महागठबंधन की सरकार बनने पर हर परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाएगी। 'माय बहन योजना' के तहत हर परिवार की महिला के खाते में ₹30 हजार रुपए भेजे जाएंगे।
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समाचार4मीडिया ब्यूरो ।।
पटना में तेजस्वी यादव ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर ऐलान किया कि अगर हमारी सरकार बनती है तो माई बहिन योजना के तहत एक साल की पूरी राशि 30 हजार रुपए एक साथ महिलाओं के खाते में भेजेंगे। माई बहिन योजना के तहत राजद ने महीने में ढाई हजार देने का वादा किया है। उनके इस बयान पर वरिष्ठ पत्रकार अजय कुमार ने अपने सोशल मीडिया हैंडल से एक पोस्ट की और अपनी राय दी।
उन्होंने एक्स पर लिखा, पत्रकारों ने जब यह सवाल उठाया कि तेजस्वी यादव की रैलियों में महिलाओं की भागीदारी बहुत कम है, तो उन्होंने पहले चरण का प्रचार खत्म होने से पहले ही कमाल का आइडिया लगा दिया। माई-बहन योजना के तहत पहले यह घोषणा की गई थी कि प्रदेश की हर महिला को ₹2,500 प्रति महीना दिया जाएगा, लेकिन इतनी रकम से बड़ा असर नहीं पड़ता।
इसलिए अब राष्ट्रीय जनता दल ने चतुराई दिखाते हुए घोषणा की है कि 14 जनवरी 2026 को हर महिला को एकमुश्त ₹30,000, यानी पूरे साल का पैसा, दिया जाएगा। अगर यही हिसाब पांच साल के लिए जोड़ दिया जाए तो यह राशि ₹1,50,000 बनती है।
राजनीति में आर्थिक गणित और चुनावी रणनीति का यह संगम वाकई दिलचस्प है। टोपी पहनाने का यह अंदाज़ वाकई लाजवाब है, श्रीमान जी। आपको बता दें, तेजस्वी यादव ने घोषणा की कि महागठबंधन की सरकार बनने के बाद 14 जनवरी 2026 को महिलाओं के बैंक खातों में यह राशि भेजी जाएगी।
पत्रकारों ने कहा कि @yadavtejashwi कि रैलियों में महिलाओं की भागीदारी बहुत कम है।
— Ajay Kumar (@AjayKumarJourno) November 4, 2025
तो भइया ने पहले चरण के प्रचार ख़त्म होने से पहले ही, ज़बरदस्त आईडिया लगाया।
गणित समझिए - माई बहन योजना के तहत घोषणा ये कि गई थी कि प्रदेश कि हर महिला को Rs. 2,500/- प्रति महीना दिया जायेगा।… https://t.co/5sYSFg9BM2
पहले चरण की जिन 121 सीटों पर चुनाव हो रहा है, उसमें पिछली बार (2020) दोनों गठबंधनों के बीच कांटे की लड़ाई हुई थी। एक ओर जहां महागठबंधन को 61 सीटों पर जीत हासिल हुई थी।
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बिहार में विधानसभा चुनाव 2025 में 6 नवंबर को पहले चरण के लिए वोट पड़ेंगे। इस दौरान 121 विधानसभा सीटों पर मतदान होगा। इस बीच वरिष्ठ पत्रकार पंकज शर्मा ने बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के पहले चरण से ठीक पहले महागठबंधन के सीट बंटवारे पर तीखी टिप्पणी की है।
उन्होंने अपने एक्स (पूर्व ट्विटर) पोस्ट में लिखा कि अगर सीट बंटवारे का मक़सद वास्तव में महागठबंधन की जीत के अवसर बढ़ाना होता, तो यह सुनिश्चित किया जाता कि राजद और कांग्रेस को ऐसे निर्वाचन क्षेत्र मिलें जहां उनकी जीत की संभावनाएं सबसे अधिक हों ,कुछ पक्के वाले और कुछ ऐसे जहां मेहनत से जीत संभव हो।
शर्मा के मुताबिक, ऐसा निष्पक्ष मिश्रण दोनों दलों के लिए फ़ायदेमंद साबित होता, लेकिन हुआ उल्टा। कांग्रेस को परंपरागत रूप से हारने वाले क्षेत्रों की 'पोटली' थमा दी गई, जबकि राजद विजयी क्षेत्रों की 'गठरी' लेकर निकल पड़ा। उन्होंने व्यंग्य करते हुए लिखा, अगर महागठबंधन मेले में भटक गया होता, तो कोई उसे घर पहुंचा देता, लेकिन अब तो वह घर के भीतर ही भटक गया है। अब कैसे ठौर-ठिकाने आएगा?
