उस समय मेरी फ़ेवरेट टीचर निर्मला मैम से मैंने कहा कि आप घर चलकर मेरी मम्मी से बात करें तो हो सकता है वो मान जायें। स्कूल की छुट्टी होने के बाद वो मेरे घर आईं।
भारत में हर साल 5 सितंबर के दिन को टीचर्स डे के रूप में सेलिब्रेट किया जाता है। इस साल भी देश में शिक्षक दिवस मनाया गया। गौरतलब है कि माता-पिता के बाद गुरु ही हमें एक कामयाब इंसान और सशक्त बनाने की हर मुमकिन कोशिश करते हैं।
पत्रकार और एंकर चित्रा त्रिपाठी ने भी इस मौके पर अपनी बचपन की गुरु को याद किया। उन्होंने अपने एक्स हैंडल से एक पोस्ट की और लिखा, मैं कक्षा 5वीं में थी। गोरखपुर से इलाहाबाद स्कूल ट्रिप पर मेरे घर वाले जाने नहीं दे रहे थे।
उस समय मेरी फ़ेवरेट टीचर निर्मला मैम से मैंने कहा कि आप घर चलकर मेरी मम्मी से बात करें तो हो सकता है वो मान जायें। स्कूल की छुट्टी होने के बाद वो मेरे घर आईं। मम्मी को समझाया और फिर मुझे तीन दिन की स्कूल ट्रिप पर जाने का मौक़ा मिला, तब अपने घर से पहली बार मैं इतनी दूर गई थी।
ऐसे अनगिनत मौक़ों पर हमारी मदद करने वाले और हमें आगे बढ़ाने वाले सभी शिक्षकों को शिक्षक दिवस पर नमन। आपको बता दे, जब 1962 में डॉ. राधाकृष्णन राष्ट्रपति बने, तो उनके कुछ छात्रों ने उनके जन्मदिन को विशेष रूप से मनाने का आग्रह किया।
इस पर डॉ. राधाकृष्णन ने सुझाया कि उनके जन्मदिन को अलग से मनाने के बजाय, इसे शिक्षक दिवस के रूप में मनाना अधिक उपयुक्त होगा। तब से ही इस दिन को शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाने लगा।
मैं कक्षा 5वीं में थी. गोरखपुर से इलाहाबाद स्कूल ट्रिप पर मेरे घर वाले जाने नहीं दे रहे थे. उस समय मेरी फ़ेवरेट टीचर निर्मला मैम से मैंने कहा कि आप घर चलकर मेरी मम्मी से बात करें तो हो सकता है वो मान जायें. स्कूल की छुट्टी होने के बाद वो मेरे घर आईं. मम्मी को समझाया और फिर मुझे… pic.twitter.com/aSP9v9loI9
— Chitra Tripathi (@chitraaum) September 5, 2024
हाल ही में भाजपा के टिकट पर सांसद का चुनाव लड़ने वाले अशोक तंवर कांग्रेस में शामिल हो गए हैं। मजेदार बात यह भी रही कि कुछ ही घंटों पहले वो बीजेपी का प्रचार कर रहे थे।
हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार गुरुवार को समाप्त गया है। वोटिंग शनिवार यानी कल 5 तारीख को होगी। 8 अक्टूबर को परिणाम सामने आएंगे। हालांकि, विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग से पहले से भाजपा को बड़ा झटका लगा है।
हाल ही में भाजपा के टिकट पर सांसद का चुनाव लड़ने वाले अशोक तंवर कांग्रेस में शामिल हो गए हैं। मजेदार बात यह भी रही कि कुछ ही घंटों पहले वो बीजेपी का प्रचार कर रहे थे और वोटिंग के एक दिन पहले उन्होंने कांग्रेस का दामन थाम लिया। इस बीच वरिष्ठ पत्रकार अखिलेश शर्मा ने भी इस मसले पर अपने विचार व्यक्त किये।
उन्होंने अपने एक्स हैंडल से एक पोस्ट करते हुए लिखा, आज दोपहर एक बजे तक बीजेपी उम्मीदवारों के लिए प्रचार कर रहे अशोक तंवर एक घंटे बाद कांग्रेस में शामिल हो गए। अब मतदाता सोच रहे होंगे कि बीजेपी उम्मीदवारों को वोट देने की अशोक तंवर की अपील का क्या करें?
