जैसे-जैसे 2025 अपने अंत की ओर बढ़ रहा है, Network18 के मैनेजिंग डायरेक्टर व ग्रुप एडिटर-इन-चीफ राहुल जोशी ने कर्मचारियों को भेजे गए अपने संदेश में बीते साल के दौरान कंपनी के प्रदर्शन पर नजर डाली।
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समाचार4मीडिया ब्यूरो ।।
जैसे-जैसे 2025 अपने अंत की ओर बढ़ रहा है, Network18 के मैनेजिंग डायरेक्टर और ग्रुप एडिटर-इन-चीफ राहुल जोशी ने एम्प्लॉयीज को साल के अंत में नववर्ष की शुभकामनाएं देते हुए हिंदी में एक संदेश लिखा, जिसमें उन्होंने बीते साल के दौरान कंपनी के प्रदर्शन पर नजर डाली। उन्होंने कहा कि जहां कई मीडिया कंपनियां चुनौतियों से जूझती रहीं, वहीं Network18 समूह ने मजबूत प्रदर्शन करने में सफलता हासिल की।
यहां पढ़िए, उनका ये संदेश-
प्रिय साथियों,
पिछले साल मैंने खबरों की दुनिया में आ रहे बुनियादी बदलावों की तरफ इशारा किया था, और ये कहा था कि अब हमें एक नए रास्ते पर जाने की जरूरत है।
आप सबको पता है कि पिछला साल उन सभी मीडिया कंपनियों के लिए काफी मुश्किल रहा था, जो सिर्फ विज्ञापन के सहारे अपना समाचार संगठनों को चलाती हैं, बल्कि उन्होंने अपने भरोसे और दर्शकों को भी खोया है, कमाई में कमी तो आई ही है। इन सबके मुकाबले हमारी कंपनी ने तमाम चुनौतियों का मुकाबला करते हुए अच्छा प्रदर्शन किया है।
यही नहीं, हमने अपने को सार्थक भी बनाए रखा है, सामान्य, सटीक, पारंपरिक सोच और डर से किनारा करते हुए हम निरंतर आगे बढ़े हैं, content पर लगातार फोकस करते हुए, creator ecosystem पर ध्यान देते हुए, बिना इस बात की चिंता किये कि content कहां से आ रहा है।
इसी सोच के तहत हमने इस साल Creator18 को लॉन्च किया, ताकि हमारा दायरा बढ़ सके, हम सभी किस्म के content creators को प्लेटफॉर्म दे सकें। इसके जरिये सभी किस्म के content तैयार करने वालों को एक ऐसा मंच दिया गया, जहां वे बिल्कुल नए ढंग के content को रख सकें, जिसके लिए एक बड़ा उपभोक्ता वर्ग तैयार बैठा है, और इसके जरिये हम उपभोक्ताओं के इस बड़े वर्ग तक पहुंच सकें। इससे दोनों को फायदा है, content creators का हम market share बढ़ा रहे हैं, और हमारी relevance और audience share बढ़ रही है, जिसकी वजह से हम दोनों एक-दूसरे की आमदनी भी बढ़ा रहे हैं।
आने वाले समय में आप ढेर सारे ऐसे प्रयोगों को होते हुए देखेंगे, जिसके जरिये हम अपने पाठकों, दर्शकों और ग्राहकों को काफी रोचक content भांति-भांति के platforms के जरिये मुहैया कराएंगे। CNBC-TV18 और Moneycontrol के जरिये हम click-baity content नहीं, बल्कि high-quality tools, research और insights दे रहे हैं।
CNBC-TV18 Prime, जहां हमारा दूसरा global business channel है, भारतीय दृष्टिकोण के साथ, वहीं Access एक gateway के तौर पर काम कर रहा है, CNBC-TV18 का भरपूर लुत्फ़ देने के लिए। इसके ज़रिये CNBC-TV18 बतौर ब्रांड नई ऊंचाइयां छूने जा रहा है और ये हमारे लिए कमाई का एक बड़ा दरवाज़ा खोलने जा रहा है, जैसा पहले सोच के परे था।
Moneycontrol का lending platform काफ़ी मशहूर हो चुका है, और इसके चलते वो अपने आप में एक नया vertical होने जा रहा है। MC Pro के दस लाख से अधिक subscribers हो चुके हैं, अब SuperPro के लॉन्च के साथ ही हम गंभीर किस्म के निवेशकों को आकर्षित करने के अच्छे विकल्प लेकर आए हैं, जिसकी वजह से हमें बड़े पैमाने पर high-value subscribers हासिल हो रहे हैं। इसकी वजह से हमारा average revenue per subscriber भी बढ़ा है।
