मुंबई पुलिस ने ‘महा मूवी’ (Maha Movie) टेलीविजन चैनल के सीईओ संजय वर्मा को मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया
मुंबई पुलिस ने ‘महा मूवी’ (Maha Movie) टेलीविजन चैनल के सीईओ संजय वर्मा को मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया, उन पर कथित कॉपीराइट उल्लंघन का आरोप है। मंगलवार को मुंबई क्राइम ब्रांच ने उनसे थोड़ी देर पूछताछ की और उसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया। वह कथित टीआरपी घोटाले में भी एक वांछित आरोपी हैं।
मामले की जानकारी देते हुए एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि वर्मा को मुंबई पुलिस की अपराध खुफिया इकाई (सीआईयू) ने गिरफ्तार किया। कॉपीराइट मामलों का उल्लंघन करने की शिकायत संजय वर्मा के खिलाफ मुंबई के जुहू स्थित पुलिस स्टेशन दायर की गई थी। इसके बाद मामले की जांच सीआईयू को सौंपी गई थी। जांच में संजय वर्मा की कथित भूमिका सामने आई, जिसके बाद सीआईयू की टीम ने उनसे पूछताछ की और उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।
पूछताछ के दौरान वर्मा ने अपराध शाखा के अधिकारियों को बताया कि महा मूवी चैनल ने 10 जून से 10 नवंबर 2020 के बीच अवैध रूप से 'जंजीर', 'लावारिस', 'जादूगर', 'मोहब्बत के दुश्मन', 'मुकद्दर का सिकंदर' जैसी फिल्मों का प्रसारण किया।
उन्होंने बताया कि इन फिल्मों के कॉपीराइट पुनीत मेहरा की कंपनी के पास हैं, जोकि प्रसिद्ध फिल्म निर्माता प्रकाश मेहरा के बेटे हैं। मेहरा ने कभी इन फिल्मों के कॉपीराइट किसी अन्य कंपनी या व्यक्ति को नहीं बेचे थे। अधिकारी ने बताया कि इस मामले में नौ और लोग वांछित हैं।
बता दें कि इससे पहले टीआरपी मामले में धांधली करने का भी मुकदमा संजय वर्मा के ऊपर चल रहा है। कथित टीआरपी से हेरफेर करने के मामले में हाल में दाखिल एक आरोप पत्र में कहा गया है कि हंसा रिसर्च एजेंसी के एक अधिकारी ने कुछ घरों को ‘महा मूवी’, ‘बॉक्स सिनेमा’, ‘फक्त मराठी’ और ‘रिपब्लिक टीवी’ चैनल देखने के लिए धन दिया था।
कामकाज और खबरों की तालमेल को बेहतर बनाने के लिए इंडिया टुडे ग्रुप ने अपनी इनपुट टीम में बदलाव किया है।
कामकाज और खबरों की तालमेल को बेहतर बनाने के लिए इंडिया टुडे ग्रुप ने अपनी इनपुट टीम में बदलाव किया है। शेखर, सीमा और पार्था की टीम, जिसे ग्रुप में “इनपुट न्यूज टरबाइन का शानदार ट्रिपल इंजन” कहा जाता है, अब अंतरिम रूप से सुप्रिय प्रसाद को रिपोर्ट करेगी।
यह बदलाव इंडिया टुडे ग्रुप की वाइस चेयरपर्सन कली पुरी की ओर से एक आंतरिक संदेश के जरिए साझा किया गया, जिसमें सुप्रिय प्रसाद को न्यूजरूम का “नींव का पत्थर” बताते हुए उनके अडिग विजन और अजेय जज्बे की सराहना की गई। पुरी ने उम्मीद जताई कि इस नई व्यवस्था से नेटवर्क में समन्वय और कार्यकुशलता दोनों में बढ़ोतरी होगी।
ग्रुप के भीतर यह संपादकीय बदलाव उस बड़े ट्रांजिशन का हिस्सा है, जिसमें AI आधारित वर्कफ्लो को प्राथमिकता दी जा रही है। कली पुरी के मुताबिक, “हम हमेशा से तेजी से ढलने वाले संगठन रहे हैं और मौजूदा वक्त की यही सबसे बड़ी जरूरत भी है।”
केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण और संसदीय कार्य राज्य मंत्री डॉ. एल. मुरुगन ने WAVES समिट के मंच से ‘स्टैटिस्टिकल हैंडबुक 2024–25’ का अनावरण किया।
केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण और संसदीय कार्य राज्य मंत्री डॉ. एल. मुरुगन ने WAVES समिट के मंच से ‘स्टैटिस्टिकल हैंडबुक 2024–25’ का अनावरण किया। यह रिपोर्ट भारत में बदलते मीडिया और ब्रॉडकास्टिंग इकोसिस्टम की एक व्यापक तस्वीर पेश करती है, जिसमें डिजिटल पहुंच, पारंपरिक मीडिया, कंटेंट निर्माण और बुनियादी ढांचे में हो रही तेज़ प्रगति के आंकड़े दर्ज हैं।
रिपोर्ट के अनुसार, देश की Direct-to-Home (DTH) सेवाएं अब 100% भौगोलिक क्षेत्र तक पहुंच चुकी हैं। प्रसार भारती के DD FreeDish प्लेटफॉर्म ने 2004 में सिर्फ 33 चैनलों से शुरुआत की थी, जो अब 2024–25 तक बढ़कर 381 चैनल हो चुके हैं। इससे ग्रामीण और पिछड़े क्षेत्रों में भी सूचना और मनोरंजन की पहुंच सुनिश्चित हुई है।
