यह हलफनामा 28 फरवरी को TDSAT की सुनवाई के दौरान प्रस्तुत किया गया, और अब इस मामले की अगली सुनवाई 21 मार्च को होगी।
तसमई लाहा रॉय, एडिटर, एक्सचेंज4मीडिया ।।
प्रसार भारती ने टेलीकॉम डिस्प्यूट्स सेटलमेंट एंड अपीलेट ट्रिब्यूनल (TDSAT) में एक हलफनामा दायर किया है, जिसमें 10 फरवरी से 14 फरवरी के बीच आयोजित MPEG-2 स्लॉट के लिए ई-नीलामी में बकेट ब्रॉडकास्टर्स की नीलामी रद्द करने का कारण बताया गया है।
यह हलफनामा 28 फरवरी को TDSAT की सुनवाई के दौरान प्रस्तुत किया गया, और अब इस मामले की अगली सुनवाई 21 मार्च को होगी।
मामले से जुड़े सूत्रों के अनुसार, प्रसार भारती ने अपनी दलील में यह स्पष्ट किया कि डिस्क्वालिफाई किए गए ब्रॉडकास्टर्स अपने संबंधित बकेट के लिए निर्धारित कंटेंट आवश्यकताओं को पूरा करने में असफल रहे।
प्रसार भारती के इस फैसले को चुनौती देने वाली कंपनी विजन कॉर्पोरेशन को अब इस हलफनामे के जवाब में अपना पक्ष रखना होगा। इससे पहले, कंपनी ने TDSAT का दरवाजा खटखटाया था और आरोप लगाया था कि यह डिस्क्वालिफाई मनमाने ढंग से की गई है, जिससे DD Free Dish स्लॉट्स के लिए बोली लगाने वाले ब्रॉडकास्टर्स पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा।
यह हलफनामा प्रसार भारती के इन रद्दीकरणों के पीछे के तर्कों को स्पष्ट करने में मदद करेगा, जबकि विजन कॉर्पोरेशन का जवाब 21 मार्च को होने वाली सुनवाई में ट्रिब्यूनल की अगली कार्रवाई तय करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
विज़न कॉर्पोरेशन लिमिटेड, जो हाउस फुल मूवीज, मल्टीप्लेक्स और मूवी प्लस जैसे चैनलों का संचालन करता है, ने TDSAT में इस मामले को उठाया है। डिस्क्वालिफिकेशन का असर पूरे बकेट R1 पर पड़ा, जिसमें तमिल, तेलुगु, कन्नड़ और मलयालम चैनल्स शामिल थे, जो DD Free Dish पर स्लॉट्स के लिए नीलामी में भाग ले रहे थे।
नीलामी प्रक्रिया में आए इस अचानक बदलाव ने प्रसार भारती की भागीदारी और राजस्व सृजन को गंभीर रूप से प्रभावित किया।
कई आवेदकों को बाहर किए जाने के कारण, राउंड 2 के ब्रॉडकास्टर्स ने यह मानते हुए आक्रामक बोली नहीं लगाई कि स्लॉट्स बिना प्रतिस्पर्धा के उपलब्ध रहेंगे। परिणामस्वरूप, अधिकांश स्लॉट्स मामूली वृद्धि के साथ, प्रति स्लॉट केवल 10 से 15 लाख रुपये की बढ़ोतरी पर आवंटित किए गए।
डिस्क्वालिफाई किए गए ब्रॉडकास्टर्स की वजह से प्रसार भारती को केवल दूसरे राउंड में ही लगभग 150 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ।
हिंदी फिल्मों के दर्शकों के लिए खुशखबरी है। सोनी पिक्चर्स नेटवर्क इंडिया (SPNI) ने अपने मूवी चैनल्स क्लस्टर में एक और नया नाम जोड़ते हुए सोनी मैक्स 1 (Sony MAX 1) के लॉन्च की घोषणा कर दी है।
हिंदी फिल्मों के दर्शकों के लिए खुशखबरी है। सोनी पिक्चर्स नेटवर्क इंडिया (SPNI) ने अपने मूवी चैनल्स क्लस्टर में एक और नया नाम जोड़ते हुए सोनी मैक्स 1 (Sony MAX 1) के लॉन्च की घोषणा कर दी है। यह नया चैनल 1 मई 2025 से प्रसारण शुरू करेगा।
Sony MAX 1 को खासतौर पर उन दर्शकों के लिए तैयार किया गया है जो परिवार के साथ बैठकर मनोरंजन का आनंद लेना पसंद करते हैं। चैनल का मकसद एक ऐसा फिल्मी अनुभव देना है, जो आज के दर्शकों की पसंद को ध्यान में रखते हुए तैयार किया गया हो, लेकिन पारंपरिक पारिवारिक मूल्यों से भी जुड़ा रहे।
तुषार शाह जो कि सोनी पिक्चर्स नेटवर्क इंडिया में CMO और मूवी, रीजनल व इन्फोटेनमेंट चैनलों के बिजनेस हेड हैं, उन्होंने इस मौके पर कहा, "हमने अब तक जो दमदार ब्रैंड बनाए हैं और दर्शकों की पसंद को जिस गहराई से समझा है, उसी अनुभव के आधार पर Sony MAX 1 का लॉन्च हमारी हिंदी मूवी चैनलों की श्रृंखला को और आगे बढ़ाने का अगला कदम है। हमारा उद्देश्य है दर्शकों को एक ऐसा मूवी-व्यूइंग अनुभव देना जो आज की जरूरतों से मेल खाता हो और हर घर में खुशी लेकर आए।"
जबकि ओटीटी प्लेटफॉर्म्स तेजी से लोकप्रिय हो रहे हैं, Sony MAX 1 टेलीविजन पर ही एक प्रीमियम मूवी लाइनअप लाने की तैयारी में है। चैनल पर दिखाई जाने वाली फिल्मों को खासतौर पर चुना गया है ताकि हर उम्र और रुचि के दर्शकों को ध्यान में रखते हुए एक संतुलित और मनोरंजक अनुभव मिल सके।
उन्होंने पिछले साल जून में ही यहां जॉइन किया था। इससे पहले राहुल महाजन दूरदर्शन में कंटेंट ऑपरेशन के हेड थे।
हिंदी न्यूज चैनल ‘इंडिया डेली 24*7’ में एडिटर-इन-चीफ राहुल महाजन ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने पिछले साल जून में ही यहां जॉइन किया था। राहुल महाजन ने इस्तीफा क्यों दिया और उनका अगला कदम क्या होगा, फिलहाल इस बारे में पता नहीं चल सका है।