आपको बता दें, पहले चरण की जिन 121 सीटों पर चुनाव हो रहा है, उसमें पिछली बार (2020) दोनों गठबंधनों के बीच कांटे की लड़ाई हुई थी। एक ओर जहां महागठबंधन को 61 सीटों पर जीत हासिल हुई थी वहीं एनडीए 59 सीटों पर चुनाव जीत सका था।
अगर सीट बंटवारे का मक़सद महागठबंधन की जीत के अवसरों को बढ़ाना होता तो होना तो यह चाहिए था कि राजद और कांग्रेस को वे निर्वाचन क्षेत्र भी लड़ने के लिए मिलते, जहां उन की जीत की एकदम पक्की संभावनाएं हैं और वे सीटें भी दी जातीं, जहां मेहनत कर के वे जीत सकते थे। यह निष्पक्ष मिश्रण…
— Pankaj Sharma पंकज शर्मा (@Pankaj___Sharma) November 5, 2025
दिल्ली-एनसीआर का जानलेवा वायु प्रदूषण एक ऐसी सच्चाई है, जिससे हम अब तक पूरी तरह जागरूक नहीं हो पाए हैं। उन्होंने कहा कि आज लगभग हर दूसरा व्यक्ति खांस रहा है या बीमार है।
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पिछले कई दिनों से दिल्ली-एनसीआर का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) "गंभीर" श्रेणी में बना हुआ है। विशेषज्ञों के अनुसार, प्रदूषण के इस स्तर का असर न केवल सांस और फेफड़ों पर बल्कि हृदय रोग, त्वचा और आंखों से जुड़ी समस्याओं पर भी पड़ रहा है। वरिष्ठ पत्रकार आदित्य राज कौल ने दिल्ली-एनसीआर में लगातार बिगड़ती वायु गुणवत्ता पर चिंता जताई है।
उन्होंने अपने एक्स पोस्ट में लिखा कि 'दिल्ली-एनसीआर का जानलेवा वायु प्रदूषण एक ऐसी सच्चाई है, जिससे हम अब तक पूरी तरह जागरूक नहीं हो पाए हैं।' उन्होंने कहा कि आज लगभग हर दूसरा व्यक्ति खांस रहा है या बीमार है और यह केवल मौसमी फ्लू नहीं, बल्कि गंभीर प्रदूषण का असर है।
कौल ने सवाल उठाया कि आखिर राष्ट्रीय राजधानी की हवा को सुधारने की दिशा में ठोस और कट्टर कदम कौन उठाएगा। उन्होंने कहा कि अब हालात ऐसे हैं कि साधारण उपायों से समस्या का हल संभव नहीं है, बल्कि इसके लिए व्यापक और सख़्त नीतिगत निर्णय लेने होंगे।
आपको बता दें, इस समय राजधानी में प्रदूषण पर राजनीतिक और प्रशासनिक उदासीनता पर भी सवाल उठ रहे हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि लंबे समय तक ऐसी हवा में रहने से अस्थमा, एलर्जी, ब्रॉन्काइटिस, हृदय रोग और आंखों में जलन जैसी समस्याएं तेजी से बढ़ सकती हैं।
Deadly air pollution in Delhi NCR is a reality we haven’t yet woken up to even years later. Every other person I meet is coughing or unwell. It’s not just seasonal flu. Improving air quality in the National Capital will need radical measures. Question is who will take the call?