रिपोर्ट बताती है कि ऑल इंडिया रेडियो (AIR) अब भारत की 98% आबादी तक अपनी पहुंच बना चुका है। साल 2000 में AIR के जहां 198 स्टेशन थे, वहीं 2025 तक यह संख्या 591 तक पहुंच गई है।
वहीं, निजी सैटेलाइट चैनलों की संख्या 2004-05 में 130 थी, जो 2024–25 में बढ़कर 908 हो गई है। निजी एफएम स्टेशन भी 2001 के सिर्फ 4 स्टेशन से बढ़कर अब 388 स्टेशन तक पहुंच चुके हैं।
कम्युनिटी रेडियो स्टेशनों (CRS) की संख्या 2005 में जहां 15 थी, वहीं 2025 में यह बढ़कर 531 हो गई है। यह स्थानीय समुदायों की भागीदारी और हाइपर-लोकल कंटेंट को बढ़ावा दे रहा है।
प्रेस रजिस्ट्रार जनरल ऑफ इंडिया (PRGI) के अनुसार, भारत में रजिस्टर्ड प्रकाशनों की संख्या 1957 में 5,932 थी, जो 2024–25 में बढ़कर 1,54,523 हो गई है, और यह 4.99% की CAGR दर से बढ़ी है। इस दौरान पब्लिकेशंस डिवीजन ने बच्चों की किताबों, विज्ञान, इतिहास, पर्यावरण और जीवनी जैसे विषयों पर 130 पुस्तकें प्रकाशित कीं।
भारतीय फीचर फिल्मों का निर्माण भी तेज़ी से बढ़ा है। 1983 में 741 फिल्मों को सर्टिफिकेशन मिला था, जो 2024–25 में बढ़कर 3,455 हो गया है। अब तक भारत में कुल 69,113 फिल्मों को प्रमाणित किया जा चुका है। रिपोर्ट में फिल्म पुरस्कारों, अंतरराष्ट्रीय फिल्म समारोहों और NFDC द्वारा निर्मित डॉक्युमेंट्रीज़ का भी जिक्र है।
रिपोर्ट में WAVES OTT प्लेटफॉर्म, इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ क्रिएटिव टेक्नोलॉजीज़ (IICT) और Create in India Challenge (CIC) जैसे डिजिटल पहलों को भी शामिल किया गया है, जिनका उद्देश्य डिजिटल क्रिएटर्स और मीडिया एंटरप्रेन्योर्स को बढ़ावा देना है।
मंत्रालय ने कंटेंट लाइसेंसिंग और प्रॉडक्शन से जुड़ी प्रक्रियाओं को सरल बनाते हुए कई सुधार किए हैं। साथ ही, मीडिया वर्कफोर्स को भविष्य की ज़रूरतों के लिए तैयार करने के उद्देश्य से स्किलिंग और कैपेसिटी बिल्डिंग कार्यक्रमों को भी बड़े स्तर पर विस्तार दिया गया है।
इस शो का प्रसारण पांच मई की रात नौ बजे से शुरू होगा और इसे जाने-माने एंकर सचिन अरोड़ा होस्ट करेंगे।
देश के प्रतिष्ठित न्यूज चैनल्स में शुमार ‘न्यूज24’ (News24) पांच मई से नया प्राइम टाइम शो ‘जो कहेंगे सच कहेंगे’ (Jo Kahenge Sach Kahenge) लेकर आ रहा है। इस शो का प्रसारण रात नौ बजे से शुरू होगा और इसे जाने-माने एंकर सचिन अरोड़ा होस्ट करेंगे।
चैनल के अनुसार, ऐसे समय में जब समाचारों की विश्वसनीयता सवालों के घेरे में है, यह कार्यक्रम ‘न्यूज24’ की मूल विचारधारा ‘निष्पक्ष न्यूज’ – यानी निष्पक्ष पत्रकारिता– की प्रतिबद्धता को दोहराएगा। ‘जो कहेंगे सच कहेंगे’ केवल एक कार्यक्रम नहीं, बल्कि एक सैद्धांतिक रुख है। तीखी संपादकीय दृष्टि और निर्भीक कहानी कहने की शैली के साथ, सचिन अरोड़ा दिन की सबसे अहम घटनाओं पर चर्चा करेंगे, सत्ता में बैठे लोगों से सवाल पूछेंगे और सच्चाई तथा झूठ के बीच की रेखा स्पष्ट करेंगे।
नए शो को लेकर ‘न्यूज24’ की चेयरपर्सन और एडिटर-इन-चीफ अनुराधा प्रसाद का कहना है, ‘आज जब खबरों की दिशा अक्सर पक्षपात और ध्रुवीकरण तय करते हैं, ऐसे वक्त में हमारी सबसे बड़ी जिम्मेदारी है– सच्चाई को बिना किसी पक्ष के सामने लाना। यह शो निष्पक्षता और जनहित की भावना से प्रेरित है और आज के भ्रमित करने वाले समाचार माहौल में स्पष्टता की तलाश करने वाले दर्शकों के लिए एक भरोसेमंद मंच बनने जा रहा है। ‘जो कहेंगे सच कहेंगे’ हमारे मूल विश्वास यानी निष्पक्ष न्यूज में निहित है। सचिन अरोड़ा इस बेखौफ और निष्पक्ष पत्रकारिता की भावना के सच्चे प्रतिनिधि हैं।’
वहीं, ‘न्यूज24’ के नेशनल सेल्स हेड अमित सेठी का इस बारे में कहना है, ’आज के मीडिया परिदृश्य में प्रामाणिकता ही न सिर्फ दर्शकों के बीच, बल्कि ब्रैंड्स के लिए भी सहभागिता को बढ़ाती है और विश्वसनीयता ही विश्वास कायम करती है। ‘जो कहेंगे सच कहेंगे’ उन मूल्यों यानी ईमानदारी, प्रासंगिकता और दर्शकों से गहरा जुड़ाव, के साथ जुड़ा है, जिन्हें विज्ञापनदाता अब ज्यादा से ज्यादा महत्व दे रहे हैं। व्यावसायिक दृष्टिकोण से यह शो चैनल के प्राइम टाइम स्लॉट को और भी मजबूत बनाएगा है और हमारे भागीदारों को एक प्रीमियम, भरोसेमंद माहौल में बेहतरीन वैल्यू प्रदान करेगा।’