आने वाले दिनों में Moneycontrol और CNBC-TV18 में ऐसे ढेर सारे नए प्रयोग दिखेंगे, जो non-news content और tools ही नहीं, बल्कि नए formats के ज़रिये हमारे नेटवर्क की साख को बढ़ाएंगे।
अच्छी बात ये भी है कि हमारा regional cluster भी तेज़ी से अपनी पहुंच बढ़ा रहा है, सभी भाषाओं और क्षेत्रों में हमारी पकड़ मज़बूत हुई है। यही नहीं, हमने अपनी sales टीम को भी पूरे देश में मज़बूत किया है, जिसकी वजह से भारत के तमाम हिस्सों में रहने वाले सभी किस्म के विज्ञापनदाताओं तक हम तेज़ी से पहुंच रहे हैं।
हमारा digital outreach बढ़ने के कारण हम छोटे कारोबारियों और ग्राहकों से भी विज्ञापन हासिल करने में कामयाब रहे हैं, जिसकी वजह से हमारी आमदनी बढ़ रही है।
जिस तरह से traditional advertising का दौर थम रहा है, और advertising industry में consolidation हो रहा है, हमारा business model हमें बचाए हुए है, क्योंकि हमारा subscriber base सबसे तेजी से बढ़ रहा है, हमारा transactions business भी ज़ोर पकड़ रहा है, Creator18 जैसे नए प्रयोग हमें relevant बनाए हुए हैं, events, IPs और campaigns के ज़रिये होने वाली कमाई हमारे traditional revenue को बचाने में मददगार साबित हुई है।
यही पर अब हमें traditional business of news पर भी बात कर लेनी चाहिए। Old is gold but gold has peaked, इसलिए अब ज़रूरत है, हमें GenZ को पकड़ने की। उसके हिसाब से content परोसने की। ये GenZ अख़बार नहीं पढ़ रहा है, न ही टीवी देख रहा है, वो वेबसाइट पर जा रहा है, reels देख रहा है, छा जाना चाहता है Insta पर और चिपका हुआ है अपने स्मार्ट फोन पर।
इसलिए जैसा मैंने पिछले साल कहा था, फिर से दोहरा रहा हूं, old traditional formats अब irrelevant हो चुके हैं, viewers हमारी तरफ नहीं आ रहे हैं। News is fast getting replaced by nuance and nous, ये सबको समझ में आ रहा है। यही नहीं, AI भी खबरों को परोसने और लिखने के पारंपरिक मॉडल को हिलाने जा रहा है, यहां तक कि वो इसे और बेहतर कर डालेगा। अब हम लोगों के लिए अपनी बुद्धि और विवेक का असली जोर दिखाने का समय आ गया है, अगर ऐसा होता है तो गेहूं भूसे से अलग दिखेगा, साफ तौर पर दिखेगा।
और यही काम हमारे सभी brands को करने की ज़रूरत है। हमारे digital-first platforms, चाहे Firstpost हो या फिर Kadak, हमें रास्ता दिखाने जा रहे हैं। हमारे सबसे बड़े ब्रांड, News18 India और CNN-News18 भी connected tv और social media game में और बड़ी छलांग लगाने जा रहे हैं।
इस बेहतरीन संगठन में आप सभी प्रतिभाशाली और शानदार साथियों के साथ काम करते हुए मैंने दस साल पूरे कर लिये हैं। अब 2026 में मैं mission mode में एक नया काम करने जा रहा हूं, ये काम है हमारे young leaders को platform देना, ताकि वो ज़िम्मेदारी लेकर हमारे काम को तेज़ी से आगे बढ़ा सकें। इसलिए मैं नए साल में नया नारा दे रहा हूं, Hire young, think younger, dream bigger, उम्मीद है कि आप सभी इस नारे को चरितार्थ करते हुए 2026 को एक शानदार साल बनाएंगे।
2025 की चुनौती को हमने बड़े शानदार ढंग से पार कर लिया, अब 2026 में और बेहतर करने है। Road Dahl की एक लाइन हम सबके लिए काफ़ी प्रासंगिक है- “those who don’t believe in magic will never find it.”
आपको और आपके परिवार के सदस्यों को नववर्ष की ढेर सारी शुभकामनाएं!