— Aditya Raj Kaul (@AdityaRajKaul) November 2, 2025
देश की बेटियों को ज़रा-सा सहारा और अवसर मिल जाए, तो वे कमाल कर सकती हैं, यह उन्होंने सिद्ध कर दिया है। लेकिन महिला क्रिकेट को अभी एक लंबा रास्ता तय करना है।
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आईसीसी वनडे विश्व कप 2025 के फाइनल में दक्षिण अफ्रीका को हराकर पहली बार वर्ल्ड चैंपियन बनने वाली भारतीय महिला क्रिकेट टीम के लिए भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने 51 करोड़ रुपये के नकद पुरस्कार की घोषणा कर दी है। इस बीच वरिष्ठ पत्रकार रजत शर्मा ने भी अपने शो में इस मुद्दे को लेकर बात की। उन्होंने कहा, महिला क्रिकेट में विश्व चैंपियनशिप एक रात में नहीं मिली।
एक समय था जब मिताली राज, अंजुम चोपड़ा और झूलन गोस्वामी जैसी खिलाड़ी ने क्रिकेट खेलना शुरू किया था। उस समय खिलाड़ियों के लिए कोई सुविधाएँ नहीं थीं। मैच खेलने के लिए रेल के बिना पुष्टि वाले डिब्बों में यात्रा करनी पड़ती थी। अपने बिस्तर साथ ले जाने पड़ते थे। फर्श पर सोना पड़ता था। महिला क्रिकेटरों के साथ भारतीय क्रिकेट नियंत्रण बोर्ड (बी.सी.सी.आई.) का कोई वार्षिक अनुबंध नहीं होता था।
सन् 2005 में जब महिला क्रिकेट टीम उपविजेता रही, तो प्रत्येक खिलाड़ी को प्रति मैच 1000 रुपये मिले। आठ मैचों के कुल 8000 रुपये। और इस बार विश्व चैंपियनशिप जीतने पर बी.सी.सी.आई. ने महिला टीम को 51 करोड़ रुपये का इनाम दिया। अब बी.सी.सी.आई. से हरमनप्रीत कौर और स्मृति मंधाना जैसी ए-श्रेणी की खिलाड़ियों को 50 लाख रुपये की वार्षिक फीस मिलती है।
यह बदलाव केवल तीन वर्ष पहले आया, जब जय शाह ने पुरुष और महिला क्रिकेट टीम की मैच फीस के अंतर को समाप्त किया और वेतन समानता (पे पैरिटी) लागू की। अब महिला खिलाड़ियों को टेस्ट मैच के लिए 15 लाख रुपये, एक दिवसीय मैच के लिए 6 लाख रुपये और टी-20 मैच के लिए 3 लाख रुपये की फीस मिलती है।
कोचिंग, प्रशिक्षण और चिकित्सकीय सुविधाओं में पिछले पाँच वर्षों में महिला क्रिकेट में निवेश 16 गुना बढ़ा है। देश की बेटियों को ज़रा-सा सहारा और अवसर मिल जाए, तो वे कमाल कर सकती हैं, यह उन्होंने सिद्ध कर दिया है। लेकिन महिला क्रिकेट को अभी एक लंबा रास्ता तय करना है। विश्व चैंपियनशिप तो केवल एक झांकी है, असली तस्वीर अभी बाकी है।
Women Cricket में World Championship एक रात में नहीं मिली. एक ज़माना था जब मिताली राज, अंजुम चोपड़ा, झूलन गोस्वामी जैसी players ने cricket खेलना शुरू किया था. उस ज़माने में players के लिए कोई facilities नहीं थी. मैच खेलने के लिए railway के unconfirmed compartments में travel करना… pic.twitter.com/DcqOMQlBrF
— Rajat Sharma (@RajatSharmaLive) November 3, 2025
आज मॉर्डन जीपीएस टेक्नोलॉजी और लेटेस्ट सैटेलाइट्स के दौर में अगर पाकिस्तान चोरी-छिपे परमाणु हथियार टेस्ट करते हुए पाया गया तो उस पर बड़ी मुसीबत आ सकती है।
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समाचार4मीडिया ब्यूरो ।।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दावा किया है कि पाकिस्तान छिपकर परमाणु हथियारों का परीक्षण कर रहा है। ट्रंप के इस बयान से दुनियाभर की सुरक्षा एजेंसियों को परेशान कर दिया है। साल 1998 के बाद से पाकिस्तान ने किसी भी परमाणु परीक्षण की पुष्टि नहीं की है।
इस बीच वरिष्ठ पत्रकार राहुल शिवशंकर ने भी अपने सोशल मीडिया हैंडल से एक पोस्ट की और अपनी राय दी। उन्होंने लिखा, क्या ट्रम्प (Donald Trump) के पाकिस्तान को लेकर दिए गए परमाणु संकेत भारत को अपनी परमाणु नीति या रुख (nuclear posture) बदलने का अवसर दे सकते हैं?
