उन्होंने पिछले साल जून में ही यहां जॉइन किया था। इससे पहले राहुल महाजन दूरदर्शन में कंटेंट ऑपरेशन के हेड थे।
हिंदी न्यूज चैनल ‘इंडिया डेली 24*7’ में एडिटर-इन-चीफ राहुल महाजन ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने पिछले साल जून में ही यहां जॉइन किया था। राहुल महाजन ने इस्तीफा क्यों दिया और उनका अगला कदम क्या होगा, फिलहाल इस बारे में पता नहीं चल सका है।
बता दें कि इससे पहले राहुल महाजन दूरदर्शन में कंटेंट ऑपरेशन के हेड थे। उन्हें सितंबर 2020 में इस पद की जिम्मेदारी सौंपी गई थी, जबकि इसके पूर्व वह ‘राज्यसभा टीवी’ (RSTV) के एडिटर-इन-चीफ थे।
राहुल महाजन को मीडिया के क्षेत्र में काम करने का तीन दशकों से भी ज्यादा का अनुभव है। इनमें से 25 साल उन्होंने अलग-अलग मीडिया संस्थानों में काम किया है। वह प्रसार भारती में कंसल्टिंग एडिटर भी रह चुके हैं। राहुल महाजन लगभग करीब 12 साल तक संसद को कवर कर चुके हैं।
शिमला के रहने वाले राहुल महाजन ने हिमाचल यूनिवर्सिटी से पढ़ाई की है। उन्होंने ‘इंडियन एक्सप्रेस’ से अपने करियर की शुरुआत की थी। इसके बाद ‘जी न्यूज’, ‘आजतक’, ‘स्टार न्यूज’, व ‘न्यूज24’ जैसे प्रतिष्ठित न्यूज चैनल्स में भी उन्होंने अपनी भूमिका निभाई है।
‘इंडिया डेली 24*7’ से विदाई के मौके पर राहुल महाजन को चैनल की ओर से शानदार फेयरवेल पार्टी भी दी गई। इस मौके की चुनिंदा तस्वीरें आप यहां देख सकते हैं।
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टीवी टुडे नेटवर्क से खबर है कि यहां गौरव वर्मा को प्रतिष्ठित हिंदी न्यूज चैनल 'आजतक' का चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर (COO) नियुक्त किया गया है।
टीवी टुडे नेटवर्क से खबर है कि यहां गौरव वर्मा को प्रतिष्ठित हिंदी न्यूज चैनल 'आजतक' का चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर (COO) नियुक्त किया गया है। कंपनी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स ने उनके प्रमोशन को मंजूरी दी है। यह नियुक्ति 16 मई 2025 से प्रभावी होगी। इस नई भूमिका के साथ गौरव वर्मा अब कंपनी के सीनियर मैनेजमेंट पर्सनेल में भी शामिल हो गए हैं।
गौरव वर्मा को मीडिया इंडस्ट्री में दो दशक से अधिक का नेतृत्व अनुभव है। फिलहाल वे टीवी टुडे नेटवर्क के ही एक अन्य लोकप्रिय डिजिटल ब्रैंड ‘लल्लनटॉप’ में सीओओ की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं।
इससे पहले वे टाइम्स नेटवर्क और जी मीडिया में चीफ रेवेन्यू ऑफिसर के तौर पर काम कर चुके हैं, जहां उन्होंने बाजार में नेटवर्क की पकड़ को मजबूत किया और प्रभावी सेल्स टीमें तैयार कीं। टीवी टुडे नेटवर्क के साथ उनका पहले भी जुड़ाव रहा है, जब उन्होंने सेल्स के वाइस प्रेजिडेंट रूप में 'आजतक' और तेज जैसे अहम ब्रैंड्स की रेवेन्यू रणनीति का नेतृत्व किया था।