बता दें कि इससे पहले राहुल महाजन दूरदर्शन में कंटेंट ऑपरेशन के हेड थे। उन्हें सितंबर 2020 में इस पद की जिम्मेदारी सौंपी गई थी, जबकि इसके पूर्व वह ‘राज्यसभा टीवी’ (RSTV) के एडिटर-इन-चीफ थे।
राहुल महाजन को मीडिया के क्षेत्र में काम करने का तीन दशकों से भी ज्यादा का अनुभव है। इनमें से 25 साल उन्होंने अलग-अलग मीडिया संस्थानों में काम किया है। वह प्रसार भारती में कंसल्टिंग एडिटर भी रह चुके हैं। राहुल महाजन लगभग करीब 12 साल तक संसद को कवर कर चुके हैं।
शिमला के रहने वाले राहुल महाजन ने हिमाचल यूनिवर्सिटी से पढ़ाई की है। उन्होंने ‘इंडियन एक्सप्रेस’ से अपने करियर की शुरुआत की थी। इसके बाद ‘जी न्यूज’, ‘आजतक’, ‘स्टार न्यूज’, व ‘न्यूज24’ जैसे प्रतिष्ठित न्यूज चैनल्स में भी उन्होंने अपनी भूमिका निभाई है।
‘इंडिया डेली 24*7’ से विदाई के मौके पर राहुल महाजन को चैनल की ओर से शानदार फेयरवेल पार्टी भी दी गई। इस मौके की चुनिंदा तस्वीरें आप यहां देख सकते हैं।
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समाचार4मीडिया से बातचीत में दिनेश शर्मा ने बताया कि उन्होंने ‘बीपीएल मीडिया लिमिटेड’ (BPL Media LTD) के स्वामित्व वाले पंजाब के इस प्रमुख चैनल में बतौर सीईओ और मैनेजिंग एडिटर जॉइन किया है।
वरिष्ठ पत्रकार दिनेश शर्मा ने ‘लिविंग इंडिया न्यूज’ (Living India News) चैनल के साथ मीडिया में अपनी नई पारी का आगाज किया है। समाचार4मीडिया से बातचीत में दिनेश शर्मा ने बताया कि उन्होंने ‘बीपीएल मीडिया लिमिटेड’ (BPL Media LTD) के स्वामित्व वाले पंजाब के इस प्रमुख चैनल में बतौर सीईओ और मैनेजिंग एडिटर जॉइन किया है।
अपनी इस भूमिका में दिनेश शर्मा चैनल की संपादकीय जिम्मेदारियों के साथ-साथ अब इसके बिजनेस पहलू को भी संभालेंगे। बता दें कि दिनेश शर्मा को न्यूज ब्रॉडकास्ट इंडस्ट्री में काम करने का 27 साल से ज्यादा का अनुभव है। दिनेश शर्मा इससे पहले हिंदी न्यूज चैनल ‘न्यूज24’ (News24) में कंसल्टिंग एडिटर के पद पर अपनी जिम्मेदारी निभा रहे थे।
वहीं, उससे पहले वह पंजाब के ‘दैनिक सवेरा’ (Danik Savera) समूह में मैनेजिंग एडिटर (डिजिटल और सोशल मीडिया) के पद पर अपनी भूमिका निभा चुके हैं। सवेरा ग्रुप में एक संक्षिप्त कार्यकाल के बाद अब वह दोबारा पंजाब और क्षेत्रीय पत्रकारिता में लौटे हैं।
दिनेश शर्मा लंबे समय तक ‘जी मीडिया’ (Zee Media) में भी कार्यरत रहे हैं। उन्होंने अप्रैल 2022 में इस समूह के न्यूज चैनल जी (दिल्ली-एनसीआर-हरियाणा) को बतौर चैनल हेड और एडिटर लॉन्च कराया था। इसके अलावा उन्होंने वर्ष 2014 से 2019 तक जी (पंजाब, हरियाणा और हिमाचल) में एडिटर के तौर पर अपनी भूमिका निभाई औऱ इसे नई ऊचांइयों पर पहुंचाया।
मीडिया के क्षेत्र में दिनेश शर्मा ने अपने करियर की शुरुआत वर्ष 1998 में ‘जी न्यूज’ (Zee News) के साथ बतौर रिपोर्टर की थी। पूर्व में वह ‘वॉइस ऑफ अमेरिका’(Voice of America), ‘हिंदी रेडियो सर्विस’ (Hindi Radio Service), ‘अल जजीरा’ (Al aJazeera), ‘न्यूजएक्स’(NewsX), ‘वॉइस ऑफ इंडिया’ (Voice of India), ‘द स्टेट्समैन’ (The Statesman), ‘इंडियन एक्सप्रेस’ (Indian Express) और ‘प्रेस ट्रस्ट ऑफ इंडिया’ (Press Trust of India) जैसे प्रतिष्ठित मीडिया संस्थानों में वरिष्ठ संपादकीय पदों पर अपनी भूमिकाएं निभा चुके हैं।
वह अपने लोकप्रिय टॉक शो 'डायरेक्ट विद दिनेश' के लिए जाने जाते हैं और उन्होंने सोमवार से शुक्रवार शाम 7 बजे तक डेली न्यूज शो ‘ग्राउंड ज़ीरो’ की एंकरिंग भी की है। विभिन्न लोकसभा और विधानसभा चुनावों के साथ-साथ दिनेश शर्मा ने आतंकवाद, भ्रष्टाचार, आंतरिक सुरक्षा और अंडरवर्ल्ड जैसे प्रमुख मुद्दों पर अपनी खोजपरक रिपोर्टिंग की है। यही नहीं, उन्होंने तमाम प्रमुख घटनाओं की ग्राउंड रिपोर्टिंग भी की है।
पत्रकारिता के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए दिनेश शर्मा को तमाम प्रतिष्ठित पुरस्कारों से नवाजा जा चुका है। ‘भारतीय जनसंपर्क परिषद‘ के साथ ‘मीडिया फेडरेशन ऑफ इंडिया’ (Media Federation of India) की ओर से 18 मई 2022 को चंडीगढ़ के होटल माउंटव्यू में आयोजित ‘एंटरप्रिन्योर एंड अचीवर अवॉर्ड्स 2022’ में भी उन्हें सम्मानित किया गया था।
पढ़ाई-लिखाई की बात करें तो मूल रूप से हिमाचल प्रदेश के रहने वाले दिनेश शर्मा ने जर्नलिज्म, पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन और इकनॉमिक्स में ग्रेजुएशन किया है। इसके अलावा उन्होंने हिमाचल प्रदेश यूनिवर्सिटी (HPU) शिमला से जर्नलिज्म और मास कम्युनिकेशन में मास्टर्स भी किया है।
समाचार4मीडिया की ओर से दिनेश शर्मा को उनकी नई पारी के लिए ढेरों बधाई और शुभकामनाएं।
