तेलुगु फिल्म की एक्ट्रेस नागा झांसी ने हैदराबाद स्थित अपने घर पर...
समाचार4मीडिया ब्यूरो।।
टीवी एक्ट्रेस नागा झांसी ने हैदराबाद स्थित अपने घर पर आत्महत्या कर ली। 21 साल की नागा झांसी श्री नगर कॉलोनी के एक अपार्टमेंट में रहती थीं, जहां उनका फांसी के फंदे से लटका शव मिला है।
पुलिस के मुताबिक, जिस वक्त नागा से आत्महत्या की, वह अपने घर पर अकेली थीं। मामले का खुलासा तब हुआ, जब कई बार मिलाने पर भी नागा झांसी का फोन नहीं उठा तो उनके भाई दुर्गा प्रसाद फ़्लैट पर पहुंचे। दुर्गा प्रसाद ने पड़ोसियों की मदद से अंदर झांककर देखा तो उनकी आंखें फटी रह गईं। फ्लैट में नागा झांसी का शव पंखे से लटका हुआ था। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया है। एक्ट्रेस के भाई की शिकायत पर पुंजागुट्टा पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया है।
हालांकि ये अब तक साफ़ नहीं है कि एक्ट्रेस ने आखिर इतना बड़ा कदम क्यों उठाया? पुलिस ने नागा झांसी का मोबाइल फोन जब्त कर लिया है और कॉल रिकॉर्ड की जांच कर रही है। गौरतलब है कि आंध्र प्रदेश के कृष्णा जिले की रहने वाली नागा झांसी ने ‘मां टीवी’ पर आने वाले 'पवित्र बंधन' के अलावा कई टीवी सीरियल्स में काम किया था। वह पिछले कुछ महीनों से अमीरपेट एरिया में ब्यूटी पार्लर चला रही थीं।
बताया जाता है कि वह एक लड़के से प्यार करती थीं, जो उनके दूर का ही रिश्तेदार था। नागा झांसी कुछ दिनों से डिप्रेशन में थीं। शक है कि प्यार में धोखा मिलने के कारण नागा ने आत्महत्या की है।
गोवा में आयोजित 54वें भारतीय अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (IFFI) में दिल को छू लेने वाली हिंदी कॉमेडी-ड्रामा सीरीज ‘पंचायत सीजन 2' ने पहला सर्वश्रेष्ठ वेब सीरीज (ओटीटी) पुरस्कार 2023 जीता है
गोवा में आयोजित 54वें भारतीय अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (IFFI) में दिल को छू लेने वाली हिंदी कॉमेडी-ड्रामा सीरीज ‘पंचायत सीजन-2' ने पहला सर्वश्रेष्ठ वेब सीरीज (ओटीटी) पुरस्कार 2023 जीता है।
दीपक कुमार मिश्रा द्वारा निर्देशित और चंदन कुमार द्वारा लिखा गया ‘पंचायत सीजन-2' एक शहरी स्नातक अभिषेक त्रिपाठी की कहानी है। नायक अभिषेक त्रिपाठी ने उत्तर प्रदेश के बलिया जिले में स्थित एक काल्पनिक गांव फुलेरा के एक जीर्ण-शीर्ण पंचायत कार्यालय के सचिव की भूमिका निभाई है।
अपने पहले सीजन की जबरदस्त सफलता के बाद, इस सीरीज का दूसरा सीजन फुलेरा में बिताए गए अभिषेक के जीवन को गहराई से चित्रित करता है। अपनी कैट परीक्षा की तैयारी के दौरान गांव की राजनीति के बीच नई चुनौतियों का सामना करते हुए, अभिषेक कॉरपोरेट की दुनिया में अपने उज्ज्वल भविष्य के लिए प्रयास करता है।
प्रासंगिक क्षणों और प्रचुर हास्य से भरपूर यह सीजन, ग्रामीण जीवन में रोज-ब-रोज पेश आने वाली चुनौतियों को स्पष्ट रूप से दर्शाता है। इसमें गांव की विभिन्न समस्याओं से जूझते हुए अभिषेक के प्रधान, विकास, प्रह्लाद और मंजू देवी के साथ बनते संबंधों पर प्रकाश डाला गया है। इस लोकप्रिय सीरीज ओटीटी प्लेटफॉर्म एमेजॉन प्राइम वीडियो पर स्ट्रीम किया जा रहा है।
इससे पहले, 54वें भारतीय अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव के उद्घाटन समारोह में सूचना-प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा था कि भारत में ओटीटी उद्योग में तेजी से वृद्धि होते देखी गई है और भारत में सृजित विषय-सामग्री हजारों लोगों को रोजगार दे रही है। इस क्षेत्र में हो रही सालाना 28 प्रतिशत की उत्साहपूर्ण वृद्धि दर को रेखांकित करते हुए अनुराग ठाकुर ने कहा था कि विभिन्न प्लेटफॉर्म्स पर शानदार डिजिटल कंटेंट के रचियताओं को सम्मानित करने के लिए ओटीटी पुरस्कार शुरू किए गए थे।