आपको बता दें, पीएम मोदी ने भी हरियाणा के नाम संदेश जारी किया है। पीएम मोदी ने अपने संदेश में कहा है कि अब से कुछ देर में हरियाणा विधानसभा चुनाव का प्रचार अभियान समाप्त हो जाएगा। बीते कुछ दिनों में मैंने पूरे राज्य की यात्रा की है। मैंने लोगों का जो उत्साह देखा है, उसे देखकर मुझे ये पक्का विश्वास है कि हरियाणा के लोग भाजपा को फिर अपना आशीर्वाद देने वाले हैं।
आज दोपहर एक बजे तक बीजेपी उम्मीदवारों के लिए प्रचार कर रहे अशोक तंवर एक घंटे बाद कांग्रेस में शामिल हो गए। अब मतदाता सोच रहे होंगे कि बीजेपी उम्मीदवारों को वोट देने की अशोक तंवर की अपील का क्या करें?
— Akhilesh Sharma (@akhileshsharma1) October 3, 2024
इजरायली डिफेंस फोर्सेस (IDF) ने बताया कि वायुसेना के साथ एक जॉइंट ऑपरेशन में एयरस्ट्राइक के दौरान हिजबुल्लाह कमांडर की मौत हुई है।
इजरायल ने गुरुवार को दक्षिणी लेबनान में हिजबुल्लाह के एक फील्ड कमांडर को मार गिराया है। इजराइली सेना यहां ग्राउंड ऑपरेशन चला रही है। इजराइली डिफेंस फोर्सेस (IDF) ने बताया कि वायुसेना के साथ एक जॉइंट ऑपरेशन में एयरस्ट्राइक के दौरान हिजबुल्लाह कमांडर की मौत हुई है।
वहीं लेबनान की तरफ से भी इजराइल पर 200 से ज्यादा रॉकेट और ड्रोन दागे गए हैं। इस मामले पर वरिष्ठ पत्रकार राजीव सचान ने अपने सोशल मीडिया हैंडल से एक पोस्ट की और अपने विचार व्यक्त किये। उन्होंने एक्स हैंडल पर लिखा, अकेले फलस्तीन और गाजा में 40 हजार से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं।
आगे कितने मरेंगे, पता नहीं, लेकिन इस विनाश की जड़ में एक साल पहले सात अक्टूबर को इजरायल में हमास का वह बर्बर आतंकी हमला है, जिसमें 1200 से अधिक लोग मारे गए थे। उस हमले पर खुशी मनाने और बंधकों को रिहा न करने के हमास के फैसले को सही बताने वाले आज दुखी होने के अधिकारी नहीं।
अपनी एक और पोस्ट में उन्होंने लिखा, पश्चिम एशिया में अशांति केवल इसलिए नहीं है कि इजरायल फलस्तीन को एक अलग देश के रूप में स्वीकार करने को तैयार नहीं। इस अशांति का एक बड़ा कारण ईरान जैसे देश भी हैं, जो इजरायल का समूल नाश करने की सनक से ग्रस्त है।
आपको बता दें, इजराइल ने हिजबुल्लाह चीफ हसन नसरल्लाह के दामाद हसन जाफर अल-कासिर के मारे जाने का दावा किया है।
पश्चिम एशिया में अशांति केवल इसलिए नहीं है कि इजरायल फलस्तीन को एक अलग देश के रूप में स्वीकार करने को तैयार नहीं। इस अशांति का एक बड़ा कारण ईरान जैसे देश भी हैं, जो इजरायल का समूल नाश करने की सनक से ग्रस्त है। https://t.co/NLseNqLFAH
— Rajeev Sachan (@RajeevKSachan) October 3, 2024
हरियाणा सरकार ने 150 पदयात्रियों और लद्दाख के लिए राज्य के दर्जे कि मांग सामने रखने वालों को आख़िर किस आशंका के मद्देनज़र दिल्ली की सीमा में प्रवेश करने से रोका?