गौरव ने अपने करियर में CNBC-TV18, इंडिया टुडे और बिजनेस स्टैंडर्ड जैसे प्रतिष्ठित मीडिया संस्थानों में भी वरिष्ठ भूमिकाएं निभाई हैं। उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय से कॉमर्स में स्नातक की डिग्री हासिल की है, साथ ही एनआईएस से सेल्स एंड मार्केटिंग में डिप्लोमा और आईएसबी से एग्जिक्यूटिव एक्सीलेंस प्रोग्राम भी पूरा किया है।
गौरव वर्मा की यह नियुक्ति 'आजतक' के संचालन और व्यवसायिक दिशा को और मजबूती देगी, खासकर ऐसे वक्त में जब डिजिटल और टेलीविजन न्यूज, दोनों में प्रतिस्पर्धा बेहद तेज है।
डीडी फ्री डिश के खाली पड़े MPEG-2 स्लॉट्स की 87वीं ई-नीलामी के लिए प्रसार भारती ने आवेदन जमा करने की समय सीमा बढ़ा दी है।
डीडी फ्री डिश के खाली पड़े MPEG-2 स्लॉट्स की 87वीं ई-नीलामी के लिए प्रसार भारती ने आवेदन जमा करने की समय सीमा बढ़ा दी है। अब ब्रॉडकास्टर्स 15 मई 2025 को दोपहर 3 बजे तक आवेदन कर सकते हैं। ये स्लॉट्स 28 मई 2025 से 31 मार्च 2026 तक वैध रहेंगे। नीलामी की प्रक्रिया फिलहाल 19 मई 2025, सोमवार को ऑनलाइन माध्यम से आयोजित होने की संभावना है।
नीलामी छह चरणों में होगी और प्रत्येक चरण में रिजर्व प्राइस और पात्रता मानदंड चैनल बकेट्स के आधार पर तय किए गए हैं।
पहले राउंड में सभी बकेट्स- A+, A, B, C, D और R के चैनल भाग ले सकते हैं और इसकी शुरुआती कीमत ₹13.75 करोड़ रखी गई है।
दूसरे चरण की बोली ₹10.96 करोड़ से शुरू होगी जिसमें A+ को छोड़ बाकी सभी बकेट्स के चैनल शामिल हो सकेंगे।
तीसरे राउंड में ₹9.32 करोड़ की रिजर्व प्राइस रखी गई है और इसमें B, C, D और R बकेट्स को शामिल किया गया है।
चौथे चरण की बोली ₹6.83 करोड़ से शुरू होगी और इसमें केवल C, D और R बकेट्स के चैनल पात्र होंगे।
पांचवें चरण में ₹5.94 करोड़ की शुरुआती राशि रखी गई है, जिसमें D और R बकेट्स के चैनल भाग ले सकेंगे।
इसके बाद अंतिम यानी छठे राउंड की नीलामी केवल R बकेट के चैनलों के लिए होगी, जिसकी आरंभिक कीमत ₹2.53 करोड़ तय की गई है।
प्रसार भारती ने यह भी स्पष्ट किया है कि 29 अप्रैल 2025 को जारी पूर्व सूचना में उल्लिखित अन्य सभी शर्तें पहले की तरह ही लागू रहेंगी।
इस बारे में सुधीर चौधरी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ (X) पर इसके बारे में खुद जानकारी दी है।
जाने-माने पत्रकार सुधीर चौधरी जल्द ही डीडी न्यूज पर अपना कार्यक्रम ‘DECODE’ लेकर आ रहे हैं। इस बारे में सुधीर चौधरी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ (X) पर इसके बारे में खुद जानकारी दी है।