भारत ने पोखरण-2 (1998) के बाद स्वेच्छा से परमाणु परीक्षण पर रोक (moratorium) लगा दी थी। उस समय भारत ने दावा किया था कि उसका परीक्षण 58 किलोटन (kt) का था,लेकिन कई विदेशी विशेषज्ञों का कहना था कि असल "yield" (विस्फोट की क्षमता) केवल 10–15 किलोटन के आसपास थी यानी आधिकारिक दावे से बहुत कम।
अब सवाल यह उठता है कि अगर अमेरिका फिर से परमाणु परीक्षण करता है, तो क्या भारत को भी अपना परीक्षण दोहराना चाहिए, ताकि इन संदेहों को दूर किया जा सके और अपनी परमाणु क्षमता को लेकर दुनिया को स्पष्ट संदेश दिया जा सके?
आपको बता दें, पकिस्तान के परमाणु परीक्षण का दावा दक्षिण एशिया में परमाणु हथियारों की रेस को बढ़ा सकता है। अगर आज मॉर्डन जीपीएस टेक्नोलॉजी और लेटेस्ट सैटेलाइट्स के दौर में अगर पाकिस्तान चोरी-छिपे परमाणु हथियार टेस्ट करते हुए पाया गया तो उस पर बड़ी मुसीबत आ सकती है।
DOES TRUMP's PAK N-HINT HAND INDIA OPPORTUNITY TO ALTER ITS N-POSTURE?
— Rahul Shivshankar (@RShivshankar) November 3, 2025
India put a voluntary moratorium on testing after Pokhran-2 (1998) amidst claims that "yield" of its test was 10-15 kt, below the 58 kt official claim. If U.S tests should India test and clear doubts? pic.twitter.com/9ycMPenb1a
दक्षिण अफ्रीका की टीम कप्तान लौरा वोल्वार्ड्ट के शतक के बावजूद 45.3 ओवर में सभी विकेट खोकर 246 रन ही बना सकी। भारत की ओर से दीप्ति शर्मा ने पांच विकेट हॉल लिया।
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भारतीय महिला टीम ने दक्षिण अफ्रीका को हराकर महिला विश्व कप का खिताब अपने नाम किया। भारत ने पहली बार विश्व कप जीता है। इससे पहले भारत ने 2005 और 2017 में फाइनल तक सफर तय किया था लेकिन ट्रॉफी हाथ नहीं लगी थी। वहीं महिला क्रिकेट को 25 साल बाद नया चैंपियन मिला है। इस बीच पत्रकार और लेखक नीरज बधवार ने अपने सोशल मीडिया हैंडल एक्स से एक पोस्ट करते हुए अपनी राय व्यक्त की।
उन्होंने लिखा, सिख लड़की ने कप्तानी की, क्रिश्चियन (ईसाई) लड़की ने सेमीफाइनल जिताया, बंगाली लड़की की पावर हिटिंग (ताक़तवर बल्लेबाज़ी) से टीम 300 के करीब पहुँच पाई, जाटों की लड़की शेफाली फ़ाइनल में प्लेयर ऑफ द मैच बनी, और ब्राह्मणों की लड़की दीप्ति प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट चुनी गई और आख़िरकार भारत वर्ल्ड चैंपियन (विश्व विजेता) बन गया।
सवाल यह है कि जब इनकी अलग-अलग पहचानें हमें विश्व विजेता बनाने में आड़े नहीं आतीं, तो देश को आगे ले जाने के नाम पर हम इन्हीं पहचानों के नाम पर लड़ते क्यों हैं? ऐसा ही जज़्बा हमें देश की तरक़्क़ी के लिए भी चाहिए।
आपको बता दें, भारतीय टीम ने महिला वनडे विश्व कप 2025 के फाइनल में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पहले बल्लेबाजी करते हुए 50 ओवर में 7 विकेट खोकर 298 रन बनाए। इसके जवाब में दक्षिण अफ्रीका की टीम कप्तान लौरा वोल्वार्ड्ट के शतक के बावजूद 45.3 ओवर में सभी विकेट खोकर 246 रन ही बना सकी। भारत की ओर से दीप्ति शर्मा ने पांच विकेट हॉल लिया।
