पढ़िए, मोदी की इस बड़ी मुहिम में कैसे जुड़े एंटरटेनमेंट चैनल्स

जनरल एंटरटेनमेंट चैनल (GECs) हमेशा से उसी ट्रैक पर चलते हैं जो इस समय बाजार में ट्रेंड कर रहा होता है। मार्केट में चल रहे इसी ट्रेंड को वह अपने शो में दिखाने का प्रयास करते हैं।

समाचार4मीडिया ब्यूरो by
Published - Monday, 28 November, 2016
Last Modified:
Monday, 28 November, 2016
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समाचार4मी‍डिया ब्यूरो ।।

जनरल एंटरटेनमेंट चैनल (GECs) हमेशा से उसी ट्रैक पर चलते हैं जो इस समय बाजार में ट्रेंड कर रहा होता है। मार्केट में चल रहे इसी ट्रेंड को वह अपने शो में दिखाने का प्रयास करते हैं। आजकल मार्केट में नोटबंदी (demonetisation) का मामला छाया हुआ है ऐसे में सभी चैनल अपने शो में इसी मसले को उठा रहे हैं। प्रमुख चैनल जैसे ‘ZEE’ और ‘Colors’ आदि भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा काला धन बाहर निकालने की इस मुहिम में उनके साथ खड़े हुए हैं।

’ &TV’s’ पर आने वाला शो ‘भाभीजी घर पर हैं’ (Bhabiji Ghar Par Hain) और ‘ZEE TV’ पर आने वाला शो ‘जिंदगी की महक’ (Zindagi Ki Mahek) एवं ‘जमाई राजा’(Jamai Raja) अथवा ‘Sab TV’ पर आने वाला शो ‘तारक मेहता का उल्‍टा चश्‍मा’ (Taarak Mehta Ka Ooltah Chashmah) व ‘चिडि़याघर’ (Chidiya Ghar) आदि शो में सभी नोटबंदी के मुद्दे को ही दिखा रहे हैं। यही हाल प्रादेशिक चैनलों (regional general channels) का है। वहां पर भी यही मुद्दा छाया हुआ है।

यदि इन शो को देखें तो इनमें भी वही बात दिखाई जा रही हैं कि लोगों के अंदर नोटबंदी को लेकर किस तरह की बेचैनी और बेकार का डर है। इन शो के माध्‍यम से चैनल लोगों को यह बताने की कोशिश कर रहे हैं कि लोग इस बात से घबराएं नहीं। शुरुआत में थोड़ी परेशानी जरूर हो रही है लेकिन आने वाले समय में इसके काफी फायदे होंगे।

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उदाहरण के लिए, ‘तारक मेहता का उल्‍टा चश्‍मा’ सीरियल में मुख्‍य किरदार जेठालाल अपने लाखों रुपयों को लेकर घबरा जाता है और उसे समझ में नहीं आता कि इन पैसों का क्‍या करे, वहीं ‘देवांशी’ सीरियल में छोटी बच्‍ची पांच सौ रुपये का पुराना नोट लेकर अपनी मां के लिए गिफ्ट खरीदने जाती है, लेकिन बाजार में उसे पता चलता है कि अब पांच सौ रुपये का पुराना नोट नहीं चलेगा। यहां पर दुकानदार उसे बताता है कि प्रधानमंत्री ने यह कदम इसलिए उठाया है ताकि कालाधन निकलकर बाहर आ सके।

इन दिनों विभिन्‍न सीरियल्‍स में नोटबंदी का मुद्दा उठाए जाने के कारणों के बारे में ‘Onspon.com’ के संस्‍थापक और सीईओ हितेश गोसाईं (Hitesh Gossain) का कहना है, ‘यह बिल्‍कुल उसी तरह है, जिस तरह आप क्रिकेट का कोई बड़ा मैच देखना चाहते हैं। आप अपने शो में वही कंटेंट रखना चाहते हैं जो मार्केट में चल रहा है ताकि ज्‍यादा से ज्‍यादा दर्शक उससे जुड़ सकें। जैसा कि सुना जा रहा है कि अधिकांश लोग नोटबंदी के समर्थन में हैं तो टीआरपी (TRP) बढ़ाने का यह सबसे अच्‍छा मौका है। हालां‍कि इस तरह की कवायद का फायदा आने वाले समय में ज्‍यादा नहीं मिलेगा क्‍योंकि यह मुद्दा पुराना हो जाएगा।’

