वरिष्ठ पत्रकार अमिताभ पाराशर व सैयद अहमद सैफी के निर्देशन में ‘BBC Eye’ द्वारा निर्मित इस डॉक्यूमेंट्री में नवजात बच्चियों की हत्या को लेकर दाइयों की सोच व उनके जीवन में आए परिवर्तन को दर्शाया गया है।
‘बीबीसी वर्ल्ड सर्विस’ (BBC World Service) की इन्वेस्टिगेटिव यूनिट ‘बीबीसी आई’ (BBC Eye) द्वारा निर्मित डॉक्यूमेंट्री 'The Midwife’s Confession' की इन दिनों काफी चर्चा है। वरिष्ठ पत्रकार अमिताभ पाराशर और सैयद अहमद सैफी के डायरेक्शन में बनी यह डॉक्यूमेंट्री बिहार के ग्रामीण क्षेत्र में नवजात बच्चियों की हत्या (infanticide) जैसी सामाजिक बुराई को उजागर करती है।
इस डॉक्यूमेंट्री में अमिताभ पराशर ने ऐसी कई दाइयों के जीवन को भी दिखाया है, जो पहले नवजात बच्चियों की हत्या करती थीं, लेकिन बाद में उन्होंने ऐसी बच्चियों को बचाना शुरू किया। यह डॉक्यूमेंट्री लगभग तीन दशकों की कहानी है, जिसमें इन दाइयों की सोच और जीवन में आए परिवर्तन को दिखाया गया है।
‘बीबीसी आई इन्वेस्टिगेशन’ के लिए पत्रकारों और फिल्म निर्माताओं की एक टीम ने फिल्मांकन, निर्माण और निर्देशन का काम पिछले दो सालों में किया है। अमिताभ पराशर के अलावा इस डॉक्यूमेंट्री के निर्माण में अंकुर जैन, नेहा तारा मेहता और अनुभा भोंसले आदि ने अहम जिम्मेदारी निभाई है।
अमिताभ पाराशर ने इन किरदारों को 1990 के दशक में खोजा था। यह फिल्म तीन दशकों के काम का प्रतिनिधित्व करती है। यह भारत की एक दर्दनाक कहानी बताती है, मगर आखिर में यह उस उन्नति पर प्रकाश भी डालती है, जो संभव हो पाई है।
इस डॉक्यूमेंट्री में तीस साल पहले बिहार के गांवों में रहने वाली दाइयों के समूह ने कैमरे के सामने स्वीकार किया था कि वे नियमित तौर पर नवजात बच्चियों को मार दिया करती थीं। बीबीसी आई इन्वेस्टिगेशन की इस डॉक्यूमेंट्री में ऐसी फुटेज़ का इस्तेमाल किया गया है, जिसे अब से पहले कभी नहीं देखा गया है। यह डॉक्यूमेंट्री ग्रामीण भारत में कन्या भ्रूण हत्या के परेशान कर देने वाले इतिहास को सामने लाती है और बताती है एक महिला की अनजान कहानी, जिसने बच्चियों को बचाने के लिए अभियान चलाया था।
लगभग 30 साल पहले अमिताभ पाराशर बिहार में अपने जिले में एक वीडियो कैमरा लेकर निकल पड़े थे। उन्होंने नवजात बच्चियों की हत्या के बारे में कुछ अफ़वाहें सुन रखी थीं। वह जानना चाहते थे कि अगर यह सच है तो क्या भारत में 1990 के दशक में भी नवजात बच्चियों को जन्म के बाद मारा जा रहा था?