लद्दाख को छठी अनुसूची का दर्जा देने की मांग को लेकर राजधानी मार्च करने वाले जलवायु कार्यकर्ता सोनम वांगचुक सहित करीब 120 लोगों को दिल्ली पुलिस ने शहर की सीमा पर हिरासत में ले लिया है। सोमवार रात को सोनम वांगचुक की हिरासत के बाद कारगिल डेमोक्रेटिक अलायंस (KDA) और एपेक्स बॉडी, लेह ने पूरे लद्दाख में बंद का आह्वान किया है।
इस जानकारी के सामने आने के बाद वरिष्ठ पत्रकार अजय कुमार ने अपने सोशल मीडिया हैंडल से एक पोस्ट की और सरकार से बड़ा सवाल पूछा है। उन्होंने एक्स हैंडल पर लिखा, सोनम वांगचुक को हिरासत में किस तरह के उकसावे के लिए लिया गया है?
हरियाणा सरकार ने 150 पदयात्रियों और लद्दाख के लिए राज्य के दर्जे कि मांग सामने रखने वालों को आख़िर किस आशंका के मद्देनज़र दिल्ली की सीमा में प्रवेश करने से रोका? छोटा सा स्पष्टीकरण है, हरियाणा सरकार और दिल्ली पुलिस को जनता के सामने रखकर कर, जनता को अवगत करना चाहिए।
बेहतर प्रशासन, अच्छी ज़िंदगी, साफ़ राजनीति, केंद्र शासित प्रदेश कि जगह राज्य कि मांग। ये सारी मांगे, लोकतंत्र में हर नागरिक का अधिकार है। इसमें उकसावा कहां से आया?
आपको बता दे, केजरीवाल ने केंद्र की मोदी सरकर पर हमला बोलते हुए कहा कि दिल्ली में आने से कभी किसानों को रोकते हैं, कभी लद्दाख के लोगों को रोकते हैं। दिल्ली में आने का सब को अधिकार है, किसी को रोकना सरासर गलत है। निहत्थे शांतिपूर्ण लोगों से आखिर इन्हें क्या डर लग रहा है?
सोनम वांगचुक को हिरासत में किस तरह के उकसावे के लिए लिया गया है ? हरियाणा सरकार ने 150 पदयात्रियों और लद्दाख के लिए राज्य के दर्जे कि माँग सामने रखने वालों को आख़िर किस आशंका के मद्देनज़र दिल्ली कि सीमा में प्रवेश करने से रोका ?