‘Contiloe’ के सीईओ अभिमन्‍यु सिंह का भी कुछ यही मानना है। अभिमन्‍यु का कहना है, ‘समाज में जो ट्रेंड कर रहा होता है, उस पर शो दिखाने से टीआरपी में बढ़ोतरी होती है। चैनल अपने शो के माध्‍यम से समाज में वर्तमान में चल रही चीजों को लेकर दर्शकों का मनोरंजन तो करते ही हैं, साथ ही उन्‍हें उस मुद्दे के प्रति जागरूक भी करते हैं।’

इस बारे में ‘MediaCom’ के नेशनल डायरेक्‍टर (Buying) के श्रीनिवास राव का कहना है, ‘अधिकांश जनरल एंटरटेनमेंट चैनल्‍स अपने शो में वहीं मुद्दा उठाते हैं जो उन दिनों समाज में चल रहा होता है। ऐसा करके वे लोगों को अपने शो से जोड़़े रखना चाहते हैं। एक तरफ तो वे नई रिलीज होने वाली मूवी का प्रचार करते हैं और दूसरी तरफ वे लोगों को मार्केट में ट्रेंड कर रही चीजों के बारे में बताते हैं। इस तरह दोतरफा फायदा होता है। दर्शक इस कंटेंट को अपनी दिनचर्या से जोड़कर देखने लगते हैं और चैनलों को अपनी बात उन तक पहुंचाने में मदद मिल जाती है। इसके साथ ही चैनल को किसी ब्रैंड को स्‍थापित करने में भी काफी मदद मिलती है जिस तरह से आज के हालात में ‘Paytm’ और ‘credit cards’ को बढ़ावा दिया जा रहा है।’

हालांकि इस तरह का ट्रेंड सिर्फ एंटरटेनमेंट चैनलों पर ही नहीं छाया हुआ है बल्कि मूवी चैनल भी इसी का फॉलो कर रहे हैं। उदाहरण के लिए, ‘Zee Cinema’ ने एक नया कैंपेन ‘Share the Change, be the change’ शुरू किया है। ताकि लोग आगे बढ़कर ऐसे लोगों की मदद कर सकें जिन्‍हें तुरंत कैश की जरूरत है। कई बॉलिवुड मूवी और फिल्‍मी सितारे भी लोगों को इस मुहिम से जुडने के लिए प्रेरित कर रहे हैं।

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Meta का बड़ा कदम: Instagram और Facebook पर मिलेगा लोकल भाषा का अनुभव

Meta ने भारत के लिए बड़ा अपडेट जारी किया है। अब Instagram, Facebook और Edits ऐप पर बंगाली, मराठी, तेलुगु, तमिल और कन्नड़ समेत कई भारतीय भाषाओं का सपोर्ट जोड़ा गया है।

Samachar4media Bureau by
Published - Monday, 01 December, 2025
Last Modified:
Monday, 01 December, 2025
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सोशल मीडिया दिग्गज Meta Platforms ने भारत में अपने यूज़र्स और क्रिएटर्स के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। कंपनी ने शुक्रवार को मुंबई में आयोजित House of Instagram इवेंट में घोषणा की कि अब Instagram, Facebook और Edits ऐप में नई भारतीय भाषाओं का सपोर्ट जोड़ा जा रहा है।

Meta AI Translations अब बंगाली, मराठी, तेलुगु, तमिल और कन्नड़ भाषाओं में उपलब्ध होगा। इस अपडेट के बाद क्रिएटर्स अपने Reels को इन भाषाओं में डब और लिप-सिंक फीचर की मदद से ट्रांसलेट कर सकेंगे। इससे उनके कंटेंट की पहुंच और भी व्यापक हो जाएगी।