आपका,
राहुल
न्यू दिल्ली टेलीविजन लिमिटेड (NDTV) ने पोस्टल बैलेट के जरिए कराई गई ई-वोटिंग के नतीजे जारी कर दिए हैं।
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समाचार4मीडिया ब्यूरो ।।
न्यू दिल्ली टेलीविजन लिमिटेड (NDTV) ने पोस्टल बैलेट के जरिए कराई गई ई-वोटिंग के नतीजे जारी कर दिए हैं। कंपनी ने सेबी के नियमों के तहत शेयरधारकों को ऑनलाइन वोटिंग की सुविधा दी थी, जो 27 नवंबर 2025 से 26 दिसंबर 2025 तक चली। यह पूरी प्रक्रिया नेशनल सिक्योरिटीज डिपॉजिटरी लिमिटेड (NSDL) के ई-वोटिंग प्लेटफॉर्म के माध्यम से हुई।
कंपनी ने बताया कि पोस्टल बैलेट नोटिस केवल इलेक्ट्रॉनिक रूप में भेजा गया था। जिन शेयरधारकों के ईमेल रजिस्टर्ड नहीं थे, उनके लिए नोटिस NDTV की वेबसाइट, बीएसई, एनएसई और NSDL की वेबसाइट पर उपलब्ध कराया गया। इसके अलावा, इस संबंध में 26 नवंबर 2025 को अंग्रेजी अखबार 'फाइनेंशियल एक्सप्रेस' और हिंदी अखबार 'जनसत्ता' में विज्ञापन भी प्रकाशित किया गया था।
वोटिंग का मुख्य प्रस्ताव स्वतंत्र निदेशक (Independent Director) के तौर पर वायरल जगदीश दोशी की तीन साल के दूसरे कार्यकाल के लिए दोबारा नियुक्ति से जुड़ा था। स्क्रूटनाइज़र की रिपोर्ट के अनुसार, कुल 303 शेयरधारकों ने वोट डाले, जिनमें से 236 ने प्रस्ताव के समर्थन में और 67 ने विरोध में मतदान किया। कुल वोटों में से लगभग 99.99 फीसदी वोट समर्थन में रहे, जबकि विरोध में मात्र 0.01 फीसदी वोट पड़े।
इन नतीजों के आधार पर स्क्रूटनाइजर ने पुष्टि की है कि यह प्रस्ताव आवश्यक बहुमत के साथ पास हो गया है। ई-वोटिंग के नतीजे 26 दिसंबर 2025 को दो स्वतंत्र गवाहों की मौजूदगी में ओपन किए गए।
इस प्राइम टाइम शो को जाने-माने टीवी पत्रकार सुमित अवस्थी होस्ट करेंगे और सोमवार से शुक्रवार, शाम 6:57 बजे इसका प्रसारण किया जाएगा।
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समाचार4मीडिया ब्यूरो ।।
देश के प्रमुख न्यूज नेटवर्क्स में शुमार ‘टाइम्स नेटवर्क’ (Times Network) के हिंदी न्यूज चैनल ‘टाइम्स नाउ नवभारत’ (Times Now Navbharat) ने अपना नया प्राइम-टाइम शो ‘ChakraView–with Sumit Awasthi’ लॉन्च किया है। इस शो को जाने-माने टीवी पत्रकार सुमित अवस्थी होस्ट करेंगे और सोमवार से शुक्रवार, शाम 6:57 बजे इसका प्रसारण किया जाएगा।
टाइम्स नेटवर्क के अनुसार, इस शो का उद्देश्य दर्शकों को केवल हेडलाइंस नहीं, बल्कि हर खबर के ‘क्यों’ और ‘कैसे’ को समझाना है। ‘ChakraView’ में हर मुद्दे की गहन पड़ताल की जाएगी।
इस शो में युवाओं और आम नागरिकों से जुड़ी खबरों पर भी विशेष ध्यान दिया जाएगा, साथ ही डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर उठ रही चर्चाओं को भी कड़ाई से फैक्ट-चेक करने के बाद दिखाया जाएगा। एक नई पहल के तहत, दर्शक स्वयं तय कर सकते हैं कि किस विषय पर अधिक गहन रिपोर्टिंग होनी चाहिए।
इस बारे में टाइम्स टेलीविजन नेटवर्क के सीईओ और मीडिया व एंटरटेनमेंट के चीफ ग्रोथ ऑफिसर आशीष सहगल का कहना है, ‘खबरें सिर्फ जानकारी नहीं देतीं, बल्कि भविष्य के दृष्टिकोण और सार्वजनिक राय को आकार देती हैं। इसलिए सटीकता, जवाबदेही और संतुलन बेहद जरूरी हैं। ChakraView का उद्देश्य यही है कि हम हेडलाइंस से आगे जाकर गहराई और विश्वसनीयता के साथ खबरें पेश करें।’
साल 2025 भारतीय मीडिया इंडस्ट्री के लिए पारंपरिक टीवी चैनलों के लिहाज से अपेक्षाकृत शांत रहा, लेकिन डिजिटल और हाइब्रिड प्लेटफॉर्म्स के स्तर पर कई अहम हलचलें देखने को मिलीं।
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समाचार4मीडिया ब्यूरो ।।
