मीडिया हाउस की ओर से दायर केस पर मद्रास हाई कोर्ट में चार फरवरी को होगी सुनवाई
‘टेलिकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया’ (ट्राई) द्वारा टैरिफ ऑर्डर में पिछले दिनों किए गए संशोधन के खिलाफ ‘सन टीवी’ (Sun TV) नेटवर्क खुलकर मैदान में आ गया है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, ‘सन टीवी’ ने ट्राई के नए टैरिफ ऑर्डर-2.0 (NTO 2.0) को चुनौती देते हुए मद्रास हाई कोर्ट में एक केस दायर किया है। नेटवर्क का कहना है कि ट्राई ने ब्रॉडकास्टर्स से सलाह मशविरा किए बिना टैरिफ ऑर्डर में संशोधन किया है।
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बताया जाता है कि ट्राई के वकील ने मद्रास हाई कोर्ट से इस मामले को स्थगित करने के लिए कहा है, जब तक कि बॉम्बे हाई कोर्ट में 30 जनवरी को मामले की सुनवाई नहीं हो जाती। इस पर मद्रास हाई कोर्ट ने अब इस मामले में सुनवाई के लिए चार फरवरी की तारीख निश्चित की है।
‘इंडियन ब्रॉडकास्टिंग फाउंडेशन’ ने 13 जनवरी को बॉम्बे हाई कोर्ट में ट्राई के खिलाफ एक याचिका दायर कर नए टैरिफ ऑर्डर-2.0 के क्रियान्वयन पर रोक लगाने की मांग की है। हाई कोर्ट ने इस मामले में सुनवाई के लिए 30 जनवरी की तारीख तय की है और दोनों पक्षों को तलब किया है। वहीं, ब्रॉडकास्टर्स की याचिकाओं के जवाब में ट्राई ने हाई कोर्ट में एक एफिडेविट दायर किया है।
बता दें कि ट्राई ने एक जनवरी को नई टैरिफ पॉलिसी जारी की थी, जिसके तहत ब्रॉडकास्टर्स को 15 जनवरी से चैनल्स के लिए नई मूल्य सूची अपनाने का निर्देश दिया गया था। ट्राई के इस नए टैरिफ ऑर्डर-2.0 (NTO 2.0) का पिछले दिनों टीवी ब्रॉडकास्टर्स ने विरोध किया था और संयुक्त रूप से इस मुद्दे पर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस भी की थी।
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अजय कुमार इससे पहले ‘भारत24’, ‘इंडिया टीवी’, ‘भास्कर न्यूज’, ‘ईटीवी भारत’ और ‘नेटवर्क18’ जैसे प्रतिष्ठित मीडिया संस्थानों में विभिन्न पदों पर अपनी भूमिकाएं निभा चुके हैं।
हिंदी न्यूज चैनल ‘इंडिया डेली लाइव’ (India Daily Live) ने वरिष्ठ पत्रकार अजय कुमार को आउटपुट हेड के पद पर नियुक्त किया है। अपनी इस भूमिका में वह आउटपुट से जुड़े समस्त कार्यों के लिए जिम्मेदार होंगे।
बता दें कि इससे पहले वरिष्ठ पत्रकार कुंदन कुमार इस चैनल में आउटपुट हेड की जिम्मेदारी निभा रहे थे, जिन्होंने कुछ समय पहले ही यहां अपनी पारी को विराम दे दिया है।
मूल रूप से दिल्ली के रहने वाले अजय कुमार को मीडिया के क्षेत्र में काम करने का करीब 20 साल का अनुभव है। अजय कुमार इससे पहले हिंदी न्यूज चैनल ‘भारत24’ (Bharat24) से जुड़े हुए थे।
पूर्व में वह ‘इंडिया टीवी’ (India TV), ‘भास्कर न्यूज’ (Bhaskar News), ‘ईटीवी भारत’(ETV Bharat) और ‘नेटवर्क18’ (Network18) जैसे प्रतिष्ठित मीडिया संस्थानों में भी विभिन्न पदों पर अपनी भूमिकाएं निभा चुके हैं।
समाचार4मीडिया की ओर से अजय कुमार को उनकी नई पारी के लिए ढेरों बधाई और शुभकामनाएं।