अंतिम नामांकनों में 'पंचायत सीजन-2' सबसे उल्लेखनीय रहा, इन नामांकनों में अभय पन्नू द्वारा 'रॉकेट बॉयज' सीजन-1, राहुल पांडे और सतीश नायर द्वारा निर्देशित निर्मल पाठक की 'घर वापसी' और विपुल अमृतलाल शाह एवं मोजेज सिंह द्वारा निर्देशित 'ह्यूमन' शामिल हैं।
जूरी पैनल ने सोनी लिव पर दिखाई गई वेब सीरीज 'रॉकेट बॉयज सीजन-1' का विशेष उल्लेख करने की भी सर्वसम्मति से सिफारिश की।
प्रतियोगिता में 15 ओटीटी प्लेटफॉर्म्स से 10 भाषाओं में प्रभावशाली 32 प्रविष्टियां प्राप्त हुईं।
प्रवीन अरोड़ा द्वारा निर्देशित व कबीर कम्युनिकेशंस और आकृति प्रोडक्शंस प्राइवेट लिमिटेड के बैनर तले निर्मित इस फिल्म का वर्ल्ड प्रीमियर 25 नवंबर को भारतीय अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव, गोवा में होगा।
हिंदी फीचर फिल्म ‘ढाई आखर’ (Dhai Aakhar) को गोवा में होने वाले 54वें भारतीय अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (IFFI) 2023 के प्रतियोगिता सेक्शन में चुना गया है। प्रवीन अरोड़ा द्वारा निर्देशित व कबीर कम्युनिकेशंस और आकृति प्रोडक्शंस प्राइवेट लिमिटेड के बैनर तले निर्मित इस फिल्म का वर्ल्ड प्रीमियर 25 नवंबर 2023 को भारतीय अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव, गोवा में होगा।
इस बारे में जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, गोवा प्रीमियर में इस फिल्म की प्रतिस्पर्धा ‘कंतारा’, ‘गुलमोहर’ और 96वें ऑस्कर पुरस्कार के लिए चयनित ‘2018-एवरीवन इज ए हीरो’ जैसी फिल्मों से है। हिंदी के वरिष्ठ लेखक अमरीक सिंह दीप के उपन्यास 'तीर्थाटन के बाद' पर आधारित यह फिल्म हर्षिता नाम की ऐसी महिला की कहानी है, जो वर्षों तक घरेलू हिंसा और अपमानजनक वैवाहिक जीवन की शिकार रही। वह पत्रों के माध्यम से एक नामी लेखक श्रीधर के करीब आती है। लेकिन विधवा होने वजह से उनका ये संबंध पितृसत्तात्मक समाज और परिवार को स्वीकार नहीं होता। हर्षिता द्वारा अपनी पहचान को खोजने की कोशिश इस फिल्म के केंद्र में है।
क्या हर्षिता इससे जुड़ी चुनौतियों का सामना कर पाएगी? श्रीधर के साथ उसके रिश्ते के प्रति परिवार के नफरत का अंत क्या होगा? क्या दोनों का प्यार परवान चढ़ेगा? इन सभी सवालों का भावनात्मक जवाब खोजने की कोशिश है ये फिल्म।
'ढाई आखर' के डायरेक्टर प्रवीन अरोड़ा का कहना है कि फिल्म 'ढाई आखर' प्यार का एक गीत है, जो किसी के जीवन को बदलने की ताकत रखता है। इस फिल्म के माध्यम से वह दर्शाना चाहते हैं कि कैसे तमाम परिवारों में महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार और हिंसा को सामान्य रूप से स्वीकार कर लिया जाता है, जिससे महिलाओं के व्यक्तित्व पर गहरा और बुरा प्रभाव पड़ता है। उनका दृढ़ विश्वास है कि प्रेम में किसी को भी मुक्त करने की क्षमता है। 1980 के दशक के परिवेश में फिल्माई गई यह कहानी दर्शकों के लिए अनुभव बने, यही उनकी कोशिश रही है।
इस फिल्म में हिंदी और मराठी सिनेमा की मशहूर अभिनेत्री मृणाल कुलकर्णी ने हर्षिता की भूमिका निभाई हैं। इसके अलावा फिल्म और थिएटर के जाने माने अभिनेता हरीश खन्ना और प्रसिद्ध मराठी अभिनेता रोहित कोकाटे ने अहम किरदार निभाया है। ‘जिस लाहौर नई देख्या’ और फिल्म 'गांधी गोडसे-एक युद्ध' के प्रसिद्ध लेखक असगर वजाहत ने इस फिल्म की रूपांतरित पटकथा और संवाद लिखे हैं। फिल्म की टीम में गीतकार इरशाद कामिल, हिंदी और बंगाली संगीत निर्देशक अनुपम रॉय और गायिका कविता सेठ शामिल हैं।
इस फिल्म को उत्तराखंड के आध्यात्मिक और खूबसूरत परिवेश में फिल्माया गया है। इस फिल्म का टीजर जारी कर दिया गया है, जिसे आप यहां देख सकते हैं।