सिख लड़की ने कप्तानी की, क्रिश्चियन लड़की ने सेमीफाइनल जिताया, बंगाली लड़की की पावर हिटिंग से टीम 300 के करीब पहुंच पाई, जाटों की लड़की शेफाली फाइनल में Player of the Match बनी, और ब्राह्मणों की लड़की दीप्ति Player of the Tournament चुनी गई — और आखिरकार भारत वर्ल्ड चैंपियन बन… pic.twitter.com/SxvaLB8DwO
— Neeraj Badhwar (@nirajbadhwar) November 2, 2025
आज एक बात फिर साबित हो गई। चारों ओर विकेट गिरते रहे, लेकिन अभिषेक शर्मा ने दिखा दिया कि वह टीम इंडिया की टी20 धड़कन हैं, एक सच्चे सितारे हैं।
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समाचार4मीडिया ब्यूरो ।।
टीम इंडिया ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टी-20 सीरीज का दूसरा मुकाबला 4 विकेट से हार गई है। ऑस्ट्रेलियाई टीम ने 126 रन का टारगेट 13.2 ओवर में 6 विकेट पर चेज कर लिया। युवा सलामी बल्लेबाज अभिषेक शर्मा ने 68 रन की जुझारू पारी खेली। इस बीच वरिष्ठ खेल पत्रकार विक्रांत गुप्ता ने भी अभिषेक शर्मा की इस पारी की तारीफ़ की।
उन्होंने अपने सोशल मीडिया हैंडल एक्स से एक पोस्ट करते हुए लिखा, आज एक बात फिर साबित हो गई। चारों ओर विकेट गिरते रहे, लेकिन अभिषेक शर्मा ने दिखा दिया कि वह टीम इंडिया की टी20 धड़कन हैं, एक सच्चे सितारे हैं। हालांकि, थोड़ा अचरज जरूर हुआ कि जब भारत की पारी में केवल 9 गेंदें बची थीं, तब भी उन्हें सिर्फ 37 गेंदें ही खेलने का मौका मिला।
आपको बता दें, अभिषेक ने मैच के बाद प्रेस कांफ्रेंस में कहा, चुनौती यह है कि मेरी तरह कई खिलाड़ियों का यहां यह पहला दौरा है। हमें अतिरिक्त उछाल और गति के बारे में पता था, लेकिन फिर भी उन्होंने जिस तरह से गेंदबाजी की, उसने हमें हैरान कर दिया।
One thing that got reinforced today, with all those wickets falling around him, Abhishek Sharma is a star, the T20 pulse of Team India.
— Vikrant Gupta (@vikrantgupta73) October 31, 2025
Little surprised though that he got to play just 37 deliveries even though just nine of the allotted 120 balls were left in India’s innings…
भारत और साउथ अफ्रीका ने कभी वनडे विश्व कप नहीं जीता है। भारतीय टीम ने तीसरी बार विश्व कप फाइनल में प्रवेश किया है। पहले दो मौकों पर भारतीय टीम को हार मिली थी।
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समाचार4मीडिया ब्यूरो ।।
भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने इतिहास रच दिया है। वुमेंस वर्ल्ड कप के इतिहास की सबसे बड़ी रन चेज को उन्होंने हासिल किया है। हैरानी की बात ये है कि उन्होंने ऑस्ट्रेलिया को सेमीफाइनल मैच में मात दी है, जो सात बार की चैंपियन है। इस ख़ास मौके पर वरिष्ठ पत्रकार अशोक श्रीवास्तव ने भी अपने सोशल मीडिया हैंडल एक्स से एक पोस्ट कर अपनी ख़ुशी को व्यक्त किया।
उन्होंने लिखा, भारत की बेटियों ने महिला विश्व कप क्रिकेट के फ़ाइनल में प्रवेश कर लिया है। यह जीत इसलिए बहुत बड़ी और खास है क्यूंकी भारत ने 7 बार की विश्व विजेता औस्ट्रेलिया को हराया है और विश्व कप के इतिहास में पहली बार कोई टीम इतने बड़े स्कोर का पीछा करके जीती है।
उन्होंने आगे लिखा, क्या साल 2025 महिला क्रिकेट के लिए 1983 बनेगा? आपको बता दें, कपिल देव की कप्तानी में इंडिया ने साल 1983 में अपना पहला विश्व कप जीता था। अब महिला क्रिकेट टीम से भी वही उम्मीद की जा रही हैं।
