वंदना को उनकी शानदार एंकरिंग के लिए ‘मीडिया फेडरेशन ऑफ इंडिया‘ की ओर से बेस्ट रीजनल फीमेल न्यूज एंकर के अवॉर्ड से भी नवाज़ा जा चुका है।
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समाचार4मीडिया ब्यूरो
रीजनल न्यूज चैनल्स की तेजतर्रार एंकर वंदना सिरोही ने अब नेशनल न्यूज चैनल ‘इंडिया न्यूज’ (India News) के साथ अपनी नई पारी की शुरुआत की है। इससे पहले वंदना ‘हिंदी खबर‘ (Hindi Khabar) न्यूज चैनल में अपनी जिम्मेदारी निभा रही थीं।
वंदना ने वर्ष 2016 में अपने करियर की शुरुआत ‘हिंदी खबर‘ से ही की थी। इसके बाद वर्ष 2018 में उत्तर प्रदेश-उत्तराखंड के मशहूर चैनल ‘समाचार प्लस‘ (Samachar Plus), वर्ष 2019 में ‘न्यूज वन इंडिया‘ (News One India) में बतौर एंकर/प्रड्यूसर काम किया। इसके बाद वर्ष 2020 में वह दोबारा ‘हिंदी खबर‘ से जुड़ीं। इस बार उन्हें यहां सीनियर एंकर की जिम्मेदारी सौंपी गई।
वंदना के कई डिबेट शो की क्लिप्स सोशल मीडिया पर वायरल हो चुकी हैं, जिनमें उनके तीखे सवालों के आगे कई राजनीतिक दलों के प्रवक्ता असहज दिखे हैं। वंदना को उनकी शानदार एंकरिंग के लिए ‘मीडिया फेडरेशन ऑफ इंडिया‘ की ओर से बेस्ट रीजनल फीमेल न्यूज एंकर के अवॉर्ड से भी नवाज़ा जा चुका है। हाल ही में वंदना को ‘ग्लोबल इंडिया नेशनल एक्सीलेंस अवॉर्ड‘ और ‘दि गोल्डन स्टार आइकॉन अवॉर्ड‘ से भी सम्मानित किया गया है।
उत्तर प्रदेश के अमरोहा जिले की रहने वालीं वंदना सिरोही ने कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी से जर्नलिज्म में बैचलर्स और चितकारा यूनिवर्सिटी, चंडीगढ़ से जर्नलिज्म में मास्टर्स किया है। समाचार4मीडिया की ओर से वंदना सिरोही को उनके नए सफर के लिए ढेरों बधाई और शुभकामनाएं।
राज टेलीविजन नेटवर्क (Raj Television Network Limited) से एक बड़ी खबर सामने आयी है। दरअसल, कंपनी के स्वतंत्र निदेशक डॉ. सुब्रमण्यम एम. बालाजी ने अपने पद से तत्काल प्रभाव से इस्तीफा दे दिया है।
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Samachar4media Bureau
राज टेलीविजन नेटवर्क (Raj Television Network Limited) से एक बड़ी खबर सामने आयी है। दरअसल, कंपनी के स्वतंत्र निदेशक डॉ. सुब्रमण्यम एम. बालाजी ने अपने पद से तत्काल प्रभाव से इस्तीफा दे दिया है। इस बात की जानकारी कंपनी ने स्टॉक एक्सचेंज को दी है।
डॉ. सुब्रमण्यम बालाजी ने अपने इस्तीफे पत्र में कहा है कि उनका प्रोफेशनल कार्य और व्यस्त कार्यक्रम उन्हें कंपनी के बोर्ड में सक्रिय योगदान देने से रोक रहा है। उन्होंने लिखा, “मेरा पेशा मेरी उपस्थिति और एकाग्रता की मांग करता है, जिसके कारण मैं बोर्ड के कार्यों में अपेक्षित रूप से सहयोग नहीं कर पा रहा हूं।” इस्तीफे में यह भी स्पष्ट किया गया है कि इस निर्णय के पीछे कोई अन्य भौतिक या महत्वपूर्ण कारण नहीं हैं।