समाचार4मीडिया से बातचीत में शशांक विक्रम सिंह ने अपने इस्तीफे की पुष्टि की है। विश्वसनीय सूत्रों का कहना है कि वह जल्द ही अपनी नई पारी ‘आजतक’ (AajTak) से शुरू कर सकते हैं।
वरिष्ठ पत्रकार शशांक विक्रम सिंह ने ‘जी न्यूज’ (Zee News) में अपनी पारी को विराम दे दिया है। फिलहाल वह यहां नोटिस पीरियड पर हैं। समाचार4मीडिया से बातचीत में शशांक विक्रम सिंह ने अपने इस्तीफे की पुष्टि की है। अपनी नई पारी के बारे में उनका कहना है कि वह जल्द ही जॉइन कर उसके बारे में बताएंगे।
वहीं, विश्वसनीय सूत्रों का कहना है कि वह जल्द ही अपनी नई पारी ‘आजतक’ (AajTak) से शुरू कर सकते हैं। यहां वह जाने-माने पत्रकार और सीनियर न्यूज एंकर सुधीर चौधरी के प्राइम टाइम शो ‘ब्लैक एंड व्हाइट’ (Black And White) में अहम जिम्मेदारी निभाएंगे। हालांकि, अभी इसकी पुष्टि नहीं हो सकी है।
बता दें कि शशांक विक्रम सिंह पूर्व में भी सुधीर चौधरी के साथ काम कर चुके हैं। जिस समय सुधीर चौधरी ‘जी न्यूज’ में प्राइम टाइम शो ‘डीएनए’ (DNA) होस्ट करते थे, शशांक विक्रम उस शो की प्रॉडक्शन टीम का अहम हिस्सा थे।
शशांक विक्रम सिंह ‘जी न्यूज’ से वर्ष 2013 से जुड़े हुए थे। पहले वह ‘डीएनए’ की प्रॉडक्शन टीम का हिस्सा हुआ करते थे और पिछले करीब ढाई-तीन साल से वह यहां प्रॉडक्शन टीम का अहम हिस्सा थे।
मूल रूप से गोरखपुर (उत्तर प्रदेश) के रहने वाले शशांक विक्रम को मीडिया के क्षेत्र में काम करने का करीब दो दशक का अनुभव है। मीडिया में अपने करियर की शुरुआत उन्होंने वर्ष 2004 में ‘ईटीवी’ से की थी। इसके बाद वह ‘महुआ’ और ‘पीटीसी पंजाबी’ में भी अपनी भूमिका निभा चुके हैं।
रिलांयस ने जब अपना चैनल ‘बिग मैजिक’ लॉन्च किया था, तब वह उसकी लॉन्चिंग टीम में भी शामिल रहे थे। पढ़ाई-लिखाई की बात करें तो शशांक विक्रम ने गोरखपुर विश्वविद्यालय से ग्रेजुएशन किया है। इसके साथ ही उन्होंने ‘जयपुरिया इंस्टीट्यूट’ लखनऊ से मास कम्युनिकेशन की पढ़ाई की है।
3 नवंबर को दूरदर्शन न्यूज़ के स्थापना दिवस पर शम्मी नारंग विशेष रूप से फिर से दूरदर्शन न्यूज़ के मंच पर लौटे।
केबल टीवी, डिजिटल टीवी और इंटरनेट के आने से पहले दूरदर्शन हर भारतीय घर का अभिन्न हिस्सा था। उस समय दूरदर्शन के न्यूजरीडर्स और एंकर्स बिना किसी सनसनी के, सरल और निष्पक्ष तरीके से खबरें प्रस्तुत करते थे। इन्हीं में से एक थे शम्मी नारंग, जो जाने-माने न्यूज एंकर और वॉयस ओवर आर्टिस्ट रहे हैं। इस बार 3 नवंबर को 'डीडी न्यूज' के स्थापना दिवस पर शम्मी नारंग विशेष रूप से फिर से 'डीडी न्यूज' के मंच पर लौटे। दूरदर्शन का यह न्यूज चैनल, जो 24 घंटे खबरें प्रसारित करता है, 2003 में शुरू हुआ था।
रविवार को शम्मी नारंग ने दर्शकों के लिए एक “विशेष सरप्राइज” के रूप में बुलेटिन पढ़ा। वीडियो में वे कहते हैं, “यह ऐसा है जैसे दुल्हन अपने मायके लौट रही हो।” उन्होंने इस अनुभव को अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर साझा करते हुए लिखा, “लगभग 23 साल बाद, मैंने @DDNewslive के स्थापना दिवस पर बुलेटिन पढ़ा, जो मेरे लिए भी एक खास अनुभव था।”
यादों का सुनहरा सफ़र !
