वह करीब पौने दो साल से यहां पर बतौर न्यूज एंकर अपनी जिम्मेदारी संभाल रही थीं। यहां वह सुबह नौ बजे का शो ‘जागो भारत’ की होस्ट थीं, जिसमें दर्शकों के लिए योग और न्यूज का डबल डोज शामिल होता है।
टीवी एंकर साक्षी मिश्रा ने हिंदी न्यूज चैनल ‘भारत24’ (Bharat24) में अपनी पारी को विराम दे दिया है। वह करीब पौने दो साल से यहां पर बतौर न्यूज एंकर अपनी जिम्मेदारी संभाल रही थीं। यहां वह सुबह नौ बजे का शो ‘जागो भारत’ की होस्ट थीं, जिसमें दर्शकों के लिए योग और न्यूज का डबल डोज शामिल होता है।
समाचार4मीडिया से बातचीत में साक्षी मिश्रा ने खुद अपने इस्तीफे की पुष्टि की है। हालांकि, अपनी नई पारी के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि वह जल्द ही अन्य न्यूज चैनल जॉइन करेंगी और तब उसके नाम का खुलासा करेंगी।
बता दें कि ‘भारत24’ से पहले साक्षी मिश्रा करीब एक साल तक हिंदी न्यूज चैनल ‘टीवी9 भारतवर्ष’ (TV9 Bharatvarsh) में अपनी पारी निभा चुकी हैं। यहां वह पैकेजिंग के साथ-साथ ‘TV9’ नेटवर्क के लिए एंकरिंग और रिपोर्टिंग की जिम्मेदारी भी संभाल रही थीं। कोरोना गाइडलाइंस पर उनकी ग्राउंड रिपोर्टिंग की काफी सराहना हुई थी।
‘TV9’ के डिजिटल प्लेटफॉर्म के लिए भी उन्होंने शो होस्ट किए थे। इससे पहले साक्षी ‘एनडीटीवी’ (NDTV) और ‘सीएनएन’ (CNN) के लिए भी काम कर चुकी हैं। साक्षी ने दिल्ली यूनिवर्सिटी से जर्नलिज्म में BA ऑनर्स किया है और अपना पॉडकास्ट भी चलाती हैं।
समाचार4मीडिया की ओर से साक्षी मिश्रा को उनकी नई पारी के लिए अग्रिम बधाई और ढेरों शुभकामनाएं।
JioStar ने टूर्नामेंट के लिए विज्ञापन राजस्व लक्ष्य को और ऊंचा रखा था, जिसकी शुरुआती अनुमानित सीमा ₹1,500-1,600 करोड़ थी।
अदिति गुप्ता, असिसटेंट एडिटर, एक्सचेंज4मीडिया ग्रुप ।।
ICC चैंपियंस ट्रॉफी 2025 को विज्ञापनदाताओं से जबरदस्त प्रतिक्रिया मिली है, जिसमें JioStar ने टेलीविजन और डिजिटल प्लेटफॉर्म से अनुमानित ₹800-900 करोड़ का विज्ञापन राजस्व अर्जित किया है। इंडस्ट्री से जुड़े सूत्रों के अनुसार, यह ब्रैंड्स के लिए क्रिकेट आयोजनों की निरंतर अपील को दर्शाता है, जो भारत क्रिकेट देखने वाले बहुत से दर्शकों तक पहुंच बनाना चाहते हैं।
इंडस्ट्री से जुड़े सूत्रों के अनुसार, JioStar ने टूर्नामेंट के लिए विज्ञापन राजस्व लक्ष्य को और ऊंचा रखा था, जिसकी शुरुआती अनुमानित सीमा ₹1,500-1,600 करोड़ थी। हालांकि, प्रीमियम विज्ञापन दरों, मजबूत दर्शक संख्या और खासकर भारतीय क्रिकेट टीम के मैचों के दौरान बढ़ी हुई विज्ञापनदाता मांग के कारण, अंतिम कमाई ₹800-900 करोड़ के दायरे में रहने की उम्मीद है।
आठ साल बाद टूर्नामेंट की वापसी ने इसकी अपील को और बढ़ा दिया, जिससे यह 2025 के सबसे बहुप्रतीक्षित खेल आयोजनों में से एक बन गया। भारत के मैचों के लिए टीवी पर 10-सेकंड स्लॉट की विज्ञापन दरें ₹20-25 लाख के दायरे में थीं, जबकि कनेक्टेड टीवी (CTV) दरें ₹10-15 लाख रहीं। डिजिटल प्लेटफॉर्म पर, विज्ञापन दरें लगभग ₹500 प्रति CPM (प्रति हजार इंप्रेशन की लागत) थीं, जो ऑनलाइन स्पोर्ट्स स्ट्रीमिंग की बढ़ती मांग को दर्शाती हैं।
ग्रैंड फिनाले के लिए, विज्ञापन दरों में जबरदस्त उछाल देखा गया, क्योंकि ब्रैंड्स ने प्राइम स्लॉट्स के लिए होड़ मचा दी। फाइनल मैच के लिए टीवी और डिजिटल विज्ञापन दरों में अन्य भारतीय मैचों की तुलना में 20-25% की बढ़ोतरी हुई, जिससे JioStar के विज्ञापन राजस्व में और इजाफा हुआ।
2017 की चैंपियंस ट्रॉफी में, भारत और पाकिस्तान के बीच ऐतिहासिक फाइनल मुकाबले के दौरान, उस समय के आधिकारिक प्रसारकों, स्टार इंडिया, ने 10-सेकंड के स्लॉट के लिए ₹12-14 लाख चार्ज किया था। 2025 संस्करण में विज्ञापनदाताओं के बीच इससे भी अधिक उत्साह देखने को मिला, जिससे भारत में खेल विपणन (sports marketing) की निरंतर वृद्धि स्पष्ट होती है।