चैनल की ओर से इस शो को लेकर एक प्रोमो भी जारी किया गया है, जिसे आप यहां देख सकते हैं।
लगातार एक महीने से इंडिया टुडे ग्रुप में जिस आंतरिक हलचल की चर्चा मीडिया गलियारों में थी, उसका आखिरकार औपचारिक निष्कर्ष सामने आ गया है।
पिछले एक महीने से इंडिया टुडे ग्रुप में जिस अंदरूनी हलचल की गूंज मीडिया गलियारों में लगातार सुनाई दे रही थी, उसका आधिकारिक रूप से पटाक्षेप हो गया है। ग्रुप की वाइस चेयरपर्सन और एग्जिक्यूटिव एडिटर-इन-चीफ कली पुरी ने हाल ही में एक महत्वपूर्ण संगठनात्मक बदलाव को हरी झंडी दी है, यानी एक ऐसा फैसला जो न सिर्फ नेटवर्क के तीनों चैनलों की दिशा और रणनीति को स्पष्ट करेगा, बल्कि नेतृत्व की संरचना में भी स्थायित्व और पारदर्शिता लाएगा।
टीवी टुडे नेटवर्क में न्यूज डायरेक्टर रहे राहुल कंवल अब NDTV की ओर रुख कर चुके हैं। उनके इस कदम के बाद ग्रुप ने वरिष्ठ पत्रकार सुप्रिय प्रसाद को तीनों चैनलों- 'आजतक', 'इंडिया टुडे' और 'गुड न्यूज टुडे' की आउटपुट के साथ-साथ इनपुट की भी जिम्मेदारी सौंप दी है। पहले वे सिर्फ न्यूज डायरेक्टर के रूप में आउटपुट देख रहे थे, लेकिन अब असाइनमेंट से लेकर रिपोर्टिंग की सीधी जिम्मेदारी भी उन्हीं के पास होगी। 'समाचार4मीडिया' से बातचीत में खुद उन्होंने इस बात की पुष्टि की है।
सुप्रिय प्रसाद का ‘आजतक’ के साथ जुड़ाव 1995 से है। तीन दशकों में उन्होंने जिस तरह से चैनल की पहचान गढ़ी है, उससे ग्रुप का भरोसा भी उन पर लगातार गहरा होता गया है।
वहीं, वर्तमान में नोटिस पीरियड पर चल रहे राहुल कंवल को लेकर 'समाचार4मीडिया' ने सबसे पहले यह खबर ब्रेक की थी कि वह NDTV में एक बड़ी भूमिका निभाने जा रहे हैं। 25 अप्रैल को NDTV के बोर्ड की बैठक में उन्हें सीईओ व एडिटर-इन-चीफ नियुक्त करने का निर्णय लिया गया, जो 16 जून 2025 से प्रभावी हो सकता है। हालांकि इसकी अंतिम मुहर सूचना और प्रसारण मंत्रालय से लगनी बाकी है।
यहां पढ़ें: राहुल कंवल बनेंगे NDTV के नए CEO व एडिटर-इन-चीफ, 16 जून से संभाल सकते हैं जिम्मेदारी
राहुल, जो 25 वर्षों से अधिक समय से पत्रकारिता में सक्रिय हैं, इंडिया टुडे के चर्चित शो 'न्यूजट्रैक' और ‘जब वी मेट’ जैसे कार्यक्रमों से दर्शकों के बीच खास पहचान बना चुके हैं। NDTV में यह नई शुरुआत उनके लिए एक नई ऊंचाई साबित हो सकती है।
हिंदी फिल्मों के दर्शकों के लिए खुशखबरी है। सोनी पिक्चर्स नेटवर्क इंडिया (SPNI) ने अपने मूवी चैनल्स क्लस्टर में एक और नया नाम जोड़ते हुए सोनी मैक्स 1 (Sony MAX 1) के लॉन्च की घोषणा कर दी है।
हिंदी फिल्मों के दर्शकों के लिए खुशखबरी है। सोनी पिक्चर्स नेटवर्क इंडिया (SPNI) ने अपने मूवी चैनल्स क्लस्टर में एक और नया नाम जोड़ते हुए सोनी मैक्स 1 (Sony MAX 1) के लॉन्च की घोषणा कर दी है। इस नए चैनल का प्रसारण आज यानी 1 मई 2025 से शुरू है।
Sony MAX 1 को खासतौर पर उन दर्शकों के लिए तैयार किया गया है जो परिवार के साथ बैठकर मनोरंजन का आनंद लेना पसंद करते हैं। चैनल का मकसद एक ऐसा फिल्मी अनुभव देना है, जो आज के दर्शकों की पसंद को ध्यान में रखते हुए तैयार किया गया हो, लेकिन पारंपरिक पारिवारिक मूल्यों से भी जुड़ा रहे।
तुषार शाह जो कि सोनी पिक्चर्स नेटवर्क इंडिया में CMO और मूवी, रीजनल व इन्फोटेनमेंट चैनलों के बिजनेस हेड हैं, उन्होंने इस मौके पर कहा, "हमने अब तक जो दमदार ब्रैंड बनाए हैं और दर्शकों की पसंद को जिस गहराई से समझा है, उसी अनुभव के आधार पर Sony MAX 1 का लॉन्च हमारी हिंदी मूवी चैनलों की श्रृंखला को और आगे बढ़ाने का अगला कदम है। हमारा उद्देश्य है दर्शकों को एक ऐसा मूवी-व्यूइंग अनुभव देना जो आज की जरूरतों से मेल खाता हो और हर घर में खुशी लेकर आए।"
जबकि ओटीटी प्लेटफॉर्म्स तेजी से लोकप्रिय हो रहे हैं, Sony MAX 1 टेलीविजन पर ही एक प्रीमियम मूवी लाइनअप लाने की तैयारी में है। चैनल पर दिखाई जाने वाली फिल्मों को खासतौर पर चुना गया है ताकि हर उम्र और रुचि के दर्शकों को ध्यान में रखते हुए एक संतुलित और मनोरंजक अनुभव मिल सके।
उन्होंने पिछले साल जून में ही यहां जॉइन किया था। इससे पहले राहुल महाजन दूरदर्शन में कंटेंट ऑपरेशन के हेड थे।