प्रसार भारती ने अपने फ्री-टू-एयर डायरेक्ट-टू-होम (DTH) प्लेटफॉर्म DD फ्री डिश पर MPEG-4 स्लॉट्स के 92वें ऑनलाइन ई-ऑक्शन के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू कर दी है।
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Samachar4media Bureau
प्रसार भारती ने अपने फ्री-टू-एयर डायरेक्ट-टू-होम (DTH) प्लेटफॉर्म DD फ्री डिश पर MPEG-4 स्लॉट्स के 92वें ऑनलाइन ई-ऑक्शन के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू कर दी है।
यह ऑक्शन 29 अक्टूबर 2025 को आयोजित की जाएगी। इसके लिए ब्रॉडकास्टर्स को 27 अक्टूबर 2025 दोपहर 3 बजे तक आवेदन, प्रोसेसिंग फीस और जरूरी दस्तावेज जमा कराने होंगे।
सफल बोलीदाता चैनलों को 7 नवंबर 2025 से 31 मार्च 2026 तक की अवधि के लिए स्लॉट दिए जाएंगे। चैनलों की प्लेसमेंट को उनके श्रेणी और भाषा के आधार पर अलग-अलग बकेट्स (R1, R2, R3, G1 और G2) में बांटा जाएगा।
इस प्रक्रिया में केवल वे निजी सैटेलाइट टीवी चैनल भाग ले सकेंगे जिनके पास सूचना और प्रसारण मंत्रालय (MIB) से मान्य लाइसेंस और डाउनलिंकिंग की अनुमति है। विदेशी ब्रॉडकास्टर्स भी भाग ले सकते हैं, लेकिन उन्हें पहले MIB से मंजूरी लेनी होगी और भारत के प्रसारण नियमों का पालन करना होगा।
प्रसार भारती ने कहा है कि सभी आवेदनों में जानकारी साफ और सटीक होनी चाहिए। चैनल के जॉनर और भाषा वर्गीकरण का स्पष्ट प्रमाण देना जरूरी होगा। यदि किसी आवेदन में अस्पष्ट या गलत जानकारी पाई गई तो उसे तुरंत खारिज किया जा सकता है।
ऑक्शन से जुड़ी विस्तृत गाइडलाइन्स और बकेट दरों की जानकारी प्रसार भारती और DD फ्री डिश की आधिकारिक वेबसाइटों पर उपलब्ध कराई गई है।
गुवाहाटी साइबर ब्रांच पुलिस ने 12 जून को आकांक्षा स्वरूप के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी। इस केस में भारतीय न्याय संहिता (BNS) की कई धाराएं लगाई गई थीं।
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Samachar4media Bureau
गुवाहाटी हाई कोर्ट ने सीएनएन-न्यूज18 न्यूज एंकर आकांक्षा स्वरूप के खिलाफ दर्ज आपराधिक केस को खारिज कर दिया है। यह मामला उनके उस बयान से जुड़ा था, जिसमें उन्होंने कामाख्या मंदिर में कथित तौर पर मानव बलि की बात का जिक्र किया था।
दरअसल, इस साल मेघालय में इंदौर के बिजनेसमैन राजा रघुवंशी की उनकी पत्नी और उसके बॉयफ्रेंड द्वारा हत्या कर दी गई थी। इस मामले में आकांक्षा स्वरूप ने पीड़ित के एक रिश्तेदार से इंटरव्यू के दौरान पूछा था, “क्योंकि वे कामाख्या गए थे, जहां बलि या मानव बलि दी जाती है, क्या आपके परिवार को शक है कि यह तांत्रिक हत्या हो सकती है?”