— Ajay Kumar (@AjayKumarJourno) October 1, 2024
छोटा सा स्पष्टीकरण है, हरियाणा सरकार और दिल्ली… https://t.co/LeSUWPHFE6
सच है ! इसलिए तो अवधेश ने इनको पटका है। अवधेश वहां के एमपी हैं। आपने किसी मजदूर, किसान, आदिवासी को देखा, कोई नहीं था वहां। डांस-गाना चल रहा था।
कांग्रेस सांसद और लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी के राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को लेकर दिए गए एक भाषण ने विवाद का रूप ले लिया है। राहुल गांधी ने कहा, अयोध्या में मंदिर खोला, वहां अडाणी दिखे, अंबानी दिखे, पूरा बॉलीवुड दिख गया, लेकिन एक भी गरीब किसान नहीं दिखा। सच है! इसलिए तो अवधेश ने इनको पटका है। अवधेश वहां के एमपी हैं।
आपने किसी मजदूर, किसान, आदिवासी को देखा, कोई नहीं था वहां। डांस-गाना चल रहा था। राहुल गांधी के इस वक्तव्य पर वरिष्ठ पत्रकार हर्षवर्धन त्रिपाठी ने उन्हें आड़े हाथ लिया और कहा कि अब वो और झूठ न बोले। उन्होंने अपने एक्स हैंडल से एक पोस्ट की और लिखा, राहुल गांधी झूठ बोलते हैं कि आदिवासी राष्ट्रपति को राम मंदिर में जाने से रोक दिया गया।
राहुल गांधी झूठ बोलते हैं कि, अडानी-अंबानी दिखे, अमिताभ बच्चन दिखे, पूरा बॉलीवुड दिख गया, मगर गरीब किसान एक नहीं दिखा वहां। जबकि, सच यह है कि, अभी जून महीने तक राम मंदिर में 11 करोड़ लोग अपने आराध्य प्रभु राम के दर्शन कर चुके हैं।
अगर इतने अमीर लोग देश में हैं तो इससे सुखद क्या हो सकता है और जिस तरह से अवधेश प्रसाद जीता कहा, उससे राहुल गांधी की राजशाही मानसिकता का पता चलता है। राहुल सबको तुच्छ समझते हैं। शर्मनाक।
आपको बता दें कि राममंदिर ट्रस्ट द्वारा आयोजित प्राणप्रतिष्ठा पूजन में मुख्य तौर पर 15 यजमान थे, जिनमें से 10 अनुसूचित जाति, जनजाति, घुमंतू जातियों के यानी परंपरागत रूप से वंचित समूहों से थे एवं अन्य पांच में भी पिछड़े वर्गों और सामान्य वर्ग का प्रतिनिधित्व कर रहे थे।
राहुल गांधी झूठ बोलते हैं कि, आदिवासी राष्ट्रपति को राम मंदिर में जाने से रोक दिया गया
— हर्ष वर्धन त्रिपाठी ??Harsh Vardhan Tripathi (@MediaHarshVT) October 1, 2024
राहुल गांधी झूठ बोलते हैं कि, अडानी-अंबानी दिखे, अमिताभ बच्चन दिखे, पूरा बॉलीवुड दिख गया, मगर गरीब किसान एक नहीं दिखा वहाँ। जबकि, सच यह है कि, अभी जून महीने तक राम मंदिर में 11 करोड़ लोग अपने… pic.twitter.com/3Gl54emiIz
टीम इंडिया के लिए यशस्वी जायसवाल ने दोनों ही पारियों में अर्धशतक लगाए। गेंदबाजी में जसप्रीत बुमराह ने सबसे ज्यादा 6 विकेट झटके। बुमराह ने दोनों ही पारियों में 3-3 विकेट अपने नाम किए।
कानपुर में खेले गए सीरीज के दूसरे टेस्ट में टीम इंडिया ने बांग्लादेश को 7 विकेट से हराकर 2-0 से क्लीन स्वीप कर दिया। मैच में करीब तीन दिन बारिश ने परेशान किया। टीम इंडिया के लिए यशस्वी जायसवाल ने दोनों ही पारियों में अर्धशतक लगाए।