कलर्स पर हर सोमवार से शुक्रवार रात 9:00 बजे प्रसारित होने वाले शो ‘डोरी’ का उद्देश्य लोकप्रिय संवाद पैदा करना और इस तरह से बालिका परित्याग के मुद्दे पर जागरूकता फैलाना है।
हिंदी एंटरटेनमेंट टेलीविजन चैनल 'कलर्स' ने महिला और बाल विकास मंत्रालय के साथ एक करार किया है। दरअसल, कलर्स अपने नए शो 'डोरी' के माध्यम से 'सरकार के बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ' अभियान को बढ़ावा देगा, ताकि बालिकाओं की उपेक्षा के बारे में सामाजिक जागरूकता लाने का प्रयास किया जा सके। यह शो सोमवार 6 नवंबर से प्रसारित किया जाएगा।
महिला और बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने इस अवसर पर कहा कि बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ की पहल ने बालिकाओं के बारे में सोचने के तरीके में बदलाव लाने में बहुत मदद की है। उन्होंने कहा कि चैनल दर्शकों के बीच हमारे चाइल्ड हेल्पलाइन नंबर 1098 के बारे में भी जानकारी देगा और इस अभियान को लोकप्रिय बनाने में मदद करेगा।महिला और बाल विकास मंत्रालय का कहना है कि संचार माध्यम के रूप में टेलीविजन समाज का दर्पण है जिसने महिलाओं के जीवन में बदलाव लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
कलर्स पर हर सोमवार से शुक्रवार रात 9:00 बजे प्रसारित होने वाले शो ‘डोरी’ का उद्देश्य लोकप्रिय संवाद पैदा करना और इस तरह से बालिका परित्याग के मुद्दे पर जागरूकता फैलाना है।
फिल्मों की पायरेसी पर अंकुश लगाने के लिए केंद्र सरकार कड़े कदम उठाए हैं
फिल्मों की पायरेसी पर अंकुश लगाने के लिए केंद्र सरकार कड़े कदम उठाए हैं। इस कवायद के तहत सरकार ने नोडल अधिकारियों की नियुक्त की है। सूचना प्रसारण मंत्रालय द्वारा नियुक्त इन अधिकारियों को डिजिटल प्लेटफॉर्म से पायरेटेड कंटेंट को हटाने के लिए निर्देश जारी करने का अधिकार दिया गया है।
देश के अलग-अलग क्षेत्रों के लिए 12 नोडल अधिकारियों की नियुक्ति की गई है जो फिल्मों को चोरी छिपे या अवैध रूप से दिखाए जाने के खिलाफ कार्रवाई कर सकेंगे। फिल्मों-संगीत की चोरी की शिकायतें आने के 48 घंटे के भीतर यह कार्रवाई की जाएगी।
दरअसल, पायरेसी के कारण फिल्म इंडस्ट्री को हर साल 20,000 करोड़ रुपये का नुकसान हो रहा है। इस वर्ष मानसून सत्र के दौरान संसद द्वारा सिनेमैटोग्राफ (संशोधन) कानून, 1952 को पारित करने के बाद, सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने पायरेसी के खिलाफ शिकायतें प्राप्त करने और बिचौलियों को डिजिटल प्लेटफॉर्म पर पायरेटेड कंटेंट को हटाने का निर्देश देने के नोडल अधिकारियों के इस संस्थागत तंत्र स्थापित किया है।
कॉपीराइट कानून और आईपीसी के तहत अभी तक कानूनी कार्रवाई को छोड़कर पायरेटेड फिल्मी कंटेंट पर सीधे कार्रवाई करने के लिए कोई संस्थागत तंत्र नहीं है। इंटरनेट के प्रसार और लगभग प्रत्येक व्यक्ति द्वारा नि:शुल्क में फिल्मी कंटेंट देखने में रुचि रखने के साथ, पायरेसी में तेजी देखी गई है। हालांकि इस कदम से पायरेसी के मामले में सूचना- प्रसारण मंत्रालय द्वारा तुरंत कार्रवाई की जा सकेगी और इंडस्ट्री को राहत मिलेगी।
विधेयक के बारे में संसद में सूचना-प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि इस कानून का उद्देश्य फिल्म पायरेसी पर अंकुश लगाने की फिल्म इंडस्ट्री की लंबे समय से चली आ रही मांग को पूरा करना है। इस कानून में 40 वर्ष बाद संशोधन किया गया, ताकि 1984 में अंतिम महत्वपूर्ण संशोधन किए जाने के बाद डिजिटल पायरेसी सहित फिल्म पायरेसी के खिलाफ प्रावधानों को इसमें शामिल किया जा सके। संशोधन में न्यूनतम 3 महीने की कैद और 3 लाख तक रुपये के जुर्माने की सख्त सजा शामिल है, सजा को 3 साल तक बढ़ाया जा सकता है और ऑडिटेड सकल उत्पादन लागत का 5 प्रतिशत तक जुर्माना लगाया जा सकता है।