साल 2025 भारतीय मीडिया इंडस्ट्री के लिए पारंपरिक टीवी चैनलों के लिहाज से अपेक्षाकृत शांत रहा, लेकिन डिजिटल और हाइब्रिड प्लेटफॉर्म्स के स्तर पर कई अहम हलचलें देखने को मिलीं। लंबे समय तक यह चर्चा रही कि क्या 2025 में कोई नया न्यूज चैनल लॉन्च ही नहीं हुआ, लेकिन पूरी तरह ऐसा नहीं है। हालांकि, यह भी सच है कि इस साल बड़े पैमाने पर नए टीवी न्यूज चैनलों की बाढ़ नहीं आई।
2025 में सामने आए नए चैनलों में MKN News 24×7 का नाम प्रमुख रूप से शामिल है। यह एक राष्ट्रीय हिंदी न्यूज चैनल है, जिसे सैटेलाइट टीवी प्लेटफॉर्म पर लॉन्च किया गया। रिपोर्ट्स के मुताबिक यह चैनल Dish TV, Zing Dish और Jio TV जैसे प्लेटफॉर्म्स पर उपलब्ध कराया गया।
मीडिया जानकारों के अनुसार, यह लॉन्च ऐसे समय में हुआ जब नए टीवी चैनल शुरू करना आर्थिक और प्रतिस्पर्धात्मक रूप से चुनौतीपूर्ण माना जा रहा है
2025 में यदि किसी क्षेत्र में सबसे ज्यादा गतिविधि दिखी, तो वह था डिजिटल और Connected TV (CTV)। ITV Network ने इस साल NewsX World नाम से एक डिजिटल-फर्स्ट न्यूज प्लेटफॉर्म लॉन्च किया। यह पारंपरिक टीवी चैनल न होकर एक ऐसा प्लेटफॉर्म है, जो स्मार्ट टीवी और डिजिटल स्क्रीन पर न्यूज देखने वाले दर्शकों को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है।
NewsX World को एक ऐसे प्रयोग के तौर पर देखा गया, जहां टीवी और ओटीटी के बीच की खाई को पाटने की कोशिश की गई। वैसे यह पहल मीडिया उपभोग के बदलते तरीकों को दर्शाती है, जहां दर्शक अब टीवी के अलावा स्मार्ट टीवी, स्ट्रीमिंग डिवाइसेज और ओटीटी ऐप्स पर भी न्यूज देखना पसंद कर रहे हैं।
इस सवाल का जवाब 'पूरी तरह नहीं' में है। 2025 में बड़े मीडिया हाउसों ने नए टीवी न्यूज चैनल लॉन्च करने के बजाय मौजूदा ब्रैंड्स के विस्तार, रिब्रैंडिंग और अंतरराष्ट्रीय डिस्ट्रीब्यूशन पर ज्यादा ध्यान दिया।
उदाहरण के तौर पर, Times Network ने अपने मौजूदा चैनलों ET NOW और Times Now Navbharat को कनाडा के Rogers Xfinity TV प्लेटफॉर्म पर लॉन्च किया। यह भारत में नया चैनल लॉन्च नहीं था, बल्कि भारतीय न्यूज ब्रैंड्स का अंतरराष्ट्रीय विस्तार माना गया।
ET NOW: यह बिजनेस और वित्तीय न्यूज पर केंद्रित चैनल है, जो भारतीय अर्थव्यवस्था, स्टार्टअप और मार्केट ट्रेंड पर गहराई से रिपोर्टिंग करता है।
Times Now Navbharat: हिंदी न्यूज चैनल है जो भारत और विश्वभर के मुद्दों पर हिंदी में रिपोर्टिंग देता है, खासकर प्रवासी भारतीय समुदाय को ध्यान में रखकर।
यह कदम भारतीय न्यूज मीडिया के वैश्विक विस्तार की ओर एक महत्वपूर्ण संकेत माना जा रहा है।
मीडिया विशेषज्ञों के अनुसार, 2025 में नए टीवी चैनल कम लॉन्च होने के पीछे कई वजहें रहीं—
बढ़ती लागत और सीमित विज्ञापन बाजार
दर्शकों का तेजी से डिजिटल प्लेटफॉर्म्स की ओर शिफ्ट होना
न्यूज चैनलों में पहले से मौजूद भारी प्रतिस्पर्धा
नियामकीय और लाइसेंसिंग प्रक्रियाओं की जटिलता
इन कारणों से कई मीडिया समूहों ने नया चैनल लॉन्च करने के बजाय डिजिटल विस्तार को प्राथमिकता दी।
2025 ने यह साफ संकेत दिया कि मीडिया का भविष्य तेजी से डिजिटल-फर्स्ट हो रहा है। नए प्रयोग टीवी स्क्रीन से ज्यादा मोबाइल, स्मार्ट टीवी और सोशल प्लेटफॉर्म्स पर केंद्रित रहे। इसी वजह से इस साल 'नए चैनल' से ज्यादा 'नए प्लेटफॉर्म' चर्चा में रहे।