अमिताभ ने इसकी शुरुआत ग्रामीण इलाकों में रहने वाली दाइयों के एक समूह से बातचीत से की थी। ये दाइयां उस समय कटिहार और उसके आसपास के इलाकों में प्रसव के दौरान मदद के लिए जाया करती थीं। एक के बाद एक महिलाओं ने जो बयान दिए, वो डराने वाला सच था. उन्होंने बताया कि वे नियमित तौर पर नवजात बच्चियों को उनके परिवार वालों के कहने पर मार दिया करती थीं।
इन दाइयों ने पाराशर को कैमरे के सामने बताया कि वो किस तरह इन बच्चियों को गला दबाकर मार दिया करती थीं। इनकी गर्दन मरोड़ दिया करती थीं या बच्चियों के मुंह में तब तक कैमिकल डालती थीं, जब तक बच्ची मर न जाए। फिर अंधेरे में इन बच्चियों के शव को जंगल में दफ़ना दिया जाता था या फिर नदी में फेंक दिया जाता था।
ये बयान अब से पहले कभी सामने नहीं आए हैं। अमिताभ पाराशर से बात करने वाली दाइयों में से ज़्यादातर का बहुत पहले देहांत हो चुका है। हालांकि दाइयाँ बच्चियों को मारना नहीं चाहती थीं। दाइयों में से एक हकिया देवी ने बताया कि बच्ची का खुद का परिवार दाई पर दबाव बनाता था कि उस नवजात बच्ची को मार दिया जाए। यदि वो इनकार करती तो उनको धमकाया जाता था, या फिर पैसे दे दिए जाते थे। इन सबमें जाति की भी भूमिका थी। दाई हकिया ने अमिताभ को बताया था कि बच्चियों को मारने का आदेश सामान्य तौर पर उच्च जाति वाले परिवारों की ओर से आता था, क्योंकि, ऐसे परिवारों से उम्मीद की जाती थी कि वो बेटियों के लिए बहुत सारा दहेज देंगे। ऐसे में उनको ज़्यादा बेटियां होने पर आर्थिक तौर पर बर्बाद होने का डर सताया करता था।
दाइयां, जो निचली जातियों से आती थीं, उनके लिए ऐसे आदेशों को इनकार करने का विचार भी मन में नहीं आता था। डॉक्यूमेंट्री में हकिया ने बताया है, ‘परिवार कमरा बंद करके आपके पीछे डंडे लेकर खड़े हो जाता था। फिर वो कहते थे कि हम तुमको 50 रुपए देंगे. हमारी पहले से 4-5 बेटियां हैं. इनसे हमारी पूरी संपत्ति मिट जाएगी। एक बार हम अपनी बेटियों के लिए दहेज देंगे तो हम भूखे मर जाएंगे। अब एक और लड़की का जन्म हो गया है, इसे मार दो।’
‘बच्चियों को मारने की असल वजह क्या है?’ यह सवाल अमिताभ ने सिरो देवी नामक दाई से पूछा था. वह अकेली महिला हैं, जो अब तक जिंदा हैं और ग्रामीण दाई के रूप में काम कर रही हैं। उन्होंने कहा, ‘मूल कारण दहेज है। इसके अलावा कोई कारण नहीं है। लड़कों को ऊंचा माना जाता है। लड़कियों को कमतर माना जाता है।’
वैसे बच्चियों को मारे जाने के मामले में कोई सटीक डाटा नहीं है. मगर, डॉक्यूमेंट्री में एक एनजीओ की उस रिपोर्ट को दिखाया गया है, जिसे भुला दिया गया था। यह रिपोर्ट वर्ष 1995 में प्रकाशित हुई थी। यह रिपोर्ट इन्हीं दाइयों के समूह से की गई बातचीत पर आधारित थी।
अमिताभ अकेले नहीं थे, जो इन बयानों से परेशान हो गए थे। वर्ष 1990 के दशक में सामाजिक कार्यकर्ता अनिला कुमारी एक एनजीओ संचालित करती थीं, जो कटिहार के आसपास के गाँवों की महिलाओं की मदद करता था। जब उनको बच्चियों को मारे जाने की घटना के बारे में पता लगा तो अनिला ने एक जागरूकता कार्यक्रम तैयार किया. इसका मक़सद कन्या भ्रूण हत्या को ख़त्म करना था। अनिला ने इन दाइयों से कहा कि इन बच्चियों को मारने के बजाए मेरे पास लेकर आओ।