इस बार एक नया विश्व चैंपियन महिला क्रिकेट को मिलने वाला है, क्योंकि भारत और साउथ अफ्रीका ने कभी वनडे विश्व कप नहीं जीता है। भारतीय टीम ने तीसरी बार विश्व कप फाइनल में प्रवेश किया है। पहले दो मौकों पर भारतीय टीम को हार मिली थी।
ये रहा विन्निंग शॉट... भारत की बेटियों ने महिला विश्व कप क्रिकेट के फ़ाइनल में प्रवेश कर लिया है।
— Ashok Shrivastav (@AshokShrivasta6) October 30, 2025
यह जीत इसलिए बहुत बड़ी और खास है क्यूंकी भारत ने 7 बार की विश्व विजेता औस्ट्रेलिया को हराया है। और विश्व कप के इतिहास में पहली बार कोई टीम इतने बड़े स्कोर का पीछा करके जीती है।… https://t.co/QThXWkLdXZ pic.twitter.com/fdKtmJhPy6
पत्रकार सुधीर चौधरी ने सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे अपने एक और एआई डीपफेक वीडियो को लेकर चिंता जताई है। डीपफेक तकनीक समाज में भ्रम फैलाने का बड़ा हथियार बन सकती है।
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समाचार4मीडिया ब्यूरो ।।
वरिष्ठ पत्रकार और एंकर सुधीर चौधरी ने सोशल मीडिया पर एक गंभीर चिंता जताते हुए कहा है कि उनका एक और एआई डीपफेक वीडियो वायरल हो गया है, जिसे फेसबुक पर अब तक 60 लाख से ज्यादा बार देखा जा चुका है। उन्होंने कहा कि यह स्थिति बेहद चिंताजनक है क्योंकि दिल्ली हाईकोर्ट द्वारा उन्हें पहले ही ‘पर्सनैलिटी राइट्स प्रोटेक्शन’ मिल चुका है।
इसके बावजूद, फर्जी और भ्रामक वीडियो बिना किसी रोक-टोक के फैल रहे हैं। सुधीर चौधरी ने लिखा, 'यह अलार्मिंग है कि झूठी सामग्री कितनी आसानी से फैल जाती है और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स कितनी देर से कार्रवाई करते हैं। अब यह लड़ाई सिर्फ मेरी नहीं रही, बल्कि यह सच्चाई और सूचना की विश्वसनीयता की रक्षा की लड़ाई बन चुकी है।'
उन्होंने कई बार सोशल मीडिया कंपनियों से एआई जनरेटेड कंटेंट पर सख्त नियंत्रण की मांग की है और हमेशा कहा है कि अगर समय रहते कदम नहीं उठाए गए, तो डीपफेक तकनीक समाज में अविश्वास और भ्रम फैलाने का सबसे बड़ा हथियार बन सकती है।
Another AI deepfake video of me is going viral. It has over 6 million views on @facebook. This, despite the Delhi High Court granting me personality rights protection. It’s alarming how easily fake content spreads and how slowly platforms act. The fight against AI misuse is not…
— Sudhir Chaudhary (@sudhirchaudhary) October 30, 2025
मुलाकात के दौरान ट्रम्प-जिनपिंग ने हाथ मिलाकर एक-दूसरे का अभिवादन किया। बैठक के दौरान ट्रम्प ने कहा कि उनकी मुलाकात बहुत कामयाब होगी, इसमें उन्हें कोई शक नहीं है।
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समाचार4मीडिया ब्यूरो ।।
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प और चीनी राष्ट्रपति जिनपिंग के बीच साउथ कोरिया के बुसान में एयरपोर्ट पर हुई बैठक में ट्रेड डील पूरी हो गई है। हालांकि अभी इस पर दस्तखत होना बाकी है। ट्रम्प ने यह भी बताया कि चीन पर 10% टैरिफ कम कर दिया गया है। इस जानकारी के सामने आने के बाद वरिष्ठ पत्रकार हर्षवर्धन त्रिपाठी ने भी अपने सोशल मीडिया हैंडल एक्स से एक पोस्ट की और अपनी राय व्यक्त की।