कंपनी के अनुसार, यह Meta AI-पावर्ड डबिंग टूल क्रिएटर की आवाज़ के टोन और नैचुरल साउंड को बनाए रखता है, ताकि अनुवादित वीडियो भी असली जैसा लगे। वहीं, लिप-सिंक फीचर ऑडियो को स्पीकर के होंठों की मूवमेंट के साथ सटीक तरीके से सिंक करता है, जिससे यह लगे कि क्रिएटर वास्तव में उसी भाषा में बोल रहा है।

यह सुविधा पहले से ही अंग्रेजी, हिंदी, स्पेनिश और पुर्तगाली में उपलब्ध थी, और अब इसका विस्तार भारतीय भाषाओं तक कर दिया गया है। इसके साथ ही, Instagram के Edits ऐप को भी भारतीय टच दिया गया है। अब इसमें नई भारतीय फोंट्स जोड़े जा रहे हैं।

यह ऐप एक ऑन-द-गो वीडियो एडिटिंग सॉल्यूशन है, जिसमें कीफ्रेमिंग, ऑटोमैटिक कैप्शन, हाई-क्वालिटी वीडियो कैप्चर और कैमरा सेटिंग्स जैसे एडवांस टूल्स शामिल हैं। Meta का कहना है कि यह अपडेट भारतीय क्रिएटर्स को अपने दर्शकों के और करीब लाने और स्थानीय भाषाओं में वैश्विक स्तर पर कंटेंट पहुंचाने में मदद करेगा।

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Gemini 3 Pro ‘Thinking Mode’ के लिमिट्स में बदलाव: जानें कारण

Google ने अपने एआई मॉडल Gemini 3 Pro के ‘Thinking Mode’ के लिए नए रेट लिमिट्स लागू किए हैं। कंपनी ने स्पष्ट नहीं किया कि लिमिट्स बढ़ाए गए हैं या घटाए, लेकिन बताया कि ये 'बार-बार अपडेट' किए जाएंगे।

Samachar4media Bureau by
Published - Saturday, 29 November, 2025
Last Modified:
Saturday, 29 November, 2025
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टेक दिग्गज Google ने अपने एडवांस्ड एआई मॉडल Gemini 3 Pro के ‘Thinking Mode’ में बदलाव किए हैं, जिससे अब Free यूज़र्स को सीमित एक्सेस मिलेगी। कंपनी की सपोर्ट पेज पर अपडेट किया गया है कि 'बेसिक एक्सेस डेली लिमिट्स बार-बार बदल सकती हैं।' हालांकि, गूगल ने यह नहीं बताया कि लिमिट्स घटाई गई हैं या बढ़ाई जाएंगी।

रिपोर्ट्स के अनुसार, इन बदलावों का कारण एआई सेवाओं की बढ़ती मांग है। पहले Gemini 2.5 Pro के लिए यूज़र्स को 5 प्रॉम्प्ट्स प्रतिदिन की अनुमति थी, और ऐसा माना जा रहा है कि नई लिमिट्स इससे कम हो सकती हैं। दिलचस्प बात यह है कि यह लिमिट्स प्रॉम्प्ट की संख्या पर नहीं, बल्कि टोकन-बेस्ड सिस्टम पर आधारित हैं।

टोकन सिस्टम का मतलब है कि एआई मॉडल शब्दों और वाक्यों को टुकड़ों में प्रोसेस करता है। जितना जटिल सवाल होगा, उतने ज्यादा टोकन खर्च होंगे। उदाहरण के लिए, एक यूज़र 10 साधारण प्रश्न पूछ सकता है, लेकिन जटिल सवालों की स्थिति में वही यूज़र सिर्फ़ 5-6 क्वेरी ही कर पाएगा।

इसी के साथ, गूगल ने अपने NotebookLM प्लेटफ़ॉर्म पर भी बदलाव किए हैं। कंपनी ने घोषणा की है कि 'Infographics' और 'Slide Decks' जैसी सुविधाएँ फ्री यूज़र्स के लिए अस्थायी रूप से बंद की जा रही हैं। वहीं, Google AI Pro प्लान वाले यूज़र्स के लिए भी कुछ एक्सेस लिमिट्स लागू की गई हैं।

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तकनीकी क्षेत्र में बड़ी छलांग: विशाखापट्टनम में बनेगा 11 अरब डॉलर का AI डेटा सेंटर

