न्यूज चैनल्स पर होने वाली टेलिविजन डिबेट किसी की जिंदगी भी बर्बाद कर सकती हैं, ये हमने साल 2022 में देखा। मुझे लगता है कि मीडिया के माथे पर लगा ये कलंक साल की सबसे बड़ी खबर है।
पत्रकारिता का पेशा सदैव चुनौतीपूर्ण रहा है। कल भी था, आज भी है और कल भी रहेगा। शायद आने वाल कल में और अधिक चुनौतियां होंगी।
देश की आवाज को पूरी दुनिया तक ले जाने की ‘जी मीडिया’ की प्रतिबद्धता को पूरा करते हुए ये दोनों शो ‘विऑन’ के रैखिक (linear) और डिजिटल दोनों प्लेटफॉर्म्स पर जनवरी 2023 की शुरुआत में लॉन्च किए जाएंगे।
वर्ष 2022 मीडिया के लिए मिला-जुला रहा। कुछ खट्टा, कुछ मीठा। बीते साल में मीडिया के प्रसार को लेकर भी उम्मीद जगी है, जिससे रोजगार के कुछ नए अवसर भी खुल रहे हैं।
2022 में मीडिया के कामकाज पर कई सवाल खड़े हुए, खासकर टीआरपी के विवाद को लेकर। मीडिया की विश्वसनीयता इस विवाद से कठघरे में आ खड़ी हुई।
इन पदों पर काम करने के इच्छुक युवाओं के पास पत्रकारिता में स्नातक/स्नातकोत्तर डिग्री के साथ हिंदी पर अच्छी पकड़ तथा अंग्रेजी का व्यावहारिक ज्ञान होना चाहिए।
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सोमवार को मुख्यधारा की मीडिया से नाराजगी व्यक्त की है।
वर्तमान में वह यहां एंटरटेनमेंट एडिटर के तौर पर अपनी जिम्मेदारी निभा रही थीं।
मीडिया में करीब दो दशक की अपनी पारी के दौरान पशुपति शर्मा अब तक देश के कई बड़े मीडिया संस्थानों में अपनी भूमिका निभा चुके हैं।
शमशेर सिंह ने पिछले दिनों ‘जी मीडिया’ (Zee Media) के हिंदी न्यूज चैनल ‘जी हिन्दुस्तान’ (Zee Hindustan) में मैनेजिंग एडिटर के पद से इस्तीफा दे दिया था।