जानए, कौन कर सकता है आवेदन
मूल कॉपीराइट धारक या इस उद्देश्य के लिए उनके द्वारा अधिकृत कोई भी व्यक्ति पायरेटेड कंटेंट को हटाने के लिए नोडल अधिकारी को आवेदन कर सकता है। यदि कोई शिकायत किसी ऐसे व्यक्ति द्वारा की जाती है जिसके पास कॉपीराइट नहीं है या कॉपीराइट धारक द्वारा अधिकृत नहीं है, तो नोडल अधिकारी निर्देश जारी करने से पहले शिकायत की वास्तविकता तय करने के लिए मामले दर मामले के आधार पर सुनवाई कर सकता है।
कानून के तहत नोडल अधिकारी से निर्देश प्राप्त करने के बाद, डिजिटल प्लेटफॉर्म 48 घंटे की अवधि के भीतर पायरेटेड कंटेंट देने वाले ऐसे इंटरनेट लिंक को हटाने के लिए बाध्य होगा।
54वें भारतीय अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (इफ्फी) का आयोजन गोवा में 20 से 28 नवंबर, 2023 तक आयोजन किया जाएगा।
54वें भारतीय अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (इफ्फी) में अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता और निर्देशक की सर्वश्रेष्ठ प्रथम फीचर फिल्म का आकलन करने के लिए दुनियाभर के प्रसिद्ध फिल्मकारों, छायाकारों, फिल्म निर्माताओं को अंतरराष्ट्रीय जूरी के रूप में आमंत्रित किया गया है। इसका आयोजन गोवा में 20 से 28 नवंबर, 2023 तक आयोजन किया जाएगा।
इस वर्ष इस फिल्म महोत्सव के लिए 105 देशों से रिकॉर्ड 2926 प्रविष्टियां प्राप्त हुई हैं।
'अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता' महत्वपूर्ण शैलियों की 15 प्रसिद्ध फीचर फिल्मों का संग्रह है, जो दिग्गजों और युवाओं द्वारा समान रूप से परिकल्पित फिल्म के सौंदर्यबोध और फिल्म राजनीति में उभरते रुझानों का प्रतिनिधित्व करती हैं। अंतरराष्ट्रीय जूरी प्रतिष्ठित सर्वश्रेष्ठ फिल्म पुरस्कार के विजेता का चयन करेगी, जिसमें स्वर्ण मयूर के तहत 40 लाख रुपये और निर्देशक और निर्माता को प्रमाण पत्र प्रदान किया जाता है।
यह जूरी सर्वश्रेष्ठ फिल्म के अलावा, सर्वश्रेष्ठ निर्देशक, सर्वश्रेष्ठ अभिनेता, सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री और विशेष जूरी पुरस्कार श्रेणियों के भी विजेताओं का निर्धारण करेगी।
'निर्देशक की सर्वश्रेष्ठ प्रथम फीचर फिल्म के लिए प्रतियोगिता' फिक्शन फीचर डेब्यू का एक संग्रह है जो इस बात का उदाहरण है कि अगली पीढ़ी के फिल्म निर्माता स्क्रीन पर किस प्रकार की परिकल्पना कर रहे हैं। 7 नवोदित कलाकार प्रतिष्ठित रजत स्वर्ण, 10 लाख रुपये और प्रमाण पत्र के लिए प्रतिस्पर्धा करेंगे।
अंतरराष्ट्रीय जूरी के सदस्यों में फिल्म निर्माण के आवश्यक पहलुओं का प्रतिनिधित्व करने वाले सिने जगत के विख्यात दिग्गज शामिल हैं:
1. शेखर कपूर (फिल्म निर्माता) - अध्यक्ष, जूरी - शेखर कपूर विख्यात फिल्मकार, अभिनेता, सूत्रधार और निर्माता हैं। वह पद्मश्री, राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार, बाफ्टा अवॉर्ड, नेशनल बोर्ड ऑफ रिव्यू अवॉर्ड और तीन फिल्मफेयर पुरस्कारों सहित अनेक पुरस्कारों से सम्मानित किए जा चुके हैं। इसके अतिरिक्त उन्हें गोल्डन ग्लोब और ऑस्कर अवॉर्ड के लिए नामांकित भी किया गया है। वह कान्स इंटरनेशनल जूरी (2010) के पूर्व सदस्य और इफ्फी में जूरी अध्यक्ष (2015) रह चुके हैं। वह भारतीय फिल्म एवं टेलीविजन संस्थान के अध्यक्ष के रूप में भी सेवाएं दे चुके हैं।
2. होजे लुइ अल्काइन (छायाकार) - होजे लुइ अल्काइन 1970 के दशक में मुख्य प्रकाश व्यवस्था के रूप में फ्लोरोसेंट ट्यूब का उपयोग करने वाले पहले छायाकार हैं। उन्होंने बेले एपोक (सर्वश्रेष्ठ विदेशी भाषा की फिल्म के लिए अकादमी अवॉर्ड, 1993), टू मच (1995), ब्लास्ट फ्रॉम द पास्ट (1999), और द स्किन आई लिव इन (2011) जैसी फिल्मों के लिए काम किया। विविध पुरस्कारों से सम्मानित किए जा चुके होजे लुइ को पेड्रो अल्मोडोवर के साथ उनके सहयोग के लिए जाना जाता है।