गेंदबाजी में जसप्रीत बुमराह ने सबसे ज्यादा 6 विकेट झटके। बुमराह ने दोनों ही पारियों में 3-3 विकेट अपने नाम किए। इस शानदार जीत के बाद पत्रकार प्रणव सिरोही ने अपने सोशल मीडिया हैंडल से एक पोस्ट करते हुए टीम इंडिया को बधाई दी है।
उन्होंने एक्स पर लिखा, पहले तीन दिनों में तकरीबन 35 ओवर का ही खेल हो सका था। इसके बावजूद चौथे और पांचवें दिन के खेल में विपक्षी टीम के बीसों विकेट गिराकर और बिजली की गति से अपने पर्याप्त रन बनाकर करीब आधे दिन का समय शेष रहते हुए सात विकेट से जीत टेस्ट क्रिकेट की यादगार जीतों में गिनी जाएगी। रोहित शर्मा की टीम शाबाशी की पूरी हकदार है। गुरु गौतम को भी पूरे अंक।
आपको बता दे, दूसरे टेस्ट में बांग्लादेश की टीम ने पहली पारी में 233 रन बनाए। इसके जवाब में भारत ने 285/9 पर पारी घोषित कर दी। फिर दूसरी पारी में भारतीय गेंदबाजों ने बांग्लादेश को 146 रन पर समेट दिया। इसके जवाब में 95 रन के लक्ष्य का टीम इंडिया ने आसानी से पीछा कर लिया।
पहले तीन दिनों में तकरीबन 35 ओवर का ही खेल हो सका था। इसके बावजूद चौथे और पांचवें दिन के खेल में विपक्षी टीम के बीसों विकेट गिराकर और बिजली की गति से अपने पर्याप्त रन बनाकर करीब आधे दिन का समय शेष रहते हुए सात विकेट से जीत टेस्ट क्रिकेट की यादगार जीतों में गिनी जाएगी। रोहित शर्मा…
— Pranav Sirohi (@pranavsirohi) October 1, 2024
वो भारत के खिलाफ और जहर उगलेगा। पाकिस्तान के लोग पूछ रहे हैं कि उनकी हुकूमत को इससे क्या फायदा होगा? जाकिर नाइक को किसी से हमदर्दी नहीं है।
भारत में वांछित चल रहा भगोड़ा इस्लामिक उपदेशक जाकिर नाइक पाकिस्तान पहुंच गया है। सोमवार को इस्लामाबाद एयरपोर्ट पर जाकिर नाइक के पहुंचने पर धार्मिक मामलों के मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों ने उसका स्वागत किया।
जाकिर नाइक को पाकिस्तान सरकार ने न्योता दिया था। इस जानकारी के सामने आने के बाद वरिष्ठ पत्रकार रजत शर्मा ने सोशल मीडिया पर लिखा कि इससे जाकिर की हिम्मत और बढ़ने वाली है। रजत शर्मा ने अपने एक्स हैंडल पर लिखा, पाकिस्तान जाकर जाकिर नाइक की हिम्मत और बढ़ेगी। वो भारत के खिलाफ और जहर उगलेगा।
पाकिस्तान के लोग पूछ रहे हैं कि उनकी हुकूमत को इससे क्या फायदा होगा? जाकिर नाइक को किसी से हमदर्दी नहीं है। उसे तो सिर्फ अपनी दुकान चलानी है और वो किसी का सगा नहीं है।
आपको बता दें, मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, नाइक का स्वागत रेड कार्पेट से किया गया। वह सोमवार को राजधानी इस्लामाबाद पहुंचा है और 28 अक्टूबर तक मुल्क में रहेगा। नाइक का स्वागत करने प्रधानमंत्री के युवा कार्यक्रम के अध्यक्ष राणा मशहूद, धार्मिक मामलों के मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव सैयद अता-उर-रहमान, धार्मिक मामलों के संसदीय सचिव शमशेर मजारी समेत कई लोग पहुंचे थे।