रिलायंस इंडस्ट्रीज, ब्रुकफील्ड और डिजिटल रियल्टी ट्रस्ट की संयुक्त कंपनी 2030 तक 11 अरब डॉलर का निवेश कर विशाखापट्टनम में 1 गीगावॉट का एआई डेटा सेंटर कैंपस बनाएगी।

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Published - Friday, 28 November, 2025
Last Modified:
Friday, 28 November, 2025
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भारत के तकनीकी क्षेत्र में एक और बड़ी छलांग लगाते हुए Digital Connexion जो मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज, Brookfield Asset Management और Digital Realty Trust की संयुक्त पहल है ने बुधवार को घोषणा की कि वह 2030 तक 11 अरब डॉलर का निवेश करेगी।

इस निवेश से आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम में 400 एकड़ में फैला 1 गीगावॉट का एआई-नेटिव डेटा सेंटर कैंपस तैयार किया जाएगा। कंपनी ने बताया कि इस परियोजना के लिए आंध्र प्रदेश आर्थिक विकास बोर्ड (APEDB) के साथ समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए गए हैं।

यह कदम उस वैश्विक प्रवृत्ति के अनुरूप है, जहाँ सरकारें और टेक कंपनियाँ एआई इंफ्रास्ट्रक्चर को तेज़ी से विस्तार दे रही हैं। दिलचस्प बात यह है कि Alphabet Inc. (Google) ने हाल ही में विशाखापट्टनम में ही 15 अरब डॉलर के निवेश से एआई सेंटर स्थापित करने की घोषणा की थी।

अब Digital Connexion के इस निवेश से यह क्षेत्र भारत का अगला बड़ा टेक हब बनता दिख रहा है। रिलायंस समर्थित यह संयुक्त उद्यम उन अंतरराष्ट्रीय टेक दिग्गजों की सूची में शामिल हो गया है जो भारत में बड़े पैमाने पर निवेश कर रहे हैं।

Amazon पहले ही 2030 तक भारत में 12.7 अरब डॉलर क्लाउड इंफ्रास्ट्रक्चर पर खर्च करने की घोषणा कर चुका है, जबकि OpenAI भी 1 गीगावॉट क्षमता वाला डेटा सेंटर स्थापित करने की योजना पर काम कर रहा है। इसी बीच, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) ने भी अपने एआई-आधारित डेटा सेंटर्स को विस्तार देने के लिए TPG Inc. से 1 अरब डॉलर का निवेश प्राप्त किया है।

CBRE Group Inc. के अनुमानों के अनुसार, भारत में डेटा सेंटर निवेश 2027 तक 100 अरब डॉलर के पार पहुंच जाएगा और इस नई पहल से भारत एआई युग की वैश्विक प्रतिस्पर्धा में एक निर्णायक भूमिका निभाने जा रहा है।

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Microsoft ने शुरू की ‘AI Shopping’ रेस, Edge ब्राउजर में जोड़ा नया फीचर

माइक्रोसॉफ्ट ने अपने Edge ब्राउजर में Copilot AI Shopping फीचर्स लॉन्च किए हैं, जिससे यूज़र्स अब किसी प्रोडक्ट का कम दाम, कैशबैक या ऑफर तुरंत जान सकेंगे।

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Published - Thursday, 27 November, 2025
Last Modified:
Thursday, 27 November, 2025
aishopping

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की दुनिया में अब Microsoft ने भी शॉपिंग सेगमेंट में बड़ा कदम रखा है। कंपनी ने अपने Edge ब्राउज़र के लिए Copilot AI Shopping फीचर्स पेश किए हैं, जो यूज़र्स को स्मार्ट शॉपिंग का अनुभव देंगे। इस नई सुविधा के साथ अब यूज़र्स न केवल किसी प्रोडक्ट की कीमत की तुलना कर सकेंगे, बल्कि यह भी जान पाएंगे कि कहीं वही सामान किसी दूसरे प्लेटफॉर्म पर कम दाम या कैशबैक ऑफर में तो नहीं मिल रहा।