हिंदी न्यूज चैनल ‘इंडिया डेली 24*7’ में एडिटर-इन-चीफ राहुल महाजन ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने पिछले साल जून में ही यहां जॉइन किया था। राहुल महाजन ने इस्तीफा क्यों दिया और उनका अगला कदम क्या होगा, फिलहाल इस बारे में पता नहीं चल सका है।
बता दें कि इससे पहले राहुल महाजन दूरदर्शन में कंटेंट ऑपरेशन के हेड थे। उन्हें सितंबर 2020 में इस पद की जिम्मेदारी सौंपी गई थी, जबकि इसके पूर्व वह ‘राज्यसभा टीवी’ (RSTV) के एडिटर-इन-चीफ थे।
राहुल महाजन को मीडिया के क्षेत्र में काम करने का तीन दशकों से भी ज्यादा का अनुभव है। इनमें से 25 साल उन्होंने अलग-अलग मीडिया संस्थानों में काम किया है। वह प्रसार भारती में कंसल्टिंग एडिटर भी रह चुके हैं। राहुल महाजन लगभग करीब 12 साल तक संसद को कवर कर चुके हैं।
शिमला के रहने वाले राहुल महाजन ने हिमाचल यूनिवर्सिटी से पढ़ाई की है। उन्होंने ‘इंडियन एक्सप्रेस’ से अपने करियर की शुरुआत की थी। इसके बाद ‘जी न्यूज’, ‘आजतक’, ‘स्टार न्यूज’, व ‘न्यूज24’ जैसे प्रतिष्ठित न्यूज चैनल्स में भी उन्होंने अपनी भूमिका निभाई है।
‘इंडिया डेली 24*7’ से विदाई के मौके पर राहुल महाजन को चैनल की ओर से शानदार फेयरवेल पार्टी भी दी गई। इस मौके की चुनिंदा तस्वीरें आप यहां देख सकते हैं।
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समाचार4मीडिया से बातचीत में दिनेश शर्मा ने बताया कि उन्होंने ‘बीपीएल मीडिया लिमिटेड’ (BPL Media LTD) के स्वामित्व वाले पंजाब के इस प्रमुख चैनल में बतौर सीईओ और मैनेजिंग एडिटर जॉइन किया है।
वरिष्ठ पत्रकार दिनेश शर्मा ने ‘लिविंग इंडिया न्यूज’ (Living India News) चैनल के साथ मीडिया में अपनी नई पारी का आगाज किया है। समाचार4मीडिया से बातचीत में दिनेश शर्मा ने बताया कि उन्होंने ‘बीपीएल मीडिया लिमिटेड’ (BPL Media LTD) के स्वामित्व वाले पंजाब के इस प्रमुख चैनल में बतौर सीईओ और मैनेजिंग एडिटर जॉइन किया है।
अपनी इस भूमिका में दिनेश शर्मा चैनल की संपादकीय जिम्मेदारियों के साथ-साथ अब इसके बिजनेस पहलू को भी संभालेंगे। बता दें कि दिनेश शर्मा को न्यूज ब्रॉडकास्ट इंडस्ट्री में काम करने का 27 साल से ज्यादा का अनुभव है। दिनेश शर्मा इससे पहले हिंदी न्यूज चैनल ‘न्यूज24’ (News24) में कंसल्टिंग एडिटर के पद पर अपनी जिम्मेदारी निभा रहे थे।
वहीं, उससे पहले वह पंजाब के ‘दैनिक सवेरा’ (Danik Savera) समूह में मैनेजिंग एडिटर (डिजिटल और सोशल मीडिया) के पद पर अपनी भूमिका निभा चुके हैं। सवेरा ग्रुप में एक संक्षिप्त कार्यकाल के बाद अब वह दोबारा पंजाब और क्षेत्रीय पत्रकारिता में लौटे हैं।
दिनेश शर्मा लंबे समय तक ‘जी मीडिया’ (Zee Media) में भी कार्यरत रहे हैं। उन्होंने अप्रैल 2022 में इस समूह के न्यूज चैनल जी (दिल्ली-एनसीआर-हरियाणा) को बतौर चैनल हेड और एडिटर लॉन्च कराया था। इसके अलावा उन्होंने वर्ष 2014 से 2019 तक जी (पंजाब, हरियाणा और हिमाचल) में एडिटर के तौर पर अपनी भूमिका निभाई औऱ इसे नई ऊचांइयों पर पहुंचाया।
मीडिया के क्षेत्र में दिनेश शर्मा ने अपने करियर की शुरुआत वर्ष 1998 में ‘जी न्यूज’ (Zee News) के साथ बतौर रिपोर्टर की थी। पूर्व में वह ‘वॉइस ऑफ अमेरिका’(Voice of America), ‘हिंदी रेडियो सर्विस’ (Hindi Radio Service), ‘अल जजीरा’ (Al aJazeera), ‘न्यूजएक्स’(NewsX), ‘वॉइस ऑफ इंडिया’ (Voice of India), ‘द स्टेट्समैन’ (The Statesman), ‘इंडियन एक्सप्रेस’ (Indian Express) और ‘प्रेस ट्रस्ट ऑफ इंडिया’ (Press Trust of India) जैसे प्रतिष्ठित मीडिया संस्थानों में वरिष्ठ संपादकीय पदों पर अपनी भूमिकाएं निभा चुके हैं।
वह अपने लोकप्रिय टॉक शो 'डायरेक्ट विद दिनेश' के लिए जाने जाते हैं और उन्होंने सोमवार से शुक्रवार शाम 7 बजे तक डेली न्यूज शो ‘ग्राउंड ज़ीरो’ की एंकरिंग भी की है। विभिन्न लोकसभा और विधानसभा चुनावों के साथ-साथ दिनेश शर्मा ने आतंकवाद, भ्रष्टाचार, आंतरिक सुरक्षा और अंडरवर्ल्ड जैसे प्रमुख मुद्दों पर अपनी खोजपरक रिपोर्टिंग की है। यही नहीं, उन्होंने तमाम प्रमुख घटनाओं की ग्राउंड रिपोर्टिंग भी की है।
