‘इंडिया टुडे’ समूह के फाउंडर-पब्लिशर और एडिटर-इन-चीफ अरुण पुरी ने FICCI Frames में देश के मीडिया परिदृश्य की चुनौतियों, नियामक अड़चनों, AI के प्रभाव और अन्य मुद्दों पर खुलकर अपनी राय रखी।
अरुण पुरी की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता सिद्धार्थ लूथरा ने शीर्ष अदालत में पक्ष रखा। यह मामला वर्ष 2024 में इंडिया टुडे पर प्रसारित एक टेलीविजन डिबेट से जुड़ा है।
‘इंडिया टुडे’ ग्रुप के चेयरमैन और एडिटर-इन-चीफ अरुण पुरी का सफर दूरदर्शी नेतृत्व, सत्य के प्रति प्रतिबद्धता और दर्शकों की जरूरतों को गहरे से समझने की शक्ति का उदाहरण है।
गौरव द्विवेदी, अरुण पुरी और जयंत एम मैथ्यू को भी इंडियन ब्रॉडकास्टिंग एंड डिजिटल फाउंडेशन के बोर्ड में शामिल किया गया है।
इंडिया टुडे ग्रुप के एडिटर-इन-चीफ अरुण पुरी ने कार्यक्रम का शुभारंभ किया। वहीं कार्यक्रम के समापन सत्र को ‘इंडिया टुडे’ ग्रुप की वाइस चेयरपर्सन और एग्जिक्यूटिव एडिटर-इन-चीफ कली पुरी ने संबोधित किया।
दो दिवसीय कॉन्क्लेव के आखिरी दिन ‘इंडिया टुडे’ ग्रुप की वाइस चेयरपर्सन और एग्जिक्यूटिव एडिटर-इन-चीफ कली पुरी ने कहा, 'आज सोशल मीडिया की लोकप्रियता और उसकी ताकत को कोई नजरअंदाज नहीं कर सकता।'
समूह की ओर से इस बारे में एंप्लॉयीज के लिए एक इंटरनल मेल जारी की गई है। वर्तमान में कली पुरी ‘इंडिया टुडे’ समूह में वाइस चेयरपर्सन के पद पर अपनी जिम्मेदारी निभा रही हैं
इंडिया टुडे समूह के चेयरमैन अरुण पुरी को लिखे लेटर में वसंत वैली स्कूल के पूर्व विद्यार्थियों ने आग्रह किया था वह अपने चैनल पर सांप्रदायिक ध्रुवीकरण वाले कार्यक्रमों का प्रसारण बंद करें।
‘Leading From The Front’ कॉलम की सीरीज के तहत आज हम ‘इंडिया टुडे’ समूह (मीडिया व एंटरटेनमेंट) के चेयरमैन और एडिटर-इन-चीफ अरुण पुरी के बारे में बात करने जा रहे हैं।
यह इस आयोजन का 20वां एडिशन है। दो दिवसीय इस कॉन्क्लेव की थीम इस साल ‘The India Moment’ रखी गई है।