3. जेरोम पैलार्ड (फिल्म निर्माता और फिल्म मार्केट के पूर्व प्रमुख) - शास्त्रीय संगीतकार, एक शास्त्रीय रिकॉर्ड लेबल के लिए कलात्मक निर्देशक और सीएफओ के रूप में लगातार काम करने के बाद जेरोम पैलार्ड ने एराटो फिल्म्स में डेनियल टोस्कन डू प्लांटियर के साथ सत्यजीत रे, मेहदी चारेफ, सौलेमेन सिसे, मौरिस पियालट, ज्यां-चार्ल्स टाचेला आदि जैसे प्रसिद्ध निर्देशकों की एक दर्जन से अधिक फीचर फिल्मों का निर्माण किया। इसके बाद उन्होंने 1995 से 2022 तक फेस्टिवल डी कान्स में मार्शे डू फिल्म के कार्यकारी निदेशक के रूप में काम करते हुए विकास और प्रबंधन की देखरेख की, जिसे अब दुनिया के प्रमुख फिल्म बाजार का अग्रदूत माना जाता है।
4. कैथरीन डुसार्ट (फिल्म निर्माता) - कैथरीन डुसार्ट ने लगभग 15 देशों में करीब 100 फिल्मों का निर्माण या सह-निर्माण किया है। वह हुआहुआ शिजी लिंगहुन के (2017), द मिसिंग पिक्चर (2013) और एक्सिल (2016) के लिए विख्यात हैं। उनकी हाल की प्रस्तुतियों में अमोस गिताई द्वारा लैला इन हाइफा (2020 वेनिस फिल्म महोत्सव में प्रतियोगिता में); रिथी पन्ह द्वारा ले इराडिएस (इरेडियेटेड) (2020 बर्लिन फिल्म महोत्सव में सर्वश्रेष्ठ वृत्तचित्र पुरस्कार) शामिल हैं। कैथरीन डुसार्ट दोहा फिल्म इंस्टीट्यूट में सलाहकार हैं।
5. हेलेन लीक (फिल्म निर्माता) - हेलेन लीक एएम ऑस्ट्रेलिया की सम्मानित रचनात्मक निर्माताओं में से एक हैं। उनकी फीचर फिल्मों में एलेक्जेंड्रा पार्क, सिसी स्ट्रिंगर और हैरी ग्रीनवुड के साथ कार्निफेक्स, जेसन क्लार्क के साथ स्वेर्वे, रसेल क्रो के साथ वोल्फ क्रीक 2, हेवन्स बर्निंग, रॉबर्ट कार्लाइल, डेविड न्गोम्बुजरा और चार्ल्स डांस अभिनीत ब्लैक एंड व्हाइट शामिल हैं।
बता दें कि दक्षिण एशिया में आयोजित होने वाले विश्व सिनेमा के इस सबसे बड़े उत्सव के लिए अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय फिल्म जगत की प्रतिभाएं और हजारों सिनेप्रेमी एकत्र होंगे।
देश-दुनिया के अग्रणी एंटरटेनमेंट न्यूज प्लेटफॉर्म 'IWMBuzz' ने अपना सहयोगी पोर्टल 'मनोरंजन न्यूज' (www.manoranjannews.com) शुरू किया है
देश-दुनिया के अग्रणी एंटरटेनमेंट न्यूज प्लेटफॉर्म 'IWMBuzz' ने अपना सहयोगी पोर्टल 'मनोरंजन न्यूज' (www.manoranjannews.com) शुरू किया है, जिसे पहले 'IWMBuzz हिंदी' के नाम से जाना जाता था। यह नया उद्यम हिंदी में, भारतीय दर्शकों के लिए नवीनतम अपडेट, करंट अफेयर्स और एंटरटेनमेंट न्यूज देने के लिए समर्पित है।
'मनोरंजन न्यूज' सभी पाठकों को बॉलीवुड, लाइफस्टाइल, टेलीविजन, ओटीटी, म्यूजिक से जुड़ी सबसे तेज दैनिक खबरें प्रदान करता है।
पोर्टल का लक्ष्य हैं कि भारतीय मनोरंजन उद्योग की सारी खबरें वह अपने पाठकों तक सबसे पहले परोसे। पोर्टल का अपने पाठकों को नियमित रूप से डिजिटल प्रतियों के माध्यम से नवीनतम समाचार, सेलिब्रिटी समाचार और अन्य मनोरंजन समाचार को निरंतर प्रदान करना सबसे बड़ा लक्ष्य और कर्तव्य है। 'मनोरंजन न्यूज' को आने वाले समय में देश का सबसे बड़ा हिंदी न्यूज पोर्टल बनाना है, जो अपने पाठकों को सच्चाई के साथ बड़ी तेजी से खबरें परोसता है।
2017 में अपनी स्थापना के बाद से, IWMBuzz.com ने अपने वेब, सोशल मीडिया और ऐप प्लेटफॉर्म पर लगभग 20 मिलियन मासिक सक्रिय विजिटर्स के साथ अपार लोकप्रियता हासिल की है। इस उल्लेखनीय वृद्धि के साथ, IWMBuzz.com का लक्ष्य भारतीय बोलचाल की भाषा 'हिंदी' में प्रवेश करके भारतीय दर्शकों के साथ अपने रिश्ते को और मजबूत करना है।