सुधीर चौधरी का कहना है कि 'DECODE' शो के माध्यम से वह खबरों को डिकोड करने और उनके पीछे की सच्चाई को सामने लाने का प्रयास करेंगे। इस शो में खबरों की गहराई से पड़ताल और विश्वसनीय विश्लेषण पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।
यह शो सोमवार से शुक्रवार तक रात 9 बजे प्राइम टाइम पर प्रसारित होगा।
अपनी पोस्ट में सुधीर चौधरी ने लिखा, 'खबरों की विश्वसनीयता और विश्लेषण चाहिए, जल्द DD News सुधीर चौधरी के साथ DECODE देखिए।' गौरतलब है कि हाल ही में सुधीर चौधरी ने दूरदर्शन न्यूज में कंसल्टिंग एडिटर के तौर पर नई भूमिका संभाली है।
खबरों की विश्वसनीयता और विश्लेषण चाहिए
— डीडी न्यूज़ (@DDNewsHindi) May 12, 2025
जल्द DD News सुधीर चौधरी के साथ DECODE देखिए@sudhirchaudhary pic.twitter.com/E0E54jjz9e
‘न्यूज ब्रॉडकास्टर्स फेडरेशन’ का कहना है कि इस तरह के शब्द अनावश्यक डर पैदा कर सकते हैं, स्थिति को गलत तरीके से पेश कर सकते हैं और सनसनीखेज पत्रकारिता का रूप ले सकते हैं।
पत्रकारिता में जिम्मेदारी और सटीकता को बढ़ावा देने के लिए ‘न्यूज ब्रॉडकास्टर्स फेडरेशन’ (NBF) ने सभी मीडिया संस्थानों के संपादकों को सलाह दी है कि वे अपनी खबरों में ‘युद्ध शुरू’ (war breaking) जैसे शब्दों का इस्तेमाल हेडलाइन, कैप्शन या ऑन-स्क्रीन ग्राफिक्स में न करें।
‘न्यूज ब्रॉडकास्टर्स फेडरेशन’ का कहना है कि इस तरह के शब्द अनावश्यक डर पैदा कर सकते हैं, स्थिति को गलत तरीके से पेश कर सकते हैं और सनसनीखेज पत्रकारिता का रूप ले सकते हैं। खास तौर पर राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े संवेदनशील मामलों में ऐसी भाषा सही नहीं मानी जाती।
फेडरेशन ने मीडिया प्रतिष्ठानों से अपील की है कि वे खबरों को प्रस्तुत करते समय सावधानी बरतें और ऐसी भाषा का उपयोग करें जो जनता में भ्रम या घबराहट न फैलाए। सभी कैप्शन और ग्राफिक्स को संयमित, तथ्यपरक और आधिकारिक जानकारी के अनुरूप रखें।
रक्षा मंत्रालय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ (X) पर अपनी एक पोस्ट में गंभीर राष्ट्रीय सुरक्षा चिंताओं और ऐसी रिपोर्टिंग से जीवन को होने वाले खतरे को रेखांकित किया है।
रक्षा मंत्रालय ने मीडिया चैनल्स, डिजिटल प्लेटफॉर्म्स और लोगों से रक्षा अभियानों व सुरक्षा बलों की गतिविधियों की लाइव या रियल-टाइम कवरेज से बचने की अपील की है। मंत्रालय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ (X) पर अपनी एक पोस्ट में गंभीर राष्ट्रीय सुरक्षा चिंताओं और ऐसी रिपोर्टिंग से जीवन को होने वाले खतरे को रेखांकित किया है।
अपने ट्वीट में मंत्रालय ने कर्गिल युद्ध, 26/11 मुंबई हमले और कंधार अपहरण कांड जैसी पिछले घटनाओं का हवाला दिया, जहां समय से पहले या अनियंत्रित कवरेज ने ऑपरेशनल प्रभावशीलता को प्रभावित किया।