— Shammi Narang (@iamshamminarang) November 3, 2024
After almost 23 years, I returned to read the bulletin as a special surprise on @DDNewslive‘s foundation day ?#Doordarshan #ShammiNarang #DDNews #Nostalgia #IndianNews @DDNewsHindi pic.twitter.com/kMaVJoArOq
इस वीडियो को 16,000 से अधिक व्यूज मिल चुके हैं और इसे देखकर लोग अपने पुराने दिनों की यादों में खो गए। एक यूज़र ने लिखा, “बहुत सुंदर और भावुक कर देने वाला अनुभव। ये हमें उन दिनों में वापस ले गया जब न्यूज देखना एक खास आयोजन होता था। आपकी आवाज सुनना बहुत भावुक कर गया, ईश्वर आपका भला करे।” एक और यूज़र ने टिप्पणी की, “वो अच्छे दिन थे जब आप, सलमा सुल्तान, मीना तलवार और सरला एम न्यूज़ एंकर हुआ करती थीं। असली खबरें होती थीं, बिना शोर-शराबे के, बिना व्यक्तिगत राय के और बिना किसी बहस के।”
एक तीसरे यूज़र ने लिखा, “अच्छा लगा ये देखना और उन दिनों को याद करना जब मैं 8:40 बजे का समाचार अपने माता-पिता के साथ देखता था।”
बता दें कि 'डीडी न्यूज' हिंदी, अंग्रेज़ी, उर्दू और संस्कृत में रोजाना खबरें प्रसारित करता है। चैनल पर रोजाना 17 घंटे से अधिक का लाइव प्रसारण और 30 से अधिक न्यूज़ बुलेटिन प्रसारित किए जाते हैं, जो दर्शकों को हर भाषा में खबरों से जोड़ने का काम करते हैं।
आशिफ एकबाल इससे पहले 'इंडिया न्यूज' (itv Group) में एडिटर के पद पर अपनी जिम्मेदारी निभा रहे थे।
तमाम नेशनल न्यूज चैनल्स में संपादक की भूमिका निभा चुके आशिफ एकबाल ने अपनी नई पारी का ऐलान कर दिया है। आशिफ एकबाल अब नेशनल न्यूज चैनल ‘प्राइम न्यूज’ (Prime News) में संपादक की भूमिका में नजर आएंगे। अपनी इस भूमिका में आशिफ एकबाल चैनल के मैनेजिंग डायरेक्टर और एडिटर-इन-चीफ मनीष पांडेय को रिपोर्ट करेंगे।
आशिफ एकबाल इससे पहले 'इंडिया न्यूज' (itv Group) में एडिटर के पद पर अपनी जिम्मेदारी निभा रहे थे। देश के युवा संपादकों की फेहरिस्त में शुमार आशिफ एकबाल ने कई लोकसभा और विधानसभा चुनावों को कवर किया है।
उन्होंने 'न्यूज इंडिया' चैनल में अपने साप्ताहिक शो 'हॉट सीट' और डेली शो '8Pm' के जरिए टीवी पर अपनी अलग पहचान बनाई और टीवी स्क्रीन पर नए-नए प्रयोग किए। अपनी कई टीवी रिपोर्ट्स को लेकर उन्हें तमाम अवॉर्ड्स से सम्मानित किया जा चुका है।
पत्रकारिता जगत में 20 सालों से ज्यादा का तजुर्बा रखने वाले आशिफ एकबाल ने विभिन्न न्यूज चैनल में काम किया है। समाचार पत्र 'आज' से पत्रकारिता में करियर शुरू करने वाले आशिफ ने 'महुआ टीवी', 'ईटीवी', 'चैनल वन', 'यूपी न्यूज', 'P7 न्यूज' और 'न्यूज18' जी मीडिया में कई अहम पदों पर कार्य किया है।
'समाचार प्लस', 'न्यूज इंडिया', 'जनतंत्र टीवी' जैसे चैनलों में उन्होंने एडिटर की भूमिका निभाई। समाचार4मीडिया की ओर से आशिफ एकबाल को उनकी नई पारी के लिए ढेरों बधाई और शुभकामनाएं।
एनडीटीवी (NDTV) ने ब्रॉडकास्ट ऑडियंस रिसर्च काउंसिल (BARC) के मीजरमेंट सिस्टम में फिर से शामिल होने का फैसला किया है।
एनडीटीवी (NDTV) ने ब्रॉडकास्ट ऑडियंस रिसर्च काउंसिल (BARC) के मीजरमेंट सिस्टम में फिर से शामिल होने का फैसला किया है।
BARC इंडिया के आंकड़ों के अनुसार, 'एनडीटीवी इंडिया' ने हिंदी न्यूज HSM कैटेगरी में 2% बाजार हिस्सेदारी दर्ज की है।
मार्च 2022 में, एनडीटीवी ने BARC सिस्टम से बाहर निकलने का निर्णय लिया था। उन्होंने इसके पीछे कई कारण बताए थे, जैसे कि मीटरों की कमी, सिस्टम में कमजोरियां, पारदर्शिता का अभाव और भ्रष्टाचार की धारणा।