माइक्रोसॉफ्ट एज के जनरल मैनेजर रोजर कैप्रिओटी ने एक ब्लॉग पोस्ट में बताया कि इस अपडेट के बाद यूज़र्स को Copilot में अब Price Comparison, Cashback, Price History, Product Insights, और Price Tracking जैसे टूल्स एक ही जगह पर मिलेंगे। फिलहाल यह फीचर सिर्फ अमेरिका में उपलब्ध है, जबकि Google और Perplexity के एआई शॉपिंग टूल्स भी इसी क्षेत्र तक सीमित हैं।

इस फीचर का इस्तेमाल करने के लिए यूज़र को किसी समर्थित ई-कॉमर्स साइट पर जाकर Copilot आइकन पर क्लिक करना होगा। इसके बाद वे अपनी ज़रूरत के मुताबिक प्रोडक्ट की तुलना, मूल्य इतिहास या अलर्ट सेट कर सकते हैं। खास बात यह है कि Copilot अब यूज़र के ब्राउज़िंग व्यवहार को भी पहचानता है।

अगर किसी यूज़र के पास कई टैब खुले हैं और वह किसी साइट पर खरीदारी कर रहा है, तो Copilot उसे दूसरे रिटेलर पर उपलब्ध कम कीमत या कैशबैक ऑफर की जानकारी खुद दे देगा। माइक्रोसॉफ्ट का यह कदम बताता है कि कंपनी अब AI-Driven Commerce की दिशा में तेज़ी से बढ़ रही है।

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'Gemini' और 'NotebookLM' को जल्द जोड़ने वाला है 'Google': जानें इसकी वजह

Google अपने एआई चैटबॉट Gemini और एआई-पावर्ड लर्निंग प्लेटफॉर्म NotebookLM को एकीकृत करने की तैयारी में है। नई सुविधा से उपयोगकर्ता दोनों प्लेटफॉर्म्स के बीच डेटा ट्रांसफर कर सकेंगे।

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Published - Tuesday, 25 November, 2025
Last Modified:
Tuesday, 25 November, 2025
google gemini

टेक दिग्गज Google अब अपने दो प्रमुख एआई प्लेटफॉर्म Gemini और NotebookLM को आपस में जोड़ने की दिशा में काम कर रहा है। रिपोर्ट्स के अनुसार, कंपनी Gemini ऐप में एक NotebookLM बटन जोड़ने की योजना बना रही है, जिससे उपयोगकर्ता सीधे अपने नोटबुक्स को अटैचमेंट के रूप में इम्पोर्ट कर सकेंगे।

इस फीचर की मदद से उपयोगकर्ता Gemini की एडवांस एआई क्षमताओं का इस्तेमाल करके अपने नोट्स को और अधिक सटीक और पेशेवर बना सकेंगे। जानकारी के मुताबिक, यह फीचर वर्तमान में डेवलपमेंट स्टेज में है और अभी बीटा टेस्टर्स के लिए भी उपलब्ध नहीं है। इससे उपयोगकर्ता Gemini चैटबॉट की बातचीत को सीधे NotebookLM में ट्रांसफर कर पाएंगे, बिना कॉपी-पेस्ट की झंझट के।

इसके अलावा, NotebookLM से भी किसी नोटबुक को Gemini में इम्पोर्ट करने का विकल्प मिलेगा। इस इंटीग्रेशन से उपयोगकर्ता Canvas, Nano Banana Pro, Veo 3 और अन्य एआई टूल्स का उपयोग करके अपने प्रोजेक्ट्स को और उन्नत बना सकेंगे। हालांकि, गूगल ने इस फीचर की आधिकारिक घोषणा अभी नहीं की है।

यह भी संभव है कि कंपनी परीक्षण के बाद इसमें बदलाव करे या इसे रद्द कर दे। हाल ही में, Google ने NotebookLM में कई नए अपडेट दिए हैं, जिनमें Veo 3 Fast Video Overviews, Audio Narration और Deep Research Tool शामिल हैं।

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ChatGPT में अब मिलेगा Group Chat फीचर: यूज़र्स के लिए हुआ लॉन्च

OpenAI ने अपने एआई चैटबॉट ChatGPT में नया ग्रुप चैट फीचर लॉन्च कर दिया है। अब दुनिया भर के यूज़र्स एक साथ बातचीत कर सकेंगे और एआई की मदद से रियल-टाइम सहयोग कर पाएंगे।