मंत्रालय ने अपने ट्वीट में कहा है, ‘सभी मीडिया चैनल्स, डिजिटल प्लेटफॉर्म्स और लोगों से रक्षा अभियानों व सुरक्षा बलों की गतिविधियों की लाइव कवरेज या रियल-टाइम रिपोर्टिंग से बचने की सलाह दी जाती है। ऐसी संवेदनशील या स्रोत-आधारित जानकारी का खुलासा ऑपरेशनल प्रभावशीलता को खतरे में डाल सकता है और जीवन को खतरा पैदा कर सकता है। कर्गिल युद्ध, 26/11 हमले और कंधार अपहरण जैसे पिछले घटनाएं समय से पहले की रिपोर्टिंग के जोखिमों को रेखांकित करती हैं।’
मंत्रालय ने 2021 के केबल टेलीविजन नेटवर्क (संशोधन) नियमों के खंड 6(1)(p) का भी हवाला दिया, जिसमें कहा गया है कि आतंकवाद-रोधी अभियानों के दौरान केवल नामित अधिकारियों द्वारा आवधिक ब्रीफिंग की अनुमति है। सभी स्टेकहोल्डर्स (हितधारकों) से राष्ट्र की सेवा में उच्चतम मानकों को बनाए रखते हुए कवरेज में सतर्कता, संवेदनशीलता और जिम्मेदारी बरतने की अपील की गई है।
All media channels, digital platforms and individuals are advised to refrain from live coverage or real-time reporting of defence operations and movement of security forces. Disclosure of such sensitive or source-based information may jeopardize operational effectiveness and…
— Ministry of Defence, Government of India (@SpokespersonMoD) May 9, 2025
वित्त वर्ष 2024-25 के नतीजों ने भारत के तीन प्रमुख टेलीविजन समाचार नेटवर्क- NDTV, Zee Media और Network18 की वित्तीय स्थिति की जटिल तस्वीर पेश की है।
चहनीत कौर, सीनियर कॉरेस्पोंडेंट, एक्सचेंज4मीडिया ।।
वित्त वर्ष 2024-25 के नतीजों ने भारत के तीन प्रमुख टेलीविजन समाचार नेटवर्क- NDTV, Zee Media और Network18 की वित्तीय स्थिति की जटिल तस्वीर पेश की है। NDTV ने जहां रणनीतिक विस्तार के दम पर राजस्व में उल्लेखनीय बढ़ोतरी दर्ज की, वहीं Zee Media और Network18 को टॉपलाइन में गिरावट का सामना करना पड़ा। हालांकि, तीनों कंपनियां घाटे में और गहराई तक फिसलती दिखीं, जो टेलीविजन न्यूज बिजनेस में मौजूदा चुनौतीपूर्ण माहौल और विज्ञापन से जुड़ी बदली प्रवृत्तियों की ओर इशारा करता है।
NDTV ने बढ़ाया राजस्व, लेकिन घाटा भी गहराया
NDTV ने संचालन से प्राप्त राजस्व में 25% से अधिक की बढ़ोतरी दर्ज की—FY24 में 370.01 करोड़ रुपये से बढ़कर FY25 में यह आंकड़ा 465.03 करोड़ रुपये हो गया। कुल राजस्व FY25 में 472.18 करोड़ रुपये पहुंचा, जो पिछले साल के 392.72 करोड़ रुपये की तुलना में 20.2% अधिक है। यह बढ़त NDTV के क्षेत्रीय और वैश्विक विस्तार की रणनीति का परिणाम है। इस दौरान NDTV Marathi और NDTV World की लॉन्चिंग के साथ-साथ NDTV World Summit जैसे इनिशिएटिव्स शुरू किए गए।