रिलायंस-वाल्ट डिज्नी मर्जर के बाद पहली बार सामने आई वित्तीय रिपोर्ट में ‘जियोस्टार’ (JioStar) ने ₹9,497 करोड़ का रेवेन्यू और ₹266 करोड़ का EBITDA दर्ज किया है।
रिलायंस-वाल्ट डिज्नी मर्जर के बाद पहली बार सामने आई वित्तीय रिपोर्ट में ‘जियोस्टार’ (JioStar) ने ₹9,497 करोड़ का रेवेन्यू और ₹266 करोड़ का EBITDA दर्ज किया है।
रिलायंस के 31 मार्च 2025 को खत्म हुई चौथी तिमाही की अर्निंग कॉल में, जियोस्टार के एंटरटेनमेंट सीईओ केविन वज ने बताया कि टीवी पर 34% मार्केट शेयर के साथ उनके ब्रॉडकास्टिंग नेटवर्क की कंटेंट लाइब्रेरी नेटफ्लिक्स या अमेजन से छह गुना बड़ी है।
वज ने कहा, “टीवी पर हमारे पास 34% मार्केट शेयर है। हमारी कंटेंट लाइब्रेरी में 3,20,000 घंटे का कंटेंट है, जो नेटफ्लिक्स या अमेजन से छह गुना ज्यादा है। ऑपरेशनल लिहाज से हमने जियोहॉटस्टार ऐप लॉन्च किया, जिसमें दोनों पुराने ऐप्स की बेहतरीन खूबियों को शामिल किया गया। हमने 500 मिलियन से ज्यादा यूजर्स और इतनी बड़ी कंटेंट लाइब्रेरी को तीन महीने में सफलतापूर्वक माइग्रेट कर दिया।”
उन्होंने आगे कहा, “टीवी में हम देशभर के आठ में से सात मार्केट्स में लीड कर रहे हैं। हमारा फोकस यही है कि हम देश के एक अरब से ज्यादा स्क्रीन—चाहे टीवी हों, मोबाइल या CTV—सभी तक अपनी मौजूदगी दर्ज कराएं।”
वज ने यह भी कहा कि भारत में पे-टीवी अभी भी पूरी तरह जीवित है और इसका दायरा लगातार बढ़ रहा है। आईपीएल के पहले दस दिनों में जियोस्टार नेटवर्क ने 15 लाख नए घरों तक पहुंच बनाई और पूरे टूर्नामेंट के दौरान यह संख्या 30 से 50 लाख तक पहुंचने की उम्मीद है।
उन्होंने कहा, “आईपीएल के चलते जब लोग कहते हैं कि पे-टीवी खत्म हो रहा है, तो याद रखें कि भारत में अभी भी पे-टीवी का बेस 10 करोड़ से ज्यादा है और यह बढ़ रहा है। आईपीएल के पहले दस दिन में हमने करीब 15 लाख घर जोड़े हैं और हमें उम्मीद है कि यह संख्या 30 से 50 लाख के बीच पहुंचेगी।”
राजस्व पर बात करते हुए वज ने कहा, “लॉन्च के समय से अब तक हमारा कुल राजस्व ₹9,497 करोड़ रहा है, और EBITDA ₹266 करोड़ का रहा है। कमजोर आर्थिक माहौल के बावजूद हमारी वित्तीय स्थिति मजबूत रही है। ICC ट्रॉफी और आईपीएल जैसे खेल आयोजनों के चलते स्पोर्ट्स से होने वाली आमदनी अच्छी रही। चुनौतियों के बावजूद हमने लागत पर कड़ी नजर रखी और इस दौरान मुनाफे की स्थिति बनाए रखी।”
जियोस्टार मर्जर 14 नवंबर को पूरा हुआ, जबकि नया ओटीटी ऐप ‘जियोहॉटस्टार’ 14 फरवरी को लॉन्च किया गया।
वज ने बताया, “14 फरवरी को हमने जियोहॉटस्टार लॉन्च किया। हमने 3,20,000 घंटे का मजबूत कंटेंट प्लेटफॉर्म पर ट्रांसफर किया और इसके साथ 250 ओरिजिनल या एक्सक्लूसिव टाइटल्स जोड़े, जो किसी भी दूसरे प्लेटफॉर्म की तुलना में सबसे ज्यादा हैं।”
उन्होंने कहा, “यह दुनिया का इकलौता ऐसा प्लेटफॉर्म होगा, जहां सभी बड़े अमेरिकी स्टूडियो, जैसे- Marvel, HBO, Warner Disney, Peacock और Paramount का कंटेंट एक ही जगह मिलेगा।”
टीवी और डिजिटल को मिलाकर नेटवर्क के पास करीब 24 स्पोर्ट्स चैनल हैं। इनमें ICC, IPL और BCCI के साथ-साथ प्रो कबड्डी लीग, इंडियन सुपर लीग जैसे बड़े घरेलू टूर्नामेंट और प्रीमियर लीग, विंबलडन जैसे प्रीमियम स्पोर्ट्स इवेंट भी शामिल हैं।
टीवी पर 10 भाषाओं में 100 से ज्यादा चैनलों के जरिए जियोस्टार हर दिन करीब 35.8 करोड़ दर्शकों तक पहुंच रहा है। वज ने बताया कि इन सभी बिजनेस को मिलाकर कंपनी हर महीने 80 करोड़ से ज्यादा लोगों तक पहुंच बना रही है।
उन्होंने आगे बताया, “सिर्फ साढ़े तीन महीने में हमने 280 मिलियन पेड सब्सक्राइबर जोड़ लिए हैं। अगर आप तुलना करें, तो हम वैश्विक स्तर पर नेटफ्लिक्स के बहुत करीब हैं, जिसे पूरी दुनिया से इतने सब्सक्राइबर मिलते हैं। हमारे प्लेटफॉर्म पर हर महीने 503 मिलियन यूजर आते हैं, जो किसी भी कॉम्पिटिटर से काफी ज्यादा हैं।”
वज ने यह भी बताया कि जब इंडिया-न्यूजीलैंड चैंपियंस ट्रॉफी का फाइनल हुआ, तब जियोहॉटस्टार ने एक साथ सबसे ज्यादा दर्शक जुटाने का वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया।
उन्होंने कहा, “Concurrency यानी एक ही वक्त पर देखने वालों की संख्या की बात करें, तो यह एक वर्ल्ड रिकॉर्ड था, 61 मिलियन लोग एक साथ खेल देख रहे थे। इससे प्लेटफॉर्म की ताकत का अंदाजा लगाया जा सकता है। अगर तुलना करें तो अमेरिका का 'सुपर बाउल' इस संख्या का एक चौथाई ही पहुंच पाता है और इसके बावजूद हमारे प्लेटफॉर्म पर हर यूजर को बेहतरीन व्यूइंग अनुभव मिला।”
तीन दशक से ज्यादा समय से ग्राउंड रिपोर्टिंग कर रहे गौरव सावंत तमाम ऐतिहासिक घटनाओं के साक्षी रहे हैं।