एनडीटीवी ने तब कहा था, "एनडीटीवी ने बार-बार इस ओर इशारा किया है कि यदि बार्क एक ऐसी मापन प्रणाली (measurement process) सुनिश्चित करने के लिए गंभीर है, जिसमें हेराफेरी या छेड़छाड़ नहीं की जा सकती है, तो एक बड़े सैंपल साइज (मीटर) की आवश्यकता है।‘
उनका कहना था कि रेटिंग में गड़बड़ी उजागर होने से वर्षों पहले से एनडीटीवी इस सिस्टम की तमाम कमजोरियों की ओर इशारा कर रहा है। दुर्भाग्य से, टीआरपी की रिपोर्टिंग फिर से शुरू करने के लिए बार्क जो बदलाव पेश कर रहा है, वे चिंताजनक रूप से अपर्याप्त हैं।
‘एनडीटीवी’ ग्रुप की प्रेजिडेंट सुपर्णा सिंह ने कहा था, "दुर्भाग्यवश, BARC द्वारा TRP रिपोर्टिंग फिर से शुरू करने पर जो बदलाव किए जा रहे हैं वे बेहद अपर्याप्त हैं।"
इसके साथ ही सुपर्णा सिंह का यह भी कहना था कि ब्रॉडकास्टर को बार्क इंडिया की रेटिंग प्रणाली को फिर से शुरू किए जाने पर तक इसे सबस्क्राइब करना सुसंगत नहीं लगता, जब तक कि इसमें आवश्यक सुधार नहीं हो जाते। उन्होंने कहा था कि बार्क को ज्यादा मीटर लगाने और अधिक पारदर्शी बनाने की जरूरत है।
अब एनडीटीवी का वापस आना दर्शाता है कि वे अपने दर्शकों और बाजार में अपनी स्थिति को मजबूत करना चाहते हैं।
'गुड न्यूज टुडे' (GNT) चैनल इस दीपावली पर अपने दर्शकों के लिए सकारात्मक और सांस्कृतिक रूप से समृद्ध कार्यक्रमों की विशेष प्रस्तुति लेकर आ रहा है।
'गुड न्यूज टुडे' (GNT) चैनल इस दीपावली पर अपने दर्शकों के लिए सकारात्मक और सांस्कृतिक रूप से समृद्ध कार्यक्रमों की विशेष प्रस्तुति लेकर आ रहा है। दीपावली सीजन में ब्रैंड्स और उपभोक्ताओं के बीच जुड़ाव का प्रमुख माध्यम बनने की दिशा में 'गुड न्यूज टुडे' ने एक सप्ताह का विशेष प्रोग्रामिंग शेड्यूल तैयार किया है।
इस दौरान, चैनल विभिन्न क्षेत्रों में उपलब्धियों को मान्यता देने वाले विशेष शो का प्रसारण करेगा, जिसमें ऐसे व्यक्तियों को सम्मानित किया जाएगा जिनके कार्यों से समाज में सकारात्मक प्रभाव पड़ा है। साथ ही, चैनल लाइव दीपावली पूजा का प्रसारण भी करेगा, जिसमें दर्शक प्रतिष्ठित पंडितों के मार्गदर्शन में पूजा विधि का पालन कर सकेंगे।
चैनल पर एक कवि सम्मेलन भी होगा, जिसमें कवि दीपावली से जुड़े गीत प्रस्तुत करेंगे, जिससे उत्सव का माहौल और रंगीन होगा। “शॉपिंग के साथी” सीरीज के माध्यम से दर्शकों को प्रमुख शहरों में सर्वश्रेष्ठ खरीदारी स्थानों के सुझाव मिलेंगे, जबकि “कैसे करें मां लक्ष्मी को प्रसन्न” कार्यक्रम में पंडितों से राशि-आधारित सुझाव दिए जाएंगे ताकि समृद्धि आकर्षित की जा सके।
'गुड न्यूज टुडे' अयोध्या में नव-निर्मित राम मंदिर के दीपोत्सव का सीधा प्रसारण भी करेगा, जिसमें सरयू घाट से लाइव रिपोर्टिंग शामिल होगी। चैनल एक खास कार्यक्रम के जरिए आगामी वर्ष के आर्थिक पूर्वानुमान पर चर्चा भी करेगा, जिससे दर्शकों की वित्तीय समृद्धि का मार्गदर्शन किया जा सके।
धनतेरस से पहले 'गुड न्यूज टुडे' एक दैनिक सीरीज पेश करेगा, जिसमें त्योहार के ऐतिहासिक महत्व और खरीदारी के सुझाव दिए जाएंगे और इसका समापन लाइव पूजा के प्रसारण से होगा।
'गुड न्यूज टुडे' का उद्देश्य इस विस्तृत प्रोग्रामिंग के माध्यम से अपने दर्शकों के दीपावली अनुभव को बेहतर बनाना और ब्रैंड्स को दर्शकों से जुड़ने का एक अनूठा मंच प्रदान करना है।
विवादित 'ब्रॉडकास्टिंग सर्विसेज (रेगुलेशन) बिल' को लेकर देरी होती दिख रही है, क्योंकि सूचना-प्रसारण मंत्रालय को हितधारकों के बीच सहमति की कमी का सामना करना पड़ रहा है।
अदिति गुप्ता, असिसटेंट एडिटर, एक्सचेंज4मीडिया ग्रुप ।।
