुख ‘डैन नियरी’ (Dan Neary) ने 12 वर्षों की सेवा के बाद कंपनी छोड़ने का फैसला कर चुके हैं। संध्या देवनाथन फिलहाल ‘मेटा इंडिया’ (Meta India) में वाइस प्रेजिडेंट और हेड के पद पर अपनी भूमिका निभा रही हैं।
संध्या ने अपनी नई भूमिका की जानकारी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘लिंक्डइन’ पर शेयर की है। उन्होंने बताया कि ‘बेन्जामिन जो’ (Benjamin Joe) इस साल जुलाई से मेटा के एशिया-प्रशांत क्षेत्र के नए रीजनल वाइस प्रेजिडेंट बनेंगे। बेन्जामिन मेटा में 14 वर्षों से कार्यरत हैं और पिछले 12 वर्षों से एशिया-प्रशांत क्षेत्र में लीडरशिप टीम के अहम सदस्य रहे हैं। वे डैन नियरी की जगह लेंगे, जो कुछ महीनों में कंपनी छोड़ रहे हैं।
संध्या ने कहा कि बेन्जामिन की नियुक्ति के बाद उन्हें भारत और दक्षिण-पूर्व एशिया दोनों क्षेत्रों के लिए अतिरिक्त जिम्मेदारियां संभालने का मौका मिला है।
‘मेटा’ ने बेन्जामिन जो को भी जुलाई से एशिया-प्रशांत क्षेत्र के रीजनल वाइस प्रेजिडेंट के रूप में पदोन्नत किया है। वे कंपनी के दक्षिण-पूर्व एशिया बिजनेस का नेतृत्व कर रहे हैं।
वहीं, डैन नियरी ने अपनी लिंक्डइन पोस्ट में कहा, ‘बेन और संध्या दोनों बेहतरीन लीडर हैं, जिनका रिकॉर्ड बहुत मजबूत है। मुझे पूरा विश्वास है कि वे अपने नेतृत्व में हमारे साझेदारों के लिए विकास और नवाचार को आगे बढ़ाएंगे और हमारे बिजनेस को नई ऊंचाइयों तक ले जाएंगे।
e4m DoGood Summit & Awards 2025 में, मैगसेसे पुरस्कार विजेता और 'गूंज' के संस्थापक अंशु गुप्ता ने एक सरल लेकिन प्रभावशाली बात कही कि कैसे DoGood आंदोलन धीरे-धीरे एक ताकतवर मंच बन गया
e4m DoGood Summit & Awards 2025 में, मैगसेसे पुरस्कार विजेता और 'गूंज' के संस्थापक अंशु गुप्ता ने एक सरल लेकिन प्रभावशाली बात कही, जिसमें उन्होंने बताया कि कैसे DoGood आंदोलन धीरे-धीरे एक ताकतवर मंच बन गया, जहां ब्रैंड सिर्फ दिखावे के लिए नहीं बल्कि सच में समाज के लिए काम कर रहे हैं।
जूरी के चेयर के रूप में बोलते हुए, अंशु गुप्ता ने विनम्रता दिखाते हुए कहा, "मैं हमेशा पर्दे के पीछे रहना पसंद करता हूं, इसलिए मुझे तारीफ की जरूरत नहीं।" लेकिन इसके बाद उन्होंने विज्ञापन और मार्केटिंग की दुनिया को एक गहरा संदेश दिया कि केवल उद्देश्यपूर्ण बात करना ही नहीं, बल्कि समाज में सच्चा बदलाव लाना जरूरी है।
अंशु गुप्ता ने बताया कि exchange4media ने देखा कि अब पुरस्कार के लिए भेजी जाने वाली एंट्रीज में बदलाव आ रहा है- ब्रैंड अब सिर्फ CSR दिखावा नहीं करते, बल्कि वे अपनी मार्केटिंग में समाज के लिए अच्छे काम को मुख्य हिस्सा बना रहे हैं, जिससे उनका बिजनेस भी बढ़ता है। उन्होंने कहा, “यह केवल दान या परोपकार नहीं था, ब्रैंड समझ रहे थे कि जो सच में समाज के लिए काम करते हैं, वही लंबे समय तक सफल होंगे।”
उन्होंने कुछ मशहूर अभियान भी बताए, जैसे Surf Excel का “Daag Achhe Hain”, Ariel का “Share the Load”, और Tata Tea का “Jaago Re”। ये सिर्फ मार्केटिंग के तरीके नहीं थे, बल्कि ब्रैंड के मकसद को पूरी तरह से बदलने वाले विचार थे। जैसे, एक डिटर्जेंट ब्रैंड पुरुषों से घर के काम में हाथ बटाने को कहता है या चाय का ब्रैंड वोटिंग, महिलाओं के अधिकार और शोर pollution जैसी सामाजिक बातों को उठाता है, बिना सीधे अपने उत्पाद को बेचने की कोशिश किए।
यह सब दिखाता है कि ब्रैंड अब सिर्फ माल बेचने से आगे बढ़कर, समाज के लिए सकारात्मक संदेश देने और बदलाव लाने की कोशिश कर रहे हैं।
अंशु गुप्ता ने बताया कि एक्सचेंज4मीडिया ने इन बदलावों को समझकर अपने रिपोर्टिंग में उन ब्रैंड्स को खास जगह दी है जो माहवारी की सेहत, जलवायु परिवर्तन, लैंगिक समानता जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा, “हम सिर्फ प्रचार अभियानों की खबरें नहीं बनाते, बल्कि ऐसी कहानियां खोजते हैं जिनमें सचेतना और हिम्मत हो।” उन्होंने अपने संपादकीय टीम की दूरदर्शिता की तारीफ की, जिसने पहले ही समझ लिया था कि अब ग्राहक और ब्रैंड के बीच विश्वास कैसे बनता है।