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Published - Saturday, 22 November, 2025
Last Modified:
Saturday, 22 November, 2025
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OpenAI ने गुरुवार को घोषणा की कि अब ChatGPT Group Chat फीचर को वैश्विक स्तर पर रोलआउट किया जा रहा है। यह फीचर पहले सिर्फ जापान, न्यूज़ीलैंड, दक्षिण कोरिया और ताइवान में उपलब्ध था, लेकिन अब इसे दुनिया भर के यूज़र्स के लिए जारी कर दिया गया है। नई सुविधा के ज़रिए यूज़र्स अब मल्टी-यूज़र चैट ग्रुप बना सकते हैं, जहाँ वे आपस में बात कर सकते हैं और जरूरत पड़ने पर ChatGPT की मदद भी ले सकते हैं।

कंपनी ने बताया कि इसका पायलट सफल रहा और अब यह फीचर ChatGPT Free, Go, Plus और Pro प्लान्स के सभी लॉग-इन यूज़र्स के लिए उपलब्ध है। यूज़र्स इंटरफ़ेस के ऊपर दाईं ओर बने ग्रुप आइकन पर क्लिक करके नया ग्रुप बना सकते हैं।

ग्रुप बनने के बाद ChatGPT अपने आप एक यूनिक URL जनरेट करता है, जिसे अन्य लोगों के साथ शेयर कर आमंत्रण भेजा जा सकता है। ग्रुप में शामिल होने के बाद प्रतिभागी एक-दूसरे से चैट कर सकते हैं या @ChatGPT टैग करके बॉट से जवाब मांग सकते हैं। एआई खुद संदर्भ समझकर बातचीत में हिस्सा भी लेता है।

इसके अलावा यूज़र्स मैसेज पर रिएक्ट, रिप्लाई या म्यूट नोटिफिकेशन जैसी सुविधाओं का भी लाभ उठा सकते हैं। यूज़र्स चाहें तो पुरानी चैट से भी ग्रुप बना सकते हैं, जिसमें ChatGPT उस बातचीत की कॉपी बनाकर उसे ग्रुप चैट में बदल देता है। साथ ही, ग्रुप क्रिएटर को सदस्यों को जोड़ने या हटाने का अधिकार मिलता है, जबकि अन्य यूज़र्स चैट का नाम बदल सकते हैं या अपनी सुविधा अनुसार नोटिफिकेशन सेट कर सकते हैं।

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डॉ. जितेंद्र सिंह ने लॉन्च की ‘Nationwide Innovation Challenge’ : पढ़े पूरी खबर

विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने IISF 2025 से पहले ‘Nationwide Innovation Challenge’ की शुरुआत की। यह प्रतियोगिता छात्रों, स्टार्टअप्स और नवाचारकों को आमंत्रित करती है।

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Published - Thursday, 20 November, 2025
Last Modified:
Thursday, 20 November, 2025
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भारत अंतर्राष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव (IISF 2025) से पहले, केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने ‘Nationwide Innovation Challenge’ की घोषणा की है। यह प्रतियोगिता पूरे देश के छात्रों, स्टार्टअप्स, शोधकर्ताओं, किसानों और आम नागरिकों के लिए खुली है, जिसमें भागीदारों को अपने नवाचार प्रस्तुत करने का मौका मिलेगा।

डॉ. सिंह ने अपने वीडियो संदेश में कहा, 'भारत ने विज्ञान और तकनीक के क्षेत्र में ऐतिहासिक छलांग लगाई है। आज हमारे पास 6,000 से अधिक DeepTech स्टार्टअप्स हैं, बायोइकोनॉमी 14 गुना बढ़ी है, और क्वांटम मिशन जैसी पहलें नई तकनीकी क्रांति ला रही हैं।

अब अगला बड़ा नवाचार आपसे आ सकता है।' इस चुनौती के अंतर्गत प्रतिभागी AI, Quantum, Space, Biotechnology, Climate Tech, Healthcare, Agriculture, Education या किसी भी उभरते क्षेत्र में ऐसे नवाचार प्रस्तुत कर सकते हैं जो कम से कम 1,000 लोगों के जीवन में सुधार ला सके।