अनिला के प्रयासों ने दाइयों के जीवन को बदलकर रख दिया, जो इस फिल्म में दिखाया भी गया है। इस अभियान में सिरो देवी भी शामिल हैं, जिन्होंने कम से कम 5 नवजात बच्चियों को बचाया, जिनके परिवार उनको मारना चाहते थे या उनको लावारिस छोड़ चुके थे। इनमें एक बच्ची की मौत हो गई, मगर बाक़ी बची चार बच्चियों को पटना के एक एनजीओ में भेज दिया गया था। वहां उनको गोद लिए जाने की व्यवस्था की गई थी।
अमिताभ ने इन बचाई गई चार युवतियों में संभवत शामिल एक युवती को खोज निकाला, जिसे 1990 के दशक में दाइयों ने बचाया था।वो हैं मोनिका थेटे, जिनको तीन साल की उम्र में पुणे के अनाथालय से गोद लिया गया था। इस फ़िल्म में उनके दोबारा बिहार जाने की यात्रा को दिखाया गया है, जहां मोनिका ने सिरो देवी और अनिला से मुलाक़ात की, जिनके अभियान की बदौलत मोनिका की जान बच पाई थी। इन तीनों का मिलना, फिल्म का सबसे ज्यादा दिल को छू लेने वाला दृश्य है. इसमें अनिला ने मोनिका से कहा, ‘यह ईश्वर का काम है.’ इस पर मोनिका ने अनिला से कहा, ‘यह आपका काम है।’
इस डॉक्यूमेंट्री को आप यहां देख सकते हैं।
पहली झलक में सलमान का चेहरा खून से सना हुआ दिख रहा है, घनी मूंछों और सख्त नजरों ने उनके फौजी अवतार को बेहद असरदार बना दिया है। फिल्म का निर्देशन अपूर्व लाखिया कर रहे हैं।
बॉलीवुड के ‘भाईजान’ सलमान खान का नया लुक सोशल मीडिया पर तहलका मचा रहा है। वजह है उनकी अगली फिल्म ‘बैटल ऑफ गलवान’, जो साल 2020 में गलवान घाटी में भारत और चीन के सैनिकों के बीच हुई ऐतिहासिक भिड़ंत पर आधारित है। इस झड़प ने पूरी दुनिया को चौंका दिया था क्योंकि इसमें गोलियां नहीं चली थीं, बल्कि सैनिकों ने हाथापाई, लाठियों और पत्थरों से लड़ाई लड़ी थी।
सलमान खान इस फिल्म में शहीद कर्नल बी. संतोष बाबू की भूमिका निभा रहे हैं, जिन्होंने गलवान घाटी में अदम्य साहस और बलिदान का परिचय दिया था। पहली झलक में सलमान का चेहरा खून से सना हुआ दिख रहा है, घनी मूंछों और सख्त नजरों ने उनके फौजी अवतार को बेहद असरदार बना दिया है।
फिल्म का निर्देशन अपूर्व लाखिया कर रहे हैं और शूटिंग लद्दाख की ऊँचाई पर शुरू हो चुकी है। जानकारी के मुताबिक, फिल्म का क्लाइमैक्स भी यहीं फिल्माया जाएगा। सलमान खान इस बार सिर्फ एक स्टार नहीं बल्कि एक सैनिक का दर्द और जज्बा बड़े पर्दे पर उतारने जा रहे हैं।
सलमान ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट किया है, जिसमें उनके माथे से खून बहता दिख रहा है और वो वर्दी पहने नजर आ रहे हैं। साथ ही सलमान के सामने एक्शन के लिए क्लैपबोर्ड लगा हुआ दिख रहा है। इसमें पहली बार सलमान की जोड़ी अभिनेत्री चित्रांगदा सिंह के साथ बनी है।
#BattleOfGalwan pic.twitter.com/sj4iy4SXaz
— Salman Khan (@BeingSalmanKhan) September 9, 2025
यह फिल्म कोयला माफिया और उससे जुड़े राजनीतिक-आर्थिक जाल पर आधारित होगी। बताया जा रहा है कि फिल्म की स्क्रिप्ट लगभग तैयार है और संवादों पर अंतिम काम चल रहा है।