भारतीय पत्रकारिता के अनुभवी और विश्वसनीय चेहरों में से एक गौरव सावंत 28 अप्रैल से ‘इंडिया टुडे टीवी’ (India Today TV) पर इंडिया फर्स्ट (India First) शो प्राइम टाइम स्लॉट में रात 8 बजे होस्ट करेंगे। पहले इस प्राइम-टाइम स्लॉट को ‘न्यूजट्रैक’ शो के लिए जाना जाता था।
बता दें कि तीन दशकों से अधिक की फ्रंटलाइन रिपोर्टिंग के साथ, गौरव सावंत ने देश के कई एतिहासिक घटनाओं को कवर किया है। कारगिल युद्ध, कंधार विमान अपहरण, 26/11 मुंबई हमला, पुलवामा, उरी, नगरोटा, कठुआ, सांबा, अहमदाबाद और IISC बेंगलुरु हमले जैसे बड़े घटनाक्रमों को उन्होंने करीब से देखा और रिपोर्ट किया। उनकी निडर पत्रकारिता उन्हें इराक, लीबिया, लेबनान, मिस्र, यूक्रेन और इजरायल जैसे युद्धग्रस्त क्षेत्रों में ले गई, साथ ही 7/7 और 21/7 लंदन बम विस्फोटों की घटनास्थल तक भी। भारत-चीन गलवान विवाद के दौरान वे 16,900 फीट की ऊंचाई पर दौलत बेग ओल्डी से रिपोर्ट करने वाले पहले पत्रकार थे, जहां उन्होंने कठिन परिस्थितियों में वास्तविक हालात से दर्शकों को रूबरू कराया।
सावंत की पत्रकारिता सिर्फ डिफेंस सेक्टर अथवा महज युद्धक्षेत्र तक सीमित नहीं है। भारतीय नौसेना ने उन्हें पैरा विंग्स से सम्मानित किया, जब उन्होंने INS देगा में सी किंग हेलीकॉप्टर से असिस्टेड फ्री फॉल सहित पांच पैरा जंप पूरे किए। यह सम्मान किसी सिविलियन पत्रकार के लिए काफी मुश्किल है। कुल मिलाकर, उन्होंने आठ पैरा जंप किए हैं, जो प्रत्यक्ष और प्रामाणिक स्टोरीज के प्रति उनकी अथक प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
‘Dateline Kargil: A Correspondent’s Nine-Week Account from the Battlefront’ पुस्तक के लेखक के रूप में, गौरव ने युद्ध की अनकही सच्चाइयों को उजागर किया। उनकी वीरगाथा सीरीज, जो परम वीर चक्र विजेताओं की चित्रात्मक कहानियों का संग्रह है और स्कूली बच्चों के लिए बनाई गई है। इसकी सभी आय सशस्त्र बलों के परिवारों को समर्पित की गई। विशेष रूप से, उन्होंने भारत के वीरों के बारे में लिखने के लिए सरकार से कोई पारिश्रमिक लेना स्वीकार नहीं किया, जो उनकी अटूट निष्ठा को दर्शाता है।
अब, ‘इंडिया टुडे टीवी’ के मैनेजिंग एडिटर के रूप में वे उसी स्पष्टता, विश्वसनीयता और प्रतिबद्धता को चैनल के सबसे महत्वपूर्ण समय स्लॉट में ला रहे हैं। कहा जा रहा है कि ‘इंडिया फर्स्ट’ उनके करियर को आकार देने वाले मूल्यों को प्रतिबिंबित करेगा, जिसमें तथ्यों पर आधारित, बिना अतिशयोक्ति वाली रिपोर्टिंग दर्शकों को देखने को मिलेगी।
डीडी फ्री डिश, अपनी व्यापक पहुंच और कम लागत वाली उपलब्धता के चलते लोकप्रियता हासिल कर रहा है।
अदिति गुप्ता, असिसटेंट एडिटर, एक्सचेंज4मीडिया ।।
तेजी से बदलते मीडिया परिदृश्य में बड़े ब्रॉडकास्टर्स की डीडी फ्री डिश पर वापसी एक महत्वपूर्ण बदलाव का संकेत देती है कि वे अब अपने डिस्ट्रीब्यूशन स्ट्रेटजीज को नए सिरे से कैसे देख रहे हैं।
जहां पहले टेलीविजन इंडस्ट्री पर सब्सक्रिप्शन आधारित पे-टीवी प्लेटफॉर्म्स का दबदबा था, वहीं अब मुफ्त उपलब्ध समाधान जैसे कि डीडी फ्री डिश, अपनी व्यापक पहुंच और कम लागत वाली उपलब्धता के चलते लोकप्रियता हासिल कर रहा है।
प्रसार भारती द्वारा इस साल आयोजित सातवीं (85वीं) वार्षिक ई-नीलामी में कुछ बड़े ब्रॉडकास्टर्स ने MPEG-2 स्लॉट्स हासिल किए, जिससे उन्हें दमदार वापसी का मौका मिला। स्टार उत्सव, कलर्स रिश्ते, जी अनमोल और सोनी पल जैसे चैनलों ने MPEG-2 स्लॉट हासिल करने के बाद एक बार फिर शानदार वापसी की है।
व्युअरशिप के आंकड़े डीडी फ्री डिश की बढ़ती क्षमता को दर्शाते हैं, जो अब इन चैनलों की सफलता में अहम भूमिका निभा रहा है।
एक्सपर्ट्स का कहना है कि डीडी फ्री डिश की बढ़ती पहुंच और गुणवत्तापूर्ण प्रोग्रामिंग ने ब्रॉडकास्टर्स के लिए एक मजबूत मंच तैयार किया है, जिससे वे न केवल अपनी व्युअरशिप बढ़ा सकते हैं बल्कि एक स्थायी रेवेन्यू मॉडल भी विकसित कर सकते हैं।
ब्रॉडकास्ट एक्सपर्ट राजीव खट्टर कहते हैं, “डीडी फ्री डिश की पहुंच लगातार बढ़ रही है, जिससे चैनलों को व्युअरशिप हासिल करने में मदद मिल रही है। अगर चैनल अच्छी प्रोग्रामिंग दे पाते हैं तो कम लागत में अच्छा एड रेवेन्यू भी आ सकता है। रीजनल चैनल्स भी इसका फायदा उठाकर व्युअरशिप और विज्ञापन राजस्व बढ़ा सकते हैं।”
'एक्सचेंज4मीडिया' ने हिंदी भाषी बाजार (HSM) के लिए शहरी और ग्रामीण इलाकों में 13वें, 14वें और 15वें हफ्ते की GEC रेटिंग्स को ट्रैक किया, जिसमें दर्शकों की पसंद और एंगेजमेंट के खास ट्रेंड्स सामने आए।