2025 की चैंपियंस ट्रॉफी ने टीवी और डिजिटल प्लेटफॉर्म पर रिकॉर्ड-तोड़ जुड़ाव (engagement) देखा।
फाइनल मुकाबले को 85 करोड़ व्यूज मिले। हालांकि यूनीक दर्शकों का डेटा अभी तक उपलब्ध नहीं है।
BARC डेटा के अनुसार, पहले तीन मैचों ने ही 110 मिलियन टीवी दर्शकों को आकर्षित किया, जो उपमहाद्वीप में क्रिकेट की जबरदस्त लोकप्रियता को दर्शाता है।
‘15 वर्ष और उससे अधिक आयु के पुरुष’ की कैटेगरी में, दर्शकों की पहुंच शहरी और ग्रामीण बाजारों में मिलाकर 46 मिलियन रही। औसत टीवी रेटिंग (TVR), जो दर्शकों की पहुंच और देखे गए समय को ध्यान में रखती है, MF 2+ लक्ष्य समूह के लिए 1.21 और पुरुष 15+ ABC लक्ष्य समूह के लिए 1.68 थी। भारत बनाम बांग्लादेश मैच ने MF 2+ दर्शकों के लिए 2.04 और पुरुष 15+ ABC दर्शकों के लिए 2.8 की और भी उच्च औसत TVR दर्ज की।
हालांकि, सबसे बड़ा आकर्षण भारत बनाम पाकिस्तान मुकाबला था, जिसने JioHotstar पर 611 मिलियन व्यूज हासिल किए, जो भारत में खेल सामग्री की खपत के तरीके में एक बड़े बदलाव का संकेत देता है। यह 2023 के भारत-पाकिस्तान वर्ल्ड कप मैच के 225 मिलियन डिजिटल व्यूज से काफी अधिक है।
फरवरी 2025 तक, भारत में 806 मिलियन सक्रिय इंटरनेट उपयोगकर्ता थे, जिनमें से आधे से अधिक सोशल मीडिया पर सक्रिय थे। किफायती स्मार्ट टीवी और बेहतर इंटरनेट कनेक्टिविटी की तेजी से बढ़ती स्वीकृति ने कनेक्टेड टीवी (CTV) दर्शकों की वृद्धि को और बढ़ाया है, जिससे विज्ञापनदाताओं को डिजिटल-फर्स्ट दर्शकों को लक्षित करने के नए अवसर मिले हैं।
JioStar ने पहले अपने स्पॉन्सर्स (sponsors) की सूची का अनावरण किया था, जिसमें Dream11, Pernod Ricard India, Beam Suntory, Kohler, Birla Opus, Vodafone Idea, ICICI Direct, LIC Housing Finance Limited, Eicher Motors, Indira IVF और McEnroe शामिल हैं।
हमारी सहयोगी वेबसाइट एक्सचेंज4मीडिया ने JioStar से इस पर प्रतिक्रिया के लिए संपर्क किया, लेकिन खबर लिखे जाने तक कोई जवाब नहीं मिला है।
माज़ खान ने अपने करियर में कई प्रतिष्ठित मीडिया संस्थानों में काम किया है।
टीवी पत्रकार माज खान ने नेटवर्क18 ग्रुप से इस्तीफा दे दिया है। वह प्रड्यूसर के तौर पर कार्यरत थे। उन्होंने समाचार4मीडिया से इस्तीफे की पुष्टि करते हुए कहा कि नेटवर्क18 में उनका आठ साल लंबा सफर अब खत्म हो गया है और वह जल्द ही एक नए सफर पर निकलेंगे।
माज़ खान ने अपने करियर में कई प्रतिष्ठित मीडिया संस्थानों में काम किया है। उन्होंने नई दुनिया, ईटीवी उर्दू, डीडी और इंडिया न्यूज के लिए काम किया है। साथ ही, नवभारत टाइम्स में फ्रीलांस के तौर पर अपनी सेवाएं भी दी हैं। मूल रूप से बिहार के बक्सर के रहने वाले माज खान हमेशा से ही प्रोग्रामिंग से जुड़े रहे हैं और फीचर कंटेंट में उनकी गहरी रुचि रही है।
नेटवर्क18 में अपने कार्यकाल को याद करते हुए उन्होंने कहा, "नेटवर्क18 से बेहतर कोई और जगह नहीं हो सकती थी। यहां कई ऐसे लोग मिले जो मेरी जिंदगी का अहम हिस्सा बन चुके हैं।"
माज खान ने तफ्तीश, बेमिसाल, चुनावी चौपाल, कमांडोज़ और धरोहर जैसे चर्चित कार्यक्रमों का निर्माण किया। उन्होंने कहा कि फीचर कंटेंट पर काम करना उन्हें हमेशा अधिक पसंद रहा, क्योंकि यह उनके शांत स्वभाव से मेल खाता है। उन्होंने यह भी कहा कि पत्रकारिता में सफल होने के लिए अपने स्वभाव को बदलने की सलाह कई बार दी गई, लेकिन उन्होंने हमेशा अपनी शैली को बरकरार रखा।
जाने-माने टीवी पत्रकार और एंकर आशुतोष चतुर्वेदी ने ‘एनडीटीवी’ (NDTV) समूह के साथ अपनी नई पारी शुरू कर ली है।
जाने-माने टीवी पत्रकार और एंकर आशुतोष चतुर्वेदी ने ‘एनडीटीवी’ (NDTV) समूह के साथ अपनी नई पारी शुरू कर ली है। उन्हें 'एनडीटीवी इंडिया' एडिटर की जिम्मेदारी दी गई है। इसके साथ ही वह एंकर की भूमिका भी निभाएंगे।