कुल मिलाकर यह कहना गलत होगा कि 2025 में कोई चैनल लॉन्च ही नहीं हुआ। MKN News 24×7 जैसे नए टीवी चैनल सामने आए, वहीं NewsX World जैसे डिजिटल प्लेटफॉर्म्स ने न्यूज डिस्ट्रीब्यूशन के नए मॉडल पेश किए। हालांकि, यह भी उतना ही सच है कि 2025 पारंपरिक टीवी चैनलों के बड़े विस्तार का साल नहीं रहा, बल्कि यह डिजिटल ट्रांजिशन और कंसॉलिडेशन का वर्ष बनकर उभरा।
मीडिया इंडस्ट्री अब संख्या से ज्यादा प्लेटफॉर्म, टेक्नोलॉजी और ऑडियंस एंगेजमेंट पर फोकस करती नजर आ रही है।
नवंबर 2025 में अमेरिका में टीवी रेटिंग्स में स्ट्रीमिंग आधारित नेटवर्क्स का दबदबा देखा गया।
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समाचार4मीडिया ब्यूरो ।।
नवंबर 2025 में अमेरिका में टीवी रेटिंग्स में स्ट्रीमिंग आधारित नेटवर्क्स का दबदबा देखा गया। नीलसन की रिपोर्ट के अनुसार, Paramount ने इस महीने सबसे ज्यादा बढ़त हासिल की और कुल टीवी देखे जाने का 8.9% हिस्सा कब्जा किया। Paramount ने महीने-दर-महीने 0.7 शेयर पॉइंट बढ़ाए, जो पूरे साल की सबसे बड़ी बढ़त है। CBS और Paramount+ की बढ़त ने इस उछाल में अहम भूमिका निभाई।
Netflix ने भी अच्छा प्रदर्शन किया। इस महीने कुल टीवी देखे जाने का 8.3% हिस्सा Netflix ने हासिल किया, जिसमें महीने-दर-महीने 0.3 शेयर पॉइंट की बढ़त रही। इसका मुख्य कारण Stranger Things का नया सीजन था, जिसने नवंबर में लगभग 12 बिलियन मिनट का व्यूअरशिप जेनरेट किया। नए शोज जैसे The Beast in Me और Guillermo del Toro’s Frankenstein ने मिलकर लगभग 7 बिलियन मिनट का व्यूअरशिप जोड़ा।
लाइव स्पोर्ट्स और छुट्टियों के प्रोग्रामिंग ने भी रेटिंग्स में बड़ा योगदान दिया। NBCUniversal ने 7% बढ़त दर्ज की और उसका कुल टीवी शेयर 8.8% तक पहुंचा। Peacock स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म ने 22% की बढ़त हासिल की, NFL Sunday Night Football, Thanksgiving Day प्रोग्राम्स और All Her Fault जैसे शो की वजह से। नीलसन के अनुसार, Peacock ने गैर-ओलंपिक रिकॉर्ड बनाया और कुल टीवी देखे जाने का 1.9% हिस्सा हासिल किया।
शीर्ष पर YouTube ने अपना No.1 स्थान कायम रखा, जहां कुल टीवी देखे जाने का 12.9% हिस्सा रहा। Disney ने No.2 का स्थान बनाए रखा, लेकिन उसका हिस्सा 10.5% पर आ गया, जिसमें 0.9 पॉइंट की गिरावट हुई। नीलसन ने बताया कि Disney की गिरावट ABC और ESPN पर कम दर्शकों के कारण हुई, जो YouTube TV विवाद से जुड़ी थी।
FOX ने मिले-जुले परिणाम दिए। उसके ब्रॉडकास्ट चैनल्स में 22% महीने-दर-महीने बढ़त रही, मुख्य रूप से Thanksgiving Day NFL कवरेज और World Series की वजह से। लेकिन Fox News Channel और FS1 पर MLB पोस्टसीजन न होने की वजह से केबल रेटिंग्स प्रभावित हुई। कुल मिलाकर FOX का कुल टीवी शेयर 8.1% रहा।
IBDF के भीतर भी इस पर मतभेद हैं। कुछ ब्रॉडकास्टर्स इस बदलाव के खिलाफ हैं, जबकि कुछ इसे सही मानते हैं।
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समाचार4मीडिया ब्यूरो ।।
टीवी इंडस्ट्री में TRP मापने के तरीके को लेकर सरकार और ब्रॉडकास्टर्स के बीच विवाद बढ़ गया है। हाल ही में MIB (सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय) ने नवंबर 2025 में एक ड्राफ्ट पॉलिसी जारी की थी, जिसमें कहा गया कि अब टीवी चैनलों के “लैंडिंग पेज” पर आने वाले दर्शकों को TRP में नहीं गिना जाएगा। लैंडिंग पेज वो होता है जो टीवी या DTH चालू होते ही अपने आप खुलता है।
इसके बाद IBDF (Indian Broadcasting & Digital Foundation) ने मंत्रालय को इस मुद्दे पर कोई साफ जवाब नहीं दिया। सूत्रों के अनुसार, IBDF के भीतर भी इस पर मतभेद हैं। कुछ ब्रॉडकास्टर्स इस बदलाव के खिलाफ हैं, जबकि कुछ इसे सही मानते हैं। केवल दो ब्रॉडकास्टर्स ने इस पर लिखित राय दी, इसलिए IBDF ने बाकी ड्राफ्ट के पहलुओं पर प्रतिक्रिया दी लेकिन लैंडिंग पेज वाले सवाल से दूर ही रही।