गदर: एक प्रेम कथा’ और ‘गदर 2’ जैसी ब्लॉकबस्टर फिल्मों के बाद निर्देशक अनिल शर्मा और सुपरस्टार सनी देओल एक बार फिर साथ काम करने जा रहे हैं। रिपोर्ट्स के अनुसार दोनों की जोड़ी अब एक नए और बड़े प्रोजेक्ट ‘Coal King’ पर चर्चा कर रही है। यह फिल्म कोयला माफिया और उससे जुड़े राजनीतिक-आर्थिक जाल पर आधारित होगी।
बताया जा रहा है कि फिल्म की स्क्रिप्ट लगभग तैयार है और संवादों पर अंतिम काम चल रहा है। फिल्म का पैमाना काफी बड़ा रखा जाएगा और इसमें सनी देओल का जबरदस्त एक्शन अवतार देखने को मिलेगा। इतना ही नहीं, अनिल शर्मा ‘गदर 3’ पर भी काम कर रहे हैं, जिसकी कहानी तय हो चुकी है और जल्द ही इस प्रोजेक्ट पर भी औपचारिक ऐलान किया जाएगा।
‘Coal King’ और ‘गदर 3’ दोनों फिल्मों से उम्मीद की जा रही है कि ये सनी देओल के करियर को एक और ऊँचाई देंगी और दर्शकों को बड़े पैमाने पर सिनेमाई अनुभव मिलेगा। सनी देओल इस समय कई बड़े प्रोजेक्ट्स में व्यस्त हैं। उनकी झोली में नेटफ्लिक्स की एक्शन फिल्म, बहुप्रतीक्षित ‘बॉर्डर 2’, राजकुमार संतोषी की ‘लाहौर: 1947’ और नितेश तिवारी की ‘रामायणम्’ जैसी फिल्में शामिल हैं, जिसमें वे भगवान हनुमान की भूमिका निभाएंगे।
30वीं वर्षगांठ पर उर्मिला का यह अंदाज़ न केवल उनके करियर के सुनहरे दौर की याद दिलाता है बल्कि यह भी साबित करता है कि कला के प्रति उनका जुनून और आकर्षण आज भी उतना ही जीवंत है।
बॉलीवुड की मशहूर अदाकारा उर्मिला मातोंडकर ने अपनी सुपरहिट फिल्म ‘रंगीला’ के 30 साल पूरे होने पर सोशल मीडिया पर एक खास अंदाज़ में जश्न मनाया। उन्होंने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो साझा किया, जिसमें वे फिल्म के आइकॉनिक गाने पर पूरे जोश और एनर्जी के साथ नाचती नज़र आईं।
51 साल की उर्मिला ने बालकनी में खड़े होकर डांस किया और उसी मासूम मुस्कान व एक्सप्रेशन्स से फैंस को मंत्रमुग्ध कर दिया, जिसने उन्हें 1995 में रातोंरात स्टार बना दिया था। उनके डांस वीडियो ने सोशल मीडिया पर धूम मचा दी और फैंस ने जमकर तारीफ की।
किसी ने उनकी फिटनेस की सराहना की तो किसी ने कहा कि वे आज भी उतनी ही खूबसूरत और ग्रेसफुल लगती हैं जितनी उस दौर में थीं। इस मौके पर उर्मिला ने ‘रंगीला’ से जुड़ी अपनी यादें और अनुभव भी साझा किए, जिसे सुनकर फैंस भावुक हो गए और फिल्म के सुनहरे दिनों को याद करने लगे।
इंस्टाग्राम और यूट्यूब शॉर्ट्स पर यह वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है और दर्शकों के बीच नॉस्टैल्जिया की लहर दौड़ गई है। 30वीं वर्षगांठ पर उर्मिला का यह अंदाज़ न केवल उनके करियर के सुनहरे दौर की याद दिलाता है बल्कि यह भी साबित करता है कि कला के प्रति उनका जुनून और आकर्षण आज भी उतना ही जीवंत है।
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दरअसल, अपनी कॉमेडी से दुनिया को हंसाने वाले जाकिर पिछले कुछ समय से बीमार चल रहे हैं और इस वजह से अब उन्होंने स्टेज शोज से ब्रेक लेने की घोषणा कर दी है।