समाचार4मीडिया ने इस बात की जानकारी पहले ही दे दी थी और अब इस खबर पर आधिकारिक रूप से मुहर भी लग गई है।
यहां पढ़े: ‘NDTV’ के साथ जल्द नई पारी शुरू करने जा रहे हैं आशुतोष चतुर्वेदी
उन्हें 15 से अधिक वर्षों का अनुभव है, जिससे NDTV को उनकी व्यापक विशेषज्ञता और ज्ञान का लाभ मिलेगा।
बता दें कि आशुतोष चतुर्वेदी ने हाल ही में टीवी टुडे नेटवर्क से इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने हिंदी न्यूज चैनल ‘रिपब्लिक भारत’ (Republic Bharta) को अलविदा कहकर जून 2021 में ‘आजतक’ में बतौर एसोसिएट एडिटर/एंकर जॉइन किया था।
आशुतोष इससे पहले जी न्यूज में भी अपनी सेवाएं दे चुके हैं। उन्होंने पुलवामा हमला, अमरनाथ यात्रा, सुप्रीम कोर्ट का ऐतिहासिक अयोध्या फैसला, लोकसभा चुनाव, विधानसभा चुनाव और कई अन्य बड़ी घटनाओं की ग्राउंड रिपोर्टिंग की है। इसके अलावा, उन्होंने ओडिशा में फेनी चक्रवात और गुजरात में वायु चक्रवात की महत्वपूर्ण कवरेज की है। उनकी उत्कृष्ट पत्रकारिता के लिए CRPF द्वारा उन्हें विशेष रूप से सम्मानित किया गया है, खासकर कश्मीर और पाकिस्तान बॉर्डर से उनकी रिपोर्टिंग के लिए। उन्हें समाचार4मीडिया के प्रतिष्ठित अवॉर्ड s4m पत्रकारिता 40अंडर40 से भी नवाजा जा चुका है।
राणा यशवंत ने इस संबंध में एक लेटर भी लिखा है, जिसमें उन्होंने अपने इस फैसले की वजह भी बताई है।
वरिष्ठ टीवी पत्रकार और सीनियर न्यूज एंकर राणा यशवंत ने देश के प्रमुख मीडिया नेटवर्क्स में शुमार ‘आईटीवी नेटवर्क’ (ITV Network) में अपनी पारी को विराम दे दिया है। इसके साथ ही राणा यशवंत ने इस संबंध में एक लेटर भी लिखा है, जिसमें उन्होंने अपने इस फैसले की वजह भी बताई है।
समाचार4मीडिया से बातचीत में राणा यशवंत ने बताया कि आईटीवी एक परिवार है और परिवार से अलग नहीं हुआ जाता, नए काम के लिए सहमति तैयार की जाती है। अपनी नई पारी के सवाल पर राणा यशवंत ने कहा हर दिन एक नई पारी होता है। बहुत कुछ है जो छूटा हुआ है, अधूरा है- उसको पूरा करना एक ज़िम्मेदारी है। समय पर बताऊंगा।
बता दें कि राणा यशवंत वर्ष 2013 से ‘इंडिया न्यूज’ से जुड़े हुए थे। वह इस नेटवर्क के हिंदी न्यूज चैनल इंडिया न्यूज (India News) में एडिटर-इन-चीफ के रूप में अपनी जिम्मेदारी निभा रहे थे। अपनी इस भूमिका में चैनल को लीड करने के साथ-साथ वह यहां ‘अर्धसत्य’ नामक शो होस्ट भी करते थे। नवंबर 2023 में नेटवर्क ने उन्हें एडिटर-इन-चीफ के पद पर प्रमोट किया था। इस प्रमोशन से पहले वह यहां मैनेजिंग एडिटर के तौर पर अपनी भूमिका निभा रहे थे।
राणा यशवंत को टीवी की दुनिया में काम करने का लंबा अनुभव है। पूर्व में वह ‘आजतक’ (AajTak), ‘जी न्यूज’ (Zee News) और ‘महुआ टीवी’ (Mahuaa TV) जैसे प्रतिष्ठित मीडिया संस्थानों में महत्वपूर्ण जिम्मेदारी निभा चुके हैं।
हिंदी पत्रकारिता में उल्लेखनीय योगदान के लिए उन्हें अब तक तमाम प्रतिष्ठित अवॉर्ड्स मिल चुके हैं। उनके शो ‘अर्धसत्य’ को रेड इंक और ईएनबीए जैसे पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चुका है। इसके अलावा Bharat Gaurav Samman,रेक्स Karmaveer Global Fellowship & Award और Rajiv Gandhi Global Excellence Award जैसे जैसे अवार्ड से राणा यशवंत नवाज़े जा चुके हैं।
राणा यशवंत द्वारा इस संबंध में लिखे गए लेटर को आप यहां हूबहू पढ़ सकते हैं-
दोस्तों,
आईटीवी नेटवर्क एक ऐसा संस्थान है, जो देश के बड़े न्यूज़ नेटवर्क में शुमार होता है. टीवी,डिजिटल और प्रिंट- तीनों माध्यम में इसकी मज़बूत और सम्मानजनक उपस्थिति है. प्रधानमंत्री जी के ज़रिए ग्लोबल चैनल newsX वर्ल्ड के शानदार लांच ने परचम और ऊंचा कर दिया है.
समूचे नेटवर्क को इस मुकाम पर लाने में कार्तिक जी और ऐश्वर्या जी के अथक प्रयास और दिशा निर्देशन रहे हैं.