पत्रकारिता के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए दिनेश शर्मा को तमाम प्रतिष्ठित पुरस्कारों से नवाजा जा चुका है। ‘भारतीय जनसंपर्क परिषद‘ के साथ ‘मीडिया फेडरेशन ऑफ इंडिया’ (Media Federation of India) की ओर से 18 मई 2022 को चंडीगढ़ के होटल माउंटव्यू में आयोजित ‘एंटरप्रिन्योर एंड अचीवर अवॉर्ड्स 2022’ में भी उन्हें सम्मानित किया गया था।
पढ़ाई-लिखाई की बात करें तो मूल रूप से हिमाचल प्रदेश के रहने वाले दिनेश शर्मा ने जर्नलिज्म, पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन और इकनॉमिक्स में ग्रेजुएशन किया है। इसके अलावा उन्होंने हिमाचल प्रदेश यूनिवर्सिटी (HPU) शिमला से जर्नलिज्म और मास कम्युनिकेशन में मास्टर्स भी किया है।
समाचार4मीडिया की ओर से दिनेश शर्मा को उनकी नई पारी के लिए ढेरों बधाई और शुभकामनाएं।
रिलायंस-वाल्ट डिज्नी मर्जर के बाद पहली बार सामने आई वित्तीय रिपोर्ट में ‘जियोस्टार’ (JioStar) ने ₹9,497 करोड़ का रेवेन्यू और ₹266 करोड़ का EBITDA दर्ज किया है।
रिलायंस-वाल्ट डिज्नी मर्जर के बाद पहली बार सामने आई वित्तीय रिपोर्ट में ‘जियोस्टार’ (JioStar) ने ₹9,497 करोड़ का रेवेन्यू और ₹266 करोड़ का EBITDA दर्ज किया है।
रिलायंस के 31 मार्च 2025 को खत्म हुई चौथी तिमाही की अर्निंग कॉल में, जियोस्टार के एंटरटेनमेंट सीईओ केविन वज ने बताया कि टीवी पर 34% मार्केट शेयर के साथ उनके ब्रॉडकास्टिंग नेटवर्क की कंटेंट लाइब्रेरी नेटफ्लिक्स या अमेजन से छह गुना बड़ी है।
वज ने कहा, “टीवी पर हमारे पास 34% मार्केट शेयर है। हमारी कंटेंट लाइब्रेरी में 3,20,000 घंटे का कंटेंट है, जो नेटफ्लिक्स या अमेजन से छह गुना ज्यादा है। ऑपरेशनल लिहाज से हमने जियोहॉटस्टार ऐप लॉन्च किया, जिसमें दोनों पुराने ऐप्स की बेहतरीन खूबियों को शामिल किया गया। हमने 500 मिलियन से ज्यादा यूजर्स और इतनी बड़ी कंटेंट लाइब्रेरी को तीन महीने में सफलतापूर्वक माइग्रेट कर दिया।”
उन्होंने आगे कहा, “टीवी में हम देशभर के आठ में से सात मार्केट्स में लीड कर रहे हैं। हमारा फोकस यही है कि हम देश के एक अरब से ज्यादा स्क्रीन—चाहे टीवी हों, मोबाइल या CTV—सभी तक अपनी मौजूदगी दर्ज कराएं।”
वज ने यह भी कहा कि भारत में पे-टीवी अभी भी पूरी तरह जीवित है और इसका दायरा लगातार बढ़ रहा है। आईपीएल के पहले दस दिनों में जियोस्टार नेटवर्क ने 15 लाख नए घरों तक पहुंच बनाई और पूरे टूर्नामेंट के दौरान यह संख्या 30 से 50 लाख तक पहुंचने की उम्मीद है।
उन्होंने कहा, “आईपीएल के चलते जब लोग कहते हैं कि पे-टीवी खत्म हो रहा है, तो याद रखें कि भारत में अभी भी पे-टीवी का बेस 10 करोड़ से ज्यादा है और यह बढ़ रहा है। आईपीएल के पहले दस दिन में हमने करीब 15 लाख घर जोड़े हैं और हमें उम्मीद है कि यह संख्या 30 से 50 लाख के बीच पहुंचेगी।”
राजस्व पर बात करते हुए वज ने कहा, “लॉन्च के समय से अब तक हमारा कुल राजस्व ₹9,497 करोड़ रहा है, और EBITDA ₹266 करोड़ का रहा है। कमजोर आर्थिक माहौल के बावजूद हमारी वित्तीय स्थिति मजबूत रही है। ICC ट्रॉफी और आईपीएल जैसे खेल आयोजनों के चलते स्पोर्ट्स से होने वाली आमदनी अच्छी रही। चुनौतियों के बावजूद हमने लागत पर कड़ी नजर रखी और इस दौरान मुनाफे की स्थिति बनाए रखी।”
जियोस्टार मर्जर 14 नवंबर को पूरा हुआ, जबकि नया ओटीटी ऐप ‘जियोहॉटस्टार’ 14 फरवरी को लॉन्च किया गया।
वज ने बताया, “14 फरवरी को हमने जियोहॉटस्टार लॉन्च किया। हमने 3,20,000 घंटे का मजबूत कंटेंट प्लेटफॉर्म पर ट्रांसफर किया और इसके साथ 250 ओरिजिनल या एक्सक्लूसिव टाइटल्स जोड़े, जो किसी भी दूसरे प्लेटफॉर्म की तुलना में सबसे ज्यादा हैं।”
उन्होंने कहा, “यह दुनिया का इकलौता ऐसा प्लेटफॉर्म होगा, जहां सभी बड़े अमेरिकी स्टूडियो, जैसे- Marvel, HBO, Warner Disney, Peacock और Paramount का कंटेंट एक ही जगह मिलेगा।”
टीवी और डिजिटल को मिलाकर नेटवर्क के पास करीब 24 स्पोर्ट्स चैनल हैं। इनमें ICC, IPL और BCCI के साथ-साथ प्रो कबड्डी लीग, इंडियन सुपर लीग जैसे बड़े घरेलू टूर्नामेंट और प्रीमियर लीग, विंबलडन जैसे प्रीमियम स्पोर्ट्स इवेंट भी शामिल हैं।