डीडी फ्री डिश पर एफटीए चैनलों की व्युअरशिप में बीते हफ्तों में बड़ा उछाल देखा गया। स्टार उत्सव ने 13वें हफ्ते में 56.4 की रेटिंग दर्ज की थी, जो 15वें हफ्ते में बढ़कर 111.35 तक पहुंच गई, जिससे चैनल ने एफटीए स्पेस में अपनी मजबूत स्थिति स्थापित कर ली। कलर्स रिश्ते ने भी दमदार प्रदर्शन किया। 13वें हफ्ते में जहां इसकी रेटिंग 31.1 थी, वहीं 15वें हफ्ते में यह बढ़कर 50.6 तक पहुंच गई, जो डीडी फ्री डिश की बढ़ती ताकत को दर्शाता है। सोनी पल ने भी स्थिर वृद्धि दर्ज की। 13वें हफ्ते में इसकी रेटिंग 32.7 थी, जो 15वें हफ्ते में 50.7 तक पहुंच गई।
दंगल चैनल ने भी मजबूती बनाए रखी। 13वें हफ्ते में इसकी रेटिंग 127.3 रही, जो 15वें हफ्ते में मामूली गिरावट के साथ 103.3 पर पहुंची। 'दंगल 2' ने भी उल्लेखनीय प्रदर्शन किया। चैनल की रेटिंग 13वें हफ्ते में 30.04 रही, जो 15वें हफ्ते में 28.2 पर दर्ज की गई। जी अनमोल ने लगातार ग्रोथ दिखाई, 13वें हफ्ते में 20.1 से बढ़कर 15वें हफ्ते में 32.4 की रेटिंग दर्ज की।
वहीं शेमारू टीवी में गिरावट देखी गई। 13वें हफ्ते में 32.2 की रेटिंग के मुकाबले 15वें हफ्ते में यह घटकर 26.6 रह गई। मनोरंजन टीवी ने 15वें हफ्ते में 32.9 की स्थिर रेटिंग बनाए रखी, हालांकि 13वें हफ्ते में यह आंकड़ा 38.7 था।
अन्य एफटीए चैनल भी रेस में शामिल रहे। चुम्बक टीवी की रेटिंग 34.9 से 36.5 के बीच रही, जबकि बिग मैजिक ने भी अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज कराई। एफटीए स्पेस में द क्यू, नजारा, शेमारू उमंग, मनोरंजन ग्रैंड, यूनिक टीवी, सन नियो और डीडी नेशनल जैसे चैनल भी मजबूत पकड़ बनाए हुए हैं।
एक अन्य इंडस्ट्री ऑब्जर्वर ने कहा, “डीडी फ्री डिश ब्रॉडकास्टर्स को एक तेजी से बढ़ते दर्शक वर्ग तक पहुंचने का अनमोल अवसर देता है। इसकी व्यापक पहुंच, खासकर ग्रामीण और अंडर-सर्व्ड इलाकों में, चैनलों को बिना भारी डिस्ट्रीब्यूशन लागत के व्युअरशिप बढ़ाने में मदद करती है।”
कलर्स रिश्ते की तीन साल के अंतराल के बाद डीडी फ्री डिश पर वापसी को लेकर, अर्नब दास, हेड ऑफ लीनियर टीवी बिजनेस ने कहा कि उनका लक्ष्य फ्री में आइकॉनिक शोज़ उपलब्ध कराना है, ताकि परिवारों को पसंदीदा सितारों और ड्रामा से भरपूर एक नॉस्टेल्जिक टीवी अनुभव दिया जा सके।
प्रसार भारती ने 7वीं (85वीं) वार्षिक ई-नीलामी के सफल 60 बोलीदाताओं की सूची भी जारी की। 10 से 14 फरवरी 2025 के बीच आयोजित इस नीलामी में, सोनी, जी एंटरटेनमेंट और जियोस्टार जैसे बड़े जनरल एंटरटेनमेंट चैनल्स (GECs) ने एफटीए मार्केट के साथ अपने संबंधों को मजबूत किया।
स्लॉट हासिल करने वाले प्रमुख एंटरटेनमेंट चैनलों में बिग मैजिक, कलर्स रिश्ते, दंगल, सोनी पल, स्टार उत्सव, जी अनमोल, शेमारू टीवी और गोल्डमाइंस मूवीज शामिल हैं, जिससे डीडी फ्री डिश का एंटरटेनमेंट पोर्टफोलियो और मजबूत हुआ है।
फिल्मों पर केंद्रित चैनल्स जैसे B4U कड़क, मनोरंजन मूवीज, जी अनमोल सिनेमा और गोल्डमाइंस बॉलीवुड भी फाइनल लिस्ट में रहे।
इसके अलावा न्यूज ब्रॉडकास्टर्स की भी दमदार मौजूदगी रही, जिनमें आज तक, एबीपी न्यूज़, एनडीटीवी इंडिया, रिपब्लिक भारत, जी न्यूज़ और टीवी9 भारतवर्ष जैसे चैनल्स ने स्लॉट्स हासिल किए।
नॉन-एफटीए जीईसी सेगमेंट में प्रदर्शन
नॉन-एफटीए जीईसी (जनरल एंटरटेनमेंट चैनल्स) सेगमेंट में स्टार प्लस ने तीन हफ्तों के दौरान रेटिंग्स में थोड़ी गिरावट के बावजूद अपनी लीडरशिप बनाए रखी। 13वें हफ्ते में इसकी रेटिंग 125.9 रही, जो 14वें हफ्ते में घटकर 119.8 और 15वें हफ्ते में 116.3 पर आ गई।
सोनी सब भी नजदीकी मुकाबले में बना रहा, जिसने क्रमशः 112.5, 112.4 और 110.3 की रेटिंग्स दर्ज कीं।
कलर्स की रेटिंग्स लगभग स्थिर रहीं, जो 13वें, 14वें और 15वें हफ्ते में क्रमशः 83.3, 83.8 और 82.6 रहीं।
जी टीवी ने हल्का उतार-चढ़ाव देखा। इसकी रेटिंग्स 13वें हफ्ते में 64.1 से गिरकर 14वें हफ्ते में 60.2 हो गईं, लेकिन 15वें हफ्ते में फिर बढ़कर 62.4 पर पहुंच गईं।
सेट (सोनी एंटरटेनमेंट टेलीविजन) का प्रदर्शन मिश्रित रहा। इसकी रेटिंग्स 13वें हफ्ते में 40.7, 14वें हफ्ते में 42.4 और 15वें हफ्ते में 36.7 दर्ज की गईं।
लोकप्रिय हिंदी जीईसी शोज का प्रदर्शन
'एक्सचेंज4मीडिया' ने पिछले तीन महीनों में लॉन्च हुए लोकप्रिय हिंदी जीईसी शोज़ का विश्लेषण भी किया।
हालांकि टीवीआर (TVR) के लिए कोई सख्त मानक नहीं है, लेकिन एक्सपर्ट्स का मानना है कि 2.0 या 3.0 से ऊपर की रेटिंग लोकप्रियता का संकेत देती है। आमतौर पर औसत टीवीआर 1.0 से 2.0 (या 3.0) के बीच होता है, जबकि 1.0 से कम रेटिंग छोटे दर्शक वर्ग को दर्शाती है।
चैनलवार प्रमुख शोज़ की रेटिंग्स
स्टार प्लस का "जादू तेरी नज़र" शीर्ष पर बना रहा। इसकी रेटिंग 13वें हफ्ते में 1.22, 14वें हफ्ते में 1.13 और 15वें हफ्ते में 1.12 रही।
कलर्स का "राम भवन" भी स्थिर रहा, जिसकी रेटिंग क्रमशः 0.78, 0.71 और 0.71 रही।