संस्थान हमेशा बड़ा होता है और पेशेवर ज़िम्मेदारी कहती है कि पूरी क्षमता और अनुशासन के साथ जो अपना काम करते हैं, उनकी अलग पहचान होती है. उम्मीद करता हूँ कि जिस तरह का स्वस्थ और प्रतिस्पर्धी माहौल संस्थान के अंदर रहा है, उसको आप सभी और बेहतर बनायेंगे. सबसे अच्छी बात ये है कि संस्थान का नेतृत्व- सुलझा, सहयोगी, संवेदनशील और निहायत पेशेवर रहा है. कार्तिक जी ने एक परिवार तैयार किया और उसके अंदर कई स्तर पर लीडरशिप डेवलप की. न्यूज़ और टेक्नोलॉजी की उनकी समझ इस इंडस्ट्री में उस स्तर पर किसी के पास नहीं दिखती.
ऐश्वर्या जी जब से कमान संभालीं,मैंने यह महसूस किया कि कोई व्यक्ति कितने तरह के काम- एक रफ़्तार और रिजल्ट के साथ कर सकता है! कई बार असहमत होने के बावजूद, उनका संयम और शैली, मेरे लिए उदाहरण हैं. ये उनके लगातार मेरे पीछे लगे रहने का ही नतीजा रहा कि मैंने पॉडकास्ट शुरू किए और वे बेहतरीन रहे.
लंबे समय से मैं कई ज़रूरी और रह गई चीज़ों पर काम करना चाहता था. लेकिन कुछ ना कुछ ऐसा आता रहा कि नैतिक तौर पर संस्थान से उस समय अलग होना सही नहीं लगा. बजट और दिल्ली चुनावों के निपटने के बाद अब कई महीनों बाद बिहार चुनाव हैं. ज़ाहिर है, उस नैतिक दबाव से मुक्त होने की मेरे पास वजहें रहीं. मैनेजमेंट के सामने मैंने अपनी बातें रखी. ऐश्वर्या जी का शुक्रगुज़ार हूँ कि उन्होंने मुझे समझा. जो आगे करना चाहता हूँ और मेरी जो ज़िम्मेदारियाँ हैं, उसकी खातिर उन्होंने हामी दी.
पूरे 12 वर्ष itv नेटवर्क के साथ रहा और यह कालखंड एक युग माना जाता है. इस युग ने मुझे बहुत माँजा, निखारा और जो हूँ वह बनाने में बड़ी भूमिका निभायी. बतौर एडिटर इन चीफ, आप सभी के साथ काम करता रहा. संपादक होने के नाते तमाम विभाग के संपर्क में रहा और सबके बीच एक संतुलन बनाने का दायित्व ईमानदारी से निभाने की कोशिश करता रहा. ज़िम्मेदारी और दायित्व के नाते मैंने कभी आप को तकलीफ़ दी हो तो उसको दरकिनार कर जाइएगा.
मैं उन साथियों को कभी नहीं भूल सकता जो कोविड के उस भयावह दौर में दफ़्तर आते-जाते रहे. सभी विभाग के कुल 20-22 लोग मोर्चा थामे रहे. लिखते लिखते सभी के चेहरे आँखों के आगे तैर गए.
मैं रोज़ की तरह आपके साथ अब भले नहीं, लेकिन रहूँगा. किसी भी वक़्त पहले की तरह आप अधिकार पूर्वक कॉल कर सकते हैं. आख़िर में मैं फिर दोहराता हूँ : संस्थान बड़ा होता है. उसको अनुशासन, स्वस्थ प्रतिस्पर्धा और पारदर्शिता से बेहतर बनाते रहना चाहिए. दूसरों को देखकर आप ख़ुद पर विश्वास करना कम कर दें या ख़ुद को बदलने लगें तो समझिए आपने अपने अंत की शुरुआत कर दी. ध्यान इस बात का रखिए कि आप जितना बेहतर होते जाएँगे, संस्थान को फ़ायदा तो होगा ही, आप ख़ुद में भी एसेट-सा होते जाएँगे. वैल्यू बढ़ती रहेगी. इसको बढ़ाते और संस्थान का नाम चमकाते रहिए. आप सभी को मेरी बहुत सारी शुभकामनाएँ.
राणा यशवंत
राणा यशवंत ने इस संबंध में एक लेटर भी लिखा है, जिसमें उन्होंने अपने इस फैसले की वजह भी बताई है।
वरिष्ठ टीवी पत्रकार और सीनियर न्यूज एंकर राणा यशवंत ने देश के प्रमुख मीडिया नेटवर्क्स में शुमार ‘आईटीवी नेटवर्क’ (ITV Network) में अपनी पारी को विराम दे दिया है। इसके साथ ही राणा यशवंत ने इस संबंध में एक लेटर भी लिखा है, जिसमें उन्होंने अपने इस फैसले की वजह भी बताई है।
बता दें कि राणा यशवंत वर्ष 2013 से ‘इंडिया न्यूज’ से जुड़े हुए थे। वह इस नेटवर्क के हिंदी न्यूज चैनल इंडिया न्यूज (India News) में एडिटर-इन-चीफ के रूप में अपनी जिम्मेदारी निभा रहे थे। अपनी इस भूमिका में चैनल को लीड करने के साथ-साथ वह यहां ‘अर्धसत्य’ नामक शो होस्ट भी करते थे। नवंबर 2023 में नेटवर्क ने उन्हें एडिटर-इन-चीफ के पद पर प्रमोट किया था। इस प्रमोशन से पहले वह यहां मैनेजिंग एडिटर के तौर पर अपनी भूमिका निभा रहे थे।
राणा यशवंत को टीवी की दुनिया में काम करने का लंबा अनुभव है। पूर्व में वह ‘आजतक’ (AajTak), ‘जी न्यूज’ (Zee News) और ‘महुआ टीवी’ (Mahuaa TV) जैसे प्रतिष्ठित मीडिया संस्थानों में महत्वपूर्ण जिम्मेदारी निभा चुके हैं।
हिंदी पत्रकारिता में उल्लेखनीय योगदान के लिए उन्हें अब तक तमाम प्रतिष्ठित अवॉर्ड्स मिल चुके हैं। उनके शो ‘अर्धसत्य’ को रेड इंक और ईएनबीए जैसे पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चुका है। इसके अलावा Bharat Gaurav Samman,रेक्स Karmaveer Global Fellowship & Award और Rajiv Gandhi Global Excellence Award जैसे जैसे अवार्ड से राणा यशवंत नवाज़े जा चुके हैं।
राणा यशवंत द्वारा मैनेजमेंट को लिखे गए लेटर को आप यहां हूबहू पढ़ सकते हैं
दोस्तों,
आईटीवी नेटवर्क एक ऐसा संस्थान है, जो देश के बड़े न्यूज़ नेटवर्क में शुमार होता है. टीवी,डिजिटल और प्रिंट- तीनों माध्यम में इसकी मज़बूत और सम्मानजनक उपस्थिति है. प्रधानमंत्री जी के ज़रिए ग्लोबल चैनल newsX वर्ल्ड के शानदार लांच ने परचम और ऊंचा कर दिया है.