इस बयान के बाद गुवाहाटी साइबर ब्रांच पुलिस ने 12 जून को आकांक्षा स्वरूप के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी। इस केस में भारतीय न्याय संहिता (BNS) की कई धाराएं लगाई गई थीं।
आकांक्षा ने इस एफआईआर को चुनौती दी थी। 15 अक्टूबर को जस्टिस शमीमा जहान ने अपने फैसले में कहा कि आकांक्षा स्वरूप की मंशा किसी तरह की नफरत फैलाने या धार्मिक सौहार्द बिगाड़ने की नहीं थी। इसलिए एफआईआर को रद्द किया जाता है।
हालांकि कोर्ट ने यह भी कहा कि उनका बयान “लापरवाह और गैर-जरूरी” था और सार्वजनिक हस्तियों को इस तरह के विषयों पर बोलने से पहले तथ्यों की पुष्टि करनी चाहिए।
एफआईआर में भारतीय न्याय सहिता की धारा 196(2) (शत्रुता फैलाना), 299 (धार्मिक भावनाएं भड़काने के उद्देश्य से किए गए दुर्भावनापूर्ण कृत्य), और 302 (धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाना) लगाई गई थीं।
कोर्ट ने कहा कि ये धाराएं लागू नहीं होतीं क्योंकि आकांक्षा का बयान न तो किसी धार्मिक कार्यक्रम के दौरान दिया गया था और न ही इसका उद्देश्य किसी की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाना था।
इसके बजाय, अदालत ने माना कि उनका सवाल मुख्य रूप से राजा रघुवंशी की हत्या की जांच से जुड़ा था।
इस केस में वरिष्ठ वकील के.एन. चौधरी और एस.पी. शर्मा ने आकांक्षा स्वरूप की ओर से पैरवी की, जबकि असम सरकार की तरफ से अतिरिक्त लोक अभियोजक के.के. दास पेश हुए।
राज टेलिविजन नेटवर्क ने हाल ही में अपनी बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स की बैठक में दो नए एडिशनल नॉन-एग्जिक्यूटिव इंडिपेंडेंट डायरेक्टर (अतिरिक्त गैर-कार्यकारी स्वतंत्र निदेशक) नियुक्त करने की घोषणा की है।
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Vikas Saxena
राज टेलिविजन नेटवर्क (Raj Television Network Limited) ने हाल ही में अपनी बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स की बैठक में दो नए एडिशनल नॉन-एग्जिक्यूटिव इंडिपेंडेंट डायरेक्टर (अतिरिक्त गैर-कार्यकारी स्वतंत्र निदेशक) नियुक्त करने की घोषणा की है। ये नियुक्तियां 18 अक्टूबर, 2025 से प्रभावी मानी जाएंगी और दोनों का कार्यकाल पांच साल का होगा, बशर्ते शेयरहोल्डर्स की मंजूरी मिल जाए।
पहले नियुक्त निदेशक: पेचिमुथु उदयकुमार
उदयकुमार, जो पहले NSIC Ltd. और NSIC Venture Capital Fund Ltd. (NVCFL) के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर रहे हैं, उनके पास MSME, पेट्रोलियम, उर्वरक और वित्तीय क्षेत्रों में 35 वर्षों का अनुभव है। वे IIM बैंगलोर और College of Engineering, Guindy, Chennai के पूर्व छात्र हैं और 2022 में एल्युमिनी अचीवर अवॉर्ड से सम्मानित किए गए। उन्होंने कई उच्च स्तरीय समितियों और बोर्ड्स का नेतृत्व किया है, जैसे BIRAC, Consulven IFSCA Ltd., Exhicon Events Media Ltd.। उन्हें राष्ट्रीय आइकन अवॉर्ड और लीडरशिप अवॉर्ड से भी सम्मानित किया जा चुका है।
दूसरे नियुक्त निदेशक: कृष्ण सिंह बालाजी सिंह
