लाइव टीवी शो में मंत्री ने बूट दिखाकर नवाज शरीफ पर निशाना साधा, जिसके बाद इस शर्मनाक हरकत को लेकर पाकिस्तान इलेक्ट्रॉनिक मीडिया नियामक प्राधिकरण (पेमरा) ने कड़ा एक्शन लिया है।
पाकिस्तान के न्यूज चैनलों की अजीबोगरीब हरकतें अकसर सोशल मीडिया पर वायरल होती रहती हैं। इस बार इमराम खान के सरकार में जल संसाधन मंत्री फैसल वावदा का एक विडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें वह एक लाइव टीवी शो में फौजी बूट दिखाते नजर आ रहे हैं। इस लाइव टीवी शो में वावदा ने बूट दिखाकर पाक के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ पर निशाना साधा है। हालांकि सोशल मीडिया पर इस शर्मनाक हरकत के वायरल होने के बाद पाकिस्तान इलेक्ट्रॉनिक मीडिया नियामक प्राधिकरण (पेमरा) ने कड़ा एक्शन लिया है। पेमरा ने टेलिविजन टॉक शो व होस्ट को दो महीने के लिए प्रतिबंधित कर दिया है।
पाकिस्तान इलेक्ट्रॉनिक मीडिया नियामक प्राधिकरण के मुताबिक उनके खिलाफ एक्शन इसलिए लिया गया क्योंकि उन्होंने टीवी शो ‘ऑफ द रिकॉर्ड’ में अनैतिक कार्यों के प्रदर्शन की अनुमति दी।
PEMRA Bans programme " OFF THE RECORD" on ARY News for 60 days. pic.twitter.com/TuknaIlzWn
— Report PEMRA (@reportpemra) January 15, 2020
वहीं, जवाब में काशिफ अब्बासी का कहना है कि पेमरा ने उन पर जो प्रतिबंध लगाया है, वह ‘फ्रीडम ऑफ स्पीच’, अनुच्छेद 19 के खिलाफ है।
Journalists strongly condemn PEMRA ban as it is ‘dictatorial’
— Kashif Abbasi (@Kashifabbasiary) October 28, 2019
And we will resist any move to gag Press, #mediacurbsNoMore pic.twitter.com/XCrrleFGgx
दरअसल हुआ यूं कि मंगलवार को पाकिस्तान के चैनल ‘एआरवाई न्यूज’ (ARY News) पर सीनियर एंकर काशिफ अब्बासी टॉक शो ‘ऑफ द रिकॉर्ड’ को होस्ट कर रहे थे। यह शो पाकिस्तान में आर्मी एक्ट संशोधन कानून को लेकर था। इस कानून के जरिए पाक आर्मी चीफ कमर जावेद बाजवा का कार्यकाल तीन साल बढ़ाया गया है।
इस शो के गेस्ट थे- संघीय जल संसाधन मंत्री फैसल वावदा, पीपीपी के वरिष्ठ नेता कमर जमान कैरा और पीएमएल-एन सीनेटर जावेद अब्बासी। टीवी शो में फैसल वावदा ने नवाज शरीफ और उनकी पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि बेशर्म लोग किसी भी हद तक जा सकते हैं। हालांकि इसके बाद तीनों नेताओं के बीच विवाद बढ़ा, तो फैसल वावदा ने फौजी जूता निकाल लिया और टेबल पर रखते हुए कहा, 'अपने चोर (नवाज शरीफ) को बचाने और देश से भगाने के लिए आप लोग किसी भी हद तक जा सकते हैं।'
उन्होंने आगे कहा, 'आपने जो लेटकर, चूमकर बूट को इज्जत दी है। आप इस बूट के सामने भी सिर झुका सकते हैं और सम्मान दे सकते हैं।' उन्होंने कहा कि इस बूट से वे उनका स्वागत करते हैं।
बूट डेस्क पर रखे जाने से नाराज होकर अब्बासी और कायरा दोनों ने इसका विरोध किया और बाद में शो छोड़कर चले गए।