सूत्रों के अनुसार सरकार ने TRP सिस्टम सुधारने के लिए नया फ्रेमवर्क तैयार कर लिया है। इस नए नियम के बाद BARC को कहा जाएगा कि वह लैंडिंग पेज पर आने वाले दर्शकों को TRP में न गिने।
इस बदलाव से टीवी इंडस्ट्री में बड़ा असर पड़ सकता है। लैंडिंग पेज पर अपने चैनल दिखाकर टीवी नेटवर्क अपनी रेटिंग बढ़ाते थे और विज्ञापन की कीमतें भी बढ़ती थीं। अब यह फायदा केवल मार्केटिंग तक सीमित रहेगा।
छोटे या क्षेत्रीय चैनलों को फायदा हो सकता है, क्योंकि अब रेटिंग केवल दर्शकों की पसंद और कंटेंट की ताकत से तय होगी, न कि पैसों से खरीदी गई ऑटो-प्ले विजिबिलिटी से। वहीं DTH और केबल ऑपरेटरों को भी अपने पैकेज और प्राइसिंग पर दोबारा सोचना पड़ेगा।
सरकार का मकसद साफ है कि TRP में केवल असली दर्शकों की पसंद गिनी जाएगी, ऑटो-प्ले से दिखाई गई चैनल विजिबिलिटी नहीं।
हालांकि इसे लागू करना आसान नहीं है। तकनीकी चुनौतियां हैं, क्योंकि हर घर और हर छोटे ऑपरेटर का डेटा सही तरीके से अलग करना मुश्किल है। लेकिन यह बदलाव इंडस्ट्री के लिए एक बड़ा संदेश है कि अब दर्शक की नजर और पसंद ही मायने रखेगी, न कि चैनल की ऑटो-प्ले विजिबिलिटी।
मीडिया इंडस्ट्री का चर्चित नाम कविता खंडेलवाल अब 'जी न्यूज' की रीजनल हेड बन गईं हैं। उन्होंने यह जानकारी अपने लिंक्डइन अकाउंट पर साझा की है।
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समाचार4मीडिया ब्यूरो ।।
मीडिया इंडस्ट्री का चर्चित नाम कविता खंडेलवाल अब 'जी न्यूज' की रीजनल हेड बन गईं हैं। उन्होंने यह जानकारी अपने लिंक्डइन अकाउंट पर साझा की है।
कविता ने लिखा, “मुझे यह बताते हुए खुशी हो रही है कि मैं 'जी न्यूज'में रीजनल हेड के रूप में नई भूमिका शुरू कर रही हूं। रिपब्लिक मीडिया में पांच यादगार साल पूरे हुए। अपने बॉस, सहकर्मियों और HR के सहयोग और सीख के लिए मैं आभारी हूं। अब जब मैं 'जी न्यूज' के साथ नई यात्रा शुरू कर रही हूं, तो इन अनुभवों को गर्व और कृतज्ञता के साथ आगे ले जा रही हूं।”
इस नियुक्ति से पहले, कविता रिपब्लिक वर्ल्ड में चीफ मार्केटिंग मैनेजर के पद पर कार्यरत थीं। उन्होंने 2021 में मार्केटिंग मैनेजर के रूप में संगठन में शामिल होकर चार साल से अधिक समय तक विभिन्न लीडरशिप रोल निभाए।
रिपब्लिक मीडिया से पहले, उन्होंने टुडे नेटवर्क लिमिटेड में डिप्टी मैनेजर‑सेल्स, दैनिक भास्कर ग्रुप में डिप्टी मैनेजर‑मार्केटिंग और दैनिक जागरण में असिस्टेंट मार्केटिंग मैनेजर के पद पर काम किया।
केंद्र सरकार ने लोकसभा में जानकारी दी है कि वह दूरदर्शन और आकाशवाणी को बेहतर कंटेंट, नई तकनीक और ज्यादा दर्शक तक पहुंचाने के लिए व्यापक आधुनिकीकरण योजना पर काम कर रही है।
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केंद्र सरकार ने लोकसभा में जानकारी दी है कि वह दूरदर्शन और आकाशवाणी को बेहतर कंटेंट, नई तकनीक और ज्यादा दर्शक तक पहुंचाने के लिए व्यापक आधुनिकीकरण की योजना पर काम कर रही है।
सूचना एवं प्रसारण राज्य मंत्री डॉ. एल. मुरुगन ने बताया कि यह सुधार Broadcasting Infrastructure and Network Development (BIND) योजना 2021–26 के तहत ₹2,539.61 करोड़ की राशि से किया जा रहा है। योजना के तहत पुरानी प्रणालियों को बदलना, स्टूडियो और ट्रांसमीटर अपग्रेड करना, कवरेज बढ़ाना और नई ब्रॉडकास्टिंग तकनीक अपनाना शामिल है।