समूचे नेटवर्क को इस मुकाम पर लाने में कार्तिक जी और ऐश्वर्या जी के अथक प्रयास और दिशा निर्देशन रहे हैं.
संस्थान हमेशा बड़ा होता है और पेशेवर ज़िम्मेदारी कहती है कि पूरी क्षमता और अनुशासन के साथ जो अपना काम करते हैं, उनकी अलग पहचान होती है. उम्मीद करता हूँ कि जिस तरह का स्वस्थ और प्रतिस्पर्धी माहौल संस्थान के अंदर रहा है, उसको आप सभी और बेहतर बनायेंगे. सबसे अच्छी बात ये है कि संस्थान का नेतृत्व- सुलझा, सहयोगी, संवेदनशील और निहायत पेशेवर रहा है. कार्तिक जी ने एक परिवार तैयार किया और उसके अंदर कई स्तर पर लीडरशिप डेवलप की. न्यूज़ और टेक्नोलॉजी की उनकी समझ इस इंडस्ट्री में उस स्तर पर किसी के पास नहीं दिखती.
ऐश्वर्या जी जब से कमान संभालीं,मैंने यह महसूस किया कि कोई व्यक्ति कितने तरह के काम- एक रफ़्तार और रिजल्ट के साथ कर सकता है! कई बार असहमत होने के बावजूद, उनका संयम और शैली, मेरे लिए उदाहरण हैं. ये उनके लगातार मेरे पीछे लगे रहने का ही नतीजा रहा कि मैंने पॉडकास्ट शुरू किए और वे बेहतरीन रहे.
लंबे समय से मैं कई ज़रूरी और रह गई चीज़ों पर काम करना चाहता था. लेकिन कुछ ना कुछ ऐसा आता रहा कि नैतिक तौर पर संस्थान से उस समय अलग होना सही नहीं लगा. बजट और दिल्ली चुनावों के निपटने के बाद अब कई महीनों बाद बिहार चुनाव हैं. ज़ाहिर है, उस नैतिक दबाव से मुक्त होने की मेरे पास वजहें रहीं. मैनेजमेंट के सामने मैंने अपनी बातें रखी. ऐश्वर्या जी का शुक्रगुज़ार हूँ कि उन्होंने मुझे समझा. जो आगे करना चाहता हूँ और मेरी जो ज़िम्मेदारियाँ हैं, उसकी खातिर उन्होंने हामी दी.
पूरे 12 वर्ष itv नेटवर्क के साथ रहा और यह कालखंड एक युग माना जाता है. इस युग ने मुझे बहुत माँजा, निखारा और जो हूँ वह बनाने में बड़ी भूमिका निभायी. बतौर एडिटर इन चीफ, आप सभी के साथ काम करता रहा. संपादक होने के नाते तमाम विभाग के संपर्क में रहा और सबके बीच एक संतुलन बनाने का दायित्व ईमानदारी से निभाने की कोशिश करता रहा. ज़िम्मेदारी और दायित्व के नाते मैंने कभी आप को तकलीफ़ दी हो तो उसको दरकिनार कर जाइएगा.
मैं उन साथियों को कभी नहीं भूल सकता जो कोविड के उस भयावह दौर में दफ़्तर आते-जाते रहे. सभी विभाग के कुल 20-22 लोग मोर्चा थामे रहे. लिखते लिखते सभी के चेहरे आँखों के आगे तैर गए.
मैं रोज़ की तरह आपके साथ अब भले नहीं, लेकिन रहूँगा. किसी भी वक़्त पहले की तरह आप अधिकार पूर्वक कॉल कर सकते हैं. आख़िर में मैं फिर दोहराता हूँ : संस्थान बड़ा होता है. उसको अनुशासन, स्वस्थ प्रतिस्पर्धा और पारदर्शिता से बेहतर बनाते रहना चाहिए. दूसरों को देखकर आप ख़ुद पर विश्वास करना कम कर दें या ख़ुद को बदलने लगें तो समझिए आपने अपने अंत की शुरुआत कर दी. ध्यान इस बात का रखिए कि आप जितना बेहतर होते जाएँगे, संस्थान को फ़ायदा तो होगा ही, आप ख़ुद में भी एसेट-सा होते जाएँगे. वैल्यू बढ़ती रहेगी. इसको बढ़ाते और संस्थान का नाम चमकाते रहिए. आप सभी को मेरी बहुत सारी शुभकामनाएँ.