टीवी पर 10 भाषाओं में 100 से ज्यादा चैनलों के जरिए जियोस्टार हर दिन करीब 35.8 करोड़ दर्शकों तक पहुंच रहा है। वज ने बताया कि इन सभी बिजनेस को मिलाकर कंपनी हर महीने 80 करोड़ से ज्यादा लोगों तक पहुंच बना रही है।
उन्होंने आगे बताया, “सिर्फ साढ़े तीन महीने में हमने 280 मिलियन पेड सब्सक्राइबर जोड़ लिए हैं। अगर आप तुलना करें, तो हम वैश्विक स्तर पर नेटफ्लिक्स के बहुत करीब हैं, जिसे पूरी दुनिया से इतने सब्सक्राइबर मिलते हैं। हमारे प्लेटफॉर्म पर हर महीने 503 मिलियन यूजर आते हैं, जो किसी भी कॉम्पिटिटर से काफी ज्यादा हैं।”
वज ने यह भी बताया कि जब इंडिया-न्यूजीलैंड चैंपियंस ट्रॉफी का फाइनल हुआ, तब जियोहॉटस्टार ने एक साथ सबसे ज्यादा दर्शक जुटाने का वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया।
उन्होंने कहा, “Concurrency यानी एक ही वक्त पर देखने वालों की संख्या की बात करें, तो यह एक वर्ल्ड रिकॉर्ड था, 61 मिलियन लोग एक साथ खेल देख रहे थे। इससे प्लेटफॉर्म की ताकत का अंदाजा लगाया जा सकता है। अगर तुलना करें तो अमेरिका का 'सुपर बाउल' इस संख्या का एक चौथाई ही पहुंच पाता है और इसके बावजूद हमारे प्लेटफॉर्म पर हर यूजर को बेहतरीन व्यूइंग अनुभव मिला।”
तीन दशक से ज्यादा समय से ग्राउंड रिपोर्टिंग कर रहे गौरव सावंत तमाम ऐतिहासिक घटनाओं के साक्षी रहे हैं।
भारतीय पत्रकारिता के अनुभवी और विश्वसनीय चेहरों में से एक गौरव सावंत 28 अप्रैल से ‘इंडिया टुडे टीवी’ (India Today TV) पर इंडिया फर्स्ट (India First) शो प्राइम टाइम स्लॉट में रात 8 बजे होस्ट करेंगे। पहले इस प्राइम-टाइम स्लॉट को ‘न्यूजट्रैक’ शो के लिए जाना जाता था।
बता दें कि तीन दशकों से अधिक की फ्रंटलाइन रिपोर्टिंग के साथ, गौरव सावंत ने देश के कई एतिहासिक घटनाओं को कवर किया है। कारगिल युद्ध, कंधार विमान अपहरण, 26/11 मुंबई हमला, पुलवामा, उरी, नगरोटा, कठुआ, सांबा, अहमदाबाद और IISC बेंगलुरु हमले जैसे बड़े घटनाक्रमों को उन्होंने करीब से देखा और रिपोर्ट किया। उनकी निडर पत्रकारिता उन्हें इराक, लीबिया, लेबनान, मिस्र, यूक्रेन और इजरायल जैसे युद्धग्रस्त क्षेत्रों में ले गई, साथ ही 7/7 और 21/7 लंदन बम विस्फोटों की घटनास्थल तक भी। भारत-चीन गलवान विवाद के दौरान वे 16,900 फीट की ऊंचाई पर दौलत बेग ओल्डी से रिपोर्ट करने वाले पहले पत्रकार थे, जहां उन्होंने कठिन परिस्थितियों में वास्तविक हालात से दर्शकों को रूबरू कराया।
सावंत की पत्रकारिता सिर्फ डिफेंस सेक्टर अथवा महज युद्धक्षेत्र तक सीमित नहीं है। भारतीय नौसेना ने उन्हें पैरा विंग्स से सम्मानित किया, जब उन्होंने INS देगा में सी किंग हेलीकॉप्टर से असिस्टेड फ्री फॉल सहित पांच पैरा जंप पूरे किए। यह सम्मान किसी सिविलियन पत्रकार के लिए काफी मुश्किल है। कुल मिलाकर, उन्होंने आठ पैरा जंप किए हैं, जो प्रत्यक्ष और प्रामाणिक स्टोरीज के प्रति उनकी अथक प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
‘Dateline Kargil: A Correspondent’s Nine-Week Account from the Battlefront’ पुस्तक के लेखक के रूप में, गौरव ने युद्ध की अनकही सच्चाइयों को उजागर किया। उनकी वीरगाथा सीरीज, जो परम वीर चक्र विजेताओं की चित्रात्मक कहानियों का संग्रह है और स्कूली बच्चों के लिए बनाई गई है। इसकी सभी आय सशस्त्र बलों के परिवारों को समर्पित की गई। विशेष रूप से, उन्होंने भारत के वीरों के बारे में लिखने के लिए सरकार से कोई पारिश्रमिक लेना स्वीकार नहीं किया, जो उनकी अटूट निष्ठा को दर्शाता है।
अब, ‘इंडिया टुडे टीवी’ के मैनेजिंग एडिटर के रूप में वे उसी स्पष्टता, विश्वसनीयता और प्रतिबद्धता को चैनल के सबसे महत्वपूर्ण समय स्लॉट में ला रहे हैं। कहा जा रहा है कि ‘इंडिया फर्स्ट’ उनके करियर को आकार देने वाले मूल्यों को प्रतिबिंबित करेगा, जिसमें तथ्यों पर आधारित, बिना अतिशयोक्ति वाली रिपोर्टिंग दर्शकों को देखने को मिलेगी।
डीडी फ्री डिश, अपनी व्यापक पहुंच और कम लागत वाली उपलब्धता के चलते लोकप्रियता हासिल कर रहा है।
अदिति गुप्ता, असिसटेंट एडिटर, एक्सचेंज4मीडिया ।।