कृष्ण सिंह बालाजी सिंह MBBS, MS (General Surgery), FRCS (Glasgow), FIAGES हैं और Sri Ramachandra Medical College and Research Institute, SRIHER University, Chennai में सर्जरी के डीन और प्रोफेसर हैं। उनके पास तीन दशकों का चिकित्सा शिक्षा और क्लिनिकल नेतृत्व का अनुभव है। वे एडवांस्ड लैप्रोस्कोपिक, कोलोरेक्टल और हेपेटोबिलियरी सर्जरी में विशेषज्ञ हैं और अब तक 1,600 से अधिक मिनिमली इनवेसिव प्रक्रियाएं कर चुके हैं। उन्होंने कई शैक्षणिक और सांविधिक समितियों में सेवा दी है और कई पीयर-रिव्यू पब्लिकेशन लिखे हैं। उन्हें तमिलनाडु के राज्यपाल द्वारा Medical Excellence Award सहित कई पुरस्कार मिल चुके हैं।
बता दें कि ये नियुक्तियां कंपनी के शेयरहोल्डर्स की मंजूरी के बाद ही पूरी तरह प्रभावी होंगी।
अमितोज सिंह इससे पहले NDTV, CNN, Channel News Asia, Al Jazeera और Business Insider जैसे बड़े मीडिया संगठनों में काम कर चुके हैं।
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Samachar4media Bureau
इंटरनेशनल बिजनेस न्यूज चैनल CNBC ने पत्रकार अमितोज सिंह को रिपोर्टर और एंकर के रूप में अपनी टीम में शामिल किया है।
अमितोज सिंह सिंगापुर में आधारित रहेंगे और भारत के बिजनेस परिदृश्य से जुड़ी खबरें CNBC के अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रमों के लिए कवर करेंगे। वह ‘इनसाइड इंडिया’ (Inside India) नाम के एक घंटे के शो की एंकरिंग भी करेंगे, जिसमें भारत की एक उभरती वैश्विक आर्थिक ताकत के रूप में भूमिका पर फोकस किया जाएगा।
एशिया-प्रशांत क्षेत्र के टीवी न्यूज प्रमुख जस्टिन सोलोमन ने कहा, “हमें खुशी है कि अमितोज हमारी टीम से जुड़ रहे हैं। भारत हमारे संपादकीय फोकस का एक अहम हिस्सा है और अमितोज के अनुभव से हमारे वैश्विक दर्शकों को भारत के क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय प्रभाव को और बेहतर समझने में मदद मिलेगी।”
अमितोज सिंह इससे पहले NDTV, CNN, Channel News Asia, Al Jazeera और Business Insider जैसे बड़े मीडिया संगठनों में काम कर चुके हैं। उन्होंने राजनीति से लेकर तकनीकी इनोवेशन तक कई अहम विषयों को कवर किया है। वे CoinDesk में क्रिप्टो कवरेज का नेतृत्व कर चुके हैं और चैनल के फ्लैगशिप शो के एंकर भी रहे हैं। इसके अलावा, वे संयुक्त राष्ट्र (UN) के चार पत्रकार फेलो में से एक के रूप में भी चुने गए थे।
अमितोज ने दिल्ली विश्वविद्यालय से अंग्रेजी में स्नातक (Bachelor’s) की डिग्री ली है और उसके बाद कोलंबिया यूनिवर्सिटी के ग्रेजुएट स्कूल ऑफ जर्नलिज्म से मास्टर्स किया है।
अपूर्वा गुप्ता ने यह इस्तीफा 07 अक्टूबर 2025 को ई-मेल के जरिए व्यक्तिगत कारणों से दिया था, जिसे बोर्ड ने 16 अक्टूबर को स्वीकार कर लिया और इसी दिन ही उन्हें कार्यमुक्त कर दिया गया।