कंटेंट सुधार के हिस्से के रूप में, 2024 में सरकार ने कंटेंट सोर्सिंग पॉलिसी को सरल किया ताकि प्रोग्राम जल्दी और ज्यादा लोगों से लिया जा सके। दूरदर्शन के क्षेत्रीय और राज्य केंद्र अब स्थानीय कलाकारों को शामिल कर क्षेत्रीय भाषाओं में प्रोग्राम बना रहे हैं। नेटवर्क के 66 प्रोग्राम प्रोडक्शन सेंटर में कलाकारों और असाइनियों के रेट भी बढ़ाए गए हैं ताकि बेहतर प्रतिभा आकर्षित हो सके।
सरकार ने लाइव कवरेज को भी बढ़ाया है, जैसे महाकुंभ 2025 (प्रयागराज), WAVES 2025 (मुंबई) और ISRO सैटेलाइट लॉन्च। कई दूरदर्शन चैनल अब High Definition में प्रसारित किए जा रहे हैं और डिजिटल प्लेटफॉर्म WAVES लॉन्च किया गया है, जिसमें DD चैनल और अन्य कंटेंट शामिल हैं। यह प्लेटफॉर्म ONAIR मोबाइल ऐप से भी जुड़ा हुआ है।
आकाशवाणी ने नई ऑडियो-विजुअल पॉडकास्ट श्रृंखलाएं शुरू की हैं, जैसे The Akashvani Podcast और Akashvani Originals। इसके साथ ही ऑफिस और क्लस्टर हेड्स के रोल स्पष्ट किए गए हैं, ताकि कंटेंट सुधार, मार्केट पहुंच और राजस्व बढ़ाने पर ध्यान दिया जा सके।
सरकार मोबाइल ऐप, OTT प्लेटफॉर्म और सोशल मीडिया जैसे विकल्पों का भी उपयोग कर रही है, साथ में मार्केटिंग और प्रचार को जोड़कर विज्ञापन राजस्व बढ़ाने के उपाय किए जा रहे हैं।
जानकारी के अनुसार, 2022–25 के बीच दूरदर्शन और आकाशवाणी ने ₹587.78 करोड़ की गैर-सरकारी विज्ञापन आय अर्जित की, जिससे यह स्पष्ट होता है कि सरकारी प्रसारण के साथ-साथ आय के स्रोत भी बढ़ाए जा रहे हैं।
इससे पहले, सितंबर 2025 में NDTV के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स ने Lifestyle & Media Broadcasting Limited (LMBL) से गुडटाइम्स चैनल खरीदने को मंजूरी दी थी।
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समाचार4मीडिया ब्यूरो ।।
न्यू दिल्ली टेलीविजन लिमिटेड (NDTV) ने 'गुडटाइम्स' (GoodTimes) चैनल के अधिग्रहण को लेकर बताया है कि यह सौदा अभी प्रक्रिया में है और अब इसे पूरा होने में करीब तीन महीने और लग सकते हैं।
इससे पहले, सितंबर 2025 में NDTV के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स ने Lifestyle & Media Broadcasting Limited (LMBL) से गुडटाइम्स चैनल खरीदने को मंजूरी दी थी। उस समय कंपनी ने कहा था कि यह डील लगभग तीन महीने में पूरी हो जाएगी। अब ताजा जानकारी में NDTV ने साफ किया है कि प्रक्रिया चल रही है, लेकिन कुछ मंजूरियों के कारण समय बढ़ गया है।
NDTV यह अधिग्रहण स्लंप सेल के जरिए कर रहा है, यानी चैनल को चलती हुई यूनिट के तौर पर खरीदा जाएगा। इसके लिए दोनों कंपनियों के बीच टर्म शीट साइन हो चुकी है और आगे बिजनेस ट्रांसफर एग्रीमेंट किया जा रहा है।
कंपनी के मुताबिक, यह सौदा अभी जरूरी कानूनी और नियामकीय मंजूरियों पर निर्भर है। साथ ही, कुछ सामान्य शर्तों को पूरा किया जाना बाकी है। इन सभी औपचारिकताओं के बाद ही इस अधिग्रहण को अंतिम रूप दिया जाएगा।
चूंकि LMBL, NDTV की जॉइंट वेंचर कंपनी है, इसलिए यह सौदा रिलेटेड पार्टी ट्रांजैक्शन की कैटेगरी में आता है। हालांकि NDTV ने साफ किया है कि यह डील पूरी तरह आर्म्स लेंथ बेसिस पर हो रही है और इसके लिए स्वतंत्र वैल्यूएशन भी कराया गया है।
गुडटाइम्स चैनल लाइफस्टाइल से जुड़ा चैनल है, जिसमें एंटरटेनमेंट, फैशन, फूड और ट्रैवल जैसे कंटेंट दिखाए जाते हैं। NDTV का कहना है कि इस अधिग्रहण से कंपनी की लाइफस्टाइल ब्रॉडकास्टिंग में मौजूदगी मजबूत होगी और बिजनेस को आगे बढ़ाने में मदद मिलेगी।
राज टेलीविजन नेटवर्क लिमिटेड ने हैदराबाद के जुबली हिल्स इलाके में स्थित अपनी एक प्रॉपर्टी को बेचने का फैसला किया है।