सोनी सब का "वीर हनुमान" थोड़ी गिरावट के साथ 13वें हफ्ते में 0.46 से घटकर 14वें हफ्ते में 0.41 और 15वें हफ्ते में 0.38 पर पहुंच गया।
कलर्स का "ज्यादा मत उड़" ने मामूली स्थिरता बनाए रखी। इसकी रेटिंग 0.20, 0.21 और 0.18 दर्ज की गई।
सेट पर "राधिका दिल से" ने क्रमशः 0.14, 0.16 और 0.13 की रेटिंग्स हासिल कीं, जबकि "क्राइम पेट्रोल" ने 0.11, 0.11 और 0.10 पर बनी रहकर हल्का उतार-चढ़ाव दिखाया।
"सेलिब्रिटी मास्टरशेफ" ने अपेक्षाकृत तेज गिरावट दर्ज की — 13वें हफ्ते में 0.26, 14वें में 0.25 और 15वें हफ्ते में 0.11।
जी टीवी का "शादी मुबारक" 14वें और 15वें हफ्ते में क्रमशः 0.05 और 0.07 की रेटिंग्स के साथ चार्ट में शामिल हुआ।
एक इंडस्ट्री ऑब्जर्वर का कहना है कि पे टीवी प्लेटफॉर्म्स में डिस्ट्रीब्यूशन, सब्सक्रिप्शन मॉडल और इंफ्रास्ट्रक्चर में भारी निवेश की जरूरत होती है, जबकि डीडी फ्री डिश एक फ्री-टू-एयर मॉडल पर काम करता है, जहां दर्शकों से कोई सब्सक्रिप्शन फीस नहीं ली जाती।
उन्होंने कहा, “यह कम लागत वाला डिस्ट्रीब्यूशन मॉडल ब्रॉडकास्टर्स, खासकर रीजनल चैनलों को उन ग्रामीण इलाकों तक पहुंचने में सक्षम बनाता है जहां केबल और सैटेलाइट कनेक्शन सीमित हैं। पे चैनल्स आमतौर पर शहरी दर्शकों और प्रीमियम विज्ञापनदाताओं को टारगेट करते हैं, वहीं डीडी फ्री डिश एक अधिक विविध और संवेदनशील दर्शक वर्ग को प्लेटफॉर्म मुहैया कराता है।”
यह कहना अभी जल्दबाजी होगी कि बड़े एफटीए चैनलों की डीडी फ्री डिश पर वापसी लंबी अवधि में कितना फायदेमंद साबित होगी, लेकिन अब तक के आंकड़े और एक्सपर्ट्स की राय इसे पूरी तरह से समर्थन दे रहे हैं।
'टीवी टुडे नेटवर्क' में न्यूज डायरेक्टर व 'बिजनेस टुडे' के एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर पद से हाल ही में इस्तीफा देने के बाद राहुल कंवल की नई पारी को लेकर लगाए जा रहे तमाम कयासों पर अब विराम लग गया है।
'टीवी टुडे नेटवर्क' (TVTN) में न्यूज डायरेक्टर व 'बिजनेस टुडे' के एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर पद से हाल ही में इस्तीफा देने के बाद राहुल कंवल की नई पारी को लेकर लगाए जा रहे तमाम कयासों पर अब विराम लग गया है। वह अब एनडीटीवी जॉइन करने जा रहे हैं।
05 अप्रैल को 'समाचार4मीडिया' ने सूत्रों के हवाले से सबसे पहले यह खबर दी थी कि राहुल कंवल NDTV से जुड़ सकते हैं। अब इस खबर पर आधिकारिक मुहर लग चुकी है।
यहां पढ़ें: क्या अब ‘NDTV’ है राहुल कंवल की अगली मंजिल?
कंपनी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स की 25 अप्रैल 2025 को हुई बैठक में यह फैसला लिया गया कि राहुल कंवल को NDTV का चीफ एग्जिक्यूटिव ऑफिसर (CEO) और एडिटर-इन-चीफ नियुक्त किया जाएगा। यह नियुक्ति 16 जून 2025 से प्रभावी होगी, लेकिन अंतिम मंजूरी सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय से मिलनी अभी बाकी है।
बता दें कि NDTV ने सेबी के नियमों के तहत यह जानकारी शेयर बाजार को दी है।
राहुल कंवल पत्रकारिता जगत का जाना-माना नाम हैं, जिन्हें इस क्षेत्र में 25 वर्षों से भी ज्यादा का अनुभव है। वह अभी तक 'इंडिया टुडे' और 'आजतक' में न्यूज डायरेक्टर के रूप में कार्यरत थे और 'बिजनेस टुडे' के एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर भी रहे हैं। इसके अलावा उन्होंने 'हेडलाइंस टुडे' और 'जी न्यूज' जैसे संस्थानों में वरिष्ठ संपादकीय भूमिकाएं निभाई हैं।
राहुल कंवल ने अपने कार्यकाल में इंडिया टुडे ग्रुप की न्यूज गैदरिंग और ऑपरेशंस को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया। वह इंडिया टुडे के प्रमुख प्राइमटाइम शो ‘न्यूजट्रैक’ का चेहरा रहे और उनका वीकेंड इंटरव्यू शो ‘जब वी मेट’ भी बेहद लोकप्रिय रहा।
14 सितंबर 1980 को महाराष्ट्र के देवलाली में जन्मे राहुल कंवल ने दिल्ली विश्वविद्यालय से पत्रकारिता की पढ़ाई की। राहुल हावर्ड बिजनेस स्कूल के जनरल मैनेजमेंट प्रोग्राम (GMP) के पूर्व छात्र हैं। वह दिल्ली विश्वविद्यालय से पत्रकारिता की पढ़ाई करने के बाद कार्डिफ यूनिवर्सिटी से इंटरनेशनल ब्रॉडकास्ट जर्नलिज्म का कोर्स भी कर चुके हैं। उन्हें चिवनिंग स्कॉलरशिप और रॉय पेक ट्रस्ट ग्रांट फॉर होस्टाइल एनवायरनमेंट जर्नलिज्म जैसे कई सम्मान भी मिल चुके हैं। इसके अलावा, उन्हें रोरी पेक ट्रस्ट ग्रांट भी मिला था, जिसके तहत उन्होंने Hostile Environment Journalism की ट्रेनिंग ली।
राहुल कंवल ने पत्रकारिता में एक महत्वपूर्ण योगदान Anti-Fake News War Room (AFWA) की स्थापना के रूप में दिया, जो फेक न्यूज और दुष्प्रचार को रोकने के लिए बनाया गया था। इसके अलावा, उन्होंने Open Source Intelligence Desk (OSINT) की भी नींव रखी, जो डेटा आधारित पत्रकारिता को मजबूती देने का काम करता है। पत्रकारिता में उत्कृष्ट योगदान के लिए राहुल कंवल को ‘एक्सचेंज4मीडिया न्यूज ब्रॉडकास्टिंग अवॉर्ड्स’ (enba) समेत कई पुरस्कार और सम्मान मिल चुके हैं।