गौरतलब है कि सोशल मीडिया पर हाल ही में नवाज शरीफ की लंदन के एक होटल में खाना खाते तस्वीर वायरल हुई थी, जबकि पाकिस्तान की कोर्ट ने उन्हें भ्रष्टाचार मामले में सजा सुनाने के बाद इलाज के लिए जमानत दी थी। इस मसले पर टीवी डिबेट में मंत्री ने कहा, 'आपकी चोरी पकड़ी गई तो आपके बेटे ने कहा कि हवाखोरी के लिए बाहर निकले थे। कोर्ट ने आपको इसकी इजाजत नहीं दी थी।
हालांकि इस घटना के बाद फैसल वावदा की सोशल मीडिया पर काफी आलोचना हो रही है।
Journalists strongly condemn PEMRA ban as it is ‘dictatorial’
— Kashif Abbasi (@Kashifabbasiary) October 28, 2019
And we will resist any move to gag Press, #mediacurbsNoMore pic.twitter.com/XCrrleFGgx
Shame #ptidisrespectarmy pic.twitter.com/jOPe6E0TP8
— Syed Tanzeel (@SyedTan61717640) January 14, 2020
Pakistan Tehreek-i-Insaf (#PTI) federal minister for water resources Faisal Vadwa, appeared on a #Pakistani television show with a military boot on the table. According to Vadwa, he was "showing his loyalty to the #PakistanArmy." pic.twitter.com/kHKiufHoOg
— JammuKashmir5 (@JammuKashmir5) January 15, 2020
What the hell is going with the most delicate people, the representatives of the nation and the members of the supreme body of Pakistan (parliament)? One swears every minute, second taking Koran in hand and another is placing military boot on table in a prime time live TV show.. pic.twitter.com/RhtA0AnuiB
— Aamer Hayat Bhandara (@AamerBhandara) January 14, 2020
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'सन टीवी' (Sun TV) के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स (निदेशक मंडल) ने अपने तीन इंडिपेंडेंट डायरेक्टर्स (स्वतंत्र निदेशकों) को फिर से नियुक्त किया है।
'सन टीवी' (Sun TV) के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स (निदेशक मंडल) ने अपने तीन , (स्वतंत्र निदेशकों) को फिर से नियुक्त किया है। दरअसल, इन तीनों डायरेक्टर्स का कार्यकाल 31 मार्च को समाप्त हो रहा है।
बोर्ड ने नामांकन एवं पारिश्रमिक समिति (nomination and remuneration committee) की सिफारिश पर श्रीधर वेंकटेश (Sridhar Venkatesh), डेसमंड हेमंथ थियोडोर (Desmond Hemanth Theodore) और मथिपूराना रामकृष्णन (Mathipoorana Ramakrishnan) को इंडिपेंडेंट डायरेक्टर्स के रूप में फिर से नियुक्ति को मंजूरी दे दी है।
श्रीधर वेंकटेश और डेसमंड थियोडोर की नियुक्ति 1 अप्रैल से पांच साल की अवधि के लिए प्रभावी होगी, जबकि मथिपूराना रामकृष्णन की नियुक्ति 21 जून से प्रभावी होगी क्योंकि उनका पांच साल का कार्यकाल 20 जून को समाप्त हो रहा है।
नामांकन एवं पारिश्रमिक समिति की सिफारिश के आधार पर, बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स ने 1 अप्रैल 2024 से पांच साल की अवधि के लिए कंपनी के नॉन-एग्जिक्यूटिव इंडिपेंडेंट डायरेक्टर के तौर पर श्रीधर वेंकटेश की पुन: नियुक्ति को मंजूरी दे दी है। कंपनी ने इसकी जानकारी स्टॉक एक्सचेंज को दे दी है।