IWMBuzz के विजनरी फाउंडर व एडिटर-इन-चीफ सिद्धार्थ लईक ने कहा कि शुरू से ही हमारा मिशन भारतीय दर्शकों को प्रामाणिक और सकारात्मक एंटरटेनमेंट कंटेंट प्रदान करना रहा है। जैसे-जैसे हम नई ऊंचाइयों पर पहुंच रहे हैं, हम अपने पाठकों को तहे दिल से आभार व्यक्त करते हैं।
दिल्ली हाई कोर्ट ने हाल ही में 'बिग बॉस' के एपिसोड की स्ट्रीमिंग को किसी अन्य धूर्त वेबसाइट्स पर रोकने के लिए 'वॉयकॉम18' के पक्ष में डायनामिक इंजेक्शन ऑर्डर जारी किया है
दिल्ली हाई कोर्ट ने हाल ही में लोकप्रिय रियलिटी शो 'बिग बॉस' (Bigg Boss) के एपिसोड की स्ट्रीमिंग को किसी अन्य धूर्त वेबसाइट्स पर रोकने के लिए 'वॉयकॉम18' (Viacom18) के पक्ष में डायनामिक इंजेक्शन ऑर्डर (Dynamic Injunction Order) जारी किया है। बता दें कि यह आदेश 'वॉयकॉम18' को बिग बॉस हिंदी, बिग बॉस कन्नड़ और आगामी बिग बॉस मराठी सहित चल रहे रियलिटी शो के कॉपीराइट उल्लंघन से बचाने का अधिकार देता है।
बता दें कि बिग बॉस का प्रसारण 'वॉयकॉम18' नेटवर्क के कलर्स ब्रैंड के हिंदी व रीजनल चैनल्स के साथ ओटीटी ऐप 'जियो सिनेमा' (JioCinema) पर किया जाता है।
दिल्ली हाई कोर्ट ने अपने हालिया आदेश में विभिन्न तरह की पायरेटेड वेबसाइट्स से संबंधित डोमेन नेम रजिस्ट्रार्स को इस तरह की वेबसाइट्स को सस्पेंड अथवा लॉक करने का निर्देश दिया है। कोर्ट ने भारत में शो की अपार लोकप्रियता को मान्यता दी और कंटेट की सुरक्षा में 'वॉयकॉम18' के अधिकार को भी स्वीकार किया। कोर्ट ने अपने आदेश में इस मामले में उल्लिखित फेक वेबसाइट्स पर लगाम लगाने का आदेश दिया और इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर्स (ISP), दूरसंचार विभाग (DoT) अथवा इलेक्ट्रॉनिक्स व सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeITy) को ऐसी फेक वेबसाइट्स पर रोक लगाने को भी कहा है।
यह आदेश 'वॉयकॉम18' को अपने डोमेन में 'बिग बॉस' के नाम का उपयोग करने वाली या फिर अवैध रूप से 'बिग बॉस' कार्यक्रम का प्रसारण करने वाली वेबसाइट्स के खिलाफ आवेदन दायर करने की भी अनुमति देता है। इस कार्रवाई का उद्देश्य पायरेसी पर अंकुश लगाना और इस शो के निर्माण व प्रसारण में 'वॉयकॉम18' के पर्याप्त निवेश की सुरक्षा प्रदान करना है।
कुछ दिनों पहले एक पाकिस्तानी फिल्म समीक्षक ने फिल्म अभिनेत्री सेलिना जेटली को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। सेलिना ने उस वक्त इस पर नाराजगी जताई थी
लंबे समय से एक्टिंग से दूरी बना चुकीं फिल्म अभिनेत्री सेलिना जेटली इन दिनों सोशल मीडिया पर काफी सक्रिय हैं। हालांकि, कुछ दिनों पहले एक पाकिस्तानी फिल्म समीक्षक ने सेलिना को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। समीक्षक ने चरित्र पर सवाल उठाते हुए सेलिना पर अभिनेता फिरोज खान और फरदीन खान, दोनों के साथ सोने का इल्जाम लगाकर सनसनी मचा दी थी। सेलिना ने उस वक्त इस पर नाराजगी जताई थी और इसकी शिकायत तब राष्ट्रीय महिला आयोग में की थी, जहां से ये मुद्दा उठा और आयोग ने संज्ञान लेते हुए इसे विदेश मंत्रालय तक पहुंचाया।
सेलिना जेटली ने बताया कि विदेश मंत्रालय ने दिल्ली में पाकिस्तानी उच्चायोग के सामने इस मुद्दे को उठाया है और इसकी तुरंत जांच और कार्रवाई करने की मांग की है।
सेलिना ने ट्विटर पर एक नोट शेयर किया है। उन्होंने उस चिट्ठी की एक तस्वीर पोस्ट की जो विदेश मंत्रालय ने राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) को भेजा था। रविवार को सेलिना ने लिखा, 'कुछ महीने पहले खुद को हिंदी फिल्म समीक्षक कहने वाले उमैर संधू नाम के पाकिस्तानी ने मेरे बारे में झूठे और भयानक दावे किए। उसने मेरे मेंटॉर फिरोज खान और उनके बेटे फरदीन खान के साथ मेरे संबंधों को लेकर बेतुके आरोप लगाए। इसके अलावा उसने ऑस्ट्रिया में भी मुझे और मेरे परिवार की सुरक्षा को निशाना बनाया। उस वक्त उसकी हैरेसमेंट भरी बातों और फेक क्लेम्स पर मैंने रिप्लाई किया था, जो पाकिस्तान में भी वायरल हो गया था और वहां के लोगों ने भी मेरा सपोर्ट किया था, जो उसके ट्वीट से हैरान थे।'