विवादित 'ब्रॉडकास्टिंग सर्विसेज (रेगुलेशन) बिल' को लेकर देरी होती दिख रही है, क्योंकि सूचना-प्रसारण मंत्रालय को हितधारकों के बीच सहमति की कमी का सामना करना पड़ रहा है।
'एक्सचेंज4मीडिया' को सूत्रों से पता चला है कि मंत्रालय को 13 अक्टूबर की समयसीमा तक बहुत कम इंडस्ट्री से जुड़ी प्रतिक्रिया मिली, खासकर ओवर-द-टॉप (OTT) प्लेटफॉर्म्स की भागीदारी में कमी के कारण चिंता बढ़ गई है। इन प्लेटफॉर्म्स ने प्रस्तावित नियमों को लेकर कई आपत्तियां जताई हैं। मंत्रालय फिलहाल बिल पर आगे बढ़ने से पहले व्यापक विचार-विमर्श की योजना बना रहा है, ताकि तेजी से बदल रहे मीडिया परिदृश्य में सभी की जरूरतों को ध्यान में रखा जा सके।
OTT प्लेटफॉर्म्स, जो अब कंटेंट डिस्ट्रीब्यूशन के क्षेत्र में अहम भूमिका निभा रहे हैं, प्रस्तावित नियमों को लेकर गंभीर आपत्तियां जता रहे हैं। सूत्रों के अनुसार, मंत्रालय ने फिलहाल इस बिल पर आगे बढ़ने का काम रोक दिया है ताकि इस पर व्यापक विचार-विमर्श किया जा सके। ऐसा इसलिए है क्योंकि तेजी से बदल रहे मीडिया परिदृश्य को नियंत्रित करना और उद्योग के सभी पक्षों की अलग-अलग जरूरतों को पूरा करना चुनौतीपूर्ण है।
मंत्रालय ने अगस्त में बिल का दूसरा ड्राफ्ट वापस ले लिया था, जिससे इसे लेकर सवाल खड़े हो गए थे। इस बिल का उद्देश्य एक ऐसा कानूनी ढांचा बनाना है जो OTT प्लेटफॉर्म्स और ऑनलाइन कंटेंट क्रिएटर्स को भी शामिल करे और वर्तमान नीतियों में बदलाव लाए। यह नया कानून 'केबल टेलीविजन नेटवर्क (रेगुलेशन) एक्ट 1995' की जगह ले सकता है।
नाम न बताने की शर्त पर एक इंडस्ट्री एक्सपर्ट ने कहा कि उन्होंने अपनी प्रतिक्रिया मंत्रालय को भेज दी है, लेकिन सूचना-प्रसारण मंत्रालय (MIB) की ओर से कोई जवाब नहीं आया है। यह बिल फिलहाल रुका हुआ है, मुख्य रूप से OTT प्लेटफॉर्म्स द्वारा समर्थन की कमी के कारण, खासकर प्रस्तावित नियमों और पंजीकरण आवश्यकताओं को लेकर।
बिल के दूसरे ड्राफ्ट के साथ, केंद्र सरकार का उद्देश्य एक एकीकृत कानूनी ढांचा बनाना था जो प्रसारण क्षेत्र, OTT प्लेटफॉर्म्स और ऑनलाइन क्रिएटर्स को नियंत्रित कर सके, साथ ही मौजूदा नीतियों में बदलाव ला सके। इस नए कानून से केबल टेलीविजन नेटवर्क (रेगुलेशन) अधिनियम, 1995 की जगह लेने की उम्मीद है।
एक सीनियर ब्रॉडकास्ट एक्सपर्ट ने कहा कि सरकार OTT कंटेंट पर नियंत्रण रखना चाहती है, जिसे OTT प्लेटफॉर्म्स द्वारा अस्वीकार किया जा रहा है। सरकार सेंसरशिप के लिए ऐसे शब्दों का इस्तेमाल कर सकती है जैसे "इंटरनल रिव्यू" या "कंटेंट कमेटी"। उन्होंने बताया कि 'IC814 The Kandahar Hijack' के मामले के बाद सरकार इस पर सख्त रुख अपना सकती है।
एक्सपर्ट ने आगे कहा कि बिल पर हितधारकों की प्रतिक्रियाएं और सरकार का रुख वही रहेगा और इससे कुछ नया नहीं निकलेगा। उन्होंने कहा कि मंत्रालय ने बिल को चुनिंदा लोगों के पास भेजकर अनावश्यक विवाद में खुद को उलझा लिया है।
पिछले महीने सूचना-प्रसारण मंत्रालय ने नेटफ्लिक्स के ‘IC-814 - द कंधार हाइजैक’ सीरीज को लेकर विवाद के बाद उसके कंटेंट हेड को बुलाया था, क्योंकि इसमें अपहरणकर्ताओं के चित्रण पर आपत्ति जताई गई थी।
वहीं OTT प्लेटफॉर्म्स को चिंता है कि नए बिल में प्रस्तावित नियम उनके कंटेंट पर अत्यधिक सरकारी नियंत्रण ला सकते हैं, जिससे उनकी रचनात्मक स्वतंत्रता बाधित हो सकती है।
OTT इंडस्ट्री से जुड़े एक एक्सपर्ट का कहना है कि ओटीटी प्लेयर्स कंटेंट में सरकारी हस्तक्षेप के लिए क्यों सहमत होंगे? यह निश्चित रूप से हमारी अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को खतरे में डालने वाला है। जहां तकरजिस्ट्रेशन का सवाल है, सभी पहले से ही उचित नियमों का पालन कर रहे हैं, इसलिए कानून का कोई उल्लंघन नहीं हो रहा है।