टाइम्स नाउ समिट-इंडिया अनस्टॉपेबल के मंच पर जी20 शेरपा अमिताभ कांत ने उम्मीद जताई है कि भारत जब अपनी आजादी के सौ साल पूरे करेगा, तब वह विकसित देश बन सकता है।
टाइम्स नाउ समिट-इंडिया अनस्टॉपेबल के मंच पर जी20 शेरपा अमिताभ कांत ने उम्मीद जताई है कि भारत जब अपनी आजादी के सौ साल पूरे करेगा, तब वह विकसित देश बन सकता है। अमिताभ कांत ने कहा कि, 2047 तक भारत के विकसित राष्ट्र बनाने पर देश के लोगों की आय 6 गुनी हो जाएगी। अगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सपना साकार हुआ तो प्रति व्यक्ति आय 3000 डॉलर से बढ़ाकर 18000 डॉलर हो जाएगी।
हर भारतीय अमीर हो जाएगा। हम अब पांचवीं बड़ी इकोनॉमी हैं। तीसरी बड़ी इकोनॉमी बनने जा रहे हैं। जापान और जर्मनी को पीछे छोड़ने वाले हैं। साथ उन्होंने मोदी सरकार के विजन को बताते हुए कहा कि अगर भारत साल दर साल तीन दशक तक 9 से 10 प्रतिशत की दर से विकास करता है तो लोगों की आय 18000 डॉलर से अधिक हो जाएगी।
जब उनसे यह पूछा गया कि आखिर इस देश में रहने वाले लोगों की आय कैसे बढ़ने वाली है तो उन्होंने कहा, चुनाव के बाद ग्रोथ में तेजी आएगी। भारत तेजी से आगे बढ़ेगा। निर्यात बढ़ेगा। शहरीकरण में तेजी आएगी। कृषि प्रोडक्टिविटी बढ़ेगी। सभी बेसिक सेक्टर में तेजी आएगी। अमृतकाल में आप आगे बढ़ेंगे।
हमारा लक्ष्य 2047 में भारत को विकसित राष्ट्र बनाने का है। अगले कुछ सालों में कई बड़े रिफॉर्म होंगे। केंद्र सरकार के रिफॉर्म के बाद राज्य सरकार रिफॉर्म करेंगी।
आप इस बातचीत का पूरा वीडियो यहां देख सकते हैं।
अनुराग ठाकुर ने कहा कि यह इंडिया एलायंस नहीं इंडी एलायंस है जो अहंकार और घमंड से भरा है, अगर वो इतने पाक साफ होते तो नाम क्यों बदलते काम तो वही है केवल नाम बदला है।
सूचना प्रसारण और खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने 'टाइम्स नाउ समिट 2024' कार्यक्रम में शिरकत करते हुए कहा, कि पीएम मोदी ने जो कहा वो किया उन्होंने देश को आगे बढ़ाने का काम किया है।
'टाइम्स नेटवर्क की ग्रुप एडिटर और टाइम्स नाउ नवभारत की एडिटर-इन-चीफ' नाविका कुमार के साथ बातचीत में केंद्रीय सूचना प्रसारण और खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि मैं 4 बार सांसद रहा हूं, पीएम मोदी और पार्टी ने पांचवीं बार मौका दिया है,जरूर सफलता मिलेगी वहीं उन्होंने बड़े आत्मविश्वास से कहा कि अबकी बार 400 के पार होंगे।
अनुराग ठाकुर ने कहा कि यह इंडिया एलायंस नहीं इंडी एलायंस है जो अहंकार और घमंड से भरा है, अगर वो इतने पाक साफ होते तो नाम क्यों बदलते? काम तो वही है केवल नाम बदला है। उस वक्त घोटाले में घोटाले था ना जाने कितने घोटाले थे। इसलिए यूपीए नाम बदलकर इंडी एलायंस रख लिया है।
अनुराग ठाकुर ने कहा कि बीजेपी हमेशा अभिव्यक्ति की आजादी के पक्षधर रही है, उन्होंने दर्शकों से पूछा क्या भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई होनी चाहिए कि नहीं होनी चाहिए? कार्रवाई होनी चाहिए या नहीं होनी चाहिए? अगर कार्रवाई होनी चाहिए तो टाइमिंग क्या है, मनीष सिसोदिया जब जेल गए तो क्या चुनाव था?