NDTV में उनके आगमन को चैनल के भविष्य के लिए एक बड़ी रणनीतिक दिशा के रूप में देखा जा रहा है।
हिंदी न्यूज चैनल 'आजतक' का संचालन करने वाली कंपनी टीवी टुडे नेटवर्क ने अपने बहुचर्चित डिबेट शो 'दंगल' के नाम को लेकर ABP नेटवर्क के खिलाफ दिल्ली हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है।
हिंदी न्यूज चैनल 'आजतक' का संचालन करने वाली कंपनी टीवी टुडे नेटवर्क ने अपने बहुचर्चित डिबेट शो 'दंगल' के नाम को लेकर ABP नेटवर्क के खिलाफ दिल्ली हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, टीवी टुडे नेटवर्क का आरोप है कि ABP के नए शो 'महादंगल' ने 'दंगल' नाम का अनुचित इस्तेमाल किया है, जिससे दर्शकों के बीच भ्रम की स्थिति बन रही है।
टीवी टुडे नेटवर्क का कहना है कि वह वर्ष 2014 से 'दंगल' नाम का उपयोग कर रहा है और यह नाम अब उनके ब्रैंड की पहचान बन चुका है। कोर्ट में पेश हुए वकील ऋषिकेश बरुआ ने दलील दी कि ABP द्वारा 'महादंगल' शीर्षक अपनाना उनके पहले से स्थापित शो की लोकप्रियता का फायदा उठाने की कोशिश है।
बरुआ ने यह भी कहा कि पत्रकार चित्रा त्रिपाठी, जो पहले आजतक में 'दंगल' की एंकर रह चुकीं हैं, अब ABP में 'महादंगल' होस्ट कर रही हैं। इससे दर्शकों में और भी ज्यादा भ्रम की स्थिति पैदा हो सकती है। हालांकि उन्होंने स्पष्ट किया कि मामला सिर्फ शो के नाम तक सीमित है, न कि चित्रा त्रिपाठी के चैनल परिवर्तन से संबंधित।
मामले की सुनवाई कर रहे जस्टिस अमित बंसल ने हालांकि 'दंगल' शब्द पर किसी एक चैनल के विशेष अधिकार पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि यह एक आम हिंदी शब्द है, जिसे अकेले ट्रेडमार्क नहीं किया जा सकता। साथ ही यह भी उल्लेख किया कि 'दंगल' नाम से एक सुपरहिट फिल्म भी मौजूद है, जिससे साफ है कि यह शब्द कई संदर्भों में इस्तेमाल होता रहा है।
कोर्ट ने मामले में नोटिस जारी करते हुए कहा कि दर्शक यह भली-भांति समझते हैं कि वे किस चैनल पर कौन सा शो देख रहे हैं। इसके साथ ही कोर्ट ने दोनों पक्षों को मध्यस्थता के जरिए हल निकालने का सुझाव भी दिया, जिस पर अगली सुनवाई में विचार किया जा सकता है।
टीवी टुडे ने ABP को 'महादंगल' शीर्षक के इस्तेमाल से रोकने के लिए अंतरिम राहत की मांग भी की है। कोर्ट ने ABP नेटवर्क को जवाब दाखिल करने के निर्देश दिए हैं और अगली सुनवाई की तारीख तय की जानी बाकी है।
बता दें, चित्रा त्रिपाठी अक्टूबर 2024 में ABP न्यूज में वाइस प्रेसिडेंट (न्यूज एंड प्रोग्रामिंग) के तौर पर दोबारा जुड़ीं और फिलहाल 'महादंगल' और 'जनहित' जैसे प्राइम टाइम शोज को होस्ट कर रही हैं। उनके जाने के बाद आजतक पर अब 'दंगल' शो की एंकरिंग साहिल जोशी कर रहे हैं।
वरिष्ठ पत्रकार और 'दि इमरजेंसी: ए पर्सनल हिस्ट्री' की लेखिका कूमी कपूर ने फिल्म प्रोडक्शन कंपनी मणिकर्णिका फिल्म्स और नेटफ्लिक्स के खिलाफ कानूनी कार्रवाई का ऐलान किया है।
वरिष्ठ पत्रकार और 'दि इमरजेंसी: ए पर्सनल हिस्ट्री' की लेखिका कूमी कपूर ने फिल्म प्रोडक्शन कंपनी मणिकर्णिका फिल्म्स और नेटफ्लिक्स के खिलाफ कानूनी कार्रवाई का ऐलान किया है। उनका आरोप है कि कंगना रनौत की फिल्म 'इमरजेंसी' में उनकी किताब से बिना सहमति के सामग्री ली गई और इससे उनकी प्रतिष्ठा को गहरी ठेस पहुंची है।
कपूर का कहना है कि उन्होंने 3 अप्रैल को मणिकर्णिका फिल्म्स प्राइवेट लिमिटेड और नेटफ्लिक्स को लीगल नोटिस भेजा था, लेकिन उनके जवाब से वह संतुष्ट नहीं हैं और अब वे कोर्ट का रुख करेंगी।
कंगना रनौत द्वारा निर्देशित और सह-निर्मित इस फिल्म में वह खुद पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की भूमिका निभा रही हैं। फिल्म की शुरुआत में एक डिस्क्लेमर दिया गया है कि यह फिल्म कूमी कपूर की किताब द इमरजेंसी और जयंथ वसंत सिन्हा की प्रियदर्शिनी, साथ ही पब्लिक डोमेन में मौजूद सामग्री से प्रेरित है। लेकिन नेटफ्लिक्स पर दिखने वाले डिस्क्लेमर के आखिर में लिखा गया है कि फिल्म इन दोनों किताबों पर “आधारित” है। कपूर के नोटिस के बावजूद नेटफ्लिक्स पर यह डिस्क्लेमर अब तक बदला नहीं गया है।
कपूर, जो द इंडियन एक्सप्रेस की कंसल्टिंग एडिटर हैं, कहती हैं कि, “एक पत्रकार और लेखक के रूप में मेरी जो साख है, उसे इस फिल्म से अपूरणीय नुकसान पहुंचा है।”
कपूर की किताब 2015 में पेंगुइन रैंडम हाउस द्वारा प्रकाशित की गई थी, जिसमें उन्होंने 1975 की इमरजेंसी के 21 महीनों का दस्तावेजी विवरण दिया है — वो भी बतौर पत्रकार अपने निजी अनुभवों के आधार पर।