राणा यशवंत
यह हलफनामा 28 फरवरी को TDSAT की सुनवाई के दौरान प्रस्तुत किया गया, और अब इस मामले की अगली सुनवाई 21 मार्च को होगी।
तसमई लाहा रॉय, एडिटर, एक्सचेंज4मीडिया ।।
प्रसार भारती ने टेलीकॉम डिस्प्यूट्स सेटलमेंट एंड अपीलेट ट्रिब्यूनल (TDSAT) में एक हलफनामा दायर किया है, जिसमें 10 फरवरी से 14 फरवरी के बीच आयोजित MPEG-2 स्लॉट के लिए ई-नीलामी में बकेट ब्रॉडकास्टर्स की नीलामी रद्द करने का कारण बताया गया है।
यह हलफनामा 28 फरवरी को TDSAT की सुनवाई के दौरान प्रस्तुत किया गया, और अब इस मामले की अगली सुनवाई 21 मार्च को होगी।
मामले से जुड़े सूत्रों के अनुसार, प्रसार भारती ने अपनी दलील में यह स्पष्ट किया कि डिस्क्वालिफाई किए गए ब्रॉडकास्टर्स अपने संबंधित बकेट के लिए निर्धारित कंटेंट आवश्यकताओं को पूरा करने में असफल रहे।
प्रसार भारती के इस फैसले को चुनौती देने वाली कंपनी विजन कॉर्पोरेशन को अब इस हलफनामे के जवाब में अपना पक्ष रखना होगा। इससे पहले, कंपनी ने TDSAT का दरवाजा खटखटाया था और आरोप लगाया था कि यह डिस्क्वालिफाई मनमाने ढंग से की गई है, जिससे DD Free Dish स्लॉट्स के लिए बोली लगाने वाले ब्रॉडकास्टर्स पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा।
यह हलफनामा प्रसार भारती के इन रद्दीकरणों के पीछे के तर्कों को स्पष्ट करने में मदद करेगा, जबकि विजन कॉर्पोरेशन का जवाब 21 मार्च को होने वाली सुनवाई में ट्रिब्यूनल की अगली कार्रवाई तय करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
विज़न कॉर्पोरेशन लिमिटेड, जो हाउस फुल मूवीज, मल्टीप्लेक्स और मूवी प्लस जैसे चैनलों का संचालन करता है, ने TDSAT में इस मामले को उठाया है। डिस्क्वालिफिकेशन का असर पूरे बकेट R1 पर पड़ा, जिसमें तमिल, तेलुगु, कन्नड़ और मलयालम चैनल्स शामिल थे, जो DD Free Dish पर स्लॉट्स के लिए नीलामी में भाग ले रहे थे।
नीलामी प्रक्रिया में आए इस अचानक बदलाव ने प्रसार भारती की भागीदारी और राजस्व सृजन को गंभीर रूप से प्रभावित किया।
कई आवेदकों को बाहर किए जाने के कारण, राउंड 2 के ब्रॉडकास्टर्स ने यह मानते हुए आक्रामक बोली नहीं लगाई कि स्लॉट्स बिना प्रतिस्पर्धा के उपलब्ध रहेंगे। परिणामस्वरूप, अधिकांश स्लॉट्स मामूली वृद्धि के साथ, प्रति स्लॉट केवल 10 से 15 लाख रुपये की बढ़ोतरी पर आवंटित किए गए।
डिस्क्वालिफाई किए गए ब्रॉडकास्टर्स की वजह से प्रसार भारती को केवल दूसरे राउंड में ही लगभग 150 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ।
Zee Entertainment UK ने ब्रिटिश एशियन मीडिया अवॉर्ड्स में मीडिया ब्रैंड ऑफ द ईयर 2025 का प्रतिष्ठित पुरस्कार जीता।
Zee Entertainment UK ने ब्रिटिश एशियन मीडिया अवॉर्ड्स में मीडिया ब्रैंड ऑफ द ईयर 2025 का प्रतिष्ठित पुरस्कार जीता। यह सम्मान ब्रिटेन में ZEE की मजबूत उपस्थिति और दर्शकों के साथ गहरे जुड़ाव का प्रमाण है। इस पुरस्कार के जरिए ZEE की उल्लेखनीय वृद्धि, बढ़ती पहचान और लोकप्रियता को मान्यता दी गई, जो केवल एशियाई प्रवासी समुदाय तक ही सीमित नहीं है, बल्कि मुख्यधारा के दर्शकों के बीच भी अपनी पकड़ मजबूत कर रही है।
2024 में Zee Entertainment ने रणनीतिक रूप से अपने मीडिया प्रभाव को कई गुना बढ़ाया। एक सीमित संख्या में टीवी चैनलों और स्ट्रीमिंग ऐप्स से आगे बढ़ते हुए, Zee ने नए चैनलों के लॉन्च, प्रभावशाली ब्रैंड कैंपेन और राष्ट्रीय स्तर पर रणनीतिक साझेदारियों के माध्यम से अपने नेटवर्क का विस्तार किया। इस प्रयास ने ZEE को UK में सबसे प्रमुख मीडिया ब्रैंड के रूप में स्थापित किया।
ZEE की सफलता के केंद्र में इसके लंबे समय से चले आ रहे Zee TV और Zee Cinema चैनल हैं। इसके अलावा, पिछले साल लॉन्च किया गया Zee One UK, जो भारतीय कंटेंट को पूरी तरह से अंग्रेजी में डब करके प्रस्तुत करने वाला UK का पहला चैनल है, ने सांस्कृतिक बाधाओं को तोड़ते हुए अंग्रेजी-भाषी दर्शकों के बीच लोकप्रियता हासिल की। इसी सफलता को आगे बढ़ाते हुए, Zee ने UK में पहला पंजाबी GEC चैनल Zee Punjabi लॉन्च किया, जिसने 700,000 पंजाबी प्रवासी दर्शकों से जुड़ाव बढ़ाया और इसे Sky और Virgin Media जैसे प्रमुख प्लेटफॉर्म्स पर उपलब्ध कराया।