#TNSummit2024 | Union Minister Anurag Thakur on 'Regulating Information In The Age of AI' | @ianuragthakur | @DreamSportsHQ | @Pernod_Ricard | @Maruti_Corp pic.twitter.com/2qM14hdp62
— ET NOW (@ETNOWlive) March 28, 2024
1996 में पहली बार 72 घंटों के चुनावी कवरेज से लोकसभा चुनावों में बतौर रिपोर्टर, एडिटर और एंकर देश कि राजनीति को समझने और पहचाने का मौक़ा मिला।
वरिष्ठ पत्रकार अजय कुमार की एक बार फिर हिंदी न्यूज़ चैनल 'भारत 24' में वापसी हो गई है। इससे पहले वह इस चैनल की लॉन्च करवाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा चुके हैं। लोकसभा चुनाव को देखते हुए एक बार फिर 'भारत 24' और अजय कुमार एक साथ आए हैं।
अब दर्शकों को एक बार फिर राजनीति और उससे जुड़ी खबरों का धारदार विश्लेषण देखने को मिलेगा जिसके लिए अजय कुमार जाने जाते हैं। उन्होंने इस बाबत अपने सोशल मीडिया हैंडल 'एक्स' पर ऐलान भी किया है। उन्होंने अपनी पोस्ट में लिखा, कुछ संबंध इतने गहरे और गाढ़े होते हैं कि दूर हो कर भी फासले, दिलों के बीच नहीं आते।
15 August 2022 को 'भारत 24' के साथ शुरू हुआ सफ़र, एक बार फिर, चुनावों के महापर्व में, हमसफ़र बन गया। 1996 में पहली बार 72 घंटों के चुनावी कवरेज से लोकसभा चुनावों में बतौर रिपोर्टर, एडिटर और एंकर देश कि राजनीति को समझने और पहचाने का मौक़ा मिला।
इस रास्ते में यह आठवा लोकसभा चुनाव है। और यकीन मानिए, यह उन सभी लोकसभा चुनावों का शिखर होगा, जिन्हें मैंने कवर किया है। चुनावों के हर पहलू और देश कि महत्वपूर्ण खबरों के साथ देखियेगा Mr. Analyzer रात 8 बजे 'भारत 24' पर।'
कुछ संबंध इतने गहरे और गाढ़े होते हैं कि दूर हो कर भी फासले, दिलों के बीच नहीं आते। 15 August 2022 को @Bharat24Liv के साथ शुरू हुआ सफ़र, एक बार फिर, चुनावों के महापर्व में, हमसफ़र बन गया। 1996 में पहली बार 72 घंटों के चुनावी कवरेज से लोकसभा चुनावों में बतौर “रिपोर्टर - एडिटर -… pic.twitter.com/Y1N1Unaboj
— Ajay Kumar (@AjayKumarJourno) March 27, 2024
निर्मला सीतारमण ने कहा कि हम किसी और पार्टी से नेताओं को तोड़ नहीं रहे हैं, बल्कि वो खुद आ रहे हैं और हम उनका बीजेपी में स्वागत कर रहे हैं।
'टाइम्स नाउ समिट' 2024 के मंच पर केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने भी उपस्थिति दर्ज कराई। टाइम्स नेटवर्क की ग्रुप एडिटर और टाइम्स नाउ नवभारत की एडिटर-इन-चीफ नाविका कुमार के साथ बातचीत में निर्मला सीतारमण ने कहा कि हम किसी और पार्टी से नेताओं को तोड़ नहीं रहे हैं, बल्कि वो खुद आ रहे हैं और हम उनका बीजेपी में स्वागत कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, 'मैं लोकसभा चुनाव नहीं लड़ रही हूं।' साथ ही उन्होंने कहा कि चुनाव लड़ने के लिए मेरे पास पैसे नहीं हैं। वित्त मंत्री ने कहा कि पार्टी के अध्यक्ष ने मुझसे चुनाव लड़ने के बारे में चर्चा की थी और उन्होंने कहा था कि आप जहां से चुनाव लड़ना चाहती हैं, वहां से लड़ सकती हैं। लेकिन मैंने मना कर दिया और उन्होंने मेरा सम्मान रखा।