विचार, प्रोटोटाइप या पायलट प्रोजेक्ट भी स्वीकार किए जाएंगे, यदि उनमें स्पष्टता और स्केलेबिलिटी का दृष्टिकोण हो। सर्वश्रेष्ठ विचारों को IISF 2025 में सम्मानित किया जाएगा और उन्हें DST, DBT, CSIR और BIRAC जैसी प्रमुख संस्थाओं से सहयोग मिलेगा। मंत्री ने कहा कि वे स्वयं शीर्ष नवाचारों को मार्गदर्शन और प्रोत्साहन देंगे।

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'Elon Musk' की कंपनी xAI ने लॉन्च किया Grok 4.1 : जानें क्यों है ख़ास

एलन मस्क की एआई कंपनी xAI ने अपना नया एआई मॉडल Grok 4.1 लॉन्च किया है। यह मॉडल पहले से ज्यादा समझदार, भावनात्मक रूप से संवेदनशील और रचनात्मक जवाब देने में सक्षम है।

Samachar4media Bureau by
Published - Wednesday, 19 November, 2025
Last Modified:
Wednesday, 19 November, 2025
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एलन मस्क की कंपनी xAI ने अपने नवीनतम आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस मॉडल Grok 4.1 को जारी कर दिया है। यह मॉडल Grok 4 का उन्नत संस्करण है, जो जुलाई में लॉन्च हुआ था। कंपनी का दावा है कि नए वर्जन में बेहतर इमोशनल इंटेलिजेंस, उन्नत क्रिएटिव राइटिंग, और कम हल्यूसिनेशन (गलत जानकारी) की क्षमता है।

xAI के अनुसार, Grok 4.1 ने अपने आंतरिक टेस्ट में बेहतरीन प्रदर्शन किया है, और कुछ मानकों पर यह Google Gemini 2.5 Pro और Claude 4.5 Sonnet जैसे मॉडलों से आगे निकला है। दिलचस्प बात यह है कि Grok 4.1 को 1 से 14 नवंबर के बीच “साइलेंट” रूप से रिलीज़ किया गया था, जहाँ उपयोगकर्ताओं को बिना बताए नए मॉडल के जवाब दिखाए गए।

65% उपयोगकर्ताओं ने इसके उत्तरों को पुराने मॉडल से बेहतर पाया। नया मॉडल अब Grok.com, X (पूर्व में Twitter), और इसके Android और iOS ऐप्स पर सभी के लिए उपलब्ध है। कंपनी के मुताबिक, Grok 4.1 ने EQ-Bench टेस्ट में 1585 का स्कोर किया, जो इसे GPT-5 और अन्य प्रमुख एआई मॉडलों से आगे रखता है।

यह अब उपयोगकर्ता के सवालों के भावनात्मक पहलुओं को भी समझकर जवाब देता है। इसके अलावा, रचनात्मक लेखन में भी इसने 1708.6 का स्कोर किया है, जिससे यह सोशल मीडिया पोस्ट, कहानियों और क्रिएटिव कंटेंट लिखने में और बेहतर साबित हुआ है।

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एआई और चिप टेक्नोलॉजी में 'Samsung' करेगी 310 अरब डॉलर का निवेश

दक्षिण कोरिया की टेक दिग्गज कंपनी सैमसंग ने अगले पांच वर्षों में 310 अरब डॉलर निवेश की घोषणा की है। यह निवेश मुख्य रूप से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और सेमीकंडक्टर उद्योग को मजबूत बनाने पर केंद्रित होगा।

Samachar4media Bureau by
Published - Tuesday, 18 November, 2025
Last Modified:
Tuesday, 18 November, 2025
samsung

दक्षिण कोरियाई बहुराष्ट्रीय समूह 'Samsung' घोषणा की है कि वह आने वाले पांच वर्षों में 310 अरब डॉलर का निवेश करेगी। यह कंपनी का अब तक का सबसे बड़ा निवेश है, जो मुख्य रूप से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और सेमीकंडक्टर टेक्नोलॉजी के विकास के लिए किया जा रहा है।