हालांकि, ये निवेश NDTV को शॉर्ट टर्म में भारी पड़े। कंपनी ने FY25 में 218.01 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा दर्ज किया, जो पिछले साल के 21.35 करोड़ रुपये से कई गुना अधिक है। NDTV के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर और एडिटर-इन-चीफ संजय पुगलिया ने कहा, “यह साल हमारे लिए दूरदर्शी निवेशों का वर्ष था। हमने भविष्य के लिए नींव रखी है।”
Zee Media को मामूली गिरावट, घाटा बढ़ा
Zee Media का संचालन से राजस्व 2.6% गिरकर 621.91 करोड़ रुपये रहा, जो FY24 में 638.29 करोड़ रुपये था। विज्ञापन से आय में 3.8% की गिरावट आई, जबकि सब्सक्रिप्शन से आय 16.4% बढ़कर 44.73 करोड़ रुपये हो गई। कुल राजस्व FY25 में घटकर 632.97 करोड़ रुपये रह गया, जो एक साल पहले 663.03 करोड़ रुपये था। शुद्ध घाटा 98.43 करोड़ रुपये से बढ़कर 119.42 करोड़ रुपये हो गया।
Network18 को सबसे बड़ी गिरावट, घाटा 1700 करोड़ पार
Network18 को इस साल सबसे बड़ी गिरावट का सामना करना पड़ा। संचालन से प्राप्त राजस्व 25.9% गिरकर 6,887.92 करोड़ रुपये रह गया, जो पिछले साल 9,297.45 करोड़ रुपये था। हालांकि, कंपनी ने अपने न्यूज बिजनेस का राजस्व 4.3% बढ़ाकर 1,896 करोड़ रुपये बताया—जो बेहतर व्यूअरशिप शेयर और एड प्राइसिंग से संभव हुआ। कंपनी ने बताया कि EBITDA में मामूली सुधार हुआ है, क्योंकि ऑपरेशनल कॉस्ट में सिर्फ 3.5% की वृद्धि हुई।
फिर भी, Network18 का घाटा 324.59 करोड़ रुपये से बढ़कर 1,776.67 करोड़ रुपये पहुंच गया। चेयरमैन अदिल जैनुलभाई ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “हम देश के सबसे बड़े न्यूज नेटवर्क के रूप में दर्शकों की पहुंच, भाषा विविधता और व्यूअरशिप में मजबूती के साथ इस साल का अंत कर रहे हैं। हम लंबी अवधि में ग्रोथ को लेकर आश्वस्त हैं।”
आगे क्या?
FY25 के नतीजे स्पष्ट करते हैं कि भारत के टेलीविजन न्यूज नेटवर्क अभी भी अस्थिर बाजार परिस्थितियों से जूझ रहे हैं। NDTV ने जहां आक्रामक विस्तार से राजस्व बढ़ाया, वहीं उसका घाटा भी उतना ही बड़ा रहा। दूसरी ओर, Zee Media और Network18 ने घटती विज्ञापन आय और मंद होती मोनेटाइजेशन साइकल के बीच दबाव महसूस किया।
डिजिटल बदलावों की तेज रफ्तार और उपभोक्ता व्यवहार में बदलाव के इस दौर में, आने वाला वित्तीय वर्ष पारंपरिक न्यूज ब्रॉडकास्टर्स की लचीलापन और नवाचार क्षमता की असली परीक्षा साबित होगा।
कामकाज और खबरों की तालमेल को बेहतर बनाने के लिए इंडिया टुडे ग्रुप ने अपनी इनपुट टीम में बदलाव किया है।
कामकाज और खबरों की तालमेल को बेहतर बनाने के लिए इंडिया टुडे ग्रुप ने अपनी इनपुट टीम में बदलाव किया है। शेखर, सीमा और पार्था की टीम, जिसे ग्रुप में “इनपुट न्यूज टरबाइन का शानदार ट्रिपल इंजन” कहा जाता है, अब अंतरिम रूप से सुप्रिय प्रसाद को रिपोर्ट करेगी।