कंगना रनौत पर कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत के बयान पर वित्त मंत्री ने कहा कि यह माइंडसेट की समस्या है। मैं जब भी ऐसी चीजें सुनती हूं तो खुद बहुत असहज महसूस करती हूं। आप जब राजनीति में होते हैं, तो लोगों का प्रतिनिधित्व कर रहे होते हैं। इस बारे में उन्हें सोचना चाहिए। क्योंकि जो लोग आपको फॉलो करते हैं उनपर इसका असर पड़ता है। ऐसे बयान पर बिना शर्त माफी मांगनी चाहिए।
आप इस बातचीत का पूरा वीडियो यहां देख सकते हैं।
समिट में एमके आनंद ने आगे कहा कि भारत आज ऐसे मोड़ पर खड़ा है, जहां से वह दुनिया की दशा और दिशा तय करने की स्थिति में है।
टाइम्स नेटवर्क के एमडी एवं सीईओ एमके आनंद ने टाइम्स नाउ समिट-2024 के अपने संबोधन भाषण में कहा कि दुनिया बहुत तेजी से बदल रही है। ऐसे में मीडिया की भूमिका बहुत अहम हो गई है। समाज के हित में चीजों को कैसे पेश करना है, यह तय करना मीडिया की जिम्मेदारी है।
इसके साथ ही उनका कहना था कि बीते दो दशकों से टाइम्स नाउ लोकतंत्र के चौथे स्तंभ के रूप में अपनी भूमिका जिम्मेदारी पूर्वक निभाता आ रहा है। दर्शकों को सशक्त बनाते हुए अपने प्रति उनके भरोसे को मजबूत बनाया है। समिट में एमके आनंद ने आगे कहा कि भारत आज ऐसे मोड़ पर खड़ा है जहां से वह दुनिया की दशा और दिशा तय करने की स्थिति में है।
अर्थव्यवस्था, कृषि, अंतरिक्ष, रक्षा हर क्षेत्र में भारत तरक्की कर रहा है। भारत की यह यात्रा ऐसी है जिसमें अब कोई ठहराव नहीं है। इसे आगे बढ़ते ही जाना है। भारत की इस तरक्की की राह में टाइम्स नाउ सहभागी रहा है। न्यूज मीडिया के रूप में इसने शानदार काम किया है। बदलते और चुनौतीपूर्ण दौर में दर्शकों का भरोसा कायम रखना एक बड़ी चुनौती है लेकिन इस भरोसे पर टाइम्स नाउ हमेशा खरा उतरा है।
टाइम्स नेटवर्क के एमडी एवं सीईओ एमके आनंद के इस सम्बोधन को आप यहां सुन सकते हैं।
टाइम्स नेटवर्क की ग्रुप एडिटर और टाइम्स नाउ नवभारत की एडिटर-इन-चीफ नाविका कुमार के साथ बातचीत में उन्होंने भारत, एजुकेशन, शिक्षा और डेवलपमेंट समेत कई अहम मुद्दों पर तमाम सवालों के जवाब दिए।
माइक्रोसॉफ्ट के को-फाउंडर और पूर्व सीईओ बिल गेट्स ने टाइम्स नाउ समिट 2024 में कहा कि भारत में अपार संभावनाएं हैं। जिस तरह भारत ने 8% ग्रोथ की है यदि 8% या 6% ग्रोथ को दशक तक बनाएं रखा जाता है तो यह बड़ी बात होगी। लेकिन ऐसा करने के लिए एजुकेशन, स्किल डेवलपमेंट और हेल्थ केयर पर काफी काम करना होगा।