सेलिना ने बताया कि उमैर लगातार अपनी लोकेशन बदल रहा है, लेकिन वह पाकिस्तान में कहीं छिपा हुआ है। उन्होंने बताया कि वहां से भी वो मेरे कैरेक्टर पर कमेंट कर रहा है, जिसके बाद इस मैंने मामले को राष्ट्रीय महिला आयोग में ले जाने का फैसला किया। आयोग ने उनकी शिकायत पर संज्ञान लेते हुए विदेश मंत्रालय के संयुक्त सचिव को एक चिट्ठी भेजी। विदेश मंत्रालय ने मामले को गंभीरता से लिया है और नई दिल्ली में पाकिस्तान उच्चायोग के सामने इस मामले को उठाया और कहा कि जल्द से जल्द इस पर एक्शन लिया जाए।
उन्होंने कहा कि ये लड़ाई सिर्फ मेरे कैरेक्टर के लिए नहीं है, बल्कि मेरी इंट्रेग्रिटी, मेरे मदरहुड, मेरी फैमिली और सबसे ज़्यादा मेरे मेंटर और गॉडफादर मिस्टर फिरोज खान के लिए है, जो अब इस दुनिया में नहीं हैं। वह मेरे मेंटर, दोस्त और गाइड थे। मैं बहुत ग्रेटफुल हूं कि उनसे मुझे इतना प्यार, सम्मान और करियर के लिए गाइडेंस मिला। मैं एक सैनिक की बेटी हूं और मैं अपनी आखिरी सांस तक लड़ूंगी। मैं उस शख्स को सबक सिखाने पाकिस्तान तक भी जा सकती हूं।
टीवी शो 'तारक मेहता का उल्टा चश्मा' पिछले कई दिनों से सुर्खियों में है। दरअसल, इसकी वजह है शो से जुड़े कई लोगों का अलग हो जाना
टीवी शो 'तारक मेहता का उल्टा चश्मा' पिछले कई महीनों से सुर्खियों में है। दरअसल, इसकी वजह है शो से जुड़े कई लोगों का अलग हो जाना। अब इस कड़ी में नाम जुड़ गया है शो में रीटा रिपोर्टर का रोल निभाने वाली एक्ट्रेस प्रिया अहूजा का, जिन्होंने शो से ऑफिशियली रिजाइन कर दिया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, प्रिया का कहना है कि उन्हें 8 महीने हो गए हैं और मेकर्स ने उन्हें नहीं बुलाया है और न ही उन्हें ये जानकारी दी है कि वह शो का हिस्सा हैं भी या नहीं। प्रिया का कहना है कि उन्होंने असित मोदी और ऑपरेशन हेड सोहिल रमानी से उनके प्लान के बारे में पूछने के लिए कॉन्टैक्ट करने की कोशिश की थी, लेकिन उन्होंने उनके मैसेज का रिप्लाई तक नहीं किया। इसीलिए उन्हें रिजाइन करना पड़ा। प्रिया ने कहा कि उन्होंने इसका भी रिप्लाई नहीं दिया।
प्रिया आहूजा ने शो के प्रड्यूसर असित कुमार मोदी पर उनके पति मालव राजदा के साथ दुर्व्यवहार का भी आरोप लगाया गया है। प्रिया ने बताया कि उनके पति ने जब शो को छोड़ दिया, तभी उन्हें भी इस शो से बाहर निकाल दिया गया, जो कि असित कुमार मोदी ने संभवतः पहले से तय कर रखा था। मालव राजदा शो के पूर्व डायरेक्टर रहे हैं। उन्होंने शो को अलविदा कह दिया था और इसके बाद प्रिया को भी शो पर नहीं बुलाया गया।
प्रिया ने यह भी जिक्र किया कि उनके पति के साथ कई बार दुर्व्यवहार किया गया था, जिससे वह काफी परेशान थीं। इससे पहले भी कई सितारे इस शो को छोड़कर जा चुके हैं और उन्होंने भी प्रड्यूसर असित कुमार मोदी को आरोप लगाए हैं।
प्रिया ने कहा कि मुझे लगता है कि वे इंतजार कर रहे थे कि मैं थक-हार के ऐसा कोई कदम उठाऊं। मुझे पता था कि मेरे इस्तीफे के बाद अब वे दो दिन के अंदर किसी और एक्टर को इस रोल के लिए ले आएंगे और वही हुआ। वे रीटा का ट्रैक वापस ले आए और दूसरे एक्टर को कास्ट किया है। वे ऐसे ही हैं।
प्रिया आहूजा का आरोप है कि मालव राजदा की पत्नी होने के कारण ही उन्हें शो से बाहर निकाला गया है, जबकि वह कभी भी अपनी लिमिट से बाहर नहीं गईं। उन्होंने कहा कि वे किसी आर्टिस्ट के साथ ऐसा कैसे कर सकते हैं?