यह बदलाव इंडिया टुडे ग्रुप की वाइस चेयरपर्सन कली पुरी की ओर से एक आंतरिक संदेश के जरिए साझा किया गया, जिसमें सुप्रिय प्रसाद को न्यूजरूम का “नींव का पत्थर” बताते हुए उनके अडिग विजन और अजेय जज्बे की सराहना की गई। पुरी ने उम्मीद जताई कि इस नई व्यवस्था से नेटवर्क में समन्वय और कार्यकुशलता दोनों में बढ़ोतरी होगी।
ग्रुप के भीतर यह संपादकीय बदलाव उस बड़े ट्रांजिशन का हिस्सा है, जिसमें AI आधारित वर्कफ्लो को प्राथमिकता दी जा रही है। कली पुरी के मुताबिक, “हम हमेशा से तेजी से ढलने वाले संगठन रहे हैं और मौजूदा वक्त की यही सबसे बड़ी जरूरत भी है।”
केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण और संसदीय कार्य राज्य मंत्री डॉ. एल. मुरुगन ने WAVES समिट के मंच से ‘स्टैटिस्टिकल हैंडबुक 2024–25’ का अनावरण किया।
केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण और संसदीय कार्य राज्य मंत्री डॉ. एल. मुरुगन ने WAVES समिट के मंच से ‘स्टैटिस्टिकल हैंडबुक 2024–25’ का अनावरण किया। यह रिपोर्ट भारत में बदलते मीडिया और ब्रॉडकास्टिंग इकोसिस्टम की एक व्यापक तस्वीर पेश करती है, जिसमें डिजिटल पहुंच, पारंपरिक मीडिया, कंटेंट निर्माण और बुनियादी ढांचे में हो रही तेज़ प्रगति के आंकड़े दर्ज हैं।
रिपोर्ट के अनुसार, देश की Direct-to-Home (DTH) सेवाएं अब 100% भौगोलिक क्षेत्र तक पहुंच चुकी हैं। प्रसार भारती के DD FreeDish प्लेटफॉर्म ने 2004 में सिर्फ 33 चैनलों से शुरुआत की थी, जो अब 2024–25 तक बढ़कर 381 चैनल हो चुके हैं। इससे ग्रामीण और पिछड़े क्षेत्रों में भी सूचना और मनोरंजन की पहुंच सुनिश्चित हुई है।
रिपोर्ट बताती है कि ऑल इंडिया रेडियो (AIR) अब भारत की 98% आबादी तक अपनी पहुंच बना चुका है। साल 2000 में AIR के जहां 198 स्टेशन थे, वहीं 2025 तक यह संख्या 591 तक पहुंच गई है।
वहीं, निजी सैटेलाइट चैनलों की संख्या 2004-05 में 130 थी, जो 2024–25 में बढ़कर 908 हो गई है। निजी एफएम स्टेशन भी 2001 के सिर्फ 4 स्टेशन से बढ़कर अब 388 स्टेशन तक पहुंच चुके हैं।
कम्युनिटी रेडियो स्टेशनों (CRS) की संख्या 2005 में जहां 15 थी, वहीं 2025 में यह बढ़कर 531 हो गई है। यह स्थानीय समुदायों की भागीदारी और हाइपर-लोकल कंटेंट को बढ़ावा दे रहा है।
प्रेस रजिस्ट्रार जनरल ऑफ इंडिया (PRGI) के अनुसार, भारत में रजिस्टर्ड प्रकाशनों की संख्या 1957 में 5,932 थी, जो 2024–25 में बढ़कर 1,54,523 हो गई है, और यह 4.99% की CAGR दर से बढ़ी है। इस दौरान पब्लिकेशंस डिवीजन ने बच्चों की किताबों, विज्ञान, इतिहास, पर्यावरण और जीवनी जैसे विषयों पर 130 पुस्तकें प्रकाशित कीं।