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समाचार4मीडिया ब्यूरो ।।
राज टेलीविजन नेटवर्क लिमिटेड ने हैदराबाद के जुबली हिल्स इलाके में स्थित अपनी एक प्रॉपर्टी को बेचने का फैसला किया है। इसके लिए कंपनी ने एक एग्रीमेंट भी कर लिया है। यह प्रॉपर्टी प्लॉट नंबर 656/1, रोड नंबर 34, जुबली हिल्स में स्थित है। बिक्री से जुड़ा यह एग्रीमेंट 18 दिसंबर 2025 को किया गया।
कंपनी के मुताबिक, इस प्रॉपर्टी की कुल बिक्री कीमत 22 करोड़ रुपये तय की गई है। एग्रीमेंट के समय कंपनी को 3 करोड़ रुपये मिल चुके हैं, जबकि 1 करोड़ रुपये का चेक 6 जनवरी 2026 की तारीख का है। बाकी 18 करोड़ रुपये की रकम सेल डीड के रजिस्ट्रेशन के समय मिलेगी।
कंपनी ने यह भी बताया कि यह प्रॉपर्टी पिछले वित्त वर्ष में कंपनी के टर्नओवर या आमदनी में कोई योगदान नहीं दे रही थी। इस सौदे को 30 जून 2026 तक पूरा किए जाने की उम्मीद है, जिस पर दोनों पक्षों की सहमति है।
इस प्रॉपर्टी की खरीदार रेयावरापु अमूल्या (Rayavarapu Amulya) हैं, जिनका कंपनी के प्रमोटर या प्रमोटर ग्रुप से कोई संबंध नहीं है। कंपनी ने साफ किया है कि यह सौदा रिलेटेड पार्टी ट्रांजैक्शन नहीं है।
राज टेलीविजन नेटवर्क ने यह भी बताया कि यह बिक्री किसी स्कीम ऑफ अरेंजमेंट के तहत नहीं हो रही है। इस प्रॉपर्टी को बेचने की मंजूरी कंपनी के शेयरहोल्डर्स ने 30 सितंबर 2025 को हुई 31वीं वार्षिक आम बैठक (AGM) में दी थी।
केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने संसद में बताया कि केरल के एक बड़े क्षेत्रीय टीवी न्यूज चैनल पर BARC (ब्रॉडकास्ट ऑडियंस रिसर्च काउंसिल) के कर्मचारी को रिश्वत देकर टीआरपी बढ़ाने का आरोप लगा है।
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समाचार4मीडिया ब्यूरो ।।
केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने संसद में बताया कि केरल के एक बड़े क्षेत्रीय टीवी न्यूज चैनल पर BARC (ब्रॉडकास्ट ऑडियंस रिसर्च काउंसिल) के कर्मचारी को रिश्वत देकर टीआरपी बढ़ाने का आरोप लगा है। इस पर मंत्रालय ने केरल पुलिस से प्रारंभिक रिपोर्ट मांगी है।
सूचना एवं प्रसारण राज्य मंत्री एल. मुरुगन ने लोकसभा में लिखित उत्तर में कहा कि मंत्रालय ने इस मामले की रिपोर्ट्स को गंभीरता से लिया है। आरोप हैं कि चैनल ने अवैध तरीके अपनाकर व्युरशिप बढ़ाने की कोशिश की और BARC कर्मचारी को पैसे दिए। मामले की जांच के लिए पुलिस से फॉरेंसिक ऑडिट की रिपोर्ट मांगी गई है।
भारत में टीवी रेटिंग्स 2014 की पॉलिसी गाइडलाइंस के तहत चलती हैं, जो पैनल होम्स की गोपनीयता और पारदर्शिता सुनिश्चित करती हैं। BARC इंडिया इस सिस्टम की मान्यता प्राप्त एकमात्र एजेंसी है। BARC ने हाल ही में कहा कि मामले की गंभीरता को देखते हुए उन्होंने तुरंत एक स्वतंत्र एजेंसी से फॉरेंसिक ऑडिट शुरू करवा दिया है।
मंत्रालय ने कहा कि यह मामला लगातार मॉनिटर किया जा रहा है और किसी भी तरह की हेरफेर को गंभीरता से लिया जाएगा। साथ ही, सरकार ने 2014 की पॉलिसी में बदलाव की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है, ताकि रेटिंग्स में पारदर्शिता और डेटा की सटीकता बढ़ाई जा सके।
मुरुगन ने बताया कि स्टेकहोल्डर्स की सलाह के बाद संशोधित मसौदा जारी किया गया है, जिससे रेटिंग एजेंसियों में निष्पक्ष प्रतिस्पर्धा बनी रहे और बदलते मीडिया पैटर्न का सही अंदाजा लगाया जा सके।
इस समय मंत्रालय ने चैनल या BARC कर्मचारियों के खिलाफ कोई कार्रवाई करने पर टिप्पणी नहीं की है, लेकिन केरल पुलिस की जांच पूरी होने तक मामला निगरानी में रहेगा।