टाइम्स नेटवर्क की ग्रुप एडिटर और टाइम्स नाउ नवभारत की एडिटर-इन-चीफ नाविका कुमार के साथ बातचीत में उन्होंने भारत, एजुकेशन, शिक्षा और डेवलपमेंट पर कई सवालों के जवाब दिए। बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन के फाउंडर बिल गेट्स ने नाविका कुमार के साथ बातचीत में कहा कि भारत में तकनीक बहुत तेजी से बढ़ रही है। चाइना में सर्विस काफी बड़े लेवल पर काम करती हैं। लेकिन भारत में यह अलग तरह से काम करता है।
बिल गेट्स ने कहा कि बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन, सरकार की मदद से भारत के कई क्षेत्रों जैसे बिहार और झारखंड में काम कर रहा है। हमने हेल्थ केयर और किसानों को सशक्त बनाने के लिए भी काम किया है और कर भी रहे हैं। इस क्षेत्र में अभी और काम होना बाकी है।
आप इस बातचीत का पूरा वीडियो यहां देख सकते हैं।
दिल्ली में 27 मार्च से होगा दो दिवसीय आयोजन, इस समिट की थीम ‘Anticipating the Unstoppable’ रखी गई है, जिसके तहत भविष्य में आने वाली चुनौतियों और अवसरों पर प्रकाश डाला जाएगा।
देश के भविष्य को नया आकार देने में अहम भूमिका निभाने वाले तमाम मुद्दों पर चर्चाओं के लिए ‘टाइम्स नाउ’ समिट 2024 का मंच सजने के लिए पूरी तरह तैयार है। दिल्ली में 27 मार्च से इस दो दिवसीय समिट का आयोजन किया जाएगा।
गतिशील सामाजिक-राजनीतिक और आर्थिक परिदृश्य की पृष्ठभूमि में आयोजित होने वाले इस समिट में विभिन्न नेताओं, नीति निर्माताओं, इंडस्ट्री लीडर्स और प्रभावशाली लोगों की भागीदारी रहेगी। वह इन मुद्दों पर अपने विचारों से रूबरू कराएंगे, जो देश की प्रगति व समृद्धि की दिशा में एक रास्ता तय करेंगे।
इस समिट की थीम ‘Anticipating the Unstoppable’ रखी गई है, जिसके तहत भविष्य में आने वाली चुनौतियों और अवसरों पर प्रकाश डाला जाएगा। इस समिट का उद्देश्य देश के विकास की कहानी को चलाने वाले और इसकी वैश्विक स्थिति को आकार देने वाले कारकों पर समग्र परिप्रेक्ष्य प्रदान करना है।
इस समिट के एजेंडे में टेक्नोलॉजी और डिजिटलीकरण, सतत विकास, स्वास्थ्य देखभाल और समावेशी विकास सहित विषयों की एक विस्तृत श्रृंखला शामिल है, जो देश की आकांक्षाओं की बहुमुखी प्रकृति को दर्शाती है।
बातचीत के दौरान जब उनसे कंगना रनौत के पॉलिटिक्स जॉइन करने और चुनाव लड़ने की खबरों पर सवाल किया गया तो मनोज बाजपेयी ने बताया कि उन्हें इस बात से बहुत दुख हुआ।
बॉलीवुड एक्टर मनोज बाजपेयी 'न्यूज24' (News 24) चैनल के स्पेशल संवाद और विश्लेषण कार्यक्रम ‘मंथन’ में पहुंचे। यहां एक्टर ने अपनी प्रोफेशनल और पर्सनल लाइफ के बारे में बात की। न्यूज एंकर मानक गुप्ता के साथ बातचीत करते हुए मनोज बाजपेयी ने बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौत के बारे में भी बात की।