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सहारा वन मीडिया एंड एंटरटेनमेंट (Sahara One Media and Entertainment Limited) से खबर है कि अपूर्वा गुप्ता ने कंपनी के पूर्ण-कालिक कंपनी सेक्रेटरी (Whole-Time Company Secretary) और कम्प्लायंस ऑफिसर (Compliance Officer) के पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने यह इस्तीफा 07 अक्टूबर 2025 को ई-मेल के जरिए व्यक्तिगत कारणों से दिया था, जिसे बोर्ड ने 16 अक्टूबर को स्वीकार कर लिया और इसी दिन ही उन्हें कार्यमुक्त किया गया।
कंपनी के मुताबिक उनकी इस्तीफा देने के पीछे बेहतर करियर अवसर प्रमुख कारण हैं और उन्होंने स्पष्ट किया कि इसके अलावा कोई अन्य महत्वपूर्ण कारण नहीं है।
इसके साथ ही कंपनी के Chief Financial Officer, Shri P.C. Tripathy को अब Compliance Officer के पद की जिम्मेदारी दी जाएगी।
Network18 ग्रुप ने क्षेत्रीय खबरों के क्षेत्र में अपनी प्रतिबद्धता को और मजबूत करते हुए मराठी न्यूज चैनल 'News18 लोकमत' का पूरा स्वामित्व अपने हाथ में लेने का फैसला किया है।
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Vikas Saxena
Network18 ग्रुप ने क्षेत्रीय खबरों के क्षेत्र में अपनी प्रतिबद्धता को और मजबूत करते हुए मराठी न्यूज चैनल 'News18 लोकमत' का पूरा स्वामित्व अपने हाथ में लेने का फैसला किया है।
कंपनी के बोर्ड ने IBN लोकमत न्यूज प्राइवेट लिमिटेड (IBNL) में शेष 50 प्रतिशत हिस्सेदारी 25 करोड़ रुपये में अधिग्रहित करने को मंजूरी दे दी है। इस अधिग्रहण के बाद IBNL, जो 'News18 लोकमत' चैनल का संचालन करती है, पूरी तरह से Network18 की सहायक कंपनी बन जाएगी।
पिछले तीन वर्षों में 'News18 लोकमत' ने राजस्व में उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की है और मराठी न्यूज बाजार में एक अग्रणी ब्रैंड के रूप में उभरा है। इस अधिग्रहण से नेटवर्क18 को टीवी और डिजिटल प्लेटफॉर्म पर मराठी दर्शकों को एक निर्बाध और एकीकृत अनुभव प्रदान करने में मदद मिलेगी।
रणनीतिक संपादकीय और वितरण पहलों के संयोजन से 'News18 लोकमत' ने मराठी न्यूज सेगमेंट में निर्विवाद नेतृत्व स्थापित किया है। अब Network18 इस चैनल की मजबूत बाजार स्थिति का लाभ उठाते हुए अपने क्षेत्रीय नेतृत्व को और मजबूत करेगा।
Network18 के चेयरमैन अदिल ज़ैनुलभाई ने कहा, “'News18 लोकमत' में शेष हिस्सेदारी का अधिग्रहण हमारे राष्ट्रीय और क्षेत्रीय न्यूज चैनलों के मार्केट-लीडिंग पोर्टफोलियो को और मजबूत करता है। हमारा लक्ष्य देशभर के दर्शकों के लिए एक वन-स्टॉप न्यूज डेस्टिनेशन बनना है, और यह कदम उसी दिशा में एक और बड़ा कदम है। हमारे बहुभाषी टीवी और डिजिटल प्लेटफॉर्म लगातार अपनी स्थिति मजबूत कर रहे हैं, जिससे हम सरकार की हाल की पहलों से उपभोक्ता मांग बढ़ाने के संभावित लाभ का फायदा उठाने के लिए बेहतर स्थिति में हैं।”
गौरतलब है कि IBN लोकमत चैनल 2008 में Network18 और लोकमत ग्रुप के संयुक्त उद्यम के रूप में शुरू हुआ था। उस समय इसका नाम IBN लोकमत था, लेकिन नवंबर 2017 में इसे Network18 के ब्रैंड रिफ्रेश कैंपेंन के तहत 'News18 लोकमत' नाम दिया गया।
अब तक दोनों कंपनियों की हिस्सेदारी 50-50 थी, लेकिन बुधवार को Network18 के बोर्ड ने लोकमत मीडिया की पूरी हिस्सेदारी खरीदने को मंजूरी दे दी है। इस तरह अब Network18 इस चैनल का एकमात्र मालिक बन जाएगा।