भारतीय फीचर फिल्मों का निर्माण भी तेज़ी से बढ़ा है। 1983 में 741 फिल्मों को सर्टिफिकेशन मिला था, जो 2024–25 में बढ़कर 3,455 हो गया है। अब तक भारत में कुल 69,113 फिल्मों को प्रमाणित किया जा चुका है। रिपोर्ट में फिल्म पुरस्कारों, अंतरराष्ट्रीय फिल्म समारोहों और NFDC द्वारा निर्मित डॉक्युमेंट्रीज़ का भी जिक्र है।
रिपोर्ट में WAVES OTT प्लेटफॉर्म, इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ क्रिएटिव टेक्नोलॉजीज़ (IICT) और Create in India Challenge (CIC) जैसे डिजिटल पहलों को भी शामिल किया गया है, जिनका उद्देश्य डिजिटल क्रिएटर्स और मीडिया एंटरप्रेन्योर्स को बढ़ावा देना है।
मंत्रालय ने कंटेंट लाइसेंसिंग और प्रॉडक्शन से जुड़ी प्रक्रियाओं को सरल बनाते हुए कई सुधार किए हैं। साथ ही, मीडिया वर्कफोर्स को भविष्य की ज़रूरतों के लिए तैयार करने के उद्देश्य से स्किलिंग और कैपेसिटी बिल्डिंग कार्यक्रमों को भी बड़े स्तर पर विस्तार दिया गया है।
इस शो का प्रसारण पांच मई की रात नौ बजे से शुरू होगा और इसे जाने-माने एंकर सचिन अरोड़ा होस्ट करेंगे।
देश के प्रतिष्ठित न्यूज चैनल्स में शुमार ‘न्यूज24’ (News24) पांच मई से नया प्राइम टाइम शो ‘जो कहेंगे सच कहेंगे’ (Jo Kahenge Sach Kahenge) लेकर आ रहा है। इस शो का प्रसारण रात नौ बजे से शुरू होगा और इसे जाने-माने एंकर सचिन अरोड़ा होस्ट करेंगे।
चैनल के अनुसार, ऐसे समय में जब समाचारों की विश्वसनीयता सवालों के घेरे में है, यह कार्यक्रम ‘न्यूज24’ की मूल विचारधारा ‘निष्पक्ष न्यूज’ – यानी निष्पक्ष पत्रकारिता– की प्रतिबद्धता को दोहराएगा। ‘जो कहेंगे सच कहेंगे’ केवल एक कार्यक्रम नहीं, बल्कि एक सैद्धांतिक रुख है। तीखी संपादकीय दृष्टि और निर्भीक कहानी कहने की शैली के साथ, सचिन अरोड़ा दिन की सबसे अहम घटनाओं पर चर्चा करेंगे, सत्ता में बैठे लोगों से सवाल पूछेंगे और सच्चाई तथा झूठ के बीच की रेखा स्पष्ट करेंगे।
नए शो को लेकर ‘न्यूज24’ की चेयरपर्सन और एडिटर-इन-चीफ अनुराधा प्रसाद का कहना है, ‘आज जब खबरों की दिशा अक्सर पक्षपात और ध्रुवीकरण तय करते हैं, ऐसे वक्त में हमारी सबसे बड़ी जिम्मेदारी है– सच्चाई को बिना किसी पक्ष के सामने लाना। यह शो निष्पक्षता और जनहित की भावना से प्रेरित है और आज के भ्रमित करने वाले समाचार माहौल में स्पष्टता की तलाश करने वाले दर्शकों के लिए एक भरोसेमंद मंच बनने जा रहा है। ‘जो कहेंगे सच कहेंगे’ हमारे मूल विश्वास यानी निष्पक्ष न्यूज में निहित है। सचिन अरोड़ा इस बेखौफ और निष्पक्ष पत्रकारिता की भावना के सच्चे प्रतिनिधि हैं।’