उनका कहना है कि 2021 में कंगना के भाई अक्षत रानौत ने मुंबई में उनसे मुलाकात की थी और फिल्म के लिए किताब के अधिकार मांगे थे, खासतौर से उस अध्याय के, जिसमें इंदिरा गांधी पर सामग्री थी। इसके बाद कपूर ने मणिकर्णिका फिल्म्स और पेंगुइन रैंडम हाउस के साथ एक त्रिपक्षीय अनुबंध पर हस्ताक्षर किए।
हालांकि, अपनी वकील बेटी की सलाह पर उन्होंने अनुबंध में दो शर्तें शामिल करवाईं- पहली, कि निर्माता को फिल्म बनाने की पूरी कलात्मक स्वतंत्रता होगी, लेकिन कोई भी तथ्य ऐसा न हो जो इतिहास से मेल न खाता हो। दूसरी, कि लेखक के नाम और किताब का इस्तेमाल फिल्म के प्रचार में बिना पूर्व अनुमति नहीं किया जाएगा।
कपूर का आरोप है कि उन्हें न तो फिल्म की स्क्रिप्ट दिखाई गई, न ही निर्माण से पहले उनकी राय ली गई। शूटिंग पूरी होने से पहले भी उन्होंने अक्षत को दो व्हाट्सएप संदेश भेजे थे, लेकिन फोन कॉल्स का कोई जवाब नहीं मिला।
वो बताती हैं कि जब फिल्म 17 जनवरी को सिनेमाघरों में रिलीज हुई, तब वे देश से बाहर थीं और पहली बार 17 मार्च को नेटफ्लिक्स पर ही उन्होंने फिल्म देखी।
कपूर का कहना है कि कई लोगों ने उन्हें फिल्म में तथ्यों की गड़बड़ी को लेकर शिकायतें भेजीं — जिनमें संजय गांधी के करीबी रहे अकबर अहमद डंपी भी शामिल हैं। फिल्म में दिखाया गया है कि ऑल इंडिया रेडियो पर किशोर कुमार के गानों पर प्रतिबंध लगाने की पहल अकबर अहमद ने की थी। जबकि कपूर की किताब में साफ तौर पर लिखा गया है कि यह प्रतिबंध तत्कालीन सूचना एवं प्रसारण मंत्री वीसी शुक्ला ने लगाया था।
कपूर अब अदालत के जरिए न्याय चाहती हैं और कहती हैं कि यह सिर्फ कॉपीराइट का मामला नहीं है, बल्कि उनके पत्रकार और लेखक के रूप में 50 साल की साख पर सवाल खड़ा करने जैसा है।
NDTV मराठी अपने एक साल पूरे होने का जश्न मनाने जा रहा है और इस खास मौके पर चैनल पहली बार अपने फ्लैगशिप कॉन्क्लेव 'NDTV मराठी मंच– सेलिब्रेटिंग अनस्टॉपेबल महाराष्ट्र' का आयोजन कर रहा है।
NDTV मराठी ने मनच कार्यक्रम से मनाया एक साल का जश्न
NDTV मराठी अपने एक साल पूरे होने का जश्न मनाने जा रहा है और इस खास मौके पर चैनल पहली बार अपने फ्लैगशिप कॉन्क्लेव 'NDTV मराठी मंच– सेलिब्रेटिंग अनस्टॉपेबल महाराष्ट्र' (NDTV Marathi Manch– Celebrating Unstoppable Maharashtra) का आयोजन कर रहा है। यह आयोजन 23 अप्रैल को मुंबई के ताज लैंड्स एंड (Taj Lands End) में होगा।
इस मंच की खास बात यह है कि यह कार्यक्रम राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के 100 साल और महाराष्ट्र सरकार के मौजूदा कार्यकाल के 100 दिन पूरे होने के मौके पर हो रहा है, जिससे इसकी अहमियत और भी बढ़ जाती है।
'अनस्टॉपेबल महाराष्ट्र' थीम पर आधारित यह मंच राज्य की सांस्कृतिक गहराई, राजनीतिक सक्रियता, आर्थिक मजबूती और सामाजिक तानेबाने की प्रगति को सामने लाने वाला होगा। यहां युवाओं की आकांक्षाओं को स्वर देने, चुनौतियों पर खुलकर चर्चा करने और भविष्य के महाराष्ट्र की दिशा तय करने जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर मंथन होगा।
कार्यक्रम में महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी, राज्य के IT मंत्री आशीष शेलार और नागरिक उड्डयन एवं सहकारिता राज्यमंत्री मुरलीधर मोहोळ जैसे प्रमुख वक्ता हिस्सा लेंगे। इन नेताओं की मौजूदगी इस आयोजन को एक समावेशी और प्रभावशाली संवाद मंच बनाती है।
NDTV मराठी मंच 2025 में प्रमुख वक्तव्यों, पैनल चर्चाओं और fireside chats के जरिए राजनीति, व्यापार, संस्कृति और क्रिएटिव इंडस्ट्री से जुड़ी हस्तियों के विचार सामने आएंगे। इसमें जलवायु परिवर्तन, शासन प्रणाली, डिजिटल नवाचार, ग्रामीण विकास और बदलते दौर में महाराष्ट्र की पहचान जैसे अहम मुद्दों पर विचार किया जाएगा।
यह मंच उद्योग जगत के दिग्गजों, महाराष्ट्र के युवाओं और उभरते स्टार्टअप कल्चर को एक साथ लाकर यह विचार करेगा कि कैसे महाराष्ट्र खुद को एक आधुनिक और प्रगतिशील राज्य के रूप में प्रस्तुत करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘विकसित भारत’ के विजन में अपना योगदान दे सकता है।
NDTV मराठी की यह पहल ना सिर्फ संवाद की एक नई दिशा तय करेगी, बल्कि महाराष्ट्र के भविष्य की तस्वीर गढ़ने में भी अहम भूमिका निभाएगी। मंच के जरिए NDTV मराठी शहरी और ग्रामीण दर्शकों के बीच गहराई से जुड़ने, जमीनी मुद्दों को सामने लाने और प्रेरणादायक कहानियों को कहने की अपनी प्रतिबद्धता को और मजबूत करता है।
NDTV मराठी मंच केवल एक कार्यक्रम नहीं, बल्कि आने वाले कल के महाराष्ट्र का विजन तय करने की दिशा में एक सशक्त कदम है।