उन्होंने ये भी बताया कि आज की युवा पीढ़ी ब्रैंड से अलग उम्मीदें रखती है। “जनरेशन Z केवल उन्हीं ब्रैंड्स पर भरोसा करती है जो किसी खास मकसद के लिए खड़े हों—चाहे वो जलवायु संरक्षण हो या सामाजिक समावेशन। वे इसके लिए ज्यादा कीमत चुकाने को भी तैयार हैं।” इससे पता चलता है कि अब लोग सोच-समझकर ही खरीदारी करते हैं।
अपने भाषण के अंत में अंशु गुप्ता ने दोहराया कि DoGood सिर्फ पुरस्कार देने का नाम नहीं है, बल्कि यह एक प्रेरणा है। “हम ऐसा मंच बना रहे हैं जो समाज और व्यापार के बीच अच्छे संबंध बनाए, ताकि एक बेहतर दुनिया बनाई जा सके।”
ऐसे समय में जब भरोसा सबसे बड़ी पूंजी है, अंशु गुप्ता के ये शब्द सम्मेलन की भावना को दर्शाते हैं कि अच्छे काम करना सिर्फ एक योजना नहीं, बल्कि जिम्मेदारी है।
DoGood Summit and Awards 2025 में पूर्व केंद्रीय मंत्री और सीनियर ब्यूरोक्रेट के. जे. अल्फोंस ने अपनी बात बड़े जोश और साफगोई से रखी।
DoGood Summit and Awards 2025 में पूर्व केंद्रीय मंत्री और सीनियर ब्यूरोक्रेट के. जे. अल्फोंस ने अपनी बात बड़े जोश और साफगोई से रखी। उन्होंने कॉरपोरेट दुनिया से कहा कि सिर्फ दिखावे वाली CSR (कॉरपोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी) करने से आगे बढ़कर अब असल में करुणा को कारोबार की बुनियाद बनाना होगा।
कभी ईमानदार और बेखौफ अफसर के तौर पर पहचान बना चुके अल्फोंस ने साफ शब्दों में कहा, “हमने करुणा का असली मतलब कहीं खो दिया है।” उन्होंने बिजनेस लीडर्स और ब्रैंड्स से अपील की कि वे केवल प्रोजेक्ट्स में पैसे लगाकर इतिश्री न मानें, बल्कि अपने रोजमर्रा के कामकाज में समावेश, देखभाल और इंसानियत की सोच को शामिल करें।
अल्फोंस ने भारत की उस परंपरा की याद दिलाई, जिसमें समाज को साथ लेकर चलने की भावना रही है। उन्होंने कहा कि अब वक्त दान देने से आगे जाकर न्याय करने का है। उनका साफ संदेश था: "अच्छा काम इसलिए मत करो कि तुम अमीर या मशहूर हो, बल्कि इसलिए करो क्योंकि ये तुम्हारी जिम्मेदारी है।"
उन्होंने ऐसे CSR कामों की आलोचना की जो केवल नाम कमाने या ब्रैंड इमेज बनाने के लिए किए जाते हैं। उनके मुताबिक, कॉरपोरेट जिम्मेदारी दिखावे से नहीं, दिल से आनी चाहिए।
के. जे. अल्फोंस ने अपनी बातों में निजी अनुभवों को जोड़ा—खासतौर पर IAS में अपने कार्यकाल और केरल में स्वास्थ्य व शिक्षा सुधारों पर किए गए काम को लेकर। उन्होंने बताया कि जब वे कोट्टायम में तैनात थे, तो कैसे उस जिले को भारत का पहला पूर्ण साक्षर जिला बनाया गया। उन्होंने कहा, “हमारे पास कोई बड़ी फंडिंग नहीं थी, लेकिन हमारे पास करने का हौसला था।” उनके अनुभवों से यह साफ झलकता है कि अगर नीयत साफ हो तो नीति सचमुच जिंदगियां बदल सकती है।
आज जब ब्रैंड पर्पज और सोशल कॉन्शसनेस जैसे शब्दों की मार्केटिंग में खूब चर्चा होती है, अल्फोंस की बातें याद दिलाती हैं कि असली असर कैंपेन और आंकड़ों से आगे होता है। उन्होंने लीडर्स से अपील की कि वे सही बात के लिए खड़े हों और उन लोगों की सेवा करने का साहस दिखाएं, जो सबसे ज्यादा हाशिए पर हैं—यह काम पहचान पाने के लिए नहीं, बल्कि इसलिए होना चाहिए क्योंकि ये सही है।
DoGood समिट में कॉरपोरेट, सामाजिक और विकास क्षेत्र की तमाम आवाजें एक साथ जुटीं, और ऐसे मंच पर अल्फोंस का यह सधा हुआ लेकिन चुनौती देने वाला संदेश पूरी तरह प्रासंगिक लगा। उनकी बातों में सच्चाई भी थी और जरूरी टोक भी—और यह अंदाज उन लोगों को खास तौर पर पसंद आया जो नेतृत्व में दिल और ईमानदारी देखना चाहते हैं।
आज जब कारोबार और समाज के मुद्दे तेजी से एक-दूसरे से जुड़ रहे हैं, अल्फोंस की यह अपील कि करुणा सिर्फ भावना नहीं, बल्कि कार्रवाई भी हो—भारत में ‘अच्छा करने’ की नई समझ को एक मजबूत दिशा देती है।