पाकिस्तान जाकर ज़ाकिर नाइक की हिम्मत और बढ़ेगी. वो भारत के खिलाफ और ज़हर उगलेगा. पाकिस्तान के लोग पूछ रहे हैं कि उनकी हुकूमत को इससे क्या फायदा होगा. ज़ाकिर नाइक को किसी से हमदर्दी नहीं है. उसे तो सिर्फ़ अपनी दुकान चलानी है. वो किसी का सगा नहीं. #ZakirNaikInPakistan #ZakirNaik… pic.twitter.com/XxihJ1ThSR
— Rajat Sharma (@RajatSharmaLive) September 30, 2024
जिस मां बोली पंजाबी की दुहाई देकर ये पाकिस्तान और हिंदुस्तान को एक जैसा बता रहा है, उस पाकिस्तान में पंजाबी भाषा और पंजाबी संस्कृति को खत्म करने की पूरी कोशिश की जा रही है।
मशहूर पंजाबी सिंगर दिलजीत दोसांझ इन दिनों अपने दिल-लुमिनाती टूर के लिए यूके का दौरा कर रहे हैं। इस कॉन्सर्ट का एक वीडियो बड़ा वायरल हो रहा है जिसमें दिलजीत स्टेज पर अपनी पाकिस्तानी फैन को एक गिफ्ट देते है और वह पंजाबी में बोलते हुए कहते हैं, मेरे लिए, भारत और पाकिस्तान एक है।
सीमाएं राजनेताओं द्वारा बनाई जाती हैं। दिलजीत दोसांझ के इस वीडियो पर वरिष्ठ पत्रकार अशोक श्रीवास्तव ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने एक्स हैंडल से एक पोस्ट करते हुए लिखा, इनके लिए पैसा ही खुदा है। पैसे के आगे कुछ नहीं दिखता। ये दिलजीत दोसांझ कह रहा है कि इसके लिए भारत और आतंकी देश पाकिस्तान एक ही है।
न अपनी मातृभूमि से प्यार है, न अपनी मां बोली पंजाबी से। जिस मां बोली पंजाबी की दुहाई देकर ये पाकिस्तान और हिंदुस्तान को एक जैसा बता रहा है, उस पाकिस्तान में पंजाबी भाषा और पंजाबी संस्कृति को खत्म करने की पूरी कोशिश की जा रही है। स्कूलों से धीरे धीरे पंजाबी खत्म की जा रही है।
कुछ साल पहले एक स्कूल ने पंजाबी को "अभद्र" भाषा बताते हुए उसके इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगा दिया था। आपको बता दें, इससे पहले दिलजीत के मैनचेस्टर कॉन्सर्ट में अपनी मां और बहन का पहली बार परिचय कराया। इसमें गायक अपनी मां के सामने झुकते हुए और भीड़ से कहते हुए दिखाई दे रहे थे कि वह उनकी मां हैं।
इनके लिए पैसा ही खुदा है.. पैसे के आगे कुछ नहीं दिखता ! ये दिलजीत दोसांझ कह रहा है कि इसके लिए भारत और आतंकी देश पाकिस्तान एक ही है । न अपनी मातृभूमि से प्यार है, न अपनी माँ बोली पंजाबी से । जिस माँ बोली पंजाबी की दुहाई देकर ये पाकिस्तान और हिंदुस्तान को एक जैसा बता रहा है, उस… pic.twitter.com/i3QBndBELP
— Ashok Shrivastav (@AshokShrivasta6) September 30, 2024
हिजबुल्लाह के प्रमुख हसन नसरल्लाह के मारे जाने के बाद हिंदुस्तान में जो लोग और राजनीतिक दल मातम मना रहे हैं वो उस वक्त कहां थे, जब कश्मीरी पंडितों का कत्लेआम किया जा रहा था?