भारत के मशहूर स्टैंड-अप कॉमेडियन जाकिर खान ने अपने फैंस को चौंकाते हुए घोषणा की है कि वे स्वास्थ्य कारणों से लंबा ब्रेक ले रहे हैं। जाकिर खान ने सोशल मीडिया पर एक भावुक संदेश में बताया कि वे पिछले एक साल से अस्वस्थ चल रहे हैं, लेकिन पेशेवर जिम्मेदारियों की वजह से लगातार शो करते रहे।
उन्होंने लिखा, पिछले एक साल से बीमार हूँ। मैं काम करता रहा, शो करता रहा, लेकिन अब महसूस किया कि अगर मैंने अभी अपनी सेहत पर ध्यान नहीं दिया, तो बहुत देर हो जाएगी। इसलिए यह निर्णय समय रहते लेना जरूरी था। हालांकि, जाकिर ने फैंस को खुशखबरी भी दी कि उनका सीमित भारत दौरा "Papa Yaar India Tour" अक्टूबर 2025 से शुरू होगा और जनवरी 2026 तक चलेगा।
इस दौरे के बाद वे लंबा ब्रेक लेंगे और पूरी तरह से स्वास्थ्य लाभ पर ध्यान केंद्रित करेंगे। जाकिर खान की इस घोषणा के बाद सोशल मीडिया पर उनके फैंस ने उनके जल्दी स्वस्थ होने की कामना की। कई बड़े कलाकारों ने भी उनकी इस पहल का समर्थन किया और कहा कि मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य सबसे पहले होना चाहिए।
जाकिर की बात करें तो कॉमेडियन ने साल 2012 में 'कॉमेडी सेंट्रल' में भारत के सर्वश्रेष्ठ स्टैंड-अप कॉमेडियन का खिताब जीतकर लोकप्रियता हासिल की थी। जाकिर लोगों के बीच अपने वीडियो के चलते सुर्खियों में बने रहते हैं। उन्होंने अब तक OTT पर 'हक से सिंगल', 'कक्षा ग्यारवी', 'तथास्तु' और 'मनपसंद' जैसे स्टैंडअप स्पेशल जारी किए हैं।
'द ग्रेट इंडियन कपिल शो' का यह सीजन दर्शकों के बीच काफी लोकप्रिय रहा है, जिसमें बॉलीवुड सितारों से लेकर स्पोर्ट्स आइकॉन्स तक मेहमान बनकर आते हैं।
मशहूर कॉमेडियन कीकू शारदा ने हाल ही में सोशल मीडिया पर वायरल हो रही अफवाहों पर चुप्पी तोड़ते हुए स्पष्ट किया है कि वे 'द ग्रेट इंडियन कपिल शो' नहीं छोड़ रहे हैं। यह शो, जो नेटफ्लिक्स पर प्रसारित होता है, कपिल शर्मा के नेतृत्व में दर्शकों का पसंदीदा बना हुआ है।
कीकू ने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट साझा कर कहा, ये सब गॉसिप और अफवाहें हैं कि मैंने शो छोड़ दिया है। मैं हमेशा इस शो और परिवार का हिस्सा रहूंगा। तो ये सब छोड़ो और नेटफ्लिक्स पर शो देखो ,सिर्फ 3 एपिसोड बाकी हैं। अफवाहों की शुरुआत एक वीडियो से हुई, जिसमें कीकू और उनके सह-कलाकार कृष्णा अभिषेक के बीच बहस दिखाई गई थी।
लेकिन कीकू ने इसे महज एक प्रैंक बताया और कहा कि उनका बॉन्ड पहले से भी मजबूत है। इसके अलावा, कीकू एक नई रियलिटी शो 'राइज एंड फॉल' में शामिल हो रहे हैं, जिसे शार्क टैंक इंडिया के जज अश्नीर ग्रोवर होस्ट कर रहे हैं। शो की को-स्टार अर्चना पूरन सिंह ने भी इन अफवाहों को खारिज किया।
उन्होंने पुष्टि करते हुए कहा कि कीकू ने सीजन की शूटिंग पूरी कर ली है और आने वाले एपिसोड्स में नजर आएंगे। वे दोनों प्रोजेक्ट्स को बैलेंस करेंगे। 'द ग्रेट इंडियन कपिल शो' का यह सीजन दर्शकों के बीच काफी लोकप्रिय रहा है, जिसमें बॉलीवुड सितारों से लेकर स्पोर्ट्स आइकॉन्स तक मेहमान बनकर आते हैं। कीकू की कॉमेडी टाइमिंग और किरदारों ने शो को और मजेदार बनाया है।