बिल के दूसरे ड्राफ्ट के प्रावधानों से मीडिया संगठनों में असंतोष फैल गया, जिन्होंने सेंसरशिप लागू करने और कंटेंट क्रिएटर्स पर अनुपालन के बोझ का विरोध किया। उनकी आशंका थी कि इस नियामक ढांचे से रचनात्मकता और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता बाधित हो सकती है, खासकर डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर जहां अधिकतर क्रिएटर्स काम करते हैं।
बिल को ब्रॉडकास्ट इंडस्ट्री के कई क्षेत्रों से कड़ा विरोध मिला, जिन्होंने इसे नुकसानदायक बताया। इसके साथ ही, अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर खतरे, सरकारी हस्तक्षेप बढ़ने, और प्रसार भारती-प्रबंधित सेवाओं के प्रति पक्षपात को लेकर भी चर्चाएं जारी हैं। इंडस्ट्री के हितधारकों का कहना है कि यह बिल सरकारी मीडिया को निजी ऑपरेटर्स के मुकाबले लाभकारी स्थिति दे सकता है।
इसके अलावा, इस बिल में सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स को भी "ब्रॉडकास्टर्स" की श्रेणी में शामिल करना एक विवादास्पद मुद्दा बना हुआ है, क्योंकि यह इन्फ्लुएंसर्स के लिए उन नियमों का पालन करना चुनौतीपूर्ण बना सकता है जो पारंपरिक प्रसारणकर्ताओं पर लागू होते हैं।
जब मंत्रालय ने बिल वापस लिया था, तो कहा गया था कि अक्टूबर में एक नया ड्राफ्ट जारी किया जाएगा। हालांकि, अभी तक मंत्रालय की ओर से कोई समयसीमा घोषित नहीं की गई है। जैसे-जैसे चर्चा जारी है, 'ब्रॉडकास्टिंग सर्विसेज बिल' का भविष्य अनिश्चित बना हुआ है और इंडस्ट्री जगत इस नियामक ढांचे की स्पष्टता का इंतजार कर रहा है जो भारत में कंटेंट निर्माण और वितरण को प्रभावित कर सकता है।
भारत के प्रमुख बिजनेस न्यूज चैनल ET NOW और हिंदी बिजनेस चैनल ET NOW स्वदेश ने इस दिवाली के खास मौके पर अपने दर्शकों के लिए एक विशेष कार्यक्रम की घोषणा की है।
भारत के प्रमुख बिजनेस न्यूज चैनल ET NOW और हिंदी बिजनेस चैनल ET NOW स्वदेश ने इस दिवाली के खास मौके पर अपने दर्शकों के लिए एक विशेष कार्यक्रम की घोषणा की है। इन कार्यक्रमों का उद्देश्य दर्शकों को फाइनेंशियल समृद्धि की दिशा में प्रेरित करना और उनकी वित्तीय समझ को बढ़ाना है।
ET NOW पर "संवत 2081 - रिव्यू, रिवाइज, राइज" और ET NOW स्वदेश पर "संवत 2081 - ये दिवाली समृद्धि वाली" थीम के तहत एक हफ्ते तक चलने वाले इन कार्यक्रमों में फाइनेंशियल एक्सपर्ट और बिजनेस लीडर्स दर्शकों को निवेश और वित्तीय योजना के बारे में गहराई से मार्गदर्शन देंगे। इन शो में दर्शक न केवल अपने पोर्टफोलियो की समीक्षा करने और उन्हें सुधारने की जानकारी हासिल करेंगे, बल्कि आने वाले संवत 2081 के अवसरों का भी पूरा लाभ उठाने की सलाह प्राप्त करेंगे।
ET NOW के दिवाली स्पेशल प्रोग्राम:
1. इंवेस्टमेंट गुरु:
इस शो में भारत के टॉप निवेशक और बाजार विशेषज्ञ जैसे हिरेन वेद, विक्टर श्वेत्स, नीलकंठ मिश्रा, मनीष चोखानी, रवि धर्मशी और रामदेव अग्रवाल शामिल होंगे। यह कार्यक्रम निवेश रणनीतियों और बाजार के दृष्टिकोण पर चर्चा करेगा, जो हर सुबह 9:20 बजे और 10 बजे प्रसारित होगा।
2. खपत पल्स:
भारत के फेस्टिवल सीजन के दौरान खपत के रुझानों पर केंद्रित यह सेगमेंट हर सुबह 10:20 बजे प्रसारित होगा, जिसमें बाजार के विशेषज्ञों की मदद से उपभोक्ता मांग और आर्थिक संकेतों पर चर्चा की जाएगी।
3. ‘FUND’टैस्टिक मैनेजर्स:
म्यूचुअल फंड मैनेजर्स की रणनीतियों और सलाह को साझा करने वाला यह शो हर दिन दोपहर 12:15 बजे प्रसारित होगा, जिसमें निवेशकों के लिए बाजार की मौजूदा स्थिति पर इनसाइट्स दी जाएंगी।
4. विजार्ड्स ऑफ वेल्थ:
यह कार्यक्रम दोपहर 12:45 बजे प्रसारित होगा, जिसमें वेल्थ मैनेजर्स के साथ चर्चा होगी जो हाई नेट वर्थ पोर्टफोलियो मैनेज करते हैं और निवेशकों को जटिल बाजारों में नेविगेट करने की सलाह देंगे।
5. द मनी शो:
नए निवेशकों के लिए मार्गदर्शन देने वाला यह शो हर दिन शाम 5 बजे प्रसारित होगा। इसमें नए निवेशकों के लिए ‘गृहलक्ष्मी से धनलक्ष्मी’ और ‘क्लीन योर पोर्टफोलियो’ जैसे सेगमेंट होंगे, जो वित्तीय यात्रा को सुगम बनाने में मदद करेंगे।
ET NOW स्वदेश के लिए दिवाली स्पेशल:
1. टॉप 10 निवेश पॉलिसी:
29 अक्टूबर को दोपहर 12:30 बजे प्रसारित होने वाले इस शो में ET NOW और ET NOW स्वदेश के एडिटर-इन-चीफ निकुंज डालमिया दर्शकों को उनके टॉप 10 निवेश मंत्रों से परिचित कराएंगे।
2. शेयरों पर दिवाली छूट:
30 अक्टूबर को दोपहर 12:30 बजे प्रसारित होने वाला यह सेगमेंट उन शेयरों पर केंद्रित होगा जो आकर्षक वैल्यूएशन पर ट्रेड कर रहे हैं, जिससे निवेशक लाभ उठा सकें।
3. रॉकेट शेयर:
31 अक्टूबर को प्रसारित होने वाला यह शो निवेशकों को शॉर्ट, मिड और लॉन्ग टर्म में बेहतरीन रिटर्न देने वाले टॉप स्टॉक पिक्स की जानकारी देगा।
समारोह की मुख्य विशेषताएं:
1 नवंबर को, ET NOW और ET NOW स्वदेश नए हिंदू कैलेंडर वर्ष का स्वागत करने के लिए शाम 5 बजे से 7 बजे तक एक स्पेशल मुहूर्त ट्रेडिंग सत्र का आयोजन करेंगे। इस सत्र में फाइनेंशियल एक्सपर्ट रमेश दमानी, सुनील सिंघानिया, नीलेश शाह और विजय केडिया जैसे बाजार विशेषज्ञ लाइव मार्केट विश्लेषण और निवेश रणनीतियों पर चर्चा करेंगे।
ET NOW और ET NOW स्वदेश का यह विशेष कार्यक्रम न केवल दर्शकों को फाइनेंशियल जागरूकता प्रदान करेगा, बल्कि उन्हें उनके निवेश पोर्टफोलियो को बेहतर ढंग से मैनेज करने में मदद करेगा।
बॉलीवुड सुपरस्टार शाहरुख खान का डेब्यू टीवी शो ‘फौजी’ एक बार फिर छोटे पर्दे पर शुरू होने जा रहा है। यह शो, जो पहली बार 1989 में प्रसारित हुआ था
बॉलीवुड सुपरस्टार शाहरुख खान का डेब्यू टीवी शो ‘फौजी’ एक बार फिर छोटे पर्दे पर शुरू होने जा रहा है। यह शो, जो पहली बार 1989 में प्रसारित हुआ था, अब 24 अक्टूबर, गुरुवार से दूरदर्शन पर फिर से दिखाया जाएगा। इस सीरीज के सभी 13 एपिसोड सोमवार से गुरुवार तक डीडी नेशनल पर प्रसारित होंगे, जिससे फैंस को इस आइकॉनिक शो को फिर से देखने का मौका मिलेगा।
इस शो को आप 24 अक्टूबर से दोपहर 12:00 बजे और फिर रात 11:30 बजे देख सकते हैं और वह भी सिर्फ दूरदर्शन पर।
लौट आया है #Fauji...! भारत का ऐसा धमाकेदार शो जिसने देश को दिया उसका सबसे बड़ा सुपरस्टार...आइए एक बार फिर हिस्सा बनें उसी सुहाने सफर का। जरूर देखिए, 24 अक्टूबर से, दोपहर 12:00 बजे और पुनः प्रसारण रात 11:30 बजे, सिर्फ #DDNational पर। @iamsrk #FaujiOnDD #FaujiIsBack #SRK pic.twitter.com/us9U1KbbSi
— Doordarshan National दूरदर्शन नेशनल (@DDNational) October 23, 2024
दूरदर्शन की महानिदेशक कंचन प्रसाद ने इस बारे में उत्साह व्यक्त करते हुए कहा, "फौजी एक ऐसा शो है जो समय के साथ भी प्रासंगिक बना हुआ है। 'फौजी 2' के आने से पहले इस शो के पहले संस्करण को फिर से प्रसारित करना इस शो की विरासत को सम्मान देने और इसके मूल से फिर से जुड़ने का बेहतरीन तरीका है।"