News18 लोकमत का मुख्यालय मुंबई में है और यह चैनल Network18 के देशभर में फैले क्षेत्रीय न्यूज नेटवर्क का हिस्सा है।
केरल के पलक्कड़ जिले के ओट्टापलम (Ottapalam) के फर्स्ट क्लास ज्यूडिशियल मैजिस्ट्रेट ने हाल ही में 'मीडिया वन' (Media One) न्यूज चैनल के संपादकों के खिलाफ दी गई एक निजी शिकायत को खारिज कर दिया।
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केरल के पलक्कड़ जिले के ओट्टापलम (Ottapalam) के फर्स्ट क्लास ज्यूडिशियल मैजिस्ट्रेट ने हाल ही में 'मीडिया वन' (Media One) न्यूज चैनल के संपादकों के खिलाफ दी गई एक निजी शिकायत को खारिज कर दिया। शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया था कि चैनल के मैनेजिंग एडिटर और अन्य संपादकों ने भगत सिंह के बारे में अपमानजनक टिप्पणियां कीं, जिससे उनकी छवि को नुकसान पहुंचा।
शिकायत में कहा गया कि 11 दिसंबर 2024 को जेद्दा में लाइव प्रोग्राम के दौरान चैनल के मैनेजिंग एडिटर सी. दाऊद (C. Dawood) ने कहा कि भगत सिंह ने कोर्ट में बम फेंका था और आतंकवादी के रूप में फांसी दी गई थी। उन्होंने यह भी कहा कि 15 अगस्त 1947 के बाद ही भगत सिंह को शहीद और देशभक्त माना गया और तारीख बदलने से यह तय होता है कि कोई व्यक्ति आतंकवादी है या देशभक्त।
शिकायत में चैनल के अन्य संपादक प्रमोद रमन और नवशाद रावथर को भी आरोपी बनाया गया था। शिकायतकर्ता ने विभिन्न भारतीय दंड संहिता (IPC) की धाराओं के तहत कार्यवाही की मांग की थी, जिनमें भारत की संप्रभुता और एकता को खतरा पहुंचाने, शांति भंग करने और धार्मिक या सामाजिक समूहों में वैमनस्य फैलाने के आरोप शामिल थे।
अदालत ने जब नोटिस जारी किया तो आरोपी संपादक उपस्थित हुए और पूरी प्रोग्राम की वीडियो अदालत को दिखाई गई।
ज्यूडिशियल मैजिस्ट्रेट सजिता एम.एन. ने कहा कि शिकायत में कोई ठोस आधार नहीं है कि आरोपियों के कार्यों से भारत की संप्रभुता या एकता को चुनौती दी गई। उनका कहना सिर्फ यह था कि उनकी भावनाएं आहत हुईं। प्रोग्राम देखकर अदालत ने यह निष्कर्ष निकाला कि इसमें जानबूझकर अपमान या शांति भंग करने का इरादा नहीं था। साथ ही, इस बयान से शहीद भगत सिंह की प्रतिष्ठा को कोई नुकसान नहीं होगा। इसलिए अदालत ने शिकायत को खारिज कर दिया।
मराठी टेलीविजन के इतिहास में एक बार फिर ‘दामिनी’ की गूंज सुनाई देने वाली है। अब इसका सीक्वल ‘दामिनी 2.0’ दूरदर्शन सह्याद्री वाहिनी द्वारा तैयार किया जा रहा है।
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मराठी टेलीविजन के इतिहास में एक बार फिर ‘दामिनी’ की गूंज सुनाई देने वाली है। मराठी टीवी का पहला डेली सोप ओपेरा ‘दामिनी’ अब अपने सीक्वल ‘दामिनी 2.0’ के रूप में जल्द ही टेलीविजन पर प्रसारित किया जाएगा।
‘दामिनी’ का निर्माण गौतम अधिकारी (अब दिवंगत) और मार्कंड अधिकारी ने ‘श्री अधिकारी ब्रदर्स’ के बैनर तले किया था। इसका निर्देशन कांचन अधिकारी ने किया था। यह शो करीब 9 साल तक चला और 1500 से ज्यादा एपिसोड पूरे करते हुए दर्शकों के बीच बेहद लोकप्रिय हुआ था।
