यदि राष्ट्रपति ट्रम्प वास्तव में 'शांति निर्माता' या 'एकीकृत' होने के बारे में गंभीर हैं, तो सबसे पहली चीज़ जो उन्हें करने की ज़रूरत है वह पाकिस्तान को सभी सहायता तत्काल प्रभाव से रोकनी होगी।
उन्होंने दुनिया को भी स्पष्ट कर दिया कि विश्व समुदाय भी सुन ले कि आतंकवाद पर हमारा जीरो टॉलरेंस जारी रहने वाला है। पाकिस्तान से अगर बातचीत होगी तो टेरर पर होगी
ट्रंप ने गाजे बाजे के साथ दो अप्रैल को 86 देशों पर टैरिफ़ लगाने की घोषणा की थी। 10% बेसिक टैरिफ़ सभी देशों पर पाँच अप्रैल से लागू हो गया। नौ अप्रैल से हर देश पर अलग-अलग अतिरिक्त टैरिफ़ लगाया गया था।
अमेरिका में कार्यरत विदेशी पत्रकारों के लिए हालात अचानक बेहद मुश्किल हो गए हैं।
हॉलीवुड के बड़े स्टार्स ने टेक कंपनियों गूगल और ओपनएआई (Open AI) के खिलाफ एकजुट होकर ट्रंप प्रशासन से कॉपीराइट कानूनों की सुरक्षा की मांग की है
अमेरिका की सरकारी मल्टीमीडिया प्रसारण सेवा 'वॉइस ऑफ अमेरिका' (VOA) बड़े संकट से गुजर रही है।
ट्रंप ने टैरिफ लगाने का फैसला अचानक नहीं लिया है। पहली टर्म में भी उन्होंने इसका इस्तेमाल किया था और दूसरे टर्म के प्रचार के दौरान बार बार कहा कि 20 जनवरी को राष्ट्रपति बनते ही टैरिफ लगा दूंगा।
अपनी एक और पोस्ट में उन्होंने लिखा, यह नादानी ही है कि अवैध तरीके से विदेश जाया जाए और फिर भी यह मान लिया जाए कि कहीं कोई समस्या नहीं होगी।
हिंदुस्तानियों को डिपोर्ट करने का वीडियो ख़ुद अमेरिकी सरकार ने जारी किया है। हाथों-पैरों में बेड़ियाँ डालने की ज़रूरत क्या थी? क्या ये क़ानूनी बाध्यता थी?
अमेरिका में 15 लाख अवैध प्रवासियों की लिस्ट तैयार है। अमेरिका में मेक्सिको के 41 लाख अवैध प्रवासी, ग्वाटेमाला के 7 लाख अवैध प्रवासी, होंडुरास के 5.5 लाख अवैध प्रवासी मौजूद है।