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तान्या के कथित पूर्व प्रेमी, लेखक और यूट्यूबर बलराज सिंह ने भी उनके खिलाफ बयान दिए, जिसमें उन्होंने तान्या को 'झूठा' और 'मैनिपुलेटिव' बताया। इससे शो के बाहर भी विवाद गरमा गया।
बिग बॉस 19 में तान्या मित्तल की इमोशनल कहानी ने दर्शकों का ध्यान खींचा है। शो में अपनी बेबाकी और आत्मविश्वास के लिए जानी जाने वाली तान्या ने हाल ही में अपने दो ब्रेकअप्स की दर्दनाक कहानियां साझा कीं, जिसने सोशल मीडिया पर तहलका मचा दिया। तान्या ने सह-प्रतियोगी बसीर अली के साथ किचन में बातचीत के दौरान बताया कि उन्हें प्यार में धोखा मिला।
उन्होंने कहा, मेरे दो रिश्ते थे, और दोनों में ही मुझे धोखा मिला। मैंने कुछ नहीं किया, फिर भी मुझे बहुत दर्द सहना पड़ा। तान्या ने 2018 में हुए एक ब्रेकअप का जिक्र किया, जब उनके पूर्व प्रेमी ने उन्हें 'पर्याप्त सुंदर' न होने का ताना देकर रिश्ता तोड़ दिया था।
इस घटना ने उन्हें गहरा आघात पहुंचाया, लेकिन तान्या ने हार नहीं मानी। उन्होंने रिशिका पॉडकास्ट में खुलासा किया कि इस ब्रेकअप के बाद उन्होंने 15 किलो वजन कम किया और प्राकृतिक उपचारों व विटामिन थेरेपी के जरिए अपनी खूबसूरती को निखारा।
तान्या के कथित पूर्व प्रेमी, लेखक और यूट्यूबर बलराज सिंह ने भी उनके खिलाफ बयान दिए, जिसमें उन्होंने तान्या को 'झूठा' और 'मैनिपुलेटिव' बताया। इससे शो के बाहर भी विवाद गरमा गया। तान्या की इस कहानी ने फैंस के बीच सहानुभूति और चर्चा दोनों पैदा की है। कुछ लोग उनके साहस की तारीफ कर रहे हैं, तो कुछ उनकी बिग बॉस में रणनीति पर सवाल उठा रहे हैं।
डीसीपी राजा बंथिया ने गिरफ्तारी की पुष्टि करते हुए बताया कि आशीष को पुणे से हिरासत में लिया गया। पुलिस की टीम ने उन्हें पकड़ने के लिए दिल्ली से गोवा और फिर पुणे तक पीछा किया।
टीवी इंडस्ट्री से एक बड़ी खबर सामने आई है। मशहूर अभिनेता आशीष कपूर को दिल्ली पुलिस ने यौन शोषण के मामले में गिरफ्तार कर लिया है। यह घटना अगस्त के दूसरे सप्ताह में दिल्ली की एक हाउस पार्टी में हुई बताई जा रही है। पीड़िता का आरोप है कि पार्टी के दौरान आशीष ने उसे वॉशरूम के अंदर बुलाकर यौन शोषण किया।
महिला का कहना है कि इस वारदात का वीडियो भी बनाया गया, हालांकि पुलिस को अब तक ऐसा कोई सबूत नहीं मिला है। पीड़िता का यह भी आरोप है कि जब वह बाहर आई तो आशीष के दोस्त की पत्नी ने उसकी पिटाई की। डीसीपी राजा बंथिया ने गिरफ्तारी की पुष्टि करते हुए बताया कि आशीष को पुणे से हिरासत में लिया गया।
पुलिस की टीम ने उन्हें पकड़ने के लिए दिल्ली से गोवा और फिर पुणे तक पीछा किया। 11 अगस्त को आशीष, उसके दोस्त, उसकी पत्नी और दो अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी। बाद में 18 अगस्त को पीड़िता ने दूसरा बयान दिया जिसमें उसने आशीष और उसके दोस्त पर रेप का आरोप लगाया।
हालांकि, बाद की सुनवाई में उसने दोस्त का नाम नहीं लिया। पुलिस जांच में सीसीटीवी फुटेज और गवाहों के बयान से पता चला कि आशीष और पीड़िता एक साथ वॉशरूम में गए थे। दरवाजा न खुलने पर पार्टी में मौजूद मेहमानों ने शोर मचाया और इसके बाद विवाद हुआ। आशीष कपूर कई लोकप्रिय टीवी धारावाहिकों में काम कर चुके हैं। उन्हें ‘सरस्वतीचंद्र’, ‘सात फेरे’, ‘श्श्श... कोई है’ और ‘बंदिनी’ में निभाए गए किरदारों से पहचान मिली। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है।