श्रीनगर से सांसद और जम्मू कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता रुहुल्ला मेंहदी ने हिजबुल्लाह चीफ हसन नसरल्लाह की मौत पर शोक जताते हुए चुनाव प्रचार रोक दिया है। उन्होंने हसन नसरल्लाह की मौत को बड़ा नुकसान बताया है। इज़राइल द्वारा शुक्रवार को दक्षिण बेरूत पर हमले में हिजबुल्लाह प्रमुख हसन नसरल्लाह को मारने की घोषणा के बाद से भारत में भी जगह जगह पर विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं।
इस बीच वरिष्ठ पत्रकार दीपक चौरसिया ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट कर इन विरोध प्रदर्शन की निंदा की और पूछा कि हिन्दुओं के कत्लेआम पर ऐसा प्रदर्शन क्यों नहीं होता है? उन्होंने एक्स हैंडल पर लिखा, खाओ यहां की और गाओ हसन नसरल्लाह जैसे आतंकवादियों की।
हिजबुल्लाह के प्रमुख हसन नसरल्लाह के मारे जाने के बाद हिंदुस्तान में जो लोग और राजनीतिक दल मातम मना रहे हैं वो उस वक्त कहां थे, जब कश्मीरी पंडितों का कत्लेआम किया जा रहा था? वो लोग उस वक्त कहां थे जब बांगलादेश में हिंदूओं का नरसंहार किया जा रहा था।
अगर कौम के लिए इतना ही प्रेम हैं तो जाइये लेबनान,गाज़ा और यमन। चले जाइये और इजराइल के खिलाफ युद्ध लड़िए। ये तमाम लोग 7 अक्टूबर 2023 को इजराइल पर हुए हमले को भूल जाते हैं, लेकिन जब काउंटर अटैक होता है तो चिल्लाने लगते हैं।
आपको बता दे, हिजबुल्लाह के चीफ सैय्यद हसन नसरल्लाह के मारे जाने के बाद तेहरान में हड़कंप मच गया है। इस घटना के बाद ईरान के सर्वोच्च लीडर अली खामेनेई को सुरक्षित ठिकाने पर शिफ्ट कर दिया गया है।
खाओ यहां की और गाओ हसन नसरल्लाह जैसे आतंकवादियों की. हिजबुल्लाह के प्रमुख हसन नसरल्लाह के मारे जाने के बाद हिंदुस्तान में जो लोग और राजनीतिक दल मातम मना रहे हैं वो उस वक्त कहां थे, जब कश्मीरी पंडितों का कत्लेआम किया जा रहा था और वो लोग उस वक्त कहां थे जब बांगलादेश में हिंदूओं का…
— Deepak Chaurasia (@DChaurasia2312) September 30, 2024
बॉलीवुड में जगह बनाने के लिए आपको गोरा और हल्की आंखों वाला होना जरूरी नहीं है, आप लंबे, काले और सुंदर भी हो सकते हैं। दादा साहब फाल्के पुरस्कार के लिए मिथुन दा को बधाई।
मिथुन चक्रवर्ती को दादा साहब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। केंद्रीय रेल, सूचना एवं प्रसारण, इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने सोशल मीडिया पर इसका ऐलान किया है। एक्स पोस्ट के जरिए उन्होंने बताया दिग्गज अभिनेता को उनकी उल्लेखनीय सिनेमाई यात्रा और भारतीय सिनेमा में योगदान के लिए प्रतिष्ठित पुरस्कार से सम्मानित किया जा रहा है।
इस जानकारी के सामने आने के बाद वरिष्ठ पत्रकार राजदीप सरदेसाई ने अपने एक्स हैंडल से एक पोस्ट की और उन्हें बधाई दी है। राजदीप ने लिखा, 70 के दशक के अंत और 80 के दशक की शुरुआत में हिंदी फिल्म प्रशंसकों के लिए, मिथुन चक्रवर्ती एक डिस्को डांसर और गन मास्टर जी 9 के रूप में प्रतिष्ठित थे, जो एक व्यक्तित्व में समाहित थे।
बॉलीवुड में जगह बनाने के लिए आपको गोरा और हल्की आंखों वाला होना जरूरी नहीं है, आप लंबे, काले और सुंदर भी हो सकते हैं। दादा साहब फाल्के पुरस्कार के लिए मिथुन दा को बधाई। आप पहले एक स्टार हैं, राजनेता तो बहुत बाद में है।