सैमसंग की प्रमुख इकाई 'Samsung Electronics' पहले से ही दुनिया की शीर्ष मेमोरी चिप निर्माता कंपनियों में से एक है, जो एआई उद्योग को आवश्यक हार्डवेयर और इंफ्रास्ट्रक्चर उपलब्ध कराती है। इस निवेश के तहत कंपनी 'Pyeongtaek Plant 5' नामक एक नई सेमीकंडक्टर फैक्ट्री बनाएगी, जो 2028 तक संचालन में आएगी।

यह प्लांट वैश्विक चिप सप्लाई चेन और दक्षिण कोरिया के घरेलू चिप इकोसिस्टम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। इसके अलावा, 'Samsung SDS', जो कंपनी का आईटी और लॉजिस्टिक्स डिवीजन है, दक्षिण कोरिया के 'South Jeolla' और 'Gumi' क्षेत्रों में दो नए एआई डेटा सेंटर्स स्थापित करेगा।

साथ ही, 'Samsung SDI' इलेक्ट्रिक व्हीकल्स के लिए नेक्स्ट-जनरेशन बैटरियों, जिनमें ऑल-सॉलिड-स्टेट बैटरी शामिल है, के उत्पादन पर काम करेगी। सैमसंग का यह कदम ऐसे समय पर आया है जब दक्षिण कोरियाई सरकार ने एआई पर अपने खर्च को तीन गुना करने की घोषणा की है। राष्ट्रपति ली जे म्यंग ने देश को अमेरिका और चीन के बाद दुनिया की शीर्ष तीन एआई शक्तियों में शामिल करने का लक्ष्य रखा है।

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Google करेगा 40 अरब डॉलर का निवेश: टेक्सास बनेगा AI का नया हब

गूगल और अल्फाबेट के सीईओ सुंदर पिचाई ने टेक्सास में 40 अरब डॉलर के निवेश की घोषणा की है। यह कंपनी का किसी एक अमेरिकी राज्य में अब तक का सबसे बड़ा निवेश है।

Samachar4media Bureau by
Published - Monday, 17 November, 2025
Last Modified:
Monday, 17 November, 2025
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गूगल ने अमेरिका के टेक्सास राज्य में अपने सबसे बड़े निवेश की घोषणा की है। कंपनी के सीईओ सुंदर पिचाई ने बताया कि गूगल 40 अरब डॉलर का निवेश करेगा, जिसके तहत तीन नए डेटा सेंटर कैंपस बनाए जाएंगे। इस परियोजना का उद्देश्य गूगल के क्लाउड और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) संचालन को और अधिक शक्तिशाली बनाना है।

टेक्सास के गवर्नर ग्रेग एबॉट ने इस पहल को 'भविष्य में निवेश' बताते हुए कहा, टेक्सास अब एआई विकास का केंद्र बन चुका है, जहाँ नवाचार और ऊर्जा एक साथ बढ़ रहे हैं। यह सुनिश्चित करना आवश्यक है कि अमेरिका एआई क्रांति में अग्रणी बना रहे और टेक्सास इसका केंद्र है।

सुंदर पिचाई ने कहा कि यह निवेश न केवल हज़ारों नौकरियाँ पैदा करेगा, बल्कि कॉलेज छात्रों और इलेक्ट्रिकल अप्रेंटिसेस के लिए स्किल ट्रेनिंग के अवसर भी प्रदान करेगा। इस योजना में 30 मिलियन डॉलर का एनर्जी इंपैक्ट फंड भी शामिल है, जो स्थानीय समुदायों और स्कूलों में ऊर्जा-संबंधी परियोजनाओं को समर्थन देगा।

इसके अलावा, गूगल 1,700 से अधिक इलेक्ट्रिकल अप्रेंटिसेस को प्रशिक्षित करेगा ताकि टेक्सास का टैलेंट पूल एआई और डेटा इंडस्ट्री की बढ़ती मांगों को पूरा कर सके। माना जा रहा है कि यह निवेश टेक्सास की छवि को एक टेक्नोलॉजी-फ्रेंडली और ऊर्जा-समृद्ध राज्य के रूप में और मजबूत करेगा।

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