उन्होंने कहा, 'मैं मानता हूं कि कंगना रनौत एक बहुत ही सुपरलेटिव एक्ट्रेस हैं। वह कमाल की हैं। मैंने उनकी कई फिल्में देखी हैं। मैंने जब उन्हें पहली बार गैंगस्टर में देखा और फिर लम्हे में उनकी एक्टिंग स्किल देखी तो हैरान रह गया कि कोई इतनी शानदार, इतनी कमाल एक्टिंग कैसे कर सकता है। वह बहुत ही अच्छी अभिनेत्री हैं।'
बातचीत के दौरान जब उनसे कंगना रनौत के पॉलिटिक्स जॉइन करने और चुनाव लड़ने की खबरों पर सवाल किया गया तो मनोज बाजपेयी ने बताया कि उन्हें इस बात से बहुत दुख हुआ।
उन्होंने कहा, 'मैंने कहीं पढ़ा था कि कंगना चुनाव लड़ सकती हैं। वह बहुत ही शानदार अभिनेत्री हैं, इसलिए जब मुझे उनके चुनाव लड़ने की खबरों का पता चला तो मुझे दुख भी हुआ।' मनोज बाजपेयी ने रैपिड फायर सेशन के दौरान बॉलीवुड के पसंदीदा स्टार्स के बारे में बात की।
एक्टर से जब पूछा गया कि वह बॉलीवुड के किस एक्टर को बेस्ट मानते हैं? इसका जवाब देते हुए मनोज बाजपेयी ने कहा,’वह इंडस्ट्री में नसीरुद्दीन शाह से ज्यादा बेस्ट किसी एक्टर को नहीं मानते हैं। मानक गुप्ता के साथ एक्टर मनोज बाजपेयी की इस बातचीत का पूरा वीडियो आप यहां देख सकते हैं।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने 'राइजिंग भारत समिट' 2024 में चुनावी बांड पर उठ रहे सवालों का बेबाकी से जवाब दिया।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने राइजिंग भारत समिट 2024 में चुनावी बांड पर उठ रहे सवालों का बेबाकी से जवाब दिया। राहुल गांधी के हफ्ता वसूली वाले बयान पर अमित शाह ने कहा कि उन्होंने फिर 1600 करोड़ का हफ्ता क्यों वसूला? उसका हिसाब देना चाहिए। 1600 करोड़ रुपए उनको भी मिला है। हमें 6000 करोड़ मिला है तो घमंडिया INDI गठबंधन को भी 6000 करोड़ मिला है। एक पैसा कम नहीं मिला है।
शाह ने कहा कि राहुल गांधी सबसे पहले हिसाब दें कि वे कहां से इतना हफ्ता वसूल लाए? हम तो कहते हैं कि भाजपा को मिले चंदे में एक पैसा भी हफ्ता नहीं है, यह शुद्ध रूप से पारदर्शी तरीके से लाया गया चंदा है। राहुल गांधी खुद स्वीकार कर रहे हैं कि चुनावी बांड की व्यवस्था हफ्ता वसूली है तो उनको 6000 करोड़ रुपए का हिसाब देना चाहिए। वे, टीएमसी, एनसीपी कहां से लाई?
अमित शाह ने बताया कि 2014 में भाजपा को जो भी चंदा आता था, उसमें से 81 फीसदी चंदा कैश के माध्यम से आता था। जिसमें किसी का नाम नहीं होता था। 20-20 हजार रुपए करके जमा करते थे। 2018 में ये चंदा 81 फीसदी से 17 फीसदी हुआ। 2023 में कम होकर यह 3 फीसदी पर आ गया। हमारी पार्टी ने इस पर पारदर्शिता अपनाई थी।