अब इसका सीक्वल ‘दामिनी 2.0’ दूरदर्शन सह्याद्री वाहिनी द्वारा तैयार किया जा रहा है। इसे भी स्वयं कांचन अधिकारी ने लिखा और निर्देशित किया है।
तीन दशक बाद इस प्रतिष्ठित शो की वापसी पर मीडिया जगत के दिग्गज मार्कंड अधिकारी ने खुशी जताई। उन्होंने कहा, ‘मुझे बहुत प्रसन्नता है कि दूरदर्शन केंद्र, मुंबई ने ‘दामिनी’ की विरासत को आगे बढ़ाने का निर्णय लिया है। ‘दामिनी 2.0’ का निर्माण किया जा रहा है और कांचन स्वयं इसे लिख और निर्देशित कर रही हैं।’
इसके साथ ही उन्होंने कहा, ‘श्री अधिकारी ब्रदर्स’ ने पिछले चार दशकों में भारतीय दर्शकों के लिए कई यादगार कार्यक्रम बनाए हैं और आज भी यह हर घर का जाना-पहचाना नाम है। हमारी अगली पीढ़ी रवि और कैलाश इस परंपरा को आगे बढ़ा रहे हैं और आज के दर्शकों की पसंद के मुताबिक कंटेंट तैयार कर रहे हैं। मैं ‘दामिनी 2.0’ को वही सफलता और लोकप्रियता मिलने की कामना करता हूं, जो मूल ‘दामिनी’ को मिली थी।’
देश की प्रमुख न्यूज नेटवर्क में शुमार न्यू दिल्ली टेलीविजन लिमिटेड (NDTV) ने अपने राइट्स इश्यू को सफलतापूर्वक पूरा कर लिया है।
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Samachar4media Bureau
देश की प्रमुख न्यूज नेटवर्क में शुमार न्यू दिल्ली टेलीविजन लिमिटेड (NDTV) ने अपने राइट्स इश्यू को सफलतापूर्वक पूरा कर लिया है। कंपनी ने इस प्रक्रिया के जरिए कुल 396.49 करोड़ रुपये जुटाए हैं।
कंपनी को कुल 5.36 करोड़ शेयरों के लिए आवेदन मिले, जबकि ऑफर किए गए शेयरों की संख्या 4.83 करोड़ थी। यानी इश्यू को 1.11 गुना सब्सक्रिप्शन मिला।
आवंटन के बाद NDTV की इक्विटी शेयर कैपिटल 6.45 करोड़ शेयरों से बढ़कर 11.28 करोड़ शेयर हो गई है। प्रमोटर्स की हिस्सेदारी 64.71% से बढ़कर 69.02% हो गई, जबकि पब्लिक शेयरहोल्डिंग अब 30.98% है।
राइट्स इश्यू से मिले फंड का इस्तेमाल NDTV भारत और विदेशों में अपने डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क को मजबूत करने, ब्रैंड बिल्डिंग में निवेश करने, कर्ज घटाने, नए इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टीज के निर्माण और अन्य कॉर्पोरेट जरूरतों के लिए करेगी। यह पूंजी कंपनी को अपनी डिजिटल-फर्स्ट रणनीति को तेजी से आगे बढ़ाने में आर्थिक लचीलापन देगी।
NDTV के सीईओ और एडिटर-इन-चीफ राहुल कंवल ने कहा, “हमारे राइट्स इश्यू का ओवरसब्सक्राइब होना NDTV की दृष्टि पर शेयरधारकों के भरोसे और विश्वास को दर्शाता है। प्रमोटर्स की हिस्सेदारी बढ़ने से कंपनी और मजबूत स्थिति में है। यह पूंजी हमें भारत और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपने प्लेटफॉर्म का विस्तार करने, इनोवेशन में निवेश करने और डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन को आगे बढ़ाने में मदद करेगी।”
इस इश्यू में एसबीआई कैपिटल मार्केट्स लिमिटेड ने एडवाइजर की भूमिका निभाई, सिरिल अमरचंद मंगलदास NDTV के लीगल काउंसल रहे, जबकि केफिन टेक्नोलॉजीज लिमिटेड ने रजिस्ट्रार के रूप में काम किया।