Zee Entertainment ने अपनी यूरोपीय उपस्थिति को भी व्यापक रूप से बढ़ाया। 2024 में Zee One के कई स्थानीय संस्करण लॉन्च किए गए, जिनमें Zee One Germany (जो जर्मनी, ऑस्ट्रिया और स्विट्जरलैंड में जर्मन-भाषी दर्शकों को टारगेट करता है) और Zee One France (जो फ्रांस, बेल्जियम और लक्जमबर्ग के दर्शकों को सेवा प्रदान करता है) शामिल हैं। ये चैनल बॉलीवुड फिल्मों और भारतीय टेलीविजन शोज को स्थानीय भाषाओं में डब करके प्रस्तुत करते हैं, जिससे दक्षिण एशियाई मनोरंजन को व्यापक दर्शक वर्ग तक पहुंचाया जा रहा है।
Zee Entertainment ने अपनी पहुंच को और अधिक बढ़ाने के लिए Samsung TV Plus के साथ साझेदारी कर "&TV" लॉन्च किया। बॉलीवुड प्रेमियों से लेकर पंजाबी परिवारों तक के लिए अलग-अलग दर्शकों को ध्यान में रखते हुए Zee ने अपने कंटेंट को विविधतापूर्ण बनाया है, जो इसके दर्शकों की रुचि और पसंद को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है।
ZEE ने UK की शीर्ष मीडिया सेल्स और मार्केटिंग एजेंसियों के साथ मिलकर व्यापक ब्रैंडिंग कैंपेन चलाए, जिससे इसकी दृश्यता (visibility) को जबरदस्त बढ़ावा मिला। ये कैंपेन बिलबोर्ड, रेलवे स्टेशनों और पिकाडिली सर्कस जैसी हाई-प्रोफाइल लोकेशन्स पर चलाए गए। इसके अलावा, सभी प्रमुख डिजिटल और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर डिजिटल कैंपेन ने Zee चैनल ब्रैंड्स की उपस्थिति को और मजबूत किया, जिससे दर्शकों की निरंतर भागीदारी बनी रही।
ZEE UK की इस उपलब्धि पर Zee Entertainment Europe की टेरेटरी हेड पारुल गोयल ने कहा, "मीडिया ब्रैंड ऑफ द ईयर 2025 का सम्मान पाकर हम बेहद गर्व महसूस कर रहे हैं। यह पुरस्कार हमारे उस अटूट संकल्प को दर्शाता है, जिसके तहत हम उच्च-गुणवत्ता वाला और विविधतापूर्ण कंटेंट पेश कर रहे हैं, जो UK और यूरोप के दर्शकों के साथ गहराई से जुड़ता है। हम अपने ऑफरिंग्स का लगातार विस्तार करते रहेंगे और दक्षिण एशियाई मनोरंजन के प्रमुख प्रदाता के रूप में अपनी स्थिति को और मजबूत करेंगे।"
समाचार4मीडिया से बातचीत में कादंबिनी शर्मा ने अपने इस्तीफे की पुष्टि की है। हालांकि, अपने नए कदम के बारे में फिलहाल उन्होंने कुछ भी बताने से इनकार किया है।
वरिष्ठ टीवी पत्रकार कादंबिनी शर्मा ने ‘एनडीटीवी’ (NDTV) में अपनी पारी को विराम दे दिया है। वह यहां बीस साल से ज्यादा समय से कार्यरत थीं और सीनियर एडिटर (फॉरेन अफेयर्स) के पद पर अपनी जिम्मेदारी निभा रही थीं।
समाचार4मीडिया से बातचीत में कादंबिनी शर्मा ने अपने इस्तीफे की पुष्टि की है। हालांकि, अपने नए कदम के बारे में फिलहाल उन्होंने कुछ भी बताने से इनकार किया है।
इसके साथ ही कादंबिनी शर्मा ने अपने ‘X’ हैंडल पर खुद यह जानकारी शेयर भी की है।
In some personal/career news….Goodbye NDTV after 20 years and four months… pic.twitter.com/S9ok6nxOdA
— Kadambini Sharma (@SharmaKadambini) March 1, 2025
बता दें कि कादंबिनी शर्मा ने वर्ष 1999 में बिजनेस रिपोर्टर के तौर पर न्यूज एजेंसी ‘पीटीआई’ से अपने करियर की शुरुआत की थी। इसके बाद ‘आजतक’ और ‘डीडी न्यूज’ होते हुए वर्ष 2004 से ‘एनडीटीवी इंडिया’ में अपनी जिम्मेदारी संभाल रही थीं। कादंबिनी शर्मा ने सुप्रीम कोर्ट, पर्यावरण, संसद पर गहन रिपोर्टिंग की है। इसके साथ ही लम्बे वक्त तक उन्होंने भारत की विदेश नीति और अंतरराष्ट्रीय मसलों पर देश-विदेश से रिपोर्टिंग की है।
राष्ट्रीय सुरक्षा और रक्षा मामलों की गहरी रिपोर्टिंग के लिए पहचाने जाने वाले पत्रकार शिव अरूर ने इंडिया टुडे से अपने "अंतिम साइन-ऑफ" की घोषणा कर दी है।
राष्ट्रीय सुरक्षा और रक्षा मामलों की गहरी रिपोर्टिंग के लिए पहचाने जाने वाले पत्रकार शिव अरूर ने इंडिया टुडे से अपने "अंतिम साइन-ऑफ" की घोषणा कर दी है। वह इस प्रतिष्ठित मीडिया संस्थान से पिछले 18 वर्षों से जुड़े हुए थे।