उन्होंने लिखा, दरअसल, दो देशों के बीच कारोबारी समझौते में दोनों देश अपने हितों का ध्यान रखते हुए दूसरे के हितों को भी ध्यान में रखते हैं, लेकिन ट्रंप 'मेक अमेरिका ग्रेट अगेन' कहकर दूसरे देशों के हितों पर चोट पहुँचाने और चोट पहुँचाते दिखने की कोशिश कर रहे थे।
चीन, भारत और दूसरे कई देश इसके विरुद्ध सीना तानकर खड़े हो गए। अब जो कारोबारी समझौता अमेरिका और चीन के बीच हो रहा है, यह पहले ही हो सकता था। आपको बता दें, मुलाकात के दौरान ट्रम्प-जिनपिंग ने हाथ मिलाकर एक-दूसरे का अभिवादन किया। बैठक के दौरान ट्रम्प ने कहा कि उनकी मुलाकात बहुत कामयाब होगी, इसमें उन्हें कोई शक नहीं है।
दरअसल, दो देशों के बीच कारोबारी समझौते में दोनों देश अपने हितों का ध्यान रखते हुए दूसरे के हितों को भी ध्यान में रखते हैं, लेकिन ट्रंप #MAGA कहकर दूसरे देशों के हितों पर चोट पहुँचाने और चोट पहुँचाते दिखने की कोशिश कर रहे थे। चीन, भारत और दूसरे कई देश इसके विरुद्ध सीना तानकर खड़े…
— हर्ष वर्धन त्रिपाठी ??Harsh Vardhan Tripathi (@MediaHarshVT) October 30, 2025
यह प्रदर्शन इस बात को और मजबूत करता है कि अगर शमी पिछले साल ऑस्ट्रेलिया और इस साल इंग्लैंड दौरे पर फिट होते, तो भारत उन दोनों सीरीज़ में जीत हासिल कर सकता था।
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समाचार4मीडिया ब्यूरो ।।
मोहम्मद शमी ने रणजी ट्रॉफी में शानदार प्रदर्शन करके चयनकर्ताओं को करारा जवाब दिया है। फिटनेस पर सवाल उठाने वाले मुख्य चयनकर्ता अजीत अगरकर को शमी ने अपने 15 विकेटों से यह दिखा दिया है कि वह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के लिए पूरी तरह तैयार हैं। उनके इस प्रदर्शन पर वरिष्ठ पत्रकार राजदीप सरदेसाई ने भी अपनी राय दी।
उन्होंने अपने एक्स हैंडल पर लिखा, मोहम्मद शमी ने पूरी फिटनेस और शानदार फॉर्म में वापसी करते हुए रणजी ट्रॉफी में बंगाल की ओर से गुजरात के खिलाफ खेलते हुए पांच विकेट झटके और टीम को बड़ी जीत दिलाई।
यह प्रदर्शन इस बात को और मजबूत करता है कि अगर शमी पिछले साल ऑस्ट्रेलिया और इस साल इंग्लैंड दौरे पर फिट होते, तो भारत उन दोनों सीरीज़ में जीत हासिल कर सकता था। बुमराह, शमी और सिराज की तिकड़ी विदेशी पिचों पर भारत की सबसे घातक और प्रभावी तेज गेंदबाजी आक्रमण मानी जा सकती है। संभवतः भारतीय क्रिकेट इतिहास की अब तक की सबसे बेहतरीन पेस तिकड़ी।
आपको बता दें, ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के खिलाफ पिछली टेस्ट सीरीज में फिट होने पर भी न चुने जाने से शमी नाखुश थे। अब रणजी ट्रॉफी में उनके इस प्रदर्शन के बाद दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ आगामी टेस्ट सीरीज में उनके चुने जाने की उम्मीदें बढ़ गई हैं।
Cricket gyaan: Mohd Shami back to full fitness and form: picks up a five for in Bengal’s big win over Gujarat in Ranji Trophy. Maintain that a fit Shami would have ensured an India win in series in Australia last year and in England this year. Bumrah, Shami, Siraj is a potent…
— Rajdeep Sardesai (@sardesairajdeep) October 28, 2025