तेजी से बदलते मीडिया परिदृश्य में बड़े ब्रॉडकास्टर्स की डीडी फ्री डिश पर वापसी एक महत्वपूर्ण बदलाव का संकेत देती है कि वे अब अपने डिस्ट्रीब्यूशन स्ट्रेटजीज को नए सिरे से कैसे देख रहे हैं।
जहां पहले टेलीविजन इंडस्ट्री पर सब्सक्रिप्शन आधारित पे-टीवी प्लेटफॉर्म्स का दबदबा था, वहीं अब मुफ्त उपलब्ध समाधान जैसे कि डीडी फ्री डिश, अपनी व्यापक पहुंच और कम लागत वाली उपलब्धता के चलते लोकप्रियता हासिल कर रहा है।
प्रसार भारती द्वारा इस साल आयोजित सातवीं (85वीं) वार्षिक ई-नीलामी में कुछ बड़े ब्रॉडकास्टर्स ने MPEG-2 स्लॉट्स हासिल किए, जिससे उन्हें दमदार वापसी का मौका मिला। स्टार उत्सव, कलर्स रिश्ते, जी अनमोल और सोनी पल जैसे चैनलों ने MPEG-2 स्लॉट हासिल करने के बाद एक बार फिर शानदार वापसी की है।
व्युअरशिप के आंकड़े डीडी फ्री डिश की बढ़ती क्षमता को दर्शाते हैं, जो अब इन चैनलों की सफलता में अहम भूमिका निभा रहा है।
एक्सपर्ट्स का कहना है कि डीडी फ्री डिश की बढ़ती पहुंच और गुणवत्तापूर्ण प्रोग्रामिंग ने ब्रॉडकास्टर्स के लिए एक मजबूत मंच तैयार किया है, जिससे वे न केवल अपनी व्युअरशिप बढ़ा सकते हैं बल्कि एक स्थायी रेवेन्यू मॉडल भी विकसित कर सकते हैं।
ब्रॉडकास्ट एक्सपर्ट राजीव खट्टर कहते हैं, “डीडी फ्री डिश की पहुंच लगातार बढ़ रही है, जिससे चैनलों को व्युअरशिप हासिल करने में मदद मिल रही है। अगर चैनल अच्छी प्रोग्रामिंग दे पाते हैं तो कम लागत में अच्छा एड रेवेन्यू भी आ सकता है। रीजनल चैनल्स भी इसका फायदा उठाकर व्युअरशिप और विज्ञापन राजस्व बढ़ा सकते हैं।”
'एक्सचेंज4मीडिया' ने हिंदी भाषी बाजार (HSM) के लिए शहरी और ग्रामीण इलाकों में 13वें, 14वें और 15वें हफ्ते की GEC रेटिंग्स को ट्रैक किया, जिसमें दर्शकों की पसंद और एंगेजमेंट के खास ट्रेंड्स सामने आए।
डीडी फ्री डिश पर एफटीए चैनलों की व्युअरशिप में बीते हफ्तों में बड़ा उछाल देखा गया। स्टार उत्सव ने 13वें हफ्ते में 56.4 की रेटिंग दर्ज की थी, जो 15वें हफ्ते में बढ़कर 111.35 तक पहुंच गई, जिससे चैनल ने एफटीए स्पेस में अपनी मजबूत स्थिति स्थापित कर ली। कलर्स रिश्ते ने भी दमदार प्रदर्शन किया। 13वें हफ्ते में जहां इसकी रेटिंग 31.1 थी, वहीं 15वें हफ्ते में यह बढ़कर 50.6 तक पहुंच गई, जो डीडी फ्री डिश की बढ़ती ताकत को दर्शाता है। सोनी पल ने भी स्थिर वृद्धि दर्ज की। 13वें हफ्ते में इसकी रेटिंग 32.7 थी, जो 15वें हफ्ते में 50.7 तक पहुंच गई।
दंगल चैनल ने भी मजबूती बनाए रखी। 13वें हफ्ते में इसकी रेटिंग 127.3 रही, जो 15वें हफ्ते में मामूली गिरावट के साथ 103.3 पर पहुंची। 'दंगल 2' ने भी उल्लेखनीय प्रदर्शन किया। चैनल की रेटिंग 13वें हफ्ते में 30.04 रही, जो 15वें हफ्ते में 28.2 पर दर्ज की गई। जी अनमोल ने लगातार ग्रोथ दिखाई, 13वें हफ्ते में 20.1 से बढ़कर 15वें हफ्ते में 32.4 की रेटिंग दर्ज की।
वहीं शेमारू टीवी में गिरावट देखी गई। 13वें हफ्ते में 32.2 की रेटिंग के मुकाबले 15वें हफ्ते में यह घटकर 26.6 रह गई। मनोरंजन टीवी ने 15वें हफ्ते में 32.9 की स्थिर रेटिंग बनाए रखी, हालांकि 13वें हफ्ते में यह आंकड़ा 38.7 था।
अन्य एफटीए चैनल भी रेस में शामिल रहे। चुम्बक टीवी की रेटिंग 34.9 से 36.5 के बीच रही, जबकि बिग मैजिक ने भी अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज कराई। एफटीए स्पेस में द क्यू, नजारा, शेमारू उमंग, मनोरंजन ग्रैंड, यूनिक टीवी, सन नियो और डीडी नेशनल जैसे चैनल भी मजबूत पकड़ बनाए हुए हैं।
एक अन्य इंडस्ट्री ऑब्जर्वर ने कहा, “डीडी फ्री डिश ब्रॉडकास्टर्स को एक तेजी से बढ़ते दर्शक वर्ग तक पहुंचने का अनमोल अवसर देता है। इसकी व्यापक पहुंच, खासकर ग्रामीण और अंडर-सर्व्ड इलाकों में, चैनलों को बिना भारी डिस्ट्रीब्यूशन लागत के व्युअरशिप बढ़ाने में मदद करती है।”
कलर्स रिश्ते की तीन साल के अंतराल के बाद डीडी फ्री डिश पर वापसी को लेकर, अर्नब दास, हेड ऑफ लीनियर टीवी बिजनेस ने कहा कि उनका लक्ष्य फ्री में आइकॉनिक शोज़ उपलब्ध कराना है, ताकि परिवारों को पसंदीदा सितारों और ड्रामा से भरपूर एक नॉस्टेल्जिक टीवी अनुभव दिया जा सके।