फरवरी की शुरुआत में, 'समाचार4मीडिया' ने खबर दी थी कि अरूर इंडिया टुडे छोड़ रहे हैं और जल्द ही NDTV के एडिटोरियल में बड़ी जिम्मेदारी निभाने सकते हैं।
यह पढ़ें: ‘India Today’ को अलविदा कहकर ‘NDTV’ के साथ जल्द नई पारी शुरू कर सकते हैं शिव अरूर
एक प्रसारण के दौरान, उन्होंने अपनी विदाई की घोषणा करते हुए इंडिया टुडे के प्रति आभार व्यक्त किया और अपने भविष्य की योजनाओं की रूपरेखा प्रस्तुत की।
अरूर ने कहा, "आज का दिन मेरे लिए थोड़ा अलग, थोड़ा खास और थोड़ा भावुक भी है। अद्भुत 18 वर्षों के बाद, यह मेरा इंडिया टुडे में अंतिम प्रसारण है। जब मैं इस शानदार नेटवर्क से जुड़ा था, तब मैं 26 साल का था और आज मैं 44 वर्ष का हूं। हर दिन आपको खबरें देने का सम्मान मेरे लिए जीवन भर का सौभाग्य रहा है, चाहे वह किसी न्यूजरूम से हो, किसी युद्ध क्षेत्र से, किसी बड़ी घटना के केंद्र से, या सत्ता के गलियारों से।"
उन्होंने अपने सहयोगियों, आलोचकों और दर्शकों का धन्यवाद करते हुए यह भी कहा कि वह "जल्द ही एक्शन में लौटेंगे" और "आपके 'एक्सक्लूसिव ब्रेकिंग न्यूज' कहने से पहले ही वापस आ जाएंगे।"
After 18 incredible years at @IndiaToday, my final sign-off today. Thank you. ??♥️ pic.twitter.com/BDXbm5dhb5
— Shiv Aroor (@ShivAroor) February 28, 2025
अरूर के NDTV में एडिटोरियल लीडरशिप की भूमिका संभालने से चैनल को अतिरिक्त मजबूती मिलेगी। देखना दिलचस्प होगा कि क्या उनकी यह नई पारी NDTV 24x7 की दर्शक संख्या और लोकप्रियता में इजाफा कर सकती है।
तेज-तर्रार राजनीतिक और रक्षा रिपोर्टिंग के लिए मशहूर अरूर, इंडिया टुडे की संपादकीय टीम के एक महत्वपूर्ण स्तंभ रहे हैं। वह वर्षों तक गहरी विश्लेषणात्मक रिपोर्टिंग और जमीनी कवरेज से कई बड़ी खबरों को सामने लाए। उनके उत्कृष्ट पत्रकारिता कौशल की वजह से ही उन्हें enba 2023 में 'बेस्ट एंकर- इंग्लिश' का खिताब मिला, जो भारतीय टेलीविजन पत्रकारिता में उनकी मजबूत पकड़ को दर्शाता है।
टीवी पत्रकारिता के अलावा, अरूर ने सैन्य साहित्य (मिलिट्री लिटरेचर) में भी अपनी पहचान बनाई है। वह 2017 में प्रकाशित 'ऑपरेशन जिन्ना' नामक रोमांचक सैन्य थ्रिलर के लेखक हैं। साथ ही, वह 'इंडिया'ज मोस्ट फियरलेस' सीरीज के को-ऑथर हैं, जो भारतीय सशस्त्र बलों के वीरता पूर्ण वास्तविक किस्सों पर आधारित है। 2022 में इस सीरीज का तीसरा संस्करण प्रकाशित हुआ, जिसने उनके रक्षा मामलों के विशेषज्ञ के रूप में कद को और मजबूत किया।
अरूर की पत्रकारिता यात्रा दिल्ली के सेंट स्टीफेंस कॉलेज से अंग्रेजी साहित्य में स्नातक करने के बाद शुरू हुई। इसके बाद उन्होंने यूके की कार्डिफ यूनिवर्सिटी से इंटरनेशनल जर्नलिज्म में मास्टर डिग्री हासिल की।
अब NDTV में उनकी नई पारी दर्शकों के लिए क्या नया लेकर आएगी, यह देखने योग्य होगा।
वह यहां करीब साढ़े तीन साल से सीनियर करेसपॉन्डेंट के पद पर अपनी जिम्मेदारी निभा रही थीं और सुबह सात बजे का प्राइम टाइम शो होस्ट करती थीं।
टीवी पत्रकार दीपिका यादव ने ‘टाइम्स नाउ नवभारत’ (Times Now Navbharat) में अपनी पारी को विराम दे दिया है। वह यहां करीब साढ़े तीन साल से सीनियर करेसपॉन्डेंट के पद पर अपनी जिम्मेदारी निभा रही थीं और सुबह सात बजे का प्राइम टाइम शो होस्ट करती थीं।
समाचार4मीडिया से बातचीत में दीपिका यादव ने अपने इस्तीफे की पुष्टि की है। अपनी नई पारी के बारे में दीपिका का कहना था वह जल्द ही एक बड़े चैनल में जॉइन करेंगी और तब उस बारे में बताएंगी।
मूल रूप से गुजरात की रहने वाली दीपिका को मीडिया में काम करने का करीब पांच साल का अनुभव है। अपनी पढ़ाई-लिखाई गुजरात से करने के बाद उन्होंने ‘नेटवर्क18’ (हैदराबाद) से मीडिया में अपने करियर की शुरुआत की थी। दीपिका पूर्व में ‘एबीपी न्यूज’ और ‘जी न्यूज’ जैसे प्रतिष्ठित न्यूज चैनल्स में भी काम कर चुकी हैं।
समाचार4मीडिया की ओर से दीपिका यादव को उनके नए सफर के लिए अग्रिम शुभकामनाएं।