शो के प्रड्यूसर असित कुमार मोदी ने अभी तक इस खुलासे का कोई जवाब नहीं दिया है। वहीं, प्रिया आहूजा ने उनके खिलाफ कई आरोप लगाए हैं। इस संबंध में विवाद अब बढ़ता हुआ दिख रहा है और फैंस भी इस मामले में दोनों पक्षों की राय जानने के लिए उत्सुक हैं।
साल 2023 से 2025 के लिए 'द सोर्स' ने फिल्म निर्माताओं और कहानीकारों की रोमांचक लाइनअप की घोषणा की है।
साल 2023 से 2025 के लिए 'द सोर्स' ने फिल्म निर्माताओं और कहानीकारों की रोमांचक लाइनअप की घोषणा की है। इन प्रतिभाशाली कलाकारों की टुकड़ी, 'द सोर्स' के साथ मिलकर भारत की मूल कहानियों को दुनिया के सामने लाने की अपनी प्रतिबद्धता में सहयोग करेगी। यह जीवंत कहानियां, 'द सोर्स' के लेखकों की अपनी मौलिक रचनाएं हैं, जिनके असाधारण विचारों को फिल्म निर्माताओं ने चुना था।
इस समूह में फिल्म इंडस्ट्री के कुछ बेहतरीन कल्पनाशील और ऊर्जावान प्रतिभाएं भारतीय लोककथाओं, एक्शन, कॉमेडी, साइंस फिक्शन, क्राइम थ्रिलर्स, हॉरर, सोशल ड्रामा और सच्ची कहानियों को रुपहले पर्दे के जरिए करोड़ों लोगों तक पहुंचाएंगे। बतौर क्रिएटिव मेंटर राजकुमार हिरानी के साथ मिलकर 'द सोर्स' उभरते लेखकों का मार्गदर्शन करते हुए विविध कथाओं के लिए एक व्यापक केंद्र का निर्माण कर रहा है, जिनके द्वारा भारत की समृद्ध कहानी दुनिया के सामने लाया जा सके।
यूटीवी, फॉक्स और इरोज जैसी प्रतिष्ठित स्टूडियोज में काम कर चुकीं शिखा कपूर ‘द सोर्स’ की फाउंडर हैं। शिखा कपूर का कहना है कि फिल्मी दुनिया की इन प्रतिभाओं के हमारे इस ग्रुप में शामिल होने से हम रोमांचित हैं, साथ मिलकर हम भारत की मूल कहानियों को सामने लाएंगे।
‘द सोर्स’ से जुड़ने वाले 12 प्रतिभाशाली में पहला नाम है मोजेज सिंह का जो प्रसिद्ध वेब सीरीज ‘ह्यूमन’ के लेखक और निर्देशक हैं। अगला नाम है ‘कैंपस डायरी’ के निर्माता और ‘नाइट मैनेजर’ के भारतीय रूपांतरण के दो निर्देशकों में से एक प्रेम मिस्त्री का इनके अलावा अनिल राही बर्वे जिन्हें दो हजार अट्ठारह की असाधारण फिल्म ‘तुंबाड’ के लिए जाना जाता है। हिंदी फिल्म ‘बधाई हो’ और ‘नाइट मैनेजर’ के हिंदी रूपांतरण के राइटर शांतनु श्रीवास्तव, तेलुगू फिल्म ‘आर एक्स’, ‘100’ से दमदार ओर शुरुआत करने वाले अजय भूपति। इसके अलावा ‘द सोर्स’ के साथ हैं आशीष शुक्ला जिन्होंने पहले वेब सीरीज ‘अनदेखी’ का निर्देशन किया और फिर 2021 में ‘कैंडी’ का भी निर्देशन किया।
इस लिस्ट में नेटफ्लिक्स की सीरीज ‘शी’ के निर्देशक अविनाश दासगुप्ता का नाम भी हैं, इनके अलावा तेलुगू फिल्म ‘मीकू मेरे माकू मेमे’ (एम2एम2) के लेखक निर्देशक हुसैन सा, ‘हाउस ऑफ नेक्स्ट डोर’ के निर्देशक मिलन्द राव, कुशल वेद बक्शी, मिहिर लठ, विराठ पाल जैसी प्रतिभाशाली हस्तियों का ग्रुप है "द सोर्स"
'द सोर्स' को बॉलीवुड के अलावा पत्रकारिता जगत की हस्तियों का भी साथ मिल रहा है। 'द सोर्स' के साथ ‘आजतक’, ‘एबीपी न्यूज़’, जी न्यूज, ‘IBN7’ और फिर ‘News18’ में काम कर चुके वरिष्ठ पत्रकार अनुपम श्रीवास्तव भी जुड़े हैं। स्टोरी नेटवर्क & रिसर्च के हेड अनुपम श्रीवास्तव का कहना है कि हम अनकहे पहलुओं को उजागर करने के लिए कथा, पात्रों और ऐतिहासिक संदर्भ में गहराई से उतरते हैं, जो कहानी कहने में प्रामाणिकता जोड़ते हैं। हम एक समर्पित रचनात्मक समूह है, जो देश के हर कोने कोने से भारत की छिपी हुई कहानियों को खोजने और प्रदर्शित करने पर अपना ध्यान केंद्रित किए हुए है।