कोर्ट के आदेश पर बिछवाल थाने में भंसाली, उनके प्रोडक्शन हाउस के अरविंद गिल और उत्कर्ष बाली के खिलाफ धोखाधड़ी, आपराधिक साज़िश की धाराओं में मामला दर्ज किया गया है।
बॉलीवुड के प्रतिष्ठित निर्देशक संजय लीला भंसाली और उनकी आगामी फिल्म 'Love & War' अब कानूनी विवादों में उलझ चुकी है। राजस्थान के बीकानेर में एक एफआईआर दर्ज की गई है, जिसमें आरोप लगाया गया है कि उन्होंने फिल्म के निर्माण के दौरान धोखाधड़ी, विश्वासघात और दुर्व्यवहार किया।
शिकायत प्रतीक राज माथुर ने दर्ज कराई, जिनका दावा है कि उन्हें फिल्म की शूटिंग के लिए जिम्मेदार नियुक्त किया गया था, लेकिन बाद में बिना किसी भुगतान के उन्हें बाहर कर दिया गया। साथ ही, माथुर ने आरोप लगाया कि जब वह टीम से मिलने बीकानेर के 'Hotel Narendra Bhawan' गए, तो वहां उनके साथ डरावना व्यवहार किया गया।
उन्हें पुश किया गया, अपशब्द कहे गए और धमकी दी गई कि उनके प्रोडक्शन हाउस के आगे के प्रोजेक्ट्स में बाधा डाली जाएगी। इस रिपोर्ट के बाद कोर्ट के आदेश पर बिछवाल थाने में भंसाली, उनके प्रोडक्शन हाउस के अरविंद गिल और उत्कर्ष बाली के खिलाफ धोखाधड़ी, आपराधिक साज़िश और धमकी की धाराओं में मामला दर्ज किया गया है।
मनोज बाजपेयी और राम गोपाल वर्मा का मिलन सिनेमा प्रेमियों के लिए किसी सरप्राइज से कम नहीं है। उम्मीद की जा रही है कि यह फिल्म हॉरर-कॉमेडी की शैली को एक नया रंग देगी।
बॉलीवुड के बेहतरीन अभिनेता मनोज बाजपेयी और फिल्मकार राम गोपाल वर्मा एक बार फिर लगभग तीन दशक बाद साथ आए हैं। सत्या जैसी क्लासिक फिल्म देने के बाद यह जोड़ी अब एक अनोखी हॉरर-कॉमेडी लेकर आ रही है जिसका नाम है 'पुलिस स्टेशन में भूत'। हाल ही में फिल्म का फर्स्ट लुक मोशन पोस्टर जारी किया गया, जिसने दर्शकों में जिज्ञासा तो जगाई ही, साथ ही सोशल मीडिया पर हलचल भी मचा दी।
फिल्म की कहानी दिलचस्प है। जिस अपराधी को एक एनकाउंटर स्पेशलिस्ट पुलिस वाले ने मार गिराया था, अब वापस लौटकर पुलिस स्टेशन में आतंक मचाता है। रामगोपाल वर्मा ने कहा कि पुलिस स्टेशन सुरक्षा और शक्ति का प्रतीक होता है, और अगर वहीं भूत दिखे तो डर और भी ज्यादा गहरा हो जाता है।
फिल्म में जेनिलिया डिसूज़ा भी मुख्य भूमिका में नजर आएंगी। मनोज बाजपेयी ने शूटिंग शुरू होने की जानकारी साझा करते हुए इसे 'फुल सर्कल मोमेंट' बताया और कहा कि सत्या से लेकर अब तक का सफर बहुत खास रहा है।
पुलिस स्टेशन में भूत न सिर्फ दर्शकों को डराएगी बल्कि उसमें कॉमेडी का तड़का भी होगा। लंबे समय बाद मनोज बाजपेयी और राम गोपाल वर्मा का मिलन सिनेमा प्रेमियों के लिए किसी सरप्राइज से कम नहीं है। उम्मीद की जा रही है कि यह फिल्म हॉरर-कॉमेडी की शैली को एक नया रंग देगी और दर्शकों को हंसाने के साथ-साथ डराने में भी कामयाब होगी।
#PoliceStationMeinBhoot
— manoj bajpayee (@BajpayeeManoj) September 1, 2025
SHOOT BEGINS ?