प्रसार भारती ने 7वीं (85वीं) वार्षिक ई-नीलामी के सफल 60 बोलीदाताओं की सूची भी जारी की। 10 से 14 फरवरी 2025 के बीच आयोजित इस नीलामी में, सोनी, जी एंटरटेनमेंट और जियोस्टार जैसे बड़े जनरल एंटरटेनमेंट चैनल्स (GECs) ने एफटीए मार्केट के साथ अपने संबंधों को मजबूत किया।
स्लॉट हासिल करने वाले प्रमुख एंटरटेनमेंट चैनलों में बिग मैजिक, कलर्स रिश्ते, दंगल, सोनी पल, स्टार उत्सव, जी अनमोल, शेमारू टीवी और गोल्डमाइंस मूवीज शामिल हैं, जिससे डीडी फ्री डिश का एंटरटेनमेंट पोर्टफोलियो और मजबूत हुआ है।
फिल्मों पर केंद्रित चैनल्स जैसे B4U कड़क, मनोरंजन मूवीज, जी अनमोल सिनेमा और गोल्डमाइंस बॉलीवुड भी फाइनल लिस्ट में रहे।
इसके अलावा न्यूज ब्रॉडकास्टर्स की भी दमदार मौजूदगी रही, जिनमें आज तक, एबीपी न्यूज़, एनडीटीवी इंडिया, रिपब्लिक भारत, जी न्यूज़ और टीवी9 भारतवर्ष जैसे चैनल्स ने स्लॉट्स हासिल किए।
नॉन-एफटीए जीईसी सेगमेंट में प्रदर्शन
नॉन-एफटीए जीईसी (जनरल एंटरटेनमेंट चैनल्स) सेगमेंट में स्टार प्लस ने तीन हफ्तों के दौरान रेटिंग्स में थोड़ी गिरावट के बावजूद अपनी लीडरशिप बनाए रखी। 13वें हफ्ते में इसकी रेटिंग 125.9 रही, जो 14वें हफ्ते में घटकर 119.8 और 15वें हफ्ते में 116.3 पर आ गई।
सोनी सब भी नजदीकी मुकाबले में बना रहा, जिसने क्रमशः 112.5, 112.4 और 110.3 की रेटिंग्स दर्ज कीं।
कलर्स की रेटिंग्स लगभग स्थिर रहीं, जो 13वें, 14वें और 15वें हफ्ते में क्रमशः 83.3, 83.8 और 82.6 रहीं।
जी टीवी ने हल्का उतार-चढ़ाव देखा। इसकी रेटिंग्स 13वें हफ्ते में 64.1 से गिरकर 14वें हफ्ते में 60.2 हो गईं, लेकिन 15वें हफ्ते में फिर बढ़कर 62.4 पर पहुंच गईं।
सेट (सोनी एंटरटेनमेंट टेलीविजन) का प्रदर्शन मिश्रित रहा। इसकी रेटिंग्स 13वें हफ्ते में 40.7, 14वें हफ्ते में 42.4 और 15वें हफ्ते में 36.7 दर्ज की गईं।
लोकप्रिय हिंदी जीईसी शोज का प्रदर्शन
'एक्सचेंज4मीडिया' ने पिछले तीन महीनों में लॉन्च हुए लोकप्रिय हिंदी जीईसी शोज़ का विश्लेषण भी किया।
हालांकि टीवीआर (TVR) के लिए कोई सख्त मानक नहीं है, लेकिन एक्सपर्ट्स का मानना है कि 2.0 या 3.0 से ऊपर की रेटिंग लोकप्रियता का संकेत देती है। आमतौर पर औसत टीवीआर 1.0 से 2.0 (या 3.0) के बीच होता है, जबकि 1.0 से कम रेटिंग छोटे दर्शक वर्ग को दर्शाती है।
चैनलवार प्रमुख शोज़ की रेटिंग्स
स्टार प्लस का "जादू तेरी नज़र" शीर्ष पर बना रहा। इसकी रेटिंग 13वें हफ्ते में 1.22, 14वें हफ्ते में 1.13 और 15वें हफ्ते में 1.12 रही।
कलर्स का "राम भवन" भी स्थिर रहा, जिसकी रेटिंग क्रमशः 0.78, 0.71 और 0.71 रही।
सोनी सब का "वीर हनुमान" थोड़ी गिरावट के साथ 13वें हफ्ते में 0.46 से घटकर 14वें हफ्ते में 0.41 और 15वें हफ्ते में 0.38 पर पहुंच गया।
कलर्स का "ज्यादा मत उड़" ने मामूली स्थिरता बनाए रखी। इसकी रेटिंग 0.20, 0.21 और 0.18 दर्ज की गई।
सेट पर "राधिका दिल से" ने क्रमशः 0.14, 0.16 और 0.13 की रेटिंग्स हासिल कीं, जबकि "क्राइम पेट्रोल" ने 0.11, 0.11 और 0.10 पर बनी रहकर हल्का उतार-चढ़ाव दिखाया।
"सेलिब्रिटी मास्टरशेफ" ने अपेक्षाकृत तेज गिरावट दर्ज की — 13वें हफ्ते में 0.26, 14वें में 0.25 और 15वें हफ्ते में 0.11।
जी टीवी का "शादी मुबारक" 14वें और 15वें हफ्ते में क्रमशः 0.05 और 0.07 की रेटिंग्स के साथ चार्ट में शामिल हुआ।
एक इंडस्ट्री ऑब्जर्वर का कहना है कि पे टीवी प्लेटफॉर्म्स में डिस्ट्रीब्यूशन, सब्सक्रिप्शन मॉडल और इंफ्रास्ट्रक्चर में भारी निवेश की जरूरत होती है, जबकि डीडी फ्री डिश एक फ्री-टू-एयर मॉडल पर काम करता है, जहां दर्शकों से कोई सब्सक्रिप्शन फीस नहीं ली जाती।
उन्होंने कहा, “यह कम लागत वाला डिस्ट्रीब्यूशन मॉडल ब्रॉडकास्टर्स, खासकर रीजनल चैनलों को उन ग्रामीण इलाकों तक पहुंचने में सक्षम बनाता है जहां केबल और सैटेलाइट कनेक्शन सीमित हैं। पे चैनल्स आमतौर पर शहरी दर्शकों और प्रीमियम विज्ञापनदाताओं को टारगेट करते हैं, वहीं डीडी फ्री डिश एक अधिक विविध और संवेदनशील दर्शक वर्ग को प्लेटफॉर्म मुहैया कराता है।”
यह कहना अभी जल्दबाजी होगी कि बड़े एफटीए चैनलों की डीडी फ्री डिश पर वापसी लंबी अवधि में कितना फायदेमंद साबित होगी, लेकिन अब तक के आंकड़े और एक्सपर्ट्स की राय इसे पूरी तरह से समर्थन दे रहे हैं।