वहीं, ‘न्यूज24’ के नेशनल सेल्स हेड अमित सेठी का इस बारे में कहना है, ’आज के मीडिया परिदृश्य में प्रामाणिकता ही न सिर्फ दर्शकों के बीच, बल्कि ब्रैंड्स के लिए भी सहभागिता को बढ़ाती है और विश्वसनीयता ही विश्वास कायम करती है। ‘जो कहेंगे सच कहेंगे’ उन मूल्यों यानी ईमानदारी, प्रासंगिकता और दर्शकों से गहरा जुड़ाव, के साथ जुड़ा है, जिन्हें विज्ञापनदाता अब ज्यादा से ज्यादा महत्व दे रहे हैं। व्यावसायिक दृष्टिकोण से यह शो चैनल के प्राइम टाइम स्लॉट को और भी मजबूत बनाएगा है और हमारे भागीदारों को एक प्रीमियम, भरोसेमंद माहौल में बेहतरीन वैल्यू प्रदान करेगा।’
चैनल की ओर से इस शो को लेकर एक प्रोमो भी जारी किया गया है, जिसे आप यहां देख सकते हैं।
लगातार एक महीने से इंडिया टुडे ग्रुप में जिस आंतरिक हलचल की चर्चा मीडिया गलियारों में थी, उसका आखिरकार औपचारिक निष्कर्ष सामने आ गया है।
पिछले एक महीने से इंडिया टुडे ग्रुप में जिस अंदरूनी हलचल की गूंज मीडिया गलियारों में लगातार सुनाई दे रही थी, उसका आधिकारिक रूप से पटाक्षेप हो गया है। ग्रुप की वाइस चेयरपर्सन और एग्जिक्यूटिव एडिटर-इन-चीफ कली पुरी ने हाल ही में एक महत्वपूर्ण संगठनात्मक बदलाव को हरी झंडी दी है, यानी एक ऐसा फैसला जो न सिर्फ नेटवर्क के तीनों चैनलों की दिशा और रणनीति को स्पष्ट करेगा, बल्कि नेतृत्व की संरचना में भी स्थायित्व और पारदर्शिता लाएगा।
टीवी टुडे नेटवर्क में न्यूज डायरेक्टर रहे राहुल कंवल अब NDTV की ओर रुख कर चुके हैं। उनके इस कदम के बाद ग्रुप ने वरिष्ठ पत्रकार सुप्रिय प्रसाद को तीनों चैनलों- 'आजतक', 'इंडिया टुडे' और 'गुड न्यूज टुडे' की आउटपुट के साथ-साथ इनपुट की भी जिम्मेदारी सौंप दी है। पहले वे सिर्फ न्यूज डायरेक्टर के रूप में आउटपुट देख रहे थे, लेकिन अब असाइनमेंट से लेकर रिपोर्टिंग की सीधी जिम्मेदारी भी उन्हीं के पास होगी। 'समाचार4मीडिया' से बातचीत में खुद उन्होंने इस बात की पुष्टि की है।
सुप्रिय प्रसाद का ‘आजतक’ के साथ जुड़ाव 1995 से है। तीन दशकों में उन्होंने जिस तरह से चैनल की पहचान गढ़ी है, उससे ग्रुप का भरोसा भी उन पर लगातार गहरा होता गया है।
वहीं, वर्तमान में नोटिस पीरियड पर चल रहे राहुल कंवल को लेकर 'समाचार4मीडिया' ने सबसे पहले यह खबर ब्रेक की थी कि वह NDTV में एक बड़ी भूमिका निभाने जा रहे हैं। 25 अप्रैल को NDTV के बोर्ड की बैठक में उन्हें सीईओ व एडिटर-इन-चीफ नियुक्त करने का निर्णय लिया गया, जो 16 जून 2025 से प्रभावी हो सकता है। हालांकि इसकी अंतिम मुहर सूचना और प्रसारण मंत्रालय से लगनी बाकी है।
यहां पढ़ें: राहुल कंवल बनेंगे NDTV के नए CEO व एडिटर-इन-चीफ, 16 जून से संभाल सकते हैं जिम्मेदारी
राहुल, जो 25 वर्षों से अधिक समय से पत्रकारिता में सक्रिय हैं, इंडिया टुडे के चर्चित शो 'न्यूजट्रैक' और ‘जब वी मेट’ जैसे कार्यक्रमों से दर्शकों के बीच खास पहचान बना चुके हैं। NDTV में यह नई शुरुआत उनके लिए एक नई ऊंचाई साबित हो सकती है।