From Satya to now… some journeys are meant to come full circle. Thrilled to reunite with @RGVzoomIn after nearly three decades for our new horror comedy Police Station Mein Bhoot. This one is special.@geneliad @VauveEmirates… pic.twitter.com/a6rtwZuor1
लुधियाना, पंजाब में अप्रैल 2012 में जन्मीं इनायत ने बहुत कम उम्र से ही अभिनय की दुनिया में कदम रख दिया था। महज चार साल की उम्र में उन्होंने रियलिटी शो ‘इंडियाज़ बेस्ट ड्रामेबाज़’ में भाग लिया।
बॉलीवुड फिल्म ‘परम सुंदरी’ इन दिनों बॉक्स ऑफिस पर चर्चा में है। फिल्म में जाह्नवी कपूर की बहन ‘अम्मू’ का किरदार निभाने वाली नन्ही अभिनेत्री इनायत वर्मा भी खास सुर्खियाँ बटोर रही हैं। महज 13 साल की उम्र में इनायत ने अपनी मासूमियत और स्वाभाविक अभिनय से दर्शकों का दिल जीत लिया है। लुधियाना, पंजाब में अप्रैल 2012 में जन्मीं इनायत ने बहुत कम उम्र से ही अभिनय की दुनिया में कदम रख दिया था।
महज चार साल की उम्र में उन्होंने रियलिटी शो ‘इंडियाज़ बेस्ट ड्रामेबाज़’ में भाग लिया और फाइनलिस्ट बनीं। इसके अलावा उन्होंने ‘सबसे बड़ा कलाकार’ और ‘किचन चैंपियंस’ जैसे शोज़ में भी अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया। खास बात यह रही कि ‘ट्यूबलाइट’ के प्रमोशन के दौरान उन्होंने सलमान खान और विराट कोहली जैसे बड़े सितारों का इंटरव्यू भी किया था।
इनायत का फिल्मी करियर भी बेहद प्रभावशाली रहा है। वह ‘लूडो’, ‘शाबाश मिठू’, ‘अजीब दास्ताँ’ और रणबीर कपूर की फिल्म ‘तू झूठी मैं मक्कार’ जैसी फिल्मों में महत्वपूर्ण किरदार निभा चुकी हैं। उनकी लोकप्रियता सोशल मीडिया पर भी झलकती है, जहाँ इंस्टाग्राम पर उनके लगभग 1.6 लाख फॉलोअर्स और यूट्यूब पर हज़ारों सब्सक्राइबर्स मौजूद हैं।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, महज 12-13 साल की उम्र में इनायत की अनुमानित संपत्ति लगभग ₹13 करोड़ बताई जा रही है। यह उनकी मेहनत और निरंतर सफलता का बड़ा प्रमाण है। ‘परम सुंदरी’ के जरिए इनायत ने साबित कर दिया है कि वह सिर्फ एक बाल कलाकार नहीं बल्कि भविष्य की बड़ी स्टार बनने की क्षमता रखती हैं। उनका आत्मविश्वास, अभिनय और लोकप्रियता उन्हें आने वाले समय में बॉलीवुड की सबसे चमकदार अभिनेत्रियों की सूची में शामिल कर सकता है।