आपको बता दे, देश के प्रधानमंत्री नरेंद मोदी ने एक्टर मिथुन चक्रवर्ती को दादा साहेब फाल्के अवॉर्ड मिलने पर बधाई दी है। उन्होंने एक्स पर लिखा, मुझे खुशी है कि श्री मिथन चक्रवर्ती जी को इंडियन सिनेमा में उनके अद्वितीय योगदान के लिए प्रतिष्ठित दादा साहब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। वो कल्चरल आइकॉन हैं।
For Hindi film fans in the late 70s and early 80s, Mithun Chakraborty was iconic for being a disco dancer and gun master G 9 rolled into one persona . You didn’t have to be fair and light eyed to make it in Bollywood, you could be tall, dark and handsome too! Congrats Mithun Da… pic.twitter.com/ZlJl07YZP2
— Rajdeep Sardesai (@sardesairajdeep) September 30, 2024
एक संगठन जिसने सिवाए आतंक के कुछ नहीं फैलाया उसके लिए ऐसा मातम? और यही वो इको-सिस्टम है जो हिंदुओं के केवल नारे लगाने भर पर उन्हें हिंसक करार दे देता है।
इजरायल ने लेबनान की राजधानी बेरूत पर एयर स्ट्राइक कर हिजबुल्लाह चीफ हसन नसरल्लाह को मार गिराया। नसरल्लाह की मौत का रोष जम्मू कश्मीर में देखने को मिला है। यहां विरोध प्रदर्शन के दौरान प्रदर्शनकारी छात्रा ने कहा कि आपने एक हिजबुल्लाह को मारा है अब हर घर से हिजबुल्लाह निकलेगा।
इस मसले पर वरिष्ठ पत्रकार और एंकर रुबिका लियाकत ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट कर कहा कि एक आतंकी संगठन के लिए आखिर इतना मातम क्यों किया जा रहा है ? उन्होंने अपने एक्स हैंडल से लिखा, बड़े दिनों से मन में एक ख़्याल आ रहा है। ये कितना ख़तरनाक इको- सिस्टम है।
ह से हमास कहो तो गुनगुना देंगे। ह से हिज़्बुल कहो तो रो पड़ेंगे। ह से हिंदू कह दो, बस फिर देखो ! क्रोधित होंगे, नारे लगाएँगे, झूठ मूठ का डर बताएँगे। ये किस तरह की सोच जिसमें आतंकवादी संगठन हमास और हिज़्बुल्लाह से कोई बैर नहीं है, खुलकर आतंकियों का सपोर्ट हो रहा।
रो रहे हैं- बिलख रहे हैं। एक संगठन जिसने सिवाए आतंक के कुछ नहीं फैलाया उसके लिए ऐसा मातम? और यही वो इको-सिस्टम है जो हिंदुओं के केवल नारे लगाने भर पर उन्हें हिंसक करार दे देता है। राम मंदिर बनने पर जश्न मनाने वालों को कट्टर कह देता है।
दीवाली पर पटाख़े (ग्रीन ही सही) फ़ोडने पर उन्हें मानवता के लिए ख़तरनाक कह देता है। खान-पान में शुद्धता की माँग करने पर अतिवादी, उग्र बुलाया जाता है। इतनी धूर्तता लाते कहाँ से हैं?
आपको बता दें, जम्मू-कश्मीर के बडगाम की सड़कों पर लोग प्रदर्शन करते दिखे। वे हाथों में नसरल्लाह के पोस्टर लिए हुए थे। ऐसा ही एक प्रदर्शन श्रीनगर के पुराने शहर में देखने को मिला, इसी प्रकार से राज्य के अन्य इलाकों में भी विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं।
बड़े दिनों से मन में एक ख़्याल आ रहा है। ये कितना ख़तरनाक इको- सिस्टम है…
— Rubika Liyaquat (@RubikaLiyaquat) September 30, 2024
ह से हमास कहो तो गुनगुना देंगे
ह से हिज़्बुल कहो तो रो पड़ेंगे
ह से हिंदू कह दो.. बस फिर देखो! क्रोधित होंगे, नारे लगाएँगे, झूठ मूठ का डर बताएँगे
ये किस तरह की सोच जिसमें आतंकवादी संगठन हमास और…