राज कुमार कपूर द्वारा निर्देशित ‘फौजी’ एक कमांडो रेजिमेंट की कड़ी ट्रेनिंग की कहानी है। यह शो शाहरुख खान के टेलीविजन डेब्यू का प्रतीक है, जहां उन्होंने लेफ्टिनेंट अभिमन्यु राय का किरदार निभाया था। शो में नए कमांडो की कठिन ट्रेनिंग, उनकी दोस्ती, मस्ती, अनुशासन और दैनिक चुनौतियों को दिखाया गया है। इस शो में राकेश शर्मा (मेजर विक्रम 'विक्की' राय), अमीना शेरवानी (किरण कोचर), मंजुला अवतार (कैप्टन मधु राठौड़) सहित कई महत्वपूर्ण कलाकारों ने अपनी बेहतरीन अदाकारी से दर्शकों का दिल जीता था।
शो में शुरुआत में राकेश शर्मा को मुख्य किरदार के रूप में चुना गया था, जबकि शाहरुख खान को दूसरे मुख्य किरदार के लिए लिया गया था।
‘फौजी’ के बाद शाहरुख खान ने अज़ीज़ मिर्ज़ा के टीवी शो 'सर्कस' में काम किया। इसके अलावा वह ‘इडियट,’ ‘उम्मीद,’ ‘वागले की दुनिया,’ और अंग्रेजी फिल्म 'इन व्हिच एनी गिव्स इट दोस वन्स' में भी नजर आए। शाहरुख की फिल्मी यात्रा 1992 में दिव्या भारती और ऋषि कपूर के साथ आई ब्लॉकबस्टर फिल्म 'दीवाना' से शुरू हुई।
हाल ही में इस आइकॉनिक सीरीज के सीक्वल 'फौजी 2' की घोषणा की गई है। इस शो में 'बिग बॉस 17' फेम विक्की जैन, कर्नल संजय सिंह की भूमिका निभाएंगे, जिससे विक्की अपने अभिनय करियर की शुरुआत करेंगे। अभिनेत्री गौहर खान लेफ्टिनेंट कर्नल सिमरजीत कौर की भूमिका निभाएंगी, जो हथियार विशेषज्ञ कैडेट ट्रेनर हैं। इसके अलावा आशीष भारद्वाज, उत्कर्ष कोहली, रुद्र सोनी, अयान मंचंदा और नील सटपुरा भी प्रमुख भूमिकाओं में नजर आएंगे।
‘फौजी’ का दोबारा प्रसारण दर्शकों के लिए एक सुनहरा मौका है, जिससे वे शाहरुख खान के शुरुआती करियर को फिर से देख पाएंगे और इस शो की विरासत को महसूस कर सकेंगे।
शिवांक मिश्रा ने कुछ दिनों पहले ही ‘जी न्यूज’ में अपनी पारी को विराम दिया था। वह करीब साढ़े चार साल से इस संस्थान में कार्यरत थे और वर्तमान में सीनियर करेसपॉन्डेंट के पद पर अपनी भूमिका निभा रहे थे।
युवा और खोजी पत्रकार शिवांक मिश्रा ने देश के बड़े मीडिया नेटवर्क्स में शुमार ‘एबीपी नेटवर्क’ (ABP Network) के साथ मीडिया में अपनी नई पारी का आगाज किया है। उन्होंने ‘एबीपी न्यूज’ में प्रिंसिपल करेसपॉन्डेंट के पद पर जॉइन किया है।
बता दें कि शिवांक मिश्रा ने कुछ दिनों पहले ही ‘जी न्यूज’ (Zee News) में अपनी पारी को विराम दिया था। वह करीब साढ़े चार साल से इस संस्थान में कार्यरत थे और वर्तमान में सीनियर करेसपॉन्डेंट के पद पर अपनी भूमिका निभा रहे थे।
समाचार4मीडिया से बातचीत में शिवांक मिश्रा ने बताया कि अपने करीब साढ़े चार साल के सफर में उन्होंने इस चैनल के लिए कई इन्वेस्टिगेटिव स्टोरीज कीं। ‘जी न्यूज’ में रहते हुए कनाडा की सरकार द्वारा खालिस्तानियों को अपने देश में पनाह देने का कबूलनामा हो अथवा छत्तीसगढ़ में सैकड़ों करोड़ के स्वास्थ्य घोटाले का खुलासा, तमाम इन्वेस्टिगेटिव स्टोरीज उनके खाते में दर्ज हैं।
शिवांक के अनुसार, अभी से कुछ दिन पहले दिल्ली वक्फ बोर्ड द्वारा दिल्ली के 6 मंदिरों की जमीन पर दावे का भी खुलासा भी उनकी स्टोरी से ही हुआ था, जिस पर दिल्ली में सियासी संग्राम भी छिड़ गया था।
मूल रूप से सीतापुर (उत्तर प्रदेश) के रहने वाले शिवांक मिश्रा ने अपनी शुरुआती पढ़ाई लिखाई वहीं से करने के बाद कानपुर स्थित ‘छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय’ से बीएससी की है। इसके अलावा उन्होंने ‘जी इंस्टीट्यूट ऑफ मीडिया आर्ट्स’ से टीवी जर्नलिज्म, मास कम्युनिकेशन/मीडिया स्टडीज की पढ़ाई भी की है। समाचार4मीडिया की ओर से शिवांक मिश्रा को उनकी नई पारी के लिए ढेरों बधाई और शुभकामनाएं।